ITR 2 को file कैसे करें? इस वीडियो की काफी जाधा demand आ रही थी तो चलिए इस वीडियो में पूरा समझ लेते हैं चाहे आपको capital gains from property हो या फिर shares या mutual fund से या फिर loss को carry forward कैसे करते हैं सब कुछ step by step समझेंगे अब tax return filing के साथ साथ हम आने वाले साल में maximum tax saving कैसे कर सकते हैं इसके लिए हमने अपना एक detailed tax planning course हमारी नई app जो video finance app है यानि कि vidfin पे launch कर दिया है ये course विडफिन के subscription का ही part है जहां हमें unlimited value added content मिल जाता है including stock market and other finance courses, stock recommendations, IPO analysis and financial insight विडफिन को आप subscribe कर सकते हैं, link नीचे description में है चलिए अब आजाते हैं हम अपने ITR2 पे वैसे तो ITR2 का जो main use case आता है तब आता है जब हमारे capital gains या फिर loss होते हैं carry forward करना चाते हैं अपने loss को लेकिन इसके अलावा भी काफी सारे cases में ITR2 file करना होता है पहले वो cases भी हम समझ लेते हैं अगर हमारी annual income 50 लाग से जादा है number one case या फिर हमारी more than one house property से income आती है capital gains या फिर loss हुआ है हमें किसी साल में अगर हमारी agriculture income 5000 से जादा है किसी साल के अंदर हम किसी company के अंदर director हैं या फिर हम किसी private company में shares own करते हैं जैसे कि बहुत सारे startups में ESOPs मिलते हैं अगर हम NRI हैं या फिर Not Ordinary Resident हैं, हमारी किसी भी Foreign Country से कोई Income आती है, वहाँ पे हम कोई Account Hold करते हैं, या फिर हमारे Assets हैं, उस Case में भी, Income from Lottery या फिर Gambling हो, Income from Cryptocurrencies हो, या फिर कोई और Virtual Digital Asset हो, या फिर हमने अगर किसी साल में Cash Withdrawal एक करोड से ज़ादा का किया है और उस पे ह brought forward loss हैं या फिर हमें किसी loss को carry forward करना है in future years उस case में भी ITR 2 आ जाता है काफी सारे cases में spouse और child की income को भी club किया जाता है इनके सारे cases में ITR 2 आ जाता है लेकिन एक चीज़ का और ध्यान रखना है अगर by chance हमारी कोई business income है जैसे बहुत सारे freelancers होते हैं professionals होते हैं या आप कोई और business कर रहे हैं उस case में ITR 2 file नहीं होता है उस case में हमें ITR 3 file करना होता है इसके अलावा भी अगर हम shares में trade करते हैं तो अगर हमारा normal short term या फिर long term capital gains हुआ है तब तो हम ITR 2 ही file करेंगे लेकिन अगर हम futures and options में trade करते हैं या फिर intraday में trade करते हैं तो हमें ITR 3 file करना होता है जो generally businesses के case में होता है या फिर हमारी कोई भी as a professional income है as a freelancer income है उस case में भी हमें ITR 3 file करना होगा चली अब हम चलते हैं सीधा income tax की website पे देख लेते हैं कि आखिर हमें filing कैसे करनी है अगर by chance आप पहली बार आ रहे हैं file करने के लिए तो सबसे पहले तो आपको register करना होगा अपनी personal details डाल के हमारी details already है हमारे पास तो हम सीधा login यहाँ पे कर लेते हैं तो आप अपना pen और password डाल के यहाँ पे login कर लेते हैं फिर आप अपनी personal information यहाँ पे check कर सकते हैं अगर आप change करना चाहें तो यहाँ पे update पे जाके update भी कर सकते हैं हमें अगर income tax returns फाइल करने हैं तो हम यहाँ पे file now पे जाके फाइल कर सकते हैं लेकिन उसके पहले हम चाहेंगे कुछ information अपनी collect करना यहाँ पे हमें दो main information यहाँ से मिल जाएंगी पहला है हमारा form 26AS तो यहाँ पे जाके हम view form 26AS पे जाएंगे यहाँ पे confirm कर देते हैं, फिर इसको हम click करके proceed कर देते हैं, उसके बाद हमें यहाँ पे click करना है, और assessment year अपना select करना है, तो अगर हम financial year 23-24 के लिए file कर रहे हैं, तो हम assessment year current select करेंगे, which is 24-25, तो हम यहाँ पे यह select कर लेते हैं, view download पे click करेंगे, फिर हम export as PDF कर लेंगे, यह मैं यहाँ पे आपको सारी TDS की information मिल जाती है तो जितनी भी हमारी income हुई जहाँ जहाँ पे भी हमारा TDS कटा है जैसे हम कहते हैं tax deducted at source वो हमें पता चल जाता है तो इस