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IAS Trainee and Fraudulent Activities of Pooja Khedkar

उनके एडवोकेट वैभव कुलकर्णी ने सीआईटी को बताया कि उनकी क्लाइंट पूजा में एक मेंटल इलनेस है क्लस्ट्रोफोबिया जिसकी वजह से वह एमआरआई स्कैन नहीं करवा सकते 18 मई को नवी मुंबई के डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस विवेक पंसारे को एक कॉल आता है और उन पर दबाव डाला जाता है कि व एक आदमी को छोड़ दें जो एक स्टील की चोरी में पकड़ा गया है कि यह मेरे आने से पहले हो जाना चाहिए ना कि आने के बाद कि पूजा की सात प्रॉपर्टीज हैं अहमदनगर और पुणे में जिसकी टोटल वैल्यू 17 करोड़ है और इन प्रॉपर्टीज से उन की एनुअल इनकम 48 लाख है और यही डीओपीटी ने उनको नॉन क्रीमी लेयर की ओबीसी रिजर्वेशन भी दे दी क्या चल रहा है हमारे देश में हर साल करीब 10 लाख कैंडिडेट्स यूपीएससी का एग्जाम देते हैं एक सपने के साथ कि एक दिन वो डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर हेल्थ सेक्रेटरी या फिर प्राइम मिनिस्टर के ऑफिस में काम करेंगे देश की सेवा करने के लिए उनके लिए मूवीज बनाई जाती है उनको इंस्पायर करने के लिए कि हार मत मानो रीस्टार्ट रीस्टार्ट करो पर अगर एक दिन आपको पता चले कि जिस रेस में आप भाग रहे हो लाखों स्टूडेंट्स के साथ बस कुछ सीट्स के लिए वो रेस स्टार्टिंग से ही फिक्स थी तो आपका क्या होगा आपको तो बोला जा रहा है रीस्टार्ट करो रीस्टार्ट करो पर कोई और फिनिश लाइन तक पहुंच गया है वो भी चीटिंग के साथ मिलिए पूजा खेड़कर से एक आईएस ट्रेनी जो पुणे में अपनी ट्रेनिंग कंप्लीट कर रही थी पर उनका बिहेवियर एक सरकारी कर्मचारी की तरह नहीं बल्कि देश की महारानी की तरह था उन्होंने कई स्पेशल प्रिविलेजेस की मांग करी जैसे अपनी प्राइवेट डी गाड़ी में लाल बत्ती वीआईपी नंबर प्लेट और महाराष्ट्र सरकार बोर्ड की मांग आईएस पूजा ने कलेक्टर को अपने लिए अलग से बैठने की व्यवस्था कार आवाज और कांस्टेबल तक की मांग की थी उनकी करतूतों ने पूरी सरकार को हिला दिया है गवर्नमेंट ने एक पैनल तो क्रिएट किया इसके बारे में इन्वेस्टिगेशन करने के लिए और प्राइम मिनिस्टर ऑफिस ने खुद एक रिपोर्ट मांगी उनके केस पर जिसके बाद फर्जी प्रमाण पत्र जमाकर आईएस बनने के आरोपों की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक समिति बना दी है पर ये केस इतना शॉकिंग है कि कुछ डिटेल पर आपको विश्वास ही नहीं होगा आपको लगता है कि यह सिस्टम हैंग करते हैं पर इनसे मिलिए जो सिस्टम को हैंग नहीं बल्कि सिस्टम पर चाटा मार र जानते हैं इस केस की सारी डिटेल्स अब सिस्टम्स की बात कर रहे हैं तो हमें बहुत बड़े रिफॉर्म्स चाहिए आईएएस या फिर आईपीएस लेवल में ही नहीं बल्कि हमारी अंडरग्राउंड एजुकेशन जैसे हो रही है अब गवर्नमेंट कब स्टेप्स लेगी ये हमें पता नहीं पर कुछ चीजें आप खुद कर सकते हो जैसे न आर की पेड मास्टर क्लास लेकर एआई और चैट जीपीटी पर जो आपके लिए बिल्कुल फ्री है डिस्क्रिप्शन में लिंक है वैसे ही क्लास पेड होती है पर पहले हजार लोग के लिए ये फ्री है इससे आप अपने काम में एफिशिएंट हो सकते हो और अपनी जॉब में और वैल्युएबल इस वर्कशॉप में प्रोमट ंग और एआई की कई और