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वाणिज्य मास्टरक्लास के नोट्स

What's up everyone, welcome back to the channel, welcome to the 100 days commerce masterclass और हम लोग ने कल dissolution शुरू किया था dissolution के basics मैंने आपको बहुत detail में, बहुत शानदार तरीके से, अच्छे से साधारन भाषा में समझाया और मुझे बहुत अच्छा लगा आप सबके प्यारे प्यारे comments पढ़के कि सर मज़ा आ गया conceptual clarity हो गई, तो आज रहने वाली है हमारी basics की class number 2 जैसे कि मैंने आपको बताया था कि आज तीन adjustments के बारे में discussion करेंगे dissolution की expenses, WCR, IFR उन तीनों की बात कर लें उसके बाद फिर हम कल से questions को कर पाएंगे और chapter दो तीन classes में समाप्त हो जाएगा तो चलो जल्दी से copy pen लेकर आओ शुरू करते हैं और dissolution की adjustments समझते हैं Let's begin आओ जी शुरू करते हैं बिना समय को व्यर्त करेवे सबसे पहला हेडिंग डालना बच्चो रियलाइजेशन expenses या dissolution expenses कुछ भी heading डाल सकते हो सर ये expenses का क्या treatment है क्या treatment है बच्चो देखो expenses में टोटल 4 चार केसेस बनते हैं ठीक है वह चार केसेस में जर्नल एंट्रीज भी अलग-अलग होती है तो आपने एक बार केसेस समझ लिए उसके लिए आपके पास बहुत सारा समय मिलेगा प्रैक्टिस करने का और आप बड़े शानदार तरीके से कोई भी वाला जाए मजबूर कर लोगे तो मेन बात क्या है एक्सपेंसेस में जो मेन केस है वह सबसे पहले दो हैं यानि कि रिलेशन एक्सपेंसेस वह खर्चा था किसका इस द खर्चा बॉन बाय फर्म अ और the खर्चा is born by partner. क्या वो firm का खर्चा था? या वो partner का खुद का personal खर्चा था? खर्चा किसका था? firm का या partner का? तो अगर वो firm का खर्चा था, दूँगा, दूसरी बात आपको ये clear करनी है कि payment किसने किया है? Pay किसने करा? क्या firm का खर्चा firm ने pay करा? या firm का खर्चा partner ने pay कर दिया? या फिर? अगर वो partner का खर्चा था, तो pay किसने करा? क्या partner का खर्चा partner ने pay करा? या partner का खर्चा firm ने pay करा? तो बिटा जी हमारे पास 4 cases हैं, जो आपको समझने हैं. सबसे पहले question देखते ही ये check करो, कि expenses borne by, यानि खर्चा है किसका? firm का है या खर्चा partner का है? पहली चीज ये clarify करनी है, ये सबसे पहला step है. ये clarify करो कि खर्चा firm का है या partner का है question पढ़के समझ में आएगा अब sir question में साफ साफ लिखा है कि खर्चा is borne by the firm बहुत clearly लिखा है firm का खर्चा दूसरा step क्या है ये check करो कि pay कौन कर रहा है paid by, pay किसने करा क्या ये paid by firm है अब तुम सोचो बच्चो firm का खर्चा firm नहीं pay करा तो firm के खर्चे कहा लिखे जाएंगे sir firm के खर्चे realization के जाएंगे, कल सीखा था हमने, तो entry बनेगी realization account debit, firm ने pay करा तो firm के खाते से पैसा कट गया होगा, credit कर दो firm के bank को, to bank account, तो entry क्या बनी, entry बनी realization account debit to bank account, if the expense is borne as well as paid by the firm, दिमाग में रहेगी ये बात, firm का खर्चा, firm ने pay करा तो, realization debit to bank, simple. firm का खर्चा था partner ने दे दिया अब देखो बच्चो खर्चा firm का था तो लिखा तो जाएगा realization के debit में ही कभी भी firm का खर्चा होगा realization के debit में ही आएगा तो realization account debit since वो खर्चा फर्चा firm का था, पिछली बार firm नहीं pay किया था, तो bank से पैसा कटा था, इस बार firm ने pay नहीं करा, इस बार partner ने अपनी जेब से भर दिया, तो firm की जेब से तो कुछ भी नहीं किया, तो firm क्या करेगी, सीधा ये पैसा partner को transfer कर देगी, उसके capital account में, तो firm क्या करेगी, relation account debit, to partner's capital account, हम जब भी हिसाब करेंगे, तो firm की जेब से कुछ नहीं किया बच्चो इस बार, जब खर्चा खुदी पे करा था तो relation to bank किसी partner ने पे कर दिया तो partner की जेब से गया firm तो