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पृथ्वी के रोटेशन और रिवॉल्यूशन का महत्व

May 22, 2025

रोटेशन और रिवॉल्यूशन का परिचय

रोटेशन की अवधारणा

  • रोटेशन: शरीर का अपने ही एक्सिस पर घूमना।
  • उदाहरण: लट्टू का घूमना, पृथ्वी का अपने एक्सिस पर घूमना।
  • पृथ्वी की रोटेशन दिशा: पश्चिम से पूर्व की ओर।
  • रोटेशन समय: 24 घंटे।
  • पृथ्वी की एक्सिस का झुकाव: 23 और 1/2°।

रोटेशन के प्रभाव

  • दिन और रात का निर्माण।
  • सूर्य का उदय पूर्व में और अस्त पश्चिम में।
  • रोटेशन की स्पीड: इक्क्वेटर पर 670 किमी/घंटा।
  • सेंटरफ्यूगल फोर्स का निर्माण: पृथ्वी का आकार झुकाव के कारण।
  • रोटेशन से समय का अंतर: 1 डिग्री लोंगिट्यूड = 4 मिनट।

रिवॉल्यूशन की अवधारणा

  • रिवॉल्यूशन: पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करना।
  • रिवॉल्यूशन समय: 365 दिन।
  • पृथ्वी की कक्षा: अंडाकार (एलिप्टिकल)।

रिवॉल्यूशन के प्रभाव

  • मौसम का निर्माण।
  • सूर्य की किरणें अलग-अलग समय पर पृथ्वी के विभिन्न क्षेत्रों में पहुँचती हैं।
  • हिट जोन्स का निर्माण: टॉरिड जोन, टेम्परेट जोन, फ्रिजिड जोन।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  • सॉल्स्टिस और इक्वीनॉक्स: दिन और रात के समय का निर्धारण।
  • सनराइज और सनसेट: पृथ्वी के गोल होने की पुष्टि करता है।
  • इक्विनॉक्स पर दिन और रात समान होते हैं।

सॉल्स्टिस और इक्वीनॉक्स

  • समर सॉल्स्टिस: 21 जून, नॉर्थ पोल सूर्य की ओर झुका होता है।
  • विंटर सॉल्स्टिस: 22 दिसंबर, साउथ पोल सूर्य की ओर झुका होता है।
  • वर्नल इक्विनॉक्स: 21 मार्च, दिन और रात बराबर।
  • ऑटम इक्विनॉक्स: 23 सितंबर, दिन और रात बराबर।

अन्य प्रभाव

  • ट्विलाइट: सूरज के उदय और अस्त के समय की रोशनी।
  • पृथ्वी का झुकाव: इंक्लाइंड एक्सिस के कारण तापमान में अंतर।

समापन

  • पृथ्वी के रोटेशन और रिवॉल्यूशन के कारण विविध मौसम और दिन-रात के चक्र बनते हैं।
  • शिक्षा के स्रोत: यूट्यूब चैनल, टेलीग्राम चैनल।