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मध्यकालीन भारत का संक्षिप्त इतिहास

एक्शन म हमें दिखाई देगा यहां की मूर्ति में कि कुछ लाइवली एक्शन है कोई स्टोरी है दिस इज श्री विजया किंगडम और डायनेस्टी जो है यहां पे दिस इज़ शैलेंद्र डायनेस्टी तो यहां पर कुछ इंटरनल झगड़ा हुआ राजा के कोई बेटा नहीं वो सोचते थे बेटा ही है बट एक्चुअली वो बेटी थी उन्होंने उसका नाम भी क्या रखा था तो पहली बात तो एक यह जन इंपॉर्टेंट है इसीलिए 1000 पे लाइन मार्क करी गई है और दूसरा यह जन इंपॉर्टेंट है इसीलिए 1200 पे लाइन मार्क करी गई है इसी के बाद आदिल शाह टू तो उन्होंने भेजा अफजल खान को तो अफजल खान ने इनके ऊपर अटैक किया अच्छा बाय द वे यह पैरेलल ही है राइट है ना औरंगजेब की कहानी और यह कहानी पैरेलल ही है इस जमाने में शिवाजी महाराज को दो चैलेंज फेस करने पड़ र तो बच्चों मेडि वल इज़ कंप्लीट मैडस मेडि वल में बहुत सारी डायनेस्टीज हैं बहुत सारे राजा हैं उनका कंट्रीब्यूशन है किसी ने किताब लिखी है किसी ने कोई युद्ध किया है किसी ने कोई बहुत बड़ा अह यू नो जो है कोई योगदान दिया है रिलीजन में सो वी रियलाइफ फिर बहुत सारा लिटरेचर है लिटरेचर भी डिफरेंट डिफरेंट लैंग्वेज में उसका भी ट्रांसलेशन हो रहा है सो वी रियलाइफ इंडिया में फैक्ट्स बहुत सारे हैं और दूसरी तरफ अगर यूपीएससी सीएससी स्पेशली हम बात करें तो उसमें रेलीवेंस अगर मेडि वल इंडिया का देखा जाए तो कंपैरेटिव कम है तो बहुत ज्यादा मेहनत मेडियल इंडिया में करना सेंसिबल नहीं है एंड दैट इज द रीजन इट इज वेरी इंपॉर्टेंट कि हम इस मैडस में क्या लेकर आए मेथड लेकर आए कुछ सेंस लेकर आए सो द होल आइडिया ऑफ दिस क्रैश कोर्स राइट दिस मेडियल इंडिया क्रैश कोर्स इज टू पुट सेंस टू दिस मैडस राइट सो दिस इज उड़ान सीरीज मबल इंडिया क्रैश कोर्स मैं अभिषेक श्रीवास्तव और मैं आपको हिस्ट्री ऑफ जो है कल्चर पढ़ाता हूं बाकी आप मेरे बारे में यहां से पढ़ सकते हैं मुद्दे पे आते हैं आल्सो एसिएंट इंडिया का क्रैश कोर्स ऑलरेडी लाइव है राइट आप में से काफी लोगों ने उसे ऑलरेडी देखा होगा और बहुत सारे कमेंट्स हैं थैंक्स अ लॉट फॉर दैट और जो है और जो है उम्मीद है कि आप इसे देख जो है कंटिन्यू करेंगे खैर जो है ये एक आ जाता है और और अगर देखा जाए तो एंसेट का डेफिनेटली जो यू नो जो है शेयर है क्वेश्चंस का 2018 के बाद काफी बढ़ गया है लेकिन मेडियल का शेयर बहुत ज्यादा नहीं है कभी एक सवाल कभी दो सवाल लास्ट ईयर भी एक ही सवाल है जो कोर मेडि वल से आया है एंड दैट इज द रीजन कि इट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट नॉट टू वेस्ट अ लॉट ऑफ टाइम इन टू मेवल नॉट टू स्किप मेडि वल बिकॉज़ मेवल इज इंपोर्टेंट बहुत सारा सेंस क्रिएट होगा कल्चर में आपको हेल्प करेगा मेडिकल भक्ति भक्ति मूवी भक्ति सूफी में हेल्प करेगा राइट है ना इंडो सामी आर्किटेक्चर में हेल्प करेगा तो इट इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट टू रीड लेकिन अ क्विक रीडिंग अब यू नो अ ब्रीफ रीडिंग इंश्योरिटी ना करें सो यही आईडिया है इस पूरे क्रैश कोर्स का राइट सो हेयर हेयर आई विल बी बेसिकली रेफरिंग टू द उड़ान बुकलेट राइट व्हिच इज अ व्हिच इज अ वेरी क्रिस्प बुकलेट फॉर मेडिएबल इंडिया अब इसमें ऑलरेडी मेडि वल इंडिया को काफी क्रिस्प तरीके से सारे इंपॉर्टेंट फैक्ट्स वगैरह बहुत ही अच्छे फ्लो में दिए गए हैं राइट दिस दिस इज द फ्लो व्हिच आई विल यूज कुछ मैं चेंजेज भी करूंगा फ्लो में सो दैट सो दैट इट इज मोर सेंसिबल और आप इजली डाइजेस्ट कर सकें एक पूरी कहानी सिलसिला तैयार हो जाए जिससे आप आसानी से जो है चीजों को याद रख सकें कुछ भी उससे रिलेटेड पूछा जा जाए आपको चाहे वो चाहे वो जो है यू नो फाउंडर हो कोई राजा हो कंट्रीब्यूशन हो किताब हो कुछ भी हो आप उसको आंसर कर सके तो दैट इज द होल आइडिया राइट है ना सो वी विल स्टार्ट नाउ बिफोर आई स्टार्ट एक छोटी सी बात कि हां ये कोर्स किनको देखना चाहिए राइट हैना कि रिलेवेंट की अगर हम बात करें कि किनके लिए रिलेवेंट है तो देखो ये ब बिगिनर्स भी देख सकते हैं अगर आपने मेडिवाल इंडिया एक एक बार भी नहीं पढ़ी है तो दिस इज अ वेरी गुड आईडिया कि आप इसको इस क्रैश कोर्स से पढ़ लें आपको एक बहुत अच्छा फाउंडेशन मिल जाएगा आप इसी को रिवाइज करते रहे इसके बाद आपको लगे कुछ और ऐड करने की जरूरत है यू कैन बट एक बार पूरा पढ़ने के बाद यू विल रिलाइज कि ज्यादा कुछ ऐड करने की जरूरत है नहीं इसमें दूसरा अगर आप लेट्स से ऑलरेडी मिडिवल इंडिया पढ़ चुके हैं लेट्स से आप इंटरमीडिएट लेवल पे हैं प्रीलिम्स की तैयारी कर रहे हैं राइट या फिर आप एक्सपर्ट लेवल पे हैं फॉर यू एज वेल एक तो क्विक रिवीजन हो जाएगा बहुत सारी चीजें आपसे अगर मिस आउट हो गई है तो वो इसमें कवर हो जाएंगी तो दिस इज रिवीजन प्लस प्लस दिस इज़ नॉट ओनली रिवीजन बट अगर कुछ मिस भी हुआ है आपसे आपने जहां भी पढ़ा होगा राइट आई एम वेरी श्यर कि इसमें बहुत सारी नई बातें आपको पता चलेंगी एंड मोस्ट इंपॉर्टेंट ये आपको एक फ्लो पता चलेगा और चीजें एकदम से सेंसिबल हो जाएंगे अभी जो एकदम मेडिकल आपके माइंड में फैला हुआ है राइट है ना वो एकदम शॉर्ट हो जाएगा एंड देयर विल बी मेथड टू मेडि बल सो दिस इज़ द होल आइडिया तो ये सबको ही हेल्प करेगा आप थोड़ा सा कंटिन्यू करेंगे देखेंगे तो यू विल गेट टू अंडरस्टैंड आल्सो दिस इज दिस इज वेरी यू कैन से यू नो यू कैन से वेरी क्रिस्प कंटेंट राइट वेरी क्लियर कंटेंट इसमें हम बहुत ज्यादा इधर-उधर भटक नहीं एज आई सेड यूपीएससी बहुत यू कैन से जो है इंपॉर्टेंट चीजें ही पूछ रहा है मिडिवल में राइट ना फॉर एग्जांपल यूपीएससी का जो मेन फोकस है यूपीएससी का मेन फोकस अब तक विजयनगर अंपायर पे रहा है और दिल्ली सल्तनत पे रहा है ये दो चीजें बहुत इंपॉर्टेंट है यूपीएससी पॉइंट ऑफ व्यू से दूसरा बाकी चीजों से फाउंडर्स और और और भी फेमस चीजें राइट है ना कि फेमस चीजें भक्ति सूफी में भी जो इंपॉर्टेंट चीजें हैं जो फेमस चीजें हैं और एक यूपीएससी का फोकस रहा है ट्रैवलर्स पे राइट है ना तो हमारा भी फोकस मेनली उस पे रहेगा बट उसके साथ-साथ और भी जो भी फैक्ट्स पॉसिबल है जो पूछे जा सकते हैं प्लस द होल स्टोरी एवरी कंट्रीब्यूशन व विल बी टॉकिंग अबाउट इन दिस पर्टिकुलर क्रैश कोर्स राइट सो चलिए बात शुरू करते हैं तो पहला टॉपिक जो है बुक से मैं उठा रहा हूं दिस इज चैप्टर नंबर वन अर्ली मिडिवल पीरियड लेट्स टॉक अबाउट अर्ली मेडिएबल पीरियड ये क्या है तो अर्ली मेडिएबल पीरियड नाउ बिफोर आई टॉक अबाउट अर्ली मेडिएबल पीरियड एक बात डिस्कस करते हैं कि हां भाई एसिएंट इंडिया से मेडियल इंडिया में कैसा बदलाव है राइट तो रफ रफल हम कह सकते हैं कि 600 के आसपास से 750 के आसपास देर इज अ शिफ्ट फ्रॉम एंट टू मिडिवल नाउ इस शिफ्ट का मतलब क्या है एंट में वी हैव सीन लार्ज अंपायर्स वी हैव सीन मोरन एंपायर गुप्ता एंपायर राइट तो वेरी वेरी लार्ज अंपायर्स लेकिन अब जो मेजर बदलाव हमें देखने को मिलेगा अब यहां पर हमें स्मॉल किंगडम देखने को मिलेंगे स्मॉल किंगडम गुप्ता पीर में हम बात कर रहे थे कि हां भाई लैंड ग्रांट एज अ कांसेप्ट लैंड ग्रांट जो है जमीने दान दी जा रही है उसकी वजह से जो बहुत सारे लोगों को जमीन मिल रही थी जो लैंडलॉर्ड्स क्रिएट हो रहे हैं दीज लैंडलॉर्ड्स आर बिकमिंग पावरफुल और वो अपने एक छोटू से राजा बन जा रहे हैं राइट छोटा राजा तो ये जो छोटा राजा है यही यही कांसेप्ट जो है छोटे राजा का इसे कहते हैं फ्यूड इज्म तो मेडि वल इंडिया में हमें फ्यूड इज्म भी दिखाई देगा फ्यूड इज्म बोले तो कि हां अगर कोई किंगडम है राइट है ना लेट्स से कोई एक बड़ा सा राज्य है तो उसमें एक एक सेंटर है जिसमें इंपॉर्टेंट जो बड़ा राजा है जिसे आप कह सकते हैं महाराजा बट वो महाराजा अकेला नहीं है छोटे-छोटे एरिया में और भी छोटा राजा एजिस्ट करता है स्मॉल किंग राइट स्मॉल किंग है इसे राजा कह सकते हैं तो राजा है और उसके ऊपर महाराजा है ये राजा लोग भी पावरफुल है ये राजा लोग भी पावरफुल है तो ये जो दौर है दिस इज द एरा ऑफ मिडिवल इंडिया इज बेसिकली द एरा ऑफ फ्यूड जम ये कहानी शुरू हो गई थी आपकी गुप्ता पीरियड में ही गुप्ता पीरियड में ही लैंडलॉर्ड्स वगैरह जो है क्रिएट होना चालू हो चुके थे दूसरा जो फैक्टर हमें दिखाई देगा कि कंपर ली अगर हम देखें तो साउथ इंडिया में साउथ इंडिया में कंपैरेटिव स्ट्रांग किंगडम हमें दिखाई देंगी मेडियल इंडिया में हम लोग बात कर रहे थे कि मेडि वल इंडिया में वी हैड संगम इन साउथ इंडिया संगम वी हैड सतवाह इन डेकन बट अब यहां पे कंपैरेटिव स्ट्रांग एंपायर जैसे कि चोला जैसे कि वेस्टर्न चालुक्यास ऐसी कुछ अंपायर्स हमको यहां पर दिखाई देंगे ऑफकोर्स यहां पर भी फ्यूड जम वगैरह तो होगा लेकिन फिर भी अगर पीछे से कंपेयर करें तो बहुत स्ट्रांग किंगडम हमको यहां पर दिखाई देंगी मिडिवल इंडिया में अनदर सी चेंजेज विद रिस्पेक्ट टू सोसाइटी एसिएंट इंडिया में हमें दिखाई दे रहा था बुद्धिज्म जैनिज्म प्लस ब्राह्मण जम मिडिवल इंडिया में बुद्धिज्म डिक्लाइन होता हुआ दिखाई देगा और हमें खाली पालाश में जो है बुद्धिज्म सुनाई देगा रना अभी पहले चैप्टर में हमको सुनाई देगा और दूसरा जन म फिर भी हमें किस कुछ-कुछ किंगडम में जैनिज्म सुनाई देगा बट बट वी मस्ट अंडरस्टैंड कि दिस इज द एरा जहां पर ब्रह्मिनस सीट ले रहा है फ्रंट सीट ले रहा है इंपॉर्टेंट हो रहा है तो इस सोसाइटी में ब्राह्मण ज्म या फिर वैश्णविज्म शैविज्म भक्ति सूफी ये सब यहां पर आपका इंपॉर्टेंट हो जाएगा और सोसाइटी में रिलीजन जो है खासा इंपॉर्टेंट रोल प्ले करेगा अब क्योंकि रिलीजन यहां पर डोमिनेटिंग प्लेस ले रहा है तो एक और जो चीज होगी हमें बहुत ज्यादा साइंस एंड टेक्निकल टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट यहां पर दिखाई नहीं देंगे ट कंपैरेटिव अगर हम एंसेट से कंपेयर करें तो बहुत ज्यादा इनोवेशन बहुत ज्यादा साइंस एंड टेक्नोलॉजी का डेवलपमेंट हमें दिखाई नहीं देंगे क्योंकि टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट होने के लिए बहुत ज्यादा इनोवेशन होने के लिए आपको चाहिए बड़ी अंपायर आपको चाहिए एक साथ पैसा जो इस तरह की चीजों को पैटरना इज कर सके इस तरह का एजुकेशन सिस्टम क्रिएट कर सके वो मेडियल इंडिया में नहीं हो रहा है अब बिकॉज ये जो इनिशियल दौर है क्योंकि यहां पर यहां पर हमें जो राजा दिखाई दे रहे है वो छोटे-छोटे राज्य हैं राइट और छोटी किंगडम से है दैट इज द रीजन वी विल बी वल्नरेबल फॉर इनवेजन दिस इज द मेन स्टोरी ऑफ मेडियल इंडिया तो बाहर से झगड़े होंगे बाहर से इनवेजन होंगे यस इनवेजंस हमको दिखाई देंगे जो कि यहां पर मेन पार्ट होगा एक बड़ा बदलाव है एंट इंडिया से मेडि वल इंडिया में यस बड़ा बदलाव हालांकि दिस इज कंटिन्यूएशन ऑफ स्टोरी ओनली ऐसा नहीं है कि हां ऐसा 600 में कुछ एकदम से रातों रात कुछ बदल गया है लेकिन फिर भी दिस इज फॉर द एकेडमिक पर्पस कि हम इसको एंट और मेडि वल की दृष्टि से देखते हैं राइट नाउ दिस मेडि वल इंडिया दिस मेवल इंडिया कैन फर्द बी बायफर केटेड इनटू थ्री सेगमेंट्स एक जो पहला सेगमेंट है जो कि है 600 से राइट ना 600 से 1200 तक जिसे हम कहेंगे पहले 600 साल व्हिच इज अर्ली मेडिवाल जहां पर हमको फ्यूड इज्म बहुत अच्छे से दिखाई देगा राइट फ्यूड इज्म एंड ग्रैजुअली वी विल बी गोइंग इनटू स्मॉलर किंगडम ये अपना पहला टॉपिक है कि छोटी-छोटी डायनेस्टीज और उसके बाद हम देखेंगे कि हां इनवेजंस हो रहे हैं तो पहला इनवेजन हम देखेंगे घ जनी का इनफैक्ट ये दूसरा इनवेजन है बट इंपोर्टेंट इनवेजन है कि हां 1200 के आसपास आई एम सॉरी घौरी का राइट है ना घौरी का इनवेजन हमें यहां पे दिखाई देगा इसके पहले गजनी का इनवेजन ऑलरेडी हो चुका है हजार पे या तो घौरी का इनवेजन हो रहा है अब जब घौरी का इनवेजन होगा तो उसके बाद क्रिएट होगी डेल्ली सल्तनत उसी के साथ-साथ आगे जाके विजयनगर और भामानी किंगडम और और भी कुछ-कुछ रीजनल किंगडम क्रिएट होंगी राइट तो 1200 से 1526 का दौर दिल्ली सल्तनत का है और 1526 से 1707 ये जो दौर है ये मेन मुगल्स का है फिर इधर से बाबर का अटैक होगा राइट है ना बाबर जीतेगा और यहां पे मुगल एंपायर की स्थापना होगी साउथ इंडिया में वी विल सी मराठा राइट है तो मराठा इस दौर में दिखाई देंगे हमको यस तो ये 300 साल की कहानी ये 200 साल की कहानी तो पहले अभी हम इस सेगमेंट में है पहले चैप्टर में है व्हिच इज अर्ली मेडि वल राइट ना अर्ली मेडि वल अभ ये अर्ली मेडि वल जो है इसको फर्द ब्रेक डाउन करते हैं तो अर्ली मेडि वल ये जो 600 साल है 600 से 1200 इसको हम तीन जोन में डिवाइड कर सकते हैं राइट पहला जोन है 600 से लेकर 750 600 से लेकर सा 700 तक हम कहेंगे कि यह है हमारा ए जोन ये इंटरनल डिस्कशन है ऐसा ए जोन बी जोन कहीं लिखने का नहीं है हमारी अंडरस्टैंडिंग में हमको हेल्प करेगा वी आर पुटिंग दिस मेथड टू मैडस रेना सेंस टू मैडस तो हम इसे तीन पार्ट में डिवाइड कर देते हैं ए जोन 750 से 1000 का जो दौर है 250 साल का जो दौर है इसे कहेंगे बी जोन और 1000 से जो 1200 का दौर है इसे कहेंगे हम लोग सी जोन तो हमारा ए बी सी तीन तरह का जोन क्रिएट हो रहा है नाउ पहले जोन को हम ऑलरेडी पढ़ चुके हैं एंस इंडिया में अब ये जो पहला जोन है 600 से 750 राइट अब ये एनसीआरटी वगैरह में इनफैक्ट उड़ान में भी इसको एश इंडिया में कवर किया गया है एंड दैट इज द रीजन कि हमने इसे एशियंट इंडिया में ऑलरेडी पढ़ा हुआ है तो जब आपने नहीं पढ़ा हुआ है तो जब आप एचन पढ़ेंगे तो पढ़ लेंगे पढ़ा हुआ है तो बहुत अच्छी बात है जैसे हमने बात करी थी कि हां हर्षवर्धन का राज्य है राट हर्षवर्धन की लड़ाई हुई थी बादामी चालुक्यास से और नीचे बैठे थे पल्लवास तो ये हर्षवर्धन बादामी चालुक्यास पल्लवास हम लोग ऑलरेडी देख चुके हैं यहां से हम कहानी शुरू कर रहे हैं मिडिवल में 750 से बेसिकली अपनी कहानी चालू हो रही है मिडिवल में जिसमें पहला टॉपिक हम लोग देखेंगे ट्राइपल काइट स्ट्रगल राइट दिस इज अवर फर्स्ट टॉपिक ट्राइपल आइट जैसे हम बात करेंगे पलास की प्रतिहारस की राज कोटास की तो ये अपना पहला टॉपिक है पहले थोड़ा प्रेमसर कर लेते हैं कि हम लोग क्या करने जा रहे हैं ताकि हमें एगजैक्टली आईडिया रहे है ना टाइमलाइन पे एंड मैप पे कि कहां पे क्या हो रहा है तो ये अपना फर्स्ट टारगेट है फिर मैं आपको लेके चलूंगा चौला की कहानी में हम लोग पहुंचेंगे सी जोन में और इसको उल्टा अप्रोच करेंगे साउथ इंडिया से अप्रोच करेंगे हम बात करेंगे चोला की फिर वेस्टर्न चालुक्यास की फिर फिर इधर की कुछ डायनेस्टीज हैं बोले तो ईस्टर्न साइड की डायनेस्टीज हैं उड़ीसा असम एंड ऑल फिर हम पहुंचेंगे राजपूतों के पास और फिर हम देखेंगे कि हां किस तरी से तरीके से गजनी और गौरी का अटैक हो रहा है राइट है ना तो हां तो ये वाली इस तरह से हम लोग मूव करने वाले हैं तो पहला अपना डिस्कशन है इस पूरे पार्ट का व्हिच इज अबाउट ए बी सी जन ए ऑलरेडी हो चुका है तो लेट्स एंटर बी जोन तो ये जो अर्ली मेडिएबल पीरियड है इसमें हम देख रहे हैं कि लास्ट जो हमने कहानी देखी थी अब तक जो हमने देखा था कि हर्षवर्धन का राज्य हुआ करता था नीचे बादामी चालुक्यास हैं और उसके भी नीचे पल्लवास तमिलनाडु में पल्लवास और इन दोनों में झगड़ा होता रहता था तो नर्मदा इनके नीच इनके बीच की बाउंड्री थी यहां से बेसिकली हम लोग कहानी शुरू करते हैं तो नाउ आफ्टर द डेथ ऑफ हर्षवर्धन आफ्टर द डेथ ऑफ हर्षवर्धन वीी रियलाइफ बड़ा राज्य कोई ऐसी बड़ी किंगडम नहीं आ रही है इनफैक्ट इस समय हमें नाम सुनाई देता है कश्मीर का कश्मीर तो कश्मीर में एक राज्य क्रिएट होता है एक डायनेस्टी होती है च इज कॉल्ड एज करकोट डायनेस्टी अब यह कहानी हमको सुनाई है किसने यह कहानी हमको सुनाई है करकोट की कलना ने तो कहाना इज अ फेमस राइटर उनको बोला गया किताब लिखने को उनको बोला गया कि जो है कश्मीर के जितने भी राजा हैं राइट है ना उन सबका इतिहास सखिए सारी डायनेस्टीज का इतिहास सखिए तो उन्होंने किताब लिखी राजा तरंग नी और वो हमको बताते हैं कि हर्षवर्धन की डेथ के बाद राइट है ना आफ्टर द डेथ ऑफ हर्षवर्धन लगभग 647 के बाद वी हैड दिस व दिस करकोट डायनेस्टी करकोट और उसके राजा हुए ललितादित्य जो इस इस एरिया में आफ्टर हर्षवर्धन हमें थोड़ा उनका वर्चस्व हमको दिखाई देगा तो वो उन्होंने अपना राज्य जो है एक्सपेंड किया था टिल टिल जो है मगध साइड टिल बिहार साइड राइट टिल बंगाल साइड तो वहां तक वो राज्य उन्होंने एक्सपेंड कर दिया था भले ही बहुत थोड़ी देर के लिए ऐसा नहीं बहुत लंबे समय के लिए बट स्टिल स्टिल एक नाम जो हम ध्यान रख सकते हैं वो ललिता दित्य का ध्यान रख सकते हैं एक और जो इंपॉर्टेंट बात लिता दित्य के साथ जुड़ी हुई है वो है कि उन्होंने मार्तंड सन टेंपल वन ऑफ द ओल्डेस्ट सन टेंपल इन इंडिया तो मार्तंड सन टेंपल की स्थापना करी है ललितादित्य ने यस राइट ना तो हां तो मार्तंड सन टेंपल हम ध्यान रखेंगे एक ललितादित्य का हम नाम ध्यान रखेंगे नाउ लेट्स कम टू 750 राट है ना कहानी यहां से शुरू करते हैं 750 से ट्राइप काइट स्ट्रगल तो जैसा कि मैंने कहा कि हम मल्टीपल सेगमेंट में पढ़ेंगे इस पर्टिकुलर चैप्टर को सबसे पहले हम टॉपिक पढ़ने जा रहे हैं सा से स्टार्ट करके ट्रा पर्टाइट स्ट्रगल राट हा इसमें क्या हो रहा है सा स से हज की कहानी है तो 2 स साल की कहानी च इ ट्राई पर्टाइट स्ट्रगल आइए बात शुरू करते हैं सो राइट ट्रा पर्टाइट स्ट्रगल स्टोरी है तीन लोगों की राट प्रतिहार पाला एंड राजको लेट म शो य न द मैप सो कहानी है बंगाल साइड में बंगाल बिहार साइड में राज्य कर रहे थे पाला राजस्थान गुजरात साइड में राज्य कर रहे थे गुर्जर प्रतिहार गुर्जरा प्रतिहार और नीचे डेकन पर राज्य था राज कोटास का राज कोटास और ये जो तीनों है राट ट्राई पर्टाइट स्ट्रगल क्यों कहा जाता है क्योंकि ये तीनों लड़ाई लड़ रहे हैं कन्नौज की राइट नॉट ऑलवेज बट मोस्ट विल फाइंड हा कन्नौज इ द बोन ऑफ कंटेंशन बिटवीन देम और तीनों ही वहां पर अपना राज्य स्थापित करना चाहते हैं वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं या कनौ कन्नौत के ऊपर लड़ाई हो रही है यस तो हां तो ये कहानी है पादास की गुर्जर पति हारास की और राज कुडस की दिस इज ट्राइप्राइड स्ट्रगल जिसे कन्नौज ट्रायंगल भी कहा जाता है कि किसका वर्चस्व होगा कन्नौज पे कौन बैठेगा कन्नौज की राजगद्दी पे राइट तो चलिए तो इसमें सबसे पहले हम लोग टेक अप करेंगे पालाश को पहले कहानी यहां से शुरू करते हैं पालाश से शुरू करते हैं तो पलास नाउ पलास अब हर डायनेस्टी में अब तीन डायनेस्टी हमको उसी दौर में दिख रही हैं हर डायनेस्टी में बहुत सारे राजा होंगे क्या हम हमें सारे राज्यों के बारे में पढ़ना सारे राजाओं के बारे में पढ़ना है नहीं द इंपॉर्टेंट वन हु हैड गिवन सम कंट्रीब्यूशन सिर्फ हम उनकी बात करेंगे तो पलाज में पलाज में हमको जो है पाला की किंगडम बेसिकली ये कोर पार्ट है इनका बंगाल बिहार वाला जिसमें जिसमें जो इंपॉर्टेंट सेंटर है वो है गॉड राइट ना गॉड इज इंपॉर्टेंट है ना एटलीस्ट एक नाम आप ध्यान रख सकते हैं दूसरा कन्नौज के लिए लड़ाई करेंगे कन्नौज के लिए कन्या कुभ भी बोलते हैं तो कन्नौज के लिए मेनली इनका झगड़ा होगा कहानी शुरू होती है 7 से 750 प तो कहते हैं कि हां अनार्की थी और कोई ऐसा राजा वाजा नहीं था तो वहां के जो ब्राह्मण थे राइट उन्होंने चुना एक लीडर को चुना कि भाई जो है आप हमको ठीक लग रहे हैं आप इस एरिया पर अपना राज्य स्थापित करें तो इस एरिया पर राज्य स्थापित होता है गोपाला का तो गोपाला तो गोपाला तो बेसिकली मैंने सिर्फ उनका नाम लिखा है चच आर इंपोर्टेंट फॉर अस और जिनको जिनके बारे में हमें जानना है राइट तो हां तो फर्स्ट नेम इज गोपाला तो गोपाला इज बेसिकली द फाउंडर एंड गोपाल इज आल्सो अ बुद्धिस्ट किंग तो यहां हमें दिखाई देगा कि पाला आर द लास्ट किंगडम जिन्होंने बुद्धिज्म को पैटन प्रोवाइड किया बुद्धिज्म को सपोर्ट प्रोवाइड किया है आखरी है ये तो गोपाला राइट इनको थोड़ा टाइमलाइन प भी डाल देते हैं तो वी रिलाइज कि गोपाला धर्म पाला देव पाला ये जो कहानी है तो छह ही लोग हमको दिख रहे हैं राइट जो पहले छह लोग पहले तीन लोग हैं पहले तीन लोगों की कहानी कहानी खत्म हो जाती है 850 पे यानी मात्र 100 साल की कहानी राइट एंड देन देयर इज अ गैप देन देयर इज लाइक कि हां देयर आर वेरी वेरी वीक रूलरसोंग्स ब्यूशन है आखिरी है मदनपाल राइट है ना तो जीडीडी ऐसा करके कुछ सिनोनिम बनाना चाहे आप तो जीडीडी एमआरएम राइट ये छह ही लोग इंपॉर्टेंट है तो पहले जीडीडी की बात करते हैं है ना गोपालदास की बात करते हैं तो गोपालस जैसे कि मैंने कहा कि हां ये फाउंडर है और अरब्स जो है तो इसी समय हम देखेंगे कि इंडिया और अरब्स का बीच में ट्रेड हो रहा है तो बहुत सारे जो अरब ट्रैवलर्स हैं जो हमारे यहां पे आ रहे हैं सामान खरीदने सामान बेचने ये लोग इंडिया के बारे में कुछ बातें कर रहे हैं है ना कुछ कुछ कह रहे हैं तो ये कह रहे हैं कि हां जो है ये जो राज्य है ये धर्म का राज्य है तो किंगडम ऑफ धर्मा कहा है अरब्स ने अगेन यूपीएससी सीएससी फाउंडर्स को बहुत इंपॉर्टेंस देता है और यूपीएससी ने फाउंडर्स पे ही सवाल पूछा हुआ है तो इसीलिए एटलीस्ट फाउंडर्स का नाम हम लोग ध्यान रखेंगे और स्पेशल कंट्रीब्यूशन जो कि एकदम हाइलाइटेड है और यूपीएससी पूछ सकता है उस परे हम लोग ज्यादा फोकस करेंगे तो इसमें हमारे जीडीडी में जो गोपाला इंपॉर्टेंट है बिकॉज़ ही इज अ फाउंडर नाउ आफ्टर गोपाला 20 साल का राज्य है आफ्टर गोपाला देयर कम्स धर्म पाला तो धर्म का राज्य है और धर्म पाला आ चुके हैं धर्म पाली आ चुके हैं तो धर्म पाला तो धर्म पाला तो तो धर्म पाला गोपाला के राज्य को और फैलाने की कोशिश करते हैं और बड़े-बड़े टाइटल ते हैं कहते हैं मुझे परमेश्वर कहा करो महाराजाधिराज कहा करो तो महाराजाधिराजा राइट फ्यूड इजम परम भतर का कि मेरे नीचे छोटे-मोटे भतर का और हुए मैं परम भतर का हूं भगवान हूं परमेश्वर हूं इस तरह का इन्होंने जो है यहां पर टाइटल दिया है प्लस धर्मपाल है ना तो किंगडम ही धर्म की है तो धर्मपाल ने इस किंगडम को अच्छा खासा एक्सपेंड किया है है ना तो बंगाल से बिहार प्लस उड़ीसा नेपाल असम राइट है ना एंड कुछ पल के लिए कन्नो भी तो कन्नौज इनका हिस्सा नहीं था लेकिन यहां से हमें पहली बार एक कन्नौज की कहानी सुनाई देती है तो धर्मपाल के समय में यह जो है 800 के आसपास नाउ इयर्स आर नॉट इंपॉर्टेंट ये मत रटने बैठ जाना कि इसका साल इतने से इतना था नहीं वी शुड हैव रफ अंडरस्टैंडिंग कि हां ये तीनों पहले हैं राइट है ना इसके बाद ये पहली बार पढ़ रहे हैं तो हम लोग य ईयर्स की बात कर रहे हैं अदर वाइज दीज इयर्स आर नॉट एट ऑल इंपोर्टेंट हमें कुछ भी नहीं रटना है ओनली द फ्लो इज इंपॉर्टेंट ओनली द क्रोनोलॉजी एंड द स्टोरी इज इंपॉर्टेंट तो ये बिल्कुल ओवरवे मत हो जाना कि सर इतने ईयर्स कैसे रट एक ईयर आज तक यूपीएससी नहीं पूछ रहा है रटना कोई ईयर ईयर यूपीएससी नहीं पूछेगा वीी शुड हैव ओनली कमांड ऑन द स्टोरी ऑन द फ्लो तो चलिए तो धर्म पाला इनिशियली थोड़ा सा जो है मैं धीरे चलूंगा फिर धीरे-धीरे व विल इंक्रीज द टेंपो तो नाओ तो धर्म पाला तो धर्म पाला भी रिलाइज कि हां ही इज एक्सपेंडिंग और धर्म पाला के मन में आया कि कनौज पे जो है कब्जा हो जाए तो बात बन जाएगी मजा ही आ जाएगा राट ना तो यहां पे आती है पहली बार कन्नौत की कहानी तो धर्म पाला अब धर्म पाला के मन में है कि हां किसी तरह मिल जाए मुझे कन्नौज राइट ना कन्नौज का सपना देख रहा है धर्मपाल लेकिन लेकिन उसी समय राजकूमार राजा है है ना राजकु जो है इनके नाम में ही कुटा है ये कूट देते हैं है ना तो राज कुटा तो ध्रुव बहुत खतरनाक राजा बैठा हुआ है यहां पे तो नीचे बैठा हुआ है ध्रुव और और गुर्जर प्रति हारा से बैठे हुए हैं वत्स राजा तो वत्स राजा वत्स राजा थोड़ा सा कुछ ऐसा खास नाम नहीं लग रहा राइट वत्सराज तो इधर गुर्जर पति हराज में वत्सराज इधर धर्मपाल और इधर बैठे हैं ध्रुव अब ध्रुव जो है अब इन तीनों में झगड़ा हुआ तो ध्रुव ने वत्सराज को भी हरा दिया और ध्रुव ने धर्मपाल को भी हरा दिया दोनों को ही हरा दिया राइट ये इससे हमें पता चला कि ध्रुव बहुत ही स्ट्रांग है बहुत ही पावरफुल है तो ध्रुव पावरफुल है ध्रुव पावरफुल है लेकिन ध्रुव क्योंकि वह यहां की लड़ाइयां में भी बिजी है वोह वापस आ गया और उसने कन्नौज पे कब्जा नहीं किया अब ये कन्नौज स्टोरी ध्यान रखना उसने कन्नौज पे कब्जा नहीं किया अब जब उसने कन्नौज पे कब्जा नहीं किया तो कन्नौज पे वैक्यूम है कौन का राजा तो धर्मपाल ने देखा कि मेरा सपना भी है राइट ना कन्नौज पर कब्जा करने का तो कन्नौज प इसने जाके कब्जा कर लिया और खुद नहीं गया यहां पर अपने एक आदमी को भेजा जिसका नाम था चक्रा युध चक्रा युध यहां की गद्दी पर चक्रा युद्ध को बिठा दिया और बोला कन्नौज हमारा पार्ट है अब क्या किया जाए भाई राइट है ना तो हां तो ऐसा हो गया अब अब इस साइड मीन वाइल राजा चेंज हुआ और राजा बने नाग भट्टा नाग भट्ट नाग भट्ट तो क्यों ये नाग है राइट है ना नाग जो है रिवेंज लेता है ऐसा सुना है हम लोगों ने मूवीज में हां तो नाग तो नाग भट्टा ने कहा कि नहीं रिवेंज लेंगे हम तो नाग भट्टा तो नाग भट्टा हैज बेसिकली क्रिएटेड्रॉअर्नेविगेटर क्योंकि वो है राज कुटा और राजकु कूट देते हैं राइट है ना तो गोविंदा थी ही जीता यहां भी नाग भट्टा नहीं जीते लेकिन गुर्जर पति हराज ने अपना राज्य वापस कन्नौज पे स्थापित कर दिया धर्मपाल पीछे हो गए धर्मपाल ने रिसीव कर लिया बट एक बार कन्नौज पे झंडा फहराने का मौका मिला था यस ये कन्नौज की कहानी हम ध्यान रखेंगे क्योंकि इसमें खाली धर्मपाल नहीं है इसमें ध्रुव और गोविंदा भी हैं इसमें वत्सराज और नागा भी है ये उनकी कहानियों में कनेक्ट हो जाएगा ये आगे कनेक्ट करेंगे चलिए चलिए तो इसके साथ हमने समझा कि हां एक तो एक्सपें का सपना था धर्मपाल का वो हमने देखा कन्नौत की कहानी देखी हमने राइट ना कन्नौत में जो है दरबार लगा दिया था है ना तो फेमस है कि यहां जब य कनौज प इसने कब्जा किया था तो चकरा युद्ध को बिठाया था और यहां पर दरबार लगा दिया था असेंबली कर द थी अच्छा बाय द वे कन्नौज फेमस है क्योंकि कन्नौज हर्षवर्धन की भी राजधानी था तो कन्नौज का ग्रामर है कन्नौज का नाम चलता यही कारण है कि हर कोई कन्नौज जो है जाना चाह रहा है अपने कब्जे में करना चाह रहा है तो खैर तो खैर जो है इसके अलावा इसके अलावा जीवन में इन्होंने कुछ और काम किए तो जैसे इनके पिताजी बुद्धिज्म में थे वैसे ही ये बच्चे भी बुद्धिज्म में ही है राइट तो इन्होंने बुद्धिज्म को पैटर्न प्रोवाइड करी है तो वी रियलाइफ कि एक तो नालंदा को रिवाइव किया है वो गुप्ता पीरियड वाली नालंदा जिसको कुमार गुप्त ने बनाया था वो थोड़ा सा जो है इसमें थी जो है किनारे हो गई थी साइडलाइन हो गई थी राइट है ना मार्जिनलाइज हो गई थी उसको रिवाइव किया प्लस एक मनात्री बनाई व्हिच इज कॉल्ड एज विक्रमशिला मोनाथीन शिला मोनाथीन नालंदा प्लस बांग्लादेश में अब लगेगा जगह पहाड़ वहां पे एक और मोनेस्ट्री बनाई वच इज सोमपुरा राइट है ना तो इफ यू रिलाइज कि धर्मपाल का कंट्रीब्यूशन नालंदा का रिवाइवल है धर्मपाल का कंट्रीब्यूशन विक्रम शिला है एंड धर्मपाल का कंट्रीब्यूशन सोमपुरा भी है और सोमपुरा इज इंपॉर्टेंट हालांकि ये बांग्लादेश में है पर ये यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में आज इंक्लूडेड है राइट है ना तो इसलिए इंपॉर्टेंट हो जाता है तो तीन बड़ी चीजें इनके नाम के साथ जुड़ी हुई इसके अलावा एक जो है बुद्धिस्ट फिलोसोफर है यहां हमें दिखाई दे रहा है कि पालज आर सपोर्टिव ऑफ महायान बुद्धिज्म तो महायान बुद्धिज्म एंड वज्रयान बुद्धिज्म तो ये दोनों ही बुद्धिज्म को यहां पे सपोर्ट मिल रहा है यस स्पेशली तिब्बत से कनेक्शन क्रिएट होगा तो ये जो ये जो यूनिवर्सिटीज क्रिएट हो रही है मोनेस्ट्री क्रिएट हो रही हैं तो इससे फायदा यह होगा कि तिब्बत साइड से तिब्बत साइड से बहुत सारे मोंक इंडिया आएंगे और यहां पढ़ाई करेंगे तो तिब्बत में जो बुद्धिज्म हमें दिख रहा है वो बेसिकली इसी का प्रोडक्ट है आज का जो जो बुद्धिज्म है तिब्बत में वो इसी कनेक्शन का प्रोडक्ट है पालासर प्रोडक्ट है राइट है ना तो वहां पे वज्रयान बुद्धिज्म जो आज पॉपुलर है जो है तिब्बत में इट इज बिकॉज़ ऑफ कंट्रीब्यूशन ऑफ पाला राइट है ना तो हां तो ये धर्मपाल की कहानी थी तो हमने कहानी समझी गोपाला की एज अ फाउंडर धर्मपाल की कहानी समझी अब उनके बेटे देव पाला तो धर्म के बेटा देव तो देव पाला तो देव पाला की एंट्री हुई नाउ तो देव पाला क्या है कि देव पाला के पास जो राज्य है देव पाला समझ चुके हैं कि इस साइड जाएंगे तो पिटाई हो जाएगी राइट झगड़ा हो जाएगा तो देन क्या किया जाए राइट है ना तो हां तो ईस्ट साइड चला जाए असम असम पे कब्जा किया जाए तो अपने राज्य में ये असम वगैरह पे इन्होंने कब्जा किया है ईस्ट वर्ड इन्होंने कब्जा किया है प्लस एक राज कुटा राजा है अमोग वर्षा बहुत बड़ी बात हो गई अमोग वर्ष को हरा दिया है राज कुटा जनरली कूट देते हैं बट अमोग वर्ष ने क्यों नहीं मारा राइट ऐसा क्या हो गया तो अमोग वर्ष हार गया देव पादा से अमोग वर्ष जो है अमोग वर्ष बड़ी बात हो गई कि अमोग वर्ष देव पाला से क्यों हार गया ऐसा कैसे हो सकता है है ना अगेन कमिंग बैक टू मैप वी रियलाइक्स बैठा रहा होगा अमोग और ऊपर ऊपर धर्मपाल के बाद थे देव पाला देव पाला जीत गए अमोग वर्षा हार गया या तो ये बहुत बड़े हो गए हैं राट बहुत स्ट्रांग हो गए हैं या अमोग वर्षा कुछ बैकफुट पे है कुछ तो गड़बड़ है राइट है ना चलिए देखेंगे इस बात को इसके अलावा इसके अलावा जो है एक कनेक्शन हमें दिखाई देता है साउथ ईस्ट एशिया से साउथ ईस्ट एशिया इंडोनेशिया एंड ऑल तो साउथ ईस्ट एशिया से पहली बात तो दे हैड ट्रेडिंग ट्रेडिंग ले राइट दे यूज टू ट्रेड विद साउथ ईस्ट एशिया दूसरा जब ट्रेड कनेक्शन है आना जाना है तो यहां के जो राजा लोग हैं वो बुद्धिज्म में है है ना तो बुद्धिज्म में होने की वजह से दे आर वेरी मच इंटरेस्टेड इन टू कि यहां प विक्रमशिला में क्या हो रहा है नालंदा में क्या हो रहा है राइट है ना ये आना जाना यहां पे लगा रहता है कनेक्टेड है ये तो सो यहां पर देपाल के टाइम में वहां के राजा हुए बालपुर देवा शाले डायनेस्टी के थे बाल पुत्र देवा इन्होंने देपाल से रिक्वेस्ट किया कि सर नालंदा को पांच गांव अगर आप और दे दे तो अच्छा होगा इन्होंने कहा तथास्तु राइट है ना कि बिल्कुल तो ये भी इन्होंने एक्सेप्ट कर लिया तो ये पहले 100 साल की कहानी है राइट है ना दिस इज फर्स्ट से फर्स्ट 100 इयर्स जिसमें हमने समझा कि गोपाला देव पाला और धर्मपाल की स्टोरी क्या है जीडीडी की स्टोरी क्या है और फिर जो इनके इनके सक्सेसर्स हैं दे आर वेरी वीक सक्सेसर्स तो ये कमांड संभाल पाए अच्छी या ना बहुत लंबे समय तक ये लोग कमांड नहीं संभाल पाए एंड देन केम महिपाला तो महिपाल से यहां पे वापस राइज है दिस इज दिस कैन बी कॉल्ड एज सेकंड पाला डायनेस्टी है ना एकदम एकदम पुनर पुनर्जन्म हुआ है तो यहां से यहां से हम बात करते हैं एमआरएम की दो तीन बातें इनके बारे में जान लेते हैं नाउ महिपाल तो रफ 988 यानी 1000 के आसपास ही महिपाल जो है यहां से वापसी करते हैं महिपाला तो महिपाल महिपाल के बारे में एक बात जो हम लोग कभी नहीं भूलेंगे जब तक है जान वो क्या नहीं भूलेंगे कि नीचे से नीचे से आ रहा था राजेंद्र चोला कहां से आ रहा था नीचे से आ रहा था तमिलनाडु से और इसने अटैक किया किस पे नॉर्थ इंडिया पे गंगा साइड में अटैक किया इसकी भिड़ंत किससे हुई महिपाला से भिड़ंत हुई कौन जीता राजेंद्र चोला जीता लेकिन फिर भी राजेंद्र चौला के एक्सपेडिन को उन्होंने रोका वहां तक रोकने में कामयाब हुए यह महिपाल की एक बड़ी यू कैन से उपलब्धि है ऐसा नहीं कि पूरी तरह से हरा ही दिया पूरी तरह से महिपाल जीत नहीं गए लेकिन फिर भी इस लड़ाई में वह रोक पाए जो है राजेंद्र चोला को यह बहुत बड़ी बात है अब राजेंद्र चोला जब पढ़ेंगे तो बात करेंगे इनकी बट फिलहाल महिपाल और राजेंद्र चौला के बीच में लड़ाई हुई है यस ये बात जो है ध्यान रखने लायक है तो महिपाल तो महिपाल के बारे में हमने जाना कि हां एक तो एक तो राजेंद्र चोला के साथ जो लड़ाई हुई है राइट ना 108 के आसपास 1000 जो है 20 के आसपास ये झगड़ा हुआ है नाउ अनदर थिंग इज अनदर थिंग इज रामपाल तो आफ्टर सम टाइम आफ्टर 30 40 इयर्स एक और राजा आए जिनका नाम है राम पाला राइट राम पाला अब इनको हम क्यों ध्यान रखते हैं राम पाला के समय में ही जो किसान वगैरह थे वो ही हो रहे थे पाला से राज्य संभल नहीं रहा था एंड एंड हमें सुनाई देता है एक वरेंद्र रिबेलियस कैसे सुनाई दिया वरेंद्र रिबेलियस की ऊपर एक किताब लिखी गई है जिसे कहा जाता है राम चरितम किसने लिखी है संध्या करर नंदी ने क्या ये यूपीएससी का सवाल हो सकता है है ना डेफिनेटली तो राम चरितम तो एक किताब लिखी गई बाय संध्या करर नंदी जिसमें उन्होंने रामपाल की पूरी कहानी लिखी उसे बताया कि रामपाल कितने परेशान है है ना किसान जो है वो रिवोल्ट कर रहे हैं रिबेलियस हो रहा है तो उसमें वरेंद्र रिबेलियस का जिक्र आता है वरेंद्र रिबेलियस है ना ये बात हमको पता चलती है और किस तरह वो चीजों को मैनेज कर रहे हैं किस तरह से ट्राइब्स को अपने साथ मिला रहे हैं उनको पैसा पैसा दे रहे हैं ये सारी चीजें रामचरित में दी गई है नाउ नाउ आखिरी राजा जो है वो मदनपाल है मदन पाला तो मदनपाल तो मदनपाल को हरा दिया विजय सेना ने तो वर्सेस विजय सेना विजय सेना और यहां से शुरू होती है सेना डायनेस्टी तो दिस इज दी एंड ऑफ दी पादास तो आखिरी राजा का भी नाम ध्यान रखना चाहिए एक पहले वाले का नाम ध्यान रखना चाहिए गोपाला और आखिरी वाले का भी नाम ध्यान रखना चाहिए व्च इज व्हिच इज मदन पाला तो ये भी कुछ आप कह सकते हैं कि 150 साल की कहानी है या 200 साल की कहानी है लास्ट में ये सी जोन में आ जाती है इसीलिए मार्क भी किया मैंने कि दिस इज हैपनिंग इन सी जोन नॉट एगजैक्टली इन द ट्राइप इड स्ट्रगल उसके बाद भी ये कहानी कंटिन्यू कर गई दिस इज ओनली एंड ओनली फॉर द पलास राइट तो एक हमने जीडीडी की कहानी समझी और एक हमने एमआरएम की कहानी समझी जिसमें एम इज इंपॉर्टेंट बिकॉज़ ऑफ राजेंद्र चोला रामपाल इप बिकॉज ऑफ राम चरितम संध्या नंदी की और मदन पाला आखिरी राजा है जो कि विजय सेना या सेना डायनेस्टी से हार गए थे इतनी बातें हम लोग ध्यान रखेंगे अबाउट पाला डायनेस्टी तो दिस वाज द फर्स्ट डायनेस्टी व्हिच इज पलास नाउ पालासर में कुछ बातें और भी ध्यान रखेंगे फॉर एग्जांपल इनका ट्रेड मैंने आपको ऑलरेडी बताया कि साउथ ईस्ट एशिया से ट्रेड हो रहा था तो चावल होता है बंगाल में तो चावल की ट्रेडिंग कर रहे थे तो चावल पोटरी ये सारी चीजें वहां से ट्रेड कर रहे थे इसके अलावा अरब ट्रेडिंग अरब्स ऑलरेडी इंडिया के साथ कनेक्शन एस्टेब्लिश कर चुका था तो बहुत सारे अरब ट्रेडर्स वगैरह भी आएंगे तो हां तो अरब ट्रेडिंग भी चल रही है अरब हमारे साथ भी ट्रेड कर रहा है साउथ ईस्ट एशिया से भी ट्रेड कर रहा है तो ये जो है पाला उसमें इवॉल्व थे अनदर थिंग जो हमने नोटिस करी इज रिलीजन आखिरी बार बुद्धिज्म को सपोर्ट मिल रहा है आखिरी बार बुद्धिज्म को सपोर्ट मिल रहा है तो बहुत सारे स्कॉलर्स हमको सुनाई देंगे जैसे कि दीपांकर राट वन ऑफ द फेमस स्कॉलर प्लस प्लस बहुत सारी मोनेस्ट्री जैसे कि नालंदा रिवाइव हुई है ओदात पुरी है बिहार में विक्रम शिला सोमपुरा के बारे में मैंने आपको बताया और एक और यूनिवर्सिटी है मनात्री है च जगत दला दिस इज आल्सो इन बांग्लादेश ओनली तो जगत दला सोमपुरा विक्रमशिला उदान पुरी नालंदा ये सब उजागर हो चुकी हैं इस टाइम में यस ऐसा नहीं कि इन्होंने ब्राह्मण जम को बिल्कुल सपोर्ट नहीं किया या हिंदुइज्म को सपोर्ट नहीं किया कुछ मंदिर वगैरह उनके साथ भी जुड़े हुए हैं एक और बात जो पलास के बारे में हमें ध्यान रखनी है इंपॉर्टेंट है इज देयर कंट्रीब्यूशन इन टू कल्चर स्पेशली स्कल्पचर्स ना कि मूर्ति कला जो है तो गुप्ता पीरियड के बाद तो पहले इन्होंने गुप्ता पीरियड को कॉपी किया जैसे जैसे मूर्तियां गुप्ता पीरियड बनती थी वैसे ही मूर्तियां इन्होंने बनाई राइट लेकिन फिर क्या है कि इन्होंने अपनी चीजें ऐड करने लगी जो बंगाल का यू कैन से जो जो है जो रीजनल जो आर्ट थी वो उसके साथ मिल गई और कहानी चेंज होने लगी तो इनिशियल मूर्तियां आप देखेंगे कि बहुत स्ट्रेट फॉरवर्ड सीधी खड़ी मूर्तियां हैं लेकिन आगे जाके बहुत मूवमेंट दिखाई देगा आपको मूर्ति है ना कि यहां कोई इवेंट है है ना कंस जो है कृष्ण जो है भगवान कृष्ण कंस को कैसे मार रहे हैं ऐसी मूर्ति बनाएंगे तो एक्शन एक्शन हमें दिखाई देगा यहां की मूर्ति में कि कुछ लाइवली एक्शन है कोई स्टोरी है खाली भगवान खड़े नहीं है आशीर्वाद नहीं दे रहे सिर्फ ये मूर्ति नहीं अब इसमें कुछ स्कल्पचर्स हैं जैसे कि एक धीमान और विट पाला है धीमान और विट पाला तो दे फैमिली ही है है ना फादर एंड सन तो धीमान एंड वट पाला तो ये बहुत सी सारी चीजें करते हैं मूर्ति बनाते हैं ब्रोंज की मूर्ति भी बनाते हैं राइट ना पेंटिंग भी करते हैं है ना तो धीमन और विट पाला एक नाम जो है पूछा जा सकता है कि किस बारे में है प्लस प्लस ये जो ब्रोज स्कल्पचर यहां पे बनाए जा रहे हैं जैसे कि ये ब्रोंज स्कल्पचर आपको दिख रहा है इसके लिए जो टेक्नीक फॉलो करी जा रही है उसे कहा जाता है लॉक्स लॉस्ट वैक्स टेक्नीक राइट लॉस्ट वैक्स टेक्नीक या फिर सेरे पर्डियो तो ये वही टेक्निक है जो इंडस वैली सिविलाइजेशन में हम लोग पढ़ते हैं सेम ही टेक्निक यहां भी इस्तेमाल हो रही है इसके अलावा मिनिएचर पेंटिंग्स वगैरह भी दिखाई देंगी यस मिनिएचर पेंटिंग्स वगैरह भी दिखाई देंगी बाकी हमने मोनेस्ट्री वगैरह की बात करी है और भी स्ट्रक्चर्स इन लोगों ने रिपेयर करे हैं बट नॉट वेरी वेरी इंपोर्टेंट नाउ लिटरेचर तो यूपीएससी का एक जोर रहा है लिटरेचर पे लिटरेचर पहचान लो लिटरेचर किस बारे में है कौन से धर्म से रिलेटेड है किसने लिखा है जो है बताओ ऑथर ऐसे करके यूपीएससी सवाल बनाता है है ना तो लिटरेचर देखें अगर तो एक गौद पद का लिटरेचर है व्हिच इज अगम शास्त्र जो पादास में दिखाई देगा अगम शास्त्र सिमिलरली न्याय कुंडली लिखी है श्रीधर भट्टा ने श्रीधर भट्टा तो श्रीधर भट्टा न्याय कुंडली अब ये चाहे अलग करके लिस्ट बना लो और खत्म करो इसे इसके अलावा वी फाइंड कि जो जो स्कॉलर्स है बुद्धिस्ट स्कॉलर्स तो कभी-कभी बुद्ध स्कॉलर्स रिकॉग्नाइज करने को आ सकते हैं कि पहचानो ये है कि नहीं तो अतिशमूवीज पढ़ लेंगे तो ठीक है सुना सुना लगेगा दूसरा दूसरा संस्कृत स्कॉलर्स यहां पे काफी पैटरना किए जा रहे हैं और जो बंगाल की जो लिटरेरी स्टाइल है यहां की जो लिखने की कला है इसको कहा जाता है गौड़ की रीति तो गौड़ी रीति राइट है ना बंगाल की कला तो गौड़ तो वो एरिया गौड़ कहा गया बंगाल का एरिया तो गौड़ी रीति गौड़ की रीति इसके अलावा कुछ मेडिसिंस के स्कॉलर्स भी हैं जो मेडिसिन प किताब लिखते हैं लाइक चक्र पानी दत्ता सुरेश वर्ग देन वी हैव जिमित वाहना तो दीज आर मेडिसिन रिलेटेड स्कॉलर्स ना एक यहां पर फोक संगीत बहुत फेमस है या फिर एक इवॉल्व हो रहा है जिसे कहा जाता है महिपाल गीत महिपाल गीत आज भी बंगाल में गाए जाते हैं तो महिपाल गीत महिपाल के ऊपर संगीत लिखा गया है गीत लिखे गए हैं उनके गुणगान गाए जा रहे हैं ऐसा बंगाल में हुआ और यह गीत आज भी पॉपुलर है आज भी ये गीतों को गाया जाता है तो ये कुछ लिटरेरी कंट्रीब्यूशन है ऑफ पाला तो दिस वाज द फर्स्ट स्टोरी जि समय बात करी पादास की अब कहानी और आगे बढ़ाते हैं चलते हैं गुर्जर पति हारास के पास कि गुर्जरा तो गुर्जर प्रतिहार ऑफकोर्स ट्राइपल काइट है तो इनका भी झगड़ा इनसे भी होगा इनसे भी होगा प्लस इनको एक और झगड़ा फेस करना पड़ेगा वो है अरब से तो अरब इनवेजंस भी होंगे इनके टाइम में यस अरब इनवेजन भी होंगे और गुर्जर प्रतिहार से एक्सपेक्टेड है कि अगर कोई अरब इनवेजन हो रहा है तो क्योंकि वो इस साइड के द्वारपाल है है ना प्रतिहार है प्रतिहार बोल दे तो द्वार कीपर राइट ना कि हां द्वार कीपर डोर कीपर राइट तो द्वारपाल तो इस एरिया से अगर कोई इंपैक्ट आ रहा है कोई अंदर चला आ रहा है तो उसको वही रोकने का काम भी किसका है गुर्जर पति हारा का है तो चलिए तो ट्राइप इड स्ट्रगल में कहानी और आगे बढ़ाते हैं बात करते गुर्जर प्रतिहार की अब इनके भी राजाओं की लंबी लिस्ट है राजाओं की लंबी लिस्ट है क्या हमें सारे पढ़ने हैं नहीं सिर्फ इंपॉर्टेंट वनस राइट ना तो लिस्ट थोड़ी छोटी कर लेते हैं जिनका कोई कंट्रीब्यूशन नहीं है उनको निकाल देते हैं है ना तो सबसे पहला जो राजा हमें सुनाई देता है वो है हरिश्चंद्र नाउ दिस इज अर्लीस्ट नोन नेम अर्लीस्ट नोन नेम का वा के कोई कंट्रीब्यूशन है वी आर नॉट वेरी शोर तो कई जगह इनको फाउंडर लिखा हुआ है अब यूपीएससी में फाउंडर बड़ा एब्स्ट्रेक्ट टर्म होता है कि हां फाउंडर फाउंडर जो है वो हो सकता है जिसने शुरू किया हो फाउंडर वो हो सकता है जिसने खाली शुरू ना किया हो थोड़ा सा बना दिया हो और एक होता है टर्म रियल फाउंडर कि मचा ही दिया हो राइट है ना तो इस तरह से जो है यू नो अर्लीस्ट नोन फाउंडर रियल फाउंडर इस तरह के हमें नाम सुनाई देंगे तो जिस डायनेस्टी के साथ जो फेमस है वही ध्यान रखेंगे तो अगेन कुछ जगह इसको फाउंडर कहा गया है हरिश्चंद्र को बट जो सही में फाउंडर लिखा जाता है नाग भट्ट के साथ लिखा जाता है तो ही इज द फाउंडर तो नाग भाटा वन नाग भट्ट अब ये नागभट्ट वन है वन नाग भट्ट वन इज द फाउंडर यहां से कहानी शुरू होती है नाउ अब मैंने क्या किया है कि हां ये दोनों टाइमलाइन पैरेलल रख द है वो अपना जीडीडी भी लिखा हुआ है राइट अपना जीडीडी भी है इधर और इधर एमआरएम भी है अब हमें एमआरएम की जरूरत आगे नहीं पड़ेगी क्योंकि कहानिया हज तक खत्म हो जाएगी है ना बट फिर भी कंपेयर करने के लिए अब थोड़ा सा आसान है तो हेयर वी हैव अ फाउंडर रफल एट 750 वी हैव अ फाउंडर कॉल्ड नाग भटा नाग भट्ट नाग भट्ट एक तो ही इज द फाउंडर इसके लिए ध्यान रखेंगे तो इन्होंने इनिशियल इस्टैब्लिशमेंट किया है राइट है ना कि इनिशियल इस्टैब्लिशमेंट किया है और इनके समय में भी अरब इनवेजन कुछ-कुछ हुए थे राइट है ना इन्होंने एक्सपेल भी किया रोका भी माइनर इनवेजन था तो एक हम जानते हैं ये इनिशियल फेज दूसरा जो फेज है व्हिच इज अबाउट वत सिराज एंड नाग भट्टा टू वत सिराज एंड नाग भट्टा टू क्या मैंने आपको अभी कन्नौज स्टोरी सुनाई थी क्या ये वही दोनों है यस तो ये वही दोनों है तो वत्सराज जो हैं वो हार गए थे राजकोट से और उनके हाथ से कन्नौज निकल गया था अभी मैंने आपको बताया लेकिन फिर नाग भट्ट आते हैं नागभट्ट और ये कन्नौज वापस पाते हैं और कन्नौज में वापस राज्य स्थापित करते हैं इनकी पहली जो कैपिटल हुआ करती थी वो थी भील मल है ना दिवन भील माला ये कैपिटल हुआ करती थी बट इवेंचर इन्होंने एस्टेब्लिश करी वो है कन्नौज तो कन्नौज पे इन्होंने राज्य स्थापित किया तो खैर तो वत्सराज एंड नाग भट्टा टू अगेन कम बैक टू द टाइमलाइन सो नाउ वी अंडरस्टैंड फाउंडर एंड वी अंडरस्टैंड दिस एरा जहां पे वत्सराज और नाग भट्टा टू की कनौज स्टोरी हम लोगों ने सुनी थी बट अब तक राज्य बहुत चमका नहीं था क्यों क्योंकि तीन तरफ से घिरा हुआ है मार खा रहा है राइट इधर से झगड़ा उधर से झगड़ा हर ज तरफ से झगड़ा अच्छा लद आल्सो जो है डिस्क्लेमर इज ऑन विद ड्यू रिस्पेक्ट टू द डायनेस्टीज एंड टू द किंग्स हम मैं बहुत सारी बातें कह देता हूं ताकि याद रह जाए जाए राइट उसमें और कोई इंटेंट नहीं है ऐसा कोई डिसरेटर नहीं करता मैं किसी राजा के लिए इट इज जस्ट दैट कि हम लोग पढ़ाई के लिए कर रहे हैं और याद रह जाए दैट इज समथिंग आई वांट तो खैर खैर जो है तो यहां पे जो ये जो राज्य है गुर्जर पति हारास का ये चमक नहीं पा रहा था फिर एंट्री होती है ढ़ 800 के आसपास भोज की भोजा तो ही इज इंपॉर्टेंट राट इस पूरी लिस्ट में अगर कोई सबसे इंपॉर्टेंट है तो वो है मेहर भोज मेहर भोज 850 के आसपास वी हैव मेहर भोज कमी है मिहिर भोज अब मिहिर भोज को देखो कुछ-कुछ एडवांटेज है राइट है ना कि ये हमने देख लिया तो मिहिर भोज की अगर हम बात करें तो मेहर भोज को यहां पर कुछ कुछ एडवांटेज है क्या एडवांटेज है मेहर भोज को पहली बात है ना एक बार टाइमलाइन प दिखाऊ मैं आपको कि आफ्टर आफ्टर सम 13 14 इयर्स देव पाला की डेथ हो गई और ये चैलेंज खत्म हो गया अब इसके बाद इसके बाद भोज अपना राज्य मजे में चला सकता है कोई टेंशन की बात नहीं है तो एक पड़ोसी किनारे हो चुका है डिक्लाइन हो चुका है तो भोज के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि अब पालाश का चैलेंज ही खत्म हो गया अब क्या ही दिक्कत है भाई है ना राज्य करो आराम से तो भोज के पास यहां पर सबसे बड़ी एडवांटेज है कि अब वो एक्सपेंड कर सकता है पाला अब उसको चैलेंज एज सच नहीं करेंगे सेम राजकु भी इस समय चैलेंज नहीं कर रहे अब वो भी देखेंगे क्यों पर बाद में तो खैर खैर वी रिलाइज कि नाउ ही स्टार्टेड एक्सपेंडिंग पंजाब से लेकर कठियावाड़ तक रइड ना मचा दिया उसने पूरा गुजरात वगैरह उसके पास है कशाला कन्नौज सब उसके पास है है ना उसने कहा कन्नौज जब अपना ही है तो इसका नया नाम रख देते हैं नामकरण कर कर देते हैं तो उसने नया नाम रखा महोदया तो इस समय कन्नौज कहा जाता है महोदय महोदय किसी को रिस्पेक्ट देते ना कि हे महोदय आप आए हैं है ना इतना बड़ा एहसान किया आपने तो वैसा ही वैसा ही महोदय जो है यहां पे कहा गया है तो इंपॉर्टेंट है इनफैक्ट कन्नौज की इंपॉर्टेंस इस बात से पता चलती है कि इस दौर में वहां पर एक मिलिट्री कैंप है मिलिट्री कैंप स्कंध वरा तो स्कंध वरा इज अ मिलिट्री कैंप तो मिलिट्री वाइज भी कन्नौज को पूरी तरह से एकदम यू नो जो है स्ट्रांग कर रखा है तो ये हमें पता चलता है प्लस प्लस जो मिहिर भोज है ये भगवान विष्णु के पुजारी हैं तो इसीलिए इन्होंने अपने आप को टाइटल दिया है आदि वहा तो आदि वहा ये पूछा जा सकता है मेहर भी एक्चुअली टाइटल ही है रियल नहीं भोजा है राइट प्रभास भी कहते हैं अपने आप को इन्होंने बाहुबली देखी थी तो बाहुबली के बाद ये प्रभास के फैन है तो उन्होंने प्रभास जो है अपना जोक था ये है ना हां तो प्रभास भी इन्होंने अपना एक टाइटल रखा है इनफैक्ट उसी दौर में कुछ ट्रैवलर्स इंडिया आए घूमने ट्रेवल करने मर्चेंट बनके बेचने बेचने जैसे कि एक अरब मर्चेंट है सुलेमान सुलेमान तो सुलेमान जब आया तो बहुत तारीफ करने लगा कह रहा भाई क्या लॉ एंड ऑर्डर है इतना बड़ा राज्य है इतने सारे गांव हैं राइट ना कोई चोरी चकारी नहीं हो रही कितना बढ़िया बहुत तारीफ करी और राजा पूछा उसने राजा का नाम क्या है तो लोगों ने कहा उसका नाम है मिहिर तो समझ नहीं पाया राइट है ना कि मिहिर है ना तो कुछ जुजर सुन लिया उसने उसने अपनी राइटिंग में लिखा कि किंग जुजर बढ़िया राजा है बढ़िया संभाले हुए हैं राइट सिमिलरली आगे एक और एक और जो है ट्रेवलर है अल मसूदी तोल मसूदी आते हैं 9वा के आसपास 915 के आसपास एंड ये भी जो है किंग अ आदि वरहा का इन्होंने काफी नाम सुना हुआ था तो आदि वरहा ये भी प्रोनाउंस नहीं कर पाए नहीं समझ पाए तो उन्होंने कहा बौरा है ना तो वरहा का इन्होंने बौरा बना दिया तो ही इज आल्सो अरब ट्रेवलर हु टॉक्स अबाउट द वासने ऑफ द अंपायर आल्सो टॉक्स अबाउट द डिक्लाइन ऑफ द अंपायर लेटर ऑन प्लस प्लस जो है इनके कश्मीर की शंकर वर्मन से लड़ाई हुई थी तो शंकर वर्मन ने इनको चेक किया था कि बस यहीं तक पंजाब तक ठीक है इसके आगे मत आइएगा तो वी रिलाइज कि वन ऑफ द मोस्ट इंपोर्टेंट किंग इज महिर भोज ये सवाल पूछना चाहिए यूपीएससी को मिहिर भोज के बारे में पूछना चाहिए कुछ टाइटल पूछ लेना चाहिए कुछ यहां से बात बन सकती है तो मेहर भोज इज द इंपॉर्टेंट वन नाउ आफ्टर मेहर भोज तो मेहर भोज ने बढ़िया एंपायर सेटल कर दी है बढ़िया राज्य स्थापित कर दिया है पलास तो अभी इस समय एजिस्ट भी नहीं करते पलास किनारे हो चुके हैं तो वी रिलाइज कि अब बढ़िया चल रहा है अब ऐसे में होगी कविता राइट है ना तो इनका बेटा है महेंद्र पाल तो अगला जो राजा है वो है महेंद्र पाला महेंद्र पाल तो इसने भी थोड़ा बहुत एक्सपेंशन किया है पहली बात है ना कि ऑलरेडी सेट था स्टेज तो एक्सपेंशन किया है और इनके कवि फेमस है तो यू कैन अंडरस्टैंड कि जो है यू कैन से थोड़ा सा अ पैसा आ चुका है एक्सपेंशन हो चुका है बड़ा राजा है तो एक बड़ा कवि होना चाहिए अपने पास तो इनके पास एक बहुत बड़ा नाम है राज शेखरा तो महेंद्र पाल के पास है राजशेखर तो राज शेखरा इज वन ऑफ द वन ऑफ द वेरी वेरी फेमस नेम ज विद रिस्पेक्ट टू राइटिंग रटना लिटरेचर तो ये कोल्ट पोएट है अब एक बहुत फेमस किताब इन्होंने लिखी और अपनी वाइफ के लिए लिखी है जिसका नाम है कर्पूर मंजरी कर्पूर मंजरी तो उन्होने एक नाटक लिखा अपनी वाइफ अवंती के लिए तो उनकी वाइफ का नाम था अवंती अवंती सुंदरी है ना सुंदरी थी अवंती तो हां तो उनके लिए उन्होंने एक प्राकृत में प्ले लिखा है च इज कर्पूर मंजरी संस्कृत में भी किताब लिखी है कि कविता कैसे लिखें कविता लिखने का 100 तरीका ऐसा काव्य मीमांसा करके किताब है राट उसके अलावा और भी किताब है विधाल सलभंजिका भृंजी का बलराम बल बल रामायण प्रपंच पांडव बाल या बाल भारत भूषण कोष ऐसे करके और भी नाम नाउ यूपीएससी ने इस बार 2024 में एक सवाल पूछा था कि भाषा का कौन सा प्ले है पहचानो ऐसे चार नाम दे दिए थे है ना तो भाषा का प्ले पूछा था ऐसे ही इतना सब कुछ इन्होंने लिखा है राइट है ना तो राजशेखर राजशेखर किसके कोर्ट में है महेंद्र बाहुबली सॉरी महेंद्र पाल के कोर्ट में तो महेंद्र पाला के कोर्ट में है वो दूसरा सवाल क्या हो सकता है ये चार पांच प्ले का नाम दे देगा कहेगा कि कौन-कौन से इन्होंने लिखे हैं कौन से नहीं लिखे हैं कौन सा इनका प्ले ऐसा करके सवाल बन सकता है राजशेखर के बारे में वेरी वेरी इंपोर्टेंट रेट ना अब इसके बाद अब इसके बाद महेंद्र पाल तो यहां तक बढ़िया चल रहा है राइट है ना महिर भोज बहुत बढ़िया चला महेंद्र पाल बहुत बढ़िया चला और इसके बाद जो है आए महिपाल महिपाल और बढ़िया चला रहे हैं राइट है ना महिपाल तो महिपाल अच्छा चलाना शुरू किया था लेकिन उसी समय उसी समय भगवान इंद्र प्रकट हुए इंदिरा थ्री कौन है ये राज कुटा है तो इनकी भिड़ंत हो गए राजकु इंदिरा थी से और जो 915 के आसपास समवेल ही विल डिस्ट्रॉय कन्नौज तो एक बड़ा झटका लगा एक बड़ा झटका लगा राइट ना तो हां तो अगर एक बार इस टाइमलाइन प देखें हम वापस वरि लाइज कि हां जो है नाग भट्टा वाज द फाउंडर है ना राज्य स्थापित किया और फिर कन्नौज स्टोरी हमने समझी कि हां वत्सराज और नाग भट्टा बट वापस कन्नौज मिल गया था और एक बढ़िया ग्रोथ हमको देखने को मिल रही थी अंडर भोज एन महेंद्र पाल रटना भोज ने अच्छा खासा एक्सपेंशन दे दिया था महेंद्र पाल और उनका कोर्ट पोयट राजशेखर बहुत बढ़िया चल रहा था लेकिन फिर महिपाल के राज्य में महिपाल अच्छा महिपाल ये भी है महिपाल ये भी है कंफ्यूज नहीं होना है महिपाल वो अलग महिपाल हज हजार पे आएगा ये वाला जो महिपाल है वो रफल 915 के आसपास यहां पर नीचे से क्रश कुटा हुए इंदिरा थ्री अब इंदिरा थी ने क्या किया इंदिरा थ ने जो है प कन्नौज डिस्ट्रॉय कर दिया ये एंपायर एकदम से कमजोर हो गई अब ये कहानी खत्म हो गई जो इतनी बढ़िया कहानी चल रही थी एकदम से सडन स्टॉप आ गया बिकॉज इंद्र इंद्र तृतीय राइट थर्ड इंद्र तो तीन तीसरे नंबर के इंद्र हैं ये और इन्होंने कन्नौज डिवा पेट करी अब जो नीचे छोटे-छोटे राजा थे वो सारे फ्री हो गए जो फ्यूड ट्रीज थे राइट है ना लेट्स लेट्स लुक लेट्स हैव अ लुक एट कि हां जब ये कनौज डिस्ट्रॉय हुआ मेन सेंटर डिस्ट्रॉय हुआ गुर्जर पति हारा का अंडर महिपाल तो अब ये जो फ्यूड ट्रीज थे ये आजाद हो गए तो अब इसी में से राज्य निकलेगा चौहान का तोमर का पर जो है प्रतिहार प्रतिहार रह जाएंगे सोलंकी डेलास गोहिला ये सब जो है इसी में से निकलेंगे तो अब ये बड़ा राज्य टूट जाएगा और जो छोटे-छोटे राजा हैं वो अपने आप को आजाद घोषित कर देंगे कि हां भाई अब क्या ही रोकोगे हमें तो ये छोटे-छोटे राजा जो वो जो है आजाद हो जाएंगे ये इंपैक्ट अभी हमें सी जोन में दिखाई देगा तो यहां से हमारी कहानी कनेक्ट होगी सी जोन की नाउ नाउ कमिंग बैक अब अब जो है अंपायर गुर्जर प्रति हारा की कोई बहुत स्ट्रांग नहीं रही एंड वी रिलाइज की एट 1000 एट 1000 इनवेजन होता है गजनी का इसीलिए हमने 000 पर ये लाइन खींची है कि हज हमारे लिए इंपोर्टेंट इसलिए है क्योंकि हज से 1025 ये 25 साल गजनी का इनवेजन हुआ रेड मारी है उसने बहुत सारी तो गजनी का इनवेजन होता है अब गजनी का जब जन हुआ है तो उस समय उस समय यहां पर बैठे हैं राज्यपाला तो कौन से इनका नाम पाला है लेकिन है ये गुर्जर पति हारा तो राज्यपाला तो गजनी का इनवेजन हुआ राइट है ना कहां गए तो गजनी का इनवेजन हुआ तो राज्यपाला यहां पर बैठे हुए हैं महमूद और गजनी के सामने तो 108 में जब उसने कन्नौज पर अटैक किया तो राजपाल छोड़ के भाग गए राइट इनफैक्ट इनसे लड़ने की बजाय गजनी का सामना करने की बजाय राजपाल छोड़ के भाग गए जब राजपाल छोड़ के भाग गए तो डेला राजा थे एक विद्याधर रा चंडे का राज्य दिखाओ मैं तो यहां पे बगल में चंदास बैठे हुए थे राइट कह रहे कि ऐसे कैसे छोड़ के भाग गए आप है ना चंदा तो उनका नाम था विद्याधर तो विद्याधर ने उनको पकड़ा राज्यपाल को और उनको मार दिया दिस इज एज पर द लेजेंड एज पर द स्टोरी और उनके बेटे त्रिलोचन पाल को यहां पे राजा बना दिया आखिरी राजा जो हम सुनते हैं वो जसपाल है और ये 1036 के आसपास है और उसके बाद कन्नौज जो है वो गढ़वाला के पास आ जाएगी गढ़वाला तो 1090 से जो कन्नौज है ऑलमोस्ट 1100 समझ लीजिए कि ऑलमोस्ट 1100 से आप कह सकते हैं कि यहां पे गढ़वाला का राज्य होगा गुर्जर पति हारा का राज्य अगले 90 सालों में खत्म हो जाएगा राइट तो दिस वाज द सैड स्टोरी ऑफ जो है सड डिक्लाइन ऑफ गुर्जर प्रतिहारस हमने समझा कि हां एक इनिशियल हमने स्टेज समझी नाग भट्टा की फिर हमने समझी कन्नौज स्टोरी फिर हमने सराइस की कहानी समझी जिसमें भोज और महेंद्र पाल थे महिपाल के सामने इंदरा थी ने अटैक कर दिया और फाइनली राजपाल ने फेस किया किसको राजपाल ने फेस किया गजनी को राइट ना गजनी को फेस किया और इसीलिए राजपाल को मार दिया किसने डेला विद्याधर विद्याधर ने इनको मार दिया और इनकी जगह बिठाया किसको इनके बेटे त्रिलोचन को त्रिलोचन पाल एंड बाय बाय 1090 आगे गड़वाल गड़वाला का राज्य है तो गड़वाला क नौद यहां से टेक ओवर कर देंगे तो ये आखरी कहानी थी किसकी यह कहानी थी गुर्जर पति आरा की अब बात करते हैं रा कोटास की है ना कि हां ये राज कोटास मैंने बताया कि हां खतरनाक है भाई है ना अब तक देखा भी हमने कि वर्चस्व है भाई भोकाल बना रखा है लोगों ने राट लेट्स टॉक अबाउट राज कोटा एंपायर तो राजकोट एंपायर इज अ वेरी वेरी स्ट्रांग एंपायर स्पेशली विद रिस्पेक्ट टू जिस तरह से लोग युद्ध लड़ रहे हैं राइट वी अंडरस्टैंड कि दे आर वेरी वेरी स्ट्रांग तो हमें इनका जिक्र अरब साइड भी दिखाई देता है संस्कृत लिटरेचर वगैरह में दिखाई देता है जैसे अरब इनको कहते हैं कि राजाओं के राजा हैं मलिक उल मुलक ऐसा इनके बारे में कहा गया है चलिए तो इनकी लिस्ट की बात करते हैं बिल्कुल सेम वैसे ही जैसे हमने ने पिछली कुछ लिस्ट देखी राइट तो बहुत बहुत लंबी लिस्ट है बहुत लंबी लिस्ट है यहां भी सो नाओ तो हेयर वी रिलाइज की डेकेन और काफी साउथ तक ऑलमोस्ट तमिलनाडु एंड केरला इनका राज्य रहा है और इनकी राजधानी जो है इनकी राजधानी है मनिया खेत मनिया खेता इसे मलखंब ये जो लिस्ट है इसको हम तीसरे न प लेते हैं ताकि हम सबको ही आपस में कंपेयर कर सके इवेंचर अपना कॉपी बना रहे हैं या यही वाला यूज कर लीजिएगा और उसमें आप नोट्स लेले कि हां किसने क्या किया है बात बन जाएगी धीरे-धीरे थोड़ा विजुलाइज होने लगेगा बार-बार देखते देखते ऐसे आंखों में उतर जाएगा राइट तो चलिए तो बात करते हैं कि जो है इस लिस्ट में क्या हुआ तो टाइमलाइन प डालते हैं इसको भी नाओ तो फर्स्ट इसको भी थोड़ा जो है जो अच्छे जो काम के नहीं है जिन्होंने कंट्रीब्यूट नहीं किया वो हटा दिया है खाली जो काम के हैं उनके हमने रखा है इसमें स सो जो इसम फाउंडर है वो भी सा 700 प आ र सबकी कहानी 750 प शुरू हो रही है तो फाउंडर है दंती दुर्ग तो दंती दुर्ग तो दंती दुर्गा फ्यूट हुआ करते थे या फिर राज कोटास जो है फूटरी हुआ करते थे किनके पीछ हमने बादामी चालुक्यास पढ़ा है राइट ना वहां कीर्ति वर्मन राजा हुआ करते थे आखिरी राजा तो ये उन्हीं के फूटरी हुआ करते थे चालुक्यास और बादामी बादामी चालुक्यास तो उनको हरा के का उन्होंने कहा कि इन्होंने कहा कि अब अब हम यहां से आजाद है अब हम लोग बादामी चालुक्यास को रिपोर्ट नहीं करेंगे उनसे युद्ध कर लिया और ये आजाद हो गए तो दंती दुर्गा क्योंकि इन्होंने यह शुरू किया है पहली बार यह आजादी शुरू करी है दैट इज़ द रीज़न ही इज़ कॉल्ड एज फाउंडर तो एक तो नाम यह इंपॉर्टेंट हो जाता है बिकॉज़ ही इज़ अ फाउंडर तो दंती दुर्गा दंती दुर्गा राइट पहले इन्होंने अपनी राजधानी रखी थी लाटू पे बाद में ये लोग शिफ्ट करेंगे मलखंब कि एलोरा केव्स में कुछ-कुछ कंट्रीब्यूशन यहां से स्टार्ट हो रहा है तो एलोरा केव में केव है दशावतारा केव दशावतारा भगवान विष्णु के दशावतार तो तो दशावतारा केव किसकी है दंती दुर्गा तो द से दंती द से दशावतारा आसान है राइट तो दंती दुर्ग ने जो है दशावतारा केव बनाई है एलोरा में उसके बाद इनके अंकल है कृष्णा तो लेट्स टॉक अबाउट कृष्णा तो इसके बाद राजा बने कृष्णा वन कृष्णा वन का कंट्रीब्यूशन है थोड़ा बहुत एक्सपेंशन भी किया है इन्होंने राज्य का बट द मोस्ट इंपॉर्टेंट थिंग इज कि एलोरा में ही एक और बहुत फेमस केव है व्हिच इज कैलाशनाथ टेंपल या कैलाश टेंपल एलोरा में अब ये पूरा एक पहाड़ था इस पूरे एक पहाड़ को काट के ये मंदिर बनाया गया है व्हिच इज सुपर अमेजिंग रटना बेहतरीन मंदिर है ये तो ये जो मंदिर है ये यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट भी है किसने बनाया है कृष्णा वन में का से कृष्णा का से कैलाश है ना बहुत बढ़िया है ना तो हां तो कृष्णा तो दंती दुर्गा और कृष्णा दोनों का ही एलोरा में भयंकर कंट्रीब्यूशन है तो पहले ये दो लोगों का नाम ध्यान रखें अब इसके बाद धीरे-धीरे टेंपो बढ़ रहा है और ध्रुव धारा वर्षा और गोविंदा थ्री क्या हम इनको जानते हैं राइट है ना हम इनको जानते हैं कैसे हम जानते हैं हमने कन्नौज चोरी समझी थी ये वही है ये वही है जो जो है जो ऊपर जाकर लड़ाइया लड़ रहे हैं तो ध्रुव धारा वर्ष ने भी ऊपर जाकर लड़ाई लड़ी थी और वत्सराज को हरा दिया था धर्मपाल को हरा दिया था प्लस प्लस जब वहां पर पहुंचे और गंगा जमुना देखी तो उन्होने क जब गंगा जमुना में हम लोग जीते हैं तो हमारे झंडे पर गंगा और जमुना होनी चाहिए रा तो गंगा इन्होंने अपने झंडे पे रख दिया है ना वहां पे उन्होंने सिंबल को यूज़ किया प्लस गोविंदा थी गोविंदा थी ने भी नाग भट्टा को हरा दिया था हमें लगा था नाग भट्टा टू जीतेगा लेकिन हार गया था प्लस ये जब सोचा कि जब वहां तक हराया ही है तो हिमालयाज घूम के आते हैं तो हिमालयाज गए प्रयाग गए राइट बनारस गए गया गए सब घूम फिर के वापस आए तो ध्रुव ध्रुव और गोविंदा थी को हम पहले भी देख चुके हैं राइट है ना तो यहां तक की कहानी ठीक है बट देन आफ्टर दिस कम्स अमोग वर्षा तो यहां तक सब बहुत बढ़िया चल रहा था राइट है ना बढ़िया एक्सपेंशन बहुत बढ़िया कहानी लेकिन अमोग वर्ष की एंट्री होती है अमोग वर्ष 814 से 878 राइट लेट्स टॉक अबाउट अमोग वर्षा बट बिफोर दैट वी आल्सो हैव टू लुक एट द टाइमलाइन कि ये अमोग वर्षा किस जगह पर आ रहा है तो यू विल रियलाइक्स भोजा और देव पाला ये तीनों लोग हैं देपाल ने अमोग वर्षा को हरा दिया था भोजा इसी समय राइज कर रहे हैं और और जो है नेपाल की डेथ के बाद भोजा को किसी ने चैलेंज नहीं किया तो भोज के लिए बहुत बढ़िया था इसी के पैरेलल भोज के पैरेलल हमको दिख रहे हैं अमोग वर्षा तो देव पाल भोजा एंड अमोग वर्षा बोथ ऑल थ्री आर कंटेंपरेरी तीनों ने एक दूसरे की नाम सुना हुआ है शक्ल देखी है शक्ल भले ना देखी हो लेकिन नाम सुना हुआ है राट तो लेट्स अंडरस्टैंड कि अमोग वषा है कौन तो अमोग वर्ष तो अमोग वर्ष यहां पर वी रियलाइक्स पेंशन उनके लिए ज्यादा इ इट है अनदर थिंग इज कि अमोग वर्षा इज इज इनटू जैनिज्म तो जैसे पाला हमको दिखाई दे रहे थे कि दे वर प्रोवाइड पैटन ज टू बुद्धिज्म वैसे ही अमोग वर्ष हमको दिखाई देंगे इनटू जैनिज्म तो जैनिज्म को पेटन ज मिला है यस तो पाला जहां बुद्धिज्म को सपोर्ट किया है वैसे ही अमोग वर्ष नॉट नॉट ऑल राज कुटा राज कुटासिंघा नेने अभी हमने बात करी कि जो है अवतारा टेंपल बनाया था कृष्णा जो है कैलाश टेंपल बनाया था तो हां तो कैसे हम कह सकते हैं तो फिलहाल तो जैनिज्म को इन्होंने सपोर्ट किया है प्लस ही हिमसेल्फ इज अ राइटर बढ़िया राइटर है बढ़िया नाम है है ना तो एक इनकी फेमस किताब है कवि राज मार्ग तो एक अमोग वर्ष ने खुद लिखी है कविराज मार्ग एक लिखी है प्रश्न उत्तर रत्न मलिका एक संस्कृत की किताब है एक कन्नड़ की किताब है इनफैक्ट कवि राज मार्ग कन्नड़ में कविता कैसे लिखते हैं उसके ऊपर पहली किताब है राइट प्रश्न उत्तर मलिका क्वेश्चन आंसर बुक डाउट डिस्कशन एफ क्यूज कोई ऐसी किताब इन्होंने लिखी है दो किताब हम ध्यान रखेंगे स्वयं अमोग वर्ष एक बुक है याद रखनी पड़ेगी भाई पूछी जा सकती है पूछना ही चाहिए प्लस इनकी डॉटर है चंद्र लब्बे राइट ना चंद्र बल्लभ तो चंद्र बल्लभ जो हैं ये रायचूर द्वाप पे राज्य कर रही हैं दिस आल्सो शोज कि इस समय ये काफी लिबरल हैं और अपनी बेटी को राज्य करवा रहे हैं राइट व्हिच इज अ वेरी गुड थिंग इसके अलावा इन्होंने कुछ टाइटल लिए हैं राइट निर पतंगा वीर नारायण ऐसा करके इन्होंने टाइटल लिए हैं और एक और जो सवाल यूपीएससी पूछ सकता है कि इवेंचर में सल्ले खाना का जो है ट्रेडीशन है राइट है ना कि हां जो मोंक होता है वो अपने आप को स्टार्वक के डेथ को एक्सेप्ट करता है वैसे ही इन्होंने जल समाधि ी है सुंग भद्रा रिवर में जो है उन्होंने जल समाधि ले ली और अपनी अपने जीवन को अंत किया राइट लेकिन यहीं से अब क्योंकि ये खुद भी जो है बहुत ज्यादा मिलिट्री उसमें नहीं है राइट तो यहीं से हमें दिखाई देने लगेगा कि हां भाई अब राज कुटासिंघा और देपाल अब क्योंकि म वर्स लड़ाई झगड़ा नहीं कर रहे हैं ज्यादा इन सब चीजों में बिजी हैं इसीलिए भोज को एकदम फ्री हैंड है राइट इसीलिए भोज आराम से अपना राज्य एक्सपेंड कर रहा है गुर्जर पति हराज ने बढ़िया एक्सपेंड किया है चलिए लेकिन लेकिन है ना अगेन कमिंग बैक टू द टाइमलाइन ये अमोग वर्ष का टाइम है कि हां ये लड़ाई झगड़ा नहीं कर रहा इसके पहले बहुत लड़ाई झगड़ा था राइट ना इसके पहले लेकिन अ वर्ष थोड़ा रुक गए कह नहीं मैं तो किताब लिखूंगा कविराज मार्ग बिजी थे उसमें लेकिन इसके बाद इंदिरा थ्री राइट है ना इंदिरा थ्री तो वापस लड़ाई झगड़ा चालू हो गया इंदिरा थ्री गए और और कनौज डिवा पेट कर दिया ऐसा भी हम लोगों ने पढ़ा था तो इंदिरा थ्री बेसिकली डिवा पेटेड कन्नौज तो महिपाल को हरा के कन्नौज को तबाह करने का काम किसने किया है इंद्र थ्री ने किया है रा ध्यान रखेंगे हम यस अल मसूदी इसी टाइम में आए हैं अल मसूदी इसी टाइम में आए हैं इस समय की इन्होंने चर्चा करी है तो इंदिरा थ्री ना आफ्टर थ्री आफ्टर आफ्टर इंदरा थ्री वी हैव कृष्णा थी जो कि लास्ट इंपॉर्टेंट राजा है इसके बाद कोई इंपोर्टेंट राजा नहीं है और ये डिक्लाइन होने लग रहा है तो इंदिरा थ्री के बाद कृष्णा थी यहां आएंगे और फिर इसके बाद कुछ खास कुछ खास डेवलपमेंट एज सच नहीं हो रहा है राइट ना कि कुछ खास यहां पे राजा नहीं है वीक वीक रूलरसोंग्स ऑफ दिस डिक्लाइन इवेंचर हुआ करते थे परमारा राइट है ना तो हां तो कृष्णा थी के बाद डिक्लाइन होना चालू हो चुका था और इनके सारे जो दुश्मन थे वो सारे एक साथ जो है इकट्ठा हो गए और 900 72 में 972 में इन्हीं के अपने फ्यूट राइट है ना कि अपनों नहीं मारा तो परमार्स ने बेसिकली मन्या खेत सैक कर दिया डिस्ट्रॉय कर दिया राइट उसके बाद हमें कुछ नाम करका खटगा जो है खटगा करका ये सब सुनाई देते हैं बट दीज आर नॉट समवन जो यहां पे राज्य को आगे टेक अप कर पाए तो आसान है आसान है कि यहां भी दंती दुर्गा और कृष्णा दो नाम हमें वैसे ध्यान है कि इन्होंने इनिशियल एक्सपेंशन किया है प्लस प्लस एलोरा में कंट्रीब्यूशन ये कन्नौद स्टोरी के लिए गोविंदा और ध्रुव को ध्यान रखेंगे अमोग वर्ष की किताबें हैं है जनि ज्म है इंदरा थ्री ने जो है वापस वापसी करी है कन्नौज को तबाह कर दिया है ये ध्यान रखेंगे प्लस प्लस परमार्स ने 972 तक आते कहानी खत्म कर दी है राइट तो ये एक छोटी सी कहानी ऑफ राज कोटास नाउ कुछ और बातें जो राज कोटास के बारे में ध्यान रख सकते हैं पहला तो जैनिज्म को पैटर्न मिल रहा है ये एक इंपॉर्टेंट बात है बाकी भी धर्म है लेकिन हां जैनिज्म को ज्यादा यहां पे हमें एक अलग से दिखाई देगा कि जैनिज्म को सपोर्ट मिला है राइट भगवान विष्णु का गरुड़ वाहन हमें उनके एंबलम में दिखाई देता है यानी वैश्णविज्म भी इंपॉर्टेंट है उनके लिए अवतारा मंदिर ही बनाया था प्लस तुला दना तुलादान तो यहां के राजा लोग थे अपने वजन के बराबर सोना वोना दान किया करते थे तुलादान कहते हैं इसको तो तुला दान किया करते थे अरब्स के साथ अच्छी खासी ट्रेडिंग है इनकी तो मुस्लिम ट्रेडर्स भी इस जमाने में दिखाई देंगे यस तो मुस्लिम ट्रेडर्स स्प्रेड ऑफ इस्लाम ये सब इस जमाने में दिखाई देगा तो सारे ही रिलीजन हिंदू मुस्लिम जो है जैनिज्म सब कुछ दिखाई दे रहा है यस अनदर थिंग इज फेमस थिंग इज लिटरेचर तो मैंने आपको ऑलरेडी बताया अमोग वर्षा की दो किताबें राइट ना सवाल है कमेंट सेक्शन में बताओ कौन सी दो किताबें हैं देखिए रटा कि नहीं जिन सेना ने लिखी है इसी दौर में आदि पुराणा वेरी वेरी फेमस बुक जिन सेना बहुत फेमस आचार्य हैं इनके बारे में मैंने आपको जनजम में पढ़ाया था कि इन्होंने ही कहा है कि दुनिया कभी बनाई नहीं गई है दुनिया हमेशा से थी राइट आदि आदि काल से ऐसी ही थी तो आदि पुराण इन्होंने लिखा है सिमिलरली कृष्णा टू के उस समय स्पिरिचुअल ग्राइड हैं गुना भद्र इन्होंने महापुराण लिखा है तो आदि पुराण महापुराण प्लस कन्नड लिटरेचर के तीन ट्रिनिटी हैं तीन बड़े नाम पुन्ना पंपा रन्ना राइट इनको भी पैटरना किया है आगे जाके आगे जाके वेस्टर्न चालुक्यास ने भी इन तीनों को पैटरना इज किया है प्लस एक शंभू करके अभ्रम राइटर हैं वो भी इसी जमाने में हुए हैं तो अगेन दीज थ्री नेम्स आर इंपॉर्टेंट जिन सेना आदि पुराण इज इंपोर्टेंट गुना भद्र महापुराण इज इंपोर्टेंट तो दिस वाज द फर्स्ट पार्ट जिसमें हमने बात करी ट्राई पर्टाइट स्ट्रगल की राइट है ना आप इस टाइमलाइन को देखेंगे तो आपको वैसे ही चीजें याद आने लगेंगे आप इसी तरह से एक ब्लाइंड नोट्स बना सकते हैं कि यहां टाइमलाइन खींची और जो जो याद आ रहा है सबके बारे में लिख लीजिए ये जेडीडी है एमआरएम है राइट है ना इसमें भोजा और महेंद्र पाल जो है हमारे मेन पर्सन हैं और फिर महिपाल के सामने सब कुछ तबाह हो गया यह हमने समझा राजपाल की दुश्मनी जो है झगड़ा गजनी से इनवेजन हो गया था तो विद्याधर ने मार दिया था यह कहानी हमको याद है प्लस प्लस दंती दुर्गा कृष्णा एक कॉमिनेशन है एलोरा का गोविंदा और ये कन्नौज स्टोरी अमोग वर्षा हमने देखा कि जैनिज्म और किताबें प्लस इंद्र थ ने महिपाल को जो है और बेसिकली गुर्जर प्रतिहार को तबाह कर दिया था कनौज को डिवा पेट कर दिया था और फिर जो है परमार्थ ने इन्हीं के इन्हीं के लोगों ने जो है इनको डिस्ट्रॉय कर दिया 972 में तो दिस वाज फर्स्ट स्टोरी वी आर डन विद फर्स्ट स्टोरी व्हिच इज ट्राइप काइट स्ट्रगल आइए बात शुरू करते हैं बात शुरू करते हैं दूसरी कहानी की व्हिच इज चोला तो चलास की कहानी सुनाता हूं मैं आपको सुनाओ तो चलास तो चलास की अगर हम बात करें तो अब तक अब तक हम लोगों ने बी जोन देख लिया है राइट ना ट्राइप इड स्ट्रगल हम लोगों ने देख लिया है अब हम एंटर कर रहे हैं सी जोन जिसे एज ऑफ कॉन्फ्लेट भी कहते हैं एज ऑफ कॉन्फ्लेट और एज ऑफ कॉन्फ्लेट में घुसने से पहले वी हैव चलास तो रफल अराउंड 850 चोला की कहानी शुरू होती है चोला अब जब चोला यहां पे 850 में है तो हां तो इनका सामना राजकु से भी होगा और प्लस इन्हीं के टाइम में नीचे पल्लवास भी थे पल्लवास तो पल्लवास में से इमर्ज हो रहे हैं राइट इन पल्लवास में से 850 के आसपास इमर्ज हो रहे हैं चोला आइए बात करते हैं चोला की नाउ चोला का एक डिस्कशन हम लोग एंस इंडिया में करते हैं जब हम बात करते हैं संगम एज की तो संगम एज हमने देखा था कि हां चोला चेरा पांड्या नाउ एज पर तमिलनाडु एनसीआरटी ये जो इंपीरियल चोला है या फिर मेडियल चोला हैं ये इन्हीं चोला के वंशज हैं इन्हीं में से इमर्ज हुए हैं मोस्ट प्रोबेबली इन्हीं में से इमर्ज हुए हैं यही डायनेस्टी जो अब तक यू कैन से अब तक इंपॉर्टेंट नहीं रह गई थी फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम ऑलमोस्ट फॉर यू कैन से 450 इयर्स राइट अब वो वापसी कर रही है अब वो यहां पर वापसी कर रही है एज अ चोला एंपायर नाउ अब ये जो टाइमलाइन है राइट तो एक फ्रेश टाइमलाइन बनाते हैं दिस इज फॉर सी जोन और सी जोन में हम देखेंगे कि कुछ पार्ट कुछ पार्ट बी जोन में ही है ऑलमोस्ट 150 साल का जो दौर है वो बी जोन में ही आफ्टर पल्लवास कहानी शुरू हो रही है और हमें कुछ राजा इंपॉर्टेंट दिखाई देंगे यहां पे बी जोन में तो आइए समझते हैं कि क्या हो रहा है राइट है ना सो चलिए तो टाइम लाइन पे आते हैं तो दिस इज दी किंगडम अब ये बेसिकली जो है तमिलनाडु की कोर अंपायर है और और एक्सपेंड कर गई है अदर एरियाज में कर्नाटका में केरला में श्रीलंका में एंड और भी जगह-जगह राइट है ना इनफैक्ट इनफैक्ट गंगा की तरफ ही एक्सपेंड करेगी तो अगेन देयर आर सो मेनी किंग्स तो एक इनिशियल लिस्ट है राइट जो कि 1070 तक है और 1070 के बाद कहे जाते हैं लेटर चलास लेटर चलास तो उनकी बात बाद में करेंगे लेटर चलास के बारे में आपको बताऊंगा बट इस लिस्ट को थोड़ा शिंक कर लेते हैं और सिर्फ उन लोगों को रखते हैं जो कि इंपॉर्टेंट है हमारे लिए तो कहानी में शुरुआत होती है विजय आलया से तो विजय आलया तो बेसिकली ये लोग पल्लवास के फ्यूट रहे होंगे पल्लवास के साथ कभी ऑपरेट करते रहे होंगे बट विजय आलया पल्लवा से आजाद हो जाता है है ना फ्यूरेट था सामंत था और अब जो है वो आजाद हो गया है तो एक नई किंगडम शुरुआत कर रहा है जिसे हम चोला एंपायर कहेंगे तो विजय आलया इज द फाउंडर तो कावेरी डेल्टा के आसपास एक छोटे से राजा थे मतर तो मतर यार से उसने जीता है तंजौर और अपनी राजधानी एस्टेब्लिश करी तो जो मेन एरिया है इनकी जो कैपिटल है दैट इज तंजौर तंजावूर तो तंजावूर तो तंजावूर इन्होंने एस्टेब्लिश किया यहां से बेसिकली ये पूरी किंगडम मेमने होगी नाउ आफ्टर दिस आफ्टर विजया आलया वी हैव आदित्य एंड परं का अब आदित्य और परं का जो है बोथ आर नोन फॉर एक्सपेंशन एंड जब ये एक्सपेंड कर रहे हैं तो आसपास के राजाओं से भिड़ंत हो रही है अब आसपास के राजा कौन है आसपास के राजा है पल्लवास तो पल्लवास को हरा दे रहे हैं राइट हैना छोटा सा राज्य गंगास वगैरह का है उनको भी हरा दे रहे हैं बट मोस्ट इंपोर्टेंट इनकी भिड़ंत हो रही है किनसे राज कुटा से अब राज कुटा आपको पता ही है कि राज कुटा कूट देते हैं राइट ना काफी स्ट्रांग है हालांकि एक बार ये राज कुटा से जीते हैं राइट है ना 900 समथिंग 900 जो है 152 के आसपास राइट है ना दे हैड वन विद राजकु कास तब राज्य था कृष्णा टू का लेकिन आफ्टर ऑलमोस्ट 3040 इयर्स 949 में एक बैटल होती है बैटल ऑफ टक्को लाम तो बैटल ऑफ तक् कोलम बैटल ऑफ तक् कोलम में पंका यहां पे हार जाते हैं और यहां पे एक सीरियस झटका लगता है चोला एंपायर को तो वापस अगर हम टाइमलाइन को देखें तो वी विल रियलाइफ कि एक जो जोन है एक जोन है टिल विजयालय जो कि फाउंडर है आदित्य और परं का जो कि 949 की जो बैटल है बैटल ऑफ तक् कोलाम कृष्णा थी राज कोटा इनको हरा देंगे तो फॉर सम टाइम यू कैन से कि यहां फॉर ऑलमोस्ट जो है 35 इयर्स ये एंपायर गायब हो जाएगी हमारे पास बीच में भी राजा हैं बट उनका कोई कंट्रीब्यूशन नहीं है ऐसा कोई इंपॉर्टेंस नहीं है इंपॉर्टेंस वापस जगती है जब आते हैं राजा राजा तो राजा राजा तो 1000 पे है ना तो ये हम रफल याद रख सकते हैं कि 1000 पे वी हैव राजा राजा तो राजा राजा राजा राजा पे एक गाना भी है राजा राजा राजा ऐसा करके यूपी में एक गाना चलता है राइट है ना तो हां तो राजा राजा तो राजा राजा इज इंपोर्टेंट पर्सन वेरी वेरी इंपोर्टेंट पर्सन तो राजा राजा यहां से वापसी करेंगे और राजा राजा एक्सपेंड करेंगे तगड़ा ही एक्सपेंड कर देंगे राजा राजा देखेंगे कि केरला के पास नेवल पावर बढ़ी चेरा के पास नेवल पावर है तो कहेंगे हमारे पास भी नेवी होनी चाहिए तो एक बढ़िया नेवी एस्टेब्लिश करेंगे राइट तो इनके पास नेवी भी है घुड़सवार भी है हाथी भी हैं घोड़े भी हैं बहुत बढ़िया जो है इनके पास जो है आर्मी क्रिएट हो चुकी है और ये एक्सपेंड कर रहे हैं ही इज नोन फॉर फर्स्ट ऑफ ऑल एक्सपेडिन एंड वो भी नेवल एक्सपेडिन राइट ना कि यहां जो है चेरा को चेरा को हरा दिया है जो है नेवी में राइट किनारे हो गए हैं प्लस प्लस जो है श्रीलंका पे अटैक कर दिया है तो नाउ वी रियलाइफ कि नाउ एक उनका जो एक कॉमन एनिमी है वो है श्रीलंका हालांकि इन्होंने पूरा श्रीलंका ऑक्यूपाइड पार्ट ऑफ श्रीलंका है नॉर्दर्न और ईस्टर्न पार्ट आप कह सकते हैं खाली उतना ही श्रीलंका इन्होंने ऑक्यूपाइड को कहा है कि भाई ये अपना प्रोविंस है अपना राज्य है तो उसको कह दिया कि हां दिस इज मु मुबी चोला मंडलम तो मुम चोला मंडलम ऐसा बोल दिया श्रीलंका को खुद इन्होंने टाइटल भी लिया है ममद चोला का तो मम मुद्दीन चोला देवा कि हां देव हूं मैं देवता हूं तो ममद चोला देव अपने आप को कहते हैं और कहते हैं कि श्रीलंका तो मेरे नाम पे राज्य रख दो तो मदी चोला मंडल उसको रख दिया है है ना आधा श्रीलंका कह सकते हैं टॉप श्रीलंका इन्होंने कैप्चर कर दिया है नॉट ओनली दिस इस पूरे एरिया में वो अपने क्या एस्टेब्लिश कर रहे हैं प्रोविंसेस एस्टेब्लिश कर रहे हैं कि हां एक ये प्रोविंस गंगा पदी एक है लंबा पदी मरिया पदी जय कंडा चोलाम मंडलम चोला मंडलम ये कोर पार्ट है कोंगू है राजा राजा पांडी मंडलम पांडियास को भी हरा दिया है पांड पांडी मंडलम एस्टेब्लिश कर दिया है तो वहां पे अपने वाइस रॉयज भी इन्होंने एस्टेब्लिश कर दिए तो एक अच्छी खासी एंपायर इन्होंने एस्टेब्लिश कर ली है यस एक बढ़िया एंपायर इन्होंने एस्टेब्लिश कर ली है एक और बात जो नो करने लायक है कि ही हैज आल्सो कैप्चरड मोल्डी राइट तो मोल्डी प भी अपना कब्जा है यस तो मोल्डी पे भी जो है राज्य स्थापित कर दिया है राजा राजा ने तो राजा राजा तो बेसिकली जो है चोला एंपायर आप कह सकते हैं कि अब जो है साउथ इंडिया में अब तक की सबसे बड़ी स्ट्रंग स्ट्रांगेस्ट अंपायर अगर हम देखें तो वो है चोला अंडर राजा राजा राजा राइट है ना तो राजा राजा ने इतना मचा दिया है नाउ इसके अलावा ही इज आल्सो नोन फॉर आर्किटेक्चर तो एक तो एक्सपेंशन वगैरह के लिए जाने ही जाते हैं बट उसके साथ-साथ अपने आर्किटेक्चर के लिए जाने माने जाते हैं तो द्रविडियन आर्किटेक्चर का जो सबसे बड़ा टेंपल है बृहद टेंपल है है ना बृहदेशवारा राइट है ना इसमें आप देखेंगे कि आपको द्रविडियन आर्किटेक्चर एंड टू एंड पूरा एकदम क्लासिक रूप में दिखाई देगा कि हां प्रॉपर विमान है ऊपर शिखर एक कपोला रखा हुआ है एक आपका पिलर्ड मंडप है उसके ऊपर कोई छत नहीं है तो इस तरह से एक बहुत बड़ा सा मंदिर आपको दिखाई देगा व्हिच इज कॉल्ड एज बृहदेश्वर उन्हीं के नाम पे इसे राज राजेश्वर टेंपल भी कहते हैं कहां है तंजौर कैपिटल बनवाया इन्होंने तंजौर प्लस इनका साउथ ईस्ट एशिया के साथ जावा वगैरह के साथ साउथ ईस्ट एशिया में उस समय श्री विजया किंगडम हुआ करती थी शैलेंद्र डायनेस्टी तो हम पहले भी उनकी बात कर रहे थे है ना कि बलपुर देव वगैरह की हमने पीछे बात करी थी तो हां तो उनके साथ अच्छा रिलेशनशिप है यस तो वहां पे कुछ बुद्धिस्ट विहारा वगैरह भी बनवाया इन्होंने तो वहां भी इनका बोलबाला है तो वी रियलाइफ एस्टेब्लिशमेंट कर दिया है नाउ राजा राजा के बाद आते हैं उनके बेटे राजेंद्र राइट राजेंद्र तो आप समझिए अगेन अगेन ऑन द टाइमलाइन वी रियलाइफ कि ये जो जोन है राइट रफल 985 990 से वन 044 तो अगर हम दिमाग में रखें तो 1000 से 1050 के बीच में राजा राजा और उनका बेटा राजेंद्र राइट इन लोगों ने मचा दिया है एक अच्छा खासा वर्चस्व राजेंद्र ने जो है राजा राजा और राजेंद्र ने क्रिएट कर दिया है तो ये फादर एंड सन की जोड़ी चौस को एकदम जो है यू कैन से अन पैरेलल पावर जो है बना देगी साउथ इंडिया में कोई चैलेंज नहीं कर सकता कोई भी इस दौर में इनको चैलेंज एज सच नहीं कर सकता है नाउ एज आई सेड राजेंद्र तो राजेंद्र राजेंद्र भी इन्हीं सब एक्सपेडिन एक्सपेंशन के लिए जाने जाते हैं राइट ये इस समय इस समय राज्य क्रिएट हो चुका है ऊपर वेस्टर्न चालुक्यास का कल्याणी चालुक्यास भी कहते हैं अभी पढ़ेंगे हम लोग इनके बारे में कल्याणी चालुक्यास तो इनसे भी झगड़ा हो रहा है इनसे भी जीत गए हैं लोग राइट तो कल्याणी चालुक्यास प्लस अच्छा बाय द वे वेस्टर्न चालुक्यास से झगड़ा फादर के टाइम में ही हो गया था राजा राजा के टाइम में ही हो गया था और उस समय ये राजकुमार थे तो उस युद्ध में भी उन्होंने पार्टिसिपेट किया है तो वेस्टर्न चालुक्यास में राजा राजा के दौर से लड़ाई चल रही है क्योंकि यही एक पावर है जो इनको चैलेंज कर रही है कर सकती है इतनी पावरफुल बनेगी राइट दूसरा पांड्या वगैरह तो पांड्या पे हमला किया तो पांड्या का जो राजा था वो गहना वाहना लेकर श्रीलंका भाग गया कि हमको बचा लेंगे हमारा गहना बच जाएगा तो फिर श्रीलंका पे अटैक किया तो श्रीलंका पूरा ही कैप्चर कर दिया पहले आधा कैप्चर हुआ था अब पूरा पूरा श्रीलंका इनके कंट्रोल में है प्लस महिपाल आपको याद होगा पाला डायनेस्टी तो हम लोग बात कर रहे थे कि एक तो था जीडी डीडी है ना जीडीडी