Students, welcome to Social School. मैं हूँ आपकी Anushya Ma'am and कैसे हैं मेरे सारे Students. I hope आप सब ठीक हो and I also hope कि आप लोग super ready हो आज के session के लिए.
आगे बढ़ने से पहले जिसने भी join कर लिया है session को जल्दी जल्दी comment section को भर दो. मुझे idea लग जाए हैं हमारे बच्चे आ गए हैं class में. फिर हम लोग start करते हैं आज के अपने session को.
तो आज हम लोग अपना first book का last chapter निप्टाने वाले हैं. तो basically इस chapter के बाद तुम्हारा जो first book है उसके सारे chapters हमारे cover हो जाएंगे ठीक है तो फिर मैं time table भी बताती हूँ कि आज के class में हमें क्या क्या करना है दीदी ID आ गई क्या मेरी कौन सी ID आ गई तुम्हारी चलो तो माधुरी hi जो भी बच्चे join करें सबको hi सबको good morning कैसे हो आप सब मुस्कान hi बिदीशा, good morning, कैसे चल रहे हैं यार तैयारी? रिहाम, good morning, लाइबा, hi, कैसे हो लाइबा? राजेंद्र, अनवेशा, hi, कैसे हो अनवेशा?
शिन्चन, हेमा, शौर्या, सबको good morning I am वर्तिका, वर्तिका, hi, मनीशा, hi हाँ, नवरात्री, happy नवरात्री आप लोगों को भी गौरव, good morning सब की तैयारी अच्छी चल रही है, ओके, शीतल गुड मौनिंग, ठीक है, अन्वेशा मैं भी ठीक हूँ, थांक यू सो मच फ़र आस्किंग, ओके यार, तो काफी सारे बच्चों ने जॉइन कर लिया, तो अब मैं तुम्हे थोड़ा टाइम टू बिल बताती हूँ, कि आज beliefs and buildings इस chapter को finish करेंगे इसके अलावा दो और classes होंगी आज तुम्हारी एक होगी शाम के 6 बजे जिसमें हम लोग important questions को discuss करने वाले हैं तो first book से हमारे जो भी important question answers बन सकते हैं previous year question, ncrt based question, map based question इन सब को हम लोग शाम को 6 बजे discuss करेंगे सारे बच्चे time से पहुंच जाना इसके अला रात को 9 बजे हम लोग और क्या करने वाले हैं, हम लोग एक marathon लगाने वाले हैं, क्योंकि first book के सारे chapters हम लोग revise कर चुके हैं, तो रात को 9 बजे क्या करेंगे, whole first book को हम लोग revise करने वाले हैं, ठीक है, तो एक marathon होगा, जिसमें हम लोग चारो chapters को in detail discuss करेंगे, तो ये दो timings या� मैं छुटियों में क्या करूँ, सोच रहा हूँ, मैं आपके 12th के classes attend कर लूँ, अभी सारे life जो... हाँ, तो अगर आपके exams खतम हो गए हैं, काफी सारे ऐसे बच्चे हैं, जिनके 11th के exam खतम हो गए हैं, जो कह रहे हैं कि नया session start करना है, नया session, जैसे ही 12th के board exam खतम होंगे, थोड़े time के अंतर हम लोग नया session start कर लेंगे, हाँ, पर तब तक अगर आप अपने time को utilize करना चाहत ट्यूबा हाई, चलो, हाँ गुड मॉर्निंग माम, अच्छा आपने पहली बता दिया मैं आशा हूँ, चलो आशा हाई, ओके, तो यार करते हैं सेशन स्टार्ट, तो आज के क्लास में हम लोग थिंकर्स, बिलीव्स और बिल्डिंग्स, ये टॉपिक स्टार्ट करने वाले है तो एक ऐसा time period हमारे history में जब धीरे धीरे बुद्धिजम, जैनिजम जैसे religion डेवलप हो रहे थे, emerge हो रहे थे, उसके बारे में in detail तुम्हें इस chapter में बताया जा रहा है। मैं एक बार तुम्हें दिखा देती हूँ सांची का स्टूपा, ठीक है, तो ऐसा दिखता है हमारा सांची स्टूपा, तो इस टाइम के अराउंग बहुत सारे ऐसे यूरोपियन्स थे, जिनका बहुत जादा इंटरस्ट था हमारे सांची स्टूपा के उपर, अभी देखें� इस तूपा के थोड़े से हिस्से को हमें वापस ले जाने दो, फ्रांस में ले जाने दो, ठीक है, हम लोग क्या करेंगे, हम इसे फ्रांस के एक म्यूजियम में समाल कर रखेंगे, पर बेगम हमारी मना कर द English men का तो हमें पता है, Britishers ने तो यही करा है, हर एक चीज उठा उठा के उन्होंने अपने museum में रख ली, तो ऐसे ही similarly English men ने भी बोला था, ठीक है, कि हमें भी सांची स्टूपा का एक हिस्सा अपने museum में उठा कर लेकर जाना है, पर बाद में ये लोग उठा कर लेकर नहीं जा उस structure को replicate करते हैं, मतलब एक artificial structure बनाते हैं, and फिर उस artificial structure को ये लोग अपने museum में ले कर जाते हैं, ठीक है, तो इनका पूरा पूरा plan तो था, stupa के थोड़े से हिस्से को ले कर जाने का, बर बाद में ये लोग ले जा नहीं पाते, तो ये एक artificial सा plaster का structure बना कर, ले कर जाते हैं अपने museum में, ठीक है, तो उस time पे जो rulers थे भोपाल के, ठीक है, और उनके बाद उनके जो successors होते हैं जैसे कि सुल्तान, जिहान, बेगम इन सब ने क्या करा, इन सब ने अपने तरफ से पैसे लगाये थे इन स्तूपा जैसे structures को protect करने के लिए, preserve करने के लिए, इसी time के around हमारे एक Englishman थे John Marshall नाम से, John Marshall क्या करते हैं, वो सोचते हैं कि मैं सां� उस चीज को ये dedicate कर देते हैं बेगम को, ठीक है, तो बेगम को dedicate करके ये अपना पूरा work लिख देते हैं, ऐसा क्यों, क्योंकि बेगम ने अपनी दरव से बहुत सारे efforts करे थे उस structure के लिए, ठीक है, जैसे for example, she founded the museum, ठीक है, वहाँ पे जो museum बना था, वो उन्होंने found करा था, बेगम ने fund भी करा in volume के publications को तो इस वज़े से जब publication खतम होती है तो बेगम को dedicate कर दिया जाता है इस work को आगे बढ़ते हैं ये बेगम की एक photo है ठीक है शाजेहाम बेगम की ताकि आप लोगों थोड़ा idea लग पाए in detail anyway पढ़ने वाले हैं ठीक है तो अब तुमसे कुछ questions पूछे जा रहे हैं की ये जो monuments होते हैं, stupa जैसे जो structures होते हैं, इनका क्या significance होता है? क्या कारण था जिसके वज़े से हमने ये stupa बनाया? क्या stupa के अंदर भी कुछ होता है?
