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Dominance of Political Parties in India

है ह्यूमंस और वेलकम बैक तू ह्यूमैनिटीज आई एम पूर्व इन आज की वीडियो में बिल बी कवरिंग आते चैप्टर नंबर तू ऑफ क्लास 12th पॉलीटिकल साइंस एरा ऑफ वन पार्टी डोमिनेट तो पुरी प्लेलिस्ट जो है हमारी स्मार्ट बोर्ड सीरीज वो आपको यहां पे मिल जाएगी और इसमें वन बाय वन आप सीक्वेंस के अकॉर्डिंग चैप्टर कर कर सकते हैं पुरी की पुरी कवरेज है पर बोथ योर बोट्स आज वेल आज सी वेट पूरा अपडेटेड एनसीईआरटी और अपडेटेड एन सिलेबस के अकॉर्डिंग हम पढ़ेंगे तो चलिए शुरू करते हैं [संगीत] डोमिनेंस डोमिनेंस यानी की सुप्रीमेसी या फिर इन्फ्लुएंस की बार-बार एक ही पार्टी जीत रही है राइट सो एक एरा है एक पीरियड ऑफ टाइम है राइट की कुछ टाइम्स तक एक ही पार्टी की डोमिनेंस बनी रही थी और ये कौन सी पार्टी है डी कांग्रेस पार्टी और ये कांग्रेस पार्टी कब बनी थी कैसे बनी थी हमने देखा है ना इंडियन नेशनल कांग्रेस जो फ्रीडम स्ट्रगल के टाइम्स से हमारे पास लीडर्स थे लाइक जवाहरलाल नेहरू राइट तो ये जो पार्टी थी ये आईएनसी इंडियन नेशनल कांग्रेस काफी पुरानी पार्टी थी तो सबसे पहले हम क्या देखेंगे की इंडिया की तरफ बहुत साड़ी कंट्रीज इंडिपेंडेंस हुई राइट सो में कंट्रीज अराउंड डी टाइम इंडिया गेट इंडिपेंडेंस राइट हमारा जो 1945 के बाद का पीरियड है बहुत साड़ी न्यूली इंडिपेंडेंस कंट्रीज आई राइट लेकिन उनमें से कोई भी कंट्रीज सोच भी नहीं शक्ति थी एक डेमोक्रेसी ये सब्रिस्ट करने का आईटी कूद नोट अफोर्ड तू हैव डेमोक्रेसी वही बिकॉज़ सबकी प्रायोरिटी क्या थी नेशनल यूनिटी की पूरे नेशन को यूनिफाई करना राइट और डेमोक्रेसी बिल इंट्रोड्यूस डिफरेंस और कनफ्लिक्ट डेमोक्रेसी क्या होता है एन गवर्नमेंट पर डी पीपल ऑफ डी पीपल बाय डी पीपल जिसमें कौन चीज कर रहा है एक रिप्रेजेंटेटिव को पीपल और वो भी कैसे फ्री और फेयर इलेक्शंस के थ्रू राइट तो यहां पे अगर इतनी पावर एक नई-नई कंट्री बनी है उसको इतनी पावर अगर हम दे देंगे शुरुआत में लोगों को तो हो सकता है की बहुत ज्यादा डिफरेंस इस कनफ्लिक्ट अराइज हो जाए और वो जो नेशन फॉर्म करना था हमें नया नया एक कंट्री को मजबूत करना था वो ना हो पे तो मोस्टली साड़ी कंट्रीज को यही डर था क्योंकि उन सब ने नॉन डेमोक्रेटिक रूल को एक्सपीरियंस किया हुआ था राइट नॉन डेमोक्रेटिक रूल भी क्या क्या आता है आपका नॉमिनल डेमोक्रेसी जो नाम नाम के डेमोक्रेसी है बट कंट्रोल किसका एक लीडर का या फिर एक पार्टी का राइट वन पार्टी रूल जहां पे मल्टी पार्टी सिस्टम है ही नहीं सिर्फ और सिर्फ एक पार्टी है जैसे हमने कम्युनिस्ट पार्टी का देखा इन यूएसएसआर डायरेक्ट आर्मी रूल जिसको हम कहते हैं मिलिट्री रूल जो हम पाकिस्तान और बांग्लादेश के बड़े में पढ़ेंगे राइट सो नॉन डेमोक्रेटिक रीजंस रीजंस यानी की रूल्स ऑलवेज स्टार्टड विद एन प्रॉमिस ऑफ रीस्टोरिंग डेमोक्रेसी अगर आप हिस्ट्री उठाके देख लेंगे ना अगर आप हिटलर का भी एपिसोड उठा के देखिए वो क्या दिखाई हैं की हम उल्टा डेमोक्रेसी को प्रोटेस्ट कर रहे हैं हम आपको बच्चा रहे हैं तो हर एक नॉन डेमोक्रेटिक रूल एन ऐसे ही शुरुआत होती है इसी वाले से की हम डेमोक्रेसी लेंगे बट वंस दे एस्टेब्लिश डेम सेल्स आईटी वैसे वेरी डिफिकल्ट तू डिस्क्लोजर दें फिर उनको हटाना बहुत मुश्किल हो जाता है राइट सो ये हमें इंटरनेशनल कॉन्टेक्स्ट शब्द सिनेरियो बताया गया है की जो ओवर दी वर्ल्ड क्या सिचुएशन थी आ अगर हम डेमोक्रेसी के लिए बात करें तो अब इंडिया के कॉन्टेक्स्ट में चलते हैं सिनेरियो इन इंडिया ऑप्टेड पर डेमोक्रेसी बिकॉज़ दे डिड नोट सी पॉलिटिक्स आज एन प्रॉब्लम दे सो आईटी स एन वे ऑफ सॉल्विंग डी प्रॉब्लम्स की जो भी चैलेंज है जो भी प्रॉब्लम्स हैं हम उनको पॉलिटिक्स के थ्रू सॉल्व कर सकते हैं राइट सो इंडिपेंडेंस का रूल था इंटिरिम गवर्नमेंट क्या थी जो टेंपरेरी गवर्मेंट थी विदाउट अन्य इलेक्शन नहीं वो सर एडमिनिस्ट्रेशन वगैरा देखने के लिए और जैसे हमने देखा एक कांस्टीट्यूएंट असेंबली फॉर्म की गई थी जिन्होंने फिर कॉन्स्टिट्यूशन बनाया फ्रेम किया राइट कॉन्स्टिट्यूशन मेड अच्छा जी कंप्लीट कब हुआ आईटी वैसे फ्रेम डॉ 26 नवंबर 1949 ये साड़ी डेट्स आपको याद करनी है आईटी बाज फाइंड ऑन 24th जनवरी 1950 और 2 दिन बाद आईटी कम इन इफेक्ट लागू हो गया इंप्लीमेंट हो गया 26 जनवरी 1950 को क्लियर है राइट फॉर्म्ड ऑन 26 नवंबर 1949 सन ऑन 24 जनवरी 1950 और कम इन इफेक्ट ऑन 24 जनवरी 1950 चलिए नो आईटी वज नेसेसरी तू इंस्टॉल दी फर्स्ट डेमोक्रेटिक इलेक्ट गवर्नमेंट ऑफ डी कंट्री चलिए भैया कांस्टिट्युसेंट भी बन गया है इंडिया इंडिपेंडेंस भी हो गई है अब जो हमारा चैलेंज है वन ऑफ डी चैलेंज जो हमने तीन चैलेंज पढ़े अभी पिछले चैप्टर में सेकंड चैलेंज किया था तू इस्टैबलिश्ड कांग्रेस कांग्रेसी और इस सेकंड चैलेंज को हम इंडेक्स इस चैप्टर में पढ़ेंगे राइट सो दिस चैप्टर चैलेंज तू इस्टैबलिश्ड डेमोक्रेसी कैसे इंडिया में डेमोक्रेसी एस्टेब्लिश हुई राइट सो आम हमें डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट एस्टेब्लिश करनी है वो भी किस बेसिस पे यू ए एस यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजी इसका क्या मतलब है क्लास 10th में पढ़ा है ना डेट पीपल अबोव डी आगे ऑफ 18 इयर्स आर फ्री तू वोट वो अपनी मर्जी से कोई भी कैंडिडेट सिलेक्ट कर सकते हैं राइट डी इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया वास सेट अप इन जनवरी 1950 वेरी वेरी इंपॉर्टेंट इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया कब है एस्टेब्लिश हुआ जनवरी 1950 में सो कुमार सेन विकम डी फर्स्ट के इलेक्शन कमिश्नर बहुत ज्यादा जरूरी है देखिए इलेक्शन कमिश्नर में अब तीन मेंबर होते हैं अब की बात कर रही हूं मैं राइट एक होता है के इलेक्शन कमिश्नर और दो होते हैं इलेक्शन कमिश्नर्स राइट तो यहां के इलेक्शन कमिश्नर पहले कौन थे फर्स्ट के इलेक्शन कमीशन सुकुमार सेन डी कंट्रीज फर्स्ट जनरली इलेक्शंस व एक्सपेक्टेड ऐसा सोचा था