टेक्निक्स सिखाई जाएंगी आपको जो बहुत कम लोगों को पता होती है तो चाहे आप नॉन टेक्निकल हो जैसे आप एचआर फाइनेंस ऑपरेशंस या फिर मार्केटिंग में हो या फिर एक फाउंडर या फिर फ्रीलांसर हो आपको इस वर्कशॉप से फायदा मिल सकता है इस वर्कशॉप को 1 मिलियन से भी ज्यादा लोग अटेंड कर चुके हैं यहां आप सीखते हो कि आप एआई की मदद से जॉब्स कैसे ढूंढ सकते हो बड़े-बड़े कैसे कर सकते हो रेजूमेक्स कैसे इंप्रूव कर सकते हो और आप अपनी ब्रेनस्टॉर्मिंग कैसे इंप्रूव कर सकते हो जिससे आपको कई आइडियाज मिले तो जल्द रजिस्टर करो याद रहे वर्कशॉप बस पहले हजार लोगों के ले है अब आते हैं वीडियो पर वापस महाराष्ट्र के अहमदनगर डिस्ट्रिक्ट में एक तहसील है पाथर डी उधर एक परिवार है जिसमें कई पॉलिटिशियन और ब्यूरोक्रेट्स हैं यह पूजा का परिवार है उनके पिताजी दिलीप राव खेड़कर एक रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर हैं जो महाराष्ट्र पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में काम करते थे और व एक पोलि भी उन्होंने 2024 के लोकसभा इलेक्शन वंचित बहुजन अगाड़ी पार्टी से लड़े और उनको उधर 15000 वोट्स भी मिले पूजा की मां उसी तहसील में भाल कांव गांव की सरपंच है जहां से परिवार आता है वो एक पुराने वीडियो में भी पाई गई जो अभी रिसेंटली सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जहां वो एक किसान को धमकी दे रही थी बंदूक के साथ गांव के कई लोगों ने कहा कि यह परिवार किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रहा है और जो मां है मनोरमा खेड़कर वो उस समय एक किसान को धमकी देने आई थी अपनी सिक्योरिटी गार्ड के साथ पर मैं इस इंसिडेंट के बारे में और बात नहीं करना चाहता क्योंकि मैं फोकस करना चाहता हूं पूजा के केस में पूजा के दादाजी भी एक सीनियर ब्यूरोक्रेट थे हमारी सरकार पूजा ने अपनी एमबीबीएस पुणे से करी और उन्होंने कहा कि उन्होंने दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में काम भी किया है एज एन एंडोक्रिनोलोजिस्ट ये वो डॉक्टर्स होते हैं जिनको हार्मोंस के बारे में पता होता है उन्होंने यूपीएससी का कई बार एग्जाम दिया और 2019 में इंडियन रेवेन्यू सर्विस यानी कि आईआरएस में उनको भर्ती भी मिल गई आई वाज सपोज टू बी एलोकेटेड टू आईआरएस आईटी बट मा मा एलोकेशन इज पेंडिंग इज इट ऑन अकाउंट ऑफ सम लीगल इश्यूज यस सर व्हाट वाज दैट सर सम टेक्निकल इश्यूज इन द ओबीसी एलोकेशन ओ जिसके बाद उन्होंने नवंबर 2021 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में असिस्टेंट डायरेक्टर की जॉब के लिए अप्लाई किया और उनको वो जॉब मिल भी गई और इसी साल 2021 में उन्होंने यूपीएससी का एग्जाम फिर दिया और उनको आईएएस की रैंक भी मिल गई उन्होंने अप्लाई किया था दो रिजर्वेशन कैटेगरी के नीचे पहला है ओबीसी और दूसरा है पीडब्ल्यू बीडी पर्सन विद बेंचमार्क डिसेबिलिटी कैटेगरी डिसेबिलिटीज में भी उनको हाईएस्ट कैटेगरी की रिजर्वेशन मिली थी लेवल फाइव लेवल फाइव उन लोगों के लिए होती है जिनके पास मल्टीपल डिसेबिलिटीज होती हैं पूजा ने यूपीएससी को कहा था कि उनके पास दो डिसेबिलिटीज है एक तो वो विजुअली इंपेयर्ड है यानी कि वो ढंग से देख नहीं सकती और दूसरा वो मेंटली