हेलो एवरीवन वेलकम बैक टू यमस मैं हूं जानवी और जिस तरीके से हमने आपसे प्रॉमिस किया था कि आपके लिए लाइव क्लासेस लेके आएंगे एवरी सब्जेक्ट की और साइकोलॉजी की भी आ चुकी है जिसमें हम पूरा सिलेबस कवर करेंगे सीयू एटी में हमारे पास क्या-क्या आने वाला है सीयू एटी में हमारे पास आपकी पूरी एनसीआरटी की बुक्स आएंगी ठीक है लाइव क्लासेस में हम एमसीक्यू भी कवर करेंगे हम मेन टॉपिक्स को भी कवर करेंगे बिल्कुल आपको कोई भी डाउट हो आप मुझसे पूछ सकते हैं कमेंट सेक्शन में अच्छे से इंटरेक्ट करिए ताकि मुझे भी तो समझ में आए कि आप सबको समझ में आ रहा है कि नहीं आ रहा ठीक है अभी हम 5 मिनट में बिल्कुल शुरू करेंगे चैप्टर नंबर फर्स्ट ठीक है चैप्टर नंबर फर्स्ट हमारे पास क्या है वेरिएशंस इन साइकोलॉजिकल एट्रबीक इसको समझने के लिए हमें देखना पड़ेगा कि वेरिएशंस क्या होती है अब वेरिएशंस होती है किसी भी चीज में डिफरेंसेस कि एक चीज दूसरी चीज से अलग किस तरीके से होती है ठीक है अब मान लो एक कलर है ब्लू कलर की चेयर है ठीक है और वॉल जो है वो वाइट कलर की है तो दोनों में डिफरेंसेस है बट अगर पूरी दुनिया जो है वो हम रेड कलर की होने लग गई या पूरी दुनिया ब्लैक एंड वाइट हो गई तो क्या वो इंटरेस्टिंग लगेगा नहीं लगेगा राइट तो इसलिए हमारी लाइफ में वेरिएशंस बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट होते हैं लाइफ को इंटरेस्टिंग ब्यूटीफुल और अट्रैक्टिव बनाने के लिए ठीक है तो हमारे पास आता है फिर साइकोलॉजिकल एटिबल साइकोलॉजिकल एटिबल से हम क्या समझते हैं एटिबल क्या होते हैं तो एटिबल बहुत सारे एटिबल होते हैं ठीक है बट मेन एटिबल कौन-कौन से होते हैं जैसे हम खुश हो रहे हैं किसी चीज से रिलेटेड हमारा जो रिएक्शन आ रहा है वो रिएक्शन जो है वो पांच चीजों से मिलके बनता है कौन-कौन सी पांच चीजें इंटेलिजेंस एप्टीट्यूड पर्सनालिटी इंटरेस्ट एंड वैल्यूज उन पांच चीजों के कॉमिनेशन से क्या बनता है एक एटिबल बनता है ठीक है और जो हमारा रिएक्शन आ रहा है रिएक्शन टाइम आ रहा है वो किस पे डिपेंड होता है वो क्या होता है बेसिकली हमारा साइकोलॉजिकल एटिबल हो ठीक है सो चैप्टर में स्टार्ट करने से पहले हम यह जाने कि इसमें हम क्या-क्या चीजें कवर करेंगे किन-किन चीजों को हम कवर करेंगे ठीक है पहले हमारे पास आता है इंडिविजुअल डिफरेंसेस इन ह्यूमन फंक्शनिंग कि इंडिविजुअल्स में क्या-क्या डिफरेंसेस आते हैं कि एक पर्सन दूसरे पर्सन से अलग किस तरीके से होता है साइकोलॉजिकली ठीक है इसमें इंटेलिजेंस आ सकता है एप्टीट्यूड आ जाता है जैसे मैंने अभी आपको बताया सेम चीज हम डिटेल में पढ़ेंगे नेक्स्ट हमारे पास फिर आते हैं असेसमेंट ऑफ साइकोलॉजिकल ट्रिब्यूट्स कि साइकोलॉजिकल एटिबल करने के लिए कौन-कौन से असेसमेंट होते हैं फॉर्मल इनफॉर्मल और इनको हम डिटेल में पढ़ेंगे कि यह दोनों एक दूसरे से डिफरेंट किस तरीके से होते हैं नेक्स्ट हमारे पास थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस आ जाएगा ठीक है थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस जो है वो बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है सीयू में इसमें से तो सबसे ज्यादा हमें एमसीक्यू देखने को मिलेंगे तो साइकोलॉजिस्ट के नेम हो गए थ्योरी कब दी गई थी किसने दी थी और थ्योरी का नाम क्या है ठीक है विद स्पेलिंग हमें अच्छे से याद करना है क्योंकि इसी में से एमसीक्यू आते हैं और बच्चे यही गलती कर देते हैं कि उन्हें साइकोलॉजिस्ट के नाम नहीं याद रहते तो इस चीज को हमें बिल्कुल भी स्किप नहीं करना है ठीक है नेक्स्ट हमारे पास आता है इंडिविजुअल डिफरेंसेस इन इंटेलिजेंस कि अब ह्यूमन फंक्शनिंग में तो इंडिविजुअल डिफरेंसेस पढ़ लिया हमने बट इंटेलिजेंस के अंदर भी तो होता है इंडिविजुअल डिफरेंसेस तो किस तरीके से जो है इंटेलिजेंस भी डिफरेंट होती है अलग-अलग ह्यूमन बींग में फिर हमारे पास स्पेशल एबिलिटीज और क्रिएटिविटी आ जाती है क्या आ जाता है स्पेशल एबिलिटीज और क्रिएटिविटी यह हम लास्ट में पढ़ेंगे तो इस चैप्टर को स्टार्ट करते हैं हम चलो अब हमारे पास आ गया इंडिविजुअल डिफरेंसेस इन इंटेलिजेंस ठीक है इंडिविजुअल डिफरेंसेस इन इंटेलिजेंस क्या होता है कि इंडिविजुअल डिफरेंसेस का मतलब समझना पड़ेगा कि एक पर्सन दूसरे पर्सन से अलग किस तरीके से है क्या-क्या चीजें वेरिएशंस अमंग पीपल्स कैरेक्टरिस्टिक उनकी हाइट हो गया उनका वेट हो गया कि वो दोनों एक दूसरे से अलग किस तरीके से हैं और उनका बिहेवियर पैटर्न हो गया कोई इंट्रोवर्ट होता है कोई एक्स्ट्रो वर्ट होता है तो यह सब चीजें जो होती है वो ह्यूमन बिहेवियर में आ जाती है यह सब चीजें जो है वो वेरिएशंस हमें बताती है कि एक पर्सन जो होता है वो दूसरे पर्सन से जब अलग होती है उसके अंदर चीजें तो वो इंडिविजुअल डिफरेंसेस कहलाती हैं ठीक है नेक्स्ट हमारे पास है सिचुएशन निज्म अब सिचुएशन जम जो है वो सबसे बहुत इजी कांसेप्ट है हमें सिर्फ इसे यह देखना है कि जब एक पर्सन सिचुएशन के हिसाब से अपना बिहेवियर चेंज कर लेता है तो उसे क्या बोलते हैं हम सिचुएशन जम बोलते हैं मान लो तुम्हें कोई टीचर है वो बहुत ज्यादा खडूस लगता है ठीक है अब वही टीचर एक छोटे बच्चे से मिलेगा या फिर किसी पार्टी में जाएगा तो वो खडूस बन के तो नहीं जाएगा राइट वो अपना बिहेवियर चेंज करेगा तो वो सिचुएशन के हिसाब से अपना बिहेवियर चेंज कर रहा है तो उसे क्या बोलेंगे हम सिचुएशन जम बोलेंगे ठीक है और इसमें एक और चीज आती है जिसे हम बोलते हैं वेबिल वेबिल वो टर्म है कि एक पर्सन और दूसरे पर्सन की कैरेक्टरिस्टिक किस तरीके से डिफरेंट है जिसमें आ जाता है वेट हाइट एज कलर रेस एवरीथिंग ठीक है नेक्स्ट फिर हमारे पास आता है असेसमेंट ऑफ साइकोलॉजिकल एटिबल ऑफ साइकोलॉजिकल एटिबल असेसमेंट क्या होते हैं वो बेसिकली एक टेस्ट होते हैं क्या समझने के लिए किसी भी चीज को मेजर