और एक था एमआरएम तो एमआरएम हम लोग बात कर रहे थे कि हां महिपाल इज द वन जिसने राजा राजा को सॉरी राजेंद्र को फेस किया है तो इन्होंने डिसाइड किया कि अब चलो थोड़ा सा नॉर्थ इंडिया पे इनवेट करते हैं तो ही बेसिकली वाज वेरी वेरी एंबिशियस एंड फॉर द वेरी वेरी फर्स्ट टाइम कोई साउथ इंडियन एंपायर नॉर्थ इंडिया पे इनवेट करती है तो नर्मदा तक तो ये पर्सनली गए थे राइट है ना उसके बाद इनका गवर्नर था जो आगे गया और आगे जाके आगे जाके उसने लड़ाई लड़ी किससे महिपाल से तो दो दे वर वेरी मच विक्टोरियस लेकिन फिर भी यहां पर राजेंद्र की जो ये जो जो है लड़ाई है इसको रोका किसने महिपाल ने बट महिपाल एक्चुअली लॉस्ट राइट सो महिपाल तो महिपाल से लड़ाई हुई है ऐसा हमने पीछे भी सुना था तो हां तो महिपाल अब जब महिपाल को हराया है ना तो ये बहुत बड़ी बात हो गई कि गंगई कोंडा कोंडा मतलब कि हार गया तो गंगा के राजा को हराने वाला तो गंगई कोंडा करके उन्होंने अपना टाइटल दिया कि आज से मुझे गंगई कोंडा कहा करो राइट है ना और एक शहर बनाया व्हिच इज कॉल्ड एज गंगई कोंडा चौपर वहां पे एक मंदिर बनाया जिसका नाम भी गंगई कोंडा जो है टेंपल है ये वी रिलाइज कि यहीं तंजौर के पास एक नया राज्य क्रिएट हो रहा है एक नई सिटी क्रिएट हो रही है व्हिच इज कॉल्ड एज गंगई कोंडा चोलापुरम तो तंजौर एंड गंगई कोंडा चोलापुरम जो है तंजौर बृहदेश्वर बनवाया किसने राजा राजा ने उसी तरह का टेंपल ऑलमोस्ट कॉपी है उसकी व्हिच इज गंगाई कोंडा चोलापुरम तो ये ये कहानी है राजेंद्र की नाउ राजेंद्र के बारे में एक और बहुत बड़ी चीज फेमस है कि ही हैज नॉट ओनली वन इन इंडिया मलडी श्रीलंका बट आल्सो ही हैज इन्वे देड साउथ ईस्ट एशिया तो साउथ ईस्ट एशिया में इस समय थी श्री विजया किंगडम श्री विजया किंगडम और शैलेंद्र डायनेस्टी हुआ करती थी तो दिस इज श्री विजया किंगडम और डायनेस्टी जो है यहां पे दिस इज शैलेंद्र डायनेस्टी तो यहां पर कुछ इंटरनल झगड़ा हुआ राइट है ना कि झगड़ा जो हुआ बेसिकली आप कह सकते हैं कि हां जो है चंपा और इनके बीच में आपस में जो है क्रैश हुआ जिसमें मदद करने आ गए कौन राजेंद्र तो राजेंद्र ने अटैक कर दिया अब इसमें इंटेंशन उनका यह है कि वो चाहते हैं कि ट्रेड के ऊपर उनका डोमिनेंस रहे राइट है ना कि अगर वहां पे अपना राज्य स्थापित कर देंगे वहां के जो है कैपिटल्स वगैरह को हरा देंगे इंडोनेशिया को हरा देंगे तो इन दैट केस हमें क्या मिलेगा वहां पर डोमिनेंस मिल जाएगा ट्रेड में तो ये सोचकर इन्होंने अटैक किया और यहां पर भी अपना राज्य स्थापित कर दिया तो दिस एरिया वाज आल्सो अंडर दी इन्फ्लुएंस ऑफ ये जो येलो पिंक पार्ट आपको दिख रहा है दिस इज आल्सो अंडर द इन्फ्लुएंस ऑफ राजेंद्र तो ये ऐसा रेयर देखने को मिलता है राइट है ना दिस इज नॉट समथिंग जो हमें बार-बार देखने को मिलेगा रेयर रेयर चीज है तो बहुत सारे टाइटल्स लिए हैं राजेंद्र ने राइट है ना जैसे कि मुद्दीन चोला की क्राउंड चोला है और एक है कदाम कोंडा कदा राम कोंडा क्योंकि यहां पे कैपिटल है कदा राम तो कदा राम को जीता है इन्होंने राइट है ना तो कदा राम केदा तो ये जीतने के बाद अपने आप को एक टाइटल दिया कदा राम कुंडा एक गंगाई कोंडा हम ऑलरेडी सुन चुके हैं प्लस ही इज वेरी यू कैन से स्कॉलरली पर्सन बहुत पढ़े लिखे हैं तो एक पंडिता चोला भी करके अपने आप को टाइटल दिया तो दो लोग इंपॉर्टेंट है हमारे लिए एक है राजा राजा राजा राजा राजा और एक है राजेंद्र नाउ आफ्टर दिस आफ्टर आफ्टर दिस द सक्सेसर्स आर आई वि नॉट से वेरी स्ट्रांग बट स्टिल इसके बाद जो सक्सेसर्स है वो बहुत अच्छा टेक अप नहीं कर पाते और राज्य पासओवर हो जाता है लेट अस कम टू दिस तो यहां पर 1070 तक आते आते जो मेन ब्रांच चल रही है राइट यह खत्म हो जाएगी और और इनके इनके जो एक यू कैन से मैट्रिमोनियल अलायंस हुआ करता था तो होता क्या था कि यहां पर जो मेन चोला थे और वंगी पे बैठे थे ईस्टर्न चालुक्यास तो मेन चोला और ईस्टर्न चालुक्यास के बीच में शादियां होती थी मैट्रिमोनियल अलायंस था मैट्रिमोनियल एलायंसेज तो इन्हीं मैट्रिमोनियल एलायंसेज का प्रोडक्ट है कुलो तोंगात है ना कुल तोंगात हैं भतीजा कह सकते हैं कुल तोंगात के राइट है ना तो नाउ नाउ जब यहां पर आगे वंशज ये लोग आगे कंटिन्यू नहीं कर पा रहे थे और कुल तोंगात चालुक्यास पर राज्य नहीं कर पाए तो वो चले आए अपने जो है नानी के यहां चले आए और इन्होंने यहां पर राज्य शुरू किया तो एक नई ब्रांच चालू होती है वच इज व्हिच इज द प्रोडक्ट ऑफ चालुक्यास और यू कैन से ईस्टर्न चालुक्यास एंड चोला तो इनको चालुक्य चोला भी कहते हैं जिसमें सबसे बड़ा नाम है कुलोथ होंगा कुलो थंगा मतलब जो अपने कुल को जो है कुल का नाम रोशन कर दे तो लेट्स टॉक अबाउट कुल उथ होंगा तो ही इज द लास्ट इंपोर्टेंट पर्सन वी वुड लाइक टू एड्रेस तो कुल उथ होंगा तो कुल उथ होंगा तो यहां 1070 से जो है आप कह सकते हैं कि लेटर चालुक्यास या लेटर चालुक्यास चोला या लेटर चोला का राज्य चालू होता है नाउ नाउ तो कुल थंगा तो कुल थंगा कंटिन्यूड टिल 1122 तो 50 साल का ऑलमोस्ट राज्य है 52 साल का लंबा ड्यूरेशन है जो है कुल थंगा का तो कुल थंगा फर्स्ट ऑफ ऑल ही इज आल्सो नोन फॉर एक्सपेंशन इनकी विक्ट्री हैं बहुत सारी राइट जिसमें जिसमें एक सबसे बड़ी जो विक्ट्री है इन्होंने कलिंगा के ऊपर अटैक किया है राइट है ना कलिंग के ऊपर अटैक किया है तो कलिंग के ऊपर जो अटैक किया है उसकी कहानी लिखी गई है एक किताब है कलिंगा तु परनी बाय जयम कोदर उसमें लिखी गई है प्लस प्लस ही लॉस्ट वंगी जो इनका मेन जो है जोन था तो वंगी इनके हाथ से निकल गया प्लस प्लस होई सालास अब तक स्ट्रांग होने लगे हैं तो होय सालास इन पे इनवेट करेंगे अनदर थिंग अबाउट कुलो तुंगा इज कि ही हैज पैटरना इज कंबन तो कंबन ने कंबन ने रामायण खी राइट है ना तो रामायण तो हां तो ये भी के दौर में हुआ है तो यस तो दीज आर फ्यू थिंग्स अबाउट कुलोथ नाउ फॉर द सेक ऑफ फॉर द सेक ऑफ़ आवर अंडरस्टैंडिंग वी मस्ट अंडरस्टैंड कि चौला जो है इसके आगे भी कंटिन्यू करते रहेंगे इवन आफ्टर सीजोन टिल 1279 राइट है ना कि टिल 1279 आफ्टर सी जोन इन द एरा ऑफ़ दिल्ली सल्तनत आल्सो फॉर सम टाइम फॉर ऑलमोस्ट 80 इयर्स दे विल कंटिन्यू बट इनका कोई ऐसा कंट्रीब्यूशन नहीं है जो हम लोग हिस्ट्री में पढ़ते हैं तो दिस वाज द डायनेस्टी स्टोरी ऑफ चलास अब कहानी इसके और आगे बढ़ाते हैं तो एक हमने एक हमने डायनेस्टी स्टोरी समझ ली है हमने समझा कि हां भाई सी जोन में टिल 1122 ऑलमोस्ट सवा साल इनका वर्चस्व ठीक-ठाक रहा है जिसमें पहले 50 साल तो बहुत ही अच्छे रहे हैं जब राजा राजा और राजेंद्र हैं उसके बाद कुलथम भी अच्छा राज्य है स्ट्रांग राज्य है और उसके बाद ग्रैजुअली ये डिक्लाइन होना चालू हो जाते हैं तो यहां से आप डिक्लाइन इनका एक्सपीरियंस कर सकते हैं जो 1279 तक खत्म हो जाएगी कहानी नाउ नाउ सिंस चोला इज अ बिग अंपायर सो इट इज आल्सो इंपोर्टेंट टू लुक इन टू लुक इनटू दी एडमिनिस्ट्रेशन एंड द अदर एस्पेक्ट्स ऑफ़ दिस पर्टिकुलर एरा राइट तो जैसे कि एक क्विक डिस्कशन करते हैं अबाउट दी अदर एस्पेक्ट्स लाइक एडमिनिस्ट्रेशन सोसाइटी इकॉनमी एंड ऑल तो एडमिनिस्ट्रेशन नाउ एज यूजुअल यहां पे राजा बहुत स्ट्रांग हो चुका है और राजा के पास मंत्रिमंडल होते हैं प्रिंसेस होते हैं जो उनको हेल्प करते हैं राइट प्लस मोस्ट इंपॉर्टेंट ली यहां पर सैलरी के साथ-साथ जो स्टेट के ऑफिसर्स हैं उनको जमीनें दी जा रही लैंड ग्रांट्स दिया जा रहा है टाइटल्स दिया जा रहा है लैंड ग्रांट्स ऑलरेडी प्रिवेंट था जब हम बात करते हैं गुप्ता एंपायर की तो यहां भी लैंड ग्रांट्स प्रिवेंट है यहां भी लैंड ग्रांट प्रिवेंट है प्लस जो राजा है कोई भी राजा अपने आप को कहता है कि मैं देवाधि देव हूं तो देवरा हूं तो मैं जो है महान हूं राइट महाराजा हूं महाराजाधिराज हूं इस तरह के टाइटल लेता है तो वैसे ही डिवाइन टाइटल्स आपको चोला एंपायर में भी दिखाई देंगे फॉर एग्जांपल पेरूमन उलग वि दैया पेरूमल राइट चक्रवर्ती त्रिभुवन चक्रवर्ती त्रिभुवन मतलब तीनों लोकों पे राज्य करने वाला चक्रवर्ती इस तरह के इन्होंने टाइटल्स दिए हैं प्लस एंपायर इज फर्द डिवाइडेड इनटू हम लोग देख भी रहे थे कि मंडल तो जो प्रोविंसेस हैं उनको मंडल कहा गया है और फिर मंडल मंडल आप ऐसा कह सकते हैं कि इनके स्टेट्स है फिर उसमें भी फर्द डिवीजन है डिस्ट्रिक्ट और सब डिस्ट्रिक्ट तो उसम फर्द डिवीजन है वल नाडु एंड नाडु है ना यहीं से वर्ड आता है तमिलनाडु तो वल नाडु और वल नाडु इसके अलावा लैंड ग्रांट ब्राह्मण को भी दिया जा रहा है जिसे ब्रह्म देयम कहा जाएगा है ना अगर हरा भी कहते हैं तो ब्रह्म देयम तो टैक्स ग्रांट जो है आपको फ्री फ्री जो है टैक्स टैक्स फ्री ग्रांट दिया जा रहा है लैंड ग्रांट दिया जा रहा है नॉट टैक्स टैक्स ग्रांट टैक्स फ्री लैंड ग्रांट्स तो ये ब्राह्मण को एज यूजुअल यहां भी दिया जाता है ब्रह्मदेय हम कहा जा रहा है नाउ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की अगर हम बात करें तो एक तो हम कह रहे हैं कि यहां जो है मंडलम है मंडलम और वो फरदर डिवाइडेड है वल नाडु में जो फर्द डिवाइडेड है नाडू में नाउ नाउ अब हम कोई भी एरिया अगर हम पकड़े राइट फॉर एग्जांपल दिस एरिया इस एरिया में तमिलनाडु में कुछ गांव ऐसे हैं जो कि ब्राह्मण को दान दिए गए हैं ब्रह्मदेय है राइट ना ब्रह्मदेय या फिर एक टर्म यूज होता है अग्रहरा जिसे दान दिया गया है किसी ब्राह्मण को दान दिया गया है तो ब्रह्मदेव या फिर अग्रहरा और कुछ कुछ नॉर्मल गांव है नॉर्मल गांव जहां पर नॉर्मल लोग रहते हैं यहां पर जो जमीदार है या जिसके पास जमीन है किसान है उसको कहते हैं इधर देखते हैं इसको कहते विलन वगई विलन वगई और यहां पर क्या है यहां पर ब्राह्मण है इन गांव में मेनली ब्राह्मण और बाकी लोग रहते हैं अब क्या होता है कि इन गांव में पंचायत होती है तो यह जो नॉर्मल गांव है इसकी पंचायत को कहा जाता है उर अब पंचायत जरूरी नहीं है पाच पांच लोग इसमें असेंबली होती है जो भी लैंडलॉर्ड्स है यहां के उनकी असेंबली को कहा जाता है उर नाउ सिंस वेलन वगई इज नॉट यू कैन से स्कलर और एजुकेशन वाइज और इंटेलेक्चुअली वेरी मच इवॉल्वड तो दैट इज द रीजन कि जो उर की असेंबली होती है ये बहुत यू कैन से रफ होती है वेल डॉक्यूमेंटेशंस और उर राइट सभा सभा में जनरली क्या होता है ब्राह्मण होते हैं दिस इज वेल डॉक्यूमेंटेशन से डॉक्यूमेंटेशन वगैरह कैसे हो रहा है वी कि इनमें बहुत सारी कमिटीज बनाई जाती है ऐसा नहीं कि उधर नहीं होता बट यहां पर बहुत प्रॉपर तरीके से होता है कमिटीज बनाई जाती है इन गांव में और इन कमिटीज में मेंबर बनने के लिए प्रॉपर इलेक्शन होता है देर इ प्रोसीजर ऑफ इलेक्शन एवेल तो काफी डेमोक्रेटिक दिखाई दे रहा है हमें दिखाई दे रहा है कि लोकल सेल्फ गवर्नमेंट चोला एंपायर में हमको दिखाई दे रही है लोकल सेल्फ गवर्नमेंट या अब ये जो कमिटीज अलग-अलग कमिटीज बन रही है तो कोई टैंक का मैनेजमेंट देख रही है कोई और जो है लेट्स से ऑर्चर्ड या जो है लैंड का मैनेजमेंट देख रही है कोई रेवेन्यू में देख रहा है कोई अलग चीजें देख रहा है तो वी सी रियलाइफ कि हां ये कमिटीज का अलग-अलग काम होता है राइट अलग-अलग कमिटी जो है इस तरह से बनी हुई है राइट तो फिलहाल तो विलेज असेंबलीज की हम बात कर रहे हैं नॉर्मल असेंबली है तो उर और अगर ब्राह्मण की असेंबली है तो सभा अगर सिमिलरली अगर कोई ऐसी जगह है जहां पे मर्चेंट्स हैं बिजनेस वाले लोग हैं राइट तो ऐसी असेंबली को कहते कहते हैं नगरम तो जनरली इट डिनोट्स कि ये कोई अर्बन एरिया है राइट तो ये उत्तर मेरू इंक्रिप्शन है व्हिच आल्सो टॉक्स अबाउट इलेक्शन जो मैं आपको बता रहा था तो इसका ये वाला फीचर बहुत इंपॉर्टेंट है पूछा जा सकता है यूपीएससी में तो लोकल एडमिनिस्ट्रेशन अदर देन दैट आर्मी अगर हम देखें तो जैसे यूपीएससी वर्ल्ड मीनिंग पूछता है कि बताओ ये क्या होता है समथिंग तो उस नजर से थोड़ा बहुत यहां पे देखा जा सकता है आर्मी में तो आप देखेंगे कि इनके पास फर्स्ट ऑफ ऑल नेवी है राइट नेवी इज द इंपोर्टेंट कंपोनेंट स्ट्रांग नेवी है काफी बढ़िया नेवी है इसके अलावा इनके पास पैदल भी है हैं घुड़सवार भी हैं तो घुड़सवार को कुद रई सेवागन कहा गया कूद कूद के सेवा सेवा कर रहे हैं एलीफेंट भी है इन्हें अन यतक कहा गया है राइट कैंट कैंट अगर कैपिटल में है तो उसको पदाईपुगल किसी बाहर इलाके में जीते हुए इलाके में है तो उसको लई पदाईपुगल कहा गया है राइट जो सीनियर ऑफिसर्स है बड़ी रैंक पे हाईयर रैंक पे हैं उन्हें पेरू दनम कहा गया है जो जूनियर ऑफिसर्स हैं लोअर रैंक प इ सीरू दनम कहा गया है राइट एंपरर के पर्सनल बॉडीगार्ड यूपीएससी ऐसा सवाल भी पूछता है इन्हें कहा गया है विलय करण और और उसके अलावा अगर तीरंदाज है तो विलय लीगल अगर तलवार चलाने वाला है तो वल्ली लार भदा चलाने वाला है तो कुंदूर एक बार देखे रहो कहीं रिकॉग्नाइज कर सको दैट्ची चीजें या हम दो चीजें ध्यान रखते हैं व्हेन इट कम्स टू इकॉनमी फ्यू थिंग्स यू हैव टू राइट और यू शुड नो अबाउट एग्रीकल्चर सेकंड इज ट्रेड राइट है ना तो हां तो पहले एग्रीकल्चर की बात करें तो एग्रीकल्चर की अगर हम बात करेंगे तो यहां पर यहां पर लैंड सर्वे हो रहा है यहां पर रैंडम जो है राजा ने नहीं कह दिया कि हर आदमी को इतना ही पैसा देना है जो भी उगाओ ग उसका 1 तिहाई हिस्सा देना है ऐसी बातें नहीं है यहां पर हमें एक प्रॉपर एडमिनिस्ट्रेशन दिखाई दे रहा है यहां पर प्रॉपर लैंड सर्वे हो रहा है एक पूरा डिपार्टमेंट है जो कि लैंड रेवेन्यू को मैनेज करता है दिस इज कॉल्ड एज पूरा गुरारी तिनाई कालम तनई कलम तो कलम बेसिकली यूनिट है रेवेन्यू की तो पूरा बुरारी तनई कलम इस तरह का इस तरह का एक डिपार्टमेंट है जो कि बताता है कि कौन कितना पैसा देगा राइट है ना लैंड सर्वे कंडक्ट करे जा रहे तो कुल तुंगा ने भी करा है कुल दुंगा वन ने भी किया है थ्री ने भी किया हुआ है राजा राजा ने भी किया हुआ है लैंड सर्वे तो लैंड सर्वे के लिए पहले लैंड मेजर भी होता है कि कितनी बड़ी जमीन है आपके पास तो उसके लिए कुछ यूनिट्स हैं कुली मावेली पट्टी पड़गम राइट है ना यूपीएससी ने ऐसा सवाल गुप्ता पीरियड में पूछा है कि हां बताओ ये यूनिट्स किस चीज की है पहचान लो बस की लैंड मेजरमेंट की यूनिट्स है सिमिलरली लैंड सर्वेयर्स को कहा गया है नाद वगई सेही कीरा तो नाडु वगई सेही कीरा तो नाडू में जमीन नापने वाले को ऐसा कुछ कहा गया है लैंड सर्वे सिमिलरली टैक्सेशन अगर हम देखें तो जो टैक्स रेट्स हैं टैक्स रेट्स सबके लिए सेम नहीं है अ डिपेंड करता है कि आपके खेत की फर्टिलिटी कितनी है डिपेंड करता है कि आपका स्टेटस आप ब्रह्मदेय जमीन में है विलन वगई है बड़ी जमीन है छोटी जमीन है कितना पैसा है उसके बेसिस पे टैक्स रेट वेरी करेगा ब्राह्मण और मंदिरों से टैक्स नहीं लिया जाएगा राइट कुछ टैक्स के जो नाम है वोह है इराई कदम उती ये जनरली लैंड लॉड से लिए जा रहे हैं सिमिलरली कल्टटर से कुदी मई लिया जा रहा है आम आदमी जो है उसे कुदी मई टैक्स लिया जा रहा है नॉन एग्रीकल्चरल टैक्सेस भी एजिस्ट करते हैं लाइक पटम एंड आयम कभी-कभी टैक्स इन काइंड अगर कलेक्ट हो रहा है कैश में कलेक्ट नहीं हो रहा है तो उसको कहा गया है इर कट्टीना निल्लू या है ना तो जैसे कि चावल ले लिया कि हां आपके आपके जो है एक तिहाई चावल हमको दे दीजिए 20 पर चावल हमको दे दीजिए तो वहीं से वो ट आ रही है कलम तो कलम जो है तो 28 किलो चावल 28 किलो पैडी को कलम कहा गया है राइट है ना प्लस इस राज्य में इरिगेशन पे बहुत फोकस है राइट इरिगेशन इज वन ऑफ द वेरी वेरी इंपोर्टेंट थिंग ओवर हियर जिसमें जिसमें मोस्ट इंपॉर्टेंट थिंग इज टैंक इरिगेशन तो हर गांव जो है राइट है ना तो एरी एरी वर्ल्ड अगर जुड़ा हुआ है तो दैट मींस इट इज रिलेटेड टू टैंक तो एरी तो टैंक जो है टैंक टैंक हमको दिखेगा कि बहुत सारा इरिगेशन है प्लस टैंक से नालियां बनेगी ट है ना तो नालियां बनेगी एक नाली जाएगी टैंक से जो पानी लेकर जाएगी एक नाली जो है वापस खेतों से राइट लेट्स से फीड है ये तो इससे वापस एक कर जाएगी तो ये जो नाली का सिस्टम है इसे कहा गया है बत्ती वयक्कल तो बत्ती वयक्कल तो इस तरह की पानी का जो ड्रेनेज और सप्लाई का जो सिस्टम है उसे वती वयक्कल कहते हैं राइट है ना प्लस राजेंद्र चोला ने है ना राजेंद्र चोला ने तो जब ये जीत त हासिल कर रहे थे तो कावेरी का बहुत बड़ा इबैंक मेंट बनवाया था तो कावेरी के किनारे-किनारे उसने इबैंक बनवा दिया था चबूतरा बनवा दिया था ताकि पानी ओवरफ्लो ना करे तो दैट इज कॉल्ड एज जल मयम जय स्तंभम कि जल में एक विक्ट्री पिलर बना दिया पानी में एक विक्ट्री पिलर बना दिया बहुत बड़ी बात है तो जल मयम जय स्तंभम किसका है राजेंद्र का है प्लस प्लस वहां पर एक टैंक भी बनाया उसे चोला गंगम टैंक कहते हैं गंगई कोंडा चोलापुरम में तो ये कुछ बातें हैं जो एमसीक्यू वगैरह से पूछी जा सकती है प्लस चोला इज आल्सो इंपोर्टेंट फॉर मेंस एग्जामिनेशन तो ये सब बातें आप मेंस में भी इस्तेमाल कर सकते हैं नाउ लेट टॉक अबाउट अनदर फैक्टर ट्रेड तो मैरिटाइम ट्रेड इस समय हो रहा है तो मैरिटाइम ट्रेड एंड ट्रेड भी कैसा समुद्री ट्रेड तो बहुत सारी ऑर्गेनाइजेशंस हैं गिल्ड्स हैं जोस समय पॉपुलर है जोस तरह का ट्रेड कर रहे हैं तो मेरीटाइम ट्रेडर्स में जो इंपोर्टेंट है वो है अंजू वत्तर तो अंजू वत्तर तो अंजू वत्तर में ऐसा नहीं कि इंडियंस है वी फाइंड कि इसमें जूज क्रिश्चियंस मुस्लिम्स अरब ट्रेडर्स वगैरह हैं तो ये जो ग्रुपिंग है ये इस सारा मेरीटाइम ट्रेडर्स ट्रेडिंग की जिम्मेदारी देती है अब बाकी जो अंदर ट्रेड कर रहे हैं उसमें है मनीग्राम तो मनीग्राम इज फेमस तो मनीग्राम अत्तर मनीग्राम अत्तर प्लस फ्री लेबर फॉर पब्लिक वर्क्स अगर प्रोवाइड कर रहे तो व्यक्ति और अमन जी कहा गया है तो दिस इज फॉर ट्रेड राइट नाउ सोसाइटी की अगर बात करें तो सोसाइटी में एक तो ब्राह्मण हैं क्योंकि उनको जमीन दान दी गई है बाकी नॉर्मल लोग हैं तो ब्राह्मण लैंडलॉर्ड है तो उसको ब्रह्म दे किला और कहा गया है राइट है ना अब ब्रह्म दे किला और तो किसी को लेट्स से किसी ब्राह्मण को जमीन दी गई अब यहां पर ऑलरेडी कोई किसान था खेती कर रहा था लेकिन ये लैंड ग्रांट हो गया किसी किसी ब्राह्मण को दे दी गई तो ब्राह्मण यहां से इस आदमी को डिस्प्लेस कर सकता है तो ये जिसे डिस्प्लेस किया जा सकता है उनको कहा गया है कुदी निक्की राइट लोकल प्रेजेंट्स जिनको हटाया जा सकता है डिस्प्लेस किया जा सकता है कुदी नेकी सिमिलरली देवदान जो है वर्ड यूज किया गया है कि अगर मंदिरों को दान दिया जाए राइट विलन वगई मैंने आपको ऑलरेडी बताया कि हां ये दूसरे गांव में जो बड़े जमींदार हैं प्लस उल्लू कुदी टेनेंट्स उल्लू कुदी टेनेंट्स ये वो लोग हैं जिनको हटाया नहीं जा सकता तो एक ही जगह पे लेट से कोई कोई जमीन है और ये लेट्स से किसी बड़े लैंड लॉर्ड की है विलन वगई की है या ब्राहमण की है और इसी में यह लोग क्योंकि बहुत बड़ी जमीन है किसी छोटे कल्टटर को कह दे कि तुम यहां पर खेती करो दूसरे आदमी को अब इसमें कुछ शेयर इनका होगा कुछ इनका होगा तो जो जो मालिक लोग हैं उनको बड़ा शेयर मिलेगा तो उन्हें मेल वम मिलेगा जो जो है उसमें खेती कर रहा है टेनेंट है किराएदार है उसको थोड़ा शेयर मिलेगा उसे कीज वम हम कहेंगे राइट सिमिलरली लेबर को पनी सी मक्कल कहते हैं और स्लेव आधी मई है ना अगर कोई गुलाम है तो वो आधा मनुष्य है तो इसे आधि मई आदिमैगल कहा गया है आदि मई वर्ड भी स्लेव्स के लिए इस्तेमाल होता है तो क्योंकि ये तमिलनाडु से रिलेटेड है बहुत सारी बातें तमिल में है तो ये टेक्निकल शब्द यूपीएससी कुछ-कुछ पूछ सकता है तो इसीलिए हमने थोड़ा सा इसको देख लिया है राइट बाकी आप इसका मे बी नोट्स बना ले और एक बार हाईलाइट कर ले आप सीधे उड़ान में हाईलाइट कर द खत्म करें राइट नाउ आर्किटेक्चर वाइज देखो तीन मंदिर इंपॉर्टेंट है एक आपका बृहदेश्वर बताया मैंने एक गंगाई कोंडा चोलापुरम और प्लस एक एरावतेश्वरा वितेश टेंपल दार सूरमय है दिस इज बाय राजा राजा द्वितीय है ना तो ये 1146 1172 है तो ये कुल तोंगात है सॉरी कुल ंगा के बाद की बात है 1146 1172 तो नाओ या तो एरावतेश्वरा देश्वर बृहदेश्वर और बृहदेश्वर तो गंगाई कोंडा चोलापुरम में भी बृहदेश्वर ही नाम है उसका और तंजौर में भी बृहदेश्वर ही नाम तो ये तीन मंदिर हम कम से कम ध्यान रखेंगे एरावतेश्वरा आर्किटेक्चर वैसे भी इंपॉर्टेंट है एरावतेश्वरा बनाया गया है कि जैसे कोई रथ है जैसे इसमें आपको पहिया बहिया भी दिखाई देगा है ना रथ शेप में मंदिर को बनाया गया है तो बड़ा खूबसूरत सा मंदिर है बढ़िया आर्किटेक्चर है तो ये तीन मंदिर इंपॉर्टेंट है तीन प्लेसेस इंपॉर्टेंट है किसने बनाया है ये भी इंपॉर्टेंट है या सो दिस वाज ऑल अबाउट योर चोला एंपायर अब चोला एंपायर जब बात कर ली है तो इसके साथ हम बात करते हैं साउथ इंडियन डायनेस्टीज की कि यहां पहले जो लोअर पार्ट है राइट उसको पूरा खत्म कर देते हैं ताकि हमें कोई डाउट ना रहे आपस में कोई क्लैशेस ना हो चीजें आपस में मैच भी कर जाएंगी तो कहानी लेके चलते हैं साउथ इंडियन डायनेस्टीज की तरफ आइए कहानी और आगे बढ़ाते हैं नाओ सो चलास के बाद हम लोग थोड़ा साउथ इंडिया में रुकेंगे और साउथ इंडियन डायनेस्टीज का डिस्कशन करेंगे राट है ना कि उसके बाद हम लोग नॉर्थ इंडिया चलेंगे तो दिस विल क्रिएट अ फ्लो थोड़ा सा जो है समझना हमारे लिए आसान रहेगा राइट सो अब तक हम लोगों ने देखा है चोला तो हमने जो बी जोन है हमारा बी जोन हमारा कंप्लीट हो गया है अब यहां पर भी चोला है राइट ना सी में भी कंटिन्यू कर रहे अभी हमने देखा था कुल तुंगा की हम बात कर रहे थे इनफैक्ट 1000 हम लोग याद रखेंगे कि हां राजा राजा राजेंद्र तो 1000 से 1050 के बीच में राजा राजा और राजेंद्र हैं और इसी के पैरेलल एक दूसरी डायनेस्टी क्रिएट हो रही है व्हिच इज वेस्टर्न चालुक्यास तो वन ऑफ द इंपोर्टेंट डायनेस्टी इज वेस्टर्न चालुक्यास राइट अब ऐसी छोटी-छोटी और भी कहानियां क्रिएट होंगी राइट तो पहले बात करते हैं वेस्टर्न चालुक्यास की तो वेस्टर्न चालुक्यास तो वेस्टर्न चालुक्यास का इस्टैब्लिशमेंट जो है इस्टैब्लिशमेंट उस दौर में हुआ था जब जब जो है जब चोला उस समय 950 के आसपास वीक थे तो उस समय हम देखेंगे कि हां भाई जो है वेस्टर्न चालुक्यास का फॉर्मेशन होता है सो लेट्स टॉक अबाउट वेस्टर्न चालुक्यास तो हालांकि हालांकि इसमें राजा बहुत सारे हैं बट मोस्टली इट इज ऑल अबाउट कि हां ये चालुक्यास के साथ झगड़ा हो रहा है व सॉरी चोला के साथ झगड़ा हो रहा है तो मोस्टली इट इज ऑल अबाउट वर्सेस चोला राइट तो खैर तो कहानी शुरू करते लपा से तो लपा द्वितीय नाउ दिस वेस्टर्न चालुक्यास इज टेक्निकली कंटिन्यूएशन ऑफ द प्रीवियस चालुक्यास जो हम बादामी चालुक्यास की बात करते हैं उसी का कं न्यू एशन है फॉर द वेरी वेरी लॉन्ग टाइम ये लीने जो है ये जो है साइडलाइन हो गई थी एक वंगी चालुक्य साइड में जो है सरवाइव कर रहे थे बट आफ्टर ऑलमोस्ट यू कैन से ऑलमोस्ट 250 इयर्स राइट ये वापसी हुई है चालुक्यास की तो लपा टू तो टल पा टू इज द फाउंडर यस टल पाट इज द फाउंडर तो ये लोग कभी राज कोटास के ही क्या हुआ करते थे फ्यू टरी हुआ करते थे लेकिन हमने देखा कि राज कोटास वीक पड़ गए हमने सैक कर दी थी जो है मनया खेत डिस्ट्रॉय कर दिया था तो उसके बाद राज कोटास को इन्होंने रिप्लेस किया है बाय बाय टल पा टू तो टल पा टू ने अपनी देखा कि हां भाई मौका है एक नई अंपायर क्रिएट कर सकते हैं तो हां तो एक नया एंपायर इन्होंने राज कटास को हरा के क्रिएट किया है तो आसपास का जो भी इलाका है ग मासोर का इलाका है राइट परमार्स का कुछ-कुछ इलाका है उनको भी हराया है गुजरात में जो है जो है पहुंच बनाई है राइट है ना कलचुरी इस को हराया है तो वी रियलाइफ टू वाज एबल टू एस्टेब्लिश वन किंगडम व्हिच इज व्हिच इज वेस्टर्न चालुक्यास और बड़ी अंपायर है बड़ी अंपायर है वेस्टर्न चालुक्यास तो इनकी जो मेन कैपिटल है वो है जो मेन सेंटर है वो है कल्याणी तो इसीलिए इनको क्या कहते हैं कल्याणी चालुक्यास भी कहते हैं तो हम क्या ध्यान रखेंगे हम सबसे पहले तो ध्यान रखेंगे फाउंडर का नाम राइट है ना लेपट टू इज द फाउंडर नाउ एज आई सेड इसमें मोस्टली जो लोग हैं सारे चाहे वो सत शया हो चाहे जयसिम्हा हो मोस्टली ये सारे लोग चौला के साथ झगड़ा ही कर रहे हैं राइट है ना तो दैट स्टोरी वी आर नॉट गोइंग इन टू ऐसा कोई बहुत प्रॉमिनेंट राजा नहीं है एक्सेप्ट द मोस्ट इंपोर्टेंट विक्रमादित्य छठे राइट है ना विक्रमादित्य सिक्स्थ तो ही इज इंपोर्टेंट लेट्स टॉक अबाउट विक्रमादित्य सिक्स्थ तो एक बड़ा राज्य प्रॉपर पीक आप कह सकते हैं बेस्ट जो राजा है इस पूरी कहानी में वो है विक्रमादित्य सिक्स्थ तो विक्रमादित्य सिक्स का राज्य शुरू होता है 1076 के आसपास एंड इसको कहते हैं यहां से शुरू होता है चालुक्य विक्रमा एरा इसे विक्रमा एरा भी कहते हैं दिस इट सेल्फ कैन बी अ क्वेश्चन यस वेरी वेरी इंपोर्टेंट कि इट इज विक्रमा एरा तो विक्रमा एरा तो जैसे साका एरा होता है जैसे कि जो है विक्रम विक्रम संवत होता है पुराना वाला वैसे वैसे ही वैसे ही वी हैव दिस विक्रमा एरा या चालुक्य विक्रमा एरा स्टार्टिंग फ्रॉम 1076 प्लस बड़ा राजा है पैसे वाला राजा है तो बहुत सारे लोगों को पैटरना किया इसके कोर्ट में बड़े-बड़े इंटेलेक्चुअल लोग थे तो वन ऑफ द इंपॉर्टेंट इंटेलेक्चुअल पर्सन इज बिल्हा बिल्हा बिहाना इज समबीत बढ़िया राइटर है तो इनको पैटरना किया है नॉर्मली परेशान घूम रहा था तो जो है इ इनको इन्होंने हायर किया कह र ठीक है क्या कर सकते हो क्या किताब लिख सकते हैं हम क्या लिखो अच्छी किताब तो इन्होंने एक अच्छी किताब लिखी जिसमें जिसमें इन्होंने लिखा किताब का नाम है विक्रमण का देव चरिता इट इज मोर लाइक स्टोरी ऑफ विक्रम और स्टोरी ऑफ जो है यू कैन से विक्रम देव तो यह पूरी कहानी बायोग्राफी जो है यहां पे इन्होंने लिखी है जहां पे इन्होंने विक्रमण का जो है विक्रम जी की बहुत तारीफ करी है यस दूसरे एक बहुत इंपोर्टेंट स्कॉलर है विघ्नेश्वर विघ्नेश्वर ने इसी दौर में मिताक्षरा लिखी है तो मिताक्षरा इज कमेंट्री ऑन ऑन यज्ञ वालक राइट यज्ञ बालक की स्मृति के ऊपर इन्होंने कमेंट्री लिखी है दिस इज वेरी वेरी फेमस लॉ बुक लॉ बुक जो पूरे भारत में एक्सेप्ट बंगाल बंगाल और नियर बाय एरिया छोड़ के पूरे भारत में इस लॉ बुक को फॉलो किया जाता था तो वेरी वेरी इंपॉर्टेंट यहां से पूरे भारत में टिल टिल यू कैन से कि अंग्रेजों के आने तक राइट अंग्रेजों के टाइम में भी विग्नेश्वर की मिताक्षरा जो है यू कैन से कोर बुक है लॉ की राइट ना नियम की किताब है पूरी तो ये दो चीजें इंपॉर्टेंट है दोनों ही एमसीक्यू बन सकते हैं दोनों ही इंपोर्टेंट है तो तीन बातें एक तो विक्रम एरा चालू हो रहा है दूसरा दूसरा बिहाना की विक्रम का देव चरिता और सिमिलरली विघ्नेश्वर की मिताक्षरा अब बिल्हा के जैसे एक और नाम था कलना राइट है ना कल्लाना आपको बताना है कमेंट सेक्शन में कि आपने कहां सुना है उसने कौन सी किताब लिखी है राइट है ना देखि कितनी बातें याद है चलिए सो विक्रम है रहा सो विक्रम यू विल फाइंड राइट लेट्स गेट बैक टू द टाइमलाइन तो विक्रम यू विल फाइंड कि विक्रम इज ओवर हियर 1072 11126 एंड ही इज कंटेंपरेरी ऑफ कुलुंग तो एक साइड कुल दुंगा है और एक साइड आपके विक्रम है नाउ दिस इज वेरी सरप्राइजिंग रेयरली ऐसा होता है कि दो बड़े राजा एकदम पड़ोसी हैं राइट है ना नॉर्मली क्या होता है कि जब ये लोग बड़े होते हैं तो यहां पे कोई स्मॉल राजा होता है छोटा राजा होता है बट फॉर द वेरी वेरी फर्स्ट टाइम और द रेयरली वी विल सी दैट यहां भी एक बहुत बड़ा राजा है है ना जो है तमिलनाडु में और पड़ोस में कर्नाटका में भी डेकन एरिया में भी एक बड़ा राजा रूल कर रहा है व्हिच इज विक्रम राइट है तो विक्रमादित्य और कुलो दुंगा क्या है दोनों कंटेंपरेरी ये अपने आप में एक सवाल हो सकता है राइट दोनों सेम दौर में है दोनों लगभग 1100 1100 के ऊपर है 25 पहले 25 बाद में तो दोनों ही एक साथ एजिस्ट करते हैं तो ये हमने बात करी वेस्टर्न चालुक्यास की नाउ नाउ तो ये वेस्टर्न चालुक्यास का डिस्कशन किया हमने नाउ लेट्स गो अहेड अब इनका डिक्लाइन जो है राइट है ना कि 1200 तक आते-आते लोग डिक्लाइन करने लगे तो विक्रम के बाद जो है इतने अच्छे राजा नहीं है इतना अच्छा नहीं संभाल पाए तो ग्रैजुअली डिक्लाइन होने लगे और छोटे-छोटे और किंगडम क्रिएट होने लगे राइट जिसमें जिसमें जो है नाम आता है यादवास का तो इनको रिप्लेस करके आएंगे इवेंचर तो यादव सबसे बाद में आएंगे लेकिन एक और एक और राज्य क्रिएट हो रहा है वारंगल पे का कतिया का सिमिलरली होई सालास धीरे-धीरे इंपॉर्टेंट हो रहे हैं हो सालास भी राइट चौला साइड हो जाएंगे और पांड्या भी धीरे-धीरे इंपॉर्टेंट होने लगेंगे तो वी रिलाइज कि बाय 1200 समथिंग वी हैव यादवास कातिया होई सालास एंड पांड्या तो अब यहां से हम लोग एंट्री कर रहे हैं 1200 के और आगे राइट है ना कि इट इज अबाउट कि हां वेस्टर्न चालुक्यास हमने देखा बट वेस्टर्न चालुक्यास चलास के खत्म होते-होते छोटी-छोटी चार कहानियां और प्रॉमिनेंट हो जाती है अब यह कहानियां ऐसी है जो है तो कॉन्फ्लेट जोन की सी जोन की लेकिन ये दिल्ली एरा में ल्ली सल्तनत तरा में क्या हो रही है प्रोटूल कर रही है राइट है ना तो कुछ कहानी ऐसी है जो ओरिजिन जो है उनका सी जोन में है लेकिन दिल्ली सल्तनत में चली जाएगी तो यहीं पर इन चारों को भी देख लेते हैं छोटी-छोटी कहानियां है इनकी भी बात करते हैं एकएक करके बात करते हैं तो सबसे पहले बात करेंगे होय सालास की क्योंकि सबसे पहले यही आए थे होय सालास लेट्स टॉक अबाउट होय सालास तो हो साला राइट है ना वी विल प्लेस देम ऑन द टाइमलाइन ऑल टुगेदर सो दैट हम कंपेयर भी कर पाए तो होय सालास तो होई सालास जो है हम देखेंगे कि वही 1026 के आसपास राइट 1026 यानी 1000 तो 1000 के आसपास होते हैं राजा राजा और राजेंद्र चौला के तो उसी दौर में एक्चुअली राजेंद्र के कंटेंपरेरी वीी हैव फ फाइंडिंग वी हैव एस्टेब्लिशमेंट ऑफ दिस न्यू एंपायर रिप कामा के द्वारा अब इनकी जो कैपिटल है तो दो सेंटर्स इनके लिए इंपॉर्टेंट है एक है इनका हेल बिद हेल बिड और एक एक दूसरा जो है इसी के पास वो है बेलूर तो बेलूर और हेलिबिडू बिट और उसके अलावा जो है जो रॉयल सेंटर है वो है आपका वो है आपका बेलूर तो हेलिबिडू तो हेलिबिडू को बोलते हैं द्वार समुद्र द्वार समुद्र तो इनकी जो कैपिटल है वो है क्या द्वार समुद्र द्वार समुद्र राइट और दूसरा जो इंपॉर्टेंट सेंटर है वो है बेलूर तो दो चीजें दो इनके राज्य में इंपॉर्टेंट है प्लस प्लस इनके अपने मिलिट्री बॉडीगार्ड्स हैं उनको गरुण कहते हैं राजा के पास अपने बॉडीगार्ड्स होंगे है ना अपने कमांडोज होंगे तो उनको गरुण कहते हैं जो राजा की रक्षा करेंगे प्लस प्लस ये आसपास पड़ोसियों से लड़ते रहेंगे तो ये तो सारे पड़ोसी करते हैं है ना कोई नई बात नहीं है इसमें तो इनके दो पड़ोसी हैं पांडवास और कातिया उनसे लड़ाई होती रहेगी आल्सो दिस इज देयर एलम राइट है ना ये जो ये जो जो है सिंबल है दिस इज देयर एलम जिसे माना गया है कि ये शायद नृप कामा है या फिर इनको नाम है इनका साला राइट है ना साला तो कहानी ये है कि हां ये बहुत छोटे थे और तभी कोई शेर आ गया लायन आ गया तो जो गुरुदेव थे गुरुदेव ने कहा कि होय साला होय साला मतलब अटैक करो साला तो तब से नाम पड़ गया होय साला सो दिस इज हाउ दे बिकम होय साला तो नाउ तो या तो फाउंडर इज नृप कामा है ना तो साला भी बोलते हैं इनको मोस्ट प्रोबेबली इन्हीं को साला बोलते हैं तो नृप कामा टू तो नृप कामा टू इज द फाउंडर राइट है ना लेट अस प्लेस हिम ऑन द टाइमलाइन तो नृप कामा टू तो नृप कामा टू आप देखोगे कि हां जो है राजेंद्र के कंटेंपरेरी हैं राजेंद्र के कंटेंपरेरी हैं तो चौला के बगल में एक छोटा सा राज्य क्रिएट हो रहा है है नृप कामा टू के द्वारा राइट है ना नृप कामा के द्वारा तो दिस इज दिस इज द फाउंडर नाउ नाउ अगेन कमिंग बैक इसमें जो एक इंपॉर्टेंट किंग है वो है विष्णुवर्धन राइट है ना विष्णुवर्धन तो विष्णुवर्धन का हम लोग नाम ध्यान रखेंगे विष्णुवर्धन वाई क्योंकि इन्हीं इन्हीं के दौर में हुए रामानुज तो रामानुज तो शंकराचार्य के बाद जो दूसरा बड़ा नाम आता है जो है यू नो वेदांता फिलॉसफी में वो है राम अनुज तो राम अनुज एक्चुअली तमिलनाडु में थे तमिलनाडु बट उस समय तमिलनाडु में चौला का राज्य था और चौला जो थे वो भगवान शिव की पूजा करते थे राइट तो चौला व रिलेटेड टू भगवान शिव और रानुज वाज इनटू वैश्णविज्म भगवान विष्णु की पूजा करते थे तो इनको इनको सजेस्ट किया गया कि सर यहां पे आप भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो इट इज बेटर कि आप तमिलनाडु छोड़ दीजिए आप जो है चौला का राज्य छोड़ दीजिए कहीं और चले जाइए तो ये चले गए कहां ये चले गए हो सालास के राज्य में हो सालास में उस समय राजा थे बिट्टी देवा बिट्टी देवा और बिट्टी देवा जैनिज्म में थे जैनिज्म को फॉलो करते थे लेकिन जब रामानु से उनकी मुलाकात हुई तो वो जैनिज्म छोड़कर जैनिज्म छोड़कर भगवान विष्णु की पूजा करने लगे और नाम चेंज हो गया तो मिट्टी देवा ही क्या बन गए विष्णुवर्धन बन गए विष्णुवर्धन राइट है ना तो हां तो 1150 के आसपास वी हैव विष्णुवर्धन राइट विष्णुवर्धन तो या तो विष्णुवर्धन तो हेयर वी हैव विष्णुवर्धन तो रामानुज के प्रभाव में जैनिज्म छोड़ के क्या हो गए भगवान विष्णु के पुजारी हो गए एंड ही बिल्ट दिस टेंपल चन्न केशव टेंपल चन्न केशवा इनकी एक वाइफ भी है उनका नाम है ताला वो अभी भी जैनिज्म में है राइट ना वाइफ ने कहा हम नहीं बदलेंगे तुम चेंज हो जाओ राट तो हां तो ताला देवी तो ताला देवी जो है वो जनजम में रहेंगी और विष्णुवर्धन यहां पर कन्वर्ट हो गए राइट है ना वैश्णविज्म का पार्ट बन गया तो ये ये एक इंपोर्टेंट कहानी है चन्न केशव टेंपल एट बल्लूर य वेरी वेरी इंपोर्टेंट अदर प्रॉमिनेंट जो है राजा किंग्स आर वीर बल्लाला टू एंड वीर बल्लाला थ्री राइट आइए इनकी बात करते हैं इनको टाइम लाइन पे प्लेस करते हैं तो वीर बलाल टू वीर बलाल टू इज रफल एट 1200 ये बाउंड्री पार हो रहा है सी जोन से जा रहा है अब दिल्ली सल्तनत के जोन में सो नाउ तो वीर बल्लाल टू वीर बल्लाल टू के बारे में बस इतनी सी बात है कि एक लेजेंड है कि मोस्ट प्रोबेबली ही जज द ही इज द फाउंडर ऑफ बैंगलोर ट्स इट तो वीर बल्लाल है ना तो इंपोर्टेंट कौन है इंपॉर्टेंट है वीर बल्लाल थ वीर बल्लाल थ ये इंपॉर्टेंट है जब मैं दिल्ली सल्तनत आपको पढ़ाऊंगा तो मैं आपको बताऊंगा कि हां फॉर द वेरी वेरी लॉन्ग टाइम ऑलमोस्ट पहले 80 90 साल जो दिल्ली सल्तनत का एस्टेब्लिशमेंट है वो नॉर्थ इंडिया में हो रहा है राइट है ना लेकिन लेकिन इट इज अलाउद्दीन खल जीी अलाउद्दीन खल जीी कहेंगे कि नहीं नॉर्थ इंडिया तो हो गया चलो साउथ इंडिया चलते हैं तो ही इज द वन हु बेसिकली स्टार्टेड इवेडियोल थ से हो होगा वीर बलाल थ से होगा इसके बाद जो दूसरे दूसरे अटैकर हैं वो है तुगलक राइट मोहम्मद बीन तुगलक ये साउथ इंडिया पे इनवेट करेंगे तो यहां से साउथ इंडियन इनवेजन चालू हुआ है दिल्ली सल्तनत में अब ये बात हम कहानी कनेक्ट करेंगे जब हम दिल्ली सल्तनत पढ़ेंगे बट अभी फिलहाल इनकी बात कर लेते हैं कि वीर बल्लाल थी तो वीर बल्लाल थी इज बेसिकली द लास्ट रूलर एंड एंड इन्होंने ल्ली सल्तनत से लड़ाई करी है राइट है ना खिलजी से भिड़े हैं तुगलक से भिड़े हैं ऑफकोर्स खिलजी और तुगलक भारी पड़ेंगे राइट है ना ये छोटी सी किंगडम है खिलजी तुगलक के पा बहुत सेना है तो भारी पड़ेंगे तो जो इनकी राजधानी है लेबड तो दो बार सैक हुई है एक बार एक बार जो है अलाउद्दीन खलदी ने सैक करी है मलिक कफूर ने सैक करी है और एक बार जो है मोहम्मद बिन तुगलक ने सैक करी है प्लस प्लस इसी के बगल इसी के बगल जो है यहां पर मधुरई में मधुरई में यह जो एरिया है यह तुगलक के पास आ जाएगा और यहीं पर आगे जाकर स्थापित होगी मधुरई सल्तनत अब एक पड़ोसी ही आ गया एक सल्तनत इनके ब में क्रिएट हो गई है मधुरई सल्तनत इसके साथ झगड़ा होता रहेगा इसके साथ झगड़ा होता रहेगा और इसी बैटल में वीर बल्लाल थी मारे जाएंगे दिस विल बी दी एंड फॉर वीर बल्लाल थ बट लेटर ऑन ये सारी टेरिटरी जो सारा एरिया है ये विजयनगर अंपायर का पार्ट बनेगा अब ये कहानी कैसे हो रही है ये हम कुछ डॉट्स आगे कनेक्ट करेंगे जब हम विजयनगर की बात करेंगे जब हम जो है दल्ली सल्तनत की बात करेंगे तब ये डॉट्स कनेक्ट करेंगे राइट अभी फिलहाल हमने क्या एस्टेब्लिश किया है हमने एस्टेब्लिश किया है कि साउथ इंडिया में वीर बल्लाल थ हमारा वेट कर रहे हैं कि कहा ऊपर से आएगी और हमसे कनेक्ट करेगी राइट है ना 1290 के 1290 या 1300 और 1350 के बीच में हो सालास के राज्य में हेले बिड पे बैठे हुए हैं वीर बल्लाला थी ये बात हम लोग ध्यान रखेंगे बाद में डॉट्स कनेक्ट करेंगे देखो समझो बहुत सारे राजा हैं बहुत सारे फैक्ट्स हैं तो हमें कुछ इस तरह की कहानियां एस्टेब्लिश करनी पड़ेगी ताकि जो है हम लोग हम लोग चीजें समझ सके आल्सो सारी कहानियां एक साथ नहीं समझेंगे राइट पहले एक को स्थापित करेंगे तब दूसरे को लेकर आएंगे है ना तब बात बनेगी तो अभी हम साउथ इंडिया एस्टेब्लिश करे दे रहे हैं तो अभी ये मैं चार डायनेस्टी पढ़ा रहा हूं इट इज मोर लाइक कि हां दिल्ली सल्तनत के नीचे आने का वेट कर रहे हैं हम लोग तो वो नीचे की बिसात हम लोग बिछा लेते हैं ताकि हमारे लिए आसान हो जाए दैट इज द रीजन कि दीज टाइमलाइंस विल हेल्प यू राइट है ना तो विद दिस कोर्स प्लीज मेक दिस टाइमलाइन नाउ अब इसके बाद तो हो साला तो हो सालास की हमने बात करी अब होई सालास के बारे में एक चीज जो और इंपॉर्टेंट है इन्होंने मंदिर बहुत सारे बनवाए हैं और इनका जो ओवरऑल कंस्ट्रक्शन स्टाइल है वो भी काफी डिफरेंट है इनके इनके मंदिरों में जो है स्कल्पचर बहुत डिटेल में स्कल्पचर बनाते हैं एकदम कार्विंग करते हैं ऐसा लगेगा कि हां कोई लेट्स से कोई जो है इन्होंने सलभंजिका बनाई है तो वो महिला जो है उसके पैरों का नाखून भी कितना है और उसमें नेल पॉलिश लगी है ये भी पता कर लोगे राइट है ना कि बालों की एक-एक लट पता चलेगी आपको ज्वेलरी में एक-एक जो है कढ़ाई पता चलेगी आपको कि हां कैसी हो रखी है तो इतनी डिटेल कार्विंग ये लोग करते हैं तो बहुत खूबसूरत मंदिर है बहुत ही खूबसूरत मंदिर हैं तो तीन मंदिर हैं एक मैंने आपको बताया चन्न केशव है ना बैलूर में राइट प्लस होई सालेश्वरम पल प्लस केशव टेंपल सोमनाथपुर में तो ये जो तीन मंदिर है हो साला स्टाइल के 2023 में यूनेस्को ने इनको रिकॉग्नाइज किया है एज अ वर्ल्ड हेरिटेज साइट ये 2024 का सवाल भी है राइट है ना तो हां तो इंपॉर्टेंट है वेरी वेरी इंपोर्टेंट वीविल कीप इट इन आवर माइंड अब इसमें यूपीएससी और डिटेल में भी जा सकता है पॉसिबल है चलिए खैर नाउ अनदर डायनेस्टी इज यादवास तो जैसा कि वापस वापस जो है मैं आपको याद दिला ह कि हम लोग बात कर रहे हैं वापस आते हैं तो एक क्योंकि पीछे से कहानी आ रही थी तो मैंने इंट्रोड्यूस किया होसा दस को राइट अब हम बात करेंगे यादवास की फिर कातिया की और फिर फिर पांड्या की तो ऊपर से नीचे आएंगे और ये सारा एस्टेब्लिशमेंट अब हमें दिखेगा कि मोस्टली इंपॉर्टेंट है 1200 के बाद राइट तो हम लोग ल्ली सल्तनत वाले एरा में एंटर कर रहे हैं इन तीन छोटी कहानियों के साथ किसके साथ यादवास के साथ कातिया के साथ और पांड्या के साथ कोई सालास के वीर बल्लाल थ्री वेट कर रहे हैं ये हमने ऑलरेडी एस्टेब्लिश कर लिया है चलिए तो पहली बा पहली कहानी में बताता हूं आपको यादवास के बारे में तो यादवास तो यादव तो भगवान कृष्ण को भी यादव कहा गया है राइट भगवान कृष्ण यदुवंशी थे तो मानते हैं कि हां ये डायनेस्टी जो है ये उन्हीं की वंशज है राइट है ना शिनाज भी कहते हैं इनको सेना तो देवगिरी तो इनकी इंपॉर्टेंट राजधानी क्या है देवगिरी है कुछ और भी इंपॉर्टेंट सेंटर्स है फॉर एग्जांपल कांपली इंपोर्टेंट सेंटर है यादवास का तो यादवास एट देवगर है ना देवगर तो देवगर इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट इनकी राजधानी है देवगर और इनकी इनका एस्टेब्लिशमेंट आप देखोगे तो पहले ये लोग वेस्टर्न चालुक्यास के सामंत हुआ करते थे लेकिन अब जब वेस्टर्न चालुक्यास ही नहीं रहा तो काहे का सामंत ये लोग क्या हो गए आजाद हो गए तो भिल्ला फाइव से ये कहानी शुरू होती है भिल्ला तो भिल्ला फाइव इज द फाउंडर जिन्होंने इसको एस्टेब्लिश किया है तो भिल्ला मा फाइव तो नाउ वी आर टॉकिंग अबाउट यादवास ऑफ देवगी तो यादवास ऑफ देवगर और भिलावा फाइव तो रफ यहां पे ये हमारी टाइमलाइन सी जोन की खत्म हो रही थी वहीं पे जहां पे वेस्टर्न चालुक्यास जो है अब प्रॉमिनेंट नहीं रहे वहीं पे भिलावा फाइ ने एक नया राज्य स्थापित कर दिया है देवगर के ऊपर राइट है ना देवगर नाउ नाउ अगेन अब इसके बाद इसके बाद जो है या बलाम फाइट नाउ अनदर अनदर इंपोर्टेंट पर्सन इज सिहाना तो सिहाना तो 1210 से 1246 के बीच में वी हैव सिहाना नाउ व्हाई इज ही इंपॉर्टेंट ही इज इंपोर्टेंट बिकॉज इनके कोर्ट में एक बहुत बहुत बड़ा बहुत बड़े जो है यू कैन से स्कॉलर हुए जिनका नाम है सारंग देवा तो सारंग देव सारंग को म्यूजिक का बहुत बढ़िया ज्ञान था राइट और इन्होंने एक किताब लिखी है संगीत रत्नाकर तो संगीत रत्नाकर जो है इस दौर में लिखी गई है दिस इज वन ऑफ दी मोस्ट इंपॉर्टेंट बुक जब आप म्यूजिक पढ़ते हैं तो तो इंडियन म्यूजिक का यू कैन से जो है पूरा सार लिख दिया है कि हां इंडियन म्यूजिक को डिफाइन कर दिया है तो संगीत रत्नाकर तो संगीत रत्नाकर बाय सारंगदेव किसके राज्य में है सिहाना के राज्य में है राइट ना जस्ट 1200 के बाद जो है यह कहानी चालू हुई है ना ना अनदर इंपोर्टेंट किंग इज इज रामचंद्र तो आखरी में इट इज रामचंद्र अब रामचंद्र का आप समय देखोगे तो राम सॉरी रामचंद्र इज या तो रामचंद्र इज राइट है ना ये ये उस दौर में है टाइमलाइन पे देखते हैं या तो ये 1271 से 1308 के दौर में ये उस दौर में है जब अलाउद्दीन खिलजी डिसाइड करता है कि चलो साउथ इंडिया चलते हैं तो ये साउथ इंडिया वाला जो एक्सपेडिन है अलाउद्दीन खिलजी का वो रामचंद्र फेस करेंगे रामचंद्र के ऊपर अटैक होगा रामचंद्र को ट्रिब्यूट देना पड़ेगा पैसा देना पड़ेगा इवेंचर क्या होगी एक्वायर हो जाएगी राइट तुगलक के टाइम में आते आते ये एक्वायर हो जाएगी तो रामचंद्र इज द लास्ट किंग जो यहां पर वेट कर रहे है तो एक हमने वेटिंग प रखा है वीर बल्लाल ी को हो सालास में एक हमने वेटिंग में रखा है रामचंद्र को तो देवगर में रामचंद्र बैठे हुए हैं या यादवास नाउ अनदर स्टोरीज ऑफ कातिया और नीचे चलते हैं आंध्रा तेलंगना साइड तो दिस इज वारंगल वारंगल को इनिशियली कहते थे नल्लू तो नल्लू तो नल्लू तो ये इनकी राजधानी है वारंगल राइट है ना अब कांचीपुरम भी इनके कभी-कभी इनका पार्ट है कांचीपुरम भी कभी-कभी इनका पार्ट बन जाता है बट वन ऑफ द मोस्ट इंपोर्टेंट सेंटर इज वारंगल नाउ वारंगल यू विल रियलाइक्स है ये एस्टेब्लिश काफी पहले हो गए थे बीटा वन के टाइम में राइट है ना कि बीटा वन के टाइम में ही जो है क्या हो गया था एस्टेब्लिश हो गए थे लेट मी लेट मी कम टू देयर टाइमलाइन या तो काकटिया ऑफ वारंगल तो काकटिया ऑफ वारंगल ये आ गए थे एसिस्टेंसिया नृप कामा कह लीजिए या राजेंद्र कह लीजिए चौला के उसी समय बट आर दे आर दे प्रॉमिनेंट एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम नो दे आर नॉट प्रॉमिनेंट एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम ये इंडिपेंडेंट होंगे समर ओवर हियर राइट एक राजा हुए प्रताप रुद्र या रुद्र कह दीजिए रुद्र उनके टाइम में है ये आजाद होना चालू होते हैं एंड द मोस्ट इंपॉर्टेंट किंग दे हैव इज गणपति देवा तो गणपति तो 1200 समथिंग से 1262 तक वी हैव गणपति तो गणपति देवा तो गणपति देवा इज द मोस्ट इंपोर्टेंट किंग ओवर हियर यस तो गणपति देवा ने इसको पूरी तरह एस्टेब्लिश किया है इकॉनमी पे काम किया है ट्रेड पे काम किया है मैरिटाइम ट्रेड के ऊपर काम किया है एग्रीकल्चर फिक्स किया है तो इस पूरे राज्य को जो शेप दिया है ये दिया है गणपति देवा ने तो गणपति देवा बिकम वेरी वेरी इंपॉर्टेंट फॉर अस राइट इन्हीं के टाइम में अभी एक मंदिर की भी हम बात करेंगे या मंदिर की बात करेंगे और वारंगल इनकी राजधानी है वारंगल इनकी राजधानी है नाउ गणपति देवा को कोई बेटा नहीं हुआ राइट है ना फॉर द वेरी वेरी लॉन्ग टाइम जो है उनको काफी देर तक बेटा नहीं हुआ और और उनको एक जो है बेटी हुई तो उन्होंने पहले लोगों को बताया ही नहीं कि मुझे बेटी हुई है कह दिया बेटा ही हुआ है राइट ना लोगों से छुपा लिया फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम पीपल वर नॉट जो है यू कैन से नॉट अवेयर नॉट इफॉर्म दैट राजा के कोई बेटा नहीं वो सोचते थे बेटा ही है बट एक्चुअली वो बेटी थी उन्होंने उसका नाम भी क्या रखा था रुद्र रखा था रुद्र तो लेटर ऑन जब वो बेटी बड़ी हो गई तब लोगों को पता चला तो वही कौन है रुद्रमा देवी तो रुद्रमा देवी रुद्रमा देवी पर रुद्रमा देवी को जो ट्रेनिंग मिली है वह पूरा राजकुमारों वाली ट्रेनिंग मिली है व युद्ध विद्या में भी निपुण है राज्य चलाने में भी निपुण है तो एक बढ़िया राज्य इ वेंचुरी रुद्रमा देवी ही टेक ओवर करती हैं और एक बढ़िया राज्य एस्टेब्लिश करती हैं 1263 में एज अ क्वीन शी इज ऑफ द फर्स्ट क्वीन पूरी तरह टेक ओवर करने वाली कि कोई रिजेंट नहीं है किसी के बिहाव पर रूल नहीं कर रही वैसे कश्मीर में दद्दा वगैरह भी है लेकिन जनरली हमने देखा है कि बाकी जो रानियां थी वो रिजेंट क्वीन थी बट यह जो रानी है यह पूरी तरह से संपूर्ण तरीके से रानी है राइट है ना तो रुद्रमा देवी तो गणपति देवा की बेटी है और और इन्होंने आसपास के राजाओं से युद्ध भी किया है प्लस प्लस इनके टाइम में लिंगायत लिंगायत्स वर एक्टिव इनके टाइम में इनके टाइम में फ्लोरिशमेंट हुआ है एग्रीकल्चर फ्लरिज हुआ है इनके टाइम में ट्रेड फ्लरिज हुआ है और बैटल्स भी इनके इन्होने लड़ी है तो पड़ोसियों से लड़ाइयां भी लड़ी है पड़ोसियों से इन्होंने पूरी तरह से सक्सेसफुल इनफैक्ट यादवास ने सोचा एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम कि हां एक महिला रूल कर रही है तो चलो पूरी तरह से एक्वायर कर लेते हैं लेकिन नहीं शी वाज स्टिल जो है अ वॉरियर शी वास स्टिल शी स्टिल वन यस तो ये इन्होंने जो है यू नो पूरी तरह जीता है प्लस भगवान शिव से रिलेटेड जो है एक एक सेगमेंट है पशुपाता शैव पशुपाता शैव मोस्ट्रीब्यूशन थी राइट तो उनको लगा था कि गणपति देवा की वाइफ है मार्को पोलो मार्को पोलो का जिक्र थोड़ा आगे करेंगे राइट है ना तो मार्को पोलो प्लस इन्होंने भी यहां की बातें बताई है जैसे कि एक एक जो है पोर्ट है मोटू पल्ली तो मोटू पल्ली के बारे में बताया कि बड़ा फ्लोरिशिंग पोर्ट है बहुत बढ़िया पोर्ट है रटना ये भी उन्होंने डिस्कस किया है चलिए खैर तो कातिया ऑफ वारंगल नाउ आफ्टर 1289 एक युद्ध में डेथ के बाद जो है राजा बनते हैं इनके इनके ग्रैंड सन है प्रताप रुद्र तो प्रताप रुद्र तो प्रताप रुद्र राज्य टेक ओवर करते हैं बट प्रताप प्रताप रुद्र इज द पर्सन अगेन अगेन लेट्स गो टू टाइमलाइन तो प्रताप रुद्र तो प्रताप रुद्र इज द पर्सन जिसके ऊपर ये गाज गिरेगी राइट है ना तो अलाउद्दीन खिलजी और तुगलक का जो अटैक हो रहा है वो इसी दौर में हो रहा है तो प्रताप रुद्र ही फेस करेंगे तो हां तो प्रताप रुद्र तो हमने देखा कि एक तो यादवास में बैठे हैं रामचंद्र प्रताप रुद्र और नीचे हम लोग वीर बल्लाल थी हो साला तो ये तीनों लोग जो है ये लाइन से जो है अलाउद्दीन खलदी को फेस करेंगे और फिर आगे तुगलक को फेस करेंगे करेंगे मोहम्मद बिन तुगल को अगेन अभी हमारे लिए ये बिछाना इंपॉर्टेंट है राइट है ना कि हां ये कौन-कौन है जो लोग फेस करना करने वाले हैं बाद में हम कनेक्ट करेंगे कि हां वो साउथ वर्ल्ड एक्सपेडिन है चलिए नाउ लेट्स टॉक अबाउट अच्छा एक और एक और बात जो इसमें नाउ दे आल्सो हैव अ टेंपल जैसे हमने हो सादा की बात करी थी तीन मंदिर मैंने आपको बताए वैसे ही एक मंदिर है व्हिच इज रमप्पा टेंपल ये कातिया का रुद्रेश्वर टेंपल भी कहा जाता है और जो है यह जो मंदिर है ये ये आर्किटेक्ट के नाम पे है तो रामप्पा बेसिकली इस मंदिर का आर्किटेक्ट है है ना रेयर ऐसा देखने को मिलता है जनरली भगवान के नाम प होता है मंदिर यह जिसने बनाया है उसके नाम पे आर्किटेक्ट के नाम पे दिस आल्सो बिकम यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है ना तो ये भी एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है ये 2021 में कुछ वर्ल्ड हेरिटेज साइट बन गई थी प्लस इसमें बहुत सारी बातें हैं इसमें इसमें आपको यहां पे स्कल्पचर्स दिखाई देंगे राइट य डांस मुद्रा में है स्कल्पचर्स ये ये जो है एक चीज है दूसरा इसका जो ब्रिक यूज हुआ है इसमें इट इज कॉल्ड एज फ्लोटिंग ब्रिक्स बहुत ह के ब्रिक्स स में इस्तेमाल करे गए हैं एक सैंड बॉक्स टेक्नीक है कि इसके नीचे एक जो गड्ढा खोद के जो है जो यू कैन से नीव भरी गई है वो उसमें जो है यू कैन से गुड़ दाल ऐसे करके चीजें भरी गई हैं जिससे वो वो बहुत जो है यू कैन से शॉक अब्जॉर्बर हो गया है तो अगर अर्थक्वेक वगैरह भी आएगा तो उसको कुछ होगा नहीं तो इस तरह की टेक्नीक है प्लस पास प पॉन्ड है यही सारी बातें रिकॉग्नाइज करी यूनेस्को ने और बोला कि भाई ये भी वर्ल्ड हेरिटेज साइट है तो इसको भी वर्ल्ड हेरिटेज साइट में इंक्लूड कर दिया गया है ये भी सवाल बनेगा ये भी सवाल बनेगा भाई राइट इंपोर्टेंट है चलिए तो हमने तीन लोग सेट कर लिए हैं है ना तीन हमने यादवा देवगर की बात करी कातिया की बात करी और हमने बात करी होई सालास की राइट खाली होई सालास थोड़ा पहले से हैं कातिया भी प्रॉमिनेंट यहीं से हुए हैं राइट है ना यादवा ऑ देवगर भी प्रॉमिनेंट लगभग 1200 से ही हुए हैं चलिए नाउ लेट्स टॉक अबाउट पांड्या अब पांड्या पांड्या पांड्या ऐसा हमने बहुत बार सुना राइट ऐसी बहुत कहानिया पांड्या हो गई तो एक बार इसको थोड़ा समझ लेते हैं कि पांड्या क्या है पांड्या हम लोग पढ़ते हैं एक कहानी हम लोग ने संगम एरा में पढ़ी है कि हम बात करते हैं कि इधर चोला हैं एंस इंडिया में चलाज और इधर पांड्या हैं मधुरई पे और इधर चेरा है राज नाउ ये डायनेस्टीज भले बहुत प्रॉमिनेंट नहीं बनी बट दे स्टिल कंटिन्यूड इवन आफ्टर संगम दे हैड कंटिन्यूड राइट जैसे चोला जीी कंटिन्यू होके मेडि वल एरा में हमने देखा कि एक बड़ी चोला एंपायर क्रिएट हुई जो संगम में थी तो चोला दो बार हमने देखा चोला हमने दो बार देखा वैसे ही पांड्या हमें तीन बार दिखाई देंगे एक यहां पर एक एक चलास के पैरेलल हमको दिखाई देगी राइट जो है सिक्सथ टू 10थ सेंचुरी के बीच में राइट पल्लवास भी थे उस समय और फिर चलास भी थे बट इस समय दे कुड नॉट बिकम प्रोमिन बिकॉज दे वर एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम सिक्स टू 10 सेंचुरी के बीच में पवाज पहले चैलेंजर थे और फिर चौला इतने बड़े हो गए कि ये बड़े नहीं बन पाए राइट ना चौला नाउ आफ आफ्टर द डिक्लाइन ऑफ चौला ये दे विल बिकम प्रॉमिनेंट यस राइट तो जब चौला खत्म होंगे तो दिस इज द थर्ड डायनेस्टी है ना तीसरी बार तो ऑलमोस्ट 1200 के आसपास आप समझिए कि पांडवास पांड्या का फिर से जो है उ जो है उदय होगा फिर से ये लोग जग तो दिस सेकंड पांडन डायनेस्टी इज रफल 10थ टू 14 सेंचुरी जिसमें प्रॉमिनेंस 1200 के आसपास आएगी नाउ फॉर एग्जांपल जैसे 1090 में अगर आप देखो दिस इज नॉट वेरी वेरी इंपोर्टेंट ऐसा रटना नहीं है लेकिन अगर आप 1090 में नोटिस करो तो 1090 पे रूल कर रहे हैं चौला में कुल दुंगा राइट है ना कुल दुंगा का राज्य है 1090 में राइट है ना तो हां तो 1090 में कुल दुंगा इनको बोलते हैं कि तुम मेरे बिहाव पे राज्य करो तो देयर इज सद्य वर्मन श्री वल्लभनगर तोंगात परमिशन लेके इन्होंने अपना राज्य चालू किया है राइट एक गांव जो है टैक्स फ्री कर दिया दिखाने के लिए कि देखो हम लोग वापस आ गए बट फ्रॉम हियर ग्रैजुअली दे विल टेक ओवर राइट है ना सो देयर आर फ्यू किंग्स व्हिच आर इंपोर्टेंट राइट मार् वर्मन सुंदरा एट्स बट इसमें एक दो कहानी हमारे लिए जो है ध्यान रखने लायक है तो पहली हम बात करेंगे जाट वर्मन सुंदरा के राइट हैना जाट वर्मन सुंदरा तो 1250 के आसपास दे विल बिकम स्ट्रांग राइट है ना तो लेट्स पुट दिस ऑन द टाइमलाइन सो तो जैसा कि मैंने कहा कि 1090 सद्य वर्मन राज्य कर रहे हैं लेकिन कुलो दुंगा से परमिशन लेके राज्य कर रहे हैं यानी ये कुल तोंगात ही आते हैं यस तो यहां पे दे आर नॉट प्रॉमिनेंट आफ्टर 1200 ग्रैजुअली दे आर प्रॉमिनेंट जिसमें दो नाम ध्यान रखने लायक है पहला जाट वर्मन राइट है ना जाट वर्मन सुंदरा तो या तो जाट वर्मन सुंदरा इनको इनको जैसे आप किताब में पढ़ोगे तो इनका नाम है सद्य वर्मन सुंदर पांड्या बोथ आर सेम राइट है ना तो जाट वर्मन सुंदरा या फिर सद्य वर्मन सुंदर पांडे बोथ आर सेम नेम्स तो उन्होंने एक्सपेंड किया है इन्होंने एक्सपेंड किया है आंध्रा तक इन्होंने किंगडम एस्टेब्लिश कर दिया तो दिस इज द फर्स्ट फेज जहां पर हमें थोड़ा एक्सपेंशन दिख रहा है ठीक ठाक जो है एस्टेब्लिशमेंट हो गया है अनदर पर्सन इज मार् कुल शेखरा मार वर्मन कुल शेखरा मार वर्मन कुल शेखरा तो लेट म टेल य अबाउट मरवर्मन कुल शेखरा मार वर्मन वर्मन कुल शेखरा माल वर्मन कुल शेखरा के दो बेटे एक है सुंदर सुंदर पांड्या और एक है वीर पांड्या वीर पांड्या अगेन फॉर द सेक सेक ऑफ शरिंग की आपको बात याद रहे तो मैं एक आपसे बात कह रहा हूं कि सुंदर पांड्या सुंदर है वीर पांड्या वीर है राइट यस तो क्योंकि ये बहुत सुंदर था तो म मारव मार वर्मन कुल शेखरा को बहुत पसंद था तो इन्होंने अपने साथ इसको को रूलर बना दिया राइट है ना बट वीर पांड्या वीर था इसे बुरा लगी य बात है ना तो इसने अपने फादर को मार दिया ही किल्ड एंड यह बन बैठा राजा और सुंदर पांड्या फ्लेड राइट भाग के किसके पास गया ये गया अलाउद्दीन खिलजी के पास कि मेरी मदद करो मेरा भाई ऐसा कर रहा है ऐसा करके गया ये राइट है ना सो यही लास्ट कहानी है तो मार वर्मन तो दिस इज द स्टोरी ऑफ मार वर्मन कुल शेखरा या तो मार वर्मन कुल शेखरा इनके दो बेटे हैं सुंदर पांड्या और वीर पांडे तो सुंदर पांड्या को उन्होंने पहले अपने साथ को रूलर बना लिया था लेकिन देन वीर पांड्या बेसिकली टक टूक हिम और फिर जो है वो भाग के चला गया अलाउद्दीन खलदी के पास अलाउद्दीन खालजी नेने म मलिक कफूर से कहा कि जाओ भाई साउथ इंडिया मौका है र ना राज बेटा खुद ही आके कह रहा है कि हां चलो युद्ध करो तो हां तो मलिक कफूर का अटैक होता है तो मलिक कफूर इन्वे देड इन 1311 राइट तो वापस वापस फिर से टाइम लाइन पे तो वी रियलाइफ खिलजी का जो झगड़ा आ रहा है राइट है ना तो यहां पर मार् वर्मन कुल शेखरा के दो बेटे थे जो कि ये लड़ाई करवा रहे हैं और 1311 में हम देख रहे हैं कि मलिक कफूर ने इवेट कर दिया है तो बस जाट वर्मन मार् वर्मन ये दो लोग हैं और इन मार् वर्मन के दो बच्चे हैं सुंदर और वीर राट है ना तो बस इतनी कहानी ध्यान रहेगी तो बहुत है राइट सो दिस इज दी दिस इज द लास्ट स्टोरी या तो मलिक कफूर इनवेट करता है और मलिक कफूर इनवेट करता है तो ये सुंदर को इंस्टॉल करने के लिए थोड़ा इनवेट करता है जब मलिक कफूर इनवेट करता है तो वीर पांडे भाग जाता है राइट तो पूरा मधुरई लूट रता है ये प्लस प्लस मधुरई में एस्टेब्लिश होती है क्या आगे जाकर ल्ली सल्तनत एस्टेब्लिश हो जाती है राइट है ना क्योंकि अभी ये राज्य कमजोर हो चुका है तो यही जो मधुरई की डेल्ली सल्तनत है यही हो साला से लड़ाई कर रही है तब वो वीर बल्लाल थ्री मारे गए हैं राइट अभी थोड़ी देर पहले मैंने कही थी ये बात तो हां तो दिस लेड टू लेड टू एस्टेब्लिशमेंट ऑफ मदुरई मदुरई सल्तनत और फिर ये हो साला से झगड़ ये होय साला से झगड़े बट अगेन ये मधुरई सल्तनत वगैरह कैसे क्रिएट हो रही है रीजनल किंगडम कैसे क्रिएट हो रहे है ये बातें हम थोड़ा बाद में देखेंगे राइट दिस इज अलाउद्दीन खल जीी है ना देखा होगा आपने खलीवली पद्मावत में और ये उनका उनका सिपा सदार मलिक कफूर तो मलिक कफूर तो मलिक कफूर का इनवेजन है यस ये कहानी बाद में देखेंगे नाउ अगेन यही दौर है 1288 और 1293 दो बार इंडिया में आया है मार्को पोलो तो मार्को पोलो बेसिकली इटली से है राइट ना इटालियन है है ना वेनेशियन वेनेशियन ट्रेवलर है इटली से है ये तो मार्को पोलो बेसिकली जा रहा है कहां जा रहा है चाइना तो यही आते जाते दो बार इंडिया आया है ये राइट है ना मार्को पोलो बाय द वे देर इज अ सीरीज ऑन मार्को पोलो जिसने मार्को पोलो की खाली वो मार्को पोलो की कहानी नहीं है उसी के बेस प उन्होंने बहुत फिक्शन ऐड किया है उसमें राइट मैं ये नहीं कह रहा जाके देख लो राइट है ना जो है लेट्स फोकस ऑन दिस सो या तो मार्ग बोलो तो ये तमिलनाडु में जो है कयाल पोर्ट पे पहुंचे हैं तो इन्होंने नोटिस किया है कि इंडिया में ट्रेड बड़ा फ्लोरिश कर रहा है राइट है ना सबसे इंपॉर्टेंट बात जो इन्होंने नोटिस करी है कि यहां ट्रेड बढ़िया फ्लोरिश कर रहा है राजाओं की तारीफ करी है यहां के भी और कातिया के भी दोनों दोनों जगह गए थे ये रेड है ना प्लस प्लस जो है अरेबिया से अरब से और चाइना से बढ़िया ट्रेड यहां पे पे हो रहा है एडमिनिस्ट्रेशन बहुत अच्छा है लॉ एंड ऑर्डर बहुत बढ़िया है ये सारी इन्होंने तारीफ करी है लोग हॉस्पिटैलिटी है राइट है ना लोग इनको अच्छे से ट्रीट कर रहे हैं प्लस क्या पूछा जा सकता है सती नोटिस किया है पॉलिगामी नोटिस किया है एक और चीज जो उन्होंने नोटिस करी मार्को पोलो ने कि लोग यहां पर जो है पान बहुत खाते हैं राइट है ना पान जो है ना बड़ा यू कैन से प्रिय है लोग बहुत पान खाते हैं तो बीटल नट की इंपॉर्टेंस इनको यहां पे दिखाई देती है कि हां सुपड़ी वगैरह बहुत खाया जा रहा है पान बहुत खाया जा रहा है है ऐसा इन्होंने यहां पर नोटिस किया हुआ है एक और चीज वसे नोटिस करी इन्होंने यहां लोग कपड़े बहुत कम पहनते हैं राट ना कि जनरली जो है यू नो जो जो पुरुष या महिलाएं हैं रेट है ना कि बहुत कम कपड़े पहनते हैं पुरुष खाली एक धोती पहने रहते हैं लेकिन फिर भी एक जो है खंजर लगा के रखते हैं ना एक खंजर भी रहता है उनके पास और धोती पहनते हैं दिस इज आल्सो समथिंग ही हैज नोटिसड जो राजा लोग हैं वो बहुत सारे ऑर्ट्स पहनते हैं बहुत सारे गहने बहने पहनते हैं राट ये सब बातें मार्को पोलो ने नोटिस करी मार्को पोलो तो चलिए बिफोर बिफोर वी गो टू आवर नेक्स्ट टॉपिक राइट हम हमने ये वाली जो टाइमलाइन एस्टेब्लिश करी है इन चारों की दिस इज इंपॉर्टेंट एक तो यादवास ऑफ देवगर हमने समझा कि हां काफी लेट शुरू हुई और रामचंद्र हमने छोड़ा हुआ है जो है जो है लड़ने के लिए प्लस काक दियास की हमने बात शुरू करी शुरू में इट वाज नॉट प्रॉमिनेंट बट गणपति देवा रुद्रमा देवी दीज आर इंपोर्टेंट एंड देन प्रताप रुद्र फाइनली फेस करेंगे अलाउद्दीन खिलजी को सिमिलरली होई सालास की हमने बात करी कि नृप कामा इज द फाउंडर यहीं पे शुरू हो गए थे लेकिन नृप कामा के सा जो है साथ ही साथ क्या है वेस्ट चालुक्यास और चलाज है तो ये लोग उतना ग्रो नहीं कर पाए राइट है ना तो हां तो विष्णुवर्धन इज इंपोर्टेंट बिकॉज ऑफ रामानुज सिमिलरली वीर बल्लाल टू बैंगलोर जो है बैंगलोर के फाउंडर हैं और वीर बल्लाल थी है जो यहां का सारा युद्ध देखेंगे मद सल्तनत से लड़ाई होगी 1343 में और उसी में मारे जाएंगे राइट सिमिलरली हमने पांड्या की बात करी कि फाइनली दिस इज थर्ड डायनेस्टी राइट दे कुड नॉट बिकम वेरी प्रोमिन बेसिकली टिल 1200 सॉरी एंड जाट वर्मन और मार वर्मन की हमने बात करी मैंने आपको कहानी सुनाई वीर और सुंदर की नाउ अब मैं आपको लेके चलता हूं राइट टू द नेक्स्ट पार्ट व्हिच इज व्हिच इज ईस्ट एंड नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट नॉर्थ इंडिया एगजैक्टली पहुंचने से पहले मैं थोड़ा सा ईस्ट और नॉर्थ ईस्ट में डिटोल लूंगा फिर हम लोग नॉर्थ इंडिया में एंटर करेंगे सो नाउ सो नाउ लेट्स कम टू द टाइमलाइन अगेन तो अब तक हम लोग सी जोन में कॉन्फ्लेट जन में और कॉन्फ्लेट जन में हमने चोला को देख लिया है वेस्टर्न चालुक्यास को देख लिया और ये चार डायनेस्टीज भी देख रही हो साला यादवास काकटियास जो कि जो कि जो है डेल्ली सतना तैरा में जा रही है अब अब हम बात करने वाले हैं कुछ और भी डायनेस्टीज है छोटी-छोटी जो कि जो कि जो है बॉर्डर पे है थोड़ा सा दिल्ली सल्तनत में है थोड़ा सा कॉन्फ्लेट जन में है और थोड़ा सा बैकग्राउंड की बात भी हम करेंगे राइट है ना तो आइए बात करते हैं तो इसे थोड़ा मैप में डालते हैं समझने की कोशिश करते हैं कि अब तक हमने क्या समझा है ना देखो अगेन कॉन्फ्ल जन और बेसिकली दिस चैप्टर इज द टफेस्ट चैप्टर इन मिडिवल इंडिया बिकॉज ये बहुत सारी डायनेस्टीज है राइट तो हम लोग ने चौला की बात कर ली समझ लिया हम लोग ने पांड्या को एस्टेब्लिश किया हो सालास को समझा कि किस तरह से हुए वेस्टर्न चालुक्यास की बात करी कातिया की बात करी और यह है राजपूत वाला जोन नाउ इसमें जाने से पहले अभी हम लोग थोड़ा इस डायरेक्शन में जा रहे हैं राइट हम बात करेंगे जो है कलिंगा की और ईस्टर्न गंगा की हम बात करेंगे इधर पलास के बाद क्या हुआ और बात करेंगे असम में क्या हो रहा है राइट ये छोटी-छोटी कहानी सो दैट वी आर अवेयर अबाउट द डायनेस्टीज और द किंगडम राइट ना ऐसा बहुत डीप नहीं जाना सिर्फ जो है समझना है कि हां ये कहां पे क्या हो रहा है एक आद फैक्ट इंपोर्टेंट है जो कि यूपीएससी पूछ सकता है राइट है ना तो चलिए तो दिस इज द टाइमलाइन व्हिच आई फॉलो मैं ने अलाउद्दीन खिलजी और तुगलक को वहीं रखा है सो दैट वी कैन कंपेयर राइट ना ये वही कहानी है कि ये नीचे जा रहे थे साउथ इंडिया में और अटैक कर रहे थे हम लोग दो-चार लोग को छोड़ के आए हैं कि हां जो इससे भिड़ेंगे राइट है ना चलिए तो सबसे पहले बात करते हैं हम लोग कलिंगा की राइट कलिंग की बात करेंगे सबसे पहले और कलि कलिंग में कलिंग में अगर जो लास्ट राजा की हम बात करें उड़ीसा में वो थे खर्वेला खर्वेला एक बड़ा नाम थे कलिंगा में राइट इन द एशियंट इंडिया बट आफ्टर कलिंगा वी रियलाइफ कि यहां फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम यहां पे कोई बहुत बड़ी डायनेस्टी एस्टेब्लिश नहीं हुई है फॉर एग्जांपल सेवंथ सेंचुरी या 750 के आसपास जहां से मिडिवल शुरू होता है वी हैव वी हैव सान भीत मध वर्मन राइट ना ये डायनेस्टी का नाम है शैल उद्भव शैल उद्भव राइट इन्होंने अश्वमेध यज्ञ किया था तो एक ये नाम थोड़ा सा प्रॉमिनेंट है राइट सैन भीत मद वर्मन श्रीनिवासा इसके अलावा और भी डायनेस्टीज हैं कारा डायनेस्टी है कारा में कुछ फीमेल रूलरसोंग्स आती है जो बनाती है लिंगराज टपल तो उड़ीसा का जो आर्किटेक्चर है दैट इज कलिंग आर्किटेक्चर तो आर्किटेक्चर आर्टन आर्किटेक्चर में देखते हैं आर्टन कल्चर में देखते हैं कि यहां उड़ीसा का जो टेंपल आर्किटेक्चर है वो थोड़ा सा डिफरेंट है रा ये ये नॉर्दर्न आर्किटेक्चर य नगरा नगरा स्टाइल ऑफ आर्किटेक्चर का एक सब पार्ट है च इज कलिंगा स्कूल जिसमें जिसमें आप देखोगे कि हां यह जो पार्ट है आपका जो शिखर आप जनरली कहते हो ये थोड़ा सा वर्टिकल फॉर्मेट में है राट डिफरेंट है तो इसमें एक वर्ड यूज होता है दल दिस इ समथिंग दिस इज समथिंग जो है यू कैन से देला आर्किटेक्चर देल आर्किटेक्चर दिस इज कलिंगा तो ये डिफरेंट आर्किटेक्चर है तो इसमें जो पहला टेंपल हमें दिखेगा लिंगराज टेंपल लिंगराज टेंपल भुवनेश्वर ये केसरी ने बनवाया था राइट राजा का नाम है सोमवंशी किंग यय वन राइट ना सोमवंशी किंग ययी वन है यति वन राजा है ये नाउ आफ्टर दिस द प्रॉमिनेंट डायनेस्टी व्हिच वी वांट टू स्टडी इज द गंगास और द ईस्टर्न गंगास तो एक गंगा जो थे वो मैसौर में भी थे तो ये गंगा भी क्या कहते हैं कि हम भी वो मासोर वाली गंगा डायनेस्टी से कनेक्टेड है या फिर हम साउथ इंडिया से कनेक्टेड हैं रीजन एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम साउथ इंडियन डायनेस्टीज वर मोर फेमस राइट चालुक्यास वर फेमस चोला वर फेमस गंगा वर फेमस तो दे आल्सो वांट टू फ्लांट कि हम भी यहां इधर से ज उड़ीसा से अपना मेन लेना देना नहीं है हम लोग कहां से हैं हम लोग हम लोग साउथ इंडियन डायनेस्टी से कनेक्टेड हैं और यहां पे रूल कर रहे हैं और ये अपनी कैपिटल एस्टेब्लिश करेंगे कलिंग नगर में राइट कलिंग नगरा कलिंग नगरा तो ये इनकी कैपिटल है अब इसमें दो राजा हमारे लिए कम से कम इंपॉर्टेंट हो जाते हैं हैं एक है अनंत वर्मन छड़ गंगा राइट अनंत वर्मन छड़ गंगा इन्होंने एक टाइटल लिया था त्रिकाल लिंगाधीरनाहली ये इन्होंने बनाया हुआ है प्लस चोला जो इवेडर रहे थे तो इन्होंने रजस भी किया है अपने दौर में यस इनको थोड़ा टाइमलाइन पे भी देखते हैं राइट ना लेट्स गेट बैक तो टाइमलाइन तो अनंत वर्मन अनंत वर्मन छड़ गंगा तो ये वो दौर है जब चलास में नीचे हम बात कर रहे थे कुल तोंगात ना कुल दुंगा और हम बात कर रहे थे विक्रमादित्य की वेस्टर्न डायनेस्टी में वेस्टर्न चालुक्य में ये वो दौर है अनंत वर्मन का इन्होंने क्या बनाया है इन्होंने बनाया है जगन्नाथ टेंपल एंड सेकंड पर्सन हु इज इंपॉर्टेंट ये कॉन्फ्लेट जन में आते हैं राइट 1238 से 1264 के बीच में वी हैव नरसिंह देवा राइट ये क्यों फे इन्होंने कोनार्क का जो मंदिर है सन टेंपल यह बनाया है यही दो सवाल बन सकते हैं राइट यही दोनों लोग इंपॉर्टेंट है एक है अनंत वर्मन एक है नरसिंह देवा एक आपके सी जोन में है एक दी सतना तैरा के जोन में है राइट दिस इ दिस इज ईस्टन गंगा डायनेस्टी राइट ना कलिंगा के ईस्टर्न गंगा है ये ईस्टर्न गंगा वेस्टर्न गंगा कौन है फिर जो मैसोर की डायनेस्टी थी वो वेस्टर्न गंगा थी राइट है ना चलिए तो एक हमने बात करी गंगा डायनेस्टी की नाउ सिमिलरली नेक्स्ट नेक्स्ट वी आर गोइंग टू टॉक टॉक अबाउट बंगाल थोड़ा सा और नॉर्थ इंडिया में चलते हैं राइट थोड़ा सा नॉर्थ मूव करते हैं कलिंगा से तो नॉर्थ इंडिया में तो नॉर्थ इंडिया में बीच में वर्मन हुए और वर्मन के बाद वी हैड सेना डायनेस्टी तो बेसिकली सेना बिकम प्रॉमिनेंट राइट है ना 1100 के आसपास वी हैव सेनाज ओवर यर सेनाज राइट अगेन लेट्स पुट इट ऑन द टाइमलाइन या तो नाउ वी आर टॉकिंग अबाउट सेना तो सेना तो ईस्ट बंगाल अब ईस्ट बंगाल में सेना प्रॉमिनेंट होते हैं 1100 के आसपास राइट विजय सेना इनफैक्ट विजय सेना का नाम हम लोग बात कर रहे थे कि पालाश के आखिरी राजा कौन है भाई राइट उनको हरा के विजय सेना आते हैं और यहां पे धीरे-धीरे सेना डायनेस्टी एस्टेब्लिश होने लगती है राइट तो पाला तो हम एमआरएम की बात कर रहे थे पलाज में एमआरएम राइट उससे आपको याद आ जाएगा कि यहां पलाज के बाद कौन एंटर कर रहा है सेना डायनेस्टी एंटर कर रही है विजय सेन एंटर कर रहे हैं नाउ इसमें तीन ही लोग प्रॉमिनेंट हैं एक है विजय सेना एक है बल्लाल सेना और एक है लक्ष्मण सेना राइट तो विजय बल्लाल लक्ष्मण व वीबीएल समथिंग लाइक दैट जैसे बीपीएल होता है वैसे वीबीएल होता है तो विजय सेना तो विजय सेना का जिक्र हमको देव पारा प्रशस्ति में मिलता है विच कैन बी वन क्वेश्चन रेयरली कैन बी रेयरली आस्ड राट विजय सेना दूसरा फाउंडर भी आप बोल सकते हैं यस अनदर पर्सन बल्लाल तो बल्लाल देव तो बल्लाल सेना या बल्लाल देव के राज्य में हुआ कुलीनिज्म नाउ व्हाट इज कुलीनिज्म कुलीनिज्म इज कुलीनिज्म इस कि जो है जो जो अपर वर्ण है या अपर कास्ट है उनको अपनी प्योरिटी में मेंटेन रखनी है राइट है ना थोड़ा सा जो है यह रिग्रेसिव सा जो है थॉट है कि हां जो कुलीन है जो बेसिकली अच्छे कुल को बिलोंग करता है उसे इंश्योर करना है कि अच्छा कुल मेंटेन रहे राइट उसमें कोई मिक्सिंग ऑफ ब्लड नहीं होना चाहिए इसका मतलब क्या हुआ कि एक कुल को कोई अपर कास्ट है लेट्स से एक्स कास्ट है एक्स कास्ट को अपर कुल में ही शादी करनी चाहिए राइट इसमें एक और टर्म आता है कुलीनिज्म में कुलीनिज्म कि अगर कोई एक्स कास्ट है तो वो इंश्योर करे कि अपने लेवल पर ही शादी करे राइट ना एक और चीज इसमें हो सकती है कि इसमें कहा जाता है कि अगर कोई मेल है तो व लोअर कास्ट की महिला से फीमेल से शादी कर सकता है लेकिन अगर एक्स की कोई फीमेल है तो उसको उसको लोअर कास्ट में शादी नहीं कराया जा सकता है तो दिस थॉट प्रोसेस इज कॉल्ड एस कुलीनिज्म किसके टाइम में आया बल्लाल देव के टाइम में आया है बल्लाल सेना राइट है ना तो बल्लाल तो रिग्रेसिव थॉट है ऐसा बाहुबली में हमने देखा था जो भल्लाल देव थे वो जो है नेगेटिव कैरेक्टर है विलन है तो ऐसा करके कुछ हम याद रख सकते हैं इसके अलावा जो है राइटिंग वगैरह में थे ये नेक्स्ट इंपोर्टेंट पर्सन इज लक्ष्मण राइट है ना तो भल्लाल देव के बाद लक्ष्मण सेना तो लक्ष्मण इज अ वॉरियर राइट है ना तो वॉरियर तो मोस्टली ही इज नोन फॉर हिज वर्स अदर दन दैट क्योंकि ये आप कह सकते हैं कि पीक है डायनेस्टी का तो यहां पर इनके कोर्ट में हमें कुछ राइटर सुनाई देते हैं कुछ नाम सुनाई देते हैं जिसमें वन ऑफ द फेमस नेम इज जो आपको ध्यान रखना है कि इनके इनके जो है राज्य में हुए जय देव तो ज जय देव जय देव ऐसा करके सुना होगा आपने जय देव तो जयदेव ने गीत गोविंद लिखा हुआ है गीत गोविंदा तो गीत गोविंदा जो है गीत गोविंदा तो गीत गोविंदा जो है इज अ वेरी वेरी फेमस बुक और ये भगवान कृष्ण के बारे में बहुत सारी कविताएं हैं भजन है इसमें जो कि आज तक गाए जा रहे हैं तो गीत गोविंद बिकम बिकम वेरी वेरी इंपॉर्टेंट इन दी एरा ऑफ इन द एरा ऑफ लक्ष्मण सेना तो गीत गोविंदा प्लस और भी राइटर्स हैं फॉर एग्जांपल देयर इज सिद्धार्थ सिद्धार्थ दास सिद्धार्थ दास ने शुद्ध शुद्ध ति तिक नाम विता लिखा हुआ है देन हला युद्ध हुए हला युद्ध है ना बड़ा कठिन कठिन नाम है ओके एक है ब्रह्म ब्रह्म ब्राह्मण सर्वस्व ब्राह्मण सर्वस्व एक है अभिधाना अभिधाना रत्न मला तो ये दो किताबें किसने लिखी है हला युद्ध ने लिखी है तो हला युद्ध जयदेव और सिद्धार्थ दास कम से कम रिकॉग्नाइज कर सको राइट बोलने तो दिक्कत हो रही है राइट है ना कम से कम रिकॉग्नाइज कर सके कि हां ये सिद्धार्थ दास की किताब है ये हला युद्ध की किताब है ऐसा लिटरेचर अगर यूपीएससी एमसीक्यू में दे तो हम लोग रिकॉग्नाइज कर ले दैट इज गुड तो ये कुछ फैक्ट्स है जो है सेना डायनेस्टी के बारे में जो हम लोग ध्यान रखेंगे राइट तो दिस इज ईस्ट बंगाल देन थोड़ा और आगे बढ़ते हैं चलते हैं असम की तरफ राइट तो और नॉर्थ में जा रहे हैं असम की तरफ जा रहे हैं तो असम असम ये जो एरिया है दिस इज कॉल्ड एज कामरूप तो दो टर्म यूज होते हैं काम रूप किंगडम रेफर्स टू असम या फिर प्राग ज्योतिष पुर दोनों ही टर्म जो है इट रेफर्स टू असम राइट है ना तो काम रूपा या फिर प्राग ज्योतिष पुर च नाव तो पहले ये पाला इन्फ्लुएंस में हुआ करता था बट देन यहां पर कुछ छोटी-छोटी डायनेस्टी एस्टेब्लिश हुई तो ये है एक है आपकी सलंबा एक है आपकी प्रलंबित तो ये दो डायनेस्टीज आपकी जो है आपकी बी जोन में आती है तो एक जो राजा हुए जहां से ये प्रॉमिनेंट हो जाती है वो है हर हर हर जरा वर्मन हर जरा वर्मन ही इज अ फाउंडर किसमें है ये सलंबा डायनेस्टी तो बहुत जगह बहुत जगह इसे मलिजा डायनेस्टी भी लिखा हुआ है और इनकी कैपिटल जो है वो है ह रूपेश नाउ दिस इज नॉट वेरी प्रॉमिनेंट नॉट वेरी वेरी इंपॉर्टेंट बट स्टिल फिर भी अगर हल्का सा ध्यान रहे तो चलेगा राइट हर रूपेश्वरानंद से आ रहा है हर रूपेश्वरानंद डायनेस्टी सली आगे जाके एक जो है प्रलंबित होती है जिनकी जिनकी भिड़ंत बख्तियार खलीजी से भी होगी राइट तो बख्तियार खलीजी लेट्स गो बैक टू द टाइम लाइन तो ये जो 1206 का जो दौर है 1206 तो जैसे हमने ये ग्रीन लाइन बनाई है ऐसे ही अभी हम समझेंगे कि देयर इज देयर इज खल जीी कमिंग इ व्हिच इज बख्तियार खल जीी ये डिफरेंट है वो खलीजी डिफरेंट है बख्तियार खल जीी तो कहानी कनेक्ट करेंगे तो बख्तियार खल जीी की भिड़ंत लक्ष्मण सेना से भी होनी है और बख्तियार खलीजी की भिड़ंत यहां पर प्रलंबित से भी होनी है प्रलंबित है लक्ष्मण सेना के ऊपर जो है यह राज्य स्थापित कर रहे हैं लक्ष्मण सेना को पुशबैक कर रहे हैं दिस इज समथिंग व्हिच इज इंपॉर्टेंट राइट ना फिलहाल कहानी इंपॉर्टेंट कहां पे हो जाती है अगेन कहानी इंपॉर्टेंट हो जाती है कि 1228 में 1228 में वी हैव स्टार्टिंग ऑफ अ होम किंगडम अ होम किंगडम तो अहोम किंगडम तो कहते हैं कि म्यानमार से एक जो है रॉयल फैमिली थी जो शिफ्ट हुई रॉयल प्रिंस थे जो शिफ्ट हुए उनका नाम है सुखा राइट है ना तो देयर इज अ ट्र राइट शान ट्राइब जो कि माइग्रेट होती है असम साइड में एंड द फाउंडर इज सुखा सुकाफा राइट तो 1228 तो 1228 से अहम डायनेस्टी की स्थापना होती है अहोम एंड दिस अहोम डायनेस्टी विल कंटिन्यू फॉर वेरी वेरी लॉन्ग राट है ना पहली बार अगर अहोम को कोई चैलेंज करेगा तो वो औरंगजेब के टाइम में होगा व्हिच इज वेरी वेरी लेट अदर वाइज अहोम डायनेस्टी कंटिन्यू करती रहेगी और जो जो औरंगजेब के साथ भी चैलेंज जो है वो ऑलमोस्ट जो है ठ से 10 सालों का ही है उसके बाद भी अहोम डायनेस्टी कंटिन्यू करती रहेगी अंग्रेजों के टाइम तक अहोम डायनेस्टी कंटिन्यू करती रहेगी नाउ अगेन व्हाई अहोम डायनेस्टी बिकम इंपॉर्टेंट दो चीजें जो है जो हम ध्यान रखेंगे पहला अभी अभी जो है शैरा देव मैदम राइट शैरा देव मैदम को को रिकॉग्नाइज किया गया है वर्ल्ड हेरिटेज साइट की तरह राइट दिस इज 2024 तो अभी 2024 में लास्ट ईयर बेसिकली जो है शरा देव मैदामगांव थे जो रॉयल फैमिलीज थी थी उनको यहां पर बरी किया जाता था दीज आर आल्सो कॉल्ड एज पिरामिड्स ऑफ इंडिया क्या बोलते हैं पिरामिड्स ऑफ इंडिया सवाल हो सकता है ये सवाल हो सकता है पिरामिड्स ऑफ इंडिया दूसरा दूसरा पॉइंट जो हमें ध्यान रखने लायक है अहोम्स के बारे में अहोम की हिस्ट्री जो है लिखी हुई है किताबें हैं कुछ बरजी तो उसमें आपको अहोम की कहानियां अहोम की हिस्ट्री मिलती है राइट दज बरजी कैन बी आस्ड राइट ना यही दो तीन चीजें प्रोमिन है जो कि पूछी जा सकती है तो नाउ नाउ अगेन कमिंग बैक तो वी हैव सीन ऑल द थ्री डायनेस्टी छोटी-छोटी कहानियां थी असम ईस्ट बंगाल और कलिंगा नाउ नाउ जो है कहानी और आगे बढ़ाते हैं अब जो है अब हम बात करेंगे अब हम चलेंगे अपने अगले चैप्टर में और हम बात करेंगे अब जो है राजपूतों की तो फाइनली फाइनली हम कोर एरिया में एंटर करने जा रहे हैं अब हम लोग एंटर करने जा रहे हैं या तो अब हम एंटर करने जा रहे हैं दिस कोर पार्ट जो अभी तक हम जो है अवॉइड कर रहे थे तो यह सारी चीजें सारी चीजें हमने सुन लिए जो भी प्रोमिन है यूपीएससी पॉइंट ऑफ व्यू से और नाउ वी विल टॉक अबाउट राजपूत्स तो अगला टॉपिक है राजपूत्स सो फाइनली वी हैव रीच द क्लाइमैक्स ऑफ दिस पर्टिकुलर टॉपिक व्हिच इज राजपूत है ना तो ये राजपूत और बेसिकली अरब इनवेजन ये दो कहानी हमारी लास्ट कहानी है राट सो दिस इ सेकंड ल स्टोरी राजपूत स आइए बात शुरू करते हैं तो अब तक अब तक हम बाकी सारी चीजें देख चुके हैं बी जोन देख चुके हैं सी जन में हम बाकी सारी कहानियां कवर कर चुके हैं राइट राजपूतों की बात करते हैं और फिर कहानी हमारी आगे बढ़ेगी नाउ बिफोर आई गो अहेड वी शुड आल्सो अंडरस्टैंड कि जो सी जोन है जिसे एक्चुअली एज ऑफ कॉन्फ्लेट कहा जाता है एज ऑफ कॉन्फ्लेट इसमें कॉन्फ्लेट क्या है राट ना तो इसमें टेक्निकली तीन कॉन्फ्लेट्स हैं तो पहली पहले कॉन्फ्लेट की बात करते हैं कि हां ये जो दौर है इसमें इसमें हम दो इनवेजन फेस करेंगे एक इनवेजन फेस करेंगे हम लोग 1000 के आसपास बिटवीन 1000 एंड 1025 एंड दिस इज दिस इज गजनी कमिंग इन राइट है ना गजनी और दूसरा इनवेजन हम लोग फेस करेंगे व्हिच इज व्हिच इज अराउंड 10 सॉरी 1170 और 78 राइट है ना 1178 से 1192 एंड फिर कंटिन्यू करेगा आगे व्हिच इज अबाउट घौरी एंड ये जो राजपूत है राइट है ना ये जो सेगमेंट है ये ये सबसे पहले फेस करेंगे इस चीज को यस इस चीज को सबसे पहले क्योंकि वो है भी उस तरफ तो सबसे पहले राजपूत फेस करेंगे इसे राइट ना सो वी विल फाइंड कि यहां एक तो एक तो जो है एक तो बेसिकली गजनी जिसका एक्चुअल नाम है महमूद ऑफ गजनी राइट ना ये 1000 से 1025 के बीच में 25 बार सॉरी 17 बार जो है रेड करेगा 17 रेड्स और सिमिलरली एक इनवेजन है महमूद मोहम्मद ऑफ घूर के द्वारा राइट है ना घूर एक जगह है गजनी भी एक जगह है है ना तो मोहम्मद ऑफ घूर के द्वारा जो कि जो कि 1080 और 1200 के बीच हम देखेंगे कि हां इनवेजन कर रहा है तो पहली बात तो एक कि ये जोन इंपॉर्टेंट है इसीलिए 1000 पे लाइन मार्क करी गई है और दूसरा ये जन इंपॉर्टेंट है इसीलिए 1200 पे लाइन मार्क करी गई है इसी के बाद ल्ली सल्तनत शुरू होता है और तीसरी लड़ाई है जो राजपूत है बेसिकली बीच में राट ना ये राजपूत आपस में भी लड़ाइयां लड़ रहे हैं है ना तो ये जो चारों आप देख रहे हैं इनके आपस में भी वॉर्स हो रहे हैं इनके आपस में भी झगड़े हो रहे हैं आपस में भी वॉर्स हो रहे हैं राइट है ना तो हां तो बात करते हैं कि कौन है राजपूत है नाना जो है राजपूत है क्या है ना आइए थोड़ा सा डिस्कस करते हैं हु इज राजपूत तो राजपूत तो एक डेफिनेशन हमने सुनी है एक मूवी आई थी जिसमें बात कही गई है कि चिंता की चिंता को तलवार की नोक प रखे वो है राजपूत राट रेत की नाव लेकर समुंदर से शर्त लगाए वो है राजपूत और जिसका सर कटे फिर भी धर दुश्मन से लड़ता रहे वो है राजपूत है ना तो एक तो कहानी हमने ये सुनी है बट नाउ लेट्स टॉक अबाउट कि राजपूत किसको कहा जाता है तो राजपूत हालांकि दिस इज अ वेरी एब्स्ट्रेक्ट टर्म राजपूत और और अगर टर्म देखा जाए तो राजपुत्र राजा का बेटा यहां से टर्म आता है राजपुत्र बट एक्चुअली एक्चुअली दिस इज आल्सो कनेक्टेड विद फ्यूड इजम राजपूत्स आर नोन फॉर लैंड ओनरशिप लैंड ओनरशिप कि यहां कोई एरिया होगा छोटा सा जो उनके कंट्रोल में होगा तो ऐसे कुछ ऐसे कुछ गुर्जर पति हारा के टाइम में राइट है ना गुर्जर पति हारा तो हम लोग बात कर रहे थे कि हमारे बी जोन में बी जोन में राइट ना 72000 हमने देखा था कि हां देर वर गुर्जर प्रतिहार जो कि डोमिनेट कर रहे थे गुर्जर प्रतिहार पाल राजकोट हमने कहानी सुनी थी तो गुर्जर प्रतिहार तो इनके टाइम में देर र सो मेनी क्लांस