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ईमेल कॉपीराइटिंग मास्टर क्लास

Jul 7, 2024

ईमेल कॉपीराइटिंग मास्टर क्लास

ईमेल कॉपीराइटिंग क्या है?

  • परिभाषा: ईमेल कॉपीराइटिंग ईमेल्स के माध्यम से एक्शन ड्राइव करने की कला है।
  • लक्ष्य: लोगों को ईमेल में शामिल लिंक्स पर क्लिक करवाना, जवाब दिलवाना, कोर्स खरीदवाना आदि।

ईमेल कॉपीराइटर का रोल

  • मुख्य कार्य: ईमेल लिखना और क्लाइंट के साथ शेयर करना।
  • अन्य कार्य: ग्राफिक्स नहीं बनाने, सिर्फ ईमेल की कॉपी तैयार करनी।
  • टूल्स: क्लाइंट ईमेल्स भेजने के लिए ईमेल सर्विस प्रोवाइडर्स (ईएसपी) का उपयोग करता है जैसे कि क्वियो, कन्वर्ट किट, मेलर लाइट, एक्टिव कैंपेन आदि।

ईमेल लिस्ट में लोगों को शामिल करना

  • मुख्य उपाय: लीड मैग्नेट, प्रोडक्ट परचेस, अपॉइंटमेंट बुकिंग, पॉप-अप ऑफर्स आदि।
  • लीड मैग्नेट: फ्री ईबुक या अन्य गिफ्ट्स के बदले ईमेल प्राप्त करना।
  • प्रोडक्ट परचेस: कस्टमर्स की ईमेल्स लेना जब वे कोई प्रोडक्ट खरीदते हैं।

बिजनेस को ईमेल्स की आवश्यकता क्यों होती है?

  • रेवेन्यू: कई बिजनेस का 20-30% रेवेन्यू ईमेल्स से आता है।
  • डायरेक्ट कनेक्शन: ईमेल्स के माध्यम से सीधा संवाद।
  • स्वामित्व: ईमेल लिस्ट का स्वामित्व बिजनेस के पास होता है।
  • फ्रीक्वेंसी कंट्रोल: बिजनेस अपने ईमेल भेजने की फ्रीक्वेंसी कंट्रोल कर सकते हैं।

ईमेल्स के प्रकार

  • डायरेक्ट रिस्पांस ईमेल्स: उदाहरण: जेंडर शार्प की ईमेल्स।
  • इमेज बेस्ड ईमेल्स: ई-कॉमर्स ब्रांड्स की ब्रांडेड ईमेल्स।
  • न्यूजलेटर ईमेल्स: इंफॉर्मेटिव और एजुकेशनल ईमेल्स।

ईमेल फ्लोज, सीक्वेंस और कैंपेन

  • ईमेल फ्लोज/सीक्वेंस/ऑटो रिस्पांडर्स: प्री-रिटन ईमेल्स जो क्लाइंट की लिस्ट में शामिल होते हैं।
  • कैंपेन: इंडिविजुअल ईमेल्स जो मैन्युअली भेजी जाती हैं।

कोल्ड ईमेल्स vs वर्म ईमेल्स

  • कोल्ड ईमेल्स: वे जिन्हें प्राप्तकर्ता नहीं जानता।
  • वर्म ईमेल्स: वे जो किसी कस्टमर लिस्ट में पहले से शामिल होते हैं।

ईमेल की संरचना

  1. सब्जेक्ट लाइन: सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा।
  2. प्रीव्यू टेक्स्ट: सब्जेक्ट लाइन के साथ दिखता है।
  3. बॉडी: मुख्य सामग्री।
  4. कॉल टू एक्शन (CTA): प्रमुख लिंक या बटन।

रूल ऑफ वन

  • फोकस: एक ईमेल में केवल एक मुख्य विचार और एक CTA रखें।

ईमेल लिखने का प्रोसेस

  1. सब्जेक्ट लाइन लिखना।
  2. बॉडी का स्ट्रक्चर तैयार करना।
  3. ईमेल की बॉडी लिखना।
  4. ईमेल का मुख्य मकसद ध्यान में रखना।

क्लाइंट्स कहाँ से मिलेंगे?

  • आउटबाउंड तरीके: डायरेक्ट मैसेजेज, कोल्ड ईमेल्स।
  • इनबाउंड तरीके: लिंकडिन पेज, सोशल मीडिया प्रेजेंस।

ऑफर क्राफ्टिंग

  • उदाहरण: “I will write 20 emails per month and make you at least $50,000 per month, and I will charge only $5000 for that.”
  • कस्टमर की जानकारी लेना: उसकी ईमेल लिस्ट का साइज और ऑफर की कीमत पूछो।

नोट्स

  • ईएसपी: ईमेल सर्विस प्रोवाइडर जैसे क्वियो, कन्वर्ट किट, मेलर लाइट।
  • सीटीआर: क्लिक थ्रू रेट, आमतौर पर 1%।
  • ईमेल स्ट्रक्चर: सब्जेक्ट लाइन, बॉडी, CTA।