Hello everyone, welcome to the class guys, कैसे हो आप सभी उमीद करता हूँ, आप सभी बच्चे बहुत अच्छे होगे, अच्छे से पढ़ाई लिखाई कर रहे होगे बच्चो आज की इस क्लास में मैं लेकर क्या हूँ आपके लिए, डूबल लेचर अफ मैटर और डिडियेशन का वन शॉट और आपसे बस इतनी से बात कहना चाहता हूँ कि इस वन शॉट के बाहर कुछ नहीं जाएगा, बस इतनी से बात अपने दिमाग में आप बि� आप यहाँ आए, आपने यहाँ से पढ़ा, और as it is question आपको अपने exam में देखने को मिला, और आप करके आओगे, आपके पूरे number आएंगे, ठीक है, लेकिन अगर आप हमसे daily basis पर पढ़ना चाहते हैं, आप physics में थोड़ा सा पीछे रह गए हैं, आपको लगता है कि sir backlog हो गया आपको 90 प्लस लाइक एक बच्चा बनाने के लिए हमने crash course launch करा है जो कि है प्रथम batch और इस प्रथम batch के अंदर हमारे बेतरीन faculties आपको साथ में मिलेंगे या यूँ कहूं मैं इनके साथ में पढ़ाने का मुझे मौका मिल रहा है तो भाई मैं आपसे कहूंगा कि प्रथम batch में आपको 60 days का जो crash course दिया जा रहा है इसके अंदर आपको live classes daily मिलेंगी recorded classes मिलेंगी notes, PDF और important जो सभी चीज़ें आपके लिए जरूरी हैं वो सब मिलेगा ये बैच आपके लिए गैरेंटी होगा कि अगर आपका बैकलॉग भी रह गया है अगर आप परिशान हो डरे हुए हो या आपको लग रहा है कि सर अब मुझसे नहीं हो पा रहा है तो ये प्रथम बैच 60 days crash course only ये 5th नोवेंबर से स्टार्ट हो रहा है अभी बहुत अच्छे नंबर आपके आ जाएंगे यह हमने बैच की टाइमिंग जो है यहाँ पर मेंशन कर दी है लेकिन कभी-कभी ऐसा हो सकता है कुछ बच्चे बायोके होंगे तो भाई उनके लिए हमने स्पेशल प्रथम बैच का ही पार्ट है लेकिन उनके लिए हमने स्पेश और आपके लिए अगर जो बच्चे मैच वाले बच्चे हैं तो उनके लिए only math course भी हमने निकाल दिया है इसमें मारेज सोलंग की सर आपको मैच पढ़ा रहे होंगे ठीक है प्रथम batch की जो classes है ये miss नहीं होना चाहिए तो day 1 से आप start कर पाएं उसके लिए आप अभी enroll कर सकते ठीक है बच्चों, चलो हम आगे बढ़ेंगे और सुरुवात करेंगे आज के इस क्लास की, Dual Nature of Matter and Radiation की, तो सबसे पहले बाई हमें पढ़ना है, Dual Nature of Radiation क्या होता है, देखो Dual Nature का सीधा सा अर्थ होता है, Double Rule, है न, दुनिया बर के साइंटिस्ट लाइट के पीछे हाथ दो करके तो वो तो फॉलो करनी चाहिए थी लेकिन चलो फिर भी तो डूअल नेचर की बात करी जा रही है तो लाइट के बारे में कुछ साइंटिस्ट का ये कहना था कि लाइट जो है ये वेव है और कुछ साइंटिस्ट का स्ट्रॉंगल ये कहना था कि लाइट वही पार्टिकल है ये दो अलग प्रकार के साइंटिस इस बात को मानने को तैयार नहीं थे कि कोई वेक्ती कह रहा कि light wave है तो ये मानने को तैयार नहीं कि light particle भी हो सकती है दूसरा साइंटिस कह रहा है कि light particle है तो वो ये बात नहीं मान रहा है कि light wave है आगे चल करके ये conclusion निकल कि आया कि भाई light जो है ये कुछ experiment में wave की तरह act करती है और कुछ experiment में light जो है ये particle की तरह act करती है तो basically light के पास dual nature है यानि की double role है ऐसा नहीं होता कि light का जो दोनों role है वो आपको एकी जगह पर देखने को मिल जाएं है ना तो होता क्या है sir होता बहुत simple सी बात है जैसे मैं आपसे ये कह देता हूँ जैसे मैं आपसे ये कहता हूँ लेकिन मैं कहूँ नहीं ये white नहीं है ये blue है मैं कहा रहा हूँ ये white नहीं है blue है कुछ scientist कह रहे थे कि ये white है कुछ scientist कह रहे थी ये blue है कुछ scientist white कुछ blue कुछ white कुछ blue तो ऐसे बहस हो रही थी तो फिर थोड़ा से इसको घुमाया गया बोला जब सामने से देख रहे हो ना तो white समझ में आई बात को, है ना, तो कहा गया कि इस register के पास जो है, ये dual nature है, क्या है, dual nature है, है ना, इसके पास dual color है, दो color है, इसी पर, तो एक बार में आपको एकी color तो दिखाई पड़ रहा है, तो ऐसे ही light के बारे में भी कहा गया, कि light जिसकी, light जो है, ये wave भी है, और particle भी है, radiation, ठीक है, चलो, तो यहाँ पर क्या कहा गया, in some phenomena, कुछ phenomena, जैसे की interference हमने पढ़ा, हा, जिसमें crest और trough मिलते थे, यह ऐसा pattern मिलता था, interference हो गया, diffraction हो गया, इनमें light जो है, यह कैसे behave कर रही है, light behaves like wave, लेकिन कुछ phenomena, जो हम इस chapter में पढ़ने वाले हैं, जैसे की photo electric effect, है न, compton effect, जो हमारे syllabus में नहीं है, इनमें जो light है, यह particle की तरह act करती है और यह prove करता है कि light जो है इसके पास dual nature है, कैसा nature है? dual nature और light basically radiation है तो हम कहते हैं radiation के पास dual nature है, ठीक है? तो यह हमने interference of light यानि YDSC का इमेज लेकर रखी है और यह हम जो है photoelectric effect की इमेज लेकर करके रखे है जिसको हम आगे समझेंगे तो light को समझने के लिए, अभी तक तो हमने पिछले chapter में light का wave nature समझा था अब हम लाइट का पार्टिकल नेचर समझना चाहते हैं तो लाइट के पार्टिकल नेचर को समझने के लिए कुछ एक्सपेरिमेंट की गए उन एक्सपेरिमेंट में क्या किया गया कि जो मैटल हमारे पास है मैटल के अंदर फ्री एलेक्ट्रोंस होते हैं तो उस पे अलग-अलग तरीके से इस मैटल में से एलेक्ट्रोंस को बाहर निकाला गया है ना अब आप ये समझेंगे बेसिकली इस से क्या होगा सर इस से हम स्टडी कर पाएंगे कि लाइट बेसिकली इसका नीचर कैसा है ना तो सबसे पहले हमें एक नया term समझना है, जो की है work function, क्या समझना है बच्चो, work function, work function का बहुत सीधा सर्थ है, जैसे मान के चलो, ये मेरे पास एक metal का piece है, अब हर metal के अंदर free electrons होते हैं, जो की random motion कर रहे होते हैं, अब ये electron क्या है, अब इनके पास