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आज का जियोग्राफी सेशन

कि अ एलो स्टूडेंस वेलकम थोड़ी मानिटीज अधार 24-7 मैं हूं आपकी अनुश्या दीदी एंड कैसे हैं मेरे सारे स्टूडेंस आई होप आप सब ठीक हो एंड आई ऑल्सों फिर आप लोग सूपर रेडी हो आज के सेशन के लिए सो जिसने भी जॉइन कर आज थोड़ा हाई हेलो कुछ लिख दो कॉमेंट सेक्शन भर दो मुझे आईडिया लग जाएं कि बच्चे आ गए हैं क्लास में फिर हम लोग स्टार्ट करते हैं अपना आज का सेशन सो सीमू हाई गुड़ी इफनिंग ठीक है जल्दी-जल्दी कॉमेंट सेक्शन भर दो फिर हम लोग स्टार्ट करते हैं सेशन आज हमें बेसिकली वन है तो आज हमें वन शॉट रिविजियन करना है जीवर प्रोसेस हमारा चाप्टर चल रहा था बहुत लेंदी चाप्टर है तो आज के क्लास में हम क्या करेंगे पूरे चाप्टर को एक ही क्लास में खत्म कर देंगे ओके बता दो दीदी आप कैसे फॉर्म लोड करना है ओके तो आपको क्या करना है आप स्टोर पर जाओ वहां पर टाइप करो अड्डा 24-7 ठीक है तो नीचे लिखा भी आ रहा है अ ठीक है वहां से आप डाउनलोड करो या फिर आप अड्डा 24 7.com हमारे वेबसाइट को भी विजिट कर सकते हो वहां से भी आप हमारे आपको डाउनलोड कर सकते हो तो हानी चलो बहुत ही बढ़िया बात है आज हानांसी वह भी कर देंगे स्टार्ट इसके से जॉइन कर लिया सुहानी अवतार अदित्या हाई गुडी इवनिंग सबको हाई गुडी इवनिंग अन्वेशा गुडी इवनिंग सुर भी हेलो अच्छा सुहानी very good, nice, बहुत बढ़िया, चलो, तो अब हम start करें, I think काफी सारे बच्चे आ गए हैं class में, तो अब हम अपना session start करते हैं, जल्दी से time table देख लो, basically दो timings हैं, जिन पर मैं live आती हूँ उस channel पर, 6 pm और 7 pm, 6 बजे मैं class 12 के बच्चों को पढ़ाती हूँ, अभ या फिर जोग्रफी कवर करते हैं, फिलहाल जोग्रफी चल रहा है, आज के साथ जोग्रफी तुम्हारा खतम हो जाएगा, कल की क्लास में हम लोग अपना फिर से पॉलिटी स्टार्ट करेंगे, अरपित, पढले Humanities पर कौन पढ़ा रहा है अगर आप हो तो, कोई नहीं, अभ चलो तो क्लास 12 की अगर हम हिस्ट्री की अगर हम बात करें तो 6 बज़े और 7 बज़े अनीता माम पढ़ाती हैं आपको हिस्ट्री और इंग्लिश आप लोग कवर करते हो रुबैना माम के साथ 5 बज़े लाइव ठीक है यहां तक तो क्लियर है सबको रिधी हाई गुडीवनिंग कल जुडीशरी कराओगे ना बिलकुल बहुत डिमांड आ रही है तुम लोगों से कि जुडीशरी करना है तो कल के क्लास में जुडीशरी ही करेंगे ओके आप आपका जुडीशरी स्टार्ट कर देंगे टेंशन मत लो चलो तो वन शॉट रिविजियन अपना स्टार्ट करते हैं ओके तो आप थोड़ा ध्यान से सुनना चैप्टर लंबा है इंपोर्टेंट है फोकस करो अब तुम लोग ठीक है तो आफ्टर लर्निंग पाउट हाउ वॉस बॉन यह सारी चीजें हम लोग पढ़ चुके हैं अर्थ कैसे बॉन हुआ है ना अर्थ के अंदर क्या-क्या रॉक्स और मिनिरल्स नाम का भी एक चैप्टर हमने पूरा निप्टा दिया है, अब हम लोग क्या करेंगे, अर्थ के सर्फेस के उपर जो चीजे हैं, वो थोड़ा इन डिटेल समझना हम लोग स्टार्ट कर देंगे, इरोजन, मास मूवमेंट, वेदरिंग, ये सब क्या होत जिसके वज़े से अलग-अलग land forms बनते हैं, जैसे for example एक होता है endogenic force और एक होता है exogenic force, तो इन दोनों forces के वज़े से हमारे earth के उपर अलग-अलग structures बनते हैं, कहीं पर mountain है, कहीं पर plateau है, ये सारी चीज़े बनती है, अभी तो दीदी और chapter है, और chapter क्या है, पूरा-पूरा sentence ल चैप्टर है लांडफॉर्म जन्म रिवोल्यूशन हार भी मैं करा दूंगी स्टार्ट अभी तो और चैप्टर है जॉग्राफी में हां अवतार हम वापस आएंगे जॉग्राफी में टेंशन मत लो अच्छा मैं थोड़ क्या कहते हैं, time table को, पहले क्या होता था, हम geography