अगर हम दूसरे रेशों के साथ ट्रेड करते हैं तो हमें बदले में फॉरन एक्सचेंज मिलता है। लेकिन कुछ ऐसे समान होते हैं जिनमें रिस्क इंवाल्ड रहता है तो उन चीजों पर उन समानों पर क्या लगता है इंपोर्ट लाइसेंस की जरूरत लगती है। पहले तो दो कंट्रीस का इंवाल्डमेंट होना ज़रूरी है फिर जो पेमिंट होनी चाहिए वो फॉरन करेंसी में होनी चाहिए। और यह थोड़ा टिपिकल भी है जब हम इंटरनेशनल लेवल पर डील करते हैं इंटरनेशनल लेवल पर ट्रेड करते हैं तो क्या होता है हमारे पास भी हमारे रिसोर्स का प्रॉपरली यूटिलाइजेशन होता है लोगों को रोजगार मिलता है और ऐसे करके क्यों आता है हम है तो स्वागत है आपका नेक्स्ट ऑफ कॉमर्स किस अमेजिंग प्लेटफॉर्म पर जहां पर हम देश का भविष्ट्री बनाते हैं और मैं हूं आपकी अपनी प्रग्लिन का और आपकी अपनी बिजनेस स्टेडीज एडुकेटर और आज हम शुरू करने वाले हैं कि क्लास 11 का लास्ट चैप्टर जिसका नाम है इंटरनल इंटर सॉरी इंटरनेशनल बिजनेस तो इससे पहले जो हमने यानि हमने बढ़ा था कि कैसे बिजनेस एक ही देश के अंदर किया जाता है लेकिन यहाँ बात ओपोजट हो जाती है यहाँ हम पढ़ेंगे कि कैसे एक देश के बाहर बिजनेस किया जाता है यानि इंटरनेशनल बिजनेस कैसे किया जाता है ठीक है बच्चो तो बिना किसी दे के हम शुरू करते हैं ये अपना चाप्टर जो सबसे पहले बता रहा है कि इंटरनेशनल बिजनस का क्या मतलब है अब आपको वैसे नाम सुनके ही थोड़ा बाद समझ आ गया होगा लेकिन एक बार बुकिस डेफिनिशन भी जान लेते हैं हाँ जी तो सबसे पहले तो मैं चेंज करती हूँ कलर स्टायलस का वन अब बोलोगे कि ये कैसा कलर यूज़ कर रही हो मैम हाँ जी सो इंटरनेशनल बिजनस रिफोस्ट टू बाइंग और सब्सक्राइब बियांड दा जॉग्रूफ जियोग्राफिकल लिमिट्स ऑफिकंट्री यानि हमने उस चैप्टर में क्या पड़ा था इंटरनल ट्रेड में क्या पड़ा था कि जियोग्राफिकल लिमिट्स के अंदर ही देश में बिजनेस किया जाता है लेकिन यहां बियॉंड यानि उससे बारे उसके बियॉंड जो हमारी जियोग्राफिकल लिमिट्स है जो देश की सीमाएं है उसके बाद ठीक है कैसे किया जाता है इन ऑफिकल ट्रेड बिट्विन टू कंट्रीज और यह क्या कहला और क्या कहलाया जाता है कि कैसे दो देशों एक्सटरनल ट्रेड के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह बात घर तक नहीं है अब बात बाहर पहुंच चुकी है ठीक है बच्चों तो यानि जब देश के बाहर बिजनेस किया जाता है तो वह आपका कहलाता है इंटरनेशनल बिजनेस ठीक है होता है ठीक है बच्चों एक्सपोर्ट आपको समझ आई रहा है यानि कुछ बाहर जा रहा है ठीक है मान लीजिए यह एंडिया ठीक है यह मैप नहीं बना रही क्योंकि मेरी द्रॉइंग कोई खास नहीं है और यह है कैनेडा ठीक है तो इट रिफर्स टू सेलिंग गुड्स और सर्विसेस टू फॉरेंड कंट्रीज यानि एक्सपोर्ट का क्या मतलब होता है जब हम अपने देश से किसी और देश से कुछ गुड्स कुछ सामान सप्लाई करते हैं ठीक है तो इंडिया से कैनेडा तक उस जाएगा को सप्लाई करेंगे तो वह खैलाएगा हमारा एक्सपोर्ट अ ठीक है बच्चों आईबस समझ में यानि हमारे देश से किसी और देश में जा रहा है ठीक है और इंपोर्ट क्या होता है इट रिफर्स टू बाइंग गुड्स और सर्विसेस फ्रॉम फॉरन कंड्रीज यानि जब हम किसी और देश से समान खरीदते हैं तो वह आता है आपका इंपोर्ट यानि जब हम कुछ समान कैनेडा से खरीदेंगे तो वह आपका कहलाएगा इंपोर्ट ठीक है बच्चों आईबा समझ में बहुत सिंपल है एक्सपोर्ट यानि जब हमारा देश किसी और देश को समान सली करता है और इंपोर्ट क्या होता है जब हमारा देश किसी और देश से समान खरीदता है ठीक है बच्चों आगे ही बाद समझ फिर हम पढ़ेंगे बट फॉर एक्सपोर्टिंग देंगे टू अनेथर कंट्री ठीक है मान लीजिए क्या हुआ मान लीजिए कि हमारा देश है इंडिया ठीक है यह हमारा देश है इंडिया ठीक है इंडिया ने थाइलैंड से अ कि कुछ सामान मंगवाया ठीक है इंडिया ने थाइलैंड से कुछ सामान मंगवाया ठीक है और फिर वही सामान उसने अपना प्रोसेस करके बेच द जापान को ठीक है तो इस केस में क्या सिचिएशन कहलाईगी इस केस में रिएक्सपोर्टिंग की सिचिएशन कहलाईगी ठीक है बच्चों यानि जब एक देश किसी और जैसे समान खरीदता है फिर उसी को प्रोसेस करके किसी और देश को किसी अन्य चंट्री को बेच देता है तो आपका खेलाता है रिएक्सपोर्टिंग आईबस समझ बच्चों तो इंपोर्ट एक्सपोर्ट एंड रिएक्सपोर्ट क्या होता है आपको बहुत अच्छे से समझ आ गया होगा ठीक है बच्चों अब बढ़ते हैं आगे जी कि अब जानते हैं कि नेचर एक्सटरेनल ट्रेड या इंटरनेशनल विजिस्ट्स क्या होता है यानी इसमें क्या-क्या चीजें इनवॉल्ड रहती हैं ठीक है तो पहले तो इनवॉल्डमेंट ऑफ ट्रू कंट्रीज यानी दो देशों का मौजूद होना चाहिए ठीक है इनवॉल्डमेंट आफ टू कंट्रीज फिर आता है पेमेंट इन फॉरेंड करंसी से अब भाईया इधर ही बात खर्म नहीं होती है बात ये भी आती है कि आपको जो payment करनी रहेगी वो foreign currency में ही करनी पड़ेगी ठीक है यानि जो किसी और country की जो currency है उसमें आपको करनी पड़ेगी ठीक है बच्चो तो बस यही इसका nature होता है कि भाईया पहले तो दो countries का involvement होना ज ठीक है बच्चो और यह पेमेंट हो रही है हमारी फॉरेंड करेंसी में ठीक है बच्चो बहुत इजी है सूपर इजी है अब बढ़ते हैं कि इंटरनेशनल विजिस के क्या रीजन्स है यानि क्यों जरूरी है इंटरनेशनल विजिस वह हम सब वेल और चीपली ऑलडर दिनी अब बच्चों हर इंसान ना हर एक काम में माहर नहीं होता है ठीक है बच्चों तो वैसे ही हर एक देश सब कामों में माहिर नहीं होता है ठीक है बच्चों तो क्या होता है कि हर एक देश सारा सामान प्रोड्यूस नहीं कर सकता अब हमारा देश एग्रीकल्चर फूट्स प्रोड्यूस कर सकता है लेकिन टेक्नोलॉजी में आज हमारा देश पीछे है ठीक है तो ऐसे में क्या हो जाता है ऐसे में इंटरनेशनल बिजनेस करना जरूरी पड़ जाता कि अब जब ऊपर वाले ने यह पृत्तवी बनाई है ना तो कुछ ना कुछ अन इवन चीजें अभी भी है ठीक है जैसे कि हमारे देश में क्या मिल जाएंगा पहाड़ भी है नदिया भी है ठीक है खेत भी है लेकिन अगर बाहर जी कंप्रीज को देखिए है लेकिन हमारे देश में सिर्फ 3-4 महीने ही ठंड पड़ती है ठीक है तो क्या होता है कि नैचरल डिसोर्सेस ना वह अन इक्वली अन इवनली बटे हुए हैं अ ठीक है अब क्या होता है हमारे देश में क्या घर्मियां भी आती है वारिश होका मौसम भी आता है सर्दियां भी आती है लेकिन बाहर जो कंट्रीज है वहां मोस्ट ऑफ टाइम सर्दियां ही रहती है तो ऐसे में क्या है जो रिसोर्सेस वह अपनी खेती वगैरह नहीं हो पाती है तो क्या है बच्चों कि जो नैचरल डिसोर्सेस अनिकली डिस्ट्रिब्यूटेड हुए पड़े हैं और यह नियुक्त वाले