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एंड्रॉइड विकास के लिए समग्र मार्गदर्शिका

कि आज हम रोडमेप के बारे में डिस्कस करने वाले हैं पहले भी हमने रोडमेप वीडियो बनाया था कि जो लोग Android के बारे में जानना चाहते हैं Android क्या है पहले से बता नहीं है और स्टार्टिंग से देखना जाते हैं कि Android कैसे लॉन करते हैं तो उसके बारे में मैंने ऑलरेड एक वीडियो बनाया है और आज का जो वीडियो है वह उन लोगों के लिए है जो एक्ट्रूम एंड्रोड सिखना चाहते हैं और कैसे Android सिखे स्टेप बाय स्टेप कौन से पॉइंट करने है कौन से टॉपिक लेने है और कैसे एप्लीकेशन डेवलॉप करनी है तो उसके बारे में डिस्कस करेंगे तो आज का जो वीडियो है उसको हम बोलेंगे Android रोडमेप 2.0 तो बिना टाइम वेस्ट के देखते हैं Android की जर्नी कैसे लेवल सबसे पहले देखते हैं बिगिनर लेवल पर क्या करना है बिगिनर लेवल पर स्टेप नंबर वन है कि आप आपको सबसे पहले Android स्टूडियो इंस्टॉल करना है एविडी इंस्टॉल करना है अगर लैपटोप कंफिग्रेशन हाई नहीं है तो आप क्या कर सकते हो Android डिवाइस को कनेक्ट कर सकते हो और डायरेक्ट जो Android का कोड है वह आपके Android डिवाइस में रन कर सकते हो तो इससे क्या होगा कि आपके लैपटोप पर लोड कम होगा तो ऐसे भी आप कोड स्टार्ट कर सकते हो तो एक बार कंफिग्रेशन हो जाए उसके बाद आपको देखना है कि Android के लिए कौन से लैंग्वेज आपको लॉन करनी है तो Android का डेवलॉकमेंट दो तरीके से होता है जावा और Kotlin से अगर आप स्टार्टिंग से कर रहे हो और आपको जावा का नोलेज नहीं है तो आप डायरेक्ट को ट्लिन पर जाम कर सकते हो या फिर आपको Android सीखकर डायरेक्ट जॉब सबसे पहले बैसिक्स ऑफ कोटल इन में देखना है कि डाटा टाइप क्या है वेरिबल्स क्या है और ऑपरेटर्स क्या है तो उसके अंदर if condition, when, for loop, do I loop, वो सारी loops के बारे में एक बार देख लो class कैसे declare करते हैं, object कैसे declare करते हैं oops के सारे concept देख लो जिसमें abstraction, polymorphism, interface, inheritance के बारे में एक बार देख लो और last में आता है कि higher order function कैसे declare करना है तो वो भी देख लो एक बार higher order function, lambda expression, फिर generic class कैसे बनाना है वो एक बार देख लो तो ये तो हो गया basics बेसिक्स ओफ कोटलिन के लिए मैंने अलरेडी प्लेलिस्ट बनाई हुई है, प्लेलिस्ट में मैंने सारे कंसेप्ट को डिटेल में डिसकस किया है, तो वो वाली प्लेलिस्ट भी आप देख सकते हो एक बार अब आता है कि Android का डेवलोकमेंट कैसे करना है और उसके लिए कौन सा स्टेफ परस लेना है, सबसे बहुत बह और उसके बाद आपको लेयाउट सिखने है तो लेयाउट के अंदर रिलेटिव लेयाउट लिनियल लेयाउट और कंस्टेंट लेयाउट देखना है आज कल मार्केट में जेट पेक है तो जेट पेक में काफी सारी एप्लिकेशन बन रही है पर जो पुरा एप्लिकेशन है वो सारी लेयाउट में बनी हुई है तो वो सारी एप्लिकेशन को अभी कन्वर्ट कर रहे है पर आपको एक बार लेयाउट का नोलेज भी होना चाहिए लेवाइट का नोलेज होना चाहिए लिनियल लेवाइट रिलेटिव लेवाइट और कंस्टेंट लेवाइट देख लो उसके बाद आपको है जैसे कि बटन है रेडियो बटन है चेक बॉक्स है एडिटेक्स है इतना आ जाए उसके बाद आपको देखना है कि और एक पेज से दूसरे पेज पर डाटा कैसे ट्रांसवर करना है वो भी देखना है ओन एक्टिविटी रिजल्ट क्या है उसके बारे में एक बार देख लो थोड़े एडवांस कंपोनेंट्स देखने है जैसे कि लिस्ट व्यू है टेबल व्यू है ग्रीड व्यू है और रिसेक्लर व्यू कैसे वर्क करता है उसके बारे में भी देखना है और उसके बाद आपको फ्रेगमेंट्स पर जाना है एक्टिविटी जैसे है वैसे ही फ्रे� कि एक्टिविटी की लाइफ साइकल कैसे वर्क करती है कितनी