इसके inert होने के chances ज़्यादा है तो stability फिर lower oxidation state की बढ़ेगी tellurium में exceptionally plus 2 ज़्यादा stable होता है याद कर लेना अच्छे से याद कर लेना ionization energy में 15-18 तक decrease होगा top to bottom कोई exception नहीं है लेकिन 13-14 में दिक्कत है जो acid अच्छा होता है उसकी pKa value उतनी ही कम होती है तो pKa value decrease होगी क्योंकि top to bottom acidic nature बढ़ रहा है melting point अभी पीछे देखेंगे trick है 112 बॉइलिंग पॉइंट की ट्रिक है 2-1-1, देखो साइज बड़ी होने पर P-Pi, P-Pi नहीं बनता, नीचे आने पर D-Pi, D-Pi और D-Pi, P-Pi टाइप का बनता है हेलो बच्चों नमस्कार क्या हाल चाल तो कैसे हैं आप सब लोग स्वागत है आपका एक नए चेप्टर में जी हाँ आज शुरू करने वाले हैं हम P-Block Elements और आज ही घटम करने वाले हैं ऐसा हमारे पास जादा दिन है नहीं आपको पता है ये series किन लोगों के लिए best है खटाक से अगर गंटे भर में revise करना है chapter को, एक गंटा, दो गंटा अगर वो chapter की length के उपर है, अब हमारे पास ऐसा कोई chapter नहीं बचा जो दो गंटे भी पहुंचेगा, तो आज भी हमारे पास जो chapter है, वो reduced syllabus के according में पढ़ाने वाला हूँ, क्या पढ़ने वाले हैं, most important topics of the chapter, आता है पीवलोक, पी ब्लोक एलिमेंट्स वो होते हैं जिसमें last electron p sub shell में enter करता है इसलिए इनको पी ब्लोक कहते हैं general electronic configuration इनका चलता है किस format में general electronic configuration चलता है बिटा ns2 general outer electronic configuration कौन सा outer इस तरह से चलेगा अगर मैं बात करूँ group 13 की तो वो चलेगा NS2, NP1 से, group 14 की अगर मैं बात करूँ तो NS2, NP2 चलेगा, 15 की बात करूँ, NS2 NP3 चलेगा, 16th की बात करूँ तो वो NS2, NP4 चलेगा, 17th की बात करूँ तो वो NS2, NP5 चलेगा, और अगर 18th group जानी की inert gas वाले की बात करूँ तो वो NS2, NP6 चलेगा, except helium, क्योंकि helium जो है वो सिर्फ 1S2 configuration रखता है, ठीक है, उसक आपको पता होगा second period की energy sequence SP होती है, third की भी SP होती है, fourth period को जब भी हम कोई configuration लिखेंगे तो बीच में यह अंदर की shell में D के 10 नए electron आ गए जिसकी shielding पूर होती है, तो Z effective increase हो जाता है, फिर से यहां 10 आ गए, फिर यहां F के भी 14 आ गए जिनकी shielding और पूर होती है, तो आपको मैंने जो ये circle किये हैं कि जैसे आप p-block में एक group में उपर से नीचे आते हैं तो d और f electrons का involvement बढ़ता है और जब D और F एलेक्ट्रोन का involvement बढ़ता है तो अब इनके अंदर nucleus तो heavy होता जा रहा है क्योंकि number of proton तो obviously increase हो रहे हैं क्योंकि atomic number increase हो रहे हैं. मगर साथ ऐसे electron increase हो रहे हैं, poor हैं, अब shielding poor हैं, और nucleus heavy होता जा रहा है, तो इन में top to bottom Z effective increase होता है, Z effective increase होने की वज़े से क्या होता है? कि सारी इनकी physical properties में भी फरक आ जाता है इनकी कुछ atomic properties में भी फरक आ जाता है कई जगों पे size के order बदल जाते हैं कई जगों पे ionization energy के order बदल जाते हैं कुछ जगों पे melting point, boiling point change हो जाता है density वगेरा में कुछ changes आ जाते हैं मगर मेरे कहने का मतलब है, जो कुछ chemical reactivity में फरक आ जाता है, एक word आएगा inert pair effect, उस word का मतलब ही यही है, उस inert pair effect का reason ही यही है, D और F के electrons, अभी just अगली slide पे हम वही शुरू करने वाले हैं आजो, तो देखो इनकी inert pair effect देखते हैं inert pair effect का reason देखो कि जब आप दूसरे period से छटे period या साथवे period तक आते हैं तो involvement of D और F electron increase हो जाता है which increases attraction on NS electron यह जो हम configuration देखते हैं यह configuration देखो ये ns electron है, ये ns electron है ns electron पे अगर z effective अंदर वाले electrons का shielding power होने की वज़े से अगर इन दोनों electrons पे z effective बढ़ेगा तो क्या ये दोनों electrons inert हो जाएंगे यानि कि ये unpaired होने