हेलो फ्रेंड्स हमारा आज का टॉपिक है 15 पर रूल 15 पर रूल की अगर हम बात करें तो यह एक मोस्ट इंपॉर्टेंट टेक्निक होती है जो हमारे रेडियोग्राफी के अंदर पे अप्लाई करी जाती है मोस्ट इंपॉर्टेंट इसलिए मैं बोल रहा हूं बिकॉज ऑफ यह हमारे जो चेस्ट एक एक्सरे होती है उस चेस्ट एक्सरे के अंदर पे ये अप्लाई किया जाता है तो सोच के देखो हमारे पास में जो सबसे ज्यादा किए जाने वाला रेडियोग्राफी है व चेस्ट एक्सरे है अब चेस्ट एक्सरे के अंदर पे इसको अगर हम यूज कर रहे हैं तो दैट मीन ये हमारे पास में बहुत इंपॉर्टेंट है टेक्नीक है और यह जो टेक्निक हमारे पास में है यह केवीपी और एमएस को लेके है क्योंकि यहां पर हम इस टेक्निक के अंदर पे अपनी जो इमेज क्वालिटी है उसको ऑप्टिमाइज करने वाले हैं ठीक है ना अब ये कैसे हम ऑप्टिमाइज करेंगे इसको हम क्या करेंगे जो हमारे केवीपी है एमएस है जिसको हम एक्सपोजर फैक्टर बोल रहे हैं इन एक्सपोजर फैक्टर को मेंटेन करेंगे एडजस्ट करेंगे इनको एडजस्ट करके हमारे पास में हम यहां पर क्या कर सकते हैं कि जो हमारी इमेज क्वालिटी है वो इमेज क्वालिटी भी हमारी यहां पे अच्छी आए और उसके बाद में हमारे पास में हमारी जो पेशेंट की डोज है वो पेशेंट की डोज भी हमारी क्या हो जाए मिनिमाइज हो जाए इस 15 पर को यूज करने का जो हमारा अ एम होता है वो यही होता है कि हमारी इमेज क्वालिटी अच्छी आ जाए हमें जो डायग्नोज करने के लिए जो प्रॉपर इमेज हमें चाहिए वो इमेज हमें प्रॉपर मिल जाए और हमें पेशेंट की जो डोज है वो डोज भी हमारी क्या हो जाए कम हो जाए इसीलिए यहां पे 15 पर रूल यूज किया जाता है या 15 पर टेक्निक को यहां पे यूज किया जाता है अब इसको यूज करने के हमारे पास में दो फैक्टर्स होते हैं ठीक है ना अब वो दो फैक्टर्स क्या-क्या होंगे वो देख लीजिए सबसे पहला जो इसका फैक्टर होता है वो यह होता है इंक्रीज केवीपी बाय 15 पर मतलब के फर्स्ट जो हमारे पास में फैक्टर होगा वो ये होगा कि हम अपनी जो केवीपी होगी उस केवीपी को 15 पर इंक्रीज कर द दूसरा हमारे पास में जो फैक्टर होगा वो यह होगा कि डिक्रीज केवीपी बाय 15 पर मतलब हम क्या करेंगे दूसरे फैक्टर में हम अपने केवीपी को 15 पर डिक्रीज कर देंगे अब यह कब करेंगे कहां करेंगे कैसे करेंगे वह हम यहां पे आज देखने वाले हैं कि 15 पर के अकॉर्डिंग इसको किस तरीके से किया जाएगा तो सबसे पहले हम य पे फर्स्ट वाला देख लेते हैं इंक्रीज केवीपी बाय 15 पर तो इसके अंदर पर क्या होगा इसको हम कब अप्लाई करेंगे सबसे पहले तो हम यह देख लेंगे जब हमारे पास में कोई लार्ज एरिया होगा क्या होगा जब हमारे पास में कोई लार्ज एरिया होगा उस लार्ज एरिया के लिए या फिर हमारे पास में कोई थिक पार्ट होगा क्या होगा कोई हमारे पास में अगर कोई थिक पार्ट है मोटा पार्ट है तो उस पार्ट को देखने के लिए उस उस पार्ट के लिए हमारे पास में इंक्रीज किया जाएगा हमारा क्या केवीपी इंक्रीज किया जाएगा मतलब मान लीजिए आपके पास में यहां पे कोई पेशेंट आया है और वो पेशेंट चेस्ट एक्सरे अगर आपका करवाने आया है और वो पेशेंट हमारा कैसा है वो पेशेंट हमारा फैटी पेशेंट है ठीक है ना मोटा पेशेंट है बड़ा पेशेंट है ठीक है ना बड़ा पेशेंट अगर हमारे पास में है तो उसके अंदर पे हम क्या करेंगे अपनी टेक्निक अप्लाई करेंगे जिसके अंदर पे केवीपी हम 15 पर क्या कर देंगे बढ़ा देंगे क्या कर देंगे बढ़ा देंगे अब यहां पर क्या होगा केवीपी मान लीजिए कि हमारे पास में जो एक्चुअल केवीपी हम एक्सरे कर रहे हैं चेस्ट का एक्सरे हम कर रहे हैं मान