से भी हम अपनी income और TDS match कर सकते हैं number 1 उसके बाद हम अपनी AIS से भी income की information निकाल सकते हैं वापिस हम अपने dashboard पे चलते हैं यहाँ पे आप AIS का एक tab देख रहे हैं proceed पे click करेंगे उसके बाद हम यहाँ पे AIS पे click करेंगे taxpayer information summary पे click करेंगे तो अब हमारे पास यहाँ पे नीचे information आ गई है तो अब हम यहाँ पे देख सकते हैं सारी income की information आ रही है तो इस case के अंदर salary की income है, dividend है, income from saving bank है, income from deposit है यानि कि fixed deposit से कुछ income आई है उसके interest से फिर देखे ध्यान से sale of securities and units of mutual fund इस case में तो हमें ITR2 फाइल करना ही करना है outward foreign remittance यानि कि अगर हो सकता है किसी ने कोई software खरीदा हो बाहर से तो वो outward remittance हो सकता है purchase of securities ये भी हम कितना shares खरीदे हैं कितने mutual funds खरीदे हैं उसकी information मिल रही है but हम यहाँ पे mainly sale of securities और इससे उपर वाले सारे sections के अंदर interested हैं जहाँ पे हमारी सारी income की information आ रही है और इस income को हमें डालना होगा जब हम अपने ITR को file करेंगे employer देता है उस form 16 के अंगर हमारी income की details आ जाती हैं उसका सारा breakup आ जाता है साथ में हमारे कितने tax deductions वहाँ पे हमारी claim हुए हुए हैं वो सारी information आ जाती है पर अभी हमारे case में यहाँ पे form 16 क्योंकि available नहीं है हमारे पास लेकिन AIS की information available है और साथ में 26 AIS है इससे भी हम अराम से assessment year हम obviously 24-25 select करेंगे, अगर हम 23-24 financial year के लिए file कर रहे हैं, तो online mode हम select करेंगे, continue पर click करेंगे, उसके बाद मैंने यहाँ पर एक draft already save किया हुआ था, कुछ information मैंने already fill की थी, लेकिन हम क्या करते हैं, start new filing ही कर देते हैं, एकदम step by step चलते हैं, यह individual के लिए हम file कर रहे हैं, HOF या others हैं, continue पर click करेंगे, अब यहाँ पर हम form select करेंगे, obviously हमें ITR 2 select करना है, Proceed with ITR 2. Let's get started पे click कर देते हैं. अब देखें यहाँ पे हमें select करना है कि किस वज़े से हम ITR 2 select कर रहे हैं. ज़ादातर case में तो अगर हमारी taxable income है, exemption limit से उपर है तो हमें file करना होता है.
ये वाला case होता है. लेकिन by chance अगर आपके दूसरा भी कोई case है, by chance आपने 1 लाग से ज़ादा का electricity बिल भराए किसी साल के अंदर, या फिर आपने cash deposit 1 करोड से ज़ादा कर दिया है तो ये भी कुछ cases हैं जिस वज़े से हमें ITR 2 file करना हो सकता है या फिर in fact ITR ही file करना हो सकता है. तो यहाँ पे अभी हम continue पे click कर देते हैं, अब ध्यान से समझेगा, यहाँ पे हमें कुछ schedules select करने है, यह schedules हमें सही से select करना बहुत ज़रूरी है, otherwise हमसे कुछ ना कुछ information miss हो जाएगी, अगर वो हमें reflect ही नहीं करेगा, तो वो information हो सकता है, हम skip ही कर दें, तो यहाँ पे हम general section मे तो obviously salary का schedule हो गया हमारे लिए अगर हमारी salaried income है तो फिर income from house property का schedule अगर आपकी कोई rental income आती है तो वो आपको select करनी है हमें capital gains अगर हुए है obviously बहुत लोगों के case में ये capital gains वाला applicable होगा तो हमें ये select करना है अब हाँ एक चीज का मैं आपको यहाँ पे और बता दूँ capital gains में अगर अपने shares के case में अगर आप capital gains फिल करना चाहें है और किसी साल में आपने कोई share या mutual fund बेचे ही नहीं है तो हो सकता है आपका capital gain हुआ ही ना हो, तो ऐसे case में अगर आप खाली shares hold करते हैं या mutual funds hold करते हैं और आपका कोई capital gain नहीं हुआ है, तो आपको ITR2 file करने की ज़रूरत नहीं है, उस case में आप ITR1 file कर सकते हैं, तो यहाँ पे अभी हम capital gain से select कर लेते हैं, फिर 112A यह long term capital gains के लिए नीचे आ जाते हैं virtual digital assets अगर आपकी कोई crypto से income आती है तो उसको आपको select करना होगा अभी example के तौर पे हम इसे select कर लेते हैं other sources से कोई income है कोई भी interest income है dividend income है तो आपको