हेलो एवरीवन सो हाइ दिस इस विडियो में हम बात करेंगे डी एन एफ लॉक एलिमेंट्स की डी एन एफ लॉक की में रिविजियन कराऊंगा और मैं इसके सारे टॉपिक कवर करूंगा सबसे पहले हम बात करेंगे dnf block elements में d block elements को हम transition elements भी कहते हैं the element in which the last electron enter in n-1 d sub shell जब last electron enter होता है n-1 d sub shell में तो उन्हें बोलते हैं d block elements the d block elements in which the atom or ions have incomplete d orbital एटम्स और आइंस का अगर incomplete d orbital है तो उन्हें बोलते हैं हम transition elements और याद रखना there are 4 series of transition elements पहली series को बोलते हैं 3D series यह होता है SC से ZN, Scandium से Zinc तक होता है, 4D series होती है Y to CD, Yttrium to Cadmium, 5D series में क्या होता है सबसे पहले एक element separate होता है उसको बोलते है Lengthenum और फिर आता है HF to HG, HF ह आरफ क्या होता है रदर फोडियम एंड सीएन होता है कॉपर निक्यम नेक्स्ट हमारे एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन डी ब्लॉक एलिमेंट n-1 d1 2 10 ns122 एक्सेप्शन की बात करेंगे जिनकेट में मर्करी जो है इनका क्या होता है कंप्लीटली फिल्डी और बिटेड के लेक्टरियल कंफीग्रेशन होती है n-1 d10 ns2 इन देख ग्राउंड ऐस वेल अगर आप उसकी ऑक्सिडेशन स्टेट की बात कर उसमें भी कह रहेगा जो डी ऑर्बिटल होगा वह कंप्लीटली फिल्ड होगा चाहिए है 3D 44 S2 पर उसकी जगह यह हो जाता है 3D 54 S1 और कॉपर का क्या होना चाहिए है 3D9 4S2 but उसकी जगह उसके electronic configuration है 3D10 4S1 ऐसा इसलिए होता है क्योंकि half filled and fully filled orbital जो होते हैं वो जादा stable होते हैं next हम बात करेंगे physical properties की सबसे पहले all transition elements except zinc, cadmium, mercury and MN manganese भी इसमें आता है यहाँ देखना manganese काफी जदा stable होता है display high tensile strength तो all transition element except these elements show high tensile strength, ductility, malleability हाई थर्मल एंड एलेक्टिकल कंडक्टिविटी एंड मेटेलिक लेक्शन ठीक है नेक्स्ट ट्रांजिशन एलिमेंट वे वेरी हार्ड एंड लो वोलाटिलिटी में इजली वेपर्स में कनवर्ट नहीं होते नेक्स्ट बात यह टॉमिक टंपर यह मेल्टिंग पॉइंट है यह थी डी सीरीज फोर्डी सिट्रीज एंड फाइव डी सीरीज तो याद रखना साथ बना सकते हैं, metallic bond बना सकते हैं, और क्यों बनाते हैं, क्योंकि इनके पास क्या है, unpaired D electron, जितने साथ unpaired D electrons होते हैं, वो bond बना सकते हैं, और as a result इनका melting point high हो जाता है, तो अगर सब्सक्राइब इंक्रीज होते हैं तो मैं टेलिक जो मैं टिंग पॉइंट है विटर राइजिस टू मैक्सियम एड डी फाइड डीफाइड मतलब रोमियन तब क्या होगा मैं टिंग पॉइंट इंक्रीज होगा रोमियन पिंग लेक्टर इन कंफिग्रेशन हो जाएगा मैं टिंपल होगा बट इसमें एक्सेप्शन है ऑफ एम एंड टीसी