में बहुत समय लगाएंगे यानि ये chemical reaction में participate करना कम कर देंगे और ये सबसे ज़ादा effect कहां होगा जैसे नीचे आओगे वैसे ये effect और ज़्यादा मजबूत होता जाएगा, strength बढ़ती जाएगी, तो इन heavier members लिखा है साप साप, इन heavier members of p-block, inability of NS electron pair towards any chemical reaction, inability of NS electron to participate, पूवर्ट्स एनी केमिकल रियक्शन इस नोन आज इनर्ट पेर एफेक्ट, इन हेवियर वेंबर्स, नूकलियस इस हेवी बट शिल्डिंग इस पूवर, देट्स वाई जेड एफेक्टिव इंक्रीज होता है, देखो, माल लो ये रहा inert हो जाएंगे, reaction में participate नहीं करके, इनको unpair करने में बहुत energy देनी पड़ेगी, इसलिए फिर इस case में सिर्फ PP के electron participate करेंगे, ये दो electron participate नहीं करेंगे, अगर ऐसा होगा तो नियम तो कहता है कि उपर वालों में P और S दोनों एलेक्ट्रोन पार्टिसिपेट करते हैं बाहर वाले NS2 और NPK अगर कहीं पे S के electron participate नहीं करेंगे तो बताओ क्या दो electron कम कर देंगे हम oxidation state में से क्योंकि मान लो यहाँ पर 2 एलेक्ट्रोन है और यहाँ 2 एलेक्ट्रोन है, उपर वालों में 2 प्लस 2 ओक्सिडेशन स्टेट होती है 4, अगर मैं inert pair effect effective आ जाए, सबसे नीचे वाले element में तो यह 2 एलेक्ट्रोन participate ही नहीं करेंगे, उसमें जो group oxidation state होती है, वो ns और np electrons के बराबर होती है, यानि कि अगर 13th group के example से मैं समझाऊं, तो ns2, np1 होता है, यानि कि बोले तो plus 3 इसकी higher oxidation state बोलते हैं, या जिसे group oxidation state भी बोला जाता है, अगर नीचे आओगे, तो ये inert हो जाएगा, नीचे आने पर ये inert हो जाएगा तो नीचे वाला सिर्फ ये वाला electron देगा यानि कि plus 3, minus 2 बराबर plus 1 हो गया तो इसे बोलते है lower oxidation state हमारे पास दो तरह की oxidation state हो गई, एक हो गई higher oxidation state, जो की ns और np दोनों को मिला के हैं, और एक हो गई lower oxidation state, जिसमें सिर्फ pp के electron को count करना है, तो दो unit कम हो जाएगी oxidation state में से, ये देखो लिखा हुआ है, d और f electron increase होता है, inert pair effect increase होता है, इस वज इसके inert होने के chances ज़्यादा है तो stability फिर lower oxidation state की बढ़ेगी, ये वाली ज़्यादा दिखाई देगी और higher oxidation state की गटेगी, इसी बात को ध्यान में रखते हुए, क्या हम इसकी higher oxidation state की stability बता सकते हैं, top to bottom, decrease कर दो, क्या इसकी lower oxidation state की stability बता सकते हैं, increase कर दो, due to inert pair effect, इसलिए, thallium plus ions को है, oxidizing agent बोलते हैं, क्योंकि ये 3 में नहीं, 1 में जाना चाहते हैं, और अगर thallium plus 3 से plus 1 में जाना चाहेगा, तो oxidizing agent की तरह काम कर सकता है, clear है भाई, क्या ये same orders तुम इसके लिए लिख सकते हो 14th के लिए और 15th के लिए भी लिख सकते हो जैसे ये carbon है तो ये plus 4 हो गया ऐसे करके आप lead plus 4 तक लिखोगे तो वो तो हो जाएगा decrease और carbon अगर plus 2 में है, तो वहाँ से अगर lead plus 2 तक जो हो जाएगा, वो increase, nitrogen अगर plus 5 की बात करें, तो वो decrease हो जाएगा, और कहां तक decrease होगा, bi plus 5 तक, same है, और अगर nitrogen plus 3 की बात करें, तो वो increase हो जाएगा, nitrogen family में अगर हम बात करें plus 3 क यह है एलोएस यह है इनकी होएस यह है इनकी एलोएस कैसे आई क्योंकि ग्रुप 14 होता है बेटा एनेस टू एन पी टू तो अगर यह दोनों जोड़ोगे तो चार और दो कम कर दोगे तो दो यह होता है बेटा आपका एने अगर हम normally समझे तो जिन पर मैंने डब्बा बना रखा है उस डब्बे का मतलब है उस एक particular atom की या element की उस element की कौन सी oxidation state stable है बोरोन की 1 और 3 में से 3 stable है aluminum की 3 gallium की 3 indium की 3 लेकिन ये देखो मैंने क्या किया helium के plus 1 पे square बना दिया reason है star बनाया कि नीचे आते इसके अंदर inert pair effect इतना लग गया बाकियों सबसे अलग हो गई same चीजे lead बाकी सब में plus 4 stable है लेकिन lead का plus 2 जादा stable है due to inert effect BI का plus 3 जादा stable