राइट है ना राजपूत थे है ना तो कुछ यहां से हमें पता चलता है कि कुछ 36 क्लांस है 36 क्लान 36 क्लान जिन्हें राजपूत कहा गया है इंक्लूडिंग गुर्जर पति हारा गुर्जर प्रतिहारस भी जो है राजपूत है यस प्लस एक और एक और स्टोरी जो राजपूतों के ओरिजिन से जुड़ी हुई है इ इज कि हां जो है एक बार एक बार माउंट आबू पे ऋषि वशिष्ठ ने एक एक यज्ञ करने गए थे तो वहां पर कोई राक्षस उनको परेशान कर रहा था तो माउंट आबू पर उन्होंने एक अग्नि प्रज्वलित करी थी और उस अग्नि से फायर से कुछ जो है कुछ राजपूत निकले थे कुछ योद्धा निकले थे तो इसीलिए उनको क्या कहा जाता है अग्नि कुल कहा जाता है अग्नि कुल अग्नि कुल जिसमें आते हैं चौहानस जिसमें आते हैं आपके चालुक्यास या फिर सोलंकी जिसमें जिसमें एक है कुल आपका परमार और ये प्रतिहार दिस इज वन ऑफ द स्टोरी तो अग्नि कुल पूछा जा सकता है कि किस बारे में अनदर कैरेक्टरिस्टिक अबाउट राजपूत इज कि राजपूत वो अपनी जो जमीन है अपना जो एरिया है उसको प्रोटेक्ट करते हैं एंड दे हैव फोर्टिफिकेशन राइट है ना किला होता है इनके पास राइट है ना तो बहुत सारे राजपूत किले राजस्थान में और फिर बुंदेलखंड में राट तो बहुत सारे राजपूत किले हैं चित्तौड़ का किला बहुत फेमस है रथम भुर का किला बहुत फेमस है नागौर का किला है कलिंजर का किला है मांडर नंद मंडलगढ़ अचलगढ़ ऐसे बहुत सारे किले जो हैं वो राजपूतों के हैं राइट ना तो चलिए तो जो है ये हमने समझा कि राजपूत है क्या राइट अब बात करते हैं इन डायनेस्टीज की बात करते हैं अब ये जो डायनेस्टीज है तो टोटल कुछ छह डायनेस्टीज मैं आपको पढ़ाने वाला हूं राट है ना अब ये जो टाइमलाइन मैंने बनाई है शुरू में थोड़ी सी मैसी लगेगी बट समझो कि ये छोटी-छोटी कहानियां एक साथ हो रही हैं इट इज वेरी इंपोर्टेंट टू मेक सेंस राइट ट्स हाउ वी हैड स्टार्टेड है ना कि हमें जो है सेंस बनाना है इसका तो इनिशियली एक एक जैसे हम सॉल्व करते जाएंगे एक एक टाइमलाइन आपकी होती जाएगी और उसके बाद आप इसी को रेफर करेंगे तो कहानी आपको बताता जाएगा कि हा य यह हुआ तो यह हुआ था धीरे-धीरे ये इमेज आपकी फॉर्म हो जाएगी तो आपको इस टाइमलाइन को रेफर करना है दिस इज समथिंग आई वांट यू टू रिफर इवें नाउ तो अगर हम बात करें वापस वापस मैप प आए तो जो हम बात करने जा रहे हैं तो हम कहानी सुनने जा रहे हैं चौहानस की चंदास की घड़वा दस की परमारा की सोलंकी की सोलंकी को चालुक्य भी कहते हैं और तोमर्स की तो ये छह कहानियां हम लोग सुनने जा रहे हैं राइट है ना तो इनिशियली इनिशियली हमें दिखाई देगा कि हां आपस में भी क्लैशेस हैं राइट हमें दिखाई देगा कि जब गजनी आएगा तो कुछ लोगों के गजनी से क्लैश होंगे और जब गौरी आएगा तो कुछ लोगों के गौरी से क्रैश होंगे तो एक बार कहानी हम सुनेंगे जिसमें राजपूतों के एंगल से हम लोग कहानी सुनेंगे दोबारा मैं कहानी सुनाऊंगा कि जब मैं गजनी का बैकग्राउंड और घौरी की बैकग्राउंड की बात करूंगा और जब वो आए तो तो हम बेसिकली फिर से डिस्कस करेंगे कि हां किससे किससे झगड़ा हुआ है तो पहले इंडिविजुअली पढ़ते हैं और फिर घौरी और गजनी के साथ पढ़ेंगे तो हम दो बार पढ़ेंगे इससे राइट ना तो चलिए पहले इंडिविजुअली इसको सॉल्व करते हैं राइट तो लेट्स कम टू दिस टाइमलाइन तो सबसे पहले जो हम लोग चूज कर रहे हैं वो है चंडे दस राइट तो सेकंड नंबर प मैंने चंदास को रखा है इंपॉर्टेंट इंपॉर्टेंट है राइट है ना चंदास तो लेट्स टॉक अबाउट डेलास तो डेलास तो डेरा के फाउंडर अगर हम देखें तो फाउंडर है नन्नू का नाउ यूपीएससी अगेन बहुत सारे राजा हैं तो सारे हमको ध्यान नहीं रखने राइट है ना मैंने सिर्फ इंपॉर्टेंट लोगों को इंक्लूड किया है और इसके ऊपर यूपीएससी नहीं जाएगा राइट है ना कि अगर ये कुछ नाम हमें ध्यान रहे फॉर एग्जांपल ननका ऑलरेडी यूपीएससी पूछ चुका है दोबारा भी पूछ सकता है राइट तो इंपॉर्टेंट लोग के हमें नाम र याद रखने हैं तो ननका इज द फाउंडर तो चंडीदास का फाउंडर कौन है नन्नू का तो चंदास का जो राज्य है ये बुंदेलखंड एरिया में पड़ता है राइट दिस इज बुंदेलखंड नॉट कंप्लीट जो है एरिया बट दिस पार्ट इज बेसिकली बुंदेलखंड एरिया और इनकी जो इंपॉर्टेंट राजधानी है आपने सुना होगा एक टर्म खजुराहो खजुराहो तो खजुराहो किसका है चंदास का है चंदास आर ऑन खजुराहो तो चंडीदास ऑफ बुंदेलखंड या डेला ऑफ खजुराहो इसका इसका ओरिजिनल नाम जो है वो है खजूर वाह का प्लस इनके पास एक किला है जैसे मैंने कहा कि हां राजपूतों के पास किला होता है तो इनके पास कलिंजर का किला है ड़ वेरी वेरी फेमस तो कलिंजर तो कलिंजर का किला है ये राइट आगे जाके कन्नौज भी इनके कंट्रोल में आएगा कन्नौज भी इनके कंट्रोल में आ जाएगा राइट तो कहानी शुरू होती है 31 जब ननु का ये छोटा सा राज्य एस्टेब्लिश करते हैं नन्न का और उसके बाद दो राजा आते हैं जय शक्ति एंड विजय शक्ति तो जय शक्ति और विजय शक्ति इस एरिया पे जब अपना कंट्रोल एस्टेब्लिश करते हैं देन देन इट वाज कॉल्ड एज जेजा भुक्ति तो जय शक्ति के नाम पे इस एरिया का नाम जेजा भुक्ति पड़ जाता है तो चंदास तो चंदास में नन्नू का फाउंडर है इस एरिया को जेजा भुक्ति भी कहा जाता है राइट है ना इसकी कैपिटल हम देखें तो इंपॉर्टेंट सेंटर है खजुराहो राइट है ना फोर्ट है कलिंजल और एक इ नाम इज जय शक्ति जय शक्ति देन यशोवर्मन के टाइम से और एक्सपेंशन हुआ है नाउ लेट्स हैव अ लुक एट लेट्स लुक एट द टाइमलाइन तो जैसा कि मैंने कहा कि ननु का अब ये सब कुछ 1000 से काफी पहले हो रहा है 850 के आसपास ननु का है फिर जय शक्ति विजय शक्ति है फिर यशोवर्मन है जिन्होंने इनिशियल एक्सपेंशन दिया है राइट ना इनिशियल इस्टैब्लिशमेंट किया है नाउ लेट्स कम टू क्लोज टू 1000 राइट 1000 के पास आएंगे तो हमें दो नाम सुनाई देते हैं ढंगा एंड गंदा राट ढंगा एंड गंदा तो ढंगा और गंदा की बात करते हैं तो ढंगा तो ढंगा तो ढंगा वी रियलाइफ हेयर प्रतिहार को इन्होंने किनारे कर दिया है अब तक गुर्जर प्रतिहार रहा करते थे राइट ना कि प्रतिहारस जो है इन्होंने प्रतिहारस की टेरिटरीज को इन्होंने एनेक्स करना चालू कर दिया है तो आप कह सकते हैं कि ढंगा से अब जो है एक्सपेंशन चालू हो रहा है इनिशियली एस्टेब्लिशमेंट था अब इसके आसपास एक्सपेंशन हो रहा है तो ढंग देवा या ढंगा ढंगा बिकम इंपॉर्टेंट राइट है ना प्लस प्लस ही हैज आल्सो सपोर्टेड जयपाल अगेंस्ट सुबुक्तगीन हम तब समझ में आएगी जब मैं आपको सुबुक्तगीन बेटे हैं और उन्होंने जयपाल के बेटे आनंदपाल को सपोर्ट किया है तो ये स्टोरी हम एक साथ देखेंगे ढंगा और गंदा की स्टोरी है ना रिवर्स रिवर्स सा नाम है राइट एक ढंगा है एक गंदा है राइट है ना तो रिवर्स नाम है तो एक ढंगा है और एक गंदा है राइट है ना तो इसकी कहानी हम आगे कनेक्ट करेंगे जब हम बात करेंगे इसकी तो फिलहाल फिलहाल अगेन कमिंग बैक टू द टाइम लाइन तो ढंगा और गंदा की स्टोरी राइट ढंगा एंड गंदा दिस इज रिलेटेड टू गजनी गजनी कम के नाउ एक तीसरा प्लेयर है विद्याधर तो विद्याधर तो विद्याधर तो विद्याधर का नाम मैंने आपको पहले भी बताया हुआ है विद्याधर तो होता ये है कि इस इलाके पे प्रतिहार का राज्य था इफ यू रिमेंबर गुर्जर प्रतिहार और उस समय राजा थे राजपाल अब कहानी याद आएगी आपको तो पीछे हम बात कर रहे थे कि जब गजनी ने अटैक किया कन्नौज साइड में राइट ना गजनी तो जब गजनी ने अटैक किया कन्नौज साइड में तो राज्यपाल फ्लेड और तब तब जो है चंदास के राजा थे विद्याधर विद्याधर तो विद्याधर ने कहा अरे ऐसे कैसे भाग गए कहां भाग गए रटना ऐसे नहीं भागना चाहिए था तो देन ही हैड किल्ड राजपाल और इनको मार के इनके बेटे को राजा बना दिया प्लस इसके बाद इसके बाद गजनी ने अटैक किया था चंदास प भी और विद्याधर हैड टू पे ट्रिब्यूट समझौता करना पड़ा था विद्याधर को समझौता करना पड़ा था तो विद्याधर विद्याधर एक इंपॉर्टेंट स्टोरी हो जाती है यस अब ये जो भी इंपॉर्टेंट वाला पार्ट है इसका कलर मैंने अलग रखा है कुछ डिफरेंट कलर है ये राइट अब ये कलर कौन सा है पता नहीं मुझे कुछ पर्पल जैसा लग रहा है मुझे बट फिर भी तो वी हैव विद्याधर तो विद्याधर देन बीच में ऐसा कोई ऐसा बहुत इंपॉर्टेंट राजा नहीं है जिसने कुछ बहुत कंट्रीब्यूट किया है बट टुवर्ड्स दी एंड वी हैव परमार्थ देवा राइट 1200 के आसपास वीी हैव परमार्थ देवा वई परमार्थी देवा इज इंपॉर्टेंट बिकॉज नाउ अब ये लाइन अगर देखी जाए तो ये लाइन वो लाइन है जहां पर पृथ्वीराज चौहान है और पृथ्वीराज चौहान ने अटैक किया था चंदास के ऊपर परमार्थी देवा के ऊपर तो यह कहानी है परमार्थी देवा की या तो परमार्थी देवा तो परमार्थी देवा के ऊपर अटैक किया था पृथ्वीराज चौहान ने एंड एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम जब यहां पे परमार्थ देवा है परमार्थ देवा किसने अटैक किया अटैक किया पृथ्वीराज चौ ने पृथ्वी राइट पृथ्वीराज चौहान को तो मैं उम्मीद कर रहा हूं कि आप जानते हैं राइट अभी मूवी भी आई थी पृथ्वीराज तृतीय है ये तो एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम परमार्थी देवा लेफ्ट एंड हैड गॉन टू कलिंजर फोर्ट राइट है ना खजूर बाहा छोड़ के कलिंजर फोर्ट में चले गए प्लस प्लस परमा पृथ्वीराज चौहान ने जो है कब्जा कर लिया था पृथ्वीराज चौहान काफी भारी पड़े थे इस वॉर में तो दिस इज वन ऑफ द इंपोर्टेंट बैटल जो पृथ्वीराज चौहान ने करी है पस कुतुबुद्दीन अबक का भी बाद में अटैक हुआ है यस कुतुबुद्दीन अबक का भी बाद में अटैक हुआ है बट काफी टाइम तक जो है यू नो कलिंजर का किला जो है वो इनके कंट्रोल में रहा था तो लास्ट वन इज परमार्थ देवा एक बार वापस टाइमलाइन को देखो तो हमने समझा ननु का है ननु का इज द फाउंडर देन जय शक्ति इंपॉर्टेंट है क्योंकि जेजा भक्ट उन्हीं के नाम पे है देन ढंगा और गंदा की हमने बात करी कि हां वो ऊपर कहीं सुबुक्तगीन की कुछ लड़ाई हो रही है फिर हमने विद्याधर और राजपाल की कहानी समझी फिर हमने समझा कि परमार्थी देवा का झगड़ा किससे हो रहा है पृथ्वी से हो रहा है तो दिस वाज द फर्स्ट टाइमलाइन जो हमने बात कर चंदास की नाउ चंदास के बारे में एक चीज और इंपॉर्टेंट है फेमस है च इज खजुराहो तो खजुराहो में का जो टेंपल आर्किटेक्चर है तो जैसे उड़ीसा का टेंपल आर्किटेक्चर एक सेपरेट कहानी है वैसे ही खजुराहो का टेंपल आर्किटेक्चर भी एक सेपरेट कहानी है तो खजुराहो में दो तीन मंदिर हैं जो कि क्लासिकल एग्जांपल ऑफ नगरा स्कूल ऑफ टेंपल आर्किटेक्चर माने जाते हैं तो यह भी नगरा का एक सब स्कूल है नगरा स्टाइल का यह भी एक सब स्कूल है सिमिलरली ऐसा ही हमने उड़ीसा में देखा था कलिंग में देखा था कलिंगा हां पे मैं अवंती वर्मन की बात कर रहा था तो कलिंगा तो वन ऑफ द फेमस टेंपल इज लक्ष्मण टेंपल राइट विश्वनाथ टेंपल कंडर या महादेव वेरी वेरी फेमस टेंपल यस दीज आर लाइक क्लासिक एग्जांपल ऑफ जो है दी नगरा स्टाइल ऑफ टेंपल आर्किटेक्चर जिसमें प्रॉपर पंचायतन पंचायतन स्ट्रक्चर हमको या पंचायतन लेआउट हमको दिखाई देगा राइट है ना प्रॉपर हमको दिखाई देगा कि हां एक जगती है एक प्रॉपर जो है शिखर है मल्टीपल सर्ब सब शिखर हैं अमलका है कलश है राइट है ना देन वी हैव वी हैव जो है मंडप्स एज वेल राइट मल्टीपल मंडप्स तो दिस इज समथिंग जो हमें इन मंदिरों में दिखाई देगा जो कि आप कल्चर में कवर करेंगे राइट है तो लक्ष्मण विश्वनाथ और कंडर या महादेव टेंपल दिस इज वेरी वेरी फेमस राइट कंडर गया महादेव टेंपल नाउ इनके जो जो है अगेन क्योंकि बहुत लंबे दौर तक ये मंदिर बनते हैं तो ऐसा नहीं कहा जा सकता कि इन्होंने ही बनवाया है एगजैक्टली बट तब भी रफल हम कह सकते हैं कि लक्ष्मण इज कनेक्टेड विद यशोवर्मन एंड लेटर ऑन ढंग विश्वनाथ इ कनेक्टेड विद ंगा एंड कंडर महादेव इ कनेक्टेड वि विद्याधर राट इसको थोड़ हम ध्यान रख सकते हैं चलिए तो कहानी चंदास की हो गई कहानी और आगे बढ़ाते हैं राट नेक्स्ट कहानी में चलते हैं तोब हम बात करेंगे परमार्स की परमारा तो चंदास हमने देख लिए राट बुंदेलखंड के चंदास नाउ लेट्स टॉक अबाउट परमारा तो परमारा ऑफ मालवा तो परमार तो परमार जो है य मालवा रीजन है और अगर कोई कहे मालवा तो मालवा का सेंटर होता है उज्जैन है ना जो फेमस पार्ट है मालवा का खैर इनकी जो राजधानी है वो जैन नहीं है इनकी राजधानी है धार तो धार इज द कैपिटल ऑफ मालवा राइट है ना वेरी वेरी इंपोर्टेंट तो नाउ वी रियलाइफ टॉकिंग अबाउट परमार्स को मैंने सबसे नीचे रखा है रीजन थोड़ा सा आइसोलेटेड है अंदर की तरफ है तो थोड़ा आइसोलेटेड है राइट तो इनके जो फाउंडर है वो है उपेंद्र तो यह कहानी भी काफी पीछे चालू हो गई थी 800 के आसपास चालू हो गई थी उपेंद्र जी ने जो है उपेंद्र पाजी ने जो है इसको शुरू किया था ऐसे करके थोड़ा ध्यान रखेंगे उपेंद्र और कैपिटल इन्होंने रखी धार की नाउ इंपोर्टेंट पार्ट इज कि इनिशियली इनिशियली दे वर दे वर अंडर द कंट्रोल ऑफ राष्ट्र कोटास राइट अब आपको बात याद आएगी कि रा कोटास को 972 में राइट इनकी कैपिटल आपको याद आएगा कि हां जो है इसको डिस्ट्रॉय कर दिया गया था राइट मन्या खेत को एकदम स्टेट कर दिया गया था सैक कर दिया गया था किसने सैक किया था परमार्स ने सैक किया था राइट है ना परमार ही थे वो उन्हीं के फ्यूरेट हुआ करते थे जिन्होंने सैक कर दिया मैंने आपको बताया था कि अपने ही लोग थे जिन्होंने डिस्ट्रॉय किया राइट तो 972 में यही लोग जो है सैक करेंगे य बाय 972 यू रिलाइज कि राजकोटसिटीपॉलिस के अलावा ही इज फेमस फॉर हिज लिटरेचर एज वेल राइट है ना तो हां तो जो है इन आर् जो है आर्ट और लिटरेचर के लिए जाने जाते हैं तो इनके यहां कुछ कुछ पोएट है जैसे कि धनंजय राइट धनंजय ने लिखी है दश रूपकम देन पद्म गुप्ता पद्म गुप्ता ने लिखी है नव शशांक चरित और फिर हला युद्ध है धनिका है किसके कोर्ट में है ये सारे के सारे मुंजा के कोर्ट में है मुंजा तो मुंजा तो लेट्स कम बैक टू द टाइमलाइन सो इंपॉर्टेंट इज मुंजा तो मुंजा तो उपेंद्र इज द फाउंडर बट यहां पे पर महाराज अब जा चुके हैं पर महाराज अब इंपॉर्टेंट नहीं है और मुंजा जो है मुंजा खूब सारी किताबें ताबें लिखवा रहे हैं कवि हैं खूब जो है यू नो कविताएं चल रही है मुशायरा हो रहा है राट ना मुंजा के राज्य में तो मुंजा नाउ आफ्टर मुंजा द नेक्स्ट किंग इज इंपॉर्टेंट इज भोज भोज लेट्स टॉक अबाउट भोज नाउ राजा भोज तो भोज नाम के जितने भी राजा हैं सारे वो मोस्टली अच्छे राजा है राइट ना जैसे कि हमने पीछे गुर्जर पतिरा से हम बात कर रहे थे एक मिहिर भोज मैंने आपको पढ़ाया था आदि वरहा पढ़ाया था तो वैसे ही ये भोज भी बढ़िया है ये भोज भी बढ़िया है तो वी रियलाइफ कि हां ये जो है इमीडिएट हजार के बाद वी हैव अ किंग कॉल्ड भोज नाउ अगेन ये डायरेक्टली तो लड़ाई यहां पे हमें नहीं दिखाई देगी जो है गजनी और इनके बीच में बट कहीं ना कहीं गजनी ऐसा माना जाता है कि भोज से डरता था खौफ खाता था कि भोज कहीं मेरा भोज में मुझे खा ना जाए राट है ना तो ऐसा ऐसा कुछ हुआ करता था तो भोज तो एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम भोज इज कंसीडर्ड एज कि परमारा का पीक क्या है भोज इसीलिए भोज हो रहा है महाभोज हो रहा है राइट है ना देन देन ही हैड सपोर्टेड गजनी के खिलाफ आनंदपाल की लड़ाई में इन्होंने भी सपोर्ट किया था अभी ये आनंदपाल की लड़ाई मैं बताऊंगा बाद में आपको राइट तो खैर इन्होंने भी सपोर्ट किया था प्लस और एक्सपेंशन भी किया है 1043 के आसपास एक्सपेंशन भी किया है राइट नाउ ये लड़ाई झगड़ा और एक्सपेंशन ये वाला एक्सपेंशन उतना झगड़ा इंपॉर्टेंट नहीं है लेकिन हां भोजपुर तो भोपाल के पास एक जगह है भोजपुर और इससे याद आया कि भोपाल में दो लेख है बहुत फेमस लेख हैं कभी आप भोपाल गए हो तो जो बड़ी वाली लेख है उसमें आप देखेंगे कि एक बहुत बड़ी सी मूर्ति लगी है ये राजा भोज परमार की है राइट है ना परमार भोज की है ये मिहिर भोज की नहीं है है ना भोज की है ये प्लस कुछ किताबें हैं तो ये बहुत सारे सब्जेक्ट्स के क्या है विद्वान है है ना बहुत सब्जेक्ट पढ़ाते हैं तो हां तो इनकी किताब ग्रामर की किताब है श्रृंगार प्रकाश राइट एक सिविल इंजीनियर भी है ये तो समरंगम सूत्र धार करके किताब है एक पोएट्री लिखी है चंपू रामायण राइट है ना ऐसा भी लिखा है इन्होंने तो ये कुछ फेमस एसोसिएटेड है राजा भोज से तो राजा भोज राजा भोज हमें समझ में आया कि हां ऑथर भी है एक्सपेंशन भी है और कुछ कनेक्शन इनका गजनी से भी है गजनी इनसे डरता भी था और प्लस इन्होंने मदद करी है कहीं आनंदपाल और जयपाल की राइट है ना आनंदपाल की एक्चुअली मदद करी है नाउ आफ्टर भोज ये पीक है राइट तो उसके बाद डिक्लाइन होने लग गया इसके बाद परमार्स का डिक्लाइन होने लग गया तो इसके बाद के राजा ऐसा कोई खास इंपॉर्टेंट राजा नहीं है द लास्ट किंग इज महालका देवा तो फाइनली ये एंपायर चलती रहेगी चलती रहेगी टिल वी हैव खलदी अलाउद्दीन खलदी तो फाइनली अलाउद्दीन खलदी जो है महा महालका देवा को हराएगा राइट दैट विल बी डेथ ऑफ महालका देवी महालका देवा एंड द एंड ऑफ परमार्स ये दो कहानिया हमने समझी हमने चंदास की बात करी हमने परमार्स की बात करी राइट है ना तो चंदास ए परमार्स डन चलिए कहानी और आगे बढ़ाते हैं नेक्स्ट हम बात करने जा रहे हैं जो है तो अब हम नाउ वी नो चंडे दस नाउ वी नो परमारा और हमने समझा परमारा पीछे राज कोटास के फूटरी थे राज कोटास किनारे हो गए नाउ लेट्स टॉक अबाउट तोमर्स राइट तो अगली कहानी है तोमर्स की थोड़ा और ऊपर चलते हैं तोमर्स की बात करते हैं तोमर्स नाउ तोमर्स तो ये जो इलाका है जो हरियाणा वाला जो हरियाणा या हरियाणा वाला बेसिकली जो पार्ट है आज का राइट इस इलाके प राज्य हुआ करता था किनका तोमर्स का राज्य हुआ करता था तोमर्स राइट बट इनके बारे में डॉक्यूमेंटेशन नहीं है कि किस अनंगपाल की बात हो रही है तो दैट इज द रीजन कि बहुत ज्यादा डिटेल्स जो है जो है तोमर राजाओं की हमारे पास है नहीं वी हैव सम आईडिया कि अनंगपाल जी ने ये किया है बट वच अनक पाल एगजैक्टली थोड़ा सा डाउट है हमें खैर इनकी जो कैपिटल है वो है दिल्ली का तो दिल्ली तो दिल्ली इंपॉर्टेंट हो जाता है दिल्ली का तो दिल्ली का तो तोमर्स की कैपिटल क्या है है ना तो हां हरियाणा के बगल दिल्ली तो हां तो इनकी कैपिटल ही दिल्ली है तो दिल्ली इज इंपॉर्टेंट फ्रॉम हेयर ऑनवर्ड राट इनको कई लिटरेचर में तुवार भी कहा गया है प्लस ये भी राजपूत है यस ये भी राजपूत है 3 ग्रांस में ये भी जो है जो मैं आपको बता रहा था ये इंक्लूडेड है नाउ होता क्या है कि इवेंचर दे हैं और और दिल्ली पे कब्जा कर लेते हैं तो दिल्ली चौहान के कंट्रोल में आ जाएगा तो पहले तो के कंट्रोल में दिल्ली था और फिर चौहान के कंट्रोल में दिल्ली आ जाएगा यह बात हम ध्यान रखेंगे और दूसरा जो कुछ राजाओं की अगर हम बात करें तो अनंगपाल तोमर तो आनंदपाल तोमर का जिक्र तो एक जो है मेहरोली में एक पिलर है मेहरोली तो इस पिलर पे भी हमको जिक्र मिलता है अनंगपाल तोमर का राइट है ना अगेन उसमें कुछ कहानी है कि जो है ऐसा राजा को लग रहा था कोई कह रहा था कि उसके नीचे कोई सां सांप है वसु की सांप राइट जिसने इस जो है पिलर को पकड़ा हुआ है और अगर खुदाई करोगे और वसु की सांप अगर मर गया कुछ हो गया तो इन डार्ट केस आपकी अंपायर खत्म हो जाएगी ऐसी करके कोई कहानी तो उन्होंने खुदाई करी तो चाहे एकदम लहू लुहान हो गया ऐसा करके माना जाता है तो खैर वो भी जिक्र है प्लस इनके कॉइंस आप देखोगे तो उसमें घोड़ा बना हुआ है घुड़सवार है बुल है ऐसे ही कॉइन आगे पृथ्वीराज चौहान वगैरह भी छापें राइट है ना प्लस दिल्ली में बहुत सारा पानी जैसे आज भी दिल्ली में पानी की थोड़ी कमी है तो वाटर वर्क्स प इन्होंने काम कराया है दिल्ली में कि हां डीप इनसाइड पानी पहुंचे अनदर किंग अनंतपाल टू ही इज एसोसिएटेड विद लाल कोट तो दिल्ली का जो पहला किला है क्योंकि अब तक दिल्ली में कोई कोई जो है ऐसा राज्य स्थापित नहीं हुआ था तो दिल्ली का जो पहला किला है व्हिच इज लालकोट वो इन्होंने बनवाया है और एक अनंग ताल टैंक है वो भी इन्होंने बनवाया है प्लस प्लस थर्ड इ सूरजपाल तो सूरजपाल जी ने एक सूरजपाल कुंड बनवाया हुआ है राइट ना फरीदाबाद हरियाणा में वी हैव अ सूरजकुंड राइट सूरजकुंड नॉट सूरजपाल कुंड सूरजकुंड तो अनंगपाल तोमर अन अनंतपाल टू एंड सूरजपाल नाउ दिस इज लाइक वेरी स्मॉल स्टोरी एगजैक्टली टाइमलाइन प हम इसे नहीं डाल सकते बट वी अंडरस्टैंड मोस्ट इंपोर्टेंट कि चौहान विल टेक ओवर इनको मैंने टाइमलाइन प नहीं रखा है राइट है ना चलिए कहानी और आगे बढ़ाते हैं नेक्स्ट वील टॉक अबाउट चौहानस तो सबसे बड़ा जो नाम है सबसे फेमस नाम जो है वर्ल्ड फेमस नाम जो है इज ऑफ चौहान तो चौहान तो चौहान जो है चौहान का जो राज्य है वो शुरुआत होता है सांभर लेक से जयपुर के पास है सांभर लेक एंड वहां पर शाकंभरी देवी है शाकंभरी तो इसीलिए चौहान या चह मनाज कहा जाता है है ना तो ये भी वर्ड यूज करते हैं चानास तो नाज ऑफ शाकंभरी कहा जाता है तो नाउ वी आर गोइंग टू टॉक अबाउट चानास अब हमें ये एरिया पता है यह पता है तोमर पता है नाउ वी विल टॉक अबाउट चानास तो चानास तो सबसे बड़ा नाम एंड चानास के फाउंडर हैं सिंह राजा है ना तो शेरों की डायनेस्टी है तो फाउंडर भी कौन होगा कोई शेर होगा तो सिंहा राज तो सिंहा राज इज द फाउंडर अ अगेन 1000 से पहले ही ये डायनेस्टी एस्टेब्लिश हो चुकी है तो मोस्टली सारी की सारी डायनेस्टीज हम देखेंगे कि हां हजार के पहले सारी आ चुकी है तो सिंहा राज तो फाउंडर इज सिंहा राज या सिंहराज नाउ नाउ तो सो अगेन सो सिंहराज सो सिंहराज इज द फाउंडर ओवर हियर अनदर इंपोर्टेंट पर्सन इज अगेन देयर आर मोर किंग्स बट वन थिंग यू विल नोटिस दैट ड्यूरिंग द अटैक ऑफ गजनी एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम जो हमारे जोहान्स हैं वो उस समय बहुत प्रोमिन नहीं है प्रिवेंट नहीं है तो इन्होंने इसको रजिस्ट नहीं किया है यहां पर कोई ऐसा क्लश हमें नहीं दिखाई देता है गजनी के साथ राइट इंपोर्टेंट किंग इज अजय राजा तो 1100 के आसपास 1100 से लगभग हम देखेंगे कि अब ये एंपायर वापस यू नो ये डायनेस्टी धीरे-धीरे पावरफुल हो रही है और अजय राजा तो अजय राजा इज द वन जिन्होंने अजमेर अजमेर जो है इन्होंने एस्टेब्लिश किया है तो अजय राजा के नाम पर था ये अजय मेरू जिसे आगे जाकर आपने कहा अजमेर तो अजय इज नोन फॉर अजमेर दिस इज द पॉइंट जहां पर अजमेर एस्टेब्लिश हुआ है अजमेर राइट नाउ नाउ अगेन अजमीर इसके अलावा अजय राजा जैसा मैंने कहा कि यहां से धीरे-धीरे लोग प्रॉमिनेंट हो रहे हैं तो ये परमार्स को हरा देंगे राइट है ना इनके एक पड़ोसी परमार है तो परमार को हरा देंगे एंड एंड जो है उनकी उज्जैन भी कैप्चर कर देंगे राइट है ना उनकी उनकी जो है कैप्ल उस समय उज्जैन वो भी कैप्चर कर लेंगे राइट अनदर पर्सन द यू कैन से सेकंड लास्ट मोस्ट इंपोर्टेंट पर्सन और सेकंड मोस्ट इंपोर्टेंट पर्सन इज विग्रह राज विग्रह तो विग्रह इज इंपॉर्टेंट व्हाई क्योंकि डायनेस्टी को इतना स्ट्रांग बनाने में पृथ्वीराज चौहान तो फाइनल प्रोडक्ट है लेकिन इतना स्ट्रांग बनाने में अगर किसी का हाथ है तो वो है विग्रह का तो विग्रह राज रट तो विग्रह राज इज मोर लाइक पुष्प राज है नाना झुकेंगे नहीं है ना वैसा वाला तो विग्रह राजा तो विग्रह राजा तो तोमर से जो दिल्ली कैप्चर हुआ है वो किसके टाइम में हुआ है इनके टाइम में हुआ है बट इन्होंने तोमर्स को बोला कि ठीक है तुम लोग राज्य करते रहो हमारे फ्यूरेट की तरह राज्य करते रहो रटना तो हटाया नहीं था है ना इनको राज्य कंटिन्यू करने दिया था तो द मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग इज कि तोमर से इन्होंने राज्य अपने कंट्रोल में दिया है प्लस प्लस अपने राज्य को एक्सपेंड किया है तो ईस्टर्न पंजाब तक पहुंच गए हैं गुजरात भी है तो अब जो अब जो एंपायर है ये एक्सपेंड होती हुई दिख रही है राइट दिल्ली भी इनके कंट्रोल में आ चुका है पंजाब साइड भी पहुंच गए हैं यस राइट है ना तो हां तो दिस इज दिस इज दिस इज त्रि भंड पुरा तो त्रिभंग पुरा तो त्रिभंग पुरा इज इंपोर्टेंट प्लेस तो ये सब एरिया अब इनके कंट्रोल में आ रहा है नाउ नाउ अगेन तो प्लस बाकी और एरिया भी इन्होंने कंट्रोल में लाए अदर देन दैट अब जो है उन्होंने कहा कि अब शा कंबरी से रूल करना ठीक ठीक नहीं लग रहा अजमेर बढ़िया है तो विग्रह राजा ने ही कहा कि भाई चलो अजमेर हमने एस्टेब्लिश किया है है ना अजय राज ने एस्टेब्लिश किया है तो अजमेर कैपिटल शिफ्ट कर देते हैं तो विग्रह हैड शिफ्टेड द कैपिटल एज वेल प्लस इनके भी राज्य में कुछ-कुछ लिटरेचर लिखा गया है फॉर एग्जांपल इन्होंने एक लिटरेचर लिखा है हरि केली नाटक तो हरि केली है ना विग्रह ने लिखा है हरि केली नाटक अब एक बहुत ही फेमस प्ले है भारवि का तो भारवि का कीरत और जुनिया मैंने आपको एंस में पढ़ाया था कीरत अर् जुनिया तो कीरत अर् जुनिया इज कि अर्जुन और भगवान शिव के बीच में डिस्कशन है ये राइट है ना जो है अर्जुन दिव्यास्त्र मांग रहे थे और भगवान शिव ने कहा कि लाओ जो है थोड़ा सा इसे टेस्ट करते हैं थोड़ा सा इसके मजे देते हैं राइट है ना तो जो है कीरत के रूप में पहाड़ी के रूप में वो आए थे और उनका टेस्ट किया था तो दैट कीरत अर जुनियर स्टोरी इज हेयर इसमें विग्रह राजा के साथ-साथ उनके लवर जो है देशाला देवी उनका भी जिक्र है प्लस इनके भी कोर्ट में कुछ पोएट है सोमदेव सोमदेव ललित विग्रह राजा इन्होंने लिखा है ललित विग्रह राजा तो ललिता विग्रह राजा ऐसा करके इन्होंने विग्रह राज की कहानी लिखी नाउ दो चीजें दो कंस्ट्रक्शन इनके साथ जुड़े हुए हैं एक है विशाल देव टेंपल दिस इज विशाल देव टेंपल जो इन्होंने बनाया है और इसके अलावा अढ़ाई दिन का झोपड़ा अभी जो इन्होंने बनाया उसे अढ़ाई दिन का झोपड़ा नहीं बोलते हैं राइट है ना वो बेसिकली कोई मोनेस्ट्री है जहां पे यू नो पढ़ाई लिखाई होती है राइट ब्राह्मण वगैरह कुछ पढ़ाई करते हैं या कुछ मंदिर जैसा है सरस्वती मंदिर भी कहते हैं कई जगह तो पहले इन्होंने बेसिकली कुछ ऐसा बनाया था मनात्री टाइप का बनाया था लेकिन बाद में जब बबक आएगा तो बबक इसको डिस्ट्रॉय करके एक मॉस्क बना देगा तो जो मॉस्क है उसका नाम है अढ़ाई दिन का झोपड़ा राइट तो ये ओरिजनली इन्होंने कंस्ट्रक्शन कराया था विग्रह राजा ने कंस्ट्रक्शन कराया था तो विग्रह राजा ने बेसिकली चौहानों को वो अच्छी खासी स्ट्रेंथ प्रोवाइड कर दी है तो चौहान बहुत स्ट्रांग है चौहान सुपर पावर बन चुके हैं इस समय सुपर पावर वेरी पावर राइट है ना नाउ आफ्टर विग्रह राजा वी हैव आवर पृथ्वीराज चौहान राइट है ना तो पृथ्वीराज तो पृथ्वीराज चौहान बेसिकली पहले भी दो पृथ्वीराज रह चुके हैं तो ये तृतीय है तृतीय पृथ्वीराज चौहान पृथ्वीराज तो लास्ट इस पृथ्वी तो पृथ्वीराज चौहान ना पृथ्वीराज चौहान या तो पृथ्वीराज चौहान तो अब अब पंजाब साइड और दिल्ली साइड तो ऑलरेडी एक्सपेंशन हो चुका है तो अब चलो थोड़ा और दूसरी तरफ चलते हैं तो इन्होंने इन्होंने अब जो है इस साइड में एक्सपेंशन किया है राइट तो पृथ्वीराज चौहान अगर हम देखेंगे तो कन्नौज यानी कि घड़वा दस पर अटैक किया है तो अब ये इस साइड एक्सपेंड कर र है राइट लेट मी शो यू सो अब इनका जो इनका जो मूवमेंट है अभी तक हमने मूवमेंट देखा था कि मूवमेंट बंगाल साइड सॉरी पंजाब साइड और दिल्ली साइड था लेकिन अब जो है इस साइड का मूवमेंट हमें दिखाई देगा अंडर पृथ्वी पृथ्वीराज ऊपर कौन जा रहा था विग्रह राज तो और एक्सपेंशन होगा हां भाई और एक्सपेंशन होगा जिसमें इंपॉर्टेंट है इंपॉर्टेंट है कि भाई इन्होंने अटैक किया है किस पे इन्होंने अटैक किया है इन्होंने अटैक किया है चंदास पे राइट चंडे दस पे अटाक किया है तो चंडे दस वेरी वेरी फेमस है ना तो चंडे दस कन्नौज अ जो है गुजरात ये सब एरिया इन्होंने अटैक किया है राइट सो चंदा के उस समय राजा हैं परमार्थी देवा तो ये इंपॉर्टेंट है यस तो अगेन टाइमलाइन पे ध्यान दो तो पृथ्वीराज चौहान हैज अटैक्ड परमार दी देवा प्लस इनका झगड़ा किससे हुआ है कन्नौज से हुआ है कन्नौज पे कौन बैठा है जयचंद तो गड़वाला जड कन्नौज तो इनका एक झगड़ा जयचंद से भी हुआ है तो इनकी दुश्मनी है जयचंद से जयचंद बाय द वे अगेन अ फेमस स्टोरी कि जयचंद की एक बेटी है संयोगिता राइट और जो है पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता में कुछ जो है प्रेम प्रसंग है प्रेम संबंध है तो पृथ्वीराज चौहान अगेन आई एम नॉट गोइंग इन टू स्टोरी लेकिन पृथ्वीराज चौहान संयोगिता को भगा ले जाते हैं उनके स्वयंवर से भगा ले जाते हैं तो अगर देखा जाए तो टेक्निकली जो है जयचंद्र जो हैं वो पृथ्वीराज चौहान के ससुर हैं बट जयचंद्र चाहते हैं जयचंद्र का राज है कन्नौज पे तो जयचंद्र चाहते हैं कि हां जो है यू नो दिल्ली पे हमारा कंट्रोल होना चाहिए मैं सीनियर हूं लेकिन लेकिन किसका कंट्रोल है पृथ्वीराज चौहान का कंट्रोल है प्लस उनकी डॉटर को भी भगा ले गए तो जयचंद्र जो है दिल से नफरत करते हैं दिल से जो है यू कैन से दुश्मन है किसके पृथ्वीराज चौहान के तो जयचंद प्लस परमार्थी देवा को भी हराया है परमार्थी देवा को भी हराया है इनकी कैपिटल है महोबा राइट तो कहते हैं कि जब इन्होंने चंडीदास के ऊपर अटैक किया राइट इनकी राजधानी पे अटैक किया महोबा वगैरा पे अटैक किया तो वहां पे आला और उदल थे तो आला और उदल सर कटने के बाद भी लड़ते रहे तो जो कहानी है वो बेसिकली इस बैटल की है जो आला और उदल की कहानी आपने सुनी है कि हां दोनों का सर कट गया बट फिर भी बिना सर के भी वो लड़ाई लड़ रहे हैं वो बेसिकली ये वाली बैटल है जो पृथ्वीराज चौहान और चंडीदास के बीच में हुई है प्लस प्लस इनकी लड़ाई भीमा भीमा ऑफ गुजरात से भी हुई है प्लस जैसा कि मैंने आपको बताया कि जयचंद्र गढ़वाला के जयचंद्र इनसे भी इनका झगड़ा हुआ है राइट है ना तो दिस इज द एरा प्लस प्लस द मोस्ट इंपॉर्टेंट थिंग इज कि इनका सामना होता है मोहम्मद घौरी से तो इनकी मोहम्मद घौरी से दो बार लड़ाई होगी तो एक बार तो मोहम्मद घौरी क्या चाहता है मोहम्मद घौरी चाहता है कि वो इस तरफ को बढ़े और झगड़ा है ताबर हिंड को लेके राइट त्रिभंग आपु को लेके कि हां यहां का किला या इसके ऊपर कंट्रोल किसका होगा तो पहली लड़ाई हुई 1191 में 1191 में इसमें पृथ्वीराज चौहान जीत गए लेकिन लेकिन अगेन कहानी की माने तो जो कहा जाता है कि पृथ्वीराज चौहान ने इनको माफ कर दिया राइट है ना कि ठीक है वापस जाओ कोई दिक्कत की बात नहीं है ऐसा करके छोड़ दिया कि हां शर्म में रहोगे राइट है ना दोबारा कभी ऐसी हिम्मत नहीं करोगे इस साइड आने की तो इन्होंने छोड़ दिया बट देन देन जो जो गौरी है वो वापस आया 11 92 और 1192 में घौरी जीत गया तो इसको इसको हिस्ट्री में एक बड़ा ब्लंडर भी माना गया है कि हां इनको छोड़ना नहीं चाहिए था पहली बैटल में और दूसरी बैटल में पृथ्वीराज चौहान फिर ना हारते तो पृथ्वीराज चौहान हार गए और यहां से फिर घौरी का साम्राज्य क्रिएट होने लगेगा और दिल्ली सल्तनत क्रिएट होने लगेगी ये कहानी मैं दोबारा सुनाऊंगा थोड़ी देर में राइट है ना तो चलिए तो फर्स्ट बैटल ऑफ तरन हमने समझा कि पृथ्वीराज चौहान जीते थे लेकिन सेकंड बैटल में वो हार गए और और अगेन यहां से भी बहुत सारी कहानियां है तो दो किताब हैं पृथ्वीराज रासो और पृथ्वीराज विजय राइट है ना पृथ्वीराज रासो लिखी है चंद्र बरदाई ने और पृथ्वीराज विजय लिखी है जय नाका ने प्लस और भी वर्जन है मतलब और भी प्रूव्स है जो बताता है कि हां यहां से हो सकता है कि पृथ्वीराज चौहान को बंदी बना दिया गया ट दिस इज वन पॉसिबिलिटी और उनको वो बंदी बना के अफगानिस्तान लेकर चले गए और फिर वहां पर उनको अंधा कर दिया था और फिर शब्द भेदी बाण की कहानी है एक कहानी यह भी है कि शायद उन्होंने पृथ्वीराज चौहान को एज अ फ्यूट अपने अंदर राज्य करने दिया फॉर सम टाइम राइट है ना ये भी हो सकता है सेकंड स्टोरी थोड़ा कम पॉसिबल है फर्स्ट स्टोरी शायद ज्यादा फीजिबल है या फिर उनका हार जाना बंदी बनना है ना समथिंग जो है यू नो डिजास्टर्स शायद ज्यादा फीजिबल है ओके चलिए सो खैर जो है दिस इज स्टोरी ऑफ चौहानस नाउ इस डिस्ट्रक्शन के बाद चौहान चौहान के जो यू कैन से वंशज हैं वो आगे रंथ मोर पे नादौल पे जालौर पे है ना राज्य करते रहेंगे अंट्स खलदी आएगा और सब कुछ पूरा राजस्थान कैप्चर करेगा तो यह कहानी हमने समझी चौहान की सो नाउ वी नो चौहान तोमर डेलास एंड परमास नाउ वील टॉक अबाउट गड़वाला जिसमें अभी जयचंद की हम बात कर रहे थे गड़वाला की बात भी कर लेते हैं हालांकि जयचंद्र ही इंपॉर्टेंट है उसमें राइट ना जो मैंने इंट्रोड्यूस कर दिए नाउ लेट्स टॉक अबाउट गड़वाला गड़वाला तो गड़वाला जो है समझते हैं तो जयचंद्र ही सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है मैंने सिर्फ जयचंद्र को ही मार्क किया है कि इसी लाइन पे है राइट है ना बाकी कोई ऐसा बहुत इंपॉर्टेंट नहीं बट फिर भी फॉर द सेक ऑफ डिस्कशन कि यहां जो फाउंडर है ये जो डायनेस्टी के जो फाउंडर हैं वो है चंद्र देवा राइट है ना चंद्र देवा और इनिशियली दिल्ली पे चंद्रदेव का जो है यू कैन से कंट्रोल था तो गुर्जर पति हारा से कंट्रोल इन्होंने लिया था और इसीलिए कहीं ना कहीं जयचंद्र में दिल्ली को लेकर तमन्ना थी कि हां मुझे दिल्ली मिलना चाहिए मेरे पूर्वजों की दिल्ली थी राट तो कहीं ना कहीं जो है ऐसा उनके मन में था राट ना विजयचंद्र के टाइम में विजयचंद्र के टाइम में चौहानस ने जो है दिल्ली पर कब्जा कर लिया था था दिल्ली उनके कंट्रोल में आ गया था राइट तो चंद्रदेव कम से कम आप नाम ध्यान रख सकते हैं कि इट इज गड़वाला राइट 1100 के आसपास रली वी हैव चंद्र देवा मोस्ट इंपोर्टेंट वन इज जयचंद्र तो कहते हैं कि जयचंद्र ने इनिशियली स्पेशली 1192 में सेकंड बैटल जो हुई थी तरन की अभी जो हमने बात करी राइट जैसे हम बात कर रहे थे कि घौरी वर्सेस पृथ्वी वर्सेस घौरी तो कहते हैं कि सीक्रेट जयचंद्र ने घौरी की मदद करी थी की घौरी की मदद करी थी वो चाहते थे कि हां पृथ्वीराज चौहान हार जाए और और पृथ्वीराज चौहान हार गए भी दूसरी बैटल में लेकिन उसके बाद भी घौरी रुका नहीं और घौरी ने अटैक किया कन्नौज के ऊपर तो दिस इज बैटल ऑफ चांद वार है ना ये लंबी बैटल थी और इसमें फाइनली कन्नौज भी एलिमिनेट कर दिया उसने है ना कन्नौज भी जीत लिया तो बैटल ऑफ चांद वार में हार गए जयचंद्र और उसके बाद जयचंद्र को इतना बुरा लगा अपनी गलती का एहसास हुआ कि हां इससे अच्छा मुझे अपने दामाद की हेल्प करनी चाहिए थी रटना तो इतना बुरा लगा उनको कि हां उन्होंने उन्होंने उन्होंने सुसाइड कर दी राइट है ना तो यमुना रिवर में कहते हैं कि हां जो है उन्होंने जो है कूद के अपनी जान दे दी या इसके बाद जयचंद्र के जो है जो आगे वंशज है वो कंटिन्यू करते रहेंगे बट नॉट वेरी इंपॉर्टेंट तो दिस इज द स्टोरी ऑफ गड़वा दज ऑफ कन्नौज तो अब गड़वा दस तोमर चानास डेलास परमार्स ये सारे हो गए नाउ लेट्स टॉक अबाउट सोलंकी अभ ये स्टोरी कंसोलिडेट करेंगे जब अभी हम नेक्स्ट स्टेज में बात करेंगे तो राइट चलिए तो नाउ तो नाउ जो है गुजरात की कहानी पे आते हैं तो गुजरात में वी हैव चालुक्यास सोलंकी तो चालक ऑफ सोलंकी अब इनकी जो इंपॉर्टेंट कैपिटल है सेंटर जो है वह है अनिल पटाका अलवाड़ा भी कहते हैं अलवाड़ा दिस इ इंपोर्टेंट राट तो हा तोय इनकी कैपिटल है और य एब्लिश करते हैं मूल राज तो मूल तो मूल जो है व इसको एस्टेब्लिश करते हैं मूल राजा यह भी हजार के पहले ही है तो सारी कहानिया हजार के पहले ही है ऐसे टाइमलाइन पर भी दिख रहा है हमको लेटस कम टू द टाइमलाइन अगेन ना नाउ वी आर एट आवर लास्ट स्टोरी राट मनास की बात भी हमने कर ली ली सोलंकी रह रहे लेट्स टॉक अबाउट सोलंकी तो मूल राजा तो मूल राजा ने एब्लिश करा यह राज्य इनिशियली हजार के पहले सारे लोग हजार के पहले ही एब्लिश हो चुके हैं हजार पर तो जंग हो रही है राइट तो चलिए खैर तो यह भगवान शिव के डिवटी है लेकिन फिर भी इन्होने जैनिम को भी पटना किया चलिए मूल राजा नाउ अब इसमें एक इंपोर्टेंट नाम आता है भीमा वन भीमा राइट भीमा तो भीमा नॉर्मली हमारे दिमाग में बहुत रिस्पेक्ट है भीमा नाम के लिए राइट है ना क्यों क्योंकि क्योंकि मॉडर्न इंडिया में वी हैव कुमर भी मोड़ो अभी आरआरआर में भी हमने देखा था भीमा को राट तो भीमा हमारे लिए क्या है कि एक जो है क्रांतिकारी हैं अंग्रेजों से लड़े हैं तो हम उनको बहुत मानते हैं तो उनसे हम याद रखेंगे भीमा अब भीमा यहां पे दो भीमा है तो पहले भीमा की हम बात कर रहे नाउ हम एक्सपेक्ट कर रहे हैं कि एज अ हीरो भीमा यहां पर गजनी से लड़ाई करेंगे और ऐसी की तैसी कर देंगे तो गजनी ने इन्हीं के दौर में राइट है ना 1025 के दौर में सोमनाथ के ऊपर अटैक किया और सोमनाथ को पूरा प्लंडर किया राइट है ना कि हां वहां पे गेट्स तोड़ दिए लूट लिया राइट है ना जो है यू नो बहुत सारे लोगों का कत्लेआम किया उसने 1025 में और बहुत सारे लोगों को यहां पर बंदी बना के लेके चला गया हो राइट है ना तो हां तो ऐसा सोमनाथ सोमनाथ में हुआ किसके दौर में भीमा के दौर में ये थोड़ा सा हमारे लिए डिस हार्टनिंग है कि भीमा के दौर में ऐसा नहीं होना चाहिए था राइट जब तक जब तक ये सोमनाथ पे जो है शायद बचाने पहुंचते तब तक बहुत देर हो चुकी थी बहुत ही फास्ट वो आया था और वो मेन रूट से नहीं आया था है ना वो राजस्थान के जो है थार डेजर्ट से आया था उसने अटैक अटैक किया लूटा पाटा और जो है चला गया तो क्या भीमा कुछ कर पाए नहीं भीमा कुछ नहीं कर पाए इनफैक्ट यहीं पे माना जाता है कि वो मेन रूट से या ईस्ट वर्ड रूट को इसलिए भी अवॉइड कर रहा था कि एक तो राजा से क्यों ही भिड़ना है और दूसरा दूसरा भोज भी थे पास में ही राइट भोज का भी यही दौर है अगेन लेट्स लेट्स हैव अ लुक एट द टाइम लाइन तो परमारा तो उज्जैन साइड और धार साइड वी हैड भोजा तो वो भोज को अवॉइड भी कर रहा था और इसीलिए किनारे किनारे उसने जो है एंट्री करी थी राइट ना किनारे से आया था ताकि जो है सोमनाथ लूट सके वो तो खैर तो खैर तो जो है दिस हैपेंड इन द टाइम्स ऑफ भीमा तो ये थोड़ा सा हम बात बुरी लगी कि भीमा के टाइम में ऐसा नहीं होना चाहिए था रट बट बट कुछ अच्छी बातें भी है इनके दौर में फॉर एग्जांपल इनका जो आर्किटेक्चरल कंट्रीब्यूशन इनके दौर का काफी अच्छा है इनके दौर में मोधेरा का जो सन टेंपल है तो ये थर्ड स्टाइल तो नगरा में हमने दो स्टाइल ऑलरेडी देखा एक हमने देखा कलिंगा एक हमने देखा खजुराहो और तीसरा जो है वह है सोलंकी स्टाइल तो यह थर्ड स्टाइल ऑफ नगरा टेंपल आर्किटेक्चर है तो दिस इज मुधरा सन टेंपल प्लस रानी की वाव दिस इज आल्सो यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट ये इनकी वाइफ ने बनाया है इनकी वाइफ उदयमति नाम है उदयमति राइट है ना उदयमति प्लस दिलवाड़ा टेंपल का एक मंदिर पांच मंदिर है दिलवाड़ा में एक मंदिर जो है वो इनके मिनिस्टर विमल शाहने बनवाया हुआ है तो विमल विसा टेंपल ये भी इनके दौर का है यस तो आर्किटेक्चरल कंट्रीब्यूशन थोड़ा सा यू कैन से ग्रीन फ्लैग है लेकिन हां सोमनाथ का अटैक हुआ है इनके दौर में ये थोड़ा सा रेड फ्लैग है चल क्या नाउ आफ्टर भीमा वन पर्सन हु इज इंपोर्टेंट इज जय सिंहा सिद्ध राजा तो जय सिंहा सिद्ध राजा राइट ना ही बिकम इंपोर्टेंट तो अगेन लेट्स हैव अ लुक एट द टाइम लाइन या सो हमने देखा भीमा को नाउ जय सिंहा सिद्ध राजा बीच में 1100 के आसपास कहीं वी हैव जय सिंहा सिद्ध राजा तो जय सिंहा सिद्ध राजा तो जय सिंहा सिद्ध राजा फर्स्ट ऑफ ऑल जो एंपायर है इसको इन्होंने एक्सपेंड किया है कंसोलिडेट किया है तो एंपायर इन्होंने थोड़ा सा स्टेबलाइज करी है राइट है ना अब एक्सपेंशन में थोड़ी सी कहानियां इनकी इंपॉर्टेंट है फॉर एग्जांपल एक्सपेंशन टाइम टाइप टाइम अगर हम देखें तो मालवा तो मालवा से इन्होंने जो है अटैक किया है राइट जीते हैं और अपने आप को टाइटल दिया है अवंती नाथ का कि मालवा का हीरो हू मैं लॉर्ड ऑफ मालवा हूं मैं प्लस जूनागढ़ तो जूनागढ़ के ऊपर अटैक किया और वहां की जो रानी है वो चाहते थे कि रानी से विवाह करले लेकिन रानी वहां पर क्या हो गई उन्होंने जोहर कर लिया राइट है ना और इसे कहते हैं रणक देवी तो उस रानी के नाम पर रणक देवी के नाम पर एक मंदिर है व्हिच इज रणक देवी टेंपल व खुद भी भगवान शिव के पुजारी हैं और उन्होंने एक मंदिर बनाया है रुद्र महाकाल टेंपल दिस इज अ सिद्धपुरा राइट है ना प्लस एक बहुत बड़े स्कॉलर हुए हेमचंद्र हेमचंद्र तो हेमचंद्र ने बहुत सारी किताबें लिखी हैं उस जमाने में हे चंद्र माना जाता है कि शायद यूपीएससी में जैसे आप बहुत सारे सब्जेक्ट पढ़ते हैं सीसेट के लिए मैथ्स भी पढ़ रहे हैं राइट ना हिस्ट्री पढ़ रहे हैं ज्योग्राफी पढ़ रहे हैं पॉलिटी पढ़ रहे हैं ऐसे ही हेमचंद्र माना जाता है कि अपने जमाने में जितने भी जितने भी जो है जो है जितने भी सब्जेक्ट होते थे सबके ज्ञानी है वो मैथ के भी परम विद्वान है राइट है ना जेन भी है जेन भी है राइट ग्रामर वगैरह में बहुत अच्छे हैं तो पॉलीमथ पॉली पॉलीमट है एंड एंड ही इज राइक ही इज एक्सपर्ट इन टू सो मेनी थिंग्स और एक किताब है च इज वेरी वेरी फेमस हेमचंद्र की परिशिष्ट परवान परिशिष्ट परवान परिशिष्ट परवान में चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य जब नंदा को हरा रहे थे तो क्या-क्या गलतियां कर रहे थे यह वन ऑफ द इंपोर्टेंट थीम है पशि परवान में देन जो है कुमारपाल तो इसके बाद कुमारपाल है राइट है ना कुमारपाल अगेन कुमारपाल इ नॉट दैट इंपोर्टेंट बट इसके बाद आते हैं मूलराज सो नाओ तो ये वाली कनी थोड़ा टाइमलाइन पर देखते हैं तो हम सोलंकी की बात कर रहे हैं और ये हम उस दौर की बात करने जा रहे हैं जब एक्चुअली अटैक हो रहा है 1178 के आसपास अटैक हो रहा है किसका पृथ्वी का पृथ्वी नाउ एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम यहां का राजा कौन है तो जब सॉरी पृथ्वी नहीं घौरी अटैक कर रहा है राइट नॉट पृथ्वी तो जब जो है गजनी ने सॉरी जब घौरी ने अटैक किया राइट ना गुजरात पे घौरी तो यहां पर राज्य था शायद मूल राजा का मन दिस मूल राज इज द्वितीय एक हमने फाउंडर मूल राजा भी देखा है बट ये जो मूल राज है इनकी उम्र बहुत कम है राइट है ना ही इज अ माइनर और इनके बिहाव पर रूल जो कर रही हैं इनकी मदर रूल कर रही है जिनका नाम है नायकी देवी नायकी देवी तो ये जो लड़ाई हो रही है दिस इज अबाउट 1178 1178 तो घौरी को क्या लगा कि हां एक महिला रूल कर रही है रानी रूल कर रही है तो क्या ही रोक पाएगी एक छोटा सा बच्चा बैठा हुआ है राइट राज्य कर रहा है यहां पे तो क्या ही रो रोक सकती है है ना तो इन्होंने अटैक कर दिया जब इन्होंने अटैक किया तो नायकी देवी नायकी देवी ने गौरी को एकदम दांत खट्टे कर दिए दिस दिस इ टेक्निकली बैटल ऑफ कदा बैटल ऑफ कया दरा घौरी को समझ में आया कि हां इधर से नहीं जा सकता मैं है ना उसने वापस घोड़ा मोड़ लिया अपना हा यह तो गड़बड़ हो गया नायकी देवी जीत गई नाउ एक कहानी ये दूसरी कहानी कहती है कि नहीं यह राजा नहीं थे दूसरे राजा थे भीमा टू तो 1178 में भीमा टू थे और उन्होंने यह बैटल जीती है और घौरी के दांत खट्टे कर दिए राइट है ना तो अलग-अलग किताबों में अलग-अलग जिक्र है राइट है ना अगर हम जो है अरब अरब जो है यू नो लिटरेचर की माने तो इट वाज बेसिकली भीमा टू राइट है ना दूसरे कुछ लिटरेचर्स हैं जो कहते हैं कि हां शायद नायकी देवी और मूलराज टू की कहानी है मोस्ट ऑली शायद ये दोनों बातें ठीक है ये भी नायकी देवी के दूसरे बेटे ही हैं राइट है ना तो हां तो भीमा टू जो है हो सकता है वो भी इस वॉर का हिस्सा रहे होंगे बाय द वे अगले राजा है भी भीमा टू तो यहां से 1178 मानते हैं कि हां यहां से राज्य शुरू होता है भीमा टू का तो यह भीमा ठीक है राइट है ना कि दूसरा जो भीमा है है ना ये पहले वाले भीमा जो थे जो कि जो है गजनी के टाइम में थे तो वहां पर हमें अच्छा नहीं लगा था लेकिन हमें यहां पर अच्छा लगा कि हां भाई गौरी को इन्होंने यहां पर मजा चखा दिया तो ये हम ध्यान रखेंगे ये हम ध्यान रखेंगे राइट नायकी देवी जो है उनकी वाइफ ये उनके हस्बैंड थे अजयपाल जिनकी डेथ हो गई थी नायकी देवी की तो वो यह कहानी हमने समझा कि हां ये कहानी नहीं है अब या तो यह भारी पड़े या तो ये भारी पड़े दोनों में से तो कोई एक है देन आगे कर्ण टू तो कर्ण टू फाइनली जो है हारेंगे किससे अलाउद्दीन खल जीी से है ना तो अलाउद्दीन खलदी वी नो तो अराउंड अराउंड 1297 अलाउद्दीन खलदी विल गेट दिस एरिया एज वेल या तो अगेन यू सी टाइमलाइन तो हां तो समवेल करण टू तो करण टू जो है खल जीी से हार जाएंगे है ना ये वही लाइन है पुरानी जो नीचे साउथ इंडिया जा रही थी अभी पीछे हम बात कर रहे थे तो या सो दिस इज द स्टोरी ऑफ ऑल सिक्स जिसमें पांच आपको यहां पे दिख रहे हैं चानास गड़वाला डेलास सोलंकी और परमारा अगेन इसके बाद तुरंत पॉज करके या फिर बाद में भी कर सकते हो इस टाइमलाइन को देखो और हर लाइन पे जैसे चानास गो थ्रू करो कि किस एरिया में है क्या मुझे इनके बारे में क्या-क्या याद है राइट इनके बारे में क्या-क्या याद है सोलंकी के बारे में क्या-क्या याद है और परमार्स के बारे में क्या-क्या याद है तो यू विल गेट कॉन्फिडेंस ऐसा सब रटना भी नहीं है बाय हार्ट भी नहीं करना है है ना धीरे-धीरे यही इमेज दिमाग में बनती रहे गुड इनफ तो जो है अगेन सो वी आर डन विद ऑल ऑल नाउ अब हम सबकी कहानी जानते हैं अब हमारी अगली कहानी जो है अगली कहानी है ये जो इवेज हो रहे हैं लेट्स टॉक अबाउट दीज टू इनवेजंस कि इनका बैकग्राउंड क्या है तो हमारी अगली कहानी है एडवेंटो इस्लाम एंड इनवेजंस तो आइए बात शुरू करते हैं तो अब हम अपनी कहानी के आखिरी पड़ाव में आ चुके हैं अब हम बात करने जा रहे हैं कि हां भाई जो है फाइनली जो फॉरेन विजन इतने टाइम से हम कह रहे हैं गजनी गौरी जो हम कह रहे हैं अब हम जो है वो कहानी कनेक्ट करते हैं लास्ट में राजपूतों के साथ राइट तो एड्वेंट ऑफ इस्लाम तो सी जन में अब हम सब कुछ समझ चुके हैं भारत में कौन-कौन सी डायनेस्टीज हम देख चुके हैं राइट ना लेकिन अब इस कॉन्फ्लेट जन में दोनों इनवेजंस की बात करेंगे बट इसके पहले बात करते हैं इस्लाम की बात करते हैं बैकग्राउंड की इस्लाम की कहानी शुरू होती है प्रोफेट मोहम्मद से तो प्रोफेट मोहम्मद तो 614 के आसपास प्रोफेट मोहम्मद को अल्लाह के बारे में जो है यू नो रेवलेशंस आते हैं राइट एक गुफा है मक्का के पास दिस गुफा इज जबल अलनूर तो इस गुफा में गुफा में उनको गैब्रियल मिले और उन्होंने उनको अल्लाह के बारे में बताया और और यहां से जो आईडिया वो लेकर आए वो था मोनोथेज्म का कि एक ही भगवान होते हैं वो परम शक्ति होती है और मूर्ति पूजन आइडलेट्री आइडलेट्री के वो खिलाफ है अब ये जो नया आईडिया है यहां पर लोकली अरब में इसे पसंद नहीं किया जा रहा वहां पे जो लोग हैं उन्हें अरब पेग संस कहा जाता है ना पेग धर्म को फॉलो कर रहे हैं अरब में तो ये मूर्ति पूजा करते हैं लेकिन अब जो नया थॉट है इसके हिसाब से जो है मूर्ति पूजन ठीक नहीं है तो लोगों ने उनको वहां से मक्का से हटा दिया तो 622 के आसपास उन्हें मक्का छोड़ना पड़ा और वो मदीना चले गए अब काफी काफी इन्हें स्ट्रगल करना पड़ा और तब कहीं जाके इवेंचर उन्होंने अच्छा खासा एरिया अपने कंट्रोल में ले आए तो इट इज नॉट अबाउट ओनली रिलीजियस एक्सपेंशन बट इट इज आल्सो अबाउट पॉलिटिकल एक्सपेंशन नाउ अब 632 में उनकी डेथ हो जाती है आफ्टर प्रोफेट मोहम्मद प्रोफेट मोहम्मद के बाद जैसा कि कहा गया है कि कोई और प्रॉफिट नहीं है तो इस पूरे पॉलिटिकल डोमिनियन को लीड कौन करेगा तो कांसेप्ट आता है कैलिफेट्स तो पहली कै फेट जो बनती है है ना कैलिफेट्स का हेड होगा और और पॉलिटिकल डोमिनियन का एक हेड होगा राइट सरताज होगा वो लीड करेगा इस पूरे एक्सपेंशन को तो पहला जो पहले जो चार लोग हैं जो लीड करते हैं उन्हें कहा जाता है राशिद उन कैलिफेट्स दु उन खलीफा है तो इनके लिए सबसे बड़ा चैलेंज है इनिशियली पर्शिया की अंपायर राइट है ना पर्शिया तो यहीं पे शस निडर थी तो इन्होंने इन्होंने जो है बैटल ऑफ कदसिद्धेश्वर है नाउ अब जो है राशिद उन के टाइम में ये ऑरेंज वाला पार्ट है जो एक्सपेंड हुआ है एंड देन उमायल के टाइम में इधर अफ्रीका साइड इनफैक्ट यूरोप भी पहुंच गए हैं और प्लस अब इंडिया टच हो रहा है इस दौर में हम देखेंगे कि पहली बार एक इस्लाम जो है या फिर आप कह सकते हैं कि एक फॉरेन इनवेजन इंडिया की तरफ बढ़ रहा है ये जो पॉलिटिकल एक्सपेंशन हो रहा है अब ये इंडिया की तरफ बढ़ रहा है राइट ना झगड़ा हो जाता है सिंध के बीच में राइट तो सिंध तो सिंध जो है सिंध तो सिंध पे राज समय कर रहे थे दाहिर तो यहां पे राज्य कर रहे थे दाहिर यहां के राजा थे दाहिर अब झगड़ा इस बात पे हो जाता है कि यहां पर यहां से श्री श्रीलंका से कुछ समान जा रहा था बगदाद राइट है ना पर्शिया जा रहा था और और जो है खलीफा के पास जा रहा था और बेसिकली पर्शिया के गवर्नर के पास जा रहा था जो कि चोरी हो गया राइट ना बिकॉज ऑफ पायरेसी अब सिंध के राजा से कहा गया कि भाई आपकी जिम्मेदारी बनती है आपको इस इलाके में इंश्योर करना था कि पायरेसी ना हो तो दाहिर ने कहा कि हमारे इससे कोई लेना देना नहीं है आप देख लो तो इस बात प झगड़ा हो गया और भेजा गया मोहम्मद बिन कासिम को तो पहला जो इनवेजन है 712 एडी में दिस इज मोहम्मद बिन कासिम राइट उ उमायल कैलिफेट्स के दौर में पहला इनवेजन हमको देखने को मिल रहा है मोहम्मद कासिम इवेट करते हैं और और सिंध की जो कैपिटल है सिंध का जो पोर्ट है देबल राइट है ना यहां पे और भी इंपॉर्टेंट प्लेसेस हैं लाइक अरर है एक ब्रह्मणा बाद है इस पूरे पे कब्जा कर लेते हैं राइट फिर यहां पे भी नहीं रुकते कहते मुल्तान तक भी जाते हैं तो मुल्तान वाज कॉल्ड एज सिटी ऑफ गोल्ड खूब पैसा लूटते हैं वहां पे खूब पैसा मिलता है उनको लूटते नहीं है रटना तो पैसा मिलता है इनको तो मुल्तान तो ये पूरा एरिया ये ऑक्यूपाइड फर्स्ट इनवेजन जो 712 के आसपास यानी टेक्निकली जो है आप देखो तो ये हमारे ए जोन में आ जाता है राइट है ना लेकिन हम इसके बारे में ज्यादा क्यों नहीं पढ़ते क्योंकि इसके आगे कुछ नहीं हुआ है राइट इसका कोई आगे पॉलिटिकल कंसीक्वेंस नहीं है मोहम्मद बिन कासिम को मार दिया जाता है और ये जो एक्सपेंशन है ये यहीं रुक जाता है इसके आगे कुछ नहीं हुआ है तो इसका कोई पॉलिटिकल कंसीक्वेंस नहीं है लेकिन हां ये जो अब तक जो एक्सपेंशन हो रहा था यह इंडिया पहुंच गया पहला इनवेजन हुआ यस अब यहां से कहानी जाती है तीसरी जो है या आप कह सकते हैं जो है दूस अ तीसरी कैलिफेट्स अबासिक कैलिफेट्स कैलिफेट्स के बाद हम कैलिफेट्स कैलिफेट्स सब इसी में आ जाता है राइट तो अब इसकी वापस बात नहीं करेंगे राइट वी अंडरस्टैंड कि आसित कैलिफेट्स पेंशन बहुत हुआ है रट ना इंडिया की तरफ भी बढ़ गए अब इंडिया की तरफ भी बढ़ जाएंगे लोग रट ना अब समझते हैं कि क्या हो रहा है नाउ आल्सो ये जो कैलिफेट्स पेट है ये इवेंचर हो जाता है राइट ना कि पहले ठीक था बट आगे फिर ये नाम का ही रह जाता है अब आसित आगे जाके 10थ के बाद या जो है हजार के बाद कोई बहुत स्ट्रांग जो है नहीं है जो जिसको जैसे जहां रूल करना है वो रूल कर रहा है खलीफा नाम का खलीफा है कि यहां एक खलीफा रहेगा खैर तो अब ये कहानी इंडिया की तरफ बढ़ रही है राइट ना इंडिया की तरफ इंडिया में क्या कहानी है इंडिया में आप ऑलरेडी जानते हैं यहां यहां पे राजपूत बैठे हुए हैं राट ना ये कहानी हम ऑलरेडी जानते हैं उम्मीद है कि हां ये लोकेशन अब तक जो है याद हो गई होंगी कि चौहान सोलंकी परमार डेलास गड़वाला तोमर्स कहां-कहां बैठे हुए हैं दिस यू ऑलरेडी नो नाउ राइट तो नाउ तो अब अब हो क्या रहा है तो अगेन तो अब ये जो जो है पॉलिटिकल एक्सपेंशन था इस्लामिक एक्सपेंशन अब ये एक्सपेंशन जो ईरान इलाका है सेंट्रल एशिया है इन सब इलाकों में और अफगानिस्तान है इन सब इलाकों तक ऑलरेडी पहुंच गया है राइट है ना अब यहां पर यहां पर एक जो है सम्मानित अंपायर थी और सम्मानित अंपायर के एक राजा थे अहमद अहमद तो इस इलाके में एक राजा थे अहमद अहमद ने क्या किया अहमद ने एक एंप्लॉई रखा राइट है ना एक एंप्लॉई रखा जिसे कहेंगे गुलाम राइट है ना जिसे कहते हैं गुलाम तो एक एंप्लॉई रखा अलफत जिन अलबत जिन और इसको बोला कि तुम मेरे एंप्लॉई हो मेरे बिहाव पे जाओ रूल करो इसने कहा कहां रूल करना है है ना इसको बोला कि जाओ गजनी पे रोल करो तो इसको गजनी सेंटर दे दिया नाउ वयर इज गजनी काबुल से थोड़ा सा आप नीचे साउथ जाएंगे तो यू हैव गजनी तो दिस प्लेस इन अफगानिस्तान इज गजनी तो यहां पर इसको भेजा गया अब अजन अगर रियल टर्म में कहा जाए है ना लिटरल टर्म्स में कहा जाए तो वो गुलाम है राइट ही स्लेव अजन इज अ स्लेव बट गुलामों की दो कैटेगरी होती है एक होते है मामलू मामलू और एक होते हैं नॉर्मल गुलाम नॉर्मल गुलाम घर में काम करते हैं हेल्प आउट करते हैं राइट हेल्पर्स है ना वैसा जो है या नॉर्मल गुलाम होते हैं और एक होते मामलो मामलू आर मोर लाइक एंप्लॉई राइट दे आर वेरी वेरी यू कैन से एक्सपर्ट ट्रेंड मिलिट्री में ट्रेंड इस तरह के मामलू होते हैं तो अजन ऐसा ही मामलू है और यहां गवर्नर बन गया अब जब गवर्नर बना तो थोड़ी देर बाद उसने कहा कि कहे का अहमद अहमद को भूल गया और यहां से एक नई कहानी शुरू हुई चच इज द स्टोरी ऑफ गजनवी तो एक डायनेस्टी और एक राज्य उसने कहा अलग ही एस्टेब्लिश कर लिया जो कि बेसिकली कहलाएगा गजनवी की राजधानी सॉरी गजनवी का राज्य तो गजनवी तो एक इंडिपेंडेंट किंगडम कट हो रही है अभी धीरे-धीरे हो जाएगी और कैपिटल कहां है कैपिटल जो है गजनी है गजनी तो गजनी इज द कैपिटल धीरे-धीरे यह राज्य क्रिएट होने लगेगा अब अलबत जिन ने भी एक जो है गुलाम रखा था मामलू रखा था राट जिसका नाम है सुबुक्तगीन हम लोग बात कर रहे हैं राइट है ना रफल अराउंड 977 राइट है ना 980 990 तो इसे टाइमलाइन प नहीं डाल रहे अगेन यूपीएससी ये नहीं पूछेगा क्योंकि ये इंडिया में नहीं हो रहा है चलो सो नाउ तोब अब हो क्या रहा है कि सुबुक्तगीन बैक टू सुबुक्तगीन तो सुब उक्त जिन क्या है अल्तजा माद भी है और उसका गुलाम भी था तो पहले गुलाम था फिर दामाद हो गया राइट अल्तजा मन बैठा तो अब यहां का नया राजा है सुबुक्तगीन यहां पर नया राजा है गजनी पे वी हैव सुबुक्तगीन हिंदू शाही और इसके राजा थे जयपाल जयपाल तो जयपाल ने देखा कि बगल में ये सुक्त जिन का राइज हो रहा है तो इसने कहा नहीं इसके पहले जो है यू नो बात हाथ से निकल जाए अभी इसको हरा देते हैं सुबुक्तगीन से मदद मांगी किससे ढंगा तो अब याद आएगा आपको ढंगा और गंदा कॉमिनेशन हमने बनाया था राइट तो ढंगा से मदद मांगी कि थोड़ा सा हेल्प कर दो उसने कुछ आर्मी आर्मी भेजी राइट है ना प्लस इस इलाके के पुराने गवर्नर जो थे है ना समान वो अहमद से रिलेटेड तो उससे मदद मांगी कि तुम भी आ जाओ तुम्हारा भी किंगडम था तो ये सारे लोगों ने मिलकर सुब उक्त जिन को हराने की कोशिश करी राइट गजनी पर अटैक कर दिया लेकिन सुबुक्तगीन धरी रह गई नाउ 998 998 में सुबक तजन का एक बेटा है और उसका नाम है उसका नाम है क्या नाम है महमूद ऑफ गजनी तो महमूद ऑफ गजनी 998 में टेक ओवर करता है अब अगेन अगेन यहां पर जो है फिर से जयपाल को लग रहा है कि मौका है है ना जयपाल को फीलिंग आ रही है कि मौका है तो जयपाल तो अगेन लेट्स कम टू दिस चार्ट तो हम लोग बात कर रहे हैं महमूद ऑफ गजनी की इस वाली कहानी को हम लोग अभी समझने जा रहे हैं ऑलरेडी आप देख चुके हैं कि हां भाई महमूद अ गजनी जब अटैक करेगा तो तो विद्याधर कभी हम ढंगा और ढंगा और गंदा की बात कर रहे थे राइट है ना भीमा वन हमने सुना था भोजा हमने सुना था अब ये कहानी थोड़ी सी हम लोग कनेक्ट करते हैं कि क्या हो रहा है सो नाओ तो नाउ ी रिलाइज की अब राइज हो रहा है किसका अब राइज हो रहा है गजनी में राइट ना गजनी में राइज हो रहा है और यहीं पर जो जो डायनेस्टी है च इज हिंदू शाही डायनेस्टी हिंदू शाही डायनेस्टी हिंदू शाही डायनेस्टी के राजा हैं जयपाल तो जयपाल ने देखा कि अब जो राजा है है ना नया राजा इज इज गजनी कह देते हैं इसको महमूद ऑफ गजनी तो गजनी नाम से ये फेमस है तो गजनी तो इन्होंने कहा कि चलो फिर से लड़ाई कर लेते हैं अच्छा ये भी एक्सपेंड करने में इंटरेस्टेड है तो नाउ द फर्स्ट बैटल इज विद जयपाल तो जयपाल से लड़ाई होगी जयपाल से लड़ाई होगी ना जयपाल से लड़ाई होगी जयपाल फिर से हार जाएंगे एंड ही विल कमिट सुसाइड और और वह जिम्मेदारी दे देंगे किसको अपने बेटे के हाथ में आनंदपाल के हाथ में नाउ इट इज़ आनंदपाल एंड आनंदपाल विल बी सपोर्टेड बाय जो है ढंगा एंड गंदा तो हां तो गंदा तो जो है दो लोग थे लेट्स कम टू द टाइम लाइन राइट तो ढंगा और गंदा तो ढंगा हैड सपोर्टेड जो है जयपाल गंदा हैड सपोर्टेड आनंदपाल तो आनंदपाल फिर से इ इनको सपोर्ट करेंगे लेकिन यह फिर से हार जाएंगे राइट है ना ही लॉस्ट एंड ही हैड टू डू अ ट्रीटी एज वेल यानी इस एरिया के ऊपर फर्स्ट एरिया इंडिया के ऊपर किसका किसका जो है हक आ चुका है गजनी का हक आ चुका है बट गजनी इंडिया में रूल करने में इंटरेस्टेड ही नहीं है राइट गजनी इंटरेस्टेड है इस साइड में गजनी को पर्शियन कल्चर बहुत पसंद है तो गजनी इस साइड में इवेट करना चाहता है इस साइड में एक्सपेंड करना चाहता है इधर वो क्या करना चाहता है इस साइड में वो सिर्फ और सिर्फ रेड्स करना चाहता है लूटपाट करना चाहता है यहां से पैसा बटोर के लेकर आना चाहता है और यहां की लड़ाई में इन्वेस्ट करना चाहता है अब इसका बहाना वो क्या मारेगा इसका बहाना यह मारेगा कि हां मेनली उसे पैसा चाहिए राइट और इस्लाम जो है क्या बोलते हैं इस राज्य को एक्सपेंड करना है लेकिन इसको बोलेगा कि नहीं मैं मंदिरों पर अटैक कर रहा हूं मूर्तियां तोड़ रहा हूं तो मुझे क्या चाहिए मुझे बेसिकली जो है मैं इस्लाम को एक्सपेंड कर रहा हूं वो चीजें जो इस्लाम के अगेंस्ट है मैं उसको तोड़ रहा हूं बट रियलिटी में ही ओनली नीड्स मनी तो उसके कुछ इनवेजंस हैं राट फॉर एग्जांपल वो कांगड़ा पे जो है इनवेट करेगा जो है हिमाचल प्रदेश में ना वन ऑफ द इंपोर्टेंट इनवेजन 105 के आसपास इज मथुरा मथुरा जब वो पहुंचेगा राइट तो उसकी आंखें खुली रह जाएंगी बहुत बड़े बड़े बड़े मंदिर होंगे राइट यमुना किनारे बहुत बड़े-बड़े मंदिर वो कहता है कि ये देवता नहीं जिन है जिन राइट है ना इतना बड़ा जो है सोने की मूर्ति कैसे हो सकती है तो बहुत सारे मंदिर उसमें सोने की मूर्तियां चांदी की मूर्तियां राइट है ना तो सारी मूर्तियां जो है उसने तोड़ी वो मंदिर में आग लगाने की कोशिश करी बहुत सारी चीजों छोड़ के चलाया गेट उठा के ले गया तो यहां से मथुरा में उसने जो है एक्सपें जो है यू कैन से लूटपाट करी तो मथुरा लूट के गया दूसरा दूसरा उसने कहा कि बगल में कन्नौत नाम सुना था तो कन्नौज पर अटैक किया अब कन्नौज पर जो राजा है व है राजपाल कौन है ये हमें याद आया कि अरे तो प्रतिहार है गुर्जर पति हारा का एंड है ये राजपाल तो राजपाल हैड फ्लेड और इसी बात प हम याद आया कि विद्याधर डेला ने जो कि यही पास में खजुराहो प है राट विद्याधर डेला हैड एक्चुअली किल्ड राजपाल कि आप ऐसा क्यों भागे ना आफ्टर वन ईयर और टू ईयर जो है वापस उस रेड करी और इस बार वो विद्याधर की तरफ बढ़ा बट बट यह पूरा विद्याधर तक नहीं पहुंचा और इनके बीच में आपस में सुला हो गई व्हिच इज ट्रीटी और विद्या विद्याधर को ट्रिब्यूट पे करना पड़ा तो दिस इज वन पार्ट ना ये 1020 के आसपास की बात है और 1020 के बाद वो पूरा फोकस करने लग गया इस साइड में कि हां चलो हम एक्सपेंड करते हैं इस साइड दिमाग लगाने लग गया क्योंकि क्योंकि उसको पर्शियन कल्चर बहुत पसंद था उसने एक पोएट को जो है पोएट को पैटरना किया था जिसका नाम है फिरदौसी बहुत फेमस है फिरदौसी और फिरदौसी से उसने लिखवाई थी शाहनामा तो जैसे इंडिया में रामायण और महाभारत हम लोग बहुत मानते हैं वैसे ही वैसे ही जो यू नो इस्लामिक कंट्रीज हैं वो वो शाहनामा को बहुत मानती हैं राट यहां ये बहुत इंपॉर्टेंट है नेशनल लिटरेचर है बहुत सारी कंट्रीज का तो खैर तो जय फिरदौसी दूसरा उसके साथ-साथ एक ट्रेवलर आया था जिसका नाम था अल बिरूनी अल बिरूनी तो अल बिरनी इंडिया आया था तो अल बिरूनी काफी कुछ कुछ घूमा घमा तो उसने सोमनाथ को भी देखा सोमनाथ की बहुत तारीफ करी तो जब वो वापस गया तो उसने सोमनाथ के बारे में बताया तो यहां पे उसने फिर अगला टारगेट किया कि हां चलो सोमनाथ चलते हैं तो 1025 पे जो अगला टारगेट है और भोज जो परमार है हमें याद आया कि हां ये तो बहुत स्ट्रांग है तो इसको अवॉइड किया इसको अवॉइड किया और और अटैक किया सोमनाथ पे भीमा वन हमें इनसे उम्मीद बहुत थी राइट सोलंकी चालुक्यास तो भीमा सोलंकी से हमको उम्मीद बहुत थी लेकिन हां जो है यहां पर वो इंटरव्यू नहीं कर पाए बिकॉज इट वाज वेरी फास्ट ऐसे थार डेजर्ट के बीच में से दौड़ता हुआ गया था वो है ना और वहां पे जाके उन्होंने जो जो भी जो है यू नो मूर्तियां थी जो मंदिर का गेट था वो पूरा गेट उठा ले गए राइट ना जो भी सोना चांदी था वो लूट के ले गए बहुत सारे लोगों को मारा भी प्लस काफी गुलाम बना के ले गए एंड एंड वो यहां से वापस चला गया तो दीज आर फ्यू फेमस रेड्स राइट व्हिच आर इंपॉर्टेंट जो कि जो कि जो है गजनी ने करी है राइट सो ये कहानी थी गजनी की तो गजनी की हमने बात करी अब हमने बात करी समझी कि हां ये विद्याधर और भीमा वन और भोज कि किस तरह से गजनी की कहानी में फिट बैठते हैं दिस वाज द फर्स्ट स्टोरी नाउ आफ्टर दिस 1030 में गजनी की डेथ हो जाती है नाउ गजनी इज नो मोर उनके बाद जो सक्सेसर है वो गजनी जितने स्ट्रांग नहीं है तो धीरे-धीरे गजनवी वैसे रहेंगे काफी टाइम तक लेकिन फिर जो है कुछ टाइम बाद डिक्लाइन हो जाएंगे और और इन्हीं के राज्य में एक छोटी सी जगह है घूर एक प्रोविंस है घूर घूर प्रोविंस राइज करने लगेगा तो घूर का जो गवर्नर है वो धीरे-धीरे पावरफुल होने लगेगा और ुरी टेक ओवर करने लगेंगे बाय 1186 राइट है ना तो चलिए तो बात करते हैं कैसे ुरी का टेक ओवर हो रहा है दिस इज द सेकंड इनवेजन विच इज रीतस इन इंडिया राइट है ना तो यह कैसे हुआ आइए समझते हैं तो ुरी तो अब हम इस साइड है और अब हमें कहानी में जोड़ना है पृथ्वीराज चौहान को गढ़वाला के जयचंद्र को और और एक बैटल ऑफ कैरा की हम बात कर रहे थे नायकी देवी और उनके बच्चे मूलराज जो कि काफी छोटा है या फिर भीमा टू यह सारी कहानियां थोड़ा सा कनेक्ट करते हैं सो नाओ तो अब अब जो है घूर अंपायर तो घूर अंपायर धीरे-धीरे एक्सपेंड होने लगती है घूर ये कुछ इलाका है जो कोर इलाका है घूर का व बेसिकली ये है तो जो जो जो है महमूद ऑफ घूर है राइट है ना मोहम्मद ऑफ घूर जो है राइट है ना मोहम्मद घौरी तो मोहम्मद घौरी जो है वो वो उसका भी उसका भी जो है मन यही था कि हां मैं इस साइड में सेंट्रल एशिया में पर्शिया साइड में जो है एक्सपेंड करूं अब पर्शिया साइड में एक दूसरी अंपायर है राइट है ना तो ये चैलेंज है इनके लिए तो दैट इज द रीज़न वो इस साइड नहीं जा सकता सिमिलरली ये जो दूसरी अंपायर है ये इधर से भी ब्लॉक कर रही है तो इस साइड भी नहीं जा सकता तो अब उसके पास एक ही रास्ता बाकी है अब उसका एक ही रास्ता है कि इंडिया की तरफ अनदर थिंग इज ही इज इंटरेस्टेड इन टू क्रिएटिंग एन अंपायर वो कोई रेड में इंटरेस्टेड नहीं है क्योंकि वो और किधर भी एक्सपेंड नहीं कर सकता ये सब ऑलरेडी ऑक्यूपाइड है एंड दैट इज द रीजन कि उसके पास सिर्फ एक ही रास्ता है या इंडिया पे एंपायर क्रिएट करना ही उसकी चा है गजनी ऐसा नहीं चाहता था गजनी इंडिया पे एंपायर नहीं क्रिएट करना चाहता था लेकिन घौरी इंडिया पे एंपायर क्रिएट करना चाह रहा है तो कहेगा चलो ठीक है तो 1175 के आसपास सबसे पहले वह जो है ऑक्यूपाइड करने के बाद दूसरा यह ऑक्यूपाइड है यह इलाका उसका हो गया अब वह सोचेगा कि चलो गुजरात गुजरात इतना जो है यू कैन से अ जो है अ प्रॉफिटेबल है कमर्शियली बहुत इंपोर्टेंट है तो कहेगा चलो गुजरात पर अटैक करते हैं तो जब वो गुजरात पर अटैक करता है तब होती है बैटल ऑफ कैदा और गुजरात में उसकी मुलाकात होती है किनसे सोलंकी से या तो भीमा सोलंकी राइट है ना या फिर है ना ये भीमा टू है और या फिर नायकी देवी जिसने भी उनको हराया लेकिन यहां पे झटका बहुत लगा बैटल ऑफ कैदा में उसको समझ में आ गया कि हां सोलंकी के रास्ते तो मैं नहीं जा सकता हूं कुछ और करना पड़ेगा नाउ तो अब जो दूसरा प्लान है प्लान बी राइट तो दिस वाज द फर्स्ट प्लान दिस वाज द फर्स्ट प्लान जहां पे बैटल ऑफ कैदा में उसको झटका लगा और उसे रिलाइज हुआ कि हां ऐसे नहीं हो पाएगा कुछ और करना पड़ेगा तो नाउ नेक्स्ट प्लान नेक्स्ट प्लान इज चलो लाहौर प कब्जा किया जाए तो उसने लाहौर प भी कब्जा कर लिया अब अब ये जो इलाका है अब ये उसके पास आ चुका है अगला जो मूव है उसे लगा कि और दिल्ली की तरफ चलते हैं तो एक जगह है भटिंडा जिसे उस समय कहते हैं ताबर हिंद तो वो ताबर हिंद पर कब्जा करना चाहता है लेकिन यह जो इलाका है यह पृथ्वीराज चौहान के पास है तो वो भी ताबर हिंद के पास बढ़ा पृथ्वीराज चौहान भी बढ़े तो एक जो है इसी के पास एक जगह है तरन और तरन में दोनों की मुलाकात हुई तरन में झगड़ा हुआ नाउ द फर्स्ट बैटल ऑफ तरन फर्स्ट बैटल फर्स्ट बैटल ऑफ तरन में पृथ्वीराज चौहान जीत गए राइट ना पृथ्वीराज चौहान जीत गए और अगेन जैसा मैं कह रहा था कि हां अलग-अलग अकाउंट है राइट जो है ऐसा माना जाता है श्री चंद्र वरदाई ऐसा कहते हैं कि पृथ्वीराज चौहान ने उनको माफ कर दिया बोला कि ठीक है जाओ छोड़ देते हैं तो यहां पे उन्होंने छोड़ दिया जसे पॉलिटिकल ब्लंडर कहा जा सकता है कि हां उन्होंने उसको छोड़ दिया वो वापस गया पूरी तैयारी करी अच्छा यहां पे पृथ्वीराज चौहान को शायद ये लग रहा था कि जैसे गजनी था तो गजनी रेड करता था लूटपाट करता था राइट तो उसको लगा कि ये भी लूटपाट करने आ रहा था एक बार भगा दिया है दोबारा क्या ही आएगा है ना ये कोई कब्जा करने नहीं आ रहा था लेकिन इसके मंसूबे कब्जा करने के थे तो ये फिर अपनी ताकत वाकत इकट्ठा करके राइट पहली बैटल हुई थी 1191 अगले ही साल दूसरे ही साल फिर से उसने अटैक किया 92 पे और पृथ्वीराज चौहान को हरा दिया पृथ्वीराज चौहान को मोस्ट प्रोबेबली यहां पे बंदी बना लिया उसने तो उसको उसको हाथ लग गया क्या उसके हाथ लग गया अब दिल्ली राइट उसके हाथ लग गया अजमेर तो पृथ्वीराज चौहान का जो इलाका है वो उसके कंट्रोल में आ चुका है कोर पार्ट जो है उसके कंट्रोल में आ चुका है अब जयचंद तो अगला जो एक पावरफुल सेंटर रह रहा था वो था कन्नौज तो उसने कहा ठीक है चलो फिर और आगे चलते ते हैं तो 1194 में उसने उसने कन्नौज पे हमला किया दिस इज कन्नौज राइट ना दिस इज ट कन्नौज एंड दिस इज बैटल ऑफ बैटल ऑफ चांद वार इसके बाद इसके बाद जो है जयचंद ने भी सुसाइड कर ली थी अब इस तरीके से इस तरीके से ये एक्सपेंशन होना चालू हो चुका है उसने कोर बेसिकली आप कह सकते हैं कि दिल्ली और बेसिकली जो वेस्टर्न यूपी वाला पार्ट है राइट उस इलाके प अपना जो है वर्चस्व स्थापित कर लिया है यस बट अभी कहानी इतनी ही हुई है इससे ज्यादा कहानी नहीं है अब इससे ज्यादा कहानी क्या होती है इससे ज्यादा कहानी कि हां उसके कुछ सिपाह सदार है जैसे कि ये जो एरिया है इसका बेसिकली जो जो है सर्वे सर्वा या कंट्रोल है उसका एक गुलाम है गुलाम का नाम है कुतुबुद्दीन अबक कुतुबुद्दीन बबक तो इस एरिया की जिम्मेदारी कुतुबुद्दीन बबक की है लेकिन वो इधर भी कंट्रोल करना चाहता है तो इस एरिया की जिम्मेदारी उसने दी बख्तियार खल जीी को बख्तियार खल जीी बख्तियार खल जीी को बोला कि हां जाओ उधर एस्टेब्लिश करो तो बख्तियार खल जीी उधर उतरे बंगाल साइड तो लखनौती नादिया बारी साल तो ये सब एरिया जो है ये एरिया किसने कैप्चर किया बख्तियार खल जीी ने यहीं पर बख्तियार खल जीी की मुलाकात होगी झगड़ा होगा लक्ष्मण सेना से राइट सेना डायनेस्टी वो झगड़ किससे बख्तियार खल जीी से तो बख्तियार लजी भारी भतिया क भारी पड़ा इस इलाके पे नालंदा मनात्री वगैरह बहुत सारी जो बुद्धिस्ट मोनेस्ट्री थी उसने डिस्ट्रॉय करी राइट है ना तो इसकी कहानी फेमस है है ना तो वो अलग कहानी है तो फिलहाल उसने एक्सपेंड कर दिया सो दिस इज हाउ दिस रीद अंपायर गट क्रिएटेडॉक्युमेंट्सफ्रैगमेंट इसका नाम है कबाचा तो कबाचा इस इस एरिया में बैठा हुआ है और जो कोर एरिया है ये जो कोर एरिया है यहां पर उसने बिठा रखा है यल्स को यल्स तो कोर पार्ट अफगानिस्तान वाला पार्ट इज अंडर अ यदज ये वाला पार्ट इज अंडर कबाचा दिस वाला पार्ट इज अंडर कुतुबुद्दीन ऐबक एंड दिस पार्ट इज अंडर बख्तियार खल जीी नाउ नाउ अब होता क्या है तो हमने यह कहानी समझी सारी नाउ नाउ वी हैव रिलेटेड कि हां ये किस तरीके से भीमा टू की कहानी सोलंकी की कनेक्टेड है चंदास का यहां पे कोई रोल नहीं है राइट जयचंद की कहानी कनेक्ट करी हमने पृथ्वीराज चौहान की कहानी कनेक्ट करी सो नाउ वी नो दिस थ्रेट एज वेल नाउ तो ये बैटल ऑफ तरन वगैरह हमने देखी बैटल ऑफ चंदवार के बारे में मैंने आपको बताया रेड कन्नौज भी इन्होंने लूट किया था एंड फाइनली फाइनली 1206 तक अच्छा खासा ये एंपायर क्रिएट हो गया था 1206 में 1200 में यहां पर जो है जो मोहम्मद घौरी है उसको एसिनेट कर दिया जाता है ट कुछ रिब उसको मार डालते और यहां पर जब यह मार दिया जाता है 1206 में तो यह जो चार लोग हमने बिठाए राट चार लोग हमने बिठाए बख्तियार लजी कुतुबुद्दीन अबक यदज और कबाचा य चारों लोग आजाद हो गए और यहीं से शुरुआत होती है कुतुबुद्दीन एब्लिश ल्ली सल्तनत तो अब हमारी अगली कहानी है राइट अगली स्टोरी में हम चलते हैं च्च इज दिल्ली सल्तनत तो फाइनली बात और आगे बढ़ाते हैं और कहानी इस्टैब्लिशमेंट देखी है बट अब जो है कहानी एक एक यू कैन से सार में है राइट ना यहां यहां से कहानी उतनी कॉम्प्लिकेटेड नहीं है पहला चैप्टर ही सबसे बड़ा यू कैन से हमारे लिए चैलेंज था राइट एक बार पहला चैप्टर आपका हो गया बाकी मेडि वल में उतनी प्रॉब्लम नहीं है राइट है ना उतना उतना जो है यू कैन से अ ब्रेक नहीं है बाकी की मेडि वल में राइट सो फ्रॉम हेयर द मिडिवल इंडिया स्टार्ट सो लेट्स टॉक अबाउट दिल्ली सल्तनत तो पहला पहली कहानी जो हम बात करने जा रहे हैं जो दिल्ली सल्तनत के बेसिक्स की है कि हां जैसे ही हमने बात करी कि 1206 में 1206 में डेथ हो जाती है घौरी की महमूद ऑफ घौरी की यहां से डेथ हो जाती है और जब घौरी की डेथ होती है तो गजनी पे बैठा हुआ है यल्स मुल्तान पे बैठा हुआ है कवा चा और ये जो बीच वाला पार्ट है दिस इज अंडर दी कंट्रोल ऑफ कुतुबुद्दीन अबक कुतुबुद्दीन और इधर इधर जो जो है एक्सपेंशन है वो कर रहा था बख्तियार खल जीी तो जब इनकी डेथ हुई घौरी की डेथ हुई तो ये भी कहने लगा कि मैं आजाद हूं ये भी आजाद है ये भी आजाद है ये भी आजाद है तो अभी यहां से डेल्ली सल्तनत एस्टेब्लिश करना कुतुबुद्दीन ऐबक के लिए आसान नहीं होने वाला है क्योंकि बाकी तीन चैलेंजर्स भी हैं बाकी तीन सिपा सलार जो थे जो जो है घौरी के सिपा सलार थे वो भी कहेंगे कि हां हम भी आजाद हैं हम भी कुछ अपना सल्तनत जो है एस्टेब्लिश करना चाहते हैं पर कहानी किसकी है कहानी है शुरुआत जो होती है वो है कुतुबुद्दीन ऐबक से ये सारे गुलाम हुआ करते थे राइट है ना तो दीज वर ऑल स्लेव्स जैसे कि मैंने आपको बताया इनको बोलते हैं मामलू तो मामलू गुलाम है ये तो मामलू तो मामलू डायनेस्टी तो यहां से जो है हम देखेंगे कि कहानी शुरू होती है स्लेव्स की या फिर मामलू वंश की राइट तो 1206 में दिल्ली सल्तनत आजाद हो चुकी है या कुतुबुद्दीन ऐबक जो है आजाद हो गया है और दिल्ली में स्थापना करेगा जो है अपनी डेल्ली की तो पहली जो डायनेस्टी है तो यहां से कहानी शुरू होगी और 1206 से जाएगी 1526 तक 1526 तक की स्टोरी है ये तो 300 साल या 3 साल की कहानी हम कह सकते हैं तो एक लंबी स्टोरी है अब इसमें खाली एक डायनेस्टी नहीं है इसमें टोटल पांच डायनेस्टीज है राइट है ना सबसे पहली है स्लेव डायनेस्टी फिर है खिलजी आएंगे खिलजी राइट खिलजी को आप जानते हैं अलाउद्दीन खलीजी आपने देखा पद्मावत में खली बली हो गया है दिल करके डांस करते हैं वो राइट है ना फिर तुगलक आएंगे तुगलकस फिर फिर जो है ये दो फर्जी डायनेस्टीज है सैयद और लोदी फर्जी एकेडमिकली फर्जी हमारे लिए जो है यूपीएससी पॉइंट ऑफ व्यू से हम देखेंगे कि इनका जो रेलीवेंस है वो कंपैरेटिव कम है राइट ये तीन काफी प्रॉमिनेंट है ये काफी प्रॉमिनेंट है तो एक-एक करके कहानी सॉल्व करते हैं सबसे पहले बात करते हैं स्लेव डायनेस्टी की सबसे पहले बात करते हैं मामलो वंश की तो ये जो कहानी है ये 1206 से 1290 यानी ऑलमोस्ट 85 साल की कहानी है ये 85 इयर्स जिसमें कई सारे जो है सुल्तान हुए द मोस्ट इंपॉर्टेंट वन इज स्टिंग कुतुबुद्दीन नबक फिर इल्तुतमिश फिर रजिया और फिर बलबन तो ये चार लोग हमारी कहानी के लिए इंपोर्टेंट होने वाले हैं तो आइए बात शुरू करते हैं तो कहानी शुरू करते हैं कुतुबुद्दीन बबक से तो पहली डायनेस्टी च्च इज मामलू डायनेस्टी तो मामलू तो कुतुबुद्दीन बबक तो कुतुबुद्दीन बबक यहां पे आजाद हो गया और उसे लगा कि अब जो है एक हम प्रॉपर एक स्थापना कर सकते हैं सल्तनत बना सकते हैं तो द मोस्ट इंपोर्टेंट पार्ट इज कि कुतुब इज द फाउंडर बट दिल्ली सल्तनत में ना एक कर्स है राइट एक श्राप मिला हुआ है राइट किसने दिया है पता नहीं लेन एक श्राप है कि जो भी जिसके भी नाम के आगे फाउंडर लगेगा वो 5 साल से ज्यादा राज्य नहीं कर पाएगा ऐसा एक फार्मूला हम लोग मान लेते हैं कि सारे फाउंडर्स 5 साल समथिंग जो है राज्य करेंगे रेयर ही हम किसी को देखेंगे कि जो इससे ज्यादा राज्य करे तो खैर तो 1206 से 1210 मात्र 5 साल का राज्य है मात्र 5 साल का राज्य है और इसके लिए आसान होने वाला है नहीं आसान नहीं होने वाला चैलेंज बहुत सारे हैं जैसे कि जैसे कि चैलेंज की अगर हम बात करें तो एक इधर यल्स कह रहा है कि अरे मेरा हक बनता है कबाचा कह रहा है मेरा हक बनता है हालांकि बख्तियार खलीजी मारा गया और एक आ गया अली मरदान तो यह उतना बड़ा चैलेंज नहीं है बट फिर भी इधर भी जो है चैलेंज तो है ही राइट है ना कि ये भी अपने कंट्रोल में नहीं है तो कुतुबुद्दीन बबक को सेंटर मिल गया है लाहौर को बना देगा वो कैपिटल और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए दिल्ली यूज़ करेगा देन दिस विल बी एडमिनिस्ट्रेटिव सेंटर तो यहां से यहां से बेसिकली वो कहानी चालू कर रहा है राइट लेट्स गेट बैक तो कुतुबुद्दीन बबक तो कुतुबुद्दीन अबक तो मामलू मामलू है हमने समझा कि मामलू क्या है राइज टू पावर हमने समझा कि अब वो पावर में आ चुका है बिकॉज़ गौरी की डेथ हो चुकी है कैपिटल और पॉलिसीज तो पॉलिसीज वगैरह करने का तो बहुत मौका ही नहीं है खाली वो बीच में अपना राज्य स्थापित कर रहा है दैट इज समथिंग ही हैज डन और इसके पहले वो कुछ कर पाता 5 साल में क्या ही करेगा तो इसके पहले वो कुछ कर पाता उसकी डेथ हो जाती है तो बाय द वे माना जाता है कि वो दिल का बहुत अच्छा आदमी था बहुत दान दक्षिणा करता था राइट है ना तो हां तो उसको लाख बख कहा गया है लाख बख तो एक जो उसके साथ जो है नाम जुड़ा हुआ है वो लाख बख दूसरा दूसरा खिलाड़ी आदमी था खेलता लता भी था तो एक गेंद ख ता था वो पोलो चगन तो घोड़ों वाली हॉकी नहीं होती कि घोड़े के ऊपर बैठ के हॉकी खेल रहे हैं तो ऐसा एक खेल खेला करता था वही खेल वो खेल रहा था 1210 में तो घोड़े से गिर गया और उसकी डेथ हो गई तो चगन या पोलो खेलते हुए उसकी डेथ हो जाती है और वो इससे ज्यादा कुछ कंट्रीब्यूट कर पाता है नहीं बहुत ज्यादा कंट्रीब्यूशन नहीं है तो बात करते हैं कंट्रीब्यूशन की तो पहली बात पहली बार जब एक इस्लामिक जो है डायनेस्टी क्रिएट हो रही है राज्य क्रिएट हो रहा है तो पहली जो जरूरत फील होगी वो होगी मस्जिद की कि हां मॉस्क चाहिए मॉस्क तो एक जो मस्जिद उसने बनाई है वो कुतुब मीनार में बनाई है तो कुतुब मीनार के पास एक जो है जो है एक मस्जिद उसने एस्टेब्लिश करी व्हिच इज कुवतुल इस्लाम और दूसरा दूसरा अजमेर में तो कुवतुल इस्लाम और अजमेर तो अजमेर में जो है एक पुराना हम लोग बात कर रहे थे ये एक पुराना जो है मोनेस्ट्री है या सरस्वती माता का मंदिर है राइट जिसको उसने कन्वर्ट किया मॉस्क में इट इज कॉल्ड एज अढ़ाई दीन का झोपड़ा तो अढ़ाई दीन का झोपड़ा और कुवतुल इस्लाम ये दो चीजें जुड़ी हुई है कुतुबुद्दीन ऐबक से एक और बात एक और बा जो उसने शुरू करी वो था कुतुब मीनार तो कुतुब मीनार अब कुतुब मीनार एक्चुअली कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम से नहीं है कुतुब मीनार वो बना रहा है एक्चुअली उसको भी क्रेडिट नहीं देना चाहिए इसने खाली शुरुआत करी है रटना इसे कंप्लीट करेगा इल्तुतमिश इल्तुतमिश जो इसका दामाद है वो इसको कंप्लीट करेगा हमारा अगला राजा जो है वो इसको कंप्लीट करेगा एंड दिस इज मोर लाइक अ विक्ट्री पिलर तो ये विक्ट्री पिलर है और इसको वो कमेमोरेट कर देगा डेडिकेट कर देगा तो उस समय सूफी सेंट हुआ करते थे मोइनुद्दीन चिश्ती मोइनुद्दीन चिश्ती वो अजमेर में थे राइट ना अजमेर में मोइनुद्दीन चिश्ती उनके एक डिसाइल है ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी तो इनको इनको दिखाने के लिए कि हां जो है यू नो हमें हमें जो है सूफी सूफी सेंट्स का भी सपोर्ट है ये जो सारे जो है यू नो सेंट लोग हैं सूफी लोग हैं ये हमें सपोर्ट करते हैं तो उनको कमेमोरेट कर दिया और इनके नाम प कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम प इनका नाम कुतुब मीनार रखा है कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम नाम पे नहीं है दूसरा कुतुबुद्दीन अबक अपने साथ लेकर आए थे मिन्हाज उ सिराज को तो मिन्हाज उ सिराज राइट अच्छा बाय द वे मिहान सिराज आगे अपना कंट्रीब्यूशन करेंगे लेट्स टॉक अबाउट हसन निजामी तो ही हैड पटनाइट्स तो ताजुल मसीर तो ताजुल मसीर इज बेसिकली अब द दी स्टोरी ऑफ क्राउन ऑफ एक्सप्लोइट्स कि हां ये एक्सप्लोइटेशन करके या ओवरऑल एक्सप्लोइट करके जीत करके कैसे जो है राज्य क्रिएट किया गया है तो इस जमाने की पूरी कहानी यहां तक कि इन्होंने लिखी है तो ताजुल मसीर तो ताजुल मसीर बाय हसन निजामी दिस इज वन स्टोरी व्हिच बिकम इंपॉर्टेंट राइट है ना तो हां तो ये दो-चार कंट्रीब्यूशन है दो मॉस्क है कुतुब मीनार है और इन्हीं के इन्हीं के राज्य में हसन निजामी है तो ये कहानी किसकी है यह कहानी है हमारे पहले अ पहले राजा पहले राजा यानी कि कुतुबुद्दीन की कहानी है राइट है ना अगेन इवेंचर लाइन बनाएंगे और कुतुबुद्दीन के नीचे जो चार-पांच पॉइंटर वो लिख लेंगे फिर हम बात करेंगे इल्तुतमिश