हेलो स्कॉलर्स कैसे हैं आप सब क्लास नाइ साइंस का चैप्टर है साउंड फिजिक्स का लास्ट चैप्टर है यह आज के वीडियो में हम इसकी एक्सरसाइज को कंप्लीट करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं फर्स्ट क्वेश्चन क्या है व्हाट इज साउंड एंड हाउ इज इट प्रोड्यूस्ड साउंड क्या है और यह प्रोड्यूस कैसे होता है इस चैप्टर के कुछ इंटेक्स्ट क्वेश्चन थे जिनको मैंने पिछले वीडियोस में बनाया था और कंप्लीट किया था उसमें भी मैंने बताया था फिर से देख लेते हैं साउंड इज अ फॉर्म ऑफ एनर्जी चच प्रोड्यूस सेंसेशन ऑफ हियरिंग इन अवर इयर्स साउंड इज प्रोड्यूस्ड बाय द वाइब्रेशन ऑफ एन ऑब्जेक्ट द वाइब्रेटिंग ऑब्जेक्ट डिस्टर्ब्स मॉलिक्यूल ऑफ द सराउंडिंग मीडियम एंड क्रिएट्स कंप्रेशन एंड रेयर फ्रैक्शन दिस कंप्रेशन एंड रेयर फैक्शंस प्रोपो गट्स एज वेव्स द साउंड ट्रेवल्स इन दी मीडियम कुछ वर्ड्स हमेशा याद कर लीजिए जैसे साउंड क्या है एनर्जी की एक फॉर्म है ओके जब भी आपको साउंड से रि रिलेटेड ऐसा क्वेश्चन आ जाए तो पहला सेंटेंस यह जरूर लिखिए कि साउंड इज अ फॉर्म ऑफ एनर्जी और यह क्या है यह हियरिंग जो है हमारे ईयर की हियरिंग का सेंसेशन है उसको जो है यह महसूस करता है साउंड इज प्रोड्यूस्ड बाय द वाइब्रेशन ऑफ एन ऑब्जेक्ट बिना बिना वाइब्रेशन के साउंड प्रोड्यूस ही नहीं हो सकता है ओके तो ये दो-तीन सेंटेंस तो आप रट लीजिए इनको आपका साउंड से रिलेटेड इस तरीके का कोई भी क्वेश्चन आएगा उसमें आपको लिख ही देना है अब जो मेन क्वेश्चन था कि यह साउंड कैसे क्रिएट हो रहा है तो यह तो आपने जान लिया कि वाइब्रेशन के थ्रू ही क्रिएट हो रहा है कोई भी ऑब्जेक्ट जब वाइब्रेट होता है तो साउंड क्रिएट होता है वाइब्रेशन में ऐसा क्या होता है कि साउंड क्रिएट हो जाता है वाइब्रेटिंग ऑब्जेक्ट डिस्टर्ब मॉलिक्यूल ऑफ द सराउंडिंग मीडियम एंड क्रिएट कंप्रेशंस एंड रेयर फ्रैक्शन जब सपोज ये एक स्पीकर है यह स्पीकर आपको दिखाई दे रहा है इसमें इस इस पार्ट को हमने डायफार्मा आ रहा है आगे की ओर बढ़ रहा है और इन के मॉलिक्यूल को पुश कर दे रहा है दबा दे रहा है तो यहां पर क्या हुआ कंप्रेशन क्रिएट हो गया फिर जब यह डायफार्मा क्या होगा यह आगे की ओर शिफ्ट हो जाएगा और यहां पर क्या होगा यहां पर एक रेयर फ्रैक्शन डेवलप हो जाएगा मींस यहां पर स्पेस बन जाएगा और एयर के मॉलिक्यूल दूर दूर फैल जाएंगे तो इस तरीके के कंप्रेशन और रियर फ्रैक्शन डेवलप होते रहते हैं और यह कंप्रेशन आगे की ओर बढ़ते रहते हैं और रेयर फ्रैक्शन भी आगे की ओर बढ़ते रहते हैं इसी तरीके से यह साउंड ट्रेवल कर जाती है प्रोपागेट होती है सेकंड क्वेश्चन क्या है डिस्क्राइब विद द हेल्प ऑफ डायग्राम हाउ कंप्रेशन एंड रेयर फैक्शंस आर प्रोड्यूस्ड इन एयर नियर ए सोर्स ऑफ साउंड लास्ट क्वेश्चन में भी हमने समझने की कोशिश की थी इसमें हम और डिटेल में समझेंगे डायफार्मा फ्रॉम वाइब्रेट इट क्रिएट्स कंप्रेशन एंड रेयर फैक्शंस इन द एयर किसी भी सोर्स ऑफ साउंड को लेकर के आपको बताना था कि साउंड जो है कंप्रेशन और रेयर फ्रैक्शन के थ्रू कैसे प्रोड्यूस होती है तो आपने एक स्पीकर के डायफार्मा एंड रियर फ्रैक्शन डेवलप होते हैं कंप्रेशन में क्या होता है व्हेन द डायफार्मा ड्यूरिंग इट्स वाइब्रेशन इट कंप्रेसेस द एयर पार्टिकल्स इन दैट रीजन कॉजिंग हायर प्रेशर दिस इज रिप्रेजेंटेड एज अ रीजन वेयर एयर पार्टिकल्स आर क्लोजल पैक्ड टुगेदर पहले हम लिख लेते हैं समझ ले समझेंगे इसके बाद में रेयर फ्रैक्शन क्या है व्हेन द ऑब्जेक्ट मूव्स इनवर्ट ड्यूरिंग इट्स वाइब्रेशन इट क्रिएट्स अ रेयर फ्रैक्शन इन दी एयर वेयर पार्टिकल्स आर स्प्रेड अपार्ट रिजल्टिंग इन लोअर प्रेशर कंपेयर टू दी सराउंडिंग एयर दिस प्रोसेस रिपीट्स एज द डाय फ्रॉम कंटिन्यूज टू वाइब्रेट क्रिएटिंग ए सीरीज ऑफ कंप्रेशन एंड रियर फ्रैक्शन दैट प्रोपागेट थ्रू द एयर एज साउंड वेव्स ओके अब कंप्रेशन जान लिया रेयर फ्रैक्शन जान लिया कैसे काम कर रहा है फिगर के थ्रू फिर से समझते हैं यह एक डायफास्फेट कर रहा है मींस वाइब्रेशन हो रहा है तो आगे और पीछे दोनों तरफ जा रहा है ना जब यह आगे की तरफ जा रहा ओके इस साइड में जा रहा है तो यहां के जो एयर के मॉलिक्यूल हैं इनको प्रेस कर दे रहा है प्रेस करने से क्या हो रहा है ये कंप्रेशन एरिया बन जा रहा है इसको हम हाई प्रेशर जोन भी बोल देते हैं ठीक है और जब यह पीछे की तरफ चला जा रहा