मेगनीज और टीसी का मतलब क्या है तो मैगनीज और जो टेकनीशियम है उनकी मेटेलिक बॉंड वह मेटेलिक बॉंड नहीं बनाते क्योंकि वह खुद ही क्या होते है तो उसके लिए जो एनर्जी चाहिए देट इस कॉल्ड एस इंथेलपियोफ एटमाइजेशन से यह डेल्टा एटमिक नंबर यह ग्राफ अगर आप यह ग्राफ देखोगे यह सिमिलर है मेल्टिंग पॉइंट क्योंकि मेल्टिंग पॉइंट मेटेलिक बॉंडिंग पर डिपेंड करता था तो जितना ज्यादा स्टॉप मेल्टिंग पॉइंट और मेटेलिक बॉंडिंग होगी उतना ही क्या है अगर हम बात करें यह थी डी सीरीज यह फोटी फाइडी है फोटी एंड फाइडी सीरीज जो है जनरली है ग्रेटर बात करेंगे अटॉमिक एंड आयनिक रेडियस इन जनरल क्या होता है देखिए इन रेडियस इन इंक्रीज इन अटॉमिक नंबर अगर हम कोई भी series लेंगे तो याद रखना जैसे हैं हम series में जाएंगे वैसे जैसे atomic radius क्यों था decrease होता है यह हमने diagram बनाया है यह radius है अगर आप देखो 3D, 4D, 5D के सबसे पहले क्या हो रहा है radius decrease हो रहा है ऐसा क्यों होता है because of shielding of D is not effective, D का होता है poor shielding effect, as a result क्या होता है poor shielding effect होने के वाज़ासे जो nuclear charge है वो strong होता है और size का हो जाता है decrease, अगर आप देखो एंड में, कि अगर आप देखो साइज इंक्रीज इसलिए होता है क्योंकि एलेक्ट्रोन का रिपोर्शन का थोड़ा 4D और 5D का क्या होता है? Almost same size हो जाता है ऐसा क्यों होता है? 4D, 5D का size same क्योंकि off Because of lengthenoid contraction Lengthenoid contraction में क्या होता है?
जो 4F orbital है वो 5D से पहले क्या होने लग जाता है? Fill होने लग जाता है In 5D चीज तो फोर जल्दी फिल होता है तो यह देखना फोर अपना क्या होता है पूर्व शेल्डिंग इफेक्ट होता है और size of 40 and 50 series becomes same so as a result zirconium and hapnium है सेम साइस नेक्स्ट बात करेंगे आयोनिजेशन इन थेलपी की इन इस सीरीज आयोनिजेशन इन थेलपी इंक्रीजेस फ्रॉम left to right यह होता है इन इंथेल्पी इंक्रीज होता है क्यों होता है ड्यूट इंक्रीज न्यूक्लियर रखना nuclear charge increase होता है as result ionization enthalpy increase होता है अगर हम बात करें 5D elements जो होते हैं देखना उसका क्या होता है एजर इन इन्फेक्टिव शेयर और इंक्रीज हो जाता है फाइडी एलिमेंट्स पर उसके अंदर क्या होता और इनका इनिजेशन इन थेल पर हाई हो जाता है नेक्स्ट हम बात करेंगे ऑक्सीडेशन स्टेट की अगर हम बात करें ट्रांजिशन एलिमेंट्स की देश वेराइटी ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट उनकी वेराइटी ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट इसलिए state of the middle of the series जिसका सबसे ज्यादा और स्टेट होता है मिडल ऑफ द सीरियस होता जैसे मारा मैंगीनीज का प्लस टू से प्लस सेवन तो हाई प्लस सेवन मैं इसका होगा विच इस इन दाम मिडल ऑफ द सीरीज और एलिमेट इन दाम वीएफ एंड सीएर एफ 6 अगर हम हाई एस्ट ऑक्सीडेशन नंबर की बात करें टाइटेन जब हेलोजन के साथ कंबाइन