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Introduction to Case Control Study

ठीगे, तो आज का हमारा topic है case control study case control study क्या होती है? हमने पिछली class में discuss भी किया था तो case control study को कई दूसरा नाम होते है that is retrospective study या फिर trohock study या फिर backward looking study या फिर effect to cause study, outcome to exposure study या risk factor study, disease to risk factor study ये नाम इनके क्यों हैं? ये भी आपको समझ में आएगा कि सबसे पहले चीज कि जो हमारे केस कंट्रोल स्टडी है इस यह पीछे की तरफ जाती है समय से पीछे की तरफ जाती है देट इस इफेक्ट से कॉस की तरफ फॉर एक्सांपल हम एक स्टडी कर रहे हैं कि स्मोकिंग से लंग कैंसर होता हम एक यह स्टडी कर रहे हैं तो स्मोकिंग क्या हो गया स्मोकिंग इज यॉर कॉज और लंग कैंसर इज यॉर इफेक्ट या फिर जो effect जो है आपका क्या है effect यानि कि आपका lung cancer और cause जिस वज़े से lung cancer हुआ smoking या फिर exposure आपका smoking हो किया outcome आपका क्या हो जाएगा, lung cancer, disease क्या हो गई, lung cancer, risk factor क्या हो गया, smoking, तो इसलिए case control study का दूसरा नाम retrospective, trohawk, backward या फिर effect to cause, outcome to exposure, disease to risk factor, ये छे शब्द याद रखेगा, effect, outcome और disease, ये तीनों चीज़े हम इस्तेमाल करते हैं disease के लिए, जबकि cause, exposure, risk factor इन सबी को हम इस्तेमाल करते हैं, जिन वजहों से वो बीमारी होती है उसके लिए, case control study, तो वही मैंने कहा कि smoking से lung cancer होता है, इस पे हमें एक study करनी है, तो हम cohort भी कर स तो सबसे पहली चीज कि केस कंप्रोस टड़ी के कुछ फीचर्स होते हैं पहली चीज याद रखना कि भाई एक्सपोजर और आउटकम दोनों ही इस टड़ी की शुरुवात में हो चुके हैं exposure क्या है exposure है smoking और outcome क्या है lung cancer तो जब हम इस study की शुरुवात करते हैं तब ही दोनों चीजे हो चुकी हैं यह हम समझेंगे कैसे यह जो है study यह backward जाती है, समय इस direction में है, लेकिन direction of inquiry हमारी जो direction of study है, समय के opposite में है, इसलिए इसको backward study यह कहते हैं, और effect से cause की तरफ, यानि कि effect क्या है हमारा disease हो चुकी है, disease से हम cause की तरफ जा रहे हैं, यानि कि हम exposure की तरफ जा रहे हैं, इसलिए इसक कि हमारे पास इसमें एक control group available होता है यह थोड़े से हमने जानकारी ले ली कि बई क्या चीज़े होती है अब हम study क्या होती है यह समझते हैं हमने एक study की शुरुवात की उसके लिए हमने एक population को लिया कि हम इतने लोगों पे ये study करेंगे for example हमने कहा कि हम 100 लोगों पे एक study करेंगे अब case control study है तो हमको cases भी चाहिए और control भी चाहिए एक ओंकोलोजी के हॉस्पिटल गए और वहाँ से हमने केसिस ले लिये, दाट इस हमने लंग कैंसर के केसिस को ले लिया, और ऐसे ही हमने क्या किया कि हमने 50 लंग कैंसर के केसिस ले लिये, और हमने क्या किया उनी हॉस्पिटल से कोई दूस हमने शुरुवात की, हमने सोचा कि हम सौ लोगों पे एक स्टडी करेंगे, तो हमने केस कंट्रोल स्टडी थी, तो हमको केसिस की ज़रूबत पड़ी, हमने हॉस्पिटल से 50 लंग कैंसर के केस ले