है तब तक ये कंप्रेशन क्या होगा ये एयर के मॉलिक्यूल अपने पास वाले एयर मॉलिक्यूल को प्रेस कर देंगे ठीक है मींस ये कंप्रेशन आगे की ओर बढ़ता चला जाएगा और तब तक यह अब जैसे ही पीछे की ओर गया तो यहां के एयर मॉलिक्यूल को गैप मिल गया ओके ज्यादा जगह मिल गई तो यह एयर के मॉलिक्यूल फैल गए फैल गए मींस रेयर फ्रैक्शन हो गया अब यह रेयर फ्रैक्शन भी आगे की ओर बढ़ता चला जाएगा तो यह जो कंप्रेशन और रेयर फ्रैक्शन डेवलप हो रहे हैं यह क्या होता है यह रिपीट होते रहते हैं दिस प्रोसेस रिपीट एज द रेयर फ्रैक्शन डेवलप होते रहते हैं जिससे यह सीरीज ऑफ कंप्रेशन एंड रेयर फ्रैक्शन बनते हैं जो एयर के थ्रू प्रोपागेट होते रहते हैं मींस एयर के मीडियम जो मॉलिक्यूल हैं वो अपनी जगह ही रहते हैं लेकिन इस कंप्रेशन रेयर फ्रैक्शन या डिस्टरबेंस कह लीजिए इस डिस्टरबेंस को वो आगे की ओर पास ऑन करते रहते हैं और यह डिस्टरबेंस एक वेव फॉर्म में आगे की ओर बढ़ता रहता है जिसे हम साउंड वेव भी कहते हैं ओके तो ये चीज हमेशा याद रखिएगा कि मीडियम के मॉलिक्यूल कभी ट्रेवल नहीं करते साउंड वेव में मीडियम के मॉलिक्यूल केवल उस डिस्टरबेंस को अपने आगे ट्रांसफर कर देते हैं और वो साउंड जो है एक वेव की फॉर्म में आगे की ओर बढ़ती रहती है मीडियम के मॉलिक्यूल अपनी जगह ही रहते हैं क्वेश्चन नंबर थ्री व्हाई इज साउंड वेव कॉल्ड एज लोंगिट्यूड वेव लोंगिट्यूड वेव क्यों कहते हैं हम साउंड को साउंड क्या है अ साउंड वेव इज कॉल्ड लोंगिट्यूड वेव बिकॉज़ द पार्टिकल ऑफ द मीडियम सच एज एयर वाइब्रेट पैरेलल टू द डायरेक्शन ऑफ द वेव प्रोपेगेशन वेव्स प्रोपेगेशन सपोज यह एक स्पीकर था ओके इस स्पीकर से साउंड क्रिएट हो रही थी तो यह साउंड किधर जा रही थी साउंड आगे की तरफ जा रही थी ओके जब हम इसको वेव फॉर्म में देखते हैं तो वेव फॉर्म में कैसे देखते हैं वेव फॉर्म में ऐसे देखते हैं कि साउंड इस डायरेक्शन में ट्रेवल कर रही है ओके और यह ट्रेवल कैसे कर रही है जो इस एयर के मॉलिक्यूल हैं सपोज यही स्पीकर हम ऊपर भी एक बार और बना देते हैं और यहां हमने क्या देखा था यह एयर के मॉलिक्यूल क्या है कंप्रेशन और रेयर फ्रैक्शन की फॉर्म में आगे बढ़ र है तो इस कंप्रेशन और रेयर फ्रैक्शन में हो क्या रहा है यह जो हमारा सपोज एक मॉलिक्यूल है एयर का ये एक मॉलिक्यूल है एयर का ये इस डायरेक्शन में और इस डायरेक्शन में वाइब्रेट हो रहा है ओके जितने मॉलिक्यूल हैं जितने भी मॉलिक्यूल हैं वो इस डायरेक्शन में और इस डायरेक्शन में वाइब्रेट हो रहे हैं ठीक है अब डायरेक्शन देखिए मॉलिक्यूल का डायरेक्शन भी इधर है और वेव का डायरेक्शन भी इधर है मींस वेव का डायरेक्शन और मॉलिक्यूल का डायरेक्शन दोनों जब पैरेलल हैं या सेम डायरेक्शन में है तो ऐसी वेव को हम लोंगिट्यूड वेव बोलते हैं बिकॉज द पार्टिकल ऑफ द मीडियम सच एज एयर वाइब्रेट पैरेलल टू द डायरेक्शन ऑफ द वेव प्रोपेगेशन वेव का प्रोपेगेशन जो हो रहा है वेव जिस डायरेक्शन में ट्रेवल कर रही है उसी डायरेक्शन में मीडियम जो है उसके मॉलिक्यूल भी वाइब्रेट कर रहे हैं दोनों डायरेक्शन जब सेम हो या एक दूसरे के पैरेलल भी बोल लीजिए तब हम ऐसी वेव को लोंगिट्यूड वेव कहेंगे च्च कैरेक्टरिस्टिक ऑफ द साउंड हेल्प्स यू टू आइडेंटिफिकेशन कई बार होता है कि आप एक अंधेरे कमरे में घुसे और वहां तीन-चार फ्रेंड आपके बैठे हुए हैं किसी एक फ्रेंड ने जैसे ही कुछ बोला आपने तुरंत पहचान लिया कि यह आवाज किसकी है तो यह जो साउंड है इस साउंड की कौन सी ऐसी कैरेक्टरिस्टिक है जिससे आप अंधेरे में भी बिना देखे यह पहचान लेते हैं कि यह वॉइस किसकी है द क्वालिटी और टिंबर एंड पिच ऑफ द साउंड इज दैट कैरेक्टरिस्टिक चच हेल्प अस टू आइडेंटिफिकेशन [संगीत] [संगीत] होती है ठीक है और टिंबर जो है साउंड की क्वालिटी साउंड का मॉडले उसकी जो अदर फैक्टर्स है जो क्वालिटी डिटरमाइंड करते हैं कि साउंड की क्वालिटी कैसी है ठीक है यह सब चीजें मिलकर के क्या बनाते हैं उस साउंड को एक पर्टिकुलर कैरेक्टर देते हैं जिससे आप यह आइडेंटिफिकेशन क्वालिटी इज कॉल्ड टिंबर एंड पीच ये दोनों चीजें मिलकर के आपको ये डिटरमाइंड करने में हेल्प करती हैं कि यह आवाज किसकी है फ्लैश एंड थंडर आर प्रोड्यूस साइमल नियस बट थंडर इज हर्ड अ फ्यू सेकंड आफ्टर द फ्लैश इज सीन व्हाई एक आसमान में जब बिजली चमकती है आपने देखा होगा कि क्या होता है बरसात में बिजली चमकेगी तो आपको लाइट तो तुरंत सुनाई देगी लेकिन आवाज थोड़ी थोड़ी देर के बाद आती है तो ऐसा क्यों होता है द स्पीड ऑफ लाइट इज फास्टर देन द स्पीड ऑफ साउंड लाइट फ्रॉम द फ्लैश रिचेस द ऑब्जर्वर फास्टर देन द साउंड वेव्स फ्रॉम द थंडर कॉजिंग ए डिले इन हियरिंग द थंडर आफ्टर सीइंग द फ्लैश अब जब कभी बिजली चमकती है ठीक है तो आपको पता है क्या होता है कि जब यहां पर बिजली चमकी तो इसकी लाइट जो यहां पर अर्थ पर कोई बंदा ड़ हुआ है ठीक है तो लाइट की स्पीड साउंड की स्पीड से बहुत तेज है तो लाइट जो है कम समय में पहले पहुंच जाती है तो आपको लाइट तो दिख गई लेकिन साउंड का क्या हुआ साउंड भी आ रही है धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे पीछे आ रही है तो साउंड जब पहुंचती है तब तक आप लाइट पहले देख चुके होते हैं इसलिए आपको यह टाइम डिले दिखाई देता है कि लाइट आपको पहले दिखाई दी और साउंड बाद में सुनाई दिया क्यों क्योंकि लाइट के ट्रेवल करने की स्पीड और साउंड के ट्रेवल करने की स्पीड दोनों अंतर है दोनों की स्पीड में लाइट फास्ट ट्रेवल करती है और साउंड उसके रिस्पेक्ट में काफी स्लो है अ पर्सन हैज अ हियरिंग रेंज फ्रॉम 20 हर्ट्ज टू 20 को व्हाट आर द टिपिकल वेवलेंथ ऑफ़ साउंड वेव इन एयर करेस्पॉन्डिंग्ली 20 हर्टज से 20 कोर्ट्ज क्या है ऑडिबल फ्रीक्वेंसी रेंज है हमारी फ्रीक्वेंसी दी हुई है स्पीड दी हुई है साउंड की एयर में क्या है अब आपको बताना है कि वेवलेंथ क्या होगी इनके रिस्पेक्ट में चलिए देखते हैं द स्पीड ऑफ साउंड v इज गिवन एज 344 मीटर पर सेकंड ये क्वेश्चन में दिया हुआ है आपको फॉर 20 हर्ट्ज अब दोनों के लिए आपको वेवलेंथ ब बतानी है पहले 20 हर्ट्ज को लेके चलते हैं 20 हज के लिए फ्रीक्वेंसी क्या हो गई 20 हर्टज के लिए f = 20 हर्टज फार्मूला कौन सा यूज करेंगे v = f * लडा स्पीड इक्वल टू फ्रीक्वेंसी इन वेवलेंथ ठीक है तो स्पीड हमारी दी हुई है फ्रीक्वेंसी दी हुई है लडा निकालना है लडा इक्वल टू क्या होगा v अप f वैल्यूज पुट कर दीजिए v क्या है 344 एंड f क्या है 20 तो लडा क्या आ गया 17.2 मीटर ओके 20 हर्टज की फ्रीक्वेंसी जो होगी जिस साउंड वेव की 20 हर्टज फ्रीक्वेंसी होगी उस साउंड वेव की वेवलेंथ 17.2 मीटर होगी वेवलेंथ आपको याद है ना कि हमने क्या पढ़ा था एक वेव की लेंथ ठीक है चाहे उसके पीक से प पीक की डिस्टेंस नाप लीजिए दैट इज कॉल्ड वेवलेंथ तो 20 हर्ट्स वाले के लिए इस वेवलेंथ की लंबाई क्या होगी 17.2 मीटर अब 20 किलोहर्टज के लिए देखते हैं क्या है फॉर 20 कोर्ज f इ टू क्या होगा हो जाएगा 20000 हर्टज ओके फिर वही फार्मूला लड = v / f 344 / 20000 तो लडा क्या आ गया 0172 ओके तो वेवलेंथ ऑफ साउंड वेव इन एयर करेस्पॉन्डिंग्ली ओके अब देखिए 20 हर्ट्ज के लिए हमने बनाए फ्रीक्वेंसी कैसी बड़ी सी वेवलेंथ थी ठीक है क्यों क्योंकि इसकी वेवलेंथ कितनी थी ज्यादा थी 17.2 मीटर थी ठीक है और देख के ही आपको पता चल रहा है कि इसकी फ्रीक्वेंसी कम है पर सेकंड जो इसके ऑक्सिन हो रहे हैं वो कम हो रहे हैं अब जहां पर फ्रीक्वेंसी ज्यादा हो गई वहां वेवलेंथ कितनी कम हो गई वेवलेंथ कम हो गई मींस अब यह छोटी-छोटी सी फ्रीक्वेंसी बनेगी ठीक है तभी तो यह वेवलेंथ यहां से यहां तक की आएगी यह इतनी कम आ रही है 0172 मीटर ओके तो फिगर के थ्रू भी आपको यह चीजें क्लियर हो रही होंगी कि 20 हर्ट्ज और 20 किलोहर्टज दोनों फ्रीक्वेंसी के बीच में वेवलेंथ का कितना फर्क आ जाता है क्वेश्चन नंबर सेवन क्या है टू चिल्ड्रन आर एट अपोजिट एंड ऑफ एन एलुमिनियम रॉड वन स्ट्राइक्स द एंड ऑफ द रॉड विद अ स्टोन फाइंड द रेशियो ऑफ टाइम टेकन बाय द साउंड वेव इन एयर एंड इन एलुमिनियम टू रीच दि साउंड चाइल्ड रीच द सेकंड चाइल्ड सपोज एक एलुमिनियम की यह बड़ी सी रॉड थी ठीक है एक साइड पर आपने किसी स्टोन से इसको हिट किया अब यहां पर क्या होगा हिट करने के बाद साउंड डेवलप होगी एक साउंड तो इस एलुमिनियम के थ्रू रॉड के थ्रू ट्रेवल कर जाएगी यहां तक कोई बच्चा यहां पर बैठा हुआ है ठीक है और एक साउंड क्या है इसके एयर का मॉलिक्यूल भी डिस्टर्ब होंगे तो एयर मॉलिक्यूल के थ्रू ट्रेवल करके जाएगी तो जो साउंड एलुमिनियम रॉड के थ्रू जा रही है और जो साउंड एयर के थ्रू जा रही है इन दोनों के टाइम जो लगेंगे उनका रेशियो निकालना है आपको चलिए देखते हैं देखिए कुछ चीजें इस क्वेश्चन में नहीं दी हुई है आपके टेक्स्ट बुक से लेना पड़ेगा आपको लेकिन जब