करने के लिए हमें साइकोलॉजिकल एटिबल करने के लिए क्या करना पड़ेगा असेसमेंट को फॉलो करना पड़ेगा दो तरीके के असेसमेंट होते हैं कौन-कौन से फॉर्मल और इनफॉर्मल एक फॉर्मल असेसमेंट है हमारे पास एक इनफॉर्मल असेसमेंट है फॉर्मल असेसमेंट जो होता है वो बहुत ज्यादा ऑब्जेक्टिव स्टैंडर्डाइज और ऑर्गेनाइज होता है ठीक है अब मान लो फॉर्मल असेसमेंट हम फॉलो कर रहे हैं ठीक है फॉर्मल में क्या होगा कि एक क्वेश्चनर दिया आपको मा मान लो सेल्फ एंड पर्सनालिटी टेस्ट जो होता है पर्सनालिटी टेस्ट दिया आप उसमें फिल करोगे आपके आंसर्स वही रहेंगे राइट तभी इसका एग्जांपल है क्वेश्चनर आपने उसको फिल किया आपके एग्जांपल्स आपके आंसर्स वही रहे क्योंकि वो ऑब्जेक्टिव फॉर्म में है चाहे दो साइकोलॉजिस्ट आपको वो टेस्ट दे रहे हैं चाहे चार दे रहे हैं टेस्ट सेम है सेम ऑब्जेक्टिव स्टैंडर्डाइज टेस्ट है जिसको आपको फिल करना है तो रिजल्ट भी क्या रहेगा आपका सेम रहेगा क्योंकि आंसर आपके सेम है बट इनफॉर्मल में क्या आता है इनफॉर्मल में आता है इंटरव्यू एस एन एग्जांपल ठीक है इंटरव्यू अब यह बोलोगे कि इंटरव्यू जो होता है वो तो फॉर्मल में आना चाहिए नहीं इस इंटरव्यू में अपने पर्सनल पर्सपेक्टिव भी इंक्लूडेड होते हैं तो इस वजह से ये इनफॉर्मल में आता है ठीक है अब इंटरव्यू में क्या होता है इनफॉर्मल असेसमेंट में क्या होता है कि अलग-अलग इंटरव्यूअर्स या फिर अलग-अलग साइकोलॉजिस्ट आपसे जब पूछेंगे कि आपको मतलब आपसे अलग-अलग क्वेश्चन पूछेंगे मान लो किसी ने आपको हॉबीज के बारे में पूछा तो किसी ने वो आंसर नहीं पूछा आपसे ठीक है तो अलग-अलग क्वेश्चंस होंगे तो अलग-अलग रिजल्ट निकल के आएंगे ठीक है चाहे एक साइकोलॉजि चाहे दो साइकोलॉजिस्ट सेम पर्सन से पूछ रहे हैं क्वेश्चन तो दोनों का जो केस स्टडी होगी या फिर दोनों का जो रिजल्ट निकल के आएगा वो डिफरेंट होगा ठीक है अगर इसको ऐसे ना करके साइकोलॉजिस्ट का एग्जांपल ना लेके हम नॉर्मली देखें कि मान लो मैं एक पर्सन मेरे अकॉर्डिंग जो है वो एक्सट्रोवर्ट है ठीक है बट किसी और से वो बिल्कुल बात नहीं करता चुपचाप रहता है तो उसके अकॉर्डिंग वो क्या हुआ इंट्रोवर्ट हुआ ठीक है बट जब उसका फॉर्मल असेसमेंट किया गया तो वो पर्सन एक्स्ट्रो वर्ट निकल के आया ठीक है तो इनफॉर्मल जो होता है इनफॉर्मल में क्या करता है वेरी करती है चीजें रिजल्ट जो है वो वेरी करता है बट फॉर्मल में जो होता है वह स्टैंडर्डाइज होता है पूरा ऑर्गेनाइज फॉर्म में होता है तो इसमें क्या होता है 100% देर चांसेस की 100% जो है रिजल्ट वो हमारा ठीक आए ठीक है बट अगर हम वही इनफॉर्मल की बात करते हैं जैसे मैंने अभी आपको एग्जांपल दिया कि एक पर्सन मेरे अकॉर्डिंग जो है वो बहुत ज्यादा एक्सट्रोवर्ट है बट किसी और से बात नहीं करता मान लो किसी से दोस्त नहीं है कोई उसका दोस्त नहीं है तो उससे जाके तो हंसना खेलना शुरू नहीं करेगा वो ठीक है तो उस इंसान को लगेगा कि यह जो है वो इंट्रोवर्ट है बट मेरे अकॉर्डिंग सॉरी मेरे अकॉर्डिंग वो बहुत ज्यादा एक्स्ट्रो पर्सन है तो फिर हम दोनों के रिजल्ट जो है वो सिमिलर पर्सन के लिए बहुत ज्यादा वेरी कर रहे हैं राइट तो जब वो रिजल्ट डिपेंड डिपेंड करे पर्सन टू पर्सन के पर्सनल पर्सपेक्टिव पे तो वो चीज चीज इनफॉर्मल हो जाती है जब पर्सनल पर्सपेक्टिव इंक्लूडेड नहीं होता तब वो चीज हो जाती है फॉर्मल ठीक है अब इसका हम एक और एग्जांपल ले लेते हैं इनफॉर्मल असेसमेंट का हमने इंटरव्यू एग्जांपल लिया राइट इंटरव्यू में अगर आप किसी सेल्स एंड मार्केटिंग के लिए इंटरव्यू देने गए तो वहां पर आपको बताया गया कि आप आपने बताया कि मैं एक एक्स्ट्रो वर्ट पर्सन हूं राइट तो वो आपको किस तरीके से गाइड करेंगे ये एक एग्जांपल है कि साइकोलॉजी हमें लाइफ में किस तरीके से हेल्प करती है कहां-कहां हमारी मदद करती है ठीक है अब सेल्स एंड मार्केटिंग के लिए आप गए तो इंटरव्यूअर ने पूछा कि आप क्या है आपकी पर्सनालिटी कैसी है तो आपने बोला कि आई एम अ एक्सट्रोवर्ट पर्सन ठीक है आप एक्स्ट्रो वर्ट पर्सन है तो वो आपको इस तरीके से गाइड करेगा कि आपकी ये जो पर्सनालिटी है एक्सट्रोवर्ट वाली आप इसको किस तरीके से काम में ला सकते हैं सेल्स बढ़ाने के लिए एज अ सेल्समैन आप क्या-क्या चीजें कर सकते हैं बट वही अगर आप इंट्रोवर्ट है तो वह आपको गाइड करेगा कि आप किस तरीके से एक एक्स्ट्रो वर्ट बन सकते हैं और अपनी पर्सनालिटी को हल्का सा चेंज कर सकते हैं काम करने के लिए ठीक है तो नेक्स्ट हमारे पास आ जाती है साइकोलॉजिकल [संगीत] एटिबल के बनते हैं कौन-कौन सी इंटेलिजेंस एप्टीट्यूड रस्ट पर्सनालिटी एंड वैल्यूज जब ये पांच मिलते हैं तो क्या बनता है एट्रिल बनते हैं ठीक है और ट्रिब्यूट्स होते क्या है हमारे रिएक्शंस हम हमारा जो रिएक्शन है वो किस चीज से क्या रिएक्शन आ रहा है वो इन पांचों चीजों को मिलाकर पता चलता है ठीक है तो साइकोलॉजिकल एटिबल डायमेंशन होते हैं और कॉम्प्लेक्शन करने के लिए मतलब हम जल्दी से समझ नहीं पाते ठीक है बट उनमें से केवल पांच चीजों को हम मेजर कर सकते हैं जिससे हमें क्या समझ में आएगा एट्रिंजाइट हम तो यही सोचते हैं हमें बचपन से क्या सिखाया गया है कि एक पर्सन के अगर अच्छे मार्क्स आ रहे हैं तो वह पर्सन क्या है इंटेलिजेंट है बट हमने कभी इस चीज पर गौर किया कि वोह इंटेलिजेंट क्यों है उसको इंटेलिजेंट क्यों बोला जाता है सिर्फ मार्क्स अच्छे आने से इंटेलिजेंट नहीं बनता पर्सन क्योंकि मेरी क्लास में तो बहुत सारे बच्चे रट के भी नंबर ले आते थे आपकी क्लास में भी लाते होंगे जरूर एक रात पहले पढ़ा फ आ गए 80 90 नहीं जिसके मार्क्स अच्छे आ रहे हैं वो पर्सन इंटेलिजेंट नहीं है ठीक है बट जो रिसोर्सेस पर्सन को प्रोवाइड किए जा रहे हैं उन रिसोर्सेस का कितने अच्छे से उसको यूटिलाइज करके वो मेहनत कर रहा है और रिजल्ट लेके आ रहा है अच्छे तो वो किसमें आता है वो