है उसी तरह से oxygen के लिए inert effect की बात नहीं कर सकते because उसकी stable oxidation state minus 2 और 0 होती है आप sulfur में 4 और 6 को समझा सकते हो, selenium में 4 और 6 को समझा सकते हो, tellurium में exceptionally plus 2 जादा stable होता है, याद कर लेना, अच्छे से याद कर लेना, ये चीज समझाने के लिए इससे बढ़िया जगे नहीं हो सकते, इसलिए यहीं बता दिया, tellurium plus 2 में जादा stable है फिर कुछ true and false statement देख लेते हैं, आ जाओ जल्दी से PbO2, Pb203 and PbO4, all are oxidizing agent Actually, Pb plus 4 जो होता है, वो oxidizing agent होता है प्लस 2 में जाना चाहता है पीछे अभी हमने पी बी के प्लस 2 को जाधा stable बताया तो yes ये true है ये सब में actually यहां तो प्लस 4 आपको दिखी रहा है इसमें भी ये mixed oxide है तो ये ऐसा होता है तो प्लस 4 है इसमें भी यहाँ PbO2 होता है तो यह प्लस 4 है PbI4 एक्जिस्ट नहीं करता इसका कारण है कि यह अगर ओक्सिडाइजिंग एजेंट है और I- है वो रेडूसिंग एजेंट है तो reducing agent और oxidizing agent कभी साथ हो सकते हैं कि नहीं वो तो reaction कर जाएंगे इसलिए ये भी एक्जिस्ट नहीं करता, ये भी बात सही है, पी एल आई थ्री डस नोट एक्जिस्ट एच थेलियम प्लस थ्री, बिकोस थेलियम प्लस थ्री एक्जिस्ट नहीं करता, वो तो कहाँ एक्जिस्ट करता है बिटा, वो thallium plus 1 में exist करता है तो ये भी सही है SN plus 2 ions are good oxidizing agent ये false हो गया बिटा SN जो है वो plus 4 में जादा stable है SN plus 2 से तो इसका मतलब है ये reducing agent की तरह काम करेगा बिटा यहाँ पे oxidizing लिखा हुआ है जो की गलत है तो false लिख दिया वो 4 में जाना चाता है, CO2 and SO2 are good oxidizing agent, यह भी false हो गया, क्योंकि CO2 oxidizing agent हो सकता है, मगर SO2 जो है, वो reducing agent होता है, क्योंकि sulfur plus 4 से कहा जाना चाता है, बेटा, sulfur plus 6 में जाना चाता है, तो ये reducing agent की तरह काम करेगा तो दोनों oxidizing agent नहीं है ये false हो गया SO2 is a good reducing agent हाँ ये बात सही है while TeO2 देखो, टेलीरियम प्लस 4 से कहा जाता है, टेलीरियम प्लस 2 में जाना चाता है, यानि कि ये ओक्सिडाइजिंग एजेंट हो गया, बात सही है, और वो रेडूसिंग एजेंट है, पीछे बताई दिया, electron खिला देगा और खुद चला जाएगा plus 4 में और इसको पहुँचा देगा कहाँ पे plus 2 में, यह जो है, यह yellow color का होता है और यह green बना देगा इसको, तो reaction में color बदलेगा तो हमें पता लग जाएगा, इसलिए यह दोनों कभी साथ नह यह इसका मतलब हो गया CX2 SIX2 GEX2 SNX2 और PBX2 ऐसा ही होगा और प्लस 2 की stability अभी बताया था कि increase होती है क्योंकि lower oxidation state है तो यह भी सही है ठीक है भी टाइहिलाइट की stability increase होती है, decrease हो जाएगी, क्योंकि वो plus 4 है, आते हैं, बात करते हैं physical properties पे, physical properties में, सबसे पहले बात करेंगे size की, उसके बाद ionization, उसके बाद melting point, boiling point, मैंने numbers बताये हैं, और मेरे numbers का मतलब one, that means max, five, that means minimum, है न, तो आप ये ध्यान रख लेना कि कहीं ऐसा न हो कि आप इस numbers से confused हो जाएं और आप कोई ट्रिक बनाना चाहो तो भी बना सकते हो कोई दिक्कत नहीं है ये काम मैं आपके उपर छोड़ता हूँ मैं यहाँ ट्रिक बताने के लिए नहीं हूँ आप ट्रिक बनाओ दस मिनट लगाओ पंधरा मिनट इंवेस्ट करो दस पंधरा 10 3D electrons, poor shielding, Z effective increase हो जाता है, जिसे transition contraction कहते हैं, तो gallium की size क्या हो जाएगी, छोटी, ionization energy में 15-18 तक decrease होगा, top to bottom कोई exception नहीं है, लेकिन 13-14 में दिक्कत है, 13 में दिक्कत है, aluminium से ज़ादा gallium हो जाता है, reason है, वही transition contraction, TC मतलब transition contraction, indium से ज़ादा th जो की होता है due to poor sigma of 4F electrons, उसकी वज़े से ये order आता है, अगर आप group 13th के final order की बात करें तो वो है बीत गई, बीत, गई, और यह होता है decrease, final, ionization energy, तो याद करने का तरीका क्या है, बीत गई, याद हो जाएगा, कर लोगे, ठीक है, melting point, boiling point में, boiling point जो है, वो कक्षा 11 म