लिये, और 50 हमने कंट्रोल्स ले लिये, अब कंट्रो केसिस के जैसे होते हैं कंट्रोल बस कंट्रोल में डिजीज नहीं होती है यह याद रखना है तो हमने 100 लोगों पर एक स्टाडी की 100 लोगों में हमने 50 केसिस लिये और 50 कंट्रोल लिये यानि कि 50 हमने लंग कैंसर वाले लोग लिये 50 हमने normal लोग लिये जिनको lung cancer नहीं था फिर हम समय से पीछे जाते हैं समय से पीछे हम कैसे जाएंगे हम time machine में बैट के समय से पीछे नहीं जाएंगे हम क्या करेंगे हम इनसे history लेंगे हम इनसे हिस्ट्री लेंगे कि ये बताईए आप मेंसे कितने लोग थे जो स्मोकिंग करते हैं और कितने लोग थे जो स्मोकिंग जिन्होंन और इन में से 10 लोगों ने ऐसा बोला कि उन्होंने smoking कभी नहीं की तो 50 में से हमने history ली उनसे history के basis पे हमें पता चला कि 40 लोग ऐसे थे जो smoking करते थे 10 लोग ऐसे थे जो smoking नहीं करते थे ऐसी जो controls थे, controls के लिए भी हम समय से पीछे गए, that is हमने उनकी history ली, और history लेके हमने उनसे पूछा कि भाई कितने smoking, तो controls में से सिर्फ 5 लोगने ऐसा बोला कि वो स्मोकिंग करते थे और 45 लोगों ने ऐसा बोला कि उन्होंने कभी भी स्मोकिंग नहीं की की case control study की कुछ peculiar point जो याद रखने हैं पहली चीज की इसमें न जब इस study की हमने शुरुवात की ये हमारा present है तो present में इस वक्त जब study की शुरुवात हुई तो आप देख सकते हो कि study की शुरुवात में ही disease भी हो चुकी है और exposure भी हो चुकी है हो चुका है, वो यहाँ पर लिखा है exposure और outcome, that is outcome हमारा lung cancer हमारे पास है study की शुरुवात में, lung cancer भी हो चुका है, और बहुत पहले उन्होंने smoking की थी, यानि कि हमारे पास exposure भी हो चुका है, वो यहाँ पर लिखा है exposure और outcome दोनों ही हो चुके होते हैं study की शुरुवात में उसके बाद लिखा हुआ है कि study backwards की तरफ जाती है effect से cause effect का मतलब क्या है effect है lung cancer लंग कैंसर हमारा इफेक्ट हो गया और कॉज क्या है? कॉज है स्मोकिंग तो किस तरफ जा रही है? इफेक्ट यानि कि लंग कैंसर हो चुका था अब हम पीछे की तरफ जाके देखे उन में से कौन-कौन से लोग स्मोकिंग करते थे तो effect से cause की तरफ ये study जा रही होती है या इस effect को आप क्या कहते हो outcome भी कहते हो outcome क्या है इसका outcome हमारा lung cancer है, तो outcome हो चुका था, और outcome से हम exposure की तरफ जा रहे थे, ये smoking क्या है, exposure है, तो ये जो पीछे लिखा हुआ है, ये देखो, कि इस study को और क्या कहते है, इस study को कहते है effect to cause, यानि कि disease से हमने शुरुवात की, और risk factor या cause की तरफ हम गए, outcome to exposure, outcome क्या था, lung cancer से हम गए कि कौन-कौन smoking करता था उस तरफ, या फिर disease से risk factor की तरफ गए, disease क्या थी हमारी, lung cancer था, और हमने जाचा कि कौन-कौन लोग smoking करते थे, तो हम किस तरफ जा रहे हैं, समय से, समय से हम पीछे जा रहे हैं, that is backward looking study या prospective का मतलब होता है आगे जाना और retrospective का मतलब होता है पीछे जाना, तो retrospective study, यह trohawk study क्या होती है, कोई बताएगा, यह होती है, उल्टा of cohort study, तो cohort study, जो हमने पिछली class में पढ़ा था, और आगे