साइकॉलोजी की किताब Cicerelli - अध्याय 1 नोट्स
परिचय
- स्वागत है, आज हम Cicerelli की किताब पर चर्चा करेंगे।
- यह किताब साइकॉलोजी पर आधारित है और इसमें 15 अध्याय हैं।
- आज हम अध्याय 1 से शुरू करेंगे: "साइंस ऑफ साइकॉलोजी"।
किताब की जानकारी
- यह किताब 5वीं संस्करण में है।
- अगर किसी के पास किताब नहीं है, तो ई-पुस्तक या PDF शेयर करने का प्रस्ताव।
साइकॉलोजी का परिभाषा
- साइकॉलोजी एक वैज्ञानिक अध्ययन है।
- यह मानसिक प्रक्रियाओं और व्यवहार का अध्ययन करती है।
- भ्रम: साइकॉलोजी केवल मन पढ़ने या विचार डालने के बारे में नहीं है।
मानसिक प्रक्रियाएं और व्यवहार
- मानसिक प्रक्रियाएं गोपनीय (covert) होती हैं, जो आसानी से देखी नहीं जा सकतीं।
- व्यवहार प्रकट (overt) होता है, जिसे देखा जा सकता है।
साइकॉलोजी का इतिहास
- प्रारंभिक दार्शनिक:
- प्लेटो, अरस्तू, और डिकार्टेस ने मानव मन और शरीर के संबंध पर विचार किए।
- अध्याय 1879:
- साइकॉलोजी का औपचारिक आरंभ।
- विल्हेम वुंड ने जर्मनी में पहली प्रयोगशाला स्थापित की।
- वुंड को "साइकॉलोजी का पिता" माना जाता है।
- एडवर्ड टीचनेर:
- विल्हेम वुंड के छात्र।
- उन्होंने संरचनावाद (structuralism) का स्कूल स्थापित किया।
- विलियम जेम्स:
- उन्होंने कार्यात्मकता (functionalism) का स्कूल स्थापित किया।
- उनकी पुस्तक "Principles of Psychology" महत्वपूर्ण है।
- सिगमंड फ्रायड:
- साइकोएनालिसिस का स्कूल स्थापित किया।
- ध्यान दो प्रमुख पहलुओं पर:
- व्यवहारवाद:
- जॉन बी. वॉटसन ने व्यवहारवाद का स्कूल स्थापित किया।
- उन्होंने "लिटिल अल्बर्ट" प्रयोग किया।
- गेस्टाल्ट मनोविज्ञान:
- मैक्स वर्टाइमर द्वारा स्थापित।
- यह बताता है कि समग्र अनुभव उसके भागों से अधिक महत्वपूर्ण हैं।
भारतीय परंपरा में साइकॉलोजी
- 1916: कोलकाता विश्वविद्यालय में साइकॉलोजी का पहला विभाग स्थापित हुआ।
- प्रोफेसर गिरींद्र शेखर बोस: भारतीय मनोविश्लेषणात्मक समाज के संस्थापक।
महत्वपूर्ण शर्तें
- एटिक (Etic): सार्वभौमिक स्वभाव।
- एमिक (Emic): सांस्कृतिक विशिष्टता।
निष्कर्ष
- साइकॉलोजी का अध्ययन और उसके विभिन्न स्कूलों का अवलोकन।
- आगे की वीडियो में और अध्ययन किया जाएगा।
- छात्रों से अनुरोध: अपने विचार और टिप्पणियाँ साझा करें।
- अगली कक्षा कल 7 बजे होगी।
ये नोट्स साइकॉलोजी के अध्याय 1 का सारांश हैं ताकि भविष्य में अध्ययन में सहायक हों।