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Glycolysis: Detailed Breakdown

है तो द टॉपिक विए गोइंट डिस्कस इन इस वीडियो इस ग्लाइकॉलिसिस दिस ग्लाइकॉलिसिस इस वेरी फर्स्ट स्टेप ऑफ तरफ आइडिट में टाबॉलिजम से कार्बोहाइड्रेट में एक मोनोसेक्राइड एक टाइप होता है और कार्बोहाइड्रेट का जो की एक तरह का hexose sugar है 6 carbon compound होता है glucose इस glucose से energy derive करना है अगर in the form of ATP तो उसके लिए इस glucose को जाना होता है through various cycles जैसे की glycolysis होगा उसके बग फिर link reaction या फिर pyro विरुवेट डिहाइडूजिनेस साइकिल होगा, उसके बाद फिर क्रेब साइकिल होगा, तब जा करके कम्प्लीट ग्लुकोस का लाइसिस होता है, और फाइनली हम लोगों को एटिपी जेनरेशन देखने को मिलता है, तो हम लोग समझेंगे इस स्टेप के अंदर, इस पूरे प्रोसिस में सिर्फ और सिर्फ ग्लाइकॉलिसिस को हम लोग इस वीडियो के अंदर डिसकस करेंगे, तो ग्लाइकॉलिसिस हम लोग डिटेल में डिसकस करेंगे, तो हमें पता है कि जो ग्लुकोस होता है वो ब्लड के अंदर है, उस ब्लड के अंदर से ग्लुकोस क वह सबसे पहले समझेंगे नेक्स्ट यह जो ग्लुकोज है वह सबसे पहले स्टेप में कंवर्ट हो जाता है ग्लुकोज सिक्स फॉस्फेट में अब यह ग्लुकोज सिक्स फॉस्फेट के डिफरेंट फेट होते हैं नॉर्मली तो यह ग्लाइकोलिसिस के साइकल में अगर लाइकोड इसके ���ाइकल में चला जाता है एंड कंवर्ट हो जाता है टू द पाइरोवेट लेकिन अगर and finally ये glycolysis mentor करके pyruvate का formation कर देता है अब ये pyruvate से acetylconzyme A का formation होता है इस पूरे process को हम लोग कहते हैं link reaction जो की होता है in the presence of pyruvate dehydrogenase ये हम लोग next video के अंदर discuss करेंगे फर्थर video के अंदर हम लोग देखेंगे कि कैसे TCS cycle operate करता है तो ये जो पूरा normal mechanism है glycolysis का जो की in the presence of mitochondria होता है in the presence of oxygen होता है इसको aerobic glycolysis कहते हैं मामाटोकांड्रिया के अपसेंस है या फिर ऑक्सीजन के अपसेंस है तो उस प्रेजेंस में एनरोबिक लाइकॉलिसिस होता है जिसमें ग्लुकोस जो होता है वह पायरोबेट के बाद लैकटेट में कंवर्ट हो जाता है तो इसको हम लोग एनरोबिक लाइकॉलिसिस के में मेली हम देखेंगे कि इसको दो पार्ट में डिवाइड करेंगे प्रेपरेटरी फेस और पर ऑफिस में और इस ग्लाइकोलिसिस के इनिबेटेस को भी डिस्कस करेंगे, रेगुलेशन अप दे ग्लाइकोलिसिस डिस्कस करेंगे, एनरजेटिक्स डिस्कस करेंगे कि कितनी एनरजी फाइनली हम लोगों को ग्लाइकोलिसिस के प्रोसेस से मिलती हैं, और एक बहुत इंपोर्टेंट स और सबसे पहला सब टॉपिक हम लोग डिस्कस करने जा रहे हैं देट इस ग्लूकोस ट्रांसपोर्टर्स नाम से समझ में आ रहा है यह एक ऐसे ट्रांसपोर्टर्स होते हैं जो को ग्लूकोस को ट्रांसपोर्ट करते हैं ना तो क्वेश्चन अराइजिस कि ग्लूकोस को ट्रा ट्रांसपोर्टर्स की जो कि हेल्प करते हैं ग्लुकोज मॉलेक्यूल को ट्रांसपोर्ट करने में फ्रॉम द ब्लड टू द सेल यह जो ग्लुकोज ट्रांसपोर्टर्स होते हैं यह दो तरीके के होते हैं एक होते हैं सोडियम डिपेंडेंट ग्लुकोज सजिया टीटी होता है इसमें से एविल टीवन जो होता है वह प्रेजेंट होता है प्रॉक्सिमल टिप्यूल ऑफ द किडनी में एंड लूमिनल साइड ऑफ द इंटेस्टाइन में जबकि एविल टीटी जो होता है वह सिर्फ और सिर्फ प्रॉक्सिमल टिप्यूल ऑफ द किडनी में प्रेजेंट होता है यह जो सोडियम डिपेंडेंट मतलब जो glucose का transport होगा इनके थूँ, वो against the concentration gradient होगा, और इसमें जो ATP use होगा, वो वो खुद से generate नहीं करते हैं, वो दूसरे से generated ATP से use करते हैं, next तरह के जो transporters होते हैं, जिनको हम लोग glute कहते हैं, ग्लूकोस ट्रांसपोर्टर्स होते हैं यह वन सगिन दो तरीके के हो सकते हैं एक होते हैं