नहीं या ऐसी इस तरह से यह पृथ्वी क्रिएट हुई है कि जो नैचरल डिसोर्सेस उनको दूसरे कंट्रीज की मदद लेनी पड़ती है ठीक है बच्चों फिर आता है अवलेबिटी फैक्टर फ्रेक्टर लैंड लेबर कैपिटल एंड रॉ मटेरियल डिफर अमंग डिफरेंट नेशन अब क्या होता है हमारा जो देश है वहां एक लेबर इंटेंसिव कंट्री है यानि हमारे देश में आपको लेबर बहुत मिल जाएंगे ठीक है लेकिन टेक्नॉलॉजी इतनी वहां आपको टेक्नॉलॉजी लेकिन वहां लेवर्स नहीं अच्छे मिलेंगे तो ऐसे में क्या होता है अनिकल डिस्ट्रिब्टिशन यहां भी हो गया और ऐसे में क्या होता है इंटरनेशनल बिजनस की जरूरत पड़ जाती है अब हमारा देश लेवर तो मैं अच्छा लेकिन बच्चों फिर आता है डिफरेंस लेबर प्रोडक्टिविटी एंड प्रोडक्शन कॉल्स ड्यू टू सोशियो इकनॉमिक जो क्रिपिकल एंड पॉलिटिकल रीजन्स कि अब क्या है हमारे देश में जो लेबर्स वगैरह को बहुत कम पैसों में खुश कर दिया जाता है वहीं जो बाहर के जो कंट्रीज है वहां के लेबर्स कि जो आगे जो वर्कर्स होते हैं उनके भी अच्छी डिमांड रहती है तो क्योंकि हमारा कॉस्ट रहता है यानि जो खर्चा रहता है उसका वह कम पड़ जाता है ठीक है बच्चों अ फिर आता है देर इस नॉट इवन अ सिंगल कंट्री विच इज इन अ बेटर पोजीशन टू प्रोडूस बेटर क्वालिटी प्रोडक्ट सब्सक्राइब इस पूरी पृत्तवी में इस पूरे देश इस पूरे वर्ल्ड में एक भी ऐसा देश नहीं होगा जो क्या कर एक देश को में कुछ ना कुछ प्रॉब्लम्स आती ही आती है ठीक है अब हमारे देश की जो लेबर्स है उनकी डिमांड भले ही कम है लेकिन उनको भी बहुत मजबूर करना पड़ता है कि आप आइए हमारे धर काम कीजिए ठीक है तो क्या होता है एक भी ऐसा देश नहीं होगा इस पूरी पृत्वी में कि वो लोवर कॉस्ट पे बेटर कॉलिटी के यानि अच्छे से अच्छे कॉलिटी के प्रोडूस कर पा� कि ठीक है बच्चों फिर आता है एजर इजेल्ट और इसलिए हर एक कंट्री को जरूरत पड़ जाती है यानि हर कंट्री को फायदेमंत होता है कि वह इंटरनेशनल बिजनेस करें ठीक है बच्चों इन ही सब वजहों से क्या होता है कि हर एक देश को दूसरे देश की मदद लेनी ही पड़ती है ठीक है बच्चों आए बस समझ में तो बढ़ते हैं हमारे कि तो पहला आता है कि क्या फायदे है यानी इंटरनेशनल बिजनेस के क्या फायदे है नेशन्स को यानी कंट्रीज को ठीक है कंट्रीज को क्या फायदे है तो पहला आता है अगर नियुक्त फॉर एक्सचेंज इंटरनेशनल बिजनेस है प्रमुख पर एक देश दूसरे देश से ट्रेड करता है व्यापार करता है तो उसको फॉरन एक्सचेंज मिलता है यानि उसकी उस देश की करेंसी मिलती है ठीक है बच्चों आज डॉलर की कीमत कितनी है असी है शायद 80 के अराउंड ही होगी ठीक है लेकिन आज हमारे पास डॉलर की बहुत कमी है वह गांधा नहीं हो पर डॉलर अवंगोनी नामसाड़ा चलता और डॉलर की जो वैल्यू है वह पूरे वर्ल्ड में बहुत है ठीक है और आज भी हमारे पास डॉलर की बहुत कमी है अगर हम ऐसे देशों को ऐसे इन कंट्रीज के साथ डिल करेंगे अगर हम जहां उनकी करंसी की वैल्यू बहुत हाई होगी तो हमें क्या मिलेगा बदले में जब हम समान एक्सपोर्ट करेंगे यानि उन देशों के साथ क्रेड करेंगे हम अपना समान एक्सपोर्ट करेंगे अपना समान उनको बेशेंगे और बदले में क्या कमाएंगे पैसा कमाएं� कि ठीक है बच्चों तो क्या है अगर हम दूसरे देशों के साथ ट्रेड करते हैं तो हमें बदले में फॉरन एक्सचेंज मिलता है ठीक है फिर आता है मोर फिशिंट रूस फ्रेसॉर्स इस एवरी कंट्री है सम अदर सम और अधर नेशनल रिसोर्स जैसे कि मैंने आपको बताया ही कि हर एक इंसान यानि हर एक देश के पास सब कुछ अवेलेबल नहीं होता उसको अब इस रिसोसेस बेस्ट फॉर सिवल मैनर एंड विकल्प इफिशियंट एंड स्पेशलाइज इन यूजिंग इस रिसोसेस थे अब क्या जाता है बच्चों अब हमारा जो देश इंडिया वह किसमें अच्छा है एक्रीकुल्चर गुड्स वगैरह में स्पाइस वगैरह में अच्छा है ठीक है लेकिन जो जपान वगैरह है वह टेक्नोलॉजी में अच्छा है ठीक है जब आपके बाद इतने एक्रीकुल्चर गुड्स नहीं है है ठीक है तो ऐसे में हम क्या कर सकते हैं अगर हम जापान के साथ अच्छे रिलेशन्स करें जापान के साथ हम अच्छा ट्रेड करें तो हम उनसे क्या लेंगे टेक्नोलॉजी लेंगे और वह हमसे क्या लेंगे एग्रिकल्चर गुर्स लेंगे ठीक है तो वहां पर खेती वगरा करना पॉसिबल नहीं है और हमारे देश में बहुत ग्रीनरी है बहुत खेत वगरा है तो हम इस चीज में फायदेमन है यानि इस चीज में हम खुशनसीब हैं तो हर एक देश के पास रिसोर्स की कमी है यानि वह संपूर्ण देश नहीं है ठीक है बच्चों तो ऐसे में क्या हो जाता है हर एक देश को जरूरत पड़ती ही है दूसरे देशों की ठीक है फिर हम नेक्स्ट पड़ते हैं हां जी नेक्स्ट आता है इंप्रूविंग ग्रोथ प्रोस्पेक्ट्स एंड एंप्लाइमेंट पोटेंशियल यानी जो इंटरनेशनल बिजनेस होता है वह ग्रोथ को भी प्रमोट करता है ठीक है एक्सटेंट वेट बूस्ट अपने अब क्योंकि domestic countries को मौका मिल जाता है क्यों export कर पाएं बाहर भी अपना सामान बेच पाएं तो ऐसे में क्या होता है growth prospects बढ़ जाते हैं और employment opportunities भी बढ़ जाती हैं ठीक है बच्चों अब मान लीजिए कोई business है जो 1000 kg कि यह करता है कि समान प्रोड्यूस करते ठीक है थाउजन किलोग्राम और राइस प्रोड्यूस करता है ठीक है राइस प्रोड्यूस करता है और इसको ट्रेड करता है इंटरनल ट्रेड करता है यानि अपने ही देश में बेशता है ठीक है बच्चों अब वहीं उसको मौका मिला कि वह इंटरनेशनल बिजेस करें यानि एक्सपोर्ट करें अपने समान को तो अजार किलोग्राम की जगह दो हजार किलोग्राम और प्राइस प्रोड्यूस करेगा ठीक है अब जब आ तो टू थाउजन किलोग्राम फ्राइस प्रोड्यूस करेगा इंटरनेशनल बिजनेस करेगा यानि जब वह एक्सपोर्ट करेगा तो क्या होगा उसकी ग्रोस बड़ेगी थी कि दूसरे कंट्री तक समान पहुंचाएगा तो उसको पैसा मिलेगा फॉरन एक्सचेज बड़ेगा ठीक हो कि एंप्लाइमेंट पोटेंशल जनरेट होगा यानि जहां वह पहले 50 लोगों को एंप्लाई करता था अब उसको सौ लोगों को एंप्लाई करना पड़ेगा तो खुल मिलाकर क्या हुआ एंप्लाइमेंट ऑप्शनिटीज भी जनरेट हुई ठीक है लोगों को रोजगार भी मिलने लगा ठीक है बच्चों तो क्या हुआ इंटरनेशनल बिजनेस इसलिए फायदेमंत होता है क्योंकि बिजनेस को मौका मिल जाता है कि अपना समान दूसरे देशों तक पहुचा पाए और ऐसे में उनकी ग्रोस तो होती ही है कि नपी पर लिविंग डेवलपिंग एंड अंडर डेवलप्ट कंट्रीज आज यूज प्रोडक्ट एंड इंक्रीज टेंडर ऑफ लिविंग अब आप सबको पता है और आज हम देख सकते हैं इंडिया में कि हर एक इंसान के पास यानि हर घर में आपको मिडल जो मिडिल क्लास फैमिली भी रहती हैं और उनके घर भी आपको iPhone देखने को मिल जाएंगे