इल है और अब कंट्रोवर्सी स्टार्ट होती है 22 अप्रैल 2022 यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने के बाद न्यू दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल ने पूजा को बुलाया मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए ताकि उनकी डिसेबिलिटीज वो वेरीफाई कर सके एम्स हस्प टल के ड्यूटी ऑफिसर ने उनको छह बार बुलाया पर हर बार पूजा ने मना कर दिया कई बार उन्होंने यह रीजन दिया कि कोविड है उनको और दूसरी बार उन्होंने ये रीजन दिया कि वो एमआरआई स्कैन करवा नहीं सकती पूजा का एक्चुअली एम्स में एक एमआरआई स्कैन होना था यह वेरीफाई करने के लिए कि जो उनकी आंखें हैं उनमें एक्चुअली कोई विजन लॉस हो चुका है या फिर नहीं पर पूजा ने यह करने से मना कर दिया अब जो सरकारी डिपार्टमेंट जो आईएस ऑफिसर्स की रिक्रूटमेंट लिए जिम्मेदार होता है वो होता है डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग डीओपीटी 22 सितंबर 2022 में एम्स ने एक लेटर लिखा था डीओपीटी को ये कहते हुए कि जो कैंडिडेट है वो हमारे साथ कोऑपरेट नहीं कर रही है मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए फिर अगले महीने 14 नवंबर 20222 को एम्स ने एक और लेटर लिखा डीओपीटी को और कहा कि इसको कैंडिडेट नहीं बनाना चाहिए हमें फिर पूजा अपना केस लेकर गई सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइबल यानी कि सीटी के पास ये वो सरकारी बॉडी होती है जो गवर्नमेंट ऑफिशल्स की रिक्रूटमेंट पर कोई भी डिस्प्यूट होता है तो उस मैटर को वह सेटल करते हैं उनके एडवोकेट वैभव कुलकर्णी ने सीआईटी को बताया कि उनकी क्लाइंट पूज में एक मेंटल इलनेस है क्लस्ट्रोफोबिया जिसकी वजह से वोह एमआरआई स्कैन नहीं करवा सकती क्लस्ट्रोफोबिया बेसिकली एक डर होता है जब आपको एक बंद जगह में बहुत अजीब सा लगता है अपने आर्गुमेंट में वैभव ने कहा कि आप एमआरआई स्कैन मत कराओ बल्कि दूसरे तरीके से उनका मेडिकल एग्जामिनेशन कर लो पर सीटी ने यह करने से मना कर दिया इसके बाद पूजा अपने केस के साथ बॉम्बे हाई कोर्ट चली गई फिर बॉम्बे हाई कोर्ट ने पूजा के हक में रूलिंग करी उन्होंने कहा कि आप सीआईटी की इन्वेस्टिगेशन बंद कराओ और एम्स न्यू दिल्ली को कहा कि अब दूसरे तरीके से इनका मेडिक एग्जामिनेशन कराओ उसके बाद क्या हुआ हमें नहीं पता उनके लॉयर ने कहा कि पूजा ने उनको बताया कि उनका मेडिकल एग्जामिनेशन हो गया है और उनको क्लीयरेंस भी मिल गई है अब जो लेटेस्ट न्यूज़ आई है उसने बताया कि पूजा ने एक प्राइवेट मेडिकल फैसिलिटी से अपना एमआरआई स्कैन करवाया था और वो सबमिट किया एम्स न्यू दिल्ली से नहीं पर इसके बाद यह मैटर दब गया अब इसके बाद पूजा की ट्रेनिंग स्टार्ट हुई पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टरेट में वो एक असिस्टेंट कलेक्टर बन गई पर एक आरटीआई एक्टिविस्ट जो उनके बारे में इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं उन्होंने कई सवाल पूछे पूजा की पोस्टिंग के बारे में कि उनको तो भंडारा डिस्ट्रिक्ट की पोस्टिंग मिली थी तो उनको पुणे में कैसे ट्रेनिंग की अपॉर्चुनिटी मिल गई जो भी कैंडिडेट यूपीएससी एग्जाम्स क्लियर करता है आईएएस बनने के लिए उनको 2 साल