उसको compensate करेगी बाद में तो उसके capital account में transfer कर देगी समझे अब यहाँ देखो खर्चा किसका था सर खर्चा तो partner का था पे किसने कर दिया सर ये तो firm ने पे कर दिया firm ने पे कर दिया तो firm के bank से पैसा गया न firm ने पे करा तो firm के bank से पैसा गया तो credit तो bank होगा सब्सक्राइब क्योंकि bank से पैसा कटा क्या ये खर्चा firm का था? नहीं सर, firm का होता तो relation debit करते देखो firm के खर्चे में दोनों cases में relation debit हुआ था firm ने pay करा तो two bank किसी partner ने pay करा तो partner का नाम लिखा तो जब partner पार्टनर ने पे कर दिया था तो आपने पार्टनर को कंपनसेट किया पार्टनर को पैसा दिया अब अगर खर्चा ही पार्टनर का है तो पार्टनर से पैसा ले लेंगे पैसा देने के लिए क्रेडिट करते हैं पैसा लेने के लिए डेबिट कर दो तो एंट्री बनेगी partner का capital account debit to bank, capital debit करने का मतलब उसका capital कम कर रहे हैं, और bank credit करने का मतलब है कि bank से पैसा कट गया है, क्योंकि payment firm ने करी है, last case क्या बनता है बच्चो, खर्चा partner का है, और pay भी partner नहीं किया है, खर्चा बैटनर का है? फर एक्सांपल फर्म में ABC है C ने एक पर्सनल मोटरसाइकल खरीदी है और अपनी जेब से ही अपने पर्सनल अकाउंट से खरीदी है तो बताओ क्या एंट्री होनी चाहिए फर्म की बुक्स में दिमाग लगाओ C की पर्सनल मोटरसा C ने अपने personal account से खरीदी तो भाईया firm को क्या मतलब है उससे तो partner का गर्चा partner ने pay करा तो there will be no entry हम उस case में कोई भी entry pass नहीं करेंगे बच्चों तो चार प्रकार की journal entry expenses में बन सकती है, but concept क्या बोलता है, पहले ये clear करो, कि खर्चा है किसका, और pay कौन कर रहा है, ये दो चीज़ों का धियान रखना है, एक note लिखो इसके नीचे जल्दी से, एक note लिखेंगे, if the question is silent, अगर question बच्चो silent हुआ, expenses are always अगर question silent हुआ तो खर्चा हम क्या मानेंगे always born and paid bye अगर question silent हुआ तो इस बात का ध्यान रखना कि खर्चे हमेशा firm के ही मने जाएंगे और ये मने जाएगा कि pay भी firm नहीं किया है तो या तो question में detail दिया होगा डिटेल नहीं दिया तो हमेशा ध्यान रखना वहाँ पे firm की liability consider कर जाएगी और ये consider कर जाएगा कि firm ही pay कर रही है ये चीज clear हो गई बच्चो is it clear to everyone ठीक है perfect पहला note तो ये हो गया कि अगर question silent है Question silent है, तो expenses का क्या करना है? दूसरा point बच्चो, अगर question silent है, यही से continue कर रहा हूँ मैं, अगर question silent है, तो expenses को यह consider करना है, अगर question silent है, तो liabilities, are paid at book value for example, बच्चों, question में कोई liability दीवी थी, creditor और adjustment में कुछ लिखा नहीं आया adjustment में कुछ नहीं लिखा आया कि ये liability कितने में pay हुई कुछ भी mention नहीं हुआ, एक मिनट रुको, मैंने 515 का alarm लगाया था, बंद कर दू. Question में कुछ भी mention नहीं है, कि liability कितने में pay हुई, हुई या नहीं हुई, तो firm बंद हो रही है यार, आप liability से भाग तो सकते नहीं, तो आप liability को हमेशा book value पे pay करके आओगे, ठीक है? उसके बाद, assets, अब assets दो तरीके गए हैं, अगर question silent हुआ किसी, assets के बारे में. आर सोल्ड आसेट्स को बेचना है लेकिन सर कितने में बेचना है अगर बच्चों वो टेंजिबल आसेट वाट एंड जिवल का मतलब इसको आप देख सकते हो टच कर सकते हो फील कर सकते हो तो वो तो जाएगा बुक वैल्यू पर वो इस पर जाएगा बुक वैल्यू पर और तो फिर इसको मानना zero या फिर nil तो ध्यान रखेंगे बच्चों कि अगर question silent है तो silent के case में expenses are borne and paid by the firm silent के case में सारी liabilities पे करके आनी है, कौन सी value पे book value पे, silent के case में सारे assets बेचके आने है, asset अगर tangible हुआ तो book value पे, intangible हुआ तो zero, समझ गए, ठीक