के इल्तुतमिश के नीचे जो चार पांच पॉइंट्स है वो नोट कर लेंगे इयर्स क्या बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है नहीं जब हम लोग पढ़ाई कर रहे हैं तो ईयर देखेंगे कि हां किस उसमें है अदर वाइज बस ये मेन फ्रेम इंपॉर्टेंट है कहां से कहां तक कौन सी डायनेस्टी है इतना इंपॉर्टेंट है उसके अलावा रफ अंडरस्टैंडिंग ऑफ कि राजा पहले आया बाद में आया क्रोनोलॉजी क्या है दिस इज गुड इनफ स नाउ तोम की एंट्री होती है तो इस टाइम लाइन को आगे लेकर चलते हैं नेक्स्ट किंग वी हैव इज इल्तुतमिश शमसुद्दीन इल्तुतमिश तो जहां भी ये वर्ड आपको मिले शमसी तो ये अपने आप को शमसी कहते तो शमसी तो कहीं भी अगर ये वर्ड शमसी लिखा हुआ है इसका मतलब वो इल्तुतमिश का काम है ऐसे करके हम ध्यान रखेंगे तो शमसी राइट है ना हज शमसी राइट है ना ऐसा कुछ बनाया इसने तो वो बेसिकली शमसुद्दीन का है तो कुतुबुद्दीन ऐबक का दामाद है ये कुतुबुद्दीन का गुलाम भी था पहले और फिर उसने अपनी बेटी की शादी करा दी थी तो ये दामाद है तो शमसुद्दीन तो ये ये कहीं जो है बदायूं के आसपास पोस्टेड थे जब कुतुबुद्दीन अबक की डेथ हुई तो इनको बुलाया गया कि आप बहुत एबल आदमी है आप ही यहां पर टेक ओवर करिए तो कुतुबुद्दीन बेटे को किनारे करके वो लाहौर में था उसको किनारे करके हरा के यहां से राज्य शुरू होता है इल्तुतमिश का तो इल्तुतमिश नाउ इल्तुतमिश के पास समय है राइट हैना 1210 से 1236 देखो तो ऑलमोस्ट 26 साल 27 साल इनके पास यहां पर एजिस्ट करते हैं तो लंबा टाइम है इल्तुतमिश का लंबा समय है तो इल्तुतमिश इज नोन फॉर फर्स्ट ऑफ ऑल एक्सपेंशन अब तक जो कुतुबुद्दीन ऐबक नहीं कर पाया था अब वो शम जो है इल्तुतमिश करेगा उसका दमाद करेगा तो अब यहां पर एक्सपेंशन भी होगा अब यहां पर कंसोलिडेशन भी होगा दोनों ही बातें यहां पर होने वाली है तो अब अगर आप देखिए तो कुतुबुद्दीन ऐबक का अगर आप जो है यू नो एक्सटेंट देखिए तो बस बेसिकली इतना एरिया आप कह सकते हैं कि कुतुबुद्दीन बबक यहां तक बिठा ले गया था लेकिन इसके आगे जो डेवलपमेंट है राइट है ना पेशावर तक मुल्तान पे तो मुल्तान पे कबाचा को भगा दिया राइट है ना इधर सिंध साइड फिर जो है इधर राजस्थान साइड राइट है ना इधर उज्जैन तक मालवा तक प्लस इस एरिया में भी इसका वर्चस्व है तो हां तो ये जो फाइनल एक्सपेंशन है बढ़िया एक्सपेंशन है ये कौन कर रहा है ये कुतुबुद्दीन ऐबक का दामाद इल्तुतमिश कर रहा है तो ये सबसे पहली चीज देगा एक्सपेंशन देगा बट एक्सपेंशन करने के लिए है ना ऐसा नहीं हो सकता कि मैं एक्सपेंशन करने राजा की तरह निकल जाऊं और मेरा राज्य बेकार है एक्सपेंशन जनरली वही आदमी कर सकता है जिसका राज्य स्ट्रांग हो जिसने राज्य को कंसोलिडेट कर रखा हो तो उसके साथ कंसोलिडेशन भी है और उसके साथ एक्सपेंशन भी है इंटरनल चीजों को फिक्स करना इस कंसोलिडेशन राज्य को बड़ा करना इज एक्सपेंशन तो इल्तुतमिश दोनों चीजें करेगा कंसोलिडेशन भी करेगा और एक्सपेंशन भी करेगा एक्सपेंशन मोस्टली कैन नॉट बी डन है ना विदाउट कंसोलिडेशन तो एक्सपेंशन के लिए कंसोलिडेशन इंपोर्टेंट है तो पहले हम एक्सपेंशन की बात कर रहे हैं तो शमसुद्दीन अब जो है यू नो ये जो तुर्किश कॉन केस्ट या जो जो है गौरी का जो राज्य था किसी जमाने में टर्क का जो राज्य है अब वो इसको एक्सपेंड कर रहा है यस वो इसको अब एक्सपेंड करेगा तो कबाचा को यहां पे भ भगा देगा कबाचा निकल जाएगा यहां से जदी से जंग होगी तो इधर भी इधर भी उसने जो है चीजें एस्टेब्लिश करी हैं प्लस बाकी एरिया में भी जो है उसने उसने लड़ाई करी है तो फॉर एग्जांपल यहां पे ग्वालियर तो ग्वालियर पे जो है वापस अपना अपना जो है राज्य स्थापित किया है बयाना में राइट है ना राजस्थान साइड एक्सपेंड किया है तो रथम भोर जालौर नागदा तो राजस्थान में भी अपने आप को एस्टेब्लिश किया है तो ये कुछ मिलिट्री कॉन केस किसने किए ये मिलिट्री कॉन केस किए तुत मिश अब हमें राज्य दिख रहा है अब तक तो हवा में था सब कुछ अब हमें प्रॉपर राज्य दिख रहा है राइट सो नाउ वी रियलाइफ कि यहां जो है एक एक राज्य इसने स्थापित कर लिया दूसरी बड़ी प्रॉब्लम क्या थी कि यही जमाना है यही जमाना है चंगेज खान का मंगोल अंपायर चंगेज खान तो चंगेज खान जो है इसी समय अपनी मंगोल अंपायर एस्टेब्लिश कर रहा है अगर आप चंगेज खान का मैप देखें तो यह एरिया छोड़ के यह एरिया छोड़कर बाकी पूरा चंगेज खान या फिर बेसिकली जो मंगोल्स हैं वो अपनी एंपायर एस्टेब्लिश कर लेंगे खाली इंडिया रह गया है तो एक तरफ से ये एक्स करना चालू कर चुका है हर दिशा में एक्सपेंड कर रहा है दूसरा दूसरा क्या है दूसरी एक अंपायर है आपकी ख्वारिज्म अंपायर राइट ना तो दिस इज इंडिया और इधर है खवारिज मंपायर तो अब अब इ तुत मिश को यहां पर दो लोगों से खतरा है एक तो खवारिज अंपायर से और दूसरा दूसरा जो है मंगोल से कि हां ये ये भी अटैक कर देंगे और ये पड़ोस में बैठे हैं तो ये भी अटैक कर देंगे लेकिन लेकिन लकली लकली हो क्या रहा है इसने इसने जो है कुछ सीक्रेट ट्रीटी कर ली सीक्रेट दोस्ती कर ली किससे सीक्रेट दोस्ती कर ली मंगोल्स के साथ वी आर नॉट वेरी श्यर कि हां ये किस तरह की ट्रीटी है क्या है बट इसने एक सीक्रेट जो है अलायंस कुछ कर लिया है किसके साथ मंगोल्स के साथ कि ठीक है जो है हम यू नो ख्वारिज्म की हेल्प नहीं करेंगे और मंगोल्स जो है वो ख्वारिज्म को तबाह कर देंगे राइट ये जो ख्वारिज्म अंपायर है इसको तबाह करने का काम किसने किया है मंगोल्स ने तो दो में से एक दुश्मन सॉल्व कर दिया हमारा आपस में यही दोनों भिड़ गए और ख्वारिज्म खत्म हो गया इनफैक्ट ख्वारिज्म का एक राजा है है ना जलालुद्दीन मंगर बानी तो खवारिज में जो है खवारिज में जलालुद्दीन तो जलालुद्दीन तो जलालुद्दीन भागता हुआ इंडिया की तरफ आया है ना कि इल्तुतमिश भैया हमको मदद कर दो राइट हमको अससाइलम प्रोवाइड कर दो इल्तुतमिश ने कहा नहीं अगर हम तुम्हें अससाइलम प्रोवाइड कर देंगे तो चंगेज खान से दुश्मनी हो जाएगी तो यह गलती मैं नहीं करूंगा तो अपनी इस यू कैन से डिप्लोमेसी से उसने इस प्रॉब्लम को सॉल्व किया है इसको अससाइलम नहीं दिया है ना उसको बोला कि जाओ तुम ही मंगोल से भिड़ो चंगेज खान से भिड़ो तो दिस समथिंग इज हैपनिंग इन द इन द टाइम्स ऑफ इल्तुतमिश तो इल्तुतमिश के टाइम में यह हुआ है इल्तुतमिश के टाइम में जो है मंगोल यहां तक आए हैं राइट ना तो पहला इवेज माना जाता है कि इल्तुतमिश के समय में ही हुआ है मंगोल का इनवेजन लेकिन इल्तुतमिश ने बहुत समझदारी से इसको हैंडल किया खवारिज में भी किनारे हो गए और मंगोल्स ने भी हम पे इवेंचर नहीं किया तो दिस इज द स्टोरी जो तुमस के साथ जुड़ी हुई है तो इंटरनल एक्सपेंशन भी है और बाहर मंगोल्स को भी सं संभाल या या खवारिज अंपायर को भी संभाल लिया राइट है ना देन देन लेट्स टॉक अबाउट हिज कंसोलिडेशन तो इसने कहा कि कैपिटल शिफ्ट करी जाए अब तक जो कैपिटल थी वो थी लाहौर और दिल्ली क्या था एडमिनिस्ट्रेटिव सेंटर था इसने कहा जब सारा काम दिल्ली से ही करना है तो क्या कर देते हैं हम लोग दिल्ली को ही बना देते हैं अपनी कैपिटल राइट है ना प्लस खलीफा की हम लोग बात कर रहे थे राइट है ना खलीफा तो उस समय अब्बास क्याली फिट थी तो अब्बास खलीफा को जो है इसने चिट्ठी भेजी कि भाई हम आपके बिहाव पे रूल कर रहे हैं है ना हमारा जो है यू कैन से तोहफा कबूल करिए तो ऐसा रिकग्निशन लेटर के लिए उसने चिट्ठी भेजी कि हां भाई हम आप ही के अंडर आते हैं तो इससे क्या होता है इससे कैलिफ ने कहा कि हां बहुत बढ़िया राइट है ना कैलिफ बैठा हुआ था वहां पे अवास कैलिफेट्स किया तो इसको बोलते हैं मंसूर राइट है ना कि हां एक चिट्ठी भेजी कि चलो हम तुम्हें रिकॉग्नाइज करते हैं तो इस लेटर को बोलते हैं मंसूर कि हां जो है मंसूर मिल गया इसको तो मंसूर भी मिल गया है अब इससे क्या होता है इससे थोड़ा लेजिटिमेसी आ जाती है कि जो भी इस्लामिक यू कैन से जो वर्ग है या फिर जो इस्लामिक जो है ऑर्थोडॉक्स स्कॉलर्स हैं जो मौलवी वगैरह हैं वो कहेंगे कि हां शमसुद्दीन बड़ा अच्छा राजा है भाई कैलिफ ने इसको क्या किया है रिकॉग्नाइज किया है तो ये भी इसके टाइम में हुआ है यस तो कैपिटल शिफ्ट दूसरा ये जो इतनी बड़ी एंपायर ये क्रिएट कर रहा है क्या ये अकेले हैंडल कर पाएगा नहीं कहेगा हां मुझे टीम लगेगी टीम तो टीम चाहिए तो यहां पर वो कुछ स्लेव्स वगैरह हायर करेगा और इन स्लेव्स को बना देगा गवर्नर गवर्नर जनरल कि तुम चलो वहां पे रूल करो तुम चलो यहां पे रूल करो तो ऐसे वो 40 लोगों को हायर करेगा दिस इज कॉल्ड एज तुर्कान चहलगनी तो तुर्कान चहलगनी या फिर चालीसा तो अब इल्तुतमिश है और उसकी 40 लोगों की टीम है राइट अब ये सारे लोग एक्सपेंड कर रहे हैं राज्य कर रहे हैं तो इल्तुतमिश अकेला नहीं है इल्तुतमिश के साथ जो है 40 लोगों की टीम भी है टक्स को उसने हायर किया है और ये लोग जो है ये लोग क्या बन गए हैं उसका उसका राइट हैंड बन गए हैं और यहीं पर यहीं पर वो लेकर आया एकता सिस्टम तो इकता सिस्टम तो ई से इल्तुतमिश ई से इता एकता सिस्टम राइट है ना या आई सेतुम आई से एकता तो एकता तो एकता सिस्टम लेकर आया व्हाट इज एकता सिस्टम तो एकता सिस्टम के तहत इसने कहा कि अब जो है कोई भी इलाका राइट है ना फॉर एग्जांपल ये वाला पार्ट लेट से अपने पास है तो इसमें लेट्स से ये एकता है एकता एकता जो है हम किसी इक्तादार को दे देंगे ये टेक्निकली इज मोर लाइक यहां का गवर्नर इसकी जिम्मेदारी क्या होगी यहां पे लॉ एंड ऑर्डर देखेगा लॉ एंड ऑर्डर यहां पर रेवेन्यू कलेक्शन देखेगा इसके पास एक अपनी आर्मी भी होगी यह जो भी रेवेन्यू आया इसमें से इस इक्तादार या गवर्नर की सैलरी निकल जाएगी बाकी के एक्सपेंसेस आर्मी वगैरह के एक्सपेंसेस निकल जाएंगे और जो भी बच जाएगा जो भी कुछ रह जाएगा एक्सेस एक्सेस एक्सेस को कहते हैं फवाज जो भी बच जाएगा वो चला जाएगा किसको दिल्ली को सेंटर को के पास तो इस तरीके से एक एडमिनिस्ट्रेशन का उसने जो है यू कैन से यू नो एक नया सिस्टम लेकर आया जिसे कहते हैं इकता सिस्टम तो इकता सिस्टम तो दिस इकता सिस्टम तो इता सिस्टम में जो इक्तादार है तो इक्तादार को जो है मुक्ति भी कहा जा सकता है वली भी कहा जा सकता है तो आगे आगे इसका नाम चेंज होता रहेगा तो इकता हैज इकता हैज मुक्ति गवर्नर्स राइट फिर ये फर्द डिवाइड करा जाता है कि एक एकता को आप फर्द डिवाइड कर सकते हैं जैसे कि यूपी है तो यूपी को डिस्ट्रिक्ट में बांटा जा सकता सता है तो डिस्ट्रिक्ट्स को कहा जाता है शिक और जिसको शिक दी जाएगी जो शिक का हेड है डिस्ट्रिक्ट का जो हेड है वो है सिकदर जैसे कि डीएम प्लस उसका भी फर्द डिवीजन है परगना उसका भी फर्द डिवीजन है गांव तो परगना तो परगना में आमिल करके एक रेवेन्यू कलेक्टर होगा जो कि परगना का पूरा रेवेन्यू कलेक्ट करेगा गांव के लेवल पे वी हैव चौधरी या फिर मुकदम जो कि इट्स मोर लाइक प्रधान है ना गांव का प्रधान होता है तो वैसे ही चौधरी और मुकदम होंगे तो ये सिस्टम किसने क्रिएट किया है ये सिस्टम बेसिकली इंप्लीमेंट किया है क्रिएट नहीं किया है राइट है ना यह सिस्टम इंप्लीमेंट किया है इल्तुतमिश ने आइडिया कहां का है आइडिया बेसिकली ईरान का है तो ईरान में ऐसा एकता सिस्टम चला करता था जो कि ये लेकर आया है तो जो मैं कह रहा था कि हां इट इज नॉट ओनली अबाउट एक्सपेंशन एक्सपेंशन वो तभी कर सकता है जब उसके पास एक स्ट्रांग टीम हो और कंसोलिडेशन कर रहा हो तो उसने कंसोलिडेशन भी किया है राइट टीम भी बनाया है और एडमिनिस्ट्रेशन फिक्स किया है अगेन यह सारी चीजें चलाने के लिए पैसा चाहिए तो कहेगा चलो अभी जो है ये ये एक प्रॉपर करेंसी सिस्टम जो है लेकर आ जाते हैं तो करेंसी भी वही लेकर आया है करेंसी भी वही लेकर आया है एक सिल्वर सिक्का छापा जिसे कहते हैं टंका राइट एक कॉपर सिक्का छापा जिसे कहते हैं जीतल तो अब सिल्वर और कॉपर के सिक्के भी चालू हो गए दिल्ली सल्तनत के यस तो बढ़िया ट्रेड होने लगेगा चीजें सही होने लगेंगी प्लस वो कुतुब मीनार अधूरा रह गया था तो कुतुब मीनार इसने पूरा कराया है ये हमने पहले भी बात करी तो इल्तुतमिश का अच्छा खासा कंट्रीब्यूशन है इस 26 साल में डेल्ली सल्तनत को पैर देने वाला दिल्ली सल्तनत को प्रॉपर फाउंडेशन देने वाला कोई आदमी है तो वो है इल्तुतमिश इल्तुतमिश अगेन इल्तुतमिश इज नोन फॉर जो है योर एक्सपेंशन इल्तुतमिश इज नोन फॉर हैंडलिंग मंगोल्स फॉर द वेरी वेरी फर्स्ट टाइम इल्तुतमिश इज नोन फॉर तुरकाने चहलगनी इक्ता सिस्टम कोइज कुतुब मीनार राइट है ना शिफ्टिंग ऑफ कैपिटल फ्रॉम लाहौर टू दिल्ली और कैलिफेट्स है तो यह कहानी थी मि की चलिए तो कहानी और आगे बढ़ाते हैं तो इल्तुतमिश हमने समझा कि हां कुतुब मीनार ने कुतुब ने ऐसा कुछ बहुत कंट्रीब्यूट नहीं किया था बट इल्तुतमिश ने एक्सपेंशन और कंसोलिडेशन दोनों हमने चीजें समझी मंगोल्स की एंट्री हमने देखी राइट और और हमने कंसोलिडेशन देखा कंसोलिडेशन में इता तुरका चहलगनी एटस एटस आप नोट डाउन करेंगे नाउ अब तुमशे बेटे भी हैं लेकिन तुमशे है रजिया सुल्तान है ना रजिया नाम है टेक्निकली सुल्तान द बाद में तो रजिया तो रजिया उसको दिखाई दिया कि शी इज अ वेरी वेरी गुड इन शी इज वेरी गुड इन एडमिनिस्ट्रेशन जब भी तमेश कहीं बाहर जाते थे कहीं लड़ाई प जाते थे तो रजिया पूरा हैंडल करती थी उनके आसपास रहती थी तो रजिया ने फर्स्ट हैंड सीखा है कि पापा कैसे राज्य करते हैं तो जब तुत मिश की डेथ हुई तो उसने नॉमिनेट किया कि हां मेरे बाद रजिया ही जो है क्या होगी सुल्तान होगी तो रजिया सुल्तान बन गई उनके बेटों ने अपोज किया इनिशियल फेज में भी लेकिन देन जो है शी बिम अ सुल्ताना तो सुल्ताना कोई वर्ड नहीं होता सुल्तान ही होता है तो रजिया सुल्तान तो 1236 से 1240 है ना अब क्योंकि ये महिला रूलर है तो जितने तुर्कान चहलगनी के लोग थे शुरू में इसको सपोर्ट करने लगे जितने टक्स थे टक्स वो उसे सपोर्ट करने लग गए लेकिन फिर धीरे-धीरे धीरे-धीरे क्या हुआ कि शी स्टार्टेड टू यू कैन से यू नो फॉलो स्टार्टेड फॉलोइंग हर ओन पॉलिसी अपनी चीजें वो इंप्लीमेंट करने लगी तो लोगों को बुरा लगने लगा खटक नहीं लगी आंख में तो पहली फीमेल रूलर रजिया है लेकिन लेकिन अब तक जो है अब तक टक्स का बड़ा जो है यू नो बोलबाला था जो टक्स ट्राइब है तो इन सब में एक ट्राइब है व्हिच इज तुर्किश टर्क तो जो टर्क हैं अब तक उनका बोलबाला था लेकिन इनको कंट्रोल करने के चक्कर में रजिया सुल्ताना ने नॉन टक्स को सपोर्ट करना चालू किया ऐसे ऑफिसर जो कि तुर्किश नहीं है उनको सपोर्ट करना चालू किया तो जितने तुर्किश ऑफिसर थे इनको बुरा लगने लगा तो अबके इसके खिलाफ प्लॉट करने लगे एंड फाइनली शी वास एसिनेट राइट है ना तो जब वो लोगों के खिलाफ अथॉरिटी के खिलाफ टक्स के खिलाफ तो जैसे ही वो वर्सेस टक्स हुई जैसे ही उसने टक्स को साइडलाइन करने की कोशिश करी व मारी गई और और जो है उसके बाद उसके बाद फिर दो तीन राजा आए दो तीन जो है सुल्तान आए इनके भाई वगैरह चच वर नॉट द एबल रूलर एंड फाइनली राज्य टेक ओवर करता है बलबन बलबन तो बलबन एक्चुअली तुर्कान चहलगनी का ही मेंबर था तो तुमि की डेथ के बाद ये जो तुर्कान चहलगनी के लोग थे राइट हैना जो उसकी टीम थी तुत मिश की वही टीम पावर कंट्रोल कर रही थी रजिया को भी कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी अब इसी टीम में बलबन ने इसी टीम में बलबन ने क्या किया कि हां एक सुल्तान को नसीरुद्दीन महमूद को नसीरुद्दीन महमूद को सुल्तान बना दिया राइट ये कोई जो ये कोई बहुत स्ट्रांग सुल्तान है नहीं ये तमेश का बेटा है लेकिन ये बहुत सुल्तान बहुत अच्छा सुल्तान नहीं है और इसको पूरी तरह से कंट्रोल करने लगा इनफैक्ट इनफैक्ट बलबन ने अपनी बेटी की शादी राइट है ना शी ही वाज मैरिड टू द डॉटर ऑफ बलबन तो दामादी बना दिया तो ये बलबन बेसिकली ससुर बन गया तो अगर रियलिटी में देखा जाए तो हम लिखते हैं ये 1266 से 1287 ऑलमोस्ट 40 इयर्स बलबन का रूल है बट पहले 20 साल 46 से 66 फिर से मैं बोलता हूं कि हम मानते हैं कि यहां 46 से 87 ऑलमोस्ट 40 इयर्स कंट्रोल है जिसमें 20 साल एक्चुअली दामाद करा है और फिर दामाद की डेथ हो जाती है और यहां से बलबन टेक ओवर कर लेता है तो 20 साल डायरेक्ट राज है और 20 साल इनडायरेक्ट राज्य है क्योंकि बलबन ने अपने ही यू कैन से आदमी को या अपने ही दामाद को बना रखा था क्या सुल्तान यहां पर बना रखा था तो बलबन का वर्चस्व है बलबन का यहां पे अच्छा खासा वर्चस्व है ये तुर्कान चहलगनी का ही मेंबर हुआ करता था बलबन नाउ अब ये जो 40 साल है दिस इज ह्यूज राइट है ना पूरी पूरी मामलू वंशी कुछ जो है 85 साल का है उस 85 साल में सबसे ज्यादा रूल कौन कर रहा है यही आदमी रूल कर रहा है बलबन तो बलबन इज द लास्ट किंग च हु बिकम इंपोर्टेंट फॉर अस तो बलबन तो आखिरी कहानी है बलबन की नाउ बलबन इज नोन फॉर कंसोलिडेशन इसने कोई एक्सपेंशन वगैरह नहीं किया है इसने खाली राज्य को संभाला है राज्य जो बिखर रहा था 40 साल तक इसने राज्य को संभाल के रखा है कोई एक्सपेंशन वगैरह इसके हाथ में नहीं है दूसरा जो बलबन का कंट्रीब्यूशन है इज मंगोल्स मंगोल इनवेजन होगा उनको रोका है मंगोल इनवेजन को रोका है इसने तो दो चीजें यहां पर बलबन कंट्रीब्यूट करने वाला है राइट है ना तो चलिए बात करते हैं बलबन की बलबन तो बलबन तो बलबन देखो बड़ा इनसिक्योर आदमी था उसको लगता था कि जो जो है मेरा सही में तो हक बनता नहीं है राज्य करने का मैं तो जबरदस्ती तुर्कान चहलगनी का मेंबर था राजा बन गया हूं तो अब वो चाहता है कि लोग उससे डरे ऐसा माहौल बना दे कि लगे कि भाई बलबन ही बलबन है यही इंपॉर्टेंट है यही राजा है तो तो उसने उसने टाइटल लिया है जिल्ले इलाही राइट है ना शैडो ऑफ गॉड हूं मैं भगवान ही मान लो मुझे तो जिल्ले इलाही का टाइटल लिया है उसका एक्चुअल नाम जो है उलूक खान है तो उलूक खान देन देन अ लॉट ऑफ थिंग्स ही डिड ही रियलाइफ राइट बलबन बलबन 1246 से इंपॉर्टेंट हो गया है ना पहले पहले जो है 1246 से 1266 यह बलबन जो है ये फादर इन लॉ की तरह इंपॉर्टेंट है सारा कंट्रोल अपने हाथ में रखे हुए हैं और फिर 1266 टू 87 यही क्या है यही सुल्तान है क्या यह बात इसके साथी संगियोवेसे हटाओ ग तो उसने इन्हीं को अबॉलिश कर दिया तो जो तुमि तुरका चहलगनी लेकर आया था चालीसा लेकर आया था बलबन ने उनको फायर कर दि दिया कह र नहीं चाहिए हमको ऐसी कोई तुर्कान चहलगनी तो तुर्कान चहलगनी को अबॉलिश किया यस तो वन ऑफ द इंपोर्टेंट थिंग इज ही डिड इज 40 नोबल्स को निकाल दिया राइट ऐसा टाइटल लिया गज इलाही प्लस प्लस उनके साथ जुड़ा हुआ है सजदा और पैबोस कि हां जब मेरे सामने आया करो तो तो जो है मेरा हाथ चूमा करो मेरे पैर चूमा करो ऐसा झुका करो सजदा किया करो तो सजदा और पैबोस सिस्टम लेकर आए दिस ऑल शोज हिज इन सिक्योरिटी उसे लगता था कि लोग मुझे पसंद नहीं करते लोग मुझे राजा नहीं मानेंगे बड़े-बड़े बॉडीगार्ड रख लिए हैं बॉडीगार्ड ऐसा तलवार लेके खड़ा है दरबार में समझ ही नहीं आ रहा क्या बातें हो रही हैं कह रहा है कोई हंसेगा नहीं कोर्ट में बड़ा सीरियस माहौल ग्रिम माहौल उसने रखा हुआ है तो इस तरह का माहौल बना रखा है बलबन ने प्लस प्लस इनकी पॉलिसी को कहते हैं ब्लड एंड आयरन ब्लड एंड आयरन ब्लड एंड आयरन बोले तो बड़ी स्ट्रिक्ट पॉलिसी रथ बस पॉलिसी अगर कोई भी उसको अपोज करेगा तो उसको मार दो कोई अगर रिबल करेगा तो उसे मार दो तो इट इज ऑल ब्लड एंड आयरन राइट है ना आयरन बोले तो स्वर्ड तलवार ब्लड बोले तो जो जो जो है अपोज करे उसको मार दो तो बड़ी स्ट्रांग मिलिट्री प्रेजेंस उसने क्रिएट करी और इंश्योर किया कि हां वो और ज्यादा स्ट्रांग हो जाए और उसके राज्य को कोई चैलेंज ना कर सके इसी के चक्कर में एक मिलिट्री डिपार्टमेंट है मिलिट्री डिपार्टमेंट को कहते हैं दीवान अर्ज दीवान अर्ज तो ऐसा नहीं कि मिलिट्री डिपार्टमेंट उसने बनाया है मिलिट्री डिपार्टमेंट पहले भी एजिस्ट करता था यहां पे उसने मिलिट्री डिपार्टमेंट को पावर दी है कि मिलिट्री डिपार्टमेंट फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस ने ये बात भी बहुत इंपॉर्टेंट है जो बलबन से जुड़ी हुई है तो एक तो कोर्ट के अंदर उसने बहुत डर का माहौल क्रिएट किया है लोगों को फायर कर दिया ले ऑफ कर दिया है और दीवाने अर्स को अलग कर दिया है ब्लड एंड आयरन पॉलिसी है राइट कोई भी उसको उसके अगेंस्ट रिबेल करेगा तो वो उसको फायर करेगा नाउ मंगोल इनवेजन इनके टाइम में भी चल रहा था तो इनके टाइम में भी मंगोल इनवेजन हो रहा है मंगोल इनवेजन तो नाउ तो जो इंटरनल रिबेलियंस है वो भी इसने हैंडल करे हैं और मंगोल इनवेजन के लिए उसने यहां पर फोर्टिफिकेशन किया है कई सारे फोर्ट्स जैसे कि सुमाना भटिंडा इन सारे फोर्ट्स को इंप्रूव किया है तो बढ़िया फोर्टिफिकेशन कर दिया है और मंगोल से लड़ाई करी है राइट इसके अलावा डिप्लोमेसी के लिए भी जाने जाते हैं कि कई बार मंगोल्स के साथ जो है इन्होंने डिप्लोमेटिक भी लड़ाई सॉल्व करने की कोशिश करी है तो मंगोल इनवेजन भी हैंडल किया है तो इन्होंने भी मंगोल इनवेजन हैंडल किया है वरना वरना मंगोल मंगोल एंपायर हम देख रहे इतनी बड़ी है तो इंडिया में भी आ गए होते तो बलबन ने हैंडल किया राइट सो दिस वास द कंट्रीब्यूशन ऑफ बलबन बट आफ्टर बलबन वी रिलाइज बलबन के वंश में ऐसा कोई बहुत बहुत स्ट्रांग जो है राजा नहीं है तो एक कैकुआ बाद आते हैं उनको पैरालिटिक अटैक हो जाता है उसके बाद जो है कैमूर करके एक छोटा सा बच्चा है है ना कुछ तीन महीने छ महीने का बच्चा है उसको राजा बना देते हैं लेकिन फिर उसको मार करर उसको मार कर एस्टेब्लिश होती है खिलजी डायनेस्टी तो यहां से कहानी शुरू होती है की है ना तो खिलजी तो खिलजी तो बहुत फेमस डायनेस्टी है आप जानते हैं खिलजी को तो खिलजी डायनेस्टी बट खिलजी डायनेस्टी सबसे पहली बात नोटिस करो ये मामलू की तरह बहुत बड़ी या बहुत लंबी एंपायर नहीं है यह मात्र 30 साल की कहानी है 1290 से 1320 तो टाइमलाइन प भी अगर हम कंपेयर करें तो हां तो इतनी बड़ी टाइमलाइन थी जो है मामलू की बत बट मात्र 30 साल है आपके किसके पास खिलजी के पास बट बट कहते है ना कि जिंदगी जो है बड़ी होनी चाहिए लंबी होने से मतलब नहीं है तो खलीजी की जिंदगी थोड़ी जो है बड़ी है है ना तो आइए देखते हैं सुनाओ तो खलीजी इसमें जो पहले राजा है वह है जलालुद्दीन खल जीी जलालुद्दीन खल जीी तो जलालुद्दीन कौन है फाउंडर तो ही इज द फाउंडर तो इधर आखिरी राजा कैकुआ बाद कैमूर को मार के जलाल जलाल यहां पर राज्य स्थापित करते हैं तो जलालुद्दीन खल जीी तो अगर आपने मूवी देखी पद्मावत तो पद्मावत में रजा मुराद है जिन्होंने जलाल का रोल जो है निभाया था था तो ही इज द फाउंडर एज आई सेड फाउंडर की जिंदगी बहुत ज्यादा नहीं होती तो 1290 से 1296 मात्र कितना 6 साल पाछ साल की जिंदगी होती है फाउंडर की उतना ही राज्य कर पाते हैं तो खिलजी जो है जलालुद्दीन खल जीी ने जलाल ने कभी सोचा नहीं था जिंदगी में कि वह कभी सुल्तान बनेगा तो यह पूरी तरह से सेटिस्फाइड है यह बहुत खुश है कि हां मैं सुल्तान बन गया हूं राइट है ना तो यह जो है एक दूसरी बात इंपॉर्टेंट बात कि खल जीी जो है लजी लजी डायनेस्टी जो है यह तुर्किश नहीं है राइट है ना दिस कैन बी टर्म्ड एज मिक्स्ड टक्स और नॉन टक्स तो इसीलिए जो तुर्किश ऑफिसर्स हैं उनको बुरा लग रहा है अब तक क्या था कि तुर्किश ऑफिसर छाए हुए थे राइट है ना टक्स छाए हुए थे तो अब तुर्किश ऑफिसर्स को बुरा लग रहा है कि अरे बताओ अब तक तो तुर्किश का राज्य रहता था अब ये पता नहीं कौन आ गए हैं खल जीी आ गए हैं राइट तो जो जो नोबल्स हैं जो ऑफिसर्स हैं उनको यह बात काफी खल रही है काफी बुरी लग रही है तो नाओ तो जलाल तो जलाल यहां पर जलाल यहां पर जो है क्या करेंगे पहले सबको खुश करने की कोशिश करेंगे ये कोई ब्लड एंड आयरन पॉलिसी नहीं है इनकी बड़ी टोलरेंट पॉलिसी बड़ा दिल वाला आदमी है ये कह र है हां भाई ठीक है कोई बात नहीं तुम भी नौकरी करो तुम भी नौकरी करो किसी को फायर वायर नहीं कर रहा है तो ये थोड़ी गड़बड़ है ये गड़बड़ है यहां पे राइट है ना तो हां तो जो है तुर्किश इन्फ्लुएंस तो तुर्किश मोनोपोली खत्म हो गई है क्योंकि अब नॉन टर्क तुर्किश लोग भी आ गए राइट है ना तो अब नॉन तुर्किश लोग पता चला जो नॉन टर्क है वो जो है खाने खाना बन रहा है तो तो वजीर बन रहा है तो ऐसे बड़ी-बड़ी इंपॉर्टेंट पोस्ट मिल रही हैं तो लोगों को बुरा बहुत लग रहा है तो लोग इसके खिलाफ है जलालुद्दीन खिलजी के लोग यहां पर काफी खिलाफ है अनदर थिंग फॉर ही इज फेमस इज रिलीजियस टोलरेंस तो जैसा कि मैंने कहा कि ये बड़ा टोलरेंट है कि टर्क भी बन जाए जो है नोबल बन जाए नॉन टक्स भी जो है यू नो नोबल बन जाए सिपा सदार बन जाए रिलीजन में जिसको जो रिलीजन फॉलो करना है जैसे इसने कहा कि इंडिया में इस्लाम जो है डोमिनेटिंग रिलीजन नहीं हो सकता है रीजन क्योंकि यहां पर ऑलरेडी या फिर हम कन्वर्जन नहीं कर सकते हैं क्योंकि यहां पर बहुत बड़ी जनता जो है वो हिंदू जम फॉलो कर रही है तो इट इज नॉट एट ऑल पॉसिबल तो रिलीजियस टोलरेंस की बात करने लगा ये आदमी रिलीजियस टॉलरेंस की बात करने लगा राइट है ना प्लस पॉलिटिकल इंस्टेबिलिटी तो आ ही चुकी थी तो हां तो ये थोड़ा बहुत स्टेबल करने की कोशिश करेगा मिलिट्री अचीवमेंट मिलिट्री अचीवमेंट देयर र सम यू कैन से जो है क्लैशेस रिबेल्स राइट है ना जैसे जो है एक मंगोल इनवेजन जो है आ रहा है राइट है ना उनको उनको जो है हराया है 1292 में प्लस प्लस प्लस इन्हीं के टाइम में इन्हीं के टाइम में है अलाउद्दीन खल जीी जलाल तो जलाल का दामाद है अलाउद्दीन लजी अलाउद्दीन खर्जी प्लस ऐसा नहीं कि जलाल के बेटे नहीं है जलाल के बेटे भी है बट अलाउद्दीन लजी वेरी एंबिशियस पर्सन यह क्या देख रहा है कि जलाल ब बड़ा टोलरेंट आदमी जलाल बहुत ज्यादा एक्सपेंशन की सोच नहीं रहा है एक बड़ी एंपायर क्रिएट करने की नहीं सोच रहा है जबकि अलाउद्दीन लजी वेरी एंबिशियस ये इनफैक्ट जलाल के टाइम में ही चले गए अब तक किसी ने साउथ पर अटैक नहीं किया था ये जाके देवगर पर अटैक कर देता है देवगर देवगर हमें याद आ रहा है कि जो है देवगर एक वंश था राइट है ना यादवास ऑफ देवगर ऐसा करके हमने पढ़ा था तो यादव देवगर कातिया वरंगल राइट हो साला द्वार समुद्रा पांड्या मधुरई ऐसा करके हम लोगों ने पढ़ा था तो ये इन द रेन ऑफ इन द टाइम्स ऑफ जलाल ये एक तो देवगर पर अटैक करेगा दूस दूसरा दूसरी साइड कारा वगैरह पर अटैक करने लगेगा तो ये अलाउद्दीन ऑलरेडी ऑलरेडी क्या है चालू है जब जलाल कोई एक्शन नहीं ले रहा है तो अलाउद्दीन ऑलरेडी कुछ कुछ एक्सपेंशन कर रहा है इट इज नॉट जलाल हु इज एक्सपेंडिंग इट इज बेसिकली अलाउद्दीन हु इज एक्सपेंडिंग अलाउद्दीन जब देखेगा कि ये आदमी काम का नहीं है तो व्हाट ही डिड ही एक्चुअली किल्ड जलाल तो अपने ही ससुर को मार के यहां पर अलाउद्दीन खलदी राजा बन गया तो नाउ वी हैव अ न्यू सुल्तान विच इज अलाउद्दीन लजी एंबिशियस है ये बहुत ज्यादा एंबिशियस है तो 1296 से 1316 राइट है ना तो ऑलमोस्ट 20 साल का जो है राज्य है रेन है अलाउद्दीन खिलजी का और यह एक्सपेंशन का दीवाना है तो अब अब जो है यह एक्सपेंशन चालू करेगा अगेन अगेन एज आई सेड कि एक्सपेंशन डज नॉट कम्स विदाउट कंसोलिडेशन दोनों चीजें इंपॉर्टेंट है दोनों ही चीजें इंपॉर्टेंट है तो ये दोनों चीजें करेगा तो पहले एक्सपेंशन की बात कर करते हैं और फिर समझेंगे कि कैसे इसकी पॉलिसीज ने इस एक्सपेंशन को सपोर्ट किया है तो ये अपना टाइटल देता है कि मुझे सिकंदर कहा करो एलेग्जेंडर कहा करो है ना तो सिकंदर आजम का टाइटल ले रखा है जो है अलाउद्दीन खिलजी ने एक्सपेंशन चालू किया इसने एक्सपेंशन चालू किया तो नाओ तो कहते हैं कि हां भाई पहले जो है लड़ाई झगड़े की बात करें तो द फर्स्ट थिंग इज कि कि जो है मंगोल इनवेजन तो उसके टाइम में कुछ छह मंगोल इनवेजन हुआ छह एंड अलाउद्दीन खलदी वाज एबल टू हैंडल ऑल इनफैक्ट वन ऑफ द मंगोल इनवेजन वाज कि हां दिल्ली के ऊपर अटैक हो गया था मंगोल ने दिल्ली को सीज कर रखा था और और इवन अलाउद्दीन खिलजी जो राजस्थान में था उसके लिए दिल्ली में घुसना मुश्किल हो गया था इस लेवल का मंगोल इनवेजन देखा है किसने अलाउद्दीन खिलजी ने बट क्योंकि उसके पास अब तक की सबसे बड़ी आर्मी है या फिर आप ऐसा कहिए कि दिल्ली सल्तनत की सबसे बड़ी आर्मी जो है वो अलाउद्दीन खिलजी के पास है तो मंगोल इनवेजन वो हैंडल कर ले गया वो छे के छे मंगोल इनवेजन हैंडल कर ले गया और भारत में मंगोल्स का राज्य कभी भी नहीं हुआ मंगोल जो पूरी दुनिया में कहीं नहीं हारे कभी नहीं हारे वो इंडिया में आके हार गए क्यों क्योंकि वीी हैड अलाउद्दीन खलदी एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम दूसरा एक्सपेंशन नॉर्थ इंडिया में तो नॉर्थ इंडिया में उसने एक्सपेंशन चालू किया तो रथम रथम भोर चित्तौड़ तो जो है रथम भोर प जो है अटैक किया चित्तौड़ प अटैक किया यह कंट्रोल में ले लिया राइट इसके अलावा जो मालवा रीजन है यह भी कंट्रोल में ले लिया तो ऑलमोस्ट पूरा राजस्थान एंड गुजरात एज वेल तो यह जो पूरा पार्ट है यह राजस्थान गुजरात वाला पार्ट कंट्रोल में आ चुका है अलाउद्दीन खालजी के यस ये एक जो है उसका एक्सपेंशन है दूसरा दूसरा जो उसका कैंपेन है वो है साउथ इंडिया में तो हम लोग टाइमलाइन पे ऑलरेडी ड्रॉ कर रहे थे कि हां अलाउद्दीन खल जीी नीचे की तरफ जा रहा है राइट तो अब वो कहानी कनेक्ट करते हैं तो अलाउद्दीन खल जीी अलाउद्दीन खिलजी ऑलरेडी एक बार देवगर पे अटैक कर चुका था राइट है ना तो हां तो लेट्स कम टू दिस तो हमें याद आया कि देवगी तो देवगी तो देवगर में बैठे थे रामचंद्र यह पुरानी टाइमलाइन है अलाउद्दीन खल को हम नीचे लेकर आए थे रामचंद्र तो रामचंद्र ऑलरेडी इनके साथ डील कर चुके थे रामचंद्र लेकिन वो अपनी डील को मान नहीं रहे थे पैसे वैसे नहीं भिजवा रहे थे तो अलाउद्दीन खिलजी को एक सिपा सदार मिलता है गुलाम मिलता है जिसका नाम है मलिक कफूर एंड मलिक कफूर एक्सपेंशन के मामले में काफी टैलेंटेड है तो यहां पर जिम्मेदारी साउथ इंडिया की दे दी जाती है मलिक कफूर को तो नाउ इट इज बेसिकली द दी जो है इनिशिएटिव ऑफ मलिक कफूर कि मलिक कफूर वापस देवगर पर अटैक करते हैं फिर वारंगल पे अटैक करते हैं राइट है ना वारंगल तो वारंगल प बैठे हैं कौन काप पयास और अब हम वापस कहानी में देखें तो वारंगल पे बैठे हैं प्रताप रुद्र टू तो हमें याद आया कि यहीं पे हम लोग ने रुद्रमा देवी की बात करी थी रुद्र टू तो प्रताप रुद्र टू बैठे हुए वारंगल पे इनको भी हराया यस प्लस और नीचे गए होई सालास द्वार समुद्र द्वार समुद्र द्वार समुद्र तो हो साला से हमें याद आया कि वीर बल्लाल थ की हमने कहानी सुनी थी राट ना वीर बल्लाल थ तो वीर बल्लाल थ ही हैड सबमिटेड है ना कि क्या ही झगड़ा करना है आपसे नहीं लड़ पाएंगे तो वीर बल्लाल थी ने सरेंडर कर दिया तो होई साला से सरेंडर कर दिया एंड द लास्ट वन इज पांड्या मधुरई मधुरई मधुरई में हम लोग बात कर रहे थे वीर पांड्या सुंदर पांड्या की मार वर्मन के दो बेटे थे वीर पांड्या सुंदर पांड्या राइट तो वीर पांड्या तो वीर पांड्या फ्लेड और यहां पर मधुरई को इवेट कर दिया इन्होंने मधुरई को ट लिया इन्होंने तो बहुत पैसा बहुत पैसा मिला इस पूरे इनवेजन में राइट बट द पॉइंट इ जैसे बहुत सारा पैसा मिला है बहुत सारे सदन टेंपल्स उसने जो है प्लंडर किए हैं जैसे कि जो है गुजरात में सोमनाथ है चिदंबरम है श्रीरंगम है मधुरई में राइट है ना मधुरई में काफी लूटपाट हुई है तो बहुत सारा पैसा यहां पर मलिक कफूर को मिला है तो यह काफी प्रॉफिटेबल रहा है यह काफी ज्यादा प्रॉफिटेबल रहा है बट वन थिंग वी आल्सो शुड अंडरस्टैंड लेट्स कम टू दिस दैट ये जो पार्ट है राइट है ना मोस्टली ये वाला जो पार्ट है जो वो जीते हैं तो जो साउथ इंडिया है साउथ इंडिया बिम देयर यू कैन से देयर सबोर्डिनेट इसको एनेक्सेशन नहीं हुआ है राइट ऐसा नहीं है कि ये अब दिल्ली सल्तनत का पार्ट है मतलब अ जो है लिटरल सेंस में पार्ट नहीं है बट यहां पे राजा लोग वापस रहेंगे है ना ये ऐसा नहीं है कि राजा को ही हटा देगा या मार देगा समथिंग और अपने आदमी को बिठा देगा नहीं तो ये क्या है कि हां उसका सबोर्डिनेट हो गया है उसने एनेक्स नहीं किया था कि मुझे राज्य नहीं करना मुझे खाली पैसा चाहिए तो समझो कि ये जो हम बात कर रहे हैं साउथ इंडिया पे ये जो मलिक कफूर गया है ये सिर्फ पैसा पाने ट्रिब्यूट पाने अपनी अपनी सजरे निटी जो है एक्सेप्ट करवाने के लिए गया है ये उन राज्यों को हड़पने के लिए नहीं गया है राट उस राज्यों को हड़पा नहीं है तो ये राज्य अभी भी आगे भी एजिस्ट करेंगे ऐसा यहां पर खत्म नहीं हो जाएगा तो दिस वाज द स्टोरी ऑफ अलाउद्दीन खल जीी के एक्सपेंशन की राइट नाउ लेट्स टॉक अबाउट कि ये वो कर पाया क्योंकि उसके पास सबसे बड़ी आर्मी है लार्जेस्ट स्टैंडिंग आर्मी है उसके पास यस व्हाई क्योंकि उसने बहुत सारी चीजें फिक्स करी है आर्मी में ही काफी चीजें फिक्स करी है एक बहुत फेमस रिफॉर्म है दाग एंड चेहरा सिस्टम दाग एंड चेहरा सिस्टम तो जैसे अगर आज किसी की आइडेंटिटी एस्टेब्लिश करनी हो तो आपके पास आधार कार्ड होता है आधार नंबर से आप कह देते हैं कि हां आधार कार्ड है भाई ये फायदा आदमी का नंबर ये है तो ये आदमी ये है रेट फिंगरप्रिंट्स होते हैं बट उस समय आधार कार्ड नहीं था उस समय फिंगरप्रिंट्स नहीं थे तो यहां पर उसने क्या किया ऑडिट सिस्टम को बढ़िया करने के लिए एक सिस्टम लेकर आया दाग एंड चेहरा सिस्टम तो दाग एंड चेहरा सिस्टम से यह हुआ कि हर सोल्जर का हुलिया राइट चेहरा नोट डाउन हुआ कि एक रजिस्टर में लिखा गया कि इसका चेहरा कैसे है कहीं प तिल है दाग है राइट ना घोड़े के ऊपर ब्रांडिंग कर दी गई दाग सिस्टम तो चेहरा और दाग से घोड़े की ब्रांडिंग हो गई आदमी की पहचान हो गई और इससे फायदा ये हुआ इससे फायदा ये हुआ कि मान लो दो ऑफिसर्स है ऑफिसर को बोलते हैं नोबल तो एक नोबल वन है एक नोबल टू है अब नोबल वन के पास एक आर्मी है राइट लेट से कुछ सोल्जर्स है और कुछ जो है घोड़े हैं इसके पास भी कुछ सोल्जर्स है कुछ जो है घोड़े हैं हर्से अब इसके पास लेट्स से 200 सोल्जर है इसके पास 300 सोल्जर है इसके पास लेट्स से 500 घोड़े हैं इसके पास लेट से 600 घोड़े हैं अब इनको जो पैसा जाता है इनकी सैलरी प्लस इनकी सैलरी प्लस इनका एक्सपेंस इतना पैसा इन लोगों को देना पड़ता है राइट है ना सैलरी सोल्जर्स की सैलरी प्लस एक्सपेंस इतना पैसा जाता है तो ये लोग क्या करते हैं लोग झूठ बोलते हैं फर्जी इनवॉइस क्रिएट करते हैं तो जब ऑडिट होता है ऑडिट तो ऐसा जब होता था ऑडिट जब होता था तो इसके पास एक्चुअली 200 200 लोग नहीं थे इसके पास लेट्स से 100 लोग ही थे राइट है ना 500 घोड़े नहीं थे लेट से 300 घोड़े 300 घोड़े ही थे तो जब ऑडिट होता था तो ये आदमी इधर से बुला देता था 200 लोगों को और इधर से बुला देता था 200 घोड़ों को और दिखा देता था कि देखो है सिमिलरली जब इसका ऑडिट होता था राइट है ना तो इसके पास भी कुछ कम कम थे ये इधर से बुला लेता था तो इस तरीके से ये लोग आपस में एक दूसरे की मदद करके झूठा झूठा इनवॉइस क्रिएट करते थे और अच्छा खासा पैसा खा जाते थे लेकिन लेकिन अब जब जो है उसने नया सिस्टम लेकर आ गया सोल्जर का चेहरा कैसा है घोड़े के ऊपर ब्रांडिंग राइट नंबर कुछ पड़ा हुआ है किसका का घोड़ा ऐसा लिखा हुआ है तब ये चीज नहीं हो सकती तो उससे क्या हुआ कि एफिशिएंसी आ गई राइट है ना जो आर्मी है वो एफिशिएंट आर्मी हो गई जितना नंबर लिखा है जितना पैसा जा रहा है वो सब सही है है ना कोई धोखा नहीं दे सकता और अगर कोई पकड़ा गया तो पेनल्टी है है ना पेनल्टी है फिर उसकी उसकी फिर खैर नहीं प्लस पेमेंट पहले क्या था कि जो है पेमेंट आपको काइंड में होता था कि कोई सोल्जर है उसको पता चला महीने की सैलरी में गेहूं चावल दे दिया या कोई जमीन दे दी लेकिन इससे क्या होता है इससे गेहूं चावल देके कोई कैसे काम करेगा तो अब यहां पर कैश सैलरी तो वो लेकर आया कि नहीं भाई हर महीने की 30 तारीख को आपकी सैलरी आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगी ऐसा करके उसने पेमेंट फिक्स कर दिया इससे क्या हुआ सोल्जर्स ही मोटिवेटेड थे कि अभी 30 तारीख को सैलरी आ जाएगी है ना ये नहीं कि हमको कुछ भी पकड़ा देंगे या सैलरी नहीं आएगी तब प्रॉपर सैलरी भी आ रही है तो दिस इज हाउ दिस इज हाउ ही हैड फिक्स्ड अ लॉट ऑफ सिस्टम्स इनसाइड मिलिट्री और इतनी बड़ी आर्मी उसने क्रिएट करी बट ये पैसा कैसे आएगा राइट है ना ये पैसा कैसे आएगा इसके लिए उसे इकॉनमी फिक्स करनी पड़ेगी तो इकॉनमी साइड उसने काफी चीजें सही करी तो उसने एक पहली बात तो सेंट्रल रेवेन्यू सिस्टम जो था उसको काफी इंप्रूव किया और डायरेक्ट रेवेन्यू कलेक्शन कि हां जो बीच में इंटरमीडियरी कमीशन खा रहे थे कि रुको हम गांव से पैसा कलेक्ट कर ले आते हैं तो जैसे फला मीरपुर गांव से किसी को पैसा चाहिए जो है सरकार को कलेक्ट करना है तो एक आदमी कोई खोट होगा या मुकदम होगा कहेगा हम पूरा पैसा कलेक्ट करके दे देंगे आपको राइट लेट्स से ₹2000000 कलेक्ट कर लाएगा 000 कमीशन खा जाएगा तो जितने ये बीच में कमीशन खाने वाले लोग थे इनको किनारे किया है और डायरेक्ट सर जो है जो किसान है उससे पैसा कलेक्ट करना शुरू किया है प्लस जो बीच में जो है इक्तादार वगैरह थे जो पैसा नहीं देते थे या जो इन्फ्लुएंस लोग थे जो टैक्स वगैरह नहीं देते थे उनकी जमीनें छीन ली है राइट उनको उनके ऊपर भी टैक्स वगैरह लगा दिया है है ना तो इस तरह की नई टैक्सेशन पॉलिसी वेरी क्लियर टैक्सेशन पॉलिसी वो लेकर आ गया और जो है क्लियर रखा उसने कि कुछ ही एक्स्ट्रा टैक्सेस हैं फॉर एग्जांपल एक चराई टैक्स लेकर आया ग्रेजिंग के लिए एक घरी टैक्स लेकर आया हाउस के लिए बट अदर वाइज़ इट वाज वेरी वेरी सिंपल कि हां भाई इतना आपका जो है जमीन है इतना आपको जो है टैक्स देना है इट वाज वेरी वेरी सिंपल मोस्टली कैश पेमेंट में ही टैक्सेस वह लेगा ताकि वह सैलरी दे पाए तो बढ़िया होने लगा यस तो एग्रीकल्चर साइड उसने काफी चीज़ें फिक्स करी दूसरी चीज़ जो उसने फिक्स करी उसने जो है मार्केट साइड भी काफ़ी चीज़ें फिक्स करी अच्छा बाय द वे ऑल टैक्सेस की अगर हम बात करें तो एक जो टैक्स है वह है खराज जो एग्रीकल्चर के ऊपर टैक्स है उसने फिक्स कर दिया कि हां 50 पर के आसपास उसने फिक्स कर दिया कि हम इतना ही जो है आप लोगों से टैक्स लेंगे इससे ज्यादा टैक्स नहीं लेंगे कोई बीच में नहीं खाएगा इसके लिए लैंड मेजरमेंट वगैरह भी किया तो बिसवा करके जो है यूनिट है तो बिस्वा में अब जमीन नापी गई तो हर हर किसी पे फिक्स हो गया कि आपके इतना बिस्वा जमीन है इतना बिस्ता जमीन है और उसपे आपको इतना परसेंटेज आपको टैक्स देना है तो हर किसी का अलाइन मेंट है यस जैसा कि मैंने कहा कि कैश में टैक्स कलेक्ट करेंगे यस एडिशनल टैक्सेस कुछ ही है जैसे घराई और चराई हमने कहा कि एडिशनल टैक्सेस कुछ ही नहीं तो बहुत ही क्लियर टैक्स पॉलिसी है राइट इसके अलावा जो है मार्केट साइड उसने काफी चीजें फिक्स करी मार्केट रेगुलेशन तो मार्केट रेगुलेशन में सबसे इंपॉर्टेंट चीज उसने फिक्स करी वो है प्राइसेस उसने हर कमोडिटी का दाम फिक्स कर दिया तो वन थिंग ही हैड अचीव्ड वाज कि उसने इंफ्लेशन कंट्रोल कर लिया जैसे आज हमारे पास आरबीआई है मॉनेटरी पॉलिसी के लिए वैसे ही उस समय उसने क्या करा कि नहीं जैसे आज आरबीआई जो है इन्फ्लेशन को कंट्रोल करने की कोशिश करता है वैसे ही उस जमाने में उसने इंफ्लेशन कंट्रोल करने की पूरी कोशिश करी है या इंफ्लेशन कंट्रोल किया है उसने प्लस तो उसके पास पूरा प्राइस कंट्रोल डिपार्टमेंट ही था तो जितनी चीजें थी उसका दाम उसने फिक्स कर दिया था कि आलू ₹ का ही रहेगा टमाटर ₹ का ही रहेगा ऐसा फिक्स कर दिया था दाम नहीं बढ़ेगा तो महंगाई कंट्रोल करली दिस इज दिस इज समथिंग व्हिच इज वेरी सरप्राइजिंग एज वेल रेयर ही दुनिया में कोई राजा महंगाई कंट्रोल कर पाया है जिसमें जिसका जिसमें एक सबसे बड़ा नाम अगर कोई है तो वोह है अलाउद्दीन खल जीी का नाउ नाउ प्लस रॉयल ग्रेनरीज वगैरह सेटअप करी है कि हां जो भी आपका खाना वाना है वो रॉयल ग्रेनरीज में आएगा तो फूड स्टॉक बढ़िया है जैसे हमारे पास आज पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम है तो वैसे ही बढ़िया उसने जो है ग्रेनरी सेटअप कर ली है प्राइस सीलिंग जैसा कि हमने कहा कि सेट हो गई हैं राइट मार्केट वगैरह फिक्स कर दी कि हां इसी मार्केट में गेहूं बिकेगा इसी मार्केट में जो है चावल बिकेगा इसी मार्केट में दाल बिकेगा घोड़ा इन मार्केट में बिकेगा तो ऐसा करके मार्केट्स भी डिफाइन हो गई तो मार्केट भी डिफाइन है सप्लाई भी डिफाइन है ट्रांसपोर्ट भी डिफाइंड है प्राइसेस भी डिफाइंड है तो पूरा पूरा सिस्टम उसने सेट अप कर दिया है एंड टू एंड तो बेहतरीन इकोनॉमिक पॉलिसी है किसकी अलाउद्दीन खिलजी की बिकॉज बिकॉज अगर अगेन समझो कि विलेज लेवल प विलेज लेवल पर उसने इंटरमीडियरी हटा दिए और क्लियर टैक्सेस ले लिए राइट ना टैक्सेस प्लस यहां से जो भी सप्लाई है जो भी खाना वाना प्रोड्यूस हो रहा है वह या तो रॉयल ग्रेनरीज में जा रहा है और या फिर या फिर मार्केट में जा रहा है मार्केट में प्राइस फिक्स है मार्केट कुछ ही है रेगुलेटेड है फिक्स मार्केट में जाके डेडिकेटेड जगह जाकर ही आप बेचो तो सब कुछ कंट्रोल में है इनफैक्ट अगर इसमें कोई चोरी चकारी करेगा ब्लैक मार्केटिंग करेगा तो उसको पनिश किया जाएगा इसके लिए उसने जो है जासूस वगैरह रख रखे जोसे बताते रहते हैं सॉरी सप्लाई के लिए भी बंजारे वगैरह है प्लस यह भी वो कैश में ले रहा है मोस्टली तो इससे क्या हो रहा है कि उसका कैश रिजर्व बढ़ रहा है अब वो सैलरी वगैरह आराम से दे सकता है तो अलाउद्दीन खिलजी इतना एक्सपेंड अगर कर पाया उसके पीछे कहीं ना कहीं उसकी ये सारी पॉलिसीज थी राइट तो उसका एक्सपेंशन और कंसोलिडेशन हमने समझा कि दोनों बातें वो कर पाया क्योंकि उसने पॉलिसी इस तरह से बनाई थी अनदर थिंग इज कि उसका कंट्रीब्यूशन विद रिस्पेक्ट टू कल्चर सॉरी तो जैसे कि अमीर खुसरो उनके राज्य में है अमीर खुसरो को टाइटल दिया है तीय हिंद और अमीर खुसरो ने किताब लिखी है खजन उल फतह जिस जिसमें उसने अलाउद्दीन के मिलिट्री कैंपेन का जिक्र किया है सिमिलरली मीर हसन देहलवी भी सी जमाने में है यस कुछ कंस्ट्रक्शन जैसे कि अलाई दरवाजा तो अब ये डोम बनना चालू हो गया है अलाई दरवाजा राइट है ना डोम स्ट्रक्चर आर्किटेक्चर में आ चुका है अब ये सब इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर में देखोगे आप किला बनाया है तो उसने भी एक किला बनाया है सीडी फोर्ट बनवाया है इसने राइट है ना मॉस्क जमाय खाना मॉस्क उसने बनवाया हुआ है तो कुछ ऐसा कल्चरल कंट्रीब्यूशन भी है कुछ आर्किटेक्चरल कंट्रीब्यूशन भी है अलाउद्दीन खिलजी का नाउ आफ्टर अलाउद्दीन खल जीी राट 1316 तो मलिक कफूर ने पहले कंट्रोल करने की कोशिश करी बट देन ही वास रिमूव्ड बट इसके आगे के राजा आगे के सुल्तान उतने स्ट्रांग नहीं है जितना कि अलाउद्दीन खल जीी था और अब यहां पर मौका मिला तुगलकस को तो यहां से शुरू होती है तुगलक डायनेस्टी यह वापस टर्क है तुर्किश है तो तुर्किश की वापसी हो रही है यहां से टक्स यहां से अपना राज्य वापस टेक ओवर कर रहे हैं नाउ तो दिस इज तुगलक वी यूज द सेम टाइमलाइन सो दैट क्लेरिटी हमें तो हमने देखा स्लेव डायनेस्टी और मामलू डायनेस्टी की बात करी जिससे हमने कुतुब तमेश रजिया बलबन की बात करी लजी में हमने जलाल फाउंडर की बात करी लेकिन इनका कोई कंट्रीब्यूशन एस सच नहीं है अलाउद्दीन का एक्सपेंशन और कंसोलिडेशन हमने दोनों समझा मंगोल इनवेजन सबसे अच्छा अगर किसी ने हैंडल किया है तो वो अलाउद्दीन लजी ये पीक इनवेजन अगर किसी ने हैंडल किया है तो वो है अलाउद्दीन खिलजी अब यहां से कहानी शुरू होती है तुगलकस की तुगलकस राइट अब इसमें फाउंडर कौन है घि यात तो तद्दीनम तुगलक तो तुगलक तो तुगलक एक्चुअली कोई कास्ट नहीं है तुगलक नाम से जो है तुगलक तुगलक हो जाता है तो तुगल तो गयासुद्दीन तुगल तो ये टर्क है जैसा कि मैंने कहा तो टर्क में भी एक ट्राइब है कौराना तो कौराना ट्राइक को बिलोंग करते हैं तुर्किश है तो टर्क की वापस आ गई वापसी हो गई है वापस टक्स को सपोर्ट किया जाएगा तो वापस नोबिलिटी में है ना नोबिलिटी समझते हो ना नोबिलिटी मतलब हो गया कि राजा के नीचे जो मंत्री गण है सिपा सलार है सेनापति है राइट ऑफिसर्स है बेसिकली ऑफिसर्स तो नोबल्स जो होते हैं वो क्या होते हैं ऑफिसर्स होते हैं तो यहां पर वापस टक्स नोबल्स आ जाएंगे वापस टर्स का वर्चस्व हो जाएगा नाउ प्लस प्लस इनके टाइम में भी थोड़ा बहुत कुछ मंगोल इनवेजन हुआ है बट दिस इज माइनर अलाउद्दीन खालजी के टाइम में मेन मंगोल इनवेजन हुआ है राइट डेकन एक्सपेडिन तो अभी हम देखेंगे कि गयासुद्दीन तुगलक के टाइम से ही फिर से है ना साउथ इंडिया में एक्सपेडिन चालू हो जाएगा जो कि उनका बेटा लीड कर रहा है वो डायरेक्टली लीड नहीं कर रहे उनका बेटा है मोहम्मद बीन तुगलक और उसने अटैक किया है काक दियास पे वारंगल पे तो यहीं से वापस तो दूसरा जो एरो हम लोग दिखाते थे वो था तुगलक के टाइम में तो तुगलक के टाइम में अब साउथ इंडिया पे अब जो है वापस इनवेजन हो रहा है राइट प्लस बंगाल में भी जो है कंकर किया इसने बंगाल में भी कंकर किया है बट अगेन गयासुद्दीन तुगलक द फाउंडर और फाउंडर ज्यादा दिन जीवित नहीं रहता है तो 1320 से 1325 है ना पाछ साल का इनका भी दौर है तो या तो दिस वाज दिस वाज गयासुद्दीन तुगलक नाउ गयासुद्दीन तुगलक फर्स्ट थिंग व्हाट ही ट्राइड टू डू अभी गयास गयासुद्दीन तुगलक कंटिन्यू करते हैं तो गयासुद्दीन तुगलक ए द फाउंडर पहली बात तो इसने रिकंस पॉलिसी कोशिश करी है क्या थे कि जो पुराने नोबल्स थे या पुराने ऑफिसर्स थे वो कहीं ना कहीं अलाउद्दीन खलदी से बहुत दुखी थे अलाउद्दीन खलदी ने पूरा कंट्रोल अपने हाथ में रखा हुआ था ऑफिसर्स के पास पावर नहीं थी लेकिन अब जो है अब यहां पर यहां पर जो है यहां यह नोबल्स को वापस पावरफुल बना रहा है नोबल्स को वापस पावरफुल बना रहा है ताकि उसको बढ़िया सपोर्ट मिले नाउ दूसरी चीज इसने इसने एग्रीकल्चर प काफी कंट्रीब्यूट किया है तो कनाल कंस्ट्रक्शन तो तुगलकस आर फर्स्ट ऑफ ल नोन फॉर एग्रीकल्चर एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट सबसे ज्यादा जो हुआ है वो तुगलकस के टाइम में हुआ है तो कनाल वगैरह बनने चालू हो गए इन्हीं के टाइम से चालू हो गए प्लस लोगों को खुश करने की कोशिश करी है रिलीफ मेजर वगैरह तो टैक्स एमपन वगैरह कुछ कुछ दिया है उसने राइट है ना कि लोग भी खुश हो जाए नोबल्स भी खुश हो जाए सारे लोग खुश हो जाए और हमको सपोर्ट करें देन इसके अलावा कल्चरल कंट्रीब्यूशन लिटरेचर आर्ट वगैरह जो है सपोर्ट कर रहा है तो तुगलकाबाद फोर्ट जो है वो इनके दौर का है है ना तो इन्होंने भी एक किला बनाया व्हिच इज कॉल्ड एज तुगलक तुगलकाबाद किला राइट है ना प्लस अमीर खुसरो अभी भी है इनके दौर में भी है कंटिन्यू कर रहे हैं अमीर खुसरो अभी थोड़ा और कंटिन्यू करेंगे अमीर खुसरो अमीर खुसरो ने लिखा है तुगलक नामा और यह सारी कहानियां यह सारा दौर जो है हिस्ट्री का इन्होंने मेंशन किया है इसमें यस ना गयासुद्दीन तुगलक का बेटा है मोहम्मद बिन तुगलक एमबीटी एमबीटी मोहम्मद बीन तुगलक बहुत पढ़ा लिखा आदमी है बहुत सारे सब्जेक्ट इसने पढ़े हुए हैं रट ना की साइंस मैथ फिलॉसफी दुनिया भर के सब्जेक्ट जानता है तो हमें मोहम्मद बिन तुगलक से बहुत उम्मीद है कि हां ये तो बहुत अच्छा करेगा राट तो भी करेगा क डेट ही करेगा मजा ही मचा ही देगा तो हमें बहुत उम्मीद है कि मोहम्मद बिन तुगलक कुछ कुछ करेगा इनफैक्ट मोहम्मद बिन तुगलक के टाइम में ही एक ट्रेवलर आए हैं जिनका नाम है इब्न बतूता इबन बतूता तो इब्न बतूता इज अ मरक्कन ट्रेवलर जो कि इंडिया आए हैं इसी दौर में और इब्न बतूता जो है वन ऑफ द ग्रेटेस्ट ट्रेवलर माने जाते हैं राइट है ना एक गान सुना होगा इब्न बतूता बगल में जूता पहने तो करता है चुर्र क्यों क्योंकि वो बगल में जूता रख के होता था राइट हैना कि पता नहीं सुबह उठूंगा तो एकदम जो है रात को ही मान लो आंख खुल गई कहीं जाने का मन किया राइट किसी और देश चला गया मैं तो ब जूता पहन लूंगा वही जूता पहन के इतना घूमेगा वो कि वो जूता चुर चुर करने लगेगा इसीलिए इसीलिए गाना था कि हां जो है बगल में जूता पहने तो करता है चुर राइट तो इब्न बतूता तो इन्हीं के दौर में आया है तो इब्ने बतूता ने भी बताया है कि ये आदमी जो है सनकी आदमी है तुगलक जो है ये थोड़ा सनकी आदमी है पागल आदमी है तो हम सोच रहे थे पढ़ा लिखा आदमी है कुछ करेगा लेकिन इब्न बदूता कह रहा है ये सनकी आदमी है पा ही आदमी है राइट आइए तो समझते हैं कि क्या है यह आदमी तो तुगल तो कहते हैं कि बड़े विजनरी आइडियाज थे लेकिन लेकिन लोगों को पसंद नहीं आए राइट सो लेट्स टॉक अबाउट हिज आइडियाज एक और बात नोटिस करो कि अब तुगलक मोहम्मद बिन तुगलक के टाइम में एमबीटी के राज्य में यह पूरा एरिया इसने कवर अप कर लिया है यह सब कुछ एनेक्स कर लिया है तो पहले एनेक्सेशन नहीं हुआ था लेकिन अब यह सारा राज्य मोहम्मद बिन तुगलक के कंट्रोल में आ जाएगा यानी मोहम्मद बिन तुगलक कैन बी कैन बी कॉल्ड फॉर और बेसिकली यू कैन रिमेंबर हिम फॉर टेरिटोरियल क्लाइमैक्स सबसे बड़ा राज्य अगर किसी का है तो वो है मोहम्मद बिन तुगलक है ना अब हम अभी भी सोच रहे हैं कि कुछ अच्छा करेगा याद नहीं राइट है ना तो चलिए आइए बात करते हैं तो रेवेन्यू पॉलिसीज राइट है ना तो हां तो रेवेन्यू पॉलिसीज तो जो है कहीं कहीं उसने टैक्सेस वगैरह बढ़ा दिए हैं तो पापा टैक्सेस घटा रहे थे ये टैक्सेस बढ़ा रहा है बाय द वे ऐसा माना जाता ता है कि मोहम्मद बिन तुगलक ने ही अपने फादर को एक्सीडेंट में मरवा दिया था मोहम्मद बिन तुगलक ने तुदीप को किसी किसी जो है शामियाना में बिठाया था और वो पूरा शामियाना गिर गया और फादर की डेथ हो गई दिस इज हाउ ही बिम किंग बट वी आर नॉट वेरी श्यर कि ये बात सच है कि नहीं ऐसा इब्ने बतूता कहते हैं कि इसने अपने फादर को मारा है चलिए खैर खैर तो नाउ लेट्स टॉक अबाउट हिज पॉलिसीज तो या कुछ एग्रीकल्चरल रिफॉर्म्स ही लेकर आया जैसे कि लोन कि अगर आपको कोई अच्छी क्रॉप उगानी है कुछ पैसे का जरूरत है फंड चाहिए तो हम दे देंगे तकावी तकावी लोन आपको दे देंगे प्लस यह बहुत ही टोलरेंट है राइट तो मेरिट बेस्ड अपॉइंटमेंट होगा आप किसी भी धर्म को बिलोंग करते हैं किसी भी कास्ट को बिलोंग करते हैं आपको हायर कर दिया जाएगा तो अच्छी-अच्छी बातें भी है प्लस रिलीजस भी बहुत टट टोलरेंट है तो हिंदुओं को भी पैटरना कर रहा है जेन को भी पैटरना कर रहा है इनके टाइम में एक जेन स्कलर है स्कॉलर है जिन प्रभा सूरी राइट है ना तो हां तो जो है प्लस ही इज द फर्स्ट वन हु इज पार्टिसिपेटिंग इन होली होली खेल रहा है होली आने भी वाली जब तक आप ये वीडियो देखेंगे तब तक होली आ गई होगी राट तो होली भी खेल रहा था मोहम्मद बिन तुगलक तो ओवरऑल पहला इंप्रेशन अच्छा आता है कि आदमी ठीक ही लग रहा है हमको बट देन कुछ इसके फेल्ड प्रोजेक्ट्स हैं जिसके लिए बदनाम है ये आदमी राइट मोहम्मद बिन तुगलक तो पांच चीजें ऐसा हमको पता चलता है कि पांच चीजें इसने जीवन में ऐसी करी जिसकी वजह से लोगों का इसके ऊपर से भरोसा उठ गया और इसने इस दिल्ली सल्तनत को तबाह कर दिया राइट है ना तो हां तो इसने एक्सपेंशन वगैरह किया टेरिटोरियल क्लाइमैक्स वगैरह अचीव कर लिया सब बातें सही हैं लेकिन पांच चीज इसने ऐसे करी जिसकी वजह से इसकी थूथू हो गई राइट है ना तो आइए समझते हैं तो पहला पहला एक इसको अंतरंगी आईडिया आया कैपिटल शिफ्ट कि दिल्ली में बैठ के राज्य कैसे करें जब इतनी बड़ी अंपायर है तो हमें देवगर में बैठ के राज्य करना चाहिए देवगर का नया नाम हो चुका था दौलताबाद तो इसने कैपिटल शिफ्ट कर दी दौलताबाद तो पूरा पूरा दिल्ली उठा के दौलताबाद देगी लेकर चला गया लेकिन वहां पर से रिलाइज हुआ कि पहली बात तो पहली बात तो गड़बड़ क्या है गड़बड़ ये है कि हां इधर से अटैक हो सकता है राइट है ना तो हम दौलताबाद में बिठा के बैठ के नहीं रोक पाएंगे एक प्रॉब्लम दूसरा दौलताबाद इतने बड़े इतने जो है इतनी पॉपुलेशन को सपोर्ट भी नहीं कर सकता है तो तब उसे रिलाइज हुआ कि गड़बड़ हो गया है तो पूरा दौलताबाद उठा के वापस पूरी दिल्ली उठा के दिल्ली लेकर आया तो ये बेवकूफी हो गई कि हां वो पहले कैपिटल लेके गया दिल्ली देवगर और फिर देवगर से वापस दिल्ली लेकर आया तो ये एक बड़ा मिस्टेक हो गया उससे जो कि उसे नहीं करना चाहिए था दूसरा टैक्सेशन एक्सपेरिमेंट उसने कहा कि भाई जो है अ जो गंगा जमुना दवाब वाला इलाका है यहां पर फर्टिलिटी ज्यादा है तो यहां पर टैक्सेस ज्यादा होने चाहिए उसने टैक्स बढ़ा दिए राइट है ना तो जब उसने टैक्स बढ़ाए तब पता चला वहां पे फेमिन आया हुआ था तो उसने थोरेट्स नहीं सोचा कि वहां पे जहां पे सूखा पड़ा हुआ है लोगों को खाने के बांदे पड़े हुए हैं उसने टैक्स बढ़ा दिया लोगों ने रिवोल्ट कर दिया रिबेल हो गया तो दिस टैक्सेशन एक्सपेरिमेंट ये भी बैकफायर हो गया ये भी बैकफायर हो गया तीसरा करेंसी तो वो एक आईडिया लेकर आया टोकन करेंसी का टोकन करेंसी तो टोकन करेंसी आईडिया यह था कि सिल्वर के सिक्के की बजाय है ना तो आईडिया ऑफ टोकन करेंसी टोकन अब जैसे कि आपके पास 00 का नोट है अब इसकी वैल्यू 00 थोड़े है इस परे लिखा है 00 और सरकार कह रही है कि हां मैं धारक को 00 दे दूंगा अगर मांगेगा तो 00 का सोना दे दूंगा कुछ तो दे दूंगा तो बेसिकली सरकार कह रही है कि 00 है हम लोग मान लेते हैं 00 रि में नहीं है तो उसने कहा इसी चीज को फॉलो करते हैं अभी जैसे अपने पास सिल्वर का सिक्का है सिल्वर राट है ना लेट इसकी कीमत है 000 तो मोहम्मद बिन तुगलक ने कहा कि हम लोग क्या करते हैं ब्रास का सिक्का बनाते हैं और कह देते हज का सिल्वर है इसकी रियल वैल्यू नहीं है लेकिन हम कह देते राट टोकन है और फिर इसमें करेंसी चाल भा खाली एक्सचेंज के लिए तो इस्तेमाल करना है है ना एक्सचेंज के लिए राइट मानना ही तो है कि हां ये है बस ऐसा ऑलरेडी दुनिया में हो रहा था चाइना वगैरह में ऑलरेडी ऐसा हो रहा था टोकन करेंसी इंप्लीमेंटेड थी तो इसने कहा हम भी कर लेते आईडिया बहुत अच्छा है पर बेवकूफी क्या हो गई कि जो उसने ब्रास जो है ब्रास के सिक्के सिल्वर बोल के छापे कि हां ये 000 का सिल्वर है उस ब्रास की कीमत शायद ₹ थी लोगों ने इसको कॉपी कर दिया और मार्केट में भर भर के ब्रास के सिक्के घूमने लगे जो कहने लगे कि हम 000 का सिल्वर है राइट तो यू कैन अंडरस्टैंड कि जैसे नकली पैसा आ जाता है ना जो है मार्केट में जो है आपकी इकॉनमी में अगर जो है काउंटर ये जो है नकली जो नोट्स होते हैं नकली नोट्स अगर जो है आ जाते हैं तो आपका एकदम से महंगाई बढ़ जाती है दिक्कत होने लगती है तो वही सब यहां भी हो गया कि लोगों ने इसको कॉपी कर दी सिल्वर रियल सिल्वर छुपा लिया राइट रियल सिल्वर लोगों ने अपने बक्से में रख लिए और ये ब्रास के सिक्के घूमने लगे पूरी मार्केट में तो इवेंचर गई कि अगर लेट्स से आपको जो है धनिया भी खरीदनी है ना तो धनिया खरीदने के लिए आपको शायद ₹ लाख र देने पड़ जाएंगे ऐसी महंगाई हो गई तो राजा को क्या करना पड़ा मोहम्मद बिन तुगलक को थक हार के यह सारे सिक्के वापस विड्रॉ करने पड़े और बदले में अपनी जेब में से निकाल के सिल्वर का सिक्का देना पड़ा जब यह विड्रॉ हुआ तो साथ में यह भी चला गया क्योंकि कोई ऐसा पहचान थोड़े पा रहा था राइट है ना तो इसको बहुत खर्चा करना पड़ा और इसकी वजह से इकॉनमी ने एकदम जो है एकदम एकदम से इकोनॉमी को झटका लग गया राइट एकदम से इकोनॉमी जो है शॉक में आ गई है ना तो शॉक हुआ बिल्कुल क्रैश हुआ बिल्कुल से इकॉनमी तो ये भी इसका एक बहुत बड़ा मिस्टेक है एक बहुत बड़ी गलती है टोकन करेंसी प्लस कुछ मिलिट्री एक्सपेडिन उसने देखा कि ईरान वगैरह कमजोर पड़ रहे हैं तो चलो हम उल्टा अटैक कर देते हैं तो उसका आईडिया था कि अब तक इधर से अटैक आता था कहता ना हम उल्टा चलेंगे और इस पूरे इलाके पे कब्जा कर लेंगे तो खोरासन एक्सपेडिन अब इसके लिए उसने आर्मी हायर कर ली या एक साल का एडवांस दे दिया दुनिया भर का प्लस बिफोर ही एक्चुअली कुड डू दिस यहां पर ईरान स्ट्रांग हो गया और उसने कहा कि भाई ये सब नहीं करेंगे बड़ा नुकसान हो जाएगा ये एक्सपेडिन हुआ ही नहीं बहुत लोगों ने बुरा भला कहा कि यार तुम्हारी व से इतना नुकसान हो गया प्लस ऐसा ही ऐसा ही हिमाचल साइड कराचिल एक्सपेडिन राइट यहां पर यहां पर जो है ये रोकने गए थे कि कराचिल को अपने कंट्रोल में ले देते हैं लेकिन सेना और आगे बढ़ गई और ठंड में मारी गई पूरी पूरी सेना सर्वनाश हो गई तो इन सब चक्कर की वजह से मोहम्मद बिन तुगलक को को की इज्जत भी गई पैसा भी गया राइट है ना तो हां तो पैसा बहुत नुकसान हो गया इकॉनमी काफी डिक्लाइन हो गई और लोगों का इसके ऊपर से भरोसा उठ गया फर्क यह पड़ा फर्क यह पड़ा कि नाउ बिकॉज ऑफ बिकॉज ऑफ हिज पॉलिसीज यह पूरी एंपायर कमजोर हो गई हम कहने को तो लिख रहे हैं कि हां टेरिटोरियल क्लाइमैक्स है है ना इतना बढ़िया जो है टेरिटरी है टेरिटोरियल क्लाइमैक्स है बट रियलिटी में जो लोकल एरियाज थे जैसे कि जैसे कि मदुरई यहां पे जो ऑफिसर बैठे थे बोले हम इंडिपेंडेंट हैं अब हम मोहम्मद बिन तुगलक की नहीं सुनेंगे राइट तो यहीं पे मधुरई सल्तनत एस्टेब्लिश हो गई सिमिलरली सिमिलरली जो है इस इलाके में इस इलाके में जो है हरिहर और बुक्का थे उन्होंने एक अपनी किंगडम बना दी तो इस इलाके में विजयनगर एस्टेब्लिश हो गई और सिमिलरली इस इलाके में वी हैव बहामानी उसी के ऑफिसर्स थे उन्होंने रिवोल्ट कर दिया तो अब ये अंपायर टूट गई तो ऐसा लग रहा था कि बहुत बड़ी अंपायर बन रही है बट दिस अंपायर गट ब्रोकन डाउन इनटू थ्री मेजर पार्ट्स एक आपकी मधुरई सल्तनत एक आपकी विजयनगर अंपायर और एक आपकी बहामानी सल्तनत तो बहामानी किंगडम अलग विजयनगर अलग और ये अलग तो यहां से ये किंगडम पूरी तरह से टूट चुकी है है ना बेसिकली सर्वनाश हो चुका है मोहम्मद बिन तुगलक से तो आगे कहानी हम डायनेस्टी के लिए पढ़ते हैं जानते हैं कंट्रीब्यूशन बट रियलिटी में अगर देखो तो यहां से दिल्ली सल्तनत कोई बहुत मैटर कर नहीं रही है लोग आजाद हो चुके हैं धीरे-धीरे राजपूत भी आजाद होने लगेंगे कहेंगे भाई हम भी आजाद हैं क्या ही है बंगाल का हम भी धीरे धीरे आजाद हो रहे तो फ्रॉम हेयर यनो चीजों को कंट्रोल कर पाना इंपॉसिबल सा हो जाएगा अगेन रिलाइज ट या ने बात करी मोहम्मद बिन तुगलक की और मोहम्मद बिन तुगलक साउथ में एक्सपेंड तो करते हैं टेरिटोरियल क्लाइमैक्स लेकर आते टोरियल क्लाइमेक्स बट एंपायर यहीं पर टूट जाती है मधुरई सल्तनत विजयनगर भामानी ऐसे करके जो है नई किंगडम क्रिएट हो रही है तो यहां से अब जो है अब डिक्लाइन चालू हो चुका है यू कैन से दिस वास पीक ऑफ ल्ली सतना अब यहां से डिक्लाइन है यहां से डिक्लाइन है धीरे-धीरे हम खात्मे की तरफ बढ़ रहे हैं राइट चलिए तो खैर कहानी और आगे बढ़ाते हैं अब मोहम्मद बिन तुगलक के बाद इन्हीं के एक कजिन है फिरोज शाह तुगलक राइट एफ एसटी तो फिरोज शाह तुगलक को बोला सबने कि अब आप ही राजा बन जाओ है ना मोहम्मद बिन तुगलक की डेथ हो गई है तो फिरोज को यहां पे क्या कर दिया गया राजा बना दिया गया तो फिरोज शाह तुगलक नाउ मोहम्मद बिन तुगलक का देखो राज्य भी लंबा ही है 1325 से 1351 25 साल इस आदमी ने रूल किया है और ये 25 साल तबाही है है ना बर्बादी है ये 25 साल नाउ इट इज फिरोज शाह तुगलक इसने भी कुछ कितना रूल किया है 1351 टू 1388 राइट है ना कि यानी कि ऑलमोस्ट 38 इयर्स वी कैन से कि 38 इयर्स इस आदमी ने रूल किया है फिरोज शाह तुगलक फिरोज शाह तुगलक ने अपने भाई या कजिन की जो है ये जो रायता उसने फैलाया था उसको काफी हद तक उसने समेटने की कोशिश करी बहुत सारी चीजें फिक्स करने की कोशिश करी उसने सबको खुश करने की कोशिश करी लेकिन अगर आप जिंदगी में सबको खुश करने की कोशिश करेंगे तो आप बर्बाद हो जाएंगे राइट है ना तो हां तो फिरोज शाह तुगलक के साथ भी यही होगा कि ये सबको खुश करने की कोशिश करेगा और कुछ भी अचीव नहीं कर पाएगा तो लेट्स अंडरस्टैंड तो 30 साल का रूल तो है बट ये ये कायदे से क्या कोई स्ट्रेंथ कर आ रहा है नहीं क्या कोई कंसोलिडेशन है नहीं क्या कोई एक्सपेंशन है नहीं तो ना ही कोई कंसोलिडेशन है ना ही कोई एक्सपेंशन है आप इसे कह सकते हैं कि सिर्फ रायता समेटने की कोशिश कर रहा है दैट्ची वगैरह एस्टेब्लिश किए इनसे टैक्सेस वगैरह इसने कलेक्ट किए प्लस पब्लिक वर्क पे काफी काम किया तो काफी सारे इसने कनाल बनवाए तो इनके दौर में वन ऑफ द हाईएस्ट नंबर ऑफ कनाल या लांगेस्ट कनाल वगैरह सब इन्हीं के टाइम में राइट एक कनाल है सिरसा टू हंसी जो कि काफी फेमस है तो कनाल वगर एब्लिश किए है कनाल रिगेशन सिस्टम सब इंप्रूव किया है यस कल्चरल कंट्रीब्यूशन तो लाइब्रेरी वगैरह इनकरेज करें कि हां लोग पढ़ाई बढ़ाई करेंगे प्लस रिलीजस पॉलिसी अगर हम देखें तो यह काफी ऑर्थोडॉक्स बिहेवियर है इसका ऑर्थोडॉक्स बिहेवियर है राइट है ना अगर मेजर अगर आप देखा जाए तो मोस्टली ही हैड प्रमोटेड इस्लामिक पॉलिसीज जैसे फॉर एग्जांपल जजिया टैक्स वगैरह लगाने लग गया है जजिया जजिया टैक्स हिंदुओं प लगता है जो भी जो भी इस्लाम को फॉलो नहीं करता उसे एक जजिया देना होता है ऐसा नहीं है कि पहले जजिया नहीं होता था पहले भी जजिया होता था लेकिन अब यहां से क्या हो रहा है कि जजिया सेपरेट टैक्स हो गया है अब यहां से कहा जा रहा है एक डिपार्टमेंट है कि कह रहा है हम जजिया टैक्स कलेक्ट करेंगे राट तो जजिया जो है जजिया जजिया जो भी आप कहना चाहे तो जजिया अब एक सेपरेट टैक्स यहां पे बन रहा है नाओ तो जो है या सो ओके सो नाउ जैसा कि मैंने कहा कि सबको खुश करने की कोशिश करेगा तो जो ऑडिट वगैरह होते थे है ना गवर्नर्स वगैरह के अब ये ऑडिट को थोड़ा इज आउट कर दिया कि हां आपके ऊपर हम ज्यादा आपको परेशान नहीं करेंगे जो इता सिस्टम था ना एकता इक्ता एक्चुअली क्या था इक्ता वाज अ ट्रांसफरेबल सिस्टम आज आप कहीं एकता दार है फिर आपको वहां से हटा दिया गया तीन चार साल बाद राइट ट्रांसफरेबल था इसने कहा नहीं आज से ये हेरेडिटरी सिस्टम हो जाएगा तो इता को हेरेडिटरी कर दिया तो इसने जितने भी नोबल्स थे ऑफिसर्स थे उनको खुश करने की कोशिश करी है राइट एग्रीकल्चर साइ जैसा कि मैंने कहा कि यहां जो है कैनाल एस्टेब्लिश किए हैं कुछ 1200 ऑर्चर्ड्स वगैरह एस्टेब्लिश किए हैं तो उधर थोड़ा लोगों को खुश करने की कोशिश करी है बहुत सारे गुलाम इसके पास है तो एक पूरा स्लेव स्लेव का डिपार्टमेंट है दीवाने बंदा गन जो स्लेव है स्लेव स्लेव को उसने यूटिलाइज किया है एग्रीकल्चर में एग्रीकल्चर में हैंडीक्राफ्ट में ताकि यहां से क्या आए पैसा आए इकॉनमी है ना कि यहां पैसा थोड़ा सा इंप्रूव हो पैसा ऑलरेडी काफी नाश हो चुका है नुकसान हो चुका है बिकॉज़ ऑफ मोहम्मद बीन तुगलक तो ये थोड़ा सा उसको फिक्स करने का यहां पर कोशिश कर रहा है राइट इसके अलावा सोशल वेलफेयर पे लोगों को खुश करने के लिए इसने काफी सारी चीजें करी हैं जैसे कि हॉस्पिटल बनवाए है दारुल शफा लोगों की जो है बेटियों के दहेज दिए हैं उसके लिए एक अलग डिपार्टमेंट है दीवान खैरात तो एक चैरिटी डिपार्टमेंट हॉस्पिटल्स ये सारी चीजें भी उसने बनाई है यस तो वो लोगों को भी खुश करने की कोशिश कर रहा है नोबल्स को भी खुश करने की कोशिश कर रहा है जो इस्लामिक ऑर्थोडॉक्स स्कॉलर्स हैं इस्लामिक पॉलिसी से उनको भी खुश करने की कोशिश कर रहा है तो ये सारी चीजें वो मोहम्मद फिरोज शाह तुगलक यहां पर फिक्स करने की कोशिश कर रहा है बट वही जैसा कि आपने कहा कि हां भाई जो है सबको आप खुश यहां पर नहीं कर पाएंगे राइट तो जीजिया टैक्स इंप्लीमेंटेशन के बारे में मैंने आपको बताया रिलीजस इन्फ्लुएंस ऑन द गवर्नेंस एंड ऑल तो जैसे मैंने कहा कि इस्लामिक पॉलिसीज अब यहां पर बहुत मैटर करेंगी राइट वो चाहेगा कि हां जो ऑर्थोडॉक्स इस्लामिक स्कॉलर्स हैं उनकी बहुत चलेगी राइट तो जुडिशरी में एजुकेशन में हर चीज में जो है इस्लामिक जो एजुकेशन है वो डोमिनेट करने लगेगी इस्लामिक टैक्सेशन के बारे में मैंने आपको बताया तो हां तो जजिया जो है जजिया तो जजिया एक इंपोर्टेंट टैक्स हो जाएगा सेपरेट टैक्स हो जाएगा खराज जो है खराज इज बेसिकली लैंड टैक्स तो ऐसा करके एमसीक्यू बन सकता है तो खराज क्या है जो एग्रीकल्चर पे आप टैक्स देते हो खम्स क्या है खम्स जो वॉर में जो पैसा जीता जाता है उसे बोला जाता है खम्स राइट है ना खम्स वो मतलब जो वॉर बूटी है उसमें से जो टैक्स देना होता है जो है राज्य को दैट इज खम्स प्लस प्लस जकात जकात जो है वो 2 पर मुस्लिम्स को देना होता है जो मुस्लिम्स हैं वो अपनी इनकम का सपोज मैं मुस्लिम हूं तो मैं अपनी इनकम का 2 पर टैक्स दूंगा एज अ जकात जो कि मुस्लिम कम्युनिटी के डेवलपमेंट में इस्तेमाल होगा तो एक होता है आपका एक होता है आपका खराज व्हिच इज लैंड टैक्स एक होता है खम्स जो कि वॉर बूटी में से निकलता है उसका कुछ 20 पर एक होता है जजिया जो कि जो है हिंदू उस के ऊपर टैक्स है या नॉन मुस्लिम्स पे टैक्स है एक होता है जकात जो कि मुस्लिम्स के ऊपर टैक्स है सिमिलरली इरिगेशन टैक्स तो इरिगेशन बना रहा था वो इरिगेशन कैनाल वगैरह बना रहा था तो उसके ऊपर कनाल के ऊपर भी उसने टैक्स लगाया है ना इरिगेशन टैक्स अगर आप पानी ले रहे हो सरकार से तो उसका आपको पैसा देना पड़ेगा तो इरिगेशन टैक्स भी उसने लगाया था नाउ अगेन अदर देन दैट उसके टाइम में कुछ और जो कंट्रीब्यूशन है फिरोज शाह तुगलक के टाइम में तो इसने अपनी एक ऑटोबायोग्राफी लिखी है चच इज फतह ए फिरोज शाही फतह मींस रोना रो रहा है व है ना कि हां ये हो गया वो हो गया कितना नुकसान हो गया मोहम्मद बिन तुगलक के टाइम से ये ये हो गया प्लस प्लस इन्हीं के टाइम में जियाउद्दीन बरनी हुए तो जियाउद्दीन बरनी जैसे कि हम जो है चाणक्य को बोलते हैं ना कि उसने अर्थशास्त्र लिखी है पॉलिटी के ऊपर किताब लिखी इकॉनमी के ऊपर किताब लिखी है तो वैसे ही जियाउद्दीन बर्नी इज आल्सो अ यू कैन से पॉलिटिकल स्कॉलर तो इन्होंने कुछ किताबें लिखी हैं एक लिखी है फतवा ए जहरी फतवा ए जहरी तो फतवा ए जहरी तो फतवा ए जनरी किताब है कि राज्य कैसे चलाना चाहिए दूसरी किताब है तारीखे फिरोजशाही ये फिरोज शाह के टाइम में जो हिस्ट्री है है ना जो हो रहा है उसको उसने रिकॉर्ड किया है प्लस ट्रांसलेशन तो बहुत सारे संस्कृत किताबों का संस्कृत किताबों का पर्शियन ट्रांसलेशन इस जमाने में चालू हुआ है यस प्लस जौनपुर तो उसने जनपुर एब्लिश किया और इसके साथ साथ और भी बहुत सारे जो है जो है राज्य स्टेट्स या सिटीज एब्लिश की है ट जौनपुर उसने बेसिकली मोहम्मद बिन तुगलक के नाम पर रखा है मोहम्मद बिन तुगलक का रियल नेम था जौना खान तो जौना खान के नाम उसने जौनपुर को एब्लिश किया है दिस इ आल्सो कंट्रीब्यूशन ऑफ फिरोज शाह तुगल तो फाइनली 38 1388 में फिरोज शाह तुगलक की डेथ हो जाती है अब फिरोज शाह तुगलक की डेथ के बाद लेट्स गेट बैक टू द टाइमलाइन फर्स्ट नाउ तो फिरोज शाह तुगलक की डेथ के बाद इसके बाद 1388 में जब यह डेथ हुई है अब इसके बाद जो राजा लोग हैं उसका कोई ऐसा कोई बहुत यू कैन से स्ट्रेंथ नहीं है फिरोजशाह तुगलक भी रायता ही समेट रहा था राट मोहम्मद बिन तुगलक ने जो रायता फैलाया था उसके बाद फिरोज उसे संभालने की कोशिश ही कर रहा है अपने हाथ पाव पॉलिसीज के द्वारा नाउ आफ्टर दिस वी डोंट हैव अ स्ट्रांग किंग एंड बिकॉज ऑफ दिस बिकॉज ऑफ दिस साइड में एक नई एंपायर आ रही है व्हिच इज तैमूर तैमूर अपनी एंपायर एस्टेब्लिश कर रहा है अब जब बगल में इतनी बड़ी एंपायर एस्टेब्लिश कर रहा है तो इंडिया पे भी इवेट करेगा तो इंडिया पे भी इनवेजन किया है इसने राइट है ना तो इंडिया पे इवेट कर दिया है तैमूर तो तैमूर लंग राइट तो तैमूर तैमूर इवेट करता है तो इट इज बेसिकली 1398 1398 दिस इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट यर हम लोग ध्यान रखेंगे इस साल का 1398 हम लोग रट लेंगे राइट मैं कोई ईयर रटने को नहीं बोलता एक्सेप्ट फॉर द फ्रेम्स एक्सेप्ट फॉर द वेरी वेरी इंपोर्टेंट इवेंट्स तो 1398 हम रट लेंगे कि 1398 क्या है तैमूर का इनवेजन है तो जब यह सारे लोग यह सारे लोग खत्म हो गए राइट फिरोज शाह तुगलक नहीं संभाल पाए इनकी भी डेथ हो गई तो फाइनली तैमूर एंपायर बन रही है और तैमूर ने इंडिया पर इवेट किया है तैमूर ने इंडिया प इवेट किया है नाउ जब तैमूर का इनवेजन हुआ तो इधर मुल्तान साइड राज्य कर रहे थे गवर्नर जो था मुल्तान का वह था खिजर खान खिजर खान तो तैमूर आया दिल्ली बल्ली सब लूटा पाटा और फिर वापस चला गया लेकिन जाने से पहले उसने खिजर खान को कहा कि तुम मेरे क्या हो तुम केयर टेकर टाइप हो कि हम मेरे बिफ पर यह दिल्ली सल्तनत को तुम तुम देखरेख करोगे ऐसा करके खिजर खान को बोल दिया अब यह 1398 में हुआ था खिजर खान की हिम्मत नहीं थी दिल्ली आ जाए तो किजर खान फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम चुपचाप मुल्तान पर बैठा रहेगा एंड फाइनली फाइनली जो है किजर खान एंट्री करेगा 1414 में तो 1414 तक जो है कुछ लोग छोटे मोटे राजा जो है राजा भी नहीं कुछ और डिफैक्टो रूलर राज्य करते रहेंगे राइट फॉर सम टाइम फॉर ऑलमोस्ट लेट्स से 15 20 इयर्स बट देन खिजर खान कहेगा कि अरे मेरा क्लेम बनता है राइट है ना वो मुझे बिठा के गया था तो अब मुझे सुल्तान बनना है तो यहां से नई कहानी चालू होती है वच इज सैयद डायनेस्टी तो सैयद तो फ्रॉम हेयर वी स्टार्ट सैयद डायनेस्टी लेट्स कम टू सैयद या चलिए तो नाउ बिफोर वी गो इन टू सैयद एक बार फिर से जो है मैं आपको बता दूं तुगलक तो तुगलक हमने बात करी गयाद की ही वाज द फाउंडर लेकिन ये कुछ ज्यादा कंट्रीब्यूट नहीं कर पाए चार पांच साल की कहानी थी मोहम्मद बिन तुगलक के पांच ऐसे काम हैं जिनकी वजह से य सारी बर्बादी हुई और बहामानी विजयनगर और मदुरई बन गया उसके बाद फिरोजशा तुगलक ने सबको खुश करने की कोशिश करी बट नहीं हो पाया 1388 समवेल ही डाइड और विदन 10 इयर्स वी हैव तैमूर इनवेजन फाइनली 1414 में खिजर ने अपना क्लेम माना और कहा कि भाई अब से मैं सुल्तान है खिजर खान तो यहां से सैयद की एंट्री होती है अब डेली सल्तनत अब नाम की सल्तनत रह गई ऐसा कोई पावरफुल ऐसी कुछ है नहीं राइट ना ही इतनी बड़ी कोई एंपायर है कोई बहुत बड़ा राज्य भी नहीं है और और इतनी कोई पावर भी नहीं है ऐसी कोई आर्मी भी नहीं है खाली एक नाम रह गया कि हां दिल्ली सल्तनत है भाई दिल्ली के आसपास का इलाका राट तो हां तो समझो कि अब खिजर खान तक आते आते ल्ली सल्तनत ऑलमोस्ट इतनी सी रह गई है इत सी बस राट थोड़ा और बड़ा कर देते है है ना इतनी सी रह गई तो इतनी ही बड़ी ल्ली सल्तनत यहां नाम के लिए रह गई कोई बहुत वर्चस्व है इसका कोई ऐसा वर्चस्व नहीं है राजपूत अलग हो गए हैं राइट है ना गुजरात अलग हो गया है इधर बहामानी है विजयनगर है मदुराई है राइट मधुरई भी खत्म हो चुका है बाय द वे सब विजयनगर हो चुका है प्लस इधर बंगाल अलग हो चुका है मालवा वगैरह अलग हो चुके हैं सो नाउ नाउ वी रिलाइज कि हां जो है प्रॉब्लम ऑलरेडी दिल्ली सल्तनत के लिए बढ़ चुकी है यहां से वापसी नहीं है तो ये सैयद और लोदी ऐसा कोई बहुत बड़ी-बड़ी डायनेस्टीज नहीं है कोई बहुत बड़ा नाम नहीं है राइट नाउ यू कैन अंडरस्टैंड नाउ यू कैन रिलेट तो दो छोटी-छोटी कहानियां है है ना बात करते हैं तो आइए तो खिजर खान तो खिजर खान यहां पे दिल्ली टेक ओवर करेंगे 1414 में सैयद डायनेस्टी एस्टेब्लिश करेंगे बट समझो ये कभी ये नहीं कहेगा कि मैं ही सुल्तान हूं ये कहेगा मैं उनके बि हाफ पर रूल कर रहा हूं रा डायरेक्ट कंट्रोल देने में डर रहा है यह कहने में डर रहा है कि हां यह जो है मेरा राज्य है क्योंकि उसे डर है कि हां उधर जो है तैमूर का बेटा था शाहरुख राइट कहीं वह ना आ जाए मुझे वो पूछ ना दे कि तुम क्या कर रहे हो तो यह हमेशा डर डर के राज्य कर रहा है तो इसका कोई कंट्रीब्यूशन है ऐसा कोई कंट्रीब्यूशन नहीं है इनफैक्ट इसके पड़ोस में शार्की है जौनपुर पे शार्की एट जौनपुर यह इसको चैलेंज कर रहे हैं और यह कुछ नहीं कर पा रहा है तो इसका कोई कंट्रीब्यूशन कोई भी कंट्रीब्यूशन नहीं है दुनिया भर का रिबेलिनराइडर नहीं कर पाएंगे सिमिलरली इसके सक्सेसर लाइक मुबारक शाह मोहम्मद शाह अलाउद्दीन आलम शाह इनका भी कोई कंट्रीब्यूशन है इन्होंने भी एस सच कुछ भी कंट्रीब्यूट नहीं किया है सॉरी नाउ वन थिंग अबाउट देम क्योंकि ये सारे ही वीक रूलर हैं कोई यहां पे एक्सपेंशन नहीं कर रहा रिबेलियस ही चल रहा है खाली एक बात अब इसमें ध्यान रख सकते हैं पहली बात तो सैयद अपने आप को कूल्हा कूल्हा दरा कहते हैं तो सैयद एक टोपी पहनते हैं ऐसे लंबी सी तो इसीलिए सैयद को कूल्हा दरा कहा जाता है एक पोटेंट बात दूसरी इंपोर्टेंट बात मुबारक के टाइम में राट मुबारक शाह के टाइम में वी हैव वी हैव यया बीन अहमद सिर हंदी यया बीन अहमद सिर हंदी ने किताब लिखी है तारीखे मुबारक शाही राइट है चलो मुबारक हो किताब लिख दी गई कम से कम कुछ तो किया सयद ने तो एक तारीख मुबारक शाही जो है इनके दौर में लिखी गई ट्स ट है यही है कहानी सयद की नाउ द लास्ट रूलर अलाउद्दीन आलम शाह अलान आलम शह यह लास्ट में जो है डर के मारे छोड़ छाड़ के भाग जाएंगे ये खुद ही थन छोड़ देंगे राइट ना कि हां ये चले गए और तब जो सिपा सला रहे नोबल्स यह बुलाएंगे जो है लोधी को राइट है ना तो हा तो यहां पर एंट्री होगी आपकी लोधी की तो कॉल दिया जाएगा बहलोल को दज आर अफगान तो यहां से एक नई डायनेस्टी एंटर कर रही है च इ बेसिकली अफगान तो ये अफगान है बहलोल तो बहलोल तो बहलोल लोधी अगेन बलोल लोदी फाउंडर राइट है ना अब इनकी उम्र ज्यादा है 1451 से 1489 फाउंडर है राट बट मैंने कहा रेयर होगा क्योंकि फाउंडर कौन सी बहुत बड़ी अंपायर के फाउंडर इतनी ही बड़ी रह गई अभी जौनपुर भी बाद में आएगा तो इतना बड़ा ही रह गया है बस य लोदी डायनेस्टी ट इतनी बड़ी अंपायर बेस इट कर रहा है इससे ज्यादा कुछ भी नहीं है ना तो ही इ द वन लनेक्स जनपुर तो जो शार्की डायनेस्टी थी इसको हराएगा रकीज और जौनपुर को एनेक्स कर लेगा तो ये इनका कंट्रीब्यूशन है यस दूसरा अघन विल बिकम वेरी वेरी पावरफुल अफगान सारे जो नोबल्स है वो मिल अफगान रहेंगे यहां पे एंड दे आर वेरी पावरफुल एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम दूसरा जो कंट्रीब्यूशन है वो है सिकंदर का सिकंदर तो सिकंदर इज द वन जो थोड़ा सा स्ट्रेंथ वापस लेकर आता है 1489 से 157 तो लंबा राज्य है राइट है ना जो है ऑलमोस्ट 30 साल समथिंग कि 30 साल का जो है हमें अच्छा खासा राज दिखाई दे रहा है सिकंदर लोधी का तो बहलोल के बाद सिकंदर सिकंदर तो थोड़ा एक्सपेंशन भी हुआ है कंसोलिडेशन भी करने की कोशिश करी एडमिनिस्ट्रेशन फिक्स करने की कोशिश करी है रेवेन्यू सिस्टम फिक्स करने की कोशिश करी है बट ऐसी कोई बहुत यू कैन से यू कैन से डिफरेंशिया नहीं पड़े यूपीएससी पॉइंट ऑफ व्यू से तो ऐसा कुछ नहीं है बट हां आखिरी कोशिश है सिकंदर लोधी की कि हां जो है हम वापस एस्टेब्लिश करेंगे राइट है ना तो वापस मिलिट्री कैंपेन कुछ-कुछ टेक ओवर कर रहा है राजपूतों पे मालवा पे तो एक बार वापस वास यू कैन से वापसी करने की कोशिश करी गई है लोधी डायनेस्टी में सिकंदर जैसा कि इनका नाम है सिकंदर एलेग्जेंडर तो सिकंदर ने एक बार हाथ पाव मारा है राइट तो दिस वाज द लास्ट अटेम्प्ट जो यू कैन से कि हां जो है ये लोग कोशिश कर रहे हैं वापसी करने की स नाउ तो फ्यू पॉलिसी फॉर द सेक ऑफ डिस्कशन तो एक तो टैक्स रिफॉर्म जो है ये लेकर आए हैं तो कुछ-कुछ टैक्स अबॉलिश कर दिए जैसे जकात टैक्स था ग्रेंस के ऊपर इन्होंने कुछ कुछ अबॉलिश कर दिए हैं राइट जो है बर्डन ऑन फार्मर्स एंड प्रमोटिंग कल्चरल एक्टिविटी एग्रीकल्चर को थोड़ा बहुत प्रमोट किया है ट मेजरमेंट सिस्टम तो एक नया सिस्टम एक नया यूनिट लेकर आए हैं गजे सिकंदरी कि हां अब इससे हम मेजरमेंट करेंगे जजिया टैक्स को वापस रि इंपोज कर दिया गया है नॉन मुस्लिम्स पे कैपिटल रीलोकेशन तो फाइनली ही हैड एस्टेब्लिश आगरा एंड इवेंचर बनेगी वो क्या बनेगी आगरा बनेगी तो दिल्ली से लास्ट में आते-आते दिल्ली सल्तनत की कैपिटल दिल्ली नहीं रही राइट क्या हो जाएगी आगरा शिफ्ट हो जाएगा पूरा पावर सेंटर यहां पर आगरा शिफ्ट हो रहा है तो दिस इज अबाउट सिकंदर लोदी नाउ इनके बेटे हैं इब्राहिम लोदी इब्राहिम लोदी के अंदर बहुत घमंड है इब्राहिम लोदी जो है वो अफगानिस्तानी नोबल्स हैं वो मानते हैं अपने आप को चचा कि हम तो चचा हैं तुम तो बच्चे हो हमारे रट ना बच्चे की तरह हो तुम्हारे पापा होते तो ऐसा होता तुम्हारे पापा के साथ हम लोग खेला करते थे तुम्हारे पापा के साथ हम चस खेलते थे इस तरह की बातें होती थी तो इब्राहिम को ये सब पसंद नहीं था इब्राहिम लोदी को तो उसने सारे नोबल्स को पकड़ के कमजोर करने की कोशिश करी है है यस तो लोग इससे खुश नहीं है तो इसीलिए ये आखिरी राजा है तो जितने ये नोबल्स हैं राइट है ना ये नोबल्स क्या करेंगे ये नोबल्स बुला लेंगे बाबर को तो यहीं बगल में काबुल प बैठा था बाबर बाबर की कहानी बाद में देखेंगे तो यहीं काबुल पे बाबर बैठा था तो इसे इन्विटेशन मिला तो इसको इन्विटेशन कई जगह से मिला है राइट इसके चाचा से भी मिला है इधर लाहौर साइड गवर्नर था दौलत खान लोदी राट गवर्नर ऑफ पंजाब उसने भी बाबर को इनवाइट किया है कि बाबर अटैक करेगा तो बाबर एक्चुअली तैमूर का ही वंशज है तो उसको उसको इनवाइट किया गया कि तुम आ अटैक करो ये लोग सोच रहे थे बाबर अटैक करेगा वापस चला जाएगा तो बाबर ने अटैक कर दिया और जब बाबर ने अटैक किया तो दिस इज बैटल ऑफ पानीपत 1526 और यहां से शुरू होती है मुगल एंपायर तो अगेन अगर आप फाइनल टाइमलाइन देखें तो पहले हमने बात करी सेव डायनेस्टी की एक बार फाइनल रिव्यू करते हैं तो सेव डायनेस्टी जिसमें कु कुतुबुद्दीन अबक वाज अ फाउंडर बट ज्यादा समय यहां पे नहीं था बहुत कंट्रीब्यूट नहीं कर पाए रियल फाउंडर डेफिनेटली तुमि है जिसने एक्सपेंड भी किया है और कंसोलिडेट भी किया है हमने समझा कि हां इन्हीं के दौर में 4 तुर्क चहलगनी या फिर चालीसा एस्टेब्लिश हुआ है यही एकता सिस्टम लेकर आया है यही कोइज लेकर आया है तो बहुत सारी चीजें फिक्स करी कुतुब मीनार भी इसीने बनाया रजिया द फीमेल सुल्ताना जिसको अपोज किया गया बट शी इ फेमस बिकॉज ऑफ जो है डिफरेंट है पहली सुल्ताना है और आखरी सुल्ताना है बलबन इज नोन फॉर