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नीट परीक्षा में स्वास्थ्य संबंधी डिसऑर्डर्स

हम 2015 से नीट 2024 तक बात करें। अगर आप एवरेज निकालोगे मैं ओपनली बोल रहा हूं। आप चेक करके देख सकते हो। एवरेज निकालोगे तो हर साल दो से तीन क्वेश्चन इन डिसऑर्डर से मिलेंगे ही मिलेंगे। पहला डिसऑर्डर है अस्थमा। अस्थमा में लिखते हैं डिफिकल्टी इन ब्रीथिंग एनसीईआरटी लिखती है। तो जाहिर सी बात है भाई अस्थमा आपने सुना ही होगा। किसी को अस्थमा हो गया तो उसको सांस लेने में तकलीफ होगी। है ना? इसमें कुछ याद करने का था ही नहीं। और क्या लिखती है कि वीजिंग यानी गरगराहट होती है सांस लेते हुए। इसका क्या मतलब है? देखो, आपने वो जूस पिया है, ट्रॉपिका या रियल का जो जूस आता है ना लीची फ्लेवर जूस गवावा, है ना? तो आपका वो जूस जब खत्म हो जाता है, बिल्कुल खत्म हो जाता है। तो वो पाइप में थोड़ा-थोड़ा जूस लगा हुआ रह जाता है ना पाइप में। तो आईप पाइप से उसको पूछो ना और लास्ट में वो गड़ गड़ गड़ गड़ करने लगता है कि गर है ना? वो होती है गरगराहट की आवाज। अब ये आवाज यहां कैसे आ रही है? देखो अस्थमा में हुआ क्या है? मान लो ये हमारी सांस की नली है। ये विंड पाइप है। है ना? हम इससे नॉर्मल सांस ले रहे हैं। अब अस्थमा में होगा क्या? इसकी स्वेलिंग हो जाएगी। देखो यहां लिखा हुआ है इनफ्लामेशन हो जाती है ब्रोंकाई ब्रोंकियोल्स की। अब यहां पर अगर स्वेलिंग हो गई तो जाहिर सी बात है ये स्वेलिंग स्वेलिंग स्वेलिंग मोटा हो जाएगा। मतलब ये जो ल्यूमन नॉर्मल था ये बिल्कुल छोटा रह जाएगा ना स्वेलिंग की वजह से। इतना अपने को इमेजिन हो रहा है। और क्या होता है? अस्थमा में म्यूकस की सिकक्रशन हो रही है। जैसे हमें जुकाम हो जाता है तो लंग्स से निकालते हो ना खांखा के म्यूकस। तो म्यूकस की भी इसमें सिक्रेशन होती है। अब ये पाइप छोटी सी हो गई है। इसमें कहीं-कहीं म्यूकस लगा हुआ है। तो आप सांस लोगे तो जैसे आप जूस पीते हो ना वैसे ही गरगराहट की आवाज सुनाई देती है। सांस लेते हैं। ठीक है? अब नेक्स्ट हम बात कर रहे हैं एम्फाईसीमा के बारे में। तो भाई एक औरत एक वुमेन बोलते हैं कि वीमेन पता नहीं भाई। है ना? सीमा नाम है किसी का। किसी औरत का नाम है सीमा। तो सीमा क्या करती है? बहुत ज्यादा सिगरेट पीती है। सिगरेट स्मोकिंग करती है। अब सिगरेट क्यों पोती है? क्योंकि उसको नशे की आदत है ना कि नशा होता है थोड़ा बहुत उसमें। तो भाई सिगरेट इतनी ज्यादा पी ली एक दिन सीमा ने वो गाड़ी चला रही थी तो थोड़ा सा नशा हो गया तो उसने वॉल यानी दीवार में गाड़ी ठोक दी। अब दीवार में गाड़ी ठुकेगी तो दीवार जो है डैमेज हो जाएगी। अब दीवार ही तोड़ दी है तो जाहिर सी बात है दीवार का सरफेस एरिया कम हो गया है। कोई भी ट्रिक नहीं