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Molecular Basis of Inheritance

अगर आप कैलकुलेट करोगे टोटल डीएनए की लेंथ आपके हर सेल के अंदर दोनों स्ट्रेंड्स की मिला कर के तो 2.2 मीटर निकल के आएगी डीएनए को जब आप r स्ट्रेन से s स्ट्रेन में मतलब s स्ट्रेन से r स्ट्रेन में नहीं जाने देते तो आपका ट्रांसफॉर्मेशन होती नहीं है एंड टीआर एनए जो एज एन एडेप्टर काम करता है प्रोटीन सिंथेसिस के दौरान अमीनो एसिड्स पकड़ पकड़ के लेके आता है यह भी आपका बहुत ज्यादा जरूरी है तो यहां पर एक सिंपल ट्रिक है रेमिट हर जीन का साइज लगभग 3000 बेस पेयर होता है बड़ा भी हो सकता है छोटा भी हो सकता है एवरेज है ये सो हेलो एवरीवन कैसे हैं आप सब लोग आई होप ईच एंड एवरी वन ऑफ यू इज डूइंग एब्सलूट गुड माय नेम इज डॉ विपिन कुमार शर्मा और मैं आप सभी लोगों का तहे दिल से स्वागत करता हूं हमारे इस प्यारे से चैनल कंपटीशन वाला पे इन द माइंड मैप सीरीज और आज हम कंप्लीट करने वाले हैं एक बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट चैप्टर फ्रॉम एग्जामिनेशंस पॉइंट ऑफ व्यू दैट इज मॉलिक्यूलर बेसिस ऑफ इन्हेरिटेंस और इसका रिवीजन हम लोग बहुत शानदार तरीके से करने वाले हैं विद आवर हैंड रिटन नोट्स तो प्लीज मेक श्यर कि आप हर एक बात को बहुत बारीकी से सुने और आप हर एक चीज को समझने की कोशिश करें क्योंकि एट द टाइम ऑफ रिवीजन यह नोट्स आपकी बहुत हेल्प करने वाले हैं यह गेम चेंजर होने वाले हैं गेम सेवर होने वाले हैं इसीलिए इन नोट्स को आप लोग डाउनलोड भी कर लीजिएगा लास्ट चैप्टर में हमने पढ़ा प्रिंसिपल्स ऑफ इन्हेरिटेंस एंड वेरिएशन यानी इन्हेरिटेंस का प्रिंसिपल क्या है कौन से रूल्स हैं जिनको फॉलो करके कैरेक्टर्स पेरेंट से हमारे अंदर आ रहे होते हैं एक जनरेशन से दूसरी जनरेशन में जा रहे होते हैं हमने वहां पर जीन का या मेंडल साहब की भाषा में कहे तो फैक्टर्स का कांसेप्ट पढ़ लिया था अब हमें उसका मॉलिक्यूलर नेचर देखना है यानी हमें यह देखना है कि जीन आखिर बनता किन चीजों से मिलकर है नाइट्रोजेनस बेसस क्या होते हैं न्यूक्लियोसाइड किसे कहते हैं न्यूक्लियोटाइड किसे कहते हैं इसकी रेप्स कैसे होती है डीएनए की या जीन की ट्रांसक्रिप्शन कैसे होती है ट्रांसलेशन कैसे होती है जेनेटिक कोड क्या है लैक ऑप रन क्या है ह्यूमन जिनोम प्रोजेक्ट क्या है यह सारी चीजें हम लोग समझने वाले हैं सो लेट्स स्टार्ट विद द मोस्ट बेसिक अंडरस्टैंडिंग कि मॉलिक्यूलर बेसिस ऑफ इन्हेरिटेंस का मतलब क्या है इन्हेरिटेंस के लिए कौन सा मॉलिक्यूल रिस्पांसिबल है इसके बारे में हम स्टडी करेंगे यानी हमारे जेनेटिक मटेरियल के बारे में हम लोग स्टडी करेंगे आपको पता है दुनिया के जो ज्यादातर ऑर्गेनिस्ट मस हैं उनमें डीएनए एक जेनेटिक मटेरियल है और कुछ एक वायरस हैं जो आपने चैप्टर बायोलॉजिकल क्लासिफिकेशन में भी पढ़े थे जैसे कि टोबैको मोजक वायरस है वहां पर आरएनए एज अ जेनेटिक मटेरियल काम कर रहा होता है तो ये दोनों के दोनों ही जेनेटिक मटेरियल हैं डीएनए कुछ ज्यादा ऑर्गेनिस्ट मस में है आरएनए थोड़े कम ऑर्गेनिस्ट मस में है इन दोनों को ही मिलाकर हम क्या कहते हैं न्यूक्लिक एसिड्स डीएनए का नाम अगर आप गौर से देखें तो क्या है डीऑक्सी राइबोस न्यूक्लिक एसिड और आरएनए का नाम क्या है राइबोस न्यूक्लिक एसिड दोनों न्यूक्लिक एसिड ही है और यह जो न्यूक्लिक एसिड्स है ये कैसे बनते हैं इन न्यूक्लिक एसिड को हम लोग पॉली न्यूक्लियोटाइड भी कहते हैं यानी बहुत सारे न्यूक्लियोटाइड यहां पर जुड़े हुए होंगे यानी काफी सार सारे न्यूक्लियोटाइड्स एक के बाद एक के बाद एक जुड़ कर के पॉली न्यूक्लियोटाइड बनाते हैं जिसे न्यूक्लिक एसिड कहा जाता है तो आपसे कोई पूछे कि न्यूक्लिक एसिड किसका बना है न्यूक्लियोटाइड का बना है न्यूक्लियोसाइड का नहीं यहां कन्फ्यूजिंग क्वेश्चन क्रिएट होता है सेकंड इंपॉर्टेंट थिंग आपको पता है ये न्यूक्लिक एसिड दो तरीके का है डीऑक्सी राइबोस न्यूक्लिक एसिड और राइबोजाइम में डीएनए जेनेटिक मटेरियल है जैसे हमारे अंदर भी और आरएनए सिर्फ कुछ चुनिंदा वायरस के अंदर ही एज अ जेनेटिक मटेरियल अपना काम कर रहा होता है जैसे यहां पर कुछ एग्जांपल्स देखिए जो एनसीआरटी में दिए हुए हैं आपका 5174 जो है इसमें 5386 न्यूक्लियोटाइड्स होते हैं यानी हमारे सेल के अंदर भी हमारा डीएनए लोडेड है आपको पता है कि हमारे सेल के अंदर न्यूक्लियस है न्यूक्लियस में क्रोमोजोम्स है और क्रोमोजोम्स में डीएनए ठोस ठोस के भरा हुआ है पैक किया हुआ है तो वो जो डीएनए है ना उसमें आपके नाइट्रोजेनस बेसस लगे होते हैं इस तरीके से तो बहुत लंबा डीएनए है तो बहुत सारे नाइट्रोजन नस बेसिस लगे रहते हैं अगर आप ह्यूमन का कोई सेल निकाले और उसका एक स्टैंड देखें तो आपको 3.3 बिलियन नाइट्रोजेनस बेसेस देखने को मिलते हैं 3.3 * 10 रेट द पावर 9 बेस पेयर इसी प्रकार से हर ऑर्गेनिस्ट में स्पेसिफिक नंबर ऑफ बेस पेयर्स या बेसेस होते हैं उनके सेल्स में तो अगर आप देखेंगे यहां पर 5174 को तो इसका जो डीएनए है 5386 न्यूक्लियोटाइड्स लॉन्ग है सर याद कैसे करें नाम देखिए 174 ये तो क्वेश्चन में दिया ही रहेगा पहले इन दो इमेजेस को प्लस कर दो इन दो नंबर्स को सॉरी है ना फाइव फिर इन दो नंबर को माइनस कर दो आपका थ्री फिर स्टार्टिंग के दो नंबर को प्लस कर दो एट फिर स्टार्टिंग के दो नंबर को माइनस कर दो सिक्स आपका आंसर आ जाएगा लैडा बैक्टीरियोफेज जो है यानी ऐसा वायरस जो बैक्टीरिया को इफेक्ट करता है इसमें है 48 502 50 - 2 = 48 48 502 बेस पेयर हैं e कोला अगर आप देखें बैक्टीरिया तो इसमें 4.6 * 10 टू द पावर 6 बेस पेयर है और अगर आप देखें हमारे अंदर तो 3.3 * 10 रे टू द पावर 9 तो 3 मल्ला बा 3 भी 9 होता है तो आप एक बार को इस तरीके से याद कर सकते हैं आगे चलके आपको य चीजें ऑटोमेटिक क्वेश्चन सॉल्विंग के बाद याद हो जा रही होती है अगर आप देखें कि एक न्यूक्लियोटाइड चेन बनती कैसे है पॉली न्यूक्लियोटाइड चेन बनती कैसे है तो आपको इसके कंपोनेंट्स को समझना होगा तो एक न्यूक्लियोटाइड के तीन पार्ट्स होते हैं पहला नाइट्रोजेनस बेस जिसमें नाइट्रोजन होगा ओबवियसली तो ये दो प्रकार की चेनस होती है प्यूरीन जो कि नौ मेंबर की चेन होगी देखो यहां पर एक छह मेंबर की रिंग है और एक पांच मेंबर की रिंग है अगर ये फ्यूज हो गए दोनों के दोनों रिंग्स तो टोटल आपकी नौ ही पोजीशंस बनी ना छह तो ये वाली और यह दोनों तो कॉमन है तो 7 8 न नौ टोटल यहां पर आपको मेंबर्स देखने को मिले यहां पर नाइट्रोजेनस बेस इसका नाम है तो नाइट्रोजन प्रेजेंट होगा पांच को छोड़ कर के हर ऑड नंबर पे नाइट्रोजन पाया जाता है जैसे वन पे पाया जाएगा थ्री पे पाया जाएगा सेवन पे पाया जाएगा नाइन पे पाया जाएगा पांच को छोड़ के हर ऑड नंबर पे सिमिलरली दूसरे प्रकार के होते हैं आपके पिरामिड्स पिरामिडिंग नाइट्रोजेनस बेसिस इनमें सिर्फ एक छह मेंबर की रिंग पाई जाती है नाइट्रोजन कौन-कौन सी पोजीशन पे पांच को छोड़ के हर ऑड नंबर पे यानी वन और थ्री पे पांच पे प्रेजेंट होगा नहीं सेवन और नाइन यहां पर पोजीशंस है ही नहीं तो नाइट्रोजेनस बेसस इन्हें क्यों कहा गया क्योंकि इनमें नाइट्रोजन पाया जा रहा होता है प्यूरीन में क्या आते हैं आपके एग्जांपल एडिनी और ग यानी आलू गोभी आलू गोभी आ गया है तो उसको कट कर दो भैया पिरामिडिंग में क्या आ गए साइटोसिन यूरेसिल और आपका थाइमल अब ये जो नाइट्रोजेनस बेसेस हैं इनका नाइट्रोजन जो है अब ये जो नाइट्रोजेनस बेसेस हैं इनका नाइट्रोजन जो है यहां पर फर्स्ट वाला नाइट्रोजन और यहां पर नाइंथ वाला नाइट्रोजन आपका बॉन्ड बनाता है किसके साथ शुगर के साथ पांच कार्बन की शुगर के साथ जिसको पेंटोज शुगर कहा जाता है तो आपका नाइट्रोजन यहां पर बॉन्ड बना रहा है शुगर के साथ तो इसे ग्लाइकोसिडिक बॉन्ड कहा जाता है शुगर को रिजेंट करने वाला वर्ड क्या है ग्लाइको तो ग्लाइकोसिडिक बॉन्ड इसे कहा जाता है और नाइट्रोजन के साथ बॉन्ड बन रहा है इसीलिए इसे एन ग्लाइकोसिडिक बॉन्ड कहा जाता है तो नाइट्रोजेनस बेस और शुगर यहां पर जुड़ गए इनकी कॉमिनेशन से बनता है न्यूक्लियोसाइड न्यूक्लियोसाइड न्यूक्लियोटाइड नहीं है दोस्त ये न्यूक्लियोसाइड और जब यह नाइट्रोजेनस बेस और शुगर जोड़ कर के न्यूक्लियोसाइड बना देता है इसके ऊपर जब आप फास्फेट भी ऐड कर देते हो चाहे एक ऐड करो चाहे दो चाहे तीन ये आपका हो जाता है क्या न्यूक्लियोटाइड फास्फेट जुड़ते हैं न्यूक्लियोटाइड ये आपकी एक छोटी सी यूनिट है जिसमें नाइट्रोजेनस बेस है शुगर है और आपका फास्फेट है तो ये एक न्यूक्लियोटाइड तैयार हुआ है अब ये एक न्यूक्लियोटाइड अगले न्यूक्लियोटाइड के साथ जुड़ेगा फिर उससे अगले न्यूक्लियोटाइड