एक वर्क ने माइ चैनल आई एम सिर्फ इस आने एंड आज मैं आपको प्रवाइट की क्लास लेवन की इंग्लिश का चैप्टर द अडवेंचर यह जो चैप्टर है यह लिट्रियल डिफिकल्ड चैप्टर है और आज मैं पूरे कोशिश करूंगी कि आपको यह इंट्रेस्टिंग भी बहुत है उधर क्या इस चैप्टर में जो मारी साफ के में करेक्टर उनका नाम प्रोफेसर गाय तो ने यह एक हिस्टोरियन है एक एक्सीडेंट हो जाता है उस एक्सीडेंट में यह कोमा में चले जाते हैं और उस कोमा की स्टेट में यह अपने माइंड में पैरलल वर्ल्ड में चले जाते हैं समझ गए एक नई दुनिया में यह चले जाते एक अलग दुनिया में यह चले जाते हैं और जैसे कि यह एक हिस्टोरियन है तो इनकी एक जो अलग दुनिया होती है उसकी हिस्ट्री अलग होती है जैसे कि हमारी दुनिया के अंदर जो बैटल ऑफ पानीपत है वह माराठा जो है वह हार गए थे अ कि इनकी जो दुनिया जिसमें यह मूव करके जाते परलेल वर्ल्ड पर बिल्कुल उससे अलग होता है बैटल पानीपत को माराठा जीत जाते हैं और उसका एक बिल्कुल इफ पड़ता है अलग इफेक्ट पड़ता है हमारी कंट्री के ऊपर क्योंकि अगर हिस्ट्री का एक भी वेंट चेंज हो तो आगे तक की पूरी हिस्ट्री चेंज हो जाएगी तो आज हम देखेंगे कि नोट ने जो है उस पैरलेल वर्ड में क्या-क्या जो तो प्रोफेसर गंगाधर पंथ गाय टूंडे नाम है इनका और यह बहुत एमिनेंट हिस्टोरियंट है पब्लिक फिगर है पूने में ठीक है बेसिकली हुआ क्या था जिसने इनका एक्सडेंट हुआ यह जा रहे थे एक पब्लिक फंक्शन में इनको एक लेक्चर देने मतलब कि यह वन थाउसेंट होने वाला था जिसको देने के लिए यह जा रही थी ठीक है तो उनका थाउसेंट लेक्चर देने वह जा रहे थे उन्होंने अपने लेक्चर का टॉपिक रख रखा था बैटल ऑफ पानीपट ठीक है तो यह अना मतलब जब जाए रहते थे में तो जरूर लेक्चर भाषण दे रहा था वह बैटल ऑफ नो अन्द वे जब वह जा रहे थे तो उनको एक ट्रक हिट करता है उनका एक्सीडेंट हो जाता है वह लॉस्ट कर देते कॉंशियसनेस एंड कोमा में चले जाते हैं ठीक है अब जब वह अपनी कॉंशियसनेस गेइन करते हैं तो वह कहां होते तो समझ गए तो वैसे तो वह कॉमा में ही थे बट उनको ऐसा लगता है कि हां भाई मैं जिंदा हो गया हूं मैं एक पैरलेल मैं एक नई दुनिया में आ गया हूं ठीक है तो फिर अभी हम चलते हो उनके चलो पैरलेल वर्ल्ड में कि हमारे जो प्रोफेसर गाय होशा आता है तो अपने घर पहुंचने की कोशिश करते हैं बट वहां पूने में पैरलेल वर्ल्ड में उनका घरी नहीं होता है तो तो ही टोकर ट्रेन टू बॉमबे पूने से बॉमबे की ट्रेन लेते हैं और ट्रेन कौन से उत्य वह जीजी माता एक्सप्रेस जहीं बॉमबे पूने में तो वहां चलता हूं ठीक है तो वेन बागाइटोंडे है गॉट परमिशन टो बॉमबे ही वह स्टोल बाइट बॉमबे उन्हें पता चलता है कि बॉमबे पूरे इंडिया में सिर्फ बॉमबे था जो एक ब्रिटिश टेरिट्री था कि बाकी सब रिटेस्ट ट्रैटरी नहीं थे अभी आप आगे भी समझोगे और कि मतलब क्या-क्या एक हिस्ट्री की वह इवेंट बदलने से क्या-क्या