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सेमीकंडक्टर पर महत्वपूर्ण लेक्चर नोट्स

So hello everyone, welcome to my channel, तो कैसे हैं सभी लोग? तो I hope सभी लोग बढ़िया होंगे, घर बैड़ा मस्त वे मैं आप लोग अपनी preparation कर रहे होंगे तो सिलम सीरीज में आप सभी लोग का बहुत-बहुत स्वागत है जैसे कि आप सभी लोग जानते हों कि यार इस सीरीज में आप और बहुत ही धमाकेदार way में हम लोग पूरे के पूरे topics को cover up करते हुए चल रहे हैं, इस video में हम लोग cover up करने वाले हैं, semiconductor को, जो रहने वाला है, boards 2022, 2023 के, सबी के सबी students के लिए, तो बहुत तकड़ा सा वीडियो होने वाला है, इस video को देखने, ने बाद आप लोग कोई और वीडियो देखने की बिलकुल जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि सेमी कंडक्टर आप लोग को बहुत तगड़े तरीके से स्ट्रॉंग हो जाएगा और इस वीडियो के अंदर आप लोग को यार मीम मटेरियल के साथ मैंने देखने के लिए बारो और चलिए भाई स्टार्ट करते हैं आज के हमारे दमदार से वीडियो को अ तो वीडियो में आगे बढ़ने से पहले मैं आप लोगों को एक छोटा सा अबडेट देना चाहता हूँ कि यार देखो इस चैप्टर के अंदर मैं आप लोगों को पूरा का पूरा वन शॉट कफर अप करवाने वाला हूँ बस आप लोगों को यार अपने तरफ से प्री� semiconductor का ये chapter पढ़ लो, इसके बाद आप लोग question bank से, यार questions की सारी practice कर लो, semiconductor के अंदर जितने भी previous year के questions आए, चाहे वो MCQs के हो, very short questions, long questions, short questions, assertion reasoning, से लेकर सभी के सभी जो important इसके अंदर numericals हो सकते हैं, उन सब को आपको practice करना पड़ेगा, तो यार semiconductor का जो chapter इसको open करना है, आपको इसके अंदर very short questions है, long questions है, short questions है, important derivations है, important numericals है, सभी आपको chapter wise दिया है और वो भी with answer के साथ, तो बहुत भैतरीन से book है, 2023 के syllabus के मतलब आप लोग जो exam देने वाले हो, उनके लिए बहुत तगड़ी book रहने वाली है, तो इसको आप लोग अपनी जल्दी से preparation में साथी ब एप के त्रू भी इसको पर्चेस कर सकते हो कम दामे एक तगड़ी बुक आप लोग को मिल जाएंगी तो सारी लिंक्स आप लोग को डिस्क्रिप्शन में गिवर है वहाँ से जाए और इस बुक को अपना साथी बनाए प्रिपरेशन के साथ साथ चाहिए चाहिए चाहिए चाह इजी टॉपिक्स रख दिया गया और बहुत अच्छे तरीके से समझेंगे इस चैप्टर को डिटेल में तो आगे मिनटे से बहुत आप मुझे फॉल आप कर सकते हैं इंस्टा पेंट इंस्टा की आईडिया आप लोग को डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगी वीड तो आपको अपडेट्स आपको क्लास रिकार्डिंग मिल जाएगी, इसी के साथ आपको अकाडमी में मेरे साथ फॉल्व अप कर सकते हो, जहां मैं धेर सारी फ्री क्लास ले कर आ रहा हूँ, जिसके लिए आपको टाउम दूम इपरप्रेशन तगड़ी हो जाएगी, तो आग से यहाँ पर मैं कह सकता हूँ कि यार resistor की तरह use हो रहा है वो resist कर रहा है current को नहीं दोन डे रिवर चाह रहा है semiconductor एक ऐसे type का material है जो intermediate type का होता है मतलब क्या कि यार ये कभी-कभी conductor की तरह behave करता है कभी-कभी insulator की तरह मतलब क्या कि room temperature में insulator की तरह होता है जैसे आप temperature बढ़ाने लग जाओ जो conductor की तरह properties को show करने लग जाता है I hope आप लोग को semiconductor के बारे में समझ बढ़ाया है तो ऐसा material जिसकी conductivity conductor और insulator के बीच की होती है उसे हम लोग कहते है semiconductor सेमिकंडक्टर में एक काफी important topic जिसका नाम है energy bad in solid चलिए इसको समझते कि आखिर ये होता क्या तो देखो यार आप लोग को क्या करने के लिए crystal lattice की mixing करने के लिए different different atoms के साथ जब भी आप लोग crystal lattice की mixing करोगे different different