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डिज़ाइन के सिद्धांत और विशेषताएँ

जरूरी नहीं कि बिल्डिंग की बात करें, नए राहे, नए रास्ते और क्रियेटिव काम किया जाता है, हालांकि उसमें कोई दिवार नहीं होती है, क्यूं अच्छा है, ये डिजाइनर का काम है आज हम थोड़ा सा डिस्कर्स करेंगे कि डिजाइन की बेसिक्स क्या है, डिजाइन कोई भी चीज हो सकती है, जरूरी नहीं कि बिल्डिंग की बात करें, जरूरी नहीं है, ये काम आ सकता है ग्राफिक डिजाइनर के ये काम आ सकता है वीडियो एडिटिंग के ये किसी भी तरह के अगर आप डिजाइनर हैं तो ये बेसिक्स हम आपस में शेर करते हैं किसी भी चीज़ को अच्छा करने के जिसके प्रिंसिपल्स होते हैं कि अगर एक मुल्क चलाना है तो उसके रूल्स बनेंगे ट्रैफिक के कवानीन है ट्रैफिक जितना जरूरी ड्राइविंग सीखना है कि बेसिक लेवल पे रहेंगे तो आप कवानीन के मताबिक चलेंगे अगर आपने कुछ क्रियेटिव करना है तो बात दफ़ा उन कवानीन के साथ प्ले किया जाता है उन्हीं के अंदर रहते हुए उन्हीं को अचीव करते हुए कुछ आपस में मिक्सिंग करते हुए नई राहें नई रास्ते और क्रियेटिव काम किया जाता है जैसा इग्नेशन देनी है उसके बाद आपने क्लच दबाना है फिर आपने ऐसा से उसको छोड़ना है एक्सिलीटर देना है साथ और लेकिन अगर हम बात करें वो लोग जो expertise रखते हैं, जो drifting करते हैं, racing में हिसा लेते हैं, चलाते हैं, वो भी गाड़ी हैं, driving करते हैं, लेकिन उसमें क्या होता है, वो इनी चीज़ों को अपनी मरजी के मताब लेकिन वो expertise का एक नया level है, basic उन्होंने भी जब सीखा था, तो basic के मताबिके सीखा था, तो अब हम बात करते हैं कि design के अंदर रहने के लिए कौन से 7 basic principles हैं, इसको जेन में रखीगा कि आपने ये सारा apply होगा visual architecture के उपर, कि हमने कोई चीज visually कैसी लगती है, हम एक space में enter होते ह floor देखते हैं तो इन तमाम चीज़ों को internally भी balanced होना चाहिए अब यहाँ पे designer की creativity आ जाती है कि दो spaces जब आपस में connected हैं तो उसमें वो balance कैसे achieve करेगा उसको connected दिखाना है या अलगदा दिखाना है और बात दफ़ा यह भी होता है कि एक ही बड़ी space होती है उसको सिरफ हम flooring, ceiling और visually उसके अंदर partition देखे हम उसको separate feel करवा देते हैं लेइउट सेपरेट कर तो वे एक separate field देते हैं, हालांकि उसमें कोई दिवार नहीं होती है, तो similarly ये सारा कुछ architecturally control किया जाता है, मैं हमेशा कहा करता हूँ कि एक अच्छा architect, ये अच्छा designer क्या है, अच्छा designer वो है जो control कर सके experience को, ना सिर्फ दे सके, क्योंकि हमें एक चीज़ अच्छी है या बु अगर हम भी वह तो लेमेन अप्रोच है, यह बड़ा अच्छा है जी, क्यों अच्छा है हमें पता ही नहीं है, जी यह इसका तुके मार रहे हैं, तो वो तुका वाली अप्रोच किसी भी प्रफेशनल के पास नहीं होनी चाहिए, तो अब हम बात करते हैं, इसके कुछ बेसिक heavy weight है और weight क्या होता है कैसे होगा ये detail की discussion है इसके उपर हम बात करेंगे कि दूसरी side पे भी उसको balance किया जाए फिर harmony है कि आपस में harmonized होना चाहिए space को rhythm है कि अगर एक चीज change हो रही है अच्छा यहाँ पे again मैं बात करूँ जरूर नहीं कि हम rhythm को rhythm को break करने का भी एक pattern बनता है और वो भी rhythm ही consider होता है तो हमने इसके अंदर जैसे music है music की जो lines है जरूर नहीं कि एक static आप रखें कभी उंचा कभी हलका तो वो साथ तो सारी चीजें हमारे डिजाइन पर इंप्लेमेंट होती है तो वह रिदम मिंटेन रहना चाहिए जब हम डिजाइन करें जब भी हम यह सोचें कि हम डिजाइन कर रहे हैं हमें पता होना चाहिए कि सबसे इंपोर्टेंट चीज कौन सी रेफरल देखते हैं एक चीज को दूसरे के रेफरेंस के मताबिक देखते हैं तो उसमें अगर हम एक ही चीज है उसको जब बहुत बड़ी है इसी तरह हम अपने रेफरेंस से जब हाइट्स को देखते हैं वर्टिकल जो हम कहते हैं डबल हाइट बड़ा अच्छा लगता है तो वो क्या होता है हम अपने परपोर्शन में अपने रेफरेंस में चीजों को जब देख रहे होते हैं हाइट ज्याद नॉर्बली हम कहते हैं कर्व लाइन जो यहां ने मूवमेंट देती हैं क्योंकि उसमें edges नहीं आती उसमें continuity होती है एक लाइन जो start होती है वो ही चलती रहती है तो यह movement होनी चाहिए और unity होनी चाहिए कि तमाम design ऐसा नहीं लगना चाहिए कि कोई part कहां से उठाया