बीपी मतलब बोइलिंग पॉइंट, तुम ब्लड प्रेशर समझते हो, तो अच्छी बाते याद हो जाएगा तुमको, याद करने का तरीका है, बोइलिंग पॉइंट 11 में डिक्रीज होता है, और 12 में इंक्रीज होता है, 12 में दो चीज़े हैं, ध्यान इन जनरल increase ही है, लास्ट में इन दो ग्रुप में एक जगे पर फरकाएगा, फिर melting point की बात करें तो मैंने numbers दिये हुए हैं, 17 और 18 के melting points increase होंगे, लेकिन मैंने बाकियों के लिए numbers लिखे हुए हैं, यह 14th ग्रुप का order similarly वैसा ही होगा जैसा ionization इन फेक्ट मैं कहूँ ओक्सीजन फैमिली का बोइलिंग पॉइंट और मेल्टिंग पॉइंट का ओडर सेम चलता है, ठीक है भी, सेम है, एनिवेज, डेंसिटी टॉप इंक्रीज होगी, हाँ अगर आप कार्बन को डाइमंड मान के Electro negativity की कुछ values दी हुई है बड़ा, values आपको याद रखनी है, बाकि nitrogen, oxygen और fluorine वाली family में top to bottom electro negativity, generally electro negativity decrease ही होती है, top to bottom इन में decrease होती है, इन में क्या है कि वो direct पूछ लेता है, तो ये polling scale पर based, value based होता है, इसलिए मैंने यहा� chemical reactivity के अगर हम बात करें तो group 13 की सबसे पहले, boron, aluminium, gallium, indium, thallium, air में अगर बात करें तो air में N2 और O2 दो major components होते हैं, N2 के साथ reaction करके ये BN, ALN, EN टाइप के nitride बनाएंगे और oxygen के साथ reaction करके ये A2, O3 टाइप के oxides बनाएंगे, oxide of boron acidic होंगे, aluminium, gallium, amphoteric होंगे, प्रियोडिक टेबल में बता दी थी वो ट्रिक, क्योंकि टॉप टू बोटम ओक्साइड का बेसिक नेचर बढ़ता है, तो उपर एसिडिक, फिर एमपो, फिर बेसिक, असिड और बेस बोरोन रियक्शन नहीं करता, अल्यूमिनियम करता है concentrate HNO3 initially जाके surface पे एक protective oxide layer के formation कर देता है जो further और HNO3 की reaction को नहीं होने देता है with halogen अगर हम बात करें तो ये trihalides बनाएंगे BCL3, BF3, BBR3 types TLI3 exist नहीं करेगा because thallium cannot exist in form of plus thin due to inert pair effect हमने अभी पीछे बढ़ा next है group 14 की reaction group 14 में carbon, silicon, germanium और लेड टिन और लेड आते हैं और टू के साथ यह मोनो ऑक्साइड और डाई ऑक्साइड दो तरह के ऑक्साइड बना सकते हैं सारे monoxide और dioxide जो हैं वो nature में जो हैं वो क्या बुलते हैं अलग होते हैं जैसे CO है ये neutral होता है इसका अलग से ध्यान रख लेना बाकि अगर बात करें तो Oxides of Carbon, Silicon, Germanium, Acidic होंगे CO को छोड़ दो वो Neutral है और SN और PB के क्या होंगे बेटा M4 T-Rex होंगे यह लोग water के साथ reaction नहीं करते, in form of liquid room temperature, पानी है normal room temperature पे, उसके साथ यह reactions नहीं करेंगे, हाँ यह gas के साथ reaction कर सकते, H2O gas का मतलब क्या हो गया, steam, क्या मतलब हो गया इसका, steam, तो steam के साथ SN की एक reaction NCRT में दी हुई है, for example, और बाकी लोग lead को reaction कर जाना चाहिए, in fact, lead जो है, वो metal है और उसकी reactivity ज़्यादा है, उसे steam lead normal water के साथ भी reaction कर सकता है उसकी reactivity को देखते हुए, मगर उसकी reactivity ही उसका कारण है कि वो reaction नहीं करता, वो पड़े ही environment से oxygen के साथ reaction करके अपने उपर एक protective oxide की layer बना लेता है, जिसकी वज़े से further पानी उसके साथ reaction नहीं कर सकता कहने का मतलब है lamination कर देता है थेली चड़ गई साब उसके oxide के उपर with halogens की अगर हम बात करें तो halogens, dihalide और तेट्रा हेलाइट्स टाइप के हेलोजन्स ये बनते हैं तेट्रा हेलाइट्स आर मोर कोवलेंट इन नेचर दूटू दा प्लस 4 ओक्सिडेशन स्टेट अगर प्लस 4 होगा चार्ज जादा होगा तो all ex4 are covalent except pbf4 and snf4 ये reason है कि small size anion है जो f- है उसकी size छोटी है तो फजान रूल follow नहीं हो पाता यहाँ पे फजान का उल्टा case बेट जाता है, फजान कहता है कि केटायन छोटा और एनायन बड़ा होना चाहिए तब covalent character है, यहाँ पर एनायन छोटा हो गया इसलिए इनके अंदर आइने character ज़्यादा रहते हैं, stability of MX2 अभी पीछे बताई दिया, dihalides