की 1950 में ही हो जाएंगे क्योंकि कॉन्स्टिट्यूशन हो गया एस्टेब्लिश राइट इंडिया इंडिपेंडेंस हो गई है सब कुछ रेडी है 1950 में इलेक्शंस कर लेंगे लेकिन एक्चुअली कब होते हैं देखते हैं क्या प्रॉब्लम हुई जो 1950 में इलेक्शंस नहीं हो पे व्हाट वज एन चैलेंज फेसड में डी इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया चलिए तो सबसे पहले चैलेंज था होल्डिंग और इलेक्शन रिक्वायर्ड दी इमिटेशन दी इमिटेशन का मतलब क्या है ड्राइंग दी बाउंड्रीज ऑफ इलेक्टरल कांस्टीट्यूएंसी भैया जहां पे भी आप रहते हैं अगर आप दिल्ली में रहते हैं राइट तो दिल्ली में भी काफी साड़ी कांस्टीट्यूएंसेस हैं दिल्ली को डिवाइड करके कांस्टीट्यूएंसीज में डिवाइड किया हुआ है राइट तो अभी तक जो साड़ी स्टेटस थी उनमें कोई भी कांस्टीट्यूएंसी नहीं बनी हुई थी की ये वाला एरिया इस कांस्टीट्यूएंसी में फल होगा यह वाला इसमें ऐसे-ऐसे ड्राइंग ऑफ बाउंड्रीज ऑफ कांस्टीट्यूएंसी वैसे नोट देवर राइट तो ये ड्रॉ करना था सबसे पहले चैलेंज राइट उसके बाद देखिए आईटी अलसो रिक्वायर्ड प्रिपेरिंग डी इलेक्ट्रिकल रूल्स इलेक्टरल रोल क्या होते हैं जिसमें सारे ही वॉटर की डीटेल्स होती है नाम होते हैं लिस्ट ऑफ डी वॉटर डी लिस्ट ऑफ जो डी सिटीजनस एलिजिबल तू वोट क्लियर है तो यह दो इजी है चैलेंज थे जो टाइम टेकिंग थे जिनको करने में ऑब्वियसली टाइम टेकिंग प्रोसीजर है ये समय लगेगा है ना क्योंकि एक तो पापुलेशन ज्यादा है राइट चलिए अब इन्हीं में एड ऑन क्या होती है प्रॉब्लम्स देवर 17 करोड़ एलिजिबल वॉटर टोटल नंबर ऑफ एलिजिबल वॉटर 17 करोड़ हूं हेड तू इलेक्ट अबाउट 3200 एमएस मेंबर्स ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली और 489 मेंबर्स ऑफ लोकसभा चलिए देखिए स्टेट के बेसिस पे हर एक स्टेट की अपनी लेजिसलेटिव असेंबली होती है राइट तो स्टेट इलेक्शंस के दौरान मा इलेक्ट होते हैं और जब नेशनल इलेक्शंस होते हैं तो आपका लोकसभा के इलेक्शंस होते हैं विच इस योर एमपी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट ओनली 15% ऑफ दिस एलिजिबल वॉटर वन लिटरेट सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह है केवल 15% ऑफ 17 करोड़ व लिटरेट लिटरेट का मतलब उनको लिखना और पढ़ना आता था एबिलिटी तू रीड और राइटर पर डी इलेक्शन कमीशन हेड तू थिंक ऑफ सम स्पेशल मेथड ऑफ वोटिंग जिसमें ना ही लिखना पड़े और ना ही रीड करना पड़े कुछ ऐसा तरीका राइट सो डी इलेक्शन कमीशन ट्रेड ओवर 3 लाख ऑफिसर और पोलिंग स्टाफ किसकी ट्रेनिंग हुई जो स्टाफ है 3 लाख ऑफिसर और पोलिंग स्टाफ तू कंडक्ट दी इलेक्शंस ये सारे ही चैलेंज पूरा आंसर आता है आपके बोर्ड्स में नो इलेक्शन ऑन दिस कल हेड एवर बिन कंडक्ट इन डी वर्ल्ड बिफोर जो ओवर डी वर्ल्ड इतना बड़ा कभी कोई इलेक्शन नहीं हुआ व्हेन डी फर्स्ट ड्राफ्ट ऑफ डी रोल इलेक्ट रो इलेक्टरल रोल बाज पब्लिक आईटी वज डिस्कवर डेट नेम्स ऑफ नियर्ली 40 लाख वूमेन वेयर नोट रिकॉर्ड इन डी लिस्ट उनको कैसे बुलाया जाता है वाइफ ऑफ डॉटर ऑफ उनके खुद के नाम नहीं लिखे हुए लिस्ट में तो ओबवियसली इलेक्शन कमीशन ने माना किया की मैं ये एंट्रीज एक्सेप्ट नहीं करूंगा और आप इसका रिवीजन कीजिए और डिलीशियस चाहिए मुझे सो डीज डी प्रॉब्लम्स फेसड में डी इलेक्शन कमीशन और क्या चैलेंज थे साइज ऑफ डी कंट्री और डी इलेक्टरेट डेट मेड दिस इलेक्शन भैया एक तो इतना बड़ा हमारा देश है राइट अगर हम ज्योग्राफी की बात करें तो कंट्री बहुत बड़ी है और साथ ही साथ बड़ी होगी तो लोग भी बहुत ज्यादा होंगे राइट डी फर्स्ट जनरल इलेक्शन वैसे अलसो डी फर्स्ट बिग टेस्ट ऑफ डेमोक्रेसी इन एन पुर और इलिटरेट कंट्री अभी तक ये डेमोक्रेसी का कॉन्सेप्ट ना सिर्फ डेवलप नेशंस में होता था लेकिन इंडिया ने बीइंग और डेवलपिंग कंट्री प्रूफ किया की जी हां पुर और इलिटरेट कंट्रीज में भी डेमोक्रेसी कम कर शक्ति है इंडियन एक्सपेरिमेंट विथ यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजी उस अपीयर्ड वेरी बोर्ड और रिस्की और इंडियन एडिटर कॉल्ड आते डी बिगेस्ट गैंबल इन डी हिस्ट्री राइट गैंबल क्या होता है जुआ है ना जिसमें रिस्क बहुत ज्यादा है ऑर्गेनाइजर एन मैगजीन ऑर्गेनाइजर है मैगजीन का नाम रोट डेट जवाहरलाल नेहरू वुड लेफ्ट फेलियर ऑफ यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजी इन इंडिया तो क्या हुआ बहुत सारे लोगों ने इंडिया का मजाक उदय मॉक किया की ये तो इंपॉसिबल है अभी फेल हो जाएंगे ये कैसे डेमोक्रेटिक कंट्री बन शक्ति है क्योंकि इतने सारे इलिटरेट पीपल हैं ऊपर से पुर कंट्री है सो इलेक्शन टिस दो बार इलेक्शन पोस्टपोन हुए और फाइनली कब कंडक्ट करेगा फर्स्ट जनरली इलेक्शंस इन इंडिया अक्टूबर 1951 से फरवरी 1952 तक बहुत इंपॉर्टेंट है लेकिन इन्हें क्या बोला जाता है 1952 के इलेक्शंस क्योंकि मोस्टली सभी ने जनवरी 1952 में वोट किया राइट चलिए सो दिस इलेक्शन इस रिफ्रेड तू आज डी 1952 इलेक्शन साइंस मोस्ट पार्ट्स ऑफ डी कंट्री वाटेड इन जनवरी 1952 आईटी तोक सिक्स मांस पर डी कैंपेनिंग पोलिंग और काउंटिंग तू बी कंप्लीटेड कैंपेनिंग क्या होती है इलेक्शन से पहले जो रिलीज होती है वो अपना कैंपेन करते हैं फिर पुलिंग वोटिंग है ना और फिर काउंटिंग ऑफ दी वोट्स छह महीने लगे टोटल इलेक्शंस व कम्पेटिटिव देवर व ऑन इन एवरेज मोर दें फोर कैंडीडेट्स पर एच सी एक सीट के लिए कर कैंडीडेट्स थे राइट तो कंपटीशन काफी ज्यादा था मोर दें हाफ दी एलिजिबल वॉटर टर्न आउट तू वोट यानी की 50% से ज्यादा वॉटर आई वोट करने के लिए पहले जनरल इलेक्शन में डी रेसस व एक्सेप्टेड स फेयर एवं बाय डी लूजर्स थोड़ी खास बात यही है की सपना रिजल्ट को एक्सेप्ट किया राइट इंडियन एक्सपेरिमेंट हेड प्रूफ डी क्रिटिक्स रंग जो इंडिया को क्रिटिसाइज कर रहे थे मजाक उदा रहे थे की ये तो गलत है यहां डेमोक्रेसी कम नहीं करेगी उन सबको गलत प्रूफ कर दिया गया इंडियास जनरल इलेक्शन ऑफ 1952 विकम एन लैंडमार्क इन डी हिस्ट्री ऑफ डेमोक्रेसी जो ओवर डी वर्ल्ड आईटी वैसे नो लंगर पॉसिबल तू आर्गो डेट डेमोक्रेटिक इलेक्शंस कूद नोट बी हेड इन कंडीशंस