इतनी कम energy होती है, या इनके पास इतनी energy नहीं होती, कि ये electron जो है, इस surface से छोड़ करके, अभी इनके पास इतनी energy नहीं है तो अगर हम किसी तरीके से externally इसको वो energy दें इस metal को energy दें so that इन electrons की इतनी हिम्मत बढ़ जाए इनकी इतनी energy बढ़ जाए कि ये अब इसके अंदर ना रहे ये इससे बाहर चले देखो दुनिया में जब energy बढ़ती है जब energy बढ़ती है तो आजादी मिलती है कि कोई भी atom होता है एटम के अंदर एलेक्ट्रोन है वो चक्कर लगा रहा है थोड़ी भी एनर्जी बढ़ती है ना तो एलेक्ट्रोन एकसाइडिट होके हाईर एनर्जी स्टेड में पहुंचाता है जादा एनर्जी बढ़ जाती है ना तो एलेक्ट्रोन फ्री हो जाता है और इस प्रकार से एक तो जब आप energy देते हैं, तो आजाद ही मिलती है, ठीक है, तो ये आजाद होके कहां चला गया, भाई बाहर चला गया, ठीक है, तो वो जो energy इस electron को required है, वो energy जो इस electron को चाहिए, कि ये इस atom, ये इस metal को छोड़ करके बाहर चला जाए, उसी energy को, या कहूं वो minimum energy को हम बोलते है कि इसको heat किया, हमने इसको क्या किया?
heat किया, अब आप समझो कि जब मैं इसको heat करूँगा, तो obvious सी बात है कि heating के थूँ इन सभी electrons के पास क्या पहुँचेगी? energy पहुँचेगी, है ना? इनकी energy बढ़ेगी, अब अगर इनकी energy बढ़ करके, अगर इतनी हो गई, जितने में ये इस surface को छोड़ करके जा सकते हैं, तो उस minimum energy को हम बोलते हैं work function, example के तोरपे आपको ये समझाता हूँ, जैसे माल लो कि अगर मैंने इसको heat दी और 2 electron volt एक electron की energy हो गई 2 electron volt में ये electron जो अभी इस metal को छोड़ के नहीं जा पा रहा है energy बड़ी और बढ़के के 2.2 electron volt हो गई तो इसका आर्थ है कि अभी भी नहीं जा रहा है तो let's say कोई बात नहीं हमने energy बढ़ा के 2.4 electron volt कर दी अभी भी electron surface को छोड़ करके नहीं जा पाया टिक है energy बढ़ाई 2.6 electron volt कर दी, अभी भी electron बाहर नहीं गया, ठीक है, energy बढ़ा के, 2.7 electron volt कर दी, और हम देखते हैं कि 2.7 electron volt, जैसे ही energy, electron को मिली, यह electron जो है, यह बाहर हो गया, और यह electron बाहर हो गया, इसका अर्थियो हो गया, कि कम से कम, 2.7 electron volt energy तो, देनी ही पड़ेगी, तब जाकर के यह electron बाहर जाएगा, आपने इससे कम energy दी, इलेक्ट्रोन बाहर नहीं गया, 2.7 इलेक्ट्रोन वोल्ट एनर्जी दी, इलेक्ट्रोन यहां से बाहर गया, इसका अर्थ यह हुआ कि कम से कम, मिनिमम 2.7 इलेक्ट्रोन वोल्ट एनर्जी आपको देनी ही पड़ेगी, इससे जादा दोगे तो वो बहुत स्पीड से भागे� इससे जादा दोगे, let's say आपने 2.7 की जगह, आपने 5 electron volt दे दी electron को, तो वो रुकेगा थोड़ी न, वो तो rocket की तरह उड़ जाएगा बाई, लेकिन कम से कम 2.7 electron volt तो आपको देनी ही देनी है, तो बताईए सिरा, तो अगर मैं आपसे कहूँ, कि minimum कितनी energy इसको चाहिए, इसक एलेक्ट्रोन को मेटल सर्फेस से बाहर निकालने के लिए उसी मिनिमम एनर्जी को हम बोलते हैं वर्क फंक्शन क्या बोलते हैं वर्क फंक्शन जैसे अगर मैं एक जगह से दूसरी जगह जा रहा हूँ और अगर हजार रोपे का टिकेट है तो भाई हजार रोपे तो कम से कम पहुंच जाए आप 5000 दे दोगे तो उससे मजे मारेगा जीवन जीएगा अपना ठीक है अपना उज्जवल भविष्य बनाएगा पार्टी करेगा एकदम तरीके से ठीक है लेकिन कम से कम उसको 1000 तो चाहिए ना जो आप एक्स्ट्रा दोगे उससे तो वो जीवन में मजे करे� समझ गए, तो इसी प्रकार से इस electron को कितनी minimum energy चाहिए, वोला 2.7 electron, इससे कम दोगे तो बाहर नहीं जाएगा, समझ गए, तो बताओ, तो अगर मैं आपसे कहता हूँ, कि बई work function क्या होता है, तो work function है, it is the minimum, minimum amount of energy, वोला कम से कम इतनी energy तो लगेगी, required by electron, electron को दी मतलब work function को W या 5 nots represent करते हैं बाई, ठीक है, तो अभी work function की जो energy, मतलब मैं कहूँ कि work function basically क्या है, जो minimum energy है, ठीक है, अब इसकी जो unit हम use करता है, that is electron volt, electron volt क्या होती है सर, वो पहले आप समझ लें, ठीक है, तो मैं आपको यहाँ पर यह बदाता हूँ, कि electron volt क्या है, तो आप य यहाँ लिखा है ना मैंने हाँ तो एलेक्ट्रोन वोल्ट बेसिकली क्या है एनरजी की सबसे छोटी यूनिट है जैसे जूल है किलो वाट आर है कैलरी है ये सब एनरजी की यूनिट है ना लेकिन एनरजी की सबसे छोटी यूनिट आप पढ़ेंगे वो क्या है एलेक्ट्रोन अगर मैंने यहाँ पर एक वोल्ड की बैटरी लगा दी, तो यह एक प्लेट पॉजिटिव, यह एक प्लेट नेगेटिव, ठीक है, यह एक वोल्ड की बैटरी हो गई, अब सोचो कि अगर मैं यहाँ पर एक एलेक्ट्रोन रख दूँगा, तो यह एलेक्ट्रोन क्या करेगा, वो energy कितनी होगी उस energy को कहा गया one electron volt एक electron को एक volt के potential difference में मैं रख दूँगा तो electron भाग करके positive से जो है जा मिलेगा और इस समय जी भागते हुए इसके पास जो energy होगी उसी energy को कहा गया one electron volt क्या कहा गया one electron volt तो one electron volt is the energy gained by electron when it is accelerated through वन वोल्ड पुटेंशल डिफरेंस ठीक है और वन एलेक्ट्रोन वोल्ड कितना होता है तो जूल में कनवर्जन हमेशा आद रखेंगे कि एक एलेक्ट्रोन वोल्ड 1.6 टेंड बाब माइनस 19 जूल के बराबर होता है याद रखेगा तो अभी अगर मैं आप से बात करता हू� कि अलग-अलग metal के लिए work function की अलग-अलग value होती है, है न, यह depend करता है कि कौन सा metal अपने electron कितने firmly, कितने strongly, कितने ताकत से पकड़ के रखता है, ठीक है, तो अगर मैं बात करूँ यह NCIT में table आपको मिल जाएगी, कि cesium एक metal है, तो cesium के लिए जो work function की value है, that is minimum 2.14 electron volt, और जो platinum है, platinum के लिए जो work function की value है, तो आपको यहां पर यह बात समझनी है कि प्लाटिनम के electron को जब तक एक electron को 5.65 electron volt energy नहीं मिलेगी, platinum का electron उसको छोड़ करके नहीं जाएगा, ठीक है?