ये definitely select करना चाहिए हमारे case में भी ये वाली income है तो मैं इसको select कर रहा हूँ फिर specified person's income इसको आप तब check कर सकते हैं अगर कुछ cases में minor के नाम पे आपने यानि कि हो सकता आपके बच्चे के नाम पे आपने कोई investment की हो उससे कोई interest income आती हो आपकी wife by chance working नहीं है, उनके नाम पे आपने कोई investment खरीदी थी, उनकी कोई income आती है, तो ये सारी income club करनी होती है, तो अगर ऐसा case है तो आप इसे select कर सकते हैं, हमारे case में ये applicable नहीं है, special income अगर आपकी आती है, कोई जिस पे special rate लगता है, जैसे आपकी कोई winning from gambling हुई है, कोई gaming short term capital gains 15% हो जाता है equity के case में whereas दूसरे अगर कोई asset की बात करें तो वहाँ पे हमारे income tax slab के अंदर add हो जाता है similarly long term capital gains property के case में 20% हो जाता है shares के case में ये 10% हो जाता है तो इस type के different tax rates अगर आपके लिए applicable है तो आप इसको select कर सकते हैं तो यहाँ पे अभी मैंने इसको check कर दिया है फिर exempt income है अगर आपकी कोई by chance आपको कोई ऐसी interest income आती है agriculture income आती है जो exempted है फिर बहुत सारी government की भी small saving schemes होती हैं, जैसे कि EPF है, PPF है, सुकर्णया समरिद्धी योजना है, जहांपे हमारा जो amount withdraw होता है, वो taxable नहीं होता है, तो इस तरीके की आपकी कोई भी income है, जो taxable नहीं है, जो exempted है, उसकी आप यहाँ पर details डाल सकते हैं, अभी मैं इसको uncheck कर रहा कोई आपकी pass through income है तो इसको आप check कर सकते हैं, हमारे case में applicable नहीं है, foreign source से कोई आपकी income है तो आप इसको check कर सकते हैं, कोई और आपको tax relief मिला है section 90, 90a और 91 में तो इसको आप check कर सकते हैं, maximum cases में ये applicable नहीं होते हैं तो इनको मैं uncheck कर रहा हूँ, तो ये अभी हमने सारी income की details check कर ये सब हम select कर सकते हैं, ये जो 6A के अंदर है, यहाँ यहाँ पे हमारा new regime के अंदर खाली एक section applicable होता है 80 CCD 2 जो NPS का section होता है जो हमें हमारा employer दे सकता है अगर आपका employer यानि कि आपकी company यह आपको नहीं देती है तो यह भी applicable नहीं होगा तो फिर भी मैंने इसको check कर लिया है यहाँ पे अब यह deduction वाला हो गया हमारा next आजाता है हमारा tax वाला तो यहाँ पे हमारे पास ओविसली ये auto select कर रहा है computation of income को ये तो mandatory है computation of tax ये भी mandatory है इसके अलावा हमारी जितने भी advanced tax या फिर self assessment tax TDS ये सारी information अगर हम भरना चाते हैं तो इनको हम select कर सकते हैं ये for example मैंने यहाँ पे select कर लिया है next आ गया हमारा others का तो ये देखे थोड़ा सा ध्यान से समझेगा यहाँ पे carry forward loss है हमारा किसी भी case के अंदर चाहे हम previous year से लेके आ रहे हैं या फिर current year में हम कुछ book कर रहे हैं या future में लेके जा रहे हैं तो ये तीन चीज़ें हमें select कर लेनी चाहिए CYLA, BFLA and CFL अगर आपके कोई foreign assets हैं तो आप इसको select कर सकते हैं इसके अलावा ये alternate minimum tax ज़ादा तर लोगों के लिए applicable नहीं होता है तो in fact ये by default unchecked ही है फिर इसके अलावा अगर हमारी income 50 लाग से ज़ादा होती है किसी भी साल में तो हमें अपने assets and liabilities report करने होते हैं तो इसको भी आप check box को click कर सकते हैं अगर आपका ये case बनता है तो हमारे case में ये applicable नहीं है तो अब ये सारी information हमने यहाँ select कर लिए है हमारे सारे schedule से select हो गए हैं अब हमारे पास खाली relevant sections ही आएंगे जिनको हमें fill करना होगा continue पे click कर लेते हैं अगर हम old regime पे जाना चाहते हैं यानि कि अगर हमारे बहुत सारे deductions हैं हम HRA claim करना चाहते हैं home loan का interest claim करना चाहते हैं 80C के अंदर हमने बहुत सारी investments की हुई है तो उस case में हमें old regime पे जाना beneficial हो जाता है अगर आप old regime में file कर रहे हैं तो आपको यहाँ पे yes click करना होगा लेकिन by default यहाँ पे no रहता है अब new regime by default आ गई है तो यहाँ पे अभी मैं no ही click कर रहा हूँ continue पे