भी पढ़ेंगे, cohort study क्या होता है, समय से आगे जाते हैं, तो इसका just उल्टा क्या होगा, T-R-O-H-O-C that is TROHOC study तो ये है आपका case control study का थोड़ा सा खाचा कि भाई case control study क्या होती है मैं फिर से समझाता हूँ case control study होती है कि हमने एक population decide की फिर उस population में से देखा कि कितने लोग हैं जिनको disease है और कितने कितने लोग हैं जिनको disease है, कितने लोग हैं जिनको disease नहीं है, जिनको disease है, उनमें से हमने पूछा कितने लोग हैं जिनको exposure हुआ था और कितने लोग हैं जिनको कभी exposure नहीं हुआ. ऐसे ही जो controls हैं या जिनको disease नहीं है उनसे भी हमने पूछा कितने लोग हैं जिनको जिन्दिगी में कभी उस चीज़ का exposure हुआ था या कितने लोग हैं जिनको exposure कभी नहीं हुआ यह हमारी case control study है अगर हम study का direction देखें that is study का direction हमारा इस तरफ है जबकि normal time का direction इस तरफ है ये हमारा present है ये आगे future है और ये पीछे की तरफ यहां कहीं past है तो हम समय से opposite जाएगा जा रहे हैं, that's why it is called backward, तो backward, effect to cause, exposure to outcome, समझ के इसके peculiar जीज क्या है, इसमें हमको control group की जरूरत होती है controls को कैसे define करोगे, कि control हर माइने में cases के जैसा ही होता है सिर्फ और सिर्फ उसमें disease नहीं होती है कंट्रोल आपसे कोई वाइवा में पूछे कंट्रोल क्या है तो कंट्रोल हर माइने में केसिस के जैसा ही होता है कि भाई स्टेप्स क्या है अब केस कंट्रोल स्टेडी आपको कंडक्ट करनी है तो उसकी स्टेप्स है सबसे पहले होती है सेलेक्शन ऑफ केसेज एंड सेलेक्शन ऑफ कंट्रोल फिर आगे जाकर हम उनकी मैचिंग करते हैं फिर ह हमने ये study की शुरुआत की, फिर हमने cases select की, फिर हमने control select की, तो cases select करेंगे. हम study की शुरुआत में selection of cases के लिए हम क्या करते हैं? selection of cases की दो point हैं. पहले तो आपको cases को define करना पड़ेगा कि किन-किन लोगों को आप cases कहोगे और उसके बाद आप source देखोगे कि कहां से आप case उठा सकते हो तो अगर आपको define करना है कि किसको case करोगे तो दो चीज हो सकती है तो आपने एक diagnostic criteria set कर दिया कि भाईया ये वाला test लगाएंगे हम और इस test में जो positive आएगा वो हमारा case कहलाएगा या फिर आपने एक eligibility अब आपने ये दोनों चीज़े डिसाइड कर लें, या तो डिग्नोस्टिक क्रिटेरिया, या एलिजिबिल्टिक क्रिटेरिया, या दोनों आपने डिसाइड कर लें, कि इनके बेसिस पर हम केस कहेंगे, अब अगली स् बीमारी से ग्रसित हैं जिस पे हमको स्टडी कर रही हैं तो या तो आप hospital ले लो और या तो आप general population ले लो यहां से आप cases उठा सकते हो फिर आता है पहली स्टेप का दूसरा पॉइंट की selection of control करना है। अब यह आपका वाइवा का question है कि control को define करो। तो control हर माइने में cases के जैसा होता है। सिर्फ एक चीज उसमें नहीं होती है that is disease। कंट्रोल हर माइने में केसिस के जैसा ही लेने की कोशिश करते हैं हम सिर्फ एक चीज हमको कंट्रोल में नहीं चाहिए देट इस डिजीज खत्म तीक अब कंट्रोल अगला सवाल आता है कितने कंट्रोल आपको लेने हैं तो ना अगर हमारी बहुती छोटी सा स्टेडी ग्रूप है तो हम अ एक केस