है। बहुत ही प्यारी ट्रिक है। सीमा जी को धन्यवाद। ठीक है? अब यहां पर एम्फाईसीमा के बारे में लिखते हैं कि एक क्रॉनिक डिसऑर्डर है। अब एक वर्ड आता है एक्यूट और एक आता है क्रॉनिक। एक्यूट का मतलब होता है कि सडन। सडन कुछ हुआ है। फॉर एग्जांपल किसी के एकदम से ऐसे सडन चेस्ट पेन हो रहा है। मतलब एक्यूट चेस्ट पेन हमने पढ़ा था ना बॉडी फ्लूइड्स वाले चैप्टर में एक्यूट चेस्ट पेन एंजाइप एकदम से हुआ है। और क्रॉनिक डिसऑर्डर मतलब कि भाई किसी ने सिगरेट पीना शुरू की शुरू में कोई दिक्कत नहीं है। फिर धीरे-धीरे दो साल तक पी तीन साल तक चार साल तक फिर लंबे समय तक अगर यही काम आप करते रहे तो क्रॉनिक डिसऑर्डर कि लंबे समय तक कुछ आपने गड़बड़ की है। फिर वो डिसऑर्डर हुआ है। फिर वो डिसीजन हुआ। ठीक है? एक्यूट मतलब एकदम से भी है। क्रॉनिक मतलब लंबे समय तक। ठीक है? अब नेक्स्ट है ऑक्यूपेशनल मतलब ऑक्यूपेशन। ऑक्यूपेशन मतलब है व्यवसाय मतलब जाहिर सी बात है इंडस्ट्रीज की बात हो रही है कि बहुत सारे ऐसे कारखाने हैं, फैक्ट्री है जहां स्टोन, डस्ट और भी पता नहीं क्या-क्या रुईवई के क्या होता है। मतलब ऐसी जगह पे काम करता है कि सांस लोगे कि तो सांस के थ्रू वो स्टोन है, डस्ट है वो आपके अंदर जा रहा है। और मान लो कोई उस फैक्ट्री में 15 20 साल से काम कर रहा है। तो सोच के देखो उसके लंग्स में क्या-क्या चला गया। ठीक है? तो अब होगा क्या? वही है इनफ्लामेशन होगी। है ना? प्रोलिफरेशन यहां पे इनफ्लामेशन का भी जिक्र है शायद इसमें। हां ये रहा इनफ्लामेशन का जिक्र है वही होगा कि ये आपकी सांस की नली थी भाई आप 15 साल से उस इंडस्ट्री में काम कर रहे हो आपके सांस के थ्रू पता नहीं क्या-क्या जा रहा है। है ना? तो क्या होगी? इनफ्लामेशन होगी। तो ये इतनी चौड़ी नॉर्मल नली थी। अब ये स्वेलिंग हो के स्वेलिंग हो के इसका ल्यूमन इतना सा रह गया है। तो वही दिक्कतें होने चालू हो जाएंगी। देखो भाई डिसऑर्डर में ये जो लिखा हुआ है ये आप अपने आप ही पढ़ सकते हो कि भाई जैसे ये है ऑटोइम्यून्यून डिसऑर्डर है। न्यूरोमस्कुलर जंक्शन को अफेक्ट करता है। इसमें थकान होती है। वीकनिंग पैरालिसिस होती है। ठीक है? इसमें क्या है? प्रोग्रेसिव डिजनरेशन ऑफ स्केलेटल मसल है। मोस्टली ड्यू टू जेनेटिक डिसऑर्डर है। इसमें क्या है? टिटनी में रपिड स्पसम। इसका मतलब वाइल्ड कॉन्ट्रक्शन है। ड्यू टू लो कैल्शियम होता है। अर्थराइटिस में क्या है? आइटिस का मतलब होता है। अरे स्पेलिंग गलत है भाई यहां पे। अर्थराइटिस। ठीक है? अर्थराइटिस। आइटिस का मतलब होता है इनफ्लामेशन। अर्थो का मतलब होता है जॉइंट्स। ऑस्टियोपोरोसिस में क्या है? एज रिलेटेड है। एस्ट्रोजन के डिक्रीज लेवल से होता है। गाउट में क्या है? इनफ्लामेशन होती है जॉइंट्स