अब iPhone हमारी देश का तो है नहीं iPhone का ऑरिजिनेशन iPhone कहां से कहा है USA का है तो इंटरनेशनल बिजेस की वजह से क्या हो रहा है iPhone हमारे देश में भी आते हैं यानि इंडिया इंपोर्ट करता है USA से ठीक है लोगों का स्टैंडर ऑफ लिविंग बढ़ रहा है इंक्रीज हो रहा है अब सबको बहुत शॉक आते हैं कि हमारे पास iPhone हमारा दो ट्रीम है यार iPhone बढ़ती है वगैरह है तो ऐसे में क्या होता है इंटरनेशनल बिजेस जो है लिविंग स्टैंडर्ड भी इंप्रूव करता है लोगों का वह देख सकते हो जिनके पास भी आईफोन रहता है आपके फ्रेंड्स वगैरह में भी उनके अलग ही स्वाग रहता है पूरे ग्रूप अब हमने पढ़ा कि क्या फायदे थे कंट्रीज को यानि नेशन को अब हम पढ़ेंगे कि क्या फायदे है बिजनेस फर्म्स को ठीक है लेकिन पहले आप इधर तक नोट कर लीजिए सारे फॉर्म्स अंजी बच्चों स्वाइड हो अपने हां तक नोट कर लिया होगा अब पढ़ेंगे कि क्या फायदे है बिजनेस फर्म्स को यानि अभी तक हमने पढ़ा कि कंट्रीज को क्या फायदे मिलते अब हम पढ़ेंगे कि बिजनेस को क्या फायदे मिलते हैं इंटरनेशनल बिजनेशनल प्रेड के ठीक है तो वह प्रोस्पेक्ट फॉर हाइव प्रॉफिट वेड़ प्राइस डोमेस्टिक मार्केट लो ने फॉर्म्स कैन सेलेक्ट प्राइस इन इंटरनेशनल मार्केट एंड कंट्रीज वे प्राइसेस आर हाई यानि अपने देश में प्राइस किसी प्रोडक्ट के लोगों और उसी प्रोडक्ट के किसी देश में क्या हो प्राइस वह हाई हो तो वे बिजनेस क्या कर सकते हैं अपना समान उस विश में जाकर बेच सकते हैं और अच्छा-खासा मोटा पैसा कमा सकते हैं यानि अच्छा-खासा प्राविट कमा सकते हैं ठीक है बच्चों फिर आधा इंक्रीज कैपेसिटी यूटिलाइजेशन यह पॉइंट उसी से सिमिलर है विद इनक्रीज इन प्रोडक्शन कैपेसिटी प्रोडक्शन और इकनॉमिस और अब क्या जैसे मैंने आपको बताया ही था कि जो यूटिलाइजेशन की कैपेसिटी होती है वह भी बढ़ जाती है जैसे कि अगर कोई भी बिस्टर्स पहले अगर 1000 किलो ग्राम का कुछ राइस वगैरह प्रोडूस कर दी थी और लेकिन वह इंटरनेशनल बिजनेस में आ चुका है तो क्या करेगा 2000 किलो ग्राम फ्राइज प्रोड्यूस करेगा ठीक है बच्चों तो ऐसे में क्या होगा जो कैपेसिटी है उटीलाइज हो रही है मान लीजिए उसकी बस इतनी जमीन थी और इतनी जमीन में वह इधर में क्या करता था उजन किलोग्राम फ्राइज प्रोड्यूस करता था और यह जो उसकी जगह थी वह आइडल पड़ी हुई थी वह ऐसे ही फालतू पड़ी हुई थी तब वह क्या करेगा वह इंटरनेशनल बिजनस उसको करना होगा तो इस खाली पड़ी हुई जगह का भी इस्तेमाल करेगा यानि यूज करेगा तो यह पॉइंट बस वहीं बोलता है फिर आता है prospects for growth when the demand for the product start becoming saturated in domestic countries and such forms can enhance their business बाय अप्रोचिंग इंटरनेशनल मार्केट यानि जब अपने देश में किसी चीज की डिमांड सैचुरेट होने लगती है यानि गिरने लगती है यानि जब उसका कैसा पॉइंट आ जाता है कि अब वह नहीं बिलेंगे वाली तो क्या कर सकते हैं होती है इससे ज्यादा तो होती नहीं है लेकिन जो बाहर की कंट्रीज होती है यूएसए कैनेडा वहां बारा महीने सर्दी पड़ी ही रहती है ठीक है बच्चों तो क्या कर सकते हैं हमारे देश के लोग कि जब हमारे इधर की सर्दियां खत्म हो जाए और उनके पास कुछ बचा हुआ स्टॉक है तो क्या कर सकते हैं सर्दियों का स्टॉक है फैटल हो गए फूटवेयर है तो यह फायदे जो बिजनेस फर्म को मिलते हैं चलिए फट इनको नोट कर लीजिए अ हां जी बच्चों सो कर लिए तक नोट अब बड़े आगे चलो बढ़ते हैं वह याद हां जी सब नेक्स्ट टॉपिक है हमारा भी चल गया होगा लेकिन क्या करते हैं फिर से जान लेते हैं बोल रहे तो ठीक है भाई जान ही लेते हैं हमारा जा रहा है आपका क्या जा रहा है आपको दोस्तों नहीं है मुझे दोस्त पढ़ाना है ठीक है सब्सक्राइब कंट्री अ यानि जब हमारे देश से हमारे वतन से किसी और देश तक समान जाता है तो उसे बोलते हैं एक्सपोर्टिंग और इंपोर्टिंग नीज बाय गुड सेंड सर्विस फॉर फॉरेंड कंट्री और जब किसी और देश से हम समान खरीदते हैं बाय मतलब खरीदना के यानि क्यों जरूरी है भाईया वह जान लेते हैं टू सेल सर्प्लस गुड्स अ यानि जो सामान बच जाता है उसको भी तो बेशना होता है अगर हम अपने domestic market में ही बेचेंगे अगर हम अपने देश में ही बेचेंगे तो उतना profit नहीं कमा पाएंगे लेकिन अगर हम international level में उसको बेचेंगे तो हम अच्छा खासा profit मोटा पैसा कमा पाएंगे ठीक है बच्चो तो to sell surplus goods यानि बच्चा कुछा जो हमारा माल है stock है हम उसको बेश सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं फिर to make better utilization of resources अब जो भाईया जो resources है हमारे पास उनका भी तो properly utilization हुआ यह होना चाहिए मैं आपको बताया ही था मान लीजिए मेरे पास इतनी जगह है ठीक है और इतनी जगह में उस आधी जगह में इंटरनल ट्रेड करती हूं यानि डोमेस्टिक ट्रेड करती हूं लेकिन जो मेरी बच्ची कुछ जगह है यह जो आधी जगह कर सकती हूं तो ऐसे भी मेरे पास जो मेरी रिसोर्स है मेरी जो लैंड है उसका प्रॉपरली यूटिलाइजेशन हो जाएगा अब ठीक है भाईया टू आफ आरेक्शेंज वह डिस्कस किया ही था हमने कि जब हम फॉर अनुसार कि मार्केट में डिल करते हैं तो वहां का पैसा कमाते हैं और वहां की पैसे की वैल्यू बहुत है कंपरेटिवली हमारी इंडियन करेंजी की तो भाईया हम पैसा कमा रहे हैं फॉर एक्सेंज कमा रहे हैं फिर आता है टू इंक्रीज नेशनल इंकम अब फॉर जायस ही बात है जब हम इंटरनेशनल लेवल पर डिल करते हैं इंटरनेशनल लेवल पर ट्रेड करते हैं तो क्या होता है हमारे पास हमारे रिसोर्स का प्रॉपरली यूटिलाइजेशन होता है लोगों को रोजगार मिलता है और ऐसे करके क्या होता है हमारी जो नेश की नेशनल इंकम है वह भी इंक्रीज होती है ठीक है बच्चों फिर टू जेनरेट एंप्लाइमेंट जैसे कि मैंने बताया ही कि जितना ज्यादा प्रेड करेंगे उतने ही ज्यादा लोगों को क्या मिलेगा रोजगार का अवसर मिलेगा एंप्लाइमेंट की अपोर्शनिटी बच्चों फिर टू जेनरेट एंप्लाइमेंट जैसे कि मैंने बताया ही कि जितना ज्यादा लोगों को क्या मिलेगा एंप्लाइमेंट की अपोर्शनिटी तो इंक्रीज गवर्नमेंट रिविन्यू यानि गवर्नमेंट के खजाने में भी इंक्रीमेंट होता है कैसे होता है जब हम इंटरनेशनल लेवल पर ट्रेड करते हैं ना तो गवर्नमेंट को भी क्या मिलता है कस्टम ड्यूटी मिलती है ठीक है एक्साइज ड्यूटी मिलती है और भी बहुत सारे टाइप के क्या मिलते हैं टैक्सिस वगैरह मिलते हैं तो इससे क्या होता तो इन ट्रेड इंटरनेशनल प्लेस एंड को ऑपरेशन यानि इंटरनेशनल को ऑपरेशन