ऑफ पार्वती और लॉक ऑफ एजुकेशन अब कोई भी नहीं बोल सकता है की एक इलिटरेट और गरीब कंट्री में डेमोक्रेसी नहीं हो शक्ति राइट सो आईटी ट्रू डेट डेमोक्रेसी कूद बी प्रैक्टिस अन्य वेयर इन डी वर्ल्ड नो मटर व्हाट राइट चाहे वो कंट्री गरीब हो चाहे वो इलिटरेट हो राइट सो दिस वज डी इंडियन एक्सपेरिमेंट ऑफ इलेक्शंस चलिए अब बात करते हैं की आखिरकार वोट हुए कैसे राइट सो चेंजिंग मैथर्ड ऑफ वोटिंग आजकल तो इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता है एवं है ना राइट जी पे आपका कैंडिडेट नाम होता है और पॉलीटिकल पार्टी का सिंबल होता है और यू जस्ट हैव तू प्रेस डी बटन राइट बट इस नोट हो वे स्टार्टड सूरत ऐसे नहीं हुई फर्स्ट जनरल इलेक्शन में सो फर्स्ट जनरली इलेक्शन में जितने कैंडिडेट हैं उतने बॉक्स रखें गए राइट और ऑन बॉक्स पे सिंबल होता था कैंडिडेट का राइट और आपको एक बालक पेपर इसमें डालना है जी भी आप कैंडिडेट को वोट करना चाहते हैं उसके बॉक्स में आप डायरेक्ट पेपर दाल देंगे सो शुरुआत में 1952 इलेक्शंस में ये हुआ अब फर्स्ट तू जनरल इलेक्शंस के बाद इसको चेंज कर दिया गया क्योंकि बहुत ज्यादा रिसोर्सेस ग रहे थे राइट और बहुत ज्यादा टाइम कंज्यूम में था अब क्या हुआ एक बैलेट पेपर निकाला ऐसे जी कैंडीडेट्स की नाम से और सिंबल है अब आपको सिंपली क्या करना है यू हैव तू पट एन स्टांप ऑन डी नाम ऑफ डी कैंडिडेट यू वांट तू वोट पर तो इसी पेपर पे आपको बस स्टांप लगा देना है की मैं इसको वोट करना चाहता हूं सिंपल राइट तो अलग-अलग डिब्बे नहीं चाहिए फिर और एक की आप मैरिड बॉक्स में दाल देंगे राइट सो यहां पे आप देख सकते हैं नो ओनली वन बॉक्स में डिफरेंट योर स्टंप्स ठीक है इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन दिस मेथड शब्द पर नरली 40 इयर्स जो हमने यह वाला मेथड देखा है ये 40 साल तक चला और फिर एवं मशीन पे कब शिफ्ट किया टुवर्ड्स दी और ऑफ 1990 1990 के और में सो लगा लीजिए आप 997 ऑन शब्द इलेक्शन कमीशन स्टार्टड यूजिंग डी एवं लेकिन जो ओवर डी कंट्री एवं कब आ शिफ्ट हुई बाई 2004 डी एंटायर कंट्री हेड शिफ्टेड तू डी एवं राइट तो यहां पे लिख लेंगे 2004 जो ओवर इंडिया ठीक है और 1990 इसके लेट में शुरुआत हुई ठीक है सो डीज आर चेंजिंग मैथर्ड ऑफ वोटिंग आप पर चलते हैं जो में मुद्दा है जो चैप्टर का नाम है एरा ऑफ वन पार्टी डोमिनेट कांग्रेस के डोमिनेंस इन डी फर्स्ट थ्री जनरल इलेक्शंस चलिए सो डी इंडियन नेशनल कांग्रेस एस एक्सपेक्टेड वन दिस इलेक्शन जो हमारा पहले 1952 का जनरल इलेक्शन था वो इंडियन नेशनल कांग्रेस ने जीता डी पार्टी वन 364 आउट ऑफ 489 वेरी इंपॉर्टेंट इन डी फर्स्ट लोकसभा और फिनिश वे ए हेड ऑफ अन्य अदर चैलेंज सबसे बहुत ही ज्यादा आगे थी डी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया सेकंड आई है इन टर्म्स ऑफ सिट्स वन ओनली 16 सिट्स केवल 16 सीट जो सेकंड आए उनको मिले राइट चलिए तो एक्चुअल में इतनी भारी तादाद से वोट मिले कैसे कांग्रेस पार्टी को रीजंस पर कांग्रेस डोमिनेंस जानते हैं सबसे पहले रीजन है की जो कांग्रेस पार्टी थी वो ऑलरेडी पॉपुलर थी है ना और और उसको किस से रिलेट किया जाता था इंडियन नेशनल मूवमेंट से तो कांग्रेस पार्टी ने क्या इन्हेरीट किया डी लिगसी ऑफ दी नेशनल मूवमेंट राइट क्योंकि अब उसको इस से एसोसिएट कर रहे थे राइट आईटी वज आईटी वज दी ओनली पार्टी दें तू हैव एन ऑर्गेनाइजेशंस स्प्रेड जो ओवर डी कंट्री यानी की ये पार्टी जो ओवर डी कंट्री फैली हुई थी और एक ऑर्गेनाइजर पार्टी थी तरीके से इन जवाहरलाल नेहरू तीसरा रीजन है एक बहुत बढ़िया कैरिजमेटिक लीडर इन जवाहरलाल नेहरू डी पार्टी हेड डी मोस्ट पॉपुलर और कैरिज मैट्रिक लीडर इन इंडियन पॉलिटिक्स नाटक यानी की बहुत ज्यादा ही जिसका करिज्मा हो राइट बहुत ज्यादा ही इनफ्लुएंशल लीडर ही लेट डी कांग्रेस फिर 4 रीजन क्या है डी एक्सेंट ऑफ डी विक्ट्री ऑफ डी कांग्रेस वास आर्टिफिशियल बूस्टेड बाय डी फर्स्ट पास डी पोस्ट सिस्टम एफपी सिस्टम क्लास 11th में पढ़ा है या नहीं जिसमें डी पार्टी डेट गेट्स मोर वोट्स और आदर्श 10 तू गेट मैच मोर डेन इट्स प्रोपोर्शनल शेर यानी की जो नंबर ऑफ बोर्ड्स हैं नोट इन प्रोपोर्शन तू डी नंबर ऑफ सिट्स आपको ज्यादा ही सिट्स मिलती हैं डिफेंडिंग ऑन दिस नंबर ऑफ वोट सो डेट इस योर एफपी सिस्टम इन शॉर्ट तो इस करण से कांग्रेस की जो व्यक्ति थी वो और ज्यादा बूस्ट हो गई अब जो ओवर नेशन जनरल इलेक्शन था वो तो हो गया था अब बड़ी है स्टेट इलेक्शंस की डी स्टेट इलेक्शंस व हेड विथ डी लोकसभा इलेक्शंस इन इलेक्शंस के साथ-साथ ही आपके स्टेट इलेक्शंस हुए डी कांग्रेस को बिग विक्ट्री इन डोज इलेक्शंस आज वेल तो स्टेट जो हमने लेजिसलेटिव असेंबली इसकी मेंबर सिलेक्ट करने की बात कारी उसमें भी कांग्रेस ने विक्ट्री पी आईटी वन एन मेजॉरिटी ऑफ सिट्स इन जो डी स्टेटस एक्सेप्ट कहां पे नहीं मिली मैं जारिटी त्रवंकोर कोचिंग जो की टुडेस केरला का पार्ट है राइट सो त्रवंकोर कोचीन और मद्रास और उड़ीसा राइट क्लियर है तो इन एरिया में मेजॉरिटी नहीं मिली लेकिन फाइनली एवं इन डीज स्टेटस डी कांग्रेस फॉर्म दी गवर्नमेंट कैसे कोलिशन गवर्नमेंट बना के एक गवर्मेंट यहां पे एस्टेब्लिश हो गई जिसमें ओबवियसली मेजॉरिटी पार्टी कांग्रेस थी राइट सो डी पार्टी रुड जो ओवर डी कंट्री और डी नेशनल आगे वेल आगे डी स्टेट लेवल सो इससे हमें दिखे रहा है की किसकी जीत हो गई कांग्रेस पार्टी की और इसी के तहत जवाहरलाल नेहरू विकम डी फर्स्ट प्राइम मिनिस्टर आफ्टर दी फर्स्ट जनरल इलेक्शंस डी डोमिनेंस ऑफ दी कांग्रेस ड्यूरिंग डी पीरियड 1952 तू 62 जो अब हम एरा की बात कर रहे हैं वो है 1952 तू 62 देखते हैं अब क्या होता है अपने फर्स्ट जनरल इलेक्शंस के बाद इन डी सेकंड और थर्ड जनरल इलेक्शंस सेकंड जनरल इलेक्शंस होते हैं 1957 में पांच-पांच साल प्लस कर देंगे और थर्ड होते हैं 1962 में क्लियर है चलिए कांग्रेस मेंटेन डी से पोजीशन इन डी लोक सभा बाय विंग थ्री फोर्थ ऑफ दी जनरल सिट्स तो लोकसभा यानी की नेशनवाइड जो ओवर जनरली इलेक्शंस में से पोजीशन