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वेलकम बैक फ्रेंड्स फ्रेंड्स आज हम डिस्कस करेंगे लिंग्विस्टिक्स की कुछ ब्रांचेस को फ्रेंड्स इन ब्रांचेस में अक्सर ब्रांचेस पर मैं डिटेल वीडियोस बना चुका हूं अगर आप में से कोई देखना चाहता है देन यू कैन गो थ्रू माय चैनल एनीवेज फ्रेंड्स लिंग्विस्टिक्स क्या होती है लिंग्विस्टिक्स इज बेसिकली अ साइंटिफिक स्टडी ऑफ लैंग्वेज लिंग्विस्टिक्स में हम छोटी से छोटी चीज को भी देखते हैं कि वर्ड्स कैसे बने वो आपस में लिंक कैसे करते हैं वर्ड्स की फॉर्म्स क्या होती हैं उनका स्ट्रक्चर क्या होता है उनके मीनिंग्स और उनके मीनिंग्स का आपस में रिलेशन क्या होता है एटस अब आते हैं ब्रांचेस की तरफ फ्रेंड्स लिंग्विस्टिक्स को हम टू मेजर पार्ट्स में डिवाइड करते हैं फर्स्ट इज थोरेट्स किक्स एंड सेकंड इज अप्लाइड लिंग्विस्टिक्स सो फ्रेंड्स फर्स्टली हम देखेंगे कि थोरेट्स किक्स में कौन सी ब्रांचेस आती हैं फ्रेंड्स थोरेट्स किक्स में वो ब्रांचेस आती हैं जिनमें थ्योरी को ज्यादातर पढ़ा जाता है सिंपली यह कि लिंग्विस्टिक्स के फील्ड में कौन-कौन सा न्यू टाइप का नॉलेज आ रहा है उसको पढ़ा जाता है कि पहले लैंग्वेज में साउंड्स को स्टडी किया जाता था फिर बाद में उसकी फॉर्म्स को स्टडी किया जाने लगा इस तरह जो जो न्यू नॉलेज आता है उसे हम थोरेट्स किक्स में स्टडी करते हैं फ्रेंड्स थोरेट्स किक्स में जो फर्स्ट ब्रांच हमारे पास आती है दैट इज फोनेटिक्स फोनेटिक्स साउंड से डील करती है यह बात क्लियर है कि जब भी हम लैंग्वेज बोलेंगे तो साउंड प्रोड्यूस करेंगे कोई वर्ड बोलेंगे तो साउंड प्रोड्यूस करेंगे सो लैंग्वेज में साउंड्स कैसे प्रोड्यूस होती हैं कोई भी साउंड प्रोड्यूस करते हुए हमारे माउथ की टंग की क्या पोजीशन होती है एयर फ्लो कैसे होता है इन्हीं सब चीजों को हम फोनेटिक्स में स्टडी करते हैं सेकंड इज फोनोलॉजी फोनोलॉजी इज आल्सो अ स्टडी ऑफ साउंड बट फिनोलॉजी में हम वोह साउंड स्टडी करते हैं जो एब्स्ट्रेक्ट साउंड्स होती हैं मतलब वह साउंड हमारे माइंड में होती है जैसे हमारे माइंड में होता है कि अगर हमें वर्ड कैट बोलना है तो कौन-कौन सी साउंड्स बोलना पड़ेंगी और उन की अरेंजमेंट क्या होगी फॉर एग्जांपल वर्ड कैट बोलते हुए हमें यह माइंड में होता है कि पहले हम साउंड क प्रोड्यूस करेंगे फिर अ आएगी और फिर ट आएगी तब वर्ड कैट बनेगा सो इट इज बेसिकली स्टडी दैट हाउ साउंड ऑर्गेनाइज इन अवर माइंड क्योंकि साउंड्स पहले माइंड में ऑर्गेनाइज होती हैं फिर हम उन्हें