में अगर उनको इंटरेस्ट नहीं है तो लेक्चर को छोड़ दें और भाई जिसको पूरी पढ़ाई करनी है उसके लिए पूरा लेक्चर बना हुआ है सो माय नेम इज अलक पांडे एंड दिस इज योर फेवरेट चैनल फिजिक्स वाला आई डोंट नो ये एनर्जी कहां से आ रही है शायद आप लोग के एप्रिसिएशन आप लोग के सपोर्ट से आ रही है हेडिंग लगाएंगे आज कलम्स लॉ कलम्स लॉ कलम्स लॉ इसकी स्पेलिंग को लेकर मैं एक इंटरव्यू से बाहर हो गया था वो भी एक जमाना हुआ करता था कलम्स लॉ तो बच्चों कलम्स लॉ क्या बता है हमें चार्ज के इंटरेक्शन के बारे में बताता है अब चार्ज क्या होता है यह आपको देखना है तो youtube0 व फिजिक्स वाला जहां मैंने चार्ज क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज कंजर्वेशन ऑफ चार्ज यानी बेसिक चीजें डिस्कस की है आज का लेक्चर ज्यादा इंपॉर्टेंट है कलम्स लॉ सो कलम्स लॉ हमको बताता है कि हाउ टू चार्जेस इंटरेक्ट यानी इंटरेक्शन ऑफ चार्जेस की बात होगी इंटरेक्शन ऑफ चार्जेस की बात हो गी और आज सारी बातें हमारी पॉइंट चार्ज की होगी छोटे-छोटे चार्ज की अभी समझाएंगे सब कुछ डिटेल में तो हमको ये तो पता है कि अगर प्लस प्लस चार्ज है तो वो रिपेल करेंगे माइनस माइनस भी रिपेल करेंगे और प्लस माइनस अट्रैक्ट करेंगे सवाल आता है कितनी फर्स से अट्रैक्ट या रिपल करेंगे तो इसी को कलम्स ने समझाया अगस्टाइंस लीजिए साहब आपके पास दो चार्जेस हैं एक को मैंने बोला + q1 दूसरे को मैंने बोल दिया इसको मिटा दूं सब तो पता है सबको दूसरे को मैंने बोल दिया चिंग चिंग चिंग चिंग चिंग एक को मैंने बोला + q1 दूसरे को मैंने बोल दिया ् q2 ठीक है माइनस भी ले सकते हो अभी तो लॉ समझा रहे हैं ठीक है ये दो चार्जेस हैं हमारे + q1 और प् q2 मान लिया कि उनके सेंटर से सेंटर का डिस्टेंस सेंटर से सेंटर का डिस्टेंस r है तो भाई पॉजिटिव पॉजिटिव चार्ज है तो रिपेल करेंगे इसको हम बोल देते हैं फर्स्ट चार्ज इसको बोल देते हैं सेकंड चार्ज तो सेकंड चार्ज फर्स्ट को रिपेल करेगा ऐसे दिस इज फोर्स ऑन फर्स्ट चार्ज ड्यू टू टू और फर्स्ट चार्ज सेकंड को रिपेल करेगा दिस इज फोर्स ऑन सेकंड चार्ज ड्यू टू वन ठीक है अब ये जो फोर्स है ना दिस एक्ट्स अलोंग द लाइन जॉइनिंग सेंटर ऑफ टू चार्ज ये भी कूलम ने बताया है दिस फर्स एक्ट्स अलोंग लाइन जॉइनिंग सेंटर ऑफ टू चार्ज भाई रिपेल करने को q2 q1 को इधर भी फेंक सकता था q2 q1 को इधर भी रिपेल कर सकता था नहीं उसी लाइन पर रिपेल करेगा जिस लाइन पे दोनों का सेंटर जॉइन हुआ है यानी दिस फोर्स एक्ट्स अलोंग लाइन जॉइनिंग लाइन जॉइनिंग सेंटर ऑफ टू चार्जेस ठीक है और ये चार्जेस कैसे होने चाहिए पॉइंट चार्ज होने चाहिए पॉइंट चार्ज मतलब छोटे-छोटे चार्ज हो छोटे-छोटे चार्ज छोटा मोटा भी थोड़ा और समझाएंगे इसमें और डिटेलिंग चलते हैं पॉइंट में पहले और इस पे तो भाई साहब कलम्स ने हमसे बोला कलम्स अंकल कूलम सर ने हमसे बोला कि ये जो फोर्स है फोर्स ऑन वन ड्यू