मेंटेन कारी 3/4 सीड्स है यानी की मैक्सिमम नंबर ऑफ सिट्स कांग्रेस के पास थी नॉन ऑफ दी अपोजिशन पार्टी कूद बिल एवं वन टाइम ऑफ दी नंबर ऑफ सिट्स 1 / डी कांग्रेस जो अपोजिशन पार्टी थी वो तो कांग्रेस के आसपास भी नहीं थी हो एवर आईटी डिड नोट गेट मेजॉरिटी इन एन फू केस अब कौन सी जगह पे कांग्रेस को मेजॉरिटी नहीं मिलती डी मोस्ट सिग्निफिकेंट कैसे वज दी इन केरला इन 1957 केरला में 1957 में कांग्रेस पार्टी नहीं जी टी ए कोलेशन पार्टी एलईडी में डी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया जीती है 1957 यानी की सेकंड जनरल इलेक्शंस इन केरला दोस्तों यहां पर जो मैप रिप्रेजेंटेशन है वह कांग्रेस की डोमिनेंस को दिखा रहा है फ्रॉम 1952 तू 1967 ये जो येलो कलर में है साड़ी ही डीज रोमेंटेड बाय कांग्रेस रेड में आप देख सकते हैं दिस इस दी डेमोक्रेटिक लेफ्ट फ्रंट जो कोलिशन था केरला में राइट और ब्लू में ऊपर जम्मू और कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस राइट तो हमें क्लियर हो गया है आगे चलते हैं सो कम्युनिकेशन केरला थोड़ा डिटेल में पढ़ने हैं इन 1957 दी कांग्रेस पार्टी हेड डी बटर टेस्ट ऑफ डिफीट यानी की हर मार्क इन केरला इन डी असेंबली इलेक्शंस यानी स्टेट लेक्चरर्स रिलेटिव असेंबली इलेक्शंस हेड इन मार्च 1957 डी कम्युनिस्ट पार्टी वन डी लार्जेस्ट नंबर ऑफ सिट्स इन डी केरला लेजिसलेच्योर डी पार्टी 160 ऑफ दी 126 और हद दी सपोर्ट ऑफ फाइव इंडिपेंडेंस यानी की 5 इंडिपेंडेंस कैंडिडेट काफी सपोर्ट उन्हें की तरफ थायराइड तो आप देख सकते हैं 65 लगा लीजिए सीड्स राइट सो गवर्नर इनवाइटेड एमएफ नंबूरी पद राइट गवर्नर ने एम्स नंबरी पाठ जो लीडर थे पार्टी के उनको बुलाया तू फॉर्म बी गवर्नमेंट तू फॉर्म दी मिनिस्ट्री डी कांग्रेस पार्टी बिगन एन लिबरेशन स्ट्रगल लिबरेशन यानी की फ्रीडम स्ट्रगल अगेंस्ट दी इलेक्ट गवर्नमेंट डी कम्युनिस्ट क्लेम डेट डी एजीटेशन वैसे एलईडी में वेस्टेड इंटरेस्ट और रिलिजियस ऑर्गेनाइजेशंस यह जो एजीटेशन था ये जो प्रोटेस्ट अगेंस्ट दी इलेक्ट्रिक गवर्मेंट या ऑब्वियसली आ बोला गया की कांग्रेस पार्टी अपने इंटरेस्ट के लिए कर रही है और इसमें रिलिजियस ऑर्गेनाइजेशंस भी शामिल थी इन 1959 डी कांग्रेस गवर्नमेंट आते डी सेंटर जो सेंट्रल गवर्नमेंट है डिसमिस डी कम्युनिस्ट गवर्नमेंट यानी की स्टेट गवर्नमेंट इन केरला अंदर आर्टिकल 356 ऑफ डी कॉन्स्टिट्यूशन वेरी वेरी इंपॉर्टेंट आर्टिकल 356 प्रेसिडेंट रूल लगा देता है स्टेट इमरजेंसी लगा देता है तो वो सेंट्रल गवर्नमेंट जो की कांग्रेस की थी उसने प्रेसिडेंट रूल लगा दिया इन आ केरला स्टेट तो उसकी जो स्टेट गवर्नमेंट थी वो डिसमिस हो गई कंट्रोवर्शियल और वज वाइडऐली साइटेड आज डी फर्स्ट इंस्टेंस ऑफ दी मिसयूज ऑफ कांस्टीट्यूशनल इमरजेंसी पावर्स राइट की मिसयूज किया गया कॉन्स्टिट्यूशन इमरजेंसी पावर्स का तो फर्स्ट इंस्टेंस क्या है यह है अगर ऐसा क्वेश्चन आएगा तो आप जो इमरजेंसी वाला चैप्टर है उसमें दाल देंगे लेकिन भले ही स्टेट इमरजेंसी थी पहले मिस उसे यहां पे हुआ चलिए अब चलते हैं नेचर ऑफ कांग्रेस डोमिनेशन पे कैसा नेचर था राइट सो पहले हम जो ओवर डी वर्ल्ड देखेंगे फॉर्म ऑफ डोमिनेंट इन अदर कंट्रीज चीन कबर्ड सीरिया में कांस्टीट्यूशनल सिर्फ एक सिंगल पार्टी आलो करता है तो वन पार्टी सिस्टम है म्यांमार बेलारूस एक फ्रंट इरिट्रिया में वन पार्टिसिपेट दिउ तू लीगल और मिलिट्री मेजर तो यहां पे भी वन पार्ट तू रूल है सिमिलरली मेक्सिको साउथ कोरिया ताइवान अंटील एन फू इयर्स एगो देवरा इफेक्टिवली वन पार्टी डोमिनिएंट स्टेज राइट सो ये एग्जांपल है जो ओवर डी वर्ल्ड जहां पे वन और है व्हाट दिस लैंग्वेज दी नोमिनल्स ऑफ कांग्रेस पार्टी इन इंडिया फ्रॉम जो दी केसेस इंडिया का वन पार्टी डोमिनेंस इन सबसे अलग कैसे है यह जानते हैं बिकॉज़ आईटी हैपन अंदर डेमोक्रेटिक कंडीशंस थ्रू फ्री और फेयर इलेक्शंस हमारी कंट्री में हुआ में पार्टी कंटेस्टेंट इलेक्शन यानी की मल्टी पार्टी सिस्टम है इन कंडीशंस ऑफ फ्री और फेयर इलेक्शंस और ये डी कांग्रेस मैनेज तू वन इलेक्शन ऐसा नहीं है की एक ही पार्टी की चॉइस थी तो सब ने उसे ही वोट दिया मल्टी पार्टी सिस्टम है और साथ ही साथ डेमोक्रेटिक कंडीशंस के अंदर हुआ हां अदर रीजंस ऑफ कांग्रेस सर एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी सक्सेस इतनी अच्छी सक्सेस कैसे मिली कांग्रेस वो सीन आज दी इन्हेरीटन ऑफ दी नेशनल मूवमेंट ये अगेन वो जो सारे रीजंस हमने पढ़े राइट मैंने लीडर्स हूं आर इन फोर्स और ऑफ डेट स्ट्रगल व नो कंटेस्टेंट इलेक्शंस आर कांग्रेस कैंडिडेट तो जो फ्रीडम स्ट्रगल की लीडर्स थे वो अब क्या बन गए कैंडीडेट्स बन गए तो लोग उनसे ज्यादा रिलेट कर का रहे थे कांग्रेस वैसे ऑलरेडी एन वेरी वेल ऑर्गेनाइज्ड पार्टी और बाय डी टाइम अदर पार्ट इस पट एवं थिंक ऑफ एन स्ट्रेटजी कांग्रेस अपना कैंप पे शुरू कर चुकी थी राइट वो बहुत पुरानी पार्टी है और वेल ऑर्गेनाइज्ड है डी कांग्रेस हैव दी फर्स्ट ऑफ डी ब्लॉक एडवांटेज यानी की जैसे होता है ना आ फर्स्ट मूवर एडवांटेज की सबसे पहले पार्टी थी राइट तो इसीलिए फर्स्ट ऑफ डी ब्लॉक एडवांटेज मिला आईटी हेड और ऑर्गेनाइजेशन नेटवर्क डॉ तू डी लोकल लेवल जो इंडिया लेवल और लोकल लेवल राइट सो लेंथ भी है और डेप्थ भी है यानी की आईटी इस स्प्रेड जो ओवर डी कंट्री और साथ ही साथ आ आपका नेशनल लेवल से लेक लोकल लेवल तक गांव कंटेंस्टेंट्स तक हर जगह कांग्रेस की ऑर्गेनाइजेशन फैली हुई थी इट्स नेचर वैसे जो इंक्लूसिव का मतलब क्या है डेट सोशली यानी की डिफरेंट सोशल ग्रुप जो अलग-अलग बैकग्राउंड से लोग ए रहे हैं और साथ ही साथ आईडियोलॉजी यानी की थिंकिंग सो हर एक स्फीयर से सोशली अलग लोग और आईडियोलॉजी के लिए जिनकी थिंकिंग फिलासफी बहुत अलग है ये सब कांग्रेस पार्टी का हिस्सा था अब इसी को इंडेक्स पढ़ने हैं कांग्रेस आर सोशल और आईडियोलॉजिकल कोलेशन कांग्रेस पार्टी के अंदर ही कोलिशन बता दिया इन्होंने क्यों क्योंकि डिफरेंट आईडियोलॉजी और डिफरेंट सोशल बैकग्राउंड के लोग थे अब हम कांग्रेस