highest oxidation number the ability of fluorine to stabilize the higher oxidation state fluorine higher oxidation state को स्टेब्लाइज करता है क्योंकि इसकी है हाई लेटिस इन थेलपी और तो यह जो बॉंड बनाता है आईनिक कंपाउंड में काफी ज्यादा स्ट्रॉंग होता है लेकिन इन थेलपी ज्यादा होती है state फ्लोरीन के साथ शो होती है नेक्स्ट हम बात करें जो कॉपर टू प्लस एकवर्स है वह ज्यादा स्टेबल होता है कॉपर प्लस इन एकवर्स स्टेट ऐसा क्यों होता है या देखना जो कॉपर प्लस होता है वह होता है 3D 10 ज्यादा बड़ कि कॉपर टू प्लस थी डी नाइन ज्यादा स्टेपल इसलिए होता है क्योंकि जैसे हम कॉपर टू प्लस का याद रखना साइज लाइट प्लस वन से को प्लस टू में कंवर्ट हो सकता और इट कंपनसेट फॉर द सेकंड आयोनिजेशन इंथेलपी सो जाता है क्योंकि उसकी हाइडिशन इंथेल्पी क्या होती है हाई हो जाती है नेक्स्ट अगर हम बात करें तो और अपने नंबर ऑक्साइड की बात करें जैसे ऐसी टू ओ थी का ऑक्साइड नंबर हो जाता प्लस थ्री और मैं गिनेस एम एंड 207 का oxidation number क्या हो जाता है plus 7 तो ये जो plus 3 और plus 7 है ये also coincide with the group number SC का group number 3 होता है, manganese का 7 तो जब भी SC से Mn आप कोई भी element लोगे उसका oxidation number का देखोगे highest oxidation number with oxides तो group number को भी match करता है next ability of oxygen to stabilize the these higher oxidation state exceed fluorine अब जो oxygen है वो higher oxidation state को जादा stabilize कर सकता है फ्लोरीन से अगर हम बात करें एग्जांपल जो Mn फ्लोरीन के साथ सिर्फ प्लस 4 ऑक्सिडेशन शो करता है प्लस बट Mn 207 जब ऑक्सिजन के साथ कमबाइन करता है तो प्लस 7 ऑक्सिडेशन स्टेट शो करता है ऐसा क्यों होता है कि ऑक्सिजन क पाई एक्सेप्टर करेक्टर इन एडिशन टू सिग्मा बॉड जैसे लिगेंड होते हैं वह एक्टर डोनेट करते हैं वह बनाते अपनी तरफ पाई करेक्टर से वह क्या कर सकता है एक्सेप्ट कर सकता है ऐड रिजल क्या होता है ऑक्सिडेशन कितना जल्दी जो मैटल अपनी आयोनिक फॉर्म से मैटल में कनवर्ट हो जाए एटामिक फॉर्म में ठीक है बट मोस्ट आफ एडम्स के उत्योग डिफरेंट होती है एन्थेल्पी ऑफ एडमिजेशन भी क्या होती है डिफरेंट होती है ठीक है बट जो कॉपर है याद रखना उसका पॉजिटिव इन और है मतलब कॉपर टू प्लस से कॉपर में कनवर्ट हो जाता है ऐसा क्यों होता क्योंकि greater amount of energy is required to transfer copper solid to the copper in the ionic form, तो अगर आपको copper से copper ionic form में convert करना तो काफी ज़ादा amount of energy चाही होती है, so that's why copper prefer करता है in the ground state और copper Cu की form में, ठीक है, अब याद रखना copper does not liberate H2 from the acid और copper hydrogen liberate नहीं करता है acid के साथ react करके next अगर हम बात करें value of E0 of Mn, Ni and Zn are more negative अगर हम Mn, Ni और Zn को देखें इनकी जो E0 की value काफी जादा negative मतलब जादा