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हैलोएल्केन और हैलोएरिन्स

Jul 7, 2024

हैलोएल्केन और हैलोएरिन्स – रिवीजन

भूमिका

आज हम हैलोएल्केन और हैलोएरिन्स का व्यापक रिवीजन करने जा रहे हैं, जिसमें हम इनका बेसिक परिचय, उनकी रासायनिक प्रतिक्रिया तथा प्रिपरेशन मेथड को समझेंगे।

हैलोएल्केन और हैलोएरिन्स की परिभाषा

  • हैलोजन: फ्लोरीन, क्लोरीन, ब्रोमीन, आयोडीन
  • एल्केन: सिंगल बॉन्ड वाले (जैसे CH4 - मीथेन)
  • हैलोएल्केन: एल्केन जिसमें हैलोजन जुड़ा हो
  • हैलोएरिन्स: एरीन्स (बेंजीन रिंग) जिसमें हैलोजन जुड़ा हो

रासायनिक रिएक्शन का आधार

  • विनाइल: कम रिएक्टिव; डबल बॉन्ड के बगल में सिंगल बॉन्ड और हैलोजन
  • एलॉयल: ज्यादा रिएक्टिव
  • बेंज़ल: बेंजाइल क्लोराइड, बेंजाइल अल्कोहल (CH2OH)

डिग्री पहचानना

  • 1°, 2°, 3° (प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक) – कार्बन से जुड़े अन्य कार्बनों की संख्या के आधार पर
  • धोमज्ञान: क्लोरीन किस कार्बन से जुड़ा है?

हैलोएल्केन की प्रिपरेशन

अल्कोहल से

  • OH को Cl/Br/I से रिप्लेस करना
  • महत्वपूर्ण मेथड:
    • PCl3 / PCl5: CH3OH -> CH3Cl
    • SOCl2: थायोनिल क्लोराइड; गैस उड़ जाती है, फिल्टरिंग की जरूरत नहीं
  • लुकास रीएजेंट:
    • ZnCl2 + HCl -> पहचानो 1°, 2°, 3° अल्कोहल

हाइड्रोकार्बन से

  • Cl2/Sunlight: CH3 -> CH3Cl
  • Br2 / CCl4: डबल बॉन्ड को ब्रेक करके जोड़ना, डाइब्रोमाइड का निर्माण
  • मारकोनीकोव रूल: BR वहां जाएगा जहां कम हाइड्रोजन
  • एंटी-मारकोनीकोव रूल: पेरोक्साइड के साथ विपरीत

हैलोएरिन्स की प्रिपरेशन

  • बेंजीन से: AlCl3/Cu2Cl2/डायज़ोनियम साल्ट
  • शिमान रिएक्शन: HBF4 -> फ्लोरोबेंजीन
  • सैंडमेयर रिएक्शन: Cu2Cl2 -> क्लोरोबेंजीन
  • गर्टरमैन रिएक्शन: Cu, HBr -> ब्रोमीन

रिएक्टिविटी

  • हैलोएरिन्स लेस रिएक्टिव होते हैं, आंशिक डबल बॉन्ड कैरेक्टर के कारण
  • रेटिंग बोनस/बिल्डिंग: Cl = परुअत्व इसका कारण
  • डबल बॉन्ड = कमजोर -> रिएक्टिविटी
  • No2 (NO2)
  • R में मेटा, ऑर्थो-पर-कोंसेप्ट वाले रिएक्शन

SN1 और SN2 रिएक्शन

SN1 यूनिमोलक्युलर

  • सिंगल स्टेप
  • पॉलेपोलर प्रोटिक सॉल्वेंट: H20
  • कार्बोकैटायन फॉर्मेशन: धीमा चरण
  • रिटेंशन और इनवर्जन की संभावना

SN2 द्विमोलक्युलर

  • डबल स्टेप
  • बैक साइड अटैक
  • बुल्कीनेस / स्टेरिक हैंड्रेंस
  • रेज़ोनेंस का महत्व
  • 1°, 2°, 3° रिएक्टिविटी क्रम
  • भीड़ कम, रिएक्शन तेज़

फिटिंग रिएक्शन

  • Wurtz रिएक्शन का बेन्जीन वर्शन
  • बेंजीन + 2Na -> जुड़ना

महत्वपूर्ण ट्रिक्स

  • पेरोक्साइड का महत्व
  • SN रिएक्शन की प्राथमिकताएँ
  • एलाइड एल्कोहल्स: लुकास रीएजेंट
  • R और मैटर वाले प्राथमिकताएँ
  • नाइट्रेशन और सल्फोनेशन: ध्यान देने वाले स्थान पर रिएक्शन

अध्याय के मुख्य बिंदु

  • हर कैलकुलेशन और ट्रिक को ध्यान से स्टडी करना और रट्टा मारना
  • सभी रिएक्शन और नियम कठिनाई के अनुसार समझें और दुहराएँ

समापन

उम्मीद है यह रिवीजन आपके एक्जाम में काम आएगा और सफलता प्राप्त होगी।