के थोड़ी बैकग्राउंड हिस्ट्री पढ़ेंगे कांग्रेस इवॉल्व फ्रॉम इट्स ओरिजिन इन 1885 स ए प्रेशर ग्रुप पर डी न्यूली एजुकेटेड प्रोफेशनल और कमर्शियल क्लासेस तो पहले कांग्रेस क्या थी एक प्रेशर ग्रुप था राइट और किन के लिए था कौन-कौन इंक्लूड थे उसे एलिट क्लास जो न्यूली एजुकेटेड थे प्रोफेशनल थे और कमर्शियल क्लासेस थे और प्रेशर ग्रुप क्या होता है एक ऐसी ऑर्गेनाइजेशन एक ऐसा ग्रुप जो जैसे कुछ भी अगर वो चेंज चाहते हैं गवर्नमेंट पॉलिसी में तो प्रेशर करता है गवर्नमेंट को तो चेंज राइट सो यहां से वो कैसे इवॉल्व हुआ तू एन मास मूवमेंट इन डी 20थ सेंचुरी तो केवल एक प्रेशर ग्रुप से वो एक मास मूवमेंट मास मूवमेंट यानी की बहुत सारे लोग हैं राइट ऐसी मूवमेंट में बादल के अंदर 20th सेंचुरी 20th सेंचुरी यानी की 1900 में आईटी बिग और आगे एन पार्टी डोमिनेटेड बाय डी इंग्लिश स्पीकिंग अपर कास्ट अपार मिडिल क्लास और अर्बन एलिट राइट तो पहले ऑरेंज क्लोजर नहीं था बट विद एवरी सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट जो हमारा फ्रीडम स्ट्रगल था तो हर एक सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट आईटी लॉन्च इट्स सोशल बेस वही डिड उतना ही ज्यादा पॉपुलर होती गई पार्टी लोग जुड़ने गए कांग्रेस वज ट्रांसफार्मर इन एन रेनबो लाइक सोशल कोलेशन तो एक रेनबो की तरह एक सोशल कोलेशन में कांग्रेस अब बादल गया अब सिर्फ और सिर्फ इंग्लिश स्पीकिंग एलिट क्लास नहीं थे आईटी ब्रेड टुगेदर डायवर्स ग्रुप डायवर्स यानी की अलग-अलग तरीके के ग्रुप हज इंटरेस्ट स्वर ऑफेन कांट्रडिक्ट्री यानी की बहुत अलग अपोजिट इंटरेस्ट क्योंकि अगर भाई कोई प्रेजेंट है और वही इंडस्ट्रियलिस्ट है दोनों के इंटरेस्ट बहुत अलग होंगे राइट ब्रॉडली रिप्रेजेंटिंग इंडिया डाइवर्सिटी इन टर्म्स ऑफ अलग-अलग क्लासेस के लोग अलग-अलग के लोग अलग-अलग रिलिजन के लोग अलग लैंग्वेज के लोग और अलग-अलग इंटरेस्ट यानी की लोग क्या छह रही हैं गवर्नमेंट से तो सबका अलग-अलग इंटरेस्ट था राइट अभी कौन-कौन थे प्रेजेंट्स और इंडस्ट्रीज सब दोनों ही देख सकते हैं कितने अपोजिट हैं अर्बन 12र्ल्स और विलेजर्स जो अर्बन एरिया में रहते हैं और विनेगर और एरिया और पीपल नीडल लोअर और अपर क्लासेस इन क्लास वर्कर्स और ऑनर्स सब अब एक कांग्रेस का हिस्सा थे सो इट्स लीडरशिप अलसो एक्सपेंडेड बियोंड डी अप्परकेस अब सिर्फ और सिर्फ मेंबर्स नहीं लीडर्स थीं हर एक पर से ए रहे थे सो अप में कास्ट और अपर क्लास प्रोफेशनल से हटके एग्रीकल्चर बेस लीडर्स थे जो और ओरियंटेशन यानी की विलेज साइड ओरियंटेशन पे फॉक्स करते थे राइट तो ऐसे कांग्रेस एक सोशल कोलिशन बन गया चलिए कांग्रेस अब आईडियोलॉजी क्या होती है कौन कैसा सोचता है किसकी कैसी सोच है कौन कैसे त्रिकोण में बिलीव करता है कैसा थिंकर है राइट सो आईडियोलॉजी में ए जाता है रिवॉल्यूशनरी और पेसिफिक रिवॉल्यूशनरी जो ओवरनाइट एक चेंज चाहते हैं और पैकेज जो एक स्लो चेंज में बिलीव करते हैं दोनों अपोजिट हैं एक्सट्रीमीस्ट और मॉडरेट और डी राइट और डी राइट लेफ्ट और जो शेड्स ऑफ डी सेंटर एक्सट्रीमिस्ट यानी की जो एक्सट्रीम त्रिकोण में है ना वायलेंस में बिलीव करते हैं अगर वो चेंज लाना चाहते हैं जैसे की हम आगे पढ़ेंगे नक्सलाइट जो आम रिबेलीयन में बिलीव करते हैं और मॉडरेट जो आपका नेगोशिएशन पिटीशन इन सारे मॉडरेट फॉर्म्स में बिलीव करते हैं पर ब्रिंगिंग चेंज राइट दो सो सपोर्ट केपीटलाइज्म आ फ्री मार्केट डी प्लेयर ऑफ डिमांड और सप्लाई फ्री मार्केट और लेफ्ट पुर पीपल राइट एन सोशलिज्म इस जो साइड होते हैं कंजर्व और रेडिकल राइट कंजरवेटिव जो नए त्रिकोण में विश्वास नहीं रखते राइट जो ट्रेडिशनल मैथर्ड में बिलीव करते रेडिकल जो की समय के साथ बहुत जल्दी बदलते हैं तो इस डिफरेंट आईडियोलॉजी से ऐसी डिफरेंट डिफरेंट आईडियोलॉजी के लोग आ कांग्रेस में थे सो विद इन डी पार्टी आप देख सकते हैं कितनी अलग आईडियोलॉजी हैं डी कांग्रेस वज एन प्लेटफॉर्म्स पर न्यूमेरल्स ग्रुप इंटरेस्ट और एवं पॉलीटिकल पार्टी तू टेक पार्ट इन डी नेशनल मूवमेंट तो कांग्रेस के अंदर ही आप देख सकते हैं ग्रुप से इंटरेस्ट है साथ ही साथ ये क्या है पॉलीटिकल पार्टी जी हां इन परी इंडिपेंडेंस दे इस बिफोर इंडिया गेट इंडिपेंडेंस में ऑर्गेनाइजेशंस और पार्टी विद देवर ऑन कॉन्स्टिट्यूशन और आर्गेनाईजेशन स्ट्रक्चर व अलाउड तू एक्जिस्ट विद इन डी कांग्रेस लाइक दी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी तो भैया कांग्रेस के अंदर ही डिफरेंट डिफरेंट पार्टी है राइट जैसे आप ए गया सीसी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी जिनका खुद का एक कॉन्स्टिट्यूशन है और ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर है इंडियन नेशनल कांग्रेस राइट चलिए आगे चलते हैं अब चलते हैं नेक्स्ट टॉपिक पे टोलरेंस और मैनेजमेंट ऑफ फ्रेक्शंस अब इतनी डाइवर्सिटी एक पार्टी के अंदर तो भाई कैसे उसको मैनेज करते हैं राइट तो ये फ्रेक्शंस यहां पे क्या है ये जो हमने ग्रुप पढ़े विदीन डी पार्टी इनको फ्रेक्शंस फ्रेक्शंस बोलते हैं नोट फ्रेक्शंस ठीक है चलिए कोलेशन लाइक करैक्टर ऑफ डी कांग्रेस गिव आईटी और अनयूजुअल स्ट्रैंथ राइट तो मजबूत करता था ये कोलेशन लाइक करैक्टर अच्छा जी कोलिशन क्या है एक कोलिशन क्या होता है एन कोलिशन एकोमोडेशन जो डोज हूं जॉइन आईटी भाई अब जो मेंबर्स हैं कोलेशन के वो सर कोलेशन का हिस्सा तो होंगे जी बिल्कुल आईटी हज तू अवॉइड अन्य एक्सट्रीम पोजीशन और स्ट्राइक एन बैलेंस ऑन ऑलमोस्ट जो इश्यूज एक्सट्रीम पोजीशन क्यों नहीं ले सकते एकदम आप एक रेडिकल अप्रोच नहीं ले सकते क्योंकि पेसिफिक तो है विद इन डी कांग्रेस आप एकदम कंजरवेटिव भी नहीं र सकते राइट क्योंकि और भी एकदम अपोजिट आईडियोलॉजी वाले भी मेंबर्स हैं तो इससे एक बैलेंस ट्राई होता था आईडियोलॉजिस्ट में और कांग्रेस राइट कभी भी ये ऐसे एक्सट्रीम जैसे सीसा होता है ऐसे नहीं होता था हमेशा एक बैलेंस मेंटेन राहत था अच्छा जी अब इतने सारे ग्रुप हैं तो ऑब्वीजली कंप्रोमाइज तो करना पड़ेगा और साथ साथ इंक्लूसिव ने