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हिंदी व्याकरण: क्रिया-विशेषण

बच्चो आज आप मेरे साथ हिंदी व्याकरण के अंतरगत एक नया प्रकरण पढ़ रहे हैं जिसका की नाम है क्रिया विशेशन बच्चो यह प्रकरण अभी तक आपने नहीं पढ़ा है क्योंकि आपकी छुटी कक्षाओं में इस तरह का कोई भी प्रकरण नहीं था लेकिन अब आप बड़ी कक्षा में आ चुके हैं तो आपको यह प्रकरण पढ़ना है और यह प्रक्रण आपको आज बहुती अच्छे तरीके से समझ में आएगा। बच्चो, यह मैं आपको पढ़ाना शुरू करूँ। उससे पहले मैं आपके लिए एक चित्र लेकर आई हूँ। और फिर उस चित्र में से मैं आपसे कुछ प्रेश्न भी पूछूंगी। देखिए, यहाँ पर एक लड़का है जो क्या कर रहा है। बिध्याले जाने के लिए बस की तरफ जा रहा है। इससे सम्बन्दित ही। मैंने एक गध्यांश आपके लिए लिखा है। आप उस गध्यांश को पढ़ेंगे और इसमें पीले रंग के जो शब्द हैं इन पर गौर करेंगे। देखिए बालक का नाम है नलिन। नलिन प्रती दिन विध्याले जाता है। गौर कीजिए बच्चो पीले रंग के शब्दों की तरफ बह जल्दी जल्दी तैयार हो रहा था। उसकी बस जल्दी आने वाली थी। बस थोड़ी देर रुकती थी, वह थोड़ी देर में बस स्टॉप पहुँच गया। बच्चों, यह इस नलिन की कहानी है और इस नलिन की कहानी में से मैं आप से कुछ प्रश्न पूछूंगी। देखिए, सबसे पहले देखिए नलिन कब विध्या ले जाता है। बच्चों, नलिन कब विध्या ले जाता है। नलिन सुबह विध्या ले जाता है। फिर देखिये वह कैसे तैयार हो रहा था? वह जल्दी जल्दी तैयार हो रहा था. बस कब आने वाली थी? बस जल्दी आने वाली थी. बस कहां रुकती थी?

बस थोड़ा दूर रुकती थी. फिर देखिये नलिन कितनी देर में स्टाप पर पहुँचा? नलिन थोड़ी देर में स्टाप पर पहुँच गया.

बच्चों यहीं से हमारी... क्रिया विशेशन शुरू हो जाती है, कैसे शुरू हो जाती है, बच्चो हमारी क्रिया की जो विशेशता है, उन विशेशता को बतलाने वाले शब्द ही हमारे क्रिया विशेशन होते हैं, यानि कि जो शब्द हमें बताते हैं, कि हमारी क्रिया कैसे हो रही है, वही हमारे क्र तो यहाँ पर हमारी जो क्रिया की विशेष्टा कौन सा शब्द बता रहा है? जल्दी शब्द बता रहा है, हमें यह बता रहा है कि बस कैसे आने वाली थी?