का एक chapter complete करते हैं, उसके बाद हम polity start करते हैं, है न, पर बीच-बीच में ऐसा होने लग जाता है, कि जो polity के बच्चे हैं, वो बहुत परिशान हो जाते हैं, कि नहीं दीदी, आप polity नहीं पढ़ा रहे हैं, आप geography जादा पढ़ा र जैसे आज जोग्रफी है कल पॉलिटी परसो फिर से जोग्रफी उसके बाद फिर से पॉलिटी तो एक दिन पॉलिटी एक दिन जोग्रफी अब से मैं इस तरीके से स्टार्ट करने वाली हूँ क्योंकि जब मैं एक चाप्टर करके चलती हूँ तो तुम लोगों की तरफ स हाफ एरली आ रहे हैं, हाफ एरली में सुहानी सबसे पहले तो NCRT के back exercise कर लो, NCRT सबसे जादा important है, ओके, चलो, तो endogenic forces और exogenic forces क्या होते हैं, वो पढ़ते हैं, endogenic forces क्या हैं, ऐसे forces जो हमारे earth के अंदर से act कर रहे हैं, ठीक है, जैसे earth के नीचे अगर tectonic plates हिलते हैं, तो वो ह एक्सोजेनिक फोर्स के एक्सोजेनिक फोर्स मतलब ऐसे फोर्स जो हमारे अर्थ के सर्फेस के ऊपर आक्ट कर रहे हैं ठीक है तो अगर सर्फ जान लो यह अर्थ का सर्फेस है सर्फेस के नीचे कुछ चल रहा है तो हम उसे कहेंगे एंडोजनिक अगर सर्फेस के ऊपर कोई ठीक है अगर ऊपर erosion चल रहा है mass weathering चल रही है तो वो सब क्या है वो exogenic forces हैं ओके clear है सबको हाँ तो दीदी economics कौन पढ़ाता है अच्छा शिवानी economics इस channel पर नहीं है तो हमारा एक channel है commerce 24 7 नाम का वहाँ पर आप economics भी cover कर सकते हो ओके चलो next टॉपिक हमारा क्या है ग्रेडेशन, ग्रेडेशन क्या होता है, the phenomenon of wearing down of relief variations of the surface of the earth through erosion is known as gradation, जब हमारे अर्थ के अलग-अलग structures, mountains हो गए, plateaus हो गए, जब अलग-अलग structures wear down होने लग जाते हैं, उपर से मतलब थोड़ा घिसने लग जाते हैं, erosion के वज़े से, तो हम इस process को gradation क तो हम इस process को gradation कहते हैं, overall तुम्हें ये समझना है कि endogenic forces का क्या काम होता है, ये build up करती है चीजों को, endogenic forces के वज़े से अलग-अलग structures बनते हैं, landforms, mountains, ये सब endogenic forces से बनते हैं, exogenic forces का क्या काम होता है, इन सारी चीजों को हटाना, उपर से erosion कर देना, mass weathering कर देना, इन सारे structures को खराब करना, हटाना, ये exogenic forces का काम होता है, कि यह है सबको हां है पी गुरुनानक जयनती चाहत आपको भी इंपोर्टेंट क्वेश्चन सुहानी में अलग स्ट्रक्चर अलग क्लास लगाऊंगी ठीक है अभी मुझे वन शॉट रिविजियन खत्म करने तो इसका इंपोर्टेंट क्वेश्चन किसी अलग क्लास में हम लोग ठीक है नेक्स्ट हमने देखा है कि हमारे अर्थ के ऊपर वेरिएशन बहुत है ना अर्थ का पूरा-पूरा सर्फेस हमारा प्लेन नहीं है अर्थ कहीं पर थोड़ा सा मांटन है कहीं पर प्लेन है तो यह वेरिएशन क्यों है क्योंकि अलग-अलग एरियास में अलग-अलग तरीके से एंडोजेनिक और एक्सोजेनिक फोर्सेस एक्ट करते हैं ओके चलो पर याद रखना अर्थ का जो अपना सर्फेस है वह बहुत ज्यादा सेंसिटिव है अ हमारे earth का surface बहुत ज़्यादा sensitive है पर हम इसी surface के उपर क्या कर रहे हैं इसी surface के उपर हम humans बहुत intense activities करते हैं जिसके बज़े से आज के time पे earth का पूरा balance बिगल रहा है तो ये तुम्हारा अभी तक basic introduction था उसके बाद हमारा next topic start हो जाता है geomorphic processes जीओ मॉर्फिक प्रोसेस क्या होता है वह डिस्कस करते हैं तो यहां पर पूरी डेफिनेशन दे रखे हैं जीओ मॉर्फिक प्रोसेस की जल्दी से देखते हैं दे एंडोजेनिक एंड एक्सोजेनिक फोर्सिस कॉजिंग फिजिकल स्ट्रेस एंड केमिकल आक्शन ऑन अर्थ अब इस क्याटेगरी में एंडोजेनिक फोर्सेस भी आ जाते हैं, एक्सोजेनिक फोर्सेस भी आ जाते हैं, ऐसे जो भी फोर्सेस हैं, ऐसे जो भी एक्सोजेनिक या एंडोजेनिक फोर्सेस हैं, जिसके वज़े से हमारे अर्थ के सर्फेस के उपर फिजिकली या क्यमिकली क क्लियर ओके अब मान लो अगर कोई एक्सोजेनिक फोर्स लगना है हमारे अर्थ के ऊपर एक्सोजेनिक फोर्स का एग्जांपल उठा लेते हैं इरोजन ठीक है तो इरोजन को कोई एजेंट चाहिए होगा है ना मतलब इरोजन करने के लिए भी हमें कोई एलिमेंट चाहिए ह जिनके वज़े से exogenic forces होते हैं, उनको हम कहते हैं exogenic element of nature या फिर geomorphic agent, ठीक है? तो जिनकी वज़े से exogenic force काम कर पा रहा है, उन चीजों को हम exogenic agents कहते हैं, ये तुम्हें याद रखना, ठीक है? हाँ, यहां तक clear है? तो इस हिसाब से running water, ground water, glaciers, wind, waves, current ये सारी चीज़ें जिससे हमारे exogenic forces होते हैं इन सारी चीज़ों को हम geomorphic agent कह सकते हैं ठीक है इन सारे forces के अलावा gravity का भी एक बहुत important role होता है ठीक है हमें पता है gravity constantly हमारे earth के उपर act करती है gravity नहीं होता तो कोई भी चीज़ earth के surface के contact में नही gravity के वज़े से चीजें नीचे गिरती हैं, तो इसलिए gravity का भी बहुत important role होता है, चलो, तो gravity के बारे में भी समझ लिया, अब थोड़ा सा endogenic processes के बारे में हम लोग discuss करते हैं, तो endogenic forces मैंने तुम्हें बताया, ऐसे forces जो earth के अंदर से आ रहे हैं, उन्हें हम endogenic forces कहते हैं, endogenic force generate कैसे हो सकते हैं, radio activity से, रोटेशन से टाइडल फ्रिक्शन से ठीक है प्रीमॉर्डियल हीट मतलब जब हमारा अर्थ बन रहा था बिग बैंक थेरी वगैरह हमने पढ़ा है ना तो उस टाइम पर बहुत ज़्यादा हीट रिलीज हुई थी तो उसमें से जो बचा कुछा हीट है जब वो रिलीज होता ठीक है, हाँ, तो ये सारी चीज़े हमारे endogenic forces का part है, अब endogenic forces में भी अलग-अलग कुछ types होते हैं, ठीक है, endogenic forces के भी अलग-अलग segments होते हैं, उसे समझते हैं, एंडो जनिक force में एक process हा जाता है, जिसको हम कहते हैं, diastrophism, ठीक है, diastrophism क्या होता है, ऐसा कोई भी process जिसके थूँ earth के उपर कोई चीज़ बन रही हो, ठीक है माउंटन हेलिया कुछ भी बन रहा हम उसे डायास्ट्रोफ्रिजम कहते हैं डायास्ट्रोफ्रिजम के भी अलग-अलग टाइप होते हैं ठीक है डायास्ट्रोफ्रिजम में ओरोजेनिक प्रोसेस भी आ सकता है ओरोजेनिक प्रोसेस मतलब ऐसा कोई भी प्रोसेस जिसक uplift हो रहा हो या wrap हो रहा हो ठीक है earthquake earthquake मतलब जब हमारे tectonic plates move होते हैं तो वो भी diastrophism के category में आ जाता है ठीक है plate का horizontal move करना ये भी हमारे diastrophism में आ जाता है all these process अभी जो हमने ये पूरे अलग processes पढ़े हैं इन सारे processes से क्या होता है हमारे earth का pressure वॉल्यूम और टेंप्रेचर चेंज होता है अगर कहीं अर्थक्वेक आ जाए या कहीं पर प्लेट मूव कर जाए ठीक है कहीं माउंटिन का कुछ बन रहा है इन सारे प्रोसेसस से क्या होता है हमने देखा है कि प्रेशर वॉल्यूम और टेंप्रेचर चेंज हो जाता है जिस जब भी sequence में पढ़ेगा वो और geomorphic agent देखो अभी तो one shot revision चल रहा तो मैं उपर से पढ़ा रही हूँ अगर तुम्हें in detail