इंटेलिजेंस के अंदर आता है ठीक है जो बच्चा रट के नंबर ला रहा है वो इंटेलिजेंट इंटेलिजेंस के अंदर नहीं आता बट जो पढ़ के अपनी बुक्स को लेक्स को नोट्स को यूटिलाइज करके नंबर लेके आ रहा है तो वो इंटेलिजेंस के अंदर आता है ठीक है और यह मतलब नहीं है कि जिसका मतलब मार्क्स ज्यादा आ रहे हैं तो वो पर्सन लाइफ में भी सक्सेसफुल होगा नहीं अगर कम मार्क्स वाले पर्सन भी लाइफ में बहुत ज्यादा सक्सेसफुल होते हैं तो आपका इंटेलिजेंस रेट जो है व आपका सक्सेस रेट नहीं बताता ठीक है इंटेलिजेंस रेट अगर इंटेलिजेंस रेट हाई है तो सक्सेस रेट का पता नहीं चलता अगर इंटेलिजेंस रेट लो है तब भी हमारा सक्सेस रेट जो है वो हाई हो सकता है जरूरी नहीं कि आपको इंटेलिजेंट बनना पड़े सक्सेसफुल होने के लिए ठीक है सिर्फ मार्क्स लाना इंटेलिजेंस नहीं होता इसमें बहुत सारी चीजें इंक्लूडेड होती है बहुत सारी थ्योरी है व हम आगे पढ़ेंगे ठीक है नेक्स्ट हमारे पास आता है एप्टीट्यूड अब एप्टीट्यूड क्या होता है एप्टीट्यूड होता है हमारी काबिलियत ठीक है कि किस चीज को करने के हम काबिल हैं किस चीज को हम जल्दी से सीख पा रहे हैं मान लो किसी का मैकेनिकल एटीट्यूड हाई होता है किसी का वोकल एप्टीट्यूड हाई होता है किसी का वर्बल एप्टीट्यूड हाई होता है ठीक है अब कोई इंजीनियरिंग कर रहा है जो इंजीनियरिंग कर रहा है उसका एप्टीट्यूड जो मैकेनिकल एप्टीट्यूड है वह बहुत ज्यादा हाई है यह उसको कैसे पता चला करियर काउंसलिंग के टाइम पे जब एप्टीट्यूड टेस्ट दिया उसने तो उसको पता चला कि उसका मैकेनिकल एप्टीट्यूड बहुत ज्यादा हाई है तो बाकी के कंपैरिजन में अगर वो इंजीनियरिंग फील्ड में जाएगा तो उसे बेनिफिट होगा कैसे कि उसका एप्टीट्यूड जो है मैकेनिकल वो हाई है और उसका इंटरेस्ट भी उस तरफ है तो एप्टीट्यूड जो होता है नॉलेज ऑफ एप्टीट्यूड हेल्प अस इन वोकेशनल चॉइसेज वोकेशनल वोकेशनल चॉइसेज में हमें क्या हेल्प करता है एप्टीट्यूड की नॉलेज होना कि आपका क्या एप्टीट्यूड हाई है आपका किस चीज में अब नेक्स्ट आ जाता है इंटरेस्ट कि किस चीज में इंटरेस्ट है वो भी किसम हेल्प करता है वोकेशनल चॉइसेज में हेल्प करता है एप्टीट्यूड एंड इंटरेस्ट अब इंटरेस्ट आ जाता है कि हमें क्या चीजें पसंद है हमारी प्रेफरेंसेस क्या है मान लो मुझे डांस करना पसंद है मुझे गाना गाना पसंद है किसी को ड्राइंग करना पसंद है पेंटिंग करना पसंद है तो ये सारी चीजें जो होती है ये हमारी आ जाती है इंटरेस्ट के अंदर इंटरेस्ट की नॉलेज भी हमें किसम हेल्प करती है हमें वोकेशनल चॉइसेज में हेल्प करती है वोकेशनल चॉइसेज क्या होती है वोकेशनल चॉइसेज होती है करियर चॉइसेज ठीक है वोकेशनल चॉइसेज भी करियर चॉइसेज होती है मान लो कि आपको आर्टिस्ट बनना है या फिर अपनी आर्ट गैलरी ओपन करनी है और आपको पता है कि आपका इंटरेस्ट जो है वो आर्ट की तरफ है ठीक है तो आपका जो व्यू आपका जो विजन है वो एकदम क्लियर हो जाएगा कि आपको लाइफ में यही करना है और आप आगे जाके रहा नहीं भटक अपना ठीक है नेक्स्ट हमारे पास आ जाता है पर्सनालिटी अब पर्सनालिटी क्या होती है अच्छी सी साड़ी पहन लेना या फिर सज धज के निकलना यह पर्सनालिटी नहीं होती हम किसी को देख के हमने बहुत बार सुना है लोग भी बोलते हैं कि यार मैंने मेट्रो स्टेशन प वो इंसान देखा वो बहुत डैशिंग पर्सनालिटी थी उसकी नहीं द वे वी लुक इज नॉट अवर पर्सनालिटी बट एक्चुअली द वे वी बिहेव ठीक है हम किस तरीके से बर्ताव कर रहे हैं लोगों के साथ वो दर्शाता है हमारी पर्सनालिटी को कि हमारी पर्सनालिटी कैसी है यूनिक कैरेक्टरिस्टिक जो हमें एक पर्सन से अलग बनाते हैं कि ऐसा हमारे में क्या है कि हम एक दूसरे इंसान से डिफरेंट है ठीक है जो हमारे में है और उसके अंदर नहीं है वो चीजें हमारी पर्सनालिटी में आती है सज धज के निकलना अच्छे-अच्छे कपड़े पहनना ये हमारी पर्सनालिटी में नहीं आता ठीक है हमारा बिहेवियर हमारी पर्सनालिटी में आता है नेक्स्ट फिर हमारे पास आती है वैल्यूज वैल्यूज होते हैं हमारे संस्कार जो हमें घर से मिलते हैं या फिर जो स्टैंडर्ड्स हम खुद सेट करते हैं अपनी लाइफ में ठीक है वैल्यूज बेसिकली एग्जांपल इजी तरीके से समझने के के लिए हम संस्कार ले सकते हैं वैल्यूज होती हैं कि जैसे घर पे हमें बताते हैं कि हमें बड़ों की रिस्पेक्ट करनी चाहिए ठीक है हम बड़ों की रिस्पेक्ट करते हैं और सामने वाले भी हमारी रिस्पेक्ट करते हैं अगर हम देखते हैं किसी इंसान को कि जो अपने बड़े की अपने एल्डर्स की रिस्पेक्ट नहीं कर रहा तो हम क्या करते हैं उसे जज करते हैं राइट कि ये कैसा इंसान है अपने से बड़ों से बोलने की तमीज नहीं है इसे ठीक है अगर हम जो चीज फॉलो कर रहे हैं हमने जो स्टैंडर्ड सेट कर दिया कि बड़ों की रिस्पेक्ट करनी चाहिए ठीक है और कोई और इंसान नहीं कर रहा वो चीज तो हम उसे जज करेंगे हम उसे जज करें क्योंकि हम चाहते हैं कि वो भी वही चीज फॉलो करें जो चीज हम फॉलो कर रहे हैं ठीक है और वैल्यूज असेसमेंट से हमें क्या पता चलेगा वैल्यू असेसमेंट से हमें पता चलेगा कि एक पर्सन का डोमिनेंट बिलीफ कौन सा है ठीक है डोमिनेंट बिलीफ मतलब इज इट पॉलिटिकल रिलीजियस सोशल मतलब कौन सा बिलीफ है सबसे ज्यादा वैल्यूज जिसमें वो मानता है क्या चीजें वो सबसे ज्यादा मानता है ठीक है वैसे ही अगर हम पर्सनालिटी असेसमेंट की बात करें तो पर्सनालिटी असेसमेंट में होता है कि एक पर्सन किस तरीके से बिहेव कर रहा है ठीक है यह बताते है और इस तरीके से बिहेव वो क्यों कर रहा है और आगे आने वाली सर्टेन सिचुएशन में वो किस तरीके से बिहेव कर सकता है उस चीज का भी हमें अंदाजा मिल जाता है किसम पर्सनालिटी असेसमेंट के थ्रू ठीक है अगर आपको कोई भी डाउट है तो जल्दी से अभी कमेंट्स में बताइए अगर आपको कोई भी डाउट है तो बताइए जरा कोई टॉपिक मुझे रिपीट करना हो कोई चीज ना समझ में आई हो या फिर मैं एट्रबीक करूं फॉर्मल इनफॉर्मल असेसमेंट का