atoms के साथ तो देखो यार सभी atom के पास बीचो बीच क्या है आप सभी लोग जानते हो nucleus होता है ठीक है और हर nucleus है तो इसके आराँचार बेलेक्ट्रोंस भी हो गए, मतलब मैं कह सकता हूँ, यहाँ पे एलेक्ट्रोंस भी है इस तरीके से, क्लियर है अगर के, तो होता क्या है, कि जब भी आप लोग इंटर विक्सिंग करते हो न, यहाँ पे एलेक्ट्रोंस की, तो जो आप लोग का कोई एक स्पेसिफिक एलेक neighboring nucleus के तरफ attract हो जाता है और अपनी ज़गा छोड़कर इसके तरफ चले जाता है, फिर ये वाला ऐसी करके ये इसके तरफ चल जाता है, ये वाला फिर इस तरीके से, मतलब को क्या रहा है, इसमझो यार आप लोग जा रहे हो बस में या metro में, और आप अपनी girlfriend के साथ हो और और तब तक के बता चला आपकी गल्फरेंड पांच मिनट पहले बनी वह किसी और के साथ चले गए जली ना तेरी भी जली ना अपने गल्फरेंड एलेक्ट्रोन थी और नेबरिंग न्यूक्लियस को देखकर वह अपनी जगह पर शिफ्ट हो गई थे यहां पर ऐसे में बैंड्स क्रिएट हो जाते हैं बैंड्स क्रिएट हो जाते हैं इसका मतलब क्या कि समझने की कोशिश करना बैंड्स कैसे क्रिएट हुआ है देखो यह आप लोग का नूकलियस है यह एलेक्ट्रोन है पहले इसके पास था अब यह यहां से चला गया अगर यह यहां से चला गया तो पहले ही यह कहां पे ता यहां पे ता याद रखेगा अगर एलेक्ट्रोन वैलेंस से conduction में नहीं जाएगा तो current नहीं दोड़ेगा clear है अगर क्योंकि electron का movement हो रहा है अगर वैलेंस band में better रहेगा better रहेगा better रहेगा तो current नहीं दोड़ने वाला कभी याद रखेगा तो यह concept समझ में energy band का solid के अंदर किस तरहीए valence band में एक specific nucleus के around वो bound थे, क्या हुआ? नेबरिम आटम का जो nucleus था, उससे वो attract हुआ और क्या हुआ? valence से वो conduction में चलेगा तो electron के साथ भी ऐसे हुआ है इससे कहते है energy band का एक diagram clear दोस्तों? यहाँ पे valence band होता है valence band मतलब जहाँ पे सारे electrons बैटर हैते याद रखेगा valence band एक ऐसा band है जहाँ हमेशा electron बैटर है, यह empty नहीं होता है clear? conduction band एक ऐसे टाइप का band है जहाँ पे electrons पोभी सकते अगर electron गया ही नहीं तो खाली रहेगा conduction band चला गया तो तो भर जाएगा लेकिन यहां पर हमेशा एलेक्ट्रोन बैठ रहते हैं मतलब जाने के लिए बेकाबू रहते हैं तो यह दोस्तों यह बीच में गैप दिख रहा है इसको कहते हैं फॉर बिटन गैप फॉर बिटन गैप मतलब क्या कि यार कुछ मिनिमम अमांट ऑफ जा रहे हैं बीच में नाली है आपने कूद के गए एनर्जी लगाएं भाई बैंक को वह लगता है उस गैप को पार करके समझ रहा है इसी तरीके से इलेक्ट्रोन भी इस गैप को पार करके वैलेंड से कंडक्शन में जाता है क्लियर तो यह एनर्जी बैंड हो गया आप लोग का आई होप आप लोग को समझ गया है अमीजान कहती थी कि कोई दंधा छोटा नहीं होता और दंधे से बड़ा कोई धर्म नहीं है तो जैसे आप लोग ऑप्शन कर रहे हैं इसका जो कंडक्शन बैंड और वैलेंस बैंड ही दूसरे को ओवरलाप करते मतलब क्या इलेक्ट्रोन इजीली वैलेंस कंडक्शन में जा सकते हैं जाएगा तो electricity का flow तेज रहेगा, तो basic सी बात है, इनकी बीच में कोई gap है नहीं, इस वज़े से बहुत तेजी से easily electron का यहाँ से transfer हो पा रहा है, तो यार मैं कह सकता हूँ conductor वे अंदर में डेल सारे free electrons है, इनका band gap भी नहीं है, zero band gap है, इस वज़े से electricity बहुत तेजी अगला देखते हैं सेमी कंडक्टर सेमी कंडक्टर के ऐसे टाइप का material है जो रून temperature में insulator की तरह behave करता है जैसे temperature बढ़ाओगे तो conductor की तरह behave करेगा तो आपने क्या करें यहाँ पे देखो यहाँ पे सारे electrons बैठे हुए यहाँ पे valence band है तो सेमी कंडक्टर का जो energy band है इसमे ना छोटा सा energy band gap होता है मतलब क्या कि यार इस gap को कूद कर इस gap को कूद कर इस gap को कूद कर इस gap को कूद कर electron को यहां से यहां जाना पड़ेगा clear है इसके बीच का