की। क्यों? यूरिक एसिड क्रिस्टल की एक्यूमुलेशन है। तो ये तो भाई कॉमन-कॉमन पढ़ने की चीजें थी। अब आते हैं हम अपनी ट्रिक्स पे कि क्वेश्चन कहां फंसेगा चीजों को याद कैसे रखना है देखो मयंक गांधी को एड्स है मयंक गांधी को मैंने मयंक गांधी कर दिया बदल के नहीं तो मेरे को पता लगे हां पुलिस उठा के ले गई ठीक है मयंक गांधी को एड्स है एम से मयस्थीनिया जी से ग्रेविस से ए ऑटो आई इम्यूनो डी डिसोडर बात खत्म नेक्स्ट एमडी इन जेनेटिक्स देखो आपने एमबीबीएस तो कर ली अब आपको एमडी करनी है तो जेनेटिक्स फील्ड में आप एमडी करना चाहते हो एम से मस्कुलर डी से डिस्ट्रोफी जेनेटिक्स मतलब है मस्कुलर डिस्ट्रोफी जो है वो जेनेटिक डिसऑर्डर है काम ही खत्म टिकट कलेक्टर टी फॉर टिटेटनी सी फॉर मतलब कैल्शियम का लेना देना है तो यहां पे देख लो भाई लो कैल्शियम की वजह से ये हो रही है अर्थराइटिस आइटिस का मतलब ही क्या होता है इनफ्लामेशन अर्थ्रो का मतलब होता है जॉइंट्स अर्थ्रोलॉजी लॉजी मतलब स्टडी अर्थ्रो मतलब नेक्स्ट है ऑस्टियोपोरोसिस देखो ये ओ से स्टार्ट हो रहा है अब ओ से ऑस्टियोपोरोसिस और ओ से ओल्ड ओल्ड मतलब भाई एज रिलेटेड है कुछ कुछ भी नहीं है भाई। इतनी आसान ट्रिक्स हैं। ये कभी नहीं भूलने वाली। नीट यूजी नीट अपने काम का है नहीं यहां पे। यू से यूरिक एसिड क्रिस्टल जी से गाउट में बनेंगे। सिंपल सी बात है। वो सबसे पहले हाइपरटेंशन। देखो हाइपर मतलब ज्यादा हो जाना। टेंशन मतलब बोलते हैं ना कि बंदा टेंशन में है। बंदे का बीपी बढ़ गया है। बीपी मतलब ब्लड प्रेशर। अब ब्लड प्रेशर कितने से ज्यादा बढ़ गया? तो नॉर्मल जो ब्लड प्रेशर हम मान के चलते हैं कि 120 / 80 को हम नॉर्मल मान के चलते हैं। किसमें? मिलीमीटर ऑफ मरकरी में। तो 120/80 ये नॉर्मल है। इससे ज्यादा ज्यादा बढ़ जाए तो उसको बोल देंगे हम कि हाई बीपी है, हाइपरटेंशन है। ठीक है? अब नेक्स्ट है कोोनरी आर्टरी डिसीज या फिर एथ्रोस्लेरोसिस। देखो मान लो ये एक ब्लड वेसल है। ये एक ब्लड वेसल है। और ये ब्लड वेसल कौन सी है? ये कोरोनरी आर्टरी है। कोोनरी। कोरोनरी आर्टरी मतलब देखो हमारा जो दिल है उसको भी तो ब्लड की सप्लाई की जरूरत है। तो ऐसी आर्टरी जो हार्ट को खुद है ना हार्ट को खुद ब्लड सप्लाई कर रही है उसको कोोनरी आर्टरी बोलते हैं। तो अगर उस आर्टरी में उस वेसल में कुछ-कुछ जम जाए। क्या जम जाए? कैल्शियम जम जाए, कोलेस्ट्रॉल जम जाए, फाइबस टिश्यू। ऐसे याद रखो इसको। अपने घरों में जो पानी की सप्लाई आ रही है। है ना? तो नॉर्मली कई बार होता है ना कि जो पानी की पाइप है उसमें कुछ ना कुछ मटेरियल कुछ कूड़ा, कचरा, थैली, लिफाफे बाहर बड़ी-बड़ी पाइपों में जम गए तो पानी का फ्लो कम हो जाता है। तो ऐसे ही है। अगर उस ब्लड वेसल में कैल्शियम जम जाएगा, कोलेस्ट्रॉल