क्योंकि य बहुत अच्छा चैप्टर है बहुत इजी है इसमें आगे जो च आएंगे वो तो और भी ज्यादा इंटरेस्टिंग होने वाले हैं इसके बाद हम कवर करेंगे सेल्फ एंड पर्सनालिटी असेसमेंट को भी तो वो बहुत ज्यादा इजी चैप्टर है बहुत ज्यादा इंटरेस्टिंग चैप्टर है इससे ज्यादा मतलब मेरा तो फेवरेट है वो ठीक है नेक्स्ट हम देखते हैं नेक्स्ट हमारा आता है हमारे पास असेसमेंट मेथड अब असेसमेंट मेथड्स क्या होते है हमारे पास पांच असेसमेंट मेथड है कि किस तरीके से हम असेसमेंट को कंडक्ट करते हैं उसमें पांच आ जाते हैं साइकोलॉजिस्ट टेस्ट साइकोलॉजिकल टेस्ट आ गया फिर आ गया ऑब्जर्वेशन इंटरव्यू सेल्फ रिपोर्ट एंड केस स्टडी ठीक है असेसमेंट मेथड्स वो होते हैं कि किन-किन तरीके से हम असेसमेंट जो है वो कंडक्ट कर सकते हैं ठीक है उसमें हमारे पास क्या है पांच तरीके हैं पांच कौन-कौन से साइकोलॉजिकल टेस्ट इंटरव्यू केस स्टडी और ऑब्जर्वेशन एंड सेल्फ रिपोर्ट ठीक है फर्स्ट जो हमारे पास आता है वो है हमारे पास साइकोलॉजिकल टेस्ट साइकोलॉजिकल टेस्ट वही है जो हमने देखा था किसमें फॉर्मल असेसमेंट फॉर्मल असेसमेंट क्या है साइकोलॉजिकल टेस्ट जिसमें प्रॉपर स्टैंडर्डाइज फॉर्म होता है ऑब्जेक्टिव फॉर्म होता है आपको सिर्फ क्वेश्चनर प्रोवाइड किया जाएगा ऑब्जेक्टिव मार्क्स करने हैं आपको और स्कोर के हिसाब से क्या है रिजल्ट निकल के आएगा कि आपके पास इतने से इतने के बीच में स्कोर है तो आपकी यह पर्सनालिटी है या फिर जिस भी चीज का साइकोलॉजिकल टेस्ट है वो ठीक है इतना आया समझ में तो कमेंट्स में एक बार बता दीजिए सिर्फ यस भी लिखोगे तो चलेगा अगर आपको कोई डाउट नहीं है तो सिर्फ यस से भी काम चला सकते हैं आप बताइए तो तभी तो मुझे समझ में आएगा कि आपको समझ में आ रहा है कि नहीं आ रहा ठीक है और कौन सा चीज रिपीट करनी है किस तरीके से पढ़ाना है तो नेक्स्ट हमारे पास आता है इंटरव्यू इंटरव्यू वही इनफॉर्मल असेसमेंट जो होता है क्या होता है इनफॉर्मल असेसमेंट की वन ऑन वन कन्वर्सेशन हो रही है ठीक है इंटरव्यू में एक पर्सन अपनी पर्सनल इंफॉर्मेशन शेयर कर रहा है इंटरव्यूअर के साथ ठीक है साइकोलॉजिस्ट अब इसमें असेसमेंट मेथड है तो इसमें क्या ले लो हम इसमें फॉर्मल असेसमेंट लेते हैं इनफॉर्मल सॉरी हां तो इनफॉर्मल असेसमेंट क्या है इ वू है हमने इनफॉर्मल असेसमेंट का क्या पढ़ा था इसमें पर्सनल पर्सपेक्टिव इंक्लूडेड होते हैं राइट और क्या-क्या चीजें इंक्लूडेड होती है उसमें क्या होता है कि रिजल्ट जो है वोह पर्सन टू पर्सन वेरी कर जाता है जो इंटरव्यूअर होता है वह अगर दूसरे इंटरव्यूअर का जो है पर्सपेक्टिव वो अलग हो सकता है फर्स्ट इंटरव्यू का पर्सपेक्टिव अलग हो सकता है और ऐसे ही इंटरव्यू जो होता है वो वन एन वन कन्वर्सेशन होती है ठीक है अगर मान लो हम किसी जॉब के लिए इंटरव्यू देने जा जाते हैं तो वो भी असेसमेंट मेथड्स में आएगा ठीक है अगर हम क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के पास जाते हैं फॉर थेरेपी वो भी किस में आएगा इंटरव्यू में आएगा किसम साइकोलॉजिकल मेथड्स में नेक्स्ट हमारे पास आती है केस स्टडी अब केस स्टडी क्या होता है किसी भी चीज को एनालाइज करना अच्छे से कि ये ये चीजें अभी तक हुई है पूरी हिस्ट्री जानना उसके बारे में और प्रिडिक्ट करना कि क्या-क्या चीजें हो सकती है या फिर ये सब जो हो रहा है वो क्यों हो रहा है क्रिटिकली एनालाइज करना हर सिचुएशन को वो किसके अंदर आता है वो आता है केस स्टडी के अंदर ठीक है अब नेक्स्ट हमारे पास आता है ऑब्जर्वेशन ऑब्जर्वेशन का एक बहुत अच्छा एग्जांपल हम ले सकते हैं मान लो आप क्लासरूम में हो एक लड़का किसी लड़की को लाइक करता है तो वो उसको ऑब्जर्व कर रहा है ठीक है कि ऐसी क्या चीज है जो मुझे अट्रैक्ट कर रही है वैसे ही अगर हम साइकोलॉजी के पर्सपेक्टिव से देखें तो उसमें क्या आ जाएगा कि एक पर्सन को ऑब्जर्व किया जा रहा है कि सर्टेन वे में वो बिहेव क्यों कर रहा है राइट ऑब्जर्वेशन असेसमेंट मेथड जो है वो गेम्स में भी यूज होता है ठीक है हमने बहुत से गेम्स में देखा है कि टीम जीत रही है या फिर अगर हम चेस में भी देखें तो सामने वाला क्या चाल चलने वाला है हमें उसके बिहेवियर से ऑब्जर्व करना पड़ता है ठीक है तो साइकोलॉजी जो है वो हमारे लाइफ के हर एक पहलू में हमें हेल्प करती है जैसे हमने ऑब्जर्वेशन वाला सुना अभी कि ये गेम्स में भी हेल्प कर रही है हमारे क्लासरूम में भी हेल्प कर रही है और क्लिनिकल साइकोलॉजी में तो हेल्प करती ही है कि पेशेंट को जो है वो ऑब्जर्व किया जा रहा है कि वह किस तरीके से बिहेव कर सकता है या फिर ऐसा बिहेव क्यों कर रहा है ठीक है टू नोटिस द सिम्टम्स नेक्स्ट हमारे पास है सेल्फ रिपोर्ट अब सेल्फ रिपोर्ट में क्या है कि पर्सन को बोला जाएगा कि आप अपने बारे में बताओ ठीक है अपने बारे में क्या बताओ कि सर कि आप आप अपने आप को 5 साल में कहां देखते हो अपनी फैमिली के बारे में बताओ आप किसी से मतलब बहुत ज्यादा अटैच हो आपके फ्रेंड्स कैसे हैं फैमिली मेंबर्स कैसे हैं पेरेंट्स कैसे हैं रिलेटिव्स कैसे हैं तो सब चीजें जो है सेल्फ रिपोर्ट में पूछी जाती है और वो पर्सन जो है वो अपने बारे में सारी चीजें जो है वो एक्सप्लेन करता है ठीक है फिर हमारे पास आ जाता है इंटेलिजेंस अब इंटेलिजेंस जो है हमने स्टार्टिंग में पढ़ा था इंटेलिजेंस क्या होता है इंटेलिजेंस होता है कि एक पर्सन किस तरीके से अपने रिसोर्सेस को यूज में ला रहा है अच्छे से ठीक है ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी क्या बोलती है बट इंटेलिजेंस के बारे में हम वो देखते हैं एक्सप्लेन ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी एक्सप्लेंस इंटेलिजेंस एस द पावर ऑफ बोल रही है कि इंटेलिजेंस जो है वो एक पावर है एक ताकत है कि हम किस चीज को कितने अच्छे से पर्सीव कर पा रहे हैं ठीक है याद कर पा रहे हैं लर्न कर