कौन बना के गया इन सारे structures को? हमने कैसे और कब इन सारे structures को discover करा? ये सारे questions आप लोगों के दिमाग में आ रहे होंगे, जैसे जैसे हम chapter में आगे बढ़ेंगे, ये सारे questions आपके clear होते जाएंगे.
Easy, यहां तक clear है क्या? सरा जल्दी से बता दो सब लोग. CUET की तग्यारी कर रहे हैं यहाँ पे बच्चे, हाँ तो 12 का syllabus तो CUET में आता है, तो तुम इसे CUET के लिए भी यूज़ कर सकते हो, हाँ अंकित, very good, हाँ याश, map based questions आएंगे, आज 6 बजे discuss करेंगे, DJ, hi, कैसे हो आप, okay, सबको clear है, बहुत ही बढ़िया, आगे बढ़ते हैं, अगर आपको अपने प्रवाण पर बाद बनाएंगे, तो आपको अपने प्रवाण पर बनाएंगे, तो आपको अपने प्रवाण पर बनाएंगे, तो आपको अपने प्रवाण पर बनाएंगे, तो आपको अपने प्रवाण पर बनाएंगे, तो आपको अपने प्रवाण प प्लाटो, एरिस्टोटल ये सब ग्रीस में कुछ-कुछ बोलना स्टार्ट कर देते हैं, और अगर हम इंडिया की बात करें, तो इंडिया में महावीर और गौतम बुद इस टाइप के हमारे थिंकर्स आ जाते हैं, तो ये एक ऐसा टाइम पीरियट था, जब अलग-अलग लो thinkers की context में देखा जाये तो बहुत important time period था हमारे history में इससे पहले क्या था इससे पहले हमारे वेद थे हमारे पास है ना तो जैसे अगर हम रिगवेद की बात करें जो की 1500 से लेकर 1000 BCE के बीच में compile किया गया था तो रिगवेद में क्या है रिगवेद में dieties के बारे में कुछ भगवानों के बारे में अगनी, इंद्र, सोम इन सब का reference है रिगवेद में, ठीक है, रिगवेद में sacrifice के बारे में भी बात करी जाती है, मतलब अगर कोई ritual चल रहा तो उसमें बली चढ़ाना, sacrifice के बारे में भी बात करी जाती है, रिगवेद में ये बता रखा है कि अगर किसी को good health चाहिए, long life चाहिए, ठीक है, अगर son चाहिए, बेटा चाहिए तो वो किस तरीके से prayer कर सकते हैं, रिगवेद में कुछ particular sacrifices, कुछ particular rituals के बारे में लिखा है, जैसे कि अश्वमेधा, यह टाइप का रिच्वल होता था जो कि राजा लोग परफॉर्म करते थे, राजा अप और ये लोग खुद perform नहीं करते थे, ये लोग क्या करते थे, ब्रामन को बुलाते थे, और ब्रामन से ये ritual perform करवाया जाता था, ठीक है, तो इस time पे, इस से पहले क्या था, रिगवेद का सारा system चलता आ रहा था, कुछ time के बाद क्या आता है, हमारा topic new questions, मतलब लोग अब न� लोग अब धीरे धीरे सोचना स्टार्ट कर देते हैं कि what is the meaning of life ठीक है, जिन्दगी का क्या मतलब है, और death के बाद भी कोई life है क्या, rebirth सही में कुछ होता है क्या, ये सारी चीज़े लोग धीरे धीरे सोचना स्टार्ट कर देते हैं, ठीक है, इन सारी चीज़ों के बारे में Buddhist text उस religion के अंदर भी मतलब छोटे-छोटे अलग-अलग thoughts थे, जिनको हम sect कहते हैं, ठीक है, तो बुद्धिजम के अंदर भी बहुत अलग-अलग sect थे, next, क्या कहा जा रहा है, कि इस time पे ना, मान लो कोई teacher है, ठीक है, तो teacher क्या करते थे, अलग-अलग area में जाते थे, और अपनी philosophy लोगों को बताते थे, मान लो मैं कोई teacher हूँ, जिसे rebirth की उपर विश्वास है, कि भाई rebirth तो सही में होता है, और जो भी लोग मेरे बात पर विश्वास करते थे वो मेरे followers बन जाते थे तो उस time पर क्या होता था इसे चोटे-चोटे huts होते थे जिनमें बहुत ऐसे pointed से roof होते थे चोटे-चोटे huts हुआ करते थे जिनको कुतागरा शाला कहा जाता था तो लोग इस type के structure में जाते थे और जैसे मान लो दो लोग हैं, ठीक है, एक फिलोसफर है और एक कोई दूसरा फिलोसफर है, ये फिलोसफर अपनी कोई कहानी बता रहा है कि रीबर्थ तो नहीं होता, ये जो दूसरा फिलोसफर है ये कह रहा है कि नहीं नहीं रीबर्थ तो होता है, ठीक है, इन दोनों ने बह� thinkers आपस में debate बहुत जादा करते थे इस time पर, ठीक है, इसी time पर हमारे thinkers आते हैं, जैसे कि Mahavir and Buddha, जो कि वेद को question करने लग जाते हैं, कि वेद में जो भी सारी चीज़े लिखी हैं, वो सही है भी या नहीं है, ठीक है, next topic हमारा क्या है, beyond worldly pleasures, the message of Mahavir, ठीक है, तो अब हम लोग Mahavir के बारे में in detail पढ़ेंगे, थोड़ा Jainism के बारे में इस topic में in detail हम लोग पढ़ेंगे, यहां तक clear है, दीजे क्लियर