जम जाएगा, फाइबर्स टिश्यू। है ना? तो क्या है? उसमें फ्लो कम हो जाएगा। मतलब हार्ट तक जो ब्लड है वो कम पहुंच पाएगा। मतलब अल्टीमेटली ऑक्सीजन कम आ रही है, ब्लड कमा रहा है, सब कुछ ही कम आ रहा है तो दिक्कत हो जाएगी। ठीक है? एंजाइना पेक्टोरिस में क्या होता है? एक्यूट चेस्ट पेन। एक्यूट है ना एकदम से बहुत तेजी से चेस्ट पेन होता है। क्यों? क्योंकि हार्ट की मसल को ऑक्सीजन अच्छे से नहीं पहुंच पा रही। हार्ट फेलियर। हार्ट जो है फेल हो गया है। क्या करने से? अपने काम से। ठीक है? हार्ट का काम क्या होता है? कि हार्ट का काम होता है ब्लड को इफेक्टिवली पंप करना। तो ये अपने काम से अगर फेल हो जाए तो हार्ट फेलियर। ये ट्रिक बता रहा हूं साथ की साथ मैं अपनी कि इसी लैंग्वेज में इनको याद रखना एनसीआरटी क्लियर हो जाएगी। हार्ट अटैक अटैक वर्ड ही ऐसा लग रहा है कि आपने किसी पर अटैक कर दिया है। मतलब किसी का डैमेज कर दिया। है ना? अटैक वर्ड सुनते ही आपको नहीं आ रहा कि किसी का डैमेज हो गया है। तो हार्ट की मसल डैमेज हो जाए सडनली अटैक करने से। तो इसको ऐसे याद रखना है। ट्रिक बता रहा हूं मैं आपको। ठीक है? कार्डियक अरेस्ट है। देखो आपने मूवीज में देखा होगा कि गुंडे-वंडे अपने गोदामवदाम में है। एकदम से पुलिस आ गई। पुलिस ने आके बोला यू आर अंडर अरेस्ट। तो वो एकदम से हाथ ऊपर करके एकदम से ऐसे रुक जाते हैं। ठीक है? तो हार्ट स्टॉप बिटिंग एकदम से वो स्टॉप हो गए हैं। यू आर अंडर एस ग्लोमेरुलो नेफ्राइटिस आइटिस वर्ड का मतलब ये होता है इनफ्लामेशन किसकी ग्लोमेरुलो मतलब ग्लोमेरुलाई की इनफ्लेमेशन है। रनल कैलकुलाई स्टोन ऑफ क्रिस्टलाइज साल्ट ऑक्सिलेट ईटीसी है ना वही है भाई किडनी पत्थर बन गए हैं किडनी में आपने सुना ही होगा पथरी हो गई है। रनल फेलियर रिनल मतलब किडनी फेलियर मतलब किडनी फेल हो गई है। अब फेल हो गई है तो भाई ट्रांसप्लांटेशन की जरूरत पड़ेगी। यूमिया एक्यूमुलेशन। अब देखो यूरमिया वर्ड से आपको लगेगा कि यूरिन में यूरिया आ रहा है। अब यूरिन में यूरिया आना ये तो बहुत ही नॉर्मल कंडीशन है ना। इसीलिए तो यूरिन बनाया था कि यूरिया को निकाल पाए। है ना? तो यूरिन में यूरिया आ रहा है। ऐसे मत कर देना कि यूरिन में यूरिया नहीं निकल पा रहा है। तो कहां एक्यूमुलेट हो जाएगा? ब्लड में एक्यूमुलेट हो जाएगा। है ना? और इस दिक्कत में क्या है भाई? डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। जेनेटिक डिसऑर्डर्स। ठीक है? देखो जेनेटिक डिसऑर्डर्स दो टाइप के होते हैं। एक मेंडेलियन जेनेटिक डिसऑर्डर्स एक क्रोमोजोमल। ठीक है? मेंडेलियन में अपने पास कौन से कौन से आएंगे? कलर, ब्लाइंडनेस, हीमोफिलिया, सिकल सेल एनीमिया, फिनाइल कीटोन्यूरिया एंड एथैललेसीमिया। और क्रोमोजोमल की बात करें