चली तो ये होगा work function, अभी मैं आपको ये समझाता हूँ, के तो अब आप इतनी बात समझ गए न, के work function के जितनी energy मिलेगी, तो electron जो है metal की surface को छोड़ करके चला जाएगा, अब work function provide कराने के, यानि की बगाने के लिए, minimum energy provide कराने के लिए कितने method होते हैं तो आप यहाँ पर समझेंगे कि there are four methods to emit electron मतलब electron metal surface से बाहर निकालने के लिए metal surface से जब electron बाहर निकलता है ना बाहर निकलता है metal surface से जब electron emit होता है तो इस process को बोलते है emission of electron या simple electron emission क्या लिखा गया है the phenomena of ejecting बाहर निकालना electron from metal surface on providing sufficient energy is called emission of electron, ठीक है दोस्तों, telegram channel पे सारे notes आपको मिल जाएंगे, और हाँ, आपको हर एक chapter की अच्छे से practice करनी है, तो आपके पास बढ़िया level के questions होने चाहिए, ठीक है, और उसके लिए हम आपके लिए ले कर किया है हमारा अपना edu card का physics sample पर, इसके अंदर, आपको बढ़िया लेवल के एक्वेश्चन मिल रहे हैं ये इसके अंदर इस बुक के अंदर हमने आपको 7 सैंपल ये उपर का सैट दिया है प्लस 3 सैंपल ये उपर हमने आपको बिल्कुल जैसे एक्जाम में पेपर आता है आपको 3 सैंपल ये उपर का सैट दिया है स 15-20 सेंपल उपर का सेट भी मिल सकता, लेकिन हमने इसको compact रखा है, और quality content इसके अंदर आपको दिया गया है, quality पर focus करा है, हमने quantity पर नहीं, क्योंकि हम जानते हैं कि आप बहुत सारे questions practice नहीं कर पाओगे, limited time में, लिमिटेड questions को practice करके, आप बहुत अच्छे number ला सकते हैं, तो ये हमारा Educard का सेंपल उपर है, इसको भी आप जो है बढ़िया से practice कर सकते हो, वीडियो को description में आपको link मिल रहे है, तो यहाँ पर मैं बात कर रहा था कि एलेक्ट्रोन को एमिट करने के हमारे पास चार तरीके हैं चार मेथड हैं पहला मेथड जो है वो है हमारा थर्माइनिक एमिशन क्या है थर्माइनिक एमिशन इसमें हम क्या करते हैं कि बई हीट देते हैं क्या देते हैं कि मेटल को या उससे जादा हो जाती है electron metal surface को छोड़ करके चला जाता है photoelectric emission सारी चीज़ समझाओंगे चलो पहले नाम हम जो है पढ़ लेते हैं thermionic emission याद करो देखो work function क्या लिखा है there are four methods of electron emission यानि कि electron को बाहर निकालने के चार method हैं पहला method thermionic emission heat देंगे electron की energy बढ़ेगी energy बढ़के जो work function या उससे जादा हो जाएगी electron बाहर ठीक है दूसरा method है photo electric emission क्या photo electric photo का मतलब selfie मैंने ले ली आज नहीं है फोटो का मतलब है यहाँ पर radiation से, फोटो का अर्थ क्या है? radiation, फोटो का अर्थ क्या है भाई मेरे? radiation से, ठीक है? radiation से है, ठीक है? चलो, फोटो का अर्थ क्या है?
radiation, तो जब किसी metal surface पर radiation आती है, light पड़ती है, certain frequency वाली, तो उस electron की energy बढ़ जाती है, जब energy work function बाहर ठीक है वो डायलोग है ना अब बल्लू तेरी जेल से फरार तो ये बल्लू है भाई एलेक्ट्रोन बल्लू है बाहर निकल जाता है ठीक है चलो आगे देखेंगे मैं आपको एग्जाम्पल मतलब डाइग्राम के साथ इसको समझा हूँगा सेकिंडरी एम ठीक है आपकी बॉल कभी नाले में गिरी नहीं होगी बड़े से तालाप में नहीं गिरी होगी चलो कोई बात है तो मेरी कहानी सुन लो बाई हमारे आसपास ना पहले काफी खाली प्लॉट पढ़ा करते थे पढ़े हुआ करते थे ठीक है तो वहाँ पे पान और जैसे ही जो है बॉल पानी में गई अब भाई अपने तीरंदाजी निशाना लगाना शुरू ठीक है तो अब पत्थर जो है मारना मैंने या हम सभी दोस्तों ने शुरू करा अब जैसे ही पत्थर जो है उस बॉल से टकराएगा बॉल उचल के आगे पहुंच जाएगी बॉल उचल के पानी से बाहर है ना तो जब तक क्रिकेट में टाइम पास तब तक क्रिकेट खेला और उसके बाद हमने ये खेला यही हमारा पबजी था अर पबजी तो हमारा जो है मारियो गेम था खूब मारियो खेला करते थे कि रात को पापा मारियो करते थे पीट में तेक है तो आप समझ लो वो अलग ही पबजी था हमारे लेबल का ठीक हाला कि मेरी उमर आप से दो साल मुश्किल से तीन साल ही जादा होंगा मैं आप से ठीक है आप सोला के तो मैं उननिस का मान के चल सकते हैं आप मुझे तो सेकिंडरी एमिशन में भी कुछ ऐसा ही था कि बाई एक एलेक्ट्रोन जैसे बॉल नहीं थी बॉल पत्थर पत्थर आया भाई पत्थर जो है यहां से आया बहुत तेजी से बॉल में पड़ा बॉल पानी से बार ऐसा ही होता था इसके अंदर भी ऐसे होता था यह एलेक्ट्रोन जब किसी दूसरे एलेक्ट्रोन से आके टकराएगा दूसरे एलेक्ट्रोन की एनर्जी बढ़के यदि वर्क फंक्शन है उससे जादा हो गई तो दूसरा वाले एलेक्ट्रोन बाहर ठीक है और सर एलेक्ट्रोन में नहीं टकराया तो बाई पानी में बॉल पड़ी थी और पत्थर उस बॉल में नहीं टकराया तो वेस्ट तो य तो इस तरीके से जो electron निकलता है, उसको हम बोलते हैं secondary emission, क्या बोलते हैं, secondary emission, ठीक है, इसके बाद है field emission, strong electric field लगा के, electron को पकड़ के खीच लिया जाता है, तो electron जो है, emit हो गया, इसको हमने बोला field emission, ठीक, तो आप यहाँ पर चारो emission को मैं यहाँ पर proper diagram के साथ आपको बता द आपका secondary emission और उसके बाद field emission clear है चलिए देखो process लिखने का तरीका एकदम सेम है मैं आपको अभी slides जो है लिखकर के लिए क्या हूँ आप उसमें से लिख सकते हैं क्या लिखना है कि जब आप किसी metal को heat करेंगे तो heat देने से उसके electrons की energy