का प्रोबेशन पीरियड पास करना पड़ता है ये उनका ट्रेनिंग का पीरियड होता है ट्रेनी के बाद इन सभी लोगों को एक एग्जाम पास करना पड़ता है और अगर उन्होंने वो एग्जाम पास कर दिया फिर वो एक पक्के आईएस ऑफिसर बन जाते हैं अब इस प्रोबेशन के दौरान अगर कोई ट्रेनी एग्जाम फेल कर देता है या फिर वो रूल्स का पालन नहीं करते तो उनकी प्रोबेशन क कल करी जा सकती है इसका मतलब है कि उनको भर्ती नहीं मिलेगी 3 जून 2024 से उनकी ट्रेनिंग स्टार्ट होनी थी पुणे में पर प्रॉब्लम्स पहले से ही स्टार्ट हो जाती है पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सुहाज दिवसे ने एक 25 पेज की रिपोर्ट सबमिट करी नितिन गद्र को जो महाराष्ट्र के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हैं जहां उन्होंने कहा कि उनकी कई मांगे तो अपनी पोस्टिंग से पहले ही स्टार्ट हो गई थी पर पूजा की मांगे तो पहली ही स्टार्ट हो गई थी जिसके बारे में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को जानकारी नहीं थी 18 मई 2024 को पूजा ने नवी मुंबई के डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस विवेक पंसारे को एक कॉल किया और कहा कि जिस आदमी को उन्होंने पकड़ा एक स्टील की चोरी के मामले में वह उसको जाने दे पर इस दबाव के बावजूद नवी मुंबई पुलिस ने पूजा की बात मानी नहीं और वो आदमी अभी भी जेल में है अब पूजा ने ये मांग करी क्यों इसके बारे में हमारे पास जानकारी नहीं है पर आईएस ऑफिसर बनने से पहले ही उन्होंने पुलिस पर दबाव डाला पर पुणे के जो डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर थे सुहाज दिवा से उन्होंने सही कहा कि पूजा ने कई मांगे करी अपनी जॉइनिंग डेट से पहले जैसे आपकी स्क्रीन पर पर यह whatsapp2 मई को जॉइनिंग डेट के 10 दिन पहले जब उनको कोई रिप्लाई नहीं मिलता तो अगले दिन वह बोलती है काइंडली रिस्पॉन्ड इट इज इंपॉर्टेंट जब एक ऑफिशियल रिप्लाई करता है कि यह सब हो जाएगा मैडम तो वो रिप्लाई करती हैं कि यह मेरे आने से पहले हो जाना चाहिए ना कि आने के बाद पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने अपने लेटर में लिखा कि जब एडिशनल कलेक्टर मुंबई गए थे चार दिनों के लिए तब पूजा ने उनका चेंबर ही ले लिया उधर उन्होंने फर्नीचर की मांग करी और लेटर हेड की मांग करी इसके अलावा उन्होंने अपने नाम का बोर्ड उनके चेंबर के बाहर लगा दिया उसी दिन फिर पूजा के पिताजी का फोन कॉल आया तहसीलदार को उन्होंने धमकी दी कि तुम मेरी बेटी को परेशान कर रहे हो जो एक वुमन ऑफिसर है इन सारी करतूतों के लिए तुमको कई चीजें झेलनी पड़ेंगी अब इंटरेस्टिंग बात ये है कि पूजा ने एक मॉक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी इनकम जीरो है क्योंकि उनके पेरेंट्स सेपरेटेड है उनका उनके पिताजी के साथ कोई संबंध नहीं है पर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने अपने लेटर में लिखा है कि 12 और 13 जून को उनके पिताजी डिस्ट्रिक्ट के ऑफिस में आए थे उनके साथ काम करने के लिए और इधर उनके पिताजी दिलीप खेड़कर ने ऑफिशल्स को कहा कि उनको पूजा को एक ऐसा ऑफिस देना होगा जहां अटैच रेस्ट रूम हो और उनको डाटा भी कि पूजा के आने से पहले उनका ऑफिस क्यों तैयार