तो डाउन सिंड्रोम, एलाइन फेल्टर सिंड्रोम एंड टर्नर सिंड्रोम। ठीक है? अब देखो यहां पे मेंडेलियन जो डिसऑर्डर है ना मेंडेलियन जो डिसऑर्डर हैं इनमें एक बहुत बड़ी कंफ्यूजन रहती है। बहुत बड़ी कंफ्यूजन रहती है। तो उसको मैं डायरेक्ट आपके सामने कवर कर दूं। देखो जो ये टोटल है जो ये टोटल हैं मेंडेलियन वाले इसमें से सेक्स लिंग्ड रिसेसिव कौन से हैं? एंड ऑटोसोमल लिंग्ड रिसेसिव कौन से हैं? ये एक बहुत बड़ी कंफ्यूजन रहती है। बार-बार कंफ्यूजन होता है। तो एक ही बार में इस कंफ्यूजन को खत्म करो कि कलर ब्लाइंडनेस एंड हीमोफिलिया जो है वो सेक्स लिंग्ड रिसेसिव है। सेक्स लिंग्ड रिसेसिव हैं। एंड सिकल सेल एनीमिया, फिनाइल कीटोनरिया, थैलेसीमिया कौन से हैं? ऑटोसोमल लिंग्ड रिसेसिव हैं। पहली कंफ्यूजन बिल्कुल क्लियर है। अब हम आगे चलते हैं। अब हम क्या करेंगे? अब हम क्या करने वाले हैं? जो ये मेंडेलियन डिसऑर्डर है, इनको बारी-बारी से याद करने की ट्रिक हम करने वाले हैं। तो सबसे पहला डिसऑर्डर है कलर ब्लाइंडनेस। ठीक है? अब इसके लिए अपनी सिंपल सी ट्रिक क्या है? है। बहुत ही आसान ट्रिक है। देखो जो कलर होता है तो कलर को तो कलर को हम हिंदी में क्या बोलते हैं? कलर को हम हिंदी में बोलते हैं रंग बोलते हैं। कलर को हम हिंदी में रंग बोलते हैं। अब रंग के आर से अपने को क्या याद आएगा? रेड याद आएगा। और जी से अपने को क्या याद आएगा? ग्रीन याद आएगा। मतलब क्या होता है भाई? कलर ब्लाइंडनेस के अंदर रेड और ग्रीन आईज में जो रेड और ग्रीन कलर के लिए कोन होते हैं उनमें प्रॉब्लम होती है। उनमें प्रॉब्लम होती है। ठीक है? बिल्कुल क्लियर है। बिल्कुल ही क्लियर है। नेक्स्ट अपना डिसऑर्डर है हीमोफिलिया। नेक्स्ट अपना डिसऑर्डर है हीमो हीमोफीलिया। ठीक है? तो अब हम बात कर रहे हैं हीमोफीलिया की। ठीक है? तो इसके लिए कुछ भी ट्रिक की जरूरत नहीं है। ऑटोमेटिक इसमें सब कुछ छुपा हुआ है। देखो इसमें दो वर्ड है। एक है हीमो, एक है फिलिया। एक है हीमो, एक है फिलिया। अब हीमो किससे रिलेटेड होता है? हमें पता है। देखो हीमोग्लोबिन हमें पता है। यह ब्लड से रिलेटेड होता है। और फिलिया देखो फिलिया जो होता है ना देखो दो वर्ड होते हैं। दो वर्ड होते हैं। एक तो होता है फिलिक। एक होता है फिलिक और एक होता है फोबिक। एक होता है फोबिक। तो फिलिक का मतलब क्या होता है? फिलिक का मतलब होता है प्यार, अट्रैक्शन। है ना? लायोफिलिक लायोफोबिक और फोबिया का मतलब क्या होता है डर है ना आपने सुना होगा हाइड्रोफिलिक मतलब पानी से प्यार करने वाला हाइड्रोफोबिक मतलब पानी से डरने वाला अब हीमोफिलिक हीमोफिलिया अब ब्लड से प्यार करने वाला ये क्या हो जाएगा लव हो जाएगा ये क्या लव हो जाएगा ठीक है अब क्या है हीमोफिलिया मतलब ब्लड से प्यार