लीजिए हमारे पास में केवीपी है केवीपी हमने यहां पे लिया है 70 और एम ए हमने यहां पे ले लिया है 20 ठीक है जस्ट फॉर एग्जांपल मैं यहां पे एक बात बता रहा हूं आपको तो अब हम क्या करेंगे कि हमारे पास में हम केवीपी को क्या करेंगे इसको हम इंक्रीज कर देंगे प्लस 15 पर हम इसको इंक्रीज कर देंगे और एमएस के अंदर पे भी चेंज होगा एमएस के अंदर पे भी चेंज होगा जब हम केवीपी को इंक्रीज कर रहे होंगे तो उस टाइम पे हम अपने एमएस को दो से डिवाइड कर देंगे क्या कर देंगे दो से डिवाइड कर देंगे हम अपने एमएस को तो अगर बात करें हमारे पास में हमारा 70 का 15 पर कितना होता है भाई सॉरी 17 का % कितना होता है तो 70 का 50 पर हम निकालेंगे इस तरीके से इज इक्वल टू ये हमारे पास में आ जाएगा कुछ इतना तो दैट मीन ये हमारे पास में 70 का % होता है कितना होता है 70 का 15 पर अब हमारे पास में केवीपी कितना था केवीपी था हमारे पास में 70 ठीक है ना और उसके बाद में हम उसमें क्या कर देंगे प्लस कर देंगे अपना 15 पर तो ये हमारे पास में कितना हो जाएगा 80.5 कितना हो जाएगा 80.5 उसके बाद में अगर हम बात करें एम ए की तो एमए हमारे पास में कितना 20 था तो 20 को हम क्या करेंगे टू से डिवाइड कर देंगे तो ये हमारे पास में कितना बचेगा 10 बचेगा कितना बचेगा 10 बचेगा तो दैट मीन अगर हम बात करते हैं इंक्रीजिंग केवीपी फैक्टर्स की कि हमारे अकॉर्डिंग टू 15 पर रूल हम केवीपी को इंक्रीज करते हैं 15 पर के तो हमारा जो न्यू फैक्टर होगा वो इतना होगा केवीपी हो जाएगा हमारा कितना 80.5 और ए हो जाएगा हमारा कितना 10 कितना हो जाएगा 10 और यह हमारा जो है यह हमारा 15 पर रूल के अकॉर्डिंग आया है कितना आया है 15 पर रूल के अकॉर्डिंग यह हमारे पास में फैक्टर्स यहां पे यूज़ किया गया है क्लियर बात समझ में आ गई तो हमारे पास में जो फर्स्ट फैक्टर है कि इंक्रीज द केवीपी बाय 15 पर वो हमने यहां पे इस तरीके से यूज़ कर लिया है इसके अंदर पे क्या हुआ केवीपी हमारा 15 पर इंक्रीज हो गया एमस हमारा टू से डिवाइड हो गया ठीक है इस तरीके से हमारा यूज किया जाता है केवीपी इंक्रीज केवीपी 15 पर रूल के अंदर अब हम बात करेंगे डिक्रीज करेंगे अब हमें क्या करना है डिक्रीज करना है ठीक है इसको अच्छे से आप लिख ले अपने पास में ठीक है हां अब हम बात करेंगे कि हमारे पास में डिक्रीज कैसे किया जाएगा और डिक्रीज करने का हमारा फार्मूला क्या होगा ठीक है तो सिंपल है हमने बात करी है इंक्रीज की तो वहां पर भी हम ने 15 पर की बात करी थी तो यहां पे भी हम क्या करेंगे डिक्रीज के अंदर पे भी हम क्या करेंगे 15 पर क्या कर देंगे डिक्रीज कर देंगे 15 पर क्या कर देंगे डिक्रीज सेम थिंग केवीपी को हम रख लेते हैं अपना 70 जैसे हमने वहां पे रखा था और ए ए को भी हम यहां पे रख लेते हैं 20 कितना रख लेते हैं 20 अब यहां पे क्या होगा कि जब हमें डिक्रीज करना है तो हमारे पास में कितना आया था वो जो हमने निकाला था वो हमारे पास में आया था 0.15 = ये हो जाएगा हमारे पास में कुछ इतना हां ठीक है तो ये हमारे पास में क्या हो गया हम इसको क्या कर देंगे अब इससे माइनस कर देंगे क्या कर देंगे माइनस कर देंगे जब हम डिक्रीज करेंगे तो डिक्रीज के अंदर केवीपी के अंदर से हम उस 15 पर को माइनस कर देंगे क्या कर देंगे माइनस कर देंगे तो 10.5 को हम 70 से माइनस करते हैं तो हमारे पास में कितना आएगा ये आएगा 59.5 कितना आएगा 59 9.5 क्लियर हो गया लेकिन जब हम बात करते हैं एम एस की तो हमारे डिक्रीज करने के टाइम पे हम 20 को इनटू कर देते