click करते हैं 80C हमारे case में applicable केबल नहीं है old tax regime में यह सारी हम obviously claim कर सकते हैं, 1.5 लाग तक की हमें यहाँ पे exemption limit मिलती है, तो अगर आपने यह 80C के अंदर investments की हैं, तो आप इसको select कर सकते हैं, new regime के अंदर 80CCD2 का अगर आपको benefit मिल रहा है, आपके employer के through, तो आप इसे yes कर सकते हैं, हमारे case में यह no है, इसके बाद section 80TTA के अंदर हमें savings bank के अंदर जो interest मिलता है, क्योंकि हमारे पास AIS में information है कि कुछ ना कुछ हमारे पास saving bank से interest आया हुआ है कितना आया हुआ है देख लेते हैं यहाँ पे interest from saving bank 1241 का आया हुआ है तो इसको हम यहाँ पे भर देते हैं 1241 फिर इसके बाद ATTT भी similar ही section है लेकिन यह senior citizens के लिए applicable है तो इसे आप yes कर सकते हैं continue पे click करते हैं जो हमने select करे थे सारे relevant sections यहाँ पे हमें दिख रहे हैं अब यह सारी information हमें चेक करके confirm करनी है पहले हम general information पे click कर देते हैं तो पहले हमें ये personal information अपनी चेक कर लेनी है confirm कर लेनी है उसके बाद next section आ जाता है हमारा filing status का अगर हम due date यानि कि 31st July के पहले file कर रहे हैं तो automatically ये select करी रहा है तो हमें 139.1 select करना होता है अगर हम due date के बाद भर रहे हैं तो 139.4 हो जाता है revised return अगर हम भर रहे हैं तो ये 139.5 हो जाता है and so on फिर जैसे हमने पहले select किया था no वाला section आ जाता है लेकिन अगर हम यहाँ पे old regime पे जाना चाहें है तो हम वापिस से यहाँ पे yes select कर सकते हैं और old regime या new regime हमारे लिए कौन सी better होती है इस पे मैंने काफी detailed video किया हुआ है जिसके अंदर calculator भी है वो video आप check out कर सकते हैं नीचे description में आपको link मिल जाएगा उसके बाद यह सारे section हमने देखिए अगर हम इंडिया में रहे हैं तो यह हमें ऑब्बेस्टली सेलेक्ट करना होता है अगर हम रेजिडेंट इंडियन है तो इसके बाद यह वन वन फाइव एच वाला सेक्शन होता है यह भी एनराई के लिए होता है जनरली तो मान लीजिए वो पहले एनराई थे उसक अगर representative assessor भर रहा है, अगर किसी के case में कोई deceased हो गया है, death के बाद किसी का return भरा जा रहा है, या फिर कोई sound mind का नहीं है, या और भी कोई ऐसा case है, जिस case में आप किसी के behalf पे ये file कर रहे हैं ITR, तो आप यहाँ पे yes select कर सकते हैं, otherwise ये no हो जाएगा. अगर हम किसी company के अंदर director हैं, तो हमें yes करके यहाँ पे details फिल करनी होती हैं, हमारे case में no है.
अगर हम किसी private company के अंदर कुछ equity shares own करते हैं, तो वो हमारे details डलेंगी यहाँ पे, हमारे case में ये भी no है. सेव कर लेते हैं नेक्स्ट हो गया हमारा बैंक डिटे एक बैंक की डिटेल तो डालनी ही है और आपके जितने भी बैंक की डिटेल से वो आप यहाँ पर डाल सकते हैं एक मेन बैंक रहेगा जिसे हमें वैलिडेट करना होता है जिसके अंदर अगर हमारा कोई रिटर्न बनता है तो वो पैसा आता है तो अब देखे मैंने यहाँ पर यह सैलरी की इंफर्मेशन डाल दी है यह इंफर्मेशन मुझे यहाँ AIS से मिल गई है 655200 की इंकम है यहाँ पर तो यह मैंने डाल दी है अब यहाँ पे हम break up भी इसको डाल सकते हैं, यहाँ पे मैंने खाली basic salary ही डाल दिया, example के लिए, otherwise आपको form 16 से exact break up मिल जाएगा, कि basic salary कितनी है, उसमें से HRA कितना है, बाकी के जो heads हैं, वो सारे आपको यहाँ पे डाल देने हैं, तो यहाँ पे अभी हमारी salary income हो गई है, इसके ये by default automatically हर किसी को ही मिलता है, तो ये automatically दिखा रहा है, तो ये income chargeable under head salaries हो गई हमारी, 6,5,200 की, इसको हम confirm कर देते हैं, तो हमारा schedule salary भी confirm हो चुका है, next आ जाता है हमारा house property, इसको भी एक बार confirm कर लेते हैं, अब देखे income from house property, ITR 2 में, जब more than one house property से income आती है, उस case में हमें ITR 2 definitely find क लेकिन हो सकता है आपके capital gains हुए हो, इस वज़े से आप ITR2 फाइल कर रहे हैं, लेकिन आपकी income from house property नहीं हो, या फिर हो सकता है खाली एक property से हो, उस case में भी आपको यहाँ पर अपनी details डाल देनी है, यहाँ पर आप add details करके