यही हमारा क्रिया विशेषण है. देखिए, क्रिया की विशेष्टा बताने वाले शब्द क्रिया विशेषण कहलाती हैं. यानी कि हमें जिन शब्दों के द्वारा क्रिया की विशेष्टा पता चले, यह पता चले कि हमारी क्रिया... कब, कैसे, और कहा हो रही है वही हमारे क्रियाविशेषण है और बच्चो ये जो क्रियाविशेषण है ये चार प्रकार के होते हैं कालबाचक, स्थानबाचक, परिमाणबाचक और रितिबाचक क्रियाविशेषण बच्चो आप अपनी कॉपी में इन क्रियाविशेषण के भीदों को लिख सकते हैं और बच्चों अब हम क्रिया विशेशन के एक-एक भीदों के बारे में पढ़ेंगे और अच्छे से समझेंगे। तो सबसे पहले हम पढ़ते हैं काल वाचक क्रिया विशेशन। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है काल का अर्थ होता है समय। यानि जिस क्रिया विशेशन के द्वारा हमें क्रिया के समय का पता चले कि क्रिया कब हुई यह सब पता चले वह हमारा प्रश्न है। काल बाचक क्रिया विशेषर होता है देखिए कुणाल बाजार से अभी लोटा है क्या तुम कल लोटोगे प्रियंका सदा मुस्कुराती रहती है प्रभा प्रती दिन पढ़ती है बच्चो आप ये पीले रंके शब्दों पर गौर कीजिए ये जो पीले रंके शब्द हैं ये हमारी क्रिया का समय बता रहे हैं कि कुणाल बाजार से कब लोटा है अभी लोटा है क्या तुम कल लोटोगे यानि तुम कल आओगे यह बता रहा है प्रियंका सदा मुस्कुराती रहती है यहाँ पर प्रियंका के मुस्कुराने का समय बताया जा रहा है कि वह हमेशा मुस्कुराती रहती है प्रभा प्रती दिन पढ़ती है और प्रभा कब पढ़ती है यह बता तो बच्चो ये रंगीन शब्द क्रिया कब हुई यानि ये क्रिया के होने के समय का बोत कराते हैं इसलिए ये हमारे कालवाचक क्रिया विशेषन का उधारण है यानि कालवाचक क्रिया विशेषन से हमें यह पता चलता है कि हमारी क्रिया कब हुई देखिए जो शब्द क्रिया के हुने के समय का बोत कराते हैं वे काल बाचक क्रिया विशेशन कहलाते हैं जैसे कभी कभी, हमेशा, अभी, पहले, बाद में, कल, परसो, राज भर, दिन भर, आज, आदी बच्चो ये एक ऐसे शब्द है जो की हमारे क्रिया की विशेशता बताते हैं और क्रिया हुने के समय के बारे में हमें बताते हैं काल बाचक क्रिया विशेशन को जानने के लिए क्रिया के साथ हम कब लगा कर प्रश्न कर सकते हैं यानि बाक्य में से आप अपनी क्रिया ढूडेंगे और क्रिया के साथ आप कब प्रश्न लगा दीजिए कब लगा कर प्रश्न कीजिए जो उत्तर आएगा वह हमारे काल बाचक क्रिया विशेशन होगा चलते हैं आगे देखिए स्थान वाचक क्रिया विशेशन जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि ये जो क्रिया विशेशन है यह हमें स्थान के बारे में बताएगा कि हमारी क्रिया कहाँ पर हो रही है देखिए बच्चा सीडियों से उपर चड़ गया ध्यान दीजिए वहां मत बैठिये बन्दीप इस और चला आ रहा है रीना बाहर खेल रही है बच्चो आप इन चारो उधारणों को ध्यान से देखिए और देखिए कि आपकी क्रिया का स्थान बताया जा रहा है कि आपकी क्रिया कहां पर संपादित हो रही है। यह हमारे स्थान वाचक क्रिया विशेशन के ही उठारन है। यहां रंगीन शब्द क्रिया कहां हुई यानि यह क्रिया के होने का स्थान का बोत करा रहे हैं। वे स्थान वाचक क्रिया विशेषन कहलाते हैं जैसे की देखिए दाएं, बाएं, इधर, उधर, नीचे, उपर, आगे, पीछे, यहां, वहां, पास, दूर, आदी फिर देखिए बहतवपूर्ण बात स्थान वाचक क्रिया विशेषन को जानने के लिए हम क्या करेंगे हम क्रिया के साथ कहां लगाकर प्रश्न बनाएंगे और जो उत्तर प्राप्त होगा वह हमारा स्थानवाचक क्रिया विशेषण होगा यानि कि उत्तर में हमें जो स्थान प्राप्त होगा वह हमारा स्थानवाचक क्रिया विशेषण है तो बच्चो देखिए आप लगा सकते हैं बच्चा सीडियों से उपर चड़ गया यहाँ पर कहां चड़ गया उपर चड़ गया उत्तर आ गया हमारा कहां मत बैठिये वहां मत बैठिये मन्दीप इस ओर चला आ रहा है यहाँ पर कहां लगाकर प्रश्न बनाईए कि मन्दीप कहां चला आ रहा है रीना बाहर खेल रही है इसमें हम कहां लगाकर प्रश्न बनाईए देखिए रीना कहां खेल रही है रीना बाहर खेल रही है इस तरह से जो हमें उत्तर प्राप्त होगा वह हमारा इस्थान वाचक क्रिया वि� संदीप ने खूब पानी पिया, इस बार गर्मी अधिक पड़ रही है, मैंने आज कब भोजन किया, टीना बहुत खास रही है, बच्चों जैसा कि नाम से ही बोध हो रहा है, परिमान शब्द से इसमें क्रिया के परिमान के बारे में बताया जाएगा, यहां से रंगीन शब्द क्रिया कितनी हुए, यानि ये क्रिया के परिमान नापतोल की जानकारी दे रही है, अतह ये परिमान वाचक क्रिया, यहां से रंगीन शब्द क्रिया कितनी हुई यानि कि ये क्रिया के परिमाण मापतोल की जानकारी दे रहे हैं अतहा परिमाण वाचक क्रिया विशेशन है यानि हमें यह पता चल रहा है कि हमारी जो क्रिया है वह कितनी हुई उनकी मातरा के बारे में पता चल रहा है जैसे कि मैंने आज कम भोजन किया कितना भोजन किया कम भोजन किया यह भोजन की मात्रा के बारे में बता रहा है टीना बहुत खास रही है कितना खास रही है बहुत खास रही है बहुत शब्द के द्वारा परिमाण का बोध हो रहा है संदीप ने खूब पानी पिया और कितना पानी पिया यह खूब पानी पिया यह पानी के बारे में बताया जा रहा है पानी की मात्रा के बारे में बताया जा रहा है यहां पर परिमाण परिमाण वाचक क्रिया विशेशन है जो शब्द क्रिया की मात्रा यानि परिमाण के बारे में बताते हैं वे परिमाण वाचक क्रिया विशेशन कहलाते हैं जैसे कुछ अधिक, थोड़ा, जादा, काफी, कम, इतना, उतना, केबल, जितना परिमाण वाचक क्रिया विशेशन को जानने के लिए हम क्या करते हैं क्रिया की साथ कितना या कितनी लगाकर प्रेशन बनाते हैं और जो उत्तर आता है वह हमारा परिमाण वाचक क्रिया विशेशन होता है चलते हैं अगले क्रिया विशेशन की तरफ अगला है हमारा रीती वाचक क्रिया विशेशन जिसमें हम क्या जानेंगे कि हमारी क्रिया किस प्रकार हो रही है कैसे हो रही है इसका पता लगेगा देखिए फूल दान जोर से गिरा कैसे गिरा जोर से गिरा, दादी धीरे धीरे कमरे की और बड़ी, दादी कैसे कमरे की और बड़ी, धीरे धीरे, यानि क्रिया के बारे में बता रहे हैं कि क्रिया किस प्रकार हुई, चुटकला सुनकर सभी हस्ते हस्ते लोटपोट हो गए, बच्चो कैसे लोटपोट हो गए, हस्ते हस्त वह किस प्रकार हो रही है जिन शब्दों के द्वारा पता चलता है वह हमारे रीती वाचक क्रिया विशेशन है देखिए जो शब्द क्रिया के होने की रीती का बोध कराते हैं वे रीती वाचक क्रिया विशेशन कहलाते हैं जैसे कि मुस्कुराकर हॉले से धीरे धीरे से धीरे धीरे तेजी से शिगरता पूर्वक ध्यान पूर्वक निश्य पूर्वक सहसा, अचानक, धड़ादर, धड़ाम से, फटाफट, आदी और रीतिवाचक क्रिया विशेशन को पहचानने के लिए हम क्या करते हैं? हम क्रिया के साथ कैसे लगाकर प्रश्न बनाते हैं?