बढ़ जाएगी when energy of electron becomes equal or greater than work function then electron gets emit out of the metal side और जो एलेक्ट्रोन बाहर निकल जाता है उसको हम बोलते हैं थर्मो एलेक्ट्रोन इसी प्रकार से फोटो एलेक्टर के अमिशन में देखो इंसिडेंट रेडियेशन है ये रेडियेशन आई एलेक्ट्रोन के एनर्जी बढ़ी और ये बाहर तो इसको हमने बोला फोटो एल एलेक्ट्रोन फील्ड एमिशन में जब आप बहुत स्ट्रोंग एलेक्ट्रिक फील्ड लगाते हैं, तो एलेक्ट्रोन को पकड़ के मेटल सरफिस से खीच लेती है, तो यह जो है आपका बाहर, और यह एलेक्ट्रोन बाहर कब निकलता है, जब भी एलेक्ट्रोन के एनरजी ये जो process है ना इसको लिखा किस तरीके जाएगा, definition कैसे लिखोगे, आप इसका screenshot ले लो, बाकि telegram पे notes में upload कर दूँगा, telegram channel की link भी आपको इसी वीडियो को description में मिल जाएगी, तो आप जो है इसको note कर सकते हैं, लिख सकते हो आराम से, ठीक है, आगे बढ़ जाएं, देखे भाई, light या radiation के nature को समझने के लिए एक काफी famous experiment करा गया, that is photoelectric effect experiment, ठीक है, ये जो photoelectric effect को demonstrate करने के लिए जो experiment किया गया ये सबसे पहले experiment किया था Henrik Hertz ने ये वही Hertz हैं जिन्नोंने electromagnetic wave की lab में discovery की इसके बाद अच्छा यहाँ पर जो है 1887 में इन्होंने इसको discover किया clear है अच्छा इसके बाद दो और scientist हुए जिनका नाम था Hallwock and Leonard इन दोनों ने इस photoelectric effect पर फिर से जो experiment किया और कुछ useful observations इनोंने हमारे सामने रखी जिसको हम बोलते है law of photoelectric effect law of photoelectric effect इस Hallwock and Leonard ने जो experiment perform किया उनोंने इस experiment में क्या किया कि जब उनोंने एक metal plate पर ultraviolet radiations को emit किया इंसिडेंट की तो फिर उन्होंने पाया कि बाई एक वैक्यूम ट्यूब में करेंट बन गया क्या बन गया करेंट बनने लगा ठीक है और जैसे ही यूवी रेडियेशन को स्टॉप किया गया वैसे ही देखा गया कि करेंट का फ्लो भी स्टॉप हो गया रुख गया और उन्ह इस setup के अंदर आप देख रहे हैं कि ये हमारे पास एक vacuum tube है जिसको हम evacuated tube भी कहते हैं ठीक है इस tube के अंदर वेक्यूम क्रिएटेड है ठीक है यह जो सेट अप आप देख रहे हैं यह जो यहां पर आप देख रहे हैं यह एक क्वार्ड्स विंडो है क्या है क्वार्ड्स विंडो क्वार्ड्स एक ऐसा मेटेरियल होता है जो यूवी रेडियेशन को एब्जॉर्ब नहीं करता जो साध हमने negative terminal of battery से connect कर रखा है या कहेंगे करेंगे और इसको हमने positive से connect किया है यह जो setup आप देख रहे हो एकदम catchy cross सा इसको हम बोलते हैं commutator का आर्थी होता है कि हम कभी भी इन wires को मतलब ऐसा setup हमने बना के रखा है कि हम इनकी polarity को कभी भी बदल सकते हैं मतलब commutator का simple सा आर्थी है कि polarity change करने वाला setup कभी भी हम plus को minus से, यानि कि अगर यह भी आपको plus से दिख रहा है, तो हम इसी wire को minus से, इसको हम plus से connect कर सकते हैं, ठीक है, यानि कि यह जो setup है, वो यह कह रहा है, कि polarity fix नहीं है, हमारी जैसी मरजी होगी, हम वैसे इनकी polarity बदलते रहेंगे, polarity मतलब किसको plus से, किसको minus से connect करन देखो अभी ये किसी से connected नहीं है connection नहीं है लेकिन initially हमने ये माना कि भाई diagram में हम कुछ भी दिखाते नहीं है diagram हम ऐसे ही बनाते हैं टेक है initially हमने ये माना कि यहाँ पर ये negatively charged जो है plate है टेक और ये हमारे पास positively charged plate टेक है यहाँ पर हमने galvanometer लगा रखा है अब आप समझते हैं कि बीच में तो vacuum है बीच में कोई wire वगेरा भी नहीं है तो किसी प्रकार का कोई current normally flow नहीं हो सकता किसी प्रकार का कोई करेंट फ्लो नहीं हो सकता और बिल्कुल नहीं होता है ठीक है लेकिन क्या किया गया कि इनोंने इन साइंटिस्ट ने क्या किया कि जो क्वार्ड्स की आप विंडो देख रहे हो यहां से उन्होंने यूवी रेडियेशन को इस पर इंसिडें वो अच्छी खासी होती है तिक है तो आप देखते हैं कि इस metal plate में से जो electrons हैं देखो UV radiation आई UV rays आई उसके बाद क्या हुआ कि इनके electrons को energy मिली होगी जब भी energy जो होगी ये work function है उससे ज़्यादा हो जाएगी तो इसमें से electrons निकलेंगे तो let's say इसमें से electrons निकलें और ये electrons निकल के वैसे किसी भी direction में जा सकते थे लेकिन यहाँ पर ये positively charged plate है तो positively charged plate इन एलेक्ट्रोंस को पकड़के अट्राक्ट करेगी ठीक है तो यह एलेक्ट्रोंस जो है यह इस साइड पहुंचेंगे इस साइड फ्लो होंगे तो जब यह एलेक्ट्रोंस इस साइड जा रहे हैं तो आप क्या नोटिस करते हैं कि भाई यहाँ पर एलेक्ट्रोंस का एक फ् इस प्रकार से जो है इनका कांटा जो है हिलने लगेगा यहां से हमें समझ में आ जाएगा कि हाँ भाई इसके अंदर जो करेंट है वो फ्लो होने लगा ठीक है तो अभी आप यहाँ पर कुछ चीजें जो है एक बार मैं ब्रीफ में समझाता हूँ एक वैक्यूम ट्यूब है वर्प फंक्शन या उससे ज़्यादा एनर्जी मिल जाती है तो एलेक्ट्रोंस प्लेट में से निकल के इस एनोड की ओर भागने लगते हैं जिससे चार्जेज का फ्लो एक पर्टिकुलर डायरेक्शन में हो जाता है और इसको हम बोलते हैं कि बई इसके अंदर करेंट जो है टू करेंट ठीक है और यह पूरे फेनोमेना को हमने बोला फोटोएलेक्ट्रिक एफेक्ट लेरे चलो अब इस एक्सपेरिमेंट में क्या चीजें उन्होंने नोटिस की उन्हीं चीजों को उन्हीं बातों को कहा गया लॉस ऑफ फोटो रखी हैं लेकिन मैं आपको पहले बिना यह शॉट कट में यहां पर आपको लिख करके बताता हूं पहली बात जो ने नोटिस की वह कि जब तक देखो ऊपर से यूवी रेडिएशन आ सकती है या कोई और रेडिएशन भी हो सकती है तो उन्होंने पहली बात यह नोटिस की कि जब तक मतलब किसी भी मेटल से