नहीं हुआ फिर पूजा के पिताजी दिलीप खेड़कर ने ऑफिशियल को कहा कि आपको ऑफिस की कई इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स चेंज कर करनी होगी और आप तब तक घर नहीं जा सकते जब तक यह काम कंप्लीट नहीं होगा उसके बाद पूजा ने अपनी प्राइवेट audi0 वीआईपी नंबर प्लेट और एक महाराष्ट्र सरकार बोर्ड की मांग करी डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने कहा कि उनके पास ट्रेनिंग करने के लिए कई प्रोबेशनरी ऑफिसर्स आ चुके हैं पर आज तक किसी ने ऐसी फैसिलिटी की डिमांड नहीं करी इनफैक्ट जो प्रोबेशन में होता है उनको ऐसी फैसिलिटी मिलती भी नहीं है यह खबरें मीडिया में आई डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के लेटर लिखने के बाद इस कंट्रोवर्सी के बाद महाराज सरकार ने उनको ट्रांसफर कर दिया वाशिम डिस्ट्रिक्ट में जहां वह आई अपनी प्राइवेट audi0 में जब मीडिया ने उनको घेर लिया तो उन्होंने कहा कि एज अ गवर्नमेंट ऑफिशियल वो इन्वेस्टिगेशन के बारे में बिल्कुल बात नहीं कर सकते मैंने जैसे पहले ही आपको बोला आई एम नॉट अथोरा टू से एनीथिंग टू द मीडिया मेरा जो भी सबमिशन होगा मैं वो कमेटी को कर दूंगी उन्होंने मीडिया को कहा कि वाशिम डिस्ट्रिक्ट को जॉइन करने में वो बहुत एक्साइटेड है पर आपने वो कहावत सुनी है कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और ऐसा ही हो रहा है पूजा के साथ उन्होंने मीडिया को कहा कि वो बहुत एक्साइटेड है वशीम डिस्ट्रिक्ट को जॉइन करने में पर उन्होंने अपनी ड्यूटी टाइम पर जॉइन नहीं करी ड्यूटी के तीसरे दिन वाशिम के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर भुवनेश्वरी एस ने कहा कि हमें सरकार का ऑर्डर तो मिल चुका है पर पूजा ने अपनी ड्यूटी जॉइन करी नहीं है ना उन्होंने मुझे या फिर किसी और ऑफिशियल को कांटेक्ट करने की कोशिश करी है पर पूजा की कहानी में कई और ट्विस्ट्स हैं जैसे एक ट्विस्ट है कि उनको ओबीसी रिजर्वेशन मिली कैसे 1990 में मंडल कमीशन के कई सजेशंस हमारी सरकार ने इंप्लीमेंट करे थे जिसके तहत ओबीसी कम्युनिटी को 27 पर रिजर्वेशन दिया जाएगा सरकारी इंस्टीट्यूट्स और गवर्नमेंट जॉब्स में और कुछ कंडीशंस पर कंडीशन यह थी कि आपके माता-पिता सरकार में ग्रुप ए या फिर ग्रुप बी ऑफिसर्स नहीं हो सकते और आपकी एनुअल इनकम 8 लाख से ज्यादा नहीं हो सकती इन दो कैटेगरी को कहा जाता है क्रीमी लेर यानी कि आप ओबीसी कम्युनिटी से तो हो पर आप वैसे ही प्रिविलेज्ड हो तो आपके लिए रिजर्वेशन नहीं है रिजर्वेशन है बस नॉन क्रीमी लेयर के लिए अब आरटीआई एक्टिविस्ट विजय कुंबर ने बताया कि उनके पिताजी की इलेक्शन एफिडेविट में 40 करोड़ की जायदाद पाई गई है और 43 लाख की एनुअल इनकम फिर 110 एकड़ की एग्रीकल्चरल जमीन सात प्रॉपर्टी 900 ग्राम गोल्ड डायमंड्स और 17 लाख की गोल्ड वॉच भी पाई गई है और ओबीसी की नॉन क्रीमी लेयर की रिजर्वेशन मिल गई इस पेपर को देखो अपने स्क्रीन पर मजाक की बात यह है कि डीओपीटी जो पूजा के खिलाफ इन्वेस्टिगेशन कर रही है उनकी वेबसाइट में ही दिया गया है कि पूजा की सात प्रॉपर्टीज हैं अहमदनगर और पुणे में जिसकी टोटल वैल्यू 17 करोड़ है और इन प्रॉपर्टी से उनकी एनुअल इनकम 48 लाख है दो तो उनकी