इंसुलीन इंडिपेंडेंट और एक होते हैं इंसुलीन डिपेंडेंट इंसुलीन इंडिपेंडेंट में आते हैं ग्लूट वन ग्लूट वन ग्लूट वन ग्लूट वन ग्लूट व और ये Glute 4 जो होता है वो mainly present होता है heart के अंदर, skeletal muscle के अंदर और adipose tissue के अंदर, इन तीन locations पे generally Glute 4 present होता है जो की insulin के presence में ही glucose का transport करता है, जबकि ये सारे Glutes जो होते हैं वो insulin के presence से उनका कोई dependency नहीं होता है, ये normally glucose को transport कर देते हैं, ये जो Glute transport करते हैं वो facilitated transport के थरू करते है जो है वह प्रेजेंट कहां कहां होते हैं उसका अगर हम लोग एक चार्ट देखें तो ब्लूट वन जो होता है वह मेली आर्बीसी रेटीना और ब्रेन के अंदर प्रेजेंट होता है एंड किडनी प्लेसेंटेन को लोग क�� अंदर प्रेजेंट होता इन सारे organs के अंदर glute 1 present होता है and kidney placenta and colon जिसको KPC भी कहते हैं कह सकते हैं trichinimonic के form में इसके अंदर भी glute 1 present होता है glute 2 जो होता है वो mainly present होगा आपके GIT से related area में like beta cells of the pancreas में present होता है glute 2, liver के अंदर present होगा glute 2 and intestine के basolateral surface में भी glute 2 present होता है and proximal convalidated tubule of the kidney के अंदर भी glute 2 present होता है ग्लूट 3 वंस अगेन यहाँ से हम लोग ब्रेन, किड़नी और प्लेसेंटा अगर उठा लेंगे तो वहाँ पे ग्लूट 3 भी प्रेजेंट होता है, तो ग्लूट 3 ब्रेन, किड़नी और प्लेसेंटा में प्रेजेंट होत जिसको हम लोग heart कह सकते हैं, heart में present होता है, skeletal muscle के अंदर present होता है, और adipose tissue के अंदर present होता है, glute 5 जो होता है, वो small intestine के luminal side में present होता है, और spermatozoa के अंदर present होता है, glute 5 से related एक चीज पता होना चाहिए, कि ये fructose के transport में help करता है, glute 6 जो होता है, वो present होता है, spleen और leukocyte के अंदर, and glute 7 जो होता है, वो present होता है, इसके अंदर mainly glute 1, glute 2, glute 3, glute 4, glute 5, important, glute 1, 2, or 4 है, तो glute 1, 2, or 4 कहाँ present होते हैं, वो हम लोगों को पता होना चाहिए, now हमने discuss कर लिया about the glucose transporters, कि कैसे हम लोग glucose को transport करेंगे, from extracellular compartment to the intracellular compartment, अब हम लोग discuss करेंगे glycolysis के बारे में, कि कैसे अब glucose को finally हम लोग convert करेंगे to the pyruvate, जिसमें सबसे पहले हम लोग aerobic glycolysis, जो कि normal cells के अंदर perform होता है, उसके अंदर देखेंगे, and next, in the absence of oxygen, या फिर in the absence of mitochondria, anaerobic glycolysis कैसे perform होता है वो देखेंगे, तो अब हम लोग discuss करने जा रहे हैं अपना proper topic that is glycolysis, so now starting our main topic that is glycolysis, glycolysis को हम लोग EMP pathway भी कहते हैं, that is Emden-Meyerhof-Parnas pathway भी कहते हैं, named on their scientist जिसने ये वाला pathway discover किया था, so glycolysis का definition के अगर हम लोग बात करें, so it is defined as the sequence of reactions जो की convert करता है glucose क of ATP जिसमें हम लोगों को ATP का production भी देखने को मिलता है यह हो जाएगा definition of glycolysis next हम लोग site के अगर हम लोग बात करें तो glycolysis जो होता है वो cytoplasm of the cell के अंदर perform किया जाता है यह universal pathway है living cells के अंदर मतलब चाहे वो aerobically cell अपना