पा रहे हैं अंडरस्टैंड कर पा रहे हैं और जान पा रहे हैं क्या पर्सीव कर पा रहे हैं लर्न कर पा रहे हैं अंडरस्टैंड कर पा रहे हैं और जान पा रहे हैं तो ये कौन कहता है ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी इस में से ना बहुत सारे क्या आएंगे एमसीक्यू क्वेश्चंस आ सकते हैं आपके सीईटी में तो आपसे यह पूछ लेंगे कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने कौन सी डेफिनेशन दी थी इनमें से आपसे ये वर्ड्स जो है वो इंटरचेंज करके पूछ लेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है बट अगर इनमें से एक भी वर्ड जो है वह कम है ठीक है तो डेफिनेशन जो है वो गलत हो जाएगी तो हर एक डेफिनेशन को बहुत अच्छे से याद करना है और पेपर के टाइम प भी उनको बहुत अच्छे से क्वेश्चन और आंसर दोनों को पढ़ना है जल्दबाजी नहीं करनी है क्योंकि नेगेटिव मार्किंग है अगर आपने गलती से भी गलत कर दिया कोई क्वेश्चन तो आपके मार्क्स कट जाएंगे ठीक है और मैं नहीं चाहती कि आप लोगों के मार्क्स कटे इस वजह से ध्यान से देखना एक बार ठीक है नेक्स्ट अल्फा बेने ने क्या कहा था अल्फा बेने ने कहा था इंटेलिजेंस इ द एबिलिटी टू जज वेल अंडरस्टैंड वेल एंड रीजनल अल्फा बन ने कहा था कि इजेंस जो है वो एक काबिलियत है ठीक है जिसमें आप जज कर सकते हो अच्छे से समझ सकते हो अच्छे से और कारण दे सकते हो उस चीज को ठीक है हमने चीज को एनालाइज किया कि हो क्या रहा है बेसिकली फिर उसे समझा ठीक है कि ऐसा क्यों हुआ ठीक है और उसका रीजन दे पाए कि ऐसा इसलिए हुआ तो अल्फा बेने ने हमें बताया कि वन यू जज वेल अंडरस्टैंड वेल एंड रीजन वेल तो वो क्या होती है एबिलिटी टू जज वेल अंडरस्टैंड वेल एंड रीजन वेल इज नोन एज इंटेलिजेंस नेक्स्ट हमारे पास आते हैं वेलर वेलर ने हमें क्या बोला वेलर ने हमें बोला द ग्लोबल एंड द एग्रीगेट कैपेसिटी ऑफ एन इंडिविजुअल टू थिंक रशन एक्ट पर्पसफुली एंड डील इफेक्टिवली विद हिज और हर एनवायरमेंट कि पर्सन जो है व अच्छे से सोच रहा है मतलब ब्रॉड माइंड से सोच रहा है रैशन सोच रहा है रैशन सोचना मतलब कि हर एक चीज के पीछे क्यों लगा रहा है कि ऐसा हुआ तो क्यों हुआ इसके दो कारण भी हो सकते हैं दो से ज्यादा कारण भी हो सकते हैं तो वो क्यों जो होता है वो हमें रैशन थिंक करवाता है एक्ट पर्पसफुली कोई एक सिचुएशन हुई है उसके अकॉर्डिंग हमें एक्ट करना तो एक्ट पर्पसफुली डील इफेक्टिवली विद हिज और हर एनवायरमेंट कि उसका एनवायरमेंट एक पर्सन का जिस तरीके से है तो उसी तरीके से अच्छे से डील करे राइट तो वन अ पर्सन थिंक रशन एक्ट पर्पसफुली एंड डील इफेक्टिवली विद हिज और हर एनवायरमेंट तो उसे क्या कंसीडर कर देते हैं उसे इंटेलिजेंट कंसीडर कर देते हैं किसके अकॉर्डिंग वेलर के अकॉर्डिंग तो हमें क्या याद रखना है इसमें से हमें याद रखना है कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने हमें क्या बोला था ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने हमें बोला था कि द पावर ऑफ पर्सीवियर बेने ने हमें क्या बोला था अल्फर बेने ने हमें बोला था इंटेलिजेंस इज द एबिलिटी टू जज वेल अंडरस्टैंड वेल एंड रीजन वेल ठीक है नेक्स्ट हमारे पास आते हैं वेलर वेलर ने बोला था हमें द ग्लोबल एंड द एग्रीगेट कैपेसिटी ऑफ एन इंडिविजुअल टू थिंक रैशनल थिंक राशनली एक्ट पर्पसफुली एंड डील इफेक्टिवली विद हिज और हर एनवायरमेंट तो इन डेफिनेशंस के साथ साइकोलॉजिस्ट के नाम याद रखना बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है मान लो कि अल्फा बेने कि उन्होंने स्पेलिंग गलत दे दी तो स्पेलिंग को भी बहुत अच्छे से याद रखना कि अल्फा बेने की स्पेलिंग क्या है यहां पे आई लगा के दे दिया या फिर यहां पे टी कर दिया एल और एफ आगे पीछे कर दिया तो आपको पता नहीं चलेगा कि इन सब में से कौन सी स्पेलिंग जो है वो करेक्ट है ठीक है तो अच्छे से सब चीजें रिवाइज करके जाना अच्छे से सब चीजें याद करके जाना अब जैसे हमने इंटेलिजेंस पढ़ा ठीक है अब नेक्स्ट हमारे पास आ जाती है थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस में क्या होता है कि हमारे पास तीन थ्योरी है किस चीज की इंटेलिजेंस की फर्स्ट हमारे पास आता है साइकोमेट्रिक अप्रोच ठीक है सेकंड हमारे पास आता है इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग अप्रोच थर्ड हमारे पास आता है गार्डनर्स थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस ठीक है इसके भी बहुत सारे पार्ट है वो हम नेक्स्ट उसमें कवर करेंगे जिसमें हमने क्या है पूरा जो होगा टॉपिक हमारा थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस प होगा ठीक है अभी हम कवर करते हैं इसको साइकोमेट्रिक अप्रोचेबिलिटी पल इंटेलिजेंस उससे पहले एक रिकप लेते हैं हम छोटा सा जिसमें हम देखेंगे कि हमने क्या किया हां तो इंडिविजुअल डिफरेंसेस क्या होते हैं इंडिविजुअल डिफरेंसेस वही कि एक पर्सन दूसरे पर्सन से अलग किस तरीके से है राइट अब इसमें हम अगर इंटेलिजेंस को लाए जो हमने अभी पढ़ा ठीक है टू जज वेल टू रीजन वेल टू अंडरस्टैंड वेल ठीक है तो एक पर्सन जो होता है उसकी इंटेलिजेंस लेवल जो होती है वो दूसरे से अलग होती है ठीक है मान लो मैंने किसी सिचुएशन को अच्छे से नहीं समझा बट जो मेरी सिस्टर है है उसने उसको बहुत अच्छे से उसके बारे में रैशन सोचा अच्छे से उस चीज को जज किया उसके अकॉर्डिंग जो है एक्ट किया तो उसका इंटेलिजेंस लेवल जो है वो हाई माना जाएगा किससे मुझसे ठीक है तो यह चीज भी इंडिविजुअल डिफरेंसेस के अंदर आ जाती है कि पर्सन की जो है वो इंटेलिजेंस पावर इंटेलिजेंस एप्टिट्यूड इंटरेस्ट पर्सनालिटी वैल्यू सब चीजें अलग होती है ठीक है सिचुए म का जो मैंने आपको एग्जांपल दिया था उसमें एक और एग्जांपल ऐड हो सकता है कि मान लो मैं इंटरव्यू के लिए जा रही हूं कहीं प ठीक है और मुझे बहुत ज्यादा एंगर इश्यूज है तो मैं