भारत में राष्ट्रवाद (Nationalism in India)
परिचय
- आज का विषय: कक्षा 10 इतिहास का चैप्टर "भारत में राष्ट्रवाद"
- प्रमुख मूवमेंट्स: नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट और सिविल डिसोबिडियंस मूवमेंट
प्रथम विश्व युद्ध, खिलाफत और नॉनकोऑपरेशन मूवमेंट
- प्रथम विश्व युद्ध के प्रभाव:
- आर्थिक समस्याएँ, टैक्स बढ़ना, महंगाई
- लोगों का गुस्सा और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ नाराजगी
- महात्मा गांधी का सत्याग्रह:
- सत्य और अहिंसा का सिद्धांत
- चंपारण, खेड़ा और अहमदाबाद में सत्याग्रह का प्रयोग
- रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग:
- बिना ट ्रायल के गिरफ्तारी का कानून
- जलियांवाला बाग नरसंहार ने लोगों को आक्रोशित किया
नॉनकोऑपरेशन मूवमेंट
- मूल भावना:
- ब्रिटिश सरकार के साथ सहयोग न करना
- स्कूल, कॉलेज और सरकारी सेवाओं का बहिष्कार
- भागीदारी:
- विभिन्न वर्गों के लोगों की भागीदारी
- सीमाएँ:
- खादी महंगी थी, लोग वापस विदेशी कपड़ों की ओर मुड़ गए
सिविल डिसोबिडियंस मूवमेंट
- प्रारंभ:
- महात्मा गांधी का दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह)
- सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत
- विशेषताएँ:
- ब्रिटिश कानूनों का उल्लंघन
- नमक कानून तोड़ना
- विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार
- सीमाएँ:
- हिंदू मुस्लिम एकता की कमी
- जातिगत भेदभाव
राष्ट्रीय भावना का निर्माण
- संस्कृतिक प्रक्रिया:
- भारत माता की छवि
- वंदे मातरम् गीत
- भारतीय इतिहास का पुनर्लेखन
निष्कर्ष
- सिविल डिसोबिडियंस का अंत:
- गांधी-इरविन पैक्ट
- चर्चा के लिए गांधीजी का लंदन दौरा
- छात्रों के लिए सुझाव:
- एनसीईआरटी किताब का अध्ययन आवश्यक
यह नोट्स कक्षा 10 के इतिहास के चैप्टर 2 "भारत में राष्ट्रवाद" का सारांश प्रस्तुत करते हैं और छात्रों के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण बिन्दुओं को कवर करते हैं।