चोटा सा gap होता है जादा बड़ा gap भी होता है इस gap को आप लोग easy से भी denote करते हो या formidant gap भी इसको कहते है clear है दोस्तों यहां लगके यह diagram से यहां लगके यह overlap करते है इनके बीच बचा वो है insulator insulator में या conduction band और valence band की बीच में इतना बड़ा gap होता है कि electron चाहकर भी नहीं जा पाता समझो यार आपकी girlfriend का just imagine आप आप उस गैप को नहीं पार रहेगा, अब इतना गैप 20 मीटर की छिलांग लाओगे नदी पार करने के लिए, नहीं आप पता चल रहेगा, वहाँ 6 मीटर में किर गया, प्लीर इससे क्या हुआ? सीधी सिंपल बात, इलेक्ट्रोन यहां तक की जा पाएगा, इलेक्ट्रोन को अगर करेंट या इलेक्ट्रिक्सिटी दोड़ाना है तो उसको यहां पे पहुँचना पड़ेगा, लेकिन वो यहां नहीं पहुच पा रहा है, क्यों? क्योंकि बैंड गैप आप लोगों को यह समझ लेंगे डाइग्राम अच्छे से पढ़कर जाना एक्जाम में आएगा याद रखना सेमीकंडक्टर से डायरेक्ट क्वेश्चन प्रॉपर्टी बेस्ट क्वेश्चन रहेंगे तो अच्छे से करके आना है अगली बात करते हैं हम लोग यार ए और conductivity के according, तो यहाँ देखो, यह values होती है, conductor की जो conductivity है, यह इतनी होती है, resistivity जो है, वो इतनी होती है, semiconductor, तो एक चीज समझो, यह positive है, तो फिर यह negative है, अगर यह positive है, तो यह negative है, अगर यह negative है, तो यह positive है, अगर यह negative है, तो यह positive है, अगर यह positive है, sorry, negative है, तो यह positive है, तो अगर कोई एक ही याद कर लिये, conductivity ही याद कर लिये, conductor, semiconductor, insulator की, तो उसके opposite में आप लोग resistivity बना सकते हो, तो confused मत हो रहा है, कर लेना दो रंबर का क्वेश्चन बन सकता है चलिए अगले टॉपिक के तरफ बढ़ते और बाते करने की कोशिश करते जो थोड़ा सा और छीड़ते सेमी कंडक्टर को चलिए तो सेमी कंडक्टर क्या है बाई सीधी सिंपल बात एक ऐसा टाइप का आप लोग का मटेरियल है पर यह दर्व मत वह चीज है जो मैंने आपको समझा पॉज करके बार रिड मार लो चलिए बटने टॉप के तरफ कि आखिर क्या इंपैक्ट होता है टेंप्रेचर का सेमीकंडक्टर सीधी सिंपल बात मैंने आपको समझा सेमीकंडक्टर रून टेंप्रेचर पर इंसुलेटर की तरह विव करता है जैसे ही आप लोग यह उसमें टेंप्रेचर बढ़ाते हो तो वह कैसे हैं इसका कि आप लोग आप सर आराम से मिल जाएगा चलिए बात करते हैं कितने टाइप के सेमीकंडक्टर दो टाइप सेमीकंडक्टर थे एक उपयोग दूसरा उपयोग intrinsic semiconductor मतलब pure form का semiconductor मतलब उसमें कोई किसी टाइप की मिलावट नहीं है और अगला क्या है extrinsic semiconductor extrinsic semiconductor ऐसे टाइप के semiconductor होते हैं जो की natural form के semiconductor के अंदर doping करके इनको थोड़ा सा advanced form का बना दिया जाता है doping मतलब क्यों वह जाता है ना एना वीना डोप शोब मारे आ करो कि यह तो उसमें क्या हो रहा है हनी सिंह बता रही है देखो यार इनसान अपने घर से बड़ा अच्छा आया था लेकिन डोपिंग दर लिया दारी शारू पी लिया तो तो लगा गया उसकी कंडक्टिविटी बढ़ गई यार वह नाचने गाने लगे जाए थे जिसस यहाँ पर जो समझा रहा हूँ आप लोगों को समझ भी आ रहा होगा तो जो प्योर फॉर्म के सेमीकंडक्टर है जैसे आप उसको डोपिंग करोगे डोपिंग मतलब कैसी पेंटावेलन्ट की इंप्यूरिटीज एड कर सकते हो यह ट्राइवेलन्ट की इंप्यूरिटीज अड़ ओन कर दोगे तो वो आप लोग का extensic semiconductor बच जाएगा clear है दोस्तों यहाँ तक clear है अब extensic भी दो टाइप की होते है एक p type का semiconductor एक n type का p type मतलब क्या positive positive यहाँ hole से denote कर रहे है hole जो है जैसे देखो अगर कोई electron है अपनी जगा छोड़ जाएगा यहाँ hole बच जाएगा तो p type semiconductor में याद रखना number of electrons कम होते है number of holes यहाँ positive charges जादा होते है clear है p type की तो समझ में आगे n type की बात करें तो n type में negative charges मतलब electron की