है, हाँ क्लास सिक्स में भी पढ़ाता, वैसे अगर तुम देखो तो in general क्लास सिक्स तें टूएल्थ का जो syllabus है, काफी जादा similar है, मैं इस बार 11th में जाने वाला हूँ, अच्छा आप 11th में आओगे अंके, तो ठीक है जैसे आप 11th में आ जाओ, कुछ टाइम के अंदर नए session स्टार्ट हो जाएंगे, चलो, तो आगे बढ़ते हैं, आगे बढ़ते हैं, तो आगे बढ़ते हैं, तो आगे बढ़ते हैं, तो तो जैन ट्रेडिशन में ऐसा कहा जाता है कि महावीर के आने से पहले भी 23 और टीचर्स थे जिनको तीरतंकार कहा जाता है, ठीक है, तीरतंकार का क्या मतलब होता है, जैनिजम में माना जाता है कि कुछ ऐसे परसन होते हैं जो लोगों को गाइड करते हैं, ठीक है, तो उनसे जैनिजम में एक बहुत important चीज जो कही जाती है वो यह है कि हर एक चीज में ना life होता है जैसे stones हैं, rocks हैं, पानी हैं इन सब में life है तो हमें इन सारी चीजों की इजदत करनी है जैनिजम में माना जाता है कि living beings को बिल्कुल injure नहीं करना, किसी भी living being को परिशान नहीं करना चाहे वो इंसान हो, animal हो, plant हो या चाहे कोई चोटा सा insect ही क्यों ना हो किसी living being को परिशान नहीं करना, ये Jainism की central philosophy है, सबसे important part है ये Jainism का, ठीक है, तो Jainism अहिमसा, यानि non-violence को promote करता है, and ये जो non-violence का principle है, ये हमारे Indian culture का बहुत important part है, है न, तुम लोगों ने national movement में भी सुना हो गए इन सारी चीजों के बारे में, तो ये जो principle है, ये हमारे जैनिजम जो रिलिजिन है इसमें कर्मा के ऊपर विश्वास करा जाता है तो birth और rebirth का जो cycle है इसके ऊपर कर्मा से effect पड़ता है ऐसा जैनिजम में कहा जाता है और जैनिजम में पांच चीजों का ध्यान रखते हैं पांच चीजें कही जाती हैं कि एक इंसान को कभी killing नहीं करनी चाहिए murder किसी चीज को मारना allowed नहीं है stealing चुराना कोई चीज चुराना allowed नहीं है जूत बोलना allowed नहीं है जैनिजम में लोगों से बोला जाता है कि एक सन्यासी की जिंदगी जी हो, शादीवादी नहीं करनी है और property possess नहीं करना है, materialistic चीजों के पीछे नहीं भागना है कि मुझे तो जमीन चाहिए, गाड़ी चाहिए, घर चाहिए, ये सारी चीजें नहीं होनी चाहिए, टाइम के साथ साथ क्या होता है, जैनिजम धीरे धीरे फैलने लग जाता है और जैनिजम जो है हमें अलग अलग languages में जैनिजम के scriptures मिलें, प्राकृत में मिलें हैं, संस्कृत में मिलें हैं, even तमिल में भी मिलें हैं, ठीक है, तो ऐसे जैनिजम हमारा धीरे धीरे फैलने लग गया, यहाँ पर मैंने एक image डाल रखी है, जहाँ पर एक scripture है, एक inscription है जिसमें जैनिजम के बारे में लिखा गया, ताकि जस्ट तुमें एक idea लगे कि इस तरीके से अलग-अलग inscriptions को जब हम पढ़ते हैं, तो हमें जैनिजम के Central Asia, China, Korea, Japan, Sri Lanka, Myanmar, Thailand, Indonesia, इन सारे countries तक बुद्धिजम पहुंच चुका है, ठीक है, हमें कैसे पता है बुद्धा की teachings के बारे में, हमें कैसे पता है इतना बुद्धा के बारे में, तो वही same जैसा Jainism में है, तो हमने बहुत सारे ऐसे text देखे, ऐसे inscriptions देखे, हाजियो ग्राफी तो किसी ने बुद्धा के बारे में उनके life के बारे में लिखा और बहुत साल बाद हमने वो पढ़ा तो इन सारी चीजों के थूँ हमें बुद्धिजम के बारे में पता लगा तो गौतम बुद्धा के बारे में आपको कुछ-कुछ बता रखा है तो at birth उनका starting-starting में नाम क ठीक है, तो क्योंकि मतलब क्लान मेट चीफ के बेटे हैं, तो बहुत ही शेल्टर्ट सी जिन्दगी थी, उनके पास सारी लगजरीज थी, ठीक है, पैलस के अंदर ही रहते थे, पैलस के बाहर जो साधारन लोग हैं, वो क्या-क्या डेली बेसिस पर सहते थे, ये सब गौतम ब तो गौतम बुद्धा कुछ चीजों को notice करते हैं, वो पहले देखते हैं कि एक बहुती old, एक बुढ़ा सा इंसान देखते हैं गौतम बुद्धा, फिर एक इंसान देखते हैं जो बहुत sick था, जो बहुत जादा बिमार था, और फिर कुछ टाइम के बाद जब बाहर घूम रहे होते हैं गौतम बुद्धा, तो उन्हें एक dead body दिख जाती है, तो ये सारी चीजें देखने के बाद गौतम बुद्धा को sudden realization होता है कि जिन्दगी में तो बहुत सारी दुखे हैं, बहुत दुख इसी time के around गौतम बुद्धा एक और person को notice करते हैं, तो