के साथ जुड़ेगा और बहुत सारे न्यूक्लियोटाइड्स जब जुड़ जाए तो इसे पॉलिन्यूक्लियोटाइड या न्यूक्लिक एसिड हम लोग कहेंगे तो पॉली न्यूक्लियोटाइड या न्यूक्लिक एसिड ऐसे बनता है तो डीएनए कब बनेगा जब यह जो शुगर हो ये हो डीऑक्सी राइबोस इसमें एक आपका ऑक्सीजन कम होता है तो एक डिलीट हो जाता है ऑक्सीजन सेकंड पोजीशन से और अगर आपका पांच कार्बन का राइबोजाइम जनस बेसस होंगे यूरेसिल आपका सिर्फ आरएनए में देखने को मिलता है डीएनए में देखने को नहीं मिलता थाइम आपका सिर्फ डीएनए में देखने को मिलता है आरएनए में देखने को नहीं मिलता तो दो आपके यहां पर प्यूरीन होते हैं हमेशा दो आपके पिरामिड्स होते हैं अगर डीएनए है तो आपका सी और t और अगर आपका आरएनए है तो आपका सी और य ये छोटे-मोटे आपके डिफरेंसेस हैं डीएनए और आरएनए के बीच में अगर आप देखें डीएनए की डिस्कवरी को तो फ्रेडरिक मिशर साहब ने डीएनए को डिस्कवर किया और इसका नाम रखा न्यूक्लिन क्यों क्योंकि इसे न्यूक्लियस के अंदर से डिस्कवर किया गया था तो इसका नाम न्यूक्लिन रखा फिर एक और साइंटिस्ट आए जिनका नाम था अल्ट मान और अल्ट मान साहब ने देखा कि ये जो मटेरियल है ये जो डीएनए है ये एक्चुअल में एसिडिक है नेचर में तो उसका नाम इन्होंने चेंज करके न्यूक्लिक एसिड रख दिया आगे क्योंकि इसमें जो थर्ड कंपोनेंट था ये था फॉस्फेट या फास्फोरिक एसिड इसको कहा जाता है तो एसिडिक कंटेंट यहां पर आपको देखने को मिल रहा था इसलिए इसका नाम न्यूक्लिक एसिड रख दिया जो डीएनए है इसमें आपकी दो चेंस पाई जाएंगी जो आपस में एकदम कॉइल्ड है एक ये वाली चन एक ये वाली चेन ये भी एक पॉली न्यूक्लियोटाइड चेन है ये भी एक पॉली न्यूक्लियोटाइड चेन है ये जो हम लोग बनाते हैं ये जो बैक बोन है ये किसकी बनी हुई है शुगर और फास्फेट की और शुगर और फास्फेट तो यहां देखने को मिले नाइट्रोजेनस बेस कहां है अंदर की साइड आपके ये आए हुए हैं तो एक नाइट्रोजेनस बेस इस स्ट्रैंड पे एक नाइट्रोजेनस बेस इस स्ट्रैंड पे साथ में जुड़ जाते हैं और बना लेते हैं बेस पेयर जैसे एक जूता अगर आप इस हाथ में ले ले एक जूता इस हाथ में ले ले तो इन दोनों को साथ रखेंगे तो जूतों की जोड़ी बन जाएगी सिमिलरली ये नाइट्रोजेनस बेस ये नाइट्रोजेनस बेस साथ में आ गए तो पेयरिंग हो गई बेस पेयर बन गए तो एडन हमेशा बेस पेयरिंग करता है थाइम के साथ है ना और आपका दो हाइड्रोजन बॉन्ड इनके बीच में पाए जाते हैं और सी हमेशा हाइड्रोजन बॉन्ड्स बनाता है जी के साथ तीन हाइड्रोजन बॉन्ड बनाता है इन्हीं की बेस पेयरिंग साथ में हो पाएगी राइट यहां पर अगर आप देखें तो यह जो एक 360 डिग्री का टर्न है जहां पर 360 डिग्री आपने मरोड़ दिया है यहां से यहां तक इस पूरी की पूरी कॉइल को यह 360° का जो टर्न है यह 34 एस्ट्रम बड़ा होता है यानी 3.4 नैनोमीटर इसकी पूरी की पूरी लेंथ होती है और यहां पर आपको 10 बेस पेयर देखने को मिलते हैं तो कोई आपसे पूछे भाई दो बेस पेयर के बीच का डिफरेंस कितना है तो आप क्या करोगे 34 एस्ट्रम बा 10 यानी 3.4 एस्ट्रम यहां पर इन दोनों के बीच का डिफरेंस या इन दोनों के बीच का डिफरेंस या इन दोनों के बीच का डिफरेंस हो जाएगा और आप के एक स्टैंड में कितने नाइट्रोजेनस बेसेस हैं 3.3 * 10 रे टू द पावर 9 अगर आप कैलकुलेट करोगे टोटल डीएनए की लेंथ आपके हर सेल के अंदर दोनों स्टैंड्स की मिला कर के तो 2.2 मीटर निकल के आएगी यानी सवा मीटर लंबा डीएनए आपके हर सेल के अंदर पाया जा रहा है और आपकी बॉडी में बिलियंस ऑफ सेल्स हैं यानी आप अपने हर सेल का डीएनए निकाल कर अगर एक के बाद एक जोड़ के रस्सी बना दो तो आप अर्थ को बहुत बार लपेट सकते हो इतनी बड़ी रस्सी बन जाएगी आपके शरीर में इतना सारा कंटेंट क्या है फिट है यह जो मॉडल दिया था यह किन्होला था वाटसन और क्रिग साहब ने दिया था और एक्सरे डिफ्रेक्शन डाटा जिसकी मदद से वाटसन और क्रिक साहब ने यह मॉडल दिया था वो विलकिंस और रोजलिन फ्रैंकलिन मैम ने दिया था तो इसके लिए नोबल प्राइज भी दिया गया था इन साइंटिस्ट को रोजलिन फ्रैंकलिन मैम को नोबल प्राइज नहीं मिला था क्योंकि उनकी डेथ नोबल प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन से पहले हो गई थी एंड नोबल प्राइजेस कभी भी पॉमल यानी किसी साइंटिस्ट की डेथ के बाद उन्हें अवार्ड नहीं किए जाते हैं इसलिए रोजलिन फ्रैंकलिन मैम को नोबल प्राइज नहीं मिला बाकी तीनों साइंटिस्ट को यानी विलकिंस को एज वेल एज आपका वाटसन एंड क्रिक साहब को नोबल प्राइज से सम्मानित किया गया यह आपका सबसे कॉमन फॉर्म ऑफ डीएनए है जिसको बी फॉर्म ऑफ डीएनए कहते हैं जो आपका अल्फाबेट है ए बी तो बी फॉर्म ऑफ डीएनए सबसे कॉमनली हमारे सेल्स के अंदर देखने को मिल रहा होता है अब मैंने आपको बताया आपके हर सेल के अंदर सवा मीटर का डीएनए पैक्ड है लेकिन आपका सेल तो खुद बहुत छोटा सा है एवरेज यूकैरियोटिक सेल का साइज देखोगे तो कितना है 10 से 20 माइक्रोमीटर उसमें इतना बड़ा डीएनए पैक कैसे हुआ वाया प्रॉपर पैकेजिंग तो हमारे इस बड़े से डीएनए को पैक करने के लिए काफी सारे प्रोटींस का हम लोग इस्तेमाल करते हैं जिन्हें हिस्टोन प्रोटींस कहा जाता है और आगे चलके जब बहुत ज्यादा कंडेंसेशन की आवश्यकता होती है बहुत ज्यादा डेंस पैकिंग की आवश्यकता होती है तो नॉन हिस्टोन क्रोमोसोमल प्रोटींस यानी एनएचसी प्रोटींस भी हमारा साथ दे रहे होते हैं तो हिस्टोन प्रोटींस जो है यहां एक ऑक्टा मर बन जाता है यानी आठ यूनिट का एक गोला बन जाता है ऑक्टा मर ऑक्टा मतलब आठ मर मतलब यूनिट्स तो यहां पर h2a हिस्टोन है इसकी दो यूनिट h2b हिस्टोन है इसकी दो यूनिट h3 हिस्टोन की दो यूनिट h4 हिस्टोन की दो यूनिट टोटल आठ यूनिट हो गई एक आपका गोला बन गया इसे हिस्टोन ऑक्टर कहा जाता है और ये ऑक्टा मर होता है पॉजिटिव क्यों क्योंकि ये जो हिस्टोन प्रोटीन है ये बेसिक अमीनो एसिड्स में रिच होता है जैसे लाइसिन और आर्जन में और ये बेसिक अमीनो एसिड है तो इनमें nh3 पॉजिटिव ग्रुप पाया जाता है जो पॉजिटिव चार्ज देता है तो लाइसिन और आर्जन यहां पर पाए जा रहे हैं तो ओवरऑल ये जो प्रोटीन है हिस्टोन प्रोटीन ये पॉजिटिव है और डीएनए कैसा है नेगेटिव है क्योंकि इसमें क्या है फास्फोरिक एसिड पाया जा रहा है फॉस्फेट पाया जा रहा है जिस पर नेगेटिव चार्ज होता है तो डीएनए नेगेटिव और हिस्टोन पॉजिटिव क्या ये डीएनए इस हिस्टोन के अराउंड रैप हो जाएगा बिल्कुल तो डीएनए जो नेगेटिव चार्ज होता है ये 200 बेस पेयर का डीएनए आपका एक स्टोन ऑक्टर के अराउंड बढ़िया तरीके से रैप हो जाता है पैक हो जाता है है ना इस तरीके से इसे बीड ऑन स्ट्रिंग मॉडल कहा जाता है बीड मतलब अगर आप एक माला को देखें तो उसमें एक धागा होता है दैट इज स्ट्रिंग और उस माला के जो मनके होते हैं जो मोती होते हैं वह है बीड्स तो यहां पर आपका जो न्यूक्लियोसोम है न्यूक्लियोसोम मतलब आपका हिस्टोन ऑक्टर था और इसके अराउंड कुछ डीएनए रैप्ड था इसको हमने न्यूक्लियोसोम बोला है तो हिस्टोन ऑक्टर और इसके अराउंड जो 200 बेस पेयर का डीएनए लिपटा हुआ है इसको न्यूक्लियोसोम बोला और इसके अराउंड जो और डीएनए बचा हुआ है इन न्यूक्लियोसोम के बाद यह आपका क्या है ये आपका क्रोमेटिंग का डीएनए नेटवर्क है तो आपका क्रोमेटिंग धागे की तरह बिहेव करता है एंड न्यूक्लियोसोम मनके की तरह बिहेव करता है इसे आपका बीड ऑन स्ट्रिंग मॉडल कहा जाता है और फर्द अगर आप फ्यूचर में पैकेजिंग और करना चाहते हैं तो नॉन हिस्टोन क्रोमोसोमल प्रोटीन यानी एनएचसी प्रोटींस भी आपको यूज में लेने पड़ते हैं इस तरीके से से डीएनए अच्छे तरीके से बढ़िया लेवल पर पैक हो जाता है आपके छोटे से सेल में इतना बड़ा डीएनए रैप हो कर के पैक कर दिया जाता है अब साइंटिस्ट में स्टार्टिंग से जंग चल रही थी बहुत सारे साइंटिस्ट थे जो बोलते थे कि आपके सेल में मेजर पार्ट तो प्रोटीन है अगर आप सेल की कंपोजीशन देखें जो आपको चैप्टर बायो मॉलिक्यूल में मिल जाएगी तो आपको पता लगेगा कि आपके सेल में पानी के बाद जो सबसे ज्यादा एंडेंजर ने कहा कि प्रोटीन बहुत इंपॉर्टेंट है एंजाइम्स प्रोटीन हैं एंटीबॉडीज प्रोटींस हैं आपकी बॉडी में जो स्ट्रक्चर है नेल्स है हेयर्स है यह प्रोटीन है आपके ब्लड में बहुत सारे प्रोटीन हैं प्रोटीन ही जेनेटिक मटेरियल है हर काम तो प्रोटीन कर रहा है लेकिन कुछ साइंटिस्ट ने कहा कि नहीं डीएनए जेनेटिक मटेरियल है प्रोटीन सिर्फ काम करता है यह वर्क हॉर्स है यह आपको काम करता हुआ दिखाई दे जाएगा लेकिन वो काम करवा कौन रहा है डीएनए तो साइंटिस्ट में बहुत ही ज्यादा गुथ थाई चली यहां पर एक व्यूज का क्लैश हुआ अलग-अलग व्यू होल्ड कर रहे थे साइंटिस्ट कुछ कह रहे थे डीएनए इज द जेनेटिक मटेरियल कुछ कह रहे थे प्रोटीन इज द