एग्जाम में क्वेश्चन आएगा तो ये चीजें दी हुई होंगी कौन सी चीजें एक तो साउंड की स्पीड जो एयर में है वह कितनी है और दूसरे मेटल में है वह कितनी है ठीक है लेकिन अभी टेक्स्ट बुक से हमने लिया हुआ है स्पीड ऑफ साउंड इन एयर क्या होती है 346 मीटर पर सेकंड एक पर्टिकुलर टेंपरेचर पे इसी तरीके से उसी टेंपरेचर पर एलुमिनियम की स्पीड कितनी है 6420 मीटर पर सेकंड देखिए मेटल में स्पीड साउंड की बहुत ज्यादा होती है एयर के रिस्पेक्ट में आप यहां देख रहे होंगे ऑलमोस्ट 18 टू 19 टाइम्स ज्यादा है ठीक है तो जब स्पीड ज्यादा है तो टाइम भी कम लगेगा एलुमिनियम के थ्रू साउंड को पहुंचने में अब हम देखते हैं कैसे होगा लेंथ ऑफ रड डिस्टेंस ट्रेवल डी इल टूडी मीटर ओके डी एम मींस डी मीटर हमने लिखा हुआ है जो साउंड की डिस्टेंस है वोह तो यहां से यहां तक की ले रहे हैं ना हम डी ठीक है चाहे वो एलुमिनियम के थ्रू जा रहा है चाहे वो एयर के थ्रू जा रहा है दोनों के लिए सेम है अब टाइम क्या हो जाएगा टाइम इक्वल टू डिस्टेंस अपॉन स्पीड ठीक है स्पीड इक्वल टू डिस्टेंस अपॉन टाइम आपने फार्मूला पढ़ा हुआ है ना उसी से ही है टाइम इक्वल टू डिस्टेंस अपॉन स्पीड डिस्टेंस दिया है डी स्पीड दोनों के लिए अलग-अलग दी हुई है फिर क्या करेंगे टाइम टू ट्रेवल साउंड इन एयर टी एयर इस टाइम को हम टी एयर के नाम से देख लेते हैं कि एयर में कितना टाइम लग रहा है डिस्टेंस डी स्पीड 346 ओके इसी तरीके से टाइम एलुमिनियम में कितना कितना लगेगा d अप 6420 डिस्टेंस तो सेम ही रहेगी d रेशियो निकालना है t एर अपन t एलुमिनियम तो t एयर की वैल्यू ऊपर रख दी और t एलुमिनियम की वैल्यू नीचे जब अपॉन आप क्या करेंगे 3d अप 346 और इसके भी अपॉन में जाएगा तो इसको जब मल्टीप्लाई करेंगे तो क्या होगा ये रिवर्स हो जाएंगे 6420 अप d और जब d d कट गए और इनको आप कट करके निकालेंगे वैल्यूज तब क्या 18.55 अपव ओके 18.55 आएगा मींस एयर में अगर 18.55 सेकंड लग रहे हैं उस साउंड को ट्रेवल करने के लिए तो वही साउंड एलुमिनियम में न सेकंड के अंदर ट्रेवल कर जाएगी ओके तो रेशो ऑफ टाइम टेकन बाय द साउंड वेव इन एयर एंड इन एलुमिनियम इज 18.55 रेव ओके क्वेश्चन नंबर एट द फ्रीक्वेंसी ऑफ ए सोर्स ऑफ साउंड इज 100 हर्ट हाउ मेनी टाइम डज इट वाइब्रेट इन अ मिनट एक सोर्स ऑफ साउंड की फ्रीक्वेंसी 100 हर्ज है यह एक मिनट में कितनी बार वाइब्रेट करता है द फ्रीक्वेंसी ऑफ ए साउंड वेव इज द नंबर ऑफ वाइब्रेशंस र साइकिल पर सेकंड फ्रीक्वेंसी क्या होती है फ्रीक्वेंसी किसी भी वाइब्रेशन का पर सेकंड अगर काउंट कर लिया जाए कि हर एक सेकंड में वह कितनी बार वाइब्रेट कर रहा है वही उसकी फ्रीक्वेंसी हो रही होती है यहां फ्रीक्वेंसी 100 हर्ट मींस 100 वाइब्रेशन इन वन सेकंड हो रहे हैं तो न मिनट में कितने होंगे 60 सेकंड्स होते हैं न मिनट में तो 100 को 60 से मल्टीप्लाई कर दीजिए 6000 वाइब्रेशन होंगे अगर कोई सोर्स ऑफ साउंड की फ्रीक्वेंसी 100 हर्टज है तो वो एक मिनट में 6000 टाइम्स वाइब्रेट होगा क्वेश्चन नंबर नाइन डस साउंड फॉलो द सेम लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन एज लाइट डज एक्सप्लेन क्या लाइट के जो रिफ्लेक्शन के के लॉज हैं वो साउंड पर भी एप्लीकेबल है सेम लॉज यस साउंड फॉलोज द सेम लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन एज लाइट द लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन स्टेट दैट द एंगल ऑफ इंसीडेंस इज इक्वल टू द एंगल ऑफ रिफ्लेक्शन एंड द इंसिडेंट रे द रिफ्लेक्टेड रेल एंड द नॉर्मल टू द सरफेस एट द पॉइंट ऑफ इंसीडेंस ऑल लाइ इन द सेम प्लेन दिस इज ट्रू फॉर बोथ लाइट एंड साउंड वेव व्हेन दे अंडरगो रिले फ्रॉम सर्फेस देखिए दो ही फार्मूले आप देख लीजिए क्या है पहला फार्मूला क्या है कि एंगल ऑफ इंसीडेंस इज इक्वल टू द एंगल ऑफ रिफ्लेक्शन लाइट में आपने पढ़ा था यह कोई रिफ्लेक्टिंग सरफेस है ओके यह एक लाइट यहां पर आ रही है इस पर एक नॉर्मल अगर ड्रा कर दें तो एंगल ऑफ इंसीडेंस यह एंगल ऑफ इंसीडेंस था ना आपका आई इज ऑलवेज इक्वल टू द एंगल ऑफ रिफ्लेक्शन आ ठीक है है तो यह लाइट और साउंड दोनों के लिए एप्लीकेबल है और यह इंसीडेंट रे रिफ्लेक्शन रे नॉर्मल यह तीनों एक ही प्लेन में लाई करते हैं ओके तो यह दूसरा जो है रूल यह भी लाइट के लिए और साउंड के लिए दोनों के लिए एप्लीकेबल है तो रिफ्लेक्शन के जो लॉज लाइट के हैं वही सेम लॉज