एक इंसान था जिसके पास घर नहीं था, मतलब सन्यासी जैसा एक इंसान था, वो बहुत old लग रहा था वो इंसान, ठीक है, and देख कर ऐसा लग रहा था कि ये जो इंसान है, इसने disease वगेरा ये सारी चीज़े देख र� ऐसा सोचते हैं कि मुझे भी इस इंसान की जैसा बनना है, ठीक है, एक ऐसा इंसान बनना है जिसे जिन्दगी में पीस मिल चुका है, शांती मिल चुकी है, कुछ टाइम के बाद बुद्धा अपने पैलेस को छोड़ कर निकल जाते हैं, ठीक है, काफी टाइम तक एक फॉरस म कि अब मैंने जो कुछ भी सीख लिया है, वो मैं बाकी सबको भी सिखाऊंगा, ठीक है, नेक्स्ट क्या है, बुद्धिसम में एक पर्टिकुलर टेक्स्ट है, जिसको हम कहते हैं सुतापीतक, ठीक है, तो सुतापीतक पढ़ने के बाद, कि बुद्धा एक ओडिनरी पर्सन थे, अगर उनके पास supernatural powers थे भी तो वो उन powers को बहुत जादा use नहीं करते थे, वो लोगों को बात करके प्यार से चीज़े मनाते थे, जैसे for example मैं तुम्हें एक कहानी बताती हूँ, जो कि बुद्धिजम में बहुत बताई जाती है, तो एक बार क्या होता है, एक mother होती है, उनके बेटे की डेथ हो जाती है, ठीक है, और जाहिर सी बात है, क्योंकि बेटे की डेथ हो जाती है, तो वो बहुत दुखी होती है, तो ऐसे में कोई उस मदर को जाकर बताता है, कि हमारे आना गौतम बुद्धा नाम की एक परसन है, तुम उनसे जाकर मिलो, उनके पास सु� और मैं बहुत दुखी हूँ, आप प्लीज मेरे बेटे को वापस जिन्दा कर दो, ठीक है, तो गौतम बुद्धा उनसे क्या कहते हैं, कि चलो ठीक है, मैं इस चीज को कंसिडर करूँगा, पर आपको क्या करना है, आपको किसी ऐसे घर से कुछ सीड्स लाने हैं, जिस घर में मुठी भर के कुछ seeds लियाओ, अगर आप ये कर देते हो, तो मैं सोचूंगा आपके बेटे के बारे में, तो अब ये जो mother है, ये एक-एक करके सबके घर जाती हैं, और सबसे पूछती हैं कि क्या तुम्हारे family में कभी कोई death हुई है, और जिनके भी घर जाती है mother, उन्हें कहीं ना कहीं से कुछ-कुछ जवाब मिलता है, किसी के घर में बेटी की death थी, किसी के घर में बेटा नहीं था, किसी के घर में mother, father, ना-ना-नानी, किसी ना किसी के घर में कोई-ना-कोई death हो रखी थी, शाम तक mother सबके घर तक घ वो बुद्धा के पास जाती है और वो बोलती है कि मुझे एक चीज समझ आई कि पूरे दुनिया में ऐसी कोई फैमिली नहीं है, ऐसा कोई इंसान नहीं है जिसने डेथ को ना देखा हो, यह एक नाच्रल चीज है, मुझे यह एक्सेप्ट कर लेनी चाहिए, तो इस कहानी में पेपर में लिख कर आने की कोई जुरत नहीं है, बस ताकि तुम बुद्धिजम को थोड़ा और अच्छे से समझ पाओ, इसलिए मैंने तुम्हें ये कहानी बता दी है, ठीक है, तो बुद्धिजम में और क्या कहा जाता है, बुद्धिजम में कहा जाता है कि ये जो वर्ल्� बुद्धिजम में बोली जाती है, बुद्धिजम में ये भी कहा जाता है कि दुख तो बहुत ही नॉर्मल है, ये हमारे लाइफ का पार्ट है, ठीक है, पर हमें क्या करना है, हमें path of moderation फॉलो करना है, ठीक है, path of moderation मतलब बुद्धिजम में कहा जाता है कि कुछ भी extreme level पे अच तब किसी भगवान का जिक्र नहीं किया जाता था, ठीक है, किसी भगवान या किसी गौड के बारे में बात नहीं करी जाती थी बुद्धिजम में, ओके, बुद्धिजम में हमारे गौतम बुद्ध ये कहते थे कि ये जो दुनिया है, इस दुनिया में सारी चीज़े हम humans नह जो kings हैं, जो gahapatis हैं, king मतलब राजा, gahapati हमने chapter 2 में पढ़ा था, मतलब family के head, इन सब से कहा जाता था कि तुम सारे लोगों के साथ kind रहा करो, next तुम्हें बता रखा है कि एक buddhist text के हिसाब से buddha के last words क्या थे, be lamps on to yourself as all of you must work out your own liberation, ठीक है, मतलब in general इस sentence का ये मतलब है कि शब्द यूज करा जाता है बुद्धिजम में निर्वाना, निर्वाना मतलब जैसे हिंदूइजम में कहते हैं न, मोक्ष मिल गया, मतलब सारी चीजों से उपर उठ जाना, तो तुमें ही अपने लिबरेशन के लिए काम करना है, तो ये बुद्धा के लास्ट वर्ड्स थे पियूश तुम रोज अलग आईडी से आकर पूछते हो, मुझे पहचाना क्या, हाँ, चलो, तो अर्मान दीब, कुरेशी, हाई, कैसे हो आप, चलो ठीक है, सबको क्लियर है, आगे बढ़ते हैं, डीजे अन्वेशा, सुमित्रा, हाई, चिराग, स्वराज, हाँ, कुरेशी य चलो आगे बढ़ते हैं आई थी कि यहाँ तक सबको क्लियर है बुद्धिजम के बारे में थोड़ा सा और बढ़ते हैं ठीक है तो कुछ टाइम के बाद जब बुद्धिजम थोड़ा और फैलने लग गया