इंटरनेशनल लेवल पर पीस बरकरार करना वह नोट करते होगे कि आपको जो आप पड़ोसी है ठीक है अगर आप अगर आपकी रिलेशन सब्सक्राइब और रिलेशन डेवलप हो जाते हैं तो वैसे ही अगर हम अपनी दूसरी कंट्रीज के साथ डिल करेंगे तो हमारा भी क्या वह को ऑपरेशन और पीस डेवलप होगा हमारी कंट्रीज के बीच में ठीक है बच्चों आईबा समझ तो बहुत इजी अब्जेक्टिव्स है और बहुत ही सिंपल है आप मन में से भी लिख सकते ह कि जो यह बोल रहा है एक्सपोर्ट प्रोसीजर अब यह टॉपिक बच्चों को बहुत टिपिकल लगता है और बच्चे बोलते हैं कि मैं इतनी बड़ी प्रोसीजर इतनी बड़ी प्रोसेस हम याद ही नहीं कर पाते हैं लेकिन बच्चों चिंता मत करो क्यों आ रहें भाईया क्यों आ रहें ठीक है ऊप पीजी ओ ठीक है पीजी ओ ऐसे याद कर लेना आरपीआई आरबीआई की जगह आरपीआई और कॉप्स ठीक है क्यों आ रहें ऊप पीजी ओ आरपीआई कॉप्स यह निमोनिक ट्रिक मैंने आपके लिए बनाई है आपको अच्छे से याद करना है अगर आप मात्र दो तीन बार ही से पढ़ते हैं ना तो आपको निमोनिक लेट कर लोगे ठीक है बस यह पॉइंट का ही खेल है अगर आप इसके एक्सप्लीनेशन अच्छे से समझ लेते हो ना बच्चो तो ए पेपर में अगर यह प्रोसीजर आ भी जाती है तो आप यू लेख लोगे मुझे पता है ठीक है बच्चो तो आपको क्या करना अच्छे से समझनी है बस इतना करना है ठीक है बच्चो तो बड़े अब कमर कस लो अपनी अच्छे से बैठ जाओ यहां लगाना पूरा बिकोस इस वेरी इंपोर्टेंट एंड यह थोड़ा टिपिकल भी है अ है तो बच्चों को कंफ्यूजन जाती है इसलिए ध्यान से बढ़ना है ठीक है बच्चों इधर उधर ध्यान नहीं देना ठीक है यह वापिस इंस्ट्राग्रम पर यह वॉटसएप पर मत चला जाना यह चक्करने कि आपकी जीवी अपका मैसेज आया है नहीं ध्यान पड़ो इधर इस बार मेरी सुननी पड़ेगी हां सो पहला आता है रिसीप्र ऑफ इंक्वारी एंड सेंडिंग प्रोटेशन इन फॉर्म इन वाइस माली जिसको एक एग्जांपल के जरिए समझते हैं कि मेरा इंडिया में क्या है बहुत अच्छा बिजनस है कांचीपुरम साडी का किसका कांचीपुरम साडी का मेरा बहुत अच्छा बिजनस है और इंटरनेशनल नेवल पर भी ट्रेड करती हूं ठीक है मेरे पास जापान से आडर आया भेजी और जब मैंने देखा कि हां भाई इंक्वायरी में पसाई हुई है तो मैंने इनको रिप्लाई दिया अ ठीक है यानि मैंने अपना quotation बताया कि मेरी एक साड़ी इतने रुपए की होती है इस रेंज से लेकर इस रेंज से आपको मेरे हाँ साड़ी समिल जाएगी तो मैंने क्या किया मैंने उनको reply दिया तो वो जो हम reply देते हैं ना बच्चो inquiry का जब सामने वाली party जो जपान वालों क कि जो सामने वाली पार्टी होती है दूसरे देश की पार्टी होती है वह पहले इंक्वायरी भेजती है यानि उसका ही सुनती है कि इनका अच्छा बिजनेस है और फिर हम क्या करते हैं हम उनको रिप्लाई देते हैं ठीक है वह रिप्लाई हमारा खैलाया जाता है यानि अपना कोटेशन चार्च करते हैं कोटेशन भेजते कि मारी इतनी प्राइसेस हैं इस रेंज आई बात समझ में तो यह था हमारा पहला स्टेप यानि यह था हमारा क्यों अ quotation ठीक है बच्चों मैंने क्या किया हुआ ना यह अलग से यह जो क्यों आरे उप पीजी और पीएड जो मैंने अपने निमोनिक बनाया हुआ है ना इसके नीचे मैंने यह जो लेटर्स अंडरलाइन भी किया हुआ है ताकि आपको लिखत ना जाए ठीक है बच्चों तो आप चाहते हैं तो आप सास अपने नोट करते जाए या बाद में कर लेना ठीक है आपकी मरदी फिर तो यह प्लेस एंड ऑर्डर फॉर द गुड्स टू डिस्पेस्ट यानि अगर जो सामने वाली पार्टी है जो जपान की जो पार्टी है वह मेरे रिप्लाई से खुश हो जाती है सेटिफिकेशन हो जाती है कि हां भाई इसकी तो प्राइस भी सही रेंज भी सही है रहती है तो वह क्या करते हैं वह ऑडर प्लेस करते हैं यानि वहां करते हैं ऑडर प्लेस करते हैं कि आप अपना समान भेज सकते हैं ठीक है बच्चे जनरली जब हम शॉपिंग करते हैं ऑनलाइन वगैरह अ तो हम क्या करते हैं पहले देखते हैं कि हां इसमें यह आइटम्स है यह हम जो डिस्क्रिप्शन होती है वह पढ़ते हैं फिर हम रिव्यूज वगैरह देखते हैं और फिर जब हम सेटिफाई हो जाते हैं तो जाकर अपना ऑर्डर प्लेस करते हैं तो वैसे ही यहां भी वहीं खेल होता है ठीक है बच्चों तब क्या हो रहा है अब जो सामने वाला जो बायर है जो है बच्चों तो आता है रिसीप ऑफ ऑर्डर और इंडेंट ठीक है इंडेंट मिशानी इंडेंट में क्या होता है इंडेंट में सारी क्वालिटी पर करा मेंशन होती है कि यह हमारी रेज है यह हमारी प्राइस पर करा है ठीक है बच्� अशिशिंग इंपोर्टर्स क्रेडिट वर्थीनेस एंड सिक्योरिंग गैरेंटी फॉर पेमेंट अब बात यहां ही खत्म नहीं हो जाती कि उनको मेरा स्टॉक उनका मेरा माल पसंद आया और उन्होंने बोला कि हां भाईया ठीक है आप ऑटर प्लेस अब यह बात इतनी बड़ी है उनको मेरी कांची परम साडी जो मेरा बिजनस है वह पसंद आया है और बात है टोटल 50 लाख की यानि 50 लाख रुपए की डील है 50 लाख रुपए कोई छोटी-बोटी अमाउंट है नहीं बच्चों ठीक है अगर मैंने अपना माल इधर से बेच दिया और उन्होंने कि वाद में मुकर गई कि नहीं भाई यहां में तो नहीं चाहिए तो भाई है मेरा जो माल है वह डूब जाएगा ना मेरा जो स्टॉक यह डूब जाएगा मेरा तो लॉस होगा तो इस केस में क्या होता है कि जो एक्सपोर्टर है और इंक्वायरी करता है सामने वाले के ऊपर ठीक है तो एक्सपोर्टर जाता है किसके पास एक्सपोर्टर यानि इंक्वायरी करता है और इस केस में जो बैंक वाले होते हैं वह इशू करते हैं लेडिट लेटर ऑफ क्रेडिट यानि लेटर ऑफ क्रेडिट एक ऐसा डॉक्यूमेंट होता है जिसमें यह आश्वासन यह एंशॉर करवाया जाता है कि यह जो पार्टी है को क्रेडिट वर्थी है यानि वह पेमेंट कर देगी ठीक है बच्चों क्योंकि जो बात है वह छोटी-मोटी नहीं है वह कोई पचास सो रुपए की या कोई हजार दो हजार रुपए की नहीं है जो बड़ी डिल्स की जाती है बड़े अमाउंट्स इसमें हैं ठीक है बच्चों आई बात समझ में आपको अब बढ़ते हैं यह में रफ कर रही जा रही हूं अ बच्चों अब फिर आता है कि ऑप्टेनिंग एक्सपोर्ट लाइसेंस अब ऑप्टेनिंग जब एक्सपोर्ट लाइसेंस में भी ना दो दिन प्रोसीजर एक्सपोर्टर हैस टू गेट एन आईएसी नंबर यानि एक्सपोर्ट प्रोसीजर शुरू करने से पहले अ जो एक्सपोर्ट होता है यानि मैं अपना समान भेज रही हूं मैं एक्सपोर्ट कर रही हूं तो आईएसी नंबर एक इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड नंबर है वह लेना बहुत जरूरी होता है ठीक है तो गैंड इस नंबर तो एक्सपोर्टर टॉप तो वह जो अकोड रहता है रजिस्ट्रेशन जो रहता है वह इशू कर देती है ठीक है बच्चों फिर आता है नेक्स्ट ऑप्टेनिंग रजिस्ट्रेशन का मेंबरशिप सर्टिफिकेट आफ्टर गेटिंग आईएसी नंबर जब आईएसी नंबर मिल जाता है उसके बाद हम आते हैं