टू टू या फोर्स ऑन टू ड्यू टू वन ये बराबर होती है ये बराबर होती है अपोजिट इन डायरेक्शन बट इक्वल इन मैग्निटिया माइनस ऑफ फोर्स ऑन टू ड्यू टूव अपोजिट इन डायरेक्शन बट इक्वल इन मैग्निटिया ये जो फोर्स f है इट इज प्रोपोर्शनल टू प्रोडक्ट ऑफ चार्जेस q1 q2 q1 जितना ज्यादा होगा फोर्स उतनी ज्यादा q2 जितना ज्यादा होगा फोर्स उतनी ज्यादा समझ में भी आ रहा है भाई बड़े-बड़े चार्जेस लोगे बड़े-बड़े मतलब ज्यादा ज्यादा चार्ज लोगे तो ज्यादा रिपेल होंगे हल्के हल्के चार्ज लोगे तो हल्का-हल्का रिपेल होगा ये इन्होंने बोला दूसरी चीज उन्होंने बोली ये जो फोर्स है इट इज प्रोपोर्शनल टू 1 / r स् डिस्टेंस जैसे-जैसे बढ़ाओ ग फर्स वैसे-वैसे कम हो जाएगी ग्रेविटेशन में भी ये पढ़ा था आपको याद होगा लॉ ऑफ ग्रेविटेशन भाई जितना दूर रखोगे उतना कम इंटरेक्ट कर पाएंगे उतना कम रिपल या अट्रैक्ट करेंगे जितना पास रखोगे उतनी ज्यादा फोर्स फर्स लगेगी f इज प्रोपोर्शनल टू 1 बा r स् तो एक बात तो इन्होंने ये बताई एक बात इन्होंने यह बताई और एक बात ये भी इन्होंने बताई दिस फोर्स एक्ट्स अलोंग लाइन जॉइनिंग सेंटर ऑफ टू चार्जेस एक बात और थी दैट दिस फोर्स डिपेंड्स अपॉन मीडियम किस मीडियम में ये दोनों चार्ज रखे हैं इस पे भी ये फोर्स डिपेंड करती है तो इन सारी बातों को मिलाया और हमने फोर्स f का फार्मूला लिखा k q1q अपन आर स्क्वा के कव क2 अपन आर स्क q1 क2 चार्ज हो गए अब यहां q1 q2 को विथ साइन मत रखना ठीक है प्लस माइनस जो भी हो रख देना है ना भाई साइन का मतलब ही नहीं फोर्स तो हम अपने आप डिसाइड ही कर लेंगे किधर लगेगी अट्रैक्ट होते तो ऐसे लगती रि होते तो ऐसे लगती अच्छा आ क्या है डिस्टेंस बिटवीनस टू चार्जेस के क्या है के यहां पर एक कांस्टेंट है आपको बताया ना कि फोर्स डिपेंड अपन मीडियम तो के ऐसा कांस्टेंट है जो मीडियम की प्रॉपर्टी को लेके आएगा यानी के इज अ कांस्टेंट बट इट इज नॉट अ यूनिवर्सल कांस्टेंट ऐसा नहीं कि हमेशा सेम रहेगा के डिपेंड्स अपॉन मीडियम ठीक है अलग-अलग मीडियम के लिए के की वैल्यू अलग-अलग होगी आज हम जो पढ़ेंगे के को हम वैक्यूम के लिए फ्री स्पेस के लिए या एयर के लिए पढ़ेंगे तो एयर के लिए वैक्यूम के लिए फ्री स्पेस के लिए के की वैल्यू आपको रट्टा मारनी है k = 9 * 10 टू द पावर 9 बहुत बड़ी वैल्यू है 9 * 10 टू द पावर 9 यूनिट निकाल सकते हो के की ये r स्क इधर गया फोर्स की यूनिट न्यूटन r डिस्टेंस मीटर में न्यूटन मीटर स्क्वायर और नीचे कूलम इंटू कूलम चार्ज कूलम में होता है ना चार्ज की यूनिट कूलम कूलम * कूलम तो इसकी यूनिट हो जाएगी न्यूटन मीटर स्वा पर कलाम स्क्वायर देखो न्यूटन मीटर स्क्वा पर पर कूलाम स्क्वायर बट ये k की वैल्यू किसके लिए है फॉर फ्री स्पेस ठीक है फॉर वैक्यूम और एयर के लिए भी ये वैल्यू यही मान लेते हैं जबकि एयर के लिए वैल्यू थोड़ी सी डिफरेंट होनी चाहिए बट एप्रोक्सीमेटली आप देखते हो कि हम