है, perfect sir, समझ गए, जल्दी से इसको notes में लिख लो अपने डन अच्छा सर next क्या है next है बच्चो treatment of investment fluctuation reserve देखो बच्चो firm बंद हो रही है एक reserve बनावा है investment fluctuation reserve reserve कोई काम तो आना नहीं है reserve घर ही लेके जाना है क्योंकि firm बंद हो रही है अब तो इस reserve को घर कैसे लेके जाते हैं इसमें दो case बनते हैं अल्टिमेटली जाएगा ये partners को ही distribute partners में ही होना है तो अगर कोई भी investment ही नहीं है अगर कोई भी investment नहीं है तो सीधा transfer कर दो entry बनेगी IFR debit to partners capital account directly partners को ये reserve मिल जाएगा लेकिन अगर investment भी दिया है investment is given, investment दिया है, तो IFR को बस realization में brought down करके छोड़ देना, realization में brought down करके छोड़ देना बस, क्या entry बनेगी? IFR debit to realization अब एक बात सोचो न बच्चो एक बात सोचो अगर ये realization account है suppose realization account और इसमें तुमने इधर कोई item होता रही है IFR let's suppose 90,000 रुपीज का तो अपने आप इधर profit आएगा न 90,000 रुपे का क्या ये profit अपने आप A, B, C में distribute हो जाएगा उनकी ratio में है न तो ultimately तो partners को ही मिलता है बस दिखाने के तरीके दो है कि अगर investment नहीं है question में, तो तो सीधा बाट दो, IFR debit to partner's capital account, देखो तो भी capital में गया, लेकिन अगर investment दिया है, तो realization में transfer करना, ये आपको दिमाग में रखना है, तब क्या entry बनेगी, IFR debit to realization, ठीक हो गया बच्चो, ये दूसरा adjustment है, अभी questions करेंगे, तीसरा और last क्या होता है, treatment of वर्कमेन कमपंसेशन रिजर्व यह important है यह साउधान इंडिया है बच्चो इसमें बहुत गलती होती है ट्रीटमेंट और वर्कमेन कमपंसेशन रिजर्व मानलो WCR 90,000 का है मानलो वर्कमेन कमपंसेशन रिजर्व 90,000 रुपीज का है ABC इक्वल पाटकर्ज है One ratio, one ratio, one. सबसे पहला case बच्चों. Case 1. There is no claim from workers. Workers की तरफ से कोई भी किसी प्रकार का claim नहीं है. अगर कोई भी किसी प्रकार का claim नहीं है, WCR घर ले जाएं, firm बंद हो रही है reserve बचा के क्या करोगे, कुछ कर नहीं सकते उसका तो simply क्या करेंगे WCR debit to A to B, to C 90,000 का reserve partners में distribute हो जाएगा 30,000 30,000 30,000 ठीक है बच्चो, दूसरा case case number 2 अगर liability है 30,000 रुपे की, worker ने 30,000 रुपे मांग लिये, liability खड़ी हो गई 30,000 रुपी इसकी, तो अगर worker ने 30,000 रुपे मांग लिये है, liability खड़ी हो गई 30,000 रुपे की, तो मुझे एक बात बताओ ये पैसा तो वरकर को ही पेखाना है, वरकर की liability arise हो गई, तो liability तो पेखानी पड़ेगी, firm बंद हो रही है, अब ये तो कहनी सकते है कल देंगे, परसो देंगे, admission में क्या करते थे, retirement में क्या करते थे, liability को balance sheet की liability में डालते थे, payment नहीं करते थे लेकिन अभी तो firm ही बंद हो रही है न बच्चो तो payment तो करना पड़ेगा तो हम क्या करेंगे हम करेंगे WCR debit to realization कुछ तो realization में जाएगा देखो reserve कितने का था 90,000 रुपए का realization के credit में गया 30,000 credit में क्यों गया क्योंकि credit में सारी liabilities जाती है जो बाकी बचा 60 का सर उसका क्या करना है जो 60 का बचा वो partners गर ले जाएगे वो बटेगा partners में to A to B to C बचा वो घर ले जाएंगे 20, 40, 60 ये घर ले गए और ये जो liability है अब छोड़ तो सकते नहीं यहाँ पे firm, अभी मैंने क्या बताया सारी liabilities पे करके आनी है तो क्या entry बनेगी realization debit to bank सीधा सीधा पे कर दो 30,000 रुपीज ये बच्चो हम पे कर देंगे तो आपको देखना है कि अगर जो liability है वो reserve से कम है तो जो remaining reserve है वो partners घर लेके जाएंगे जो liability है वो realization में जाके pay होगी ठीक है? case number 3 लाइबलीटी आ गई बच्चों 90,000 