एलेक्ट्रोन को निकालने के लिए एक मिनिमम फ्रीक्वेंसी की रिक्वायरमेंट होती है अगर उतनी फ्रीक्वेंसी वाली लाइट इस सरफेस पर नहीं पड़ती है तो कभी भी इसमें से एलेक्ट्रोन नहीं निकलेगा क्योंकि उस फ्रीक् पारलेजी बिस्किट खरीदना है कौन सा पारलेजी बिस्किट खरीदना है ठीक है चलो ठीक अब आपको अगर मार्केट से पारलेजी बिस्किट खरीदना है तो आप एक बात बताओ जरा कि आपके बास मिनिमम कितने रुपे होने चाहिए अगर आप एक रुपे देंगे तो ये क्या है बई minimum frequency minimum amount of money that is required to get पारलेजी है के नहीं तो minimum आपके बाद 2 रुपे होने चाहिए जब तक आप 2 रुपे नहीं देंगे तब तक आपको पारलेजी नहीं मिलेगा ठीक है बात सबसे में आ रही है ठीक तो यहाँ पर ऐसी बात कही गई कि जब तक ये जो frequency आ रही है मतलब आप यहाँ पे एक रुपे में पारलेजी दुकान से बाहर नहीं निकलेगा तो कहा गया कि बई पारलेजी दुकान से बाहर निकालना है तो minimum कितने रुपे होना चाहिए दो रुपे अगर सर दस दे देंगे तो तो आपको जादा मिल जाएंगे है ना तो बस यही चीज़ समझें कि minimum जो है आपके पास जो frequency इस radiation के पास होनी चाहिए है ना एक minimum frequency requirement होती है जब तक वो frequency जितनी radiation अगर हमारे पास नहीं आती तब तक जो है उसमें से electron नहीं निकलेगा और इस minimum frequency को हमने कहा threshold, क्या कहा threshold frequency, है न, क्या कहा threshold frequency, तो यहाँ पर एक बहुत important बात क्या notice की गई इस experiment में, कि जब तक threshold frequency, जितनी radiation अगर इस surface पे नह���ं पड़ती, तब तक electron नहीं निकलता, work function जब मैं कहता हूँ तो energy कहता हूँ, और threshold frequency कह रहा हूँ तो वो radiation की frequency की बात हो रही है, ठीक है, चलो दूसरी बात यहाँ पर क्या notice की गई दूसरी बात यहाँ पर यह notice की गई कि जो kinetic energy है और frequency है यह directly proportional है मतलब जो electron जो दोड़ रहे हैं इस side देखो इसमें से electron निकलेंगे तो इस side जाएंगे तो electron तो दोड़ते हुए इस side आएंगे ना है ना तो आप यह देखेंगे electron जो डिपेंड करती है क्योंकि आपने एलेक्ट्रो मैग्नेटिव वेब में पड़ा था जिसकी फ्रीक्वेंसी ज्यादा उसकी एनर्जी ज्यादा तो अगर रेडियेशन की फ्रीक्वेंसी ज्यादा तो एलेक्ट्रोन खूब स्पीड में आएंगे अगर रेडियेशन की फ्रीक् इसमें से हर second कितने electrons निकलेंगे या यूँ कहूँ कि इसमें से कितना देखो एलेक्ट्रों जैसे मान के चलो कि यहां से 4 electrons जा रहे हैं तो कम current बनेगा और 40 electrons हर second यहां से जा रहे हैं तो जादा current बनेगा तो इसको हमने कौन सा current बोला photoelectric current कौन सा current photoelectric current तो इस experiment में क्या देखा गया कि photoelectric current जो है यह intensity पर depend कर रहा है किस पर depend कर रहा है इंटेंसिटी पर मतलब इंटेंसिटी क्या होता है सर इंटेंसिटी मतलब लाइट की चमक कितनी ब्राइट है आसान भाषा में कहूं तो इसे मान के चलो कि कोई वाजो बल्ब है वह सौ वाट का है और दूसरा बल्ब दो सो वाट का है तो जिसकी पावर ज्यादा उसकी इंट 100 watt वाले bulb से होगी न तो बस वही बात करी जा रही है कि यहां से कितनी bright जो radiation है कितनी जादा intense strong radiation आ रही है है न वो क्या चीज डिसाइड करेगी कितने जादा electrons निकलेंगे यानि कितना जादा current बनेगा लेकिन वो electrons कितनी speed में ज़ोड करके आएंगे वो depend करेगा कि कितनी जादा frequency उपर से आई है ठीक है अच्छा यहां पर एक और चीज आप देखें कि जैसे रेडियेशन पड़ेगी immediately बिना किसी time lag के electrons निकलना शुरू हो जाते हैं जैसे ही radiation पड़ी बिना किसी time lag के electrons निकलना शुरू हो जाते हैं चार बातें यहाँ पर notice करी गई और इनी को हमने कहा law of photoelectric effect क्या कहा law of photoelectric effect अच्छा मैं यहाँ पर आपको note point जो है बताता हूँ नोट पॉइंट में आप एक बात याद रखेंगे, ये ग्राफ में आपकी बहुत मदद करेंगे, काफी most important point है, यहाँ से ग्राफ भी बनते हैं, और यहाँ से जो सारी चीज़ों होते हैं, ठीक है, और conceptual question बनते हैं, यहाँ पर आपको एक बात याद रखना है, कि आप जो है frequency और photoelectric current are independent ये दोनों एक दूसरे पर depend नहीं करते are independent of each other इनको एक दूसरे से कोई लेना देना ही नहीं है ठीक है इसी प्रकार से अगर मैं कहूँ kinetic energy, kinetic energy और intensity को कोई लेना देना नहीं है एक दूसरे से, kinetic energy and intensity are independent of each other, ठीक है, यह काफी important point मैंने आपको बता दिये, कि frequency और photoelectric current को एक दूसरे से कोई लेना देना नहीं है, मतलब आप कितनी भी frequency बढ़ाओ, frequency सर्फ kinetic energy of electron को control करेगी, उससे करेंट बढ़ेगा घटेगा उस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा इसी प्रकार से आप 100 वाट के बजाए 200 वाट या 200 वाट के बजाए 500 वाट के बजाए 1000 वाट का भी बल्ब लगा देंगे तो इंटेंसिटी तो बहुत बढ़ जाएगी चमक तो बहुत बढ़ जाएगी लेकिन उससे एलेक्ट्रोन की काइनेटिक एनर्जी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा फर्क इस बात पर पड़ेगा कि अगर आप इंटेंसिटी बढ़ा रहे हैं तो जादा एलेक्ट्रोन निकल इंटेंसिटी बढ़ाने से काइनेटिक एनर्जी पे कोई फर्क नहीं पड़ता मोस्ट इंपोर्टेंट पॉइंट मैंने अभी आपके सामने लिख दिये है चलो तो आप इसका स्क्रीन शोट ले सकते हैं तो लॉ आफ फोटो एलेक्टर के फैक्ट दूसरा जिसको हम photo electric current भी करेंगे, यह intensity पर depend कर रही है, और यहने तीसरी बात जो observe की, वो यह की कि बई there is no time lag between incident radiation and emission of electron, जो ही light आई, जो ही electron निकल गया, चौती बात, there is