H2 के साथ reaction करेंगे, ये लोग EH3 type के hydrides बनाएंगे, covalent hydrides बनाएंगे, NS3, PS3, AS3, S3, BIS3 type के, इनकी properties एक साथ देखेंगे हम 15, 16, 17 की, उसके बाद O2 की reaction करेंगे, E plus O2, E2, O3 plus 3 वाले और plus 5 वाले oxide बनाएंगे, plus 5 वाले more acidic होंगे हम जानते है तो MnO2 is more acidic because oxidation state जादा तो electronegativity जादा और electronegativity जादा तो acidic nature जादा होगा Oxides of nitrogen and phosphorus acidic होते हैं Arsenic और Antimony जो हैं वो amphoteric होते हैं और Bi जो हैं वो predominantly basic nature के oxides होते हैं Halogens के साथ reaction करके भी ये Trihalides और Pentahalides बनाते हैं Pentahalides are more covalent in nature वही reason same phazan rule वाला plus 5 है nitrogen pentahalide नहीं बना सकता यह पांच कोवलेंसी नहीं दिखा सकता, बिकोज नाइट्रोजन पांच बॉंड नहीं बना सकता, तो यहाँ पे आयेगा, दू टू एपसेंस ओफ वैकेंट डी, यह पांच कोवलेंसी नहीं दिखा सकता, ह एंड एक्सप्लोजिव, मेटल के साथ रियेक्शन करके, कोई भी मेटल है, वो एलेक्ट्रोन छोड़ेगा, ये खाएंगे, तो अगर नाइट्रोजन जाएगा, तो नाइट्राइड बनाएगा, फ ये भी हाइड्राइट्स बनाते हैं, बट इनके जो टाइप होते हैं, वो H2E टाइप के होते हैं, लाइक H2O, H2S, H2SE, H2TE टाइप के हाइड्राइट्स बनाएंगे, ओक्सिजन के साथ रियेक्शन करके ये SO2, SO3, ऐसे समझ लो सल्फर अगर है तो, EO2, EO3 टाइप के ओक्साइड बनाते हैं, सारे ऐसे लिख होते हैं नेचर में, कोई दिक्कत नहीं है, SO2 जो हैं, वो TEO2, इन में कोई Amphoteric है, कोई Abasic है, ऐसा कुछ नहीं लिखा हुआ, ठीक है, SO2 और TEO2, तक reducing, SO2 से TEO2 reducing नेचर decrease होता है, in fact हमने पीछे जो SO2 है वो reducing agent है और हमारा TeO2 है वो oxidizing agent है, अभी पीछे inert pair effect के बारे में जब हमने चर्चा करी तब हमने ये चीज देखी, फिर आता है halogens के साथ reaction, ये halogens के साथ reaction करके dihalides, एना tetra halides and hexahalides बना सकते हैं hexahalides में से सिर्फ hexafluorides जो है वो जादा stable होते हैं बाकी एस जो है चीजें आपको साथ में एंसी आटी पड़नी है मैं कॉमन जो को मॉस्ट इंपोर्टेंट लाइन्स है वहीं उठाकर फिर आता है chemical reactivity of group 17th, FCL, BRI, है ना, H2 के साथ reaction करके ये इस तरह के hyders बनाएंगे, HF, HCL, HBR, HI, इनकी एक साथ common properties अभी हम पीछे देख लेंगे, next slide पर, with O2, ये सारे unstable oxides बनाते हैं, in fact, fluorine जो बनाता है ना, वो एसेंचली ओक्साइड होते ही नहीं है, बिकोस फ्लोरीन की एलेक्ट्रो नेगिटिविटी जादा है, तो इन्हें ओक्साइड नहीं कहा जाएगा, इन्हें फ्लोराइड कहा जाएगा, यानि जीवन में अगर फ्लोरीन और ओक्सीजन मिलके रि क्योंकि जिसकी electro negativity ज़्यादा होती, उसे बाद में लिखा जाता है, बाद में बोला जाता है, and नाम के आगे ID लगाया जाता है, so these are essentially fluorides, OF2 is more stable fluoride, while O2F2 is very less stable and can work as fluorinating agent, unstable है इसका use भी है जब आप NCERT पढ़ोगे तो spent nuclear fuel में से plutonium को फ्लोराइड बना के निकाल के ले आता है, क्योंकि इसको फ्लोरीन छोड़ने की आदत है, तो उसको बुला के फ्लोरीन का लालच दे के पकड़ के ले आता है, PUF6 बना के, chlorine अगर oxygen के साथ सारे, in fact ये जितने भी ये सब unstable है, mostly ये सब जितने यहां लिखे हों, unstable है, bromine भी कुछ इस तरह के oxides बनाएगा, iodine भी कुछ इस तरह के oxides बनाएगा, iodine के oxide जो है basically आईनिक nature में होते हैं solid होते हैं, insoluble होते हैं solid होते हैं और क्या होते हैं insoluble होते हैं आई टू और फाइब जो है वो अपना प्रदूसन चेक करने के लिए यूज होता है बेटा गाड़ियों में एना जो अपना पॉलिशन होता है वो चेक करने के लिए होता है ओक्साइड्स की स्टेबिलिटी की बात करें तो आई सी एल chlorine से पूछा, तू क्यों ब्रोमीन से ज़्यादा stable है, तो कहता है, मैं pi bond बना सकता हूँ, मैं इतना बड़ा भी नहीं हूँ, मैं oxygen के साथ pi bond बना सकता हूँ, दूसरा मेरी electro negativity iodine जितनी कम भी नहीं है कि मैं इतने charges ले पाऊं कि इतनी अच्छी