majority carriers होते हैं और साथ ही साथ जो आप लोग के minority carriers में holes आते हैं याद रखें ऐसा नहीं मैं कह सकता हूँ कि completely negative ही मिलेगे आपको completely positive ऐसा नहीं majority carriers minority carriers मतलब कि maximum amount में आप लोग को p type में holes मिलेगे minority carriers में आप लोग को यहाँ पे electron मिलेगे यहाँ पे आप लोग को इसका vice versa I hope यहाँ तक clear है इसके कुछ element कराब आप लोग याद रखना याद रखना n type semiconductor में आप लोग pentavalent impurity आट करते हैं यहाँ पर लिखी हुई है जल्दी से चेक करो इसमें से कोई भी एलिमेंट को अगर आप लोग जर्मेनिया में सिलिकॉन के साथ एड़ ऑन कर दो तो वो एंड टाइप का सेमीकंडॉक्टर बन जाएगा इसी तरह के साथ ट्राइवल एंड एमप्रिटी मतलब जिनके पास ती इसी तरह के से tribal and impurity के अगर मैं बात करूँ तो इनके पास एक की कमी है तो ये लेने की कोशिश करेंगे, तो ये acceptor की तरह behave करेंगे, I hope यहां तक कि आप लोग को समझ में आया, तो मतलब क्या कि n type semiconductor में number of electrons जादा है as compared to holes के और p type में number of holes जादा है, ज्यादा है एस कंप्यूट इलेक्ट्रोंस के लेकिन प्यूट फॉर में सेमीकंडक्डक्टर में इलेक्ट्रों के नंबर और फोल्स के नंबर दोनों बराबर होते ना कोई ज्यादा नोए कोई का प्लीज याद आयो प्याद एक लिए इंट्रेंसिक बराबर होगी, clear है, NE की value, NH के बराबर होगी, clear है याद रखें, यह याद रखें का आप लोग, चलिए, तो यह crystal lattice है, किसका, एक silicon के semiconductor का, clear है, silicon या germanium, यह दो pure form के semiconductor होते हैं, तो अब देखो, हम लोग क्या करने वाले, जैसे ही हम लोग यहाँ पे thermal agitation करें, clear है, जैसे हम लोग thermal, एजिटेशन करेंगे तो होगा क्या जो यहां पर आप लोग देख रहे हो ना देखो यहां पर समझ रहे हैं यह सिलिकोन है और देखो हर सिलिकोन के पास चार एलेक्ट्रोंड होते हैं शेयर करने के लिए तो जैसे बाजु आल है तो इसका चार तो यह बॉंड मरा लिया इसक यहाँ चले जाएंगे, अरे मने बापा मैं जा रहा हूँ घर चोड़ के, नहीं मैं नहीं रहूँगा यहाँ पे, ठीक है बापा ने बोले मत रहो, मतलब क्या हुआ, यहाँ से एलेक्ट्रोन यहाँ चला गया, फोर एक्सांपल एक एलेक्ट्रोन यहाँ से यहाँ चला गया, तो क्या यहाँ पर यह प्यूर्फ और पे सामी कंडॉक्टर में थर्मा लेजिटेशन होने के वज़े से नंबर आफ फोल्स और नंबर आफ एलेक्ट्रोन बराबर मिले जी हाँ मिले क्लियर है यहाँ तक के नंबर आफ फोल्स एनेच से डिनोट करते हैं तो यह आ यह भाई intrinsic semiconductor डाइग्राम जरूर बाला किया ना है ऐसा वाला और यहाँ पर दिखाना इस तरीके से यह देखो दूनों बराबर है clear आप चाहो तो एक और दो और को गायब कर देखा clear है जैसे यह वाला electron यहाँ चला गया तो एक और hole अब देखो तीन तीन hole होगा तीन तीन electron होगा तो intrinsic समझ में है आप लोगो I hope यहाँ तक है clear next आप लोग का extensive type का semiconductor मतलब जो pure form के semiconductor थे doping मतलब क्या एक किसम से impurities को add करें ऐसी impurities जिनके पास 5 electron जिनके पास 3 तरह को Trivalent Impurities का है, जिनके पास 5 तरह को Pentavalent Impurities का है, clear है अगर के? तो अब यहाँ पे आप लोगों को यह चीज समझ में आ गई, तो यार देखो, जब भी Natural Form के Semiconductor में Pentavalent Impurities को एड़ करेंगे, तो N-Type का Semiconductor बनेगा, और अगर Trivalent Impurities को Natural में एड़ करेंगे, तो P-Type का Semiconductor बनेगा, clear है अगर के? तो Extensive Semiconductor, N-Type P-Type पी टाइम, clear है, इसको pentavalent impurities add कर रहे हैं, इसमें trivalent impurities add कर रहे हैं, इसके examples याद रख लेना, इसके examples याद रख लेना, clear है, यहाँ पे number of electrons जादा है as compared to hole के, यहाँ पे number of holes जादा है as compared