मैथड्स है उसके अंदर फिर बैक प्रेस कैसे होता है फ्रेगमेंट के अंदर बैक फ्लो कैसे करना है वह भी एक बार देख लो उसके बाद आता है सर्विस भी दो टाइप की एप्लीकेशन में करना पड़ेगा फिर आता है ब्रोडकास रिसीवर तो ब्रोडकास रिसीवर का यूज आप मैसेज को ब्रोडकास कि फिर आता है कंटेंट प्रोवाइडर तो कंटेंट प्रोवाइडर जो है उसमें एक एप्लीकेशन का डाटा दूसरी एप्लीकेशन में फैच करना है उस टाइम पर आप कंटेंट प्रोवाइडर यूज करते हो तो इसका मैं एग्जांबल दो तो व्हाट्सएप जो है वह क्या करता है कि आपके फोन में जो कंट आपको डाटा डिस्प्ले करके देता है वह क्या करता है एक एप्लीकेशन से दूसरे एप्लीकेशन में डाटा फैच करता है तो वह कंटेंट प्रोवाइडर से होता है उसके बाद नोटिफिकेशन का कोड देखो सिंपल नोटिफिकेशन कैसे लानी है एंड्रोड के अंदर तो यह हमने बेजिक लेवल की बात की तो इतना आ जाए उसके बाद आप एक क्लोन बना सकते हो जिसके अंदर आपको डाटा की रिक्वायरमेंट नहीं रहेगी कि डाटा फैच करना है कैसे लोग करना है वह सब नहीं करना पड़ेगा तो इसके लिए एक क्लोन बना सकते हो तो आपको अ कि लोग से क्या होगा कि अच्छे से नोलेज हो जाएगा कि कंपोनेंट कैसे वर्क करते हैं और एक पेज से दूसरे पेज पर कैसे जाते हैं फ्रेगमेंट कैसे वर्क करते हैं इसके लिए आप इंस्टाग्राम का क्लोन बना सकते हो या फिर वजन का सिंपली क्लोन बना सकते हो व्यू पेजर आप इसमें यूज कर सकते हो तो व्यू पेजर का कोड भी एक बार देख लेना तो यह सारे टॉपिक्स पर हमने डिस्कस किया एक बेसिक लेवल था जिसके लिए आप 20 डेज में यह सारे टॉपिक्स कवर कर सकते हो और एक क्लोन बना सकते हो अब बात करते है कि intermediate level पे क्या करना है और इसमें कितने topics cover होते है सबसे पहले data persistence के बारे में देखते है कि data persistence में आप कितने topics cover कर सकते हो तो android के अंदर share preference करके topic है जिसमें आप temporary basis में data store कर सकते हो सबसे पहले share preference का code देखो उसके बाद SQLite का code देखना है तो SQLite में data आप permanent store कर सकते हो local में मतलब आपके फोन में डाटा स्टोर होगा और SQLite के बेजिस पर एक लाइब्रेरी है Room Database तो अभी मार्केट में जो लोकल डाटा बेस का कोड होता है उसके लिए Room Database यूज़ करते हैं काफी सारी कंपनीज तो Room Database के बारे में देख लो तो ये Share Preference SQLite और Room Database आ जाए To Do List करके तो To Do List के अंदर क्या होगा कि सिंपली आप डाटा को स्टोर करोगे और आगे जो components आपने की है वो सारे components भी इसमें आप use करोगे जैसे list view है, recycler view है, grid view है और एक दूसरी application भी है sticky notes तो sticky notes भी बना सकते हो second topic है networking तो networking का use हम कब करते है कि मानलो कि आपको internet से कोई data लाना है या फिर internet पर data कोई आपको बेजना है तो आप networking का use करते हो मतलब हम आप एपियाई का use करना पड़ेगा तो API कॉल करने के लिए हमारे पास दो टाइप की लाइबरेरी है, जो अभी पॉपियोलर है, एक तो है Retrofit और दूसरी है Wally, रेट्रोफिट जो है वो आजकर मार्केट में बहुत ज्यादा है, तो आप Retrofit पर डारेक्ट जंप कर सकते हो, उसके बाद आपको डेटा पार्सिं और रेट्रोफिट का यूज कैसे करना है वह आ जाएगा उसके बाद आप नेटवर्क हेंडलिंग और एक्सेप्शन हेंडलिंग देख सकते हो कि नेटवर्क बेस जो एरर आती है उसको कैसे हेंडल करनी है और अगर इंटरनेट बंद है तो इस विजय को मैसेज के कैसे देना है कि प्लीज कनेक्ट और इंटरनेट यूज इंटरनेट कनेक्शन इज ऑफ ऐसा कुछ है तो उससे आप बेग्राउंड की कुछ भी सर्विस करवानी है बेग्राउंड प्रोसेस कुछ भी