एप्लीकेबल होते हैं आपके साउंड प भी क्वेश्चन नंबर 10 व्हेन अ साउंड इज रिफ्लेक्टेड फ्रॉम ए डिस्टेंट ऑब्जेक्ट एन इको इज प्रोड्यूस्ड लेट द डिस्टेंस बिटवीन द रिफ्लेक्टिंग सरफेस एंड द सोर्स ऑफ साउंड प्रोडक्शन रिमेंस द सेम डू यू हियर इको साउंड ऑन ए हॉटर डे सपोज एक यह रिफ्लेक्टिंग सरफेस थी यहां पर से कोई साउंड क्रिएट हो रहा था ठीक है और यह साउंड यहां पर जाने के बाद में इस साइड जाने के बाद में यह रिफ्लेक्ट होकर वापस आ रहा था और आपको यहां पर इ को सुनाई दे रहा था ठीक है लेकिन अभी आप बोल रहे हैं यह जो डिस्टेंस है सब कुछ आप सेम रख रहे हैं लेकिन जो हॉटर डेज है गर्मियों के दिनों में जब टेंपरेचर ज्यादा होता है तब क्या आप यह इको सुन पाएंगे या नहीं सुन पाएंगे या क्या प्रॉब्लम होगी मींस कुल मिलाकर क्वेश्चन यह कहना चाह रहा है कि आप गर्मियों में या हॉटर डेज में जो साउंड के ट्रैवल है उस परे क्या इफेक्ट आता है टेंपरेचर का द स्पीड ऑफ साउंड इंक्रीजस विद टेंपरेचर इसको याद कर लीजिए साउंड की स्पीड जो है टेंपरेचर पे इंक्रीज करती रहती है जैसे-जैसे टेंपरेचर बढ़ेगा साउंड की स्पीड बढ़ जाएगी इन वार्मर कंडीशन साउंड ट्रेवल्स फास्टर थ्रू दी एयर इफ द डिस्टेंस बिटवीन द रिफ्लेक्टिंग सर्फेस एंड द सोर्स ऑफ साउंड रिमेंस द सेम द टाइम टेकन फॉर द साउंड वेव टू ट्रेवल टू द सरफेस एंड बैक विल बी शॉर्ट ऑन ए हॉटर डे जब स्पीड बढ़ गई आपका यहां पर सोर्स ऑफ साउंड था य यहां रिफ्लेक्टिंग सरफेस थी जब स्पीड बढ़ गई तो यहां से यहां तक साउंड को जाने और वापस आने में अब टाइम कम लगेगा ओके टाइम कम लगने से क्या होगा देयर फोर ऑन ए हॉटर डे वी आर लेस लाइक टू हियर एंड इको बिकॉज द साउंड वेव रिचेस दी रिफ्लेक्टिंग सरफेस एंड रिटर्न फास्टर रिड्यूस द टाइम गैप रिक्वायर्ड फॉर इको टू बी नोटिसेबल आपको पता है कि इको सुनने के लिए मिनिमम साउंड जो है 0.1 सेकंड का ट्रेवल करनी चाहिए या इतना टाइम लगना चाहिए साउंड को जाकर के वापस आने में अब जब हॉटर डेज हो रहे हैं साउंड की स्पीड बढ़ गई स्पीड बढ़ने से क्या हुआ टाइम कम लगेगा अगर टाइम कम लग रहा है तो मे बी आप ई को ना सुन पाए क्यों क्योंकि पंट व सेकंड से अगर कम हो जाएगा तो हमारे इयर्स जो है इसको अलग से डिस्टिंग्विश नहीं कर पाते हैं साउंड को ठीक है हमारे इयर्स की भी अपनी एक साउंड को डिस्टिंग्विश करने की कैपेबिलिटी है तो जो साउंड्स 1 सेकंड के डिफरेंस में आते हैं उन्हीं को हम अलग-अलग सुन पाते हैं तो मे बी अगर हॉटर डेज है तो हो सकता है आपको यही को ना सुनाई दे मे बी इसलिए बोला जा रहा है क्योंकि डिस्टेंस यहां बताई नहीं गई हो टाइम भी बताया नहीं गया हो सकता है 3 सेकंड लग रहा था पहले अब गर्मी के दिन है अब प2 सेकंड लग रहा है तो पहले जो इको आपको जितनी देर में सुनाई पड़ता था अब थोड़ा जल्दी सुनाई पड़ने लगेगा लेकिन अगर ये पॉइंट व से नीचे चला जाए तो नहीं भी सुनाई देगा ओके क्वेश्चन नंबर 11 गिव टू प्रैक्टिकल एप्लीकेशंस ऑफ रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड वेव्स साउंड वेव के रिफ्लेक्शन के दो प्रैक्टिकल एप्लीकेशंस बताने हैं कि कहां यूज होता है साउंड वेव का रिफ्लेक्शन पहला सोनार सिस्टम सबसे ज्यादा यूज होता है रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड वेव इज यूज्ड इन सोनार सिस्टम फॉर अंडर वाटर नेविगेशन एंड डिटेक्शन कोई शिप जब जाती है त तब क्या होता है कि वो एक साउंड वेव जो है छोड़ती है उससे क्या होता है कि ये साउंड वेव नीचे और ओशन की जो सरफेस है सरफेस से टकराने के बाद में वापस आते हैं ठीक है साउंड वेव नीचे की तरफ गई ओशियन की सरफेस से टकराई फिर वापस आई तो जब आपको इस साउंड वेव की क्या है स्पीड पता है और टकरा के वापस आने के से आपको टाइम भी पता पता चल गया यहां पर सपोज आपने किसी एक टाइम पर जो है छोड़ी थी साउंड वेव फिर वापस आई उस टाइम को आपने काउंट कर लिया तो स्पीड और टाइम दोनों चीजें पता है तो आप डिस्टेंस बता सकते हो ना जब डिस्टेंस बता दोगे तो मींस ओशन की सरफेस तक की आप डेप्थ बता सकते हो या कोई बीच में ऑब्जेक्ट है जिससे टकरा के वह वापस आ रहा है उस ऑब्जेक्ट की दूरी बता सकते हो तो यह सोनर सिस्टम में काफी ज्यादा इसका इस्तेमाल होता है रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड वेव इज यूज्ड इन सोनार सिस्टम फॉर अंडर वाटर नेविगेशन एंड डिटेक्शन अ साउंड सिग्नल इज एमिटेड एंड