to electron के, तो चलिए एक एक को समझते हैं, सबसे पहले देखते हैं, n-type semiconductor, तो n-type का semiconductor है, यह ऐसा type का semiconductor है, जिसमें कि आप लोग national form के semiconductor में, किसको add on कर रहे हैं, pentavalent की impurities को, pentavalent की impurities मतलब जैसे antimony, इसके पास लगबख पाँच electron है, share करने के लिए bond, clear है अगर कि लेकिन आप देखो हमारे पास पहले से क्रिस्टल नटाइस है नैचरल फॉर्म का सेमीकंडक्डक्टर हमने क्या करें हमने ना इसमें आप लोग थोड़ा बहुत क्या एड कर दी है पेंटावेलन टिम प्रिडीज एड कर दी है ले रहे तो पेंटावेलन टिम प्रिडीज ले लिए एंटी मनी क्लियर आप जानते हो एंटी मनी के पास कितने इलेक्ट्रोन शेयर करने के लिए भाई 1234 तो है और एक एक्स्ट्रा भी लिया था कि तो डॉट जो दिखता है देख रहा है ना red color का समझ दो यह electron है, clear है दोस्तों, अब मुझे एक बात बताओ, जैसे ही मैं यहाँ पे thermal agitation कराओंगा, जैसे ही मैं यहाँ पे thermal agitation कराओंगा, तो होगा क्या, electron अपनी जगा छोड़के चले जाएंगे, for example, दोस्तों, जैसे देखे हो, यहाँ का electron चला गया आप लोग के electrons हुए number of electrons तीन हुए holes कितने है गिन दो सरा number of holes कितने है number of holes की बात करूँ तो एक ये hole है और साथ में एक ही hole है इसके अलावा कोई hole है नहीं तो कितने holes हुए दो हुए अब यहाँ पे देखो number of electrons हमेशा जादा है की नहीं जिसमें की आप लोग हमेशा एक extra electron मिलेगा या फिर मैं कह सकता हूँ कि एक किसम से देने की शम्ता रखता है तो इसके पास हमेशा एक रहा है आप चाहो तो एक आद एंटी मनी यहाँ पे भी आप जोड़ सकते हो और यहाँ पे एक आद एलेक्ट्रोन ऐसे दिखा दो समझ में आ रहे हैं ना, confusion तो नहीं हो रहा है, basic basic concept है तो मैंने क्या लिया, एक natural form का semiconductor लिया, उसमें doping करा, doping कि बोरोन इसके पास तीर इलेक्ट्रोनी है शेयर करने को तो एक तो यह होगे एक यह होगे एक यह होगे क्या यहाँ पर होगा नहीं हट गया भाई वो तुमने हटा दी तो अब देखो क्या होगा इसके पास यहाँ जगा खाली हो जाएगी यहाँ पर एक hole create हो जाएगा clear दो तो क्या होगा, इलेक्ट्रोन्स अपनी अपनी जगा छोड़कर चल जाते, देखो कुछ इलेक्ट्रोन्स अपनी जगा छोड़कर चले जाते, तो फॉर एक्जांपल मैंने क्या किया, ये वाला इलेक्ट्रोन शिफ्ट हो गया अपनी जगा से, ये वाला इलेक्ट्रोन अपन तीन hole है और साथी साथ अगर मैं देख रहा हूँ तो यहाँ पे electron कितने एक इलेक्टरोन बाहर निकला एक है तो दो electron है आप लोग के तो number of hole जादा हुए ना as compared to number of electron के तो यही कुरी के पुरी condition कहलाएगी या structural कहलाएगा किसका P type semiconductor का I hope आप लोग को समझ में आ रहा होगा त semiconductor और एक तरफ लिए हम लोगों ने n-type semiconductor एक तरफ लिए n-type semiconductor p-type semiconductor एक ऐसे type का semiconductor है जिसके अंदर number of holes ज्यादा होते है as compared to number of electrons क्लियर है दोस्तों यहाँ तक के तुम लोग को समझ में आया कि नहीं इसी तरीके से number of electrons वाले की बात करें तो यहाँ पे number of electrons ज्यादा होते है end side में number of holes के मुकाबले है तो इस तरीके से यार इसके element में electron और इसके atom यहां पर बैटरी से कनेट करें यह की लगा है जैसे आपने बैटरी से कनेट करें इसको तो आप लोग ऑप्शन कर रहे होगे करें दोरा वह तो क्या हो यह इसको इधर दखका मारे की कोशिश करें समझ इधर से होल्स का डिफ्यूजन होगा इस तरफ से एलेक्ट्रोन का डि� तो ताकते रहते तुछको सांधे सवेरे किसको भाई? इलेक्ट्रोन होल के तरफ देख देख कि कुछ-कुछ होगा ना, क्या-क्या होगा? कुछ भी! तो होगा क्या कि इलेक्ट्रोन चले जाएगा होल की जगापे, इलेक्ट्रोन यहाँ से चले गए, जाने जाने जा बैरिगेट की तरह लग गया, अब ये वाले एलेक्ट्रोन चाहेंगे, इनसे