respiration perform कर रही हो या फिर and aerobically perform कर रही हो दोनों को मिलेगा it is a universal pathway in the living cells end product of the glycolysis हम लोगों को पता है कि pyruvate होता है in the aerobic condition एंड लैक्टेट होता है इन एनरोबिक कंडीशन तो यह कैसे बनता है वह हम लोग डिटेल में डिस्कस करेंगे स्टेप्स ऑफ ग्लाइकोलिसिस में हम लोग लाइक ऑलिसेस के स्टेप्स को मेंड ली ब्रॉडली तीन पार्ट्स में डिवाइड एप होता है स्प्लेटिंग फेज होता है जिसमें हम लोग जो सबस्टेट होता है उसको स्प्लेट करते हैं एंटर थर्ड जो step होता है उसको हम लोग energy generation phase कहते हैं या फिर payoff phase कहते हैं जिसमें ATP को generate किया जाता है तो actually में glycolysis के total 10 step process होता है ये जिसको broadly 3 broad steps में divide कर दिया गया है एक हो गया preparatory phase जिसमें ATP को utilize किया जाएगा दूसरा हो जाएगा splitting phase और तीसरा हो जाएगा payoff phase जिसमें energy generate की जाएगी सबसे पहले हम लोग discuss करेंगे detail में preparatory phase को प्रिपरेटरी फेज के अगर हम लोग बात करें, तो प्रिपरेटरी फेज में सबसे पहले ग्लुकोस को कनवर्ट किया जाता है ग्लुकोस 6 फॉस्फेट में, ग्लुकोस अभी 6 कार्बन कमपाउंड है, उसको 6 कार्बन कमपाउंड ग्लुकोस 6 फॉस्फेट में कनवर्ट किय ग्लुकोस को ग्लुकोस 6 फॉस्फेट में क्योंकि इसका जो ट्राइ फॉस्फेट से जब ये डाइ फॉस्फेट में कनबर्ट हुआ तो एक फॉस्फेट ग्रूप ग्लुकोस के 6 पोजीशन पे चला गया और ग्लुकोस 6 फॉस्फेट बन गया ये जो स्टेप होता है य या फिर ग्लोकोकाइनेस कहते हैं, यह हेक्सोकाइनेस और ग्लोकोकाइनेस के डिफरेंसेस हम लोग थोड़े देर में डिसकस करेंगे, हेक्सोकाइनेस और ग्लोकोकाइनेस कैसे नाम याद रखेंगे, तो कभी भी हम लोग जैसे ATP को ADP में गनवर्ट कर रहे हैं, तो इसका जेनरेली वहीं लगता है जहां पे ATP होता है मतलब हमने कहा कि ATP को ADP में कनवर्ट किया तो इसका नाम हो गया हेक्जो काइनेस अगर ADP ATP में कनवर्ट होता है मतलब अगर यहां ATP लिखा होता है तो इसका यह जो फर्स्ट स्टेप है, जो भी मैंने स्टेप्स हाइलाइट की है, वो स्टेप्स जो है, वो इरिवर्सिबल स्टेप है और रेगुलियेटरी स्टेप है. इसके लिए जो एंजाइम की रिक्वायरमेंट होती है, वह थी फॉस्फो हेक्जोज आईसोमरेज यह एक आईसोमर होता है यूनो ग्लुकोजेज एन एल्डिहाइट एन फ्रक्टोज इन्हें कीटोस दोनों एक दूसरे का आईसोमर है तो इसके लिए जो एंजाइम की रिक्वारिमेंट होती है उसको हम लोग क नेक्स्ट फॉस्फोस 6 फॉस्फेट को हम लोग कनवर्ट करते हैं फ्रक्टोस 16 बिस फॉस्फेट में, बनस अगेन फ्रक्टोस के 6 पोजीशन पे फॉस्फेट था, अब फ्रक्टोस के 1st और 6th दोनों पोजीशन पे हम लोगों को फॉस्फेट लाना है, तो अबिसिलिए हम लोगों को एक ATP देना पड़ेगा और वो ADP में कनवर्ट हो जाएगा, और ATP कभी भी देंगे तो वो MG2 के प्रिजनस में देंगे, क्योंकि ATP उपर लिखा है तो एंजाइम का नाम क्या हो जाएगा, फॉस्फो फ्रक्टो काइनेस, क्लियर, तो इस एं यह टिप्पर इंपोर्टेंट स्टेप होता है जो कि थर्ड स्टेप है ग्लाइकॉलिसिस का क्योंकि इर्रेवर्सिबल तो है ही रेगुलेटरी एल्डोलेस के प्रेजेंस में तोड़ दिया जाता है डाई हाइड्रोक्सी एसिटोन फॉस्फेट देट इस डीएचेपी एंड ग्लिसिलडिहाइड थ्री फॉस्फेट में जोकि थ्री कार्मन कंपाउंड्स होते हैं और ये एक दूसरे में क्या होते हैं इंटर कन्वर्टे� और ये क्योंकि 3 carbon compound है इस वज़े से इस enzyme का नाम हो जाता है phosphotriose isomerase तो ये एक next step हो गया जिसमें splitting कर दिया हमने 6 carbon compound को 2 3 carbon compound में अब इसके बाद फिर next step हमारा आ जाता है of the payoff phase payoff phase में क्या होता है कि अब ये जो दो molecules of the glyceraldehyde 3-phosphate हैं, ये दो molecules of the glyceraldehyde 