द टाइम डिले डिले फॉर द रिफ्लेक्टेड सिग्नल टू रिटर्न इज यूज टू कैलकुलेट डिस्टेंस एंड मैप अंडर वाटर ऑब्जेक्ट जो पानी के अंदर की चीजें हैं उनको जानने के लिए उनकी डिस्टेंस जानने के लिए मैपिंग करने के लिए सोनर सिस्टम का यूज होता है दूसरा क्या है कर्वड सीलिंग्स ऑफ दी कंसर्ट हॉल द सीलिंग ऑफ द कंसर्ट हल्स आर कर्वड सो दैट द साउंड आफ्टर रिफ्लेक्शन रिचेस टू ऑल कॉर्नर ऑफ दी हॉल ये हमने इंटेक्स क्वेश्चन में भी पढ़ा था जो सीलिंग है यह अपने कंसर्ट हॉल की वह कैसी बनाई जाती है कर्व ताकि जो रिफ्लेक्शन हो करके साउंड जाए वह ऑलमोस्ट हर कॉर्नर पे पहुंच जाए ठीक है ना अगर सीधे-सीधे होंगी तो उससे क्या होगा रिफ्लेक्शन के बाद साउंड आगे की ओर बढ़ जाएगी और हो सकता है मिडिल ऑफ ऑल में आपको प्रॉपर साउंड ना सुनने को मिले ठीक है तो यहां पर भी रिफ्लेक्शन का यूज होता है क्वेश्चन नंबर 12 ए स्टोन इ ड्रॉ फ्रॉम द टॉप ऑफ ए टावर 500 मीटर हाई इनटू ए पाउंड ऑफ वाटर एट द बेस ऑफ द टावर वन इज द स्प्लेश हर्ड एट द टॉप गिवन जी = 10 मीटर पर सेकंड स्क्वायर एंड स्पीड ऑफ साउंड इज 340 मीटर पर सेकंड सपोज यह एक बिल्डिंग है ठीक है इसके टॉप से आपने एक स्टोन को ड्रॉप किया और यहां एक स्विमिंग पूल है ठीक है अब यहां पर जो बंदा खड़ा हुआ है ठीक उसको यह जो पत्थर है यह गिरने के बाद कितनी देर बाद में यहां पर स्प्लैश सुनाई देगा तो सबसे पहला टाइम तो यहां से यहां तक पत्थर को पहुंचने में जितना टाइम लगेगा वो टाइम सपोज t1 है प्लस जब यह टकराएगा तो इस साउंड को ऊपर तक ट्रेवल करके पहुंचने में जो टाइम लगेगा t2 तो ये दोनों टाइम को जब आप ऐड करेंगे तब आपको पता चलेगा कि टोटल कितना टाइम टा लगेगा इस स्टोन को ड्रॉप करने के बाद में वहां पर स्प्लैश की साउंड सुनने में चलिए अब इसको सॉल्व करते हैं हाइट ऑफ टावर कितनी है 500 मीटर जी = 10 मीटर पर सेकंड स्क्वायर टाइम टू रीच स्टोन टू वाटर सबसे पहले हम स्टोन जो नीचे पानी तक पहुंच रहा है उसमें कितना टाइम लग रहा है इसको देखते हैं h = 1/2 जीटी स्क्वायर कौन से फार्मूले से था s = य प् 1/2 g स्क्वा हाफ ए स्क्वा वाला फार्मूला था ना जब यहां पर हम कोई पत्थर को आप इस रेस्ट पोजीशन से ऊपर से नीचे ड्रॉप करते हैं तो यहां पर ए क्या हो जाता है h और य चूंकि जीरो हो जा रहा है इसलिए यटी पूरा जीरो हो गया और यहां पर a की जगह क्या काम करता है जी तो 1/2 g t स्क्वा तो यही वाला फार्मूला हम लोग यूज कर रहे हैं कंफ्यूज मत होएगा मोशन का फार्मूला था तो इससे हम t की वैल्यू निकालेंगे क्या करेंगे 2 * 500 अप 10 t = र 100 टाइम टू रीच स्टोन टू वाटर t = 10 सेकंड तो पहला टाइम जो स्टोन को नीचे पानी तक पहुंचने में लगा वो 10 सेकंड तो स्टोन को ही लग गए नीचे पहुंचने में अब देखना है कि स्प्लैश क्रिएट होने के बाद स्प्लैश के साउंड को ऊपर पहुंचने में कितना टाइम लगेगा स्पीड ऑफ साउंड दिया हुआ है 340 मीटर पर सेकंड डिस्टेंस आपको पता है वही सेम टावर की जो हाइट है 500 मीटर तो टाइम निकालिए टाइम क्या हो जाएगा डिस्टेंस अपॉन स्पीड 500 अप 340 तो टाइम कितना लगा 1.47 सेकंड अब 1.47 सेकंड टाइम लगा साउंड को ऊपर पहुंचने में और पत्थर को नीचे पहुंचने में 10 सेकंड लगे थे तो टोटल टाइम कितना हो गया टोटल टाइम फॉर हेयरिंग साउंड एट टॉप इ 10 प् 1.47 11.47 सेकंड स्प्लैश साउंड विल बी हर्ड आफ्टर 11.47 सेकंड फ्रॉम ड्रॉपिंग द स्टोन स्टोन को छोड़ने के बाद में 11.47 सेकंड्स लग जाएंगे इस साउंड को सुनने में ठीक है पत्थर नीचे जाएगा टकराएगा साउंड क्रिएट होगी तो पत्थर जाने का टाइम प्लस साउंड को ऊपर आने का टाइम सब मिलाकर के 11.47 सेकंड्स लगेंगे क्वेश्चन नंबर 13 अ साउंड वेव ट्रेवल्स एट ए स्पीड ऑफ 339 मीटर पर सेकंड इफ इट्स वेवलेंथ इज 1.5 सेंटीमीटर व्हाट इज द फ्रीक्वेंसी ऑफ द वेव विल इट बी ऑडिबल पहले फ्रीक्वेंसी निकालनी है फिर यह बताना है कि ये ऑडिबल है कि नहीं स्पीड दी हुई है 339 मीटर पर सेकंड वेवलेंथ दी हुई है 1.5 सेंटीमीटर अब देखिए सबसे पहले तो हमें सेंटीमीटर को मीटर में कन्वर्ट करना पड़ेगा ओके तो 015 मीटर सेंटीमीटर को मीटर में कन्वर्ट करेंगे 100 से डिवाइड करके तो अब आपको लडा पता है v पता है ए निकालना है फ्रीक्वेंसी फार्मूला क्या है v = f * लडा f क्या हो जाएगा f = v / लडा वैल्यूज पुट कीजिए वैल्यूज पुट करने के बाद में जब f निकालेंगे तो 22600 हट्ज मींस 22.6 को ऑडिबल रेंज हमारी