मिलना तो नहीं मिल पाएंगे, क्योंकि बीच में आर होल मज़ गए, जैसे होते हैं वो मॉवीस में दिखाते होंगे, कि इधर से एक सेना आ रही है, इधर से एक सेना आ रही है, और बिढ़ लग पर आपको इस तरफ रहा है, यह बहुत बहुत इंपोर्टेंट चीज है। मैं आपको यह चीज करना रहा हूं, यह बीचों बीच है। यह डिप्लीजन लेयर है, डिप्लीजन लेयर बहुत इंपोर्टेंट रोल प्लेइ कर रही है। यदि डिप्लीजन लेयर पतली होगी, तो विशेष विशेष विशेष वि� लो जो मैंने आपको समझा है पूरा यहां पर लिखा हुआ है चलिए बढ़ते हैं आगे की तरफ तो क्या आप लोग को पीएन जंक्शन के बारे में समझ में आप चुका होगा पीएन जंक्शन है ना दो टाइप की फिनोमिना में फॉरवर्ड बाइस की कंडीशन की होता है रिवर्ड बाइस की कंडीशन की होता है रिवर्ड बाइस की कंडीशन की होता है यहाँ पर आपने connection करें, यह positive, negative, यहाँ पर connection करें, negative, positive, आपने उल्टा क्यों करें भाईया, तो देखो, पहला वाला जो case है, यह किसका है, forward bias का, दूसरा वाला reverse bias का, तो forward bias की condition ऐसी होती है, कि जब आप P type semiconductor को positive से connect करते हो, और N type semiconductor को negative side के terminal से connect करते हो, तो यह कहलाएगा क्य और यहाँ पर reverse biasing, reverse biasing में कहा है उत्तर depletion layer मोटी हो जाती, current को नहीं दोड़ने देगा, बाड़ा या पोई भी हो तुम चाचा विदाग क्यों नहीं कि यहां पर कंडीशन लाने के लिए हमेशा पी साइड को एंड से करेट करना पड़ता है नेगेटिव से करेट करना पड़ता और एंड साइड सेमी कंडक्टर को आप लोगों को पॉजिटिव से टाइमिनल से करेट करना पड़ता है क्लियर दोस्तों तो यहां पर क्या होता है देखने तो यहां पर डिप्लीजन लेयर पतली हो जाती है फॉरवर्ड बाइस में और वाइस में वर्क कर रहा है, इसका मतलब यह है कि पक्का उसमें करण बहुत देजी से फ्लोग हो ले वाला है, तो I hope आप लोगों को forward wise, reverse wise समझ में आया है, forward wise के लिए आप लोगों के लिए एक बार condition यह पढ़ लेना, reverse wise के लिए पढ़ लेना, same जो है, यह एक construction जो है जिस आपको इतनी बनती है, यही सब explain करने है और कुछ नहीं, तो चलिए observe करते हैं IV characteristic किसका, reverse bias और forward bias का, तो यहाँ पर आप लिखोगे current, यहाँ पर भी current, यहाँ पर voltage, यहाँ पर voltage, यहाँ पर जो current लोगे आप लोग, millimeter में लोगे, यहाँ पर जो current आप लोग observe करोगे, वो micro diameter में तो यहां पर क्या हो रहा है कि देखो यहां पर क्या हो रहा है कि देखो जैसे आप लोग बोल्टेज बढ़ा जा रहे हो और पतली हो गई तो एक टाइम पर आता है क्या ब्रेक यहां पर और फुली आप लोग का मूव करने लगे जाता है, clear है, तो यह जो आप लोग का point आता है, इसको कहते है, voltage, क्या कहते है, voltage, जहाँ पे, फिर एकदम सिकर उठ जाता है, clear है यहाँ तक है, forward wise में, तो आप लोग को समझ में आगे, forward wise की condition है, reverse wise की condition समझते है, इदर से यार, electron आ रहे है, तो current नहीं दोड़गा लेकिन क्या हो रहा है इतना साथ प्रेशर लग रहा है इतना साथ आप current दोड़ा रहे हैं तो होगा क्या एक time ऐसा है कि जो depletion layer है बहुत मोटी सी ये breakdown हो जाएगी तूड़ जाएगी मतलब destroy हो जाएगा तो यहाँ पे आप लोग का फिर देखते हो लो और उपसर कि यहाँ पे ना एक ब्रेकडाउन होता है किसका वोल्टेज का तो इसको कहते क्या है ब्रेकडाउन वोल्टेज तो यहाँ पे वोल्टेज का एकदम से ब्रेकडाउन होता है और फिर यहाँ से एकदम सीरा देखो मतलब क्या होता फिर कितना भी voltage बना लो current तो ज़ोड़े जाना था लगा दन क्यों क्योंकि पूरा का पूरा जो आप लोग का diode था वो destroy हो गया तो I hope आप लोग को ये चीज समझ में आई काफी important है IV characteristic इसके बारे में बस explain कर दे और कुछ नहीं diagram समझा दे इसका बेसिक साइड डर नहीं या बी वोल्टेज होता है या ब्रेकडाउन वोल्टेज होता है