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असियेंट भारतीय इतिहास के मुख्य बिंदु

Aug 14, 2024

असिएंट इंडियन हिस्ट्री पर लेक्चर नोट्स

परिचय

  • गुप्ता और मौर्य अंपायर के बाद भारत की इतिहास यात्रा
  • असिएंट इंडिया के महत्वपूर्ण समय का पुनरावलोकन

प्रीहिस्टोरिक पीरियड

  • इतिहास का अर्थ: ग्रीक शब्द "हिस्टोरिया" से है
  • इतिहास के स्रोत:
    • नॉन-लिटरेरी और लिटरेरी स्रोत
    • कोइंस, इंसक्रिप्शन, और आर्कियोलॉजिकल अवशेष
  • प्रीहिस्टोरिक समय:
    • लगभग 20,000 ई से लेकर 2500 ई तक
    • मुख्य गतिविधियाँ: शिकार, इकट्ठा करना

स्टोन एज

पेलियोलिथिक युग

  • 300,000 ई से 10,000 ई तक
  • मानव का जीवन मुख्यतः शिकार और इकट्ठा करना

मेसोलिथिक युग

  • 10,000 ई से 26,000 ई तक
  • माइक्रोलिथ्स का उपयोग

नियोलिथिक युग

  • 6000 ई से 2100 ई तक
  • कृषि की शुरुआत, पोटरी का विकास

सिंधु घाटी सभ्यता

  • दुनिया की सबसे पुरानी शहरों में से एक
  • 2600 ई.पू. से 1900 ई.पू. तक
  • मुख्य शहर: हड़प्पा, मोहनजोदड़ो
  • आर्थिक गतिविधियाँ: कृषि, व्यापार

वैदिक युग

आर्यन का आगमन

  • आर्यन का इतिहास में महत्व
  • ऋग्वेद का संकलन

वैदिक साहित्य

  • ग्रंथ: ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
  • सामाजिक और धार्मिक संरचना

जैनिज्म और बुद्धिस्म

जैनिज्म

  • वर्धमान महावीर का योगदान
  • अहिंसा का सिद्धांत

बुद्धिस्म

  • गौतम बुद्ध का जीवन और शिक्षाएँ
  • चार आर्य सत्य

महाजनपद (600 - 300 ई)

  • 16 महाजनपदों का उदय
    • काशी, अंग, मगध, वत्स
  • बदलाव और युद्ध

गुप्ता अंपायर

गुप्ताओं का उदय

  • चंद्रगुप्त और समुद्रगुप्त का महत्व
  • साम्राज्य का विस्तार

एडमिनिस्ट्रेशन

  • बुनियादी ढाँचा और शासन प्रणाली

सामाजिक स्थिति

  • वर्ण व्यवस्था और सामाजिक संरचना

चोला अंपायर

चोला का उदय

  • विजय चोला का साम्राज्य
  • राज राजा चोला और राजेंद्र चोला

चोला प्रशासन

  • साम्राज्य की संरचना

निष्कर्ष

  • भारतीय इतिहास में प्रमुख अंपायरों का योगदान
  • सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक विकास
  • भविष्य के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण बिंदु