तो संग बन कुछ ऐसे लोगों का ग्रुप जो बुद्धिजम को फॉलो करते हैं, बाद में जो संग के लोग होते थे, वो आगे जाकर खुद टीचर्स बन जाते थे, जो बुद्धिजम को प्रमोट करते थे, और ये जो लोग होते थे, जो मॉंक्स होते थे, जो एक संग में रहते थे, ऐसे materialistic चीजों की ज़रूरत नहीं है, इनके हाथ में सिरफ एक कटोरा होता था, जिसमें ये लोग क्या करते थे, खाना मांग लेते थे, और उसके बाद खाना खा लेते थे, तो ये लोग कहते थे कि हमें बस bare minimum चीजों की ज़रूरत है, जिससे हम लोग जिन्दा रह पाएं, आनंदा लोगों को मना लेते हैं कि हमें विमेन को भी संग में आने देना चाहिए, तो इसी में एक चीज है जो कि तुम्हें याद रखना है, यहाँ से हमारा MCQ बन सकता है, बुद्धा की जो foster mother थी, महा पजापती गौतमी, ऐसा माना जाता है कि वो first woman थी, वो पहली ऐसी और तो ऐसा माना जाता है ये first women थी जिनोंने संग को join करा and हाँ जितनी भी women जादातर women जिनोंने संग को join करा था आगे जाकर वो बहुत अलग अलग philosophies देते हैं बहुत strong and powerful women बन जाते हैं ठीक है next तुम्हें बताया जा रहा है कि संग में अलग अलग type के लोग होते थे राजा होते थे wealthy men होते थे slaves होते थे craft men होते थे पर buddhism में ये कहा जाता था कि फरक नहीं पड़ता तुम कौन हो राजा हो राणी हो slave हो क्या हो अगर तुमने एक संग को जॉइन कर लिया, तो संग जॉइन करते ही तुम सारे लोग बराबर हो जाओगे, ठीक है, तो संग में सबको बराबर माना जाता था, अगर इन्हें मान लो कोई decision लेना होता था अपस में, तो ये लोग क्या करते थे, साथ में मिलके meeting रखते थे, और ऐसा नहीं होता कि by birth decide कर लिया जाता है कि कौन बड़ा है, कौन छोटा है, जैसे हम लोग पिछले चाप्टर में पढ़ रहे थे न, कि भ्रामन्स ने caste system बनाया और कहा, कि birth में decide कर लिया जाता है कि कौन superior है, society में कौन inferior है, बुद्धिजम में कहा गया कि ये चीज बिल्कुल गलत है, बुद्धिजम में कहा गया कि हमें सिर्फ दो चीजों का ध्यान रखना है, करुना और मेता, करुना और मेता basically इन words का ये मतलब होता है compassion, kind रहना, लोगों के दुखों को समझना, इन सारे चीजों के बारे में बात करी गई, ठीक है, तो बुद्धिजम में कहा जाता था, कि अगर कोई तुमसे जादा कमजोर है, अगर कोई तुमसे जादा छोटा है, तो तुम्हें इन लोगों का ध्यान रखना है, इनके साथ काइंड रहना, ये सब बुद्धिजम में कह तो हर एक religion में कुछ ना कुछ एक sacred चीज होती है जैसे Islam में क्यों होता है Masjid और Christianity में Church होता है Hinduism में Temples होते हैं तो हम ऐसा मान सकते हैं कि Buddhism का एक जो sacred सा structure होता है वो Stupa होता है Stupa में होता है बुद्धिजम का मान लो कोई important सा चीज है कोई important सा text है बुद्धा का कोई important सा text है या कोई relic है उसे हमने यहाँ पर रखा और उसके आसपास हमने dome shape structure बना दिया इसे हम stupa कहते हैं अभी तो तुमने मेरी बहुत अजीब से drawing के साथ समझा है अभी मैं stupa का diagram वगरा दिखा दूँगी तो तुमे clear हो जाएगा ठीक है next यह हमारा diagram तो stupa ऐसे dome shape का होता है हमने stupa देखा था तो ऐसे dome shape का होता है ठीक है तो यह जो dome सा structure होता है इसको अंडा कहा जाता है ठीक है यह हमारा ऐसे semi spherical सा structure होता है hemisphere जैसा structure होता है और इसके ऊपर एक और चोटा सा structure होता है, जिसको हर्मिका कहा जाता है, इसके ऊपर एक चोटा सा एक और, मतलब एक stick सा होता है, जिसे यस्ती कहा जाता है, और इसके ऊपर भी एक चोटा सा structure होता है, जिसे छत्रास कहा जाता है, ठीक है, next, सामनी की तरफ एक gate होता है, ओके, and चक्कर काटते हैं स्तूपा के तो ये स्तूपा के बारे में कुछ- ठीक है, next topic है discovering stupas, the fate of Amravati and Sanchi, अब Sanchi के बारे में तो हमने पढ़ा, Sanchi के stupa के remains को बहुत सारे लोग France में या Britain में ले जाना चाहते थे, पर हमने ले जाने नहीं दिया, वो ले जा नहीं पाते, है न, ऐसे एक और stupa था हमारा Amravati में, पर Amravati के साथ थोड़ा कुछ और ही इन्हें यहाँ पर कुछ-कुछ sculptures मिलते हैं इन सारे sculptures को उठाकर Walter क्या करते हैं?