आपकी जितनी भी rental income आ रही है, वो डाल सकते हैं, नेक्स आ जाता है हमारा capital gains और schedule 112A ये capital gains वाले section है ये important है इन पे हम थोड़ा सा जादा ध्यान देंगे तो यहाँ पे हम पहले select कर लेते हैं कि कौन-कौन से cases में हमारे यहाँ पे capital gains हो रहे हैं तो यहाँ पे जो maximum cases होते हैं वो पहले 3 या 4 ही हमारे पास option निकल के आते हैं land और building और both अगर आपका property से किसी भी case में कोई capital gain हुआ है या फिर loss हुआ है तो यहाँ हमें check करना है फिर equity shares अगर हमने या फिर mutual funds से बेचे है पिछले साल में तो हमें यह select करना है जैसा मैंने पहले कहा F&O के केस में या फिर Intraday के केस में हमें ITR 3 फाइल करना होता है, उस केस में हम ये चेक नहीं करेंगे, हम अबिसली ITR 2 ही नहीं भरेंगे. Equity Shares ये 112A के अंदर अगर हमारे Long Term Capital Gains या फिर Loss हुआ है तो हमें ये चेक करना है, Bonds ये Divenger से अगर हुआ है तो ये चेक करना है, इसके अलावा और भी कोई हमारे Long Term या Short Term Capital Gain है तो आप Necessary अपना Check Box लगा सकते हैं यहाँ पे. हमारे केस में ये जो तीन Main Example हैं हम वो लेके चलते हैं, Continue पे करते हैं.
तो अब देखें पहले हम land और building और both की बात कर लेते हैं, यहाँ पे हम add details की करते हैं click, अब देखें हमारे case में कोई capital gain या loss हुआ नहीं है, कोई property बेची नहीं गई है, लेकिन यह मैं आपको example के लिए समझा रहा हूँ, तो यहाँ पे देखें cost of purchase या फिर acquisition हमें यहाँ डालन और उसके अंदर भी हम काफी हद तक अपना capital gains tax बचा सकते हैं, मैं बताता हूँ आपको कैसे, add करते हैं, तो देखें अब यहाँ पे हमें पहले डालने हैं अपना sale price, यानि कि जितने भी पैसे में हमने उस property को बेचा, मान लीजे मैंने यहाँ पे 40 लाख में किसी property को बेचा, तो ये हमारे case में जो consideration value ले रहा है, ये 40 lakhs ले रहा है, लेकिन अगर by chance ये stamp valuation authority की value जादा होती, तो ये उस value को consider करता है, फिर मान लेते हैं हमारी cost of acquisition थी, जो 2016 में हमने खरीदा था, वो मान लेते हैं 25 lakhs थी, अब देखिये यहाँ पे बड़ी चीज इंट्रेस्टिंग हो रह इस indexation की वज़े से तो ये तो cost of acquisition खाली हमने मकान बेचने की लिए है इसके अंदर हम stamp duty और registration charges भी add कर सकते हैं अगर हमने किसी broker को पैसे दिये हैं हम वो भी add कर सकते हैं माल लेते हैं वो 2 लाख रुपे थे तो यहाँ पे मैं अपनी cost of acquisition actually change कर देता हूँ मैं इसको 27 लाख रुपे कर देता हूँ तो अब देखें मेरी indexation value आ गई है 35,59,091 की actually profit बन रहा है वो कम ही बन रहा है लेकिन इसके अलावा भी हमारे पास एक scope है tax बचाने का हम cost of improvement डाल सकते हैं, cost of improvement अगर मान लीजिए उस मकान के अंदर आपने कुछ काम कराया है, कुछ renovation कराया है, उसकी आप value यहाँ पर डाल सकते हैं, मान लीजिए मैंने यहाँ पर 4,00,000 का काम कराया था, और let's say मैंने यह काम कराया था 2017-18 के अंदर, तो अब देखें यह cost of improvement भी 5 जादा हो चुके हैं हमने इस property को बेचा है खाली 40 लाग रुपे में तो actually हमारा 70,000 रुपे का यहाँ पे loss हो गया है तो यह हो गया हमारा long term capital loss इसको actually हम carry forward कर सकते हैं इसको हम अपना long term capital gains के against set off भी कर सकते हैं तो यह बहुत important हो जाता है कि हम अपनी calculation ठीक से करें सारे heads को हम calculate करके चलें तो इस case में तो हमारा capital loss बन गया लेकिन अगर यहाँ पे मेरा मान लेते हैं 5 लाग का gain बन रहा होता तो भी मेरे पास option थे उसको सेट आफ करने के पहली बात तो मैं यहाँ पे डिड़क्शन क्लेम कर सकता हूँ अगर मैंने प्रॉपर्टी खरीद ली है, रेजिडेंचल प्रॉपर्टी बेची है, एक और रेजिडेंचल प्रॉपर्टी खरीद ली है, तो उसके डिड़क्शन को मैं क्लेम कर सकता ह� तो यहाँ पे हमारे पास property के capital gains बचाने के काफी सारे option होते हैं तो हमें सारे options जरूर utilize करने चाहिए तो इनके अलावा तो आप अपनी बाकी की सारी details आराम से भर सकते हैं तो अब मैं इससे cancel कर देता हूँ क्योंकि हमारे case में कोई property से capital gains नहीं है अब हमारा next important section आ जाता है equity and mutual funds का