के लिए चार कंट्रोल लेंगे अगर हमारी छोटी सी स्टडी है बहुत ज्यादा लोग उसमें नहीं है तो हम एक केस के चार कंट्रोल लेंगे मगर अगर बहुत बड़ी स्टडी है हजारों लाखों लोगों स्टडी में है तो हमारे पास इतने कंट्रोल मिली करते हैं, 1 is to 1 का ratio लख लेते हैं, एक case के लिए एक control रखने की कोशिश करते हैं, मतलब ideal क्या है, अगर छोटी study है, तो आपने अगर 100 लोगों पर ये study हो रही है, तो आप क्या करोगे, कि भाई, एक अगर case लिया है, तो उसके परति आप 4 controls लोगे, लेकिन अ यह यहां कहने का मतलब है और यह आपको अगला पॉइंट चॉप से वाइवा में पूछा जाता है कितने केसेस और कितने कंट्रोल लेने चाहिए तो यह तो हमने देख ले कि बई कितने किसी इस अमिन कितने कंट्रोल आपको लेने छोटी स्टडी है अगर तो एक case के लिए चार control, बड़ी study है तो एक case के लिए एक control है, अब कहां से लेने है control, कहां से लेने है तो वो ही जो आपने case में किया था, या तो आप जाओ और उसी hospital से control ले लो, जिस hospital से आपने cases को लिया था मगर यहाँ पे selection bias बहुत जादा हो जाता है bias का मतलब होता है कि आप एक तरफ bend हो गए कि हम ये चीज़ अपने हिसाब से करेंगे तो इसमें selection bias होने की chances जादा होता है हम आगे की classes में देखेंगे bias क्या होता है selection bias होता है, investigator bias होता है उनको कम करने के लिए blinding करते हैं cases controls को hospital से ही उठा सकते हैं जिस hospital से हमने ये case उठाया था उसी hospital से हम control को उठा लें बस वो वाली बिमारी का नहीं होना चाहिए दूसरी चीज हो सकती है या तो जो case हमने उठाया था उसी के relative को उठा लें या जो case उठाया था उसके पड़ोसी को उठा लें या फिर जैसे हमने general population से case को उठाया था, वैसे general population से हम controls को उठाया था, लें यह भी कर सकते हैं अब एक चीज यहां पर याद रखनी है जो कि आपको पीजे इंटरन्स एक्जाम में सवाल भी आया कि ये जो relatives हम उठाते हैं ये कब नहीं उठाना है अगर आप कोई genetic factors से related study कर रहे हो तो आपको siblings को as a control नहीं लेना है क्योंकि वो unsuitable होते हैं genetic studies के लिए but obviously उनका genetic composition लगबग similar होगा आपको यहाँ पर भी bias मिल सकता है यह चीज आपको ध्यान रखनी है और PG entrance exam में question आया हुआ है कि sibling controls को कौन से studies में आपको नहीं लेना है या relatives को आपको as a control कौन से studies में नहीं लेना है तो genetic studies में नहीं लेना है तो यह हमारी पहली स्टेप हो गई case control study की, की selection, selection of cases, selection of control, selection of cases में सबसे पहले चीज डिफाइन कर दो, डिफाइन के लिए diagnostic criteria, eligibility criteria, source of cases के लिए या तो hospitals उठा लो, या तो general population उठा लो, control है तो controls हर mind name में cases के जैसे होता है, except disease नहीं होनी चाहिए, अगर छोटी study है तो 4 is to 1 का ratio, अगर बड़ी study है तो 1 is to 1 का ratio, sources क्या होंगे control के, उसी hospital से, या cases के relative को, या cases के पड़ोसी को, matching हम क्यों करते हैं, जिससे कि जो case और control group हैं, दोनों comparable हो