करने वाला अब ब्लड से प्यार कौन करेगा जाहिर सी बात है जिसको क्लॉटिंग डिफेक्ट होगा जिसको क्लोटिंग डिफेक्ट होगा जिसको क्लोटिंग डिफेक्ट होगा वही तो ब्लड से प्यार करेगा क्योंकि उसके पास खून है बच जाएंगे एक एग्जांपल देख लेते हैं देखो यह कोई इंसान है यह कोई इंसान है यह इसके दो हाथ है यह इसके दो पैर हैं तो मान लो इसको कोई कट लग जाता है यहां पे और ब्लीडिंग स्टार्ट हो जाती है। तो जिसका क्लॉटिंग मैकेनिज्म अच्छा है, ठीक-ठाक है, उसकी ये ब्लीडिंग रुक जाएगी थोड़े टाइम बाद। बट जिसको क्लोटिंग में डिफेक्ट है, उसको क्या है? ये खून बहता रहेगा, बहता रहेगा। तो जिसको क्लोटिंग डिफेक्ट है, उसको ब्लड से जाहिर सी बात है प्यार होगा। अब ब्लड से प्यार यानी हीमोफीलिया। मतलब हीमोफिलिया में क्या होता है? एक क्लोटिंग डिफेक्ट होता है। सिंपल तरीके से अपनी ट्रिक ये कंप्लीट हो चुकी है। ठीक है? बिल्कुल ही सिंपल बातें चल रही है। नेक्स्ट अपना है सिकल सेल एनीमिया। नेक्स्ट अपना है सिकल सेल एनीमिया। सिकल सेल एनीमिया। सिकल सेल एनीमिया। सिकल सेल एनीमिया की बात कर रहे हैं। देखो इसमें बेसिकली होता क्या है? जो अपने को याद रखना है वो क्या है? इसमें होती है सब्स्टट्यूशन होती है। इसमें सब्स्टट्यूशन होती है। किसकी होती है? किसकी होती है? इसमें सब्स्टट्यूशन होती है ग्लूटेमिक एसिड की होती है। और कौन करता है ये सब्स्टट्यूशन? ये सब्स्टट्यूशन करता है वन। वलीन बोलो, वन बोलो, कुछ भी बोल लो। ठीक है? और कहां पे होती है? एट सिक्स्थ पोजीशन। एट सिक्स्थ पोजीशन। किसकी? हीमोग्लोबिन की चेन पे। ठीक है? सिकल सेल एनीमिया में क्या होता है? सब्सीट्यूशन होती है किसकी? ग्लूटेमिक एसिड की। और ये सब्स्टट्यूशन करता कौन है? वलीन करता है। वन बोलो, वलीन बोलो। कहां पे करता है? सिक्स्थ पोजीशन पे। किसके? हीमोग्लोबिन की चेन पे। अब इसको कैसे याद रखें? तो इसके लिए एक सिंपल सी ट्रिक है। देखो जी यहां पे अपने को जी याद रखना है। जी फॉर ग्लूटेमिक एसिड। यहां पे अपने को वलीन याद रखना है और यहां पे अपने को सिक्स्थ पोजीशन याद रखनी है। अपना सारा अपने आप बन जाएगा। ठीक है? अब जी से अपने को याद रखना है गौतम गंभीर। देखो एक गौतम गंभीर करके प्लेयर था। है ना? बहुत अच्छा सिंगल सिंगल लेके बहुत ही स्लो स्लो खेलता था। सिंगल सिंगल लेके और एक प्लेयर था वीरेंद्र सहवाग। अब वीरेंद्र सहवाग कैसे खेलता था वो सबको मेरे ख्याल से पता है। है ना? वो सिर्फ चोको में ही बात करता था ना। फोर मारता था और सिक्स मारता था। ठीक है? अब 2020 की टीम थी तो उस टीम में गौतम गंभीर था। वीरेंद्र सहवाग नहीं था। अब गौतम गंभीर तो सिंगल सिंगल खेलेगा और अपने को चाहिए क्या अपने को चाहिए मारो मारो चौके मारो ठीक है अब हुआ क्या अब हुआ क्या टीम