चीनिज आए तो कहते जीजी माता एक्सप्रेस जो थी वह बहुत तेज चल रही थी डेक एन क्वीन से भाड़ी आवाली जगह आती है और ट्रेन स्टॉप करती है कचारत नाम के एक जगह के ऊपर और कुछ देर के लिए यहां पर रुकती है फिर वहां से कल्यान की तरफ चलती है जब वह बैठे वे थे तो वह कहते में बहुत सारे अपने दिमाग चला रहा था और मैंने सोचा कि भाई अब मुझे जगह की हिस्ट्रीय अगर जानने नहीं दुनिया जाना मैं एंटर करा हूं तो मुझे लाइब्रेरी ठीक है तो वह सोचते हैं कि पहले बॉंबई जाकर अपने बेटे से मिलूंगा और उसके बाद जो है मैं लाइब्रेडी जाऊंगा लाइब्रेडी में मुझे जो भी मिलेगा तो मैं वापस आएंगा जब पूने के अंदर तो मैं उनके एक फ्रेंड है राजेंदर देश पा कि यह बारी को यह भी सोचते हैं कि क्या मेरा फ्रेंड राजेंदर देशपांडे इस वाली दुनिया में भी होंगे पैरलेल वर्ल्ड में या नहीं होंगे फिर वह होंगे तो मैं जाकर बात करूंगा ट्रेन रुक जाती है उनकी एक टनल के पास में और एक छोटी से स्टेशन पर यह देखते हैं कि बहुत सारे एंग्लो इंडियन थे अने इनकी ब्रिटिश इंडियन से यूनिफॉर्म में थे और वो ट्रेन के चेकिंग परमिट्स कर रहे थे परमिट्स चेक कर रहे थे अब आप सोचो कि परमिट चेक थोड़ी होते हैं ट्रेन में तो टिकेट चेक हो यह सब एक जो है आप समझो कि उनके परलेल वर्ल्ड में उन्हें दिखाई दे रहा था हमारे ऑथर के ठीक है जैसे कि अगर मैं तो मैं ना बताओ कि बिकुल सिंपल एक एग्जांपल में बताऊं जैसे हम लोग वह देखते हैं अ मार्वल की मूवीज देखते हैं उसमें तो उसी तरीके से आप समझो कि हमारे author अलग parallel world में चले गए हैं तो वहाँ पे उन्हें एक historical event का change दिखाई दे रहा है उससे पूरे हमारे country जो है अलग है ठीक है तो फिर जो है वो कहते हैं उस समय जब मैं ट्रेन में था तो वहाँ पर मुझे खान साहब मिलते हैं और खान साहब जो है गाइट उंडे से पूछते हैं पहली बार बॉंबे जा रहे हो तो वो कहते हैं हाँ क्योंकि मैं इस वाली दुनिया मैं पहली बार बॉंबे जा रहा ह� तो खान साहब कहते हैं कि वो विक्टोरिया टर्मिनस पर जाएंगे वहाँ से ट्रेन बदल लेंगे फ्रंटियर मेल लेंगे फिर फ्रंटियर मेल से वो जो है दिली जाएंगे दिली से लोग और जाएंगे और फाइनली पेशावर पहुँच जाएंगे तो पार्टिक्शन न तो उन्होंने उनकी कहानी पूरी सुनी और फिर जो है वो जी बी एम आर पे पहुँच जाते हैं जैसे जी बी एम आर पे पहुचते हैं तो खान साहिब बताते हैं कि जी बी एम आर है ग्रेट बॉंबे मेट्रोपॉलिटिन रेल्वे ठीक है और वो ये भी बताते है कि देख ठीक है तो ���ह बना हुआ है तो अब हम लोग ब्रिटिश चैरिट्री में एंटर कर चुके हैं वह कहते ट्रेन धीरे-धीरे होने लगते हैं और जो है दादर पर आखिर रुक जाते हैं और बेसिकली वह विक्टोरिया टर्मिनस पर रुक जाते हैं जो खान साहब को और वह कहते हैं स्टाफ बेसिकली एंग्लो इंडियन से कुछ पार्सीज थे वहां पर बृतिश ऑफिसर्स वहां पर घूम रहे थे ठीक है वह