तो इस पे पहले वाले पे click करते हैं add details पे जाएंगे सेक्शन 11A के अंदर हम पहले details डालेंगे यह होता है हमारा short term capital gains या फिर loss के लिए अब इसकी value हमें कहां से मिलेगी तो ये value मिलेगी हमें हमारे P&L से D-MAT account से जहां से भी हम trade करते हैं shares खरीदते बेचते हैं या फिर जहां से भी हम mutual funds खरीदते या बेचते हैं वहां से ये सारी information मिलेगी तो हमारा broker हमें ये सारी information provide करा देता है तो आपको excel sheet के अंदर download करने के लिए भी मिल जाती है realized P&L है minus 2992 का unrealized P&L है 63,000 का यानि कि 63,000 का ये notional profit है यानि कि तो इनको तो हमें consider ही नहीं करना है तो हमें P&L के अंदर ये जो unrealized profit and loss होता है इससे कोई concern नहीं है हम चाहते हैं ये realized P&L इसी को हमें actually declare करना है similarly आपको mutual funds की भी ऐसी ही statement मिल जाती है mutual funds की आपको जैसे statement दिख रही है हमारे case में ये दिख रहा है unrealized P&L realized P&L mutual fund के case में हुआ ही नहीं है इस वाले case में तो unrealized P&L से तो हमें कोई मतलब ही नहीं है तो हमें mutual funds का तो यहाँ पे कोई section भरने की ज़रूरती नहीं है तो हमें जो भरना होगा mainly वो ये shares वाला realized P&L भरना होगा अब इसमें भी हमें जो अपने D-MAT account से मिलता है एक और section मिलता है वो होता है हमारा tax P&L जिसके अंदर हमें tax के हिसाब से सारी information मिल जाती है तो देखें यहाँ पे short term और long term का bifurcation मिल गया है यह जो short term वाला profit आ रहा है यहाँ पे actually short term में loss है यह मुझे डलना है section 11A के अंदर section 112 के अंदर हम डालते हैं अपने long term capital gains या फिर loss तो ये वाला जो है minus 2296 ये मुझे डालना होगा 112A के अंदर और जब हमें ये information डालनी होगी तो वहाँ पे हमें ये exactly profit नहीं डालना होता है वहाँ पे हमें क्या डालना होता है वहाँ पे हमें डालने होते हैं ये वाली values कि हमारी buying value total कितनी थी हमारी total selling value कितनी थी ये information हमें वहाँ add करनी होगी इसके अलावा cost of acquisition के अंदर हम अपने transfer charges भी ले सकते हैं वो ये वाले सारे charges हो जाते हैं जैसे कि brokerage charge अगर हमने किसी stock को बेचने के लिए कुछ brokerage दी है तो वो हमें लेनी होगी इसके अलावा clearing charge, exchange transaction charges तो ये जितने भी share को transfer करने से related charges हैं वो हम ले सकते हैं चाहे वो short term capital gains calculate करने हैं हम या फिर long term capital gains calculate करने हैं लेकिन जैसे ये annual maintenance charge होता है, DP charges होते हैं, securities transaction tax होता है, ये हम consider नहीं कर सकते हैं as transfer charges तो जब आप transfer charges ले रहे हैं तो थोड़ा सा ध्यान से लीजेगा हमारे case में ये जो charges हैं ये बहुत ही negligible बन रहे हैं तो इनको तो मैं ignore भी कर सकता हूँ तो चलिए वापस से हम अपनी filing में आ जाते हैं तो यहाँ पे हमें full value of consideration डालना है short term capital gains की यहाँ पे बात चल रही है तो देखिए short term capital gains में हम यहाँ देख रहे हैं तो जो हमारी total buying value थी वो यह थी selling value थी यह थी तो यह value consideration वाली मांग रहा है तो यह हो गया 20305.15 तो इसको मैं वहाँ पे डाल देता हूँ तो यहाँ पे मैंने यह full value of consideration डाल दिये है cost of acquisition without indexation डाल दी है, बाकी के ये हम ignore कर सकते हैं, ये transfer charges मैं already ignore कर रहा हूँ, क्योंकि बहुत ही minimal charges हैं, तो देखिए approximately हमारा 696 का यहाँ पे loss हुआ था, वो यहाँ पे reflect भी कर रहा है, इसको add कर देते हैं, अब next आ जाता है हमारा long term capital gains 112A इसकी details को भी हम add कर लेते हैं तो यहाँ पे हमें जाना होगा view schedule 112A में अब देखें यहाँ पे थोड़ा सा ध्यान से समझेगा add details पे हम click करते हैं तो यहाँ पे देखिए अगर हमने कोई share 2018 से पहले खरीदा था 31 जनवरी 2018 से पहले तो वो हमें य short term capital gains tax और long term capital gains tax shares और mutual funds के उपर ये 2018 में आया था तो उसके पहले के जितने भी shares हैं उनको मान