certain frequency, एक certain frequency होती है, below which, जिसके नीचे अगर frequency आई, तो electron जो है नहीं निकल सकता metal surface से, और इस frequency को हम threshold frequency करेंगे, और ये most important point ये चारो ही है लेकिन ये definition काफी जादा important हो जाती है हर point of view से ठीक है आप इसको बहुत अच्छे से पढ़ें ये चार ये कहूँगा कि most important points का एक collection आपको मिल रहा है laws of photoelectric effect के नाम से पूछा जाता है ठीक है आप इसका screenshot ले सकते हैं तो हम आगे बढ़ जाते हैं अ या जो point हमें समझना है that is stopping potential अभी stopping potential नाम में कुछ समझ मार है stopping रोकना potential अर्था ताकत तो stopping potential का अर्थ ही है कि इसका अर्थ दिखो बहुत simple जी बात है यदि कोई electron इस side आ रहा है अच्छे electron कहा रहा है cathode से निकल के anode की side आ रहा है अच्छे anode की side सबी electron आ रहा है ना तो anode basically क्या कर रहा है कि सबी electron को collect कर रहा है तो हम इसको collector plate भी कहते है इसका जो potential होगा, इसको हम और क्या बोलेंगे, इसको हम बोलेंगे collector potential, ठीक है, अच्छा देखें जरा, तो अभी आप ये देखो, जैसे radiation आई उपर से, ठीक, अब electrons दोड़ते हुए इसके पास जाने लगे, ये इनको collect कर रहा है, electron इस side क्यों जा रहे हैं, तो कि ये positively charged है, एनोड है ना, और electron खुद negative charged होते हैं, तो attraction एकारण electron जो है इस एनोड की ओर आ रहे होते हैं, ठीक है, अब अगर, हम चाहते हैं कि भाई ये जो current है ये stop हो जाए ये current जो है ये रुक जाए electrons का flow रुक जाए तो हमें क्या करना पड़ेगा देखो सर उपर से window बंद करो तो रुक जाएगा लेकिन अगर हम जो है उपर से radiation लगातार आ रही हो लेकिन फिर भी हम इसको रोकना चाते हैं कि current जीरो हो जाए electrons अब और इस side ना आए तो simple सी बात है कि electron इस side आ रहे हैं electron negatively charged है एलेक्ट्रोन्स को इस साइड आने से रोकने के लिए इस साइड कोई दूसरा नेगेटिव चार्ज होना चाहिए तबी तो एलेक्ट्रोन और इसके बीच में रिपल्जन होगा है के नहीं तो कहा गया कि ये जो एनोड आप देख रहे हैं कम्यूट तो ये electron को ये repel करने लगेगा लेकिन बहुत simple से बात है बहुत-बहुत simple से बात है कि electron आप मेरी साथ देखने हैं डाइग्राम को मत देखो electron यहाँ से आ रहा है अभी इस anode में घुस रहा है अब ये anode जो है हमने commutator की मदद से इसको negative plate से जोड़ दिया ठीक है अभी क्या होगा कि यह नेगेटिव चार्ज बन गया यह नेगेटिव हो गया एलेक्ट्रोन यहां रहा है अब खूब सारे एलेक्ट्रोन आ रही थे तो कुछ एलेक्ट्रोन तो गुज गए लेकिन जिन एलेक्ट्रोन की स्पीड कम थी काइनेटिक नेर्जी कम थी वह रुक गए ठीक है वह और साइड नहीं आ पा रहें रिपल्शन हो रही है ठीक है अब हमने क्या किया अब ही क्या हुआ कि इसको हमने हल्का सा नेगेटिव चार्ज बना दिया लेट से माइनेस का टू वोल्ड ठीक तो माइनेस के टू वोल्ड से यह हल्के फोल्ड के एलेक्ट्रोन जो है यह रोक गई ठीक है लेकिन अभी पांच एलेक्ट्रोन इसमें घुस रहा है कोई यह बह ताकत लगा था कुछ बिगर था यह अंदर गुश गया इसके में इसका मतलब है कि ताकत बढ़ानी पड़ेगी तो यहाँ पर क्या हुआ इसने बढ़ा करके 20 बोल्ड कर दिया माइनस का तो देखा 20 बोल्ड जैसे माइनस का किया तो यहाँ पर और minus का 20 volt इसको रेपेल करके रोक नहीं पा रहा ये भी आया था आया था और ये सोचने समझने का मौक़णी नहीं मिला और इसको अंदर घुस गया इसका आर्थ यह हुआ इसका आर्थ यह हुआ कि अभी इस potential ने minus 20 volt ने इसको पूरा stop नहीं कर पाया तो इसको हमने क्या किया let's say minus का 25 volt हमने जो है यहाँ पर potential दिया minus का 25 volt हमने potential दिया तो देखा कि भाई अभी तो हमने क्या किया कि minus थोड़ा सा potential और बढ़ाया और हमने minus का 26 volt दिया जैसे हमने minus का 26 volt किया यहां तो खुबी speed से आ धीरे negative है न तो धीरे क्या होगा कि अब ये इसके और आगे भाई साब नहीं बढ़ पा रहा है न अब ये सारे के सारे जो electrons है य सबसे ज़्यादा थी उस एलेक्ट्रोन को भी रोक दिया तो इस potential को हम क्या बोलेंगे stopping potential क्या बोलेंगे stopping potential और जब सभी एलेक्ट्रोन रोक गए तो इस circuit के अंदर जो current है वो भी रोक गया तो stopping potential basically क्या है anode को दी गई negative potential की वो value जो सबसे fast आने वाले एलेक्ट्रोन को भी रोक दे anode को दी गई देखो anode पहले तो यह anode था इसको हमने negative बनाया commuter की मदद से तब ही तो इन electron को repel कर पाएगा तो anode को दी गई negative potential की वो value जिससे सबसे fast आने वाला electron भी रुक जाए उसको हम बोलते stopping potential देखे पढ़ ले जरा यहाँ पे तो देखो क्या लिखा गया है the value of negative potential provided to anode that can even stop electron having highest kinetic energy coming towards anode, ठीक है, अच्छा, यहाँ पर एक बहुत important बात है, कि भाई सोचो, कि जितना तेज इलेक्ट्रोन आता है, उतना ही जादा ताकत लगानी पड़ती है, उसको रोकने के लिए, जादा ताकत, यानि कि minus 26 से minus 30 volt भी हो सकता है, तो अगर मैं आप से कह दू, कि light की frequency, radiation की frequency बढ़ा दी, तो इलेक्ट्रोन जो निकलेंगे, उसकी kinetic energy बहुत जादा होगी, kinetic energy अगर जादा होगी, तो stopping potential भी जादा रखना पड़ेगा, रोकने के लिए जादा ताकत लगानी पड़ेगी, तो हमेशा एक बात आप याद रखेंगे, कि stopping potential increases on increasing frequency, अगर आप frequency को बढ़ाएंगे, तो stopping potential बढ़ाना पड़ेगा, frequency को बढ़ाएंगे, तो electron की kinetic energy बढ़ेगी, और अगर electron की kinetic energy