जेनेटिक मटेरियल तो हम लोग सर्च में लग गए कि भाई कोई ऐसा एक्सपेरिमेंट आ जाए कोई ऐसा प्रूफ दे दे कोई साइंटिस्ट जिससे कंफर्म हो जाए कि जेनेटिक मटेरियल आखिर है क्या तो यहां पर इस कड़ी में पहला जो एक्सपेरिमेंट किया था वो ग्रिफिथ साहब ने किया था और इस एक्सपेरिमेंट का नाम था ग्रिफिथस ट्रांसफॉर्मेशन प्रिंसिपल 1928 में ये एक्सपेरिमेंट हुआ और इन्होंने डिप्लो कोकस या स्ट्रेटो कोकस के दो स्ट्रेंस लिए पहला स्ट्रेन आपका रफ स्ट्रेन था रफ स्ट्रेन था यानी रफ इसकी अपीयरेंस थी उसके ऊपर कोई कोट नहीं था अगर रफ अपीयरेंस है ऊपर कोई कोट नहीं है तो जब यह बैक्टीरिया हमारी बॉडी में आएगा या किसी एनिमल की बॉडी में जाएगा तो न्यूमोनिया तो कॉज नहीं करेगा बल्कि हमारा इम्यून सिस्टम इस बैक्टीरिया की धज्जियां उड़ा देगा तो यह न्यूमोनिया कॉज नहीं कर पाता इट इज़ नॉन वायरलेस यह जहरीला नहीं है बीमारी कॉज करने वाला नहीं है लेकिन दूसरा जो स्ट्रेन था मेरे भाई ए स्ट्रेन यह बीमारी कॉज करता था यह वायरलेस था क्यों क्योंकि क्योंकि उसके ऊपर स्मूथ पॉली सकरा इड का कोट था और किसी चीज के ऊपर अगर कोट लगा हुआ है इट इज मोर प्रोटेक्टिव तो हमारी बॉडी के इम्यून सिस्टम से बच जाएगा क्योंकि इसने को ड़ा हुआ है और हमारी बॉडी की बैंड बजा देगा और न्यूमोनिया कॉज कर देगा तो ग्रिफिथ साहब ने जब देखा कि चूहे पे मैंने एस ट्रेन जब डाला तो एस ट्रेन तो वायलेंट होता है तो चूहा मर जाना चाहिए था मर गया यहां तक सब चीजें सही चल रही हैं चूहे में जब आ स्ट्रेन डाला तो आर स्ट्रेन तो सेफ था तो चूहा बच जाना चाहिए था बिल्कुल चूहा बच गया फिर इन्होंने हीट किल कर दिया एस ट्रेन को यानी एस ट्रेन जो था उसको इनक्टो वा था लेकिन इनक्टो है तो माइस बच जाना चाहिए था बिल्कुल बच गया फिर इन्होंने कहा कि यार आर स्ट्रेन में भी माइस बच जाता है वो भी जानलेवा नहीं है एस ट्रेन में भी माइस बच जाता है वो भी जानलेवा नहीं है अगर हीट किल्ड है तो अगर मैं इन दोनों चीजों को मिला देता हूं दोनों ही जानलेवा नहीं है अगर मैं इन दोनों चीजों को मिला देता हूं तो माइस जिंदा रहना चाहिए इन्होंने देखा कि जब हीट किल्ड एस ट्रेन को मिलाया नॉर्मल आर स्ट्रेन के साथ तो माइस मर गया और उसके हार्ट से किस प्रकार के सेल्स देखने को मिले जिंदा एस स्ट्रेन सेल्स देखने को मिले हमने हीट किल कर दिया था इनको लेकिन जिंदा एस स्ट्रेन देखने को मिले तो ग्रिफिथ साहब ने कहा कि यहां पर यह जो आर स्ट्रेन है यही ट्रांसफॉर्म हो गए हैं एस स्ट्रेन के अंदर क्योंकि एस स्ट्रेन तो आपने हीट किल कर दिए है ना लेकिन यहां पर इसका डीएनए जो था ये एक्टिवेटेड रह गया यह एक्ट वेटेड डीएनए घुसा आर स्ट्रेन के अंदर और अब आर स्ट्रेन के अंदर एस स्ट्रेन वाले बैक्टीरिया का डीएनए है तो व अपने मन मुताबिक प्रोटींस बनवा सकता है सॉरी अपने मन मुताबिक प्रोटींस बनवा सकता है अपने मन मुताबिक और चीजें भी बनवा सकता है तो आर स्ट्रेन यहां पर ट्रांसफॉर्म हो गया एस स्ट्रेन में इसीलिए आपको जिंदा एस स्ट्रेन बैक्टीरिया देखने को मिले माइस के हार्ट से तो यहां पर इन्होंने कहा कि भाई ट्रांसफॉर्म हो गए हैं आर स्ट्रेन बैक्टीरिया एस स्ट्रेन बैक्टीरिया में पर इन्होंने कुछ बताया नहीं कि भाई डीएनए जेनेटिक मटेरियल है या आरएनए है या प्रोटीन है ऐसी तो कोई बात हुई ही नहीं बाद में आपके तीन अलग-अलग साइंटिस्ट आए जिनका नाम था एवरी मैक्लिय और मैककार्टी इन्होंने क्या कहा इन्होंने कहा कि हम दो सेल्स लेंगे है ना और इनमें हम अलग-अलग केमिकल्स को जाने से रोकेंगे जैसे ये एक सेल है यह दूसरा सेल है इस एक सेल से अगर डीएनए यहां पर जा रहा है तो ट्रांसफॉर्मेशन हो रही है है ना यह बात हमें पता है आज के दिन में पता है उस टाइम पर नहीं पता थी इन्होंने क्या कहा हम डीएनए को जाने से रोकेंगे और असर देखेंगे सबसे पहले इन्होंने क्या कहा कि यहां पर डीएनए जा रहा है आरएनए जा रहा है प्रोटीन को इन्होंने रोक लिया प्रोटीन नहीं भेजा इस सेल में डीएनए आरएनए तो पहुंच गए डीएनए क्या करा देगा इसको आपका ट्रांसफॉर्म करा देगा ये एस स्ट्रेन में कन्वर्ट हो जाएगा तो इन्होंने कहा कि अगर हम प्रोटीन को जाने से रोक लेते हैं तब भी हमारा काम हो रहा है यानी प्रोटीन इज नॉट द जेनेटिक मटेरियल क्योंकि प्रोटीन को रोक लोगे तब भी काम होगा ही होगा तब भी ट्रांसफॉर्मेशन हो ही रही है यानी प्रोटीन ट्रांसफॉर्मेशन के लिए रिस्पांसिबल नहीं है फिर इन्होंने प्रोटीन को भेजा डीएनए को भेजा आरएनए को जाने से रोक लिया फिर भी ट्रांसफॉर्मेशन हुई क्योंकि डीएनए तो पहुंच गया है तो इन्होंने बताया कि आरएनए भी जेनेटिक मटेरियल नहीं है क्योंकि उसको भी जाने से रोका तो ट्रांसफॉर्मेशन प कोई फर्क नहीं पड़ा यानी आरएनए वाज आल्सो नॉट रिस्पांसिबल फॉर ट्रांसफॉर्मेशन अगली बार क्या किया इन्होंने डीएनए को जाने से रोक लिया प्रोटीन और को जाने दिया डीएनए को जाने से रोक लिया तो ट्रांसफॉर्मेशन नहीं हुई क्योंकि ट्रांसफॉर्मेशन तो डीएनए के कारण होती है हमें आज के दिन में पता है यहां पर इन्होंने इनडायरेक्टली य प्रूफ कर दिया कि डीएनए को जब आप आर स्ट्रेन से एस स्ट्रेन में मतलब एस स्ट्रेन से आर स्ट्रेन में नहीं जाने देते तो आपका ट्रांसफॉर्मेशन होती नहीं है यानी वह चीज जो एस स्ट्रेन से आर स्ट्रेन में निकल करके आ रही थी वह क्या थी डीएनए थी यह इन्होंने प्रूफ किया पर साइंटिस्ट बहुत ज्यादा कन्वींस नहीं हुए क्यों क्योंकि हम प्रोटीन को डाइजेस्ट कर रहे थे जाने से रोक रहे थे आरएनए को डाइजेस्ट करने कर रहे थे जाने से रोक रहे थे डीएनए को डाइजेस्ट कर रहे थे जाने से रोक रहे थे आपको पता है ये जो जाने से रोकने के लिए एंजाइम्स हम लोग इस्तेमाल कर रहे थे ये भी तो सारे प्रोटीन थे तो साइंटिस्ट ऐसे बोले हंसने लगे इनफैक्ट कि यार आप ये प्रूफ करना चाह रहे हो कि प्रोटीन इज नॉट द जेनेटिक मटेरियल और आप ये चीज प्रोटीन के बिना भी प्रूफ नहीं कर पा रहे हो तो क्या गुंडा बनेगा रे तू क्या एक्सपेरिमेंट किया है भाई जहां पर आपको प्रोटीन की तो एकदम मस्ट नीड है आप उसके बिना एक कदम आगे नहीं बढ़ा पा रहे हो ऐसा एक्सपेरिमेंट करो जिसमें प्रोटीन यूज ना हो और उसमें प्रूफ करो कि डीएनए इज द जेनेटिक मटेरियल तब मानेंगे तब आपके हर्षी एंड चेज साहब का एक्सपेरिमेंट आया ये अनइक्विवोकल प्रूफ था इससे बाकी सारे साइंटिस्ट के मुंह बंद हो गए ये एकदम बढ़िया प्रूफ था यहां पर इन्होंने यूज किया आपके बैक्टीरियोफेज को बैक्टीरियोफेज को इफेक्ट कराया बैक्टीरिया के ऊपर और इन्होंने देखने की कोशिश की कि क्या ऐसी चीज है बैक्टीरियोफेज की जो बैक्टीरिया को जाकर इफेक्ट करती है भाई जो चीज बैक्टीरिया के अंदर घुस पा रही है इंफेक्शन करने के लिए वही जेनेटिक मटेरियल है जो चीज बाहर रह गई वो जेनेटिक मटेरियल हो ही नहीं सकती क्योंकि वायरस को अगर मौका मिलेगा कि भाई एक ही चीज अंदर भेजनी है तो क्या भेजेगा अपना जेनेटिक मटेरियल भेजेगा जिससे वोह बैक्टीरिया की पूरी मशीनरी को अपने कंट्रोल में ले सके क्योंकि यह ताकत सिर्फ जेनेटिक मशीनरी को कंट्रोल में लेने की जेनेटिक मटेरियल के पास ही होती है और कोई मॉलिक्यूल ये काम नहीं कर सकता तो यहां पर इन्होंने देखा कि भाई बाहर का जो प्रोटीन है ना इस बैक्टीरियोफेज का ये सल्फर से लेबल कर देते हैं रेडियोएक्टिव सल्फर से s35 से और एक अलग बैक्टीरियोफेज लिया इसमें प्रोटीन तो आपका नॉर्मल था यहां पर ऐसे बोले भाई डीएनए को अलग से लेबल कर देते हैं डीएनए को अलग से लेबल करते हैं p32 से आपका फास्फोरस 32 से तो बोले ठीक है इसको बैक्टीरिया प इफेक्ट कराया तो देखा कि रेडियो एक्टिव प्रोटीन बाहर पड़ा हुआ है नॉर्मल डीएनए अंदर चला गया और इसको जब बैक्टीरिया प इफेक्ट कराया तो देखा रेडियोएक्टिव डीएनए अंदर चला गया है प्रोटीन बाहर पड़ा है यानी दोनों केसेस में डीएनए ही अंदर जाता है तो आपको पता लग गया कि डीएनए इज द जेनेटिक मटेरियल तो आपने ये भी प्रूफ कर दिया यहां से रेडियोएक्टिव चीजों को आप जल्दी ट्रैक कर सकते हो यहां से आपने ये प्रूफ किया कि प्रोटीन अंदर नहीं घुसा रेडियोएक्टिव माल बाहर ही है बैक्टीरिया के सेल के और यहां से आपने ये प्रूफ किया कि डीएनए ही अंदर जाता है रेडियोएक्टिव मटेरियल बैक्टीरिया सेल के अंदर देखने को मिल रहा है तो डीएनए इज द जेनेटिक मटेरियल यह बात प्रूफ हो गई अगर आप देखें जेनेटिक मटेरियल को तो प्रॉपर्टी क्या-क्या होनी चाहिए इट शुड बी एबल टू रेप्ट क्या डीएनए खुद की कॉपी बना सकता है आज ही बनाकर देखेंगे डीएनए रिप्लिकेशन के प्रोसेस से यस तो इट कैन बी अ जेनेटिक मटेरियल क्या आरएनए खुद की कॉपी बना सकता है बिल्कुल बना सकता है तो दोनों काम कर सकते हैं ये स्टेबल