करवानी है तो उससे आप एसिंग टास्क यूज कर सकते हो तो क्या करता है जैसे जावा में थ्रेड यूज करते हैं तो थ्रेड बेग्राउंड में व्यक्ति के अंदर एसिंग टास्क जो है वह भी बेग्राउंड में वर्क करता है तो वह कैसे यूज करना है वह एक बार तो हमने बेसिक लेवल पर क्या देखा था कि एडिट टेक्स कैसे रखना है, टेक्स व्यू कैसे रखना है, बटन कैसे रखना है तो उसको ही और एट्रेक्टिव बनाने के लिए आप मटेरियल डिजाइन यूज़ कर सकते हो उसमें फिर एनिमेशन कुछ भी रखना है तो एनिमेशन का कोड आप कर सकते हो तो उसके लिए एनिम क्लास बनाना पड़ता है तो एनिम क्लास का कोड आप देख सकते हो एक बार उसके बाद आपको कस्टम व्यू बनाना है या फिर कस्टम लाइबरेरी कुछ भी एड करनी है तो भी आप कर सकते हो so overall आपको advanced UI कैसे बनाने है उसके बारे में देखना है fifth point है working with third party APIs मतलब third party library को आपके android application में कैसे integrate करना है उसके बारे में देखो जैसे कि login with google है login with facebook है तो उसमें क्या करना पड़ेगा आपको facebook और google की जो libraries है उसको आपको android के अंदर integrate करनी पड़ेगी तो third party library को कैसे integrate करते है android में वो देखना है आपको तो इंटरमिटेड लेवल के जितने भी टॉपिक्स मैंने बताए वो सारे टॉपिक्स आप 30 डेज में कवर कर सकते हो और एक एप्लिकेशन बना सकते हो तो ये सारे टॉपिक्स हमने इंटरमिटेड लेवल के आंदर अगर आप Kotlin में वर्क करते हो तो Dagger करके जो है वो dependency injection है, Dagger का use कर सकते हो आप, फिर advanced networking सिख सकते हो जैसे कि आपने retrofit का use किया तो retrofit के और सारे features को आप explore कर सकते हो, HTTP कैसे work करती है और socket से आप direct real time communication कैसे कर सकते हो वो सब देखना है, उसके बाद आपको UI टेस्टिंग में जाना है कि आप UI टेस्टिंग कैसे कर सकते हो, Unit Testing पर वर्क करना है, Unit Testing with JUnit, तो Unit Testing का Code कैसे करना है वो एक बार देख लो, उसके बाद आपकी जो Application आपने बनाई है, वो Application को आप करना है, तो Manage कैसे करोगे, Memory Management करना है, Code को कितना Reduce कर पाते हो, Application की Size जो है, उसको कैसे Reduce करना है, मतलब वो सब Advanced में आप सिख सकते हो, तो ये Advanced level है, तो इतना आ जाए उसके बाद आप application बना सकते हो e-commerce application है या फीज नेट बैंकिंग application है वो भी बना सकते हो तो जितने आप topics कवर करते जाओ उसके basis पे आप application बनाते जाओ छोटी मोटी और वो application को resume में add करते जाओ तो आपका resume जो है वो भी strong होगा इससे advanced level के जितने भी topics हमने cover किये वो सारे topics आप 40 days में cover कर सकते हो और 40 days के बाद आप अच्छी सी application बना सकते हो तो ये मैंने सारे topics के बारे में discuss किया कि क्या-क्या topics आपको learn करने है, starting कैसे करना है, intermediate level पे क्या करना है और advanced level पे क्या करना है और उसके basis में कैसे application बनानी है और इसके बारे में मैं एक detail में और दूसरा एक video बनाओंगी कि कौन-कौन से application आप बना सकते हो और किस-किस level पे बना सकते हो बेजिक लेवल पर कितनी application कवर कर सकते हो आप intermediate level पर कितनी application कवर कर सकते हो तो इसके बारे में एक detail में वीडियो बनाएंगे तो आज हम इतना रखते हैं I hope आपको road map के बारे में अच्छे से पता चला होगा Thank you for watching till the end, see you in the next one कर दो