बढ़ेगी, रोकना मतलब stop करने के लिए, ताकत मतलब potential, तो stopping potential को frequency बढ़ाने से stopping potential को बढ़ाना पड़ता है frequency गटाओगे तो stopping potential भी गट जाएगा लेकिन stopping potential जो है intensity से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि stopping potential kinetic energy से गटता पड़ रहा है kinetic energy और intensity को relation नहीं है तो simple सी बात है कि stopping potential is independent of intensity clear है intensity of radiation तो ये बात आपको यहाँ पर समझ में आई होगी अभी मैं आपको ले चलता हूँ कुछ important graph की ओर जो की आपको समझने है और समझने चाहिए ठीक है चलो तो मैं आपको आगे बढ़ाता हूँ इसके आगे हमें कुछ graph समझने है और ये graph आप ऐसे समझ लो कि बई ये important नहीं है ये most important graph है इनको आपको अच्छे से करके चलना है ठीक है तो आप यहाँ पर heading मना सक वाई एक्सस पे अगर मैं शो कर रहा हूँ या एक्सिस पर अगर मैं शो कर रहा हूँ किसको लेट से वाइट पर मैं शो कर रहा हूँ फ्रीक्वेंसी को या काइनेटिक एनर्जी को शो कर रहा हूँ ठीक है और एक्सिस पर मैंने शो करा फ्रीक्वेंसी को किसको फ्रीक्वेंसी को तो अगर मैं फ्रीक्वेंसी वर्सेस क तो एलेक्ट्रोन निकलेगा नहीं, उसके पास कोई काइनेटिक एनर्जी नहीं होगी, फिर हमने फ्रीक्वेंसी बढ़ाई, और जब तक फ्रीक्वेंसी, थ्रेसोल्ड फ्रीक्वेंसी के बराबर नहीं हो जाती, तब तक एलेक्ट्रोन नहीं नि वैसे kinetic energy बढ़ेगी तो यहाँ पर बताया गया कि threshold frequency जितनी जब frequency incident होती है उसके बाद से electron की kinetic energy शुरू हो जाती है frequency उसके बाद बढ़ाते जाएंगे आप इसको kinetic energy बढ़ती चली जाएगी ठीक है चलो इसके बाद यहाँ पर ना यह तो simplest form of graph हो गया अब अगर इसी graph को अगर मैं पीछे draw करूँ इसी graph को अगर मैं पीछे की side ले आता हूँ एक intercept मिलता है और इस intercept को मैं W या फिर minus W से represent करता हूँ, यह W जो है यह work function है, अच्छा, इस graph का जो slope है, यह slope represent करता है, plank constant यानि कि H, clear, सर यह कैसे आया, यह मैं आपको आगे समझाऊँगा, कि यह intercept minus W कैसे आया, यह slope H कैसे आया, चलो, अगर मैं simplest form of graph ड्रॉख करूँ, तो इतनी बात clear है, हाँ सर इतनी बात तो मुझे समझ में आ रही है तो kinetic energy versus frequency का इतना graph याद रखना ठीक है और जो आगे वाला part मैंने अभी अटा दिया उसको और आगे discuss करूँगा अच्छा अगर same graph मुझे बनाना हो kinetic energy versus intensity है न ये तो kinetic energy और frequency graph है अगर मुझे same graph बनाना है kinetic energy versus intensity तो अच्छा अब आप मुझे बताओ कि क्या kinetic energy इंटेंसिटी पर डिपेंड करती है? नहीं सर आपने तो कहा था कि इंडिपेंडेंट है तो इंडिपेंडेंट है तो हम ऐसा ग्राफ बनाएंगे यह इंडिपेंडेंट कार्थ हो गया यहाँ पर क्या समझ में आ रही है कि काइनेटिक एनर्जी जितनी थी उतनी ही रहेगी देखो एक्स में तो आप बढ़ते चले जा रहे हो लेकिन काइनेटिक एनर्जी में किसी परकार का कोई चेंज नहीं आया वर्स इंटेंसिटी का ये ग्राफ है, ठीक, चलिए, काफी इंपोर्टेंट है, ध्यान रखना, ध्यान रखेंगे आप इसको, चलिए, आगे बढ़ जाते हैं, अगला ग्राफ मैं आपको यहाँ पर बनाना सिखाता हूँ, जैसे, अगर मैं आपसे कह दू, ग्राफ आपको ड पर एंटरेंट और यहां लिखा है इंटेंसिटी तो हमें तो पता है भी फोटो एलेक्ट्रियल करेंट और इंटेंसिटी ग्राफ कैसा बनता है तो बताओ जो राख कैसा बनता है तो सर यह ग्राफ बनता है आपका यह ग्राफ जो है आपका वाला सिस्टम है नहीं तो बिल्कुल और इस जापने ग्राफ जो है ड्रॉक किया है ठीक है अब same graph अगर आपको बनाना हो, photoelectric current का क्या frequency के साथ कोई लिना देना है, answer है साथ there is no लिना देना between frequency and photoelectric current frequency, ठीक है, तो यहाँ पर आप देखेंगे कि कैसे तरह का graph draw होगा, तो भाई यह graph को जिस प्रकार का है, इसमें क्या बताया जा रहा है, कि frequency वले बढ़ रही है, लेकिन photo उपर गया, clear है, चलिए, तो यह हमने ग्राफ बनाए, काफी important है, ठीक है, आगे, आगे मैं आपको समझाता हूँ, अभी तक आपने stopping potential तो समझ लिया है न, stopping potential में आपने समझा, कि frequency बढ़ा देंगे, frequency बढ़ा देंगे, तो stopping potential बढ़ जाएगा, intensity से stopping potential है, कोई लेना देना नहीं है, हाँ, intensity अगर जादा होगी, तो current जादा होगा, intensity अगर radiation की कम होगी, तो current भी कम होगा, तो यहाँ काफी important, most important में कहूँगा कि most important एक graph बनता है तो stopping potential same क्योंकि हमने यही तो बढ़ा है कि frequency बढ़ाओ तो प्रोटेंशन बढ़ जाएगा फ्रीक्वेंसी घटाओ तो प्रोटेंशन घट जाएगा यदि सभी हर बार फ्रीक्वेंसी से में तो प्रोटेंशन भी सीम रहेगा हर बार अगर इंटेंसिटी डिफरेंट है तो स्टॉप तो करेंट भी डिफरेंट रहेगा ठीक है तो आप यहां पर यह इस तरीके के एक ग्राफ हम जो है आपको मनाते हैं काफी इंपोर्टेंट मोस्ट इंपोर्टेंट ग्राफ में कहूंगा इसको ठीक है चलिए तो यूं हमने इसको देखो सरा तो यहाँ पर मैंने लिख दिया एनोड पोटेंशल के बजाए यहाँ पर कलेक्टर पोटेंशल भी लिखा हो सकता है क्योंकि एनोड पर सभी एलेक्ट्रोन आकर के कठे होते हैं यह एनोड पोटेंशल यहाँ क्या बई यहाँ है फोटो एलेक् और यहाँ पर आप देख सकेंगे, इस certain intensity, मतलब इस radiation के लिए, जो maximum current जा सकता है, वो इतना हो सकता है, इतना, इतना maximum current है, इससे ज़्यादा नहीं, ठीक है, तो हमने देखा, कि बई certain, frequency तीनों case में same होगी, तो आप देखेंगे, कि frequency या दो case, तीन case, frequency अगर same है, तो तीनों case आप देखेंगे current कैसा होगा सब में आलग आप देख रहे हो कि बहुत सभी में