गुस्से में तो एक्ट नहीं करूंगी ना अगर मैं इंटरव्यू के लिए जा रही हूं तो मैं अपनी पर्सनालिटी को उस अकॉर्डिंग मॉडिफाई कर लूंगी ठीक है किसम तो उसको सिचुएशन जम बोलते हैं सिचुएशन जम क्या बोलते हैं जब एक्स्ट्रा एक्सटर्नल फैक्टर्स जो है वो हम पे हावी होने लगते हैं किसलिए ताकि हम के हिसाब से अपनी पर्सनालिटी को चेंज कर ले नेक्स्ट फिर हमारे पास आ जाते हैं असेसमेंट ऑफ साइकोलॉजिकल एबूट उसमें हमने देखा था कि फॉर्मल और इनफॉर्मल होते हैं फॉर्मल में क्या आया था हमारे पास फॉर्मल में हमारे पास आया था क्वेश्चनर जो असेसमेंट मैथ में क्या था साइकोलॉजिकल टेस्ट था ठीक है इनफॉर्मल में जो हमारे पास इंटरव्यू आया था वो किसम भी था किसमें था वो साइकोलॉजिकल असेसमेंट में असेसमेंट मेथड्स के अंदर था कौन-कौन से थे असेसमेंट मेथड्स असेसमेंट मेथड्स थे ये रहे साइकोलॉजिकल टेस्ट ऑब्जर्वेशन इंटरव्यू केस स्टडी एंड सेल्फ रिपोर्ट अब इसमें क्या आ जाता है साइकोलॉजिकल टेस्ट आ जाते हैं जिसमें आपका क्वेश्चनर वगैरह आ जाता है सर ऑब्जेक्टिव फॉर्म नेक्स्ट आ जाता है इंटरव्यू इंटरव्यू में क्या था वन एन वन कन्वर्सेशन होती है नेक्स्ट ऑब्जर्वेशन इसका बहुत अच्छा एग्जांपल दिया था हम जब किसी पर्सन को ऑब्जर्व करते हैं तो वो चीज किसके अंदर आ जाती है ऑब्जर्वेशन के अंदर आ जाती है नेक्स्ट होता है केस स्टडी केस स्टडी केस स्टडी में क्या आ जाता है जब आगे पीछे की सारी चीजों को एनालाइज किया जाता है अच्छे से ठीक है कि एक पर्टिकुलर सिचुएशन दे दी पहले ऐसा हुआ था तो क्रिटिकली एनालाइज करके परसेप्शन लगाए जाते हैं कि आगे कैसा हो सकता है ठीक है नेक्स्ट फिर हमारे पास आता है सेल्फ रिपोर्ट जिसमें पर्सन जो है वो अपने बारे में बताता है मेरी फ अपनी फैमिली से रिलेटेड बताता है या फिर मतलब उसके पेरेंट्स कैसे हैं रिलेटिव्स कैसे हैं उसका कोई क्लोज वन है कि नहीं है फ्रेंड्स कैसे हैं किसके वो सबसे ज्यादा क्लोज है किससे वो बातें ज्यादा शेयर करता है कोई घटना उसकी लाइफ में घटी हो बहुत टोमेट एक्सपीरियंस कोई हो तो उन सब चीजों को डिटेल में मेंशन किया जाता है किसके अंदर सेल्फ रिपोर्ट के फिर हमने इंटेलिजेंस की थ्योरी तो पढ़नी है अभी ठीक है तो साइकोमेट्रिक अप्रोच के अंदर कौन-कौन सी थ्योरी आती है साइकोमेट्रिक अप्रोच में आती है यूनि और वन फैक्टर थ्योरी इसे हम यूनि फैक्टर थ्योरी भी बोल सकते हैं और वन फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस भी बोल सकते हैं फिर हमारे पास आती है टू फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस थ्योरी ऑफ प्राइमरी मेंटल एबिलिटीज मॉडल ऑफ इंटेलिजेंस लेवल वन एंड लेवल टू ठीक है नेक्स्ट आता है हमारे पास स्ट्रक्चर ऑफ इंटेलेक्ट मॉडल यह सारे जो है वो किसके अंदर इंक्लूडेड है यह सारे है साइकोमेट्रिक अप्रोच साइकोमेट्रिक अप्रोच में पहला जो है वो वन फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस दी थी अल्फ बेने ने ठीक है अल्फ बेने ने हमें वन फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस दी थी उसके बाद हमारे पास आती है टू फैक्टर थ्योरी टू फैक्टर ऑफ टू फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस जो है वो चार्ल्स पमन ने दी थी किसने दी थी चार्ल्स पमन ने दी थी हमें टू फैक्टर थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस ठीक है साइकोलॉजिस्ट के नाम अल्फा बेने हो गया चार्ल्स पमन हो गया इन सबके जो है नेम्स आप ना बहुत अच्छे से रिवाइज करते रहना याद करते रहना एक पूरी ना लिस्ट बना लो जिसमें आपने सिर्फ थ्योरी लिखनी है और आगे साइकोलॉजिस्ट का नाम लिख खना है जिससे क्या है कि आपका रिवीजन जो है व बहुत अच्छे से हो जाएगा आपको कुछ नहीं करना दिन में एक बार उसको पढ़ लिया रोज डेली जब तक आपका एग्जाम नहीं होता तब तक आपको डेली वो लिस्ट पढ़नी है तो इससे क्या है कि आपके माइंड में बहुत अच्छे से वो बैठ जाएगा नेक्स्ट थ्योरी ऑफ प्राइमरी मेंटल एबिलिटीज जो है व किसने दी थी लुई थर्स्टोन लुई थर्स्टोन ने हमें कौन सी दी थी थ्योरी ऑफ प्राइमरी मेंटल एबिलिटीज राखल मॉडल ऑफ इंटेलिजेंस लेवल वन एंड लेवल टू किसने दिया था आर्थर जनसन आर्थर जनसन ने हमें क्या दिया था र्थ जनसन ने हमें राखल मॉडल ऑफ इंटेलिजेंस दिया था लेवल वन एंड लेवल टू का नेक्स्ट हमारे पास आता है स्ट्रक्चर ऑफ इंटेलेक्ट मॉडल स्ट्रक्चर ऑफ इंटेलेक्ट मॉडल हमने किसने दिया था हमें दिया था जेपी गिलफोर्ड ने आप सारे साइकोलॉजिस्ट के नेम्स जो है वो अच्छे से याद रखना लिस्ट मैनेज से बताया कि लिस्ट बना लो सारी थ्योरी और सारे साइकोलॉजिस्ट की ठीक है तो इसके बाद आ जाता है इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग अप्रोच अब इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग अप्रोच जो है सॉरी इमेशन प्रस अप्रोच जो है उसमें कौन-कौन सी चीज इंक्लूडेड है उसमें दो थ्योरी आती है हमारी ट्रा थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस ट्राक थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस किसने दी थी वो दी थी रॉबर्ट स्टर्नबर्ग ने ट्राक थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस जो है व रोबर्ट स्टर्नबर्ग ने दी थी कब दी थी 1985 तो इसको याद रखना किसने दी थी रॉबर्ट स्टन बर्ग ठीक है और कब दी थी 1985 ठीक है या तो आप नोटबुक लेके बैठो साथ-साथ नोट्स बनाते रहो या फिर क्लास के बाद आपको क्या काम करना है सारी थ्योरी की एक लिस्ट बना लेनी है क्योंकि नेक्स्ट लाइव में क्या होगा पूरा जो है थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस को डिटेल में बताया जाएगा किसमें डिटेल में बताया जाएगा एक एक थ्योरी को कि साइकोमेट्रिक अप्रोच की जितनी भी थ्योरी है यूनि फैक्टर थ्योरी हो गई टू फैक्टर थ्योरी हो गई फिर प्राइमरी मेंटल एबिलिटीज वाली हो गई हियरा कियल मॉडल हो