डीएनए ज्यादा स्टेबल होता है आरएनए से क्योंकि आरएनए जो है कैटालिस्ट का भी काम करता है इसे राइबोजाइम कहा जाता है तो आरएनए बहुत ही ज्यादा अनस्टेबल मॉलिक्यूल है बहुत रिएक्ट एक्टिव मॉलिक्यूल है क्योंकि उसके पास एक ऑक्सीजन ज्यादा है उसमें राइबोस शुगर है डीएनए में डीऑक्सी राइबो शुगर है एक एक्टिव ऑक्सीजन हमने निकाल लिया है तो ज्यादा स्टेबल कौन है डीएनए यही आपकी सबसे मेन प्रॉपर्टी है जो डीएनए को अधिकतर ऑर्गेनिस्ट मस में जेनेटिक मटेरियल बनाती है चल मूटेड स्लोली धीरे-धीरे मूटे करें आरएनए तो बहुत जल्दी-जल्दी मूटे करता है क्योंकि अनस्टेबल है लेकिन डीएनए स्लोली मूटेड करता है इसलिए बेटर जेनेटिक मटेरियल है और एक्सप्रेस करें अपने आप को डीएनए पहले आरएनए बनाता है फिर आपका प्रोटीन बनाता है तो प्रोटीन इ द अल्टीमेट फॉर्म ऑफ एक्सप्रेशन तो अपने आप को डीएनए एक्सप्रेस कर सकता है आरएनए डायरेक्टली प्रोटीन बना सकता है तो वो भी अपने आप को एक्सप्रेस कर सकता है यानी दोनों जेनेटिक मटेरियल हैं लेकिन सिर्फ ये स्टेबिलिटी वाले पॉइंट की वजह से डीएनए इज बेटर जेनेटिक मटेरियल ऐसा आपका कहा जाता है और दुनिया के अधिकतर ऑर्गेनिस्ट मस में यही हमने देखा भी है तो डीएनए आपका रेप्ट केशन प्रोसेस से अपनी रेप्ट बना सकता है कॉपी बना सकता है डीएनए आपका ट्रांसक्रिप्शन से आरएनए में कन्वर्ट हो सकता है और ट्रांसलेशन से प्रोटीन में भी कन्वर्ट हो सकता है इसे सेंट्रल डॉग मा स्कीम ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी कहा जाता है सी फॉर सेंट्रल डॉग मा यह स्कीम दी थी सी फॉर क्रिक ने वाटसन और क्रिक में से क्रिक साहब ने स्कीम दी थी अब अगर आप देखें पहला स्टेप दैट इज रेप्स तो यह सेमी क्या है पैरेंटल स्टैंड है पहले से प्रेजेंट है ये दोनों स्टैंड सेपरेट हो जाएंगे एक हरा स्टैंड यहां पर आया एक हरा स्टैंड यहां पर आया एक नया स्टैंड यहां पर बना सफेद कलर का एक नया स्टैंड यहां पर बना सफेद कलर का यानी अगर आप इनमें देखें तो एक स्टैंड नया यानी 50 पर डीएनए नया और एक स्टैंड पुराना यानी 50 पर डीएनए पुराना तो सेमी यानी आधा कंजर्व कर लिया है आपने डीएनए और आधा नया बनाया है है ना तो आधा जो हरा वाला पार्ट था ये तो आपने कंजर्व रखा आधा नया तैयार किया है आधा हरा वाला कंजर्व रखा आधा आपने नया तैयार किया है दिस इज कॉल्ड एज सेमी कंजर्वेशन मॉडल ऑफ डीएनए रेप्स इसको प्रूफ कि इन्होंने किया था एक्सपेरिमेंट से मेसल्सन एंड स्टाल ने इ कुलाई में और यूकैरियोटिक होंने आपका कंफर्म किया था टेलर साहब ने फबा बींस में यानी वीसिया फबा में एक्सपेरिमेंट किया था रेडियोएक्टिव थाइम न को यूज करके मेसल्सन एंड स्टाल ने क्या यूज किया हैवी नाइट्रोजन नाइट्रोजन 15 है यहां पे नाइट्रोजन 16 नहीं है तो इट्स नॉट रेडियोएक्टिव नाइट्रोजन हैवी नाइट्रोजन क्या किया एरिशा कोलाई को ऐसी जगह पर रखा जहां पर खाने के लिए सिर्फ हैवी नाइट्रोजन ही है कुछ दिया ही नहीं मल्टीपल जनरेशन तक उसकी बॉडी में जितनी भी चीजें बनी वह हैवी नाइट्रोजन की ही बनी सारे डीएनए के नाइट्रोजेनस बेसेस सारे प्रोटीन के अमीनो एसिड्स सारे के सारे आपके हैवी नाइट्रोजन से ही बने तो यहां पर इसकी बॉडी में जितना भी डीएनए है उसमें n15 n15 ही सारे स्टैंड्स बने हुए हैं तो यह है आपका n15 अब इसको नॉर्मल दुनियादारी में ले आए जहां पर यूजुअली n14 पाया जाता है है तो 20 मिनट में जब इकोला ने डिवाइड किया तो देखा गया कि भाई यहां पर एक स्टैंड हरा है एक स्टैंड सफेद है कैसे पता लगा भाई ये आपके हैवी नाइट्रोजन है n15 तो जब आप डेंसिटी नाप रहे थे तो हैवी यानी नीचे की साइड आपका ये बैंड बना अगर आप यहां पर नाप रहे हो तो एक स्टैंड n14 एक स्टैंड n15 एक स्टैंड n14 एक स्टैंड n15 तो हाइब्रिड आपकी डेंसिटी आएगी तो बीच में आपका बैंड आना चाहिए था बीच में ही आया फिर देखिए ये दोनों के दोनों डीएनए हैं 20 मिनट बाद फिर इ कोलाई डिवाइड करेगा ये हरा स्टैंड और ये सफेद स्टैंड सेपरेट हरा स्टैंड यहां सफेद स्टैंड यहां ये हरा स्टैंड और सफेद स्टैंड सेपरेट हरा स्टैंड यहां सफेद स्टैंड यहां और अब आसपास n14 है तो सफेद स्टैंड यहां सफेद स्टैंड यहां सफेद स्टैंड यहां सफेद स्टैंड यहां तो अब क्या बने दो आपके एकदम सफेद स्टैंड वाले n14 n14 यानी लाइट हल्के और दो आपके हाइब्रिड बने n14 n15 n14 n15 यानी मीडियम डेंसिटी के ये बात भी डेंसिटी ग्रेडिएंट से प्रूफ हो गई यानी ये डेंसिटीज आपकी सिर्फ तभी आ सकती है जब एक स्टैंड नया बन रहा हो एक स्टैंड पुराना बन रहा हो और इसी को सेमी कंजरवेटिव मोड ऑफ रेप्स कहा जाता है तो मेसल्सन एंड स्टहल ने यह बात प्रूफ करी इकलाई में विद द यूज ऑफ हैवी आइसोटोप ऑफ नाइट्रोजन एंड टेलर साहब ने और उनके कुछ कलीग्स ने यह बात प्रूफ की वीसिया फबा में यानी फबा बींस में विद द हेल्प ऑफ यूज ऑफ रेडियोएक्टिव थाइमेट ठीक है अब एक्चुअल रेप्ट केशन मशीनरी पे आ जाते हैं क्या-क्या लगता है यहां पे डीएनए पॉलीमरेस नाम का एंजाइम लगता है डीएनए पॉलीमरेस डीएनए को पॉलीमर कराने वाला नया डीएनए बनाने वाला एंड ओर आई यानी ओरिजिन ऑफ रेप्ट केशन ये जो रेप्ट केशन है ना इसका ओरिजन कहीं भी रैंडम जगह से आप नहीं कर सकते एक पॉइंट है जिसको स्टार्ट पॉइंट कहा जाता है वहीं से आपका डीएनए रेप्ट होना स्टार्ट होगा तो यहां पर मैंने आपके लिए इजी कर दिया है एक डायग्राम तैयार कर दिया है ये आपके दो स्टैंड ऑफ डीएनए है है ना दो स्टैंड ऑफ डीएनए है तो इस डीएनए को हमें रेप्ट करना है इसकी कॉपी बनानी है तो डीएनए क्या करेगा खुलना शुरू हो जाएगा क्योंकि यहां पर एक एंजाइम आता है जिसका नाम है लिकेज लिकेज मतलब हेलिक्स को खोलने वाला तो यहां पर ये खुलता जाएगा और एक कांटे जैसी आपको शक्ल देखने को मिलेगी इसको क्या कहा जाता है इस कांटे को क्या कहा जाता है रेप्प फोर्क एक कांटे जैसी स्ट्रक्चर बन रही है रेप्ट के दौरान बनने वाली इस फोर्क लाइक स्ट्रक्चर को रेप्ट फोर्क हम कह रहे होते हैं तो लिकेज इस साइड में मूव कर रहा है यानी एक जपर की तरह है जैसे आप चेन खोलते हो ना बैक की तो इस तरीके से मैं इस हेलीकेस को यहां मूव कर रहा हूं तो ये आपका डीएनए खुलता रहेगा अब डीएनए एकदम फाइव प्राइम टू थ्र प्राइम डायरेक्शन में आपका क्या करता है सिंथेसाइज होता है तो यहां पे 3 प्राइम है तो यहां पे 5 प्राइम आएगा इसका कॉम्प्लीयंट में ही रेप्ट करता जाएगा और खुलता जाएगा और रेप्ट करता जाएगा क्योंकि फाइ प्राइम टू 3 प्राइम डायरेक्शन में ही है तो कोई ब्लॉकर नहीं है लेकिन पहले डीएनए इतना खुला तो यहां पर तो 5 प्राइम टू 3 प्राइम इतना ही टुकड़ा बन पाएगा फिर डीएनए इतना खुला तो ये टुकड़ा आपका पहले का था यहां से यहां तक का ही टुकड़ा बन पाएगा यानी छोटे-छोटे कई टुकड़े होंगे इस ट्रैंड पे क्योंकि पोलैरिटी अपोजिट है यहां तो आपका फव प्राइम टूथ प्राइम इस डायरेक्शन में है यहां आपका फाइव प्राइम यहां पर है तो यहां एक प्राइमर लगाना पड़ेगा और इतना छोटा सा टुकड़ा बनाना पड़ेगा फिर यहां पे प्राइमर लगाना पड़ेगा इतना छोटा सा टुकड़ा फिर बनाना पड़ेगा एंड सो ऑन तो यहां पर मल्टीपल टुकड़े बनते हैं इसीलिए इसे लगिंग स्टैंड कहा जाता है जितना डीएनए खुलेगा उतना ही यहां पर आपका छोटे-छोटे टुकड़े बनते जाएंगे इट इज बगिंग स्टैंड और यहां पर अगर आप देखेंगे तो ये कंटीन्यूअसली सिंथेसाइज होने वाला टुकड़ा जो है इसे लीडिंग स्टैंड कहा जाता है तो आपका सेमी कंजरवेटिव तो है डीएनए रेप्ट केशन सेमी डिस्कंटीन्यूअस भी है एक स्टैंड कंटीन्यूअस बनता है एक स्टैंड डिस्कंटीन्यूअस बनता है ये जो छोटे-छोटे टुकड़े हैं इन्हें ओकाजकी फ्रेगमेंट कहा जाता है और इन ओकाजकी फ्रेगमेंट को बाद में हम ग्लू की मदद से जोड़ देते हैं यानी डीएनए लाइज की मदद से जोड़ देते हैं जो फास्फो डाइजेस्टर बॉन्ड बना देता है और क कंप्लीट आपका यह जितने भी टुकड़े होंगे यह भी एक स्टैंड बना देंगे नया और यह कंप्लीट एक टुकड़ा होगा यह भी एक स्टैंड बना देगा नया ये आपका डीएनए रेप्स यहां पर खत्म हो जाएगी आपका डीएनए पॉलीमरेस यहां पर इस डायरेक्शन में जाता जा रहा है और यहां पर आपको मल्टीपल प्राइमर्स की आवश्यकता होगी जब-जब डीएनए आपका नया बनना स्टार्ट होगा छोटे-छोटे टुकड़ों में नए-नए प्राइमर्स मिलेंगे हर बार डीएनए सिंथेसिस को दोबारा से इनिशिएटिव फास्ट होता है क्योंकि डीएनए पॉलीमरेस आपका हर सेकंड में हजारों न्यूक्लियोटाइड्स ऐड कर रहा होता है इस हिसाब से आपके पहले दो स्टैंड थे अब ये स्टैंड बन जाएगा इसके साथ और ये छोटे-छोटे जो टुकड़े हैं इनको जोड़ के एक स्टैंड बन जाएगा इनके साथ तो टोटल चार स्टैंड हो जाएंगे एट द एंड ऑफ द डे अब आपने डीएनए की कॉपी कर ली है डीएनए कभी भी कॉपी होता है