सकें, उसके लिए हम क्या करते हैं, उसके लिए या तो आप group matching कर सकते हो, group matching क्या होती है, कि आपने groups बाट लिये, आपने जो cases हैं, एक ही age group के, जिस age group के आपके पास cases हैं, उसी age group के आपने control ले लिये, या फिर आपने occupation wise matching कर दी की एक ही occupation से related आपने cases ले लिये और उसी occupation से related आपने controls कंट्रोल्स ले लिए तो इनका एक ग्रुप बनाकर इनको मैच कर लिया सिवाय बीमारी के और बाकी सारे चीजें लगभग इसलिए में सेम होती है या फिर सोशल क्लास आपने देख ली कि भाईया सोशल क्लास के हिसाब से लोग सोशल क्लास वाले आपने बेसिस पर ले लिए कि हमारे पास 10 केसेज ऐसे हैं जो 20 से 30 साल की उम्र के हैं तो हमने अगर बहुत बड़ी सडी है तो 10 कंट्रोल ऐसे ही ले लिए जो 20 से 30 साल वाले थे या occupation की पायट करें तो हमने हमारे पास 40 doctors थे जो कि हमारे cases थे तो हमने 40 control ले लिए जो कि doctors थे groups हैं ये हमारे पास 100 low socioeconomic class के cases थे तो हमने 100 low socioeconomic class के control ले ली तो क्या कर रहे हो आप group में matching कर रहे हो अलग-अलग group के wise आप matching करते जा रहे हो यह तो क्रॉप मैचिंग हो गई या तो आप मैचिंग एंड पैस कर सकते हो कि आपने एक लिया यहां पर केस कंट्रोल एक पेर केस कंट्रोल केस कंट्रोल अपने पेरिंग कर दी तो पैसे में भी मैचिंग कर सकते हो एक थोड़ी सी मुश्किल होती पर यह भी आप कर सकते हो तो या तो आपने groups में कर लिया matching को आप matching में करते क्या हो, आप ये देखते हो कि comparable हैं कि नहीं है दोनों चीज़ें, तो अगर ये सारी चीज़ें comparable हो, तो फिर आप अगे की step में जाते हो, तो second step आपने matching कर ली, compatibility देख ली दोनों की, फिर तीसरी चीज़ होती है, आप exposure तो आपने measurement of exposure क्या किया? आप यही पूछोगे न, कि बहिया smoking करते हो कि नहीं, कब से कर रहे हो, कितनी पीते हो cigarette, तो उसके लिए या तो आप ये history लेते हो, हमने देखा था न, या तो आप एक questionnaire भरवा सकते हो उनसे, या तो आप उनके past records को खंगाल सकते हो और उसके basis पे उनसे देख सकते हो कि उनको exposure हुआ था कि नहीं हुआ था, तो records में आप उनके hospital records निकाल सकते हो या आप उनके employment records निकाल सकते हो, और सारी अलग-अलग चीज़ें आप निकाल स सिगरेट पीना शुरू किया, नहीं कोई रिकॉर्ड नहीं होगा, इसलिए डिपेंडिंग ओन दे एक्सपोजर, अगर हम स्मोकिंग ले रहे हैं तो हम कितना हुआ है डिपेंडिंग ऑन्सर्स की इंटरव्यू या क्वेश्चन के बेसिस पर हम देख लेंगे किसको कितना एक्सपोजर हुआ analysis करना, analysis, यह सबसे important part है, analysis, analysis में, पहले तो 2 by 2 table के नीचे आ जाओ, कि आपने exposure rate निकाल लेते हो, और estimation of risk निकालते हो, पर इन दोनों के अपिडेमियोलॉजी में चाहिए केस कंट्रोल स्टडी हो चाहिए कोहर्ट स्टडी हो आपको यह टू बाई टू टेबल आपको बनानी पड़ती है 2 by 2 table क्यों क्योंकि इसमें मुख्यता 2 column होते है यह होती हैं आपकी rows और यह होते हैं आपके column यह है आपकी rows है तो अगर आप देखो तो इसमें कितनी रो और कितने कॉलम है कॉलम मतलब ऊपर से नीचे कॉलम होते ना घर के कॉलम ऊपर से नीचे तक खड़े रहते हैं जो यह है आपका एक कॉलम