के जो मैनेजर होते हैं जो भी सिलेक्टर होते हैं उन्होंने क्या किया गौतम गंभीर की सब्स्टट्यूशन कर दी वीरेंद्र सहवाग से कि भाई ये ये क्या है सिक्स नहीं मार पा रहा ये फोर नहीं मार पा रहा सिक्स नहीं मार पा रहा तो क्या है इसकी सब्स्टट्यूशन कर दो कौन आओ वीरेंद्र सहवाग ले आओ वीरेंद्र सहवाग बहुत सारे मारेगा बहुत सारे मारेगा बहुत सारे रन बनाएगा ठीक है तो गौतम गंभीर की सब्स्टिट्यूशन हुई किसने की वीरेंद्र सहवाग ने की और कहां पे सिक्स्थ पोजीशन में मतलब मारने के लिए ठीक है तो किसकी जी4 ग्लूटेमिक एसिड की सब्स्टिट्यूशन हुई किसने की वीरेंद्र सहवाग ने यानी अवलीन ने की कहां पे सिक्स्थ पोजीशन पे हीमोग्लोबिन की चेन में। ठीक है? बिल्कुल सिंपल है। अपने आप ही सारी चीजें बन चुकी हैं। ठीक है? नेक्स्ट बात करते हैं थैलेसीमिया की। नेक्स्ट बात करते हैं थैलेसीमिया की। नेक्स्ट बात कर रहे हैं थैलेसीमिया की। देखो इसकी बहुत ही सिंपल ट्रिक है। थैलेसीमिया की बहुत ही सिंपल सी ट्रिक है। एक ऑटोमेटिक उससे बन जाएगा कि हीमोग्लोबिन में चैन कम था। हीमोग्लोबिन में चेन हीमोग्लोबिन में चेन होती है ना? कौन सी कौन सी होती है? अल्फा होती है और बीटा चेन होती है। अल्फा होती और बीटा चे। हीमोग्लोबिन में चेन कम था। कम कम यानी है ना? लेस लेस कम था कम था। अब देखो ट्रिक क्या बनी? अपनी ट्रिक कैसे बनी अपनी? देखो था से अपने को याद आ जाएगा थैलेसीमिया। मतलब यह ट्रिक इसकी है थैलेसीमिया की। है ना? थ से याद आ जाएगा थैलेसीमिया। अब थैलेसीमिया में होता क्या है वो अपने को याद रखना है इस ट्रिक से। तो थैलेसीमिया में क्या होता है? हीमोग्लोबिन में चैन कम। हीमोग्लोबिन में चेन कम। मतलब थैलेसीमिया में जो हीमोग्लोबिन की चेन होती है उसकी जो प्रोडक्शन होती है वो कम होती है। ठीक है? अब अल्फा चेन में अल्फा चेन की प्रोडक्शन अगर कम होगी तो अल्फा थैलेसीमिया हो जाएगा। बीटा चे चेन की प्रोडक्शन कम होगी तो बीटा थैलेसीमिया हो जाएगा। थैलेसीमिया में क्या होता है? हीमोग्लोबिन की चेन की प्रोडक्शन कम होती है। अब अल्फा चेन की होगी तो अल्फा थैलेसीमिया बीटा चेन की होगी तो बीटा थैलेसीमिया बहुत ही आसान है। बहुत ही सिंपल है। ठीक है? अब नेक्स्ट आगे बढ़ते हैं। फिनाइल कीटोन यूरिया। अब नेक्स्ट आगे बढ़ते हैं। फिनाइल कीटोन यूरिया की बात करते हैं। देखो इसमें क्या होता है? ये बिल्कुल लॉजिक से करना है। देखो बिल्कुल लॉजिक से करना है। देखो एक अमीनो एसिड होता है फिनाइल एलानिन। फिनाइल एलानिन। एलानिन। ठीक है? अब बिल्कुल हेल्दी जो बिल्कुल नॉर्मल है, हेल्दी पर्सन है, स्वस्थ है एकदम उसमें क्या होना चाहिए? फिनाइल एलानिन किस में कन्वर्ट हो जाता है? किस में कन्वर्ट हो जाता है? है टायरोसिन में कन्वर्ट हो जाता है। यह