समझना है तो अभी पूरा हफ़ता हमने in detail पढ़ा है इस chapter को तुम वहाँ से पढ़ सकते हो ठीक है geomorphic agent मतलब कोई भी एक ऐसा agent जिसके वज़े से erosion हो रहा है पानी हवा आईस ये सब आगमन जैहिंद मैं बिलकुल ठीक हूँ आप कैसे हो चलो आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट टॉपिक है हमारा वॉल्क्यानिज्म, ठीक है, वॉल्क्यानिज्म क्या होता है, मान लो ये अर्थ का सर्फेस है, हमें पता है कि अर्थ के नीचे क्या है मैग्मा, ठीक है, अब मान लो कोई अर्थकोएक आ गया और हमारा अर्थ का जो सर्फेस है उसके उपर छोट क्या होगा कहीं बार ये magma जो है ये violently उपर की तरफ ऐसे भार आ जाता है अर्थ के surface के उपर तो हम इस magma को lava कहते हैं और इस पूरे process को हम क्या कहते हैं कि volcano erupt हो गया ठीक है अब मान लो lava यहां कहीं पे गिर गया थोड़े time के बाद lava भी ठंडा हो जाएगा और ये कोई पत्� अब हम कवर करते हैं एक्जोजेनिक प्रोसेस को ठीक है एक्जोजेनिक प्रोसेस क्या है ऐसे प्रोसेस जो कि हमारे अर्थ के सरफेस की उपर चल रहे हैं ठीक है तो एक्जोजेनिक फोर्स में एक बहुत इंपोर्टन पार्ट तो ग्राविटी का ही होता है चाप्टर के स्ट है ओके अलग-अलग चीजें गिरती हैं टूटती है ग्राविटी का बहुत इंपोर्टेंट रोल होता है इसके अलावा केमिकल प्रोसेस का बहुत इंपोर्टेंट रोल होता है ठीक है अलग-अलग केमिकल प्रोसेस इस केमिकल रिएक्शंस वजह से भी एक्सोजेनिक फोर्सेस आक्ट करते हैं ठीक है तो इसका ना एक अभी डायग्राम आएगा मैं उसके थूं तुम्हें समझाती हूं हां तो बेसिकली यह सारे प्रोसेस हैं जिनको हम मेनली एक्सोजेनिक प्रोसेस कहते हैं ठीक है अब हम क्या करेंगे एक-एक करके इनके बारे में पढ़ेंगे ओके तो एक प्रोसेस होता है वेदरिंग ओके क्या होता है वेदरिंग अभी टेंशन मत लो जैसे-जैसे टॉपिक आएगा पढ़ते जाएंगे तो एक प्रोसेस होता है जिसको हम कहते हैं वेदरिंग ओ ठीक है अब वेदरिंग भी अलग-अलग रीजन के वजह से होता है ग्राविटेशन के वजह से होता है मॉलिक्यूलर स्ट्रेस के वजह से भी हो सकता है या केमिकल आक्शन के वजह से हो सकता है मास मूवमेंट ज़्यादातर क्रेसिस में सिर्फ ग्राविटेशनल फोर्स के र अब पहला टॉपिक हमारा weathering है, सारे चाप्टर को attach कर दो, ऐसे confusion होता है, ठीक है, अब एक playlist बनवा देंगे, ओके, हमने like और share कर दिया है class का link, आगमन, thank you so much, चलो ठीक है, next topic है हमारा weathering, ठीक है, मैं तुम्हें थोड़ा यहीं पर समझा देती हूँ, weathering क्या होता है, तो, मान लो यहाँ पर एक mountain बना दिया मैंने ठीक है तो mountain का जो surface है यहाँ पर rock and soil होगा ठीक है तो यह सारे processes बहुत लंबे time में होते हैं ठीक है मान लो over time बहुत सारे years के अंदर क्या हुआ यह जो उपर का पत्थर है इसके उपर कभी बारिश हो रही है कभी बहुत तेज हवा चल और यह जो पूरा structure है यहां से थोड़ा करके हटेगा और इसके ऐसे छोटे हिस्से बन जाएंगे इस process को हम कहते हैं weathering जब weather condition के वज़े से किसी area के उपर effect पड़ता है उपर के layer के उपर effect पड़ता है तो हम उसे weathering कहते हैं तो यह तो मैंने तुम्हें draw करके समझा है यहां पे proper definition दे रखी है weathering की weathering को हम in situ process कहते हैं, क्योंकि weathering का overall process होता है, उसमें movement जादा नहीं होती, हर एक जो चीज है वो stationary रहता है, movement जादा नहीं होती, तो weathering को हम in situ process कहते हैं, के process को हम अलग-अलग group में बाट सकते हैं, ठीक है, एक