बोलते हैं फिर कोई वर्ड प्रोड्यूस होता है सो दिस इज फोनोलॉजी थर्ड इज मॉर्फो जीी फ्रेंड्स मॉर्फो डील्स विद इंटरनल स्ट्रक्चर ऑफ वर्ड्स वर्ड्स कैसे बनते हैं कैसे फॉर्म होते हैं इन्हीं सब चीजों को हम मॉर्फो जीी में स्टडी करते हैं सिंपली यह कि मॉर्फो जीी में हम वर्ड्स के जोड़-तोड़ को देखते हैं कि वर्ड हैप्पी था उससे पहले अन लगा दिया तो न्यू वर्ड अनहैप्पी बन गया इन्हीं सब फॉर्म्स को शेप्स को और स्ट्रक्चर्स को हम मॉर्फो जीी में स्टडी करते हैं फोर्थ इज सिंटेक्स फ्रेंड्स सिंटेक्स डील करती है कि वर्ड्स और फ्रेजस आपस में मिलके कैसे ग्रामेटिकल सेंटेंसेस बनाते हैं किस वर्ड का किस वर्ड के साथ एग्रीमेंट होता है मतलब वर्ब के साथ क्या यूज होगा नाउन के साथ एडजेक्टिव के साथ और यह सब चीजें कैसे मिलके प्रॉपर एक करेक्ट ग्रामेटिकल सेंटेंस बनाएंगी सो दिस इज सिंटेक्स फिफ्थ इज सिटिक्स फ्रेंड्स सिटिक्स डील करती है वर्ड्स के मीनिंग से इसमें हम यह डिस्कस करते हैं कि वर्ड्स के जो मीनिंग्स होते हैं हैं वो कैसे बनते हैं और हम उन्हें कैसे इंटरप्रेट करते हैं मोर ओवर मीनिंग्स किस-किस टाइप के होते हैं जैसे वर्ड है लास्ट स्टॉप और एक और वर्ड है फाइनल डेस्टिनेशन टेक्निकली इन दोनों वर्ड्स का जो मीनिंग है वो सेम है बट सिटिक्स के स्टूडेंट्स वर्ड्स के डिफरेंट एस्पेक्ट्स को स्टडी करते हैं मतलब वर्ड्स के डिफरेंट शेड्स को स्टडी करते हैं सो दिस इज सेंटिक्स सिक्स्थ इज प्रगमेटिक फ्रेंड्स प्रगमेटिक्स डील्स विद दी हिडन मीनिंग ऑफ ए लैंग्वेज फ्रेंड्स एक तो मतलब होता है जो सिंपली हमें कोई चीज पढ़ के समझ आ रहा है वो तो होता है लिटरल मीनिंग एक होता है हिडन मीनिंग जो गिवन नहीं होता दिया गया नहीं होता लेकिन हमने उसे खुद से समझना होता है उन हिडन मीनिंग्स को उन हिडन मैसेजेस को हम प्रगमेटिक्स में स्टडी करते हैं सिंपली यह कि किसी बात का जो क्लियर कट मतलब उसमें से निकल रहा है उससे परे जाकर उसके बियोंड जाकर कर मतलब को समझते हैं जैसे मैं कहूं रूम में काफी ठंड है क्लियर कट मतलब तो यह है कि मैं आपको ठंड का बता रहा हूं कि भाई ठंड है बट हिडन मीनिंग यह है कि मैं आपको बता रहा हूं कि रूम का डोर बंद कर दो क्योंकि रूम में ठंड आ रही है बट यह मैंने डायरेक्टली नहीं बोला सो इस टाइप के हिडन मीनिंग्स को हम प्रगमेटिक्स में स्टडी करते हैं सेवंथ इज डिस्कोर्स एनालिसिस फ्रेंड्स मेरी लास्ट वीडियो डिस्कोर्स एनालिसिस के टॉपिक पर ही थी जिसमें मैंने डिस्कोर्स एनालिसिस के कांसेप्ट को काफी डिटेल से डिस्कस