easily क्या कर सकते है oxidation show कर सकते हैं सबसे पहले हम बात करें, जो Mn है, Mn2 plus की form में ज़्यादा stable होता है, क्यूंकि यह होता है half-filled 3D5 orbital. निकल की बात करें, निकल जब NI2+, में convert हो जाता है, तो याद रखना इसकी large enthalpy of hydration होती है, ये चीज़ आपको याद रखने है, और जब zinc की बात करें, zinc 2+, में convert होता है, तो इसका जो d orbital है, वो fully filled हो जाता है, बन जाता है 3d10, so as a result इन तीनों की क्य जो मैं इसे वह प्लस थी से प्लस टू में कनवर्ट होना चाहता है सिमिलारी जिंक ऐसा क्योंकि हाई वैल्यू क्योंकि जो एसी है उसकी लोग वेल्यू क्यों होती है क्योंकि जो ऐसी है वह थ्री प्लस जो है उसकी होती है नोबल गैस कंफिग्रेशन है तो उसकी लोग वैल्यू होने के वाइसे वह इसी फॉर्म में क्या रहेगा स्टेबल रहेगा वह इस तरफ कनवर्ट करने की जो 3D सीरीज में है कॉपर को छोड़ के बागी सारे क्या कर सकते हैं copper hydrogen release नहीं करता next जो large value of E0 of M3 plus to 2 plus मतलब large value का मतलब क्या है जो metal है 3 plus to 2 plus में क्या होगा convert होगा reduction शो करेगा so Mn3 plus और cobalt 3 plus जो होंगे वो दोनों क्या करेंगे reduction शो करेंगे that's why they are the strongest oxidizing agent जो खुद reduction करता है वो दूसरे का बन जाता है strongest oxidizing agent negative value of E0 of Ti2+, V2+, and Cr2+. इसका मतलब क्या होता है negative value मतलब ये जो तो इस पीछे इनिक पीछे वह करना चाहते हैं ऑक्सिडेशन करना चाहते नेक्टिव वेल्यू का मतलब ऑक्सिडेशन करना तो उतना इजली क्या कर सकता है हाइड्रोजन डेब्रेट कर सकता है फ्रॉम एसिट नेक्स्ट बात करेंगे मैंने टिक properties transition metal आइन जनरली है वन और मोर अनपेड़ इलेक्ट्रोंस ट्रांजिशन मेटल्स के पास क्या होता है एक या एक से ज्यादा अनपेड़ इलेक्ट्रोन होता है और अनपेड़ इलेक्ट्रोन होने की वजह से यह हो जाते हैं पैरा मैंगनेटिक मींस द अट्रैक्टिड ट्वर्ड्स ता magnetic field और अगर इनके पास unpaid electron present नहीं है तो यह हो जाते हैं diamagnetic अगर हमारे पास unpaid electron present है तो हम find कर सकते है magnetic moment which is mu is equal to under root of n plus 2 याद रखना है इसका unit होता है bohar magneton और n represent करता है number of unpaid electron एक है तो आप ये formula से calculate कर सकते हो next फॉरमेशन ऑफ कलर्ड आईन अनपेड इलेक्ट्रोन इस प्रेजेंट अगर अनपेड इलेक्ट्रोन प्रेजेंट है तो कंप्लेक्स कलर्ड होता ट्रांस इशन डीडी ट्रांस इशन क्या होता है अगर हम बात करें कॉर्डिनेशन कंपाउंड्स की उसमें हमने पढ़ा था किस्टल फिल्ड थ्यूरी में जो डी और बिटल एसप्लेट होता है टीटू जी एजी में और अगर यह जो इसके अनपर इलेक्टोन अगर अनपेड इलेक्ट्रोन इस एपसेंट तो ये डाया मैगनेटिक कॉम्प्लेक्स होंगे और अनपेड इलेक्ट्रोन होने की बद नहीं होने के वाज़ से ये डी ट्रांजिशन शो नहीं करेंगे और