लिया गया है कि 31 जैनवरी 2018 को वो खरीदे गए हैं उसके हिसाब से हमारा calculate हो जाता है tax तो हमारे case में ये 31 जैनवरी 2018 के बाद ही सारे shares खरीदे गए हैं अब देखे यहाँ पे हमारे पास एक option तो ये होता है कि हम consolidated value डाल दें या फिर हम अलग-अलग करके एक-एक shares wise भी details डाल सकते हैं बट बेस्ट यह है कि हम यहाँ पे consolidated values ही डाल दें, तो अब हमें क्या क्या डालना है, यहाँ पे cost of acquisition डालनी है, full value of consideration डालनी है, यह हमें obviously अपने P&L से मिल जाएगी, वापिस से चलते हैं अपने excel sheet में, तो यह देखे हमारे पास यहाँ पे buy value और sell value है, तो यह sell value हो गई हमारी तो ये देखे अब हमें ये loss दिखा रहा है minus 2297 का जो हमारे AIS से भी almost match हो गया है तो ये तो हमने consolidated file किया अगर आप individual scripts को file करना चाते हैं बहुत सारी आपके पास scripts हैं बहुत सारे shares में आपने खरीदा बेचा है अब सब को अलग से file करना चाते हैं तो आप सीधा सीधा एक CSV file को भी यहाँ पे upload कर सकते हैं चलिए confirm कर देते हैं तो अब हमारे ये capital gains वाले section भी confirm हो चुके हैं जो हमारे main section थे अब आजाते हैं हम अपने virtual digital assets पे तो बहुत cases में यह हो सकता है ना भी applicable हो लेकिन अगर आपने cryptos में deal किया है previous financial year में तो आपको यह definitely करना चाहिए यहाँ पे हम add details पे जाएंगे तो यहाँ पे मैंने एक hypothetical example ले लिया है date of acquisition और date of transfer डाल दिया है यहाँ पे हमें एक capital gain ही दिखा रहा है इसका मतलब यहाँ पे जितने भी हमारे losses होते हैं किसी भी crypto में या किसी भी virtual digital asset में उनको हम set off नहीं कर सकते हैं gains के against current year में भी और future year में भी हम उसको carry forward नहीं कर सकते हैं तो जितना भी हमारा profit हुआ उसपे तो tax लगी जाएगा जितने भी losses हुए वो हमें bear करने पड़ेंगे यहाँ पे हम example से भी देख लेते हैं cost of acquisition मान लिजे आपने 1 लाख के digital assets खरीदे मान लिजे आपका 50,000 का loss भी हुआ था वो आप यहाँ पे information डाल ही नहीं सकते तो अगर आपका 50,000 का loss किसी और asset के अंदर हुआ होता, तो आपका जो net-net gain होता, वो 1,00,000 minus 50,000 खली 50,000 का ही होता, और उस 50,000 पे tax लगता, लेकिन इस case पे हमारा पूरा 1,00,000 पे tax लगेगा, और साथ में 1,00,000 पे जो tax लगेगा, उसका slab भी बहुत high है, वो सीधा-सीधा flat 30% का tax लग जाता है, लेकिन हमारे case में actually virtual digital asset कोई नहीं था, confirm कर देते हैं, अब हमारा next section आ जाता है income from other sources, interest या फिर dividend, तो यह दिखें यहाँ पे यह दिखा रहा है dividend income 405 की interest income दिखा रहा है, saving bank से 1241, from deposits 312, इसको हम अपने AIS से भी confirm कर सकते हैं, dividend 405 हो गया, saving bank से 1241 and deposits से 312, so यह सारी information एकदम सही है, otherwise आप इसको edit भी यहाँ पे कर सकते हैं. इसके अलावा यहाँ पे हमारी और कोई income नहीं है तो इसको भी हम confirm कर देते हैं अब next section आ जाते हैं हमारे 3 section होते हैं जो carry forward losses के होते हैं पहला होता है हमारा current year losses तो देखें यहाँ पे हमें सारी information मिल जाती है कि हम current year में कौन-कौन से losses को set off कर रहे हैं कौन-कौन से capital losses को हम set off कर रहे हैं तो इसको हम confirm कर देते हैं next आता है हमारा brought forward losses अब देखें कई बर क्या होता है कि हमारा हो सकता है पहले काफी बड़ा capital loss हुआ हो और उस साल में हो सकता है हमारा capital gain बहुत जादा ना हुआ हो तो हमारे सारे losses set off ही ना हुए हो तो अगर ऐसा कोई case है तो हम पुराने losses को current year के अंदर भी set off कर सकते हैं वो सारी information हमें यहाँ provide करनी होती है तो हमारे case में यह brought forward loss भी नहीं है next आ जाता है हमारा carried forward to future years carry forward कर सकते हैं, 8 साल तक carry forward कर सकते हैं, तो वो information हम यहाँ provide कर सकते हैं, in fact, पुराने सालों का भी जो loss बचा हुआ है, और अभी हम current साल में भी अगर हम उसको पूरा नहीं कर पा रहे हैं, तो उसको भी हम carry