Madras ले जाते हैं ठीक है? Next क्या होता है? 1850s के बाद हम देखते हैं कि थोड़े से और लोग आते हैं और वो भी क्या करते हैं? Amravati के stupa के कुछ-कुछ structures को उठाके लंडन ले जाते हैं तो उस time पर क्या होता था?
मान लो British administrators का कोई building है तो उनके garden में उनके garden में ये लोग स्तूपा से ने जो भी sculpture मिला, जो कुछ भी मिला, ये लोग garden में सजा दिया करते थे, बाद में हमारे एक archaeologist आते हैं, जिनका नाम था H.H. Cole, वो इस चीज के खिलाफ बोलते हैं, वो बोलते हैं कि यार बहुत गलत चीज है कि तुम किसी का culture बिगाड रो, indefensible policy to allow the country to be looted of original work of ancient art, ठीक है तो H.H. Cole ने कहा कि बहुत गलत है कि तुम किसी country के original art का loot मचा कर अपने country में ले कर जा रहे हो तो इससे हमारे दिमाग में एक question आता है कि यार सांची के साथ तो ऐसा नहीं हुआ, सांची में सांची स्टूपा के remains को या लंडन में ले जाना चाते थे तो उन्होंने बाद में सोचा कि नहीं ले जाते हम plaster से फेक स्ट्रक्चर बना कर वो रखेंगे म्यूजियम में, तो अमरावती के साथ ऐसा क्यों हुआ, इसका एक आंसर यह है कि टाइम के साथ शायद इन लोगों में अकल आ गई हो, कि ऐसा करना गलत है कि सब कुछ जाकर हम लोग लंडन के म्यूजियम में भर रहे हैं, तो एक एक जो स्टूपाँ होते हैं ना स्टूपाँ के ऊपर बहुत प्यारे प्यारे स्कल्प्चर्स भी करे जाते हैं उन स्कल्प्चर्स के बारे में हम एक एक करके बात करते हैं तो जैसे अगर हम सांची के बारे में बात करें तो सांची का जो स्टूपा था उसके ऊपर भी कुछ-क कि एक जातक स्टोरी, जातक स्टोरी पढ़ा था न पिछले चाप्टर में, तो एक जातक स्टोरी का सीन दिखाया जा रहा था, ठीक है, तो वसंत्रा जातक नाम का एक जातक है, एक स्टोरी है, उसका एक सीन सांची स्कूपा के उपर बना हुआ था, ठीक है, तो इस कहानी में और वो अपने family के साथ jungle में चले जाते हैं रहने के लिए, तो ये सारी कहानियां स्तूपा के उपर बनाई जाती थी, तो कुछ इस तरीके से दिखता था, स्तूपा के उपर आप देखोगे, यहाँ पर trees हैं, peacock बना रखा है, elephant बना रखा है, तो ऐसे अलग-अलग scenes को depict करा जाता था, symbols of worship, अकसर क्या होता था बुद्धिजम में, starting-starting में हम देखते हैं कि directly लोग बुद्धा की drawing नहीं करते थे, तो अगर उन्हें बुद्धा के बारे में बात करना तो वो डारेक्टली बुद्धा की ड्रॉइंग नहीं करते थे, वो उसकी जगा क्या करते थे, बुद्धा की ड्रॉइंग तो नहीं करते थे, कोई सिम्बल डाल देते थे, जो की बुद्धा को रिप्रेजेंट करने के ल तो ये ऐसे अलग-अलग symbols के तुरू बुद्धा को depict करते थे, ठीक है, next topic है हमारा popular traditions, कभी-कभी ना, स्तूपा के उपर कुछ ऐसे symbols बने हुए होते थे, जिनको हम directly बुद्धा के साथ link नहीं कर सकते, जैसे सांची में ही एक sculpture हमें देखने को मिला, जिसमें क्या था, एक बहुत सुन्दर सी woman थी, और वो एक swing में जूल रही थी, ठीक है, उस type का depiction था, तो researchers ने, ठीक है, historians ने सोचना स्टार्ट करा कि क्या मतलब हो सकता इसका, फिर बहुत सोचने के बाद हम इस conclusion में पहुंचते हैं कि बहुत सारे Sanskrit text हैं जिसमें एक women की बात करी जाती है, ठीक है, Shalabhanjika नाम की एक women, ठीक है, और ऐसा माना जाता है, मतलब ऐसा कहानियों में कहा जाता है क उस image को बनाया गया है, इसकी अलावा animals को बहुत जादा depict करा जाता है, elephant, horse, monkeys, cattle, birds, इन