होता है chemical के वज़े से, एक होता है physical या mechanical reasons के वज़े से, और एक type का weathering होता है, जिसको हम biological weathering कहते हैं, अभी एक-एक करके इन सारे types के बारे में पढ़ेंगे, सबसे पहला है हमारा chemical weathering process, ठीक है, तो जब भी हमारी weathering किस अब एक करके तुम सारे chemical weathering process को देखोगे, एक process होता है जिसको हम कहते है solution, solution क्या होता है, बच्चपन में हमने chemistry में पढ़ाता न, किसी चीज को तुम पानी या acid में अगर घोल दो, तो जो तुम्हारे पास बचेगा उसे हम solution कहते हैं, ठीक है, तो एक तरीका होता है solution जि तो बारिश होगी तो क्या होगा, NACL का उपर का जो लेर है बहुत आसानी से हट जाएगा, तो ऐसे में हम कहेंगे कि solution के वज़े से NACL की weathering हो गई, ठीक है, जब कोई चीज पानी में बहुत आसानी से घुल जाता है, तो हम कहते हैं कि solution weathering हुई है उसकी, है ओके हां नेक्स्ट एक प्रोसेस होता है जिसको हम कहते हैं कार्बोनेशन ओके कार्बोनेशन तो कार्बोनेशन में क्या होता है आप बेसिकली हमारे कुछ ऐसे मिनिरल्स होते हैं जो कि वीख कार्बोनेक आसिड के साथ पानी के साथ घूल जाते हैं है ना कुछ minerals ऐसे होते हैं जो कि weak carbonic acid के साथ react करके हट जाते हैं, ठीक है, तो जब भी carbonic acid के वज़े से हमारे minerals हटते हैं, तो हम उस process को carbonation कहते हैं, ओके, next क्या है hydration, ठीक है, hydration क्या होता है, मान लो कोई हमारा mineral है, जो एक ऐसे condition में हैं, जहांपे थोड़ा बहुत उसके उपर पानी तो जब कुछ minerals ऐसे होते हैं अगर उनके ऊपर पानी पड़ता है तो वो थोड़ा सा expand कर जाते हैं, ठीक है, कुछ time के बाद मान लो जो पानी है वो हट गया, जो moist environment है वो हट गया, तो क्या होगा, वो mineral फिर से contract कर जाएगा, ठीक है, छोटा हो जाएगा, जब पानी आता है त कभी dry condition, कभी humid condition, तो ऐसे में हमारा mineral बार-बार expand होगा और contract होगा, and इसी के चलते धीरे-धीरे हमारा mineral तूटने लगेगा, तो इसे हम कहते है hydration, चलो next है oxidation and reduction, oxidation occurs जब हमारे atmosphere में oxygen होता है, या oxygenated water मिल जाता है किसी mineral को, तो क्या होता है, उस mineral के साथ oxygen react करने लग जाता है, और हम कहते हैं, उस mineral का oxidation चल रहा है, ठीक है, जैसे iron के साथ होता है, ठीक है, iron को अगर आप पानी वानी में डाल दो, तो rust लग जाता है उसमें, ठीक है, तो वो एक type of oxidation होता है, ठीक है, उसी oxygen को जब आप mineral से हटा देते हो, तो हम उसे reduction कहते हैं, ओके, तो oxidation और reduction के वज़े से भी हमारा, वेदरिंग होता है तो यह जो वेदरिंग के सारे हमने एग्जांपल पढ़े यह केमिकल वेदरिंग था कि केमिकल रीजन्स के वजह से वेदरिंग हो रही है नेक्स्ट क्या है फिजिकल वेदरिंग मतलब वेदरिंग तब भी होता है जब हम फिजिकली किसी चीज के उपर जोर लगाते हैं ठीक है जब हम मेक्यानिकली कोई जोर लगाते हैं तब भी हमने देखा है कि वेदरिंग हो जाता है तो इसके भी हम लोग चलो, तो physical weathering में आ जाता है unloading and expansion, ठीक है, हाँ, तो सबसे पहले unloading क्या होता है, मान लो ये कोई पत्थर है, ठीक है, overtime weathering के वज़े से ये जो rock है, इसका ये उपर वाला जो layer है, ये धीरे अगर हट जाए, तो हम इसे unloading कहेंगे, ठीक है, जब unloading होता है, तो पता है क्य मैं आपको दिखा देती हूँ एक फोटो, ठीक