forward कर सकते हैं, तो देखिए हमारे case में यह short term capital loss और long term capital loss दोनों ही carry forward होंगे future years में, क्योंकि हमारा current year के अंदर कोई भी short term capital gain या फिर long term capital gain नहीं था, compute set off पे click कर देते हैं, फिर next आ जाता है special income at special tax rates, तो यहाँ पे अगर हमारी कोई ऐसी income है जो special tax rate पे applicable है जैसे कि हमने बात की थी lottery वाली हो गई या कोई information ऐसी miss हो गई है तो वो यहाँ पे हम सारी check करके अपनी edit कर सकते है information तो यहाँ पे देखिए अगर हमारे कोई special rates वाली income है उसके बाद हम next पे click कर लेंगे next हमारा section आ जाता है deductions वाला तो यहाँ पे खाली एक ही deduction applicable होता है वो है 80 CCD 2 वाला वो भी हमारे case में applicable नहीं है तो हमारे लिए ये zero ही हो जाएगा deduction लेकिन अगर आप मान लीजे old tax regime पे जाते हैं वहाँ पे तो काफी सारे tax deductions के हमें option मिल जाते हैं तो उसमें आप अपनी right information plug-in कर सकते हैं जैसे कि 80C की आप information डाल सकते हैं 80D की डाल सकते हैं जो भी आपने investments की हैं home loan का interest आप claim कर सकते हैं तो ये सारे sections तो in fact हम लोग already pass कर चुके हैं अब next है हमारा alternate minimum tax का credit अब ये हमारे case में applicable नहीं है in fact 99% लोगों के case में ये applicable भी नहीं होगा इसको मैंने already confirm कर दिया है total income अब हमें compute करनी है तो अब देखें यहाँ पे हम अपनी सारी details अच्छे से check कर सकते हैं salary income, property income, capital gains, other sources से income ये सारी चीजें आप एक बार चेक कर लेते हैं तो आप confirm करेंगे next हो गया हमारा tax paid तो हमें यहाँ पे ये make sure करना है कि जितनी भी TDS की information है वो correctly reflect कर रही है हमने अगर कोई advance tax भरा है या फिर self assessment tax भरा है तो वो भी हमें यहाँ पे अपनी सारी information चेक करनी है तो देखिए हमारे case में कोई भी TDS नहीं कटा हुआ है salary से या फिर और भी किसी income से क्योंकि इनकी income taxable नहीं बन रही है 7,00,000 से उपर ही taxable income बनती है अगर हम new tax regime पे जाते हैं तो ये हमारे case में 0 है लेकिन अगर by chance यहाँ पर आपकी कोई भी information missing है तो वो सारी आपको details डालनी चाहिए क्योंकि अगर आपने जो total amount का tax भर रखा है वो अगर आप यहाँ पर information नहीं डालेंगे तो आपकी tax liability जादा बन जाएगी और in fact अगर आपका कोई refund बन रहा होगा तो वो नहीं बनेगा confirm पर click कर लेते हैं then computation of tax on total income तो अब देखें यहाँ पे total tax payable बना था 15,716 का, लेकिन हमें पता ही है कि new tax regime के अंदर हमें rebate मिल जाती है, तो हमारा जो final amount payable बना, वो zero ही बना, इसके बाद अगर आप NRI हैं, तो यहाँ पे yes कर सकते हैं, हमारे case में यह no हो जाता है, preview return कर लेते हैं, proceed to preview करेंगे, तो एक बार आप अपनी यह सारी form के अंदर अपनी information चेक कर लेंगे, उसके बाद proceed to validation पे जाएंगे, तो देखिए validation successful हो गया है, कोई error नहीं है, proceed to verification पर जाएंगे, अब देखिए यहाँ पर file करने के लिए best तरीका है e-verify now, हम अधार के थुरू अगर verify करते हैं तो काफी आसानी से हो जाता है, हमारे पास in fact यहाँ पर और भी option है verify करने के, net banking से, demat account से, but अधार वाला option best है, तो उसके लिए ही हमने अपना tax planning वाला course बनाया है, Vidfin की app पे वो launch हो चुका है, और भी बहुत सारे courses हैं, stock recommendations हैं, financial insights हैं, single subscription में बहुत ही सारा हमें content देखने के लिए मिल जाता है, तो Vidfin को जरूर check out कीज़े, link नीचे description में है, और इस video को like और share जरूर कीज़े, अगर आपने इस channel को अभी तक subscribe नहीं किया, तो इसको भी subscribe करके, अपने फोन में बेल आइकन प्रेस करते वक्त ओल पे जरूर क्लिक कर लेना जिससे आपको लेटेस फाइनेस वीडियो का नोटिफिकेशन मिल जाए तो मिलते हैं अगले एक ऐसे ही इंफॉर्मेटिव वीडियो में इन्वेस्ट्मेंट इन सिक्योरिटीज मार्केट आ सब्जेक्ट टू मार्केट रिस्क रीड आल