ज्यादा हेरान हो जाते हैं मतलब जो उन्हें सोचा भी नहीं था वह कौन सी बिल्डिंग थी इस इंडियन हाउस हेडक्व पर नहीं तो जैसे वहां पहुंचते गए इस्ट इंडिया कंपनी का हिटकॉर्टर दिखता है और वह बहुत शौक था क्योंकि प्रोफेसर गाय टोंडे के मुताबिक और हमारे वर्ल्ड की असली हिस्ट्री के मुताबिक तो 1857 के बाद जो है टीम पीवेंट में जो क्रांटी हुई थी उसके बाद जो है आप इस इंडिया कंपनी जो है इंडिया से चली गई थी ठीक है बंद हो गई थी आप समझो बट यहां पर इनके यहां पर जो जिस वर्ल्ड में यह है तब भी इस्ट इंडिया कंपनी वहां पर चल रही थी ठीक है तो पर काफी चेंज देखता है फिर वह देखते हैं चाहिए इस इनके अपने यहां पर तो वह स्ट्रीयर लगे हां क विरमें क्या देखता है वह कहते हैं जैसे मैं हॉन बाई रोड मॉमेबी की हॉन बाई रोड पर चल रहा हूं तो वह कहते हैं बड़े अलग-अलग दुकाने और ऑफिस मिल रही होती है मुझे कोई है लुट कि वह में है लुट होती है हाउस बिल्डिंग नहीं थे बूट की और डिपार्टमेंटल स्टोर थे वूलवर्थ और लिलॉइड बाइकली यह सब ब्रिटिश बैंक्स थे वहां पर अलावा लोग स्ट्रीट एंटर फोब्स बिल्डिंग फिर वह फोब्स की बिल्डिंग में यहां पर एंटर करते हैं और फोट्स की बिल्डिंग में जाकर पूछते हैं कि ना इन्टर विनेग आईटोंड इस ट्रेडिंग में जाकर रिसेप्शन इससे पूछते हैं उसकी रिसेप्शन का फिर चेक करती है वह बड़ी टेंशन में आ जाती है वह जब भूल रही हम यह विनेगा इटोने नाम की इंसान हमारी इस ब्रांच में ही नहीं, इंडिया में हमारी जितनी भी ब्रांचें, मतलब कहीं पे भी वो काम नहीं करते हैं, तो फिर हमारे ओथर बाहर आ जाते हैं, उन्हें बिना कुछ कहें, और वो तो मेरा बिटा इस वर्ल्ड में एक्सिस्ट नहीं करता फिर वह सोचते क्या पाता भाई मैं ही एक्सिस्ट नहीं करता हूं इस वर्ल्ड में और फिर वह कहते हैं मैं इतना ज्यादा ना सोच-विचार करने अलार्म इनसान यू कि मेरे को चिंता होगी अरे मेरा बिटा नहीं है इस दुनिया में तो फिर वह कहते हैं मैंने इस बात को छोड़ा और मैंने सो� मैं जाता हूं लाइब्रेरी में तो वो डिसाइड करते हैं एशियेटिक सोसाइटी में जाएंगे लाइब्रेरी में जाएंगे वहाँ पर हिस्ट्री को जानने के लिए वो कहते हैं मुझे लगा यहाँ पर टाउन हॉल होगा कहीं जगह आगे जहां से मैं लाइब्रेरी की त फिर उन्होंने समुद्र गुप्ती की हिस्ट्री पड़ी, मुहम्मद गौरी की पड़ी और फूर्थ वॉल्यूम पे आके डेथ ओफ और अक्जेप पड़ उन्होंने पड़ी, तो वहाँ तक हिस्ट्री सेम थी, वो कहते है जैसे ही मैं आया फिफ्ट वॉल्यूम पे, तो व कि वैसे क्या हुआ था देखो बैटल ऑफ पानीपत के अंदर जो माराठाज की लीडर थे उनकी जो है वह शहीद हो गए थे और वहां से जो है फिर जो है वह लोग जीत गए थे जो यह काबूल से आया थे अब दाली जो है वह जीत गए थे बट यह वाली अब अदली जो है उनको काबूल वापस भाग भगा दिया जाता है और माराठा अर्मी जो है जीत जाती है ठीक है तो यह चीज उनको समझ में आती है बट उस बुक में