कंसोलिडेशन मंगोल मंगोल जो है मंगोल्स मंगोल्स का इनवेजन इन पे भी है और इनप भी है बलबन पे भी है नाउ बलबन के बाद हमने बात करी कि यहां से डायनेस्टी चेंज होती है खलदी डायनेस्टी आती है जलाल जलाल जलाल में कोई एंबिशन नहीं था ये मारे गए अपने ही दामाद के द्वारा अलाउद्दीन खल जीी और पहली बार साउथ इंडियन एक्सपेंशन हमने देखा अलाउ के टाइम में राइट है ना तो हां तो एक्सपेंशन प्लस मंगोल का सबसे भीषण अटैक अगर हम देखें तो अलाउद्दीन खलदी के टाइम में बट आफ्टर द डेथ ऑफ अलाउद्दीन खलदी कोई ऐसा स्ट्रांग रूलर नहीं है और तुगलकस नेटे रिकवर कर लिया ये टक्स थे ये टक्स है लेकिन ये टक्स नहीं है नाउ त अगेन एग्रीकल्चर में कुछ-कुछ इन्होंने कंट्रीब्यूट किया है नोबल्स को वापस खुश करने की कोशिश करी है बट बहुत अच्छा कुछ नहीं है मोहम्मद बिन तुगलक अगेन साउथ वर्ड एक्सपेंशन भी है राइट है ना और टेरिटोरियल क्लाइमैक्स की हम लोग ने बात करी प्लस प्लस हमने समझा कि इन्हीं की पांच हरकतें ऐसी थी जिसकी वजह से सब कुछ बर्बाद हो गया और भामानी विजयनगर और मधुरई जो है क्रिएट हो रही है प्लस इसके बाद फिरोज शाह तुगल के इस रायते को संभालने की कोशिश कर रहे हैं सबको खुश करने की कोशिश कर रहे हैं पर बात नहीं बनी और इसके आगे जो है कोई स्ट्रांग रूलर नहीं है बाय 1398 देयर इज तैमूर इनवेजन और तैमूर ने खिजर खान को इंस्टॉल किया था राना कि बोला था कि हां तुम मेरे नॉमिनी हो एंड देन फाइनली खिजर खान टेक्स ओवर इन 1414 और सैयद डायनेस्टी यहां से चालू होती है तो खिजर अगेन इसके सक्सेसर किसी काम के नहीं थे खाली एक मुबारक जो है मुबारक शाही जो लिखी गई है यया बीन अहमद सरहिंदी द्वारा वही एक काम की चीज है नाउ बाय 1448 और 1451 एंट्री होती है लोधी इस की और बहलोल सिकंदर और इब्राहिम राइट हम तीनों की कहानी समझी चार की डायनेस्टी अनेक्स कर दी गई थी और सिकंदर ने थोड़ा हाथ पाव मारा था बट इब्राहिम कुड नॉट मैच दिस एंड फाइनली ही बेसिकली फेस्ड बाबर तो बैटल ऑफ पानीपत होती है 1526 में और जो है यहां से ल्ली सल्तनत खत्म हो जाती है अच्छा बाय द वे यही दौर है 1498 सिकंदर के टाइम में जब साउथ इंडिया में पोर्तुगीज आ रहे हैं बट दिस इज नॉट कनेक्टेड टू दी दिल्ली सल्तनत क्योंकि ये तो र्थ इंडिया में है तो पोर्तुगीज इसी दौर में आए तो दो साल 1398 1498 दोनों इंपोर्टेंट है भाई तो 100 साल पहले तैमूर ने अटैक किया था 100 साल बाद पोर्तुगीज आ रहे तो यह भी बात हम ध्यान रखेंगे तो यह पूरी हमने टाइमलाइन एब्लिश कर दी है ट पूरी कहानी हमने समझ लिए नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट सम अदर एलिमेंट्स ऑफ दिल्ली सल्तनत लेट्स टॉक अबाउट लाइफ इन द इन द दिल्ली सल्तनत या फिर इनके एडमिनिस्ट्रेशन और बाकी चीजों पर थोड़ा सा बात करते हैं लाइफ इन ली लेट्स टॉक अबाउट देर एडमिनिस्ट्रेशन एट कि हा ये किस तरह से चल रहा है तो सबसे पहले सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन में मेनली अगर देखा जाए तो एक सुल्तान है और सुल्तान सबसे स्ट्रांगेस्ट है और कहीं ना कहीं एक बीच में चिट्ठी हम बात कर रहे थे कि कैलिफ को लिख देता है खलीफा से कनेक्टेड है टू शो कि हां कुछ इस्लामिक कनेक्शन इस राज्य का है दूसरा सुल्तान के नीचे सुल्तान के नीचे देर आर नोबल्स नवल्स को उमरा भी बोलते हैं और और इसके नीचे जो है कुछ उमेरा होते हैं जो कि इस्लामिक ऑर्थोडॉक्स स्कॉलर्स होते हैं यह दोनों ही लोग सुल्तान को गाइड करते हैं बाकी बाकी देर आर सो मेनी डिपार्टमेंट्स बिलो सुल्तान जैसे कि हम बात कर रहे थे कि एक दीवान अर्ज है अ मिलिट्री डिपार्टमेंट दीवाने बंदा गन है च स्लेव डिपार्टमेंट राइट कुछ फेमस डिपार्टमेंट की अगर हम बात करें दवाने कोही है दिस सेपरेट डिपार्टमेंट एग्रीकल्चर दिस वा मेड बाय [संगीत] तुगल इस तरह के सेपरेट डिपार्टमेंट है जो अपने अपने अपने अपने दीवाने खैरात है ना खैरात हम फिरोजशा तुगलक के बारे में बात कर रहे थे देरर सेपरेट डिपार्टमेंट जो की जो है इसको लीड करते ना इसके बाद हम बात समझे तो सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन जैसे हमने समझा कि हां जो है सुल्तान की अथॉरिटी जो है व सुप्रीम अथॉरिटी है राइट है ना देन देन उसकी क्या होती है एक मंत्री परिषद होता है जिसे मजलिस एक खलवात कहते हैं राइट दिस इज काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर्स प्लस देयर आर लॉट ऑफ इंपोर्टेंट ऑफिसर्स जैसे दीवाने वजार तो दीवान वज़रत इज बेसिकली जो है योर अ वजीर डिपार्टमेंट और फाइनेंस डिपार्टमेंट दिस इज फाइनेंस राइट दीवाने रीजस मिलिट्री डिपार्टमेंट सो मल्टीपल डिपार्टमेंट्स लाइक दिस अ सेपरेट जुडिशियस सिस्टम लेड बाय काज तो काज बेसिकली इसमें इस्लामिक लॉ को एनफोर्स करेंगे ट दीवाने अरीज जैसा कि मैंने कहा कि मिलिट्री डिपार्टमेंट है प्लस बड़ी सेना है कैश पेमेंट वगैरह होना शुरू हो गया था दाग चेहरा वगैरह के हमने बात करी थी देखो बहुत सारी बातें हम पॉलिसी की राजाओं के साथ ऑलरेडी कर चुके हैं तो हम गो थ्रू कर रहे हैं कि हां इसको एक बार सार कर देते हैं लोकल एडमिनिस्ट्रेशन मैं आपको ऑलरेडी पढ़ा चुका हूं वेयर इक्ता है ना कि जो इकता सिस्टम हम लोगों ने पढ़ा था कि हां इकता शिख परगना विलेज ऑलरेडी हमने बात करी थी कि किस तरह से प्रोविंसेस में एडमिनिस्ट्रेशन हो रहा है राइट सिमिलरली इकॉनमी हम लोगों ने समझा था तो इकॉनमी में मीन वाइज हम लोगों ने समझा कि हां देयर आर सेपरेट पॉलिसीज विद रिस्पेक्ट टू विद रिस्पेक्ट टू योर एग्रीकल्चर और विद रिस्पेक्ट टू ट्रेड एंड इंडस्ट्री तो लैंड रेवेन्यू लैंड रेवेन्यू जो है वेरी करता है सुल्तान एंड सुल्तान के द्वारा तो सुल्तान ज्यादा लगाएंगे कुछ सुल्तान कम लगाएंगे रेंज विल वेरी फ्रॉम 1/3 टू 50 पर तो 33 पर से 50 पर जो है ये वेरी करेगा मोस्टली प्रिफरेबल है कि कैश में रेवेन्यू कलेक्शन होगा दूसरा लैंड क्लासिफिकेशन हमने समझा कि लैंड को क्लासिफाई किया जाएगा मेजर किया जाएगा और उसके बाद फिर जो है ये लगाया जाएगा प्लस प्लस बहुत एग्रीकल्चरल प्रैक्टिस की बात करें तो फूड क्रॉप उगाया जा रहा है फ्रूट्स वगैरह ऑर्चर्ड वगैरह है स्पाइसेज वगैरह उगाए जा रहे हैं प्लस इरिगेशन वगैरह पे फोकस किया जा रहा है एक पर्शियन व्हील एक कांसेप्ट आ चुका है इंडिया में ऑलरेडी पॉपुलर है जो कि इरिगेशन को पर्शियन व्हील ऐसा होता है यहां पानी है ये व्हील घूमेगा इससे बाल्टी लगी हुई है यह बाल्टी इसमें से पानी ऐसे उठाएगी और इधर गिरा देगी ऐसा कुछ सिमिलरली ट्रेड एंड ट्रेड एंड हैंडीक्राफ्ट को भी सपोर्ट किया गया है हां तो जो है लॉन्ग और लो लॉन्ग डिस्टेंस शॉर्ट डिस्टेंस दोनों तरीके के ट्रेड हो रहे हैं टेक्सटाइल्स स्पाइसेज हैंडीक्राफ्ट ये सारी चीजें यहां पर ट्रेड हो रही है इनके ऊपर भी टैक्सेस लगाया गया है या देन या पॉलिटिकल स्टेबिलिटी मेजर इंडस्ट्रीज रीजनल स्पेशलिटी तो ये विद रिस्पेक्ट टू ट्रेड एंड ऑल है राइट मोस्टली हम लोगों ने डिस्कस कर लिया है ओके ओके कम्युनिकेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर तो जैसे कि जैसे कि अगर हम बात कर रहे थे इब्न बदूत की तो इवन बतूता हमको बताते हैं कि देयर इज अ पोस्टल डिपार्टमेंट एक सेपरेट पोस्टल डिपार्टमेंट है जिसमें जो जो चिट्ठी जा रही है वो हो सकता है घोड़ा लेके जाए उसे उलूक कहते हैं हो सकता है पैदल दौड़ के लेके जाए जिसे जो है दवा कहते हैं तो उलूक और दवा ये एमसीक्यू हो सकता है सवाल हो सकता है उलूक और दवा तो पोस्टल सिस्टम भी एजिस्ट करता था और उलूक और दवा सिस्टम एजिस्ट करते थे रास्ते में बहुत सारे सराइज गेस्ट हाउस ऐसा कुछ रहा करता था तो सराइज और रेस्ट हाउसेस वगैरह भी रहा करते थे देन लॉजिकल एडवांसमेंट की बात करें तो बहुत सारी नई चीजें आ रही हैं जैसे चाइना साइड से आ चुकी है पेपर मैन्युफैक्चरिंग राइट प्लस प्लस जो हम लोग घोड़े बैठते हैं पैरों में स्टेर अप लगाते हैं राइट तो आयरन स्टेर अपस वगैरह आ चुके हैं बढ़िया हो चुका है प्लस स्पिनिंग व्हील्स तो उससे क्या हो रहा है कि हां कपड़ा वगैरह बनाना टेक्सटाइल में काफी इंप्रूवमेंट आ गया है इनफैक्ट इस समय जो स्पिनिंग व्हील है उसमें पैरों का भी यूसेज हो रहा है तो डेल्ली सल्तनत के टाइम में जो जुलाहे हैं जैसे कबीर इस टाइम में हुए तो कबीर आप देखेंगे कि वो बैट के पैरों से भी फंसाए हुए हैं मशीन में तो इस तरह का टेक्सटाइल इनोवेशन यहां पर आपको देखने को मिलेगा प्लस मेटालर्जी भी इंप्रूव हो गई तो वेपन वगैरह भी ज्यादा अच्छा इस्तेमाल हो रहा है यहां पे ट्रेड नेटवर्क्स तो हां तो ट्रेड नेटवर्क्स आपके नेशनल इंटरनेशनल दोनों तरह के ट्रेड यहां पर जो है प्रॉमिनेंट है हमारे हैंडीक्राफ्ट स्पाइस ये सब जो है ट्रेड किए जा रहे हैं राइट है ना ये सारी चीजें ट्रेड हो रही है प्लस एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट वी हैव मोर और लेस डिस्कस ओके सोशल स्ट्रक्चर तो महिलाओं की अगर हम बात करें तो महिलाओं महिलाओं का जो स्टेटस र है वो इवन इन एंस इंडिया हमने बात करी है कि स्टेटस ऑफ वुमेन काफी लोअर साइड रहा है तो यहां भी वैसा ही है सबोर्डिनेट पोजीशन है रिस्ट्रिक्टेड है सती पर्दा ये सारी चीजें अभी भी प्रिवेंट है ये सारी चीजें अभी भी चल रही है प्लस सोशल डिवीजन की अगर हम बात करें तो जो हिंदुओं में वर्ण सिस्टम है दैट इज स्टिल देयर तो रिजट का सिस्टम अभी भी चल रहा है यस राइट मुस्लिम्स में भी हम देख रहे हैं कि हां बहुत सारे डिवीजन है कोई कह रहा है हम तुर्किश हैं कोई कह रहा है हम अफगानी है तो तुर्किश अफगानी ईरानी इंडियन मुस्लिम्स इस तरह से बायफर केशन इवन मुस्लिम यू कैन से सोसाइटी में भी कर रहे हैं रिलीजस डिस्क्रिमिनेशन यस हम रिलीजस टॉलरेंस की कई जगह बात तो कर रहे थे बट डेफिनेटली देयर इज सेपरेट टैक्स सिस्टम फॉर हिंदूजा मुस्लिम्स तो रिलीजियस डिस्क्रिमिनेशन एजिस्ट कर रहा है यस बट ये सारे राजाओं में नहीं है जैसे कि मोहम्मद बिन तुगलक डिस्क्रिमिनेट नहीं कर रहे हैं अलाउद्दीन खलदी भी जो है रिलीजस यू कैन से रिलीजस बायससनेट के लेवल पे हम कह सकते हैं कि काफी टोलरेंस था फिरोस या तुगलक के दल प हम डेफिनेटली कह सकते हैं कि यहां इट वाज नॉट एज टोलरेंट स्लेवरी सेवरी एजिस्ट करती थी राइट है ना कि यहां स्लेव ट्रेड चल रहा था मेल और फीमेल दोनों तरीके के स्लेव्स जो है इंक्लूडेड थे तो स्लेवरी इंडिया में पहले भी थी स्लेवरी यहां पे भी है इनफैक्ट हमने एक प्रॉपर स्लेव डिपार्टमेंट एस्टेब्लिश किया है इन दी एरा ऑफ फिरोजशाह तुगलक या आर्किटेक्चर साइड हमने समझा कि हां जो है अ इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर जो है वो इसी जमाने में आया है इसी एरा में इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर इंडिया में ग्रो करेगा तो नाउ वी विल स्टार्ट टू हैव आर्च तो आर्च वगैरह आने चालू हो जाएंगे राइट है ना डोम्स आर्च डोम्स तो यह सारी चीजें अब हमें दिखने लगी राइट है ना प्लस प्लस जो है उसका डेकोरेशन भी डिफरेंट होगा तो इंडियन आर्किटेक्चर जोब तक एं इंडिया से डेवलप हुआ था अब का जो आर्किटेक्चर है वो एनटायर डिफरेंट होगा तो आर्चस राइट आर्च अगर और अच्छा बनाओ मैं तो कुछ इस तरह का राइट दिस इज आर्ज प्लस प्लस उसके डेकोरेशन के लिए अरेबिक कैलीग्राफी वगैरह का इस्तेमाल हो रहा है ज पैटर्न फ्लोरल डिजाइंस लोटस वगैरह जो है बना के इस्तेमाल जो है डेकोरेट कर रहे हैं तो ये डिफरेंट है एनीवे दिस इज समथिंग यू विल रीड इन डिटेल जब आप इंडो इस्लामिक आर्किटेक्चर पढ़ेंगे तब आप वहां पे बात करेंगे राइट म्यूजिक वगैरा में भी काफी इनोवेशन हुआ है अमीर खुसरो एक बहुत बड़ा नाम है म्यूजिक का तो बहुत सारे म्यूजिक जो है यू कैन से ध्रुपद स्टाइल राइट है ना देन देन कवाली देन जो है योर गजल वो सब इसी जमाने की है तो इनके कुछ राग है राइट है ना जो है कुछ राग है जो अमीर खुसरो ने इनोवेट करे हैं राइट है ना जो है जो अमीर खुसरो बेसिकली जाने जाते हैं एस फादर ऑफ सो मेनी थिंग्स राइट है ना तो हा तो एक सनम करके कुछ राग है राइट घोरा करके कुछ राग है तो कुछ राग इन्होने ही बनाए प्लस अमीर खुसरो से ही जुड़ा हुआ है तबला तबला प्लस कवाली इनको फादर ऑफ उर्दू भी कहा जाता है या गजल गजल बनी से जुड़ा हुआ है तो एक म्यूजिक में एक नया आयाम है आपके अर खुसरो प्लस सूफीज भी इसी जमाने में आए थे तो जो सूफी म्यूजिक है इनफैक्ट अमीर खुसरो जो है किसके किसके जो है डिसाइल हैं ये ये निजामुद्दीन औलिया के डिसाइल है तो जो सूफी सेंट्स आए थे वो भी इसी जमाने में आए थे राइट तो उनके उनके ये सारे सूफी जैसे कि ये डिसाइल है तो सूफिज्म में म्यूजिक जो है म्यूजिक का बहुत बड़ा रोल है तो जैसे कि जैसे आप देखते हो निजामुद्दीन औलिया निजामुद्दीन औलिया कभी आप जाओ या ख्वाजा गरीब नवाज की जो है दरगाह पे जाओ या आप कभी जो है फतेहपुर सीकरी गए हैं राइट मोईनुद्दीन चिश्ती नॉट मोईनुद्दीन चिश्ती शेख सलीम सलीम चिश्ती की दरगाह पे अगर आप गए हैं राइट तो वहां पे आप देखेंगे कि वहां पे कवाली वगैरह जो है होता रहेगा सूफी सोंग्स वगैरह मिलेंगे आपको तो सूफी सोंग्स यहां से बहुत प्रॉमिनेंट हुए हैं तो एक तो अमीर खुसरो का एक पर्सनल कंट्रीब्यूशन है और दूसरा सूफी सोंग्स में जो है काफी चीजें काफी चीजें इसमें ऐड हो जाएगी राइट है ना तो हां तो फिरोजशाह तुगलक जो है पर्शियन ट्रांसलेशन करवा रहे थे ऐसा हम लोगों ने बात करा तो बहुत सारा लिटरेचर राइट बहुत सारा लिटरेचर संस्कृत टू पर्शियन ट्रांसलेट करवाए फिरोजशाह ने ये हम लोगों ने ऑलरेडी बात करी थी या ऑफिशियल लैंग्वेज वैसे पर्शियन है पर्शियन बिकम मोर इंपोर्टेंट एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम राइट सारे ही कामों के लिए पर्शियन लैंग्वेज यूज हुई है बट साथ ही साथ जो रीजनल लैंग्वेजेस हैं लाइक बंगाली गुजराती मराठी तेलुगु ये सब भी ग्रोह करेंगे इस टाइम में हां तो रीजनल लिटरेचर भी ग्रो करेगा राइट है ना तो बहुत सारी किताबें जैसे कि हम बात कर रहे थे कि जो है एक हसन निजामी की बुक है या ताजुल मसीर हम लोग बात कर रहे थे एक ताजुल मसीर है ताजुल मसीर प्लस एक सुदम के टाइम में एक और किताब है च इ च इ त बाकरी तकत नसीरी दिस इज बाय दिस इ बाय मिन्हाज सराज मिन्हाज तो ये तुम के टाइम में आए थे बट किताब थोड़ा बाद में लिखी गई थी अ लॉट ऑफ स्कॉलर्स लाइक जियाउद्दीन बर्नी की हमने बात करी मिनहाज सराज के बारे में मैंने आपको बताया राइट सो देर आर लॉट ऑफ स्कॉलर्स स्पेशली स्पेशली आमिर खुसरो अमीर खुसरो ने कुछ 90 किताबें लिखी 90 बुक्स जिसमें बहुत सारी म्यूजिक पे हैं बहुत सारी स्टोरीज है बहुत सारा डिस्क्रिप्शन है इंडिया की जॉग्रफी की बात करी है राइट हिस्ट्री की बहुत सारी किताबें हैं जो हम कह रहे थे तारीखे लाई तुगलक नामा ऐसी बहुत सारी बुक अलाउद्दीन सॉरी अमीर खुसरो की या जैसे कि जियाउद्दीन बरनी की फतवा जा जनर इंपॉर्टेंट है जियाउद्दीन बरनी की तारीखी फिरोजशा चाही इंपोर्टेंट है मिनाज सिराज की तवाककलपुर है श्री कृष्ण विजय फरिश्ता की बुक है गुल शने ब्रा ब्राहिमी राइट है ना तो हां तो ये कुछ इंपोर्टेंट बुक्स है जो हम लोग थोड़ा ध्यान रखेंगे ओके देन देन या तो लिटरेचर लैंग्वेज हम लोगों ने डिस्कस किया ऑलरेडी वीी हैव सीन अच्छा बाय द वे इसी दौर में इसी दौर में कलना की राजा तरंग नी लिखी गई है तो ये हम पहले भी देख चुके हैं है ना दिस दिस इज समथिंग वी हैव डिस्कस सो दिस वाज ऑल अबाउट दिल्ली सल्तनत नाउ वी हैव सीन दी नाउ वी हैव सीन द होल टाइमलाइन कि किस तरह से पांच डायनेस्टीज प्ले करती हैं एंड फिर हमने एडमिनिस्ट्रेशन वगैरह थोड़ा कुछ फैक्चर चीज हमने और देखी जो किसी के साथ जुड़ा हुआ है नाउ नाउ वी विल टॉक अबाउट ये जो अभी हम दिल्ली सल्तनत के एरा में ही कहेंगे और इसी समय जो बहामानी और विजयनगर क्रिएट हुई है इसकी बात करेंगे इन द नेक्स्ट टॉपिक राइट है ना तो अपना अगला चैप्टर है व्हिच इज बहामानी एंड विजयनगर अंपायर आइए बात शुरू करते हैं सो अब हम अपने तीसरे पड़ाव पे हैं बात करते हैं बहामानी और विजयनगर अंपायर की तो हम लोग क्या कह रहे थे हम लोग कह रहे थे कि इट वाज द एरा ऑफ मोहम्मद बिन तुगलक राइट ना मोहम्मद बिन तुगलक ने वो रायता फैलाया था है ना कि वो पांच कम ऐसे किए थे जो फेमस है कि हां जिसके बाद जिसके बाद कहानी चेंज हो गई तो मोहम्मद बिन तुगलक के टाइम में क्या हो रहा था मोहम्मद बिन तु गलक हैड दी वास्टप र वेरी वेरी वास्टप र राइट ना कि यहां काफी दूर तक स्प्रेड था काफी दूर तक स्प्रेड था भाई नाउ अब इनके जो नोबल्स थे सिपा सलार जो थे जो कि पोस्टेड थे लेट्स से डेकन में बंगाल में साउथ इंडिया में अब वो कहीं ना कहीं मोहम्मद बिन तुगलक के हाथ से निकल रहे थे राइट है ना उनको एहसास हो गया था कि सेंटर का हमारे ऊपर कोई बहुत कंट्रोल है नहीं एंड दज नोबल्स वर इनटू करप्शन राइट ना वो अपने पैसे बना रहे थे अब मोहम्मद बिन तुगलक को बात खली तो मोहम्मद तुगलक ने इन लोगों को बुलाया तो इन लोगों ने क्या किया कि हम नहीं जाएंगे ऊपर जाएंगे तो वो हमें हमें सजा देगा तो इन लोगों ने रिवोल्ट कर दिया राइट ना तो दे हैड रिवोल्ट एंड एंड ग्रैजुअली यू नो दज एरियाज बिकम इंडिपेंडेंट तो जैसे की जैसे की एक जो ग्रुप था वो जो जो पार्ट था उसने यहां पर अपना डेकन प अपना एरिया स्थापित किया अपना राज्य स्थापित किया जिसे कहते हैं बहामानी सल्तनत बहामानी सल्तनत सिमिलरली सिमिलरली कुछ कुछ जो थे जिन्होंने मरई में घोषित कर दिया कि भाई ये इलाका बिल्कुल फ्री है दिस इज कॉल्ड एज मदुरई सल्तनत मदुरई सल्तनत ये जो दोनों स्टेट्स है दज आर इस्लामिक इन नेचर लेकिन लेकिन लेकिन साथ ही साथ जो है यू नो दो और लोग थे दो और लीडर्स थे चच र हरिहर एंड बुक्का उन्होंने उन्होंने इस एरिया में अपना राज्य स्थापित किया च इज विजयनगर यह एक हिंदू किंगडम है यह एक हिंदू किंगडम है तो विजयनगर तो मधुरई सल्तनत तो पल भर की है और वो खत्म हो जाती है राइट है ना फाइनली फली जो है यह जो विजयनगर अंपायर है मधुरई को हरा देंगे और यह खत्म हो जाएगी लेकिन आप बहामानी और यह जो विजयनगर है यह काफी टाइम तक रहेंगे अच्छा बाय द वे ऐसा नहीं कि यही इतने ही रीजनल किंगडम है देयर आर मोर किंगडम जैसे हम लोग बात कर रहे थे कि एक शार्की डायनेस्टी जौनपुर में अलग हो जाएगी राइट ना शार्की सिमिलरली सिमिलरली जो है उड़ीसा साइड उड़ीसा साइड देयर आर गजपति रूलरसोंग्स होने लगेंगे इंडिपेंडेंट होने लगेंगे तो नॉट इमीडिएट यू कैन से कि हां एकदम एक सब सब साथ में नहीं हो रहा बट ग्रैजुअली एक-एक करके एक-एक करके ये सब इंडिपेंडेंट हो रहे हैं तो ऐसे बहुत सारी रीजनल किंगडम क्रिएट हो रही हैं बहुत सारी रीजनल किंगडम यहां पर क्रिएट हो रही हैं इन व्हिच इन व्हिच इंपोर्टेंट फॉर असस एक है भामानी और दूसरी है विजयनगर राइट है ना तो चलिए आइए बात शुरू करते हैं सो भामानी तो ये हमने बात करी कि हां ये वाला जो पार्ट है ऊपर वाला पार्ट जो है ये है बहामानी इसमें कुछ सेंटर्स इंपॉर्टेंट है फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल गुलबर्ग तो गुलबर्गा इज इंपॉर्टेंट राइट बीदर इज इंपॉर्टेंट तो गुलबर्गा एंड बीदर प्लस बीजापुर इज इंपॉर्टेंट इसके अलावा अहमदनगर आगे जाके इंपॉर्टेंट हो जाएगा इनिशियल स्टेज में इट इज गुलबर्गा एंड बीदर व्हिच आर वेरी वेरी इंपॉर्टेंट जब ये यहां पे स्थापित करने की कोशिश कर रहे होंगे तो जो वारंगल का राज्य है तेलंगाना का राज्य है ये रजिस्ट करेगा तो इनिशियली इन लोगों में झगड़ा होगा इनिशियली ये लोग आपस में एक दूसरे से कॉन्फ्लेट करेंगे कि नहीं भाई हमारे जगह है हमारी जगह है राइट है ना तो आइए बात शुरू करते हैं तो सबसे पहले बात करेंगे बहामानी की फिर हम बात करेंगे विजयनगर अंपायर की चलिए तो बहामानी टाइम देखो आप तो टाइम इज 1347 राना कि हां मोहम्मद बिन तुगलक का समय है और जो है इसके 1351 तक मोहम्मद बिन तुगलक थे तो हां ये 1347 का समय है जब बहामानी किंगडम आती है और यह काफी लंबा चलती है 1527 यानी कि यानी कि 1526 तक जो है हम कहते हैं 1526 तक तो ल्ली सल्तनत है तो ये भी ल्ली सल्तनत तक ऑलमोस्ट पैरेलल चलेगी कंटेंपरेरी चलेगी यस जहां ल्ली सल्तनत खत्म होगी वहीं बहामानी भी खत्म हो जाएगी पर फिर क्या होगा वो थोड़ा आगे देखते हैं तो नाओ तो खैर तो बहामानी सल्तनत तो ये जो एक नोबल है राइट है ना एक जो सिपा सदार है जिसने यहां पर रिवोल्ट कर दी है वो है यहां पे जफर खान तो जफर खान तो जफर खान बाबू ने यहां पे कहा कि भाई अब हम नहीं सुनेंगे राइट मोहम्मद बिन तुगलक की नहीं सुनेंगे जफर खान तो जफर खान ही हैड रिवोल्ट और यहां पे उसने टाइटल लिया नाम लिया अलाउद्दीन बेहमान शाह का बेहमान शाह तो अलाउद्दीन बेहमान शाह तो अलाउद्दीन हसन बेहमान शाह या अलाउद्दीन महमान शाह तो इनको बेहमान शाह कहते हैं इंडिपेंडेंट हो गए ये लोग इंडिपेंडेंट हो गए दिल्ली सल्तनत से इंडिपेंडेंट हो गए ये और देवगिरी में इनिशियली देवगी में उन्होंने कहा कि हम क्या है कि ये पूरा इलाका जो महाराष्ट्र का इलाका है जहां पे यादवास हुआ करते थे अब ये पूरा इलाका किनके पास है इनके पास है एंड फिर आगे जाके इन्होंने गुलबर्गा कैपिटल एस्टेब्लिश करी राइट तो पहले देवगर में अपने आप को इंडिपेंडेंस इंडिपेंडेंट घोषित किया था और फिर गुलबर्गा बिम देयर कैपिटल तो गुलबर्गा इज इंपॉर्टेंट यस तो जैसे मैंने कहा था कि गुलबर्गा इंपॉर्टेंट है और उसके बाद बीदर इंपॉर्टेंट है तो अभी फिलहाल गुलबर्गा इंपॉर्टेंट है राइट प्लस प्लस जो पड़ोसी लोग हैं जैसे कि ओड़ी सा वारंगल तो उड़ीसा जाज नगर है ना उड़ीसा जाज नगर यहां पे गजपति रूलरसोंग्स करेंगे पड़ोसी हैं पड़ोसियों में झगड़ा मारपीट तो होनी ही है राइट है ना तो हां तो यहां पे उनको चैलेंज भी फेस करना पड़ेगा तो अगेन इफ वी कम बैक टू द टाइमलाइन तो अगर एक इनकी सेपरेट टाइमलाइन बनाए तो 1347 में इट इज बेहमान शाह हु हैड स्टार्टेड दिस किकन पड़ोसियों से लड़ाई झगड़ा हो रहा है यस नाउ आफ्टर आफ्टर मेहमान शाह अच्छा एडमिनिस्ट्रेशन की अगर हम बात करें तो एक और बात कि यहां पर इन्होंने अपना एडमिनिस्ट्रेशन जो सेटअप किया इसे कहते हैं तरफ तरफ तरफ बोले तो कि हां इन्होंने कहा कि हम चार इलाके सेटअप कर रहे हैं और वहां पे हमारा गवर्नर तरफदार बैठेगा तो यहां पे तरफ बोले तो प्रोविंसेस तो हां तो इनके चार तरफ है तो एक गुलबर्गा है एक दौलत बाद है दौलताबाद है एक बीदर है और एक बेरार है तो इस तरीके से इस तरीके से इफ यू सी राइट है ना तो यह बीदर वाला पार्ट है राइट ये बेरार वाला पार्ट है यहीं पास में गुलबर्गा है राइट गुलबर्गा और एक इनका इनका दौलताबाद है तो ये चार मेन सेंटर हैं या चार मेन प्रोविंसेस हैं जो कि यहां पर जो कि यहां पर तरफ बनेंगे तरफ तो ऐसे ऐसे यहां पर लोकल एडमिनिस्ट्रेशन यहां पर शुरू करेगा और इस इस एरिया को बेसिकली जो है एस्टेब्लिश करेगा नाउ आफ्टर हिम मोहम्मद वन केम इन टू पिक्चर तो मोहम्मद वन तो महमान शाह के बाद मोहम्मद वन की एंट्री होती है इमीडिएट आफ्टर हिम तो 1358 से वी हैव मोहम्मद राइट ना गेट बैक टू द टाइम लाइन राइट सो आफ्टर मेहमान शह वी हैव मोहम्मद नाउ मोहम्मद मोहम्मद अपने फादर की तरह इसको और और एक्सपेंड करते हैं स्पेशली वारंगल पे काफी दबदबा बना लेते हैं तो वारंगल काफी ज्यादा कंट्रोल में आ गया है हां बिकॉज़ ऑफ मोहम्मद वारंगल काफी कंट्रोल में आ गया है और वारंगल से उन्होंने उन्होंने टर्कॉइज थ्रोन तख्ते फिरोजा राइट तो टर्कॉइज थ्रोन हुआ करता था वारंगल में रट वारंगल के पास तो कहे वो हमको दे दो है ना जीत गए तो उ उनका जो है थ्रो नहीं उठा के लेके चले आए प्लस प्लस गोलकोंडा का किला भी ले लिया है गोलकोंडा का किला भी इनके पास आ गया है तो धीरे-धीरे स्ट्रेंथ बढ़ती जा रही है राइट है ना चलिए प्लस प्लस जो है नाउ मोहम्मद वन तो मोहम्मद वन जो एडमिनिस्ट्रेशन सेट अप करते हैं वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि हां बाहमान सल्तनत इज आल्सो कनेक्टेड टू द राइज ऑफ इवेंचर इज ऑफ मराठा तो यहां पर हम देखेंगे कि इनके पास कुछ आठ मिनिस्टर हैं जैसे मराठा के पास अष्ट प्रधान होते थे वैसे ही आठ मिनिस्टर्स हैं आठ मिनिस्टर्स आठ मिनिस्टर में एक मिनिस्टर है वकील सुल्ताना राइट वकील सुल्ताना मतलब सुल्तान का वकील है ना ये भी साब हमने आपको सुल्तान ही कह र हैं डेकन के सुल्तान है अपन लोग राइट है ना तो हां तो जो है ये वकील है उनका कि हां भाई डेप्ट सुल्तान आप कह लीजिए एक वजीर कुल है है ना जो बाकी मिनिस्टर्स को देखता है एक अमीर जुमला है जो कि फाइनेंस मिनिस्टर है वसीर अशरफ फॉरेन अफेयर देखता है सदर जहान जो है चीफ जस्टिस वगैरह रिलीजियस अफेयर देखता है अब इसमें एक बहुत इंपॉर्टेंट नाम है पेशवा राइट है ना पेशवा पेशवा बेसिकली वकील का भी लेफ्टिनेंट है असिस्टेंट है बेसिकली राइट ना तो यही पेशवा हम देखते हैं कि यहां आगे जाके मराठा में राइज होता है तो ये जो एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर है सिमिलर एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर य जो अष्टप्रधान का जो कांसेप्ट है वो मराठा में भी हमको दिखाई देगा तो ये यहीं से चालू हो गया मोहम्मद वन के टाइम से ही ये चीज क्या हो चुकी है चालू हो चुकी है बाकी बाकी सिक्योरिटी मेजर्स इंटरनल सिक्योरिटी वगैरह पे काम किया है चीजें फिक्स करने की काम किया है कि यहां हाईवे रोबरी वगैरह ना हो चोरी चकारी ना हो ये सारी चीजें उन्होंने फिक्स करी नाउ आफ्टर मोहम्मद वन इट वाज ताजुद्दीन फिरोज राइट है ना तो एक और बात मैं आप को बताना चाहूंगा मोहम्मद वन के बाद एक और राजा हुए जिनका नाम है ताजुद्दीन फिरोज ताजुद्दीन फिरोज ताजुद्दीन फिरोज ताजुद्दीन फिरोज का हम जिक्र फिर से करते हैं जब हम बात करते हैं विजयनगर की तो विजयनगर तो विजयनगर तो ताजुद्दीन फिरोज की लड़ाई होती है देवराया वन से और देवराया वन से ये एक बार जीत जाते हैं राइट है ना कि हां इनिशियल दौर में ये जीत जाते हैं 1400 14078 के आसपास ये जीत जाते 1406 के आसपास एक्चुअली ये जीत जाते हैं तो देवराय वन हार जाते हैं फिर देवराय वन जो है अलायंस वगैरह क्रिएट करते हैं और इवेंचर देते हैं तो 1420 के आसपास जो है ताजुद्दीन फिरोज हार जाते हैं यहां से हमें एक और बात पता चल रही है कि यहां ये जो विजयनगर का झगड़ा है क्योंकि विजयनगर पड़ोसी है राइट ना जस्ट नीचे विजयनगर है तो विजयनगर से जो कॉन्फ्लेट है बहामानी सल्तनत का और उसके आगे भी ये ये पेरिनियल है राइट ना ये सदा सदा रहेगा जब तक ये विजयनगर और ये लोग रहेंगे तब तक ये लड़ाई झगड़ा करते ही रहेंगे तो रो रो की बात है ये रोज की बात है भाई है ना ये बहुत ही नॉर्मल नेचुरल सी बात है कि ये दोनों पड़ोसी लड़ते रहेंगे तो ताजुद्दीन फिरोज की लड़ाइयां फेमस है ताजुद्दीन फिरोज और देवराय की लड़ाइयां फेमस है राइट है ना अब नाउ आफ्टर दी आफ्टर दी लॉस ऑफ ताजुद्दीन फिरोज राइट है ना एकदम से एकदम से लगता है कि अब ताजुद्दीन फिरोज का राज्य चला जाएगा तो ताजुद्दीन फिरोज थोड़ा सा षड्यंत्र वगैरह रचते हैं कि हां जो है यू नो मेरा राज्य ना जाए कोई मुझसे टेकर ना करे मेरे बेटे को ही राज्य मिले ये सारी चीजें वो फाइट मारने की कोशिश करते हैं लेकिन लेकिन इट इज अहमद शाह वली जो कि यहां पर टेक ओवर कर लेते हैं तो अहमद शाह वली तो यहां से एक नई नया दौर चालू हो रहा है जो अहमद शाह वली से 1422 के आसपास चालू हो रहा है डिफरेंस क्या है डिफरेंस ये है कि अब तक कहा जाता है गुलबर्गा पीरियड क्योंकि कैपिटल गुलबर्गा थी लेकिन अहमद शाह विली वली 1429 के आसपास अगेन नो ईयर इज इंपोर्टेंट राइट है ना रफल ध्यान रखो कि यहां 1429 के आसपास कैपिटल शिफ्ट कर देते हैं बीदर तो आगे का जो दौर है इसे कहा जाता है बीदर पीरियड बीदर पीरियड तो अहमद शाह वली सो इट इज अहमद शाह वली तो लेट्स टॉक अबाउट अहमद शाह वली तो अहमद शाह वली काफी चीजें फिक्स करेंगे फॉर एग्जांपल एक तो मैंने आपको बताया कि कैपिटल शिफ्ट कर देंगे गुलबर्गा कैपिटल हुआ करती थी लेकिन अब बीदर कैपिटल है दूसरा दूसरा वारंगल तो वारंगल को पूरी तरह से कैप्चर कर लिया है कंट्रोल में लेकर आ गए हैं अहमद शाह वली राइट है ना उड़ीसा से झगड़ा अभी भी चल रहा है यस उड़ीसा से झगड़ा अभी भी चल रहा है प्लस इसके अलावा इसके अलावा जो है अपना यू नो कंसोलिडेशन एक्सपेंशन ये सारी चीजें फिक्स करेंगे इंटरनल इंटरनल एस्टेब्लिशमेंट करेंगे यस राइट है ना तो यह अहमद शाह वली का अच्छा दौर है नाउ आफ्टर दिस आफ्टर दिस देर इज़ एन एरा ऑफ़ मोहम्मद 3 मोहम्मद 3 तो मोहम्मद 3 का जो एरा है मोहम्मद 3 तो मोहम्मद 3 इज़ सम वेयर एट दिस प्लेस 1462 के आसपास वीी हैव मोहम्मद 3 ना मोहम्मद 3 का ऐसा कोई रोल नहीं है मोह इट्स नॉट मोहम्मद 3 हु इज़ इंपॉर्टेंट लेकिन मोहम्मद 3 के दौर में हुए महमूद गवान यह इंपॉर्टेंट है राइट है ना मोहम्मद 3 का कोई कंट्रीब्यूशन नहीं है लेकिन उनका का एक प्राइम मिनिस्टर है सिपा सदार है जो कि जो कि चीजों को फिक्स करेगा भवानी सल्तनत को बहुत स्ट्रांग कर देगा उनका नाम है महमूद गवान तो इनके प्राइम मिनिस्टर है महमूद गवान यस तो मोहम्मद 3 के मा प्राइम मिनिस्टर है मोहम्मद गवान राइट है ना सुनाओ सुनाओ तो महमूद मोहम्मद गवान या महमूद गवान तो ही इज फेमस यस ही इज वेरी वेरी फेमस एंड वेरी वेरी इंपोर्टेंट पर्सन क्योंकि ये एक्सपेंशन भी करेंगे कंसोलिडेशन भी करेंगे बहुत सारी चीजें इनके बारे में फेमस है फॉर एग्जांपल मिलिट्री इनोवेशन तो गन पाउडर लेकर आ गए हैं भाई है ना कहीं से पाउडर लेकर आए बंदूक में भरा गोली मारने लग गए राइट है ना तो हां तो ये आसपास विजयनगर वगैरह से जो है जो झगड़ा हो रहा है उसमें उसमें गन पाउडर का इस्तेमाल करने लग रहे हैं तो हां तो यू रियलाइफ कि महमूद गवान ने गन पाउडर का इस्तेमाल काफी पहले इस्तेमाल शुरू कर दिया है राइट है ना मैंने कहा कि हां ये 1460 के दौर में महमूद गवान एजिस्ट करते हैं तो अभी तो बाबर आया भी नहीं अभी तो मुगल शुरू भी नहीं हुए तो मुगल्स के आने के पहले ही आप देखो ये विजयनगर और भवानी जो आपस में झगड़ा कर रहे रहे हैं इसमें यह गन पाउडर वगैरह इस्तेमाल करने लग रहे हैं राइट है ना 1460 में ही गन पाउडर का इस्तेमाल चालू हो चुका है तोप गोलों का इस्तेमाल चालू हो चुका है राइट देन इसके अलावा एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स तो इसके पहले हम लोगों ने बात करी थी चार तरफ की राइट ना चार तरफ की हम बात कर रहे थे तरफदार की बात कर रहे थे अब क्योंकि एरिया एक्सपेंड हो चुका है तो ही हैड क्रिएटेडटेड हो चुके हैं तो मैनेजमेंट बढ़िया कर दिया मैनेजमेंट बहु बहुत बढ़िया कर दिया है लैंड रेवेन्यू इप्रू कर दिया है यस कि अब मेजरमेंट होने लग गया है प्रॉपर जो है कैलकुलेशन होने लग गया है रेवेन्यू रिसीवड और कैपिटल रिसीवड और एक्सपेंडिचर की बातें हो रही है यस बट महमूद गवान वाज नॉट एन इंडियन राइट है ना कि नॉट एट ऑल इन इंडियन ही वाज नॉट अ डेकन नोबल ये फॉरेन से आया हुआ था तो जो है इनको बोलते हैं अफाक नोबल्स अफाक तो ये जो डेकनी नोबल्स थे इनको ये परदेसी नोबल पसंद नहीं थे या ये अफाक नोबल्स थे इनको पसंद नहीं थे इनको दिखाई दे रहा था कि ये आदमी बाहर से आया है हमारी जॉब खा गया है ये सब लोग इसी की तारीफ कर रहे हैं हमारी कोई तारीफ नहीं कर रहा है तो ये जो डेकनी जो नोबल्स थे इन्होंने धीरे-धीरे राजा के कान भरने शुरू करे और एक वक्त आया कि राजा के कान इतने ज्यादा भर गए कि उसने महमूद गवान को मरवा दिया राइट तो महमूद गवान वाज एग्जीक्यूटेड तो यू सी तो 1482 में महमूद गवान एग्जीक्यूट कर दिए गए राजा में दम है राजा में कोई दम नहीं है तो जब राजा में कोई दम नहीं है और महमूद गवान जो सब कुछ संभाले हुए था वो मारा गया है तो धीरे-धीरे जो तरफ तरफदार थे ये धीरे-धीरे आजाद होने लगे तो बहामानी सल्तनत अब यहां से टूटने लगी और छोटे-छोटे पार्ट्स में ग्रैजुअली अगले 20-30 सालों में राइट है ना ये छोटे-छोटे पार्ट्स में टूट गई तो बीजापुर अलग हो गया अहमदनगर अलग हो गया बेरार अलग हो गया गोलकोंडा अलग हो गया बीदर अलग हो गया तो बहामानी सल्तनत टूट के बन गई डेकन सल्तनत एस लग गया भाई उसमें राइट है ना कि पहले एक हुआ करता था डेकन में फिर वो टूट के पांच हो गई राइट है ना तो हां तो वी हैव बीजापुर अहमदनगर बेरार गोलकोंडा और बीदर राइट है ना तो तो लेट्स कम टू दिस सो वी रिलाइज कि बीजापुर तो तो एक आदिल शाह थे यूसुफ आदिल शाह तो इन्होंने कहा हम अलग हो गए अगेन इयर्स आर नॉट इंपॉर्टेंट रीजन इयर्स में ना बहुत क्लेरिटी नहीं है क्योंकि ये सब पहले से एज अ तरफदार गवर्नर एजिस्ट करते थे फिर ये अचानक कब इंडिपेंडेंट हो गए बहुत क्लियर नहीं है राइट है तो धीरे-धीरे ये लोग इंडिपेंडेंट होने लग गए अगर 20-30 सालों में इंडिपेंडेंट ये लोग हो गए तो बीजापुर तो एक बहुत स्ट्रांग स्टेट क्रिएट होगा एटलीस्ट एक का ध्यान रखो इज बीजापुर जो मैंने आपको दिखाया था राइट एक बार फिर देखते हैं तो बीजापुर तो बीजापुर एक बहुत इंपोर्टेंट स्टेट है राइट ना कहां गया अपना बीजापुर तो दिस बीजापुर राइट है ना ये वाला जो पार्ट है बीजापुर दिस इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट बीजापुर इनफैक्ट इनफैक्ट वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि बीजापुर के पास एक बहुत अच्छी जगह है गोवा गोवा गोवा भी है बीजापुर के पास तो गोवा तो बीजापुर इंपोर्टेंट हो गया यस अब यहीं पर आप लिख लीजिए कि हां इट इज आदिल शाही डायनेस्टी तो यूसुफ आदिल शाह से ये शुरू हुआ यूसुफ आदिल शाह आदिल शाह एंड दिस डायनेस्टी इसके जो आगे लोग हैं उसे आदिल शाही डायनेस्टी कहते हैं राट सिमिलरली सिमिलरली यू रिलाइज की हां बेरार अलग हो गया तो बेरार में मात शाही डायनेस्टी है गोलकोंडा तो ये दूसरा इंपोर्टेंट है गोलकोंडा इसमें कुतुब शाही डायनेस्टी है राट ग्रा जुली वी हैव गोलकोंडा एज वेल दिस पार्ट इ गोलकोंडा गोलकोंडा या तो एक तरफ बीजापुर एक तरफ गोलकुंडा राइट है ना ऐसा कुछ बीजापुर बीच में बीदर है बेरार है राइट है ना और इधर आपका अहमदनगर है राइट है ना तो ऐसे ये चार स्टेट एजिस्ट करते हैं पांच एक्चुअली राइट है ना तो ये बेरार हो गया और इधर आपका अहमदनगर हो गया राइट तो ऐसे पांच स्टेट्स में टूट गया दिस इज बीदर जो कि ओरिजिनल था ये बेरार हो गया बेरार एंड दिस इज अहमदनगर या तो ऐसे पांच स्टेट्स में टूट गया अब ये डेकन सल्तनत हो गए विजयनगर वहीं का वहीं बैठा हुआ है विजयनगर वहीं का वहीं बैठा हुआ है राइट ना विजयनगर अब देखेगा कि ये पांचों लोग टूट गए तो विजयनगर के पास बढ़िया मौका भी है अब वो मौका कैश करा पाएगा कि नहीं करा पाएगा अलग बात है तो अगेन ये एक चार्ट इंपोर्टेंट है कि अहमदनगर में निजाम शाही डायनेस्टी है मलिक अहमद ने शुरू किया था बीदर में बरीद शाही डायनेस्टी है तो नाउ दीज आर दीज आर बेसिकली सेपरेट तो यहां अलग हो चुके हैं ये लोग अलग हो चुके हैं डेकन सल्तनत अलग हो चुके हैं तो अलग-अलग डायनेस्टीज आ चुकी हैं यस देयर आर सेपरेट डायनेस्टी अब इसमें इसमें जो है एक इब्राहिम आदिल शाह जो है आदिल शाही डायनेस्टी यानी बीजापुर तो बीजापुर के एक राजा है जो कि फेमस है राइट इनका कुछ कंट्रीब्यूशन है एंड दिस इज यू सी ये बहुत बाद की बात है राइट अगेन लुक एट द टाइमलाइन तो टाइमलाइन पे आप देखोगे इब्राहिम आदिल शाह को लिखा है मैंने बिकॉज़ ही इज अ वेरी वेरी प्रॉमिनेंट रूलर राइट है ना इब्राहिम आदिल शाह तो इब्राहिम आदिल शाह 1580 के आसपास आ रहे हैं 1580 तो टेक्निकली ही इज ही इज दी कंटेंपरेरी ऑफ अकबर ऊपर अकबर का रूल चल रहा होगा यह बात बाद में कनेक्ट होगी तो अकबर का रूल चल रहा है और इब्राहिम आदिल शाह आते हैं तो इब्राहिम आदिल शाह यू विल फील कि इब्राहिम आदिल शाह फर्स्ट ऑफ ऑल ही इज नोन फॉर रिलीजियस टोलरेंस राइट है ना कि सारे धर्मों के लोग यहां पर रिश करे जाते हैं यस तो इसीलिए जो भी इनके फॉलोअर्स हैं इनको जगतगुरु कहते हैं तो जगतगुरु के नाम से फेमस है ये दूसरा दूसरा म्यूजिक तो हां तो बहुत सारे म्यूजिशियन इनके कोर्ट में हायर हो रखे हैं अलग-अलग तरीके का गाना बज रहा है रोज राइट है ना तो हां तो जो है प्लस म्यूजिक में इनका बहुत ज्यादा इंटरेस्ट है तो एक किताब लिखी इन्होंने किताबे नवरस तो किताबे नवरस भी इनके साथ एसोसिएटेड है राइट है ना इसके अलावा और भी जो है द पोएट्री दखिनी लिटरेचर इनके सा टाइम में ग्रो हुआ है यस है ना तो वेरी वेरी इंपॉर्टेंट राइट है ना कि यहां इनका लिटरेरी कंट्रीब्यूशन और म्यूजिक कंट्रीब्यूशन खासा इंपोर्टेंट हो जाता है इसके अलावा मोहम्मद आदिल शाह अगेन आदिल शाही डायनेस्टी बीजापुर तो इनके इनका जो जो बेसिकली मकबरा है दैट इज गोल गुंबज तो कहा जाता है दिस गोल गुंबज इज इज वन ऑफ दी जो है लार्जेस्ट डोम इन द वर्ल्ड राइट है ना अब रियल सेंस में ऐसा नहीं है लेकिन हां जो है इस दौर में जो बनाया गया है इट इज वन ऑफ द लार्जेस्ट डोम ये जो आर्किटेक्चर है थोड़ा सा डिफरेंट है ये दिल्ली सल्तनत के आर्किटेक्चर से थोड़ा सा डिफरेंट है राइट सिमिलरली अनदर इंपॉर्टेंट प्लेस इज गोलकोंडा फोर्ट तो हम लोग बात कर रहे थे कि गोलकोंडा का जो किला है वो कब्जे में आ गया था तो गोलकुंडा के किले की अगर हम बैकग्राउंड देखें तो अराउंड 1495 1496 ये सुल्तान कुली कुतुब शाह जो है यू नो इनको मिला था एंड एंड इसे जागीर की तरह इनको मिला था धीरे-धीरे इसमें क्या हुआ धीरे-धीरे इंप्रूवमेंट हुआ तो कुतुब शाही डायनेस्टी ने इसको प्रॉपर बनाया राइट है ना जो है प्रॉपर फोर्टिफाइंग हमें दिखाई दे रहा है दिस इज दिस इज द कंट्रीब्यूशन ऑफ कुतुब शाही डायनेस्टी या सो दिस वाज द स्टोरी ऑफ भामानी किंगडम अब बात करते हैं विजयनगर अंपायर की तो विजयनगर हम लोग नोटिस करेंगे कि विजयनगर ऑलमोस्ट 300 साल 3 300 साल से ज्यादा बड़ी जो है यूकैन से एंपायर है राइट जिसमें 200 साल बहुत अच्छा चला है राइट 200 साल बहुत बढ़े है लेकिन उसके बाद 100 साल और खींचा है राइट ना तो आइए बात करते हैं कि क्या कहानी है विजयनगर की तो विजयनगर तो कहानी शुरू होती है हरिहर और बुक्का से सुनाओ अगेन अगेन सेम वही कि कभी किसी दौर में यादवास हुआ करते थे यादवास का जो आखिरी रूलर है संगमा इनके साथ कनेक्टेड है इनके बच्चे हैं हरिहर और बुक्का अब क्योंकि क्योंकि जो है हरिहर और बुक्का दो लोग हैं हरियर और बुक्का अब क्योंकि जो है संगमा डायनेस्टी और ये बेसिकली ये नहीं रहे राट यादवास खत्म हो चुके हैं तो हरियर और बुक्का व वर्किंग फॉर दी अदर अदर किंगडम अब ऐसे में मोहम्मद बिन तुगलक जब ये साउथ वर्ड एक्सपेंड करता है तो हरियर और बुक्का को हायर कर देता है इनफैक्ट वो कन्वर्ट भी करता है इनको इस्लाम में कन्वर्ट करता है राइट और फिर भेज देता है साउथ इंडिया भेज देता है कि आप यहां पर एक्सपेंशन करेंगे जब ये साउथ इंडिया आते हैं तब इनकी मुलाकात होती है विद्यारण्य से राइट इनको एक गुरु मिलते हैं और गुरु इनको री कन्वर्ट करते हैं हिंदुइज्म में और यहां से इनको जो है इंस्पायर करते हैं कि नहीं आप तो रॉयल डायनेस्टी को बिलोंग करते हैं राजा लोग हैं अपना राज्य स्थापित करिए तब कहीं जाकर तुंगभद्रा नदी के किनारे राइट है ना तुंगभद्रा नदी के किनारे तो पहले तुंगभद्रा के नॉर्थ में एक जगह थी व्हिच इज अने गुंडी अने गुंडी और उसके बाद तुंगभद्रा के सदन साइड में एक जगह है हपी राइट ना तो यहां पे अपना राज्य स्थापित किया तो यहां पे बेसिकली जो आज आप हम पी कहते हो यहां पे इन्होंने अपना विजयनगर राज्य शुरू किया राइट अपना स्टार्टअप किया और फिर यहां से धीरे-धीरे एक्सपेंशन चालू हुआ यस तो हरिहर और बुक्का तो हरिहर और बुक्का हैड टू फेस व्हाट दे हैड टू फेस होय साला राइट है ना तो होय साला से झगड़ा हुआ प्लस प्लस दे हैड टू फेस दे हैड टू फेस मधुरई सल्तनत मधुरई सल्तनत तो सबसे पहले सबसे पहले इन्होंने एलिमिनेट जो किया है है ना मधुरई सल्तनत को तो मधुरई सल्तनत ने बाय द वे हो सालास को हरा दिया था राइट है ना तो हो सालास मधुरई सल्तनत से हार जाती है इ वेंचुरी और और जो मदुरई है मदुरई वाज फाइनली एलिमिनेटेड बाय हरिहर एंड बक्का तो इनका इनका एक राजकुमार है उसका नाम है कंपन और उसकी वाइफ है या या उनकी वाइफ है गंगा देवी गंगा देवी राइट राजकुमार है तो इसलिए कुमार कंपन कहते हैं गंगा देवी तो गंगा देवी जी ने गंगा देवी जी ने किताब लिखी है च इ मधुर विजय तो मधुर विजय तो मधुर विजय गंगा देवी मधुर विजय तो ये जो मधुर विजय है मधुरा विजयस इ बेसिकली कि किस तरीके से मधुरई पे जीत पाई गई है राइट मधुर इज बेसिकली मधुरई तो मधुर विजय तो हां तो इन्होंने मधुरई सल्तनत को एलिमिनेट किया है मदुरई सल्तनत को एलिमिनेट किया है होई सालास की जो टेरिटरी है वो भी हीं के पास आ जाएगी तो एक अच्छा खासा यू कैन से एंपायर ऑलरेडी एस्टेब्लिश कर दिया किसने हरिहर और बुक्का ने तो हरिहर और बुक्का वी रियलाइफ कि यहां जो इनिशियल इस्टैब्लिशमेंट है राइट है ना ये इन्होंने किया है यस अच्छा बाय द वे जो हंपी है वो हमारी यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइड भी है एंड फॉर द रॉन्ग रीजन इस समय हपी करंट अफेयर में भी है राइट है ना देयर वर सम अनफॉर्चूनेटली जिनकी वजह से इस समय काफी डिस्कशन में है विजयनगर एनीवे यूपीएससी सीएससी का वन ऑफ द फेवरेट टॉपिक है राइट है ना तो इसपे एमफसिस मैं चाहूंगा कि आप थोड़ा ज्यादा दें चलिए तो विद्यारण्य के बारे में मैंने आपको बताया कि किस तरीके से जो है इन्होंने इंस्पायर किया और एक यहां पर जो है एंपायर क्रिएट होती है सो नाउ दिस इज द इनिशियल फेज राइट है ना इनिशियल फेज तो ये जो डायनेस्टी है क्योंकि संगमा से जो है यू नो ये डायनेस्टी स्टार्ट हो रही है तो दिस फर्स्ट डायनेस्टी इज कॉल्ड है संगमा डायनेस्टी तो संगमा तो संगमा और कहानी हमने समझी कि हरिहर और बुक्का ने वो इनिशियल एस्टेब्लिशमेंट दे दिया है नाउ आफ्टर दिस आफ्टर दिस दे कंटिन्यूड फेसिंग एक तो ये आ चुके हैं बहामानी तो एक तो बहामानी से जो है लड़ाइयां होती रहेंगी प्लस प्लस जो है उड़ीसा से लड़ाइयां होती रहेंगी राइट है ना आसपास और भी छोटे-छोटे राज्य हैं रेड्डी लम्मा उनसे लड़ाइयां होती रहेंगी व्हिच इज नॉट लाइक वेरी वेरी इंपोर्टेंट बट वी अंडरस्टैंड कि हां ये कॉन्फ्लेट जो है ये कंटिन्यूड है इंपॉर्टेंट किंग इज वन ऑफ द वेरी वेरी इंपोर्टेंट किंग ये आते हैं ऑलमोस्ट जो है 70 साल बाद इनका नाम है देवराया तो देवराया वन तो देवराया वन इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट यस इनफैक्ट यहीं पे हम समझ रहे कि हमारे लिए तीन देवराया इंपॉर्टेंट है देवराया वन उसी के बाद इमीडिएट बाद आता है देवराया टू जो कि इंपॉर्टेंट है और उसके बाद काफी दर देर बाद आएंगे कृष्ण देवराया राइट ऑलमोस्ट 100 साल बाद आएंगे देवराया वन के व्हिच इज कृष्ण देवराया तो कृष्ण देवराया तीन देवराया हमारे लिए यहां पे खासा इंपॉर्टेंट हो जाते हैं तो देवराया वन देवराय टू एंड कृष्ण देवराय तो धीरे-धीरे से कहानी बिल्ड करते हैं आइए बात करते हैं सो नाउ अच्छा बाय द वे बाय द वे दिस डायनेस्टी इज वेरी मच इंस्पायर्ड बाय द चालुक्यास कि मेडियल में हम लोग जो है बात कर रहे थे वेस्टर्न चालुक्यास की राइट तो वेस्टर्न चालुक्यास काफी स्ट्रांग हुआ करते थे हम लोग बात कर रहे थे कि विक्रमादित्य छटे राइट है ना कि हां ये इसमें है तो काफी चीजें इन्होंने उनसे कॉपी पेस्ट करी है फॉर एग्जांपल इनका सिंबल जो है वो वरहा है वरहा है ना ये उनका हुआ करता था प्लस प्लस जो है ये ये कॉइन यूज करते हैं राइट कॉइन को य बोलते हैं वो भी वो भी कॉइन किसका था वेस्टर्न चालुक्यास का कॉइन हुआ करता था राइट है ना प्लस प्लस ये रॉयल ऑर्डर साइन करते तो अपने आप को श्री वीरु पक्षा कहते है ना भगवान से कनेक्टेड हैं तो वीरू पक्षा भगवान भगवान शिव से कनेक्टेड हैं प्लस अपने आप को सुल्तान कहते हैं लेकिन कहते हैं कि हिंदू सुल्तान है भाई अब हिंदू सुल्तान राइट है ना तो डेकन सुल्तान अपने आप को अश्वपति कहते हैं कि हम घुड़सवार हैं बहुत बढ़िया लेकिन जो विजयनगर जो है सुल्तान अपने आप को नरपति कहते हैं कि हम जो है इंसानों के भगवान है राइट घोड़ों के भगवान नहीं है तो प्लस हमने बात करी टेरिटोरियल एक्सपेंशन की मैंने आपको बताया कि साउथ इंडिया में उन्होंने एक्सपेंड किया है हो सालास का जो है टेरिटरी एक्वायर किया है आंध्रा साइड उड़ीसा साइड देर वर गजपति देन तमिलनाडु में तोंडा मंडलम मधुरई इनको इन्होंने जीता है प्लस मैंने आपको बताया मधुरई सल्तनत किस तरीके से इन्होंने एक्वायर करी और ये जो पूरा इलाका है राइट है ना ये इलाके पे इन्होंने कब्जा किया तो दिस इज तुंग भद्रा रिवर कृष्णा की ट्रिब्यूटरी है ये और इसी के किनारे इसी के किनारे भी हैव दिस विजयनगर अंपायर और विजयनगर बेसिकली जो सिटी है वो यहां पर है ब इनका जो वर्चस्व स्थापित हो गया पूरे साउथ इंडिया में वर्चस्व स्थापित हुआ है यस तो दिस इज समथिंग व्हिच इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट राइट विजयनगर और बहामानी कॉन्फ्लेट जैसा कि मैंने कहा कि दिस इज वेरी वेरी नेचुरल कॉमन पड़ोसी हैं और ये लड़ाई झगड़ा जो है रोज की बात है राइट है ना तो हां तो जो है इनका जो झगड़ा है इनका जो झगड़ा है वो बेसिकली बेसिकली इस रायचूर द्वाप तो इस इलाके को बोलते हैं रायचूर द्वाप बड़ा फर्टाइल इलाका है है ना इंपॉर्टेंट है ये तो ये ये रायचूर द्वाप के लिए लड़ा करते हैं है ना तो इनको रायचूर द्वाप चाहिए एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन के लिए ट्रेड लिए खासा इंपोर्टेंट है प्लस हॉर्स ट्रेड को लेके कि हां घोड़ा आएगा तो किधर रुकेगा तो समुद्र से ऐसा घोड़ा आ रहा है राइट है ना कि किसके पास जाएगा विजयनगर के पास जाएगा या फिर जो है बीजापुर के पास या डेकन सल्तनत के पास बाहमान के पास जाएगा कहां जाएगा तो घोड़े को ट्रेड के लेके झगड़ा है तो एक जो है यू नो घोड़े को ट्रेड के देके झगड़ा है देन कृष्णा नदी प्लस अगर एक और बात कहूं मैं रटना तो हां तो नॉट ओनली दिस बट आल्सो अनदर बोन ऑफ कंटेंशन इज दिस पार्ट राइट कि हां इधर कहां तक अपनी टेरिटरी है कहां तक हम जो है एक्सपेंड कर सकते हैं क्या उधर आंध्रा साइड उड़ीसा तक भी एक्सपेंड कर सकते हैं है ना नहीं हां तो इधर भी झगड़ा चल रहा है और तीसरा इधर गोवा साइड में झगड़ा चल रहा है तो ये तीन मेजर पॉइंट है जहां पे तीनों दोनों झगड़ते रहते हैं राइट है ना प्लस भामानी और वारंगल तो भामानी ने वारंगल को हरा दिया था तो वारंगल एनीवे इ सपोर्टिव ऑफ भामानी राइट है ना कि विजयनगर से बचा रहा है उसको तो हां तो ये दोनों मिलकर इंश्योर करेंगे कि विजयनगर को दबा के रखें राट है तो दिस इज आल्सो वन ऑफ द पार्ट ऑफ द कॉन्फ्लेट तो संगमा डायनेस्टी मैंने आपको बताया कि हरिहर और बुक्का किस तरीके से इनिशियल एक्सपेंशन किया है दिस इज समथिंग वी हैव सीन नाउ लेट्स टॉक अबाउट देवराया वन एंड देवराया टू दोनों बहुत इंपॉर्टेंट है यस देवराय वन तो देवराया वन देवराय वन इज जो है 1400 समथिंग राइट है ना कि 1404 के आसपास कहीं आ रहे हैं और इनका जो है 18 साल 20 साल का कुछ रूल है नाउ अब जो देवराय वन है देवराया वन यहां पर यहां पर जो है समझेंगे कि अब जो है यू नो वक्त बदल रहा है अब मुझे अपनी आर्मी को क्या करना पड़ेगा मॉडर्न लाइंस पे उस समय के हिसाब से मॉडर्न लाइंस पे लेकर आना पड़ेगा राइट है ना बहुत सारी नई टेक्नोलॉजी आ रही नई चीजें आ रही हैं उनको सुनने में आ रहा था कि हां जो है टर्की में कुछ-कुछ नया हो रहा है ऑटोमन अंपायर कुछ-कुछ जो है यू नो नॉट ऑटोमन एगजैक्टली लेकिन हां उस समय जो है टर्किश साइड बहुत सारा नया इनोवेशन हो रहा है राइट है ना तो कुछ नया करना पड़ेगा जो ऊपर टक्स दिल्ली सुल्तान जो जो है लेकर आए थे ये भी बहुत सारी चीजें नई हैं तो आई नीड समथिंग न्यू राइट तो नाउ व्हाट ही रिलाइज्ड कि हां जो है सिर्फ लोकल लोगों को हायर करने से बात नहीं बनेगी मुझे मुस्लिम्स को भी करना पड़ेगा मुझे मे बी जो है सेंट्रल एशिया से जो है तीरंदाज बुलाने पड़ेंगे गुड़ सवार बुलाने पड़ेंगे यस तो इन्होंने अपनी आर्मी को उस समय के हिसाब से मॉडर्न लाइंस पे ऑर्गेनाइज किया है राइट है ना कि यहां इनकी अपनी आर्मी को अपग्रेड किया है कि हां जो है लेट्स से सेंट्रल एशिया से आर्चर्स आ रहे हैं मुस्लिम आर्चर्स आ रहे हैं घुड़सवार आ रहे हैं और यहां पर आके आर्मी को ट्रेनिंग दे रहे हैं तो देवराय वन ने आर्मी वगैरह स्ट्रांग करी है स्ट्रेंथ लेकर आए हैं ये राइट है ना तो हां तो हम बात कर रहे थे फिरोज शाह बहनी की याद आ रहा है राइट है ना कि हां जो है ताजुद्दीन फिरोज या फिरोज शाह भामानी मैंने आपको बताया था कि उसने इनको हरा दिया था राइट तो इनिशियली दौर में ये हार गए थे लेकिन फिर इन्होंने अपनी सारी चीजों को फिक्स किया राइट है ना और और इवेंचर उद्दीन फिरोज को हरा दिया था राइट है ना तो वेरी वेरी इंपोर्टेंट तो इनिशियली ये हार गए थे लेकिन हां जो है देन ही हैड डिफीटेड डिफीटेड ताजुद्दीन फिरोज प्लस प्लस ये जो इलाका है विजयनगर जो किंगडम है वहां पे पानी पीने के पानी की भी जरूरत थी और जो है इरिगेशन के पानी की भी जरूरत थी तो इन्होंने डैम बनवा आया है राइट तो तुंग भद्रा के ऊपर डैम है हरिद्रा रिवर के ऊपर डैम है राइट है तो ये इन्होंने यहां पे डैम बनवाया हुआ है प्लस इन्हीं के दौर में आते हैं निकोलो कंटी निकोलो कंटी इज एन इटालियन ट्रेवलर जो इनके समय में भी आए हैं और फिर कुछ समय बाद दोबारा आए हैं देवराय टू के टाइम भी आए हैं तो ही इज मोर लाइक अ मर्चेंट ट्रेवलर थोड़ा फिगर आउट करने आया है इंडोनेशिया भी गया है राइट है ना देखने कि हां इंडोनेशिया में क्या मिलता है हमारे यहां क्या मिलता है तो निकोलो कंटी बेसिकली एज अ ट्रेवलर इस दौर में एंट्री करते हैं नाउ नाउ लेट्स टॉक और देवराय टू तो देवराय टू बेसिकली इनके इनके जो है ग्रैंड सन है नॉट सन एगजैक्टली बट ग्रैंड सन राइट तभी देवराया नाम दोनों का है है ना ऐसे बेटे का नाम अपना नाम थोड़े रख देते हैं तो देवराय टू तो देवराय टू की एंट्री होती है नाउ देवराय टू इज यू कैन से कि ऑलरेडी जो इनके दादाजी हैं इन्होंने इतना बढ़िया एस्टेब्लिशमेंट दे दिया है कि अभी बहुत ही स्ट्रांग एंपायर ऑलरेडी एजिस्ट करती है यहां पे तो देवराय टू के टाइम में फर्स्ट ऑफ ऑल वी विल रियलाइफ कि जो कल्चरल कंट्रीब्यूशन है देवराय टू का वो बहुत बढ़िया है कन्नड लिटरेचर संस्कृत लिटरेचर तेलुगु लिटरेचर एवरी एवरीथिंग विल ग्रो इन फ्रंट ऑफ हिम प्लस ही ही इज एडमिनिस्ट्रेटिव जो है एज वेल एडमिनिस्ट्रेशन इन्होंने काफी हद तक ओवर हॉल किया है प्लस ही इज अ वॉरियर खुद भी लिखते हैं राइट जैसे इनकी किताब है कनाडा में सबा जीना सोने तो सुबा जिना सोने सॉरी प संस्कृत में इन्होंने किताब लिखी है महा नाटक सुधा निधि तो इनका जो कंट्रीब्यूशन है वो बहुत अच्छा है प्लस इन्हीं के टाइम में वन ऑफ द वेरी वेरी फेमस ट्रैवलर अब्दुल रज्जाक सम सरकंडी राइट अब्दुल रज्जाक समरक इनके समय में आए अब्दुल रज्जाक समरक विजयनगर नहीं बुलाए गए थे ये बुलाए गए थे कोचिन में राइट है ना सॉरी कलकट में इनको जमोरिन ने जो है यू नो ऐसा लगता है कि जमोरिन ने बुलाया था राइट है ना तो अब्दुल रज्जाक समरक बेसिकली आते हैं जो है पर्शिया के राजा के जो है शाहरुख शाहरुख मिर्जा के जो है एंबेसडर होते हैं और मिलने आए थे जमोरिन से राइट लेकिन जमोरिन ने काफी बेज्जती करी ज्यादा भाव दिया नहीं तो उसके बाद उसके बाद देवराय टू ने उनको इनवाइट किया कि हमारे यहां आइए आप राइट तो देवराय टू से मिलने जाते थे तो एकदम चौक जाते क अरे कितनी बड़ी अंपायर इतना फोर्टिफिकेशन राइट है ना और इन्होंने ही कहा कि हां जो है यहां पे ज फ्लावर जो है राइट सो वन ऑफ़ द वेरी वेरी इंपोर्टेंट फ्लावर ही सॉ वाज रोज कि हां ये रोज जो है गुलाब यहां पे बड़ा बड़ा इंपॉर्टेंट है राइट लोग बिना गुलाब के मतलब इतना इंपॉर्टेंट है कि खाने से ज्यादा इंपॉर्टेंट है राइट है ना तो ये बेसिकली किसका ऑब्जर्वेशन है अब्दुल रज्जाक का ऑब्जर्वेशन है तो यहां उनको बढ़िया हॉस्पिटैलिटी मिलती है इनको मंदिर मंदिर दिखाई दिए कि हां आंखों में रूबी लगी है मूर्ति के राइट बहुत बढ़िया मंदिर है तो ऐसे ऐसे उनको यहां पे दिखाई दिया तो अब्दुल रज्जाक समर कंडी इनके दौर के हैं यस देवराय टू के सो नाओ तो संगमा डायनेस्टी रिलाइज कि हा इनका कल्चरल इंपैक्ट भी अच्छा खासा है प्लस ट्रैवलर्स फॉरेन विजिटर्स वगैरा भी निकोलो कांटी एंड जो है ये भी इन्हीं के दौर में है प्लस पॉलिटिकली भी इन्होंने अपने आप को अच्छा खासा ग्रो कर लिया है बट आफ्टर देवराय टू बहुत स्ट्रांग रूलरसोंग्स या तो देवराय टू के बाद य डायनेस्टी डिक्लाइन होने लगती है और इन्हीं का एक मिनिस्टर था जो कि कहेगा कि चलो हम टेक ओवर कर देते हैं तो आफ्ट अराउंड 1485 अराउंड 1485 देयर इज देयर इज सलुवा नरसिंहा तो सलुवा नरसिंहा यहां से टेक ओवर कर लेंगे और एक नई डायनेस्टी एस्टेब्लिश होगी व्हिच इज कॉल्ड एज सलुवा डायनेस्टी राइट तो संगमा सलुवा फिर तलवा और फिर अरा विदु तो इसका एक सिनो जो है वो है याद करने के लिए ये सस्ता राइट तो इनिशियली संगमा था फिर सलुवा आया फिर तलवा आया और फिर अरावु आया तो अराव दू है ना तो ऐसे करके है तो अभी फिलहाल सलुवा की बात करते हैं तो सलुवा डायनेस्टी तो सलुवा नरसिंहा ने यहां पे टेक ओवर कर दिया राइट सलुवा नरसिंहा सलुवा नरसिंहा ने इनिशियली इनिशियली थोड़ा सा यू कैन से चीजें एस्टेब्लिश करने की कोशिश करी बट एज अ फाउंडर है ना कई बार फाउंडर कस्ट होता है तो एज अ फाउंडर इनकी भी डेथ जल्दी हो गई पाछ साल में राइट है ना ही डाइड तो ओवरऑल ओवरऑल थोड़ा सा एस्टेब्लिशमेंट ल था कि बात बनेगी लेकिन बात एक्चुअली बनी नहीं अब इनके क्या है इनका कोई सक्सेसर नहीं इनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं राइट है ना जिसमें एक का नाम है तिमा भोपाल इसकी डेथ हो गई एक साल में ही और दूसरा जो भाई है वो है नरसिंहा नरसिंहा राया टू तो 1491 टू 1505 इनका राज्य चलेगा बट ये भी छोटा बच्चा है है ना छोटा बच्चा है ये तो क्या ये राज्य कर पाएगा नहीं ऐसे में एंट्री होती है एक बहुत यू कैन से लॉयल समझदार आदमी की जिसका नाम था नरस नायका तो नरस नायका नाउ व्हाट ड नायक इंडिकेट्स इट इंडिकेट्स समथिंग बट थोड़ी देर में कनेक्ट करेंगे इसे राइट ना तो नरस नायका तो नरस नायका ने कहा कि चिंता मत करो मैं राज्य संभालेगा तो यहां पे नरस नायका बिम द रिजेंट और पूरी श्रद्धा से पूरी श्रद्धा से जो है यू नो राजा इन्हीं को रहने दिया और पूरा पूरा राज्य जो है रिजेंट बनके वकील बनके किसने संभाला नरस नायका ने यहां पर राज्य संभाला राइट नाउ नाउ अच्छा यही दौर है ये 1491 टू 1505 वाला दौर है जब इंडिया में एंट्री हो रही है पहली बार पोर्तुगीज की कब 1498 मैंने कहा था ध्यान रखना ये तो 1498 तो वास्को डा गामा रीच कैलिक तो लुक एट द टाइमलाइन इट इज बेसिकली बेसिकली द सलुवा डायनेस्टी सलुवा डायनेस्टी जिसके समय में जिसके समय में पोर्तुगीज की यहां पर एंट्री हो रही है या तो पोर्तुगीज आ गए हैं पोर्तुगीज भी इंडिया आ चुके हैं और यहां से एक नई कहानी अलग धीरे-धीरे चालू हो रही है अंग्रेजों की तरफ बढ़ेगी ये कहानी ये कहानी हम लोग कनेक्ट करते हैं मॉडर्न इंडिया में नॉट राइट नाउ राइट वहां पे पोर्तुगीज बहुत डिटेल में पढ़ते हैं कौन है क्या है बैकग्राउंड क्या है एट सेक्ट वहां पे बात करते हैं यहां पे भी अंडरस्टैंड कि देयर इज सम न्यू पावर कमिंग इन व्हिच इज पोर्तुगीज राइट इनके पास बढ़िया बड़ा-बड़ा जहाज है इनके जहाज पे तोपे लगी हुई है खतरनाक लोग हैं भाई ये राइट है ना तो हां तो पोर्तुगीज की एंट्री यहां पर हो चुकी है हालांकि ये इंडिया ट्रेडिंग करने आए हैं ऐसा नहीं है कि हां इंडिया पे कब्जा करने आए हैं इंडिया में बेसिकली ट्रेड करने आए हैं स्पाइसेज खरीदने आए हैं पेपर खरीदने आए हैं ट इनको पता है रोमन अंपायर जो था वो बहुत पहले किसी जमाने में एंस इंडिया में स्पाइसेज वगैरह बहुत जो है खरीदा करता था ट्रेड किया करता था तो इंडिया का पेपर बहुत फेमस है तो उसी की तलाश में ये लोग आए हैं बट उसकी वजह से झगड़ा वगैरा चालू हो जाएगा है ना उसकी वजह से झगड़ा वगैरह अलग चालू हो जाएगा खैर तो टिल टिल 1505 अगेन लेट्स कम बैक टिल 1505 तो रिजेंसी वगैरह चली राइट है ना कि हां एज अ रिजेंट नरस नायक बिहेव करते रहे लेकिन नरस नायक की डेथ हो गई 1503 के आसपास और का बेटा है वीर नरसिंहा तो वीर नरसिंहा ने 2 साल तो यह करी वकालत राइट है ना लेकिन फिर कहा कि वकालत करने की क्या जरूरत है जब खुद ही राजा बन सकते हो राइट ना अगर इन लोगों को मार के खुद ही राजा बना जा सकता है तो क्या ही बुराई है तो वीर नरसिंहा यहां पर क्या करेंगे यहां पर इनको हटा देंगे और यहां पर क्या बन जाएंगे राजा बन जाएंगे अपने आप को राजा डिक्लेयर कर देंगे तो यहां से एक नई डायनेस्टी चालू हो रही है व्हिच इज व्हिच इज तुलुवा तलवा डायनेस्टी तलवा तो तलवा डायनेस्टी तो यहां यहां पर वीर नरसिंहा ने वीर नरसिंहा बेसिकली जो है क्रिएट्स अ न्यू डायनेस्टी बट एज अ फाउंडर राइट है ना अगेन कज होते हैं फाउंडर 3 साल में इनकी भी डेथ हो गई और और राजा कौन बना इनके भाई है ना तो इनके भाई हैं कौन कृष्ण देव राया तो वीर नरसिंहा के भाई कृष्ण देव राया अब बनेंगे राजा तो इट इज बेसिकली कृष्ण देव राया हु इज द पीक द बेस्ट द वन ऑफ दी मोस्ट इंपोर्टेंट पर्सन इज कृष्ण देव राया तो नाउ लेट्स टॉक अबाउट कृष्ण देवराया तो कृष्ण देव राया तो नाउ तो एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम कृष्ण देव राया काफी चीज फिक्स करेंगे राइट ना केडीआर नाउ अगेन अगेन एक और बात इसी इसी में ऐड करते हैं कि हमने बात करी कि पोर्तुगीज आ गए थे और पोर्तुगीज पोर्तुगीज इधर कृष्णदेव राया 509 में राजा बनेंगे और 1510 तक आते आते पोर्तुगीज गोवा बीजापुर से गोवा ले लेंगे ले लेंगे मतलब जीत जाएंगे गोवा जो है गोवा पा लेंगे लोग तो गोवा तो पोर्तुगीज नाउ हैव गोवा अ वेरी वेरी इंपोर्टेंट सेंटर गोवा हैज हॉर्स इज बेसिकली इंपोर्टेंट फॉर हॉर्स ट्रेडिंग राइट है ना तो हां तो यहां पे केडीआर को लगेगा कृष्णदेव राया को लगेगा कि हां इट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट टू हैव रिलेशनशिप विद देम तो कृष्णदेव राया और पोर्तुगीज दोनों हाथ मिला लेंगे इनको भी यहां पे ग्रो करना है कृष्णदेव राया को भी यहां पे ग्रो करना है क्यों ग्रो करना है क्योंकि इधर है है आपकी वो सल्तनत राइट है ना कि हां यहां पे ये डेकन सल्तनत है दुश्मन सल्तनत प्लस प्लस इधर उड़ीसा भी है गजपति रूलरसोंग्स की यहां पर क्या करी जाए मदद दी जाए राइट है ना तो हां तो इन्होंने इन्होंने एक-एक करके सबको हराया है यस तो रिलाइज कि इन्होंने गजपति रूलरसोंग्स है वो काफी काफी तगड़ा कॉमिनेशन है और ये पूरा रायचूर दवाब जो हम कह रहे थे सेंट्रल वाला जो पार्ट कह रहे थे ही हैज अनेक्स दैट सेंट्रल पार्ट प्लस प्लस जो है पोर्तुगीज को गिफ्ट में इन्होंने एक एक जगह दी है भटकल कि यहीं पे अपना किला विला बनाओ ट्रेडिंग रेडिंग करो तो एक फोर्ट भी दे दिया है व्हिच इज कॉल्ड एज भटकर तो एक अच्छी खासी ग्रोथ एक अच्छा खासा एस्टेब्लिशमेंट यहां पे प्रोवाइड किया है इन्होंने यस राइट इस समय पोर्तुगीज के बाय द वे जो गवर्नर थे इनिशियल दौर में इट वाज एलब कुवर के अब ये कहानी करेक्ट होगी जब आप मॉडर्न इंडिया में एल्बे कुर के पढ़ेंगे राइट है ना तो केडीआर और एल्बे कुर के एक और बात नोटिस करो कि जो केडीआर का टाइम है कृष्णदेव राया का जो टाइम है 1509 टू 1529 राइट है ना ये वो समय है जब ऊपर 1526 में बैटल ऑफ पानीपत हो रही है तो बाबर यहां पे टेक ओवर कर रहा है तो इन्हीं के दौर में आपके सिकंदर लोधी भी हैं इब्राहिम लोधी भी हैं बाबर भी हैं तो ये तीनों के ही कंटेंपरेरी हैं राइट है ना कि इसी दौर में इनफैक्ट इनफैक्ट ये पहले राजा बने हैं मुगल सल्तनत बाद में आई है राइट ना तो 1509 टू 1529 ये काफी हैपनिंग समय है जैसा कि हम समझ पा रहे हैं प्लस प्लस ग्रा चुर द्वाप गजपति जो है को भी हरा दिया है बीजापुर सुल्तान को भी हरा दिया है तो 1520 में इनफैक्ट बीजापुर के सुल्तान को उन्होंने हरा दिया है व्हिच इज ग्रेट इवेंट नाउ तो एक साइड हमको दिख रहा है कि हां ही इज अ वॉरियर राइट है ना कि वॉरियर गेम प्लान बढ़िया है स्ट्रेटजी बहुत बढ़िया है राइट है ना कि हां जो है एस्टेब्लिशमेंट बढ़िया कर दिया है यस बहुत बढ़िया अब इसके अलावा इसके अलावा हीज आल्सो नोन फॉर हिज कल्चरल कंट्रीब्यूशन राइट जैसे कि सिम्हा चालन में इन्होंने एक विक्ट्री पिलर एस्टेब्लिश किया है अल्बेक के से दोस्ती के बारे में ऑलरेडी बताया मैंने आपको तो नाओ पहली बात तो ये खुद भी बहुत अच्छे राइटर है उन्होंने खुद भी बहुत सारी किताबें पब्लिश कर रखी हैं राइट है ना सब बेस्ट सेलर हैं एट दिस पॉइंट ऑफ टाइम तो नाउ तो ये ये तेलगु लिटरेचर तेलगु लिटरेचर को भी बहुत ज्यादा जो है सपोर्ट कर रहे हैं खुद संस्कृत में भी लिख रहे हैं तो वी रियलाइफ कि इन विजयनगर तेलुगु कनाडा एंड एंड संस्कृत तीनों ही भाषाएं ग्रो करेंगी राइट है ना तो हां तो जो है या तो खुद भी ये तेलगु और संस्कृत में लिखा करते थे तो इन्होंने एक तेलुगु पोयम लिखी है अमुक ताम लदा राइट है ना वेरी वेरी फेमस अमुक ताम लदा इसमें एक जो है एक एक एक फीमेल पोएट है अंदर राइट है ना तो जब हम लोग नार्स और अल्बर्स पढ़ते हैं तब हम अंदाज की बात करते हैं तो जब भक्ति पढ़ाऊंगा तब मैं अंदाज की बात करूंगा तो उनका जिक्र किया है है ना तो भगवान विष्णु की जो है पुजारन है वो अलवर है रट है ना प्लस प्लस संस्कृत लिटरेचर इन्होंने लिखा है तो मंडला चरित सत्य वेदु परिणय रस मंजरी जंबावती कल्याणम वेरी वेरी फेमस प्लस एक कन्नड किताब भी है कृष्ण देव राय और दिन चारी दिन दिन अचारी इज मोर लाइक डेली का टाइम टेबल कि हां क्या कर रहे हैं डेली बेसिस पे तो ये कुछ किताबें इनकी फेमस है इसके अलावा केडीआर इसके अलावा कृष्णदेव राया जो है पैटरना इज करते हैं अष्ट दिग्गज को तो अष्ट दिग्गज तो तेलुगु के तेलुगु के आठ बड़े कवियों को इन्होंने अपने कोर्ट में रखा हुआ है जैसे अकबर के कोर्ट में नवरतन की बात करते हैं हम बीरबल है तानसेन है वैसे ही इनके कोर्ट में अष्ट दिग्गज है ये दिग्गज लोग है तेलगु लिटरेचर के बड़े-बड़े नाम है भाई यहां पे राट ना फॉर एग्जांपल अष्ट दिग्गजों की हम बात करें तो वी हैव अलसा निपे दन्ना अलसा निपे दन्ना इनको आंध्रा का कविता पितामह कहा जाता है है ना कि हां ये जो फादर नहीं ग्रेट ग्रेट ग्रैंडफादर है इनके कुछ इंपॉर्टेंट किताबें हैं फॉर एग्जांपल मनु चरित हरि कथा सारम राइट है ना प्लस तेनाली रमन आपने कॉमिक्स पढ़ी होगी है ना जो है कार्टून आता है सीरियल आता है तो तेनाली रमन उनकी किताब है पांडुरंग महातम इसके अलावा देयर इज पंगाली सुर रन्ना तो कम से कम इन तीन लोगों का नाम ध्यान रखो तो गरुण पुराण प्रभावती प्रद्युमन राघव पांडवीयम देन देयर आर अदर पोएट्स एज वेल है ना जिनको आप थोड़ा सा जो है रिकॉग्नाइज कर कर सके भले आपकी फिंगर टिप पे ना हो बाय द वे ये क्वेश्चन यूपीएससी तेलगु लिटरेचर का मेंस में भी पूछ चुका है राइट है ना तो यू अंडरस्टैंड कि दिस इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट तो दिस इज यू कैन से वन ऑफ द बेस्ट एरा कृष्णदेव राया इज वन ऑफ द बेस्ट एरा नाउ तो नाउ इन 1529 जब कृष्णदेव राया की डेथ हो जाती है तो राजा बनते हैं कृष्णदेव राया के भाई हैं अचत देव राया राइट अचत देव राया तो अचत देव राया कुछ कुछ जो है यू नो संभालने की कोशिश करते हैं लेकिन बीजापुर अपना रायचूर द्वार लेके चला जाता है तो सम हाउ ही हैज मैनेज फॉर सम टाइम 1529 से 1529 से 1542 राइट है ना प्लस नाउ 1540 2 के बाद धीरे-धीरे अब जो है कृष्णदेव राया के बच्चों को राजा बनाया जाता है जिसमें जिसमें एक जो नाम आता है वो है सदाशिव राया तो 1543 से 1567 तक या 1565 तक वी हैव सदाशिव राया ये ये जो है कृष्णदेव राया के बेटे हैं यस ये कृष्णदेव राया के बेटे हैं लेकिन लेकिन इनके पास पावर नहीं है कृष्णदेव राया के एक दामाद हैं जिनका नाम है अचुथ देव सॉरी राम राया राइट है ना राम राया तो राम राया राइट है ना तो कृष्णदेव राया के दामाद है रामराया ही इज द वन हु इज बेसिकली होल्डिंग द पावर इट इज नॉट सदाशिव राया हु इज होल्डिंग द पावर ये नाम के लिए राजा बने हुए हैं इट इज ऑल रामराया तो रामराया तो राम राया जो है राम राया राम राया जो है बेसिकली दामाद है किसके कृष्णदेव राया के और ये जो डेकन सल्तनत के पांचों लोग हैं इनको ऐसा उंगली प ऐसा घुमाने लगते हैं राट इन कभी इनके साथ मिलके उसको हरा दिया कभी उनके साथ मिलके इसको हरा दिया तो इस तरह से पूरा गेम प्लान बना लेते हैं मैनिपुलेट करते रहते हैं और काफी लंबा खींच ले जाते हैं राइट है ना तो बढ़िया बढ़िया एस्टेब्लिश किया इन्होंने इन्होंने ठीक संभाल लिया था तो बेसिकली राम राया बेसिकली मैनेज्ड वेरी वेरी वेल बट बट वही है कि हां यू कैन फूल सम ऑफ द पीपल सम ऑफ द टाइम बट यू कांट फूल ऑल द पीपल ऑल द टाइम तो ग्रैजुअली लोगों को रिलाइज हो गया ये सल्तनत को समझ में आ गया कि ये खिलाड़ी आदमी है बेवकूफ बना रहा है हम लोगों को ऐसा ऐसा घुमा रहा है रट तो ये सारी जो सल्तनत थी है ना ये चारों जो है लोग बेसिकली मिल गए तो बेरार इवॉल्व नहीं हुआ बट ये बाकी के जो चारों हैं अहमदनगर राइट है ना बीदर बीजापुर गोलकुंडा ये चारों लोग ने अलायंस बनाया और अटैक कर दिया विजयनगर पे राइट है ना दिस इज बैटल ऑफ टल्ली कोटा और रामराया को मार दिया गया राइट ना तो राम राया हुसैन निजाम शाह ने बेसिकली इनको मार दिया तो यहां पे रामराया की डेथ के बाद इट इज ऑल गॉन राइट तो दिस इज बैटल ऑफ टल्ली कोटा इसे बैटल ऑफ राक्षस टांगड़ाखाली एंड इस बैटल के बाद विजयनगर जो है एकदम से निस्त नाबूत हो गया राइट ना कोई इसका एक्जिस्टेंस ही नहीं बच रहा है कि क्या ही किया जाए तो दिस इज बेसिकली एंड ऑफ द द सलवा तलवा डायनेस्टी राइट है ना तो ये सारे लोग अला अलाइड हो गए एंड दे हैड डिस्ट्रॉयड और फिर उसके बाद विजयनगर का प्लंडर हुआ विजयनगर का डिस्ट्रक्शन हुआ है इसलिए बहुत सारी चीजें विजयनगर में डिस्ट्रॉय हो गई राइट ना बट नाउ बट आफ्टर टल्ली कोटा व्हाट हैपेंड कि जो राम राया थे राम राया तो राम राया के एक भाई हैं राइट इनका नाम है तिरुमल राया तिरुमल राया तिरुमल राया बच गए और इसके आगे इसके आगे यह राज्य कंटिन्यू करेंगे एंड दिस इज कॉल्ड एज दिस इज बेसिकली अ न्यू फैमिली क्योंकि ये अलग फैमिली थी दिस इज अ न्यू डायनेस्टी व्हिच इज अरा विदु डायनेस्टी अब अरा विदु डायनेस्टी अलग-अलग सेंटर से किसी तरह राज्य कंटिन्यू करती रहेगी बट इट इज नॉट अ वेरी प्रॉमिनेंट डायनेस्टी ऐसा कोई इनका कंट्रीब्यूशन नहीं है राइट है तो वी डोंट स्टडी अबाउट अरा विदु अलट इसमें इसमें इसमें दो बातें आप ध्यान रखेंगे एक है तिरुमल राया राइट तिरुमल राया दूसरा सदाशिव राया भी 2 साल तक कंटिन्यू करते हैं राइट है ना वो भी वहां से जो है भाग जाते हैं और जो है दूसरी जगह जाकर इस राज्य को कंटिन्यू करेंगे फॉर टू थ्री इयर्स बट इसके अलावा इट इज ऑल बेसिकली अ न्यू डायनेस्टी वच इज व्च इज अरा विदू डायनेस्टी तो यहां से अरा विदू डायनेस्टी का यू कैन से स्टार्ट होता है और अराव दू डायनेस्टी कंटिन्यूज टिल लाइक 1650 16 6 राइट है ना कि काफी लंबे समय तक ये लोग अगले ऑलमोस्ट 100 साल तक दे विल कंटिन्यू राइट है ना बट इट इज नॉट रिलेवेंट इट इज नॉट वेरी इंपोर्टेंट तो दिस वाज ऑल अबाउट द किंग्स ऑफ दी द किंग्स ऑफ दी विजयनगर अंपायर जिस हमने कहानी शुरू करी हरी और बुक्का ने किस तरह एस्टेब्लिश करा देवराय वन और देवराय टू को हमने कनेक्ट किया कि हां ये क्या कहानी है ये आर्मी को स्ट्रांग करते हैं और देवराय टू बढ़िया कंट्रीब्यूशन है इनका विद रिस्पेक्ट टू एक्सपेंशन विद रिस्पेक्ट टू कल्चर देन हमने बात करी सलुवा का ये जो टर्मल था रटने कि सलुवा नरसिंहा यहां से टेक ओवर करें डायनेस्टी चेंज करेंगे और फिर हमने बात करी किस तरह तलवा आए एंड द मोस्ट इंपोर्टेंट पर्सन वाज कृष्ण देवराया राइट है ना फिर आगे कैसे कंटिन्यू हुआ इ रोल ऑफ रामराया ये सारी चीजें हम लोगों ने डिस्कस की फाइनल बैटल इज बैटल ऑफ टल्ली कोटा राइट 1565 दिस इज ऑलमोस्ट द एंड ऑफ द स्टोरी ऑफ विजयनगर अंपायर उसके बाद ये आपकी ल जो है ये जो अरा विदू डायनेस्टी है कंटिन्यू करेगी बट इट इज नॉट इंपॉर्टेंट नाउ कुछ एलिमेंट्स जो हम लोग और डिस्कस करेंगे अबाउट विजयनगर अंपायर इज इज वन ऑफ द थिंग व्हिच इज एडमिनिस्ट्रेशन राइट एडमिनिस्ट्रेशन तो मैंने अभी कहा था कि नायक क्या होता है राइट है ना नायक नहीं खनायक हूं मैं ऐसा सुना है हमने राइट तो लेट्स टॉक अबाउट दिस सिस्टम तो अगेन अगेन हेयर वी रियलाइफ कि एक तो देखो किंग होता है राइट उसकी मंत्री परिषद होता है तो सेंट्रल गवर्नमेंट तो ठीक है वैसा ही होता है इसमें कोई बहुत दिक्कत नहीं है इट इज वेरी मच इंस्पायर्ड बाय फर्स्ट ऑफ़ ऑल दिल्ली सल्तनत जैसे कि जैसे कि यहां पर हम इसे हिंदू सूरत राना कह रहे थे ये भी अपने आप को सुल्तान ही कह रहा है सूरत राना एंड एंड अगेन दे हैव दे हैव जो प्रोविंसेस है राइट है ना कि प्रोविंसेस तो लेट्स से विजयनगर है अब विजयनगर के अलावा जो अलग-अलग एरिया है अब बिल्कुल इतना ऐसा सिमिट्रिक सा नहीं होगा लेकिन फिर भी रफ ऑल दिस एरिया छोटे-छोटे प्रोविंसेस में एरिया बटा हुआ है और हर एरिया के ऊपर बैठा है एक हीरो नायक नायक बेसिकली क्या है गवर्नर है नायक का बेसिकली काम क्या है कि अपने इलाके में लॉ एंड ऑर्डर भी मेंटेन करेगा और रेवेन्यू भी देखेगा नायक इज अ इज अ आल्सो अ मिलिट्री कमांडर तो इसके पास अपनी आर्मी भी होगी अब ये जो भी रेवेन्यू कलेक्ट कर रहा है उसमें से उसकी अपनी सैलरी भी निकलेगी आर्मी का मेंटेनेंस खर्चा भी निकलेगा राइट है ना और जो अगर कुछ बच गया बाकी जो खर्चा हो रहा है यहां पर वो भी निकलेगा प्लस जो बच गया वो सेंटर को जाएगा दिस इज वेरी मच इंस्पायर्ड बाय दी नायका सॉरी एकता सिस्टम तो डेल्ली सल्तनत का जो एकता हम लोगों ने पढ़ा था राइट है ना उससे इंस्पायर्ड सिस्टम है वेरी क्लोज वेरी वेरी इंस्पायर्ड बट इसमें डिफरेंस क्या है कि जो नायक है नायक हैज अ लॉट ऑफ नमी वो काफी चीज अपने हिसाब से कर सकता है सेंटर का पूरा कंट्रोल उसके ऊपर नहीं है राइट सेंटर उसे कंट्रोल करने की कोशिश करेगा बट यहां पर काफी ऑटोनॉमी होती है तो दज आर बेसिकली गवर्नर्स और बेसिकली य कैन से कि हा वेरी वेरी पावरफुल मिलिट्री गवर्नर्स राइट है ना सो या अब इनको जो जमीने दी गई है तो जो जमीने इनको दी गई होती है देखरेख करने के लिए राइट है ना इसको य इसे बोलते हैं कि हां एक पूरा अमारा दे दिया गया है जहां पर जहां पर लोग यू नो सारा मैनेजमेंट देख रेन गग देख रहे हैं इसीलिए इस सिस्टम को अमर नायका सिस्टम भी कहते हैं अमर नायका सिस्टम तो एक तो यह जानने लायक बात है कि हा यहां पर नायक है दूसरी जानने लायक बात यह है कि हा गांव के लेवल पर अगर हम बात करें लेट से कोई विलेज है विलेज विलेज विलेज वी हैव आगार सिस्टम या अयंगारू अंगार सिस्टम में क्या होता है कि गांव के लेवल पे मैनेज करने के लिए देयर आर सम लोकल ऑफिशियल कि लोकल लोगों को या लोकल ऑफिसर्स की पोस्टिंग सेंटर के द्वारा करी जाती है गांव में राइट है ना फॉर एग्जांपल अगर मैं राजा हूं तो मैं चार लोगों को बोलूंगा कि फला गांव में जाओ वहां पे ये ये चीजें मैनेज करो तो ऐसे ऐसे वहां पे कुछ मैं लोगों को या तो मैं वहीं पे लोकली हायर कर लूंगा चार लोगों को जो कि सेंट्रल गवर्नमेंट के एंप्लॉई होंगे एंप्लॉई राइट ना प्रधान गांव के प्रधान की बात नहीं हो रही वो सेपरेट है गांव अपना मैनेजमेंट खुद देख रहा है वो सेपरेट है बट सेंट्रल गवर्नमेंट के चार पांच लोग 10 लोग 12 लोग हो सकता है उस गांव में पोस्टेड होंगे तो हर गांव में इस तरह की पोस्टिंग होगी यस चाहे वहीं से हायरिंग करके चाहे सेंटर द्वारा भेजा गया अब ये जो लोगों की जो हायरिंग हुई है लोकल ऑफिसर जो गांव में है इसको कुछ जो है लैंड दे दिया गया है एज अ सैलरी इसी सिस्टम को अयंगारू कहते हैं विच शोज कि हां जो सेंट्रल गवर्नमेंट है सेंट्रल गवर्नमेंट का काफी कंट्रोल है जो है किसके ऊपर गांव के ऊपर राइट है ना तो दिस इज वन पार्ट ऑ दीज आर टू इंपोर्टेंट थिंग्स विद रिस्पेक्ट टू एडमिनिस्ट्रेशन आगार सिस्टम मैंने आपको बताया राइट सोसाइटी की अगर हम बात करें तो हां जो है यहां पे डिस्पैरेज इन वेल्थ है कोई बहुत अमीर है कोई बहुत गरीब है ऐसा में फॉरेन ट्रैवलर्स वगैरह ने बताया है और स्पेशली यहां पे प्रोस्पेरिटी की बात करी गई है कि हां भाई बहुत प्रोस्पेरिटी है बहुत पैसा है राइट अब्दुल रज्जाक कहते हैं कि हां ऐसे ठेले प जो है यू नो सोना चांदी और वो रूबी डायमंड बेच रहे हैं लोग तो हां तो काफी प्रोस्पेरिटी है यस लग्जरियस लाइफ स्टाइल भी एजिस्ट करती है यस बाकी वर फेयर की वजह से काफी नुकसान होता है काफी डिस्प्लेसमेंट होता है यस अनदर थिंग इज कि वन ऑफ द ट्रेवलर इज न्यूनेस जो कि बताते हैं जो कि बताते हैं कि यहां पे महिलाएं बहुत सारा रोल कर रोल प्ले कर रही हैं या बहुत सारे जो है यू कैन से प्रोफेशन में एजिस्ट करती है फॉर एग्जांपल रेसलिंग में एस्ट्रोलॉजी में सूत सेइंग में इनफैक्ट आप कह सकते हैं कि ऑलमोस्ट हर प्रोफेशन में महिलाएं हैं राइट तो महिलाओं का अच्छा खासा कंट्रीब्यूशन है इकॉनमी में यस है ना कि डाइवर्ट स्किल्स रेसलिंग एस्ट्रोलॉजी अकाउंटिंग सूथ सेइंग राइट है ना कि हां ये पूरी तरह सोसाइटी में इंटीग्रेटेड है दिस इज अ वेरी गुड पार्ट ऑफ विजयनगर अंपायर राइट तो सोसाइटी डिफरेंट है यस अदर देन दैट तो देर देयर आर वेरियस फॉरेन ट्रैवलर्स तो इबन बतूता तो हरिहर के टाइम में आए थे ये इब्न बतूता वही है जो मोहम्मद बिन तुगलक से जुड़े हुए हैं राइट निकोलो कंटी के बारे में बताया देवराय वन देवराय वन और देवराय टू दोनों के टाइम में है ये प्लस अब्दुल रज्जाक मैंने आपको बताया था देवराय टू के बारे में देन देन देर आर मोर लाइक अंजी निकटन तो निकोटिन थोड़ा बाद में आए थे वो बवानी मेनली आए थे और प्लस कृष्णदेव राय के टाइम में वी हैव डोमिनगो पेस पर नाउ न्यून अचत देव राय के बाद में के सामने आए राट हा देर आर सम यू नो फॉरेन ट्रेवलर लाइक नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट द आर्किटेक्चर ऑफ द सिटी कि े विजयनगर का आर्किटेक्चर कैसा है नाउ आर्किटेक्चर में जाने से पहले लेट मी टेल यू अबाउट द सिटी लेआउट इसम जो है जो विजयनगर है विजयनगर में एक आपका क्या है एक आपका रॉयल सेंटर है रॉयल सेंटर जहां पर जहां पर जो है राजा रहता है राजा का लोटस महल है यहीं पर राइट है ना रानी का बा बात जो है पॉइंट है यहीं पर एक ऑक्टन बात है यहीं पर यहीं पर यहीं पर हजार रामा टेंपल भी है हजार रामा टेंपल और यहीं पर एक जगह है महानवमी डिब्बा महानवमी डिब्बा या यहीं पर एलीफेंट के अस्तबल भी है तो एक आपका रॉयल सेंटर है कि राजा से जो भी चीजें कनेक्टेड है वो आपकी एक साथ एजिस्ट करती है सो ये जो शहर है वी वी हैव अर्बन लेआउट राइट अर्बन लेआउट प्लस वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि वी हैव फोर्टिफिकेशन फोर्टिफिकेशन और अलग-अलग लोग अलग-अलग बात कहते हैं एंड वी नो कि हां ये शायद यू नो सात जो है चार से सात दीवार इन फोल्ड राइट कि हां एक दीवार फिर एक दीवार फिर एक दीवार फिर एक दीवार इस तरीके से जो है यहां पर प्रोटेक्शन था राइट तो वेरी वेरी सेफ सेंटर यहीं पर लोग रहते भी थे है ना तो हा लोग रहा भी करते थे रेसिडेंशियल एरिया भी थे यहीं पे तो अर्बन लेआउट है सिटी लेआउट है तो एक आपका जो है रॉयल सेंटर है और दूसरा आपका सेक्रेड सेंटर है या रिलीजियस सेंटर जो भी लिखना चाहो ऐसा लिख लेते य रिलीजस एरिया फॉर एग्जांपल दो फेमस टेंपल अगर हम देखें एक है आपका फेमस वीरू पक्षा तो लेट मी शो यू वन मोर थिंग बाय द वे कि यहां ये आपकी तुंग भद्रा नदी बह रही है या तुंग भद्रा तो दिस इज तुंग भद्रा तो दिस इज हैपनिंग अराउंड तुंग भद्रा और इसी तुंग भद्रा से कुछ कुछ कैनाल आपके कनेक्टेड है शहर में राइट है ना कि हां कुछ-कुछ कैनाल भी जा रहे हैं वो डैम वम बनाया था हम लोगों ने अब एग्जैक्ट पाइप वगैरह नहीं बनानी हमें राइट है ना लेकिन हां जो है वाटर सप्लाई इरिगेशन सप्लाई ये सारी चीजें हो रही है या तो यहां पे दो इंपॉर्टेंट मंदिर हैं एक है आपका ये वीरु पक्षा वीरु पक्षा और एक है आपका एक है आपका श्री विजय विठ्ठल तो दिस इज विजय विट्ठल या विट्ठल स्वामी बोलते हैं विजय विट्ठल विजय विट्ठल राइट लेट मी शो यू हाउ इट इज या तो हम बात कर रहे हैं कि यहां जो है अर्बन प्लानिंग तो ये जो यहां का आर्किटेक्चर इसे बोलते हैं डा से थोड़ा सा डिफरेंट है इसीलिए नया नाम दे रखा है यहां प बहुत पिलर्स वगैरह इस्तेमाल किए जाते हैं राइट तो हा उसे प्रोविडेंट है नाउ पहले बात करते हैं कि हम लोग जो है जो हमारा रॉयल सेंटर है राइट है ना जो ये वाला एरिया है किंग का जो एरिया है यहां पे हमको जैसे हजार रामा टेंपल मिलता है यहां प राजा लोग यहां प अपनी पूजा पाठ करते हैं यहां पे हाथी रहा करते थे हाथियों का स्टेबल है ये लोटस महल है यहां हवा हवा खाने लोग जाते रहे होंगे इसमें वी फाइंड कि देयर इज इन्फ्लुएंस ऑफ हिंदू आर्किटेक्चर एंड द मुस्लिम आर्किटेक्चर सेम ओवर हियर यहां प हमें टोम जो है डोम वगैरह दिखाई दे रहा है राइट है तो यहां भी हिंदू आर्किटेक्चर था आई मीन इस्लामिक आर्किटेक्चर था मिक्स है दोनों का हिंदू और इस्लामिक वाटर सोर्सेस भी है यहां पे प्लस रॉयल सेंटर की बिल्डिंग्स भी है दिस इज महानवमी डिब्बा तो वहां पे परेड वगैरह होती थी तो राजा यहां खड़ा हो जाता सलामी लेता था हां भी जाओ भै ऐसे र तो सारे नायक लोग अपनी सेना लेके इधर से गुजरते थे राजा खड़ा होके हाय करता था या सलामी देता था जो भी करता रहा हो रट तो यूज टू ग्रीट दी होल आर्मी नायक एरी बड़ी ऐसे सेलिब्रेट करते थे महा महानवमी डिब्बा बोलते तो दशहरा के दिन मोस्ट प्रोबेबली जो है या दशहरा से एक दिन पहले मोस्ट प्रोबेबली इस तरह का यहां पे सेलिब्रेशन होता था नाउ लेट्स टॉक अबाउट द रॉयल सेंटर दिस इज वीरु पक्षा टेंपल तो वीरु पक्षा टेंपल में ये जो आपको दिख रहा है यह मंदिर नहीं है दिस इज एंट्री दिस इज कॉल्ड एज एंट्री