सबको इक्वली इंवॉल्व करना दोनों ही हॉलमार्क हैं ऑफर कोलेशन हॉलमार्क यानी की वेरी इंपॉर्टेंट थिंग्स राइट एनीथिंग डेट डी अपोजिशन वांटेड तू से वुड अलसो फाइन दी प्रोग्राम और आईडियोलॉजी ऑफ डी कांग्रेस अब भैया अपोजिशन पार्टी के पास जो खाने का था वह तो ऑलरेडी कांग्रेस के अंदर था क्योंकि कांग्रेस में वैसे ही इतने सारे ग्रुप हैं डिफरेंट डिफरेंट आईडियोलॉजी के राइट सो कांग्रेस खुद एक पार्टी भी थी और खुद एक अपोजिशन पार्टी की तरह भी एक्ट करती थी ग्रेटर टोलरेंस टोल रेट करना पड़ेगा ऑफ इंटरनल डिफरेंस क्योंकि अलग-अलग सब की सोच है अब आपके घर में ही देख लो आपकी कुछ और सोच है आपके पेरेंट्स की कुछ और सोच होगी तो कनफ्लिक्ट तो होगा ही लेकिन टॉलरेट करके हंसी खुशी से रहना पड़ेगा राइट और एंबिशियस ऑफ वेरियस ग्रुप और लीडर्स आर एन फॉर्म्ड 8 राइट तो ग्रेटर टैलेंटेड करनी पड़ेगी सबका जो ओपिनियन है वो लेना पड़ेगा एवं आईएफ एन ग्रुप ग्रुप क्या है ग्रुप इनसाइड डी पार्टी बाज कॉल्ड फक्शन वज नोट हैप्पी विद डी पोजीशन ऑफ डी पार्टी और विद इट्स शेर ऑफ पावर अगर किसी को ग रहा है की पार्टी ने यह सही नहीं किया या फिर पार्टी मुझे हमारे ग्रुप को ज्यादा इंर्पोटेंस नहीं दे रही आईटी वुड रीमें इनसाइड डी पार्टी और फाइट दी अदर ग्रुप रदर दें लिविंग डी पार्टी और बीकमिंग दी अपोजिशन तो भैया अगर वो अपोजिशन पार्टी बन जाए कांग्रेस से निकाल के तो ज्यादा कंपटीशन हो ज्यादा पावर हो लेकिन वो कांग्रेस के अंदर ही र के आपस में कंप्लीट करते थे तो इससे कोई भी अपोजिशन पार्टी नहीं होती थी कांग्रेस के पास इंसटिड ऑफ बीइंग एन वीकनेस इंटरनल सेक्शनालिस्म विकम स्ट्रैंथ ऑफ दी कांग्रेस वही बिकॉज़ दिस एलईडी तू नो स्टेप अपोजिशन पर डी पार्टी इसीलिए इस स्ट्रैंथ बन पे कांग्रेस पार्टी की सो जो कांग्रेस की स्टेट यूनिट्स थी सब यूनिट्स की देवरा मेड अप ऑफ न्यूमेरल्स फ्रेक्शंस राइट तो जैसे ये कांग्रेस पार्टी है राइट यह आपके फ्रेक्शंस है फ्रेक्शंस में भी ऐसे आपका ये पुरी एक हो गई स्टेट यूनिट और इसमें ए गए आपके कर से पांच फ्रैक्शन ठीक है सो स्टेट यूनिट्स मेड अप ऑफ न्यूमरस फ्रेक्शंस तू डिफरेंट आईडियोलॉजिकल पोजीशंस मेकिंग डी कांग्रेस अपर आगे एन ग्रैंड सेंट्रलाइज्ड पार्टी ग्रैंड सेंट्रल पार्टी का मतलब क्या है की भैया अपोजिशन भी क्या है कांग्रेस के अंदर ही है अपोजिशन अदर पार्टी जो कांग्रेस से बाहर थी दे व नोट अल्टरनेटिव तू डी रोलिंग पार्टी इन स्टेट डी कांस्टेंटली प्रेशराइज्ड और क्रिटिसाइज सेंसोड़ और इन्फ्लुएंस डी कांग्रेस कैसे बाय इनफ्लुएंसिंग दिस फैक्ट्स राइट वह इनफेक्शंस के थ्रू अपने पॉलिसी और डिसीजन मेकिंग में इनफेक्शंस के थ्रू पॉलिसी और डिसीजंस को इन्फ्लुएंस करते थे फ्रॉम डी मार्जिन राइट फ्रॉम डी मार्जिंस यानी की आ थ्रू डी सेक्शंस सो इन डी फर्स्ट 10 इयर्स ऑफ इलेक्टरल कंपटीशन डी कांग्रेस एक्टेड बोथ आगे डी रनिंग पार्टी आज वेल आज डी अपोजिशन पार्टी इसीलिए क्या बोला गया किस पीरियड ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स इस दी कांग्रेस सिस्टम जहां पे कांग्रेस ही रनिंग पार्टी है और कांग्रेस ही अपोजिशन पार्टी है इसको हम बोलते हैं कांग्रेस सिस्टम अब देखते हैं फाइनली एमरसेंस ऑफ अपोजिशन पार्टी कैसे होता है सो इंडिया हद ए लार्जर नंबर ऑफ डायवर्स और वाइब्रेट अपोजिशन पार्टी बहुत साड़ी अपोजिशन पार्टी आई सम ऑफ डीज हेड कम इन तू बीइंग एवं बिफोर डी फर्स्ट जनरल इलेक्शन ऑफ 1952 कुछ 1952 से पहले ही बन चुकी थी रूट ऑफ ऑलमोस्ट जो डेज टुडे कैन बी टैग्ड तू वन और दी अदर ऑफ डी अपोजिशन पार्टी ऑफ 1950 जो आज के दिन भी नॉन कांग्रेस पार्टीज्ज है पर एग्जांपल बीजेपी है उसके भी रूट पूर्ण अपोजिशन पार्टी में ले करते हैं जो 1950 के दौरान बनी अब यहां पढ़ेंगे राइट सो व्हाट वास डी रोल प्लेड बाय अपोजिशन पार्टी अपोजिशन पार्टी की वजह से क्या होता है की कोई भी गवर्नमेंट है वो एंटी डेमोक्रेटिक ना बन जाए वो ये इंश्योर करती है सो प्रीवेंशन ऑफ एन सिस्टम डेट इस टर्निंग इन एंटी डेमोक्रेटिक ऑफवर्ड एन स्टैंड और प्रिंसिपल क्रिटिसिजम ऑफ डी पॉलिसीज जो कमेंट कर रही है उसकी पॉलिसीज को क्रिटिसाइज करना अगर कुछ गलत है तो और प्रैक्टिस ऑफ डी कांग्रेस पार्टी ग्रूम डी लीडर्स हुआ तू प्ले एन कृष्ण रोल इन डी शिपिंग ऑफ अवर कंट्री राइट कहीं सारे लीडर्स और बाकी अलग डिफरेंट पार्टी को भी सपोर्ट करते थे तो उनकी भी ग्रूमिंग हुई तो वह भी काफी ज्यादा अच्छी लीडर्स बन के आए कैप डी रनिंग पार्टी अंदर और ओपन चेंज डी बैलेंस ऑफ पावर विद इन डी कांग्रेस चेक्स इन बैलेंस मेंटेन रहते हैं राइट वो कंटीन्यूअस जो कांग्रेस पार्टी है उसके एक्शंस को चेक करती रहती है की कुछ गलत तो नहीं कर रही है राइट हम सबको पता है अगर आपने कुछ गलत किया आज के दिन तो बोर्ड्स ग जाएंगे राइट दूसरी पार्टी उसको बार-बार उछालेंगे राइट सिमिलरली पर अदर पार्टी आपका बीजेपी कांग्रेस तो जो अपोजिशन पार्टी होती है वो हमेशा क्रिटिसाइज करने के लिए रेडी रहती है सो पहले ओरली इयर्स में देवर बाज एन लोट ऑफ म्युचुअल रिस्पेक्ट बिटवीन लीडर्स ऑफ कांग्रेस पार्टी और दी लीडर्स ऑफ डी अपोजिशन पार्टी पर एग्जांपल जवाहरलाल नेहरू ऑफर रिफ्रेड तू हज फॉर्म्ड स पर डी सोशलिस्ट पार्टी वो सोशलिस्ट पार्टी को लाइक करते थे और इनवाइटेड डी लीडर्स ऑफ दिस पार्टी तू जॉइन है गवर्नमेंट पर एग्जांपल जयप्रकाश नारायण सिमिलरली इंटिरिम गवर्नमेंट जो टेंपरेरी गवर्नमेंट थी विच रूल डी कंट्री आफ्टर डिक्लेरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस और दी फर्स्ट जनरल इलेक्शन स्टूडेंट अपोजिशन लीडर्स लाइक डॉक्टर बी आर अंबेडकर और श्याम प्रसाद मुखर्जी जो की कांग्रेस पार्टी का पार्ट नहीं थे राइट्स इससे क्या लिखा है म्युचुअल रिस्पेक्ट दिखे रही है दिस किड ऑफ पर्सनल रिलेशनशिप विद और रिस्पेक्ट पर पॉलीटिकल एडवर्सरीज एडवर्सरीज यानी की जो अपोजिट लीडर्स हैं दी क्लाइंट आफ्टर दी पार्टी कंपटीशन ग्रीयू मोरिंटेंस अब आज के दिन इतनी म्युचुअल रिस्पेक्ट नहीं है जैसे-जैसे कंपटीशन बढ़ता गया ये म्युचुअल