भी डिटेल इवेंट्स नहीं दे रखे थे कि कैसे माराठा आर्मी जो है वो जीट जाती है तो इसलिए प्रोफेसर सोचते हैं कि वो कुछ और भी पढ़ेंगे तो आथर की जो है और ही रिकगनाइज राइटिंग स्टाइल टू बी हिस जब वो पढ़ आय तो आफ्टर द वार होने जितना समझ में आता है कि माराठा ने इस्टैब्लिश कर ली थी स्प्रियोरिटी इन द नदर नीजन ऑल्सो विच वर्क एज ग्रेट कॉनफिडेंस बूस्टर फॉर दें तो बेसिकली मतलब ब्रिटिश राज नहीं आ पाया माराठा आर्मी नहीं ह ओके तो उनको ये चीज समझ में आ जाती है कि मराठास का कंट्रोल बहुत जो है मराठा की पावर बढ़ जाती है बहुत ज्यादा हमारी कंट्री के अंदर और जो इस्ट इंडिया कंपनी थी वह एक सिंपल कंपनी की तरह ज्यादा तर काम कर रही होती है फ्यू इंडियन सिटीज में लाइक बॉंबे कैलकटा मदरास थे बट वह सिर्फ इसलिए थे क्योंकि पॉलिटिकल रिजन्स की वजह से और वैसे जो है और अब इस इंडिया कमेशन के अगर हम बात करें तो वह भी जो है बेसिकली इंडिया की हेल्प करने के लिए ही वर्क कर रही थी ठीक है इस इंडिया कमेशन जो भी काम कर रही थी वह जो है बेसिकली हमारे लोकल सेंटर्स को ग्रो करने के लिए वहां पर चल रही थी तो मतलब कि यह था कि इंडिया था ठीक है प्रॉपर इंडिया था मराठास का रूल जो है इस वाले इनके परलेल वर्ल्ड में अ ठीक है आगे पर सेंचुरी तक समझ में आ गया उसके बाद उन्हें क्या पता चलता है कि 20th सेंचुरी के अंदर इंडिया डेमोक्रेटिक कंट्री बन जाता है वेस्ट की हमारे डिमोक्रेसी आ जाती है पेशाहवाज और माराठा जो है वह भी उनकी भी जो एमपायर के लूज करते रहते हैं वह और फिर डेमोक्रेटिक सेट अप यानि कि गवर्नमेंट हमारे एस्टैब्लिश हो जाती है माराठा रूल भी मतलब स्लो नहीं लगता है ठीक है मुगल सल्तनीत जो है डेली में वह सर्वाइव रहती है बड़ उसका कोई ऐसा इंफ्लूएंस जो नोए रियल वर्ल्ड में देगा तो से बहुत लग था दिस कंट्री न्यू हाउ टू स्टैन ऑन इट्स ओन फीट यह कंट्री जानती पर परोपर खड़ा हुना एडिट वॉजन लॉंगर स्लेव अंडर वा� पूस्ट ऑन द सबकॉंटिनेंट रीजन बाइट ब्रिटिस तो बॉंबे आप पूस्ट बन चुका था यानि कि बॉंबे ब्रिटिस टेलिफिक्ट था पूरे इंडिया के अंदर एंड अकॉर्डिंग ट्रीटी 1908 और एक ट्रीटी हुई थी 1908 में इसके मतावग जो है बॉंबे था वह भी से 2001 तक 2001 के बाद वह भी इंडिया को जाएगा ब्रिटिश इसका वह भी नहीं रहेगा ठीक है बट जो है हमारे कि महराठाज जो है वो बैटल जीते कैसे आचले, क्योंकि महराठाज के बैटल जीतने के बाद भी तो वो भाग गए बदली, तो उससे एफेक्ट पढ़ा था, तो वो ये नहीं जान पाए थे कि महराठाज अचले में जीते कैसे थे, तो वो फर्थर स्टडी करने के लिए व क्योंकि वो entertainment के लिए जादा होती थी, यानि कि उसमें historical events के साथ कुछ बातें mix भी कर रखी होती थी, बट वो कहते हैं, बट फिर भी मुझे जानना था कि भाई कैसे माराठास जीते है तो मैंने उनकी बुक जो है वो स्टडी करी उनकी बुक में उन्हें पता चलता