कॉम्प्लेक्स के हो जाएंगे कल वेकेंट डी ऑर्बिटल, वेकेंट डी ऑर्बिटल के present से क्या हो जाएगा, जो लीगंड है, इसमें electron donate कर सकते हैं, और as a result they can form complex, next बात करेंगे, catalytic property, जो transition metal है, they have ability to adopt multiple oxidation state, वो multiple oxidation state adopt कर सकते हैं, और वो बना सकते हैं complex, मतलब coordination compound बना सकते हैं, intermediate compound बना सकते है यहां पर आयोडाइड आइन को यह क्या कर लेंगे आयोडीन में कनवर्ट कर लेंगे और अपनी ऑक्सीडेशन स्टेट क्या कर लेगा आयोडाइड चेंज कर लेगा तो अपनी ऑक्सीडेशन स्टेट चेंज करके यह क्या कर सकते हैं यह कैन डू कैटलि हाइड्रोजन कार्बन एंड नाइट्रोजन एटम्स तो यहां देखना जो ट्रांजिशन एलिमेंट्स है वह क्रिस्टालाइन स्टाइशोमेट्रिक एग्जांपल टीआईसी मन फोर एंड एफी थ्री एंड वी एच जीडो पॉइंट 56 याद रखना साथ में हार्ड होते हैं कंडक्टिविडी इनकी हाई होती है यह हाई मेल्टिं एडिटिव ऑलमोस्ट सिमिलर एटॉमिक साइज इनके जो टॉमिक साइज होते हैं बिकॉज ऑफ लेंथर नेट कंट्रक्शन ऑलमोस्ट पूजीशन को क्या कर सकते हैं सब्सक्राइब कर सकते हैं एग्जाम्पल वैनेडियम टंक्स्टर मालिमीटन मैगनीज एंड ब्रॉंस होता है आफ कॉपर एंड टिन नेक्स्ट बात करेंगे पोटेशियम डाइक्रोमेट की पोटेशियम डाइक्रोमेट होता है हमारा के तुम्हारा और यह हम प्रिपेयर करते हैं वाइड आफ यूजन ऑफ क्रोमाइट और होता और एफ इसी आफ टू ओ फॉर तो जो क्रोमाइट और है इसे हम रेट करते हैं मेल्टेड फॉर्म ऑफ एनएड टू सी ओ होता है सोडियम क्रोमेट साधम एफी टू और थ्री एंचीओ टू कि इसको हम फिल्टरेट इसको हम फिल्टर कर देते इसको जो फिल्टर है उसको सल्फ्यूरिक एसिड के साथ रिएक्ट करते हैं तो हमारा बचाता है सोडियम डाइक्रोमेट ठीक है एनएटू सी आटू ओ सेवन एनएटू एसो फॉर हेट्स टू एनेटू सी आटू ओ सेवन को हम एसिएल के साथ रेट करते तो हमारा बन जाता है प्रोटेशियम डाइक्रोमेट प्लस एनेटू सी आटू इस फॉर्म अगर हम बात करें स्ट्रक्चर क्रोमेट आईन जो होता है सी आर ओ फॉर टू नेगटिव इसका स् और वह साथ में जोड़े होते हैं, 2 negative charge होता है, और bond angle CR, OCR का bond angle होता है, 126 degree.
Next हम बात करेंगे, properties of potassium dichromate, सबसे पहले उसके होता है orange crystal, और it is readily soluble in water. अगर हम aqua solution के बात करें, जो dichromate ion है, जो orange color के water के साथ combine करके बनाता है, हमारा chromate ion plus 2 H+. अगर हम alkaline solution forward direction में shift हो जाता है, तो डाइक्रोमेट जो है एक वे सोलूशन में क्रोमेट आईन बनाता है प्लस वाटर और अगर हम याद रखना बेसिक सोलूशन रहते हैं तो ये रेक्शन बैकवर्ड डिरेक्शन में शिफ्ट हो जाता है त तो यह खुद क्या करता है रिडक्शन शो करता है एसेडिक मीडियम तो डाइक्रोमेट आईन जो है एच प्लस के साथ इटोजन सल्फाइट को सलफर में अक्सिडाइज कर सकता है, आइरन मतलब फैरस को फैरिक में, और टिन का 2 प्लस 8 प्लस 