रजिस्ट्रेशन का मेंबरशिप सर्टिफिकेट पर सोध एक्सपोर्टर रेप्लाइस फॉर अमेज़ आरेज आसी एमसी प्रशुरू गाइज अब जो आरसी एमसी कौन इशू करता है एक्सपोर्ट प्रमोशन कांसिल यह आ सकता पूछ सकते हैं वह इशूज आरसी एमसी फैड्रेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन एक्सपोर्ट डेवलपमेंट ऑथॉरिटी इनमें से कोई भी जो लाइसेंस होता है रजिस्ट्रेशन होता है वह इशु कर देते हैं ठीक है बच्चों फिर आता है रजिस्ट्रेशन विद ईसी जी प्रोटेक्ट और कमर्शल रिस्क अब मान लीजिए दो देश डील कर रहे हैं ठीक है मेरी और इंडिया मेरी मैं इंडिया लेकिन हमारे दोनों के बीच में यानि इंडिया और जपान के बीच में अगर कोई युद्ध छिड़ जाता है ठीक है तो फिर क्या होगा तो ऐसे में तो हमारी डील खराब हो जाएगी ना मेरी जो पेमेंट है यानि जो मैंने अपना 50 लाख का समान भेजा हुआ है वो तो अ आप टेनिंग प्रीशिप्मेंट फाइनेंस क्या होता है प्रीशिप्मेंट फाइनेंस इसे फाइनेंस विज एक्सपोर्टर नीचे प्रोक्यूर रॉब्ब टेरियल अगर कंपनेंट्स प्रोसेसिंग एंड पैकिंग अफ पूर्ण अब अभी तक हमने क्या बड़ा बच्चों कि सारे हमने रजिस्ट्रेशन वगैरह ले लिए आईएसी फोट ले लिया यानि अब क्या होगा अब होगा कि जो प्रीशिपमेंट फाइनेंस करवाना पड़ता है अब प्रीशिपमेंट फाइनेंस में क्या होता है कि जो एक्सपोर्टर होता है उसको जो सारे रॉ मटेरियल्स या जो भी उसके आज सामान के लिए ठीक है बच्चों आईबस समझ में फिर इसके बाद क्या होता है इसके बाद प्रोडक्शन और प्रक्रारमेंट ऑफ कोट्स आफ्टर सेंटिंग ने कंफर्मेशन ऑफ इंपोर्टर यानी जब इंपोर्टर अपनी कंफर्मेशन भेज देता है कि हां तो मैं क्या करूंगी अपनी फैक्टर में जाकर ऑर्डर दे दूंगी कि चलो आप समान बनाना शुरू कर दो यानि साडी बनाना शुरू कर दो ठीक है बच्चों फिर क्या होता है प्रीज प्रिंट इंस्पेक्शन अब बच्चों हमने क्या पड़ा फॉर्स का लेकिन अब इंस्पेक्शन जरूरी होगा अब जो माल बन रहा है क्या वह जो स्टॉक क्या वह जो मटेरियल है इसके लिए इंस्पेक्शन किया जाता है ठीक है बच्चों सो क्वालिटी प्लेस वेरी इंपॉर्टेंट रोल इन एक्सरेंट रिड अब भाईया एक्सरेंट रिपीट की बात चल रही है यानी जो बात है हमारे देश तक ही नहीं है बात इंटरनेशनल लेवल मेरे देश का नाम भी डूबेगा चाहिए ठीक है एक दिन चलते हैं दूसरे दिन जाकर खराब हो जाते हैं तो हम यह नहीं बोल रहे हैं कि चाइना की यह कंपनी खराब है हम पूरे देश का ही नाम लेते हैं हम पूरे देश को घसीट बाते हैं कि भाई चाइना तो है ही ऐसा इन इंस्पेक्शन सर्टिफिकेट यानि जो काउंसिल अगर सेटिसफाइड होती है कि इनका जो माल है इनका जो स्टॉक वगैरह है वह वक्ति में अच्छा है ठीक है फ्रॉड नहीं है अर्टिफिशल नहीं है तो वह इंस्पेक्शन सर्टिफिकेट जारी इंस्पेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिलता तब तक आप एक्सपोर्ट कर ही नहीं सकते हो ठीक है देर आप रिमाटर फ्री इन प्रोसेस क्वालिटी कंट्रोल एंड सेल्टिफिकेशन इसके भी तीन काइंट होते हैं पहला तक कंसाइनमेंट वाइस इंस्पेक्शन यानि आपके मुझे माल होता है ठीक है जो स्टॉक होता है उसकी चेकिंग होती है फिर इन प्रोसेस यानि जो कंपनी होती है वह खुद सेल्टिफिकेशन करती है ठीक है इसके तीन मेथेड्स इंवाल्ड हैते हैं आई बात समझ में बच्चों अब जानते हैं आगे क्या होता है अ कि अब जीएसटी क्लियर इंसप्रेक्शन भी हो गया इंस्प्रेक्शन वालों ने हम सर्टिफिकेट भी इशू कर दिया आप वह जीएसटी क्लियर इंस्ट्री यानि इसको एक्साइज क्लियर इंस्ट्री बोल सकते हैं ठीक है बच्चों सो टू कि जो एक्सपोर्टर होता है यानि जो मेरी कंपनी है मैं क्या करूंगी जेस्टी वालों के पास जाऊंगी जेस्टी कांसिल में जाऊंगी कि मैं एक्सपोर्ट कर रही हूं यानि इंटरनेशनल लेवल पर डिल कर रही हूं तो मैं क्या करूंगी उनको उसमें आपको जो जीवस्टी कांसिल होती है जो डिपार्टमेंट रहता है यानि जो सरकार रहती है वह क्या करती है थोड़ी एक्सम्शन थोड़ी छूट प्रोवाइड कर देती है ठीक है बच्चों आईबस सांज में फिर आता है ऑप्टेनिंग सर्टिफिकेट आता है कुछ कंट्रीज क्या करती है जो माल किसी और देश से आ रहा होता है ना तो उसको कंसर्शन टैरिफ कंसर्शन प्रोवाइड करती है अब यहां से माल जा रहा है इंडिया से जापान अ कि सामान जा रहा है ठीक है तो यह भी तो कुछ चार्ज करेंगे ना लेकिन कुछ कंट्रीज क्या करती है उस चार्ज में कुछ कंसर्शन दे दीती है यानि उस चार्ज को कुछ उनकी जो मांट रहती है उसकी कम कर देते हैं ठीक है तो अवेल अपने फिर इसे इंपोर्टर में आप एक्सपोर्टर टू सेट आफ सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन इसको अवेल करने के तो आपको सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन दिखाना पड़ेगा और ऐसे में अगर वह सर्टिस्वाई हो जाते हैं तो आपको टैरिफ सेशन भ अब जैसे कि हम देखते हैं हम जब बाय रोड भी डाइव कर रहे होते हैं तो बीच में टॉल टैक्स पड़ता है ठीक है हमारे देश में टॉल टैक्स है तो वैसे ही अगर जब हम दूसरे कंट्रीज में डील करेंगे तो वहां भी तो कुछ क्यों कर देते हो उससे वह सटिस्ट हो जाते हैं तो आपको टैरिफ कंसर्शन मिल जाता है ठीक है फिर आता है रिजर्वेशन ऑफ अ और फॉर्स शिपिंग स्पेस ने एक्सपोर्टिंग फॉर्म से प्लाइट व शिपिंग कंपनी फॉर बुकेंग शिपिंग स्पेस फिर एक्सपोर्टिंग फॉर्म होती है वह जायसी बात है कि एक्सपोर्टिंग फॉर्म है वह खुद ही तो अपनी शिफ्स लेकर और ने ऑन एक्सेप्टिंग एप्लीकेशन अ ना शिपिंग कंपनी इशूज शिपिंग ऑडर यानि फिर शिपिंग कंपनी होती है वह जब स्टेटिसफाइड हो जाती है तो वह क्या ग्रांड करती है एक शिपिंग ऑडर ग्रांड करती है ठीक है बच्चों अब जो सामान होता है वह कंपनी खुद भी बेचती है वह बात करती है शिपिंग कंपनी वालों से ठीक है बच्चों फिर नेक्स्ट चुके बच्चों अब इधर तक बच्चों से अब बस पांच स्ट्रप और बच्चे हैं वह पढ़ लेते हैं फटाफट आजी फिर आता है packing and forwarding तो अभी तक हमने क्या किया था अभी तक हमने क्या पढ़ा था यानि कि shipping company को order दे दिया जाता है अब पढ़ते हैं कि packing and forwarding द गुड सर देन प्रॉपरली पैक और नेसेसरी डिटेल्स यानि जो सामान होता है उसको प्रॉपरली पैक कर दिया जाता है ताकि सामान गेरे ना डस्ट्रॉइव वगैरह ना हो प्रॉपरली डिटेल्स यानि जो भी जरूरी डिटेल्स होती है जैसे कि नाम हुआ पोर्ट आफ शिफ्टमेंट यह नहीं कहां से जाएगा और यह कहां पर इसकी डेस्टिनेशन है वगैरह यह सब इसकी डिटेल्स ऑर्डरी मेंशन कर दी जाती है ठीक है बच्चों फिर आता है इंशॉरेंस अब गुड्स अब जैसे कि मैंने आपको बताया कि यानि जो क्या करता