है कि जो विश्वास राउ थे जो माराठा आर्मी के लीडर थे तो इस वर्ल्ड में यह लिखा वा था जिससे माराठा आर्मी के लीडर थे जो उनकी बुलिट लग गई थे और वो शहीद हो गए थे तो उनके शहीद होने के बाद जो माराठा आर्मी थी उनका मुरैल लूज हो गया था और हार गए थे जंग वो तो क्या होता है यहाँ पे जीत जाते हैं ठीक है अब वह इतना सब कुछ पढ़ी रहे होते कि वह लाइब्रेडियन आ जाता है और वह नहीं कहते है कि भाई आप जो है कल यह सब बुक्स पढ़ सकते हो अभी हमें लाइब्रेडी बंद करने का टाइम आ गया है बंद करने का टाइम आ गया है तो आथर पूछते कल कब खुलेगी तो वह गया थे एट ऑक्लॉक खुलेगी ठीक है तो आथर उनको यह भी ब चीज जो है वह अपनी जेब में रख लेते हैं वह अपनी राइट पॉकेट के अंदर जो भागर की बुक थी उसको भी रख लेते हैं गलती से मतलब देखो वह नहीं क्या करें बेसिकल ने लाइब्रेडी से बुक रख लिया और वह कहते मैंने बाय ठीक है तो कहते फिर मैंने सोचा मैं अजाद मेदान की तरफ चला जाता हूं क्योंकि वहां पर बहुत सारा क्राउट था बेसिकली असली दुनिया में भी उन्हें अजाद मेदान में ही भाषण देने के लिए जाना था तो वह पैरलल वर्ल्ड में भी अजाद मेदान की तरफ चले जाते हैं वह कहते हैं जैसे मैं अजाद मेदान में गया तो वहां पंडाल लगावा था कहें मैंने तो जो speaker था उन्होंने जो मतलब वहां भाषण दे रहा था उसने इनको रोका और कहा कि क्यों तो मिस्ट चेयर के ऊपर बैठे हो और वह उन पर चिलाने लगता है कि इस चेयर को खाली चरो जो प्रेसिडेंशियल चेयर थी प्रेसिडेंशियल के लिए तो इसको खाली करो खा तो हमारे author कहते है कि ऐसा हो ही नहीं सकता कि जो है chair person ना हूँ बट speaker कहते है नहीं हम ये सब चीजों के अंदर नहीं मानते है speaker कहते है chair को खाली चोड़ो चेर पे कोई नहीं बैठेगा तो इस parallel word में कहे कि अगर कोई भाषण हो रहा है तो वो जो chair है बट हमारे author को ये चीज पसंद नहीं आती है author नहीं कहेंगे जो हमारे प्रोफेसर गाइटोन ने होने यह चीज पसंद नहीं आती है वो कह रहे हैं मैं गया स्टेज पे मैंने माइक लेके भाषट देना शुरू कर दे कि क्यों चेयर खाली नहीं चोड़नी चाहिए उन्होंने बोला कि चेयर को यहाँ पे खाली रखना है इसका मतलब तो यह हो गया जैसे कि शेक्सपेर तो चलो जब आप ग्रेजुएशन में अगर इंग्लिश करेंगे तो मैं पढ़ा दूंगी आपको तो शेक्सपेयर के हैंब्रेट में प्रिंस ऑफ डेनमार्क जो बहुत इंपोर्टेंट कैरेक्टर है तो उनके बिना तो यह प्ले आगे नहीं बढ़ सकता तो बेसिकली पर्सन है तो वह क्या है एक ऐसा भाषण आप कर रहे हो तो वह ऐसे कहते कि नहीं यहां पर कोई होना चाहिए और वह अपना आगे बोलना शुरू कर देते हैं तो इतने में लोग उन पर गुस्सा आ जाते हैं और उनके ऊपर कहते हैं कि हमें नहीं सुनना तुम्हें नहीं, chair person आके जूटे वादे करके जाते हैं लोगों को, हम लोग जो है इस चीज में नहीं मानते हैं, तो यहां देखो यह parallel world में