polarity आए मेरे bond में oxygen के साथ मेरी two point out है oxygen की जो है वो 3.5 है, हमारे अंदर इतना difference नहीं है, तो ब्लोरीन, जो ब्रोमीन है, वो दोनों जगे पर lack कर गया, NCERT ने लिखा हुआ, इसलिए these are least stable, ये least stable क्यों है, ब्रोमीन के, तो इसलिए कारण है, कि उसके पास दोनों तरह की सुविधा available नहीं है, with x2, halogen और halogen आपस में reaction करके, inter halogens बनाते हैं, एक तो होगा large size, जिसे हम central atom कहेंगे, और एक होगा x- जिसको हमने small size कहा, यह different halogens होने चाहिए, x-x3-xx5-xx7- बनते हैं, यह इनकी shapes आपने chemical bonding में अच्छे से करी हुई है, examples के साथ मैंने लिखा हुआ है, कि बात करते हैं, important properties की मैंने कहा था, कि इन hydrogen के साथ reaction हमने 15, 16, 17 की देखी, उनके hydrogen की important properties को हम देख लेते हैं. ग्रूप 15, 16, 17 के हाइड्राइट्स लिके हुए, मैंने पीछे बताया था, ये बनाते हैं, इस टाइप के हाइड्राइट्स, ये बनाते हैं, इस टाइप के और ये बनाते हैं, इस टाइप के, सबसे पहले, इसमें से किस strength घटेगी तो dissociation energy घटेगी तो thermal stability भी घटेगी, bond जल्दी तूट जाएगा, आपको लग रहा होगा कि ये कितने सवाल हो गए, मैं बोलूंगा 1, 2, 3, 4, 4 into 3, ये 12 सवाल हो गए बिटा, क्योंकि वो तीनों ग्रुप में से किसी के भी लिए प� जो acid अच्छा होता है, उसकी pKa value उतनी ही कम होती है, तो pKa value decrease होगी, क्योंकि top to bottom acidic nature बढ़ रहा है, यह तो पता ही होगा आपको, उसके बाद अब मैं H plus की बात नहीं कर रहा हूँ, मैं बात कर रहा हूँ H donation की, एक होता है H plus का निकलना, which shows acidic nature, एक होता ह और जितना जल्दी oxidation होगा उतना अच्छा reducing agent होंगे तो इसलिए top to bottom reducing property भी इनकी क्या होती बिटा increase होती है वो कैसे देखते हैं H plus निकलने से नहीं देखते हैं H निकलने से देखते हैं melting point अभी पीछे देखेंगे trick है 112 boiling point के trick है 211 अच्छा दूसरा इनके अंदर जो Lewis Basic नेचर होता है और या फिर इनको बोलते हैं लोन पे donation tendency होती है वो top to bottom decrease होती है तो अच्छा Lewis Base यह है उससे खराब यह सबसे अच्छा है उससे खराब ये तो ये decrease होगा, सब के अंदर ऐसा ही चलेगा, bond angle, obviously these are only for 15th and 16th group, because this point is not valid for 17th group, because 17th group have linear shape, diatomic molecules, HF, linear ही होगा bond angle का कोई logic नहीं है, 180 होगा, नहीं है 180, तो यहां bond angle बोलना illogical है, इसलिए सिर्फ और सिर्फ 15, 16 की बात करेंगे, तो top to bottom हमने पढ़ा है, chemical bonding में central atom की size बढ़ने पर bond angle क्या होता है, बढ़ा, decrease होता है, तो 15, 16 दोनों में bond angle decrease होंगे, आप सुन लोगे कितने सवाल हो गए, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, और 11 x 3, 33, और अभी इनके तो और बताऊंगा, ये और बताऊंगा 6, 33 और 6, 39 question कराऊंगा, अब आगे आजाओं उन 6 सवालों पे, तो जाद बात करते हैं, ये melting point का order क्या है, देखो, melting point क्या है, कि oxygen FON से जुड़ा हुआ hydrogen H-bonding कर सकता है, molecular weight तो इनका कम है, अपने उम्मीद से ज़्यादा आता है, same चीज यहाँ पर भी same चीज यहाँ जा, because in these three molecules H bonding is present, तो हमने देखा कि जिन में नहीं है, उनको फिर molecular weight से answer करो, तो देखो मैंने यहाँ पर melting point की एक trick लिखी, और व जब इसको मैं 1 दे दूँगा, तो इसे मैं इसको 2 देना पड़ेगा, क्योंकि molecular weight के हिसाब से यह होना चाहिए, तो एक number, मगर वो एक हो गया, तो फिर 2 यह बचेगा, 3 यह बचेगा, 4 यह बचेगा, फिर 2 बचेगा, 3 बचेगा, 4 बचेगा, अगर मैंने अब देखो बात आती है क्या boiling point का order भी याद करना है, तो boiling point में जो इनका position है, वो 2, 1, 1 है, याद करने का तरीका है, जो 2 से शुरू होता है, वो B से शुरू होता है, क्योंकि B is a second alphabet in ABCD, okay, so NS3, PS3, AS3, SBS3, 2 इसको दूँगा तो 1, 3, 4 ये हो जाएंगे, एटीन्थ की, ग्रूप अठारा की बात कर लेते हैं, आईए, ग्रूप अठारा हमारे लिए काम की चीजे में चार्ट दी है, अलग से ही पढ़ रहे हैं, हमने अभी तक ग्रूप एटीन्थ की बात नहीं करी ह तो उसके अंदर 1% आर्गन मिलेगी और यही सबसे ज़ादा मौजूदगी है किसी भी inert gas की सबसे ज़ादा पाए जाने वाली मौजूदगी known as noble gases because their valence shell are completely filled, very less reactive, यह noble क्यों है nature में क्योंकि यह reaction नहीं करना चाते हैं क्योंकि इनके closed valence shell है तूरे पूरे 8 electron है हालांकि except helium क्योंकि वो 1s2 होता है उसके बाद मैं कुछ properties यहाँ पर लेके आया हूँ organization is a organization is a radioactive, और half life होती है 0.7 milliseconds, तो उसकी properties की तो बात हम कर नहीं सकते, इसलिए मैंने यहां लिखा भी नहीं, फिर helium से लेके radon तक, यह top to bottom बहुत सारी चीज़ें बताई हैं, atomic size बढ़ती है, surface area बढ़ता है, तो charcoal surface पे absorb होने की tendency भी बढ़ेगी, ionization energy गटती है, mass increase होत जो प्रकार जाता है instantaneous dipole induced dipole forces वो increase होगा, solubility in water increase होगा, क्योंकि dipole induced dipole जो है वो increase होगा, कोई gas होती है उसे ideal कब बोला जाता है, जब उसके अंदर, gas के atoms के अंदर कम से कम interaction हो, लेकिन हम तो कह रहे हैं कि top to bottom आने पर interaction increase होगा क्योंकि LDF increase होगा तो इसका मतलब है ideal character तो फिर कम होगा और real character जो है वो क्या हो जाएगा बिटा increase हो जाएगा Real character मतलब होता है gases के बीच में attraction होना, ideal मतलब एक imaginary condition की attraction नहीं होना, तो सबसे ज़ादा ideal gas helium है और सबसे ज़ादा real gas radon है, तो real character increase होता है और ideal character decrease होता है, because हम कह रहे हैं कि LDF increase हो रहा है इनके बीच में, all are monoatomic, colorless, orderless, tasteless, sparingly soluble in water और solubility जो हैं वो low melting boiling point, lowest helium का है क्योंकि top to bottom increase होता है, ये कुछ properties मैंने आपको छाट के दे दी हैं group 18 की, फिर कुछ chemical properties की बात करते हैं, very less reactive due to NS2 NP6 configuration, दो कारण है, इनके सबसे ज़ादा less reactive होने के, दूसरा है इनकी आयोनाइजेशन एनर्जी बहुत जादा है इलेक्ट्रोन ना तो देना चाहते हैं और इनकी इलेक्ट्रोन गैन एंथेलपी भी पॉजिटिव रहती है ना ही लेना चाहते हैं मतलब इनसे कहे कि ला तू इलेक्ट्रोन दे तो मना कर गए बाग देवे यहाँ से In 1962, first compound inert gas was observed.
A scientist was Neil Bartlett. वो क्या कर रहे थे ओक्सीजन और प्लेटिनम का एक कॉंपलेक्स बना रहे थे लाल कलर का तो उन्होंने सोचा कि यार मॉलिकुलर ओक्सीजन की और जिनोन की आयोनाइजेशन एनर्जी जो है वो सेम होती है तो क्यों ना मैं xenon को try करके देखता हूँ क्योंकि जितनी देर मैं oxygen electron दे के O2 plus बन रहा है और same वही हुआ कि इनके बीच में भी same compound बना red color का XC plus और PTF6 जैसा O2 plus molecular oxygen की ionization energy ना, हमने oxygen की ionization energy देखी है, this is molecular oxygen, इस molecule में से निगाला हुआ है, अगर जो room temperature पर gas है तो उसमें आप निकाल सकते हो, ionization energy बना सकते हो उसका, fluoride exchange reactions की बात करें कुछ xenon fluorides होते हैं वो क्या करते हैं xenon fluoride can act as donor as well as acceptor वो donor कब होंगे जब सामने P block होगा क्योंकि P block वाला acceptor होता है तो फिर xenon fluoride donor हो जाएंगे और S block वाले तो fluoride देंगे तो S block वाले donor होंगे तो फिर xenon fluoride acceptor हो जाएंगे तो करना कुछ नहीं हमें यह देखना है कि साथ में PF5 है तो इदर से इदर दे दो साथ में SBF5 है तो इदर से इ जो है वो P block है, तो अगर सामने P block है तो xenon fluoride donor है, सामने S block है तो xenon fluoride acceptor है, तो मैंने यहाँ पर MDJ लिख दिया कि P block से donate करवाओ, S block से, sorry P block को accept करवाओ, और