है एक्सपोर्टर होता है वह अपने समान की प्रोडक्शन दिलवाता है अपने समान का इंशुरेंस करवाता है कि ताकि अगर समुद्र में जो चिप्पेंट कंपनी से यानि जो शिफ्टमेंट कंपनी के साथ ने डिल किया तो वैसे ही वह इंशुरेंस कंपनी के पास भी जाता है ताकि उसका जो समान है वह खराब होने से बच जाए अगर खराब हो गया तो इंशुरेंस उसको मिल जाए इंशुरेंस करवाता है फिर आता है कस्टम्स क्लियरेंस टो पेन द कस्टम्स क्लियरेंस द एक्सपोर्टर प्रिपेस शिपिंग विल अ अच्छी पिंपल कंटेंस द डिटेल्स अब वूट्स सच जब पोर्ट यानि इसमें क्या होते कस्टम क्लियरेंस मिलना है यानि शिपिंग बिल में क्या होता है सार्विस गुड्स की डिटेल्स मेंशन होती है ठीक है जहां जो समान होगा का नाम हुआ एड्रेस हुआ वगैरह वह सब प्रिपेयर कर लिया जाता है कस्टम क्लियरेंस में ठीक है बच्चों फिर आता जो शिप रहती है जो शिप का कैप्टन होता है जो चलवाता है चलाता है उस वह जो शिप का जो कैप्टन होता है वह प्रिपर करके देता है आफ्टर रिसीविंग कस्टम डिवेरेंस यानी जब कस्टम डिवेरेंस मिल चुका है तो जो गोड़ जो शिप का जो कैप्टन होता है वह इमेशन करता है कि हमारी शिप में इनका सामान आ चुका है और वह मेडिस रिसीप इशू कर देता है ठीक है बच्चों फिर पेमेंट ऑफ रेट एंड इंशरस विल अफलेडिंग अ आफ्टर लोडिंग गुर्शन शिप एक्सपोर्टर गोस्ट ऑफिस अब शिपिंग कंपनी यानी जब जो सामान होता है वह शिप पर चड़ जाता है शिप पर लोड हो जाता है तो एक्सपोर्टर किसके पास जाता है वापिस शिपिंग कंपनी के पास जाता है वहां जाकर वह क्या सबमिट करता है मेट्स रिसीप सबमिट करता है और उसके बदले में जो शिपिंग कंपनी उसको आफ इशू करती है वह इशू करती है पेल ऑफ लेडिंग ठीक है विच इस प्रिपेड इन टिप्लीकेट यानी उसके तीन कॉपी निकाले जाते हैं कितनी कॉपी स्तीन कॉपी उसकी निकाली जाती है ठीक है बच्चों आईबा समझ में तो क्या होता है जो एक्सपोर्टर होता है वापि शिपिंग कंपनी के पास जाता है मेड रिसीट लेकर कि हाँ भाईया मेरा जो सामान है वो वाकई में शिप में लाद दिया गया है लोड कर दिया गया है ठीक है बच फिर सिक्यॉरिंग पेमेंट अब यह सब कुछ हो गया आप आईएगी पेमेंट की बात ठीक है आफ्टर दो शिपमेंट ऑफ गुड्स एक्सपोर्टर एक्सपोर्टर होता है वह इंपोर्टर कंप्रम करते हैं कि हां भाई जो समान है वह शिप पर लोड कर दिया गया है और टाइटल ऑफ गुड्स को क्लेम करने के लिए कि जैसे कि जो बिल हुआ इनवॉइस वगैरह हुआ वह सब सेंट करता है इंपोर्टर को ठीक है एज़ प्रूफ के लिए ठीक है बच्चों ताकि इंपोर्टर भी सूखा बोलते हैं सूधिशित हो जाए फिक्शर हो जाए कि हां उसका जो सामान है वह वाकई में आ रहा है ठीक है बच्चों फिर आता है यानि इधर ही तो हम यहां पर हमारी जो प्रोसेस है वह पूरी खत्म हो जाती है यानि याद रखिए बच्चों की जो पेमेंट का जो मोड रहता है वह लास्ट स्टेप रहता है पूरी प्रोसीजर में ठीक है बच्चों आप यहां नोट कर लो जी बच्चों तो अब हम बढ़ेंगे इंपोर्ट रेट के बारे में ठीक है बच्चों इंपोर्ट रेट क्या होता यानि जब हम किसी और देश से सामान खरीदते हैं ठीक है बाय करते हैं तो वह आपका खेल आता है इंपोर्ट ट्रेड में ठीक है बच्चों जरिए ना कर पाते हो ठीक है बच्चों अब क्या ऑब्जेक्टिव होता है जान लीजिए इंडस्ट्रलाइजेशन यानि इससे क्या होता है इंडॉस्ट्री लाइन इंक्रीज होता है इंडॉस्ट्री लाइन इंक्रीज होगा तो हमारी देश की जो इकनॉमी होगी उसको भी फायदा मिलेगा ठीक है बजो यानि जितना ज्यादा ट्रेड होगा जितनी ज्यादा कंपनी खुलेंगी देश की इकनॉमी की भी ग्रोथ होगी ठीक है सूट मीड कंजीमर डिमांड अब क्या होता है कि बच्चों कि हमारे देश के ऐसा सामान जो ना मिल पाता और जो कंजीमर से इनकी डिमांड कर रहे हो तो हमें फिर उनको इंपोर्ट करना ही पड़ता है जैसे कि तो आईफोन है वह हमारे देश का नहीं है वह कहां का है वह यूएसए का है ठीक है और जो कंजीमर्स होते हैं वह आजकल जनरली जो रिच क्लास वह हाई क्लस कंजीमर्स होते को मीट करने के लिए ठीक है बच्चों इंप्रूव स्टैंडर ऑफ लिविंग अब जायसी बात है कि जो हमारे पास नहीं है और जैसा समान हमें चाहिए अ और हम उसे इंपोर्ट करवा रहे हैं तो इससे क्या होगा हमारा लिविंग स्टैंडर्ड भी इंक्रीज होगा अब ऐसा यानी जो अब मैंने आईफोन का एग्जांपल यह क्यों हमारे पास नहीं होता थी कि हमारी एंड कंप्री का नहीं है हम उसे टू ओवरकम नेशनल कैलेमिटीज यानी क्या होता है कभी कब जैसे कि भूकम आ गई बाड़ वगैरह आ गई तो इस केस में भी ऐसा समान इंपोर्ट करवाना पड़ता है जो हमारे पास नहीं है ठीक है ऐसी एमरजनेसी को मीट करने वेपन्स वगैरह के लिए ऐसा कुछ समान लगता है जो हमारे देश के पास नहीं है तब भी इंपोर्ट करवाना पड़ता ठीक है बच्चो अब देश की सिक्योरिटी रखनी है तो न्यूक्यूर वेपन्स की जरूर तो पड़ेगी न जो बड़े-बड़े टैंक्स वगैरह होते हैं बारूत वगैरह होती है वह सब क्या करता है इंडिया इंपोर्ट करवाता है ठीक है बच्चो ठीक है बच्चों आएगा समझ में आप जानते हैं कि इंपोर्ट ट्रेड की क्या प्रोसीजर होती है अभी तक हमने क्या जेनरली एक्सपोर्ट प्रोसीजर की सिमिलर ही होती है वस थोड़ा बो डिफरेंस है ठीक है बच्चों इसके लिए भी मैंने निमोनिक आपके लिए प्रिपेयर किया हुआ है ताकि आपको कोई भी कंफ्यूशन ना हो ठीक है बच्चों भी निमोनिक प्रिपेयर कर दिया है क्या है टाइव ओला आपको पता है वह ओला कैब ठीक है स्याग टाइव ओला स्याग ठीक है ताकि आपको अजानी पड़े ठीक है बच्चों सुबह इंपोर्ट प्रोसीजर पहले स्टेप से बिगंध करती है पहले स्टेप से शुरू होती है जिसका नाम है ट्रेड इंक्वायरी द इंपोर्ट प्रोसीजर विगल्स फैंड इंपोर्टर कंडेक्ट इंक्वायरी इंपोर्टर कौन जो हम जमान लीजिए अगर हमारा देश किसी जैसे कुछ सामान चाहता है यानि यूएसेस चाहता है तो कि जो रिक्वाइड गुड सप्लाई करेगा यानि उस देश के बारे में इंफॉर्मेशन एक रेक्ट करेंगे कि यह जो देश है वह वगैरह तो नहीं कर देंगे उस कंपनी के बारे में इंफॉर्म अब तो पहला प्रोसीजर कहां से शुरू होता है इंक्वायरी से शुरू होता है ठीक है फिर जब इंक्वायरी लेते हैं तो वह क्या करते हैं वह भी रिप्लाई देते हैं ठीक है वह उसका आंसर देते हैं प्रफॉर्म इन वाइस में ठीक है तो वह इंपोर्ट लाइसेंस देर आफ टेंग्र से इंपोर्टेस फ्रॉमिटिट फ्रीली बट फॉर समझ नेसेसिटी टो अपने इंपोर्ट लाइसेंस यह कुछ ऐसा सामान होता है जिनको हम फ्रीली ट्रेड कर सकते हैं लेकिन कुछ ऐसे सामान होते हैं ठीक है जिन्हें रिस्क इंवॉल्ड रहता है तो उन चीजों पर उन सामानों पर क्या लगता है इंपोर्ट लाइसेंस की जरूरत लगती है ठीक है फॉर दिजा इंपोर्टर के निफर्मेशन फ्रॉम एक्जिम यानि एक्सपोर्ट इंपोर्ट पॉलिसी के अंडर इंफर्मेशन ले सकता और वहां से वह लाइसेंस भी ले सकता है ऐसे सामानों के लिए जब लाइसेंस लेना मेंडिटरी है ठीक है बच्चों आइए बस समझ में फिर आता है अपने फॉर एक्सचेंज कि अ भाईया हम किसी और देश से सामान खरीद रहे हैं तो उनको पेमेंट भी तो उसी करेंसी में करनी पड़ेगी ना तो क्या किया जाता है इन इंडिया ऑल पॉर्ट एक्सेंज ट्रांज रेगुलेटेड बाय एक्सेंज कंट्रोल डिपार्टमेंट मुझे डॉलर में ही करनी पड़ेगी तो मुझे डॉलर लेने के लिए किस बैंक के पास जाना पड़ेगा ऐसे बैंक के पास जाना पड़ेगा जो आरबिआई ने ऑथोराइज किया हो ठीक है ऑथोराइज बाय आरबिआई ठीक है ऐसे बैंक के पास जाना पड़ेगा तो आरबिआई ने ऑथोराइज किया हो कि आप इस बैंक से जाकर फॉरन एक्सेज ले सकते हैं ठीक है बच्चों फिर नेक्स्ट आता है प्लेसिंग ऑर्डर और इंडियन अब यह सब हो गया पैसा भी में लिया यह बैंक से जाकर आ अब भाई यह ऑडर प्लेस करना पड़ेगा आफ्टर ऑप्टेज लाइसेंस एंड सैंक्शन फॉर एक्सेंज यानी जब लाइसेंस भी मिल गया फॉर एक्सेंज भी ले लिया हमने तो इंपोर्टर प्लेस एंड इंपोर्ट ऑडर एंड टू सप्लेट स्पेसिफिक प्रोडक्ट यानी ऐसा सा सामान हमें पेजीजिए ठीक है और जो भी इनको डिटेल्स पर घरा रिक्वाइड होंगी वह भी मेंशन कर देंगे ठीक है फिर आप टेनिंग लेटर ऑफ ट्रेडिट हमने ऑलरेट्स पॉइंट में पढ़ लिया है बस वही होता है लेटर ऑफ ट्रेडिट इस इशूट बैग इंपोर्टर बैंक इन फेवर ऑफ एक्सपोर्टर ताकि जो समान हो ठीक है जाए तो क्या होता है जो लेटर फ्रेड़िट होता है वह इंपोर्टर का बैंक इशू करता है एक्सपोर्टर के फेवर में कि यह जो पार्टी है यह यूएसे की जो पार्टी हो वाकिमें जन्मिन है फेथफुल है ठीक है बच्चों फिर आरेंजिंग फाइनेंस अब यह सब हो गया पेमेंट भी तो करनी पड़ी था उस पेमेंट के लिए भी हमें क्या चाहिए फाइनेंस चाहिए ठीक है वह ऐसा नहीं कि पहले समान आ रहा है फिर हम सब पेमेंट एक बार में कर रहे हैं नहीं पहले सी एडवांस पेमेंट करनी पड़ती है बुकिंग के लिए ठीक है बच्चों फिर रिसीट आफ शिपमेंट एडवाइस आफ्टर लोडिंग गुड्स ऑन द वैसल यानि जब फिर सामान अब भाईया हमने पेमेंट भी क्या कर ली है पेमेंट भी एडवांस एक ऐसी शिपमेंट एडवाइस जारी करेंगे हम इंडियन्स को ठीक है जो हम इंडियन कंपनी को ठीक है बच्चों फिर डॉक्यूमेंट्स टू इस बैंकर यानि फिर इसके बाद क्या होता है कि एक्सपोर्टर होता है वह नेसेसरी जो कि बैंक इशू करता है एक्सपोर्टर के फेवर में मैंने आपको पढ़ाया ही बिल ऑफ लेडिंग हुआ पैकिंग लिस्ट हुआ सर्टिफिकेट और ऑफ अरिजिन हुआ मरीन इंशुरेंस हुआ इंशुरेंस वगैरह हो गया बिल ऑफ एक्सट्रेंज वगैरह हो यह नहीं मैं जैसा बोलूंगी कि इस डेट को अपने कीजिए इस डेट को मुझे मिल जाना चाहिए वैसे मेरी स्पेसिफिकेशन के परिवर्डिंग वह समान भेजना चालू कर देंगे ठीक है फिर कस्टम टेयर इस द कस्टम ऑफिसर एक्जाम इज बिल ऑ कि दाख समझ टूटी टू बी पेड बाय इंपोर्टर एंड आफ्टर सिस्टम दूटी अमाउंट बिल ऑफ एंट्री गिवन टू द अप्रेशर जो बगभारा होती है वह इसके बदले इशू करती है ठीक है बेल ऑफ एंट्री क्या करती है इशू करती है फिर इस बेल ऑफ एंट्री में क्या होता है कि जो कस्टम ऐफ ऑफिसर होता है ना वह बिल ऑफ एंट्री को वह केरफुल इक्जाम आइन करता है कि देखते सारी चीजें सही है नहीं है ठीक है और जो कस्टम ड्यूटी जो पे करनी चाहिए वह ने प्रॉपरली पे की है नहीं ठीक है आप रेसिडेंट ड्यूटी अवांट बिल ऑफ एंट्री इस गिवन टू द अप्रेजर प्रेसर ऑफिसर को फिर यह प्रेसर ऑफिसर क्या करता है एक्जाम आइन करता है फर्थ वेरिफिकेशन जारी करता है ठीक है तो यह प्रोसेस इनवाल होती है कि डॉक ऑथोरिटी बिल ऑफ एंट्री इशू करती है फिर वह बिल ऑफ एंट्री की भी प्रॉपर क्लासिफिक प्रॉपर वेरिफिकेशन की जाती है ठीक है यहां पर हमारी इंपोर्ट प्रोसीजर भी खत्म हो जाती नोट डाउन कर लो फटाफट अंजी बच्चों से कर लिया नोट तो अभी तक हमने क्या पढ़ लिया एक्सपोर्ट प्रोसीजर और इंपोर्ट प्रोसीजर के बारे में पढ़ लिया में जो टॉपिक्स थे वही थे शाप्टर में अब हम पढ़ेंगे कि क्या कि जो क्योंकि में इस दिटेल्स ऑफ गूड्स इस कमर्शल इनवेसिक ऐसा डॉक्यूमेंट होता है जिसमें क्या मेंशन रहता है डिटेल्स ऑफ गूड्स यानि जो गूड्स है वह किस टाइप के हैं क्या मटेरियल वगैरह है सप्लाइड बाद एक्सपोर्टर डेट ऑफ सेलिंग किस दिन से यह सेल ओमर यानी जाना शुरू हुआ है मार्क्स मेड ऑन पैकिंग जो पैकिंग पर क्या-क्या मार्क्स वगैरह इंवॉल्ड है वह सब इस कमर्शल इनवॉइस में मेंशन रहते हैं ठीक है बच्चों तो पता चल गया कमर्शल इन विशेष क्या होता है अब पैकिंग लिस्ट क्या होता है इस लिस्ट कंटेंट डेट ऑफ पैकिंग यानी कब जो सामान को रिस्पॉर्टिंग इन वाइस नंबर यानी इसके पहले कौन सा इनवाइस था और इसका जो नंबर है वह कौन सा नंबर है ठीक कि यह बहुत इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट है ठीक है सो यह क्या होता है तो वह इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट इट ए शूट बाद शिपिंग कंपनी यानि शिपिंग कंपनी रिलीज करती है जैसे कि हमने एक्सपोर्ट की प्रोसीजन में पड़ा बस वही है शिपिंग कंपनी को रिलीज करती है वेन एक्सपोर्टर सरेंडर्स मेडिस रिसीप यानि जब एक्सपोर्टर जो कैप्टन को जो शिप का जो कैप्टन रहता है वह क्या शूट करता है मेडिस रिसीप कर इशू करता है फिर वह मेट्स रिसीप्ट को जब एक्सपोर्टर शिपिंग कंपनी के पास जाकर सबमिट करता है तो इसके बदले शिपिंग कंपनी कैश करती है बेल ऑफ लेडिंग इशू करती है ठीक है बच्चों सो ड्यू टू द फॉलिंग रिजल्स इट इस ऑफ गुड्स यानि क्या-क्या समान इसमें है ठीक है अगर टाइटल टू गुड्स यानि कौन इसको ओन करता है यह जो वेब्रेड मिनट यानि जो फ्रेड चार्जेस है वह कौन पे करेगा वह इसमें मेंशन किया जाता है वैदर इंपोर्टर और एक्सपोर्टर विल पे फ्रेड चार्जेस ठीक है यानि इसमें यह मेंशन होता है कि एक्सपोर्टर पे कर रहा है यह इसको ठीक है बच्चों तो बेल आफ लेडिंग सबसे इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट होता है आई बस अब जी फिर आता है एयरवेब बहुत ही सिंपल रहता है बस क्या था वह बेल आफ लेडिंग जैसा ही होता है बस यह डिफरेंस आ जाता है कि एयर जो एयर वे बिल होता है इसको एयर वे ऑथोरिटीज इशू करती है वहीं बेल आफ लेडिंग को शिपिंग कंपनी इशू करती है ठीक है दिस राज्यों इससे एम एस बेल आफ लेडिंग विद ऑनली वन डिफरेंस टेट एयर ऑथोरिटीज यह दोखें याद तक कितनी टाइपिंग मिस्टेक करती है इसको कौन इशू करता है एयर ऑथोरिटीज को इसको इशू करती है हमें नाम