मां ने उनको गिफ्ट करी थी और पांच उन्होंने खुद खरीदी और यही डीओपीटी ने उनको नॉन क्रीमी लेयर की ओबीसी रिजर्वेशन भी दे दी क्या चल रहा है हमारे देश में सरकार ने अब एक पैनल सेटअप किया है पूजा के केस को इन्वेस्टिगेट करने के लिए और उन्होंने पूजा के पिताजी के खिलाफ भी कार्रवाई स्टार्ट कर दी है पर अभी कहानी खत्म नहीं हुई दो दिन पहले ही पुणे की ट्रैफिक पुलिस ने एक नोटिस भेजा पूजा खेड़कर को कि आपने अपनी प्राइवेट audi0 जलाई थी उसके अलावा 21 चालान पेंडिंग है जिनकी वैल्यू 27000 जब पुणे की पुलिस उनके घर गई यह नोटिस देने के लिए उस घर में पुणे की पुलिस को audi0 दूसरी गाड़ी दिखी पर सरप्राइजिंगली अगले दिन नोटिस के एक दिन बाद वो audi0 इनकम है योर फादर वर्क सम बैंक और वेयर सर नो सर ही इज अ सिविल सर्वेंट यू हैव शोन एक्चुअली जरो इनकम ऐसी खबरें देखकर बहुत गुस्सा आता है क्योंकि ऐसे लोग सिस्टम को बस मिसयूज नहीं कर रहे बल्कि उसका मजाक उड़ा रहे हैं हमें ये याद रखना चाहिए कि एक पॉलिटिशियन तो सिस्टम में बस 5 साल तक रह सकता है पर आईएएस ऑफिसर सिस्टम में 30 साल तक रह सकते हैं और पूजा की खबर तो बाहर आ गई अब सोचो कि ऐसे कितने केसेस होंगे जिसके बारे में हमें जानकारी ही नहीं है केरला में 2016 बैच के आईएएस ऑफिसर आसिफ के यूसुफ के खिलाफ भी कार्रवाई हुई थी क्योंकि उन्होंने अपने इनकम डॉक्यूमेंट फर्ज करे थे ओबीसी की नॉन क्रीमी लेयर की रिजर्वेशन के लिए पूजा सिंगल जो 21 साल और 7 दिन की उम्र में यंगेस्ट आईएस ऑफिसर बनी थी हमारे देश की और जिनको देश का भविष्य बताया जाता था 11th में 2022 को ईडी की रेड हुई एक मनी लडिंग केस में जहां वो पकड़ी गई करीब 195 करोड़ कैश बरामद हुआ और पता चला कि उन्होंने महात्मा गांधी नेशनल रूल एंप्लॉयमेंट गारंटी स्कीम से करीब ₹ करोड़ डवर्ड करे हैं आज आज भी वह कस्टडी में है आईएस ऑफिसर्स में करप्शन एक ओपन सीक्रेट है एक आईएएस ऑफिसर ने बताया कि ऐसी बातें तो होती रहती हैं पर कोई पब्लिकली बात नहीं करता या तो डर की वजह से या फिर वह खुद ही करप्ट है फॉर्मर आईएएस ऑफिसर और आरबीआई गवर्नर डी सुबराव ने कहा कि 25 पर आईएएस ऑफिसर्स या तो करप्ट है इनकम्पेटिबल यह है कि इन आईएस ऑफिसर्स के खिलाफ इन्वेस्टिगेशन करना भी इतना आसान नहीं है क्योंकि आपको गवर्नमेंट से परमिशन लेनी पड़ती है और कई बार सरकार ही परमिशन नहीं देती अप्रैल 2022 में सीबीआई कई आईएएस ऑफिसर्स के खिलाफ कार्रवाई करना चाहती थी जो 2200 करोड़ के पीएफ स्कैम में पकड़े गए थे पर यूपी सरकार ने परमिशन देने से ही मना कर दिया एक सीनियर आईएएस ऑफिसर ने कहा कि आईएएस ऑफिसर्स के इतने अच्छे कनेक्शंस होते हैं इससे अगर किसी पर आरोप भी लगे तो वह अपने कनेक्शंस यूज़ करके इन्वेस्टिगेशन बंद करवा देते हैं सरकार के खुद के डाटा के हिसाब से 2016 2019 के बीच उनको 00 करप्शन की कंप्लेंट्स आई है आईएएस ऑफिसर सिविल सर्वेंट्स के बारे में और गेस करो कि 00 में से कितने लोग को एक्चुअली कन्विसिटी को बदलने की जरूरत है कोई फायदा नहीं है अगर हम कैंडिडेट्स को रीस्टार्ट करने के लिए बोले अगर पूरी रेस ही स्टार्टिंग से फिक्स है और ग्रोथ स्कूल में एनरोल करना मत भूलना डिस्क्रिप्शन में लिंक है पहले हजार लोग की