इसमें कंफ्यूज मत दो चलिए आइए बात करते हैं अगले टॉपिक इसका नाम है application of pn diode तो सबसे पहले हम लोग देखने वाले rectifier तो rectifier क्या होता है तो rectifier एक ऐसे टाइप का device है जो AC को DC पर convert करता है हमारे एक school के साथ देवों को समझा थे कि अले AC current ऐसा होता है DC current ऐसा होता है तो AC current कैसा हो रहा है AC current आपको ऐसा ऐसा दिखता है positive और negative होता है और DC current ऐसा होता है तो rectifier एक ऐसे टाइप का device है जो कहीं न कहीं आर AC को DC पर convert करता है आपको अपने दिवाइस को बताओ कि आप ऐसा डिवाइस यूज कर रहे हैं जिसमें आप लोग एसी सोर्स प्रोवाइड कर रहे हैं लेकिन उसको तो डीसी चाहिए तो वहां पर वह जो रेगुलेटर होगा या जो अपने अपने पक्का रेक्टिफायर यूज हुए होंगे याद रखना जितनी भी applications है ये forward पे work करती है या तो reverse पे या दोरों पे तो rectifier दोरों पे work करता है कैसे करता है भी सब जगह है ठीक है तो सबसे पहले देखते है full wave rectifier sorry half wave rectifier के लिए तो देखो half wave rectifier के लिए diagram बनाने थे पहले यहाँ पे आप लोग source प्रोवाइड कर रहे हो एसी और आपने क्या करें यहाँ पे एक ना transformer लगा दिये क्या लगा दिये transformer और यहाँ पे secondary coils को छोटी रखे sorry sorry sorry sorry कौन से टाइप का transformer है comment box में जरूर यहाँ पर आप लोगों को लगा दी इस तरह के से और यह फिर इस तरह के से करेक्टेड है क्लियर दोस्तों और यहां पर जैसे आप लोग ऑब्जर्ब कर पा रहे होगे यहां पर आप लोगों को एक सोर्स लगा है जहां से आप लोग मतलब कि अपना मुबाइल वाल चार्ज प्लीज और यह क्या है यह डायोड है और यह आउटपुड है जहां से आप लोग सप्लाई ले वाले हैं तो मतलब आपको यहां पर एसी सप्लाई मिल रहा है तो यहां पर आपको डीसी मिल रहा है अब समझे की कोशिश करना एसी सप्लाई तो यहां पर कैसे मिल रहा positive तो तब ने नेगेटिव. Current अपनी direction एकदम से बदल लेता है. मतलब देखो समय डाल दे समय डाल. पहले current positive to negative behave कर रहा था. Clear है? थोड़ी जेर में जो current नेगेटिव से positive behave करने लग जाता है. क्यों? क्यों? क्यों? Alternating current की तरह behave करते हैं. Alternating current ही तो है ना? कभी positive इसी तरह से आप लोग दोड़ता है तो देखो मैं क्या मान रहा हूं मैं यह मान रहा हूं कि अगर पहली बार देखो करेंट या तो ऐसे दोड़ेगा फिर थोड़ी दर में ऐसे दोड़ेगा फिर करेंट ऐसे दोड़ेगा फिर थोड़ी दर में ऐसे दोड़ेगा पी एन जंक्शन जो था ना उसको छोटा बना कि आप लोगों ने एक किसा से एक सिंबॉल दिए पी एन डायोड का वो किस तरीके से होता है देखो इस तरीके से ये डायोड का सिंबॉल है क्लियर है ये पी साइड है ये एन साइड है क्लियर है अगर करेंट इस तरफ से दोड आइए सौस्ते, तो rectifier में क्या हो रहा है, जैसे आपने क्या provide करें, आपने क्या provide करें समझो, देखो आपने provide करें AC supply, clear है, आपने AC supply provide करें, तो देखो, एक बार current ऐसा दोड़ा, clear है, तो मैंने माना कि first condition में, first condition में या case 1 में, case 1 में, current कैसा दोड़ा, clockwise दोड़ा, clear है, अगर current clockwise दोड़ा तो मुझे बताओ diode कैसे work किया होगा, current ऐसा जा रहा है, वर्क कर रहा है, forward bias में वर्क करेगा, तो एक wave बना कर देगा, समझ में है, अब दूसरी बात करते हैं, थोड़ी देर में जो current है, वो उल्टा हो जाएगा, क्यों, क्योंकि देखो alternating current में मैं अभी कहा, अगर वो इधर positive में दोड़ रहा है, तो थोड़ी देर में वो negative में दो� reverse bias, depletion layer form हो गई, मतलब मैं कह सकता हूँ, यहाँ पे किसी भी type की wave नहीं बनी, फिर क्या हुआ, current फिर ऐसा दोड़ा, ऐसा दोड़ा तो क्या हुआ, फिर same first वाला case हो, तो फिर current दोड़ा, तो forward bias, तो यह याद रखना, यहाँ पे