हैं दो से क्या कर देते हैं इंटू कर देते हैं दो से जिसके अंदर पे हमारा जो एमएस होता है वो क्या होता है इंक्रीज हो जाता है क्या हो जाता है इंक्रीज हो जाता है तो अकॉर्डिंग टू डिक्रीज बाय 15 पर के हमारा जो नया केवीपी और एम एस आया है वो कितना आया है केवीपी आया हमारा 59 पॉइंट ठीक है ना फाइव और उसके बाद में एम ए की अगर हम बात करें तो वो हमारा कितना आया 40 आया तो अकॉर्डिंग टू डिक्रीज 15 पर क्या हमने जब 15 पर डिक्रीज किया है अपना एक्सपोजर ठीक है ना अपना क्या किया है एक्सपोजर डिक्रीज कराया है तो हमारे न्यू फैक्टर ये आए हैं और इसको हम कब यूज करेंगे जब हमारे पास में स्मॉलर एरिया हो कैसा एरिया हो स्मॉलर एरिया हो या हमारे पास में जो थिनर एरिया हो या फिर हमारे पास में जो एरिया है वह एरिया कैसा हो छोटा हो शॉर्ट हो तो उस जगह पे हम क्या करेंगे अपना 50 पर रूल को 15 पर रूल को यूज करेंगे अकॉर्डिंग टू दिस और ये हमारे पास में इस तरीके से यूज किया जाता है हमारा 15 पर रूल क्या यूज किया जाता है 15 पर रूल आपने देखा होगा जब आप चेस्ट एक्सरे कर रहे होते हो तो चेस्ट एक्सरे के अंदर पे आपने एक रूल अप्लाई किया होता है आपने देख देखा होगा जो फैक्टर आप यूज करते हो नाना वहां पे वो फैक्टर आपने बहुत नॉर्मल देखा होगा कि आपका जो केवीपी होता है वो केवीपी तो आपका 60 होता है है ना ठीक है इसको मैं सही से लिख देता हूं केवीपी कितना होता है केवीपी तो वहां पे 60 हम दे रहे हैं लेकिन एम ए हम जो दे रहे हैं वहां पे वो हमारे पास में सिक्स है तो अकॉर्डिंग टू दिस ये हमारा जो फैक्टर यहां पे दिया गया है ये फैक्टर ही हमारा 15 पर के अकॉर्डिंग दिया गया है और ये जो 15 पर के अकॉर्डिंग दिया गया है जिके अंदर पर हमारा क्या लगा है फर्स्ट वाला फैक्टर जिसके अंदर पर हमने क्या करा है अपने फैक्टर को इंक्रीज किया है बाय 15 पर क्या किया है बाय 15 पर ये जो फैक्टर हमारा बना है ना ये फैक्टर की बात कर रहा हूं मैं ये फैक्टर हमारा बना है ये फैक्टर हमारा इसी के अकॉर्डिंग बना है इसीलिए हम क्या करते हैं इसको और जब अगर हमें बढ़ाना भी होता है फ पेशेंट आ जाता है तो इसको हम क्या करते हैं इसको 80 तक ले जाते हैं ठीक है ना इसको क्या करते हैं 80 तक ले जाते हैं ठीक है ना लेकिन ये जो हमारा होता है ये 10 तक जाएगा 12 तक जाएगा तो ये हमारा हमेशा चलता रहता है इंक्रीजिंग बाय 15 पर क्योंकि हम उसको क्या करते रहते हैं हम उसको डिवाइड करते रहते हैं फैक्टर्स हमारे अगर हमने उसके अकॉर्डिंग बढ़ा दिए मतलब मान लीजिए यहां पे हमारे पास में हमने 20 की जगह कितना रख दिया हमने 30 रख दिया 30 को अगर हम दो से डिवाइड करेंगे तो 15 हो जाएगा ना भाई तो ये हमारे पास में ऐसा अभी हमने यहां पे क्या रखा अभी हमने 12 रखा 12 को दो से डिवाइड करा तो कितना आ गया छह आ गया ठीक हो गया तो ये इस तरीके से हमारे पास में क्या चलता है हमारे फैक्टर्स चलते हैं तो इस तरीके से हमारा जो 15 पर रूल होता है वो 15 पर रूल हमारा काम करता है और ये मोस्ट इंपॉर्टेंट एक हमारी टेक्निक है जो आपको पता होनी चाहिए और इस तरीके से हम इसको कैलकुलेट करते हैं और एग्जाम में अगर आएगी तो आप इसी तरीके से इसको क्या कर देंगे एक्सप्लेन कर देंगे और इससे हमें फायदा क्या हो रहा है हमारी जो इमेज क्वालिटी है वो इमेज क्वालिटी अच्छी हो रही है और इसमें हमारे पास में जो है वो पेशेंट की जो डोज है वो पेशेंट की डोज भी मिनिमाइज हो रही है तो आज की वीडियो में इतना ही थैंक यू वेरी मच प्लीज सब्सक्राइब माय चैनल