3-phosphate, जो कि dihydroxyacetone phosphate भी अगर glyceraldehyde 3-phosphate में convert हो गया है, तो ultimately 6-carbon से हम लोगों को 2-3-carbon के compound मिले हैं, तो ये जो दो molecules of the glyceraldehyde 3-phosphate होता है, जो कि 3-carbon compound है, ये convert होता है दो molecules of 1-3-bisphosphoglycerate या फिर 1-3-BPG में convert होत अब first और third दोनों position पे phosphate है लेकिन यहाँ पे जो phosphate इसको चाहिए होता है वो ATP से नहीं मिलता है वो एक normal inorganic phosphate इस पे जा कर के add होता है और ये glycerol dihyd-3 phosphate 1,3-bisphosphoglycerate में convert हो जाता है पर जैसे इसके conversion के लिए हम लोगों को NAD+, चाहिए होता है NAD+, convert होता है NADH+, H+, में and finally NADH का production होता है यहाँ पे इस enzyme का नाम क्योंकि यहाँ पे एक dehydrogenation reaction हो रही है इसलिए इस enzyme का नाम होता है glyceryl dihyd 3-phosphate dehydrogenase enzyme तो यहाँ पे important part है कि हमें पता होना चाहिए कि यहाँ पे हम लोगो को 2 NADH molecule का gain हुआ clear next क्या होगा कि यह जो 1,3-BPG के जो 2 molecules है यह convert होते है 3-PG that is 3-phosphoglycerate में तो मतलब यहाँ पे हमें दिखा कि पहले first और third दोनों position पे phosphate था अब सिर्फ और सिर्फ third position पे phosphate है तो अगर हम लोगों को क्या करना है इसमें एक फॉस्फेट को निकालना है मतलब अब ADP हम लोग ले करके आएंगे उसको एक फॉस्फेट दे देंगे और वो ATP में कन्वर्ट हो जाएगा और क्योंकि इस वजह से इस एंजायम का नाम हो जाएगा, Phosphoglycerate Kinase, और इस रियाक्शन में Mg2 की जुरूबत पड़ेगी ही पड़ेगी, इस रियाक्शन को हम लोग कहते हैं, Substrate Level Phosphorylation, हमें Phosphorylation रियाक्शन देखने को मिल रही है, और इस तरह के Phosphorylation जो यहाँ पे हो रहा है, Substrate Level Phosphorylation, वो Irreversible steps हैं, First step जो था, वो Irreversible था, Third step था, वो Irreversible था, नावियों दो मॉलिकुल्स फॉस्फोग्लिसरेट में तो फॉस्फोग्लिसरेट में तो इस वजह से कह सकते हैं कि इस एंजाइम का नाम होता है फॉस्फोग्लिसरेट म्यूटेस जिसके प्रिजेंस में यह रिएक्शन होती है नौ यह जो फॉस्फोग्लिसिडेट या फिर टू पीजी होता है वह कंवर्ट होता है फॉस्फोइनॉलपायरोवेट में और इसके लिए जो एंजाइम के रिक्वारमेंट होती है वह इन लेज होता है नेक्स्ट यह फॉस्फोइनोल पाइरोवेट से पाइरोवेट बनता है वनस अगेन जो की थ्री कार्मन कमपाउंड होता है लेकिन यह फॉस्फोइनोल पाइरोवेट से पाइरोवेट बनने के लिए वनस अगेन एटीपी का फॉरमेशन होता है मतलब एटीपी एटीपी में क तो ultimately जो हमने glycolysis के steps देखी हैं जिसमें हमें पता चला कि first step, third step और last step irreversible step थी हमने सारे enzymes समझ लिए हमने सारे reversible steps भी समझ लिए हमने पहले देखा कि कैसे 6 carbon compound से हमने 2 molecule of the 3 carbon compound बनाया है and finally हमने pyruvate बनाया है तो ये सारी चीज़े हमने देख ली ये सारे steps हैं glycolysis की जो हम लोगों को पता होने चाहिए इसके बाद हमनों थोड़ा सा discuss करते हैं about this glucokinase और hexokinase की बीच में क्या डिफरेंस होता है यह कौन सी एंजाइम है इनके बीच में क्या डिफरेंस है यह हम लोग थोड़ा डिटेल में डिस्कस करते हैं तो नॉट टॉकिंग एबॉर्ड डिफरेंस बिट्टिंग द एक्सो का इनेस एंड लुको का इनेस यह हुआ कि ग्लुकोस इन लेस्ट कंसेंट्रेशन में भी होगा तब भी ग्लाइकोलिसिस के लिए वह एक्सो का इन्हें जो होगा वह एक्टिव होगा जबकि लुको जगह लेस्ट कंसेंट्रेशन में होगा तो ग्लुको का इन्हें एक्टिव नहीं इलेशन दोनों लेवल पर दोनों करवाते थे यह जो