तो पूरा ही कॉपी होता है जैसा सेल डिवीजन के टाइम पे हो रहा होता है डीएनए की कॉपी आप कंप्लीट करेंगे लेकिन सारे जींस की आवश्यकता आपको एक साथ नहीं पड़ती मेरे पैंक्रियाज में अगर मुझे अभी इंसुलिन बनाने की जरूरत है तो सिर्फ इंसुलिन के जीन को मैं एक्टिवेट करूंगा उसको आरएनए में कन्वर्ट करूंगा उसको प्रोटीन में कन्वर्ट करूंगा सिर्फ इंसुलिन बनवाऊंगा मैं सारे के सारे जींस को एक्टिवेट नहीं करूंगा इट्स अ वेरी एनर्जी कंजूमिंग प्रोसेस इसीलिए आप आरएनए को है ना एक छोटे से टुकड़े के फॉर्मेट में भी बना सकते हैं जरूरी नहीं है आप पूरा ही आरएनए बनाए जितना लंबा डीएनए है उतना बड़ा ही नहीं आपको जितने की जरूरत है आप उतना आरएनए बना सकते हैं तो आपकी ट्रांसक्रिप्शन जो है एक ट्रांसक्रिप्शनल यूनिट में हो सकती है एक छोटी सी यूनिट में भी हो सकती है है ना तो यहां पर देखिए दोनों स्टैंड डीएनए के आरएनए नहीं बना रहे होते क्योंकि आरएनए सिंगल स्टैंडर्ड है तो एक ही स्टैंड डीएनए का आरएनए बनाएगा क्योंकि दोनों स्टैंड डीएनए के अगर आरएनए बनाएंगे तो सेम सेम तरीके का ही आरएनए बनेगा एक दूसरे से कम्प्लीनोस आरएनए पे राइबोसोम वाइंड नहीं करता कोई प्रोटीन सिंथेसिस नहीं होगी है ना और पूरा कंप्लीट डीएनए भी आरएनए में कन्वर्ट नहीं होता आपको जितने की जरूरत है आप उतना कन्वर्ट कर लीजिए जैसे इस बोर्ड जितना लंबा डीएनए है पर मुझे इतने को ही आरएनए में कन्वर्ट करना है तो ये मेरी ट्रांसक्रिप्शनल यूनिट है इसकी शुरुआत में लगा रहता है प्रमोटर एंड में टर्मिनेटर ठीक है और यहां पर बीच में जो डीएनए है प्रमोटर टर्मिनेटर के बीच जिसको मुझे आरएनए में कन्वर्ट करना है यह क्या है हमारा स्ट्रक्चरल जीन है इसको मुझे आरएनए में कन्वर्ट करना है तो मेरे पास दो स्ट्रैंड है मैं ये कैसे डिसाइड करूंगा कि मुझे किस स्ट्रैंड को आरएनए में कन्वर्ट करना है भाई डीएनए और आरएनए सिंथेसिस फाइव प्राइम टू थ प्राइम ही टेक प्लेस करती हैं अब देखो यहां पे थ्री प्राइम है यहां पे आपका जो स्टैंड बनेगा ये फाइव प्राइम टू थ प्राइम बनेगा है ना फाइव प्राइम पे प्रमोटर आ रहा है यानी यहां से शुरुआत होनी चाहिए थ्री प्राइम पे टर्मिनेटर आ रहा है यानी यहां पे प्रोसेस एंड होना चाहिए ये तो अच्छी बात है मैच कर रही हैं चीजें तो इट इज कॉल्ड एज टेंप्लेट स्टैंड इसको आप आरएनए में कन्वर्ट करोगे ये वाला जो है आरएनए में कन्वर्ट नहीं हो पाएगा क्योंकि यहां पर ये स्टैंड है मेन 5 प्राइम टू 3 प्राइम यहां पर इस डायरेक्शन में आएगा 5 प्रम टू 3 प्राइम भाई जहां से आपको शुरुआत करनी है वहीं पे टर्मिनेटर बैठा है तो आप शुरुआत थोड़ी कर पाओगे इसीलिए आपका टेंप्लेट स्टैंड वो होता है जो आप आरएनए में कन्वर्ट कर रहे होते हो और कोडिंग स्टैंड इसका दिल रखने के लिए इसका नाम कोडिंग स्टैंड कह दिया है किसी चीज के लिए कोड नहीं करता इसको हम फ्रेम ऑफ रेफरेंस मानते हैं मतलब कोडिंग स्टैंड वो स्टैंड है जिसके फाइव प्राइम पे प्रमोटर है जिसके थ्री प्राइम पे टर्मिनेटर है यह बात है आपके कोडिंग स्टैंड की और के अलावा इसका कोई मतलब नहीं है मेन जो है आपका जो आरएनए में कन्वर्ट होगा यह है टेंप्लेट स्टैंड तो बैक्टीरिया में ट्रांसक्रिप्शन कैसे होती है आपका यह जो टेंप्लेट स्टैंड है अब यहां पर आपका प्रमोटर है इस पी फॉर प्रमोटर पे कौन बाइंडर है पी फॉर पॉलीमरेस वाइंड करता है कौन सा पॉलीमरेस डीएनए डिपेंडेंट आरएनए पॉलीमरेस यानी डीएनए को पढ़ कर के आरएनए बनाने वाला तो अब यहां पर आपका पॉलीमरेस वाइंड कर गया है अब यह पॉलीमरेस पहले सिग्मा से बाइंडर है सिग्मा फैक्टर इनीशिएशन कराता है यानी यहां पर डीएनए को पढ़-पढ़ के आरएनए हम लोग बनाना स्टार्ट कर देंगे इनिशिएटिव र की जरूरत है जो सेल्फ स्टार्ट लगवा देगा स्टार्ट करा देगा प्रोसेस को सिर्फ फिर सिग्मा फैक्टर हट जाएगा और आपका मेन आरएनए पॉलीमरेस बचेगा जो डीएनए से आरएनए बनाएगा और जब एंड में टर्मिनेटर के पास पहुंच जाएगा आपका आरएनए पॉलीमरेस तो पता लग जाएगा प्रोसेस एंड करना है तो एक फैक्टर यहां पर आएगा इसे रो फैक्टर बोलते हैं रो फैक्टर टर्मिनेशन कराता है यानी जब पॉलीमरेस प सिग्मा फैक्टर बाइंडेड है तो ये इनीशिएशन कराएगा जब रो फैक्टर बाइंडेड है तो टर्मिनेशन कराएगा जब कोई नहीं है अकेला है तो ये इलोंग्गो मरेज जो सारे के सारे काम कराता है और बैक्टीरिया में जीन पॉलीसिस्ट्रॉनिक होते हैं बैक्टीरिया प्रोकैरियोटिक पी फॉर पॉलीसिस्ट्रॉनिक यानी आप मल्टीपल जीनस एक ही स्विच से एक्टिवेट कर सकते हो पॉलीसिस्ट्रॉनिक पॉली मतलब बहुत सारे सिस्ट्रॉन मतलब आपकी ऐसे डीएनए के पार्ट्स जो प्रोटीन बना रहे होते हैं आरएनए बना रहे होते हैं उन्हें सिस्ट्रॉन कहा जाता है तो आप एक ही स्विच दबाओगे तो मल्टीपल सिस्ट्रॉन आपके एक्टिवेट हो जाएंगे आपके एक्सप्रेस करने लगेंगे हमारे अंदर यानी यूकैरियोटिक अरेंजमेंट होती है एक स्विच से एक ही बल्ब जलेगा राइट तो बहुत ही अच्छी खासी मशीनरी आपके प्रो कैरिटस में देखने को मिलती है अगर आप यूकैरियोटिक िप्स देखें तो यहां पे दो मेजर प्रॉब्लम्स है पहला कि यहां पर एक ही पॉलीमरेस नहीं है मल्टीपल पॉलीमरेस है तीन पॉलीमरेस देखने को मिलते हैं सेकंड यहां पर बैक्टीरिया के अंदर कोई इंट्रनसल कोडिंग सीक्वेंसेस नहीं होते आरएनए में सारा आरएनए काम का है हमारे अंदर बहुत सारा जंक यहां पर देखने को मिलता है काफी सारे ऐसे सीक्वेंस देखने को मिलते हैं जो किसी काम आते ही नहीं है इन्हें हम इंट्रनसल करते हैं तो इन इंट्रोंस को भी हमें एडिशनल हटाना होता है यानी डीएनए को आप आरएनए में कन्वर्ट करोगे तो जितना भी डीएनए है वो आरएनए में कन्वर्ट हो जाएगा चाहे काम का हो चाहे बिना काम का हो इसमें से बिना काम का आरएनए हमें हटाना होता है तो ये जो आपका ओवरऑल स्ट्रक्चर बनता है इसे हेट्रो जीनियस न्यूक्लियर आरएनए कहते हैं एच एन आरएनए इसकी प्रोसेसिंग करनी पड़ती है तब जाके आपका एमआरएनए या मैसेंजर आरएनए तैयार होता है तो इसमें आप तीन मेजर चीजें कर रहे होते हैं राइट सबसे पहले आप कैप लगाओगे फाइव प्राइम एंड पे जिससे पता लग जाए हा पर यहां से यहां तक हमारा आरएनए है आपने क्या कर दिया दोनों एंड पे कैपिंग और टेलिंग कर दी कैप किस चीज की लगाओगे ग्नो साइन ट्राई फॉस्फेट की क्या है जीटीपी है एटीपी जीटीपी सुना है ना ये जीटीपी है बस इसम मिथाइल ग्रुप लगा हुआ है तो ये थोड़ी अनयूजुअल फॉर्म ऑफ जीटीपी है नॉर्मल जीटीपी में मिथाइल ग्रुप नहीं होता यह मिथाइल जीटीपी मिथाइल ग एनोसिन ट्राई फॉस्फेट इसकी टोपी पहना देते हो फाइव प्राइम एंड पे और पीछे आप टेल लगा देते हो हो पॉली एडिनाइटिस यानी ये जो बिना काम के सीक्वेंसेस थे यह भी आप रिमूव करते हो इस रिमूवल के प्रोसेस को स्प्लाइसोसोम में ऐसी कोई झंझट नहीं है प्लस प्रोकैरियोटिक यहां पे आपके अलग-अलग आरएनए होते हैं इनको बनाने के लिए अलग-अलग पॉलीमरेस लगते हैं जैसे राइबोसोम का स्ट्रक्चर बनाने के लिए कौन चाहिए राइबोसोमल आरएनए तो ये स्ट्रक्चरल भी होता है ये कैटालिटिक भी होता है ये एंजाइम की तरह भी काम करता है राइबोजाइम भी हो सकता है सिमिलरली एमआरएनए जो कि आपका फर्द प्रोटीन में कन्वर्ट होगा ये तो आपका मेन आरएनए है एंडटी आरएनए जो एज एन एडेप्टर काम करता है प्रोटीन सिंथेसिस के दौरान अमीनो एसिड्स पकड़ पकड़ के लेके आता है ये भी आपका बहुत ज्यादा जरूरी है तो यहां पर एक सिंपल ट्रिक है रमेड बहुत सारे जो एक जैसे क्लोनस बनते हैं ना उनके ग्रुप को रमेड कहा जाता है आर ए एम ई टी यहां पर मेन अल्फाबेट्स क्या है आपके आर एम और टी किस सीक्वेंस में आ रहे हैं 1 2 3 तो पॉलीमरेस वन जो है ये क्या बनाता है आरआरएनए पॉलीमरेस टू क्या बनाता है एमआरएनए और पॉलीमरेस थ्री क्या बनाता है टी आरएनए रामेट आर ए एम ई टी तीनों अल्फाबेट वो भी एक सीक्वेंस में एमआरएनए और h एनआरएन तो आपके सेम सेम सेही है दोनों आपका सेम पॉलीमरेस बना रहा होगा पॉलीमरेस टू आरआरएनए की जितने भी सब यूनिट है 28s आरआरएनए 18s आरआरएनए 5.8 ए आरआरएनए ये कौन बना रहा होगा आपका पॉलीमरेस वन एंड यहां पर र एनए 5s आरआरएनए एस आरएनए छोटे-छोटे जो आरएनए है ये बना रहा होगा पॉलीमरेस थ तो यहां पर ये दो एडिशनल कॉम्प्लिकेशंस होते हैं तीन प्रकार के आरएनए पॉलीमरेस है जो अलग-अलग आरएनए बनाएंगे और तीन प्रकार से आपकी प्रोसेसिंग होगी मिथाइल गवासन ट्राई फॉस्फेट की कैपिंग आपकी पॉली एडिनाइटिस से आप ट्रॉनस को रिमूव कर रहे होंगे यह है आपका बेसिकली ट्रांसक्रिप्शन अब ट्रांसलेशन में आप क्या करते हैं ट्रांसलेशन में आप पहले कुछ कोड समझते हैं जैसे कोई भी लैंग्वेज है उसको आपको ट्रांसलेट करना है किसी दूसरी लैंग्वेज में तो आपको लैंग्वेजेस का ज्ञान तो होना चाहिए अब