है, तो unloading के बाद अकसर इस टाइप का smooth सा dome shape का एक structure बच जाता है, ठीक है, हाँ, तो एक unloading भी हमारे physical weathering के category में आ जाता है, तो अगेन क्या होता है, जब बहुत जादा गर्मी होती है, तो हमारे जादा तर minerals expand करते हैं, ठीक है और जब बहुत ज्यादा ठंड होती है तो हमारे ज्यादा तर मिनरल्स कॉन्ट्रैक्ट करते हैं अगर यही चीज बार-बार चलती रहे ठीक है कभी बहुत तेज गर्मी कभी बहुत तेज ठंड तो क्या होगा हमारे मिनरल्स कभी एक्सपांड कर रहे हैं कभी कॉन्ट ऐसी जगा जहां पर बहुत freezing temperature होता है वहाँ पर भी weathering होने लग जाता है तो मान लो हमारा कोई पत्थर है पत्थर में बीच-बीच में cracks होते हैं है ना मान लो इन cracks के अंदर क्या हुआ पानी गुज़ गया ठीक है और बाहर बहुत तेज़ ठंड है तो ये पानी जो है वो ज अंदर expand होता है, contract होता है, यही चीज बार-बार चलती है और हमारा rock तूटने लग जाता है, उसमें weathering होने लग जाती है, ठीक है, salt weathering, हमारे काफी सारे ऐसे rocks हैं, जिनमें salt होते हैं, ठीक है, जैसे NaCl, एक तो salt हो गया है, जो हम लोग नमक खाते हैं, है न, बाकी तुमने 10 है ना तो सॉल्ट के साथ भी क्या होता है अगर किसी रॉक के अंदर सॉल्ट है तो सॉल्ट भी हाई टेंप्रेचर में एक्सपांड करता है और कॉन्ट्रैक्ट होता है लोग टेंप्रेचर में जिसके वजह से वेधरिंग होती है ठीक है तो डेजर्ट टाइप एरिया में सॉ ठीक है तो अगर आप देखो हमारे सॉयल में या अलग-अलग रॉक्स के आसपास बहुत सारे लिविंग थिंग्स रहते हैं है ना बहुत सारे लिविंग बींग्स रहते हैं जैसे अर्थ पॉर्म हो गया टर्माइट्स मतलब बीमक हो गये रोडिंट्स मतलब छोटे-छोटे हम लोग तो अलग ही लेवल में activity कुछ ना कुछ कर देते हैं, construction कर देते हैं, ठीक है, या पेड़ पौदे काट देते हैं, जिसके वज़े से weathering और आसानी से होने लग जाता है, तो living beans के होने से भी effect पड़ता है weathering के उपर, next topic है हमारा special effect of weathering, weathering के वज़े से क्या होता है, weathering क तो वेदरिंग का एक special effect या side effect क्या है कि ऊपर वाली layer हट जाती है जिसको हम कहते हैं exfoliation और जब भी exfoliation होता है तो क्या होता है बहुत smooth से surface बनने लग जाते हैं ठीक है तो अभी एक topic हमने खतम करा weathering next topic हमारा होगा mass movement को in detail समझेंगे उसके बाद तुम्हारा एक और topic आएगा इरोजन पढ़ना है उसके बाद लास्ट टॉपिक होगा तुम्हारा सॉयल ठीक है बस इतना और करना फिर चैप्टर खतम हो जाएगा ठीक है मास मूवमेंट क्या होता है जैसा नाम से लग रहा है अगर कोई बहुत बड़ा पत्थर कोई बहुत बड़ा मास अचानक से मूव ठीक है मास मूवमेंट स्टार्ट होने से पहले बहुत सारी चीजे होती है ठीक है तो मतलब मान लो यह मांटन है यहां से कोई बहुत बड़ा मास नीचे गिरने वाला है तो उससे पहले क्या होगा उससे पहले इसका नीचे का जो सपोर्ट है वो सपोर्ट धीरे कम ओवर लोडिंग मतलब यह जो सर्फेस है यहां पर हमने बहुत ज्यादा लोड भर दिया जिसके वजह से मास मूवमेंट होने लग गया ठीक है या फिर बहुत तेज बारिश हो रही है कहीं पर जिस वजह से मास मूवमेंट जल्दी होने लग गया ठीक है अगर आपने उस स्ल एक्सप्लोजन हो जाए या आप कोई कंस्ट्रक्शन का काम करो तो भी मास मूवमेंट हो सकता है अगर नैचरली वह एरिया ऐसा है कि वहाँ पर आसपास सीपेज ठीक से नहीं हो रहा तो भी मास मूवमेंट हो सकता है ठीक है अगर आसपास लेक या रिवर का कोई पानी बहु कई बार मास मूवमेंट बहुत तेज होते हैं, अगर बहुत दीरे हो रहा है तो हम उसे slow