है तो इसे गोपुरम बोलते हैं गोपुरम बट इतनी बड़ी एंट्री कहां होती है राइट तो ये यूनिक फीचर है कि यहां बहुत बड़ा गेट है तो इसे राया गोपुरम बोलते कि राया लोगों ने इतने बड़े-बड़े गेट बनवाए हैं कॉल्ड एस राया गोपुरम राट दिस वा एक्सपेंडेड बाय कृष्ण देव राया अब यहां पर माना जाता है कि एक देवी है पंपा देवी राना पंपा देवी च इ च इ लाइक पार्वती देवी राट य पार्वती देवी का ही अवतार है और ये भगवान शिव से विवाह करना चाहती हैं है ना वही वीरु पक्षा है तो यहीं पर एक छोटा सा मंदिर आपको दिखाई देगा पंपा जी का और और वीरू पक्षा भगवान शिव का मंदिर है ये याय इधर आगे जाएंगे तब आपको मंदिर दिखाई देगा राइट तो दिस इज वीरु पक्षा टेंपल या वीरु पक्षा प्लस यहीं पर आपकी शादिया वगैरह भी होती है तो मंदिरों में आपको दिखाई देगा कल्याण मंडप तो बहुत सारे रूम्स आपको दिखाई देंगे जहां पर शादी वगैरह कराई जा सकती है तो कल्याण मंडप सिमिलरली दिस इज विठ्ठल स्वामी टेंपल या विजय विठ्ठल टेंपल विजय विट्ठल राइट विजय विठ्ठल तो ये रियट बहुत फेमस है विजय विठ्ठल टेंपल में राइट इनफैक्ट इनफैक्ट ऐसा माना जाता है यह चैरि एट जो है यू नो रथ निकलता होगा और भगवान को बाहर निकाला जाता होगा तो एक रोड है यहीं पे व्हिच इज चैरिटहम पा ऐसे ऐसे करके उसमें एक मेन रॉड है फिर किनारे-किनारे ऐसी बहुत सारी रॉड है राइट है ना तो आप इसमें ऐसे बजाएंगे टिन टिन टिन टि तो उसमें से सारे गामा पासा म्यूजिक निकलेगा तो हां तो दीज आर म्यूजिकल पिलर्स इन विट्ठल विट्ठल टेंपल या विजय विट्ठल टेंपल या सो दिस वाज ऑल अबाउट विजयनगर अंपायर राइट है ना नाउ लेट्स कम टू द नेक्स्ट जोन व्हिच इज मुगल्स तो लेट्स टॉक अबाउट मुगल अंपायर नाउ तोब हम काफी दूर आ गए मुगल अंपायर पे आ गए हैं और अब अगर आप रिलाइज करें तो अर्ली मेडिएबल आपका कंप्लीट हो चुका है डेल्ली सल्तनत हम देख चुके हैं विजयनगर बहामानी हम देख चुके हैं और अब हम आखिरी पड़ाव में एंटर कर व्हिच इज मुगल सेहरा तो बात करते हैं मुगल अंपायर की राइट है ना तो हम लोग बात कर रहे थे कि दिल्ली सल्तनत का आखिरी जो दौर था व्हिच वाज लोदी लोदीस तो लोदी में लोदी में आखिरी राजा था इब्राहिम लोदी जो कि काफी एरोगेंट था लोग काफी परेशान थे और जो है यही कारण था कि काफी लोग उसके राज्य में ऐसा चाहते थे कि हां ये राजा खत्म हो जाए चला जाए राइट है ना और कोई और आ जाए और तब आता है बाबर राइट है ना तो बाबर तो बाबर और होती है एक लड़ाई व्हिच इज बैटल ऑफ पानीपत पहली पानीपत की लड़ाई है तो आइए समझते हैं कि कौन है बाबर तो ये मुगल अंपायर की टाइमलाइन है राइट ना इसको फॉलो हम लोग करेंगे तो इसमें बाबर है फिर हुमायूं है फिर अकबर है फिर जहांगीर है फिर शाहजहां है फिर औरंगजेब है यही अपना पूरा ट्रैक है राइट है ना इसी टाइमलाइन को हम लोग यहां पे फॉलो करेंगे चलिए तो बात करते हैं पहले बाबर से बाबर तो 1526 की कहानी है बैटल ऑफ पानीपत के लिए बिल्ड अप करते हैं तो बाबर का बैकग्राउंड मैं आपको अगर बताऊं तो बाबर बेसिकली बिलोंग करता है फरगना को राइट ना ये जगह है फरगना तो फरगना तो फरगना को बिलोंग करता है तो ये सेंट्रल एशिया में है राइट दिस इज इन सेंट्रल एशिया तो फरगना यहीं पे पास में है समरकंद तो बहुत ही छोटी उम्र में बहुत ही कम उम्र में कुछ 14 साल की उम्र में उसके फादर की डेथ हो जाती है और वो फरगना का ड्यूक बन जाता है राजा बन जाता है अब अब वो सोचता है कि हां मैं एंपायर बनाऊंगा बड़ी अंपायर बनाऊंगा ऐसा करके सपना देखने लगता है रटना समरकंद पे कब्जा करूंगा ऐसा करके सपना देखने लगता है लेकिन यह सपना चकनाचूर हो जाता है उसको चैलेंज करता है यहीं पे उजबेक ट्राइब तो यहीं पे नॉर्दर्न साइड में वी हैव उजबेक उजबेक तो उजबेक जो है उजबेक और उसमें एक आदमी था शैबानी खान वो उसके सपने को चकना चूर कर देता है यह सब छोड़-छाड़ के उसको भागना पड़ता है ईरान की तरफ राइट ना ईरान की तरफ भागता है एक बार जीत भी जाता है लेकिन फिर सब छोड़-छाड़ के भागता है और फिर कहां आके बैठता है आ जाता है काबुल पे अब वो यहां मायूस होके बैठा हुआ था रटना कहता है कि जो है बाबर को कहा जाता है कि वो एक ऐसा राजा है जिसके पास कोई राज्य नहीं है राइट ऐसी हालत हो गई थी और उसे लगा था कि अब मेरा सपना खत्म हो जाएगा अब क्या ही राज्य वाज्य बनाऊंगा फिर उसे याद आया कि मेरा फादर जो है राइट वो फादर जो है वो तैमूर साइड को कहीं बिलोंग करता है तो वो वंशज है किसका है ना एक बार थोड़ा वापस जाते हैं तैमूर का वंशज है राट फादर साइड से वो तैमूर का वंशज है और मदर साइड से वो चंगेज खान का वंशज है तो हमने तमेश के टाइम में बात करी थी चंगेज खान की चंगेज खान मंगोल्स तो इनका खून दौड़ रहा है उसकी रगों में राइट है ना तो अगर इनका खून दौड़ रहा है तो तो उसका भी इंडिया पे हक बनता है राइट ना तो चलना चाहिए इंडिया चलना चाहिए तो वो ऐसा सोच ही रहा था कि तभी तभी क्या हुआ कि हमें एहसास हुआ कि ये दौर है 1520 1525 26 के आसपास और इस दौर में यहां पर बैठा हुआ है इब्राहिम लोधी इब्राहिम और इससे लोग खुश नहीं है जैसे कि जैसे कि जैसे कि राजपूत राजपूत मेवाड़ के राजा हैं राणा सांगा राइट ना राणा सांगा भी चाहते हैं कि इब्राहिम लोधी चला जाए प्लस प्लस इधर पंजाब में बैठा हुआ है दौलत खान लोधी ये भी चिट्ठी भेजेगा काबुल कि बाबर आ जाओ राइट ना बाबर को बोलेगा कि अटैक करो हम लोग तुम्हें पूरा सपोर्ट करेंगे तो ये ऑलरेडी माहौल है मतलब उसका मन भी है राइट एक मन भी है और इन्विटेशन भी आ रहा है कि हां चलो चलो भाई चला जाए तो वो फिर आगे बढ़ा राइट ना उसने पंजाब वगैरह पंजाब वगैरह लाहौर वगैरह पहले उसने कब्जा किया और फाइनली अटैक करता है किस पे फाइनली बढ़ता है वो दिल्ली की तरफ और लड़ाई होती है पानीपत पे तो ये पहली बैटल है पानीपत की बैटल है राइट ना वो आगे बढ़ा और और वो जीत भी गया राइट है ना उसके जीतने का कारण भी है एक तो एक तो इतना कुछ घूम चुका है इतनी दुनिया देख चुका है इतनी लड़ाइयां देख चुका है कि वॉर एक्सपीरियंस उसका बहुत अच्छा है दूसरा उन लड़ाइयां की वजह से कुछ कुछ नई टेक्नीक उसे आती है राट ना जैसे कि जैसे कि उसके पास उसके पास जो है कैनन है राइट तोपे हैं तो फायर पावर का इस्तेमाल करेगा वो और इधर से इब्राहिम लोदी हाथी बाथी देके गया है तो जब तोपे चलेंगी तो हाथी एकदम जो है बखरा जाएंगे तो अपनी साइड ही सबको रने लग जाएंगे तो एक तो यह बहुत बड़ी प्रॉब्लम थी राइट दूसरा दूसरा उसके पास उसके पास कुछ जो है और स्टाइल्स भी है जैसे कि तुलुग्मा सिस्टम कि अपनी आर्मी को ऐसा यूनिट्स में बांट देना राइट ना कि हां एक आगे है एक फ्रंट यूनिट है एक जो है साइड यूनिट है एक इधर से अटैक करेगी एक इधर से अटैक करेगी ऐसा करके जो है डिफरेंट यूनिट से बांटा जा सकता है तो तुलुग्मा सिस्टम अरावा सिस्टम ऐसे ऐसी कुछ-कुछ नई टेक्नीक उसको पता है तो ये टेक्नीक भारी पड़ी और और यहां पर इब्राहिम लोधी उसका कुछ भी नहीं कर पाया इनफैक्ट इब्राहिम लोधी वही फौज वही जो है फील्ड प मारे गए राइट और यहां पर यहां पर जो है आगे बढ़ गया बाबर नाउ ये बाकी लोग जो बुला रहे थे यह सोच रहे थे कि तैमूर की तरह बाबर आएगा वापस चला जाएगा पर बाबर का सपना है राज्य करने का तो यहां आने के बाद बाबर कहता है कि नहीं अब मुझे इंडिया पे राज्य करना है वो यहां पर वापस जाने के लिए नहीं आया था काफी लोग वापस चले भी चले भी गए उसके साथी कुछ दोस्त काबुल चले गए लेकिन वो रुक गया नाउ अब अब जो है यहां पे अगर उसे रुकना है तो अपना वर्चस्व स्थापित करना पड़ेगा और जो सबसे बड़ा चैलेंज है उसके लिए ये तो फिर भी कोई पानीपत कोई बड़ा चैलेंज नहीं था बड़ा चैलेंज था राणा सांगा राइट है ना तो हां तो 1526 में उसने उसने लड़ाई लड़ी है कौन सी बैटल ऑफ पानीपत पहली लड़ाई और फिर उसकी लड़ाई होती है राणा सांगा से दिस इज बैटल ऑफ खानवा तो 26 27 2829 हर साल एक नई-नई बैटल उसने लड़ी है तो राणा सांगा से लड़ाई लड़ी राइट है ना ये भी जीता दूसरा दूसरा 1528 में तो एक चंदेरी करके जगह है मालवा में वहां पे है चंदेरी राइट जो है चंदेरी राइट मदनी राय है ना तो मेदनी राय करके राजा है तो ये राणा सांगा की मदद कर रहे थे ये लोग दोबारा जो है कोशिश कर रहे थे कि चलो बाबर से लड़ाई करते हैं तो बाबर ने इनको भी हराया दिस इज बैटल ऑफ चंदेरी राइट है ना तो वहां तो जो है पानी पिया खाना खाया फिर जो है चांद को देखा राइट है ना फिर कहीं घूमने चला गया घागरा अब घागरा क्या है घागरा तो घागरा जो है बेसिकली तो बाकी सब लड़ाइयां इस तरफ है लेकिन घागरा इ टुवर्ड्स टुवर्ड्स ईस्टर्न साइड इस साइड अफगान जो थे अफगान अब ये अफगान कौन है एक्चुअली लोधी जो है लोधी लोधी अफगान हुआ करते थे तो ये उन्हीं के वंशज उन्हीं के मित्र उन्हीं के नोबल्स लोग हैं जो कि इधर-उधर प्लेस है अब वो बाबर को हटाना चाहते हैं है ना तो एक लड़ाई इनके साथ भी हुई है हालांकि दिस इज नॉट वेरी कंक्लूजन ने कहा कि ठीक है सर आप ही राजा है राज्य कर लीजिए कोई बात नहीं राट ना बाबर ने भी कहा चलो कोई बात नहीं और बाबर लाहौर जा रहा था और रास्ते में उसकी डेथ हो गई राइट है ना तो हां ही डाइड सम वेर इन बिटवीन तो तो तो हां तो जो है लाहौर जाते वक्त रास्ते में जो है उसकी डेथ हो जाती है तो काबुल में इसका जो है मकबरा है टूम जो है कहां है काबुल में नाउ अगेन एज अ फाउंडर अगेन जो कर्स है फाउंडर का वो बाबर के साथ भी है ही इज अ फाउंडर और मात्र चार जो है चार पाच साल आप कह सकते हैं चार लड़ाइयां लड़ी है पाच साल कुछ जिया है इतनी ही कहानी इतना ही राज्य इसके जीवन में लिखा हुआ था तो यह छोटी सी कहानी थी बाबर की नाउ बाबर का कुछ और कंट्रीब्यूशन भी है फॉर एग्जांपल देखो 5 साल में ऐसा कोई आर्किटेक्चर में कोई बहुत बड़ा कंट्रीब्यूशन तो नहीं हो सकता बट वन थिंग वन आइडिया व्हिच बाबर बट ब्रॉट वाज दी दी चार बाग लेआउट कि हां भाई ऐसा एक बाग बनाओ और उसके बीच में ऐसा रास्ता दे दो राइट है ना चारों तरफ बाग बना दो राइट पेड़ लगा दो बीच में पानी वानी बहा दो तो ऐसा करके स्टाइल बनाओ तो ऐसे बागों का बड़ा शौकीन था वो तो ये चार बाग स्टाइल एक्चुअली बाबर का आईडिया है यस राइट है ना इसके अलावा इसके अलावा कुछ मस्जिद वगैरह बनाई है उसने तो जो है पानीपत में साल में राट ना कुछ-कुछ उसने मस्जिद बनवाई हुई है प्लस वो अपनी कहानी खुद लिखता था तो उसने लिखी अपनी ऑटोबायोग्राफी तुजुक बाबरी राइट तुजुक बाबरी इसी को ये तुर्किश तुर्किश लैंग्वेज में तुर्क लैंग्वेज में लिखी गई है और लेटर ऑन इसको ट्रांसलेट किया जाएगा पर्शियन में इसको ट्रांसलेट करेंगे अब्दुल रहीम खाने खाना प्लस ओवरऑल ओवरऑल दो ही बिलोंग टू एन ऑर्थोडॉक्स सुन्नी साइड और वो नक्शबंद दिया सूफी सूफी घराने को जो है ताल्लुक रखते हैं उनके जो गुरु हैं जो सूफी सेठ जिनको वो मानते हैं वो है सूफी ख्वाजा उबैदुल्ला अहरार बट अदर वाइज ही इज वेरी ओपन माइंडेड लिबरल ऐसा किसी धर्म को लेके जो है वो जो है यू कैन से बायस नहीं है राइट है ना तो हां तो ये छोटी सी कहानी थी बाबर की नाउ बाबर के बाद एंट्री होती है हुमायूं की नाउ हुमायूं इज अ चॉकलेटी हीरो राइट बाबर जहां पे एक वॉरियर था एक बहुत ही स्ट्रांग कैरेक्टर था वहीं वहीं जो हुमायूं है हुमायूं में वो दम नहीं है वो बात नहीं है बट बट जो है ऐसा कहा जाता है कि जो है इनको नॉमिनेट किया गया था तो यह चार भाइयों में नॉमिनेट हुए थे तो अब ये राजा बन बैठे अब ये 1530 में राजा बन बैठे सुनाओ तो 1530 तो अब आप देखेंगे कि इनका राज्य दो पार्ट में 1530 टू 1540 और 1555 टू 56 बीच में 15 साल का गैप है भाई राइट ना 15 साल कहां गया भाई कहां क्या कहानी है आइए इस कहानी को जोड़ते हैं तो नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट हो मायो तो बाबर बाबर हमने समझा कि इज अ फाउंडर बाबर हमने जाना कि एक तो पानीपत की लड़ाई देन देन खानवा की लड़ाई देन चंदेरी की लड़ाई एंड देन घागरा की लड़ाई यही सब उनके साथ जुड़ा हुआ है इसके साथ आप और भी कुछ लिखना चाहे तो लिख सकते हैं नाउ हुमायू तो हुमायूं इज नॉट अ वेरी कैपेबल पर्सन अगर वैसे देखा जाए कंपेयर किया जाए फादर से तो ही इज नॉट एस कैपेबल एज हिज फादर उसको इतना विजन जो है शायद स्ट्रंग नहीं था तो नाउ अब प्लस भाई भी है राइट चार भाई है इसके तो इसका एक भाई जो है कामरान तो कामरान जो है चुपचाप जाके काबुल पर कंट्रोल ले लेगा तो टेक्निकली इसके राज्य में काबुल वाला इलाका जो है राइट इस साइड कौन बैठा हुआ है ऑलरेडी कामरान बैठा हुआ है नाउ इसे थोड़ा सा ठीक से समझते हैं अभी राज्य क्या है कि स्टेबल हुआ नहीं है पा साल में तो डेथ हो गई लड़ ही रहा था बेचारा राइट ना तो हां तो जो है काबुल पर जो है जाके बैठ गया कामरान और यह अपना आगरा पे जो है राज्य कर रहे हैं आगरा पे है आपके हुमायूं क्या एकदम चीजें आसान हो चुकी है नहीं अफगान अभी भी कंट्रोल में नहीं है और इनका एक चैलेंजर एजिस्ट करता है इस साइड में च इज शेर शाह सूरी शेर शाह सूरी ही इज एक्टिव टुवर्ड्स ये अफगान है राइट ना ये अफगान अभी भी जो है कंट्रोल में नहीं आए थे तो ही इज एक्टिव टुवर्ड्स बिहार एंड बंगाल साइड सिमिलरली इनका दूसरा जो चैलेंज एजिस्ट करता है वो है गुजरात के बहादुर शाह ये दोनों हुमायूं के दुश्मन है ये दोनों ही हुमायूं के दुश्मन है राइट ना तो शेरशाह और और बेसिकली बहादुर शाह अब इन दोनों के बीच में हुमायूं जो है ऐसा बॉल की तरह इधर-उधर ओसिट होता रहेगा रेड ना दोनों परेशान करेंगे ये दोनों ही परेशान करेंगे जो है हुमायूं को तो हुमायूं के लिए आसान नहीं होने वाला तो वी रियलाइफ बैठा हुआ है शेरशाह सूरी और एक साइड बैठा हुआ है शेरशाह बहादुर शाह तो नाओ अब यहां पे कई सारी चीजें होती हैं या तो फर्स्ट ऑफ ऑल शेरशाह को सबक सिखाने के लिए वो आगे बढ़ते हैं और शेरशाह से युद्ध होता है सीज ऑफ चूनर तो चूनर बोले तो बनारस तो बनारस के आसपास कहीं ये युद्ध हो रहा है और यहां पर यहां पर हुमायूं भारी पड़ता है तो 1532 में पहले हुमायूं क्या हुआ है भारी पड़ गया है तो शेरशाह सूरी अफ़गानों ने कहा ठीक है सर सॉरी गलती हो गई राइट ना कि अब आप राज्य करिए हम आपके नाम पे राज्य करेंगे आपके बिहाव पे राज्य करेंगे टेंशन मत लीजिए आप इस तरह से बोल के इनको वापस भेज दिया तो ये अपनी जीत को पूरी तरह से मुकम्मल कर पाए नहीं राइट दूसरी तरफ दूसरी तरफ 1535 तो 1535 के आसपास जो है जो बहादुर शाह है राइट है ना बहादुर शाह तो ये पहले गुजरात जीत जाते हैं राइट है ना लेकिन लेकिन एक तरफ वो गुजरात जीतते हैं दूसरी तरफ शेरशाह अटैक कर देता है तो ये फिर से जो है यू नो गुजरात उनके हाथ से निकल जाता है बट लकिली लकिली फॉर हुमायूं कि गुजरात एक बार कंट्रोल होता है लेकिन फिर वो छूट जाता है राइट हैना वापस कंट्रोल खत्म हो जाता है बट बहादुर शाह जो है बहादुर शाह का भिड़ंत हो जाता है पोर्तुगीज के साथ पोर्तुगीज से बहादुर शाह ने वादा किया था कि तुमको दव दे देंगे दव राइट है ना लेकिन लेकिन क्या हुआ कि बहादुर शाह पीछ में जो है बाद में पलट गए दू नहीं देने वाले थे तो पोर्तुगीज ने बहादुर शाह को मिलने के लिए बुलाया और मिलने के लिए बुलाया कहां पानी में बुलाया जहाज से बुलाया और जब वो गए तो वहीं पानी में गिर गए तो इनकी डेथ हो गई तो एक एक जो दुश्मन है वो अपने आप साफ हो गया तो बहादुर शाह की कहानी अपने आप खत्म हो गई यस बट क्या गुजरात कंट्रोल में है नहीं इसका तो मौका ही नहीं लगा राइट शेरशाह ऑलरेडी एक्सपेंड कर रहा है पावरफुल होता जा रहा है अब अब इनको एहसास हुआ कि हां ये हमसे गलती हो गई शेरशाह को उस समय उस समय नहीं छोड़ना चाहिए था राइट है ना तो हां तो अब जो है ये फिर आगे बढ़ते हैं तो बैटल ऑफ चौसा तो बैटल ऑफ चौसा तो बैटल ऑफ चौसा टुवर्ड्स टुवर्ड्स बेसिकली बिहार तो अब ये जो है बिहार में एक लड़ाई लड़ते हैं बंगाल पे कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं लेकिन वहां फस जाते हैं किसी तरह जान बचाकर यह भाग कर वापस आते हैं तो बैटल ऑफ चौसा में ऑलमोस्ट य किसी तरह बचे हैं राइट नदी में कूद गए और जो है किसी तरह इस बैटल से बच के निकले एंड देन देन फाइनली बैटल 1540 जब शेरशाह और आगे बढ़ रहा है तो अगली लड़ाई होती है कन्नौज में कहीं पे कन्नौज और य यह बुरी तरह हार जाते हैं और इनको सब छोड़ छाड़ के भागना पड़ता है तो इसके बाद य भागते रहे इधर उधर एंड भाग के गए कहां भाग के गए पर्शिया मीनवाइल मीनवाइल मीनवाइल यहीं पर जो है सिंध में सिंध में जो है जन्म होता है अकबर का अकबर का र तो जब पर्शिया गए तो पर्शिया में उस समय राजा था शाह तह मास्क तह मास्क कब गई ये कब भागना पड़ा इनको 1540 में तो 1540 अगेन लेट्स कम बैक तो 1540 में बेसिकली उनको राज्य छोड़ के भागना पड़ गया तो उनका जो एक राज्य है वोह 1540 तक ही है राइट है ना तो लेट्स पुट दिस ऑन द टाइमलाइन दैट पहला जो उनका स्टेंट है इट इज ओनली टिल 1540 1540 फिर वो इधर उधर उधर भाग रहे हैं वो फिर भाग रहे हैं राइट ना भाग भाग के गए किसके पास भाग के गए शाह तह मास के पास इनसे मदद मांगी कि हां हमारी मदद कर दो तो शाह तह मास ने कहा ठीक है मदद कर देते हैं तो पर्शिया ने इनकी मदद करी राइट ना फिर जो है जब ये जब ये शेरशाह सूर्य बेसिकली सूर अंपायर तो यहां पर क्रिएट हो गई थी सूर अंपायर सूर अंपायर तो 15 साल जो है एक्चुअली सूर अंपायर रहती है तो 15 साल बाद जब ये अंपायर कमजोर हो रही थी तब यह वापस आते हैं और अटैक करते हैं और यह रीगेन करते हैं 1555 बट अगेन इनकी किस्मत बहुत खराब थी और विदन टू इयर्स 1556 में ये लाइब्रेरी से गिर जाते हैं और इनकी डेथ हो जाती है है ना कोई बहुत बढ़िया किताब पढ़ रहे थे बिल्कुल मशगूल हो गए राइट है ना कि हां समझ ही नहीं आया क्या हो रहा है और और इनका कुछ पैर फिसल गया और ये गिर गए तो दूसरी मंजिल से कुछ गिर गए थे तो इनकी डेथ हो गई तो ही डाइड इन 1556 तो मात्र दो साल के लिए इन्होंने वापसी करी थी राइट है ना तो लेट्स ऐड दिस ऑन द टाइमलाइन कि 1540 टू 15 55 1555 तो इन बिटवीन वी हैव सूर अंपायर हेडेड बाय इनिशियली हेडेड बाय शेर शाह सूरी राइट है ना तो इसीलिए इसीलिए वो गैप आया था प्लस प्लस अगर हम समझे तो यहां पे सिर्फ बैटल्स हुई है तो यहां भी मेनली सिर्फ बैटल्स ही हुई है राइट हमने समझा कि यहां जो है एक एक कहानी हमने पढ़ी चूनर की राइट एक चौसा की बैटल है और एक कन्नौज की बैटल है और फिर इन्हें छोड़ के भागना पड़ा इन्हें छोड़ के भागना पड़ा था तो ये ये दुखदाई कहानी है बेसिकली हिमायू की कि हां ये चैन से चैन से पूरा टाइम राज्य भी नहीं कर पाए नाउ नाउ अदर देन दिस अदर देन दिस इनका कुछ और भी कंट्रीब्यूशन है तो हमने बात करी कि हां हुमायूं एजाइल में गए फिर सपोर्ट मिला ईरान से राट ना फिर वापस आके इन्होंने वापस जो है अपने आप क्लेम किया लेकिन फिर इनकी डेथ हो जाती है इनकी डेथ हो जाती है नाउ अदर देन दिस हुमायू का कुछ और अगर कंट्रीब्यूशन देखें तो एक तो दिल्ली में इन्होंने दीन पना बनाया है राइट दीन पना तो एक नया शहर बनाया जो दीन पना तो एक इनका ये कंट्रीब्यूशन है कुछ इन्होंने मस्जिद भी बनवाए हैं राइट ना एक जमाली मस्जिद है दिल्ली में एक है ईसा खान ईसा खान का मस्कट दिल्ली में तो कुछ इन्होंने मस्जिद बनवाया हुआ है दूसरा यहीं से एक नई कहानी शुरू होती है पेंटिंग की पेंटिंग पेंटिंग की कहानी से कहां से चालू हो गई तो पेंटिंग की कहानी तो जब ये पर्शिया गए तो इन्होंने पर्शिया में देखा कि बहुत सारे पेंटर हैं बढ़िया पेंट करते हैं राइट ना तो हां तो इन्होंने रिक्वेस्ट किया कि ऐसा है मुझे दो बढ़िया पेंटर दे दो तो दो पेंटर ही अपने साथ लेकर आए एक है मीर सैयद अली मीर सैयद अली और एक है अब्दुल समद तो ये दो बड़े नाम दो बड़े पेंटर अब ये हुमायू के साथ-साथ आ गए हैं यहीं से मुगल एंपायर में पेंटिंग का शौक चालू होगा राइट ना पेंटिंग चालू हो जाएगी खूब जो है बढ़िया-बढ़िया पेंटर होंगे तो पेंटिंग बड़ी इंपोर्टेंट हो जाएगी मुगल्स में स ना दिस वाज दिस वाज ऑल अबाउट ऑल अबाउट हुमायूं अगेन अगेन अब बात करते हैं कि सूर अंपायर जो बीच में आया है राइट है ना शेरशाह सूरी है ना तो पहले इनकी बात करते हैं कि ये 15 साल जो है शेरशाह सूरी एंड द सूर अंपायर इस 15 साल की बात करते हैं कि क्या कहानी है राइट है ना तो शेरशाह सूरी तो शेरशाह सूरी का राज्य 5 साल का ही है राइट है ना ये 1540 टू 1545 ही है अब अब जैसे ही हुमायूं को इन्होंने हराया सबसे पहले इसने काम क्या किया इसने कहा मुझे एक्सपेंड करना है पूरा राज्य स्थापित करना है भाई पूरा पूरा राज्य स्थापित करना है तो बिहार बंगाल पर पहले ही कंट्रोल था अब कन्नौज आगे बढ़कर हुमायूं को हरा दिया है तो अब सेंटर पर भी कंट्रोल कर लिया है क्या राजपुताना को हरा पाए राजस्थान को हरा पाए नहीं लेकिन बाकी एरिया इधर मुल्तान वगैरह जो है सिंध वगैरह ये सारा एरिया इन्होंने जीत लिया है तो एक बड़ी अंपायर इन्होंने क्रिएट कर ली है शेरशाह सूरी ने एक अच्छी अंपायर क्रिएट कर दी है रटना जो है हुमायूं को भगा दिया और शेरशाह सूरी ने बढ़िया अंपायर क्रिएट कर दी तो या तो काफी सारा एरिया इन्होंने जीता या काफी काफी सारे राज्यों को हराया रं थंबोर है रायसेन है एमपी में चित्तौड़ है कलिंजर है कलिंजर की जब लड़ाई लड़ रहे थे 1545 में उसी समय उसी समय कोई बम फट गया इनके पास कोई बारूद कासा जो है डब्बा था वो फड़ गया उससे इनकी डेथ हो गई तो ये एक्सीडेंट में मारे गए राइट तो 1555 में एक्सीडेंट में मारे गए अब अब जो इनके इनके सक्सेसर हैं राइट है ना फॉर एग्जांपल ईसम शाह है राइट आदिल शाह है दे आर नॉट स्ट्रांग इनफ उनमें वो बात नहीं है जो कि शेरशाह सूरी में बात थी तो तो इसके बाद इसीलिए हार गए इसीलिए जो है हुमायूं की वापसी हो पाई पर द पॉइंट यह नहीं है कि हां जो है इन्होंने कैसे एक्सपेंड किया क्या किया पॉइंट यह है कि जो है इन्होंने इस छोटे से दौर में इस 5 साल में इन्होंने काफी कुछ कंट्रीब्यूट कर दिया है ये बड़ा इंपॉर्टेंट है इसकी बात करते हैं सो नाउ तो लेट्स टॉक अबाउट दिस मोस्ट इंपॉर्टेंट की जो गवर्नमेंट इन्होंने सेट अप करी है राइट है ना गवर्नमेंट बहुत इंपॉर्टेंट है एक सेंट्रलाइज्ड स्ट्रांग गवर्नमेंट सेट अप करी है किसने शेरशाह सूरी ने राइट है तो सेंट्रलाइज गवर्नमेंट सेट अप करी है प्लस कई सारे डिपार्टमेंट बना दिए हैं जैसे दीवाने विजारत वजीर डिपार्टमेंट है ना प्लस ये जो है रेवेन्यू और फाइनेंस देखता है एक दीवाने अरीज है तो बहुत सारे नाम आपने ऑलरेडी सुने हुए हैं कहां सुने हैं दिल्ली सल्तनत में सुने हुए हैं तो वहीं से नाम आ रहे हैं वहीं से नाम आ रहे हैं दीवाने अरीज एक दीवाने रिसालत है राइट ना फॉरेन अफेयर देखता है दीवाने इंशा करेस्पॉन्ड्स देखता है कम्युनिकेशन देखता है तो इस तरह का प्रॉपर डिपार्टमेंट इन्होंने सेट कर दिया जैसा कभी डेल्ली सल्तनत के टाइम में हुआ करता था राइट है ना प्लस एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीजन इन्होंने कहा कि हम इसमें बहुत सारे जो है क्या होंगे छोटे-छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे छोटे सरकार बनाएंगे सरकार तो एक छोटा सा यूनिट कहलाएगा सरकार प्लस उसको फर्द डिवाइड किया जाएगा और उसमें से निकलेगा परगना तो सरकार और इसका फर्द डिवीजन है परगना तो सरकार और परगना यूनिट तो सरकार बना रहे हैं परगना बना रहे हैं सरकार का जो एक हेड होगा डिस्ट्रिक्ट का जो हेड होगा सरकार इज मोर लाइक अ डिस्ट्रिक्ट ऐसी बहुत सारी डिस्ट्रिक्ट्स बनाई है और उनके अंदर सब डिस्ट्रिक्ट्स बनाई है तो सरकार का जो हेड होगा वो होगा सिकदर सिकदर तो वो वहां का लॉ ऑर्डर रेवेन्यू सारी चीज देखेगा तो एक इस तरह का प्रॉपर लोकल एडमिनिस्ट्रेशन भी सेट अप किया है यस इनफैक्ट गांव के लेवल प भी ही है ही हैज यू कैन से रेवेन्यू कलेक्शन ही हैज बेसिकली यू कैन से पीपल रिस्पांसिबल फॉर मैनेजमेंट तो यहां पर रेवेन्यू रेवेन्यू यूनिट माना गया है एक गांव को और यहां पर जो चीफ है वो टैक्स वगैरह कलेक्ट कर र है सॉरी इस तरह का एडमिनिस्ट्रेशन अच्छा इन्होने सेट अप किया है थिंग इज रेवेन्यू सिस्टम राइट है ना तो हां तो जो है ये जो रेवेन्यू सिस्टम ये बनाने जा रहा है शेरशाह सूरी बनाने जा रहा है यही आगे अकबर कॉपी करेगा तो इट इज एज इंपॉर्टेंट कि यहां जो है इसका सिस्टम बहुत इंपॉर्टेंट है तो इस इसके सिस्टम में एक चीज इंपॉर्टेंट है कि क्रॉप रेट एक एक पूरा दस्तूर अमल है जिसमें लिखा हुआ है कि आलू कितने का है तो चावल कितने का है तो ऐसा करके पूरा रेट डिसाइडेड है कि तुम क्या उगाओ ग उसके हिसाब से तुम्हें कितना पैसा देना पड़ेगा ये पहले से ही डिसाइडेड है राइट ना ये रैंडम नहीं है कि हां जो है उसका मोल भाव हो रहा है कि नहीं आलू ₹ का होगा कि 0 का होगा नहीं क्रॉप रेट इज डिसाइडेड दिस इज कॉल्ड एज रे सिस्टम रे रे प्लस स्टेट की डिमांड फिक्स कर रखी है राइट ना तो हां तो अगर देखा जाए तो रेवेन्यू में रेवेन्यू कलेक्शन के लिए एरिया इनटू प्रोडक्टिविटी इनटू शेयर होता है कि कितना शेयर है राइट है ना तो यहां पर एरिया मेजरमेंट हो रहा है यह मेजर भी करवा रहा है राइट है ना मेजरमेंट हो रहा है तो सिकंदर गज सिकंदरी गज करके यूनिट है प्लस जमीन को जमीन को जो है प्रोडक्टिविटी वाइज बांटा गया है अच्छी जमीन कौन सी है बुरी जमीन कौन सी है बंजर जमीन कौन सी है और शेयर भी फिक्स कर दिया गया है राइट है ना शेयर इसलिए भी आसानी से फिक्स हो गया क्योंकि देर इ रे सिस्टम एंड एंड दिस इ एनुअल असेसमेंट हर साल असेसमेंट होता है एनुअल इट इज कॉल्ड एज जब्ती हर साल जब्ती हर साल हर साल तो ये बढ़िया सिस्टम है बहुत बढ़िया सिस्टम इसने सेट अप कर दिया है रेवेन्यू में तो रेवेन्यू सिस्टम इसका खासा फेमस है राइट रेवेन्यू सिस्टम फिक्स कर दिया रेवेन्यू सिस्टम फिक्स कर दिया पेमेंट जो होगा वो कैश में ही होगा राइट करंट मार्केट रेड या फिर जो दस्तूर मल है उसके हिसाब से होगा कुछ पैसा एक्स्ट्रा रखा जाएगा ताकि वो जो है रिजर्व की तरह रहे इमरजेंसी फंड की तरह रहे कि कल को फैमिन वगैरह पढ़े तो हम उसको हैंडल कर सके प्लस डॉक्यूमेंटेशन कि हां ये भी नहीं है कि रैंडम मुह जवानी चल रहा है नहीं रेवेन्यू रेवेन्यू के लिए जो है रेवेन्यू के डॉक्यूमेंटेशन है जिसमें आता है पट्टा जिसमें आता है कबूलियत कबूलियत नाउ व्हाट इज पट्टा तो पट्टा इज बेसिकली जो है पट्टा इज बेसिकली होल रिकॉर्ड ये जो कैलकुलेशन रिकॉर्ड है कि कितना एरिया आपने उगाया है कौन सी क्रॉप है कितना टैक्स देना पड़ेगा समथिंग इस तरह की की चीज को बोलते हैं आपका पट्टा कि पूरा जो है यनो लिखा हुआ है पटवारी जैसे वर्ड आता है कबूलियत कबूलियत इज एग्रीमेंट डीड कि हां पेजेंट एग्री कर रहा है कि हां भाई ये मेरी जमीन है हर साल हम इतना दिया करेंगे या इस पे मैं रेंट दूंगा तो कबूलियत और पट्टा इस तरह के दो डॉक्यूमेंटेशन भी है तो हां तो देयर इज डॉक्यूमेंटेशन एज वेल देयर इज असेसमेंट एज वेल तो प्रॉपर यू नो यू कैन से रेवेन्यू के पीछे उसने चीजें फिक्स करी है सली जुडिशियस सिस्टम सेटअप किया है जिसमें जिसने उसने मुस्लिम लॉ अप्लाई किया है और वो बिल्कुल भी पार्शियल नहीं है कोई अगर नोबल भी है तो उसके ऊपर भी जो है केस होगा है ना कितने भी बड़े आदमी हो तुम्हारे ऊपर केस चलेगा प्लस अनदर थिंग ही हैज फिक्स्ड इज ट्रेड राइट इकॉनमी साइड तो ट्रेड उसने जो है इंप्रूव किया है उसने कहा है कि ट्रेड के ऊपर अगर आपको टैक्स देना है तो आप दो बार दोगे जो आप कस्टम ड्यूटी वगैरह लेते हो एक एक एंट्री पे और एक सेल पे राइट तो दो ही बार होगा एक बार एंट्री पे होगा एक बार सेल पे होगा ये नहीं कि कहीं भी जो है नदी पार कर रहे हो तुमसे जो है टैक्स दे देंगे ये सब नहीं होगा दूसरा कॉइंस फिक्स किए हैं तो तो रुपया करके कॉइन है सिल्वर का रुपया कॉइन उसने इशू किया है तो कॉइन उसने इंप्रूव किया है कॉइन सिस्टम बेटर किया है वेट्स एंड मेजर्स उसने बेटर किए हैं प्लस कम्युनिकेशन रोड्स वगैरह तो ग्रांड ट्रंक रोड जो आप सुनते हो तो बहुत सारी रोड्स उसने बनाई जिसमें ग्रांड ट्रंक रोड बहुत फेमस है राइट साथ ही साथ साथ ही साथ उसने किले वगैरह बनाए हैं नॉट ओनली इन इंडिया बट पाकिस्तान एज वेल रोहतास फोर्ट एक्सेट्रा तो ओल्ड फोर्ट पुराना किला दिल्ली का उन्होंने बनवाया है प्लस प्लस जो है रास्ते में आपको बीच में होटल गेस्ट हाउस वगैरह भी चाहिए तो बहुत सारे सराए तो कहते हैं कि हर दो कोस के बाद एक सराय होगा तो सराय से क्या होगा कि एक तो रहने के लिए हो जाएगा और दूसरा प्रोटेक्शन भी मिल जाएगा तो कोई अगर जो है सामान लेकर जा रहा है तो कहीं भी रुक सकता है लोग फील सेफ फील करेंगे तो बढ़िया रह जाएगा बढ़िया रहेगा तो हा तो कंस्ट्रक्शन ऑफ सराय वगैरह भी इनके टाइम में हुए प्लस इसने अपना मकबरा खुद ही बनवा दिया था तो इसका मुसल्लम है बिहार में सासाराम में इसका मकबरा दिस वन मुलम ऑफ शेरशाह सूरी दिस वा स्टोरी ऑफ शेरशाह सूरी नाउ तो अब बात करते हैं कि हा भाई जो है बाद या उसके बाद जो है हमने समझा कि इसकी तो डेथ हो गई इसके जो सक्सेसर है वो अच्छे नहीं थे और उसके बाद जो है हुमायूं की वापसी हुई पर हुमायूं की भी डेथ हो गई राट तो 1556 में हुमायूं की डेथ हो गई यहां से कहानी वापस लाते हैं नाउ दिस इज एरा ऑफ अकबर अब अकबर जो है इस समय इसकी उम्र बहुत कम है अमरकोट में 1542 में जन्म हुआ था तो के हिसाब से भी 13 14 साल का है तो बहुत कम उम्र है इनकी बहुत ज्यादा कम उम्र है इनकी राइट तो अब जो है बैरम खान बैरम खान हुमायू के खास हुआ करते थे तो बैरम खान यहां पर वकील बन गए बैरम खान ने कहा कि इस बच्चे को मैं ट्रेन करूंगा यह हमारा सुल्तान राजा है बादशाह है राट मैं इसका वकील बन के रहूंगा तो यहां पर बैरम खान ने वकील की पोजीशन ली और और राज्य संभालने लगे प्लस प्लस इसी समय इसी समय मौका देखा इसी समय मौका देखा किसने इसी समय मौका देखा तो जो अफगानी थे अफगान इनको लगा कि हां भाई बच्चा है तो एक जगह कज कलिंज तो कलिंजल कहीं जो है इन्होने कालनर सॉरी नॉट कलिंज कालनर तो कालनर प जो है ये इनका क्या हो गया था इनका राज्याभिषेक हो गया था तो अब जो है अफगान को लग रहा है कि मौका अच्छा है और चलके अटैक कर देते हैं तो अफगान की साइड से आए हेमो हेमो तो हेमो 22 बैटल लड़ चुका था और कभी हारा नहीं था तो अब ऐसा लग रहा था कि जब हेमू अकबर की तरफ बढ़ा तो लग रहा था कि हां जो है ये तो खत्म है अकबर यहां पे राइट है ना तो हेमू तो हेमू आगे बढ़ा और लड़ाई होती है कहां पे पानीपत में दिस इज सेकंड बैटल ऑफ पानीपत और अकबर की साइड से कौन लड़ रहा है अकबर की साइड से अकबर तो छोटा सा है उसकी साइड से बैरम खान लीड कर रहे हैं बैरम खान बट शायद अकबर का वक्त आ चुका है राइट है ना कोई भी आ जाए यहां पे अकबर का वक्त आ चुका है तो कोई तीर हेमू की आंख में लग गया और मारा गया तो गलती से पता नहीं कैसे यहां पर अकबर यह बैटल जीत गए तो दिस इज सेकंड बैटल ऑफ पानीपत और यहां पर यहां पर अकबर को जीत मिली तो बैरम खान तो बैरम खान को क्रेडिट देना पड़ेगा कि हां भाई सेकंड बैटल ऑ पानीपत बैरम खान ने जितवा या थोड़ा बहुत एक्सपेंशन भी किया है ग्वालियर वगैरह पे भी जो है हमला किया है मालवा पे मालवा पे कंट्रोल किया है तो थोड़ा बहुत एक्सपेंशन भी किया है और ये बैरम खान का रोल जो है 4 साल का है 1560 तक राइट 4 साल तक बर बैरन खान का रोल है नाउ नाउ आफ्टर दैट जो है क्या है कि बच्चा बड़ा हो गया 18 साल 19 साल का हो गया है राइट ना अब वो चाहता है कि मैं अब खुद जो है राजा बनू कंट्रोल लू तो यहां पर यहां पर उसने बैरम खान को किनारे कर दिया तो बैरम खान थोड़ा बुरा माने लेकिन फिर इनको बोला कि तुम मक्का चले जाओ तो वही रास्ते में ये मारे गए तो खैर तो बैरम खान की कहानी खत्म हुई अब यहां से 1560 से अब अकबर का राइस चालू होता है तो पहले चार साल उसको जो है समझने में लगे थोड़ा ग्रो करने में लगे और यहां से अब उसका एक्सपेंशन का रोल चालू होता है तो नाओ अगेन सो टिल 1556 टू 1576 यू कैन से आधा जो राज्य है आधा जो टाइम है इट मोर अबाउट एक्सपेंशन और इसका बेस्ट मूमेंट है 1576 बैटल ऑफ हल्दी घाटी आइए कनेक्ट करते हल्दी घाटी तो एक मैंने आपको बताया कि हा एक तो 1500 1556 पानीपत की लड़ाई हमने समझी द्वितीय दूसरी बट पानीपत की लड़ाई थी ना तो यहां से एक्सपेंशन चालू होता है यहां से जो है यहां से यू नो यहां से 1560 के बाद धीरे धीरे धीरे करके ये एक एक राज्य जीतने लगता है तो फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल मालवा तो मालवा में बास बहादुर बैठे थे तो बास बहादुर तो बास बहादुर उनसे भरते रहे काफी टाइम तक तो बास बहादुर और इनकी वाइफ है रूपमती रूपमती तो जो है रूपमती यहां पर सुसाइड कर दगी ताकि वो सेफ रहे र लेकिन बास बहादुर इधर उधर भागते रहेंगे और आफ्टर दैट आफ्टर सम टाइम बास बहादुर जब सरेंडर करेंगे तो इनको मनसबदार बना दिया जाएगा मनसबदार राइट सिमिलरली सिमिलरली गोंडवाना एरिया जीतेंगे ये देन देन ये बढ़ेंगे जो है राजस्थान राजस्थान साइड में तो राजस्थान में रथम भर देन राजस्थान में या तो मिरता जोधपुर चित्तौड़ रथम भोर बीकानेर जैसलमेर मेवाड़ मारवाड़ ये सारे ही एरिया धीरे-धीरे जीतने लगेंगे तो राजस्थान में राजस्थान में भी कब्जा आ जाएगा यस एक ही चैलेंजर रह जाएगा वो है चित्तौड़ चित्तौड़ चित्तौड़ तो खाली चित्तौड़ जो है यू नो सरेंडर नहीं करेगा बट बाकी लोग बाकी सारे जो है यहां पर हार जाएंगे राइट ना दूसरा डेकन साइड में है ना तो एक तो हो गया नॉर्थ इंडिया साइड में नथ इंडिया साइड में है ना तो एक एक्सपेंशन है इनका मालवा साइड में राजस्थान साइड में राइट ना जो है देन इधर इधर जो है चंदा साइड में देन एक एक्सपेंशन है इनका गुजरात गुजरात जीतने के बाद अब गुजरात में ऐसी कोई स्ट्रेंथ रह नहीं गई कभी बहादुर शाह हुआ करते थे अब कोई स्ट्रेंथ है नहीं तो जब इन्होंने गुजरात पे कंट्रोल किया राट गुजरात जब जीता तो ये बहुत बड़ा मूवमेंट था क्योंकि गुजरात हमेशा फाइट थी तो इसके बाद ही इन्होंने क्या बनवाया जाके फतेहपुर सीकरी में बुलंद दरवाजा बनवाया इस जीत को कमेमोरेट करने के लिए इन्होंने बनवाया बुलंद दरवाजा इट इज बेसिकली बेस्ड ऑन विक्ट्री इन गुजरात राइट है ना प्लस प्लस इसके अलावा डेकन साइड जाते हैं तो डेकन साइड इनको बहुत सक्सेस नहीं मिली है डेकन ऐसा बहुत डीप पेनिट्रेट वो नहीं कर पाए राइट तो डेकन साइड उनकी लड़ाई अहमदनगर वगैरह से हुई है राइट अहमदनगर थोड़ा बहुत इनके इनके कंट्रोल में आया है राइट है ना बट अदर वाइज डेकन रिजन इनके कंट्रोल में नहीं आया तो साउथ इंडिया अकबर के कंट्रोल में नहीं है राइट है यू रिलाइज लेट मी शो यू द मैप ऑफ़ अ मैप ऑफ़ दिस राइट है तो खाली अहमदनगर है ना तो हां खाली इतना एरिया तो दिस इज़ दी यू कैन से एक्सटेंट ऑफ एक्सटेंट ऑफ अकबर राइट है ना इतना एरिया जो है दिस इज़ दिस इज़ दी टेरिटरी ऑफ़ अकबर बाकी इंडिया बाकी है अभी यस बाकी इंडिया अभी भी बाकी है बाकी इंडिया पे अभी भी अकबर का कंट्रोल नहीं है बट फिर भी फिर भी एक अच्छी खासी एंपायर उन्होंने क्रिएट कर र है यस तो एक्सपेंशन तो शुरू का जन एक्सपेंशन का है जिसमें जैसा कि मैंने कहा था कि सबसे इंपॉर्टेंट मोमेंट जो है इस बैटल ऑफ हल्दी घाटी तो चित्तौड़ हमेशा रेजिस्ट करता रहा था राइट है ना तो हां तो पहले भी कोशिश हुई थी और यहां पे राणा प्रताप थे तो 1500 1500 जो है 68 के आसपास पहले भी जो है लड़ाई जो हुई है 1568 में चित्तौरगढ़ की काफी कोशिश करी राणा उदय सिंह के बेटे हैं तो राणा प्रताप को यहां पे उन्होंने परसूड कर करने की कोशिश करी कि हमको जवाइन कर दो राइट ना समझो इस बात को कि अकबर जिनको भी हराता है उनको 90 पर केसेस में अपना मनसबदार बना लेता है अब व्हाट इज मनसबदार अभी थोड़ी देर में देखेंगे बट मनसबदार इज मोर लाइक अ एंप्लॉई राइट एक वफादार एंप्लॉई टाइप का हो जाता है कि हां उनके कंट्रोल में रहेगा तो मनसबदारी समथिंग लाइक दैट कि अब जो है आप हमारे पेरोल पे आ चुके अब हम आपको सैलरी देंगे तो यहां पे वो ज कोशिश करता है कि किसी को भी हराओबा सिंह को भेजेंगे कि हां थोड़ा ना उनको भगवान दास को भेजेंगे टोडरमल को भेजेंगे राइट ना बट क्या जो है राणा प्रताप महाराणा प्रताप मानते हैं नहीं महाराणा प्रताप यहां नहीं मानते राट है ना एक बार एक बार जो है महाराणा प्रताप अपने बेटे अमर सिंह को भेजते हैं कि हां जो है एक बार बात करके आओ बट फिर भी कोई बात होती है फिर भी कोई बात यहां पर एस सॉल्व नहीं होती तो फाइनली फाइनली जब कोई एग्रीमेंट नहीं होता तब जो है ये बैटल ऑफ हल्दी घाटी होती है 1576 में एक तरफ अकबर की सेना राइट है ना और दूसरी एक बार एक तरफ अकबर की सेना राजा मानसिंह के साथ और दूसरी तरफ दूसरी तरफ जो है महाराणा प्र उनके साथ हकीम खान सूर हैं उनके साथ भील लोग भी हैं और यहां पर एक गोरिला वरफेन द्वारा काफी लड़ाई होती है बट राणा प्रताप दो यहां पे नहीं जीत पाते बट फिर भी सबमिट नहीं करते और वह रेड मारते रहते हैं रिबेल करते रहते हैं तो यह उनका जो रेजिस्टेंस है अगेंस्ट अकबर वो कंटिन्यू रहता है है ना जो इसके बाद भी उनका रेजिस्टेंस कंटिन्यू रहता है तो बैटल ऑफ हल्दी घाटी तो टिल दिस पॉइंट अकबर वाज एक्सपेंडिंग राइट इसके बाद ऐसा कुछ मेजर एक्सपेंशन नहीं दिखाई देता इसके बाद हमें दिखाई देगा कि हां लोग रिबेल कर रहे हैं इस साइड रिबेल कर रहे हैं यहां पर रिबेल कर रहे हैं यहां पर रिबेल कर रहे हैं तो मोस्टली अकबर रिबेलियस हैंडल कर रहा है राइट ना मोस्टली उसका टाइम जो है रिबेलियस जो मैक्सिमम टाइम वेस्ट हुआ है या इन्वेस्ट हुआ है इधर से एक अब्दुल्ला खान उजबेक अटैक कर रहा था तो आखिरी में कुछ 15 साल समथिंग अब्दुल्ला खान उजबेक इसी को मैनेज करने में निकल गया है 1598 तक वो अब्दुल्ला खान उजबेक को ही मैनेज करता रह गया राइट तो हां तो इसके आगे कुछ एक्सपेंशन हो पाया नहीं इसके आगे कुछ एक्सपेंशन अकबर का नहीं हो पाया नाउ अब हाउ अकबर बिम सो स्ट्रांग राइट ना कि हां अकबर जो है माना जाता है कि स्ट्रेंथ वाइज ये वन ऑफ द बेस्ट जोन है वन ऑफ द बेस्ट एरा है इसने ही इसने ही पूरा जो है स्ट्रेंथ क्रिएट करी है हुमायूं में वो बात नहीं थी राइट है ना तो वो इसलिए है कि समझते हैं कि पहली बात अगर हम देखें कि अगर अगर अकबर है तो अकबर एक बहुत ही बढ़िया सेंट्रलाइज गवर्नमेंट सेटअप करता है जिसके नीचे वजीर है राइट इंपोर्टेंट ऑफिसर्स की बात करें और एक है मीर बख्शी मीर बख्शी नाउ जनरली क्या होता है कि वजीर बहुत स्ट्रांग होता है ये फाइनेंस वगैरह भी देख रहा होता है लेकिन अकबर ने इसको भी कंट्रोल में रखा है राइट कोई भी डिसीजन होगा अकबर पर्सनली लेगा तो मैक्सिमम पावर अकबर ने अपने पास रखी हुई है जितने भी मनसबदार हैं राइट उनकी हायरिंग मीर बख के यू कैन से देखरेख में होती है और ही इज द हेड ऑफ द नोबिलिटी सारे के सारे मनसबदार किसको रिपोर्ट कर करते हैं मीर बक्शी को रिपोर्ट करते हैं इनका ऑडिट वगैरह सब मीर बक्शी ही करता है तो ये दो लोग सुपर इंपॉर्टेंट है इसके अलावा इसके अलावा देयर इज देयर इज मीर समान मीर समान जो है जो जो जो है अकबर का पैलेस है अकबर का घराना है कोर्ट है उसकी देखरेख करता है देयर इज वन सुद्र सुदूर सुद्र सुद्र ये रिलीजियस डिपार्टमेंट जुडिशल डिपार्टमेंट ये देखते हैं तो चीफ काजी भी यही है रिलीजियस डिपार्टमेंट प्लस जुडिशल डिपार्टमेंट पूरा इन्हीं के पास है तो एक बढ़िया एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर अकबर ने क्रिएट कर रखा है बट इस पूरे एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर की जान क्या है इस पूरे एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर की जान है मनसबदारी राइट कि हां जो मनसबदार है यह कहीं ना कहीं अकबर को स्ट्रेंथ प्रोवाइड करते हैं नाउ लेट्स टॉक अबाउट मनसबदार व्हाट इज अ मनसबदार तो मनसबदार तो मनसबदारी सिस्टम तो मनसबदार इन टर्म इन जनरल ऐसा कह सकते जैसे आज हमलोग गवर्नमेंट ऑफिसर कहते हैं वैसा ही मनसबदार होता है सपोज अगर मैं मनसबदार बन जाऊ राट तो अगर मैं मनसबदार बन गया तो पहले मेरी रैंक सेलेक्ट करी जाएगी राइट मनसबदार कि सबसे मान लो सबसे लोअर रैंक है 10 अब जो है ऐसे मान लो 5000 तक लेट्स से हाईएस्ट रैंक है 5000 इसके भी ऊपर हो सकता है मान लो हाईएस्ट 5000 है तो मेरे मेरे यू कैन से पोटेंशियल के हिसाब से मैं कितना इंपोर्टेंट हूं कितना टैलेंटेड हूं उसके हिसाब से मेरी एक रैंक सेलेक्ट करी जाएगी कि भाई इसको किस नंबर पे रखना है तो चलो लेट्स से मुझे रखा गया 3000 पे राइट ये जो 3000 जो है ये जो पूरा हायरा की में जो मेरा नंबर है राइट दिस इज कॉल्ड एज जाट रैंक दिस इज जाट रैंक ये जाट रैंक जो है जाट रैंक बताती है कि मैं किस नंबर पे आता हूं किस हायरा की में आता हूं इसी 3000 पे और लोग भी हो सकते हैं ऐसा नहीं कि मैं इकलौता 3000 पे होंगा ऐसे रैंक ऐसी नहीं है कि हां 5000 लोग ही है ये हो सकता है कुछ जो है यू नो शायद अकबर के टाइम में 1800 लोग ही थे और उसमें उसमें जो है 3000 मतलब कि एक लेवल सेट है कि हां ये सारे 3000 लेवल वाले लोग है ट जैसे ए बी सी डी कि हां ये एक ग्रेड के लोग है वैसा तो जट रैंक क्या बताता है जाट रैंक जाट रैंक टेल्स स्टेटस राइट ना कि मेरा स्टेटस क्या है और मेरी सैलरी भी बताता है प्लस प्लस अनदर थिंग इज कि हां मेरी सैलरी और स्टेटस से एक और चीज डिफाइन होती है वो है सवार रैंक सवार रैंक कि हां जो है यू नो कितने सवार कितने घड़ सवार मैं रख सकता हूं राइट है ना सवार जनरली सवार रैंक जट रैंक से कम होती है या मैक्सिमम बराबर हो सकती है इतना ही हो सकता है इसका मतलब यह हुआ कि अगर लेट से मेरी जाट रैंक 3000 है यानी मैं 3000 घड़ सवार रख सकता हूं मैक्सिमम समझ गया कि है ना कि मेरे पास एक अपनी आर्मी भी होगी तो तो ये जो मनसबदार है इज मोर लाइक अ मिलिट्री ऑफिसर राइट है ना लेट मी लेट मी कम बैक राइट है ना इट्स मोर लाइक अ मिलिट्री ऑफिसर कि मेरे पास ऐसा 3000 की एक सेना भी है राइट है ना सवार मतलब हो गया 3000 सवार मतलब सोल्जर भी है और घोड़े भी हैं राइट है ना हॉर्सेज भी है दोनों चीजें हैं मेरे पास तो ये सब जो है मेरे पास है तो मैं मेरा एक अपना ओदा है राइट ना मेरे पास 3000 लोगों की सेना भी है राइट लेकिन मुझसे कहा गया कि नहीं ऐसा है कि आप सेना पूरा हैंडल नहीं कर पाते 3000 ज्यादा हो जाएगा आपके लिए तो ऐसा भी हो सकता है कि मेरी सवार रैंक थोड़ी कम हो मुझे बोला जाए कि चलो 1000 रख लो यार तुम तो सवार रैंक कम भी हो सकती है कि हां मेरे पास शायद हजार के मुताबिक ही जाए घोड़े और सोल्जर्स है तो ये रैंक कम भी हो सकती है बट जैसा कि मैंने कहा कि मनसबदार जरूरी नहीं कि हां मिलिट्री गवर्नमेंट मिलिट्री ऑफिसर ही हो ये मनसबदार सिविल ऑफिसर भी हो सकता है इवन अ पेंटर कैन बी अ मनसबदार अब अगर मान लो मैं पेंटर हूं पेंटिंग कर रहा हूं तो मैं सेना का क्या करूंगा तो मेरी सवार रैंक जीरो भी हो सकती है ऐसा जरूरी नहीं कि हां सेना दी ही जाए भाई पेंटर है सेना का क्या करेगा भाई व तबला बजाता है मनसबदार है ना क्या ही करेगा सेना का तो हां तो सिविल ऑफिसर भी हो सकता है मिलिट्री ऑफिसर भी हो सकता है अगर मिलिट्री ऑफिसर है या जो है जरूरत है किसके पास कुछ सेना होनी चाहिए देखरेख करेगा तो हां जो है उसको सेना दे दी जाएगी नाउ नाउ अब अकॉर्डिंग राइट है ना ये सैलरी और प्लस ये एक्सपेंडिचर राइट है ना ये एक्सपेंसेस मिला के मेरा टोटल मेरी टोटल सैलरी बनेगी राइट है ना टोटल सैलरी जो है मेरी बनेगी अभी टोटल सैलरी के मुताबिक लेट्स से अजूम करते मेरी सैलरी बन रही है 5 लाख अजूम कर लेते राइट 5 लाख अ 5 लाख कहां से आएंगे तो 5 लाख रप के लिए मुझे हो सकता है कैश पेमेंट मिल जाए पॉसिबल है राइट सरकार कहे कि तुम्हें कैश पेमेंट दे देते हैं या फिर या फिर जो है मुझे कोई जागीर एलोकेट कर दी जाएगी फॉर एग्जांपल मुझे बोला जाएगा कि की जागीर तुम्हारी है नोएडा तो नोएडा की जागीर मुझे दे दी गई जागीर का मतलब हो गया कि हा यहां का रेवेन्यू जो है यहां जो भी रेवेन्यू कलेक्ट होगा वह मेरा रेवेन्यू होगा तो वो सारा रेवेन्यू मेरा हो गया तो अगर य जागीर मुझे एलोकेट कर दी गई तो मैं मनसबदार तो हूं ही मैं एक और चीज हो जाऊंगा मैं नोएडा का जागीरदार भी हो जाऊंगा जागीरदारी का परपस सिर्फ और सिर्फ रेवेन्यू है राट यहां का जितना पैसा निकलेगा वो मुझ मिल जाएगा राइट है ना तो नाउ अब फायदा क्या हो रहा है अकबर ने ये जो सिस्टम क्रिएट किया है है ना ये सिस्टम ऐसा नहीं कि हां जो है यू कैन से नया सिस्टम है ये सिस्टम सेंट्रल एशिया में चलता था इट इज वेरी मच सिमिलर टू योर जो है इकता एज वेल इकता में भी कुछ ऐसा ही हो रहा था राइट थोड़ा डिफरेंसेस है इकता और इसमें लेकिन फिर भी एकता में भी ऑलमोस्ट ऐसी ही बात हो रही थी नाउ नाउ अंडरस्टैंड कि जो भी मान लो जो है मैं बास बहादुर हूं मैं सब कुछ हार गया अपना लेकिन अकबर ने कहा कि तुम्हें मनसबदार रख लेते हैं तुम्हें तुम्हारे इलाके का जागीरदार बना देते हैं पहले भी जो वो वहां का रेवेन्यू आता था राइट है ना तुम्हें मिलता था अभी भी वहां का रेवेन्यू तुम्हें ही मिलेगा तो बास बहादुर खुश हो जाएगा कहेगा अकबर बहुत अच्छा आदमी है उसने मेरा राज्य नहीं छीना तो जितना राजपूत वगैरह जो थे जो भी उनसे हारा था मैक्सिमम लोग लोगों को उसने मनसबदारी ऑफर कर दी थी तो ये सारे लोग उसके राज्य में मनसबदार की तरह रहते थे और और जो है जब मनसबदार रहते थे तो सारे लोगों में कंपटीशन होता था सारे लोग जो है और अच्छा परफॉर्म करने की कोशिश करते थे इसीलिए अकबर की टीम बहुत स्ट्रांग थी तो जैसे कभी हम इल्तुतमिश की बात कर रहे थे कि हां इल्तुतमिश के पास तुर्कान चहलगनी थी 40 लोगों की टीम थी वैसे ही सोचो अकबर के पास ऐसे 1800 मनसबदार थे राट तो जो है तगड़ी टीम थी अकबर के पास अकबर के पास बहुत भयंकर टीम थी और ये सारे मनसबदार कहीं का राजा कहीं का राजकुमार कहीं का जो है यू कैन से यू नो मिलिट्री ऑफिसर इस तरह के बड़े स्ट्रांग लोग थे तो यही कारण है कि अकबर इतना स्ट्रांग जो है यू कैन से राज्य क्रिएट कर पा रहा था राइट है ना तो हां तो जो है मनसबदारी इंपोर्टेंट है यस अब ऐसे ही उसके पास कुछ नवरतन भी है कोई बड़ा राजा होता है तो चाहता है कि 10 12 एकदम स्मार्ट लोग उसके पास रहे राइट ना उसे राय देते रहे सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट उसे राय देते रहे तो वैसा ही उसके पास कुछ नवरतन है नवरतन मतलब नौ लोग राइट है ना जिसमें जिसमें फेमस आपने बीरबल का नाम सुना हुआ है राइट बीरबल देन देन जो है अबुल फजल तो अबुल फजल और अबुल फैजी फैजी पोएट है और अबुल फजल बेसिकली राइटर है तो अकबर नामा इन्होंने लिखी हुई है अबुल फजल ने लिखी हुई है अकबर नामा इसी इसी का पार्ट है एन ए अकबरी तो अकबर के टाइम में जो भी हुआ है इसमें लिखा हुआ है सब अकबरी तानसेन म्यूजिक के लिए जाने जाते हैं अब्दुल रहीम खान खाने खाना जो है यह बेसिकली बैरम खान के बेटे हैं तो बैरम खान की डेथ के बाद इनकी वाइफ से इसने शादी कर दी थी अकबर ने तो अब्दुल रहीम खाने खाना उनका बेटा है तो इसने बाबर नामा बेसिकली जो तुजुक बाबरी थे उसको ट्रांसलेट किया है पर्शियन में पहले बताया मैंने राजा मान सिंह उनके बड़े मिलिट्री ऑफिसर है मुल्ला दो प्याज उनको एडवाइस करते हैं फकीर अज उद्दीन बेसिकली सूफी सेंट है एंड टोडर मल बहुत बड़ा नाम है रेवेन्यू में फाइनेंस मिनिस्टर नाउ अब बात करते हैं कि य टोडर मल तो टोडर मल ने क्या किया तो अकबर का रेवेन्यू भी जबरदस्त है यस अकबर का रेवेन्यू भी उतना ही जबरदस्त है तो जैसा कि मैंने कहा कि रेवेन्यू कैलकुलेट करते हैं कि आपका कितना बड़ा खेत है एरिया कितना है प्रोडक्टिविटी बहुत जो है बहुत निकलता है खेती में या नहीं निकलता है इंटू सरकार का शेयर तो ये तीन चीजें तीन फैक्टर इंपॉर्टेंट होते हैं तब कभी भी रेवेन्यू कैलकुलेशन में तो यहां भी यहां भी जो है उसने फिक्स किया है जैसे एरिया में एक नई यूनिट लेकर आया इलाही गज राइट कि हां प्रॉपर मेजरमेंट होगा प्रोडक्टिविटी में जो है खेतों को बांटा कि अगर बहुत बढ़िया खेत है तो बोला पोलाज साल भर खेती होती है कम खेती होती तो परिती और छहर बंजर है तो बंजर तो इस तरह से प्रोडक्टिविटी से क्लासिफाई भी किया है और फिर स्टेट का शेयर भी फिक्स किया है जनरली 1/3 प्लस ये भी रे सिस्टम फॉलो कर रहा है राइट है ना कि यहां एक लिस्ट है कि आलू कितने रुपए का है इसके पास भी लिखा हुआ है तो ये सारी चीजें उसने जो है इंश्योर करी तो दिस सिस्टम इज कॉल्ड एज जब्ती तो वही जपती है हर साल तो ये टोडरमल एक्चुअली शेरशाह सूरी के साथ ही था राइट अब इधर आ गया है तो हां तो वही सिस्टम फॉलो हो रहा है तो एक जपती सिस्टम यहां पर हमें दिखाई दे रहा है व्हिच इज अ वेरी गुड सिस्टम नाउ ये जपती सिस्टम जनरली एनुअल होता है हर साल कैलकुलेट करना होता है बट आफ्टर टा सम टाइम अकबर रिलाइज कि हर साल क्यों कैलकुलेट करना है कितनी प्रॉब्लम होती है तो अकबर एक नया सिस्टम लेकर आया व्हिच इज कॉल्ड एज दहसाला सिस्टम 1580 में वो दहसाला सिस्टम लेकर आ गया कि पिछले 10 साल का एवरेज तुम जितना पैसा देते हो हर साल है ना जो उसका एवरेज निकाल लो हर साल का वही उतना ही रेवेन्यू दे दो ये सब इतना जो है मगजमारी करने की जरूरत नहीं है तो दहसाला सिस्टम नाउ अंडरस्टैंड कि दिस इज नॉट परमानेंट सेटलमेंट इट इज नॉट लाइक कि हमेशा उतना ही देना है 10 साल से मैं एवरेज 50 देता था तो मैं इस साल 50 दूंगा हमेशा 50 नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है इट इज मोर लाइक कि हां रिवाइज कर सकता है सरकार को लगेगा कैलकुलेट करना है तो कर लेंगे राट नहीं तो नहीं तो देते रहिए 50 तो है ना तो ऐसा सिस्टम है ये प्लस प्लस रेवेन्यू कलेक्शन मेथड कि हां जो है कहीं पे कहीं पे जो है जरूरी नहीं कि हर जगह इतनी मेहनत करी ही जाए कहीं रिमोट गांव है तो वहां पे कुछ जो है आपके यू कैन से एडहॉक सिस्टम भी चलते हैं एडहॉक बोले तो बटाई सिस्टम कि जितनी खेती करी है उसको तीन पार्ट में बांट के रख दो और एक पार्ट स्टेट उठा ले जाएगा राइट राज्य ले लेगा कंकूट सिस्टम कि हां क्रॉप लगी हुई है उसको देख के एस्टिमेटर लो कि हां इतना हमको दे देना ये भी ठीक है नसक सिस्टम नसक सिस्टम में इसकी लास्ट लास्ट ईयर कितना दिए थे क्या 50 उसके पहले ₹2000000 अच्छा चलो 2 दे दो तो नसा की इज जनरल कैलकुलेशन राइट है ना कि हां जो है प्रीवियस असेसमेंट के हिसाब से आप पे कर दो तो रेवेन्यू भी इसने फिक्स किया है यस तो टीम भी बहुत बढ़िया पैसा से पैसे का सिस्टम भी सॉल्व हो गया इसीलिए जो है अकबर का राज्य बढ़िया चलेगा अनदर फैक्टर अ बिहाइंड बिहाइंड राइज ऑफ अकबर इज कि हां ही इज रिलिजियसली वेरी टोलरेंट तो इनिशियली बहुत ऑर्थोडॉक्स बिहेवियर था उनका बहुत ज्यादा राइट है ना पहले दो-चार सालों में बट बहुत जल्द अकबर समझ गए और अकबर बहुत लिबरल हो गए राइट है ना तो एक तो एक तो इनकी शादी हो गई जोधा बाई से या हरका बाई से तो राजपूतों के साथ बहुत उठना बैठना है हरका भाई आई कह रही हमको जो है पूजा करनी है मंदिर रखना कह रहे हैं हां भाई रखो मंदिर रखो पूजा करो तो है ना तो हां तो जो है वेरी वेरी अर्ली यू कैन से इन हिज इन हिज फेज राइट 60 के आसपास 15 60 के आसपास राइट इन्होंने इनको हरका बाई मिल गई उन्होंने कहा फिर हिंदुओं को टैक्स वगैरह क्यों देना है तो इन्होंने जजिया अबॉलिश कर दिया पिलग्रिम टैक्स तीर्थ यात्रा पर टैक्स था वो भी अबॉलिश कर दिया राइट विडो रीमैरिज अलाउ कर दी सती प्रोहिबिशन दिया कि हां सती वगैरह नहीं होना चाहिए 1575 तक आते आते एकदम उनको लगा कि धर्म है क्या ना क्यों करते हैं पूजा कौन है भगवान तो उन्होंने कहा कि चलो डिस्कशन करते हैं तो 1575 में एक नई प्रैक्टिस शुरू करी च इ कॉल्ड ए इबादत खाना सारे धर्मों के लोगों को बुलाए राइट है हां तो जो पोर्तुगीज को बोला कि क्रिश्चन को भी भेजो हिंदुओं से भी जो है हिंदुओं से भी जो है लोग लोगों को बुलाया जैनिम से लोगों को बुलाया और इन मक्स ने बैठकर डिस्कशन किया डिबेट किया सारे डिस्कशन डिबेट के बाद उनको रिलाइज हुआ कि हां सबकी अच्छी-अच्छी बातें सुनकर उन्होंने एक अपना धर्म बनाया विच इज दीन इलाही डिवाइन मोनोथेज्म राट तो हां तो दिस इज कॉल्ड एज डिवाइन मोनोथेज्म जैसे इस्लाम में मोनोथेज्म की बात है वैसे ही ये सारे धर्मों की अच्छी-अच्छी बातें मिलाकर एक इन्होंने मोनोथेस्ट कि रिलीजन बनाया व्हिच इज कॉल्ड एज दनला इसको किसी ने फॉलो किया है ना खाली बीरबल ने फॉलो किया रटना तो ऐसा कुछ पॉपुलर ही नहीं हुआ बट दिस डेफिनेटली टेल्स अस कि हां इस राजा के पास कुछ फिलॉसफी भी है कुछ थॉट प्रोसेस भी है एक और एक और जगह जो है हमें दिखाई देगा जैसे मैंने पहले भी कहा कि राजपूतों को लेके अकबर काफी सीरियस थे और राजपूतों को बराबरी का दर्जा दिया है राजपूतों को मनसबदार बनाया है राजपूत राजपूतों के यहां शादी हुई है राइट तो राजपूतों का बहुत यू कैन से क्लोज कनेक्शन था अकबर के साथ या अकबर ने बेसिकली बहुत सपोर्ट किया है राजपूतों को नाउ आर्किटेक्चर वाइज भी अकबर का काफी कंट्रीब्यूशन है फॉर एग्जांपल आगरा का किला अकबर का है सिमिलरली लाहौर और अलाहाबाद का खिला राइट फतेहपुर सीकरी बनवाया है जो है अ इन्होंने राइट है ना फतेहपुर सीकरी उसको वर्ड हेरिटेज साइड भी है तो ये कुछ आर्किटेक्चरल जो है कंट्रीब्यूशन भी है फाइनली ही डाइड ड्यू टू डिसेंट्री और 1605 में सवेर उनकी डेथ हुई है और उनका जो मकबरा है वोह है सिकंदरा में आगरा के पास ही है सिकंदरा वहीं पे उनका मकबरा है या अदर दन दैट आर्ट एंड लिटरेचर में ऑलरेडी हमने बात करी अकबर नामा और याने अकबरी की एक और बड़ा अच्छा उन्होंने काम शुरू किया व्हिच वाज ट्रांसलेशन ऑफ द टेक्स्ट कि यहां जो संस्कृत वगैरह में टेक्स्ट है उसको ट्रांसलेट किया जाए पर्शियन में तो एक ट्रांसलेशन ब्यूरो मकतब खाना जो जो है एस्टेब्लिश किया गया तो बहुत सारे टेक्स्ट इनफैक्ट महाभारत भी दोबारा लिखी गई राट महाभारत को कहा गया रज्मनामा राइट एक और एक और बुक है योग वशिष्ठ योग वशिष्ठ ये पानीपति ने जो है जो है ट्रांसलेट करी है योग वशिष्ठ राइट एक लीलावती करके बुक है जो ट्रांसलेट करी गई तो लट ऑफ बुक्स वर ट्रांसलेटेड राइट है ना यस तो चलो जो है ये हमने समझा दिस वाज द कंट्रीब्यूशन ऑफ अकबर तो ये कोर एरिया था दिस वाज द कोर पार्ट ना अब इसके बाद आते है जहांगीर तो 1605 से 1627 का जो राज्य है वो है जहांगीर का राइट है ना अकबर अगेन जो है यू कैन ड हिज यू कैन टॉक अबाउट हिज रिलीजियस पॉलिसी मनसबदारी या रिलीजस पॉलिसी आर्किटेक्चर के एग्जांपल आप लिख सकते हैं तो अपने स्पेस में अपनी कॉपी में लिख लीजिएगा राट है ना यहां पे इतना स्पेस उसमें है नहीं चलिए सो बात करते हैं जहांगीर की बात करते हैं तो जहांगीर तो कहते हैं कि जो है अकबर को बेटा नहीं हो रहा था अकबर जो है चाहते थे कि हां उनको एक बेटा हो और उसके लिए वो गए शेख सलीम चस्ती की जो है च के पास और उनको उनको जो है एक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई यही कारण है कि जो जहांगीर है राइट है ना उनका नाम जो है सलीम है सलीम तो शेख सलीम के नाम पे अगर आपने मूवी देखी है मुगले आजम तो उसमें क्या था शेखू है ना तो वो शेख सलीम के नाम से आ रहा है सलीम शेखू तो शेखू और सलीम बेसिकली इनका नाम है राइट है ना तो हां तो जो है ये नूरुद्दीन जहांगीर हैं तो शेख सलीम चस्ती की जो है यू कैन से दुआ से जो है इनका जन्म होता है राइट अनदर थिंग इज कि हां जहांगीर मोस्ट ऑफ द टाइम अपने रेन में बीमार रहे हैं तो इनका कोई बहुत ज्यादा कंट्रीब्यूशन हो पाया नहीं उतना ज्यादा ये फोकस भी नहीं कर पाए इन फैक्ट इनफैक्ट ही हैड मैरिड जहांगीर मैरिड नूरजहां नूर जहान एंड इनकी तबीयत खराब रहती थी तो मोस्ट ऑफ द टाइम जो रूल कर रही है वो नूर जहान रूल कर रही है राइट अपने आप को पादशाह बेगम कह रही है अपने सिक्के के छपा दिए उसने इट इज नॉट जहांगीर एक्चुअली रूलिंग फॉर अ वेरी वेरी लॉन्ग टाइम बट इट इज नूरजहां और नूरजहां नूरजहां के साथ ही नूरजहां के साथ ही इवेंचर शाहजहां है ना बहुत अच्छी मित्रता होती है इन लोगों के बीच में शाहजहां और नूर जहां के बीच में राइट है ना कि हां भाई मदर मदर की तरह है यहां पर नूरजहां और दोनों में अच्छी बनती थी निशली यस दोनों में अच्छी बनती थी तो खैर अब इसके इस टाइम तक आते-आते तो मेली नूर जहान जैसा कि मैंने कहा कि रूल कर रही है इस टाइम तक आते-आते कुछ रिबेलियस होने लगे हैं तो फॉर एग्जांपल जैसे ही जैसे ही जहांगीर राजा बनते हैं उनका एक बेटा जो है खुसरो खुसरो तो खुसरो रिबेल कर देता है राइट खुसरो कहता है कि हम राजा बनना चाहते हैं अच्छा खुसरो जो है जाता है सिखों के पास तो सिखों में उस समय जो है गुरु अर्जुन देव हैं तो गुरु अर्जुन देव तो कहते हैं कि गुरु अर्जुन देव ने यहां पर खुसरो को सपोर्ट भी किया हुआ है तो यहां पे इस रिबेलियस को सप्रे करते हैं ही हैड फेस्ड सम अदर रिबेलियंस एज वेल इनफैक्ट उनका अपना बेटा शाह जहां भी रिबेल कर देता है बट ही हैड हैंड ऑल दैट ये बहुत ही कॉमन है बच्चों का रिवोल्ट करना इनफैक्ट जहांगीर ने खुद भी अकबर के खिलाफ रिवोल्ट किया हुआ था तो ये बहुत ही कॉमन है कि हां बच्चे जो हैं मुगल अंपायर में बच्चे रिवोल्ट कर देते हैं फादर के खिलाफ इसको बड़ा गर्व से भी देखा जाता है कि मेरा बच्चा इतना बड़ा हो गया है कि अब मेरे खिलाफ रिवोल्ट कर रहा है तो मेनली मेनली अगर देखा जाए तो हां तो कुछ-कुछ रिवोल्ट इन्होंने हैंडल करी है क्या कोई एक्सपेंशन हुआ है इनके दौर में इनके दौर में ऐसा कोई एक्सपेंशन एज सच नहीं हुआ है नाउ जैसे कि बंगाल और मेवाड़ राइट है ना तो बंगाल बंगाल का रिबेल होता है तो बंगाल को हैंडल करते हैं क्लोज करते हैं ये राइट है ना तो बंगाल तो बंगाल में अफगान थे अगेन हमेशा ही अफगान रहे हैं तो हां तो अफगान को यहां पे इन्होंने कंट्रोल किया है दूसरा मेवाड़ मेवाड़ बोले तो चित्तौड़ मेवाड़ बो तो जो है राणा प्रताप मैंने महाराणा प्रताप तो अब तक अकबर को महाराणा प्रताप के खिलाफ सक्सेस नहीं मिली थी लेकिन जहांगीर का एक बहुत बड़ा योगदान है कि अब चित्तौड़ या मेवाड़ जो है अब जो है क्या होता है अब इनके साथ अलाइन होता है तो राणा अमर सिंह ऑफ मेवाड़ अब ये इनकी इनकी मित्रता होती है हां ये दोनों साथी हो जाते हैं तो ये काफी टाइम बाद एक बड़ी सक्सेस जो अब तक अकबर को भी हाथ नहीं लगी थी ये जहांगीर जो है यनो सक्सेसफुल रहते हैं राइट अनदर थिंग इज कि डेकन में इनको कोई बहुत अच्छी सक्सेस नहीं मिली है डेकन में डेकेन में अकबर अहमदनगर तक ही पहुंचा था राइट ना इफ वी रिलाइज कि हां डेकेन अगर रिलाइज करें हम तो अब तक डेकेन में तीन ही बड़े राज्य थे एक है बीजापुर राइट बीजापुर बीजापुर दूसरा है गोलकोंडा गोलकोंडा और तीसरा है अहमदनगर राइट है ना यहां पे अहमदनगर तो अकबर को जो सक्सेस मिली थी अकबर इसके नीचे नहीं जा पाए थे अकबर को थोड़ा सा अहमदनगर में ही सक्सेस मिली थी वो भी फुल सक्सेस थी वो फुल सक्सेस नहीं थी राइट है नाना पहले अहमदनगर कंट्रोल में आया फिर अलग हो गया तो वो भी फुल सक्सेस नहीं है तो यहां पर जहांगीर को भी ऐसी कोई सक्सेस मिली है जहांगीर को भी ऐसी कोई सक्सेस नहीं मिली है अहमदनगर इंडिपेंडेंट हो गया है अनदर थिंग अबाउट अबाउट जो है जहांगीर वच इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट इज कि इन्हीं के दौर में इन्हीं के दौर में एंट्री होती है तो पहले हम देखेंगे कि 1608 में कैप्टन हॉकिंस तो अंग्रेज आ रहे हैं ब्रिटिश ब्रिटिश की एंट्री हो रही है पहले पहले हॉकिंस आते हैं कैप्टन हॉकिंस और इनसे परमिशन मानते मांगते हैं कि हमको सूरत में फैक्ट्री खोलनी है लेकिन यहां पर ये परमिशन दे नहीं पाते हैं रीजन रीजन कि पोर्तुगीज का वर्चस्व ऑलरेडी इस समय तक बढ़ चुका था और दैट वाज द रीजन कि इन्होंने यहां पे नहीं दिया अब इस बात को ज्यादा अच्छे से समझेंगे जब हम मॉडर्न इंडिया की बात करेंगे नाउ आफ्टर दैट आफ्टर दैट 1600 1613 के आसपास एंट्री होती है थॉमस रो की थॉमस रो भी इनसे बहुत सारी परमिशन मांगते हैं अब थॉमस रो को उन्होंने खूब सारी परमिशन दिए कहां जाओ सूरत में फैक्ट्री खोल दो और मुगल एरियाज में फैक्ट्री खोल दो तो थ ममस रो को यहां पर काफी सारी परमिशन जहांगीर से मिली है तो अंग्रेजों की कहानी यहां से चालू हो रही है जहांगीर के टाइम से अंग्रेजों की एंट्री हो रही है अंग्रेजों की कहानी चालू हो रही ना अब ये आदमी काफी बीमार रहता था तो इनका इन्फ्लुएंस अगर हम देखें इनका कंट्रीब्यूशन अगर हम देखें अच्छा बाय द वे एडमिनिस्ट्रेशन में एक ही चीज इन्होंने चेंज करी है मनसबदारी में हम लोग बात कर रहे थे मनसबदारी मनसबदारी में हम कह रहे थे कि जो है एक होती है सवार रैंक सवार रैंक एक होती है जाट रैंक तो जो सवार रैंक है तो सवार रैंक में इन्होंने एक नया कांसेप्ट लेकर आए दुस पा सीह स्पा दु अस्प सीह स्पा तो दु अस्प सीह स्पा तो दुस्ता बोले तो दो घोड़े और सिह स्पा बोले तो तीन घोड़े कि हां इनके टाइम में हुआ कि हां कैवल प हम फोकस करेंगे एक सवार के बाद दो घोड़े होने चाहिए एक सवार के बाद तीन घोड़े होने चाहिए तो दुस सी एस्पा का कांसेप्ट कौन लेकर आया जहांगीर लेकर आया अपने समय में राइट तो दुस पा सी एस्पा प्लस इन्होंने रिकॉग्नाइज किया कि मराठा राइज कर रहे हैं एंड दे आर फ दे आर वेरी वेरी स्ट्रांग पावर तो इनको यह बात समझ में आ गई थी कि हां धीरे-धीरे मराठा विल बिकम स्ट्रांग और बेसिकली उनमें पोटेंशियल काफी ज्यादा है बट अभी इट इज टू अर्ली फॉर द मराठा मराठा अभी यहां से और ग्रो करेंगे राइट है ना तो या तो जहांगीर अनदर अनदर कंट्रीब्यूशन जो है थोड़ा बहुत आर्किटेक्चर में उनका कंट्रीब्यूशन है फॉर एग्जांपल इन्होंने मोती मस्जिद बनवाई है लाहौर में लाहौर में मोती मस्जिद तो मोती मस्जिद कई सारी हैं राइट है ना तो इसमें लाहौर वाली जो मोती मस्जिद है वो बेसिकली किसकी है जहांगीर की तो लाहौर की मोती मस्जिद इसके अलावा इनको इनको क्योंकि बीमार थे तो गार्डन वार्डन में घूमना था तो इन्होंने कश्मीर में एक शादी मार गार्डन बनवाया आया हुआ है राइट है ना प्लस प्लस अनदर थिंग अबाउट हिम इज या हिज कंट्रीब्यूशन विद रिस्पेक्ट टू तो ये थोड़ा बहुत कंट्रीब्यूशन इनका आर्किटेक्चर में है राइट अच्छा एक जंजीर आदल है जंजीर आदल क्या है कि अगर आप कभी आगरा किला जाएंगे तो वहां पे आज भी वो जगह है जहां पे ये जंजीर आदल है तो एक ऐसी जंजीर थी कि अगर आपको जस्टिस चाहिए अगर कुछ आपके साथ गलत हो रहा है उसके राज्य में तो आप येय जाके जंजीर खटखटा इए कि राजा साहब मेरे साथ गलत हो रहा है तो आपको ऊपर बुलाया जाएगा फिर आपसे पूछा जाएगा क्या हो गया तो आपको जस्ट दिया जाएगा न्याय किया जाएगा आपके साथ तो आगरा के किले की जंजीर आदल फेमस है तो जंजीर आदल इज एसोसिएटेड विद जहांगीर राइट है ना अनदर थिंग इज क्योंकि क्योंकि जैसा कि अगेन बीमार रहते थे तो हां तो इनको क्या चाहिए था कि हां थोड़ा आराम से हम बैठे और कोई हमारी फोटो खींचे ज्यादा तो कुछ कंट्रीब्यूट कर नहीं सकते थे तो इनके दौर से चालू होती है पेंटिंग में एक नया इनोवेशन पोट्रेटर तो पोर्ट्रेट बनना चालू होता है जैसे कि ये पोर्ट्रेट है तो पोर्ट्रेट फॉर्म ऑफ पेंटिंग जो है पेंटिंग पहले ही आ गई थी है ना जो है हुमायूं ही कर आए थे दो पेंटर तो प्लस अकबर के टाइम में पेंटिंग बहुत ग्रो हुई है पूरा पूरा कारखाना था बहुत सारी पेंटिंग करी जाती थी तो हम बात कर रहे थे रज्मनामा वगैरह जो है लिखी गई है तो उसमें खूब सारी पेंटिंग्स बनाई गई हैं तो पेंटिंग्स तो पेंटिंग्स और ग्रो करती है इनफैक्ट कहा जाता है कि जहांगीर के टाइम में पेंटिंग पीक पे जाती है वन ऑफ द बेस्ट स्टाइल ऑफ पेंटिंग हमें दिखाई देता है यस तब इसमें हेलो वगैरह बन रहा है है ना कि सर के ऊपर एक ऐसा हेलो है जैसा भगवान के होता है कि है ना हेलो है प्लस सोना वना का तार वगैरह यूज़ कर रहे हैं तो बढ़िया बढ़िया पेंटिंग ग्रो हुई है इस दौर में राइट तो बहुत सारे पेंट पेंटर्स है जिसमें बिशन दास का नाम जो है खासा जो फेमस है मंसूर हैं बिसन दास हैं अका रिजा अब्दुल हसन है तो देयर आर फ्यू पेंटर्स जो इनके टाइम में काफी फेमस है इनफैक्ट ये पेंटिंग इतनी ग्रो होती है कि जो वेस्टर्न पेंटर्स हैं फॉर एग्जांपल रम ब्रंट राइट ना ही इज अ डच पेंटर बेसिकली ये भी इससे इंस्पायर हो रहे हैं ये भी इससे इंस्पायर हो रहे हैं प्लस अपनी ये ऑटोबायोग्राफी खुद लिख रहे हैं अपनी कहानी खुद लिख रहे हैं व्हिच इज तुज के जहांगीरी तो तुजुक जहांगीरी तो जैसे जैसे बाबर ने लिखी थी राइट जो आगे बाबरनामा हुआ तो वैसे ही इन्होने लिखी है च इ तुके जहांगीरी राइट दिस इ इन पर्शियन लैंग्वेज तो ये छोटी सी कहानी है राइट है ना 22 साल का रूल है इनका ऑलमोस्ट 22 इयर्स किसका जहांगीर का रोल है राइट तो चलिए तो कहानी और आगे बढ़ाते हैं अब जहांगीर के बाद जहांगीर का एक बेटा है खुर्रम खुर्रम तो खुर्रम जो है खुर्रम खुर्रम इ एक्चुअली शाहजहां एक और चीज जो हम जहांगीर में लिखना चाहेंगे इ पेंटिंग पोर्ट्रेट राइट ना बाकी शालीमार गार्डन वगैरह भी लिख सकते हैं आप यस नाउ शाहजहां अगेन थोड़ा सा लंबा रूल है ऑलमोस्ट जो है 3031 साल का रूल है 1627 से 1658 तो सबसे पहले तो जहांगीर ने किनारे किया किसको नूरजहां और बाकी रिबेलियंस को किनारे किया और यहां पे राज्य स्थापित किया अ शाहजहां ने और शाहजहां काफी काफी स्ट्रांग वॉरियर है राइट है ना काफी स्ट्रांग कैरेक्टर है शाहजहां बट शाहजहां इज़ नोन एज शाहजहां द आर्किटेक्ट इनका शुरू से ही जो एक ध्यान रहा है वह आर्किटेक्ट क्चर में रहा है राइट है ना कि बिल्डिंग बनाएंगे मॉन्यूमेंट बनाएंगे बढ़िया-बढ़िया मॉन्यूमेंट बनाएंगे तो इनके दिमाग में शुरू से राजा बनने से पहले से ही ही वाज एन आर्किटेक्ट कि यहां जो है बिल्डिंग बढ़िया बनेगी तो शाहजहां तो आइए बात करते हैं कंट्रीब्यूशन ऑफ शाहजहां की तो 1628 टू 1658 वी हैव शाहजहां राइट है ना तो हां तो जहांगीर के डेथ के बाद जो है सबको किनारे करके राजा बने जैसे कि मैंने कहा आपसे नाउ इसके अलावा इसके अलावा शाहजहां शाहजहां अगेन ऐसा कोई बहुत एक्सपेंशन नहीं है राइट बट वन थिंग ही ट्राइड वन थिंग ही ट्राइड वाज कि इनको लगा इनको लगा कि भाई जो है हम ज्यादा सेफ हो जाएंगे अगर सेंट्रल एशिया पे भी कब्जा कर लेंगे समरकंद पे कब्जा कर लेंगे राइट है ना तो ये ऐसे राजा हैं जिन्होंने सपना देखा कि हां चलो जैसे बाबर समरकंद से आया था फरगना से आया था तो मैं भी जाके फरगना और समरकंद अपने जो है ग्रेट ग्रैंडफादर का सपना पूरा करता हूं है ना बाबर भले रूल नहीं कर पाया फरगना में समरकंद में लेकिन मैं मैं शाहजहां मैं करूंगा रूल है ना तो ये इन्होंने प्लान किया तो अपने बच्चों को भेजा अभी तो इवन औरंगजेब भी गए तो वहां तो बदक शन और जो है बल्क यहां तक इनकी आर्मी पहुंची थी तो ये एरिया तक ये लोग पहुंचे थे तो उस समय यहां की जो पॉलिटी थी वो उतनी स्ट्रांग नहीं थी बट बाय द टाइम ही रीच देयर राइट है ना ये जो सोच रहे थे कि वहां हम जाएंगे तो स्टेबिलिटी लेकर आ जाएंगे लोग हमें सपोर्ट करेंगे ट्राइब्स हमें सपोर्ट करें लेकिन अब ये यहां के लिए फॉरेनर्स हैं राइट है ना अब ये समरकंद तो फगाना के नहीं रह गए है ना बहुत पुरानी बात हो गई 100 साल पुरानी बात हो गई तो नाउ तो दे वर नॉट गेटिंग सपोर्ट दे वर नॉट सपोर्टेड एंड इवेंचर छाड़ के वापस जाना पड़ा इनफैक्ट अ लॉट ऑफ लॉट ऑफ एरियाज इंक्लूडिंग कांधल एंड ऑल जो है शाहजहां लूज कर गए यस तो फेमस क्या है कि यहां जो इनका सेंट्रल एशियन एक्सपेडिन है या बल्क एक्सपेडिन है दिस इज फेमस कि यहां इन्होंने कोशिश करी थी कि सेंट्रल एशिया में जाके हम कंट्रोल करेंगे लेकिन इवेंचर वगैरह भी लूज कर गए इवेंचर कांधल ही निकल गया तो ये एक जो है शाहजहां का इंपॉर्टेंट कैंपेन है इसके अलावा इसके अलावा शिवाजी के जो फादर हैं शाहजी तो 1629 की लड़ाई में जो है इनकी भिड़ंत शाहजी से भी होती है राइट है ना और और जो है वो जीतते हैं इस समय है ना खांड देश ऑफकोर्स मुगल आर्मी है राइट हैना स्ट्रांग आर्मी है तो ये इनका मिलिट्री कैंपेन थोड़ा फेमस है प्लस अनदर थिंग इज कि इनका जो फोकस जैसा कि मैंने कहा कि आर्किटेक्चर प बहुत ज्यादा फोकस है और ये ये जो बल्क कैंपेन इन्होंने उठाया है है ना ये जो मिलिट्री जो है कैंपेन इन्होंने उठाया नाउ दिस रिक्वायर्स अ लॉट ऑफ मनी अब एंपायर बहुत बड़ी हो चुकी है और एंपायर के खर्चे काफी बढ़ते जा रहे हैं राइट सो वी रिलाइज कि अब धीरे-धीरे धीरे-धीरे एक्सपेंसेस जो हैं वह बढ़ते ही जा रहे हैं फॉर एग्जांपल इनके टाइम तक आते-आते मनसबदार का नंबर काफी बढ़ चुका है मनसबदार का नंबर बढ़ने का मतलब यह है कि जो आपका सैलरी एक्सपेंडिचर है है ना आप मनसबदार एक मनसबदार जो है जिसे आपने रखा है उसको बड़ी सी जमीन जागीर दे रखी है आर्मी दे रखी है राइट है ना तो आपकी आर्मी बहुत बड़ी हो चुकी है और यह मनसबदार जो हैं वह बड़े हो गए हैं अब यह प्रमोशन मांग रहे हैं प्रमोशन की वजह से इनकी सैलरी बढ़ती जा रही है तो यह जो खर्चा है यह बढ़ बढ़ता जा रहा है तो वन ऑफ द वेरी वेरी इंपोर्टेंट थिंग कि यहां नंबर ऑफ मनसबदार बहुत बढ़ गए हैं और 3 चौथाई हिस्सा जो रेवेन्यू का है वो उनकी सैलरी में चला जा रहा है राइट तो काफी नुकसान हो रहा है काफी खर्चा फर्जी हुआ जा रहा है इसी चक्कर में बाकी और जगह ये फोकस नहीं कर पा रहे हैं प्लस प्लस इसी चक्कर में आर्म जो है राइट है ना इस पे फोकस नहीं कर पा रहे मैक्सिमम फोकस जो है घोड़ सवारों पे है कि यहां ज्यादा ज्यादा घोड़ा रख लो बड़ी आर्मी रख लो तो ये आर्म पे काम कर पा रहे हैं नहीं तो अपने ऑर्डिनेंस पे या फिर तोपों पे फायर आम्स पे बहुत खर्चा हो पा रहा है नहीं और जबकि आर्टिलरी उस समय की जान थी राइट है ना आर्टिलरी फायर आर्म्स ये सब ज है तोपे यह सब उस समय की जान हुआ करती थी तो इनके पास पैसा ही नहीं है इन सब चीजों पे खर्चा करने का तो देखने को तो बहुत बड़ी आर्मी दिख रही है पर बहुत ज्यादा स्ट्रेंथ है उतनी स्ट्रेंथ जो है यू नो नहीं है या फिर पहले से अगर हम कंपेयर करें तो धीरे-धीरे स्ट्रेंथ यहां पर कम हो रही है प्लस अब ये अपने कोर्ट में भी कुछ-कुछ इन्होंने प्रैक्टिसेस चेंज करी हैं जैसे कि पहले सजदा हुआ करता था राइट है ना कि सजदा पूरी तरह से झुकना होता था फिर हुआ कि जो है नहीं अब क्या करें अब जो है खाली चार बार ऐसे ऐसे करेंगे बस है ना बहुत ज्यादा पैर बैर नहीं छुंग राइट दूर प कहीं आपको गिरना है पैर पर गिरना है तो मतलब जो है जमीन पर गिरना है तो गिर सकते हो लेकिन हां एकदम आके पैर छूना हाथ चूमना ये सब जरूरी नहीं है राइट तो जमीन बोस है ना कि किसिंग द ग्राउंड वहीं वहीं पर छू लो वहीं पर जो है आप जो है जमीन को किस कर लीजिए और और चार बार ऐसे हाथ कर लीजिए बस तो इन्होंने कुछ-कुछ कोर्ट में भी चेंजेज करे हैं कि हां जो है सजदा और पैबोस करने की जरूरत नहीं है राइट है ना यही कर लीजिए प्लस जहांगीर इनिशियली ऑर्थोडॉक्स रिलीजस पॉलिसी के लिए जाने जाते हैं अगेन मैं गलती से बार-बार जहांगीर कह रहा हूं इट इज शाहजहां राइट है ना तो हां शाहजहां अब ये सारे नाम जो है आपस में थोड़ा मिक्स हो जाते हैं राइट है ना कि बाबर हुमायूं में मिक्सिंग होने लगती है जहांगीर और शाहजहां में थोड़ी मिक्सिंग हो जाती है राइट है ना तो हां तो आप समझ रहे हो राट शाहजहां की बात कर रहा हूं तो शाहजहां तो शाहजहां थोड़ा सा ऑर्थोडॉक्स रिलीजियस पॉलिसी को इनिशियली फॉलो करते थे राइट बट ग्रैजुअली ही आल्सो रिलाइज है ना आप इनके प्र प्रेडिसेसर देखिए अकबर लिबरल थे राइट ना जहांगीर भी लिबरल थे इनफैक्ट इनफैक्ट जो है बाबर भी हम कह रहे थे कि लिबरल हैं हुमायूं तो खैर ऐसा कोई मौका नहीं लगा रिलीजस पॉलिसी का बट बट वी रियलाइक्स रिलीजस पॉलिसी बट ये भी आगे जाके समझते हैं कि लिबरल ही ठीक है और इनकी पॉलिसीज भी लिबरल हो जाती हैं जैसा कि मैंने कहा कि इनका जो सबसे बड़ा खर्चा है तो 3 चौथाई खर्चा तो इन्होंने कर दिया मनसबदार की सैलरी में बाकी जो बड़ा खर्चा है वो है आर्किटेक्चर कि बड़े-बड़े आर्किटेक्चर प्रोजेक्ट इन्होंने उठा लिए इन्होंने उठाया इन्होंने उठाया कि हमें ताजमहल बना है राइट ताजमहल तो ताजमहल में मार्बल वार्बल खरीदा बहुत खर्चा हो गया राइट इसके अलावा जामा मस्जिद इन्होंने बनाया है लाल किला बनाया है दिल्ली में तो इन्होंने इस तरह के यू नो मार्वल्स बनाए हैं तो दिस इज दी पीक ऑफ आर्किटेक्चर है ना लेकिन पीक ऑफ एक्सपेंडिचर भी खर्चा भी बहुत ज्यादा हो गया है राइट है तो नुकसान हो गया काफी नुकसान हो गया इकॉनमी को काफी यहां पर हिट मिला है तो यहां पर यहां पर जो है इसके अलावा इनका कंट्रीब्यूशन थोड़ा इनके टाइम में लिटरेचर में कंट्रीब्यूशन है फॉर एग्जांपल एक बुक लिखी गई है बादशाह नामा तो बादशाह नामा बेसिकली शाहजहां की किताब है और शाहजहां के बारे में इसमें लिखा गया है इसके मेन जो हिस्टोरियन है वो है अब्दुल हमीद लाहौरी अब्दुल हमीद लाहौरी नाउ ऐसा नहीं कि पूरी किताब अब्दुल हमीद लाहौरी ने ही लिखी है राइट देयर आर लॉट ऑफ पेंटिंग्स इन टू दिस लॉट ऑफ इलस्ट्रेशंस तो इसको कहा जाता है बादशाह नामा जिसमें पेंटिंग्स भी हैं और और कहानी भी है विदाउट पेंटिंग्स विदाउट पेंटिंग जो मेन कहानी है शाहजहां की जिसके मेन कंट्रीब्यूटर है इनायत खान उसको कहते हैं शाहजहां नामा तो जो कॉमिक्स टाइप है पूरा राइट है ना कि हां उसमें फोटो भी बना हुआ है कि शाहजहां क्या कर रहा है क्या नहीं कर रहा है दैट इज बादशाह नामा जिसमें पिक्चर्स नहीं है राइट ना खाली कहानी लिखी है शाहजहां की वो है बेसिकली शाहजहा नामा तो शाहजहा नामा एंड बादशाह नामा देयर आर टू बुक्स राइट है ना सो यस चलिए सो नाउ सो दिस वाज हिज लिटरेचर इंपोर्टेंट लिटरेचर नाउ आफ्टर आफ्टर यू कैन से अराउंड 1658 तो अब क्या हो रहा है कि औरंगजेब बड़े हो गए राइट बच्चे बड़े हो गए तो शाहजहां के चार बेटे हैं शाहजहां के एक बेटा है औरंग एक बेटा है दारा शिको दारा शिको और एक है शाह सूजा शाह सूजा राइट ना और एक है मुराद तो ये चार मेन लोग है मुराद तो मुराद शाह सूजा दारा शिको और औरंगजेब जिसमें जो सबसे प्रबल दावेदार है प्रबल दावेदार है राजा बनने का दारा शको दारा शिको क्यों प्रबल दावेदार है लेट्स टॉक अबाउट दारा शिको फर्स्ट दारा शिको तो दारा शिको पहली बात तो सबसे बड़ा बेटा है राइट है ना सबसे बड़ा बेटा है जहांगीर का प्रिय भी है एंड ही इज आल्सो वेरी लिबरल वेरी वेरी लिबरल तो ये सूफी कदयाल जो जो है सिलसिला है तो कदयाल सिलसिला को ये फॉलो करते थे एंड ही वाज वेरी वेरी लिबरल सारे धर्मों को बराबर नजरों से देखते थे स्पेशली हिंदुइज्म की तरफ उनका बहुत अच्छा रुझान था तो दारा शिको तो दारा शिको ने बहुत सारे उपनिषद भगवत गीता ये सब संस्कृत से पर्शियन में ट्रांसलेट भी करे हैं तो यानी उनको ज्ञान था तभी ट्रांसलेट कर पा रहे थे तो उनको उपनिषद का ज्ञान था उनको भगवत गीता का ज्ञान था राइट तो ऐसी रिलीजियस स्क्रिप्चर उन्होंने पढ़े हुए थे प्लस उन्होंने कुछ किताबें भी लिखी हैं एक है मजमा उल बहरे राइट एक है सरे अकबरी वच शोज की हाउ लिबरल ही वाज राइट है तो एक अच्छा यू कैन से दावेदार है यहां पे प्रबल दावेदार है राजा बनने का जो कि है दारा शिको लेकिन औरंगजेब बहुत एंबिशियस है तो औरंगजेब क्या फैला देगा औरंगजेब फैला देगा कि हां ये धर्म से भटक गए हैं ये इस्लाम से भटक गए हैं तो जो है इस्लाम को कौन फॉलो करेगा धर्म को कौन फॉलो करेगा औरंगजेब तो इनको इनको जो ऑर्थोडॉक्स सेक्शन है राइट है ना जो काजी मौलवी जो ऑर्थोडॉक्स ग्रुप है उस समय वो किसको सपोर्ट करेगा वो औरंगजेब को सपोर्ट करेगा राइट है ना और यहां पर इस सपोर्ट से वो दारा शिको को भी मार देंगे और ये दोनों भी मारे जाएंगे तो ये तीनों को मार के स्पेशली दारा शिको बहुत प्रिय हुआ करते थे तो दारा शिको को उन्होंने जो है घोषित कर दिया कि हां ये इस्लाम के खिलाफ है उनका सर काट दिया और सर काट के शाहजहां को भेज दिया अभी शाहजहां की डेथ नहीं हुई है शाहजहां को उठाकर जेल में डाल दिया जेल बोले तो इनको इनको जो जो है फोर्ट है राइट ना आगरा पे वहां पे वहां पे किलाबंदी कर दिया वहां पे जो है हाउस अरेस्ट प डाल दिया एंड एंड वहीं से बोला कि यहीं से देखते रहो अपना ताजमहल इतना खर्चा कर दिए हो राइट तो देखते रहो भाई ताजमहल देखते रहो तो वहीं पे जो है 1658 से 1666 तक कुछ 8 साल 8 साल जो है शाहजहां कहां रहे इसी इसी जगह इसी कमरे में जो है बंद रहे वहीं प उनको खाना वाना दे दिया जाता था है ना वहीं पर जो है बैठे रहते थे तो शाहजहां किनारे हो गए अभी उनकी डेथ नहीं हुई थी बट हां साइडलाइन हो गए और यहां पर औरंगजेब ने दारा शिको को हराया उस बैटल को कहा जाता है देवराय राइट बैटल ऑफ देवराय तो बैटल ऑफ देवराय में दारा शिको हार गए और यहां से औरंगजेब का राइज होता है एक नई कहानी चालू होती है तो या बात करते हैं व औरंगजेब की 1658 से 1707 नाउ औरंगजेब बहुत ही विलनस कैरेक्टर जो है यू नो की तरह पोट्रे हुआ है चच इज राइट एज वेल ट की काफी विलनस स्पेशली बिकॉज ऑफ हिज बिकॉज ऑफ हिज रिलीजियस पॉलिसी राइट हिज रिलीजियस व्यूज एंड रिलीजियस पॉलिसी इसकी वजह से ये काफी काफी विलनस कैरेक्टर है राइट ना और और है भी मतलब इसकी जो रिलीजियस पॉलिसीज हैं वो बाकी धर्मों के काफी खिलाफ जा रही है एंड ही बिलीव्स इन टू ऑर्थोडॉक्स इस्लाम लिबरल व्यू ऑफ इस्लाम में भी वो विश्वास नहीं रखते राइट है ना तो लिबरल व्यू में भी नहीं है वो ऑर्थोडॉक्स इस्लाम में जो है यहां पे विश्वास रख रहे हैं अब उसका कारण ये भी है कि हां उनका जो ओरिजिन है राइट ना शुरुआत ही इसी इसी बात से हुई है कि हां मैं जो है यू नो इस्लाम ऑर्थोडॉक्स व्यू को सपोर्ट करता हूं तभी उनको सपोर्ट मिला था तो वहीं से जब ओरिजिन हुआ है जब बेसिस ही वही है तो हां तो वो चीज आगे कंटिन्यू भी हुई तो नाओ तो बिकॉज ऑफ हिज रिलीजियस अप्रोच बहुत सारे लोग इनके खिलाफ होने लगे बहुत सारी जनता उनके खिलाफ होने लगी तो मैक्सिमम थिंग्स ही हैड फेस्ड जज राइट है ना तो हां तो किस तरीके से राजा बने हमने बात करी और जो है हां तो बात आगे बढ़ाते हैं सो हां तो मैक्सिमम थिंग्स ही हैज फेस्ड इज रिबेलियस लोग उनके खिलाफ होने लग गए यस जैसे कि जैसे कि जो है आपके हरियाणा में सतनामी हरियाणा साइड में सतनामी उनके खिलाफ हो