4 में अक्सिडाइज कर सकता है, अगर आप चाहतो, एक तरफ रिडक्शन, एक तरफ अक्सिडेशन हो रहा है, दोनों half को आप add कर सकते हो और एक reaction लिख सकते हो यह खुद reduction कर रहा है इसकी oxidation हो रही है तो oxidation half reduction half दोनों को आपने add कर दिया suppose आपने iron वाला और यह वाला add कर दिया तो हमारा बन जागा CR2072-14H 16 आफ एपिटू प्लस रिजल्ट इन फॉरमेशन ऑफ ट्वाइस ऑफ चीज आफ प्लस 6 ऑफ एपिटी प्लस 7 एच टू और यह जो 66 एलेक्ट्रोंस है यह कैंसल हो जाएंगे नेक्स्ट बात करेंगे पोटेशियम पर मैगनेट की विचिस के एमेनोफोर इसको के टू एम एंड ओ फॉर विजिस पोटेशियम मैगनेट ठीक है प्लस वाटर इस फॉर प्रोटेशियम मैगनेट को जब हम एसिटिक मीडियम में रियल करते हैं तो हमारा बन जाता है पर मैगनेट प्रोटेशियम पर मैगनेट है विचिस के इन प्रेजेंस ऑफ एलकेलाइन सेलूशन तो हमारा मन जाएगा पर मैगनेट आईन अब हम बात करेंगे प्रेपरेशन इन लैप्स लैप्स में आप कैसे प्रिपेयर कर सकते हो mn2 प्लस जो आईन है इसकी हम ऑक्सीडेशन कर सकते हैं इन प्रेजेंस और पर ऑक्सिडिसलफेट और वाटर की प्रेजेंस में तो जब यह ऑक्सिडिसलफेट हो जाएगा result in formation of per magnetine SO4 2 negative and H plus is released अगर हम बात करेंगे structure of magnet, magnet होता है MnO4 2 negative और per magnet MnO4 negative दोनों होते हैं हमारे tetrahedral structure मैंनेट ग्रीन कलर का होता है पर मैंनेट परपल कलर का होता है और जो याद रखना जो मैंनेट होता है वह परमैंगनेटिक अगर हम बात करेंगे इसमें क्या होता है डबल बॉंड प्रेजेंट होता है दोनों में डबल बॉंड का जो पाई बॉंड है वो बनता है पी और बिटल आफ द ऑक्सीजन जो ऑक्सीजन है उसका पी और बिटल और जो मैगनीस कि नेक्स्ट बात करेंगे प्रॉपर्टीज और पोटेशियम पर मैगनेट सबसे पहला इसका जो कलर होता था इस डार्ड पर्पल कलर तो as a result oxygen इसको electron transfer करता है इसे बोलते हैं हम charge transfer और इसके वज़े से इसका dark purple color होता है अगर हम इसको heat करते हैं 513 Kelvin में तो per magnet में convert हो जाता है K2 MnO4 MnO2 and oxygen is released important चीज़ है कि यह strong oxidizing agent है कि दो तरह की रेक्शन शो करता है एक एसिडिक मीडियम में एक न्यूटरल और एलकालाइन मीडियम में एसिडिक मीडियम में क्या होता है में नो फॉर नेगेटिव जो आइन से एच प्लस के साथ एलेक्ट्रोन गेंड करता है फाइड पॉजिट करता है और इन सब का यह कर देता है अगर आपके पास आयोडाइड आईन है तो आयोडाइड आईन को आयोडीन में कन्वर्ड करता है फैरस को फैरिक में कन्वर्ड करता है ऑक्सडेट सी 2042 नेगेटिव को कार्मल डाइकसाइड में सलफाइट को सलफर में अगर आपके पास हाइडूजन सलफाइट है तो सलफर में कनवर्ट करता है सलफाइट SO32- को सलफाइट में अगर आपके पास सलफियूरस एसिड है तो सलफियूरिक एसिड में कनवर्ट करता है Nitride to Nitrate NO2 negative to NO3 negative तो सबको यह क्या करते है अगर आप Oxidize करते है अगर आप Oxidation half को Balance करते होगे Reduction half को Add