mass movement कहते हैं, बहुत तेज हो रहा है तो हम उसे rapid mass movement कहते हैं, सबसे पहले slow mass movement के बारे में पढ़ते हैं, ठीक है, तो slow mass movement में एक category आ जाती है जिसको हम कहते हैं creep, ठीक है, हाँ, तो creep क्या होता है, बहुत धीरे जब कोई movement होता है, इतना धीरे कि कई बार हमें आंखों से दिखता भी नहीं है, तो हम उसे creep कहते हैं, ठीक है, जैसे for example, टेलिफोन का pole है, सीधा होता है जब हम उसे लगाते हैं, बहुत साल के बाद हो सकता है टेलिफोन का pole हलका स चलो एक और एग्जांपल है इसका सोली फ्लक्शन ठीक है सोली फ्लक्शन क्या होता है स्लोड आउन स्लोप फ्लोइंग सॉयल मास और फाइन ग्रेडियम्स रॉक डेब्री सैचुरेटेड और लुब्रिकेटेड विद वाटर ठीक है जब बहुत धीरे-धीरे सॉयल के करते हैं तो यह तो स्लो मूवमेंट हो गए रापिड मूवमेंट या फास्ट मूवमेंट को कवर करते हैं अब हम ठीक है, rapid movement में एक तो आ जाता है mud flow, मैंने आपको बताया था कहीं बार कीचड की तरह एक structure बहुत तेजी से भैता हुआ नीचे आता है, जिसके वज़े से अगर आसपास bridge है, road है, तो वो सारी चीजे खराब हो जाती है, तो हम उसे mud flow कहते हैं, अक्सर जब volcano erupt होता है, तो बह नीचे की तरफ गिरने लग जाता है तो वह स्नो अवेलांच होता है सेंट चीज पत्थर और मिट्टी के साथ भी हो सकती है तो हम उसे डेब्री अवेलांच कहते हैं लैंसलाइड ठीक है लैंसलाइड हमें पता है जैसे हिली एरियास में माउंटन या हिल का अगर एक छोटा सा हिस्सा नीचे की तरफ गिर जाए तो हम उसे लैंसलाइड कहते हैं एक होता है स्लंप में क्या होता है हमारी जो ढलान है वह थोड़ा पीछे की तरफ खिस जाती है ठीक है तो अगर लोग ओरिजिनल ऐसा था तो कुछ टाइम के बाद हमारा स्लोप ऐसा हो जाता है अंदर की तरफ चला जाता है तो हम इसे स्लंप कहते हैं स्लंप भी एक टाइप ओफ मास मूवमेंट होता है ठीक है रॉक स्लाइड या डेब्री फॉल में क्या होता है डेब्री फॉल में बहुत तेज मिट्टी गिरती है एकदम वर्टिकल तरीके से एकदम ऐ हाँ, mass movement का example है, हमारे country में हमने देखा है कि हिमालिया में बहुत ज़्यादा landslide और ये सारी चीज़े होती हैं, कई बार इसका reason पूछ लिया जाता है तो याद रखना, एक reason यह है कि हिमालिया ऐसे area में है जो tectonically active है, दूसरा reason यह है कि हिमालिया sedimentary rocks से बना है जो कि उतना stable कंपेरेटिवली अगर आप नीलगीरी वगैरा देखोगे वहाँ पर मास मूवमेंट इतने जादा नहीं होते नेक्स्ट टॉपिक है हमारा इरोजन और डिपॉजिशन इके इरोजन का क्या मतलब होता है मान लो यहाँ पर मिट्टी पड़ी हुए बहुत सारी तो अगर मिट्टी उड़कर या पानी के वज़े से एक जगे से दूसरी जगा पहुंच जाए तो हम इसे इरोजन कहते हैं अब यह मिट्टी जब कहीं पर कलेक्ट होने लगेगी तो हम इसे डिपॉजिशन कहेंगे तो erosion and deposition इस पूरे process को कहा जाता है ठीक है, अब erosion जो है, इसमें kinetic energy का हाथ होता है, ठीक है, kinetic energy के बारे में मैंने आपको कल के class में बताया था, ke is equal to half mv square, यह हमारे kinetic energy का formula होता है, इसका मतलब kinetic energy mass और velocity के उपर dependent है, mass मतलब जैसे glacier के वज़े से अगर erosion हो रहा है, तो glacier का बहुत जादा mass है, पर glacier बहुत धीरे चलते हैं, तो हम कहते हैं कि उसकी velocity कम है, ठीक है, बाकि यहाँ पर agents of erosion repeat हो रहा है जिसको हम cover कर चुके हैं ठीक है तो agents of erosion मतलब erosion किस वज़े से हो रहा है पानी के वज़े से हवा के वज़े से किस के वज़े से ठीक