रिस्पेक्ट खत्म होती गई राइट सो डी एबिलिटी ऑफ दी कांग्रेस तू एकोमोडेशन जो इन ट्रांस्पिरेशंस ऑफ पॉलीटिकल पावर स्टेरिंग डिक्लिन सीरियसली ये जो कांग्रेस का हमने सोशल और आईडियोलॉजिकल कोलाइजन देखा ये धीरे-धीरे कम होने लगा डिक्लिन होने लगा अदर पॉलीटिकल पार्टी स्टार्टड गेमिंग ग्रेटर साइनिफिकेंस अब आप देखेंगे जो कांग्रेस के अंदर फ्रेक्शंस थे वो भी हटके अलग अपोजिशन पार्टी बने लगी चलिए सो नो लेट मूव ऑन तू डी बॉक्स तो पहले पार्टी है सोशलिस्ट पार्टी डी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी जो फ्रैक्शन थी कांग्रेस का सीसी हमने पढ़ा था ना वो फॉर्म्ड विदीन डी कांग्रेस इन 1934 बाय एन ग्रुप ऑफ यंग लीडर्स हूं वांटेड मोर क्या आईडियोलॉजी दी रेडिकल और ईगलिटेरियन कांग्रेस ठीक है रेडिकल यानी की जो चेंज में बिलीव करती है और एगएलिटेरियन यानी की इक्वल राइट क्लासलैस सोसाइटी राइट तो वो क्लासलैस कांग्रेस को सपोर्ट करती थी फिर इन 1944 फिर इन 1948 डी कांग्रेस अमेंडेड इट्स कॉन्स्टिट्यूशन तू प्रीवेंट इट्स मेंबर्स फ्रॉम हेविंग एन ड्यूल पार्टी मेंबरशिप तो 1984 में जो हमने पढ़ा है ना कांग्रेस के अंदर ही क्या होती थी पॉलीटिकल पार्टी होती थी वो कांग्रेस ने माना कर दिया की ऐसा नहीं होगा आपको सिर्फ कांग्रेस पार्टी का ही हिस्सा रहना है तो इसी वजह से जो सोशलिस्ट थे उन्होंने अपनी एक सेपरेट सोशलिस्ट पार्टी बनाए ये 1948 क्लियर है सो 1948 में बनी डी सोशलिस्ट पार्टी डी पार्टी इलेक्टरल परफॉर्मेंस कैसे मैच डिसएप्वाइंटमेंट तू इट्स सपोर्टर ज्यादा अच्छी तरक्की मिली नहीं सोशलिस्ट बिलीव्ड इन दी आईडियोलॉजी ऑफ डेमोक्रेटिक सोशलिज्म राइट सोशलिज्म क्या है वेलफेयर ऑफ सिटीजनस होना चाहिए और जो मेंस ऑफ प्रोडक्शन है वो स्टेट एन ओनरशिप हनी चाहिए आगे एन पोज तू केपीटलाइज्म जो प्राइवेट इंडिविजुअल ओनरशिप में मानती है राइट सो ये डेमोक्रेटिक बेसिस में होना चाहिए दे क्रिटिसाइज डी कांग्रेस पर फरिंग कैपिटल और लैंडलॉर्ड और पर इगनोरिंग डी वर्कर्स और पेशेंस राइट तो क्योंकि ये क्लासलैस सोसाइटी चाहते थे की हर एक क्षेत्र को इक्वल ट्रीटमेंट मिले ये इस बात से ना खुश थे डी लीडर ऑफ डी सोशलिस्ट पार्ट इस वर्ल्ड जयप्रकाश नारायण अच्युत पाठ वर्धन अशोक आचार्य नरेंद्र देव राम मनोहर लोहिया और सम जोशी जो आर वेरी वेल नॉन पॉपुलर बुक में कई बार इनका नाम सुनेंगे डी सोशलिस्ट पार्टी वेट थ्रू में स्प्लिट्स और रियूनियन लीडिंग तू दी फॉर्मेशन ऑफ में सोशलिस्ट पार्टी बार-बार स्प्लिट हुआ बार-बार जुड़े किसान मजदूर प्रजापत्य प्रजा सोशलिस्ट पार्टी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी राइट अलग अलग स्प्लिट होके पार्टी इस इन कंटेंपरेरी इंडिया डेट वृक्ष देवर ओरिजन तू डी सोशलिस्ट पार्टी आज के दिन में जो पार्टी है इनमें से कौन सोशलिस्ट पार्टी से ही निकाल के फॉर्म हुई हैं समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय जनता दाल जनता दाल यूनाइटेड जनता दाल सेकुलर चारों ही किसके ओरिजन है कहां ओरिजन है सोशलिस्ट पार्टी में राइट वेरी वेरी इंपॉर्टेंट पर योर सेट और उर बोर्ड्स मैक्स वेल अच्छा जी अब लीडर की बात करते हैं ये हैं आचार्य नरेंद्र देव क्लियर है चलिए इनके बड़े में पढ़ने हैं प्रेसिडेंट ऑफ डी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी इस डी वन विदीन डी कांग्रेस फैक्शंस में राइट ही वज एन फ्रीडम फाइटर कॉलर ऑफ बुद्धिस्म आफ्टर इंडिपेंडेंस ही लेट डी सोशलिस्ट पार्टी राइट जो 1948 में बनी और लेटर डी प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के बाद कौन सा स्प्लिट के बाद प्रजा सोशलिस्ट पार्टी क्लियर है परफेक्ट आगे चलते हैं अब चलते हैं कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया पे इन डी अर्ली 1920 कम्युनिस्ट ग्रुप इमर्जड इन डिफरेंट पार्ट्स ऑफ इंडिया टेकिंग इंस्पिरेशन फ्रॉम दी बोलशेविक रिवॉल्यूशन इन रसिया और एडवोकेटिंग सोशलिज्म आज डी सॉल्यूशन तू प्रॉब्लम्स अफेक्टिंग डी कंट्री तो कम्युनिज्म हमने कहा पढ़ा है यूएसएसआर की आईडियोलॉजी में है ना कम्युनिज्म और सोशलिज्म दोनों ही काफी इंटररिलेटेड है जहां पे आ स्टेट ओनरशिप ऑफ रिसोर्सेस हो देवर इस नो प्राइवेट ओनरशिप और सोशल वेलफेयर हो और कम्युनिटी आज एन होल एंजॉय डी रिसोर्सेस राइट सो कहां से इंस्पिरेशन में लिए बोलशेविक रिवॉल्यूशन इन रसिया राइट डी रूस रिवॉल्यूशन फ्रॉम 1935 डी कम्युनिस्ट वर्ब मेली फ्रॉम विदीन डी फोर्ड ऑफ डी इंडियन नेशनल कांग्रेस तो ये भी भैया 1935 डी इंडियन नेशनल कांग्रेस एक्शन था फिर दिसंबर 1941 में अब पार्टी ऑफ वेस्ट तू प्लेस व्हेन डी कम्युनिस्ट डिसाइड तू सपोर्ट डी ब्रिटिश इन डी वार अगेंस्ट नाजी जर्मनी यानी की आपकी सेकंड वर्ल्ड वार में कम्युनिस्ट ने डिसाइड किया की वो ब्रिटिशर्स का साथ देंगे कब से कब तक कोई 1939 से 45 तक राइट सो दिस वांटेड तू सपोर्ट डी ब्रिटिश जो उसे वक्त इंडिया पे रूल कर रहे थे राइट दें की हेड ऑफ वेल तेल पार्टी मशीनरी और डेडीकेटेड आते डी टाइम ऑफ इंडिपेंडेंस राइट सो इंडिपेंडेंस के दौरान भी की ने अपनी फूल मदद कारी राइट आगे चलते हैं सोना आफ्टर इंडिपेंडेंस डी पार्टी थॉट डेट डी ट्रांसफर ऑफ पावर इन 1947 वैसे नोट ट्रू इंडिपेंडेंस और करंट वायलेट एन प्राइजिंग्स इन तेलंगाना अच्छा जी तो क्या लगा की ये जो ट्रांसफर ऑफ पावर हुई है ब्रिटिश से इंडियन गवर्नमेंट को ये ट्रू इंडिपेंडेंस नहीं है तो इन्होंने भैया तेलंगाना में काफी वायलेट उप्राइजिंग कारी डी कम्युनिस्ट फेल्ड तू जेनरेट पॉपुलर सपोर्ट पर डी पोजीशन और वर्कशेड में डी आर्म्ड फोर्सेस हो एवर ज्यादा रंग नहीं लाई ये कम दिस फोर्स डेम तू रिचिंग देवर पोजीशन फिर इन्होंने क्या सोचा फिर इन्होंने ये वायलेट रिवॉल्यूशन वाला पार्ट छोड़ दिया और इन 19 31 डी कम्युनिस्ट पार्टी आबंदों यानी की छोड़ दिया डी पाठ ऑफ वायलेट रिवॉल्यूशन और डिसाइड तू पार्टिसिपेट और अप्रोचिंग डी जनरल इलेक्शंस जो 52 में होने थे राइट इन डी फर्स्ट जनरल इलेक्शन की 16 सिट्स और इमर्जड आज डी लार्जेस्ट अपोजिशन पार्टी जो हमने