किया है फ्रेंड्स डिस्कोर्स का बेसिकली मतलब होता है कन्वर्सेशन बट यह कोई स्पीच भी हो सकती है रियल में कन्वर्सेशन भी हो सकती है कोई टेक्स्ट भी हो सकता है और हम इसमें एनालिसिस करते हैं उसका एनालिसिस यह करते हैं कि कोई भी चीज है कोई टेक्स्ट है कुछ भी है उसको सेंटेंस लेवल प देखते हैं कि उसके सेंटेंस की आपस में कनेक्टिविटी कितनी है रेलीवेंसी कितनी है और ऑल ओवर वो क्या मीनिंग कन्वे कर रहा है कर भी रहा है है कि नहीं कर रहा और जो भी बात टेक्स्ट में या स्पीच में हो रही है इस रियल वर्ल्ड में जो करंट सिनेरियो चल रहा है उसमें वो कैसे लिंक करती है सो इन्हीं सब चीजों को हम लिंग्विस्टिक्स की इस ब्रांच डिस्कोर्स एनालिसिस में डिस्कस करते हैं फ्रेंड्स थोरेट्स किक्स की सब ब्रांचेस को हम पढ़ चुके हैं अब हम आते हैं अप्लाइड लिंग्विस्टिक्स की तरफ फ्रेंड्स अप्लाइड लिंग्विस्टिक्स डील्स विद प्रैक्टिकल एप्लीकेशन ऑफ लिंग्विस्टिक्स फॉर एग्जांपल लैंग्वेज लर्निंग कसे कैसे होती है लैंग्वेज एक्विजिशन कैसे होती है बच्चे लैंग्वेज कैसे सीख जाते हैं और जो बच्चे किसी डिसऑर्डर की वजह से लैंग्वेज नहीं सीख पाते या वह प्रॉब्लम फेस करते हैं उनकी एक्सपर्ट्स के पास स्पीच थेरेपी होती हैं सो यह सब चीजें प्रैक्टिकली स्टडी होती हैं और यह प्रैक्टिकल फील्ड से रिलेटेड हैं दैट्ची ब्रांचेस आती हैं सो फर्स्ट इज सोशो लिंग्विस्टिक्स सोश मींस सोशल सोशल लिंग्विस्टिक स्टडी दैट हाउ वी यूज डिफरेंट स्टाइल्स ऑफ लैंग्वेज इन ए सोसाइटी इन सिंपल टर्म्स के हम जब अपने फ्रेंड से बात करते हैं तो उसे तू कहकर भी बुला लेते हैं बट अपने टीचर्स को कभी भी हम तू कहक नहीं बुलाते इसी तरह लैंग्वेज को हम सोसाइटी में डिफरेंट वे में यूज करते हैं अकॉर्डिंग टू सोशल स्टेटस सो दिस इज सोशो लिंग्विस्टिक्स सेकंड इज साइको लिंग्विस्टिक्स वर्ड साइको रिलेट्स टू माइंड फ्रेंड्स साइको लिंग्विस्टिक्स स्टडी दैट हाउ वी लर्न लैंग्वेज एंड हाउ वी कंप्रिहेंड द लैंग्वेज सिंपली हम लैंग्वेज कैसे सीखते हैं और अगर हमसे कोई कुछ कहे तो हमारा माइंड उसे कैसे समझता है कैसे कंप्रिहेंड करता है यह सब चीजें हम साइको लिंग्विस्टिक्स में स्टडी करते हैं थर्ड इज एथनो लिंग्विस्टिक्स एथनो मींस डिफरेंट कल्चरल ग्रुप्स जैसे इंग्लिश कल्चर स्पेनिश कल्चर इंडियन कल्चर वगैरह यह डिफरेंट कल्चरस हैं ग्रुप्स हैं फ्रेंड्स एथनो लिंग्विस्टिक्स को कल्चरल लिंग्विस्टिक्स भी कहा जाता है इट स्टडी द रिलेशनशिप बिटवीन कल्चर एंड लैंग्वेज फ्रेंड्स कोई भी वर्ड किसी