करोगे तो आपको Overall Reaction मिल जाएगा Similarly Neutral और Alkaline medium में यह क्या करता है MnO4 negative H2O को एलेक्ट्रोन गेन करके बनाता है में ओटू फॉर ओएच नेगेटिव एलकालाइन मीडम की बात करेंगे तो आयोडाइट को कनवर्ड करते हैं आयोडेट में आई नेगेटिव को आई ओ थ्री नेगेटिव में थायोसल्फेट को विच एस टू ओ थ्री negative को sulfate में convert कर देता है तो it will convert thio sulfate into sulfate और magnus salt which is MnO4 negative to MnO2 में इसको convert कर देता है और अगर आप यह reaction को balance करोगे इसको add करोगे तो आपको overall reaction मिल जाएगा नेक्स्ट हम बात करेंगे application of transition metal सबसे पहले जो iron and steel है वो यूज होता है construction material में TIO जो है वो यूज होता है pigment industry में, manganese dioxide, zinc, nickel, cadmium यूज होता है batteries में copper, silver और जो gold है it is used in coins and ornaments, TICL4 and ALCH3, thrice जो है वो polythene manufacture में यूज होता है तो यह बात करेंगे एप लॉक एलिमेंट्स को हम इन एडिशन एलिमेंट पर कहते हैं द एप लॉक elements consist of element in which 4F and 5F are progressively filled जिसमें क्या होता है 4F and 5F orbital क्या होता है fill होता है the two series of inner transition metals are तो याद रखना है इसे हमने दो series में divide किया है सबसे पहली series में क्या होता है 4F orbital fill होता है from CE to LU CE होता है cerium to lutetium इसे हम बोलते है lengthenoid और जब 5F fill होता है from thorium to the laurentium एट टी ऐस टू एल आइट इसे बोलते हैं एक्टिनोइड अब जो लेंथेनम है और जो एक्टिनियम है इन डॉज नॉट बिलॉग टू द एफ ब्लॉक ठीक है वह ए��� लॉग को ब्लॉग इसलिए नहीं करते क्योंकि इनका जो लास्ट एलेक्टोन है वह डी और बीटर में जाता है तो हम इन दोनों को डी ब्लॉक में कंसीडर करते हैं बट दिया जो नेक्स्ट करेंगे लेंथनोइट की लेंथनोइट के लेक्टर कंफिग्रेशन होती है एक सी फोर एफ जीरो टू 14 फाइव डी रोड 2 1 and 6 as 2 अब यहां देखना इसमें दो एक्सेप्शन है एक है गेडोलीनियम और दूसरा है लुटीटियम गेडोलीनियम में क्या होता है इसे चाहिए 4F7 एलेक्टोनिक कंफिग्रेशन, 4F7 होता है हमारा हाफ फिल्ड और्बिटर, सो एज़ रिजल्ट जो एक एलेक्टोन ह इस लेटिटियम इसलिए लेते हैं वैसे डीब्लॉक इसकी प्रॉब्लम ब्लॉक को मैच करते हैं तो हम लेते हैं इसे हमें आलरेडी पता है कि जो फोर एफ ऑर्बिटल है वह 5D से पहले क्या होता है फिल होता है फोर एफ जो के जो एलेक्ट्रोंस होते हैं उनकी क्या होते है पूर्व शिल्डिंग इफेक्ट होता है पूर्व शिल्डिंग इफेक्ट के वाशदे कि जो कोवलेंट नेचर वह इंक्रीज होता है क्यों होता है क्योंकि लेफ्ट राइट के और साइज डिक्रीज हो रहा है आईनी करेक्टर डिक्रीज हो रहा है और बेसिक करेक्टर भी क्या हो रहा है डिक्रीज हो रहा है तो बेसिक करेक्टर ऑफ ऑक्साइड और हाइड ऑक्साइड डिक्रीजिस फ्रॉम एल ए ओएस थ्राइस टू एल यू ओएस थ्रा और