जेनेटिक कोड भी कुछ ऐसा ही है आप क्या कर रहे हो डीएनए की भाषा क्या थी एटीजीसी चार ही कोड्स थे उसमें चार ही अल्फाबेट्स थे एटीजीसी एडिनी ग्वेन थायमीन साइटोसिन आरएनए की भाषा क्या थी ए यूजी स एडनी यूरेसिल ग्वेन साइटोसिन यहां पर क्या है अमीनो एसिड की भाषा है प्रोटींस में और 20 अलग-अलग टाइप के अमीनो एसिड हैं यानी डीएनए में भी आपकी नाइट्रोजेनस बेसिस की भाषा थी आरएनए में भी आपकी नाइट्रोजेनस बेसिस की भाषा थी लेकिन यहां अब अमीनो एसिड्स की भाषा है तो आपको कन्वर्ट करना होगा कि नाइट्रोजेनस बेसस जब मिलते हैं तो ये कौन सा अमीनो एसिड बनाते हैं आपको समझना होगा तो जॉर्ज गमो साहब ने बताया कि आपके ट्रिपलेट होते हैं तीन के पेयर में ये पाए जाते हैं यानी तीन आपके जो नाइट्रोजेनस बेसेस है मिलकर के क्या बनाएंगे एक आपका अमीनो एसिड तैयार कर रहे होंगे कैसे पता लगा इनको ये इन्होंने कहा कि अगर एक नाइट्रोजेनस बेस एक अमीनो एसिड बनाता है है ना तो आपके चार ही अमीनो एसिड बन पाएंगे क्योंकि चार नाइट्रोजेनस बेस थे पावर वन लगाओ आपके चार अमीनो एसिड बन पाएंगे अमीनो एसिड है 20 फिर उन्होंने कहा चलो दो दो के फॉर्मेट में ले लेते हैं तो आपके 16 ही बन रहे थे अमीनो एसिड फिर भी चार कम पड़ गए फिर इन्होंने जब तीन के फॉर्मेट में लिया तो 64 बने हां जितनी जरूरत है उससे ज्यादा बन रहे हैं तो इन्हें लगा कि हां तीन होने चाहिए फिर इन्होंने वैलिडेशन करने की कोशिश करी और वैलिडेट करके पाया कि भाई तीन एक्सिस पे यूसी एजी सीक्वेंस में लिख लीजिए यूसी एजी यूसी एजी यीी यजी यजी यजी और इन्हें मिला दीजिए यहां वाला य यहां वाला य और यहां वाला य क्या बना य य य यू यहां वाला यू यहां वाला यू यहां वाला सी क्या बना य य सी यहां वाला यू यहां वाला यू यहां वाला ए क्या बना य य ए यहां वाला यू यहां वाला य यहां वाला जी क्या बना u यजी एंड इस तरीके से आप बनाएंगे आपको 64 कोडॉन्स देखने को मिल जाएंगे अब ये जो कोडॉन्स है इनकी कुछ प्रॉपर्टीज है दोस्त इन 64 कोडॉन्स में से 61 तो आपके अलग-अलग अमीनो एसिड तैयार कर रहे होते हैं जैसे यहां पर लिखा हुआ है सीय यू लसन बनाएगा सीए लसन बनाएगा सीसीयू प्रोलीन बनाएगा सीसी प्रोलीन बनाएगा लेकिन यहां पर तीन ऐसे हैं जो किसी चीज के लिए किसी अमीनो एसिड के लिए कोड नहीं करते अगर इनमें से कोई आ जाता है आपका आरएनए के सीक्वेंस में तो आपको पता लग जाता है कि अब प्रोटीन सिंथेसिस बंद करनी पड़ेगी अगर मुझे यूए मिल गया इसका मतलब स्टॉप कोडन आ गया है अब भाई प्रोटीन सिंथेसिस बंद अगर मुझे यजी मिल गया स्टॉप कोडन आ गया है यूजी मिल गया स्टॉप कोडन आ गया है तो तीन क्या है आपके स्टॉप कोडन है सिर्फ 64 में से 61 ही अमीनो एसिड के लिए कोड करते हैं तीन आपके स्टॉप कोडन है एजी आपका बहुत स्पेशल है यह यहां पर लिखा हुआ है ए यजी यह क्या करता है य आपका स्टार्ट कोडन है यानी यह आपका स्टार्ट भी कराता है ट्रांसलेशन प्रोसेस को तो अगर ये सबसे फर्स्ट पोजीशन प आ रहा है तो स्टार्ट कोडन का काम करेगा बीच में कहीं आ रहा है तो मिथाइन नाम का जो सल्फर कंटेनिंग अमीनो एसिड है उसके लिए कोड कर रहा होता है तोय मिथाइन ऐड कर देगा यह जो आपके कोड्स है ऑलमोस्ट यूनिवर्सल होते हैं एक आधा एक्सेप्शन है कुछ प्रोटोजोआ हैं हमारा माइटोकांड्रिया है इनमें एक आधा कोड डिफरेंट होता है अदर वाइज अगर हमारे अंदर यू यू यू फिनाइल एलेनी बना रहा है तो बैक्टीरिया में भी फिनाइल एलेनी ही बना रहा होगा यह डी जनरेट होते हैं और अन एमिगस होते हैं यह बहुत काम का पॉइंट है आराम से देखना अन एमिगस मतलब कोई एमगी नहीं है कोई कंफ्यूजन नहीं है सी य यू है हमेशा ही लसन बनाएगा ययू ए है हमेशा ही ल्यूसिन बनाएगा यू यू यू है हमेशा ही फिनाइल एनीन बनाएगा कोई कंफ्यूजन नहीं अनम लेकिन डी जनरेट भी है लेकिन भैया ऐसा नहीं है कि लसन सिर्फ सजी ही बनाएगा स भी बना सकता है स भी बना सकता है सय भी बना सकता है यजी भी बना सकता है यय ए भी बना सकता है यानी एक कोड हमेशा एक ही अमीनो एसिड के लिए कोड करेगा बहुत सगा है लेकिन एक अमीनो एसिड मल्टीपल कोडन से भी कोड हो रखा हो सकता है जैसे यहां पर ये छह के छह कोडन लसन ही बना रहे हैं तो वन अमीनो एसिड कैन बी कोडेड बाय मल्टीपल कोडॉन्स बट वन कोडन सजी हमेशा जिंदगी भर ल्यूसिन ही बनाएगा ये बात एकदम कंफर्म्ड है ये बात एकदम गारंटीड है ये आपको देखने को मिलता है यहां पर जेनेटिक कोड तो अब आरएनए का जो भी सीक्वेंस है यहां पर आरएनए का जो भी सीक्वेंस आया इसको पढ़-पढ़ के हम अमीनो एसिड लगाते जाएंगे जैसे पहले ही आ गया आपका ए यजी ए यजी मतलब प्रोसेस स्टार्ट चलो भाई प्रोटीन सिंथेसिस स्टार्ट फिर आ गया आपका सी सय है ना फिर आ गया आपका सीसीयू यानी प्रोलीन आ जाएगा यहां पे टीआर एए प्रोलीन लेकर के आ जाएगा प्रोलीन हमारा पहला अमीनो एसिड हो गया फिर आपका का हो गया लेट्स से सी ए तो हिस्टन आ जाएगा फिर हमारा हो गया य सीय तो सरीन आ जाएगा फिर हमारा हो गया यजी य तो आपका सिन आ जाएगा फिर हो गया हमारा यजीजी तो ट्रिप्स आ जाएगा फिर आ गया हमारा यहां पर य ए ए यानी स्टॉप कोडन तो यहां पर अब कोई अमीनो एसिड तो नहीं आएगा स्टोप कोडन है तो यहां प्रोटीन सिंथेसिस बंद तो बीच में जितने अमीनो एसिड्स आए उनके बीच में पेप्टाइड बॉन्ड बन जाएंगे इसे हम प्रोटीन ट्रांसलेशन प्रोटीन सिंथेसिस कह रहे होते हैं तो ट्रांसलेशन में आप क्या करते हैं आरएनए से प्रोटीन बनाते हैं सबसे पहले आप क्या करेंगे टी आरएनए की चार्जिंग करेंगे टीआर एनए जो अलग-अलग अमीनो एसिड को लेक के आता है तो टीआर एनए की चार्जिंग करेंगे यानी इसके ऊपर अमीनो एसिड आप जोड़ रहे होंगे है ना चार्जड टीआर एनए कहां आएगा इनिशिएटिव सब यूनिट ट ऑफ राइबोसोम आकर के जुड़ती है ये स्मॉलर सब यूनिट ऑफ राइबोसोम जुड़ गई तो ये बड़ी सब यूनिट को भी बुलाएगी इसके लिए इंपॉर्टेंट है मैग्नीशियम आयन तो मैग्नीशियम आयन आया छोटी और बड़ी सब यूनिट दोनों की दोनों आपकी जुड़ गई एमआरएनए के ऊपर प्रोटीन फैक्ट्री जुड़ चुकी है एमआरएनए है ही इसको पढ़-पढ़ के ये राइबोसोम क्या करता रहेगा अमीनो एसिड बनाता रहेगा ये अमीनो एसिड कैसे पता लगेंगे कौन-कौन से लाने हैं टी आरएनए पता करता रहेगा एडेप्टर मॉलिक्यूल है ये तो अमीनो एसिड जो है एक के बाद एक आते रहेंगे और एक दूसरे से कनेक्ट होते रहेंगे राइबोसोम यानी 23s आरआरएनए की जो यूनिट है ये इनके बीच में पेप्टाइड बॉन्ड बनाती रहेगी आखिरी जब अमीनो एसिड जुड़ जाएगा उसके बाद स्टॉप कोडन आ जाएगा स्टोप कोडन आ गया मतलब प्रोसेस बंद तो यहां पर एक रिलीज फैक्टर आता है यानी अब जितना बड़ा प्रोटीन बना है उसको रिलीज तो करना है चिपका थोड़ी रहेगा आरएनए से इसीलिए उसको राइबोसोम से रिलीज करना राइबोसोम की सब यूनिट्स को वापस फ्री करना ये कौन कराता है रिलीज फैक्टर सारी चीजें अलग-अलग हो जाएंगी आरएनए से हम लोगों ने प्रोटीन तो बना दिया आरएनए भी अलग हो जाएगा जो प्रोटीन फैक्ट्री जोड़ी थी दोनों सब यूनिट ऑफ राइबोसोम ये भी अलग हो जाएंगी प्रोटीन जो नया बना है वो भी अलग हो जाएगा राइट ये सारी चीजें आपकी अलग हो जा रही होती है तो व्हाट वी हैव डन ओवर हियर चार्जिंग ऑफ टीआर एनए टीआर एनए आ गया इनिशिएटिव ऑफ राइबोसोम आ जाती है स्मॉलर सब यूनिट ऑफ राइबोसोम फिर कॉल करती है लार्जर सब यूनिट ऑफ राइबोसोम को और इन दोनों की एसोसिएशन के लिए मैग्नीशियम आयन इंपॉर्टेंट है अब प्रोटीन फैक्ट्री जुड़ चुकी है तो ये आरएनए को पढ़ना स्टार्ट कर देगी वन बाय वन एकएक कोडन को पढ़ती रहेगी टीआर एनए उस कोडन को समझ समझ के नए अमीनो एसिड लाते रहेंगे और उनके बीच में पेप्टाइड बॉन्ड बनते रहेंगे तो जैसे-जैसे राइबोसोम आरएनए में आगे बढ़ेगा प्रोटीन बनता जाएगा अमीनो एसिड जुड़ते चले जाएंगे और जैसे ही स्टॉप कोडन तक हम पहुंचेंगे बहुत सारे अमीनो एसिड जुड़ कर के एक प्रोटीन बना चुके होंगे वो प्रोटीन हो जाएगा रिलीज विद द हेल्प ऑफ रिलीज फैक्टर यह आपकी ट्रांसलेशन है अब एक इंपॉर्टेंट कांसेप्ट है हमारी किताब में लैक ओपन ओपन मतलब यहां पर एक ही स्विच है जैसा मैंने आपको बताया था पॉलीसिस्ट्रॉनिक अरेंजमेंट देखने को मिलती है तो मल्टीपल जींस आपके एक साथ एक्सप्रेस करते हैं तो यहां पे कॉमन प्रमोटर और ऑपरेटर है एक ही प्रमोटर और ऑपरेटर है जो कई जींस को एक्सप्रेस करा देगा कई जींस को प्रोटीन में कन्वर्ट कर देगा और लैक ऑपनो ऑपर की बात हो रही है यहां पर मेन जो कंपोनेंट है वो लैक्टोज शुगर तो समझ लीजिए कोई बैक्टीरिया है और बैक्टीरिया के पास लैक्टोज नहीं है एब्सेंट है आपके लैक्टोज की अगर लैक्टोज बन ही नहीं रहा है आसपास तो क्या लैक्टोज को तोड़ने वाले एंजाइम्स की जरूरत पड़ेगी भाई अगर मैंने खाना खाया ही नहीं है तो क्या मैं बहुत सारे डाइजेस्टिव