क्या है, वो chair person के उपर जो है, यानि कि एक जो chair है वहाँ पे बैठ के उसको refer करके, जो है speaker बात नहीं करेंगे, इस चीज में, यह old custom में यह लो नहीं मानते ठीक है वह नहीं कहते आप हट जाओ यहां से हमें तुम्हें नहीं सुनना है हमें सिर्फ अपनी स्पीकर को सुनना है बट प्रोफेसर अपनी स्पीच देने लगते हैं ऑडियंस गुस्सा जाती उनके पर टमाटर अंडे पता या क्या फैक्टने शुरू एकदम से ऑफर गायब से हो जाते हैं वहां पर ठीक है अब जो है एकदम से क्यों होता है जब यह भगदर मचती है तो शायद ऑथर को जब पैरलेल वर्ल्ड में ऑथर बेहोश थे ना कोमा में थे बेसिकली तो जब वह अजार मेधार में वह पांटर माटर गिरते हो भगदर मचती है तो उन ठीक है यह काफी मुश्किल लगता है चाप्टर बट अब समझ में आ रहा है आपको आ रहे तो बताते हो कॉमिन सेक्शन में तो उनको रियल वर्ल्ड में भी होश आ जाता है अजाद मेदान की भगदर के बाद लोग इन्हें जब अटाने आते हैं स्टेट से तो फिर वह तो he narrated everything that he saw जो भी उन्होंने कोमा इस समय में वह परिवर्ड में देखा वह सब वह बताते हैं अजादमेदान वाली पूरी के पूरी घटना एवरीथिंग टू राजेंदर जी उनकी यह बात सुनकर जो है काफी हैरान हो जाते हैं और रिप्लाई करते हैं और उनसे की पूछते हैं कि तुम ज� में थोड़े से भी चेंजेस आ जाए तो उसमें इंसान के बिहेवियर पर क्या इफेक्ट पड़ता है बेसिकली अगर एक इवेंट चेंज हो तो उसका आगे क्या इफेक्ट पड़ेगा कैटेस्ट्रॉफ थिवरी यह होती है जैसे हिस्ट्री में से सोचा जाता है वह राजिंदर जी को यह समझाते हैं तो राजिंदर जी को हसी आती है कि अच्छा के टककर से पहले यह सब बातें सोच रहा था तो विश्व उनको यह भेवशी में सब चीज दिखाई दियोंगे तो वह कहते नहीं ऐसा नहीं था देखो मैं अपना जो है ऐसा नहीं मेरा माइंड मेरे साथ ट्रिक्स कर रहा था बेसिकली वह अपनी भी हो रही थी और हमारे जो आप गाइट उन्हें दिया जो प्रोफेसर है उनको जो है टमाटर माटर फेक के मारे लोगों ने उन्हें कहा कि हाथ यहां से तो उस बीच वह कोमा से होश आ जाता है उनको और यह जितने भी बातें थी ना देखो अभी तक जो उन्हें बताइए जीती माता एक्सप्रेस लेकर आजार्थ मेजान के इंसीजेंट तक यह बात वह हमें भी बता रह नहीं ठीक है यह सब फ्लैशबैक पर उनको बता रहे हैं मैंने दो दिन में यह सब कुछ कोमा में जो है या मैंने पैरल वर्ड में सब एक्सप्रीजेंस कराएं और अब राजिंद्र प्रसाद से एक क्वेश्चन पूछकर आते हैं वह कि ऐसा क्यों रहा है तो राजिंद्र प्रसाद जो है जब वह दिखाते हैं वह कॉपी का पीस होंगो तो अपने दोस्त को बोलते कि रुको मैं पास प्रूफ है देखो यह जो पेपर है यह देखो यह मैं वहां से लेकर आए हूं जब मैं बैंक नरवाल्ड में था उस पेपर को देखकर हमारे जो राजींदर जी है जो उनके फ्रेंड है वो हत्यारान हो जाते है कि वो एक प्रेपर तो वह कहते हैं देखो यह बाखर वाली बुक जो मैं हाथ से लेवा परिवर्ड से उसका एक