गया या फिर स्ट्रक्चर ऑफ इंटेलेक्ट मॉडल हो गया इन सबको ये नहीं कि सिर्फ साइकोमेट्रिक अप्रोच क्या है इसको बता दिया नहीं हर एक थ्योरी को बहुत डिटेल में एक्सप्लेन किया जाएगा तो चैप्टर भी रीड करके बैठना ताकि आप कनेक्ट कर सको डॉट्स को ठीक है अगर आपने पहले से नहीं रीड कर रखा होगा तो कोई बात नहीं मैं अच्छे से समझाऊ फिर भी बट फॉर अ गुड साइड यू शुड रीड इट क्योंकि तभी आप अच्छे से डॉट्स को कनेक्ट कर पाओगे आपको याद रहेगा कि अरे हां यह तो मैंने पढ़ा था यह तो वही है ठीक है तो इसमें हमारे पास है इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग अप्रोच में क्या है कि हमारे पास पहला आता है ट्रा थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस किसने दी थी रॉबर्ट स्टर्नबर्ग ने दी थी 1985 में नेक्स्ट हमारे पास है प्लानिंग अटेंशन रोजल एंड स्टमल सक्सेसिव इसको बोलते हैं हम पास मॉडल पास मॉडल ऑफ इंटेलिजेंस किसने दिया था जेपी दास जैक नेगले एंड कर्बे और इन्होंने कब दिया था यह मॉडल इन्होंने दिया था ये 1994 में ठीक है डेट्स को ये 1885 और 1994 यह सारी डेट्स जो है ये भी अच्छे से याद रखना है ठीक है क्योंकि अगर आपसे ऑप्शंस में दे दी गई 1994 1994 1984 1990 और 1980 तो इनमें से तो बहुत कंफ्यूजन हो जाएगा क्योंकि चलो फोर भी आपको याद रहा कि लास्ट में फोर था या फिर आपको याद रहा कि 1990 कुछ करके था तो फिर भी आपके पास दो ऑप्शंस रहेंगे इस वजह से आपको डेट्स जो है वो बहुत अच्छे से याद रखनी है क्योंकि एमसीक्यू में जो भी ऑप्शंस आते हैं वो जानबूझ के कन्फ्यूजिंग डाले जाते हैं ताकि आप लोग कंफ्यूज हो ठीक है बट हमें क्या करना है हमें अच्छे से पढ़ के जाना है हमें बिल्कुल भी कंफ्यूज नहीं होना है हमें हर एक कांसेप्ट को अच्छे से क्लियर रखना है और जो भी डाउट हो वह कमेंट सेक्शन में पूछना है ठीक है नेक्स्ट फिर हमारे पास लास्ट आ जाती है थ्योरी थ्योरी ऑफ म मल इंटेलिजेंस थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस हमें क्या बताती है कि देयर आर मल्टीपल इंटेलीजेंसेस जो हमें डिफरेंट टाइप ऑफ टास्क परफॉर्म करने में हेल्प करते हैं जैसे किसी की क्रिएटिव इंटेलिजेंस हाई है तो वो क्या करेगा वो क्रिएटिव फील्ड में बहुत ज्यादा इंटेलिजेंट है ठीक है किसी का एकेडमिक इंटेलिजेंस हाई है तो वो क्या है पढ़ाई में बहुत ज्यादा अच्छा है ठीक है किसी की आर्ट जो है बहुत ज्यादा अच्छी है तो वो उसकी आर्ट क्रिएटिव साइड बहुत ज्यादा अच्छी है ठीक है तो इसमें क्या है साइकोमेट्रिक अप्रोच में हमारे पास पांच आ जाती हैं थ्योरी कौन-कौन सी आती है हमारे पास वन फैक्टर थ्योरी आ जाती है टू फैक्टर थ्योरी आ जाती है ठीक है और हमारे पास फिर हेराय मॉडल आ जाता है प्राइमरी मेंटल एबिलिटीज आ जाती है और फिर हमारे पास आ जाते है इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग में दो एक तो पास मॉडल हो गया एक ट्रैक थ्योरी हो गई ठीक है गार्डनर्स थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस गार्डनर्स थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस क्या बताती है कि इंटेलिजेंस जो होती है व बहुत तरीके की होती है सिर्फ एक पर्टिकुलर इंटेलिजेंस नहीं होती कि यही इंटेलिजेंस है जैसे इसमें क्या बताया हुआ था बाकी जो डेफिनेशन थी कि एक पर्टिकुलर टाइप की इंटेलिजेंस होती है अगर यह यह क्वालिटीज है तो व पर्सन इंटेलिजेंट है अगर नहीं है तो नहीं है ठीक है बट मल्टीपल इंटेलिजेंस में हमें बताया कि बहुत सारी टाइप की इंटेलिजेंस होती हैं जिसमें हर एक पर्सन में डिफरेंट इंटेलिजेंट होती इंटेलिजेंस होती है मान लो हम स्कूल में जाते थे हम डांस में या फिर बहुत ज्यादा क्रिएटिव साइड थे बट पढ़ाई में अच्छे नहीं थे तो टीचर्स क्या बोलती थी कि पढ़ते तो नहीं हो प पढ़ाई में अच्छे नहीं हो बट क्रिएटिव इंटेलिजेंस है राइट तो क्रिएटिव इंटेलिजेंस जो है वो हमें किसने बताई थी मल्टीपल इंटेलिजेंस के अंदर आती है कि जरूरी नहीं कि कोई बच्चा एकेडमिकली अच्छा कर रहा है तो वही इंटेलिजेंट है नहीं बाकी फील्ड में भी तो ग्रो कर सकते हैं लोग ठीक है कोई स्पोर्ट्स में अच्छा होता है कोई आर्ट में अच्छा होता है कोई डांसिंग में अच्छा होता है कोई सिंगिंग में अच्छा होता है तो यह सारे जो एग्जांपल्स है वो किसके हैं वो है मल्टीपल इंटेलिजेंस के एग्जांपल तो एक बार हम फिर से देखेंगे अब देखते हैं एमसीक्यू में कौन-कौन से क्वेश्चन आ सकते हैं ठीक है एमसीक्यू में क्या आएगा आपसे पूछेंगे कि इंडिविजुअल डिफरेंसेस की डेफिनेशन पूछ लेंगे कि बहुत सारी डेफिनेशन दे रखी है तो हमें ये देखना है कि वेरिएशंस अमंग पीपल्स कैरेक्टरिस्टिक और बिहेवियर ये क्या आ जाता है इंडिविजुअल डिफरेंसेस आ जाता है अब हम सिचुएशन जम भी देखते हैं इसमें से भी एमसीक्यू बनके आ सकता है या फिर आपसे एक केस स्टडी में पूछ लेंगे कि एक पर्सन जो है वो बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट है मान लो कोई टीचर है वह बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट है बट वह पार्टीज में जाता है या फिर छोटे बच्चे से मिलता है तो वह अपना बिहेवियर चेंज कर लेता है तो वो जो एग्जांपल है वो किस चीज का एग्जांपल है उसमें आपसे बहुत सारी चीजें साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स के जो एग्जांपल है वे भी देके पूछे जा सकते हैं बट हमें याद रखना है सिचुएशन निज्म है वो सिचुएशन जम की डेफिनेशन देखते हैं सिचुएशन निज्म स्टेट दैट द सिचुएशंस एंड सरकमस्टेंसस इन व्हिच वन इज प्लेज इनफ्लुएंस वनस बिहेवियर तो इसका क्या मतलब हुआ सिचुएशन जम का मतलब है कि जब सिचुएशन या उसके सरकमस्टेंस एक इंडिविजुअल के बिहेवियर पर हावी हो जाते हैं और वो उस हिसाब से अपना क्या है बिहेवियर चेंज कर लेता है नेक्स्ट इसमें से क्या आ सकते हैं इसमें से आपसे एग्जांपल पूछा जा सकता है