सारी चीजों को भी बहुत जादा बनाया जाता है, तो हमारा मानना है कि शायद ये लोग animals को किसी चीज के symbol की तरह use कर रहे थे, जैसे elephants को हम लोग Sanskrit में मानते हैं कि ये लोग strength and wisdom का symbol होते Next हमें एक और बहुत interesting structure देखने को मिला, इस structure में क्या था, देखो ये वाला structure है basically, एक women है बीच में, ठीक है, बगल में दो हाती खड़े हैं, और अगर ध्यान से देखो तो ऐसा लग रहा है कि ये जो हाती है, ये इस women के उपर, उपर से ऐसे पानी सा कुछ छुड़ा करें, है ये गजलक्षमी का सिम्बल है, गजलक्षमी एक पॉपुलर गॉड़स है, गजलक्षमी ऐसा माना जाता है कि गुड़ फॉर्चून की गॉड़स है, तो कुछ लोग का मानना है कि ये गजलक्षमी है, आगे जाकर तुम ये पढ़ोगे भी कि हमें हिस्ट्री में ये दिक्कत एक पिक्चर को देखकर लोग अलग-अलग कहानियां बनाते हैं, तो हमें clearly नहीं पता, पर हाँ, हम लोग ऐसा मान रहे हैं कि या तो मदर होंगी या फिर गजलक्ष्मी होंगी, ठीक है, next, कुछ जो हमारे historians थे, जैसे कि James, James Ferguson, James Ferguson ने क्या कहा, कि सांची जो है न, सांची स्त� तो इन्हें जादा पता भी नहीं था संस्कृत या फिर कल्चर के बारे में इंडिया के ट्रेडिशन के बारे में तो इन्होंने ऐसा बोल दिया क्योंकि इतने सारे साप और पेड़ पौधे दिख रहे हैं तो शायद लोग यहाँ पर साप और पेड़ पौधों की पूजा कि तो टाइम के साथ साथ क्या होता है बुद्धा को लोग एक भगवान की तरह देखने लग जाते हैं एक सेवियर की तरह देखने लग जाते हैं कि बुद्धा तो एक ऐसे इंसान थे जो अर्थ में आये और उन्होंने सब को बचाया तो टाइम के साथ लोग बुद्धा को एक और ऐसा नहीं है कि इन्हें जो भी अच्छा कर्मा मिल रहा है इसे यूज़ करके ये लोग निर्वाना पालेंगे, निर्वाना मतलब ये लोग मोक्ष के लिए काम नहीं कर रहे हैं, ठीक है, इनका परपस क्या है कि ये आपस में लोगों की मदद करेंगे, तो इसी टाइम प और ये जो पूरा concept है कि लोग धीरे धीरे images के साथ बुद्धा की पूजा करना start कर देते हैं, इस बुद्धिजम के concept को महायाना कहा जाता है, पहले ऐसा नहीं होता था, ठीक है, पहले बुद्धा को भगवान की तरह बुद्धा की image बना की पूजा नहीं करी जाती थी, टाइम के साथ बुद्धिजम थोड़ा सा change हुआ और लोगों ने ये करना start कर दिया, तो बुद्धिजम की इस belief को महायाना कहते हैं, ठीक है, और जो पुराना वाला बुद्धिजम है जिसके बारे में हमने पढ़ा कि लोग starting starting में बु� कुछ-कुछ symbols बनाते थे बुद्धा के लिए तो उस पुराने वाले बुद्धिजम को हिन्याना कहा जाता है ठीक है तो बुद्धिजम में दो हिस्से एक महायाना और एक हिन्याना हिन्याना पुराना वाला बुद्धिजम महायाना टाइम के साथ बुद्धिजम थोड़ा एक सेक्ट होता है जिसको हम कहते हैं वैशनविजम, वैशनविजम मतलब विश्णु भगवान की पूजा, और एक सेक्ट होता है जिसको हम कहते हैं शैविजम, ठीक है, इसका क्या मतलब है शिव भगवान की पूजा, तो कुछ लोग ऐसे थे जो विश्णु भगवान पर व वैश्णविजम के बारे में थोड़ा सा डिस्कस करते हैं, वैश्णविजम में क्या है, विश्णु भगवान की पूजा करी जाती है, और ऐसा माना जाता है कि जो विश्णु भगवान है, इनके बहुत सारे अवतार है, दस अवतार है, तो ऐसा माना जाता है कि जब भगवान विश्णू क्या करते हैं, अवतार लेते हैं और दुनिया को बचाने के लिए आ जाते हैं, तो ये वैश्णविजम में माना जाता है, शैविजम में क्या होता है, शिव भगवान की पूजा करी जाती है, अलग-अलग सिम्बल्स को भी यूज़ करा जाता है शिव जैसे अगर आप हिंदूइजम में किसी भगवान की पेंटिंग वगेरा देखोगे तो क्या होता है?