कन्वर्ट हो जाता है टायरोसिन में। और इसको करता कौन है? एक एंजाइम होता है जो यह प्रोसेस करता है। ठीक है? बिल्कुल हेल्दी पर्सन में क्या होता है? फिनाइल एनालिन जो है वो टायरोसिन में कन्वर्ट हो जाता है टायरोसिन में किसी एंजाइम की हेल्प से। ठीक है? अब हम अगर बोल दें हम अगर बोल दें कि किसी को कोई बीमारी हो जाए, बीमारी कौन सी? फिनाइल कीटोन यूरिया हो जाए तो उसमें क्या हो जाता है? ये एंजाइम जो है ये खत्म हो जाता है। बनता ही नहीं है। है ना? एक तरीके से। इसकी कमी आ जाती है। बनता ही नहीं है। कुछ भी लगा लो। इस एंजाइम की कमी आ जाती है। ठीक है? तो इस एंजाइम की कमी आने से क्या होगा? ये प्रोसेस तो हो नहीं पाएगी। टायरोसिन तो बन नहीं पाएगा। तो क्या बन जाता है? तो क्या बन जाता है? है फिनाइल पाइरुविक एसिड बन जाता है तो क्या बन जाता है फिनाइल पाइरुविक एसिड बन जाता है और इसी बीमारी को क्या बोलते हैं हम फिनाइलटोन यूरिया बोलते हैं अब देखो मेंडेलियन डिसऑर्डर्स को याद करने की सारी ट्रिक्स देख चुके हैं अब हमें बात करनी पड़ेगी क्रोमोजोमल डिसऑर्डर्स के बारे में ठीक है तो इसमें बारी-बारी से बात करेंगे डॉन सिंड्रोम केनफेटल सिंड्रोम अटरनल सिंड्रोम देखो डॉन सिंड्रोम में क्या होता है जो 21 क्रोमोसोम है ना 21 क्रोमोजोम है उसकी क्या हो जाती है ट्राइससोमी हो जाती है हां देखो नॉर्मली क्या होता है हर क्रोमोजोम की दो कॉपी होती है हर क्रोमो ोम की दो कॉपीज होती है। बट यहां पे 21 जो क्रोमोजोम है उसकी ट्राईसोमी मतलब उसकी तीन कॉपी हो जाती है। तो उसी को बोलते हैं डाउन सेंट्रोम। ठीक है? केलाइन फिल्टर में क्या होता है? देखो नॉर्मली मेल क्या होता है? नॉर्मली मेल कैसा होना चाहिए? ये होता है नॉर्मल मेल एक्स व बट केलाइन फिल्टर में क्या हो जाता है? मेल कैसा हो जाता है? एक्स एक्स व हो जाता है। ये हो जाता है मेल। टर्नर सिंड्रोम में बात करें तो नॉर्मल फीमेल जो है वो कैसी होनी चाहिए? एक्स एक्स होनी चाहिए। बट यहां पे एक एक्स क्रोमोजोम क्या है? एब्सेंट होता है। तो ये एक्स जीरो एक्स ओ बोलो या फिर एक्स ज़ीरो सही रहेगा। ठीक है? ये होता है टर्नर सिंड्रो। अब टर्नर और केलाइन फिल्टर में होता क्या है? देखो ये होती है टर्नर सिंड्रोम। किसमें होता है? फीमेल में होता है। बट इसमें फीमेल के कररेक्टर थोड़े एब्सेंट होते हैं ना क्योंकि एक एक्स क्रोमोसोम इसमें उड़ चुका है। उसमें फीमेल के सेकेंडरी सेक्सुअल करैक्टर एब्सेंट होंगे। और केलाइन फिल्टर में बात करें तो होगा किस में? होगा तो मेल में होगा। बट उसमें मेल के थोड़े गुण कम होते हैं और फीमेलनेस थोड़ी आ जाती है। जैसे कि गनेकोमेस्टिया, ब्रेस्ट डेवलपमेंट और वो सब। ये केलाइन फिल्टर में देखने को मिलेगा। ठीक है? थैंक यू। धन्यवाद।