इसमें बॉंड ब्रेक करना थोड़ा difficult होगा क्योंकि size छोटा है तो OH release करना difficult तो basic character क्या हो रहा है decrease हो रहा है next है हमारा separation of lengtheners so due to lengtheners contraction there is small difference in size of lengtheners lengtheners contraction से lengtheners का size क्या हो जाता है उनका जो difference होता है size का वो काफी small हो जाता है as a result all lanthanards have quite similar properties almost size similar होने के वाइसे उनकी properties का हो जाती है similar होती है and they are difficult to separate नेक्स्ट बात करेंगे ऑक्सिडेशन स्टेट की या देखना जो लेंथनोइड्स है वह एक्जिबिट करते हैं प्रिंसिपल हमारा नोबल गैस कंफिग्रेशन और टी बी प्लस फॉर क्या होता है हमारा फॉर एफ 7 विच इस हाफिल्ड ऑर्बिटल सिमिलरली कि कुछ एलमेंट की प्लस टू भी होती है एसम जो है प्लस टू तो फोर एक से इस प्लस टू तो फोर एक सेवन वाइबी प्लस टू तो फोर एक फोर्टी इन एक्वेस्ट यह चीज आपको याद रखने की कोन प्लस फॉर देरा कोन प्लस टू दे रहा तो वह रिडक्शन शो करेगा सुएज रिजल्ट इट इज ए स्ट्रॉंग ऑक्सिडाइजिंग एजेंट सिमिलरली यू प्लस टू एसम प्लस actinides में total 14 elements होते हैं और ये होते हैं हमारे thorium से laurentium तक एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन की बात करें इसकी एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन होती है 5F1214 6D021 and 7S2 ठीक है अब इसमें अगर आप एलेक्ट्रोनिक कंफिग्रेशन देखोगे आप एक्टिनॉइट्स की तो इसमें काफी ज़्यादा irregularities होती है irregularities of कि अगर आयोनिक रेडियस की बात करें इन डिक्रीज एक्रॉस्टर सीडस अक्रॉस्टर सीडस एक आयोनिक रेडियस के और ऑक्सीडेशन स्टेट की बात करेंगे तो इसका कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट प्लस थ्री है बट यह डिफरेंट ऑक्सीडेशन state भी शो कर सकता है इट कैंट्रो ऑक्सिडेशन स्टेट ऑफ प्लस फॉर प्लस सेवन और किस-किस में शो होता कर सकता है इतने सारे ऑक्सिडेशन स्टेट वह इसलिए शो कर सकता है बिकॉज ऑफ वेरी स्मॉल एनर्जी गैप 5F 167 में इतना कम एनर्ची गैप है द एलेक्ट्रो यह कि एक और बिटल से दूसरे और बिटल में जंब कर सकते हैं सो देट्स वेट विल शो लॉट ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट नेक्स्ट हम बात करेंगे डिफरेंस ऑफ द लेंथनोइड एंड एक्टिनोइड जो लेंथनोइड होते हैं वह ऑक्सीडेशन लेंथोनोइड्स डू नॉट फॉर्म द ऑक्सो के टाइम व ऑक्सीडेंट के साथ के टाइम नहीं बनाते बट एक्टिनॉइड्स केन फॉर्म और जो के टाइम जैसे यू ओटू टू प्लस पीएव ओटू टू प्लस ठीक है नेक्स्ट जो लेंथनोइड होते हैं देख लेस्ट they have less tendency to form complex, but जादा oxidation state होने की वाइसे, they have more tendency to form complex, I hope आपको D and F log की revision video समझाए हो, similar type of video मैंने बाकी chapters का ही बनाया है description में link है आप check कर सकते