अभी डिस्कस किया डी पार्टी गो सपोर्टिंग आंध्र प्रदेश वेस्ट बंगाल बिहारन केरला वेरी इंपॉर्टेंट यू शुड नो दिस कौन सी स्टेटस में सपोर्ट मिला आंध्र प्रदेश वेस्ट बंगाल बिहार और केरला राइट नॉटेबल लीडर्स ऑफ की कौन है ए के गोपालन ऐसे देंगे एम्स नंबरी पर पीसी जोशी अजय घोष और पी सुंदर है दें इन 1964 डी पार्टी वेट थ्रू एन मेजर स्प्लिट पार्टी टूट जाति है दो हसन में फॉलो इन डी आईडियोलॉजिकल रिफ्ट बिटवीन डी सोवियत यूनियन और चीन आप देखेंगे चीन में 1962 में इंडो चीन वार होती है और उसके बाद यह स्प्लिट होता है तो जो प्रोसे सोवियत फ्रैक्शन थे वो की बन के रहे यानी की जो यूएसएसआर के सपोर्ट में थे उससे इंस्पायर थे और जो प्रो चीन थे वो की एम बन गए की मार्क्स ठीक है चलिए सो अब यहां बात करते हैं एक-एक गोपालन जी के बड़े में यह आप 100 आ स्टांप देख रहे हैं कम्युनिस्ट लीडर फ्रॉम केरला जॉइन डी कम्युनिस्ट पार्टी 1939 आफ्टर दिस स्प्लिट इन डी कम्युनिस्ट पार्टी 1964 ही जॉइंट सीपीएम और कद फर्स्ट फेड डिंग डी पार्टी रिस्पेक्ट आगे एन पार्लियामेंट और मेंबर ऑफ पार्लियामेंट फ्रॉम 1952 डीज बॉक्स आर इंपॉर्टेंट पर योर सी यू टी चलिए अब चलते हैं भारतीय जान संघ पे भारतीय जनसंघ स्पॉन्टेड 1951 विद श्याम प्रसाद मुखर्जी आगे आईटी इसे फाउंडर प्रेसिडेंट वेरी इंपॉर्टेंट लाइनेज कैन बी वृक्ष बैक तू डी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस और डी हिंदू महासभा बिफोर इंडिपेंडेंस राइट तो हिंदू महासभा आरएसएस में ओरिजन है और दें भारतीय जनसंघ फॉर्म होती है इन 1951 ठीक है इम्फैसीज डी आइडिया ऑफ वन कंट्री वन कलर वन मिशन ठीक है भारतीय जनसंघ आप समझ का रहे हैं इससे एक बिलियन दर्द कंट्री कोड विकम मॉडर्न प्रोग्रेसिव और स्ट्रांग ऑन डी बेसिस ऑफ इंडियन कलर और ट्रेडीशंस ही कॉल्ड पर एन रियूनियन ऑफ इंडिया और पाकिस्तान इन अखंड भारत तो ये किसका इनिशिएटिव है आईडियोलॉजी है भारतीय जान संघ की डी पार्टी वास इन फोर फ्रंट ऑफ डी एजुकेशन तू रिप्लेस इंग्लिश विद हिंदी आज एन ऑफिशल लैंग्वेज ऑफ इंडिया आईटी वज अलसो अपोज तू डी ग्रांटिंग ऑफ कंसेशन तू रिलिजियस और कल्चरल माइनॉरिटी की उनको कंसेशन ना मिले कोई भी प्रिविलेज ना मिले डी पार्टी वास डी कंसिस्टेड एडवोकेट यानी की सपोर्टर ऑफ इंडिया डेवलपिंग न्यूक्लियर वेपंस स्पेशली आफ्टर चीन करी डाउट इट्स एटॉमिक टेस्ट इन 1964 सो डी पार्टी वैसे एबल तू सीकर ओनली थ्री लोक सभा सिट्स इन डी 1952 इलेक्शंस और फोर सिट्स इन 1957 जनरल इलेक्शंस पार्टी लीडर्स इंक्लूड श्याम प्रसाद मुखर्जी दीनदयाल उपाध्याय और बलराज मधु बीजेपी ट्रेस इट्स रूट तू डी भारतीय जनता सॉन्ग वेरी इंपॉर्टेंट भारतीय जनता पार्टी के रूट कहां है भारतीय जनता संघ से हैं राइट ये है दीनदयाल उपाध्याय जी ही वज एन फूल टाइम आरएसएस वर्कर्स साइंस 1942 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राइट फाउंडर मेंबर ऑफ भारतीय जनसंघ जनरल सेक्रेटरी लेटर प्रेसिडेंट ऑफ भारतीय जनता इनीशिएटिड डी कॉन्सेप्ट ऑफ इंटीग्रल ह्यूमैनिज्म जो आपके एडिट टॉपिक में है लेकिन एड टॉपिक अब बोर्ड्स में नहीं पूछे जाएंगे राइट तो ये उनकी फिलासफी थी इंटीग्रल ह्यूमैनिज्म की ज्यादा डेप्थ में नहीं जाना है नो लेट मूव ऑन तू डी बॉक्स मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ओरिजिनल नाम क्या था अब्दुल कलाम मोहिउद्दीन अहमद ही वज एन स्कॉलर ऑफ इस्लाम फ्रीडम फाइटर और कांग्रेस लीडर प्रापर्टी ऑफ हिंदू मुस्लिम यूनिटी वेरी इंपॉर्टेंट एन पोज तू पार्टीशन ही बाज मेंबर ऑफ कांस्टीट्यूएंट असेंबली और एजुकेशन मिनिस्टर इन डी फर्स्ट कैबिनेट ऑफ फ्री इंडिया वेरी इंपॉर्टेंट क्यू एट में मैच डी फॉलोइंग करके पूछ लेते हैं फ्रॉम डीज बॉक्स की क्या रैंक्स की क्या पोजीशन थी राइट फिर चलते हैं राजकुमारी अमृत कौर पर आईडियोलॉजी में बिलीव करते हैं बिलॉन्ग तू दी रॉयल फैमिली ऑफ कपूरतला इन्हेरीटेड क्रिश्चियन रिलिजन फ्रॉम हर मदर मेंबर ऑफ कांस्टीट्यूएंट असेंबली मिनिस्टर पर हेल्थ इन इंडिपेंडेंस इंडिया'एस फर्स्ट मिनिस्ट्री वेरी इंपॉर्टेंट कंटीन्यूअस स हेल्थ मिनिस्टर तिल 1957 तिल डी सेकंड जनरल इलेक्शंस अब चलते हैं श्याम प्रसाद मुखर्जी पे लीडर ऑफ हिंदू महासभा राइट जो हमने पढ़ा भी फाउंडर ऑफ भारतीय जनसंघ मिनिस्टर इन नेहरू भारत कैबिनेट आफ्टर इंडिपेंडेंस रेसिंस इन 1950 दिउ तू डिफरेंस ओवर रिलेशंस विथ पाकिस्तान मेंबर ऑफ कांस्टीट्यूएंट असेंबली और लेटर डी फर्स्ट लोक सभा और कांस्टीट्यूएंट असेंबली दोनों की मेंबर थे वास तू इंडियास पॉलिसी ऑफ ऑटोनॉमी तू जम्मू और कश्मीर की जम्मू और कश्मीर को ज्यादा ऑटोनॉमी नहीं देनी चाहिए कश्मीर पॉलिसी डायट ड्यूरिंग डिटेंशन व्हेन ही वास इन प्रेजेंट राइट रफी अहमद किदवई ही वैसे एन कांग्रेस लीडर फ्रॉम अप मिनिस्टर इन अप इन 1937 और अगेन इन 1946 मिनिस्टर पर कम्युनिकेशन इन डी फर्स्ट मिनिस्ट्री ऑफ फ्री इंडिया इंपॉर्टेंट है और दें फूड और एग्रीकल्चर मिनिस्टर फ्रॉम 52 तू 54 नो लेट मूव ऑन तू बाबा साहब भीमराव अंबेडकर दो बी आर अंबेडकर राइट लीडर ऑफ डी एंटी कास्ट मूवमेंट और डी स्ट्रगल पर जस्टिस तू डी दिल्ली स्कॉलर और इंटेलेक्चुअल फाउंडर ऑफ इंडिपेंडेंस लेबर पार्टी कौन सी पार्टी फाउंड कारी इंडिपेंडेंस लेबर पार्टी लेटर फाउंडेड डी शेड्यूल कास्ट फेडरेशन प्लांट बी फॉर्मेशन ऑफ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की फॉर्मेशन प्लेन कारी मेंबर ऑफ वायसरॉय एग्जीक्यूटिव काउंसिल ड्यूरिंग डी सेकंड वर्ल्ड वार वेरी इंपॉर्टेंट अध्यक्ष ऑफ डी ड्राफ्टिंग कमेटी ऑफ कांस्टीट्यूएंट असेंबली जो सबको पता है मिनिस्टर इन नेहरू'एस फर्स्ट कैबिनेट आफ्टर इंडिपेंडेंस रिजाइन इन 1951 वेरी इंपॉर्टेंट दिउ तू डिफरेंस इस ओवर डी हिंदू कोड बिल हिंदू कोड बिल पे डिफरेंस की वजह से 1951 में रिजाइन कर दिया अडॉप्टेड बुद्धिस्म इन 1956 विथ थाउजेंड्स ऑफ फॉलोअर्स ज्यादा इंडिप्थ जाना यहां सिंपली सर्च कर सकते हैं पढ़ सकते हैं और इनके बड़े में परफेक्ट सो गैस डेट इसे आईटी पर 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