📊

बायोस्टैटिक्स का परिचय

Jul 11, 2025

Overview

यह लेक्चर बी.फार्मेसी आठवें सेमेस्टर के बायोस्टैटिक्स विषय के पेपर पैटर्न, यूनिटवाइज महत्वपूर्ण टॉपिक और संभावित प्रश्नों का संक्षिप्त परिचय देता है।

बायोस्टैटिक्स का परिचय एवं यूनिट 1

  • बायोस्टैटिक्स, डेटा की सांख्यिकीय एनालिसिस है।
  • यूनिट 1 से 2, 5 और 10 अंक के प्रश्न बनते हैं।
  • 2 अंक: बायोस्टैटिक्स, फ्रीक्वेंसी डिस्ट्रीब्यूशन, मीन, मीडियन, मोड, रेंज, कोरिलेशन, मल्टीपल कोरिलेशन की परिभाषाएँ।
  • 5 अंक: न्यूमेरिकल्स - मीन, मीडियन, मोड की कैल्कुलेशन।
  • 10 अंक: स्टैंडर्ड डेविएशन, कोरिलेशन, पियर्सन कोरिलेशन कोफिशिएंट।
  • MCQ प्रारूप भी पूछा जाता है, विशेषकर RUHS में।

यूनिट 2: रिग्रेशन, प्रोबेबिलिटी एवं डिस्ट्रीब्यूशन

  • रिग्रेशन, वेरिएबल्स के रिलेशन का स्टडी है; y = mx + c इक्वेशन महत्वूपर्ण।
  • प्रायिकता (Probability): संभावनाओं का बेसिक स्टडी; मुख्य डिस्ट्रीब्यूशन - बायनोमियल, नॉर्मल, पोइसन डिस्ट्रीब्यूशन।
  • सैंपल, सैंपलिंग, पॉपुलेशन, टाइप 1 और टाइप 2 एरर महत्वपूर्ण।
  • टी-टेस्ट (Student’s T-Test), एनओवा (ANOVA), पैरामेट्रिक टेस्ट के परिभाषाएँ और उनके अंतर जानना जरूरी।

यूनिट 3: नॉन-पैरामेट्रिक टेस्ट एवं रिसर्च

  • नॉन-पैरामेट्रिक टेस्ट जैसे Wilcoxon, Mann Whitney, Kruskal Wallis, Friedman टेस्ट।
  • रिसर्च: जानकारी इकट्ठा करने व उसे बढ़ाने की प्रक्रिया।
  • ग्राफ की विभिन्न प्रकार और उपयोग।

यूनिट 4: क्लिनिकल ट्रायल्स एवं हाइपोथेसिस

  • क्लिनिकल ट्रायल: चार फेज़ (0-4) होते हैं।
  • कोहोर्ट स्टडी, ऑब्जर्वेशनल और एक्सपेरिमेंटल स्टडीज।
  • पोस्ट मार्केटेड अप्रूवल और फार्माकोविजिलेंस।
  • हाइपोथेसिस टेस्टिंग, इंडस्ट्रियल और क्लिनिकल ट्रायल समस्याओं के लिए सॉफ्टवेयर जैसे SPSS, MiniTab आदि।

यूनिट 5: फैक्टरियल डिजाइन

  • फैक्टरियल डिजाइन: 2^2, 2^3 आदि पर बेस्ड न्यूमेरिकल्स।
  • एक ही सेक्शन में छोटे-छोटे टॉपिक 2 या 5 अंकों में पूछे जा सकते हैं।

Key Terms & Definitions

  • बायोस्टैटिक्स — जीव विज्ञान में संख्यात्मक डेटा का सांख्यिकीय अध्ययन।
  • कोरिलेशन — दो या दो से अधिक वेरिएबल्स के बीच संबंध को दर्शाता है।
  • रिग्रेशन — एक वेरिएबल के लिए दुसरे वेरिएबल का अनुमान लगाना।
  • प्रोबेबिलिटी — किसी घटना के घटित होने की संभावना।
  • सैंपलिंग — पूरी पॉपुलेशन से कुछ यूनिट्स चुनना।
  • टी-टेस्ट — दो सैंपल्स के मीन की तुलना करने की सांख्यिकीय विधि।
  • पैरामेट्रिक टेस्ट — डेटा के बारे में विशेष मान्यताओं पर आधारित टेस्ट।
  • नॉन-पैरामेट्रिक टेस्ट — बिना किसी विशेष मान्यताओं के डेटा टेस्ट करना।
  • फैक्टरियल डिजाइन — मल्टीपल फैक्टर्स के साथ एक्सपेरिमेंट योजना।

Action Items / Next Steps

  • यूनिट 1 व 2 की सभी परिभाषाएँ एवं उदाहरण तैयार करें।
  • मुख्य फॉर्मूले (मीन, मोड, मीडियन, स्टैंडर्ड डेविएशन, कोरिलेशन, रिग्रेशन) याद करें।
  • बायनोमियल और पोइसन डिस्ट्रीब्यूशन के सवाल हल करें।
  • क्लिनिकल ट्रायल फेज़ और ग्राफ के प्रकार याद करें।
  • यूनिवर्सिटी के पैटर्न अनुसार 2, 5, 10 अंकों के संभावित प्रश्नों का अभ्यास करें।