observe करो आप लोग, तो अभी forward bias पे था diode, फिर forward bias में आ गया, और half waves form होते रहेगी, आधी हदूरी waves form होते रहेगी, यह कहना है आप लोग का half wave rectifier, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क्लियर है, आपको यहां तक क् यहां से आपने DC आप लोगों को मिलने लग गया है बीच में क्या है ऐसा बना के जरूर आना यह क्या है transformer यहां पे दो diode है diode number 1, diode number 2 अब समझ रहा है यहां case बहुत मज़ेदार है अगर यह समझ रहा है तो आप लोग भी आज अच्छे नंबर से बास हो जाओ AC supply कभी वो ऐसे दोड़ेगा current फिर उसका opposite दोड़ेगा तो मतलब कैसा होगा आप AC supply प्रोवाइट करोगे तो कभी ऐसा कभी ऐसा clear है तो actual में क्या मिलने वाला है इसको check करते है clear है तो जैसे देखो अगर आपने पहले current ऐसे दोड़ा है तो केस वर्द पे दोड़ा है क्या द तो AC supply है तो case 1 पे मान लेते हैं current clockwise दोड़ा current clockwise दोड़ा तो मुझे बताओ सभी के सभी diode number 1 बे current दोड़ेगा की नहीं दोड़ेगा दिवाग लगा लागा current ऐसा दे रहा है तो पी से n के तरफ जा रहा है current दोड़ेगा जी दोड़ेगा forward wise में है हाँ जी तो मतलब diode number 1 forward wise में वर्क करेगा इसी वज़े से एक wave बनेगी इसी तरफ की से diode number 2 जो है current इस तरफ गया, तो बहुत बहुत बह इस तरफ प्लेयर तो केस नंबर सेकेंड क्या हो जाएगा आप लोग का केस नंबर सेकेंड जो है वो एंटी क्लॉक वाइस बन जाएगा एंटी क्लॉक वाइस बनेगा तो जो फर्स डायोड था यहाँ पर करेंट डोड़ेगा कि देखो करेंट ऐसे आ रहा है पक्का इस तरफ से आ रहा है तो यहाँ पर मैं कह सकता हूँ कि जो पहला वाला डायोड है वो रिवर्स वेवर करेगा क्योंकि क जो है यह forward में work करेगा, क्योंकि करेंड यहाँ पर दोड़ेगा, देखो, ऐसा आ रहा है न, तो करेंड यहाँ पर दोड़ रहा है, clear है यहाँ तक, तो यह जो forward wise के वज़े से diode number second ने करेंड दोड़ाया, इस वज़े से यहाँ पर एक और wave form होगी, फिर से case 1, तो करेंड य फॉर्म होंगी इसके वजह से इसके वजह से ब्लॉक हो गई क्योंकि फॉर्म नोट कर रहा है वर्स में फिर करेंट ऐसा दोड़ा तो इसके वजह से एक वेब बनेगी यह तो रिवर्स में वर्क करेगा फिर ऐसे में तो फिर इसके वजह से वेब बनेगी यह ब्लॉक हो गया half wave में कैसा मिला half wave में मिला कभी ऐसा फिर ये कभी ऐसा ऐसा क्यों हुआ क्योंकि diode number first जो था diode एक ही था reverse bias में वो forward की तरह वर्क करा फिर वोई वाला diode reverse की तरह यूज़ हुआ इसलिए वो flat हो गया फिर forward में आ गया clear दोस्तो नीचे वाले में देखते हैं reverse bias और sorry full wave में देखते हैं continuous waves ऐसी ऐसी बनी है ऐसे कैसे बना तो ऐसा ऐसे बना कि जो diode number first था वो forward की तरह बिहेव कर रहा था पहले diode number second reverse की तरह ही यूज़ हुआ था, फिर second case में diode second forward के तरह यूज़ हुआ था और diode first जो है वो reverse में यूज़ हुआ था, और ऐसा continuous alternative में चलता रहेगा, तो ऐसी waves आप लोग की बनेगी, तो I hope आप लोग को इस वीडियो काफी ज़्यादा beneficial लगा होगा, बस एक बार questions की practice कर लेना है तो जितना भी आपने semiconductor का semiconductor ओपन करना है, और सारे MCQ's, very short questions, short questions, long questions, सब कुछ निप्टा देना है दिए गए हैं previous year के साथ NCERT के exampler question के साथ NCERT के important questions के साथ तो एक अच्छा package है आप लोग के लिए तो physics के लिए आप लोग ले लो यह आप लोग के लिए बहुत तगड़ी book रहने वाली है लिंक मैंने आपको वैसे भी description में दे दिया हूँ तो जल्दी से जाएं और अपनी purchase करें इस book को और start करें इसके साथ preparation इसी तरीके से आप लोग को सदास्वाद सेक्सी राइ मेरे 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