S block को donor करवाओ, और accordingly xenon fluoride इसका उल्टा कर लेगा, जो भी हैं वो, जो प्लस 4 वाला है, उसका product एक extra है, XCO3, बाकि उपर से सारा आप copy, pass it कर सकते हो, xenon, HF और O2. XCF6 जो है, वो तीन तरह से होता है, partial, partial और complete. complete का मतलब पूरे 3 H2O दे दो partial दो तरह से हो सकता है कि 1 H2O दे दो, 2 H2O दे दो MDJ है कि जितने H2O उतना oxygen with xenone लगा लो कितना H2O लिया तो product में एक oxygen लगा लो और हमें यह याद रखना है कि xenon की oxidation state plus 6 रखनी है अब अगर मैंने एक oxygen लगाया तो इस पे plus 2 चड़ेगा तो मुझे plus 6 बनाने के लिए 4 fluoride और लगाने पड़ेंगे इसको 6 बनाने के लिए 2 fluorine और लगाने पड़ेंगे इसके already 6 बन चुका है तो कोई फिर आता है anomalous behavior Anomalous behavior की बात करें तो जो boron, carbon, nitrogen, oxygen, fluorine हर ग्रुप में जो ये second period वाले element हैं ये इन वजह से anomalous behavior दिखाते हैं तो सबसे important है कि ये covalency चार से जादा नहीं दिखा सकते हैं ये सिर्फ p-pi-p-pi bond बना सकते हैं इनके पास d नहीं है ये d-pi-p-pi नहीं बनाएंगे नीचे वाले Dπ, Pπ बना सकते हैं Dπ, Dπ बना सकते हैं ये सिर्फ Dπ, Pπ बनाएंगे दूसरा covalency चार से जादा नहीं हो सकती ये reason में ये जाएगा पीपाई ही बॉंड बना सकते हैं, उसमें भी यह रीजन जाएगा, और दूसरा है, small size की वज़े से, जो small size हैं उनकी वज़े से, उसकी high ionization energy भी होती है इनकी, और high electronegativity भी होती है, high ionization energy की वज़े से, mostly compound covalent रहते हैं, high electronegativity वज़े से, क वो points दिखते हुए नजराएंगे due to small size of second period elements second period elements they are able to form only p-pi-p-pi type of multiple bonds देखो size बड़ी होने पर p-pi-p-pi नहीं बनता नीचे आने पर d-pi-d-pi और d-pi-p-pi टाइप का बनता है या तो ये खुद के साथ p-pi-p-pi बना लेते हैं या second period जितने ही छोटे और दिश्रे elements के साथ reason है, small size और high electronegativity वज़े के ऐसा ये काम कर लेते हैं दूसरा heavier members की अगर हम बात करें third period and onwards उसे हम heavier बोलते हैं वो भी πाई बना सकते हैं but they do not involve P-Pi-Pi they involve D orbitals in P-Pi bonding they form d pi p pi type and d pi type पी पाई टाइप ओफ बॉंडिंग इस नोट स्टेबल इन हेवियर मेंबर, अगर आप थ्री पी पाई की बात करोगो वो वीकेस्ट है वो एक्जिस्ट ही नहीं करेगा ये देखो, जबकि हमने केमिकल बॉंडिंग उसके बात करते हैं, due to strong carbon-carbon bond, it shows catenation property, top to bottom catenation decrease होता है, carbon का बहुत जादा होता है, germanium फिर इस तरह से tin, lead catenation नहीं दिखाता, N2 is very less reactive due to very high bond dissociation energy, N2 की जो bond dissociation energy हो बहुत जादा होती है, क्योंकि इसके अंदर stable P-Pi-Pi bond बनता है triple bond end exist करता है, but ये नहीं करेगा, क्योंकि 3P-Pi, 4P-Pi, 5P-Pi, 5P-Pi तो exist करेंगे नहीं, जब 3P-3P ही exist नहीं कर रहा, तो 4P-4P, 5P-5P की बात करेंगे, मगर single-single bond में तो बात कर सकते हैं, in fact, अगर single-single bond की बात करेंगे, तो single-single bond तो nitrogen-nitrogen का उसके बाद है, due to small size of high ENO of oxygen, H bonding is present in H2O, H2O जो है वो liquid है और H2S है वो gas है, उसका reason है, H2O, H2O में attraction जादा है, वो liquid form में नजर आता है, HF is also liquid due to hydrogen bonding, बाकि जबकि other halides जो है, HCL, HBR, HI, ये सब nature में gas होते हैं, ऐसा इन्होंने NCERT ने लिखा हुआ है, बाकी H bonding से related जैसे NH3 में भी H bonding होती है तो ये था बिटा हमारा P-Block का सेशन है ना, Mind Map का मतलब होता है, Short Notes और जल्दी से जल्दी किसी चेप्टर को Brush Up कर लेना, यही Mind Map का मतलब है, चलिए मिलते हैं आखरी Lecture में, जो की हमारा होगा Salt Analysis, तो तयार रहिए, इसे भी बहुत अच्छे से पढ़ जब चप्टर पूरी तरह से पढ़ लिया, उसके बाद mind map से revision करना