रुपीज की पूरे 90,000 रुपे की 90 का रिजर्ब बनाया था 90 की ही लाइबलीटी आ गई आप स्क्रीन शॉट ले लो पहले यहाँ तक फिर कहोगे सर मौका नहीं दिया तो अगर 90 की ही लाइबलीटी आ गई 90,000 की लाइबलीटी है तो क्या इंटरी बनेगी WCR Debit 90,000 टू रियलाइजेशन, रियलाइजेशन में गया, कितना, 90, और अगली एंट्री क्या बनेगी, रियलाइजेशन डेबिट, 90, टू बैंक, ये हमने पेमेंट कर दिया, 90 का ही बच्चों हम पेमेंट कर देंगे, पाटनर कुछ भी घर लेके नहीं जाएगा, WCR टू रियलाइज Relation to bank, पूरा का पूरा reserve इसी liability में use हो गया, ठीक हो गया बेटा, clear है, perfect sir, ये भी समझ गया, case number 4, सबसे important case, liability आ गई, 1,20,000 रुपे गी, लाइबलिटी आ गई 1,20,000 रुपए की सर अब क्या करा जाए? देखो यहां आसान है आपके पास जितना रिजर्व है न उससे ज़ादा की लाइबलिटी है यानि कि अगर रिजर्व कम हो जाए और लाइबलिटी ज़ादा हो जाए इस बारे में बात का ध्यान रखना रिजर्व कम हो जाए और लाइबिटी ज्यादा हो जाए तो आपको क्या करना है सबसे पहले तो जितना आपके पास रिजर्व है सारा का सारा रिएलाइजेशन में डाल दो तो सर कितना रिजर्व था मेरे पास 90,000 रुपीस का सारा का सारा realization में डाल रहा हूँ realization में 90,000 का reserve गया बच्चो अब आप pay कितना liability करोगे कितना pay करोगे realization to bank सर पूरा 120 pay करना पड़ेगा पूरा 120 pay करना पड़ेगा सर जो 30,000 बचे उसका adjustment कहा होगा कैसे होगा बच्चो वो realization account अपने आप कर देगा देखो आप इसको क्या कर रहे हो कि realization के credit में जितना reserve है सारा उतार दो आपने उतारा by WCR 90,000 और आपने pay कितना करा यहाँ से debit से to bank पूरा pay करा 120 तो देखो अपने आप इधर ही difference आ रहा है 30,000 रुपए का जब भी इधर difference आता है तो उसको हम क्या बोलते है loss loss ABC में अपने आप distribute हो जाएगा यह 30,000 तो आपको कुछ अलग से करने की जुरत नहीं है आप simply पूरा का पूरा reserve realization में उतारो और फिर जितना भी payment करना है सारा payment कर दो यह अपने आप balance में निकल कर आएगा adjust जाएगा, समझे बात को, तो अगर कभी भी reserve कमो, liability जादा हो, तो पूरा reserve drop down करो, और फिर payment करो पूरा, right, perfect हो गया, एक last, पहले तो 4 cases यही है, screenshot लेते चलना, गडबड नहीं करनी, ठीक है, एक last case बनता है, case number 5, no WCR, WCR है ही नहीं, और liability या claim आ गया 90,000 रुपीस का फिर क्या करेंगे सब? reserve थाई नहीं और payment आ गया तो सीधा payment कर दो realization के debit से realization account debit to bank account सीधा payment करो बाई reserve थाई नहीं तो transfer करने की जुरती नहीं है liability arise हुई हमने pay कर दी realization के debit से हम pay कर देंगे तो अगर reserve थाई नहीं तो debit साइड से बच्चो आप इसको pay करके आओगे तो WCR के 5 cases बनते हैं शुरू के 3 तो normal हैं जैसे आप पीछे भी करके आये हो कोई claim नहीं है partner में बाट दो कम है तो जो बचा partner में बाट दो बाकी pay कर दो बराबर हो गया तो सारा pay कर दो जादा हो गया तो ये सबसे important है यह सबसे important है इसको ध्यान से देखना जितना भी reserve है सारा brought down करो और फिर total payment कर दो loss अपने आप adjust होगा और last case liability आ गई सीधा WCR थाई नहीं सीधा सीधा payment कर दिया तो यहाँ पे बच्चो हमारी सारी की सारी adjustments भी समाप्त हो जाती है सारे basics भी समाप्त हो जाते है now we are good to go for longer questions loan account रह गया loan account मैं questions के साथ ही कराऊँगा आपको तो मज़ा आ जाएगा कल से question शुरू करो करते हैं और तीन classes में आज क्या day है, Wednesday है ना Saturday तक, Saturday को मैं शायद available नहीं हूँ, मुझे बाहर जाना है, तो दो classes इस हफ़ते, एक Monday को पूरा का पूरा chapter समाप्त कर देंगे, ठीक है Thank you so much everyone for joining in कल मिलते हैं, till then see ya Take care, bye bye, keep growing, keep glowing and keep smiling