फॉस्फोर रिलेशन करवाता है हेक्सो का इनेस वह वेरीस एक्सोसिस का फॉस्फो रिलेशन करवाता है इसलिए इसका नाम हेक्सो का इनेजर मतलब जो भी हेक्सोसिस हम लोग जानते फॉस्फो रिलेशन को कैटलाइज करता है ग्लुकोस जो होता है वह लीवर और पैन कियास के अंदर ही सिर्फ perform होता है तब जो enzyme के requirement होती है वो होती है glucokinase जबकि extra hepatic tissue के अंदर जब glycolysis perform करना होता है तब जो enzyme के requirement होती है वो होता है hexokinase hexokinase एक housekeeping enzyme होता है ये हमेशा active होता है क्योंकि हमें पता है कि इसकी affinity जादा है glucose से तो glucose चाहे low concentration में हो चाहे high concentration में हो ये हमेशा active रहेगा जबकि glucokinase जो होता है वो एक inducible enzyme होता है जिसको induce किया जाता है by insulin हमें पता है क्योंकि इसकी low affinity है ये glucose जब high concentration प्रशिक्षण में होगा तभी एक्टिव होगा इसलिए कहते हैं इसको इंडूसेबल एंजाइम कहते हैं जब इंसुलीन प्रिजेंट होगा तभी जाकर के लुको का इन्जेस है तब होगा है जो कि इन्डिविट किया जाता है बाइक लुकोसिक तो ये reaction जो होगी वो inhibit हो जाएगी लेकिन ये लेकिन ये सिर्फ और सिर्फ होता है in the presence of hexokinase. Hexokinase जब enzyme की तरह बर करता है, तब ये glucose 6-phosphate का excess इस reaction को inhibit करता है. Glucokinase के presence में ये glucose 6-phosphate inhibitory mechanism शो नहीं करता है. तो ये हमने देखा हेक्जोकिनेज और ग्लूकोकिनेज के बीच में difference. इसके बाद हम लोग देखेंगे about the anaerobic glycolysis कि anaerobic glycolysis कैसे perform किया जाता है. So now talking about anaerobic glycolysis. anaerobic glycolysis तभी perform होता है मतलब दो conditions के अंदर ही सिर्फ anaerobic glycolysis हम लोगों को देखने को मिलता है या तो there is no availability of the mitochondria जैसे कि RBCs के अंदर mitochondria available नहीं होता है तो उनके अंदर anaerobic glycolysis perform किया जाता है next अगर lack of oxygen है जैसे कि अगर हम लोगों को exercising muscles के अंदर देखने को मिलता है जिसमें oxygen की कमी हो जाती है heart case, shimya के case में देखने को मिलता है तो इस case इन cases के अंदर हम लोगों को anaerobic glycolysis perform होता हुआ देखता है एनेरोबिक ग्लाइकोलेसिस क्या होता है तो एनेरोबिक ग्लाइकोलेसिस के लिए हम लोग सबसे पहले नॉर्मल ग्लाइकोलेसिस में हमने क्या देखा था कि ग्लुकोस को सबसे पहले हम लोग preparatory phase कहते थे जिसमें glucose को convert किया जाता था दो molecules of the three carbon compound that is glyceraldehyde 3 phosphate में and इसके बाद फिर glyceraldehyde 3 phosphate और dihydroxyacetone phosphate में and इसके बाद फिर हम लोग आता था उसके बाद फिर finally हम लोग glyceraldehyde 3 phosphate से various steps के थूँ हम लोग pyruvate बनाते थे इसमें से हम लोगों को समझना है कि अब anaerobic glycolysis में क्या होता है कि ये जो pyruvate होता है ये एक step आगे जाता है और ये lactate में convert हो जाता है in the presence of an enzyme जिसका नाम है lactate dehydrogenase तो ये lactate dehydrogenase operate कर सके, मतलब pyruvate lactate में convert हो सके, इसके लिए इसको NADH plus H plus चाहिए होता है, और NADH को use करकर कि ये NAD plus में convert होता है, तब जा करके pyruvate lactate में convert होता है, ये NADH इसको मिलता कहां से है, तो जो step था जिसमें हमने glyceraldehyde 3 phosphate को convert किया था, वन 3 BPG में, तब जिसमें enzyme use हुआ था, glyceraldehyde 3 phosphate dehydrogenase use हुआ था enzyme, वहां पे जो