और जो उत्तर आता है वह हमारा रीतिवाचक क्रिया विशेशन होता है देखिए विशेश बाते, क्रिया विशेशन शब्द अविकारी यानि अव्वे शब्द होते हैं जिन पर किसी का कोई प्रभाप नहीं पड़ता इसलिए वचन, लिंग, कारक आदी का इन पर कोई प्रभाब नहीं पड़ता, कैसे नहीं पड़ता, देखिए नागेश शिगरता से उठा, भामिनी शिगरता से उठी, यहाँ पर नागेश पुरलिंग है, भामिनी स्रीलिंग है, और जो हमारा शिगरता शब्द है, वह क्रिय शब्द है थोड़ा कम ज्यादा अल्प आदी शब्द जब संघ्या या सर्वनाम के पहले लगते हैं तब ये विशेशन कहलाते हैं देखिए परिमान वाचक शब्दों का प्रयोग जब क्रिया से पहले किया जाता है तब ये क्रिया विशेशन कहलाते हैं यानि आपको हमेश क्रिया विशेशन कहलाएगा और इनके प्रयोग में हमें साप्धानी भी रखनी है देखिए प्रवीन ने थोड़ा खाना खाया यहाँ पर जो खाना शब्द है वह हमारी संग्या है और संग्या के साथ परिमान आ रहा है अतेहे यह जो शब्द है थोड़ा वह क्या हो गया प तो हमारा परिमान वाचक क्रिया विशेशन हो जाता प्रवीन ने थोड़ा खाया देखिए यहाँ पर खाना क्या है यहाँ पर खाया हमारी क्रिया है और इस क्रिया के साथ थोड़ा शब्द लगा हुआ है और थोड़ा शब्द क्रिया के साथ लगे होने के कारण यह हमारे परिमान वाचक क्रिया विशेशन का उधारन है बच्चो आज आपने मेरे साथ क्रिया विशेशन तथा उसके चार प्रकार के बारी में जाना, बच्चो मुझे पूरा विश्वास है कि आपको क्रिया विशेशन अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा, फिर भी अगर आपको कोई परिशानी होती है तो आप बापस इस वीडियो को देख सकते हैं और बापस से समझ सकते हैं, धन्यवाद बच्चो