एयर और वैक्यूम की वैल्यू हर जगह क्या मान लेते हैं सेम मान लेते हैं तो k की वैल्यू फॉर फ्री स्पेस फॉर वैक्यूम फॉर एयर 9 * 10 टू द पावर 9 न्यूटन मीटर स्क्वा पर कूलम स्क्वायर बट याद रखेंगे k डिपेंड्स अपॉन मीडियम अभी वाटर में k की वैल्यू पूछेगा तो अलग होगा माइका में पूछेगा अलग होगा अलग ऑयल में पूछेगा अलग होगा यह हम अगले लेक्चर में डिस्कस करेंगे कि के कैसे मीडियम पर डिपेंड करता है अगला लेक्चर जो होगा उसमें हम बताएंगे के = 1/4 पाई एन e नहीं 1/4 पा एन परमिट तो ये परमिट का डिस्कशन हमारा अगले लेक्चर में होगा कई लोग इसके बारे में किताब में पढ़ चुके होंगे तो इसके बारे में अगले लेक्चर में हम डिस्कस करेंगे मतलब एक प्यारा सा खेल है इसका भी तो अलग से परमिट टी ठीक है परमिटिंग ऑफ फ्री स्पेस ए न यह सब नेक्स्ट लेक्चर में आएगा अपना आज हम k मान के ही क्वेश्चंस को सॉल्व करेंगे सो अभी तक हमने पढ़ा कि भाई कलम्स लॉ क्या बताता है ये बताता है कि कैसे दो चार्जेस आपस में इंटरेक्ट करते हैं अगर प्लस माइनस चार्ज है तो अट्रैक्ट प्लस प्लस रिपल माइनस माइनस रिपल कैसे रिपल करेगा या कैसे अट्रैक्ट करेगा अलोंग द लाइन जॉइनिंग सेंटर ऑफ चार्जेस ठीक है वो फर्स किसके प्रोपोर्शनल होगी प्रोडक्ट ऑफ चार्जेस जितना बड़ा चार्ज उतनी ज्यादा फर्स और इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू r स् जितना दूर करोगे फर्स उतनी कम हो जाएगी फर्स डिपेंड्स अपॉन मीडियम फॉर्मूला k q1 q2 / r स् और लगाना है सिर्फ पॉइंट चार्ज में अब बच्चों पॉइंट चार्ज क्या होता है जो छोटे से स्पेस में चार्ज हो जो हर जगह बिखरा हुआ चार्ज ना हो उसको बोलेंगे पॉइंट चार्ज अब जैसे इस पे एक बड़ा आसान सा सवाल है नोट्स बनाने पहले नोट्स बना लो फिर एक बत कर लेते हैं नोट्स बना ले नोट्स बना ले तूने जो ना कहा मैं वो सुनता रहा सुना क्या तुमने क्या सुना पॉइंट चार्ज की बात पॉज करके नोट्स बना लें ओके नोट्स इसके पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड हो जाएंगे नोट्स इसके साथ में अपलोड होंगे मैक्सिमम मेरे ख्याल से सेवन डेज लगेगा हो सकता हो उसके पहले ही इसके नोट्स आपको डिस्क्रिप्शन में लिंक मिलेगा कमेंट में लिंक मिलेगा और वो आपको डाउनलोड कर सकते हैं चलो आगे बात करते हैं बच्चों ये पॉइंट चार्ज की कहानी क्या है मान लो मैं तुमसे बोलूं मेरे पास एक इतनी बड़ी बॉल है मेटलिक और इसके ऊपर चार्ज है पूरी बॉल पे चार्ज है अब मुझे बताओ यह पॉइंट चार्ज है क्या पहला आंसर होगा यह पॉइंट चार्ज नहीं है क्योंकि चार्ज पूरे में बिक रहा है अच्छा इतने बड़ी सी बॉल है छोटी सी एकदम 1 मिलीमीटर की इसके ऊपर चार्ज है ये कैसा हो गया पॉइंट चार्ज पर ऐसा नहीं है ये बड़ी वाली बॉल भी पॉइंट चार्ज हो सकती है कैसे मान लो ये बड़ी बड़ी बॉल हम बहुत दूर रख दें हम बहुत दूर बहुत दूर रख द एक रे पास एक तुम्हारे पास आय हाय हाय सर ये तो बहुत ही दूर हो