एक कल्चर में किसी और चीज के लिए बोला जा रहा होता है और वही वर्ड किसी दूसरे कल्चर में किसी और चीज के लिए बोला जा रहा होता है फॉर एग्जांपल स्त्री इंडियन कल्चर में स्त्री फीमेल के लिए यूज हो होता है बट पाकिस्तानी कल्चर में स्त्री आयरन के लिए यूज़ होता है जिसे हम ड्रेस प्रेस करते हैं सो दिस इज एथनो लिंग्विस्टिक्स फोर्थ इज जियो लिंग्विस्टिक्स जिओ लिंग्विस्टिक्स स्टडी दैट हाउ डिफरेंट स्टाइल्स और डिफरेंट डायलेक्ट्स ऑफ लैंग्वेज आर स्पोकन इन डिफरेंट जियोग्राफिक रीजंस एक ही लैंग्वेज डिफरेंट एरियाज में डिफरेंट स्टाइल्स और डिफरेंट डायलेक्ट से बोली जा रही होती है दैट्ची जिओ लिंग्विस्टिक्स फॉर एग्जांपल अप्पर पंजाब में पंजाबी का जो डायलेक्ट है जो अंदाज है जो स्टाइल है और जो लोर पंजाब में पंजाबी का स्टाइल है वोह दोनों डिफरेंट है सो दिस ऑल वी स्टडी इन जिओ लिंग्विस्टिक्स फिफ्थ इज न्यूरोलिंग्विस्टिक्स फ्रेंड्स न्यूरो वर्ड्स कम फ्रॉम न्यूरॉन्स एंड न्यूरॉन्स आर रिलेटेड टू अवर ब्रेन फ्रेंड्स न्यूरो लिंग्विस्टिक स्टडी दैट हाउ अवर माइंड प्रोसेस द लैंग्वेज मतलब बोलते हुए हमारे ब्रेन का कौन कौन सा पार्ट वर्क कर रहा है जब हम किसी की बात को सुनक समझने की कोशिश कर रहे होते हैं तब ब्रेन का कौन सा पार्ट वर्क कर रहा होता है दीज ल थिंग्स वी स्टडी इन न्यूरोलिंग्विस्टिक्स सिक्स्थ इज बायोलिव किक्स बायोलिव सिक्स डील्स विद द रिलेशनशिप बिटवीन जेनेटिक्स एंड लैंग्वेज अब ये लैंग्वेज और जींस के रिलेशनशिप को स्टडी हम बायोलिव सिक्स में करते हैं फ्रेंड्स मोस्ट ऑफ द टाइम कुछ लोगों को जेनेटिकली लैंग्वेज डिसऑर्डर फेस करने पड़ते हैं लाइक ग्रैंडफादर से फादर और फादर से देन सन के अंदर वह इन्हेरिटेंस में एक डिसऑर्डर ट्रेवल कर रहा होता है कुछ लोग सही से बोल नहीं पाते या रुक-रुक कर बोलते हैं सो दिस टाइप ऑफ सिनेरियो इन व्हिच द लैंग्वेज डिसऑर्डर केम फ्रॉम फोर फादर्स और इन जीनस और इनहेरिटेंस वी डिस्कस इन बायोलिव सिक्स लास्ट एंड सेवंथ इज हिस्टोरिकल लिंग्विस्टिक्स इट डील्स विद द स्टडी ऑफ हिस्ट्री ऑफ लैंग्वेज मतलब लैंग्वेज विद द पैसेज ऑफ टाइम कैसे चेंज होती है न्यू वर्ड्स आ जाते हैं और लैंग्वेज डिफरेंट और लैंग्वेज के वर्ड्स के साथ मर्ज हो जाती है और चेंज होती रहती है और यह लैंग्वेज कैसे ओरिजनेट होती है इस तरह की चीजों को इन एस्पेक्ट्स को हम हिस्टोरिकल लिंग्विस्टिक्स में स्टडी करते हैं फ्रेंड्स होप सो आपको लेक्चर अच्छे से समझ आ गया होगा सी यू इन नेक्स्ट वीडियो थैंक्स फॉर वाचिंग