और यह है आपका दूसरा कॉलम कॉलम को नहीं करना यह होती है रोज लेफ्ट से राइट जो जाती है ना यह होती है आपकी रोज लेफ्ट से राइट जा रही है तो कितनी रोह है एक और दो यह टोटल वाला तो काउंट करने नहीं है तो एक है और दो रो है एक और दो कॉलम है तो टू बाइ टू टेबल इस पर डिग्री ऑफ रिडम बिस ट्रैटिस्टिक्स में पढ़ेंगे तो अब हम बनाते हैं 2 by 2 table अपनी तो हमने देखा कि हमने अपनी स्टडी की, हमने स्टडी के बेसिस पर हमने डिसाइट कर लिया कि भाई टोटल पार्टिसिपेंट हमारे पास कितने थे, हमने डिसाइट कि भाई टोटल पार्टिसिपें� 60 ऐसे थे, 50 ऐसे थे जिनको बिमारी थी और 50 ऐसे थे जिनको बिमारी नहीं थी disease present है तो ये क्या हो जाएंगे हमारे cases disease absent है तो ये क्या हो जाएंगे हमारे कंट्रोल 50 ऐसे थे जिनको बीमारी थी 50 ऐसे थे जिनको बीमारी नहीं थी अब यह 50 जो ऐसे थे जिनको बीमारी थी उसमें हम देखेंग ऐसे थे जो स्मोकिंग करते थे और इन 50 में सिर्फ 10 ऐसे थे जो स्मोकिंग नहीं करते थे ऐसे ही यह जो 50 जो कंट्रोल ग्रुप था जिनमें बिमारी नहीं थी इन 50 में से करीब 45 ऐसे थे जो जिन्होंने कभी स्मोकिंग नहीं की और यह सिर्फ 5 ऐसे थे जिन्होंने जिन्द टू बाइ टू टेबल बनाते हैं जो हमने वहाँ पर बनाया था कैसे बनाया था हमने एक पॉपुलेशन ली थी फिर पॉपुलेशन में हमने देखा था कि केसिस कौन है और कंट्रोल कौन है केसिस में हमने क्या देखा है 50 हमारे पास केसिस है 50 कंट्रोल है इन 50 केसिस में से 40 प्रस्ट जो कंट्रोल थे यानि कि जिन यह जो थे इनको डिजीज थी और इनको डिजीज नहीं थी यह जो 50 जिनको कभी डिजीज जिनको लंग कैंसर नहीं था इनमें से हमने देखा कि 45 ऐसे थे जो ने स्मोकिंग कभी नहीं की और सिर्फ पांच ऐसे थे जिन्होंने कंट्रोल्स ले लिए अब समय से पीछे गए आपने हिस्टरी ली कि कितने स्मोकिंग करते हैं कि कितने smoking नहीं करते हैं, यहां भी कितने smoking करते हैं, कितने smoking नहीं करते हैं, और उसकी आपने 2 by 2 table बना ली, total हमने कितने cases लिये थे, 100, तो आपने यहाँ पे 100 cases रख दिये, 100 में से आपने क्या कहा था, कि 50 lung cancer है, 50 को lung cancer नहीं है, फिर आपने क्या कहा था यह जो 50 lung cancer है उनमें से 40 ऐसे थे जो smoking करते थे और 10 ऐसे थे जो smoking नहीं करते थे जो 50 जिनको lung cancer नहीं है उनमें से 45 ऐसे थे जिन्होंने कभी smoking नहीं की और सिर्फ 5 ऐसे थे जिन्होंने smoking की तो जो आपको 2x2 table पनानी है वो आपको इसी data से पनानी होती है इसी data से आप 2x2 table को बनाते हो समझ गए 2x2 table कैसे बनानी है तो ऐसे बनाते हो 2 by 2 table B क्या है C क्या है D क्या है A क्या होगा जिसको बीमारी भी है और जिसने जिसको बिमारी है और जिसने कभी exposure हुआ होगा, B, C, D, तो वही है, cases में आप कैसे निकालोगे, A upon A plus B, controls में B upon B plus D, तो estimation of risk, उसके बाद इसी के analysis का अगला step होता है, estimation of risk, तो estimation of risk कैसे करते हो, याद रखना कि ये case control study है, तो इसमें आपको incidence नहीं मिलेगा, और incidence नहीं मिले नॉन एक्सपोस तो यह तो हमको मिली नहीं सकता क्योंकि इंसिडेंस तो होती है नहीं है क्योंकि इंसिडेंस का मतलब क्या होता है न्यू केसेस हम तो समय से पीछे जा रहे हैं ना तो हमको नई केसेस थोड़ी मिलेंगे यह और क्योंकि ये relative risk नहीं है ये सिर्फ estimate है relative risk का इसलिए ये relative risk के जितना accurate नहीं होता उससे कम accurate होता है इसको cross product ratio क्यों बोलते हैं क्योंकि इसका formula क्या है ये देखो odds ratio का formula है AD upon BC AD क्या है A into D upon B into C तो ये आपका क्या है cross product ratio रेशो इसलिए इसको क्रॉस प्रोडक्ट रेशो कहते हैं और से शुक्र फॉर्मला एडी अपन बीसी एंटूडी अपन बींटू तो यह जो भी आपका answer आता है उसको आप करते हो interpret interpret कैसे करोगे interpret करोगे जो भी आपका answer आया उसको आप आप कहोगे कि जो exposed थे उनमें for example आपका 3 आया तो उनमें 3 गुना chances जादा थे disease को develop होने में as compared to non-spokers. वहीं लिखा है कि exposed showed risk of having the disease 3 गुना जादा as compared to non-exposed. जितना भी आपका आता है उतना आप लिख दोगे. Interpretation आप ऐसे लिख दोगे. जो भी आपका answer आया उसको लिख दोगे कि expose में इतने times या इतने गुना जादा chances थे non-exposed के मुकाबले बीमारी के होने के simple यह आपका interpretation होता है जब आप answer निकाल लेते हो numericals में तब तो बट obvious भी बात है कि यह क्या बताता है आपको risk बताता है कि कितनी risk है predisposed population में या susceptible जो है उनमें बीमारी के होने की अब याद रखना कि ये सिर्फ estimate है relative risk का ना कि calculation है relative risk का relative risk का हम cohort study में निकालते हैं इसलिए इसमें relative risk नहीं निकालते हैं similar है relative risk के क्योंकि ये estimate निकालता है ये relative risk नहीं है याद रखना तो odds ratio आपको अलग ही याद रखना है उसके बाद आप बोल दोगे कि भाई odds ratio ये जो value है ना ये positive में भी आ सकती है negative में भी आ सकती है और zero भी आ सकती है अगर यह जो value है आपकी एक से जादा आती है उसका मतलब क्या होता है उसका मतलब यही है कि जो एक्सपोस थे उसमें उतने गुना जादा चांसिस थे कि उन्होंने फर एग्जांपल जो जिनको लंग कैंसर था जो स्मोकर्स थे उसमे many times of odds that the cases were exposed to risk factors याने की जो lung cancer वाले थे उसमें तीन गुना जादा chances हैं कि उन्होंने cigarette पीते रहे होंगे as compared to जो non-exposed थे उनके तो यही आपका positive association का मतलब क्या है कि exposed में जादा मिलेगा आपको बिमारी as compared to non-exposed जैसे की OCP जो लोग जादा लेती हैं उनमें थ्रॉम्बो एंबॉल्जम के चांसे जादा होते हैं association हमको OCP और thromboembolism में मिलता है कि ज्यादा OCP ली तो ज्यादा thromboembolism मिला या ज्यादा smoking की तो ज्यादा lung cancer हुआ वो यह है कि इतने गुना chances हैं कि cases जो हैं वो cigarette पीते थे as compared to जो controls हैं कि वो cigarette नहीं पीते थे तो हमको odds ratio positive negative का मतलब क्या होगा inverse relation हो जाएगा negative association मतलब कि वो exposure से बीमारी का जैसे कि physical exercise और coronary heart disease जितनी जादा physical exercise करोगे उतना कम coronary heart disease होगा तो negative association का मतलब यही होता है कि जितना जादा exposure उस चीज़ का होगा उतनी कम outcome उस चीज़ का मिलेगा negative association का