एंजाइम्स बनाकर बैठ जाऊंगा डाइजेस्ट किस चीज को करेंगे तो अगर यहां पर लैक्टोज है ही नहीं तो ये जवा ए जो कि बनाते हैं बीटा गैलेक्टोसिडेस परम एज ट्रांस एसिटा इलेज ये तीनों आपके ट को तोड़ने का काम करते हैं जब लैक्टोज ही नहीं है तो क्याय बनेंगे नहीं बनेंगे यहां पर क्या आ जाता है यहां पर यह रिप्रेशर मॉलिक्यूल आ जाता है जो आई जीन है इबिज है यह आपका क्या बनाता है रिप्रेशर बनाता है और यह रिप्रेशर बैठ जाता है इस ऑपरेटर के ऊपर आरओ से याद करेंगे हम रिप्रेशर बैठता है ऑपरेटर पर और पी फॉर प्रमोटर पर कौन बैठता है पी फॉर पॉलीमरेस अब ये पॉलीमरेस आगे जाना चाहेगा पर रोड तो है ब्लॉक तो प्रमोटर आगे ये पॉलीमरेस सॉरी आगे नहीं पाएगा जवा के पास तो ये आपका ट्रांसक्राइब ट्रांसलेट नहीं कर पाएंगे लेकिन समझ लीजिए इंड्यूसर एब्सेंट है है ना उसमें यह केस होगा ऊपर वाला आप समझ लीजिए इंड्यूसर आपका प्रेजेंट हो गया यानी आपका लैक्टोज प्रेजेंट है इंड्यूसर इसे क्यों बोला क्योंकि खुद को तोड़ने के प्रोसेस को इंड्यूस कर रहा है लैक्टोज होगा तभी तो टूटेगा तो ये अपने आप को ही तोड़ने वाले एंजाइम्स बनाने के लिए यहां पर सिस्टम को एक्टिवेट करता है तो इट इज इंड्यूसर तो लैक्टोज अगर प्रेजेंट है तो ये सारे एंजाइम बनने चाहिए उसे तोड़ने के लिए तो यहां रास्ते से पत्थर हटाना पड़ेगा यहां पे पत्थर नहीं आने देना चाहते हम तो लैक्टोज जो होगा ना इस रिप्रेशर को यहीं ब्लॉक कर लेगा इनक्टो पे नहीं जा पाएगा r और o का मिलन नहीं हो पाएगा आरओ नहीं बन पाएगा यहां पर रिप्रेशर ऑपरेटर पे नहीं जा पाएगा तो ये रोड है अब खुली खुली तो यहां पर आपका जो प्रमोटर था जिस परे पॉलीमरेस खड़ा था यह आगे चला जाएगा z वा और ए के ऊपर आपका बन जाएगा बीटा गैलेक्टोसिडेस परमस और ट्रांस एसिटा इस तरीके से आपका लै कप्रन काम करता है राइट इस तरीके से लैक ओपन काम कर रहा होता है अगर लैक्टोज एब्सेंट है तो उसको तोड़ने वाले एंजाइम्स को बनाने की कोई जरूरत नहीं है तो आपका सिस्टम ब्लॉक्ड रहेगा और अगर लैक्टोज प्रेजेंट है तो अपने टूटने के लिए एंजाइम भी बनाएगा तो उस टाइम पे अनब्लॉक्ड रहेगा सिस्टम इसे नेगेटिव रेगुलेशन कहा जाता है क्योंकि हम यहां पर रिप्रेशर की मदद ले रहे हैं रेगुलेशन के लिए रिप्रेशर इज अ नेगेटिव टर्म ये चीजों को प्रेस कर रहा है स्रेस कर रहा है रिप्रेस कर रहा है तो नेगेटिव टर्म है इसलिए नेगेटिव रेगुलेशन इसको कहा जाता है तो जब लैक्टोज नहीं बन रहा होता यूजुअली आसपास एनवायरमेंट में नहीं प्रेजेंट होता तो सिस्टम यूजुअली ऑफ रहता है जब लैक्टोज आ जाता है तो हमें इसे ऑन करना पड़ता है ट्स वई इट इज इंड्यूस बल ओपन ऑफ से ऑन करना पड़ता है ऑन करना पड़ता है ऑन करने लायक है ये इंड्यूस करने लायक है ये तो इंड्यूस बल अगर पहले से ऑन रह रहा होता बंद करना पड़ता तो रिप्रेस करना पड़ रहा था रिप्रेसिबल रिप्रेस करने लायक है यह है इंड्यूस ओपन ठीक है ह्यूमन जिनोम प्रोजेक्ट ह्यूमन का जो भी जिनोम है जिनोम मतलब हैपल कंटेंट इसको हम लोग सीक्वेंस कर रहे होंगे हैप्लॉयड कंटेंट ही क्यों सर दोनों स्टैंड्स क्यों नहीं भाई बेस पेयरिंग के रूल्स तो हमको पता ही है अगर एक स्टैंड की आपको सारे के सारे बेस पेयर बेस का सीक्वेंस पता लग गया तो दूसरा स्टैंड तो आप खुद ही डिजाइन कर लोगे भाई एक स्टैंड पर आपको पता लग गया लिखा हुआ एटीजी सी दूसरे स्टैंड का नहीं बता दोगे ए के बगल में क्या आएगा टी टी के बगल में क्या आएगा ए सी के बगल में क्या आएगा जी जी के बगल में क्या आएगा सी वो तो कंप्यूटर पे क्वेरी डालिए दूसरा स्टैंड सिंथेसाइज करके दे देगा आपको चंद मिनटों के अंदर ही इसीलिए सिर्फ जिनोम का हम लोगों ने यहां पर प्रोजेक्ट में सीक्वेंसिंग का काम किया है पूरा हमने दोनों दोनों स्टैंड्स नहीं लिए हैं सॉरी तो दोनों दोनों स्टैंड्स हमने नहीं लिए हैं इट वाज अ मेगा प्रोजेक्ट मेगा प्रोजेक्ट क्यों क्योंकि 9 बिलियन डॉलर्स की इसमें लागत आने वाली थी आज के दिन में अगर आप देखें तो लगभग 75000 करोड़ 3.3 * 10 रे टू द पावर 9 बेसस को कोड करना था यानी 3 बिलियन बेसिस का सीक्वेंस हमें पता करना था एक बेस के सीक्वेंस को कोड करने का जो कॉस्ट आ रहा था वो $3 थी यानी टोटल 9 बिलियन डॉलर रुपए यानी आप देखोगे तो रुपए में इसकी कीमत क्या हो जाएगी 75000 करोड़ के आसपास हो जाएगी और 13 साल का यह मेगा प्रोजेक्ट था 1990 से 2003 में इसको खत्म करने का सोचा गया था लेकिन टाइम और लग गया 2006 में आखिरी क्रोमोजोम जो था वोह आपका कोड किया गया था दो मेथोडोलोग्य है जो इंट्रनसल कांसेप्ट पढ़ा था हमने वही जो जंक डीएनए है जो किसी काम नहीं आ रहा जो कोई प्रोटोन नहीं बना रहा उसको कोड मत करिए तो मेन जो था वो आपका होल जिनोम सीक्वेंसिंग थी क्योंकि हमें तो पूरा का पूरा ही डाटा आपका चाहिए था तो गोल्स क्या थे आपके ह्यूमन जिनोम प्रोजेक्ट के और रिजल्ट क्या है गोल ये था कि भाई 3 बिलियन जो हमारे नाइट्रोजेनस बेसस है इनका सीक्वेंस पता लग जाए तो हम 3.3 बिलियन लेके चल रहे थे जो आज भी हमारी किताब में लिखा हुआ है एनसीआरटी में स्टार्टिंग में ही हमारी फर्स्ट स्लाइड में भी आप देख सकते हो लेकिन एक्चुअल में पता लगा इट इज 3.16 4 बिलियन तो पहली बात तो नंबर ही थोड़ा सा अलग आया दूसरी इंपॉर्टेंट चीज ऐसा बोले कि हमारे सेल में जो 20 से 25000 जींस हैं इनके बारे में पता लगाओ पता लगा कि भाई जींस का जो नंबर है एवरेज लगभग 30000 के आसपास आपके जीनस है और हर जीन का साइज लगभग 3000 बेस पेयर होता है बड़ा भी हो सकता है छोटा भी हो सकता है एवरेज है ये फॉर एग्जांपल आप इंसुलिन को देखें तो यहां पर 21 अमीनो एसिड्स देखने को मिलते हैं एक चेन में तो आपके नाइट्रोजेनस बेसिस कितने हुए 21 * 3 यानी 63 तो ये तो बहुत छोटा है साइज में और यहां पर आप डायस्ट्रोफिस्म देखने को मिल रहे हैं ये तो बहुत बड़ा है एवरेज 3000 के आसपास निकल कर के आता है हर जीन का कई साइंटिस्ट कह रहे थे 50000 जीन है हमारी बॉडी में कई कह रहे थे 1 लाख है कई कह रहे थे 20000 है 30000 के आसपास ये नंबर देखने को मिला एवरेज लेंथ आपकी 3000 बेस पेयर है जो भी डाटा हम निकाले ह्यूमन जिनोम प्रोजेक्ट से इसको कंप्यूटर में स्टोर करें अच्छे से प्रोसेस करना सीखें जब भी जो क्वेरी डालें उसका आंसर आ जाए और यह डाटा टाइम टू टाइम ट्राइव भी हम कर पाएं क्योंकि डटा स्टोर करने से कुछ नहीं होता काम पड़ने पर उस डाटा को हम लोग निकाल भी पाएं यही सबसे इंपॉर्टेंट क्राइटेरिया है और एलसी इश्यूज को यानी एथिकल लीगल सोशल इश्यूज को हम लोग काउंटर करते रहे साथ-साथ तो एक अलग से टीम बनाई कि यार इतना बड़ा प्रोजेक्ट है 13 साल का काम है काफी सारे ऐसे लोग आएंगे जो लीगल केस करेंगे कि ये अन एथिकल है यह गलत है उन सारे इश्यूज को काउंटर करने के लिए एक अलग से लीगल टीम बैठा दी गई हमें यहां पर देख के हैरानी हुई कि 2 पर से भी कम जो आपका डीएनए का कंटेंट है हमारे पूरे सेल के अंदर वह प्रोटीन बनाता है 2 पर से भी कम और आपका और मेरा डीएनए एगजैक्टली 99.9 पर सिमिलर है सिर्फ पॉइंट वन डिफरेंस की वजह से दुनिया में इतने सारे लोग हैं सब अलग हैं बात करने का तरीका अलग बोलचाल का तरीका अलग रहने का तरीका अलग खाने पीने का तरीका अलग पढ़ने का तरीका अलग समझने का तरीका अलग दिखते अलग हैं एवरीथिंग इज डिफरेंट जस्ट बिकॉज ऑफ दैट पॉइंट डिफरेंस सिंगल न्यूक्लियोटाइड पॉलीमोर्फस जम यानी सिर्फ एक न्यूक्लियोटाइड पर डिफरेंस छोटे-छोटे डिफरेंसेस आपके 14 लाख जगहों पर पाए जाते हैं क्रोमोजोम नंबर वन जो है यह 2968 जीनस कैरी करता है बहुत ज्यादा है नंबर और वाय क्रोमोजोम जो है हमारा मेल्स का सबसे छोटा होता है इसमें 231 जींस ही पाए जाते हैं तो यह आपका काफी छोटा होता है अब लास्ट टॉपिक जो सीआईडी जिस जिसने देखा है इस टॉपिक से भले भाती वाकिफ होगा एक साइंटिस्ट आते थे उसमें जिनका नाम था डॉक्टर सालुंखे उनका काम यही था जेनेटिक फिंगर प्रिंटिंग करना डीएनए फिंगरप्रिंटिंग करना कहीं पर भी मौका है वारदात पर आपको कोई सैंपल मिल गया है ब्लड का सैंपल मिल गया है कोई लिविंग सेल मिल गया है उसको उठा कर के लेके आइए और पूरे के पूरे डीएनए को आप लोग क्या कर सकते हैं सीक्वेंस कर सकते हैं जिस टाइम पर संगर सीक्वेंसिंग के माध्यम से हमने ह्यूमन जिनोम प्रोजेक्ट को कंप्लीट किया था सीक्वेंसिंग वाज वेरी स्लो 13 साल लग गए एक सेल के डीएनए को कोट करने में और उसे अगर आप स्टोर करने बैठे तो लगभग आप मान के चलिए 3500 किताबें लग जाएंगी हजार हजार पेज की तब आप इतना डटा स्टोर कर पाएंगे आज के दिन में जो ह्यूमन जिनोम सीक्वेंसिंग है यह आप मात्र दो-तीन दिन में करवा सकते हैं क्योंकि अब नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग यानी एनजीए का कांसेप्ट आ चुका है विच इज मोर एफिट एंड मोर फास्टर यहां पर आप फटाफट मौका वारदात पर जो खून मिला खून का धब्बा मिला उसका डीएनए आप क्या कर सकते हो आप यहां पर एक्स्ट कर सकते हो एंड आपको जिन दो सस्पेक्ट्स पे शक है उनके डीएनए को भी एक्सट्रैक्ट कर सकते हो उनके ब्लड सैंपल लेके और इनकी मैचिंग कर सकते हो कि ये कितने मिल रहे हैं और आपको एग्जैक्ट डाटा मिल जाएगा कि हां भाई इनमें कितनी मेलजोल है या नहीं तो एलेक्स जेफ्री साहब ने ये कांसेप्ट दिया था डीएनए फिंगरप्रिंटिंग का ऑन द बेसिस ऑफ v एनटीआर यानी वेरिएबल नंबर ऑफ टेंडम रिपीट वेरिएबल नंबर मतलब ये नंबर डिफरेंट होता है टेंडम रिपीट यानी लगातार रिपीट हो रहा होता है जैसे एक छोटा सा सीक्वेंस है एटीजीसी एटी एसी एसी ये अगर 100 बार रिपीट हो रहा है किसी ऑर्गेनिस्ट म में तो किसी ऑर्गेनिस्ट में हो सकता है 20 बार ही रिपीट हो रहा हो और आपके जो पेरेंट्स हैं और आप में ये सिमिलरिटी देखने को मिलेगी क्योंकि आपके अंदर क्रोमोजोम कहां से आए हैं भाई एक आपके पास जो क्रोमोजोम का सेट है वो मदर से आया एक फादर से तो समझ लीजिए आपका मदर का जो क्रोमोजोम है उसमें यह जो वीएनटीआर है यह 100 बार रिपीट हो रहा था तो आपके एक क्रोमोजोम में 100 बार रिपीट हो रहा होगा और आपके फादर साहब में 80 बार रिपीट हो रहा है तो आपके दूसरे क्रोमोजोम में 80 बार रिपीट हो रहा होगा आपके पास तो दोनों के क्रोमोजोम है ना आपके पास टोटल 46 क्रोमोजोम है 23 मम्मी से आए 23 पापा से आए तो आपके पास अगर क्रोमोजोम नंबर वन है तो इसके आपके पास दो पेयर्स है है ना दो पेयर्स है मतलब दो क्रोमोजोम्स है एक क्रोमोजोम नंबर वन मम्मी वाला एक क्रोमोजोम नंबर फादर साहब वाला तब जाके पेयर बना है इसीलिए हम कहते हैं 23 पेयर ऑफ क्रोमोजोम राइट 46 क्रोमोजोम हम लोग बोल देते हैं शॉक में बट एगजैक्टली इट इज 23 पेयर ऑफ क्रोमोजोम क्रोमोजोम नंबर टू जो है एक मम्मी का है एक पापा का है तो हमारे पास क्रोमो कमोम नंबर टू का एक पेयर है क्रोमोजोम नंबर थ्री एक मम्मी का है एक पापा का है तो क्रोमोजोम नंबर थ्री का एक पेयर है तो इसी तरीके से आपके मदर में कुछ वीएनटीआर है फादर में कुछ वीएनटीआर है वो जब आपके अंदर आएंगे और आप टेस्ट करोगे वीएनटीआर का अपने मम्मी पापा से आप अपना जेनेटिक मटेरियल कंपेयर करोगे तो आपको सिमिलरिटीज दिख जाएंगी किसी और से नहीं दिखें है ना किसी और के पेरेंट्स कोई और थे तो इतनी सिमिलरिटीज नहीं आ सकती थोड़ी बहुत आपको सिमिलरिटीज देखने को मिलती है एग्जैक्ट ही क्रोमोजोम मैच कर जाए इसकी चांसेस बहुत ही बहुत ही लेयर होती है तो इंपॉर्टेंट पैटरनिटी और क्राइम केसेस को सॉल्व करने के लिए भी यह इंपॉर्टेंट है प्रोसेस जैसे आपको ब्लड सैंपल मिला मकाय वारदात पे से आपने क्या किया डीएनए एक्सट्रैक्ट कर लिया और इस डीएनए के छोटे-छोटे टुकड़े कर दिए डीएनए के छोटे-छोटे टुकड़े इसलिए कर दिए जिससे कि आप इसको अग्रज जल इलेक्ट्रोफॉरेसिस में दौड़ा सको और इन छोटे-छोटे टुकड़ों को सेपरेट कर सको इनके मॉलिक्यूलर वेट के हिसाब से तो एक जेल इलेक्ट्रोफॉरेसिस पे आपने इन टुकड़ों को लोड कर दिया माइक्रो पपेट आती है पिचकारी जैसी उससे आपने लोड कर दिया और डीएनए के जो टुकड़े हैं ये आपके मोटाई के हिसाब से मॉलिक्यूलर वेट के हिसाब सेपरेट हो गए सबसे छोटे टुकड़े बहुत दूर भाग गए सबसे बड़े टुकड़े आपके ज्यादा दूर नहीं भाग पाए उनका वेट ज्यादा था तो आप क्या करते हो बेसिकली यह अगर एक जल है तो इस जल में मैं क्या करूंगा यहां पॉजिटिव चार्ज लगा दूंगा डीएनए कैसा है नेगेटिवली चार्ज है इस पे फास्फोरिक एसिड लगा हुआ है तो इट इज नेगेटिवली चार्ज तो ये पॉजिटिव चार्ज की तरफ भागना स्टार्ट करेगा डीएनए जो छोटा मॉलिक्यूल है वो बहुत दूर भाग जाएगा कम मॉलिक्यूलर वेट की वजह से बहुत जल्दी-जल्दी भाग जाएगा और बड़ा वाला जो है वो बहुत ही धीरे-धीरे भागेगा तो पीछे रह जाएगा तो सारे के सारे डीएनए के टुकड़े सेपरेट हो जाएंगे आपको यहां पर बैंड देखने को मिल जाएंगे ठीक है आपकी जेल पे डीएनए सेपरेटेड आपको मिल चुका है आप क्या करोगे उसके ऊपर एक मेंब्रेन रख दोगे नाइट्रो सेलुलोज मेंब्रेन रख दी नायलॉन मेंब्रेन रख दी आपने रख दी तो सारे टुकड़े डिफ्यूज हो कर के जल है जल पे से डिफ्यूज हो कर के सारे डीएनए के टुकड़े आपके कहां आ गए मेंब्रेन पे आ गए राइट अब इस मेंब्रेन पे आप क्या कर दोगे आपको जिस डीएनए की तलाश है आपने यहां पर ब्लड सैंपल लिया समझ लीजिए आपने एक सस्पेक्ट का लिया आप तैयार कर लोगे प्रोब प्रोब मतलब ऐसे रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स ऐसे रेडियोएक्टिव डीएनए और आरएनए के मॉलिक्यूल जो कॉम्प्लीयंट से बाइंडर सके अब आपका क्या है आपके पास एक प्रोब है है ना वो प्रोब अगर बाइंडर तो प्रूफ हो जाएगा कि भाई आपका सस्पेक्ट जो है वही मर्डर है आपने एक मोकाई वारदात पे से डीएनए निकाला मोकाई वारदात पे से आपको ब्लड सैंपल मिला उसका आपने डीएनए निकाला आपने एक प्रोब तैयार किया जो उसी सैंपल पे वाइंड करेगा जो आपका एकदम करेक्टली मैच हो रहा हो कॉम्प्लीयंट साइज कर लिया ठीक है आपको पता है कि यह प्रोब अगर बाइंडर गया इसका मतलब यह डीएनए सैंपल वही है जिस के लिए हमने प्रोब तैयार किया है यह चमकने लग जाएगा ऑटो रेडियोग्राफी दिखाने लग जाएगा और कंफर्म हो जाएगा कि हां भाई यह जो मौका है वारदात प से खून मिला था यह उस आदमी के डीएनए से मैच कर रहा है जिससे हमने प्रोब सिंथेसाइज किया है यानी अगर मैंने इंडिविजुअल ए के लिए प्रोब तैयार किया है तो इंडिविजुअल ए इज द कल्प्रिट्स से बाइंडी कर गया बढ़िया तरीके से तो ये आपको आंख से दिखाई नहीं देगा कि प्रोब वाइंड कर गया है आपको ऑटो रेडियोग्राफी का या एक्सरे का इस्तेमाल करना पड़ेगा तब आपको य चमकता हुआ प्रोब दिखाई दे जाएगा आपको पता लग जाएगा कि हां भाई प्रोब और डीएनए बाइंडी ऑटो रेडियोग्राफी पर चमकते हुए दिखाई देंगे और आपको कंफर्म हो जाएगा कि यस कातिल है इंडिविजुअल ए सिमिलरली आप क्या कर सकते हो क्रोमोसोमल पैटर्न भी ले सकते हो जैसे मैंने आपको बताया मदर के पास कुछ वी एनटीआर है फादर के पास कुछ एटीआर है है ना तो आपके अंदर भी यही क्रोमोजोम्स आ रहे होंगे एक-एक क्रोमोजोम आ रहा होगा तो जब आप कंपैरिजन करते हो डीएनए के छोटे-छोटे टुकड़े लेते हो और उनके बेंडिंग पैटर्न को आप कंपेयर करते हो तो आपको पता लग जाता है कि क्या सेम बैंड्स आपके बन रहे हैं जो आपके पेरेंट्स के बन रहे थे इफ यस दोनों के बेंडिंग पैटर्न अगर सेम है तो आपका डीएनए मिलता जुलता है अगर बैंडिंग पैटर्न बहुत अलग है आपका डीएनए एकदम अलग है आपका वीएनटीआर एकदम अलग है पेरेंट्स का एकदम अलग जा रहा है तो बढ़ है तो यहां पर पैटरनिटी इशू आ सकता है तो दोस्तों इस चैप्टर को बहुत शॉर्ट में कंप्लीट करने की कोशिश की है बिकॉज इट्स अ माइंड मैप सेशन एंड आई होप कि आप इसे एक बार खुद से चैप्टर पढ़ने के बाद ही देख रहे होंगे क्योंकि बहुत बड़ा चैप्टर है हम जब यूजुअली क्लास लेते हैं तो इस चैप्टर को वन शॉट में भी अगर हम कराएं इट टेक्स अराउंड 8 आवर्स तो मैंने यकीन चैनल के ऊपर एक पूरा वन शॉट ले रखा है जो लगभग साढ़े सा 8 घंटे का है और उतना टाइम इस चैप्टर को देना बनता भी है तो अगर आप चाहते हैं कि डिटेल में आप चीजें दे देखें तो आप यकीन चैनल से देख सकते हैं कंपटीशन वाला के ऊपर यानी इस चैनल के ऊपर भी काफी सारी मेरी वीडियोस हैं जो मॉलिक्यूलर बेसिस ऑफ इन्हेरिटेंस को बहुत डिटेल में कवर करती हैं तो आप जाकर के उनको भी समझ सकते हैं पर किसी भी कांसेप्ट में अगर आप अटक हैं कहीं आपको लगता है कि कोई कांसेप्ट मिस हो रहा है तो उसको छोड़िएगा मत क्योंकि आज आपका फ्लो बना हुआ है आज आप मॉलिक्यूलर इन्हेरिटेंस पढ़ने के मकसद से आए थे तो उस मकसद को पूरा करिए एक भी टॉपिक आपको ऐसा लगता है कि हां इधर-उधर और बेटर हो सकता है तो उसको जाक के थोड़ा डिटेल में समझिए एनसीआरटी बेस्ड क्वेश्चंस लगाइए और इस चैप्टर के लिए डन हो जाइए तो थैंक यू सो मच गाइज फॉर वाचिंग दिस वीडियो आप अगर आपको ये एफर्ट पसंद आए अगर आपको ये नोट्स अच्छे लगे तो प्लीज मेक श्यर कि आप कमेंट सेक्शन में लिखें वीपू सर ओपी और मैं मिलता हूं आपसे अगले सेशन में जहां पर हम लोग डिस्कशन कर रहे होंगे माइक्रोब्स इन ह्यूमन वेलफेयर की एंड देन हम लोग बढ़ जाएंगे टुवर्ड्स आवर नेक्स्ट यूनिट व्हिच इज इकोलॉजी तो बहुत ज्यादा मजा आने वाला है इन रिमेनिंग माइंड मैप्स आल्सो एंड आई होप आपको एक बहुत अच्छी कांसेप्चुअल क्लेरिटी भी यहां पर मिल रही होगी और एक फास्ट ट्रैक रिवीजन आपका हो रहा होगा सो थैंक यू लॉट्स ऑफ लव जय हिंद मिलता हूं आपसे अगले सेशन में थैंक यू