आपके पास कुछ भी एग्जांपल्स लिख दिए उसमें से बोला कि फम असेसमेंट का कौन सा है एक्सक्यूज मी हा तो आपसे पूछा कि फॉर्मल असेसमेंट का जो एग्जांपल है वो कौन सा है तो फिर क्या होता है क्वेश्चनर होता है अब आपसे पूछ लिया कि ऑब्जेक्टिव स्टैंडर्डाइज और ऑर्गेनाइज कौन सा असेसमेंट होता है फॉर्मल इनफॉर्मल या फिर दो और ऑप्शन दे दिया आपको तो आपको याद रखना है कौन सा होता है फॉर्मल असेसमेंट होता है अब इनफॉर्मल असेसमेंट की बारी आती है तो इनफॉर्मल असेसमेंट में क्या है केस टू केस जो है वो रिजल्ट जो है वो वेरी करता है ठीक है आप पूछेंगे कि किसमें केस टू केस इंट्रस्ट जो है वो वेरी करता है तो किसमें करता है इनफॉर्मल असेसमेंट में और इसका एग्जांपल हम ले सकते हैं इंटरव्यू अब आपसे कुछ क्वेश्चन इस तरीके से भी पूछे जाएंगे कि मान लो हमने क्या पढ़ा था असेसमेंट मेथड्स पढ़ा था राइट तो असेसमेंट मेथड्स में से ऐसा कौन सा है जिसके अंदर केस टू केस वैरी करते हैं तो कौन सा है हमें इंटरव्यू लिखना है हमें उसमें इनफॉर्मल असेसमेंट नहीं लिखना ठीक है क्योंकि इनफॉर्मल असेसमेंट जो है वो असेसमेंट मेथड का पार्ट नहीं आएगा बट इंटरव्यू जो है व असेसमेंट मेथड का पार्ट आएगा और इसके अंदर क्या है केस टू केस जो है व वैरी भी करता है सेम क्वेश्चन आपसे इसमें पूछ लेंगे कि एक क्वेश्चनर क्वेश्चनर क्या है क्वेश्चनर क्या है साइकोलॉजिकल टेस्ट है अब साइकोलॉजिकल टेस्ट है तो वो क्या है फॉर्मल है अब ऐसे पूछ लेंगे असेसमेंट मेथड में से ऐसा कौन सा है जो कि एक क्वेश्चनर है ठीक है या फिर असेसमेंट मेथड में जो साइकोलॉजिकल टेस्ट है उसका एग्जांपल क्या हो सकता है क्या हो सकता है क्वेश्चनर हो सकता है और यह भी याद रखना कि वो ऑब्जेक्टिव स्टैंडर्डाइज एंड ऑर्गेनाइज फॉर्म है किसके लिए असेसमेंट का अब इसमें से लॉजिकल असेसमेंट के हमारे पास क्या क्वेश्चन आ सकते है हमारे पास इंटेलिजेंस की डेफिनेशन आ सकती है ठीक है इंटेलिजेंस की डेफिनेशन कि इनमें से कौन सी डेफिनेशन जो है वो करेक्ट है जो हमारे पास अल्फा बेन ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी और वेलर की जो तीन डेफिनेशंस है उनमें क्या है स्लाइट स्लाइट चेंजेज करके वो रंग करेंगे उसे ठीक है बट हमें क्या है अच्छे से लाइन टू लाइन उस डेफिनेशन को है बहुत अच्छे से याद करके जाना है उसे समझ समझना है ताकि हम पेपर में यह मिस्टेक ना करें इंटेलिजेंस की डेफिनेशन दी है या फिर एक टर्म दे दी है ऊपर एक डेफिनेशन ऊपर दे दी है क्वेश्चन में कि यह क्या है ठीक है तो हमें यह भी याद रखना है य इंटेलिजेंस है एप्टीट्यूड है क्या है अब इसमें पूछेंगे वन वर्ड में बताओ एटीट्यूड क्या है एप्टीट्यूड है हमारा पोटेंशियल ठीक है कंफ्यूज नहीं होना ये है पोटेंशियल इंटरेस्ट होता है हमारी प्रेफरेंस ठीक है पोटेंशियल प्रेफरेंस पर्सनालिटी आ जाती है हमारी यूनिक कैरेक्टरिस्टिक की एक पर्सन से दूसरे पर्सन को अलग किस तरीके से बनाती है हमारा पहनना उड़ना का तरीका नहीं आता पर्सनालिटी के अंदर पर्सनालिटी के अंदर आता है कि द वेवी बिहेव ठीक है नेक्स्ट हमारे में आ जाते है वैल्यूज वैल्यूज होते हैं हमारे संस्कार हमारे बिलीव्स या फिर जो स्टैंडर्ड हमने सेट किए होते हैं और जिस अगर कोई उस पर खरा नहीं उतरता तो हम उसे जज करते हैं क्योंकि हम वो चीज फॉलो कर रहे होते हैं ठीक है यह हमने देखा था कि साइकोलॉजिकल टेस्ट इंटरव्यू केस स्टडी ऑब्जर्वेशन और सेल्फ रिपोर्ट जो है वो एक किसके पार्ट्स है वो असेसमेंट मेथड्स है ये सारे इसमें होता है क्वेश्चनर इसमें होता है वन न वन कन्वर्सेशन नेक्स्ट हमारे पास केस स्टडी में सब चीजें एनालाइज की जाती है अच्छे से ऑब्जर्वेशन आ जाता है ऑब्जर्व करते हैं हम किसी पसन को सेल्फ रिपोर्ट में हमारे पास आ जाता है कि अपने बारे में हम बताते हैं सब कुछ ठीक है कि कुछ एक्सपीरियंस हुए अपनी हिस्ट्री के बारे में या फिर जो क्वेश्चन हमसे पूछे जाते हैं क्वेश्चन हमसे साइकोलॉजिकल टेस्ट में भी पूछे जाते हैं बट वो होते हैं ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन ठीक है नेक्स्ट फिर इसमें से क्या आएगा इसमें से हमारे पास आएंगे कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी की जो है डेफिनेशन क्या है किसके बारे में इंटेलिजेंस के बारे में द पावर ऑफ पर्सीवियर एंड नोइंग इज नोन एज इंटेलिजेंस ठीक है नेक्स्ट हमारे पास अल्फा बेन अल्फा बेने हमें क्या कहते हैं इंटेलिजेंस इज द एबिलिटी टू जज वेल अंडरस्टैंड वेल एंड रीजन वेल कि अल्फा बने हमें बोलते हैं कि इंटेलिजेंट वही पर्सन होता है जो क्या कर सकता है किसी भी चीज को अच्छे से जज कर सकता है अंडरस्टैंड कर सकता है और उसका कारण बता सकता है ठीक है नेक्स्ट हमारे पास आती है वेलर की अब वेलर हमें क्या कहते हैं कि ग्लोबल कैपेसिटी ऑफ एन इंडिविजुअल किस चीज की कैपेसिटी टू थिंक रैशनल कि हर चीज के पीछे क्यों लगाना ठीक है हम रैशनल सोच रहे हैं पर्पसफुली एक्ट कर रहे हैं ठीक है और इफेक्टिवली डील कर रहे हैं किस चीज किन चीजों के साथ हमारे एनवायरमेंट के साथ ठीक है द ग्लोबल एंड एग्रीगेट कैपेसिटी ऑफ एन इंडिविजुअल टू थिंक थंक राशनली एक्ट पर्पसफुली एंड डील इफेक्टिवली विद हिज और हर एनवायरमेंट फिर ये जो थ्योरी आती है हमारे पास थ्योरी ऑफ इंटेलिजेंस कितनी है तीन है साइकोमेट्रिक अप्रोच इंफॉर्मेशन प्रोसेसिंग अप्रोच एंड गार्डनर्स थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस इन सबको जो है वो हम डिटेल में कवर करेंगे किसमें नेक्स्ट लाइव में कवर करेंगे जिसमें आपको पूरी हर एक जितने भी पांच साइकोमेट्रिक अप्रोचेबिलिटी पल इंटेलिजेंस तो डिटेल में इन सबको एक्सप्लेन किया गया होगा तब तक के लिए वीडियो को लाइक कीजिए और अपने फ्रेंड्स को भी बताइए कि यूनिमस लेके आ गया है लाइव क्लासेस ठीक है तो तब तक के लिए सब्सक्राइब टू द चैनल थैंक यू सो मच ब