गए मोर्चा खोल दिया राट पंजाब में सिख सिख ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया यही हरियाणा में जाट जो है यही बुंदेला है बुंदेला तो यह ऐसे बहुत सारे रिवोल्ट होने लग गए और औरंगजेब का मैक्सिमम टाइम नॉर्थ इंडिया के रिवोल्ट हैंडल करने में गया है राट तोन लेटस गो बैक टू द टाइमलाइन तो औरंगजेब तो 1658 से 1680 तक ही हैज रिमें इन नॉर्थ इंडिया नॉर्थ इंडिया में ही चीजें मैनेज कर रहे हैं क्योंकि भाई ये क्या है एक गढ़ है कोर है रट ना उनके लिए सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट यही है तो इनिशियल जो दौर है इनिशियल ऑलमोस्ट 22 साल इनिशियल का जो दौर है उनका नॉर्थ इंडिया में चीजें मैनेज करने में चला गया है राइट है तो नॉर्थ इंडिया में चीजें फिक्स करर नॉर्थ इंडिया में चीजें फिक्स कर रहे हैं नाउ तो नॉर्थ इंडिया में जैसे मैंने आपसे कहा कि मथुरा के जाट राइट है ना मथुरा हरियाणा देन सतनामी इन हरियाणा सिख हैं पंजाब में ये सारे लोग रिवोल्ट कर रहे हैं प्लस और ज और और जो राजपूत वगैरह है वो भी यहां पे जो है आवाज उठा रहे हैं इंडिपेंडेंट होना चाह रहे हैं यस तो मारवाड़ तो मारवाड़ इलाका है जसवंत सिंह वगैरह जो है की डेथ हो चुकी है और ये रिबेल कर रहा है मेवाड़ रिबेल कर रहा है तो यहां पर यहां पर जो है हम देखेंगे कि अब जो है जो नॉर्थ इंडिया है वो काफी रिबेल मोड में आ चुका है उनको यह समझ में नहीं आ रही है एंड अनदर इंपॉर्टेंट फैक्टर वेरी वेरी इंपोर्टेंट फैक्टर इज कि जो मनसबदार के जो नंबर बढ़ते जा रहे थे मनसबदार मनसबदार के नंबर और बढ़ गए और औरंगजेब के टाइम तक आते-आते ये लगभग 14500 पे पहुंच चुका है यही नंबर अकबर के टाइम में जो है कुछ 1800 पे था यानी कि एक्सपेंडिचर शाहजहां से होते हुए इनके टाइम तक जो है बहुत ज्यादा बढ़ चुका है तो इनका अच्छा खासा खर्चा मनसबदार पर जा रहा था राइट उनका प्रमोशन उनकी जागीर इसमें अच्छा खासा इनका खर्चा जा रहा था तो इनके पास पैसे कोई बहुत ज्यादा नहीं बच रहे थे प्लस अच्छा खासा जो है जो जो खजाना था वो लुट चुका था ताजमहल बनाने में और आर्किटेक्चर बनाने में जो शाहजहां बना के गए थे तो वो भी बड़ा नुकसान हो चुका था तो यहां पे अगर देखा जाए तो कोर स्ट्रेंथ यहां पर मिसिंग है इकॉनमी यहां पर जो है कमजोर हो चुकी है औरंगजेब के टाइम में एंड जब इकोनॉमी कमजोर हो जाती है राइट जब जेब में पैसा नहीं होता है तो क्या होता है तो भगवान ज्यादा याद आते हैं है ना तो रिलीजियस पॉलिसी यहां पर इसीलिए इतनी ऑर्थोडॉक्स है राइट ना कि इस तरफ से तो कोई सपोर्ट है नहीं बहुत पैसा हो तो हां पैसा देके चीजें मैनेज कर लो लेकिन जब नहीं है हां तो भगवान भरोसे ही चलेगा राइट है ना तो हां तो रिलीजस पॉलिसी इस तरह की ऑर्थोडॉक्स हो जाएंगी तो या तो हम बात कर रहे थे कि भाई नॉर्थ इंडिया में इन्होंने जो है क्या किया है रिबेलियंस पेडि नॉट रिबेलियस कि हां उस समय यहां पर है अहोम किंगडम अहोम किंगडम अहोम किंगडम एस्टेब्लिश हम लोगों ने पीछे करी थी 1228 के आसपास 1228 से और ये ऑलमोस्ट 1660 हो रहा है अहोम किंगडम को कभी किसी ने चैलेंज नहीं किया था राइट है ना अहोम किंगडम किनारे आराम से रूल कर रही थी बट देन देन जो बंगाल का गवर्नर है उसको चिट्ठी आई सेंटर से कि हां भाई जाओ अहोम पे कब्जा करो अहोम की तरफ बढ़ो तो यहां पर यहां पर औरंगजेब की सेना अहोम की तरफ बढ़ती है तो इनिशियली उनको सक्सेस मिल जाती है बट देन देन देन अहोम रिवोल्ट राइट अहोम वाज लाइक कि नहीं ऐसे कैसे तो अहोम ने वापस वापस रिबेल किया एंड दिस इज वेरी वेरी फेमस एज बैटल ऑफ सराय घाट 1671 में देयर इज बैटल ऑफ सराय घाट जिसमें अहोम की सेना ने अहोम की सेना ने औरंगजेब को हरा दिया और यहीं पे एक बड़ा नाम आता है लचित बोरफुकान तो आपने न्यूज़पेपर में सुना होगा इनके बारे में राइट है ना तो एक बहुत रिवर्ड नेम है बहुत ज्यादा बहुत बड़ा रिवर्ड नेम है रचित बोरफुकान लचित बोरफुकान बिकम वेरी वेरी इंपोर्टेंट कि अहोम किंगडम में और ये क्या है ये यहां के जो है यू कैन से सर हैं राट एंड ही इनका बहुत बड़ा कंट्रीब्यूशन है इस वर में इस बैटल ऑफ सराय घाट में इन्होंने लीड करी है बैटल तो बैटल ऑफ सराय घाट तो या द बैटल सराय घाट इज इंपोर्टेंट तो इनका मैक्सिमम समय जो गया मैक्सिमम समय जो गया वो नॉर्थ इंडिया में चीजें मैनेज करना राइट राजस्थान साइड चीजें मैनेज करना इधर बंगाल साइड मैनेज करना इसमें जा रहा था मीनवाइल मीनवाइल 1660 में राइट है ना तो 1680 तक मैंने कहा कि हां वो ऊपर ही है राइट है ना नीचे नहीं आ रहा है नाउ नाउ 1660 में राइज होता है छत्रपति शिवाजी महाराज का अब औरंगजेब यहां से बैठ के देख रहा है कि हां छत्रपति शिवाजी महाराज जो है धीरे धीरे धीरे धीरे प्रॉमिनेंट हो रहे हैं इंपोर्टेंट हो रहे हैं ना कि हां थोड़ा सा उनका राइज हो रहा है तो यहां पर यहां पर जो है वो खुद तो नहीं जा सकता लेकिन कुछ लोगों को भेजता है राइट ना कि हां जाके जो है छत्रपति शिवाजी महाराज को कंट्रोल किया जाए उनको हराया जाए जिसमें उसको एक सक्सेस मिलती है इन 1665 राइट ना कि 1665 में जयसिंह को भेजा जाता है जयसिंह और जयसिंह यहां पर शिवाजी शिवाजी को जो है हराने में कामयाब होते हैं एंड होती है ट्रीटी ऑफ पुरंदर अब ये कहानी जब हम अभी हम अगला चैप्टर पढ़ेंगे ज मराठा तब हम इस कहानी को कनेक्ट करेंगे वापस राइट अभी मैं थोड़ा सा आपको ब्रॉडली बता रहा हूं कि हां मराठा तो छत्रपति शिवाजी महाराज से जो है मराठा का राइज हो रहा था और यहां पर यहां पर जो है औरंगजेब ने कंट्रोल करने की कोशिश करी थी कि हम इस एरिया को वापस कंट्रोल कर पाऊं डेकन को कंट्रोल कर पाऊं यस कोशिश करी उसने तो एक एक छोटी सी सक्सेस उसको हाथ भी लगी ट्रीटी ऑ पुरंदर के तहत बहुत सारे किले कुछ 23 किले जो है छत्रपति शिवाजी महाराज को जो है सबमिट करने पड़े प्लस अपने अपने बेटे सांभा जीी महाराज को भी जो है अब उस समय महाराज नहीं थे तो सांभा जी तो समय तो कुछ 9 साल के ही थे सांभा जी तो सांभा जी को भी सरेंडर कर दिया था यस है ना यहां पर यहां पर जो है अ मुगल्स ने मुगल्स ने यहां पर उनको मनसबदारी भी ऑफर करी तो उन्होंने कहा मैं क्या मनसबदार बनूंगा मेरे बेटे को मनसबदार बना लो तो सांभा जी जिनकी उम्र अभी कुछ है नहीं राइट ना इनको मनसबदारी दे दी गई थी मनसबदार बट बट जब जब ये जो अलायंस है छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ अलायंस जो है ये यहां पे बहुत सक्सेसफुल हुआ नहीं मुगल्स और छत्रपति शिवाजी महाराज का अलायंस बहुत बढ़िया नहीं चला तो इवेंचर मनसबदारी जो है ऑफर करी गई शिवाजी महाराज को भी राइट ना और वही बहुत फेमस इवेंट है कि हां वो दिल्ली गए थे और जो है वहां प उनको अच्छा नहीं लगा राइट है ना कि आगरा गए थे एक्चुअली है ना तो हां तो उन्हें अच्छा नहीं लगा कि हां ऐसा कैसे हो सकता है एंड वहां पे उनको हाउस अरेस्ट करने की कोशिश करी तो ये बात करेंगे अभी नेक्स्ट चैप्टर में बट बट कहने का मतलब कि हां ये अलायंस क्या सक्सेसफुल रहा ये अलायंस सक्सेसफुल नहीं रहा छत्रपति शिवाजी महाराज वापस आ गए और वापस उन्होंने रिबेल करना शुरू किया सूरत वगैरह पे अटैक करना शुरू किया यस तो फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम ही वाज नॉट एबल टू हैंडल दिस राइट वो अपना बिजी था इधर-उधर सब चीजें हैंडल करने में क्या वो डेकन आ पाया डेकन वो नहीं आ पाया किसी-किसी को भेजता रहा बट कु सॉल्व नहीं हुआ फाइनली फाइनली वई 1680 तो 1680 में जब छत्रपति शिवाजी महाराज की डेथ होती है तब यहां पर राजा बनते हैं छत्रपति शंभाजी महाराज प्लस औरंगजेब का एक बेटा है अकबर अकबर टू बोलते हैं उसे तो अकबर भी जाके इनके साथ हाथ मिला देता है अब जैसा कि मैंने कहा कि बच्चे जनरली रिवोल्ट कर देते हैं बहुत ही नॉर्मल बात है ये तो अकबर टू डेकन में जाकर रिवोल्ट कर रहा है अब ऐसा लग रहा है कि हां ये अकबर टू मराठा की मदद से ऐसा ना हो कि औरंगजेब का जो है तख्ता पलट दे अब उसको टेंशन होने लगती है तो आफ्टर 1680 ही डिसाइडेड कि चलो भाई खुद ही चला जाए पर्सनली चला जाए साउथ इंडिया में एंटर करते हैं तो नाउ ही हैड एंटर्ड साउथ इंडिया नाउ ही हैड एंटर्ड साउथ इंडिया कि अब आना ही पड़ेगा जिस तरह से छत्रपति शिवाजी संभाजी महाराज जो है ग्रो कर रहे थे रेट रहे अब हुआ कि अब आना ही पड़ेगा भाई अब और कोई ऑप्शन यहां पर नहीं है तो फाइनली ही केम डाउन और जो बीजापुर था पहले बीजापुर अनेक्स किया राइट बीजापुर फिर गोलकोंडा एनेक्स किया एंड देन 1689 में बैटल ऑफ संगमेश्वर यहां पर संभाजी महाराज को कैप्चर कर लिया गया एंड देन एग्जीक्यूट किया एग्जीक्यूटेड आल्सो आल्सो संभाजी महाराज की वाइफ और बेटा जो कि साहू है साहू जी महाराज तो उसको जेल में भी डाल दिया उसने उसको उनको किडनैप भी किडनैप इन द सेंस कि यहां जो है उनको जेल में ले दिया रटना कि यहां कैप्चर कर लिया उनको भी कैप्चर कर लिया वो काफी टाइम तक जेल में रहे 1707 तक जेल में रहे और वहां से कहानी शुरू होती है मॉडर्न मॉडर्न इंडिया की राइट तो हां तो इस तरीके से जो है यू नो ही वाज एबल टू अ कंट्रोल डेकन राइट ना तो फाइनली फाइनली अब तक इतना बड़ा राज्य किसी का भी नहीं हुआ था अब जो है इतना बड़ा जो राज्य है राइट यहां तक कभी अकबर भी नहीं पहुंचा था तो जो ये जो राज्य है ये फाइनली औरंगजेब का है दिस इज कॉल्ड एज टेरिटोरियल क्लाइमैक्स यह मुगल एंपायर का टेरिटोरियल क्लाइमैक्स है इससे बड़ी अंपायर कभी नहीं होगी अब इसके बाद ये डिलाइन होगी है ना इसके बाद क्या होगा डिक्लाइन होगी क्योंकि औरंगजेब के बाद 1707 के बाद ऐसा कोई स्ट्रांग राजा नहीं है इनको कहा जाएगा लेटर मुगल्स इसके बाद की जो कहानी है वो मॉडर्न इंडिया में है जो लेटर मुगल्स की कहानी है कि किस तरह से यह राज्य ये लोग लूज करेंगे अगले 150 सालों में नाउ तो दिस वाज दिस वाज द एक्सपेंशन ऑफ औरंगजेब राइट हमने बात करी कि यहां जो है किस तरीके से औरंगजेब ने एक्सपेंड किया है नाउ उसके रिलीजस व्यूज प थोड़ा सा और जिक्र करते हैं थोड़ा सा और डिस्कस डिस्कशन करते हैं कि हां ये रिलीजियस पॉलिसी जो है वो कैसी है तो यहां पर यहां पर जो है 1679 समवेत ऑफ ल उन्होंने जजिया को रिइंट्रोड्यूस किया राइट तो जजिया वापस लेकर आ गए जजिया जजिया स्टार्ट कर दिया पिलग्रिम टैक्स वगैरह स्टार्ट कर दिया है राइट ना जजिया प्लस पिग्र मेंज टैक्स पिल गमज टैक्स ये सारी चीजें वापस रि इंस्टेट कर दी है पहले कॉइंस प कलमा लिखा जाता था इन्होंने कहा बंद करो सब मुहतासिब को अपॉइंट्स मुहतासिब का पर्पस होता है कि मोरल्स को चेक करना कि सोसाइटी सोसाइटी मोरली सही चीजों को फॉलो कर रही है कितना फॉलो कर रही है समथिंग इन सारी चीजों को चेक करना ये किसका काम है मुहतासिब का काम है राइट है ना प्लस इन्हीं के दौर में इन्हीं के दौर में 1675 में ये एग्जीक्यूट कर देते हैं गुरु तेग बहादुर को और यहां सर यहां से जो है यू नो जो सिख कम्युनिटी है वो पूरी तरह से अ अ मुगल्स के खिलाफ हो जाएगी यस इसके बाद जो है ग गुरु गोविंद सिंह है राइट गुरु गोविंद सिंह पूरी तरी से पूरी तरीके से जो है यहां पर खिलाफ हो जाएंगे खालसा कम्युनिटी का पूरा एस्टेब्लिशमेंट हो जाएगा और सिख यहां से रिबेल रिबेल कर देंगे तो यहां से सिखों को कंट्रोल करना भी जो है मुश्किल होगा इन्हीं सब पॉलिसीज की वजह से अच्छा एक और एक और चीज है तुलादान तुलादान तुलादान पहले होता था कि हां राजा के वेट के बराबर जो है तोतला जाएगा और उतने बराबर जो है सोना चांदी और खाना पना जो है डिस्ट्रीब्यूटर तो ये तुलादान वगैरह भी बंद करा दिया तुलादान भी बंद करा दिया प्लस प्लस सती कस्टम हिंदू फेस्टिवल रोखा दर्शन कोर्ट में म्यूजिक तो म्यूजिक इस्लाम के हिसाब से जो है क्या है बैंड है कोई कोई फोटो बनाना जो है इस्लाम के हिसाब से बैंड है तो उन्होंने कहा ये सारी चीजें नहीं होंगी तो कोर्ट से म्यूजिक भी निकाल दिया अब ये भी हो सकता है कि जेब में पैसे थे नहीं राइट जब जेब में पैसे हो तो मूवी देखने का मन करता है म्यूजिक सुनने का मन करता है जब जेब में पैसा ही नहीं है तो क्या ही इतने म्यूजिशियंस को सैलरी वैलरी देंगे तो चाहे वो इस्लाम के नाम पे कह लीजिए या रिलीजन के नाम पे कह लीजिए चाहे वो पैसे की वजह से जो भी है उसने सारे म्यूजिशियंस को कोर्ट से निकाल दिया हालांकि वो खुद भी बहुत अच्छा वरणा बजाता है राइट है ना कि वीणा प्लेयर है बहुत बड़ा लेकिन कहता है नहीं नहीं नहीं नहीं म्यूजिक नहीं चलेगा भाई म्यूजिक बंद किया जाए तो म्यूजिक उसने बंद कर दिया तो डेफिनेटली ही इज ही इ ही इज अ ऑर्थोडॉक्स बिलीवर राइट ना तो ऑर्थोडॉक्स रिलीजस पॉलिसी के लिए जाना जाता है ऑलरेडी मैंने आपको बताया कि हां काफी रिबेलियंस करने पड़े राइट अगर हम इनकी नोबिलिटी की बात करें नोबिलिटी तो ऑलरेडी हम बात कर रहे हैं कि नोबिलिटी का नंबर काफी ज्यादा बढ़ चुका है हेरेडिटरी हेरिडिटी के हिसाब से कि हां जो है मनसबदार है उसका बेटा भी मनसबदार बनेगा ऐसा इनिशियली नहीं था अकबर ने कभी ऐसा नहीं कहा था लेकिन अब ऐसा होने लग गया है कि यहां जो मनसबदार के डिसेंडेंट है वो भी मनसबदार बन रहे हैं राइट है ना कि हां चिंता मत करिए आपकी आपकी नेक्स्ट बट नेक्स्ट जो जनरेशन को भी हम सिक्योर कर देंगे इनकी मनसबदारी में बाय द वे हिंदूजा है ना ऐसा नहीं है कि यहां हिंदूजास इनकी मनसबदारी में एजिस्ट करते हैं इनफैक्ट मराठा भी इनकी मनसबदारी में जो है एजिस्ट करते हैं इंडियन मुस्लिम्स यानी जो जो है मुस्लिम्स यहां पे कन्वर्ट हुए हैं हैं जिन्हें शेख ज्यादा कहा जाता है वो भी 12 पर यहां पर नोबिलिटी कांस्टीट्यूट करते हैं तो नोबिलिटी अगर देखा जाए तो काफी मिक्स्ड नोबिलिटी है नोबिलिटी में ऐसा बहुत ऑर्थोडॉक्स व्यू हमें नहीं दिखाई दे रहा हिंदू भी है शेख जादा भी हैं मराठा भी हैं तो ऐसा कोई जो है बहुत हम ये नहीं कह सकते कि बहुत ज्यादा अ जो है ऑर्थोडॉक्स है विद रिस्पेक्ट टू हायरिंग राइट क्यों क्योंकि भाई ये जरूरी है राइट है ना कि हां मेरिट बेस हायरिंग आप नहीं करेंगे मेरिट बेस्ड अगर मनसबदारी नहीं रखेंगे टीम नहीं बनाएंगे तो आप ग्रो नहीं कर सकते इतनी बड़ी अंपायर आप नहीं संभाल सकते सते तो यहां पर हम देखेंगे कि हां जो है डिफरेंट डिफरेंट वर्ग के मनसबदार हैं बट प्रॉब्लम वही है कि मनसबदार का नंबर जो है राइट 14000 बहुत बड़ा नंबर हो गया और उतने लोगों को सैलरी देना राइट अब ये आसान काम नहीं रह गया था नाउ इनके आर्किटेक्चर कंट्रीब्यूशन की बात करें तो जैसे कि इन्होंने एक औरंगाबाद में बीवी का मकबरा बनाया है इसे कहते हैं सेकंड ताजमहल राइट है ना सेकंड ताजमहल की बेटर नाम है इसका सेकंड हैंड ताजमहल राइट है ना कि बिल्कुल लगता ही नहीं ताजमहल जैसा कि ताजमहल का ऐसा यू नो डुप्लीकेट कॉपी टाइप है ये तो हां तो ताजमहल अब जेब में पैसा नहीं तो हां ऐसा ही बनेगा तो दिस इज कॉल्ड एज बीवी का मकबरा प्लस लालकिला में मोती मस्जिद बनवाया हुआ है राइट मोती मस्जिद अब जैसे आप इस इसको कंपेयर करिए अ जो है फतेहपुर सीकरी के अ जो शेख सलीम चिश्ती की दरगाह है आप उससे कंपेयर करिए दैट इज वेरी ब्यूटीफुल रटना उस हिसाब से ये कुछ भी नहीं है सिमिलरली जैसा जामा मस्जिद है वैसा ही एक बादशाही मॉस्क बनवाया है बट ये लाहौर में है राइट नॉट दिल्ली लाहौर राइट तो इस तरह के कुछ आर्किटेक्चरल स्ट्रक्चर्स इनके दौर में बने या प्लस प्लस म्यूजिकल जैसे मैंने कहा कि हां ये खुद भी वीणा प प्लेयर थे लेकिन म्यूजिक इन्होंने कोर्ट से बैन कर दी थी प्लस लिटरेरी पैटन फत हते आलमगरी तो औरंगजेब का एक नाम आलमगीर भी है वर्ल्ड कंकर दुनिया जीतने वाला तो फतह आलमगरी इसमें बात करी गई है कि हां किस तरीके से औरंगजेब और शाहजहां लड़ा करते थे राइट लड़ा इन द सेंस बातों में लड़ा करते थे पापा तुमने इतना खर्चा कर दिया ये क्यों बनवाने की जरूरत थी ताज इतना मार्बल क्यों लगवा रहे हैं सस्ता मार्बल लगवा दो कुछ इस तरह का जो है झगड़ा यहां पे होता था तो ये कौन देख रहा था ईश्वर देख रहे थे तो ईश्वर दास नागर इन्होंने किताब लिखी है फत हते आलमगरी प्लस एक दूसरी किताब है नुस्खा ए दिलकुशा नुस्खा ए दिलकुशा इससे भीम सेन बुरहानपुरी ने लिखी है अब ये जो जो है भीमसेन की जो किताब है नुस्खा ए दिल खुशा ये बेसिकली डेकन में क्या हो रहा है डेकन की क्या-क्या पॉलिसीज क्या-क्या इश्यूज हैं ये हमें इस लिटरेचर से इस किताब से मिलता है तो दज आर फ्यू इंपोर्टेंट लिटरेचर ओवर यर तो यह कहानी हम ने कंप्लीट करी पूरी पूरी जो है मुगल्स की तो दिस वाज ऑल अबाउट मुगल अंपायर हमने शुरुआत करी कि भाई किस तरीके से बाबर इनिशियली अपना सपना लेके आया कि मुझे कहीं राज्य नहीं मिल रहा है तो इंडिया में एस्टेब्लिश करेंगे और एक छोटा सा राज्य इंडिया में एस्टेब्लिश किया फिर हुमायूं उसे बहुत अच्छे से नहीं संभाल पाए 10 साल बाद सब कुछ छूट गया बट लकिली ही वाज बैक उसे सपोर्ट मिला और यहां से राज्य फिर शुरू हुआ पीक हमको देखने को मिलता है द बेस्ट रेन इज जिसने इस पूरी एंपायर को बहुत स्ट्रांग बनाया वाज अकबर राइट ना कि हां पूरे नॉर्थ इंडिया पे कब्जा किया राइट एक्सपेंशन भी किया प्लस कंसोलिडेशन किया मनसबदारी लेकर आए रेवेन्यू में अच्छी पॉलिसी लेकर आए रिलीजियस पॉलिसी इनकी बहुत लिबरल थी अच्छी पॉलिसी थी अगेन अगेन देखो जो है जो हम लोग हिस्ट्री में जजमेंट देते हैं ना हिस्ट्री में जो आप जो है साइड्स देते हो या कंक्लूजन दी प्रोफेशनल साइड ऑफ द पर्सन नॉट द पर्सनल साइड ऑफ द पर्सन यू कैन क्रिटिसाइज अ पर्सन एज अ पर्सन बट हेयर व्हेन वी इन हिस्ट्री वी टॉक अबाउट अ एज अ लीडर तो अभी जो हम जो है अकबर की तारीफ कर रहे हैं आपने बहुत सारी बातें सुनी होंगी अकबर ऐसा था वैसा था राइट पर्सनल लाइफ में कौन कैसा था यह मैटर नहीं करता जब जब जब उसका प्रोफेशनल और प्रोफेशनल ओरा जो है ज्यादा मैटर करता हो राइट तो एज अ किंग उसका बिहेवियर क्या है एज अ किंग क्या वो एंपायर एस्टेब्लिश कर पाया हां 49 साल उसने रूल किया और एक बहुत बड़ी एंपायर एस्टेब्लिश करी बहुत मजबूत अंपायर एस्टेब्लिश करी जो अगले अगले 200 साल तक कंटिन्यू करेगी इनफैक्ट अगले 250 साल तक कंटिन्यू करेगी हां तो उस इसलिए अकबर को क्रेडिट देना बनता है यस सिमिलरली जहांगीर तो जहांगीर अगर अकबर जैसा काम कर पाते राइट उतनी चीजें उतनी जिम्मेदारी ले पाते तो शायद बेटर हो पाता लेकिन जहांगीर उतना कंट्रीब्यूट कर नहीं पाए राइट अपनी हेल्थ नहीं संभाल पाए उसके बाद शाहजहां अगेन शाहजहां ग्रेट मॉन्यूमेंट्स ऑफकोर्स लेकिन उसके साथ-साथ बाकी चीजें इकॉनमी वगैरह फिक्स करने की जरूरत थी जो कि ये फिक्स कर पाए नहीं इनका बल्क कैंपेन बहुत इंपॉर्टेंट है बल्क कैंपेन राइट ना बाकी इनका कुछ और बहुत चीजें कर पाए नहीं प्लस औरंगजेब हा इकॉनमी इकॉनमी यही से डिक्लाइन होना चालू हो गई थी राइट इकॉनमी डिक्लाइन होती रही होती ही गई है ना तो हा तो ये ये इन्हीं के टाइम में चालू हो चुका था एंड देन औरंगजेब की औरंगजेब की रिलीजस पॉलिसी रिलीजस पॉलिसी डेकन में इन्होने क्या किया और और जो है रिबेल्स स्पेशली सिख देन देन सतनामी एंड एक्सेट्रा तो देयर आर रिबेलियस एंड अहोम इज इंपोर्टेंट राइट अहोम अहोम किंगडम देखो अहोम इसलिए भी मैं चाहूंगा कि आप यूपीएससी के फोकस करें बिकॉज इस साल अहोम में शरदम शरदम मैदान को जो है रादव मैदान बिम दी यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट तो अभी करंट अफेयर में अहोम काफी इंपॉर्टेंट है तो ऐसा सवाल बन सकता है अहोम रिलेटेड कोई सवाल पूछा जा सकता है तो थोड़ा सा ध्यान देंगे कि यहां जो है अहोम्स का प्लस अभी मराठा की कहानी और ज्यादा कनेक्ट करेंगे तो 1707 डकन में ही औरंगजेब की डेथ हो जाती है और यहां से आपकी मॉडर्न इंडिया चालू होती है यहां से कहानी शुरू होती है लेटर मुगल्स की लेटर मुगल्स तो दिस वाज ऑल अबाउट मुगल्स अब बात करते हैं मराठा की अगेन मराठा इज आल्सो वेरी वेरी इंपोर्टेंट टॉपिक यूपीएससी ऑलरेडी मराठा पे सवाल सीएपीएल में पूछ रहा था लेकिन अभी छावा भी रिलीज हुई एंड छावा बिकम वेरी यू कैन से पॉपुलर तो हां तो मराठा अगेन आर वेरी वेरी वैसे मराठा हमेशा ही न्यूज़ में रहते हैं राइट कोई नई बात नहीं है लेकिन इस समय कुछ ज्यादा डिस्कशन में है राइट छत्रपति शिवाजी महाराज छत्रपति संभाजी महाराज है ना इन सब पे सवाल बन सकते हैं पेशवास पे आगे सवाल बन सकते हैं मॉडर्न इंडिया से पॉसिबल है तो आइए बात करते हैं मराठा की तो सबसे पहले मराठा के बैकग्राउंड की बात करते हैं तो मैं आपको वापस याद दिलाता हूं कि हम लोग बात कर रहे थे भामानी सल्तनत क्यों कि यहां पर बहामानी सल्तनत थी डेकन में जो कि 1485 के बाद महमूद गवान के बाद टूट गई थी तो हमें पांच राज्य दिखाई दे रहे थे तो एक बीजापुर आपको याद आ रहा है बीजापुर राइट है ना एक गोलकोंडा याद आ रहा है एक अहमदनगर याद आ रहा है राइट है ना तो अहमदनगर अभी और भी याद आएंगे दो तो अहमदनगर बेसिकली अब इसकी वैल्यू नहीं रह गई क्योंकि अकबर के टाइम में अहमदनगर काफी कंट्रोल में आ चुका था राइट है ना तो अब इसका जो है यहां पे जो है यू कैन से अ 1605 तक आते-आते अब इसकी कोई वैल्यू नहीं है आल्सो जो बेरार आपको याद आ रहा होगा एक स्टेट यहां पर वो अहमदनगर ने कैप्चर कर लिया था तो वो अहमदनगर के पास है और सिमिलरली जो बीदर वाला पार्ट था अब वो बीजापुर के पास है तो अगर अब यहां पर दो लोग जो हमें मायने रखते हैं अब कहानी में मराठा के टाइम में तो एक है बीजापुर और दूसरा है गोलकोंडा राइट तो दो ही दो ही किंगडम यहां पर इंपॉर्टेंट हो रही है एक है गोलकोंडा और एक है आपका बीजापुर बीजापुर अब इसमें बीजापुर ज्यादा इंपॉर्टेंट है रीजन कि जो मराठा का राइज है जो हम लोग डिस्कस कर रहे हैं मराठा का राइज हो रहा है इस इलाके में कोनकला में वेस्टर्न घाट और इसके कोस्टल स्ट्रिप में राइट तो हां तो इस इलाके में मराठा का राइज हो रहा है तो बीजापुर इंपॉर्टेंट है बीजापुर इंपोर्टेंट अहमदनगर भी था हां अहमदनगर भी इनिशियल स्टेज में डेफिनेटली है राइट तो अहमदनगर बीजापुर गोलकोंडा ये तीन लोग हैं और इसके साथ-साथ मराठा का राइज हो रहा है राइट आइए देखते हैं कैसे तो मराठा अगर हम देखें तो मराठा बेसिकली एग्रेरियन कास्ट हुआ करती थी राइट ना कि जैसे कि जैसे कि भोसले जैसे कि सिंधिया होलकर इस तरह की एग्रेरियन कास्ट हुआ करती थी तो ओरिजनली दे वर एसोसिएटेड विद एग्रीकल्चर बट ग्रैजुअली ग्रैजुअली ये जो क्लासेस थी जो किसान थे ये किसान लड़ाई करने लग गए राइट ना योद्धा बने ये बहुत भयंकर योद्धा बने तो दे गॉट ट्रेड इनटू और दे गॉट एक्सपर्ट इनटू गोरिला वरफेन राइट ना गोरिला वरफेन अब ये जो ये जो जो है किंग डम्स हैं ये आपस में भी लड़ती हैं मुगल्स का भी अटैक होता है तो इनको इनको वॉरियर लोग चाहिए तो हां तो इनको जरूरत थी तो ये हायर करने लगे तो कभी-कभी जो है अहमदनगर जो है मराठ कुछ मराठा को हायर कर रहा है और बीजापुर के सेना में भी कुछ मराठा हैं तो मराठा जो है दोनों ही सेना में थी गोलकोंडा में भी हो सकता है यस गोलकोंडा में भी हो सकता है राइट इवन इवन हम बात कर रहे थे कि मुगल्स की सेना में भी मराठा हैं बिकॉज़ एवरीबॉडी अब जब ये अच्छे सोल्जर बने वॉरियर बने तो इन्हीं किंगडम में इन्हीं किंगडम में लोग मनसबदार बनने लग गए राइट है ना हाईयर पोस्ट जो है एक्वायर कर लिया जागीर बागीर मिल गई यस तो जागीर बन मिल गई तो काइंड ऑफ जमींदार भी हो गए लोग तो हां तो जो है एक तो वॉरियर अच्छे हैं और धीरे-धीरे ये फैमिलीज ग्रो करने लगी अब ऐसी ही एक फैमिली जो ग्रो करेगी तो फिलहाल तो जो है या तो हमने बात करी कि किस इलाके में नकन इलाका मैंने आपको बताया मैंने आपको बताया कि हां जो है गोरिला वरफेन में ये लोग यू नो बहुत स्किलफुल है और सरप्राइज अटैक के लिए जाने जाते हैं आर्मी को पता भी नहीं चलेगा देखो क्या हो रहा है कि ये जो झगड़ा हो रहा है ये वेस्टर्न घाट के आसपास पहाड़ी इलाके में हो रहा है तो क्या होता है मैदानी इलाका पानीपत जैसा इलाका है तो एक बड़ी सी सेना इधर आई बड़ी सी सेना इधर आई और फिर दोनों लोग भिड़े तो जिसके पास बढ़िया स्ट्रेटजी होगी बड़ी सेना होगी रटना वो जीत जाएगा लेकिन गोरिला वरफेन में क्या होता है कि ऐसा प्लेन नहीं है कि हां इधर से बड़ी सेना आ रही है राइट अभी आपने छावा में शायद देखा हो कि हां ऐसा पेड़ों के जंगल के जंगल में पता नहीं कहां से सैनिक आए और लोग तैयार भी रही थे मारपीट करी खत्म कर दिया राइट ऐसे खेतों में पता नहीं कहां से सैनिक आए मारपीट करी खत्म कर दिया तो दैट इज गोरिला वरफेन है ना बिल्कुल एनिमल वरफेन है ये राइट है ना हां जैसे शेर अटैक करता है पता नहीं चलता कहां से कूद के आ गया तो वैसा कुछ है ये बिल्कुल सरप्राइज अटैक प्लस इसी दौर में इसी दौर में जब आप भक्ति मूवमेंट देखते हैं तो वहां पे मराठा में हमको सुनाई देता है कि कुछ भक्ति सेंट्स हैं राइट है ना कि जैसे कि ज्ञानेश्वर का नाम जो है हम पढ़ेंगे प्लस तुका राम है रामदास हैं एकनाथ हैं तो दे हैव इंस्पायर्ड मराठी नेशनलिज्म राइट है ना मराठी की भी ग्रो ग्रोथ हो रही है यहां पे तो लोकल लिटरेचर लोकल थॉट प्रोसेस काफी ग्रो हो रहा है तो एक मराठा की फीलिंग आ रही है कि हम जो है मराठा हैं राइट है ना प्लस प्लस धीरे-धीरे क्या हो रहा है कि आपस में झगड़ पकड़ के ये बीजापुर और गोलकोंडा उतने स्ट्रांग रह नहीं गए हैं तो यहां पर काइंड ऑफ अ पॉलिटिकल वैक्यूम भी क्रिएट हो रहा है 1600 के बाद धीरे-धीरे अकबर के आने के बाद अकबर के पेनिट्रेट करने के बाद जो है यहां पर धीरे-धीरे पॉलिटिकल वैक्यूम क्रिएट हो रहा है तो अकबर को बहुत सक्सेस नहीं मिली थी अकबर बेसिकली यहीं तक पहुंचा है इसके आगे अभी एक्सपेंशन बाकी है मुगल अंपायर का यस अभी ये लोग एजिस्ट कर रहे हैं तो नाउ तो खैर तो ऐसे में ऐसे में हम बात कर रहे हैं कि 1600 के बाद हमें इस तरह की ग्रोथ दिखाई दे रही है जहांगीर शाहजहां और औरंगजेब में और धीरे-धीरे धीरे-धीरे ये लोग ऐसे जो है यहां पर ग्रो करेंगे मराठा अब ऐसे में सबसे पहले हम बात करते हैं शाहजी भोसले की राइट है ना तो शाहजी भोसले अब ये 1594 से 1664 का दौर है 1594 जन्म है उनका दिस इज नॉट रेन बट दिस इज बर्थ राइट तो टिल 1664 ही इज देयर तो शाहजी भोसले ये फादर ऑफ जय छत्रपति शिवाजी महाराज है तो नाउ तो अब इनका थोड़ा बैकग्राउंड अगर आप समझो दिस विल हेल्प अस अंडरस्टैंड द बेसिकली बैकग्राउंड और फाउंडेशन ऑफ शिवाजी महाराज तो ये ये मलोजी भोसले के बेटे हैं जो ऑलरेडी ऑलरेडी आदिल शाह के कोर्ट में है तो इनके पास ऑलरेडी जो है इनफैक्ट शाहजी भोसले के पास इनके फादर के पास राइट ना ऑलरेडी ये जो है यू कैन से अ अ जो है स्टेटस ऑलरेडी एजिस्ट करता है तो शाहजी के पास क्या है शाहजी के पास ऑलरेडी पुणे और सपे की जागीर है तो पुणे वाले इलाके में थोड़ा सा इलाका छोटू सा इलाका उनके पास ऑलरेडी एजिस्ट करता है राइट ना ऐसा कहां हुआ था अहमदनगर सल्तनत ने उनको पुण पुणे वाला इलाका दे रखा था ऐसा जागीर तो थोड़ी सी जागीर उनके पास ऑलरेडी है तो एक जो जागीर उनके पास ऑलरेडी एजिस्ट करती है वो है पुणे और सपे की इस इलाके में ऑलरेडी जो है क्या है कि हां ये लोग ये लोग एजिस्ट करते हैं तो ये एरिया इनकी जागीर है ये एरिया इनके कंट्रोल में है पुणे और सपे की जागी इनफैक्ट इनफैक्ट शाहजहां के दौरान शाहजहां जब डेकन की तरफ जो है यू नो रुख करता है शाहजहां कोशिश करेगा पेनिट्रेट करने की राइट तो उस समय ये जो है शाहजहां के साथ भी अलाइन हो गए थे लेकिन मुगल्स के साथ बनी नहीं तो आगे जाके फिर से बीजापुर इन्होंने जवाइन कर लिया राइट है ना अपना पुणे और सपे की जहागीर इनसे छीन ली गई थी वो वापस पाया राइट आगे जाके बेंगलोर एक्सपेडिन किया बीजापुर ने तो बीजापुर ने जब बेंगलोर पे अटैक किया कैंपे गौड़ा करके राजा थे वहां पे तो बैंगलोर तो वहां भी वो जो है बेसिकली उसके साथ गए और एकदम वन ऑफ द यू कैन से जो है मोस्ट इंपॉर्टेंट सेनापति बन गए मोस्ट इंपोर्टेंट मनसबदार बन गए तो इनको बैंगलोर में भी जगह मिली तो बैंगलोर में भी इनको क्या मिला बैंगलोर में भी इनको जो है जागीर मिल गई तो ये इलाका और ये इलाका पुणे का इलाका और ये बेंगलोर का इलाका बेंगलोर कोलार रटर कोलार गोल्ड फील्ड सुना होगा रॉकी भैया तो हां तो ये जो इलाका है ये बेसिकली किसको मिल गया शाहजी को मिल गया शाहजी भोसले को तो ये इलाका और ये इलाका अब यहां पर बेंगलोर का मौसम बहुत बढ़िया है राइट है ना काफी लोग आज भी बेंगलोर जाते हैं वहीं सेटल हो जाते हैं राइट मौसम बहुत बढ़िया है तो शायद जो भी रहा हो तो फिलहाल जो है है ना जोक्स पार्ट तो शाहजी भोसले जो है यहां पर सेटल हो गए और उन्होंने अपनी फैमिली को जो है पीछे पुणे में छोड़ दिया तो जीजाबाई तो उनकी वाइफ थी जीजाबाई और उनका अभी बेटा छोटा है है ना जो कि है शिवाजी महाराज यहां पे वो पुणे में रह गए अब पीछे पीछे जो है पीछे जो है यू नो दादाजी कौत देव हैं और भी गार्डियंस हैं उनके जो उनको यहां पर ट्रेन करेंगे और धीरे-धीरे ग्रो करेंगे और वो बनेंगे छत्रपति शिवाजी महाराज राइट तो अब बात करते हैं कि कि हां ये था बैकग्राउंड पुणे और सपे की जागीर या वो इलाका उनके पास ऑलरेडी है और और जो है उनकी मदर के साथ ही वो बेसिकली उस इलाके पे कंट्रोल भी कर रहे हैं या उनकी मदर कह सकते हैं आपकी हम बेसिकली कंट्रोल कर रही है राइट है ना सो हां तो यहां पे ग्रो करेंगे छत्रपति शिवाजी महाराज यस स नाउ तो ही इज बेसिकली कंसीडर्ड एज फाउंडर ऑफ द मराठा एंपायर तो एकदम ओरिजिन से बात करते हैं तो शिवाजी का जन्म हुआ है शिवनेरी फोर्ट में राइट तो एक जगह है जुन्नार है ना पुणे के पास बेसिकली पड़ेगा तो वहां पे एक किला है शिवनेरी फोर्ट शिवनेरी फोर्ट क्योंकि पुणे और सपे की जागीर थी तो उसी इलाके में जन्म हुआ है तो दिस इज 1627 उनकी जो बर्थ हुई है फिर वो धीरे-धीरे ग्रो हुए हैं धीरे-धीरे बेसिकली वो ट्रेन हुए ग्रो हुए राइट न 1627 एंड इनफैक्ट विदन विदन 14 इयर्स 15 इयर्स धीरे-धीरे वो एक्सपेडिन करना चालू कर देंगे और जो है यू नो निकल पड़ेंगे एक बड़ी अंपायर स्थापित करने यहां पर तुकाराम और रामदास जैसा कि मैं कह रहा था कि देयर आर सम भक्ति फिलोसोफर देखो बहुत सारी चीजों के पीछे बहुत सारे राइस के पीछे जो है किंगडम के पीछे कभी-कभी एक बहुत बड़ी फिलॉसफी होती है फॉर एग्जांपल वर्ल्ड वॉर के पीछे भी कहा जाता है कि हां देयर वर सम राइटर्स जिन्होंने जिन्होंने जो है यू नो फिलॉसफी दी हैं और इन फिलॉसफी से क्या होता है माइंड सेट हो जाता है कि हां ऐसा होना चाहिए जैसे कि जैसे कि एक जो है फिलॉसफी है लेवन सरोम करके कि यहां स्टेट इज एन र् ऑर्गेनिस्ट स्टेट नीड्स टू ग्रो तो कोई भी स्टेट तभी सरवाइव करेगा जब वो एक जानवर की तरह या ऑर्गेनिस्ट सम की तरह ग्रो करेगा राइट है ना तो ऐसे ही ऐसे ही यहां भी जब मराठा ट्रेडिशनल लगता है तब ये जो मराठा यू कैन से जो जो है जो आइडेंटिटी है वो ग्रो करने लगती है राइट है ना तो उसी में शिवाजी भी हैं यस तो 1646 तो धीरे-धीरे जो है इन्होंने ग्रो करना चालू किया तो 1640 तक आते-आते 1640 तक आते-आते इन्होंने तोरणा फोर्ट बीजापुर सुल्तान से था तो बीजापुर वाला इलाका है तो तोरणा फोर्ट तो इस इलाके में किला पा लिया नाउ जैसे कि हमने राजपूत की बात करी थी और मैंने आपसे कहा था कि राजपूतों में फोर्टिफिकेशन इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट जबकि जबकि राजस्थान तो फिर भी थोड़ा सा प्लेन है एरिया ही है राइट है ना है ना कि हां ओवरऑल अगर कंपेयर किया जाए तो वहां पे फोर्टिफिकेशन जो है वो थोड़ा सा हाईयर इलाके में हाईयर जो है यू कैन से पेडेस्टल पे किसी छोटी पहाड़ी पे हमें इस तरह से किले दिखते हैं बट वो किले उनकी स्ट्रेंथ है वही चीज यहां भी होगी यहां भी जो किले हैं वो शिवाजी महाराज की जो है स्ट्रेंथ बनने वाले हैं यस और ये जो किले हैं ये पहाड़ियों में है और ये पूरा पहाड़ी इलाका है वेस्टर्न घाट वाला इलाका है राइट है ना तो ये सुपर स्ट्रेंथ बनेंगे यहां पे तो यहां पर एक किले बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है जितने किले हैं आपके पास उतना स्ट्रांग है तो फिलहाल फिलहाल तो यहां पे यहां पे जो है 46 तक आते-आते इन्होंने तोरणा फोर्ट जो है यहां पे कैप्चर कर लिया है और आगे जाके इन्होंने बनाया क्या रायगढ़ फोर्ट रायगढ़ फोर्ट तो व पहले से एजिस्ट करता था लेकिन उसको और इंप्रूव किया है तो रायगढ़ तो एक जो फोर्ट इंपॉर्टेंट है दैट इज रायगढ़ तो रायगढ़ का किला यही इनकी कैपिटल भी बनेगा वेरी वेरी इंपोर्टेंट प्लस और भी किलों का किलो किले उन्होंने धीरे-धीरे एक्वायर किए बारामती है इंदापुर है पुरंदर पुरंदर का किला बहुत फेमस है और एक मूवी आई थी तन्हाजी उसमें कों दना की की बात है कों दना तो कों दना पुरंदर राइट है ना ऐसे कुछ कुछ फेमस केज उनके पास आ रहे हैं राइट तो पुरंदर इज ओवर हियर कुंदा भी यही यही कहीं आसपास ही जो है जो है रायगढ़ के आसपास ही पड़ेगा कों दना तो नाव तो नाव जो है यू नो धीरे-धीरे अब उनका वर्चस्व जो है ग्रो कर रहा है जैसे कि जैसे कि एक एक मराठी चीफ हुआ करते थे जावली राइट ना जावली इलाके के चीफ हुआ करते थे ये भी मराठा थे तो इनको भी हरा दिया इनको भी हरा दिया प्रतापगढ़ फोर्ड भी मिल चुका है हां तो धीरे-धीरे अपने इलाके में पुणे के आसपास ही राइट है ना इसी इलाके में अभी पुणे के आसपास ही वो एक्सपेंड कर रहे हैं एक्सपेंशन उनका चालू हो चुका है प्लस क्योंकि क्योंकि इस जमाने तक आते-आते पोर्तुगीज वगैरह भी आ चुके थे पोर्तुगीज भी ग्रो कर रहे थे पोर्तुगीज अब से सवा साल पहले आ चुके थे राइट ऑलमोस्ट 150 साल पहले आ चुके थे सो नाउ तो पोर्तुगीज ने कहीं ना कहीं जो है यू नो नेवी की जो इंपॉर्टेंस है वो लोगों को जता दी थी तो यहां पर एक किंगडम है व्हिच इज जंजीरा एक आइलैंड है बेसिकली जंजीरा जंजीरा दिस इज जंजीरा यहां पर सिदिज हुआ करते थे तो दिस आइलैंड दिस इज दिस इज बेसिकली फोर्ट ऑफ जंजीरा तो यहां पर सिदिज हुआ करते थे इनको हराने के लिए और इसपे कमांड लाने के लिए उन्होंने एक फ्लीट बनाई राइट एक नेवी भी बनाई हालांकि हालांकि जिस तरह का किला है इसको हरा पाना बहुत मुश्किल है राइट ना तो यहां इसे जीत नहीं पाए लेकिन स्टिल स्टिल एक जंजीरा के साथ लड़ाई उनकी फेमस है यस ये रेजिस्टेंस भी उनके साथ जो है फेमस है नाओ तो अब जब ये ग्रो कर रहे हैं इस तरह से एक्सपेंड कर रहे हैं तो बीजापुर को बुरा लगेगा क्योंकि ये तो बीजापुर का इलाका है बीजापुर का बुरा लग रहा है कि अरे ये क्या हो रहा है भाई राइट है ना ऐसा कैसे हो सकता है तो अब बीजापुर के साथ कुछ-कुछ यहां पर झगड़े होने लगेंगे तो बीजापुर तो 1659 में एक बड़ा झगड़ा होता है जिसमें भेजा जाता है तो बीजापुर के उस समय राजा हैं आदिल शाह आदिल शाह आदिल शाह टू तो हम लोग बात कर रहे थे कि बीजापुर में आदिल शाही ही डायनेस्टी है तो इस तरह के नाम लेते रहते हैं वो लोग तो आदिल शाह टू तो उन्होंने भेजा अफजल खान को तो अफजल खान ने इनके ऊपर अटैक किया अच्छा बाय द वे ये पैरेलल ही है राइट है ना औरंगजेब की कहानी और ये कहानी पैरेलल ही है इस जमाने में शिवाजी महाराज को दो चैलेंज फेस करने पड़ रहे हैं ना मेनली दो चैलेंज एक एक उनके घर का चैलेंज इसी इलाके में च इज बीजापुर तो एक जो उनको हैंडल करना है वह अपने ही इलाके में बीजापुर को हैंडल करना है और दूसरा ऊपर से जो जो है यू नो झगड़ा आ रहा है च इज औरंगजेब तो इनके दो दुश्मन है एक बीजापुर और दूसरा औरंगजेब तो पहले बात करते हैं बीजापुर की बीजापुर रिलाइज तो बीजापुर तो बीजापुर इनको जो है घेरने की कोशिश करेगा तो अफजल खान इनके किले को पूरा घेर लेगा सीज कर लेगा ये सीज काफी दिन चलेगा फिर बात होगी फिर बात होगी कि हां जो है चलो ऐसा समझौता कर लेते हैं तो ये दोनों मिलने आएंगे है ना और इस समझौते में एक्सपेक्टेड था कि दोनों लोग हथियार लेकर नहीं आएंगे इस मीटिंग में दिस इज अ वेरी वेरी फेमस मीटिंग राइट है ना कि अफजल खान तो अफजल खान अफजल खान बेसिकली इनके ऊपर अटैक करता है और अफजल खान इज द वन जो एक बहुत फेमस मंदिर है भक्ति मूवमेंट में पंढर है ना विठ्ठल जी का मंदिर है वो राइट ना विठोबा का मंदिर है और उसको भी क्या करता है उसको भी अटैक करता है तो इस मीटिंग में एक्सपेक्टेड है कि दोनों लोग जो है क्या है कि हां बिल्कुल खाली हाथ जाएंगे शिवाजी महाराज खाली हाथ जा भी रहे थे लेकिन फिर उनको समझाया गया हां अफजल खान लंबा चौड़ा है है ना आपकी हाइट कंपैरेटिव अफजल खान से कम है प्लस प्लस जो है वो अंदर धोखा दे सकता है कुछ भी गड़बड़ हो सकता है तो यू शुड बी रेडी तो ये हाथ में बाघ नक पहन के गए राट की अंगूठियां जो है इसमें अंदर की तरफ जो है क्या है कांटे निकले हुए हैं जो है ब्लेड निकला हुआ है है ना और जब ये गले मिले तो यहां पे अफजल खान ने इनको मारने की कोशिश करी उसने भी तलवार अलवार छुपा रखी थी तो यहीं पे शिवाजी महाराज ने वो उसके दिल में डाल दिया राइट है ना तो हां तो सीने में बेसिकली हाथ मार दिया और अफजल खान को मार दिया नाउ दिस इज अ वेरी वेरी फेमस इवेंट आगे जाके बाल गंगाधर तिलक भी इस पे आर्टिकल लिखेंगे कि हां शिवाजी महाराज को इसके लिए जज करना चाहिए नहीं जज करना चाहिए ऐसे करके एंड ऑफकोर्स वो सपोर्टिव है राइट तिलक हैं तो हां तो जो है तो या तो अफजल खान तो अफजल खान को भी मार दिया और प्लस प्लस जो है ये पन्हाला फोर्ट जो है एक और फोर्ट इन्होंने सीज कर लिया कोंकण और कोल्हापुर इलाके में जो है और एक्सपेंड कर रहे हैं तोब वो पुणे और सपे वाले इलाके से निकल के अब थोड़ा सा को कोल्हापुर थोड़ा सा और नीचे साउथ की साइड में एक्सपेंड कर रहे हैं राइट है ना कि यहां पुणे है तो फिर पुणे के नीचे कोल्हापुर है या ना 1660 तक आते-आते शिवाजी ने रायगढ़ फोर्ट कैप्चर कर लिया है पूरी तरह से प्लस यही आगे जाके सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट फोर्ट बनेगा रायगढ़ फोर्ट पूरी तरह से इनके कब्जे में आ चुका है 1660 में तो ये कहानी है बीजापुर के साथ कि बीजापुर से इस तरह झगड़ा कुछ कुछ चल रहा है आगे भी कुछ और भी होगा बट या मेजर ये दो चीजें फेमस है अनदर थिंग इज विद रिस्पेक्ट टू औरंगजेब अब औरंगजेब क्या है मैंने आपको बताया था कि फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम लेट्स कम बैक टू औरंगजेब या तो औरंगजेब ना औरंगजेब का हम राज्य याद आ रहा है कि 1650 8 से चालू हो रहा है राइट है ना अनटिल 1680 टिल 1680 हम बात कर रहे थे कि उसका फोकस जो है वो नॉर्थ इंडिया पे ज्यादा है क्योंकि उसके घर में ही मचा हुआ है घर में ही रिबेलिनराइडर है मीन वाइल मीन वाइल नीचे शिवाजी महाराज का राइज हो रहा है तो नीचे हम बात कर रहे हैं कि 40 से ही जो छत्रपति शिवाजी महाराज हैं शिवाजी महाराज यहां पे राइज कर रहे हैं ना ये दौर है कि हां ये जो है 1650 तक आते-आते 60 तक आते-आते वो काफी प्रॉमिनेंट होते जा रहे हैं राइट है ना अब ये चीज औरंगजेब देख रहा है बट खुद जा सकता है खुद नहीं जा सकता तो क्या करेगा अपना किसी सिपा सालार को भेजेगा कि हां डेकन में तुम गवर्नर हो तुम जाओ शिवाजी महाराज को हैंडल करो राइड है ना तो हां तो इसने किसको भेजा सबसे पहले शस्ता खान को भेजा तो 1658 में जब औरंगजेब राजा बना राइट और देख रहा है कि हां नीचे डेकन में जो है मराठा काफी ग्रो कर रहे हैं राइट अभी वो बहुत सीरियसली नहीं दे रहा अभी वो सोच रहा है कि हां ये छोटा सा तो किंगडम है क्योंकि अभी कोई बहुत बड़ा राज्य स्थापित भी नहीं हुआ है राट वो छोटा सा इलाका है पूण्य और सपे के आसपास का इलाका तो उसने बहुत सीरियसली अभी नहीं लिया उसने भेजा शस्ता खान को कि हां वो छोटी सी प्रॉब्लम है जाके सॉल्व कर लो तो शस्ता खान कि जाओ शिवाजी महाराज को जो है जो है यू नो कैप्चर कर लो या बेसिकली हरा दो सो या तो यहां पे जब शिवाजी जब इसने अटैक किया शस्ता खान ने तो शिवाजी महाराज ने उसके कैंप्स पे रेड कर दिया राट ना कैंप्स पे रेड कर दिया शस्ता खान का जो बेटा है वो भी मारा गया और शस्ता खान यहां से यहां पे हार गए राइट है ना तो औरंगजेब ने बस बुला दिया कि भैया तुमसे ना हो पाएगा तुम वापस आओ राइट किसी और को भेजते हैं मीन वाइल मीन वाइल औरंगजेब का एक बहुत इंपॉर्टेंट पोर्ट है सूरत सूरत हमेशा से इंपॉर्टेंट रहा है सूरत भरूच ये सब सारे बहुत इंपॉर्टेंट पोर्ट है तो वन ऑफ द वेरी वेरी इंपॉर्टेंट पोर्ट इज सूरत कमर्शियली बहुत वायबल है कमर्शियली बहुत इंपॉर्टेंट है कमर्शियली बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है इसके ऊपर अटैक कर दिया किसने जो है शिवाजी महाराज ने सूरत पे अटैक कर दिया सूरत को प्लंडर किया सूरत को लूट लिया अब एकदम से दिल टूट गया औरंगजेब का झटका लगा एकदम थोड़ी देर सांस नहीं आई उसे कि अरे यार सूरत राइट है ना क्योंकि इकॉनमी औरंगजेब की ऑलरेडी खराब है अब उसमें उसका पोर्ट अगर आप प्लंडर कर रहे हैं राइट है ना तो एकदम से आपने जो है गला दबा दिया है तो अब औरंगजेब को लगा कि नहीं कुछ करना पड़ेगा कुछ करना पड़ेगा तो देन उन्होंने भेजा राजा जयसिंह को तो राजा जयसिंह कि आप जाइए अटैक करिए राजा जयसिंह एक बड़ी सेना लेकर आए और जो है उन्होंने उन्होंने जो है घेर दिया शिवाजी को तो यहां पे शिवाजी क्योंकि सीज हो गए थे तो शिवाजी ने कहा ठीक है एक स्टेप पीछे आते हैं तो यहां पर ट्रीटी ऑफ पुरंदर होती है ट्रीटी ऑफ पुरंदर दिस इ 1665 राट तो अभी अभी जो है औरंगजेब को राजा बने कुछ ही टाइम हुआ है एंड देर इज अ ट्रीटी 1665 में इन 1665 वी हैव ट्रीटी ऑफ पुरंदर ट्रीटी ऑफ पुरंदर अब जैसे कि मैंने आपको बताया कि यहां पर स्ट्रेंथ जो है वो किला है स्ट्रेंथ तो यहां पर यहां पर 23 किले महाराज को जो है सबमिट करने पड़ते हैं कुछ 35 किले थे उनके पास उसमें से 23 किलों की चाबी यहां पर देनी पड़ जाती है जो है जयसिंह को प्लस प्लस एक और एक और डिमांड थी राजा जयसिंह की राइट या औरंगजेब की कह दोलो औरंगजेब चाहता था कि शिवाजी महाराज जो है मनसबदार बन जाए जैसे कि वो लोग हमेशा किया करते थे कि एक बार शिवाजी महाराज मनसबदार बन जाएंगे तो हमारी टीम और स्ट्रांग हो जाएगी साउथ इंडिया में शिवाजी महाराज एक्सपेंशन है बहुत मदद करेंगे तो यहां पे इन्होंने मनसबदारी ऑफर करी तो शिवाजी महाराज ने कहा कि नहीं मैं क्या मनसबदार बनूंगा मेरे बेटे को बना दो तो उस समय सांभा जी जो थे वो कुछ 9 साल के थे सॉरी तो सांभा जी कुछ नौ साल 9 साल के थे और उनको एक सीनियर पोस्ट 5000 की मनसबदारी दे दी रटना कुछ जो है जागीर वगैरह भी यहां पर दे दी अब ये थोड़ी देर के लिए मुगल्स और मराठा मिल चुके हैं औरंगजेब और जो है शिवाजी महाराज कुछ टाइम के लिए यहां पर मिल चुके हैं और ये बीजापुर वगैरह पे अटैक करेंगे ये दोनों लोग मिलकर बीजापुर पे रेड वगैरह करेंगे बट अभी भी राइट अभी भी बीजापुर जो है यहां पर थोड़ा स्ट्रांग है और ये मिलकर भी अभी बीजापुर का बहुत ज्यादा कुछ नहीं बिगड़ा राट है ना तो औरंगजेब भी फ्रस्ट्रेट हो गया शिवाजी महाराज को भी लगा कि क्या ही अलायंस है राइट है ना क्या ही करेंगे हम लोग साथ में तो यहां पर जो है ऐसा लगा कि दोनों लोग अलग हो रहे हैं तो फिर महाराजा जयसिंह ने कहा कि सर महाराजा जयसिंह ने कहा कि चलो आप भी मनसबदार बन जाओ राना तो चलो मुगल कोर्ट आपको मिलवा के लाते हैं औरंगजेब से औरंगजेब बादशाह है राना तो वहां मिलवा हैं तो जब वो कोर्ट विजिट करते हैं राइट ना शिवाजी महाराज मान जाते हैं कि चलो मिल आते भाई तना नाम सुना तो कोल्ड विजिट करते उनको अच्छा नहीं लगता उनको भी 5000 की मनसबदारी ऑफर करी जाती है कह र इतना तो मेरे बेटे की मनसबदारी है राइट ना क्या ही बात बनती है ऐसे कैसे सॉरी तो वहां प काफी नाराज हो जाते हैं और यहां पर शिवाजी महाराज उनको औरंगजेब उनको महाराज को हाउस अरेस्ट पर डाल देता है व वो सोच रहा था कि एग्जीक्यूट कर देंगे लेकिन शिवाजी महाराज ने क्या किया वो फूल फलों की टोकरी में जो है बैठ के निकल गए राट डिसगाइज में निकल गए वो भी निकल गए शंभाजी महाराज भी निकल गए राट तो दोनों लोग यहां से निकल बैठे तो या तो या तो जो है अ या तो मुगल कोट यहां से निकल गए एंड देन देन उन्होंने वापस अपना कॉन केस्ट यहां पर चालू किया तो फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल अपनी जो जागीर है वो पाई सूरत सूरत एकदम धड़कन थी सूरत पे फिर अटैक कर दिया तो 1670 तक आते-आते फिर से सूरत पे अटैक हो गया अब अब औरंगजेब बौखला रहा है लेकिन कुछ कर नहीं पा रहा है ऑलरेडी काफी कुछ करके देख चुका था प्रॉब्लम सॉल्व हो रही है नहीं उसने कहा नहीं चलो अटैक करते हैं तो एक और लड़ाई हुई तो 1672 में फिर से मराठा और जो है अ मराठा और मुगल्स में लड़ाई होती है दिस इज बैटल ऑफ सलर नासिक के पास युद्ध हुआ और इसमें शिवाजी महाराज ने इस आर्मी को हरा दिया राइट है ना तो हां तो जो है भारी पड़ गए महाराज है ना तो मराठा यहां पे भारी पड़े अब 1672 में जब जो है मुगल्स को हरा दिया इससे बड़ी बात क्या होगी तब वक्त है भाई कि हां अब राज्य अभिषेक किया जाए राइट ना कि हां अब जो है कोरोनेशन होना चाहिए राज्य अभिषेक होना चाहिए तो यही रायगढ़ के किले पे 1674 में उन्होंने क्या किया कि अपने आप को क्राउन किया कि हां जो है अब मैं क्या हूं अब मैं छत्रपति हूं तो बेसिकली अब से उनका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज है राइट है ना कि छत्रपति है वो राइट ना चारों लोगों के या चारों दिशाओं के जो है स्वामी है तो छत्रपति हो चुके हैं राइट है ना तो राज्य अभिषेक शाका कहते हैं यहां से एक नया एरा चालू हुआ है जिसे राज्य अभिषेक शाका कहा जाता है दिस इज रायगढ़ फोर्ट रायगढ़ फोर्ट यही इनकी मेन कैपिटल बन रहा है मेन सेंटर बन रहा है प्लस प्लस यहीं पे उन्होंने जो है हैव धर्म धारक राइट अपने आप को हैव धर्म धारक कहा हैव धर्म धारक धर्म धारक और प्लस स्वराज की बात करें स्वराज इज स्वराज स्वराज इज बेसिकली स्वराज्य बेसिकली कि हां जो भी फॉरेनर्स हमारे ऊपर रूल कर रहे हैं जैसे कि मुगल्स हम उनके खिलाफ जो है बर्चा खोल देंगे अपना राज्य स्थापित करेंगे स्वराज स्थापित करेंगे राइट ना तो ये यहां पर मोटिव है प्लस प्लस ब्राह्मण स् और गाय की रक्षा करेंगे राइट ना धर्म की रक्षा करेंगे धर्म परिपालन राइट धर्म जो है बेसिकली धर्म परिपालन वर्ड है रियल राइट तो धर्म परना तो व्हिच इज कि हम धर्म को अप होल्ड करेंगे प्लस यहां पर उन्होंने एज अ किंग उन्होंने बहुत सारे एलायंसेज फॉर्म किए मैट्रिमोनियल अलायंस बड़े-बड़े घरों में कुछ इस तरह शादियां हुई जिससे जो है उनका जो बॉन्ड है या फिर ओवरऑल टीम जो है वो अब धीरे-धीरे और स्ट्रांग हो रही है प्लस अब जो है अब जो है 1676 77 अब यहां पर वो बीजापुर को टारगेट कर रहे हैं राइट तो अब उन्होंने बीजापुर को टारगेट करने के लिए क्या किया गोल कोंडा से दोस्ती कर ी पड़ोसी है पड़ोसी पड़ोसी दुश्मन होता है राइट है ना तो हां तो इन्होंने गोलकोंडा से दोस्ती कर ी बीजापुर की ऐसी तैसी कर दी तो बीजापुर एकदम जो है दीवाना होके घूम रहा है यहां पे तो बेरार खंडे बगलान बीजापुर इन सब पे अटैक कर रहे हैं यस मीन वाइल सॉरी अब तक क्योंकि ये इलाका जो है भामानी के पास था तो यहां पे पर्शियन बहुत इंपॉर्टेंट होती थी शिवाजी महाराज ने कहा नहीं अब तो मराठी इंपॉर्टेंट होनी चाहिए तो मराठी राइट है ना मराठी लैंग्वेज और स्क्रिप्ट भी चेंज कर दिया और इसे ये हो गया मराठी मोदी स्क्रिप्ट तो दिस इज मराठी स्क्रिप्ट इज बेसिकली मोदी स्क्रिप्ट तो अब मोदी स्क्रिप्ट इस्तेमाल होगी और मराठी लैंग्वेज इस्तेमाल होगी एज ऑफिशियल लैंग्वेज प्लस एक डिक्शनरी भी बनाई राइट ना व्हिच इज राज व्यवहार कोष जरूरत भी है लैंग्वेज में थोड़ा इधर-उधर करने के लिए समझने के लिए कि क्या लिखा है तो एक डिक्शनरी भी है व्हिच इज राज व्यवहार कोश तब शिवाजी महाराज यहां से जो है यू नो काफी कुछ एस्टेब्लिश कर दिया है यस काफी कुछ एस्टेब्लिश कर दिया तो शिवाजी महाराज की ये टेरिटरी अब जो है यहां पर एक्सपेंड होके काफी जो है काफी बढ़िया ग्रो कर गई है नाउ इसके अलावा इसके अलावा जो है ही मूव्स टुवर्ड्स कर्नाटका क्यों क्योंकि अब आपको याद आएगा कि बैंगलोर में फादर की भी टेरिटरी थी तो इनका क्लेम बनता है कह र चलो उधर भी चलते हैं राइट है ना तो हां तो ये कर्नाटका साइड एक्सपेंड करेंगे तो कर्नाटका एक्सपेडिन तो अ लॉट ऑफ एरियाज राइट बेंगलोर वेलोर वापस फिर और आगे भी चले गए तो एक इलाका है जिंजी जिंजी वेरी वेरी इंपोर्टेंट राइट जिंजी या सिनजी तो जिंजी राइट दिस पार्ट जिंजी तो जिंजी तक पहुंच गए राइट ना तंजौर पे कब्जा कर लिया यहां भी मराठा आ गए यहीं बृहदेश्वर मंदिर है उसमें भी कुछ-कुछ कंस्ट्रक्शन है मराठा का तो नाउ तो ऑल दीज एरियाज विल कम अंडर हिम नाउ तो अब उनकी एंपायर जो ग्रीन वाला पार्ट ऑफ देख रहे हैं उनकी अंपायर एक्सपेंड कर गई है यस ये कर्नाटका एक्सपेडिन में दो भाई हैं इनके भाई नहीं है दो भाई आपस में हैं मदन्ना और अखना ये उनकी मदद करते हैं दीज आर लोकली वेरी वेरी फेमस तो मदन्ना और अखना जो है इनकी काफी हेल्प करते हैं तो तंजौर भी तंजौर राइट है ना जिंजी ये सब काफी टाइम तक मराठा के कंट्रोल में रहेगा काफी समय तक ये सब मराठा के कंट्रोल है राइट है देन अनफॉर्चूनेटली 1680 में जो है ही पास्ड अवे तो 1680 में डेथ हो जाती है शिवाजी महाराज की ना अब कहानी होती है कि हां छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद यह जो पूरा राज्य है राइट अब तो मराठा किंगडम शुरू हो चुका है तो अय मराठा किंगडम कौन संभालेगा तो यहां पे आते हैं छावा राइट है ना कि हां शंभाजी महाराज तो शंभाजी महाराज तो 1680 में शंभाजी महाराज यहां पर जो है अगले छत्रपति बनते हैं तो नाउ वी हैव छत्रपति शंभाजी महाराज मीनवाइल मीनवाइल अकबर टू औरंगजेब का एक बेटा साउथ आ जाता है राइट ना कि वो बेसिकली औरंगजेब के खिलाफ जो है वो खुश नहीं है औरंगजेब की पॉलिसी से औरंगजेब के ओवरऑल बिहेवियर से राइट एनीवे हमने देखा है कि बच्चे रिवोल्ट कर देते हैं तो यहां भी रिवोल्ट हुआ है तो अकबर टू बेसिकली फादर के खिलाफ चला गया है और यहां पर छत्रपति शंभाजी महाराज के पास आके दोस्ती कर ली उसने राइट मदद मांग ली है छत्रपति शंभाजी महाराज ने भी कहा ठीक है वैसे ही औरंगजेब हमारा दुश्मन है राइट है ना तो हां तो तुम सपोर्ट कर रहे हो तुम उसके दुश्मन हो तो ठीक ही है राइट तो सामा जीी महाराज उसे असाम दे देंगे राइट है ना कि हां उसके साथी हो जाएंगे अब औरंगजेब तो फाइनली दिस इज 1681 और अब औरंगजेब कहेगा कि अब तो चलना ही पड़ेगा राइट तो जब तक शिवाजी महाराज थे छत्रपति शिवाजी महाराज जब तक थे औरंगजेब ने नीचे कदम नहीं रखा है लेकिन जैसे ही छत्रपति शिवाजी महाराज नहीं रहे राइट अब औरंगजेब को शायद हिम्मत आ गई कि हां चलो अब साउथ चला जाए भाई राइट है ना कंट्रोल करना पड़ेगा 1680 तक नॉर्थ इंडिया ऐसा तो नहीं कह सकते कि पूरी तरह कंट्रोल हो चुका है सही हो चुका है बट काफी हद तक उसने रिबेलियंस कर दिया था राइट सो नाउ तो नाउ तो नाउ ही इज मूविंग टुवर्ड्स साउथ कि हां चलो अकबर टू को पकड़ के लाते हैं राइट है ना और डेकन को सॉल्व करते हैं डेकन पॉलिसी का पार्ट है ये एंड नाउ नाउ ही विल गो फॉर एनेक्सेशन कि भाई बहुत हो गया अब ये बीजापुर खत्म किया जाए गोलकुंडा खत्म किया जाए तो ये दोनों ही राज्य 86 87 में उसने अनेक्स कर दिए और फिर फिर जो है होती है 89 में संगमेश्वर में एक लड़ाई बैटल ऑफ संगमेश्वर और बैटल ऑफ संगमेश्वर में सांभा जी को कैप्चर कर लिया जाता है एंड देन ही वाज ब्रूटली एग्जीक्यूटेड राइट है ना तो हां तो ये कहा नी है जो है फाइनली छत्रपति शंभाजी महाराज की ना आफ्टर आफ्टर जो है यू नो शंभाजी महाराज नाउ अब अगर देखा जाए तो शिवाजी महाराज के दो बेटे शिवाजी महाराज के एक है शंभाजी महाराज उनकी वाइफ है यशु बाई और दूसरे हैं राजा राम राजा राम राजाराम उनकी वाइफ है ताराबाई तो राजाराम तो इसके बाद जो राज्य है तो मराठा यहां पर यू कैन से जो है पहली बात तो मुगल बहुत नीचे पेनिट्रेट कर चुके हैं हमें याद आ रहा है कि औरंगजेब का राज्य जो है वह अब टेरिटोरियल क्लाइमैक्स पे है राइट औरंगजेब काफी नीचे तक आ चुका है अहमदनगर अहमदनगर बीजापुर गोलकोंडा कुछ नहीं रहा राइट है ना तो हां बट बट जो मराठा हैं मराठा यहीं पर रेड करे पड़े हैं मराठा रुक नहीं रहे तो ऐसा नहीं है कि शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के जाने के बाद मराठा शांत बैठ गए नहीं देयर वार लॉट ऑफ मराठा फैमिलीज मराठा लीडर्स जो कि रेड करती रहेंगी लड़ाई करती रहेंगी और इसमें अच्छा रोल निभाया है राजाराम ने राइट तो 1689 टू 17 अगले 11 साल जो है यहां पर जो राज्य है वो राजाराम का राज्य है उन्हें इधर-उधर मूव करते रहना पड़ेगा क्योंकि औरंगजेब यहां पर ढूंढ रहा है उनको अच्छा बाय द वे बिफोर वी कम टू राजाराम एक और बात कि सांभा जी महाराज के एक बेटे हैं साहू जी राइट साहू तो समय तो छोटे ही रहे होंगे साहू तो साहू को औरंगजेब ने अपनी जेल में डाल दिया था राइट जब इनको कैप्चर किया था सांभा जी को तो साहू को उन्होंने जेल में डाल दिया था एंड फॉर वेरी वेरी लॉन्ग टाइम साहू जेल में ही रहेंगे देखो क्यों जेल में डाल दिया दिया था वो चाहते थे कि मेरे पास एक नेगोशिएशन कार्ड हो कि मेरे पास सांभा जीी का बेटा है राइट तो चाहते थे कि औरंगजेब चाहता था कि हां मेरे पास एक नेगोशिएशन कार्ड हो तो इसीलिए उसने जेल में डाला हुआ था तो बीच में एक आद बार नेगोशिएशन कुछ-कुछ शुरू भी हुआ था बट फिर वो बात ठप हो गई तो खैर तो राजाराम तो राजाराम के टाइम में जो है रेड्स वगैरह चलती नहीं राजा राम के टाइम में भी रेट चलती नहीं फिर राजा राम की डेथ हो जाती है 1700 में राइट 1700 में तो अब इनका बेटा भी छोटा है काफी राइट है ना काफी उमर कम है उसकी तो यहां पर यहां पर राजा बनता है शिवाजी टू लेकिन लेकिन राज्य संभालती है एज अ रिजेंट ताराबाई तो ताराबाई यहां पर राज्य चलाती है तो सात साल सात साल इन्होंने राज्य किया है बट देन 1707 में 1707 में साहू जी को रिलीज कर दिया जाता है और साहू जी यहां पर वापस आके अपना राज्य रिक्लेम करते हैं वो बनते हैं छत्रपति तो यहां से एक दूसरी कहानी शुरू होती है व्हिच इज इन मॉडर्न इंडिया छत्रपति शाहू जी के अंडर वी विल हैव पेशवास तो इनके साथ है पेशवास बालाजी विश्वनाथ हैं फिर बा फिर बाजीराव है फिर बादा जीी बाजीराव है राइट तो इसके बाद राइज ऑफ पेशवास होगा इसके बाद जो है छत्रपति ग्रो नहीं करेंगे छत्रपति उतने बड़े लीडर्स नहीं बनेंगे लेकिन हां पेशवास बहुत इंपॉर्टेंट हो जाएंगे हां तो इनके बाद इंपॉर्टेंट हो जाएंगे राइट 1707 में बाय द वे औरंगजेब की भी डेथ हो जाती है है ना तभी साहू रिलीज होते हैं तो या तो दिस इ दिस इज लेटर स्टोरी जो हमने बात करी कि हां राजाराम के लीडरशिप की बात करी राजा राम आगे कंटिन्यू करते रहेंगे अभी भी झगड़े होते रहे रहेंगे जगह-जगह जो है यू कैन से जो है अटैक होता रहेगा गोरिला वरफेन अभी भी चालू है राजाराम का एक इंपॉर्टेंट स्टेशन रहेगा जिंजी क्योंकि जिंजी काफी साउथ पड़ रहा है तो वो थोड़ा कंपैरेटिव सेफ है और फिर हमने बात करी कि आगे जाके ताराबाई रिजेंट रहेंगी यस तो दिस वाज द स्टोरी ऑफ मराठा टिल 1707 अब इसके बाद की जो कहानी है कि यहां पेशवास के जो राइज है राइट इसके आगे पेशवास इंपॉर्टेंट है राइट है ना इसके आगे जो है छत्रपति शाहू जी महाराज इंपॉर्टेंट नहीं है पेशवास इंपॉर्टेंट है तो वो पार्ट जो है वो हम मडन इंडिया में देखेंगे चलिए तो बात करते हैं मराठा एडमिनिस्ट्रेशन की राइट इंपोर्टेंट टॉपिक है एक छोटा सा टॉपिक और कवर कर लेते हैं व्हिच इज मराठा का एडमिनिस्ट्रेशन अगेन अभी छावा रिलीज हुई है जैसा मैंने कहा था कि मराठा हमेशा न्यूज़ में रहते हैं तो देयर कैन बी सम क्वेश्चन फ्रॉम दिस एरिया एज वेल तो एक बार देख लेते हैं राइट सो मराठा एडमिनिस्ट्रेशन तो एक तो छत्रपति है राइट ना कि सेंट्रल गवर्नमेंट की बात करें तो छत्रपति और छत्रपति के नीचे आठ लोग ये ये हम बात कर रहे थे आठ लोगों की जब मैं आपको बहामानी सल्तनत पढ़ा रहा था राइट है ना कि हां जो जो है ये जो एट मिनिस्टर्स की बात है ये वहां पर भी आती है तो यहां भी वही कॉपी है हां एट मिनिस्टर्स है राइट जिसमें जिसमें अगर फेमस नाम देखा जाए तो सबसे फेमस है एक मिनिस्टर पेशवास राइट है ना पेशवास पेशवास आर मोर लाइक वजीर प्राइम मिनिस्टर वन ऑफ द मोस्ट इंपोर्टेंट मिनिस्टर जो जो जो है यू नो वेलफेयर वगैरह देखता है और अगर राजा छुट्टी पे है राजा कहीं बीमार है तो ये टेक ओवर करते हैं राइट अम त्याज और मजूमदार बेसिकली फाइनेंस मिनिस्टर वकिया नवीस वकिया नवीस बेसिकली किंग की एक्टिविटीज और कोल्ड प्रोसीडिंग्स को नोट डाउन करता है रिकॉर्ड रखता है फॉरेन सेक्रेटरी है दाबी या फिर सुमंत देन सचिव सचिव इज बेसिकली जो है राजा जो रेस्पोंडेंट कर रहा है चिट्ठी लिख रहा है वो बेसिकली देखेगा पंडित राव इज इज बेसिकली धना अ धन अध्यक्ष राइट है ना ये रिलीजन पे देखते हैं सेरेमनीज रिलीजन मोरालिटी कि हां भाई जो है कोड ऑफ कंडक्ट या बेसिकली कंडक्ट ऑफ द सोसाइटी ठीक है न्यायाधीश एज द नेम सजेस्ट जस्टिस में है चीफ जस्टिस है ये सर नौबत जिसके सर पे नौबत आ गई हो प्रॉब्लम आ गई हो सेनापति तो सेनापति सारी प्रॉब्लम देखेगा कमांडर चीफ है तो दीज आर सम एट मिनिस्टर्स इसमें आठों मिनिस्टर लड़ाइयां करते हैं एक्सेप्ट फॉर टू राइट मतलब छह मिनिस्टर लड़ाइयां करते हैं एक न्यायधीश झगड़ा नहीं करता और दूसरा पंडित राव राइट है ना जो रिलीजन देखता है तो रिलीजन और जुडिशरी देखने वाले लोग युद्ध में नहीं जाते अदर वाइज सारे लोग युद्ध लड़ते हैं तो दिस सेंट्रल गवर्नमेंट इज इंपॉर्टेंट राइट तो हमने बात करी आठ मिनिस्टर्स की जिसमें पेशवास धीरे-धीरे हमने समझा कि मॉडर्न इंडिया में काफी इंपॉर्टेंट हो जाते हैं इसमें फिर 18 डिपार्टमेंट भी हैं हर चीज में राजा और पेशवा दोनों का सिग्नेचर लगेगा तब कहीं जो है बात बनेगी राइट है ना प्लस डिपार्टमेंट के हिसाब से और मिनिस्टर्स भी उसमें साइन करते हैं एक फेमस डॉक्यूमेंट है अदन्या पत्र अदन्या पत्र तो ये मोदी स्क्रिप्ट में आपको बता रहा था तो मोदी स्क्रिप्ट में लिखा गया है इसको लिखा है एक पेशवा है उस समय रामचंद्र पंत अमत इन्होंने बेसिकली लिखा है और दिस आल्सो गिव्स अ लॉट ऑफ इंफॉर्मेशन अबाउट मराठा पॉलिसी शिवाजी महाराज एंड ऑल राइट है ना प्लस शिवाजी महाराज चाहते थे कि जो जमीदार लोग हैं उनके ऊपर शिकंजा कसा जाए ताकि वो लोगों को जो है क्या एक्सप्लोइट ना करें तो जो जमीदार हैं स्पेशली स्पेशली लैंडे फैमिली जैसे बोलते हैं देशमुख राइट है ना तो इनको कंट्रोल किया है इनको कंट्रोल किया है ताकि आम आदमी जो है बढ़िया ग्रो करे राइट है ना यस प्लस जो हम बात करते हैं कि हां स्वराज तो स्वराज मींस किंगडम यहां पर जो स्वराज की बात हो रही है यह मराठा किंगडम की बात हो रही है मराठा किंगडम को इन्होंने बहुत सारे सूबों में डिवाइड किया है सूबा बोलते हैं यहां पे प्रांत को राइट प्रोविंस तो बेसिकली क्या है बहुत सारे प्रांत हैं प्रांत फिर प्रांत को फर्द डिवाइड किया गया है राइट फर्द डिवीजन है इट इज कॉल्ड एज जैसे तरफ की हम बात सुन रहे थे ना तरफ तो हां तो देयर आर तरफ तो तरफ है ना वही जो है हमारी सल्तनत से बात आ रही है तरफ का हेड कौन है हला दार है तो देयर आर मल्टीपल तरफ और हर तरफ में बहुत सारे गांव हैं गांव को बोलते हैं मौजा तो मौजा ही मौजा तो मौजा या देन देन कई सारे सूबेदार को राइट कई सारे जो है प्रोविंशियल हेड को राइट प्रांत का जो हेड है वो है सूबेदार तो सूबेदार तो कई सारे सूबेदार को ऑडिट करने के लिए देर देयर इज अ पोस्ट कॉल्ड सर सूबेदार प्लस हर सूबेदार के पास कुछ ऑफिसर्स भी है काम करने के लिए राइट ऐसा रटने का नहीं है राइट प्लस जो है जागीर दिया जाता था मुगल एंपायर में इन्होंने कहा जागीर वागीर मत दो इससे फर्जी प्रॉब्लम क्रिएट होती है है ना कुछ लोगों को दिया जाएगा ऐसा नहीं है कि बिल्कुल नहीं देंगे लेकिन मोस्टली दे हैड शिफ्टेड टू कैश पेमेंट कि कैश में पैसे दो ये जागीर वागीर के चक्कर मत पढ़ो तो कैश पेमेंट शिफ्ट हो गए हैं यस प्लस प्लस जो भी ऑफिसर हैं राइट है ना अगर कहीं पे किसी को जागीर वगैरह दी गई है और या फिर कोई ऑफिसर है रेवेन्यू के लिए तो उसका काम है खाली रेवेन्यू देखना उसका काम लोगों को जो है यू कैन से डायरेक्ट करना या लोगों को कंट्रोल करना उसका काम नहीं है राइट है ना इसमें कोई भी ऑफिसर हेरेडिटरी नहीं है पेशवा की पोस्ट भी हेरेडिटरी नहीं है तो कोई भी ऑफिसर यहां पर हेरेडिटरी एजिस्ट नहीं करता है राइट प्लस रेवेन्यू वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि हां भाई ये इतना बड़ा राज्य तभी चल सकता है जब आपका रेवेन्यू सिस्टम ठीक हो अब यहां पर एक बात और है कि यहां पे मेजर फोकस जो मराठा का है वो एग्रीकल्चर पे रहा है कुछ और सोर्स ऑफ रेवेन्यू कुछ नया डेवलपमेंट यहां पर नहीं हो पाया अगर हो पाता तो मराठा और स्ट्रांग होते तो खैर तो रेवेन्यू सिस्टम जो है तो इसमें काठी सिस्टम आता है काठी सिस्टम भी बेसिकली रिलेटेड है डेल्ली सल्तनत से सॉरी अ ये डेकन सल्तनत से जिसमें है मलिक अंबार तो मलिक अंबार ने बेसिकली काठी सिस्टम बनाया था कि यहां एक लाठी होगी राइट है ना रॉड होगी जिससे हम लोग नाप खेत तो मेजरमेंट के लिए बढ़िया है प्लस यहां पे वो चाहते हैं कि किसान ग्रो करे तो इसीलिए रेवेन्यू रेट बहुत ज्यादा नहीं है 30 पर है आगे जाके 40 पर हो जाएगा तो फार्मर फ्रेंडली कि कोई इंटरमीडियरी बीच में नहीं होना चाहिए कोई जो है यू नो जाके फार्मर्स को एक्सप्लोइट ना करें तो सरकार डायरेक्टली पैसा लेगा बीच में किसी जो है बिचौलियों को नहीं रखेगा जो कि कमीशन खाए तो शिवाजी चाहते थे कि हां शिवाजी महाराज चाहते थे कि हां जो है यू नो जो किसान है वो फ्लोरिश करे फैमिन अगर पड़ जाए कुछ अगर सूखा पड़ जाए अकाल पड़ जाए तो किसानों की मदद करी जाए और प्लस चौथ और सरदेशमुखी का कांसेप्ट है लेट मी एक्सप्लेन व्हाट इज चौथ एंड सर देशमुखी तो लेट्स से दिस इज मराठा किंगडम राइट अब मराठा किंगडम आपस में जो किसान है वो लोग कितना देंगे 30 पर आगे जाके 40 पर है ना कि यहां के किसान जो सारे हैं वो इतना टैक्स दिया करेंगे बट जो नियर बाय इलाका है लेट्स से दिस वन राइट पड़ोसी इलाका अब पड़ोसी इलाका जो है मराठा कहेंगे कि हम आप पे रेड नहीं करेंगे है ना आप पे रेड नहीं करेंगे बट जो भी आपका रेवेन्यू है अगर आप उसका 10 पर हमको दे दे तो 10 पर ऑफ द रेवेन्यू आप अगर हमको दे दे तो देन इट इज कॉल्ड एस चौथ क्या आप हमको चौथ दे दीजिए आप अटैक नहीं करेंगे राइट वरना फिर हम आपके ऊपर कंट्रोल कर लेंगे और पूरा 100% ही ले लेंगे एट लॉट ऑफ प्लेसेस दे से कि हां एक एडिशनल आई एम सॉरी नॉट 10 पर 25 पर तभी वो एक चौथाई है और कभी-कभी स्पेशली जब वहां पे क्लेम जो है मराठा का ज्यादा होगा तो दे विल से कि हां देयर विल बी एडिशनल 10 पर दिस इज कॉल्ड सरदेशमुखी सरदेशमुखी सरदेशमुखी तब लगाया जाता है जब मराठा का क्रेम जो है अटैक करने का ज्यादा स्ट्रांग होता है कि ये तो इलाका हमारा ही था अब बीजापुर ने दे दिया है तो हमको आप 10 पर और दीजिए राइट तो अगर अगर 25 पर लिया जा रहा है तो इट इज चौथ 10 पर और लिया जा रहा है तो सरदेशमुखी ऐसा लगता है कि हां जो 10 पर एडिशनल है तो पहले चौथ लगेगा फिर सरदेशमुखी लगेगा बट ऐसा जरूरी नहीं है राइट है ना कि यहां जो है यू नो बिना चौथ के भी सरदेशमुखी हो सकता है तो कई बार कई बार जो है लोकल राजा से यहां के डेकन के सुल्तान से ऐसी डील होगी या उड़ीसा से डील हो जाएगी कि यहां आपके इलाके में हमको आप चौथ दे दीजिए हम आप पे अटैक नहीं करेंगे मुगल्स कहेंगे ठीक है कई बार मुगल्स जो है कहेंगे कि हां ठीक है हमारे इलाकों में तुम चौथ कलेक्ट कर लेना या सरदेशमुखी कलेक्ट कर लेना ऐसा करके डील्स होंगे तो दिस इज चौथ एंड सर देशमुख इंपोर्टेंट पार्ट ऑफ द रेवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन यस मिलिट्री ऑर्गेनाइजेशन हमने ऑलरेडी समझा कि हां गोरिला वरफेन में जो है यू नो बढ़िया है प्लस बहुत सारे वेपंस नए वेपंस भी हैं जैसे बाग नक मैं आपको बता रहा था टाइगर क्लॉस की हां हाथ में पहन लो राइट है ना प्लस इनकी अगर आप आर्मी देखें तो इन्फेंट्री स्पेशली जो घुड़सवार है उसमें मावली करके सोल्जर है फूड सोल्जर्स राइट ये बहुत इंपॉर्टेंट है प्लस इट इज वेरी वेरी लाइट वेरी वेरी मोबाइल ऐसे पेड़ों में उड़ उड़ के मार रहे हैं राइट है ना इसमें अगर जरूरत पड़ रही तो जो किसान है वो भी पार्ट टाइम जो है सोल्जर बन सकते हैं यस मिलिट्री में री जो है देयर आर वेरियस पोस्ट है ना कि हजारी है जमालदह है हवालदार है नायक है तो देयर इज सीनियरिटी देयर इज हायरा की व्हिच इज एक्सपेक्टेड सिमिलरली कैवल में देयर कैन बी सबब कॉल्ड बारगीर बारगीर तो बारगीर वो होते हैं कि हां हमने घुड़सवार हायर किया उसको घोड़ा दिया राजा ने घोड़ा दिया तो राजा अगर घोड़ा देगा तो बारगीर बट कभी-कभी घोड़ा आदमी के पास पहले से होता है मान लो मान लो एक ड्राइवर है राइट है ना ड्राइवर जाता है किसी एजेंसी के पास कि हमें अपनी गाड़ी दे दो हम आपके लिए ड्राइविंग करेंगे है ना ऐसा भी हो सकता है दूसरा ऐसा भी हो सकता है कि ड्राइवर का है गाड़ी मेरे पास है खाली आप मुझे पेट्रोल का पैसा और बेसिकली किराया आप दो मैं आपके साथ ड्राइविंग करूंगा तो दोनों बातें हो सकती है तो कभी-कभी आदमी के पास पहले से घोड़ा होता है राइट है ना तो दीज आर मर्सिन हॉर्समैन इनको कहते हैं शिलेदार तो अभी एक सीरीज भी आई है कुछ है ना कि लेजेंड ऑफ शिलेदार कुछ तो ऐसी सीरीज है राइट है ना शिद दर्स तो व्हिच इज लाइक सम स्टोरी विद रिस्पेक्ट टू कि हम जो है मराठा का जो खजाना है है ना आई एम नॉट सेइंग की अच्छी है राइट ना देखने को नहीं क रहा बट यस शिलेदार साई सिमिलरली जुडिशियस सिस्टम कोई बहुत ज्यादा यहां पर डेवलप नहीं हु हुआ है राइट ना एक तो जो है जुडिशियस सिस्टम काफी रूडी मेंट्री है और गांव में पंचायत के लेवल पे फैसला होता है राइट ना जो न्यायाधीश है और सिविल क्रिमिनल दोनों तरह की प्रोसीडिंग्स देखता है और एक एक सेपरेट कोर्ट है व्हिच इज हाजिर मजली राइट है ना जहां पे आप अपील कर सकते हैं कोर्ट अपील कर सकते हैं यहां पे जो लॉ फॉलो किया जा सकता जाता है वो है एक तो मनुस्मृति वगैरह स्मृति जो पुरानी स्मृति है मनुस्मृति यज्ञ वालक स्मृति या बेसिकली जो पुराना धर्म लॉ लिटरेचर है और प्लस जो ट्रेडिशनल लॉज हैं या कस्टमरी लॉज हैं वहां फॉलो हो रहा है लोकली फॉलो हो रहे हैं या फिर ऑल डील लॉज ही बोलते हैं ऑल डील बोले तो कि हां जो है कभी-कभी होता है कि किसी ने चोरी करी है तो उसको बोल दो तुम पानी में कूद जाओ राइट है ना अगर बच गए तो तुम जो है माफ हो ऐसा करके भी कभी-कभी छोटे-मोटे क्राइम्स में हो सकता है तो ऐसा जुडिशल सिस्टम है सो सो दिस वाज ऑल अबाउट मराठा हमने बात करी कि 1707 तक किस तरीके से मराठा जो है यू नो राइज हुए राइट किस तरीके से उन्होंने मुगल्स को चैलेंज किया नाउ नेक्स्ट वी टॉक अबाउट इसी जो अब तक हमने पढ़ाई करी तो आज टाइमलाइन इज ओवर बाय द वे राट हैना पूरी कहानी हमारी हो चुकी है अब हमें दो थ्रेड्स इसके ऊपर और ऐड करने हैं एक हम ऐड करेंगे भक्ति एंड सूफी राइट है ना कि हां इस समय एक ट्रेडीशन चल रहा है वि इज भक्ति एंड सूफी और दूसरा हम लोग इस पे ऐड करेंगे जो है दो ट्रैवलर्स की बात और करनी है तो वैसे मैं ट्रैवलर्स ऑलरेडी काफी बात कर चुका हूं राइट है ना तो जो है ट्रैवलर्स देखेंगे तो चलिए तो मैं जोहे चलो फिर बात करते हैं बात आगे बढ़ाते हैं बात करते हैं भक्ति एंड सूफी की तो भक्ति और सूफी में सबसे पहले टारगेट करते हैं भक्ति मूवमेंट की क्या है भक्ति तो भक्ति की बात करते हैं तो हमें समझ में आ उसके बाद हम कनेक्ट करेंगे सूफिज्म को सो एंस इंडिया के एंड में 600 तक आते-आते गुप्ता पीरियड के बाद स्पेशली वी हैव राइज ऑफ ब्रह्मण जम राइट है ना ब्राह्मण और ब्राह्मण जम का राइज हो चुका था यस इसके पहले एक और बात समझते हैं कि जो ब्राह्मण ज्म किसी जमाने में नॉर्थ इंडिया का मेन रिलीजन हुआ करता था वैदिक रिलीजन हुआ करता था कभी ब्राह्मण जम जिसे आप आज हिंदुइज्म कह सकते हैं अब ये गुप्ता पीरियड तक आते-आते वैश्णविज्म और शैविज्म ये दो जो सेगमेंट है ये दो सेक्ट बहुत अच्छे से ग्रो कर गए थे श विजन तो भगवान शिव की पूजा हो रही थी भगवान विष्णु की पूजा हो रही थी प्लस साथ ही साथ साथ ही साथ शक्ति शक्ति जम भी आ गया था यस तो ये तीन ओवरऑल सेगमेंट कह सकते हैं जिसमें पहले दो जो है बहुत इंपॉर्टेंट है एंड जो ब्रह्मनिकल थॉट प्रोसेस है ये ये साउथ इंडिया तक भी पहुंच चुका था तमिलनाडु तक भी पहुंच चुका था राइट अब इसमें इशू क्या हो रहा था इसमें इशू था कास्ट सिस्टम इसमें इशू था वर्ण सिस्टम कि एक हायरा की है और जिसमें ब्राह्मण जो है वो टॉप पर है एंड उनको जमीने दान दी जा रही है लैंडलॉर्ड हो गए हैं वो प्रिविलेजेस है और प्लस प्लस जो लोअर कास्ट है लोअर कास्ट अब जो है लोअर सेगमेंट लोअर वर्णा क्या है कि हां थोड़ा साइडलाइन हो रहा है मार्जिनलाइज हो रहा है तो ये दिक्कत है तो ये दिक्कत हो रही है नाउ तो अराउंड 600 टू 900 600 टू 900 के बीच में वी हैव वी हैव पल्लवास तो पल्लवास का राज्य था पल्लवास एंड पांड्या यहां पर यह थॉट प्रोसेस जो है इवॉल्व होता है च इज भक्ति और इसे इवॉल्व करते हैं अलवर्स और नार्स अब अलवर्स और नार्स जो है कौन है इस पर हम बाद में आएंगे पहले बात करते हैं कि भक्ति है क्या राइट ना कि भक्ति ए ट्रेडीशन क्या है पहले इस बात को समझने की कोशिश करते हैं तो भक्ति वर्ड आता है भज से भज भाग भज रट ना कि भजन मीनिंग सर्व है ना कि हां किसी को सर्विस प्रोवाइड करी जाए तो नाओ तो अगर हम समझे कि जो मोक्ष पाने का रास्ता है मोक्ष पाने का अब तक जो मेन रास्ते हुआ करते थे मोक्ष पाने के या फिर साल्वेशन के एक होता था कर्म मार्ग कर्म मार्ग बोले तो कर्म मार्ग बोले तो अगर आप यज्ञ करें राइट है ना अगर आप वैदिक वैदिक रिचुअल्स को फॉलो करते हैं तो आपको मोक्ष मिल जाता है एक और उसके बाद जो रिफॉर्म आया जो कि बात करने लगा ज्ञान मार्ग की ज्ञान मार्ग एक दूसरा मार्ग आया ये जो मार्ग है ये उपनिषदों में लिखा हुआ है राइट ना उपनिषद और जो बाकी की फिलॉसफी है सां फिलॉसफी वगैरह उसमें दिया हुआ है ज्ञान मार्ग कि हां जो है अगर हम ब्रह्मा ब्रह्म और आत्मा राइट ना कि ब्रह्म नॉट ब्रह्मा ब्रह्म और आत्मा के बीच में जो रिलेशनशिप है इसके ऊपर ध्यान दिया जाए आत्मा राइट है ना तो ये फिलॉसफी आई लेकिन अब जो फिलॉसफी आ रही है वो तीसरी फिलॉसफी है तीसरा मार्ग है जो कि भक्ति मार्ग है भक्ति मार्ग दिस भक्ति मार्ग इज अबाउट डिवोशन दिस भक्ति मार्ग इज अबाउट सरेंडर कि हां भाई मैं भगवान की पूजा करना चाहता हूं भगवान को मानना चाहता हूं और मेरे और ये भगवान का एक बीच का रिलेशनशिप है इसमें किसी थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं है राना कोई ब्राह्मण या कोई प्रीस्ट मुझे नहीं बताएगा कि मुझे भगवान की पूजा कैसे करनी है जो भी मेरा मन करेगा जो भी पाथ मुझे सही लगेगा जैसे भी मैं मानना चाहता हूं भजन गाना चाहता हूं भजन गाऊंगा ध्यान लगाना चाहता हूं ध्यान लगाऊंगा प्रेम करना चाहता हूं प्रेम करूंगा ये जैसे भी मैं करना चाहूंगा वो मैं करूंगा तो ये जो थॉट प्रोसेस है राइट ना जिसमें कोई और मीडियम नहीं चाहिए जिसमें कोई रिचुअल नहीं है कोई फार्मूला नहीं है जिसमें कोई कोई इंटरमीडियरी नहीं है मेरे और भगवान के बीच में ये जो थॉट प्रोसेस है दिस इज बेसिकली व्हाट भक्ति दिस इज अबाउट डिवोशन बट इस थॉट प्रोसेस में कुछ और भी बातें हैं फॉर एग्जांपल ये जो थॉट प्रोसेस है दिस इज इंक्लूसिव इंक्लूसिव इंक्लूसिव बोले तो कि ये किसी भी कास्ट में विश्वास नहीं रखता राइट है ना ये ये किसी भी जेंडर में विश्वास नहीं रखता आप महिला है पुरुष है सारे ही लोग भक्ति का पार्ट बन सकते हैं तो तो ये जो है जेंडर में भी जो है कोई भेदभाव नहीं कर रहा राइट ना पुरुष और महिला में भी कोई भेदभाव नहीं कर रहा और जाति के बेसिस पर भी कोई भेदभाव नहीं कर रहा तो ये जो थॉट प्रोसेस आया ये लोगों से आया है देखो भक्ति ए कांसेप्ट वजम में भी है राइट है ना इनिशियली भी था जो ब्रह्मम या फिर आप कहिए गुप्ता पीरियड में भी भक्ति एसा कांसेप्ट था लेकिन ये जो हम बात कर रहे हैं कि जो थॉट प्रोसेस ग्रो कर रहा है नाउ इट विल बिकम लाइक अ मूवमेंट राइट दिस इ भक्ति मूवमेंट कि हां पूरा फोकस इस मेथड प जाएगा इस थॉट प्रोसेस प आ जाएगा इसमें इसमें भी ज्ञान इसमें अपना ज्ञान मार्ग दे दिया जाएगा कि हा भाई ज्ञान मार्ग भी होता है राइट यह ज्ञान मार्ग उस ज्ञान मार्ग से थोड़ा डिफरेंट है इस ज्ञान मार्ग में गुरु जो ज्ञान देंगे राइट है ना गुरु का जो ज्ञान है गुरु की इंपॉर्टेंस है जैसा गुरु बताएंगे वैसे फॉलो करना है राइट इसमें इसमें जो है बहुत सारे बहुत सारे भजन लिखे जाएंगे लिटरेचर लिखे जाएंगे राइट हिम्स लिखे जाएंगे वचन लिखे जाएंगे तो इससे क्या होगा इससे जो हैसे ट ग्रोथ होगा एंड एंड द मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग इज ये जो भी भजन लिखे जा रहे हैं ये संस्कृत में नहीं लिखे जाएंगे ये लोकल भाषा में लिखे जाएंगे क्योंकि लोगों का जो है मूवमेंट है लोगों की बातें हैं तो इसमें किसी इंटेलेक्चुअल लैंग्वेज की जरूरत नहीं है दिस विल बी दिस विल बी इन लोकल लैंग्वेज तो इससे लोकल लैंग्वेज का डेवलपमेंट होगा हां भाई तमिल का डेवलपमेंट होगा कन्नाडा का डेवलपमेंट होगा राइट है ना पहा जो है ये मराठी का डेवलपमेंट होगा तो वी फाइंड कि हां दिस होल थॉट प्रोसेस बिकॉज दिस इज पीपल्स मूवमेंट लोगों का ये मूवमेंट है तो ये जो जो है डिस्कशन है ये जो सारी चीजें लिखी जा रही है ये सारे गाने लिखे जा रहे हैं भजन लिखे जा रहे हैं ये सारे लोगों की भाषा में लिखे जा रहे हैं तो ये एक काइंड ऑफ अ सोशल रिफॉर्म मूवमेंट जैसा है जिसमें जिसमें जो है पूजा भाव में या भक्ति भाव में सारे ही लोग निहित हैं किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं हो रहा और जब सारे ही लोग निहित है तो इसमें एक और चीज इंक्लूडेड है जो निहित है वो क्या है वो ये है कि भाई दिस आल्सो टॉक्स अबाउट सर्विस वेरी वेरी इंपॉर्टेंट राइट सर्विस टू गॉड इज सर्विस टू मैनकाइंड ऐसा ही ऐसा ही जो है यू नो स्वामी विवेकानंद भी कहा करते थे ऐसा ही ऐसा ही राम कृष्ण परमहंस भी कहा करते थे राइट है ना कि जीव वही शिव है है ना दरिद्र नारायण कि जो दरिद्र है पुअर है वही क्या है नारायण है अगर आप उसकी सेवा करेंगे तो भगवान की सेवा हो जाएगी तो ये काफी रिफॉर्म थॉट प्रोसेस है जो इस समय आ रहा है और ये धीरे-धीरे ग्रो करेगा राइट है तो हमने ये फिलॉसफी समझिए कि भक्ति की फिलॉसफी क्या है तो भक्ति चैप्टर देखो काफी ड्रेडेड चैप्टर है राइट है ना तो पहले तो हमने कांसेप्ट जान लिया कि भक्ति एज अ कांसेप्ट है क्या इसमें दूसरा जो पार्ट है कि भक्ति के जो सेंट्स हैं तो बहुत सारे सेंट्स हैं क्योंकि लोगों की मूवमेंट है तो लोगों में ऐसे बहुत सारे लीडर्स निकलेंगे जो कि जो कि जो कि फिलॉसफी देंगे कि हां भगवान की पूजा ऐसे नहीं ऐसे करेंगे राइट हम सारे ऐसे भजन गाएंगे राइट है ना जीवन का मकसद ये है तो ऐसे बहुत सारे फिलोसोफर आएंगे कोई कहेगा कि हम भगवान सारे लोग मिलके भगवान विष्णु की पूजा करेंगे कोई कहेगा हम सारे लोग मिलके भगवान शिव की पूजा करेंगे हम सारे मिल के करेंगे राइट ना तो ऐसे बहुत सारे क्या होंगे स्कॉलर्स होंगे और क्योंकि इसमें बहुत सारे स्कॉलर्स हैं हैं तो हर स्कॉलर ने कोई किताब लिखी हुई है राइट है ना कोई कंट्रीब्यूशन है कोई फिलॉसफी दी है तो इसी कारण ये चैप्टर थोड़ा फैक्चर हो जाता है राइट है ना कि हां फैक्चर अंडरस्टैंडिंग थोड़ा यू नो प्रीलिम्स पॉइंट ऑफ़ व्यू से देखना पड़ जाता है कि किसने कौन सी किताब लिखी है क्या कंट्रीब्यूशन एटस एक ये वाला पार्ट हो जाता है तो हमने पहला पार्ट समझा कि हां ये कांसेप्ट क्या है अब जो है अब थोड़ा सा स्कॉलर्स को इंट्रोड्यूस करते हैं और स्कॉलर्स क्योंकि बहुत सारे हैं इसीलिए बहुत जरूरी है कि हम इसे है ना यू नो कुछ सेंस हम इसमें क्रिएट कर सक राइट है ना हमने शुरू में बात करी थी कि हां दिस इज मैडस क्योंकि बहुत सारी चीजें हमें इसमें दिखाई देती हैं राइट है ना तो हां तो इसमें सेंस क्रिएट करना इंपॉर्टेंट है तो बहुत सारी किताबें लिखी जाएंगी जैसे कि गीत गोविंद है जयदेव की है ना तो गीत गोविंदा इसमें जो है इसमें राधा जी और भगवान कृष्ण के बीच के प्यार की बात हो रही है राइट है ना बहुत सारे जैसे कि मैंने कहा कि भजन लिखे जाएंगे बहुत सारी जो है बायोग्राफी हेगो ग्राफी देखी जाएगी जैसे जन्म सखी जो है वो कहानी है किसकी गुरु नानक देव की है राइट ना ओरल ट्रेडीशंस भी है इसमें ओरल ट्रेडीशंस भी है ओरली बहुत सारी चीजें जो है यू नो चला करेंगी आगे परकलेट करेंगी राइट जैसे बुरा कथा बुरा कथा तो तेलुगु में स्टोरी टेलिंग है ये कि हां जो है एक जनरेशन दूसरी जनरेशन को सुना रही है राइट ऐसा नाटक हो रहा है राइट ना लोग देख रहे हैं तो ये इस तरीके से ग्रो करेगा राइट क्यों ग्रो हुआ ये हमने ऑलरेडी बात कर ली है ना फीचर्स हमने बात करी फीचर में एक और बात कर लेते हैं इट विल आल्सो बी टॉकिंग अबाउट मोनोथेज्म राइट है ना तो यहां पे यहां पे कई बार हम देखेंगे इसे कैटेगरी कली नहीं कह सकते लेकिन इन जनरल हम कह सकते हैं कि हेयर वी टॉक अबाउट मोनोथेज्म कि यहां वो एक ही परम शक्ति है जिसकी हमें पूजा करनी है जिसका हमें न ध्यान करना है उस परम शक्ति को आप विष्णु कह सकते हैं उस परम शक्ति को आप ब्रह्म कह सकते हैं उस परम शक्ति को आप शिव कह सकते हैं राइट ना तो चलिए रोल ऑफ द गुरु एंड ऑल हमने डिस्कस किया सो अर्ली प्रोपोनेंट्स की बात करते हैं कि कहानी शुरू कहां से होती है आते टाइमलाइन पे सुनाओ तो जैसा कि मैंने कहा कि पल्लवास और पांड्या पल्लवास और पांड्या के राज्य में इनिशियली बुद्धिज्म और जैनिज्म भी जो है प्रॉस्पर कर रहा था लेकिन लेकिन इनको चाहिए था पल्लवास और पांडेस को चाहिए था कि हां हमें कोई यू नोलो लोगों को मोबिलाइज करने के लिए मेथड चाहिए और रिलीजन से अच्छा पॉलिटिकल मोबिलाइजेशन नहीं हो सकता तो ऐसे में लोग क्योंकि