simple सी भाषा में और अगर zero होता है न zero का बहुत simple सा मतलब है कि दोनों के बीच में कोई relation नहीं है कि expose कितना भी होता जाए outcome पे उतना असर नहीं पड़ेगा जैसे कि कितनी भी smoking कर लो हाई वी एड्स पर कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा बहुत सारे स्मोकिंग करते थे इसका मतलब यह नहीं कि बहुत सारा प्रेजान पर निकाल लोगे तो दोनों में कोई रिलेशन आपको नहीं मिलेगा तो ये था आपका odds ratio का interpretation, तो आप बस तीन चीज़े याद रखो, अगर जब आपका answer याद आता है, तो ये वाली line लिख दो, positive association का मतलब outcome होगा, और no association का मतलब होता है, exposure और outcome में कोई relation नहीं है, खतम बार उसका सबसे आखरी चीज इसके बारे में कि भाईया, advantage क्या है ये inexpensive होती है, और rapid हमको जाके history तो लेनी है, records ही तो खंगालने है, तो मतलब कि rare disease के लिए बहुत अच्छी है क्यों क्योंकि rare disease पर अगर हम study करते हैं तो वो बिमारी हो चुकी है हमारे पास उसके cases हैं बस अब उनसे history लेनी है कोहार्ट स्टडी जो होती है ना उसमें रेर डिजीज के लिए नहीं करते क्यों क्योंकि हमने आज स्टडी शुरू की 50 साल बाद हमारी स्टडी खतम हुई और पता चला ये यह ना multiple exposure भी आपको बता देता है कि multiple exposure भी आपने ले सकते हो कि आप history तो ले रहे हो आपने smoking के साथ आप बहुत सेगरेट पीते थे तो चलो आप गांजा भी माल लेते होगे तो भाई आप दार कोई ethical problem नहीं होती है क्योंकि आप जाके बकर ही तो बिचा रहे हो, आप history तो ले रहे हो, कोई उनको intervention नहीं कर रहे हो, कोई needles नहीं डाल रहे हो, कुछ नहीं कर रहे हो, तो long latent period वाली जो हैं उनके लिए भी अच्छी होती है, disadvantage क्या होते हैं, आ पता चलो उसको बीमारी हो या कुछ हो तो सिलेक्शन बायर्स मिलने के चांसेस है और इंसिडेंस तो आप ले इससे ही खेल रहे हैं तो आप न्यू केस तो कुछ एडवांटेज और डिसएडवांटेज तो यह था आपका केस कंट्रोल स्टडी अगर हम बात करने थी थ्यूरी की बात तो थ्यूरी पर केस कंट्रोल स्टडी में आपको लॉन कोशिएन आता है या शॉर्ट नोट भी तो आपको पता होना चाहिए या in fact वाइवा में आपसे यह भी बोल दिया जाता है कि भाई दूसरे नाम बताओ इसके case control study के तो यह भी आपको पता होना चाहिए उसके अलावा आपसे वाइवा में बोल दिया जाता है कि अगर छोटा group है या बड़ा group है तो ratio क्या हो एंटो डे अपन बी इंटो सी तो यह भी आपको पता होना चाहिए उसके अलावा आपसे वाइवा में पूछ लिया जाता है कि अगर एक से जादा है तब क्या होगा एक से कम है तब क्या होगा कोई असोसेशन नहीं है अगर एक है तब क्या हो� उसके बाद अगर मैं MCQs की बात करूँ, जो आपको Pre-PG Entrance Exam में आए हैं, तो जितने भी underlined portion हैं, ये सारे आपको MCQs आया हुए हैं, जैसे आपको exposure और outcome पहले से हैं, ये आपको MCQ आया हुआ है, effect to cause वाली study होत उसके बाद आपको MCQ यह आया हुआ है कि Relative Risk नहीं निकाल सकते, क्यों? क्योंकि Incidence नहीं निकाल सकते, आपको MCQ यह भी आया हुआ है कि बहतर कौन सा होता है, but obviously Relative Risk होता है, क्योंकि यह सिर्फ Estimate निकालता है Relative Risk का, असली में नहीं निकालता है, यह भी इतनी चीज़े हैं जो आपको केस कंट्रोल स्टेडी में पता