काफी सारे हात होते हैं भगवान के हैं और उन्होंने हर एक हात में अलग-अलग चीजें पकड़ रखे होते हैं, लोटस पकड़ रखा होता है, अलग-अलग स्ट्रक्चर्स पकड़ रखे होते हैं, ठीक है तो इस टाइप के कॉंपलेक्स सिम्बल्स को भी हम लोग भगवान बेसिक concept इस time पर क्या होता था, एक बहुत बड़ा अगर कोई पत्थर है, कोई चटान है, तो लोग इसके उपर carving कर करके, इसे hollow करके एक मंदिर बनाते थे, तो ऐसे में एक बहुत interesting चीज़ है, मैं बताती हूँ, एलोरा में हमारा एक मंदिर है, और वहाँ पर एक copper plate के उपर एक inscription लिखा हुआ है, और उस inscription के उपर लिखा है, ओ, how did I make it, तो हमारा मानना है, कि जो भी main architect थे, जिनोंने एलोरा टेंपल को बनाया, जब एलोरा टेंपल बन गया होगा, तो उन्हें अपने दिमाग में लगा होगा, कि इतना बढ़िया टेंपल मैंने कैसे बना दिया, है न, तो उन्होंने वो इंस्क्रिप्शन में लिखा है, ओ, how did I make it, ठीक है, next टेंपल का थोड़ा सा discuss तो अगर हम लोग टेंपल में एंट्री करते हैं, तो ये जो स्टार्टिंग वाला एरिया होता है ना, इसे अर्ध मंडप कहा जाता है, थोड़ा और अंदर जाओगे तो ये जो चलने वाला पूरा इलाका होता है, खाली सा जो एक इलाका होता है, उसे मंडप कहा जाता है, थ इसको हम शिक्खर कहते हैं, और शिक्खर के ऊपर भी एक चोटा सा और एक मतलब structure रख दिया जाता है, जिसको कलश कहा जाता है, तो इस तरीके से temples बनाये जाते थे, next topic है हमारा, can we see everything, okay, can we see everything का मतलब हमने इतने सारे stupa देख लिये, इतने सारे sculptures देख लिये, पर क्या हमें इ तो इन लोगों ने अपनी दिमाग में जो कुछ भी सोच कर इन structures को बनाया था, क्या हमें उसका असली मतलब आज के टाइम पर समझ आ रहा है या नहीं, यह इस topic का मतलब है, तो इसी में एक sub topic है grappling with the unfamiliar, grappling with the unfamiliar में बताया जा रहा है कि लोगों को समझ नहीं आता था, कि ये सारी चीज़े क्या हैं, ठीक है, जैसे जब Britishers आये थे न, तो Britishers ने जब, इंडिया की हिस्ट्री पे थोड़ा research करना start करा, तो ये लोग ना कभी-कभी डर भी जाते थे, क्यूंकि इन्हें हमारी हिस्ट्री नहीं पता, तो इन्हें अलग-अलग structures दिखते थे, कभी-कभी इन्हें Hinduism में कोई God दिख जाता था, जिसमें बहुत सारे उनके head होते थे, कि शायद इंडिया में जो sculptures मिल रहे हैं, वो Greek sculptures जैसे हैं, बाद में इन्होंने ये approach लगाई हमारे sculptures को समझने में, तो बाद में जब बुद्धा के कुछ-कुछ sculptures मिलने लग जाते हैं ना, तो Europeans ये सोचना start करते हैं कि ये तो Greek के art से थोड़ा-थोड़ा similar है, ठीक है, next, पता है हमें सबसे ज़ादा दिक्कत कब आती है जब हम एक sculpture को पढ़ रहे होते हैं, तो मैंने अभी तुम्हें बताया तो कभी-कभी क्या दिक्कत आती है sculpture को पढ़ते टाइम, बहुत बढ़िया, मैंने pen गिरा दिया, चलो ठीक है, last topic है, तो pen का कोई काम नहीं है, चलो, तो हाँ, कभी-कभी क्या दिक्कत आती है sculpture को पढ़ते टाइम, ये दिक्कत आती है कि लोग अलग-अलग कहानिया अज्यू तो एक ही sculpture को अलग-अलग कहानियों के साथ हम लिंक कर सकते हैं, और हमें exactly पता नहीं लग पाता कि कौन सी कहानी सही है, ये भी दिक्कत आती है sculptures को समझने में. इसी के साथ हमारा chapter खतम होता है, मेरा pen perfect time पे गिरा है, हाँ यार मुझे उठना ही पड़ेगा इसे, हाँ, उठाने के लिए तो, ठीक है, मैं ऐसी बता देती हूँ, मुझे तुम्हें बस ये बताना था, कि आज 6 बजे एक क्लास होगी, जिसमें हम लोग Book 1 के सारे important questions को discuss करेंगे, और आज 9 बजे एक क्लास होगी, जिसमें हम पूरे Book 1 का marathon लगा रहे हैं, इन दोनों timings को याद अगर तुम्हें लगा कि ये वीडियो तुम्हारे लिए helpful है तो वीडियो को like करो, चैनल को subscribe करो ताकि आपको humanities से related और भी बढ़िया content मिलता रहे, इस वीडियो को share करो, अपने सारे humanities classmates को बताओ कि इस चैनल पर humanities की भी तयारी होती है, and show some love and support comment section में, ठीक है students? तो अभी के लिए इतना ही करते हैं हम लोग, अब हम क्या करेंगे? आज 6 बजे मिलते हैं, 6 बजे हम इस book से related सारी important questions को करेंगे, MCQ, previous year question, map based, सब कुछ, ठीक है, चलो, so that's it for now, अभी के लिए इतना ही, शाम को 6 बजे मिलते हैं, till then, bye bye, take care and thank you.