से ही समझ आ रहा है एयरवेबल जबकि बेल ऑफ लेडिंग को कौन इशू करता जो भी मटेरियल्स में यूज किया जा रहा है वह जैनिन वगैरह है ठीक है इस अपने एक्सपोर्ट कंजाइनमेंट है बिन इंस्पेक्टेड एसपर्ट इस प्रेसिफिकेशन फॉर डे कंट्रोल एंड इंस्पेक्शन एक्ट यानि जो भी सामान एंड इंस्पेक्शन एक्ट की जो वाइड लाइन होती है ना ठीक है वह यह बताती है कि आपको सामान जो आप सामान नहीं करनी है ठीक है तो जो सो जो भी सामान प्रोड्यूस कर रहे हैं जैसे भी आप एक्सपोर्ट कर रहे हो एक बोर्ड वगैरह जो भी इंवॉल्ड जिसमें प्रोसीजर्स इंवॉल्ड हैती है वह इसके अंडर नहीं इसके अकॉर्डिंग होनी चाहिए ठीक है फिर आता है सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजन दिस सर्टिफिकेट इस चैंबर ऑफ कॉमर्स और एक्सपोर्ट प्रोमोशनल कांसिल और वह गवर्नमेंट यह तो एक्सपोर्ट प्रोमोशन कांसिल है हमारी इंडिया का तो वह इशू करती है या तो जो गवर्नमेंट का कोई भी डिपार्टमेंट जो कॉमर्स रिलेटिट एक्टिविटी से डिल करता है वह इश��� करती है ठीक है बच्चों फिर आता है बिल नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 आप बिल आफ एक्सचेंज इस एन इंस्ट्रूमेंट इन बृतन कंटेनिंग एंड और बिजर ऑफ पर संगीत यानि इसमें क्या होता है नगेशिबल इंस्ट्रूमेंट में कि जो ड्रॉवर होता है ठीक है ड्रॉयर एक ऐसा इंसान होता है जो ड्रॉइ को इंस्ट्रक्ट करता है कि आपको इस तारीख को पेमेंट करनी है ठीक है जो ड्रॉवर होता है ड्रॉयर होता है वह इंस्ट्रक्ट करता है ड्रॉइ को कि आपको आ इस तारीख वगैरह को प्रेमिंट करनी है वह अपने हिसाब से इंस्ट्रक्शन देता है और जो ड्रॉइ जो पेमेंट देता है जिस इंसान को वह आपका कहलाता है पेटी ठीक है बच्चों तो यह अनकंडिशनल प्रॉब्लम इस रहता है अनकंडिशनल इस तारीख वगैरह को जो भी अपनी हिसाब से प्रेमिंट करनी है ठीक है और जिस इंसान को पेमेंट की जाती है मिलती है वह इस आपका कहलाता है ठीक है बच्चों तो नियुक्ति बिल ऑफ एक्सचेंज के बारे में तो हम पढ़ते हैं अब हम पढ़ेंगे क्या होते हैं तो उसमें एक ही जो डॉक्यूमेंट होता है वह रहता है आपका बिल ऑफ एंट्री ठीक है इस डॉक्यूमेंट इस प्रिपेर्ट बाय इंपोर्टर वें ही गेस इंफॉर्मेशन अब आप वह गुड़ सब्सक्राइब करता है इंपोर्टर प्रिपेर करता है जब उसको खबर मिल जाती है अ उसका समान पोर्ट पर आ रहा है ठीक है पहुंचने वाला है इस डाउटिवेंट कंटेस्ट डिटेल्स ऑफ गुर्ड सच इसमें सारी जो गुर्ड की डिटेल्स होती है वह मेशन रहती है जैसे कि नंबर हो गया वांटिटी हो गई प्राइस हो गया की जाए वह कस्टम डूटी होती है नहीं वह समान पर कल्कुलेट की जाती है किसका क्या प्राइस है ठीक है इसकी कितनी क्वांटिटी है कितना वेट है उस हिसाब से अ क्वेश्चन ड्यूटी कैलकुलेट की जाती है जितना भारी समान जितना ज्यादा समान ठीक है उतनी ज्यादा कस्टम ड्यूटी पे करनी पड़ती है आप समझ में फिर देर आप थ्री टाइप्स ऑफ विल्स ऑफ एंट्री पहली रहती है फॉर ऑन कंसम्शन हैं आई था हमारा इंपोर्ट डॉक्यूमेंट का सबसे में डॉक्यूमेंट जिसका नाम है बिल ऑफ एंट्री ठीक है बच्चों अब बढ़ते हैं आगे कि अब हम पड़ेंगे लास्ट टॉपिक जिसका नाम है वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन ठीक है अपने थोड़ा बहुत सुना ही होगा डब्लूटीओ के बारे में यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के बारे में तो वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन एक ऐसी ऑर्गनाइजेशन होती है जो इंटरनेशनल लेवल पर अलग-अलग कंट्रीज के बीच में रूल्स एंड ट्रेड की टीविट तो यह ग्लोबल लेवल की ऑर्गनाइजेशन है लोग अग्निशन है कि जो यह रूल सेंट रेगुलेशन बनाती है प्रेड एक्टिविटीज के लिए ठीक है बच्चों तो इस दुनिया में ठीक है जितने भी कंप्रीज प्रेड एक्टिविटीज इनवॉल्व इन प्रेड एक्टिविटीज में इनवॉल्व हो रही है जो प्रेड कर रही की रूस एंड रेगुलेशन को ठीक है बच्चों यह सेट अब हुआ था हमारा फॉर्स्ट ऑफ जैनवरी अ 1995 में ठीक है बच्चों और प्रेजेंटली यानि करेंट लिस्ट के टोटल 164 मेंबर्स है ठीक है बच्चों आइए ब��� समझ में अब हम जानते हैं कि क्या ऑब्जेक्टिव होते हैं WTO के यानि वर्ल्ड रेड ऑर्गनाइजेशन के ठीक है बच्चों सो प्रमोट इंटरनेशनल पीस यानि WTO तो पहले तो यह बस सुनिश्यत करता है कि सारे देशों में इंटरनेशनल पीस मेंटेन रहे ठीक है इंटरनेशनल पीस बरकरार है कोई भी देश एक दूसरे देश से झगड़ा ना करें ट्रेड से रिलेटेड ठीक है फिर सेटल्स डिस्प्यूट अमॉन्ग मेंबर नेशन यानि अगर किसी भी देशों के बीच में अगर कुछ रिलेटेड से लड़ाई झगड़ा हो जाता है तो वह उसको सेटल करवाता है उन डिस्प्यूट उन कॉन्फ्रेक्ट को सेटल करवाता है ठीक है बच्चों फिर मेज इंटरनेशनल ट्रेड वेरी स्मूथ बाय फ्रेमिंग कॉमन रूल्स एड तो यह नहीं होता ऐसा नहीं है कि किसी पाकिस्तन वालों के लिए ज्यादा इजी रूस बना दिया और इंडिया वालों के लिए टॉप रूल्स बना दिए नहीं यह क्या करते हैं कॉमन रूल्स बनाता है जिससे हर देश एक्वल पॉजिशन पर ठीक है बच्चों तो फायदा जो होता है डायरेक्ट इनडायरेक्ट ली नेशन को ही होता है देशों को ही होते हैं तो उस हिसाब से जो डब्लूट होता है वह प्रेफेरेंशल ट्रीटमेंट देता है कि जो देश जो कंट्री ज्यादा ट्रेडिंग अब हमने देखा ही होगा ना हमारे घर में ऐसे बच्चे होते हैं ठीक है जो ज्यादा अच्छा बंद पूछो पढ़ने में ज्यादा अच्छे होते तो उनको ज्यादा प्रेशियल ट्रीमेंट दिया जाता अब ऐसा नहीं होता कि वह माबाप के लिए फेवरेट होता है मम्मी पापा ठीक है वैसे ही यह बात भी यहां फिर टोलती है ठीक है फिर फ्री ट्रेड हैसिंग प्रोडक्ट एंड इंप्रूविंग स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग ऑफ पीपल अफ फ्री ट्रेड यानि यह जो डब्ली टी ओ है वर्ल्ड ऑर्ग्नाइजेशन है वह जो फ्री ट्रेड कर बाता है वह यह मेक्शन करता है कि क्वालिटी प्रोडक्ट्स मिले लोगों को ठीक है ऐसा ना हो कि भगदे प्रोडक्ट लोकल प्रोडक्ट मिल रहे हैं चीप सस्ते ऐसे खराब जो एक दिन यूज कर रहे हैं तो दूसरे दिन जाकर खराब हो रहे ऐसे प्रोडक्ट्स को वह क्या करता है डेक्लाइन कर देता है तो डब्लू ट्यू अपने रूल्स एंड रगलीशन से साफ यह बोलता है कि आपको ऐसी चीजों में ऐसे प्रेडिंग अक्शन हो जैनविन हो जिससे लोगों का लिविंग स्टैंडर इंप्रूव हो ठीक है बच्चों आइवा समझ में तो यह रहते हैं वर्ल्ड ट्रेड ऑग्निजेशन के ऑब्जेक्टिव ठीक है बच्चों आइवा समझ में तो यहां पर बच्चों हमारा चैप्टर होता है समाप्त यह था हमारा लास्ट चैप्टर क्लास 11 का ठीक है आई होप आपकी पढ़ाई बहुत अच्छी चल रही होगी