गया नहीं यार अपना कनेक्शन तो पास का है स्टिल मतलब रोड से अगर चले तो ये डिस्टेंस इतना ज्यादा हो गया कि जब हम आपके चार्ज को देखेंगे तो हमें वो पॉइंट जितना छोटा लगेगा और आप जब मेरे चार्ज को देखोगे तो भी पॉइंट जितना लगेगा यानी पॉइंट चार्ज की कोई फिक्स डेफिनेशन नहीं है डिस्टेंस पे डिपेंड करती है अब यही बड़े-बड़े चार्ज बगल बगल रख दो डिस्टेंस छोटा सा या बड़ा-बड़ा चार्ज दिख रहा है दूर रख दो तो दोनों एक दूसरे को पॉइंट चा जैसा ट्रीट करेंगे तो मोर और लेस इट डिपेंड्स अपॉन दी डिस्टेंस आल्सो तो इतना नोट कर ले फिर हम आगे बढ़े नोट कर लिया वयर इज माय डस्टर हेयर इज माय प्यारा सा डस्टर यस हेयर इट इज ओके सो f = k q1 q2 / r स् k कैसे मीडियम पे डिपेंड करता है अगले लेक्चर में आएगा फोर्स एक्ट्स अलोंग द लाइन जॉइनिंग टू चार्जेस ये बातें हो गई अब जो ये f है ना ये प्रोपोर्शनल टू 1 / r स् था ठीक है इसको जरा समझ लो कि f प्रोपोर्शनल टू 1 / r स् इसको हम बोलते हैं इवर्स स्क्वायर लॉ तेज तो नहीं हो रहा सब बहुत बेसिक चीज है इवर्स स्क्वेयर लॉ मतलब फोर्स डिस्टेंस से इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है और डिस्टेंस के स्क्वायर पे इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है यानी अगर हम फोर्स वर्सेस सेपरेशन फोर्स वर्सेस आ को क्या बोल सकते हैं सेपरेशन अरे लंबी जुदाई सेपरेशन फोर्स वर्सेस सेपरेशन का ग्राफ बनाए तो कुछ ऐसा बनेगा ऐसे जैसे-जैसे डिस्टेंस बढ़ाओ वैसे-वैसे फोर्स बहुत तेजी से कम होगी प्रोपोर्शनल टू 1 / r स् से जैसे मान लो हम दो चार्जेस के बीच के डिस्टेंस को डबल कर दें इनके बीच के डिस्टेंस को डबल जैसे मान लो पहले डिस्टेंस 1 मीटर था फिर 2 मीटर कर दे तो फोर्स क्या होगी सोचो डिक्रीज करेगी दूर हो गया चार्ज फोर्स कम बाई इंटरेक्ट ही नहीं कर पा रहे इतना कितने गुना कम होगी इसको जब डबल करोगे तो देखो स्क्वायर 2 का स्क्वायर 4 यानी फोर्स चार गुना डिक्रीज करेगी यानी अगर हम सेपरेशन को डबल कर दें तो जो नई फोर्स होगी वो पुरानी फोर्स का चार गुना कम हो जाएगी फोर्स डिक्रीज करेगी चार गुना अच्छा मान लो हम सेपरेशन को हाफ कर दें यानी मान लो पहले सेपरेशन 1 मीटर था अब 5 मीटर है पास ले आए पास लाएंगे तो फोर्स ज्यादा हो जाएगी कितनी ज्यादा होगी देखो इसको जब हाफ करोगे हाफ मतलब 1/2 1/2 का स्क्वायर 1/4 4 ऊपर जाएगा फोर्स कितने गुना बड़ी चार गुना तो f ड टू 4 टाइम्स ऑफ f तो ये चीजें याद रखना कई बार एग्जाम में डायरेक्टली पूछ लेता है बोर्ड में ये सब सवाल कि डिस्टेंस बिटवीन टू बॉडीज टू चार्जेस को हमने तीन गुना बढ़ाया तीन गुना तो फोर्स क्या होगी कम होगी कितने गुना नौ गुना सही है ना तीन गुना बढ़ा होगे फोर्स उसके स्क्वायर टाइम्स में कम या स्क्वायर टाइम्स में ज्यादा होती है इतनी बात समझ में आ गई k q1 q2 / r स् मिटा दें k q1 q2 / r स् अब इसमें बोर्ड का एक बड़ा ही फेवरेट