है तो इसमें याद रखना ground water और waves यह ऐसे दो agents है erosion के जो climate के उपर depend नहीं करते ओके यह climate के उपर dependent नहीं होते चलो लास्ट टॉपिक हमारा सॉयल फॉरमेशन ठीक है मिट्टी के बारे में सॉयल के बारे में हम लोग बहुत कुछ पढ़ेंगे सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि सॉयल की डेफिनेशन क्या है तो अगर आप किसी पेडोलोजिस्ट से पूछो तो हाउ विल ही डे capable होता है life support करने के, soil में ही हमारे plants grow करते हैं, बहुत सारे animals रहते हैं, soil बहुत dynamic होता है, हमेशा बदलता रहता है climate season इन सब के हिसाब से, so soil जो है, यह हमारा बहुत dynamic होता है, it keeps on changing, that means soil becomes adjusted to the condition of climate, इसका मतलब यह भी है कि soil जो है, यह climate, लांड फॉर्म बायोलॉजिकल एक्टिविटी इन सारी चीजों के ऊपर डिपेंड करता है इन सारी चीजों से कहीं ना कहीं ये एफेक्ट हो जाता है नेक्स्ट टॉपिक है हमारा प्रोसेस आफ सॉयल फॉर्मेशन सॉयल हमारा फॉर्म कैसे होता है ठीक है तो सबसे पहले जब हमने वेधरिंग पढ़ा था ठीक है तब आपको बताया गया था कि वेधरिंग का एक रिजल्ट होता है कि मिट्टी बनती है ठीक है तो सॉयल फॉर्मेशन की शुरुवात कैसे होती है वेधरिंग से ठीक है तो वेधरिंग से हमारी शुरुवात ह वेदर्ड मेटीरियल के उपर आक्ट करने लग जाते हैं जिसके वज़े से धीरे सॉयल फॉर्मेशन होता है जब थोड़ा बहुत सॉयल फॉर्मेशन हो चुका होता है तब हमारे माइनर और्ग्यानिजम्स छोटे और्ग्यानिजम्स इस सॉयल के अंदर जिसके वज़े से छोटे plants और बहुत time के बाद trees वगैरा grow करने लग जाते हैं, ठीक है, बहुत बड़े trees soil के उपर grow करना start कर देते हैं, हाँ, movie lovers, hello, good evening, चलो, next topic है हमारा और ये तो मतलब सही में last topic है तुम्हारा, ठीक है, soil forming factors, soil forming factors मतलब ऐसे क्या-क्या factors हैं, चीजें हैं जिसके ऊपर सॉयल फॉरमेशन का प्रॉसेस डिपेंड होता है ठीक है तो पहला है पेरेंट मेटीरियल पेरेंट मेटीरियल मतलब वह सॉयल बन किस चीज से रहा है ठीक है तो जिस टाइप का मेटीरियल होगा उस टाइप की सॉयल होगी नेक्स्ट टोपोग्रफी मतलब आसपास का एरिया कैसा है क्या वहां मांटेंस हैं क्या वहां प्लेन है क्या वहां प्लाटियो है इन सारी चीजों से भी हमारे सॉयल फॉरमेशन के ऊपर असर पड़ता है नेक्स्ट क्लाइमिट, क्लाइमिट मतलब आसपास, क्लाइमिट कैसा है, थंड है, गर्मी है, हुमिडिटी है, इन सारी चीजों से हमारे सॉयल क्यों पर एफेक्ट पड़ता है, बायलोजिकल अक्टिविटी, उस सॉयल क्यों पर कितने पेड़ हैं, कितने इंसेक्ट हैं, आस कुछ soil होते हैं जिनने बने हुए बहुत जादा time हो जाता है तो हम कहते हैं ये बहुत mature soil है तो कितने time से ये सारे factors हमारे soil के उपर act कर रहे हैं ये भी एक बहुत important factor होता है चलो इसी के साथ हमारा ये chapter end होता है ठीक है so I hope आपको ये chapter clear था आप मेंसे काफी सारे बच्चे civics की demand कर रहे थे polity की demand कर रहे थे कल के class में हम लोग polity का judiciary chapter start कर देंगे ठीक है, तो सारे बच्चे time से पहुंच जाना, and अब से हम लोग alternate चलाएंगे, एक दिन polity और एक दिन geography, so be prepared for that as well, ठीक है, चलो, so एक chapter finish हो गया, कल judiciary start करते हैं, crystal clear है chapter अन्वेशा, great, बस यही सुनना था मुझे, चलो students, so that's it for today, आज के लिए इतना ही, मिलते हैं अपने next lecture में, कि वो या