NADH का generation हुआ था, उस NADH को finally use कर लिया जाता है इस step में जिसमें pyruvate को lactate में convert कर दिया जाता है in the presence of enzyme lactate dehydrogenase तो यह anaerobic glycolysis ऐसे perform होता है एक additional step इसके अंदर add हो जाता है so ultimately हम लोग कह सकते हैं कि there is no net generation of NADH plus H plus in the RBC जिसके अंदर anaerobic glycolysis perform हो रहा है क्योंकि यह जो यहां से यहां तक तो जो हमने aerobic glycolysis में जो हमने glycolysis में जो step discuss किया था उसमें हमने देखा था कि इसमें जो फर्स्ट स्टेप होता है उसके अंदर हम लोगों को जो प्रेपरेटरी फेस होता है उसके अंदर हम लोगों को फर्स्ट स्टेप में हम लोगों को एटीपी का यूटिलाइजेशन देखने को मिल रहा था थर्ड स्टेप के अंदर भी हम लोगों को एटीपी का यूटि अनेडिएज का प्रोडक्शन देखने को मिल रहा था और एनरोबिक लाइकोलिसिस के अंदर यह जो एनेडिएज यहां पर प्रोडूस हुआ यह वापस से यूज हो जाएगा लैक्टेट के फॉर्मेशन में फिर नेक्स्ट स्टेप में हम लोगों को एटीपी का प्रोडक्� उसका transport discuss कर लिया, glycolysis discuss कर लिया, anaerobic glycolysis discuss कर लिया, अब हम लोग देखते हैं energetics, कितनी ATP का net gain होता है glycolysis के अंदर, और इसकी क्या energetics होती है, उसको अब हम लोग detail में discuss करते हैं, so now coming to the energetics part, सबसे पहले हम लोग aerobic glycolysis की energetics को समझेंगे, फिर हम लोग aerobic glycolysis की energetics को समझेंगे, एरोबिक लाइकॉलेसिस में हमने कहा था कि में ली दो फेसेस होते हैं तीन फेसेस होते हैं पर यहां पर हम लोग देखते हैं कि में ली दो फेसेस हम लोग देखना है प्रिपरेटरी फेस और पेव फेस क्योंकि यही दो में फेस प्रेपरेटरी फेज जो होता है उसके अंदर हमने first step और third step में देखा था कि एक ATP को utilize किया जाता है दोनों step के अंदर एक एक ATP को utilize किया जाता है जिसकी वज़े से दो ATP का loss होता है इस glucose को तोड़ने में तो यहां हमने देखा था प्रेपरेटरी फेज के अंदर first step के अंदर एक कि जब glycerol dehydrate 3-phosphate dehydrogenase वाला step था वहाँ पे एक NADH का production होता है एक molecule से तो दो molecule से हमने देखा था दो NADH plus H plus का formation हो रहा था एक NADH plus H plus जो होता है वो जब electron transport chain में जाता है तो जा करके उससे बनता है 2.5 ATP उसका generation होता है तो दो NADH से कितना generation होगा 2 into 2.5 that is 5 ATP का generation होगा फिर phosphoglycerate tiniest जो था जो next step होता था उसमें हमने देखा कि 2 ATP का formation हो रहा है and final step में हमने देखा कि 2 ATP का हमलोगों को formation देखने को मिल रहा है तो इस तरह से हमलोग कह सकते हैं कि total देखा जाये, तो 5 ATP from NADH, 2 ATP from the next step, and from last step, that is pyruvate kinase वाले step से, 2 ATP मिल रहा है, तो total yield जो हो रहा है, वो है 9 ATP का, तो अगर हम लोग देखा जाये, तो हमने glucose को pyruvate में तोड़ने में, हमें 2 ATP खर्च करने पड़े, लेकिन हमें मिले कितने, 9 ATP मिले, तो net ATP जो generate हुआ, वो कितने का हुआ, 7 ATP, तो aerobic glycolysis के energetics में, हम लोग net ATP generated कहते हैं, 7 ATP होता है. जबकि anaerobic glycolysis, aerobic glycolysis जैसा ही होता है, बस इसके अंदर pyruvate को lactate में convert किया जाता है, जिसके लिए हमने देखा था NADH use कर लिया जा रहा था, जो NADH produce हो रहा था, मतलब ये वाला step perform नहीं होगा, तो इसके अंदर preparatory phase में तो 2 ATP utilize हो जाएंगे, लेकिन payoff phase में सिर्फ ये 4 ATP's का