क्या है 20 कोट तक ही तो 20 को से ये ऊपर चला गया ना तो ये ऑडिबल है कि नहीं द फ्रीक्वेंसी ऑफ द साउंड इज 22.6 कोर्ज एंड इट इज नॉट ऑडिबल 20 हर्ट से बियोंड चला गया इसलिए यह ऑडिबल नहीं होगी यह साउंड क्वेश्चन नंबर 14 व्हाट इज रिवर्ब हाउ कैन इट बी रिड्यूस रिवर्बनेशन क्या है किसी खाली कमरे में या हॉल में या कंसर्ट हॉल में जहां पर कुछ नहीं है आप कुछ बोलते हो तो देखते हो क्या होता है कि आवाज गूंजती है ठीक है साउंड रिफ्लेक्ट होक के मल्टीपल रि रिफ्लेक्शन हो रहे हैं उस वजह से वोह आवाज गूंजने लगती है इसी को हम रिवर्बनेशन कहते हैं रिवर्बनेशन इज द पर्सेंट पर्सिस ऑफ साउंड इन एन इंक्लोज्ड स्पेस ड्यू टू मल्टीपल रिफ्लेक्शन जो कई सारे मल्टीपल रिफ्लेक्शन हो रहे हैं इधर द वॉल से टकराई फिर वापस आई फिर वॉल से टकराई और इन सब वजहों से क्या हो रहा है कि साउंड वेव जो है वो इतनी ज्यादा नोइजी हो जा रही है इसी को हम रिवर्बनेशन कहते हैं इट कैन बी रिड्यूस्ड बाय प्लेसिंग साउंड अब्जॉर्बेंट थिंग इन द हॉल सम मेथड्स आ इसके लिए हम साउंड अब्जॉर्बेंट मटेरियल यूज कर सकते हैं जिससे रिवर्ब कम हो सकता है कौन-कौन से मेथड है कवरिंग द सीलिंग एंड वॉल विद साउंड अब्जॉर्बेंट मटेरियल एकॉस्टिक पैनल्स आते हैं इसके अलावा आप जो है सॉफ्ट पैनल्स कुछ लगा सकते हैं ठीक है यह सब चीजें लगाने से क्या होगा साउंड वॉल प टकराने के बाद काफी कुछ साउंड वहां अब्जॉर्ब हो जाएगी और रिफ्लेक्ट नहीं होगी तो रिवर्बनेशन कम हो जाएगा कारपेट फ्लोर पर कारपेट बिछा दीजिए सॉफ्ट यज वॉल हैंगिंग लगा दीजिए ठीक है इन सब से भी साउंड वेव्स टकराने के बाद में अब्जॉर्ब हो जाती हैं कर्टंस लगा दीजिए और जो खाली जगह हॉल में हो वहां कुछ कुशंस रख दीजिए फर्नीचर्स लिख दीजिए मींस खाली हॉल होगा या खाली कमरा होगा तो वहां पर इस तरीके के साउंड्स रिवर्बनेशन क्रिएट होगा अगर वो फील्ड है भरा हुआ है तो साउंड क्या है ज्यादातर साउंड इन्हीं चीजों से टकरा करके एब्जॉर्ब हो जाएगी तो रिवरेन कम हो जाएगा ओके क्वेश्चन नंबर 15 व्ट इज लाउडनेस ऑफ साउंड व्ट फैक्टर डज इट डिपेंड ऑन लाउडनेस इज फिजियोलॉजिकल रिस्पांस ऑफ द यर टू द इंटेंसिटी ऑफ साउंड फिजियोलॉजिकल रिस्पांस क्या होता है जो हमारा बॉडी हमारा शरीर जो हमारा शरीर का क्या है कौन सा पार्ट है जो लाउडनेस को सेंस कर रहा है हियर तो यह जिस जैसा रिस्प करेगा किसी साउंड के रिस्पेक्ट में वही लाउडनेस कहलाएगा बहुत सारी साउंड्स क्या है मेरे लिए लाउड है आपके लिए जो है म्यूजिक हो सकती है और कुछ साउंड ऐसी है जो मेरे लिए म्यूजिक है आपके लिए लाउड हो सकती है तो यह एक्चुअली कि इसको मेजर करने का कोई एग्जैक्ट तरीका नहीं है बट यह ईयर का रिस्पांस है द लाउडनेस इज डिटरमाइंड बाय द एंप्लीट्यूड ऑफ द साउंड वेव लेकिन अगर इसको हम देखें तो लाउडनेस किस चीज पर डिपेंड करती है जो साउंड वे है उसके एंप्लीट्यूड पे एंप्लीट्यूड क्या होता था जो ये फ्रीक्वेंसी होती थी साउंड वेव इसके मीन पोजीशन से इसकी हाइट यही एंप्लीट्यूड कहलाता था द एंप्लीट्यूड ऑफ अ वेव रिफर टू द मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट ऑफ पार्टिकल इन अ मीडियम फ्रॉम देयर रेस्ट पोजीशन या ये रेस्ट पोजीशन किसी पार्टिकल की है ये इस साइड कितना गया इस साइड कितना गया तो यह मीन पोजीशन है यहां से यहां तक की डिस्टेंस कह लीजिए या ये कह लीजिए इसी को हम एंप्लीट्यूड कह देते हैं इन द कांटेक्ट ऑफ साउंड वेव अ हायर एंप्लीट्यूड करेस्पॉन्ड टू अ लाउडर साउंड जितना हायर एंप्लीट्यूड होगा उस साउंड को उतना ही लाउडर बोला जाएगा और क्या रिलेशन है इसके बीच में द लाउडनेस ऑफ़ अ साउंड इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द स्क्वायर ऑफ़ द एंप्लीट्यूड ऑफ़ द वाइब्रेशन प्रोड्यूस साउंड लाउडनेस जो है वह एंप्लीट्यूड की स्क्वायर के प्रोपोर्शनल है अगर एंप्लीट्यूड डबल हो जाएगा तो लाउडनेस फोर टाइम्स हो जाएगी अगर एंप्लीट्यूड थ्री टाइम्स हो जाएगा तो लाउडनेस नाइन टाइम्स हो जाएगी ओके लाउडनेस क्या है एंप्लीट्यूड के स्क्वायर के प्रोपोर्शनल है हाउ इज अल्ट्रासाउंड यूज्ड फॉर क्लीनिंग अल्ट्रासाउंड वेव्स को क्लीनिंग के लिए भी यूज करते हैं कैसे अल्ट्रासाउंड फॉर क्लीनिंग इवॉल्व जनरेटिंग हाई फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स इन क्लीनिंग सॉल्यूशन द वेव्स क्रिएट माइक्रोस्कोपिक बबल्स थ्रू ए प्रोसेस