फटावा पेज है पेज मेरे पास कैसे आया है जब अजादमिदान की लड़ाई में शायद बुक गिट गई होगी एकी पेज मेरे पास रह गया है और मैं आज के समय की मतलब की जो हमारा रियल वर्ल्ड है उसकी जो बाखर की बुक है वहाँ से यह सेम पेज लाया हूं उसको पढ़ो तो वह शहीद नहीं होते हैं और जो आर्मी है उसका कॉन्फिडेंस और ज्यादा बढ़ जाता है वह मराठा आर्मी जीत जाती है जो वह बाकर के असली बुक थी हमारी रियल वर्ल्ड के उसमें रिखा बता कि वि वो भी मिस कहीं पर गुम हो जाते हैं वो पूरे के पूरे यूद के अंदर मेले में मेले मतलब जो यूद हो रही थी यूद के बीच वो कहीं गायब हो जाते हैं पता नहीं उनकी जो है वो भी शहीद हो गए या वो कहीं खो गए क्या हुआ पता ही नहीं चलता है अस्तियत मे और मराठा हार जाते हैं ठीक है वैसे वह गया थे कि वैसे तो मराठा आर्मी और जो बदाली थी वह बिल्कुल जो है आपस में तक्कर की थी बस जो है जब लीडर्स नहीं रहते मराठा आर्मी के विश्वास राव भी नहीं रहे और उनके अंकल भी तो यह असलियक में हुआ था उनकी जो दूसरी वाली बुक थी जो वहां से लेकर आते हैं पैरलल वर्ल्ड से उसमें लिखा था कि उनको बुलट नहीं लगती है और मराठा आर्मी जी जाती है और यहीं से सारे चेंजेस होते हैं अब यहां पर राजेंदर प्रसाद बहुत कंफ और दूसरा है lack of determinism in quantum theory अब catastrophe theory क्या होती है catastrophe theory simple यह है कि एक स्मॉल चेंज भी अगर एक सरकंस्टेंस में हुआ है यानि कि एक पर्टिकुलर सिचुएशन है उसमें अगर एक छोटा सा भी चेंज हो जाए तो उसका एक बहुत बड़ा अफेक्ट आएगा जैसे कि माराठा वाली आर्मी में लड़ाई में दिखाया कि जब विश्वास राजी जो है वह शहिद नहीं हुए तो वह लोग माराठा आर्मी जो उनकी वो जीत थे ठीक है अब फिर वह यह भी पूछते हैं कि पर्टिकुलरली वहां तक पहुंचे कैसे होंगे दूसरी चीज वह यह बताता है कि कैसे तुम जो है उस परिणल पर में पहुंचे होगे तो वह से बताते हैं लाक ऑफ डिटर् आप लोगों को जिन बच्चे के फिजिक्स है शायद आपने इसके बारे में पढ़ भी रखा है। मैं शायद ही आपको इसको अच्छे से explain करता हूँ। बेसिकली वो ये बताते है कि जिस तरीके से जो atoms होते हैं उसको जो nucleus के आसपास में जिस तरीके से electrons एक state तो हमें नहीं पता जो ये electrons होते हैं, ये charged होते हैं, कि ये किस समय एक definite path नहीं होता है, हमें नहीं पता कि ये कब एक state से दूसरी state में move करेंगे, ठीक है, यहाँ पर आप ये देख सकते हैं, ये जो एक diagram है, तो हमें नहीं पता कि ये जो electrons है, ये एक state से दूसरी state में कब shift करेंगे, हाँ ये होते हैं, और ये अहर state के अंदर move करते रहते हैं, तो ऐसे ही वो कहते हैं, कि इस तरीके से आप मान लो, कि ये अलग-अलग worlds हैं, और हमें नहीं पता कि हम कैसे एक वर्ल्ड से दूसरे वर्ल्ड में शिफ्ट कर सकते हैं हम कर भी सकते हैं तो हमारी अपनी