yield देखने को मिलेगा, तो मतलब net ATP जो generated होगा इसके अंदर, वो होगा plus 2 ATP, because minus 2 ATP, मतलब 2 ATP का utilization हो गया, और सिर्फ 4 ATP produce हो पाए तो overall net ATP gain जो हुआ anaerobic glycolysis जो की RBCs के अंदर देखने को मिलता है वो plus 2 ATP का होता है तो यह हमें energetics पता होना चाहिए aerobic और anaerobic glycolysis का अगर हम लोग total energy की बात करेंगे glucose molecule से कितनी energy derive होती है by aerobic oxidation तो हमने देखा aerobic glycolysis से derive होती है 7 ATP energy pyruvate dehydrogenase reaction देखेंगे that is link reaction देखेंगे तो उसमें हम लोग देखेंगे कि 2 molecules of NADH का production होता है, मतलब 2 into 2.5 ATP, that is 5 ATP वहाँ produce होगा, and फिर हम लोग जब TCA cycle देखेंगे, तो हम लोग देखेंगे, एक TCA cycle में total 10 ATP's का production होता है, तो 2 into 10, that is 20 ATP का production होगा, तो total energy अगर देखा जाए कि एक glucose molecule से कितनी total energy produce हो सकती है aerobic oxidation के दौरान, तो वो होती है 32 ATP, अगर इसका sum निकाला जाए, तो वो 32 ATP आता है. तो यह होगे energetics of the aerobic glycolysis, energetics of the anaerobic glycolysis in detail. energetics discuss करने के बाद अब हम लोग discuss करेंगे next part that is inhibitors and regulations. सबसे पहले हम लोग देखेंगे कि इस energetics हमने discuss कर लिया, अब हम लोग देखेंगे कि क्या क्या inhibitors हैं glycolysis के और glycolysis को कैसे regulate किया जाता है. So now coming to regulation of glycolysis. glycolysis को regulation के लिए mainly 3 enzymes responsible होते हैं. First one is hexokinase and glucokinase. इस तरह पर यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशेष नियुक्ति यह तीन विशे एक आउस की पिंग इन्जाइम होता है जिसको इनवेट किया जाता है उसके प्रोडक्ट लुकोश 6 फॉस्फेट से जबकि ग्लुकोश एंड एंड इन्ड्यूसिबल इन्जाइम होता है जिसको इंड्यूस किया जाता है बाई इन्सुलीन यह हमेशा एक्टिव एलोस्टेरिक एक्टिवेटर्स इसके होते हैं फ्रक्टोर्स, टूसिक्स, बिसफॉस्फेट, एडिपी जबकि इसका Allosteric inhibitor होता है ATP, Citrate और H+. तो अब इसे बाते जो products होंगे, वो इसके inhibitors होंगे, जैसे ATP हो गया, Citrate हो गया, H+, हो गया, ये इसके Allosteric inhibitors होंगे, और जो substrates होते हैं, जैसे ADP, EMP, Inorganic Phosphate, ये इसके Allosteric activators होता हैं. अब ये fructose 2,6-bisphosphate कैसे Allosterically activate करता है Phosphofructokinase 1 को, वो हम लोग देखेंगे. हमें पता है कि जो Phosphofructokinase वो एक ऐसा enzyme है, जो की कौन सी reaction को catalyze करता है, third reaction जो होता है, जो होती है जिसको में हम लोग प्रक्टोस 6 फॉस्ट को प्रक्टोस 16 बिस फॉस्ट में कंवर्ट कर रहे थे इस रिएक्शन को कैटलाइज करने का काम करता है यह एंजाइम देट इस फॉस्ट फ्रक्टो का इन इस वन यह फॉस्ट फ्रक्टो 2 अब यह फोस्फो फ्रक्टो का इनस्ट्रू कब एक्टिव होगा कभी फ्रक्टो 6 फॉस्फेट को फ्रक्टो स्टू सिस्ट्र फॉस्फेट में कंवर्ट करेगा जब यह डी फॉस्फो राइलेटेड स्टेट में होगा और इसका डी फॉस्फो राइलेटेड कि उसके अंदर इंसुलीन जो होगा वो में हॉर्मोन होगा इंसुलीन स्टो ग्लुकागन रेशियो उसके अंदर इंक्रीज होगा तो इंसुलीन जब जादा होगा तो वो क्या करेगा कि PFK2 जट इस फॉस्फो फ्रक्ट जैसे ही D-Phosphorylation होगा, यह activate हो जाएगा, यह activate होगा तो यह Fructose 6 Phosphate को Fructose 2 6 Bisphosphate में convert कर देगा, Fructose 2 6 Bisphosphate Allosterically activate कर देगा PFK-1 को, और PFK-1 Find This