कॉल्ड कैविटेशन एंड न बबल्स कोलबस दे प्रोड्यूस शॉक वेव्स दैट रिमूव डर्ट एंड कंटम एंट्स फ्रॉम दी सरफेस सपोज ये एक कोई सरफेस है ठीक है इस सरफेस पे यहां बहुत सारा डर्ट और कंटेम है इसके अंदर हमने क्या किया इसके अंदर हमने एक क्लीनिंग सॉल्यूशन भर दिया ठीक है क्लीनिंग सॉल्यूशन भरने के बाद में इस साउंड या इस क्लीनिंग सलूशन में हमने अल्ट्रा साउंड वेव्स मींस 20 कोर्ट से भी ऊपर की जो साउंड वेव होती हैं उनको हम अल्ट्रासाउंड बोलते हैं और ऐसी साउंड वेव्स क्या करेंगी यहां पर छोटे-छोटे छोटे-छोटे से बबल्स क्रिएट कर देंगे ठीक है और ये बबल्स इतनी तेजी से वाइब्रेट होंगे कि आपस में कोलैक्स हो जाएंगे टकराएंगे जब टकराएंगे तो हैवी शॉक्स वेव्स क्रिएट होंगी और ये वेव्स क्या है नीचे डर्ट से टकराएंगे और उन डर्ट्स को क्लीन कर देंगे ठीक है तो यह जो क्लीनिंग का प्रोसेस है इसको हम अल्ट्रासाउंड मेथड बोलते हैं क्लीनिंग के लिए जो यूज किया जाता है एक्सप्लेन हाउ डिफेक्ट इन अ मेटल ब्लॉक कैन बी डिटेक्टेड यूजिंग अल्ट्रासाउंड अल्ट्रासाउंड के थ्रू किसी मेटल बॉक के अंदर ब्लॉक के अंदर डिटेक्ट कैसे किया जाता है एक डिफेक्ट अल्ट्रासाउंड इज यूज टू डिटेक्ट डिफेक्ट इन अ मेटल ब्लॉक बाय सेंडिंग साउंड वेव्स थ्रू द मटेरियल व्हेन द वेव्स एनकाउंटर ए डिफेक्ट और इरेगुलेरिटी सच एज क्र और वाइड दे आर रिफ्लेक्टेड बैक बाय एनालाइजिंग द रिफ्लेक्टेड वेव द लोकेशन एंड कैरेक्टरिस्टिक ऑफ द डिफेक्ट कैन बी आइडेंटिफिकेशन आ गया है क्रैक है अंदर साइड में है ऊपर से आपको कुछ नहीं दिख रहा लेकिन अगर इस मेटल के ब्लॉक को आप कहीं जाकर के कंस्ट्रक्शन साइड पे यूज करेंगे तो यह क्या होगा यह क्रैक धीरे-धीरे धीरे-धीरे बढ़ सकता है और इसकी सरफेस तक फैल के इसकी स्ट्रेंथ को कम कर सकता है तो क्या होगा जिस बिल्डिंग पे जिस ब्रिज पे या जिस भी स्ट्रक्चर पे आपने इस मेटल ब्लॉक को यूज किया है ये मेटल ब्लॉक आगे चलके वहां पर इस तरीके का क्रैक क्रिएट कर सकता है और कोई एक्सीडेंट भी हो सकता है तो अब हम क्या कर सकते हैं यह जानने के लिए कि इस ब्लॉक के अंदर कोई डिफेक्ट तो नहीं है पहला क्या है इसको काट करके चेक कर लो अंदर कोई डिफेक्ट तो नहीं है तो वो तो एक डिस्ट्रक्टिव टेस्ट हो गया ना आपने मेटल ब्लॉक बनाया उसको काट करके चेक किया तो वो तो बेकार हो गया फिर आप उसको जोड़ो ग फिर कोई डिफेक्ट हो सकता है तो हम कुछ नॉन डिस्ट्रक्टिव टेस्ट करते हैं ओके जिसके थ्रू ये जानने की कोशिश करते हैं कि अंदर कोई डिफेक्ट तो नहीं है तो यहां पर अल्ट्रासाउंड वे वे यूज होती है अल्ट्रासाउंड वेव्स को हम इन मेटल ब्लॉक्स के थ्रू पास करते हैं पास करना मींस जब यह वेव्स मेटल पर क्रिएट होंगी तो यह वेव्स आगे की तरफ प्रोपागेट होती रहेंगी बढ़ती रहेंगी बढ़ती रहेंगी और इस मेटल को पास कर जाएंगे ठीक है तो जितनी भी वेव्स क्रिएट होंगी वह सारी मेटल को पास कर जाएंगी क्यों क्योंकि ये सारी वेव्स की स्पीड जो मेटल में के अंदर स्पीड है उसे सेम होगी लेकिन जैसे ही बीच में कोई डिफेक्ट आ जाएगा डिफेक्ट आने के बाद में अल्ट्रासाउंड की वेव्स यहां पर जाने के बाद में डिफेक्ट से टकरा करके क्या हो जाएगा यहां एक रिफ्लेक्टिंग सरफेस टाइप की इनको मिल जाएगी ठीक है यहां पर छोटा सा डिफेक्ट है तो वेव्स टकराने के बाद में रिटर्न हो जाएंगी और इन वेव्स को ही जब हम अपने सेंसर के थ्रू रीड करेंगे कि जितनी वेव्स हमने भेजी यहां डिटेक्टर लगे हुए हैं ये वेव्स यहां आई ये वेव यहां आई यह वेव यहां नहीं आई ठीक है तो आपको यह पता चल जाएगा कि इस एरिया में कुछ प्रॉब्लम है और जब इस साइड से आप डिटेक्ट करेंगे कि यह वेव कहीं से टकरा के वापस आ गई है और उसकी स्पीड उसके जो है टाइम के हिसाब से यह कैलकुलेट कर लेंगे कि कितने डिस्टेंस से वापस आई है तो आप एग्जैक्ट लोकेशन भी पता कर पाएंगे कि मेटल ब्लॉक में कहां पर डिफेक्ट है और इस बेसिस पर आप इस मेटल ब्लॉक को किसी बड़े स्ट्रक्चर में यूज नहीं करेंगे आपको पहले ही पता है कि इसके अंदर डिफेक्ट है यह आगे चलकर के डिफेक्ट बढ़ सकता है और स्ट्रक्चर को कोलैब भी कर सकता है तो अल्ट्रासाउंड मेथड यूज किया जाता है किसी भी मेटल ब्लॉक के डिफेक्ट को डिटेक्ट करने के लिए ओके चलिए यह क्वेश्चन इस एक्सरसाइज का लास्ट क्वेश्चन था क्लास नाइन फिजिक्स के आपके सारे चैप्टर कंप्लीट हो गए हैं अब आप लोग मिलेंगे नेक्स्ट क्लास में टिल देन बाय