रियालिटी के हां हम इस दुनिया में रह रहे हैं बट येस हम कहीं ना कहीं किसी और वर्ल्ड में भी पहुँच सकते हैं जैसे ये जरूरी तो नहीं है कि हां नहीं हम पता है कि यह नहीं और यह दर्ज उदर मूव भी कर सकते हैं वैसे वह यह जाते हैं कि यह जो हम लोग हैं हम लोग भी एक वर्ल्ड से दूसरे वर्ल्ड में मैं आपको बहुत सिंपल करके बता रही हूं हम लोग भी चाहिए कि ऐसा क्या हुआ ऐसा क्या चीज हुई कि मैं पर वर्ड में पहुंचा कैसे तो वह नहीं यह भी बताते हैं कि जिस समय पर आपकी टक्कर हुई उस समय पर जो आपके मन में बात चल रही थी कि आप सोच रहे थे जाते-जाते पानी पत्र एलेक्ट्रोन बूफ करते हैं वैसे ही तुम भी एकदम से किसी और दुनिया में पहुंच गए अब फाइनल ली जो है काइट ऑन ले यह पूछते कि पर ऐसा हुआ कैसे कि मैं पर वर्ल्ड में पहुंचा तो वह फिर उन्हें एक्सप्लेज करते हैं ट्रिगर दबाए जाता है और कहीं ना कहीं पता होता है कि वह जाकर शूट करेंगे अ तो एक ट्रिगर की जरूरत होती है वैसे ही वह कहते कि शायद जिस समय पर जब तुम्हारा कोलीशन हुआ था तो आप से टककर हुई तो उस समय पर तुम इन ही सब चीजों के बारे में सोच रहे थे तो मारे दुमाग में यही बात चल रही थी कि अगर बैटल यही सोच रहा था इन फैक्ट मैजान मेदान में जब अपना थाउजन लेक्चर देने के लिए जा रहा था तो मेरा तो टॉपिक ही यही होने वाला था कि अगर बैटल ऑफ पानीपट अलग तरीके से होती है नहीं कि बैटल ऑफ पानीपट में माराठा जीत रहे होते तो क्या हमारी हिस्ट्री रहती मेरा तो लेक्चर इसी पर था मैं यही बात करने वहां जा रहा था और एक तरीके का ट्रिगर की तरह यह परफॉर्म करा और वह जब कोमा में गए तो उस दुनिया के अंदर पहुंच जाते हैं तो विद जो है फिर उनके दोस्त कहते राजियां ने चलो कुछ तो तुम्हें आंसर मिल गया तुम्हें जो है तुम्हारे साथ हुआ है उसका और तुमने एक समय पर देखो हम एक रियालिटी में जीत सकते हैं ठीक है हम परिवर्ड में एक ही बार तो फिर वह जो है हमारे प्रोफेसर टो नहीं जाऊंगा क्योंकि मेरा जो है मेरा वह तो मैं और यहां पर देकर आ चुका हूं कहां पर अपने उस वर्ल्ड के अंदर ठीक है तो जो है विद इस यह वाला आपका जो है पूरा चैप्टर कंप्लीट आप यह चैप्टर आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कोई क्वेरीज है तो आप भी पूछ सकते हो जो लाक ऑफ डिटर्मिनिजम जाली जो थिवरी है वाली टो मिलेजे में इन क्वांटम थिवरी इसके बारे में मैं आपको डिटेल में नहीं बताया है तो इसके आपको टेंशन लेने की जरूरत है इस पूरे चैप्टर के बेस क्वेश्चन की ऐसे क्वेश्चन कर लिए तो इस वॉक्स में गिवन है फर्स्ट कमेंट में भी गिवन है वहां से जाकर वह क्वेश्चन जरूर प्रिपेर कर लिया यह चैप्टर हो जाएगा आपका बिल्कुल अच्छे से तैयार कोई क्वेरीज है तो आप भी पूछते कॉमिंग में मैं विलूंगी नेक्स्ट और जो है economics और physical education के notes देख सकते हो तो मैं चलती हूँ बाबाई टेक येर बेस्ट ओफ लुक