ऑलरेडी यू नो जो कास्ट हायरा की थी उससे परेशान थे दुखी थे रटना की जो प्रीस्ट है प्रीस्ट के डोमिनेशन से दुखी थे तो लोगों ने एक मूवमेंट स्टार्ट करी कुछ कुछ जो है हम बात कर रहे हैं कि कहानी शुरू होती है तमिलनाडु से तमिलनाडु से तो यहां पर हुए अलवर्स अल्वर वो थे कुछ 12 अलवर्स है जो फेमस है अलवर वो है जो भगवान विष्णु की पूजा करते हैं भगवान विष्णु राट भगवान विष्णु की पूजा करते हैं राट ये लोग क्या है भजन लिखते हैं हिम्स लिखते हैं और यह जो भजन वगर लिखे जा रहे यह भी बहुत सारे वेदिक थॉट प और जो है यू कैन से उपनिषद थॉट प उन्ही सब पर बेस है कि जीवन क्या है कैसा होना चाहिए उसी ज्ञान पर बेस्ड है तो अलवर्स तो अलवर्स भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और और साथ ही है नायनास नायनास ये कुछ 63 नायनास है तो 63 नायनास ये क्या है ये भगवान शिव की पूजा करते हैं भगवान शिव जैसा कि हमने बात करी कि हां ये ये बेसिकली क्या है ओरिजिन ऑफ भक्ति मूवमेंट है कि ये जो भक्ति कर रहे हैं ये ये जो थॉट प्रोसेस है दिस इज ओपन फॉर ऑल इसमें महिलाएं भी है इसमें महिलाएं भी है तो वन ऑफ द वेरी वेरी फेमस सेंट अल्वर जो है वो है अंदर फीमेल है ये फीमेल है ये तो ये गाने ये लोग टहलने लगे राइट है ना ये जो है यू नो घूम घूम के जो है इन भजनों को जो है ग्रो करने लगे तो भजन क्या है बहुत जल्दी कैच हो जा ते राइट प्लस एक और इंपॉर्टेंट बात कि ये जो डेवलपमेंट हो रहा है ये लोगों की भाषा में हो रहा है तो तमिल भाषा में हो रहा है तो दिस इज इन तमिल लैंग्वेज तो तामिल में जो है इस तरह के भजन लिखे जा रहे हैं और भगवान शिव की पूजा हो रही है भगवान विष्णु की पूजा हो रही है रडर भगवान विष्णु के जो है यू नो लिए गाना गाया जा रहा है और ये तो गांव-गांव टहल रहे हैं गांव-गांव टहल रहे हैं है ना डिबेट कर रहे हैं चैलेंज कर रहे हैं तो इसमें इसने कहीं ना कहीं चैलेंज किया है ब्रह्मनिकल डोमिनेशन को राइट ना ब्रह्मनिकल डोमिनेशन को चैलेंज किया है और भगवान और जो है अपने बीच का रास्ता बहुत सिंपल कर दिया है कि हम भजन गा रहे हैं कीर्तन कर रहे हैं जागरण कर रहे हैं और उसके थ्रू हम भगवान की पूजा कर रहे हैं तो नाउ दिस बिम अ मूवमेंट ग्रैजुअली दिस बिकम वेरी पॉपुलर राइट है ना एंड इट हैड साइडलाइंड इट हैड साइडलाइंड इवन इवन जैनिज्म एंड बुद्धिज्म राइट है डिबेट्स वगैरह से गांव-गांव के ट्रेवल करने की वजह से जैनिज्म और बुद्धिज्म यहां पर साइडलाइन हो गया बिकॉज ऑफ बिकॉज ऑफ दिस मूवमेंट राजा लोग भी सपोर्ट कर रहे हैं हां भाई पैटन ज मिल रहा है राजा भी चाह रहा है कि हां भाई ठीक है बढ़िया है इसी तरीके से पब्लिक तक हम लोग भी पहुंचेंगे राट पब्लिक को मोबिलाइज किया जा सकता है तो रिलीजन से पब्लिक को मोबिलाइज भी कर रहा है राजा तो राजा भी सपोर्टिव है इसी चक्कर में इसी चक्कर में बहुत सारे टेंपल्स बनाए जाएंगे राइट और ये टेंपल सबसे ज्यादा हमें दिखेंगे है ना दिखाई देंगे आगे जाके चौला के राज्य में और यहां पर यहां पर स्पेशली स्पेशली जो है भगवान शिव के जो भजन भजन वगैरह है वो गाए जाएंगे तो चोला शवा इट थे भगवान शिव की पूजा किया करते थे तो हां तो जो है खूब सारे शिव मंदिर जैसे बृहदेश्वर हो गया गंगाई कोंडा पुरम हो गया तो बहुत सारे हमें शिवजी के मंदिर दिखाई देंगे जहां पर यही सारे भजन जो है पॉपुलर होने लगेंगे राइट है ना तो हां तो आगे जाके आगे जाके इसी को कंपाइल किया जाएगा एंड इसका कंपाइ कंपाइलेशन इज लीरा दिव्य प्रबंधन दिव्य प्रबंधन इसे तमिल वेद भी कहा जाता है दिव्य प्रबंधन राइट तो ये जो 12 लोगों के जो जो है भजन है इनको कंपाइल करके जो है इट विल बिकम लीरा दिव्य प्रबंधाम दिस इज हैपनिंग अराउंड दिस इज हैपनिंग अराउंड 600 टू 900 सीई तो ये हमारे अर्ली मिडिवल में हो रहा है ये अर्ली मिडिवल के पार्ट में जो है यह चीज चालू हो रही है तो ना लीरा दिव्य प्रबंध प्लस प्लस इसी तरह इसी तरह पहले जो सात जो किताबें हैं यहां पे तो यहां भी कुछ 12 किताबें हैं जिसमें पहली सात किताबों का कंपाइलेशन इस तिरु मुराई तिरु मुराई राइट तिरु मुराई तिरु मुरई बिकम वन इंपोर्टेंट बुक या स नाउ सो नाउ लेट्स गो अहेड सो या तो नली दिव्य प्रबंधन के बारे में आपको बता रहा था कि हां नली दिव्य प्रबंधन तो ये जो है नाथ मुनि ने जो है इसको कंपाइल किया है एंड वी हैव ऑल दी ऑल दी जो है लिटरेचर और ऑल दी पोयम्स बाय बाय अल्बर्स तो अल्बर्स की सारी गाथाएं हैं इसमें यस सिमिलरली सिमिलरली जो है अंदर जो हम बात कर रहे हैं फीमेल है फीमेल अल्वर है ना तो इनकी किताब भी कुछ कुछ है तो थिरु पवई वगैरह है राइट प्लस पन्नीरू तिरु मुरई पन्नीरू तिरु मुरई तो पन्नीरू तिरुमलाई तो 12 वॉल्यूम्स है राइट ना जितना जो है जितना नार्स का जो लिटरेचर है तो कुछ 12 12 वॉल्यूम है और ये भी ये भी जो है कंपाइल किया गया है यस तो लेट मी लेट मी क्लियर वन थिंग राइट है ना एक जो या तो जो है या तो तिरु मुराई तो वन इज वन इज तिरु मुराई पन्नीरू तिरु मुरई जिसमें 12 जो है 12 किताबें हैं और पहली सात है ना लेट मी क्लेरिफाई पहली सात जो है उनको तेवर कहते हैं थेवर दिस इज आल्सो वेरी वेरी इंपोर्टेंट यस थेवर तो तिरुमलाई थेवर राइट ना दीज आर दीज आर सम इंपॉर्टेंट बुक्स प्लस प्लस पेरिया पुराण भी इन्हीं बारा में आती है तो देयर इज वन बुक पेरिया पुरान इन्हीं 12 का पार्ट है यस इसको सजार ने लिखा है सजार इसमें नार्स की पर्सनल कहानिया है कि जितने जो 63 नार्स हुए उनकी क्या-क्या स्टोरीज है किसमें लिखा हुआ है पेरिया पुराण में लिखा हुआ है तो टोटल कंपाइलेशन इ और पनीर तीर मुराई तो टोटल कंपाइलेशन पनीर तीर मुराई उसम सात किताबों को अगेन सात किताबों को थेम कहा गया है और जो लास्ट किताब है राइट बवी किताब जो है सबसे लास्ट में जो लिखी है सेकलर ने जो लिखी है राट बुक पेरिया पुरान तो ट बुक पर्टिकुलर बुक पेरिया पुरान पेरिया पुरान पेरिया पुरान राइट हा तो इतना जो है हम लोग ध्यान रखेंगे यह कंपाइलेशन किया है नाद मुनि ने नाद मुनि या यह वाला कंपाइलेशन जो है यह है नंबी अंदर नंबी का कंपाइल्ड बाय नंबी अदार नंबी अब ये बात शुरू हो गई स्पेशली तमिलनाडु में दिस बिकम वेरी वेरी पॉपुलर राइट ना ये अच्छा खासा स्प्रेड हो गया ये अच्छा खासा स्प्रेड हो गया या लेकिन ये क्या है कि लोकल मूवमेंट है और आल्सो तमिल में है इसी यही कारण है कि हां ये स्प्रेड बाहर की तरफ मूव नहीं कर रहा यह कर्नाटका की तरफ मूव नहीं कर रहा या करेगा बट स्लो करेगा इट विल नॉट ब लाइक एकदम आग की तरह फैल गया रीजन थॉट बहुत अच्छा है पर लोकल भाषा में तो लोकल भाषा में होने की वजह से इट विल टेक सम टाइम टू फ्लश मीनवाइल मीनवाइल मीनवाइल जो है एक और जो डेवलपमेंट होता है चलास के बारे में मैंने आपको ऑलरेडी बताया तो एक और जो डेवलपमेंट होता है वीर शप प बाद में आएंगे एक और जो डेवलपमेंट होता है इ आदि शंकराचार्य लेट्स टॉक अबाउट आदि शंकराचार्य कि एक जो डेवलपमेंट है जो लोकल डेवलपमेंट है राइट ना हिंदु जम में लोकल डेवलपमेंट है काइंड ऑफ रिफॉर्म मूवमेंट ऐसा ही एक और रिफॉर्म मूवमेंट स्कॉलरली लेवल प भी हुआ है एंड इट वाज लेड बाय शंकराचार्य राइट ये तमिल में हो रहा है एंड दिस वन इज इन संस्कृत तो आइए बात करते हैं शंकराचार्य की संस्कृत तो संस्कृत तो शंकराचार्य जो है शंकराचार्य बेसिकली जो है एक फिलॉसफी देंगे जो जो कि कहलाती है अद्वैत यह कहीं ना कहीं उपनिषदों के ऊपर बेस्ड है यस अद्वैत अद्वैत फिलॉसफी क्या कहती है अद्वैत अद्वैत कहती है कि भाई जो है दुनिया में जो ब्रह्म है जो परम शक्ति है और जो जो आत्मा है राइट हमारे अंदर जो आत्मा है तो आत्मा और परमात्मा यह दोनों एक ही है राइट आत्मा जो है वो परमात्मा का ही पार्ट है इसके अलावा है ना जो हम हम है जो बेसिकली वो सिर्फ आत्मा का पार्ट है और इसके अलावा जो भी कुछ है दुनिया में वो सब माया है राइट एवरीथिंग एल्स है ना इस रिलेशनशिप के अलावा एवरीथिंग एल्स इज माया राइट मैं किसी का बेटा हूं भाई हूं जो है पति हूं राइट है ना फादर हूं ये सारी बातें क्या है ये सब मोह माया है है ना सब कुछ मोह माया है उनके हिसाब से ये पूरी दुनिया क्या है मोह माया है सिर्फ और सिर्फ एक ही सत्य है एक ही चीज सही है और वो है वो है कि ब्रह्म जो है ब्रह्म और आत्मा एक ही है आत्मा ब्रह्म का ही पार्ट है हम उसी उसी का बेसिकली हिस्सा है तो इस कनेक्शन को जिस दिन हम एस्टेब्लिश कर लेंगे दैट इज समथिंग यू नो विल लीड टू साल्वेशन तो हमारा परपस यही है जीवन का मकसद यही है कि हम इसको आइडेंटिफिकेशन है मोक्ष है है ना जीवन मरण के जो है चंगुल से हम लोग मुक्त हो जाएंगे यस तो दिस इज बेसिकली अ द्वैत थॉट प्रोसेस तो एक तरफ हम बात कर रहे हैं कि एक तरफ जो है डेवलपमेंट हो रहा है आपके लोगों का डेवलपमेंट आम लोगों का डेवलपमेंट जो कि भजन कर रहे हैं जागरण कर रहे हैं और दूसरी तरफ एक स्कलस्टेट हो रहा है राइट मोना स्क डेवलपमेंट हो रहा है जो कि बात कर रहा है कि हां जो है फिलॉसफी क्या है तो फिलॉसफी की बात करी जा रही है यहां पे फिलॉसफी की बात नहीं करी जा रही यहां पे बात करी जा रही है भगवान है हमारे कैसे पूजा करेंगे यहां पे बात करी जा रही है कि हां जो है हम हैं ही कौन आत्मा ही क्या है तो ये बेसिकली आप कह सकते हैं थोड़ा इंटेलेक्चुअल डेवलपमेंट है राइट है ना स्कॉलरली डेवलपमेंट है तो साथ ही साथ पैरेलली स्कॉलरली डेवलपमेंट हो रहा है ये कहीं 800 के आसपास डेवलपमेंट शुरू हो रहा है तो शंकराचार्य तो शंकराचार्य का जन्म जो है केरला में हुआ है कलाडी करके जगह है और उसके बाद नर्मदा गए हैं नर्मदा तो नर्मदा किनारे हां नर्मदा किनारे जो है उन्होंने उन्होंने जो है ज्ञान पाया है और फिर उन्होंने इस ज्ञान को अद्वैत की फिलॉसफी को काफी पॉपुलर किया इनफैक्ट उन्होंने उन्होंने बहुत सारी किताबें लिखी और भारत में चार मठ एस्टेब्लिश किए राइट तो जो उन्होंने लैंग्वेज फॉलो करी है जैसा कि मैंने कहा कि इंपॉर्टेंट है संस्कृत प्लस दूसरी बात ध्यान रखने लायक है कि चार मठ एस्टेब्लिश करे हैं तो इंडिया के चार चारों कोने में है ना सिंगरी साउथ में द्वारका में गुजरात में बद्रीनाथ में नॉर्थ इंडिया में राइट उत्तराखंड एंड पुरी दैट इज दैट इज उड़ीसा तो इन्होंने जो है ये चार मठ एस्टेब्लिश किए ताकि इस थॉट प्रोसेस को इस फिलॉसफी को और प्रोपो गट किया जा सके तो जो इंटेलेक्चुअल पार्ट ऑफ जो है यू कैन से ब्राह्मण ज्म है या स्कॉलरली पार्ट ऑफ ब्राह्मण ज्म है वो भी ग्रो कर रहा है जो लोकल पार्ट ऑफ फोक पार्ट ऑफ ब्राह्मण ज्म है वो भी ग्रो कर रहा है तो भक्ति मूवमेंट के दोनों पार्ट दिखाई दे रहे हैं हमें प्लस प्लस अभी रिसेंटली जो है इक्वलिटी जो है स्टैचू ऑफ इक्वलिटी जो है नॉट एक्चुअली स्टैचू ऑफ इक्वलिटी कहेंगे इनको राट केदारनाथ में इनकी मूर्ति है 12 फुट की उसको जो है अनवील किया गया है राइट तो ट इज इन केदार केदारनाथ तो ही आल्सो बिलीव्स इन इक्वालिटीज पाठ कर सकते हैं कोई दिक्कत की बात नहीं नाउ पहले इसी ट्रेडीशन को फॉलो करते हैं इसी ट्रेडीशन को और आगे बढ़ाते हैं तो फोक डेवलपमेंट में जाने से पहले लेट्स टॉक अबाउट कि आफ्टर शंकराचार्य राम अनुज तो ऑलमोस्ट ऑलमोस्ट 200 साल बाद वी हैव राम अनुज राम अनुज ने जो फिलॉसफी दी है राम राम अनुज ने फिलॉसफी दी है विशिष्ट अद्वैत की विशिष्ट अद्वैत वह अद्वैत से पूरी तरह जो है यू कैन से यू ो एग्री नहीं करते तो इनका क्या मानना है इनका कहना है कि भाई जो है इस तरह से नहीं सोचना चाहिए कि हा जो अद्वैत है व कह रहा है कि दोनों इक्वल है लेकिन जो विशिष्ट अद्वैत [संगीत] विशिष्ट दैत ये कह रहा है कि हा भाई बिल्कुल बात सही है कि ब्रह्म और आत्मा एक ही है बट ब्रह्म के कुछ एट्रबीक है और यह जो एटिबल है तो टेक्निकली व्ट ही मींस टू से इज कि माया जैसा कुछ नहीं वो मायावादी है कि हां ये माया जो हम कह रहे थे है ना माया जैसा कुछ भी एजिस्ट यहां पर नहीं करता है कि वो मायावादी यहां पर नहीं कर रहे तो दिस इज दिस इज बेसिकली थॉट प्रोसेस ऑफ राम अनुज राम अनुज ऐसा कह रहे हैं कि हां जो है विशिष्ट अद्वैत है ना कि हां भाई कुछ कैरेक्टरिस्टिक है इस बात को थोड़ा सा समझते हैं कि जैसे कि मान लीजिए समुंदर है तो समुंदर मान लीजिए कि ब्रह्म है और समुद्र की जो लहरें हैं राइट है ना तो अगर शंकराचार्य के हिसाब से देखा जाए तो कहा जाएगा कि समुद्र ही है लहरें क्या है माया है लेकिन राम अनुज राम अनुज के हिसाब से अगर देखा जाए तो राम अनुज का कहना है कि अरे भाई लहरे माया थोड़े होती है वो उसी का एटिबल है उसी का फीचर है राइट ना तो शंकराचार्य डिफरेंट थॉट प्रोसेस देके गए थे इन्होंने उसी थॉट प्रोसेस को थोड़ा और इवॉल्व किया है राइट है ना यस तो दिस इज वन डेवलपमेंट जो कि कनेक्टेड है आपस में आपस में कनेक्टेड है नाउ यही बात आगे जाके और ज्यादा डेवलप होगी अंडर वल्लभाचार्य राइट ना तो हां तो 1500 के आसपास वी हैव वल्लभाचार्य तो वल्लभाचार्य टॉक्स अबाउट शुद्ध अद्वैत तो ही टॉक्स अबाउट वल्लभाचार्य टॉक्स अबाउट शुद्ध अद्वैत शुद्ध अद्वैत अब शुद्ध अद्वैत में क्या कहना चाहते हैं य शुद्ध अद में बेसिकली कहना चाहते हैं कि हा इसी बात को थोड़ा सा और और जो है वल्लभाचार्य वल्लभ शुद्ध अद्वैत ये भी यही मानते हैं कि हां जो है ब्रह्म जो है वो आत्मा है राइट ना आत्मा जो है वो बेसिकली जो है यू नो अ ब्रह्म का ही पार्ट है लेकिन हां ये दोनों को 100% ऐसे इक्वेट इक्वेट जो है करना ठीक नहीं है ये क्या मानते हैं ये मानते हैं कि जैसे सूरज होता है और सूरज की जो किरणें होती हैं राइट तो सूरज की किरणें जो है तो किरणें सूरज से ही निकल रही है राइट है ना समझना थोड़ी सी बात कि सूरज की किरणें सूरज से ही निकल रही हैं तो हां तो वो उसी का पार्ट थी ये बात बिल्कुल सही है लेकिन उल्टा कहना कि सूरज की किरण ही सूरज है ये बात थोड़ी सी गलत है तो शुद्ध अद्वैत की बात कर रहे हैं कि हां जो है इस तरीके से 100% आप जो है मत इक्वेट करिए राइट है ना कि हां वो उसी का उसी उसी में से निकल रहा है उसी में से उसी का पार्ट है उसी में से जो है यू नो बाहर आया है ऐसा करके माना जा सकता है राइट ना तो हां तो इतना थॉट प्रोसेस हल्का सा जाने रहो राइट है ना ऐसा बहुत हमें रिसर्च इस पे नहीं करनी है तो ये जो है स्कॉलरली ल डेवलपमेंट भी हो रहा है स्कॉलरली डेवलपमेंट भी हो रहा है राइट बीच में माधवाचार्य भी आए थे माधवाचार्य माधव कहते हैं कि द्वैत दोनों अलग-अलग हैना एक नहीं है तो माधव तो माधव बीच में आप लिखना चाहे लिख ले तो माधव माधव बिलीव्स इन टू द्वैत तो माधवाचार्य तो कम से कम ये चार नाम आप ध्यान रखिए कि यहां किसने कौन सी फिलॉसफी दी है वो थी शुद्ध अद्वैत बाय द वे यहीं पे यहीं पे जो है वल्लभाचार्य के साथ एक और बात करते हैं तो वल्लभाचार्य हम बात कर रहे थे तो वल्लभाचार्य ने एक स्कूल ऑफ थॉट फॉलो कि है जिसे कहते हैं पुष्टि मार्ग पुष्टि मार्ग पाथ ऑफ ग्रेस तो बहुत सारे पुष्टि मार्ग के अपने जो है यू कैन से सीड्स या फिर मोनेस्ट्री एस्टेब्लिश करी है यस तो ये ये भी जो है ये भी इंपॉर्टेंट है यस दूसरा इनके एक फॉलोअर हैं इनके डिसाइल है जो बहुत फेमस हैं सूरदास सूरदास पहली बात तो ब्लाइंड है और दूसरी बात दूसरी बात जो है ये जो ये जो जो है सूरदास है ये भगवान कृष्ण के बाल अवतार के पुजारी हैं तो बाल अवतार को लेके इन्होंने बहुत सारी किताबें बहुत सारे गाने लिखे हैं भजन लिखे हैं तो सुर सागर सुर सरावली जो है साहित्य लहरी ये सारी जो किताबें हैं यह बाल रूप ऑफ कृष्ण के ऊपर फोकस है तो वल्लभाचार्य और सूरदास ये दोनों लोग हमें साथ में ध्यान रहेंगे यस चलिए खैर अब वापस आते हैं लोगों के मूवमेंट की हम लोग बात कर रहे थे कि हां ये जो अलवर और नैनार्कअप्पम पे आते हैं कि लोगों के मूवमेंट में क्या हो रहा है वो अलग थ्रेड है वो हो गया खत्म हो गया लोगों पे आते हैं तो लोगों के मूवमेंट में अगर हम देखें राइट लेट्स कम टू द मैप या तो लोगों के मूवमेंट की अगर हम बात करें तो अगला जो मूवमेंट हमें दिखाई देता है प्रॉमिनेंट मूवमेंट वह है कर्नाटका में और यह हो रहा है रफ 1150 और 1200 के बीच में वेस्टर्न चालुक्यास की कहानी थी उस सम राज्य था वेस्टन चालुक्यास का और थोड़ी देर के लिए यहां पर एक कालचर राजा है बिजाल देव तो वेस्टन चालुक्यास का डिक्लाइन हो रहा था तो राजा बिजाल देव है जो कि एक्चुअली काल चुरी है बीच में आ गए अब इस कहानी में हमें नहीं जाना इनके एक प्राइम मिनिस्टर है बसव बसव है ना तो बसवन्ना बोलते हैं हम इन्ह बसवन्ना एंड फ्रॉम हेयर फ्रॉम हेयर कम्स द स्टोरी ऑफ लिंगा लिंगायत तो नाउ तो अब यह जो मूवमेंट है राइट जो तमिलनाडु में चालू हुई यह कर्नाटका पहुंच गई है अब ये कर्नाटका पहुंच गई है तो यहां पे वीर शैव या फिर वीर शैव भी इसी से कनेक्टेड है बट हां लिंगायत की हम बात करेंगे हम इसमें वीर शैव की भी हम बात नहीं कर रहे वी बेसिकली शैविज्म का पार्ट है तो जो है या तो लिंगायत या तो लिंगायत तो वी हैव बसवन्ना एज द फाउंडर अब बसवन्ना एज अ प्राइम मिनिस्टर क्योंकि यहां पर वो काफी पावरफुल है तो यहां पर यहां पर ही इ टॉकिंग अबाउट इक्वलिटी तो सबसे पहले जो रिलीजस प्रैक्टिसेस है वो फिक्स करी जाए रा तो य वेस्टर्न चालुक्यास का बेसिकली दौर है और जो है इनकी राजधानी कल्याणी हुआ करती थी है ना तो वही बसव वहीं पर जो है कौन है बसव अन्ना है कारी कलचुरी रूलर है बिजाल देवा तो बिजाल देवा तो इनके राज्य में बेसिकली जो है ऐसा कुछ शुरू हुआ सुनाओ तो बसवन्ना बिलीव इनटू इक्वलिटी इक्वलिटी इन्होंने एब्लिश किया अभिनव अनुभव मंडप अनुभव मंड मंडपा अनुभव मंडप इज एक्सपीरियंस जो है सेंटर और एक्सपीरियंस प्लेस एक ऐसा पैलेस एक ऐसा मंडप जहां पर सारे ही लोग आ सकते हैं महिलाए भी आ सकती हैं राइट है ना आपके पुरुष भी आ सकते हैं और जो है जो लोअर कास्ट है वो भी आ सकता है कोई भी आ सकता है और अपने एक्सपीरियंस शेयर करते हैं दिस इज आल्सो कॉल्ड एज फर्स्ट पार्लियामेंट ऑफ द वर्ल्ड कि हां यू नो सारे लोग डेमोक्रेटिक बातें कर रहे हैं डिस्कशन कर रहे हैं सॉरी अपने अपने एक्सपीरियंस शेयर कर रहे हैं ताकि सबको पता चले कि हां कितनी प्रॉब्लम होती है बिकॉज ऑफ द डिस्क्रिमिनेशन तो इनके साथ-साथ और भी बहुत सारे यू नो स्कॉलर्स हैं राइट बसवन्ना के साथ और उन्होंने मिलके जो लिटरेचर लिखा उसे कहा जाता है वचन लिटरेचर वचन और इसमें फिलॉसफी लिखी है इसके बारे में प्लस प्लस अगेन वचन और ये कनडा लैंग्वेज में है तो दिस इज इन कन्नड कनडा प्लस यहां पर यहां पर जो है लिंगायत ऐसा माना जाता है कि ये शैविज्म का पार्ट लगता है सुनने में क्योंकि यहां पर बात करी गई है जो रिलीजियस प्रैक्टिस है उसमें इष्ट लिंग की की बात करी गई है तो दे टॉक अबाउट इष्ट लिंग तो लिंगायत्स बिलीव इन टू इष्ट लिंग तो क्योंकि लिंग की बात है राइट ना तो शिवलिंग जैसा लगता है तो हां तो हमें लगता है कि इष्टि जो है यू नो शिवलिंग शिव जी से बात रिलेटेड है तो हां तो इष्ट लिंग ऐसा कुछ होता है तो ये लोग इष्ट लिंग धारण करते हैं जो लिंगा होते हैं वो इष्ट लिंग धारण करते हैं जो जो जो है कनेक्ट करता है और जो सिंबल होता है इनर कॉन्शियस का राइट ना जो हमारी इनर कॉन्शियस है उसका वो सिंबल है कि हम हमारे अंदर ही शक्ति है तो इष्ट लिंग इनर कॉन्शियस का बेसिकली सिंबल है और हमें उसको जगाना है राइट ना उसको उसको मानना है और इसमें इसमें सर्विस निहित है कि हां सब में अगर भगवान है सब में अगर य शक्ति है तो हां हमें सबकी सेवा करनी है तो इसमें सर्विस भाव भी निहित है इसमें इक्वलिटी भी निहित है तो इस तरीके का थॉट प्रोसेस है लिंगायत क्या ये ब्रह्मनिकल थॉट प्रोसेस को मानता है नहीं क्या ये वेदों को मानता है नहीं क्या ये कास्ट को मानता है नहीं क्या ये प्रीस्ट डोमिनेशन को मानता है नहीं है ना तो ऐसा कोई भी जो है ये जो है यहां पर बिलीफ नहीं रखते राइट है ना तो हां तो लिटरेरी कंट्रीब्यूशन मैंने आपको बताया कि इट इज कॉल्ड एज वचनास तो ये ग्रोथ हुई कहां पर लिंगायत की ग्रोथ हुई आपकी कर्नाटका में आंध्र प्रदेश में राट तो लिंगायत कम्युनिटी महाराष्ट्र में भी है तो लिंगायत कम्युनिटी ग्रो करती है नाउ आफ्टर दिस और आगे बढ़ते हैं तो नेक्स्ट नेक्स्ट जो हमें स्टॉप मिलेगा वह मिलेगा कहां पे अगला स्टॉप अगला स्टॉप इज महाराष्ट्र अब हम पहुंचे महाराष्ट्र राइट तो हा तो नेक्स्ट मूवमेंट इ बेसिकली नेक्स्ट मूवमेंट इज पंढरपुर मूवमेंट पंढरपुर मूवमेंट तो 1200 के बाद समर तो देली सतना तो ऑलरेडी चालू हो चुका है और महाराष्ट्र में एक मूवमेंट चालू होती है च इ कॉल्ड एस पंडार पुुप निंग इन पंडार तो एक जगह है पंढरपुर करके पंढरपुर और वहां पे मंदिर है एक भगवान विट्ठल का उन्हें विठोबा भी कहते हैं भगवान विट्ठल राट तो विट्ठल तो भगवान विट्ठल की पूजा के साथ यहां पर धीरे-धीरे कम्युनिटी ग्रो करती है एक थॉट प्रोसेस ग्रो करता है एंड दिस थॉट प्रोसेस इज अगेन भक्ति मूवमेंट जो कि सेम बातें विश्वास रखता है कि सारे लोग बराबर हैं महिलाएं भी हैं कस्ट सिस्टम जैसा कुछ भी नहीं है लोकल लैंग्वेज इंपोर्टेंट है अगेन बेसिक्स आर सेम राइट है ना कि ऐसा कुछ बेसिक्स अलग नहीं है खाली थोड़ा सा टर्मिनोलॉजी चेंज हो जाएगी तो यहां पर ये जो ये जो सारे सेंट्स हैं जो भगवान विट्ठल को मानते हैं इन्हें कहते हैं वरकारी सेंट्स वरकारी सेंट्स और यहां भी भजन लिखे जाएंगे फिलॉसफी लिखी जाएगी उसको कहा जाएगा अभंगा अभंगा तो अभंगा तो यहां पे भी कुछ सेंट्स होंगे जो बहुत ही पॉपुलर हो जाएंगे और उनके उनके लिखे हुए अभंगा उनके लिखे हुए भजन वगैरह लोग गाएंगे है ना एकदम पॉपुलर हो जाएगा यस तो हां तो पूरे महाराष्ट्र में जो है ये जो भक्ति मूवमेंट है ये ग्रो करेगा अगेन अगेन दिस इज दिस इज मराठी है ना तो मराठी लैंग्वेज ग्रो करेगी अब ये किसके राज्य में हो रहा है आपको याद आएगा कि हम लोग ने बात करी थी कि दिल्ली सल्तनत के दौर में हम लोगों ने डिस्कशन किया था कि यहीं पर पंजाब जो है महाराष्ट्र में वी हैव वी हैव यादवास ऑफ देवगर राइट है ना तो यादवास ऑफ देवगर के राज्य में मराठी लैंग्वेज ग्रो कर रही है मराठी इवन विल बिकम अ ऑफिशियल लैंग्वेज तो पंढरपुर तो पंढरपुर मूवमेंट थोड़ा लंबा चला है जिसमें इनिशियल फेज में दो-तीन लोग दो तीन स्कॉलर्स हमारे लिए बहुत इंपोर्टेंट है एंड इन द लास्ट फेज एज वेल वी हैव फ्यू स्कॉलर्स हु आर इंपोर्टेंट तो ऑलमोस्ट हमारे यहां पर चार तीन सात सात यहां पर स्कॉलर्स हैं सात यहां पर सेंट हैं जो कि पंढरपुर मूवमेंट से जुड़े हुए हैं और उनके लिखे हुए अभंगा एंड ऑल काफी फेमस हो गए जैसे पहला नाम आता है ज्ञानेश्वर जी का राइट है ना तो हां तो ज्ञानेश्वर तो वरकारी सेंट के बारे में मैं आपको बता रहा था कि यहां जो है विट्ठल भगवान की पूजा करते हैं और उन्हें वरकारी सेंट कहा जाता है तो ज्ञानेश्वर तो ज्ञानेश्वर वरकारी सेंट है यस तो ज्ञानेश्वर है ना तो ये 1275 के आसपास रफ 1300 हो गया तो वी हैव ज्ञानेश्वर तो ये इन्होंने इन्होंने जो है ज्ञानेश्वरी लिखी है ज्ञानेश्वरी व्हिच इज व्हिच इज अ वेरी वेरी फेमस बुक तो इन्होंने भगवत गीता के सार को ज्ञानेश्वरी में लिखा गया है और इसके बाद भी मराठी भाषा में लिखा है और इसके बाद भी आगे जाके तिलक भी बहुत सारी कमेंट्रीज पे करेंगे राइट ना और भी जो महाराष्ट्र में जो है यू कैन से स्कॉलर्स हैं इन मॉडर्न इंडिया दे विल बी आल्सो यू नो प्रिंटिंग ज्ञानेश्वरी जो है कमेंटिंग ऑन ज्ञानेश्वरी तो वन ऑफ द वेरी वेरी इंपोर्टेंट फेमस सेंट इज ज्ञानेश्वर दूसरा नाम आता है नामदेव का तो य रियलाइफ कि यहां पर कोई भी स्कॉलर बन सकता है कोई भी सेंट बन सकता है नॉट एगजैक्टली स्कॉलर सेंट बन सकता है राइट तो हां तो एक नाम है नामदेव तो ये बेसिकली पहले टेलर थे राइट है ना दर्जी हुआ करते थे उसके पहले कहा जाता है कि शायद ये बैंडिट या डाकू भी रह चुके हैं तो फिलहाल ये टेलर है और इनके इनके अभंगा बहुत फेमस होंगे यस तो नामदेव ब बड़ा फेमस नाम हो जाएंगे राइट है ना तो बहुत सारे इन्होंने जो है जो अभंगा लिखे हैं इवन सिखों के लिटरेचर में राइट गुरु ग्रंथ साहिब में भी जो है इनके अभंगा को इंक्लूड किया गया आगे जाके सिमिलरली वन फेमस जो है पर्सनालिटी इज जन बाई राइट तो कुछ फीमेल्स भी है है ना कुछ फीमेल जो है सेंट्स भी है यहां पे क्योंकि कोई भी बन सकता है तो जनाबाई एक्चुअली नामदेव के घर में काम करती थी रा वहां पे वहां पे जो है बेसिकली मेड थी उस समय और और जो है उन्होंने नामदेव जी के साथ देखा नामदेव जी के साथ सीखा और वो भी अभंगा लिखने लगी राइट है ना तो शी आल्सो बिम फेमस यस तो ये तीनों ही तीनों ही बेसिकली कंटेंपरेरी है ये तीनों ऑलमोस्ट सेम ही दौर में एजिस्ट करते हैं एक साथ ही एजिस्ट करते हैं ज्ञानेश्वर नामदेव एंड जनाबाई नाउ दूसरा दूसरा जो दौर है पंडरपुर मूवमेंट का जो कि लास्ट दौर है पारु पंडरपुर मूवमेंट का वहां भी कुछ-कुछ नाम होते हैं फॉर एग्जांपल तुकाराम राइट तुकाराम तो तुकाराम एंड एंड गुरु रामदास ये माना जाता है कि हां महाराष्ट्र में इन्होंने मराठी नेशनलिज्म को जगाया है इन्होंने मराठा को जगाया है राइट तो मराठी नेशनलिज्म जो जगाह है वो इन्हीं दोनों के दौर में है यस एंड इनफैक्ट गुरु रामदास माना जाता है कि उन्होंने गाइड किया था छत्रपति शिवाजी महाराज को राइट है ना तो हां तो जो है कहीं ना कहीं जो फिलॉसफी छत्रपति शिवाजी महाराज की है वो रामदास जी से भी इंस्पायर्ड है यस ऐसा माना जाता है राइट है तो हां तो जो है ये दोनों लोग इंपोर्टेंट है दोनों लोग इंपोर्टेंट है थॉट प्रोसेस सेम ही है राइट थॉट प्रोसेस की बात नहीं कर रहे एनी एनी जो है अनदर अनदर पर्सनालिटी इ बहिना बाई जो आगे जाके फेमस हुई राइट है ना वो भी इसी से कनेक्टेड है यस तो बहिना बाई तो बहिना बाई मराठी पोएट है राइट है ना यस तो दिस इज दिस इज अनदर अनदर सेगमेंट जो हम लोगों ने समझा कि यहां जो है ये ग्रो हुआ है तो तीन हमने समझे कि तीन किस तरीके से या तो हमने तीन सेगमेंट समझे कि एक हमने समझा कि हां तमिलनाडु में एक हमने समझा कि जो है कर्नाटका में और फिर जो है महाराष्ट्र में तो इस तरीके से धीरे-धीरे यह मूवमेंट क्या हो रहा है ग्रो हो रहा है नाउ इट विल रीच नॉर्थ इंडिया एज वेल तो इट विल स्टार्ट फ्रॉम राम नंदा तो राम नंदा तो माना जाता है कि राम अनुज के जो है थड प्रोसेस से कनेक्टेड है रामानंदाचार्य इसको कैसे एस्टेब्लिश करा जाए ये तो मुश्किल है राइट है ना लेकिन लेकिन जो है इसका मतलब यही है कि हां वो शायद उनकी उनके विचारों को मानते हैं राइट है ना तो राम अनंदा तो नाउ देयर इज एंट्री ऑफ राम अनंदा तो डिसाइल ऑफ राम अनुज माने गए हैं यस दूसरा रामानुज की तरह ये भी भगवान विष्णु को मानते थे यस दूसरी एक बहुत बड़ी इंपॉर्टेंट बात है कि राम अनंदा नॉर्थ इंडिया में एक नया थॉट प्रोसेस ही लेकर आ रहे हैं राट तो राम नंदा इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट बिकॉज़ अब इनके जो डिसाइल्स हैं जो रामानंदी हैं अब वो आ गए यहां पे नॉर्थ इंडिया में ग्रो करेंगे यस तो अब जो थॉट प्रोसेस यहां पर ग्रो हो रहा है अब हम बेसिकली पहुंच चुके हैं नॉर्थ इंडिया में नाउ वी हैव रीच नॉर्थ इंडिया राइट नॉर्थ इंडिया एंड हेयर वी हैव राम नंदा राम नंदा से बहुत सारे थॉट प्रोसेस निकलेंगे यस तो अब ये साइकिल पूरी कंप्लीट हो गई राइट है ना फ्रॉम राम नमदा जो है दिस साइकिल विल कंप्लीट तो लेट्स टॉक अबाउट राम नंदा या तो राम नंदा तो या तो राम नंदा वी रियलाइक्स भगवान विष्णु के पुजारी हैं तो ये जो है राम और सीता दोनों को मानते हैं सियाराम को मानते हैं राइट है ना और जो है भगवान विष्णु की जगह भगवान राम को मानते हैं प्लस ये भी क्वालिटी में बिलीव करते हैं कास्ट सिस्टम को ये रिजेक्ट करते हैं ये भी मानते हैं कि सारे ही लोग बराबर हैं तो या तो जो है और सारे बैकग्राउंड से लोग ज्वाइन कर सकते हैं यस प्लस इनके डिसाइल्स जो है बहुत फेमस डिसाइल्स हैं अच्छा एक और इंपोर्टेंट बात शायद मैं ने नहीं कही कि इन्होंने हिंदी में लिखना चालू किया इसके पहले पर्शियन बहुत इंपॉर्टेंट हुआ करती थी नॉर्थ इंडिया में क्योंकि दिस इज़ दिल्ली सल्तनत दिल्ली सल्तनत को इस्टैब्लिशमेंट को एस्टेब्लिश हुए लगभग 200 साल हो चुके हैं तो नॉर्थ इंडिया में पर्शियन बहुत इंपॉर्टेंट थी राइट ना पर्शियन बहुत इंपॉर्टेंट हुआ करती थी सॉरी पर्शियन बहुत इंपॉर्टेंट होती थी लेकिन इन्होंने लिखना शुरू किया हिंदी में कि हिंदी में लिखेंगे तो इनके बहुत सारे फॉलोअर्स भी लोकल भाषा में हिंदी वगैरह में लिखना चालू करेंगे राइट है ना कबीर जो है ब्रज भाषा अगर हम लिखेंगे हिंदी में लिखेंगे तो इनके जो डिसाइल्स हैं राइट है ना जैसे कबीर रविदास पद्मा पद्मावती राइट है ना दे आर कॉल्ड एज राम नंदी एंड ये उनकी बातें आगे ग्रो करेंगे यस तो यहां से य थॉट प्रोसेस जो है ये काफी ग्रो करने लगेगा जिसमें जिसमें एक ग्रुप जो निकलेगा इट विल बी नॉन सेक्टरिंग बोले तो कि कुछ ऐसे थॉट प्रोसेस निकलेंगे कुछ ऐसे जो है सेंट्स निकलेंगे जो किसी पर्टिकुलर धर्म की बात नहीं करेंगे जो वैश्णविज्म और शैविज्म की बात नहीं करेंगे वह बात करेंगे मोहब्बत की राइट है ना कि यहां जो है कबीर है ना तो सबसे बड़ा नाम जो आता है क्लासिक नाम जो आता है वह है कबीर अगेन फॉर द सेक ऑफ़ अ क्लेरिटी और बेसिकली सिंपलीसिटी यू विल रियलाइफ यह जो 1500 का दौर है राम नंद के बाद राइट ना 1500 का दौर यह जो पार्ट है रफल अराउंड 1500 तो 1500 केपास रफल गुरु नानक भी हैं कबीर भी हैं दादू दयाल भी हैं तो यह नॉन सेक्टरिंग भी है प्लस इसी दौर में रफल वी हैव वैश्णविज्म वाला ग्रुप एज वेल तो इस ग्रुप में तुलसीदास भी है चैतन्य महाप्रभु भी है शंकरा देव भी है और मीराबाई भी है यहां पे चीजें आसान हो जाएंगी हमारे लिए राइट तो इस तरह से हमने जो बायफर केट कर लिया है तो चीजें थोड़ी सी आसान है राइट तो नाउ पहले हम बात कर रहे हैं ऐसे लोगों की जो जो किसी सेक्ट की बात नहीं कर रहे जो कह रहे हैं कि नहीं है ना कि जैसे कबीर कहते हैं कि हां जो है पोथी पढ़ पढ़ जग मोआ पंडित भयानक कोए ढाय आखर प्रेम का पढ़े सप पंडित होए ना की प्रेम की बात करते हैं यूनिवर्सल ब्रदरहुड की बात करते हैं भाईचारे की बात करते हैं तो कबीर को आप देखेंगे अब क्योंकि इस दौर में एक और चीज आप नोटिस करिए कि इस दौर में इस दौर में जो है ऑलरेडी दिल्ली सल्तनत आ चुकी है सूफिज्म आ चुका है इस्लाम आ चुका है और स्पेशली नॉर्थ इंडिया में अब इस्लाम भी है और हिंदुइज्म भी है तो यहां पर यहां पर कबीर जो है वो भाईचारे की बात कर रहे हैं राट तो कबीर कबीर के जो है थॉट प्रोसेस में या गुरु नानक के थॉट प्रोसेस में आपको यूनिवर्सल ब्रदरहुड दिखाई देगा सर्विस दिखाई देगा इक्वलिटी दिखाई देगी रा जेंडर इंक्लूजन दिखाई देगा राइट तो कबीर तो कबीर बेसिकली जो है हम देखेंगे कि हां ये सूफिज्म और हिंदू ट्रेडीशन को काफी हद तक मिला देंगे एंड वी फाइंड वी फाइंड कि हां जो है ही इज प्रीचिंग अबाउट मेनली लव या तो कबीर के कबीर की जो राइटिंग है राइट इनकी राइटिंग तो बीजक तो बीजक इज एसोसिएटेड विद हिम जो कि इन्होंने लिखा है जो इनका कंपाइलेशन है वन इज बीजक या प्लस इनकी पोयम को बाणी कहा जाता है कबीर की बाणी बाणी बोले तो अटें सेस अटर एसेस अटें सेस बीजक बस हिंदी में लिख रहे हैं हिंदी में लिख रहे हैं और बहुत सारे जो शब्द ये इस्तेमाल कर रहे हैं वो अवधि से है ब्रज से है भोजपुरी से है राइट लोकल भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं यहां पर जो है कबीर सिमिलरली सि सिमिलरली गुरु नानक देव तो गुरु नानक देव तो ये भी इसी समय है यस तो ये ननकाना साहिब में इनका जन्म हुआ है निर्गुण भक्ति तो देखो दो तरह के भक्ति होती है एक होती है सगुण भक्ति सगुण भक्ति बोले तो कि आपके पास जो है भगवान का कोई रूप है उसमें कोई गुण है आप उसे विजुलाइज कर सकते हैं निर्गुण भक्ति मतलब कि हां भगवान का कोई रूप नहीं है वो शक्ति है राइट है ना तो दैट इज निर्गुण तो ये निर्गुण भक्ति वाले ग्रुप में आते हैं यस है ना तो यहां तो जो है इन्होंने भी रिचुअल से स्क्रिप्चर से सारी चीजों को मना किया एक ही चीज में विश्वास रखा कि भगवान के नाम में शब्द कीर्तन में राइट है तो ये भी वैसा ही थॉट प्रोसेस है यस एंड इवेंचर टू फ फाइंडिंग ऑफ सखि ज्म इन्हीं के जो फॉलोअर हैं यहीं से सखि जम बना यहीं से सखि जम बना तो आफ्टर गुरु नानक देव देयर आर 10 एक्चुअली नाइन मोर गुरुस राइट तो पहले तो वही है और फिर नौ और गुरु हैं यस जैसे कि जैसे कि दूसरे नंबर पे आते हैं गुरु अंगद गुरु अंगद तो गुरु अंगद ने गुरुमुखी स्क्रिप्ट लिखी है देन गुरु अर्जुन देव है गुरु अर्जुन देव इन्होंने आदि साहिब कंपाइल किया है इसमें बहुत सारे नॉट ओनली गुरु नानक देव बट और भी लोगों की बातें इसमें कंपाइल हुई है यस प्लस आगे गुरु गोविंद सिंह आते हैं गुरु गोविंद सिंह ये 10वें नंबर के गुरु हैं इन्होंने खालसा सेक्ट वगर एस्टेब्लिश किया है राइट है ना तो हां तो जब जो है औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर को एग्जीक्यूट कर दिया था तो उसके बाद उन्होंने उन्होंने खालसा सेक्ट का एस्टेब्लिशमेंट किया था गुरु गोविंद सिंह ने तो देयर आर 10 गुरु लाइक दिस यस तो इस तरह से सखि जम ग्रो हुआ है नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट दोज जो कि जो कि वैष्ण में विश्वास रखते हैं इसी दौर में जिसमें चार नाम आते हैं एक है तुलसीदास जिन्होंने रामायण लिखी है तो रामचरित मानस विनय पत्रिका दोहावली गीतावली ये सारी चीजें इन्होंने लिखी इनफैक्ट आप टाइम देखिए तो टाइम जो है ये माना गया है कि हां दिस इज माना क्या गया है अकबर और जहांगीर के टाइम में है ये प्लस प्लस चैतन्य महाप्रभु तो चैतन्य महाप्रभु इज एक्टिव टुवर्ड्स बिहा बंगाल एंड उड़ीसा बंगाल एंड उड़ीसा जैसे जगन्नाथ पुरी को वो बहुत मानते हैं तो यहां पे चैतन्य महाप्रभु ग्रो करेंगे तो बंगाल और उड़ीसा में चैतन्य महाप्रभु ग्रो करेंगे रठना ही हैड प्रमोशन प्रमोटेड संकीर्तन कि हां भाई सारे लोग साथ में कीर्तन करेंगे तो इस तरह के लोकल ट्रेडीशन फोक ट्रेडीशन भजन ट्रेडीशन इस तरह से ग्रो करेंगे सिमिलरली असम साइड असम साइड वी हैव असम साइड वी हैव शंकरा देव शंकरा देव तो असम में शंकर देव आएंगे वो भी कीर्तन की बात कर रहे हैं वो भी कीर्तन की बात कर रहे हैं सत्र की बात कर रहे हैं कि हमारी मोनाज होंगी नाम घर होंगे प्रेयर हॉल्स होंगे कीर्तन घोष लिखाए इन्होंने राइट है ना तो शंकरा देव तो दीज आर वेरी फेमस यू कैन से स्कॉलर्स जो है चैतन्य महाप्रभु बंगाल और उड़ीसा से जुड़े हुए हैं शंकरा देव जो है असम से जुड़े हुए हैं डू नॉट गेट कंफ्यूज बिटवीन शंकराचार्य एंड शंकर देव सिमिलरली सिमिलरली राजस्थान में मेवाड़ से है मीराबाई मीराबाई राणा सांगा की जो है बहू है राइट है ना बट उनको भगवान कृष्ण से प्रेम है राइट है तो उन्होंने बहुत सारे भजन लिखे आज भी गाए जाते हैं ना बहुत सारे भजन उनके आज भी गाए जाते हैं है ना बहुत एक फेमस भजन जो अनूप जलोटा जी का है कि हां ऐसी स लागी लगन मीरा हो गई मगन राइट है ना तो हां तो मीरा बिम अ रिवर्ड फिगर हरसे ओके सो वैशन जम की हमने बात करी सो दिस वाज ऑल अबाउट भक्ति मोमट अगेन अगेन ऐसा हमें हर किसी की बायोग्राफी नहीं समझनी है ना समझना इस बात को कि इट इज नॉट दिस चैप्टर इज नॉट अबाउट बायोग्राफी दिस चैप्टर इज अबाउट फर्स्ट ऑफ ऑल बेसिक्स ऑफ भक्ति सेकंड सेकंड इज दिस बायफर केशन कि हम समझ सक कौन कहां पे है एंड थर्ड इज देयर इंडिविजुअल कंट्रीब्यूशन टू सम एक्सटेंट कौन सी किताबें लिखी है राइट है ना मेनली यही सब को फिलॉसफी स्पेशल फिलॉसफी है तो वो चलिए तो हमने बात करी भक्ति की अब जोड़ते हैं सूफी के तारीफ से तो सूफिज्म तो सूफिज्म पहले कांसेप्ट समझते हैं कि कांसेप्ट क्या है सो तो सूफिज्म जैसे कि हम बात कर रहे थे कि हां ब्राह्मण जम का एक इनर साइड है भक्ति मूवमेंट ना कि यहां जो है एक ब्रह्मणम है कोर ब्रह्मणम थॉट थी और उसके बाद भक्ति उसमें रिफॉर्म की तरह आया था वैसे ही इस्लाम में इस्लाम में जो ऑर्थोडॉक्स इस्लाम है उसके सामने एक रिफॉर्म मट की तरह आया क्या सूफिज्म राइट सूफिज्म अब सूफिज्म सूफिज्म पर्शिया साइड ऑलरेडी पर्शिया साइड या इस्लाम बाहर कह सकते हैं राइट है ना कि यहां जो है अराउंड 1000 के आसपास ग्रो करना चालू हो गया था बट इंडिया आया लेट थोड़ा सा इंडिया ये जो है 1200 के आसपास ही आएगा तो सूफिज्म तो सूफिज्म इज कंसीडर्ड एस इनर साइड ऑफ इस्लाम इनर साइड ऑफ इस्लाम सॉफ्टर साइड ऑफ इस्लाम राइट लिबरल साइड ऑफ इस्लाम च टॉक्स अबाउट राइट व्च टॉक्स अबाउट आपको थोड़ा सुना सुना लगेगा व्हिच टॉक्स अबाउट अगेन यूनिवर्सल ब्रदरहुड राइट है ना तो हां तो दिस टॉक्स अबाउट यूनिवर्सल लव इट टॉक्स अबाउट टॉलरेंस तो ये भी प्यार मोहब्बत की बात कर रहा है राइटसनेस राइटसनेस तो कुछ तो कारण होगा कि भक्ति और सूफी साथ में पढ़ा जाता है तो वल रियलाइफ भक्ति मूवमेंट जो है ओनली राइट इट आल्सो टॉक्स अबाउट सेल्फ कि खुद को समझो आत्मा को जानो राइट ना अपने आप को जानो तो सेल्फ रियलाइफ रियलाइफ अबाउट ज्ञान मार्ग यस तो जब आप इस मार्ग पे चलते हैं इट आल्सो इंक्लूड्स इट आल्सो इंक्लूड्स सर्विस तो जब आप इस मार्ग पे चलते हैं तब जो है क्या होता है तब जो है आपका खुदा से खुदा से मिलन होता है राइट है ना फाइनली यू रीच गॉड तो यू गेट यूनियन विद गॉड व्हिच इज मोक्ष राइट ना कि हां उसे उसे हम लोग मोक्ष कह रहे थे पहले तो यूनियन विद गॉड इसको आप डि यूनिटी भी कह सकते हैं डिवाइन के साथ आप कनेक्ट हो जाएंगे डिवाइन यूनिटी दिस इ द कोर आइडिया ऑफ ऑफ सूफिज्म ना इसमें बहुत इंपॉर्टेंट है इस पूरे प्रोसेस में जैसे भक्ति मण गुरु की बात कर रहे थे वैसे ही यहां पर होता है पीर और उसका जो शिष्य होता है उसे कहते हैं मुर्शद कि हां देर विल बी देर विल बी अ गुरु पीर जो कि बताएगा कि हां कैसे करना है क्या करना है राइट ना यहां भी यहां भी जैसा कि हम कह सकते हैं कि यहां भी सर्विस इंपोर्टेंट है ह्यूमैनिटी फॉर ह्यू निटी इंपोर्टेंट है राइट सर्विस टू ह्यूमैनिटी इंपोर्टेंट है यस राइट आल्सो आल्सो हर पीर का क्या होगा एक अपना आश्रम होगा तो यहां पे आश्रम को कहते हैं कि हर पीर का अपना आश्रम है और उसको कहते हैं खनका जहां पे जनता जाएगी उनसे मिलेगी राइट है ना सोल्यूशन पाएगी फिलॉसफी को समझेगी खनका तो पीर तो खनका प्लस प्लस नॉर्मली इस्लाम में म्यूजिक जो है का जो जिक्र है वो नहीं है राइट है ना बैंड है ना म्यूजिक जो है रिलायंस नहीं है म्यूजिक डांस एंड ऑल बट यहां पर यहां पर दे बिलीव इन टू दे बिलीव इन टू समा राइट है ना कि समा होगा कवाली होगी सूफी सोंग्स होंगे राइट दे बिलीव इन टू रक्स तो ये समा म्यूजिक वगैरह में जो है विश्वास रखते हैं डांस वगैरह में विश्वास रखते हैं यस कि हां दिस इज हाउ म्यूजिक माना गया है कि आत्मा की आवाज है तो म्यूजिक के थ्रू हम हम खुदा से कनेक्ट कर सकते हैं यस थॉट प्रोसेस वाइज इट इज यू कैन से सेम एज एज भक्ति मूमेंट ऑलमोस्ट सिमिलर थॉट प्रोसेस है ऑलमोस्ट सेम ही थॉट प्रोसेस है और इसमें भी एक और थॉट प्रोसेस है फिलॉसफी में एक और चीज आती है दो चीजें हैं सोचने की कि हां जो पीरों की फिलॉसफी है वो दो तरह की फिलॉसफी है एक है वहदत उल वजूद उल वुजूद उल वजूद व्हिच इज नथिंग बट कि हां जो है खुदा और हम एक ही है व्हिच इज नथिंग बट अद्वैत राइट है ना और एक है वहदत उल सुजूद जो कहता है कि नहीं जो दुनिया है वो खुदा की परछाई है च विच इज नथिंग बट द्वैत की दोनों अलग-अलग है राइट इक्विवेलेंट है राइट तो एक ही जैसे फिलॉसफी है तो फिलॉसफी थॉट प्रोसेस भी यहां पर एक ही जैसा है अब यहां पर पढ़ने लायक क्या बात है दूसरी बात जो हमें समझनी है अच्छा पहले सूफी सेंट जो इंडिया आए राइट पहले सूफी सेंट जो इंडिया आए उनका नाम है शेख अली हुज वारी राइट दातागंज दातागंज में है ये राइट है ना इन्होंने सूफिज्म स्प्रेड करना शुरू किया दिस इज टुवर्ड्स लाहौर साइड राइट एंड उनकी किताब है कश्फुल उल महजूब कश्फुल उल महजूब ये बात करती है कि किस तरीके से जो है खुदा का ध्यान किया जाए मोहब्बत की बात करती है ज्ञान की बात करती है सेल्फ रिलाइजेशन की बात करती है सो दिस इज हाउ दिस इज हाउ यू नो जो है ही विल कम एंड यहां से कुछ-कुछ शुरुआत होने लगेगी यस ही इज द फर्स्ट ब्रांच राइट ही इज द फर्स्ट यू कैन से ऑफशूट ऑफ सूफिज्म इन टू इंडिया जो पहले बड़े ऐसा नहीं हो सकता कि हां और भी लोग आए हो राट है ना लेकिन जो पहला बड़ा नाम है प्रॉमिनेंट नाम है वो है शेख अली हुज वारी है ना दातागंज में नाउ अगेन ओरिजिन एंड ऑल इज नॉट इंपोर्टेंट कि सूफ का मतलब जो है ऊन होता है वूल तो वहां से सूफ जो है वर्ड जो आया है उसके मल्टीपल ओरिजिन हो सकते हैं ये सफा से भी हो सकता है कि प्योरिटी जो है डिपिक्ट करता है कि प्योर जैसा होता है साफ है बिल्कुल साफ सफा तो वहां से सूफ बना या फिर जो ऊन होता है तो वो लोग कुछ ऊन का पहने रहते थे तो ऊन को सूफ कहा गया है तो सूफी है ना कि हां भाई सूफी है ऐसा कुछ या फिर हो सकता है एक वर्ड है सोफिया राइट है ना व्हिच इज अबाउट अबाउट ज्ञान लव राइट है ना कि हां जो है सोफी लव के बारे में है या तो हां तो जो है लव तो हां तो उससे भी आ सकता है उससे भी आ सकता है तो हो सकता है मल्टीपल ओरिजिन वी आर नॉट वेरी शोर कि कहां से आए तो दैट इज आल्सो नॉट इंपोर्टेंट बाकी मैंने आपको बताया कि हां जो है यू नो किस तरीके का थॉट प्रोसेस है रोल ऑफ द खनका पर्सनल स्पिच लिटी सेल्फ रिलाइजेशन एक वर्ड है तवक तवक तवल मतलब क्या होता है कि हमें तवक पर विश्वास करना पड़ेगा कि भगवान ने या खुदा ने हमारे लिए कुछ सोचा है उसका कुछ प्लान है राइट हमें उसके ऊपर खुदा के ऊपर विश्वास करना होगा तो दीज आर द मेन प्रिंसिपल्स अब सूफीज के बारे में हमें जगह-जगह से पता चलता है कई सारी किताबें हैं कई सारे सोर्सेस हैं जहां से सूफियों के बारे में इस सूफी जो जो है सेंट है उनके बारे में पता चलता है जैसे कि ये किताब है मलफ उजक मलफ उजक तो ये शेख निजामुद्दीन औलिया की जो है यू कैन से कन्वर्सेशन है और इसे कंपाइल किया है अमीर हसन सिजी देहलवी ने राइट सिमिलरली मकतूब मकतूब चिट्ठियां है जो सूफी सेंट अपने डिसाइल्स को लिखा करते थे ना कि हां जो है यू नो ऐसा सोचो ऐसा करो तो दैट दोस चिट्ठियां आर बेसिकली मकतूब अब इसमें एक मकतूब इमाम रब्बानी है राइट है ना मकतूब इमाम रब्बानी इसमें पता चलता है हमको शेख अहमद सरहदी के बारे में नाउ दिस इज अ वेरी वेरी इंपोर्टेंट नेम रीजन कि ये अकबर के टाइम में है और ये अकबर की फिलॉसफी से खुश नहीं है अकबर जो है रिलीजियस टॉलरेंस की बात कर रहा था लिबरल जो है थॉट प्रोसेस की बात कर रहा था दीन इलाही की बात कर रहा था ये उससे खुश नहीं है ये उससे बिल्कुल भी खुश नहीं है तो यहां पर कंट्रास्टिंग व्यू हमें दिखाई देगा जब हम इसकी चिट्ठियां यहां प पढ़ते हैं सिमिलरली बहुत सारी बायोग्राफीज भी लिखी गई है सूफी सेंट्स की राइट तस्करा बोलते हैं इनको तस्करा तो जैसे कि एक तस्करा है सियार सिया उल औलिया ये लिखी है मीर खुर्द किरमानी ने राइट है ना तो इन्होंने चिस्ती जो सूफी है उनके बारे में लिखा हुआ है अकब उल अख्या ये लिखा है अब्दुल अब्दुल हका अब्दुल हक महदी देहलवी ने राइट है ना इसमें इसमें जो है हमें सूफी सेंट्स के बारे में पता चलता है प्लस जो उनके गाने हैं जो सूफी सोंग्स वगैरह हैं पोएट्री हैं उनसे काफी कुछ हमें उनके बारे में पता चलता है तो ये जो सूफी सेंट्स आए हैं ये इनके क्या है घराने हैं जैसे घराने होते हैं ना कि हां जो है एक एक सेगमेंट या स्कूल ऑफ थॉट ये है एक स्कूल ऑफ थॉट ये है एक स्कूल ऑफ थॉट ये है वैसे ही यहां पे क्या बोलते हैं सिलसिला है सिलसिला कि हां सिलसिला कैसे बनेगा कि मान लो मैं गुरु तुम मुझसे पढ़े तुम जो है कल को टीचर अगर बने बाय चांस राइट हैना मान लो तुम टीचर बने है ना तो तुम जो है मेरे स्कूल को बिलोंग करते हो राइट मेरी तरह हिस्ट्री पढ़ाओ ग फिर जो है अगर तुम्हारा कोई स्टूडेंट बना तो क्या होगा वो वो हमारे स्कूल को बिलोंग करता होगा वो इस श्रीवास्तव स्कूल या जो है अभिषेक स्कूल को बिलोंग करने लगेगा तो ऐसा सिलसिला बन जाएगा उसका जो स्टूडेंट होगा अब भाई मैं हजारों लोगों को पढ़ा रहा हूं कोई तो स्टूडेंट होगा जो बनेगा टीचर राइट ना मेरा मेरा जो है वली होगा वो मेरा जो है सक्सेसर होगा तो ऐसे ही उसका सक्सेसर होगा तो ऐसे सिलसिला चल पड़ेगा तो दिस इज नथिंग बट सिलसिला कि हां एक पीर के बाद उसका एक डिसाइल पीर बनेगा फिर उसका एक डिसाइल पीर बनेगा फिर उसका एक डिसाइल पीर बनेगा दिस इज सिलसिला तो ऐसे कुछ सिलसिले फेमस हैं राइट इतना ही नहीं है और भी है लेकिन हां हम कम से कम ये चार सिलसिले जानते हैं जिसमें जिसमें जो है सबसे ज्यादा फेमस जो है वो है चिस्ती सिलसिला चिश्तिया ऑर्डर तो चिस्ती है कद्र है सोहरा वादी है नक्शबंदी हैं सॉरी तो सबसे पहले चिस्ती की बात करते हैं चिस्ती ऑर्डर तो ये चिस्ती सिलसिला जो है ये बेसिकली आ रहा है 1206 के आसपास यहीं पे एंट्री हो रही है चिस्ती की तो डेल्ली सल्तनत के साथ ही सूफी मूवमेंट आया है ये बाकी चीजें जो चल रही थी भक्ति भक्ति जो है यू नो अभी साउथ इंडिया की तरफ महाराष्ट्र की तरफ चल रहा था अब यहां पर साथ में क्या आ चुका है साथ में साथ में सूफिज्म आ चुका है राइट तो नॉर्थ इंडिया में भक्ति भी पहुंचेगा और और सूफिज्म भी पहुंचेगा तो दोनों पैरेलल होंगे दोनों बिल्कुल बिल्कुल साथ होंगे यही कारण है कि नानक और कबीर स्पेशली कबीर कबीर के थॉट प्रोसेस में नॉन सेक्टयी ऑर्डर की बात करते हैं तो जैसा कि मैंने कहा कि हां ये स्लेव डायनेस्टी के साथ ही स्टार्ट होता है यहीं से कहानी चालू होती है तो चिस्ती ऑर्डर तो जो पहले सेंट है जो चिस्ती हैं राइट है ना चिस्स बेसिकली हेरात में एक जगह है राइट अफगानिस्तान में एक जगह है तो वहां पे ये ओरिजनेट हुआ था और इसीलिए इसका नाम चिस्ती है राइट ऐसा कोई कास्ट चिस्ती नहीं है तो चिस्ती के हैं तो चिस्ती है लखनऊ के हैं तो लखनवी हैं राइट हरियाणा के हैं तो हरियाणावी है तो वैसे ही ये चिश्ती है तो चिश्ती तो पहला जो नाम आता है वो मोईनुद्दीन का आता है ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती ये आए जो है अ डेल्ली सल्तनत के साथ आए रट घौरी के साथ आए और और जो है उस समय अजमेर प उन लोगों ने कब्जा कि किया था तो इनका जो सेंटर बना वो अजमेर था यस तो आज भी ख्वाजा जो है गरीब नवाज की जो दरगाह है वो बेसिकली ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है अब इन्होंने इन्होंने अपने दरगाह में अपने अपने जो है जो मुरीद थे इनके डिसाइल जो थे उनको म्यूजिक के बारे में बताया यहां पे और भी बहुत सारी बातें थी जैसे मेडिटेशन एंड ऑल सॉरी तो जो लोकल चीजें थी लोकल सोसाइटी में जो चीजें चल रही थी जैसे योगा मेडिटेशन म्यूजिक राइट है ना तो ये सारी चीजें भी इन्होंने इनकॉरपोरेट कर ली तो यहीं से यहीं से ये सिलसिला चालू हो गया एंड चिस्ती बिकम वेरी वेरी फेमस वेरी पॉपुलर लोकली सोसाइटी में भी काफी पॉपुलर होने लगे यस तो वन ऑफ द मोस्ट फेमस जो है सिलसिला इज चिश्ती सिलसिला अब इसमें बहुत सारे लोग हुए तो ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती तो पहले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती है फिर इनके जो डिसाइल है वो है कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी इन्हीं के नाम पे कुतुब मीनार बनवाया गया है तो कुतुब मीनार इन्हीं के इन्हीं को कमेमोरेट किया गया है तो सुल्तान क्या कोशिश करता है सुल्तान यह बताना चाहता है कि जो फला जो है यू नो सूफी सेंट है यह हमसे कनेक्टेड है ताकि लोग जो है उस सुल्तान को भी सपोर्ट करें तो तमेश ऐसा चाहते थे तो इसीलिए उन्होंने जो नाम है वह कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर कुतुब मीनार रखा था अब इनके एक फेमस डिसाइल है जिनका नाम है शेख फरीदुद्दीन गंज शकर तो शेख फरीदुद्दीन गंज शकर ये ये जो है जो है पंजाब साइड पॉपुलर है और इनको बाबा फरीद भी कहते हैं बाबा फरीद पंजाबी लिटरेचर में भी इन्होंने काफी कुछ कंट्रीब्यूट किया है और यही कारण है कि गुरु ग्रंथ साहिब में उनकी बहुत सारी जो जो कविताएं हैं वो इंक्लूड करी गई है उनके एक बहुत फेमस बहुत फेमस डिसाइल है जिनका नाम है शेख निजामुद्दीन औलिया उन्हीं के नाम प शेख जो है निजामुद्दीन औलिया करके रेलवे स्टेशन भी है राइट निजामुद्दीन की जो है दरगाह है वहीं पे स्टेशन के पास ही राइट है ना तो शेख निजामुद्दीन औलिया शेख निजामुद्दीन औलिया के दौर में राइट है ना ये दौर आप देखिए निजामुद्दीन औलिया 1238 से 1325 तो टिल 1325 यानी कि लेव डायनेस्टी हिलजी डायनेस्टी एंड तुगलक डायनेस्टी तीनों ही डायनेस्टी इन्होंने ऑब्जर्व करी है सात इन्होंने सुल्तान ऑब्जर्व करे हुए हैं तो निजामुद्दीन औलिया बहुत पॉपुलर थे बहुत ज्यादा पॉपुलर थे इन्हीं के एक बहुत फेमस जो है फॉलोअर है राइट ना वो सक्सेसर नहीं है फॉलोअर है उनका नाम है आमिर खुसरो पढ़ा था हम लोगों ने ऑलरेडी वो इन्हीं के जो है फॉलोअर है तो सूफी सेंट थे वो सूफी सेंट थे जो है ये नहीं कहा जाएगा कि यहां जो है वो चिस्ती सिलसिला के जो है वारिस बने राइट ना वली बने ऐसा नहीं हुआ राइट आमिर खुसरो फेमस है यस फिर इनके बाद एक दूसरा नाम आता है नसीरुद्दीन चिराग दिल्ली है ना तो शेख नसीरुद्दीन चिराग दिल्ली ही इज आल्सो फेमस यस ही इज आल्सो वेरी वेरी फेमस तो रोशन चिराग दिल्ली कहा गया है इनको तो दीज आर फ्यू फेमस सेंट्स ऑफ चिस्ती सिलसिला जो कि दिल्ली सल्तनत के पैरेलल हैं दिल्ली सल्तनत के कंटेंपरेरी राइट है ना आगे आगे भी एक नाम हमें सुनाई देता है हालांकि आगे बहुत ज्यादा हमें सेंट्स के नाम हमें नहीं दिखाई देते बिकॉज़ दे वर नॉट एज पॉपुलर लेकिन अकबर के टाइम में हम लोग बात कर रहे थे शेख सलीम चिश्ती की राइट जिससे उन्होंने ने जो है यू नो रिक्वेस्ट किया था कि मुझे एक बेटा चाहिए तो जहांगीर हुआ था तो वो भी यही चिस्ती सिलसिला था वो भी यही चिस्ती सिलसिला था इसके बाद जो है शेख निजामुद्दीन औलिया के बारे में मैंने आपको ऑलरेडी बताया राइट है ना सेम थॉट प्रोसेस प्लस दूसरा ऑर्डर है कद्र ऑर्डर कद्र तो उसके फॉलोअर हैं अब्दुल इसके फाउंडर है अब्दुल कादिर जीलानी अब्दुल कादिर जीलानी और देखिए अद्वैत में विश्वास रखते हैं कुछ लोग जो फेमस हैं वो है मियां मीर और मियां मीर और उनके बाद के जो डिसाइल हैं उन्हीं के टाइम में एंट्री होती है दारा शिकोह की दारा शिकोह तो सिंस इट्स अ वेरी लिबरल फॉर्म यही कारण है कि औरंगजेब दिखाएगा कि देखो दारा शिका जो है यू नो कद्र सेक्ट को फॉलो करते हैं राट ना ये जो है ऑर्थोडॉक्स इस्लाम को जो के खिलाफ जा रहे हैं इस्लाम के खिलाफ जा रहे हैं तो दारा शिको को मारा जा सकता है तो यहीं से वो सारे बहाने औरंगजेब के बनेंगे तो दारा शिको इसके मेंबर थे यस इसके आगे मॉडर्न इंडिया में हमें कुछ नाम सुनाई देते हैं जैसे कि फेमस नाम है हसरत मोहानी और मोहम्मद इकबाल ये भी कद्र या सेक्ट को बिलोंग करते हैं इसीलिए इनके कितने कदरदान हैं राइट है ना कि सारा जहां से अच्छा हिंदोस्तान हमारा राइट है ना तो चलिए तो खैर तो कद्र या तीसरा जो ऑर्डर है दैट इज सुरावा दी ऑर्डर सुहरावर्दी सुहरावर्दी तो सुहरावर्दी के जो फाउंडर है वो है शेख शहाबुद्दीन सोहरा वर्दी इन्हीं के नाम पे सोहरा वर्दी बट दिस इज नॉट इन इंडिया इंडिया में जो इसको लेकर आए हैं वो है बहाउद्दीन जकरिया तो बहाउद्दीन जकरिया इसको लेकर आए राइट नाउ सोहरा वर्दी और चिस्ती में एक बड़ा डिफरेंस है ये दोनों एक साथ ही है राइट दोनों एक साथ आए हैं कंटेंपरेरी है राइट तो एक तरफ चिस्ती चल चल रहा है और दूसरा लाहौर पंजाब साइड फिर दिल्ली साइड वी हैव सोहरा वर्दी डिफरेंस क्या है कि जो चिस्ती सिलसिला है वो गरीबी में विश्वास रखता है उसे कोई पैसा नहीं चाहिए राइट उसे कोई शानो शौकत नहीं चाहिए एशो आराम नहीं चाहिए तो इसीलिए वो ख्वाजा गरीब नवाज हैं राइट है ना वो पॉलिटिक्स से दूर रहना चाहते हैं उनको कोई मतलब नहीं है कि तुत मिश राजा बनेगा कि कौन बनेगा लोगों की सर्विस में विश्वास रखते हैं यस लेकिन जो जो सोहरा वादी ऑर्डर है राइट है ना सोहरा वादी तो नाम से ही थोड़ा शो ऑफ लग रहा है सोहरा वर्दी अगेन विद ऑल ड्यू रिस्पेक्ट हम खाली पढ़ने के लिए ऐसी बात कर रहे हैं तो सोहरा वर्दी दे बिलीव वेल्थ वेल्थ जो है एक्यूमेन सॉरी वो पॉलिटिक्स में भी इवॉल्व होते हैं वेल्थ जो मिलता है डोनेशन जो मिलता है उसमें भी जो है यू नो उसको भी जो है अमास करते हैं तो वो वेल्थ प्रोस्पेरिटी जो है इस चीज में विश्वास रखते हैं तो बड़ा कंट्रास्टिंग थॉट प्रोसेस है सोहरा वर्दी का और जो है आपके जो है चिस्ती का राइट चलिए चौथा जो ऑर्डर है दैट इज नक्शबंदी नक्शबंदी तो नक्ष बंदी ये बिल्कुल वैसे ही जैसे चिस्ती आए थे जो है गौरी के साथ वैसे ही बाबर के साथ आते हैं नक्शबंदी तो ख्वाजा बहाउद्दीन नक्शबंदी के नाम प नक्शबंदी है ये राइट इंडिया में अगेन इंडिया में जो है यू नो अच्छा बाय द वे माना जाता है कि ये प्योर इस्लाम के साथ जुड़ा हुआ है एंड एंड जो है अबू बकर अबू बकर जो है तो अबू बकर क्या है अबू बकर बेसिकली फादर इन लॉ है प्रोफेट मोहम्मद के माना जाता है कि ये उनसे कनेक्टेड है अबू बकर से कनेक्टेड हुए प्लस प्लस ये यहां पे क्या चाहता था कि अकबर जब लिबरल पॉलिसी प्रीच कर रहे थे राइट है ना उसी समय थे शेख अहमद सिर हंदी तो अकबर कह रहे थे कि हां जजिया वगैरह हटा देना चाहिए ये लोग कह रहे थे कि नहीं लगा देना चाहिए तो शेख अहमद सरहदी इ समवन जिनकी जो बातें है या जिनका जो थॉट प्रोसेस है वो अकबर से मैच नहीं करता उन्होंने अकबर के थॉट प्रोसेस को चैलेंज किया है तो ये नाम इंपॉर्टेंट हो जाता है ये नाम जो है सिर हंदी का नाम काफी इंपॉर्टेंट हो जाता है तो हमने चार ऑर्डर देखे एक चिस्ती और सुहरावर्दी जो कि डेल्ली सल्तनत के टाइम में इंपॉर्टेंट है और कदि और नक्ष बंदी किसके टाइम में इंपोर्टेंट है यह जो है मुगल्स के टाइम में इंपोर्टेंट है तो ये चार र्ड हमारे लिए इंपोर्टेंट थे बाकी स्टेट्स की बातें हमने ऑलरेडी कर ली भक्ति के साथ कंट्रास्टिंग है ये हमने ऑलरेडी बातें करी राइट सो दिस वाज दिस वाज योर भक्ति एंड सूफी तो अब हम लोग अपने आखिरी पड़ाव पे हैं अब हम बात करेंगे ट्रैवलर्स के बारे में कुछ ट्रैवलर्स का जिक्र हम ऑलरेडी कर चुके हैं कुछ ट्रैवलर्स जो है यहां पर हम और जोड़ेंगे एक बार देखेंगे अभी कि कौन-कौन से ट्रैवलर्स हैं आइए बात शुरू करते हैं तो नाउ तो ट्रैवलर्स जो है अ हमारे मिडिवल इंडिया में कई सारे ट्रैवलर्स हैं राइट एंड लेट्स टॉक अबाउट फ्यू इंपोर्टेंट ट्रैवलर्स राइट जो कि हमारे एग्जामिनेशन में भी आ सकते आइए बात शुरू करते हैं तो बात शुरू करते हैं अल बिरनी से अल बिरूनी तो अल बिरूनी जो है गजनी गजनी से एसोसिएटेड है है ना कि हम महमूद और गजनी की बात कर रहे थे तो इट इज एसोसिएटेड विद महमूद अ गजनी तो ये ख्वारिज्म को बिलोंग करते हैं इनका इनका जो ओरिजिन है वो है ख्वारिज्म राइट है ना तो व्हिच इज इन उज्बेकिस्तान अ उज्बेकिस्तान लगेगा कुछ ये सो नाउ तो नाउ तो जब जो है गजनी ने उज्बेकिस्तान एक्वायर किया तो ये अलबरूनी भी उनको मिल गए अलबेरूनी से मुलाकात हुई अब अलबेरूनी काफी टैलेंटेड आदमी है राइट अलबेरूनी बहुत सारी भाषाओं के ज्ञानी है सीरिया अरेबिक पर्शियन हिब्रू एट्स तो बहुत सारा ज्ञान है उनके पास और बहुत सारी जो है बहुत सारी जो है सब्जेक्ट्स में भी जो है एक्सपर्ट हैं जो है आपके रिलीजन में फिलॉसफी में मैथ में गणितज्ञ भी है बहुत बड़े ये राइट है ना तो हां तो जो है जब जब जब गजनी ने पंजाब साइड पूरा कब्जा कर लिया तब इनको मौका मिल गया इंडिया में उस पूरे इलाके में घूमने का तो ये घूमने लगे पंजाब के आसपास पूरे में और जो है वहां के ब्राह्मण वहां के जो है पंडितों से मिलने लगे और इन्होंने सीखी संस्कृत तो संस्कृत सीखी इन्होंने तो संस्कृत जब इन्होंने सीखी तो पहली बात तो इन्होंने कहा कि जो है बहुत टफ लैंग्वेज है भाई संस्कृत राइट और इवेंचर तो यह कहानी कहानी है आपकी कहां की ये कहानी है 1000 पे राइट है ना ये 1000 पे कहानी है सी जोन में कि क्लोज टू 1000 यहां पे जो है अल बिरूनी आए अल बिरूनी एंड ही इज एसोसिएटेड विद महमूद अ गजनी गजनी के साथ जो है एसोसिएटेड है तो अल बिरनी तो नाउ तो अल बिरनी तो अल बिरनी जो है इंडिया घूम रहे हैं इंडिया के बारे में इने काफी कुछ पता चल रहा है इनफैक्ट ही इज द वन जिन्होंने जिन्होंने जिक्र किया था जिन्होंने बताया था किसके बारे में सोमनाथ मंदिर के बारे में भी जिक्र किया हुआ है इसकी प्रोस्पेरिटी के बारे में जिक्र किया है जो कि जो कि जो है गजनी के कानों तक बात पहुंच गई थी तो खैर तो जब इन्होंने यहां संस्कृत वगैरह सीखी तो उसके बाद इन्होंने जो फाइनली एक किताब लिखी किताब अल हिंद तो किताब उल हिंद यानी भारत के ऊपर एक किताब लिखी इन्होंने किताब उल हिंद तो हिंद वर्ड जो है हिंद वर्ड जो है अरब साइड में यूज किया जाता था कि इंडस नदी के उस साइड जो लोग रहते हैं उन्हें हिंद कहा हिंदू कहा जाता है इस इलाके को हिंद कहा जाता है राइट ये धर्म के कांटेक्ट में यूज़ नहीं होता था ये बेसिकली ज्योग्राफिकल एंटिटी के रूप में यूज़ होता था तो इन्होंने काफी कुछ नोटिस किया इंडिया में और उसके बेसिस पे इन्होंने कुछ-कुछ ऑब्जर्वेशन अपनी इस किताब में दिया है अच्छा एक यूक्लिड की मैथमेटिक्स की किताब है जो कि इन्होंने ट्रांसलेट करी थी संस्कृत में राइट अपनी टूटी फूटी संस्कृत में जो भी इन्होंने ट्रांसलेशन किया हो यस दूसरा जो इनके बारे में फेमस है कि जो जो है पतंजलि ने किताब लिखी है ग्रामर के ऊपर जो कि बेसिकली जो है अष्ट धय का जो जो है कमेंट्री है है ना तो अष्ट दय प कमेंट्री लिखी थी किसने पतंजलि ने उसके ऊपर उसका ट्रांसलेशन ऑ बेसिकली उसके ऊपर किताब लिखी है किसने जो है अल बिरूनी ने तो नाउ तो अलबरूनी अल बरूनी जो है यू नो दिस इज अरबी टेक्स्ट और अल बिरूनी काफी सारी बातें बताते हैं जिसमें एक बात इन्होंने ऑब्जर्व करी कि इंडिया का कास्ट सिस्टम तो कास्ट सिस्टम के बारे में इनका कुछ ऑब्जर्वेशन है कि कास्ट सिस्टम वैसा ही है जैसा और देशों में होता है जैसा इजिप्ट वगैरह में था या फिर जो है उधर अरब के इलाकों में था तो सिस्टम इन्होंने कहा कि कुछ वैसा ही कास्ट सिस्टम है दूसरा इन्होंने जो है दूसरी जो बात इन्होंने नोटिस करी कि पोल्यूशन है कि हां कास्ट सिस्टम में या हिंदुइज्म में बात करी गई है कि कुछ चीजों से जो है आदमी पोल्यूटर जाता है पोल्यूशन हो जाता है कहता है ये बात ठीक नहीं है रटना ये कांसेप्ट ठीक नहीं है दूसरा अंत्याजा अंत जय जो कि बेसिकली जो है अंत जय जो अंत में रहते हैं राइट है ना उनको तो उनको उन्होंने कहा कि हां दे वर आउटसाइड द सिस्टम बट आल्सो दे प्रोवाइड चीप लेबर जिसकी वजह से इकॉनमी में इनका अच्छा खासा कंट्रीब्यूशन है तो ऐसा इन्होंने बताया राइट है ना तो ये कुछ बातें जो है अल बूनी ने जिक्र करी थी यस तो दिस इज अल बूनी किताब उल हिंद इसके बाद जो दूसरे दूसरे ट्रैवलर है ये है इब्न बतूता इब्न बतूता तो इनके बारे में मैंने आपको पहले बताया था कि इब्न बतूता किसके टाइम में आए हैं हमारे सनकी राजा के टाइम में तो इब्न बतूता तो इब्न बतूता की एंट्री हो रही है इब्न बतूता समवेत लिख सकते हैं राइट ना कि वी हैव इब्न बदूता राइट क्लोज टू 1330 प्लीज कि वी हैव इब्न बतूता तो इब्न बतूता बेसिकली मोरक्को ट्रैवलर है राइट है ना कहां से है ये मोरक्को से है इसको आगे लेके चलते हैं तो ही इज अ मरक्कन तो मोरक्को से हैं ये एंड ऐसा नहीं कि ये खाली इंडिया घूमे ये ये बहुत सारे देशों में घूमे हुए हैं तो इनके मल्टीपल मल्टीपल जो है यू नो एक्सपेडिन मल्टीपल एक्सपेडिन इधर भी घूमे हुए हैं इधर भी जो है पता नहीं कहां कहां गए हुए हैं राइट है ना इधर इधर जो है इधर अफ्रीका वगैरह सब इन्होंने टहला हुआ है और फिर ये घूम घाम के इंडि पहुंचे य घूम घाम के इंडिया पहुंचे तो ये सिंध इलाके में कहीं पहुंचे थे तो जब सिंध इलाके में पहुंचे तो इन्होंने नाम सुना किसका नाम सुना इन्होंने तुगलक का कि मोहम्मद बिन तुगलक जो है पढ़े लिखे लोगों को बड़ा जो है इज्जत देता है तो ये भी बड़े ज्ञानी आदमी थे तो इन्होंने कहा कि जो है यू नो आपसे मिलते हैं राइट है ना तो मोहम्मद बिन तुगलक से मिलते हैं तो जब मोहम्मद बिन तुगलक से इनकी मुलाकात हुई राइट है ना 1333 समवेत पहुंचे थे ये तो हां तो जब ये मोहम्मद बिन तुगलक से मुलाकात हुई तो मोहम्मद बिन तुगलक खुश हो गया राइट कहता हमारे यहां काम करो काजी बन जाओ तो इनको काजी की तरह हायर कर दिया तो काफी लंबा समय इन्होंने यहां पे काजी की तरह बिताया है लेकिन सनकी आदमी है एक बार कुछ बहस हो गई उठा के जेल में डाल दिया राइट है ना तो काफी टाइम जेल में भी रहे बेचारे लेकिन फिर एक बार क्या हुआ कि मोहम्मद बिन तुगलक को चाइना को भेजना था एंबेसडर राइट ना कि किसी को भेजना था कि जाओ चाइना जाओ तो लोगों ने सलाह दी कि भाई ये आदमी ठीक है राइट है ना इसका जो जूता है चुर चुर करता रहता है तो इसी को भेज दो तो इसको जो है भेजने की सलाह मिली तो उन्होंने जेल से निकाला पूछा जाओगे क अरे बिल्कुल चले जाएंगे क्या ही है राइट है ना तो हां तो इन्होंने कहा कि हम चले जाएंगे लेकिन हमारी एक विश है जाने से पहले थोड़ा घूम के जाएंगे क अच्छा ठीक है जाओ घूम के जाओ तो ये घूम के निकले राइट तो लेट मी शो यू कैसे घूम गए ये तो हां तो जो है दिल्ली के आसपास ये थे पहले ये नीचे दौलताबाद वगैरह भी गए हैं है ना जो है साउथ घूमे हैं है ना इधर श्रीलंका भी घूमे हैं इधर मलडी भी घूमे हैं फिर जो है घूमते हुए बंगाल भी गए हैं उसके बाद इधर जो है बाजी घूमते हुए इंडोनेशिया घूमते हुए पहुंचे ग्वांग झाव राइट है ना ग्वांग झाव है ना बीजिंग तक पहुंच गए ये शायद शायद ये बीजिंग तक पहुंच गए और उसके बाद फिर अपना वापस चले गए घर तो इस तरीके से चाइना भी इन्होंने घूम लिया राइट है ना तो हां तो अच्छा खासा घूमे फिरे हैं लोग अच्छा खासा घूमे फिरे हुए हैं और इनको कंपेयर किया जाता है वन ऑफ द क्लासिकल ट्रेवलर मार्को पोलो तो मार्को पोलो के बारे में मैंने आपको बताया था कि हां जो है जो है पांड्या के टाइम में या फिर जो है आप कहिए तो कातिया के टाइम में राइट रुद्रमा देवी के ठीक बाद वी हैड मार्कोपोलो तो उनकी कहानी मैंने आपको बताई थी तो उनसे कंपेयर किया जाता है कि ही इ ही इज सिमिलर टू मार्को पोलो ऑफ वेनिस राइट है ना तो हां तो इनके भी कुछ-कुछ ऑब्जर्वेशन है इनके कुछ-कुछ ऑब्जर्वेशन तो हमने रूट की बात करी दौलताबाद वगैरह इन्होंने देखा है इनका एक ऑब्जर्वेशन है दिल्ली के बारे में कि दिल्ली एक तो काफी काफी बड़ा शहर है राइट है ना बढ़िया शहर है और दिल्ली में इन्होंने नोटिस किया कि हां कई सारे बड़े-बड़े दरवाजे हैं 28 दरवाजों की इन्होंने बात करी है जैसे कि एक दरवाजा है बदायूं दरवाजा एक है मांडवी दरवाजा मांडवी दरवाजे में कह रहे हैं कि हां बाहर अंदर जो है पूरी ग्रेन मार्केट लगी हुई है प्लस एक गुल दरवाजा है गुल दरवाजा राइट है ना तो इस तरह के दरवाजों की उन्होंने बात करी बड़े शहर की बात करी दूसरा दौलता बाद गए थे तो कह रहे ये भी दिल्ली ऐसा ही है राइट है ना बढ़िया शहर है बड़ा शहर है है ना पूरी तरह अर्बन है तो बड़ा अच्छा शहर इनको लग रहा था एक और बात इन्होंने शहरों में इन्होंने नोटिस करी कि हम लोग जैसे मार्केट जाते हैं फॉर एग्जांपल आप मॉल जाते हैं तो मॉल में शॉपिंग का पूरा इंतजाम है बट उसके अलावा जो है उसके अलावा रेस्टोरेंट्स हैं रेस्टोरेंट में लाइव म्यूजिक चल रहा है रा डांस हो रहा है हां तो ये भी उन्होंने नोटिस किया कि वहां के जो जो बाजार हैं वो भी इकोनॉमिक हब की तरह है वहां पे वहां पे प्रेयर का भी इंतजाम है कि वही मस्जिद है मंदिर है राइट है ना वहां पे लोग विजिट कर रहे हैं प्लस जो जो रेस्टोरेंट्स हैं उसमें लाइव म्यूजिक चल रहा है डांस हो रहा है तो यह सारी चीजें भी उन्होंने नोटिस करी तो यह थोड़ा उन्होंने जो है बताया कि प्रोस्पेरिटी जो है शहरों में क्या है शहरों में प्रोस्पेरिटी जो है एजिस्ट करती है प्लस इंडियन एग्रीकल्चर के बारे में उन्होने नोटिस किया कि साल में दो बार यह लोग क्रॉप उगाते हैं बहुत बढ़िया है भाई रटना की खेती बहुत बढ़िया है दो बार ये लोग खेती कर रहे हैं शहर में रटना ये उनका नोटिस है प्लस उन्होंने नोटिस किया कि भाई जो है जो जो ट्रेड नेटवर्क है अपना वो भी बड़ा सॉलिड ट्रेड नेटवर्क है और जगह-जगह हाउस एजिस्ट करते हैं जो है आपके ढाब एजिस्ट करते हैं इंस एजिस्ट करते हैं तो टहलना बड़ा आसान है यहां पे घूमना बड़ा आसान है उनको घूमना अच्छा लगता था तो उनको ये सारी बातें जो है इंडिया की काफी अच्छी लग रही है प्लस पोस्टल सिस्टम की हम बात कर रहे थे कि हां घोड़े पे भेजा जा सकता है एक पैदल भी भेजा जा सकता है तो पोस्टल सिस्टम कम्युनिकेशन के बारे में उन्होंने बताया है प्लस उन्होंने सोसाइटी के बारे में बताया कि स्लेवरी है ना तो सोसाइटी के बारे में बताया कि यहां जो है स्लेवरी वगैरह जो है इंडिया में एजिस्ट करती है ओपन बाजार में सेव को भेजा जा रहा है राइट तो सेवरी एंस इंडिया से इंडिया में है है ना ऐसा कोई चौका देन वाली बात नहीं है राइट है ना तो हां तो ये सारी बातें उन्होंने यहां पर बताई है अबाउट इंडिया तो हमें इकोनॉमिक इनसाइट भी दी है कल्चरल इनसाइट भी दी है टाउंस के बारे में बताया है स्पेशली दिल्ली और दौलताबाद राइट है ना प्रोस्पेरिटी वगैरह के बारे में इन्होंने बताया है तो इब्न बतूता तो ये दो ट्रेवलर हमारे इंपॉर्टेंट है दिल्ली सल्तनत के अब दो ट्रैवलर्स की और बात करते हैं एक है फ्रैंक वाई बर्निया फ्रैंक वाय तो इनका नाम ही क्याह रहा है ये फ्रांस से आया है आदमी राइट तो ये जो दो ट्रेवलर है हम बात करने जा रहे हैं ये मुगल एंपायर के टाइम में राइट दिस इज मुगल अंपायर और ये एंट्री कर रहे हैं समवेल अराउंड 1650 शाहजहां के टाइम में और शाहजहां के बाद औरंगजेब राइट तो उस दौर में ये एंट्री कर रहे हैं कि शाहजहां का राज्य ऑलमोस्ट खत्म हो रहा है औरंगजेब का शुरू हो रहा है राइट उस द दौर में एंट्री हुई किसकी फ्रैंको ई ब बर्नियर तो फ्रैंक ई बर्नियर तो इन्होंने किताब लिखी है ट्रेवल्स इन द मुगल अंपायर कि मैं मुगल अंपायर में घूम रहा है और मुझे क्या-क्या यहां पे दिखाई दे रहा है ये सारी बातें इन्होंने यहां पे लिखी है तो फ्रांस है डॉक्टर हैं पॉलिटिकल फिलोसोफर हैं हिस्ट्री वगैरह भी लिखते हैं भाई तो या तो मुगल अंपायर में 12 साल इन्होंने कुछ यहां पे स्पेंड किए हैं एंड ही वाज एसोसिएटेड विद दारा शिको तो माना जाता है कि दारा शिको से इनकी बहुत अच्छी मित्रता है और ये औरंगजेब को बहुत ज्यादा पसंद करते नहीं थे लेकिन जब दारा शिखो नहीं रहे तो हां तो औरंगजेब के साथ भी रहे ये राइट है ना तो हां तो इन्होंने कुछ-कुछ बातें इन्होंने नोटिस करी इन्होंने क्या नोटिस करा अच्छा पहली बात समझो कि ये औरंगजेब का दौर है औरंगजेब के दौर में इकॉनमी ऑलरेडी डिक्लाइन हो रही थी चीजें खराब हो रही थी जब चीजें खराब हो रही थी तो हां तो विजुलाइज हो रहा था दिखाई दे रहा था कि हां भाई जो है यू नो गरीबी है पैसा नहीं है तो वही चीजें इन्होंने यहां पर नोटिस करी हैं फॉर एग्जांपल इनका कहना है कि हां जो ईस्ट है राइट यानी जो इंडिया है वो काफी डिजनरेट हो रहा है यहां पे काफी डिक्लाइन हो रहा है और यूरोप से अगर हम कंपेयर करें फ्रांस वगैरह से कंपेयर करें तो यूरोप काफी आगे है और इंडिया काफी लैग बिहाइंड कर रहा है तो कहीं ना कहीं ये फिलॉसफी जो है यू कैन से दे रहे हैं यूरोप में कि इंडिया में इंडिया में थोड़ी प्रॉब्लम है थोड़ा पीछे चल रहा है इंडिया राइट है ना प्लस प्लस इन्होंने दूसरी चीज जो नोटिस करी है वो महिलाओं के बारे में नोटिस करी है कि हां ट्रीटमेंट ऑफ वुमेन स्टेटस ऑफ वूमेन इंडिया में अच्छा नहीं है सती प्रथा वगैरह चल रही है सारी बातें उन्होंने करी कह रहे हैं कि ठीक है इंडिया जो वुमेन है इंडिया में वो बाहर जाती है काम करती है सारी चीजें ठीक हैं लेकिन स्टिल स्टिल स्टेटस ऑफ वुमेन यहां पर बहुत अच्छा नहीं ऐसा यूरोप में भी कोई बहुत अच्छा तो नहीं था लेकिन स्टिल जो है कंपैरेटिव उसको यूरोप में डेफिनेटली अच्छा लग रहा है अच्छा था भी अगर कंपेयर किया जाए तो एक और चीज उन्होंने नोटिस करी कि हां जो है प्राइवेट ओनरशिप ऑफ द लैंड यहां पर एजिस्ट नहीं करती यानी आदमी की ओनरशिप ये जमीन मेरी है राइट ये ओनर नहीं ये जो है एजिस्ट नहीं करती व्हिच इज राइट एज वेल गलत नहीं कह रहा वो देखो क्या होता था जमीन पे हर किसी का क्लेम होता था कि राजा का जो क्लेम है उसका शेयर पे क्लेम है जो किसान का क्लेम है वहां पे खेती करने का क्लेम है जो जमींदार का क्लेम है उसका भी जो है इंश्योर करने का क्लेम है कि हां यहां पे खेती होती रहे उसको भी थोड़ा सा उसमें में शेयर मिलेगा तो जमींदार भी छोटे राजा की तरह है लेकिन जमीन जो है यू नो किसी की प्रोप्रेस है ऐसा नहीं है तो लैंड ओनरशिप एजिस्ट नहीं करती ऐसा इन्होंने यहां पर नोटिस किया यही कारण है कि आगे जाके यूरोप में ये फिलॉसफी जो डेवलप हुई ओरिएंटल डिस्पो इज्म की तो ओरिएंटल वर्ल्ड जो है डेजिग्नेट करता है डिपिक्ट करता है इंडिया साइड या ईस्ट साइड के जो लोग हैं यहां के थॉट प्रोसेस हैं फिलॉसफी है उसको ओरिएंटल टर्म्स में डाला जाता है ओरिएंटल राइट है ना तो ओरिएंटल तो ओरिएंटल की बात इन्होंने करी यहां जो है तो मैंने आपको बताया कि वूमेंस रोल यहां पे जो है खराब है राइट या स्टेटस स्टेटस के बारे में बताया लैंड ओनरशिप हमने बात करी प्लस हम बाकी सोसाइटी की बात कर रहे हैं कि हां जो है कंट्रास्ट करके देख रहा है हां यहां की सोसाइटी और वहां की सोसाइटी प्लस प्लस जो है ओरिएंटल डिस्पो इज्म मैं कह रहा हूं कि ओरिएंटल डेस्प्रिंग बोले तो जो उसका मन होगा वो करेगा है ना अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकता है तो डिस्पो इज्म तो ये जो थॉट प्रोसेस यूरोप में हमारे बारे में ये जो गलतफहमी यूरोप में हमारे बारे में जगी ग्रो हुई वो कहीं ना कहीं इससे कनेक्टेड है तो ये जो है फ्रेंक वाई बर्नियर ने है ना तो ये कुछ जला दिया इन्होंने तो नाम ही इनका बर्नियर है तो फ्रांस के हैं और बर्नियर हैं तो ये बात इन्होंने यहां पे कुछ रख दी दूसरा दूसरा एक और चीज जो उन्होंने नोटिस करी कि हां जो है मैन्युफैक्चरिंग डिक्लाइन कर रहा है और क्योंकि इकॉनमी में कोई बहुत ज्यादा पैसा नहीं है तो स्पेशलाइजेशन ऑफ क्राफ्ट जो है कि हां अगर मैं कुछ हैंडीक्राफ्ट बनाऊंगा तो मुझे कुछ बहुत इंसेंटिव नहीं मिलेगा मैं कुछ अच्छा काम करके दूंगा तो मुझे कुछ उसके बहुत अच्छे पैसे नहीं मिलेंगे तो इन्होंने नोटिस किया कि हां जो है यहां पे जो आर्टीजन है जो हैंडीक्राफ्ट बना रहा है कपड़ा बना रहा है सिल्क का कपड़ा बना रहा है चिकन का कपड़ा बना रहा है उसको इंसेंटिव मिल रहा है उसको बढ़िया इंसेंटिव फायदा यहां पर नहीं मिल रहा है हालांकि मर्चेंट कम्युनिटी उन्होंने नोटिस किया कि जो बिजनेस में है वो फायदे में है पैसा भी है प्रॉस्परस भी है राइट व्हिच इज फाइन प्लस प्लस इन्होंने ये भी नोटिस किया कि हां इंडिया का ट्रेड अभी भी ठीक-ठाक है सही चल रहा है और बहुत सारा प्रेशियस मेटल जैसे कि सोना चांदी इंडिया की तरफ आता है आता ही था राइट है ना क्योंकि समझो इस दौर में क्या हो रहा था यह बात मॉडर्न इंडिया में कनेक्ट होगी इस दौर में पोर्तुगीज हैं इस दौर में जो है अंग्रेज हैं और जो हमसे ट्रेड कर रहे हैं हमारे पास माल बहुत बढ़िया है और बदले में वो हमको सोना चांदी दे रहे हैं तो प्रेशियस मेटल फ्लो कर रहा है हमारी तरफ यस यूरोप से ऐसा बहुत सारा सोना चांदी हमारी तरफ फ्लो कर रहा है यह बात उसने हमको बताई राइट है ना इसके अलावा इसके अलावा अर्बन पॉपुलेशन उसने बताया कि हां ऑलमोस्ट 15 पर के आसपास है राइट है ना जो है जो कि वेस्टर्न यूरोप से अगर कंपेयर किया जाए तो कंपैरेटिव ठीक है अच्छा नंबर है कि यहां 17 पर अगर 15 पर अगर जो है अर्बन पॉपुलेशन है व्हिच इज अ गुड नंबर ऐसा भी उसने यहां पर नोटिस किया कि यहां वेस्टर्न यूरोप जो है या वेस्टर्न यूरोप से ज्यादा है यस एक और चीज जो उसने नोटिस करी वो था कैंप टाउन कैंप टाउन कैंप टाउन बोले तो कि हां लेट्स से औरंगजेब किसी जगह प गया राइट कैंप लगाया तो ये बिल्कुल क्या बन गया टाउन बन गया राइट हैना टाउन बन गया इस तरीके के कैंप टाउन एजिस्ट करते हैं कि कहीं पे कुछ कैंप लगा है कोई कुछ दिन का काम है तो वहां पे टाउन जैसा क्रिएट हो गया कल को औरंगजेब यहां से चला गया तो टाउन डिक्लाइन हो गया ये दिखाता है कि टाउन सेल्फ सस्टेन नहीं कर पा रहा है यानी कि यानी कि मैन्युफैक्चरिंग में इशू है यानी कि ट्रेड जो है उतना बढ़िया वेल कनेक्टेड नहीं है एफिशिएंसी ट्रेड में नहीं है तो ये उसने नोटिस करी बात यहां पे राइट है ना तो कैंप टाउंस का भी जिक्र किया है यस तो मैन्युफैक्चरिंग डिक्लाइन हो रही है मर्चेंट क्लास भले बढ़िया हो लेकिन फिर भी मैन्युफैक्चरिंग बहुत बढ़िया नहीं चल रही प्लस कैंप टाउंस का जिक्र किया है कैंप टाउंस कि यहां कई तरीके के टाउंस हो सकते हैं राइट है ना कि मैन्युफैक्चरिंग सेंटर हो सकता है ट्रेड हब हो सकता है पोर्ट हो सकता है सीक्रेट साइट हो सकती है इस तरीके के कई सारे जो है कैंप टाउन एजिस्ट करते हैं ऐसा उसने यहां पर नोटिस किया तो फ्रैंक कोई बर्नियर जो है यू नो 1600 60 के आसपास 1650 के आसपास इस तरह की इंडियन इंडिया के बारे में एक फिलॉसफी सेट कर पाया जो कि इवेंचर रहा है लेकिन हां ऐसी फिलॉसफी हुई हमारे बारे में कि हमारे यहां जो है चीजें अच्छी नहीं चल रही है ऐसा कुछ उसने वहां पे जो है एस्टेब्लिश किया नाउ द लास्ट जीन जीन बापट टव नियर राइट जीन बापट ट्राव निया तो जीन बाप्त ट्राव निया नाउ ही ही आल्सो अराउंड कमिंग अराउंड 1666 राइट 1666 इ अगेन औरंगजेब तो ट्रैवल नियर तो नेक्स्ट जो ट्रैवलर है एक हमने बात करी फ्रेंक वाई की फ्रेंक वाई एक है बर्नियर और एक है ट्राव नियर यह भी औरंगजेब के टाइम में आए यह भी देखो औरंगजेब के टाइम में आए हैं अब ये क्या है ये मर्चेंट आदमी है ये बेसिकली जेम वगैरह में डील करता है सो ये जो है हीरे जवाहरात इन सब चीजों में डील करता है तो ये यही सब ढूंढने इंडिया आए तो जम ट्रेडर है ट्रेवलर है राइट है ना तो हा तो एक ब्लू डायमंड ट्रेनियर ब्लू डायमंड बेसिकली जो है इसने ये पाया है 1666 में जिसके लिए बेसिकली ये फेमस है रटन ब्लू डायमंड आल्सो ऐसा मांग माना जाता है कि वो ब्लू डायमंड बहुत कर्स डायमंड है राइट है ना बट चलो छोड़ो उसमें नहीं जाते राइट है ना तो हां तो ये इंडियन डायमंड माइंस वगैरह जो भी इसने पता करा कि हां स्पेशली साउथ इंडिया वगैरह में जो भी माइंस वगैरह है उसने उनकी डिटेल दी तो ये सारा जो है उसने डायमंड बिजनेस वगैरह के बारे में काफी कुछ उसने डिटेल बताई है और जो है बताया है कि कहां पे मिलता है क्या मिलता है समथिंग तो ओवरऑल कुछ छह बारही आया है ये समान मान खरीदने राइट है ना तो दज वर फ्यू ट्र वलर्स कुछ हमने पहले भी बात करी हुई है फॉर एग्जांपल ज हम लोग राज कुटासिंघा इवन बतूता हमने पहले बात करी थी फिर से हमने जिक्र किया देवराया टू के टाइम में निकोलो कोंटी आए हुए हैं निकोलो कोंटी इनफैक्ट ये दोनों के टाइम में देवराया वन के टाइम में भी है और टू के टाइम में भी है अब्दुल रज्जाक समरक ी के बारे में मैंने बताया था आपको राइट देवराय टू के टाइम में आए हुए हैं सिमिलरली बहामानी के टाइम में देयर इज अ ट्रेवलर कॉल्ड अल्फांस निकितन राइट ये बीदर के बारे में बताएगा कि बीदर कितना बढ़िया जो है शहर है तो बीदर के बारे में तो दिस इज अ रशियन रशियन निकितिन इज रशियन राइट है ना तो इकलौता रशियन है ये इस पूरी लिस्ट में आल्सो लिस्ट नोटिस करो काफी लंबी लिस्ट है जो है जो है इस जमाने में मेडिएबल में जो कि आ है सिमिलरली विजयनगर में जो है क्योंकि पोर्तुगीज से दोस्ती हो गई थी कृष्णदेवराया की तो बहुत सारे पोर्तुगीज ट्रेवलर हैं फॉर एग्जांपल द आरते बर्बो है डोमिनिक पेस हैं ये ये बेसिकली विजयनगर के बारे में बता रहे हैं कि हां कितना स्ट्रांग है अर्बन एरिया है तो जो हम लोग अर्बनाइजेशन के बारे में बात करते हैं विजयनगर में प्लस अकबर के टाइम में मोनस राते हैं राइट स्पेन से हैं देन देर इज शाहजहां पीटर मुंडी ट जीन बाप्त एंड फ्रैंक आई बर्नियर की हम लोगों ने ऑलरेडी बात करी तो मोस्टली वी हैव कवर्ड राइट है ना ठीक है हर किसी के बारे में भी नहीं जानना है लेकिन आप मोस्टली जो है यू नो वी हैव कवर्ड ट्रैवलर्स राइट है ना सो दिस वाज ऑल अबाउट दी क्रैश कोर्स ऑफ मिडिवल इंडिया राइट है ना मैंने थोड़ी स्पीड हाई रखी है रीजन बिकॉज़ हमें बहुत मैं बहुत सारे फैक्ट्स कवर करना चाहता था राइट ना काफी सारी चीजें कवर करना चाहता था तो आप बुक पढ़ेंगे तो भी आप नोटिस करेंगे कि हां जो है मैंने रेयर ही कुछ यहां पे स्किप किया है तो हमने गागर में सागर भरने की कोशिश करी है 9 घंटे का कुछ कोर्स है ये राइट है ना तो हां तो जो है अ यू नो कोशिश है मेरी कि हां ये इसका आरओ आई बहुत ही हाई हो तो मेरे हिसाब से जो है यह कोर्स ऐसा है कि हां आपको काफी हेल्प करेगा इस पूरे इस पूरे मेडिकल इंडिया को समझने में आप इसे रिवाइज भी कर सकते हैं आप इसे शुरुआत भी कर सकते हैं ऑलरेडी पढ़ा है तो भी अच्छा है राइट है ना यहां से और पढ़ना चाहते हैं और भी पढ़ सकते हैं बट हालांकि क्योंकि वैल्यू ऑफ मेडिएबल इंडिया कम है जो है इन यूपीएससी तो हम इतना भी पढ़ लें और अगर लेट्स से उड़ान पे रिलाई कर ले दिस इज आल्सो वेरी गुड रटना काफी अच्छा सॉल्यूशन है मेबल के लिए बहुत ज्यादा इसमें रिसर्च करने की जरूरत नहीं है प्लीज डू लेट मी नो द कमेंट सेक्शन कि हां ये जो कोशिश करी है मैंने राइट है ना क्या यह आपको समझ में आया क्या इससे आपकी मदद हुई व्हाट एवर योर फीडबैक इज डू लेट मी नो इन द कमेंट सेक्शन एंड एंड मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी तैयारी अच्छी चलेगी बाकी जो है पढ़ते रहेंगे आप मेहनत करते रहेंगे तो बेस्ट ऑफ लक फ्रॉम माय साइड राइट फिर मिलेंगे अगले वीडियो में एंड जय हिंद जय भारत