Glycolysis के इस step को प्रक्टोस 6 फॉस्फेट का प्रक्टोस 1 6 फॉस्फेट में कनवर्जन को कैटलाइस करेगा तो ये regulation of the glycolysis हमने इन तीन enzymes के थूँ देखा जिसमें regulation by phosphofructokinase जो है वो ज़ादा important step होता है जो कि हम लोग देखते हैं, next हम लोग देखेंगे inhibitors of glycolysis, अब हम लोग देखेंगे inhibitors of glycolysis, mainly तीन inhibitors हम लोगों को याद रखने हैं, एक arsenate होता है, एक iodicitate होता है, ये दोनों जो होते हैं, वो inhibit करने का काम करते हैं, glyceryl, glyceryl D, लिए थ्री फॉसपेड डिहाइडोजनेस वाले स्टेप को जबकि फ्लोराइड जो होता है वह इन्वेट करता है इन्वेट वाले स्टेप को मतलब जब पेवर फेस हमने देखा था उसके अंदर हमने देखा था जो ग्लिसललीहाइड थ्री फॉसपेड डिहाइडोजनेस जो है इसको इन्वेट करने का काम करता है आयोडो एसिटेट और आर्सिनेट जबकि जो इन्वेट होता है उसको इन्वेट करने का काम करता है कौन फ्लोराइड तो यह इसको ऐसे इन्वेट करने का काम करते हैं नेक्स्ट जो पात्र होता perform किया जाने वाला cycle होता है जितने glucose होते हैं उसमें से लगबख 85-90% glucose जो होता है वो normal glycolysis perform करता है लेकिन 10-15% of the glucose जो होता है वो repoport lubring cycle के थूँ अपना metabolism perform करते हैं see normal glucose में हमने देखा था कि जो normal glycolysis होता है जिसमें glucose को pyruvate में convert किया जाता है और क्योंकि ये एक RBC है इसके अंदर mitochondria नहीं होगा तो इसके अंदर anaerobic glycolysis का perform किया जाता है तो pyruvate जो होता है उसको lactate में convert किया जाता है तो यहां तक अगर यह जब normal step होता तो हमें पता है कि जो anaerobic glycolysis होता है उसका जो net ATP gain होता है वो plus 2 ATP का होता है लेकिन 10 to 15% of the glucose जो होता है वो enter करता है rapoport lubring cycle में जिसमें जो step था 1-3 BPG का जो बीच में step आता है उस 1-3 BPG से convert होता है 1-3 BPG 2-3 BPG में convert होता है by the enzyme known as BPG mutase and यह जो 2-3 BPG होता है के 3PG, that is 3-phosphoglycerate में convert होता है, by the enzyme 2,3-BPG-phosphatase तो यह एडिस्टिनल स्टेप आ जाता है यह 10-15% of the glucose के लिए जो कि RBC में present होते हैं यह जो स्टेप आता है, इसकी विजए से क्या होता है कि अब ATP का कोई net generation नहीं हो पाता है ऐसा क्यों? हमें पता है कि preparatory phase में payoff phase में, लेकिन यह NADH को anaerobic glycolysis में, pyruvate वेट को लैक्टेट में कनवर्ट करने के लिए, बीच में हमें पता है कि 4 ATP और प् जिसमें से ये 2 ATP ये 2 ATP एक तरह से cancel हो गए, तो ultimate net gain जो होता था, वो 2 ATP का होता था, but अब क्योंकि Rappaport Loving Cycle में, ये वाला step जो है, वो हमने bypass कर दिया, तो अब जो हमने ATP मिला, तो ये 2 ATP तो हमने मिलेगा नहीं, क्योंकि अब जो cycle perform हो रही है, तो अब हमें ये NADH, ये NADH, कि कोई net ATP का generation नहीं होता है, in the Rappaport Loving Cycle, लोगों को पता होना चाहिए अब यह सिंफिकेंस क्या है इस 23 बीपीजी का 23 बिस फॉस्फोग्लिसिड का सिंफिकेंस क्या होता है कुछ कंडीशन्स होती है जैसे हाइपॉक्सिया हो गया हाई एल्टिट्यूड हो गया फीटल टिश्यू हो गया एनिमिक कंडीशन्स हो गया इन सब कंडीशन्स के अंदर यह जो 23 बीपीजी होता है वह हीमोग्लोबिन के साथ जी का इस रैपोट लूबरिंग साइड के अंदर है है तो इस वास्ट ऑल अबॉट ग्लाइकोलिसिस जो कि हमने डिस्कस किया पूरी ग्लाइकोलिसिस वाले सारी स्टेप्स अंदर डिस्कस कर ली ग्लाइकोलिसिस की है तो यह पूरा आउटलाइन जब हमने प्रोफीट में विनिट में इंस्टाग्राम हेंडल लिंक इस गिवन इन देस्क्रिप्शन बेलू थैंक यू अ