current की value कैसे है देखो intensity अलग तो तीनों case में current कैसा है अलग है लेकिन तीनों case में stopping potential कैसा है same है तो कि frequency same तो stopping potential same intensity different तो तीनों case में current जो obtain होगा वो different होगा तो यहाँ पर हमने लि मतलब जो electron आ रहे थे ना उनकी velocity वो घटा रहा था ये वाला negative side वाला potential तो उसको हमने बोला retarding potential और ये जो V0 आप देख रहे हो negative में है ये तो V0 क्या है stopping potential की value किसकी value है stopping potential ठीक है और यहाँ पर आप एक और चीज नोट बिलकुल जरूर से नोट करना है आपको कि intensity I3 बड़ी ह तो उससे छोटी इंटेंसिटी आई टू है उससे छोटी इंटेंसिटी आई वन है और फ्रीक्वेंसी सेम है और ऑल केस फ्रीक्वेंसी तीनों केसेस में सेम होगी क्लियर है चलो तो आप इसको जो है ड्रॉकरे काफी इंपोर्टेंट ग्राफ है इसमें इस ग्राफ में फिर स और intensity अलग है तो फिर तीनों के इसमें जो current हमें मिल रहा है है ना वो अलग है ठीक अब same graph जो रहेगा हमारा that will be for इसमें क्या हो जाएगा same frequency जैसे same graph बनेगा अभी तक हमने क्या पढ़ा था कि same intensity sorry अभी हमने पढ़ा था same frequency अब हम पढ़ेंगे कि intensity तीनों की same होगी लेकिन frequency तीनों की अलग होगी अब सुनो अब frequency तीनों की अलग frequency तीनों की अलग, तो stopping potential भी तीनों का अलग-अलग हो जाएगा, लेकिन एक बात बताओ जरा, intensity तीनों की कैसी, देखो, फिर से पढ़वा देता हूँ, क्या बोल रहा है, different frequency, same intensity, अगर intensity तीनों की same है, तो current तीनों में, जो maximum current होगा तीनों में, same होगा, तो मैं यहाँ पर draw कर देता हूँ, कि यह मैक्सिमम करेंट कितना हो सकता है इसका यह देखो मैक्सिमम इतना करेंट हो सकता है ठीक है चलो तो मैक्सिमम करेंट तीनों केस में सेम होगा कुछ इस तरीके से आप ग्राफ बना सकते हैं यह देखो इस तरीके से आप बना रहे हैं इस ग्राफ में क्या बताया जा रहा है लेट्स इस वी ओ वन दिस टॉपिंग पोटेंशल पर स This is stopping potential for third case. ठीक है?
Minus में ये values चल रही हैं. Clear है? अच्छा, ऐसा ही graph आपको NCERT में देखने को मिल जाएगा. कल ही मैंने class में बताया था, देखो ना खुद को ज़रा, ये देखो.
ये ग्राफ है आपका ये देखो ये वाला ग्राफ दिख रहा है ठीक है तो ये अलग frequency के लिए ग्राफ है नहीं समझ में आ रहा होगा तो ये देख लो ये ग्राफ दिख रहा है ये intensity तो same हो अलग हो गए पिछले वाले case में अब देखो इस बार देख र तो अभी आप यहाँ पर लिख सकते हैं कि इसकी frequency new 1, इसकी frequency new 2, इसकी frequency new 3, और यहाँ पर new 3 greater than है new 2 से, और new 2 greater than है new 1 से, देखो जिसकी frequency ज़्यादा, उसके लिए stop and potential की value भी ज़्यादा, negative sign यह नहीं बता रहा है कि जितरा negative उतनी ज़्यादा चोटी value, negative sign बस यह बता रहा है कि इसका nature opposite है, ठीक है, तो VO1, VO2, VO3 यह क्या है, पहले वाले case में, दूसरे वाले case में, तीसरे वाले case में stopping potential है clear है, चलो, इतनी बात हो गई, काफी important graph था, उम्मीद करता हूँ यह आपको समझ में आया होगा intensity same, तीनों में current same, तीनों की frequency अलग-अलग, तो तीनों का stopping potential अलग-अलग clear है, चलो, आगे बढ़ जाएंगे, और अभी हम इसमें समझेंगे, कि photon क्या होता है, ठीक है, तो देखे, photon को समझने के बाद, अच्छा, photon को समझने से पहले, यहाँ पर कुछ limitations आपको समझनी है जो कि वेब थिओरी की कुछ limitations होई इस observation को समझने के बाद हमें ये समझ में आया कि वेब थिओरी में कुछ बातें कही गई थी जो कि थोड़ी सी कही न कही किसी level पे गलत साबित हो रही थी तो पहली चीज़ वेब थिओरी कि वेब थिओरी ने threshold frequency जैसा कोई concept introduce नहीं करा जबकि ऐसा concept तो होता है कि जब तक कि threshold frequency जितनी light नहीं आईगी तब तक electron emit नहीं होगा तो वेब थिओरी में threshold frequency जैसे किसी सब्द का वर्णन नहीं था दूसरी बात according to wave theory वेब थिओरी के according जो radiation है जो energy है जो energy है वेब थिओरी यह कहती थी कि energy जो है यह intensity पर depend करेगी intensity जादा तो energy जादा जबकि इस थिओरी में क्या बताया किया कि जो radiation की frequency है यह energy decide करती है ठीक है आगे वेब थिओरी क्या कहती है? There should be time lag. Wave theory यह कहती थी कि light आईगी, मतलब radiation आईगी, उसके बाद emission होगा electron का, इसमें कुछ time lag होगा, इसके बीच में कुछ energy absorption वगरा में कुछ time जो है खर्च होगा है ना, तो immediately electron नहीं निकलना चाहिए, wave theory के according. जबकि इस experiment में हमने यह notice करा, कि electron जो है immediately निकल रहा है, there is no such time lag. कोई किसी प्रकार का time lag नहीं है light के आने में और electron के निकल जाने में ठीक है चलो ये बाते हमने पढ़ी आगे हम जो है आपको photon पढ़ाते हैं देखें अभी हम जो पढ़ेंगे that is photon और photon जो होता है basically जैसे अभी तक हमने dual nature of matter में हम photoelectric effect पढ़ रहे थे अब इस photoelectric effect को explain करने के लिए Einstein ने photon की help ली photon जो है basically ये energy का packet होता है जैसे कहा जाता है कि एक बल्ब हमने जलाया तो इस बल्ब में से एलेक्ट्रो मैगरेटिक वेव या रेडियेशन निकल के आ रही है और उस रेडियेशन से जो भी एनर्जी मिलेगी और उस एनर्जी से फिर वो जो एलेक्ट्रोन है ये बाहर निकल सकता है ठीक है तो बेसिकल रेडियेशन आएगी तो इसके इलेक्ट्रोन को एनर्जी मिलेगी और इलेक्ट्रोन जो है ये बाहर हो जाएगा इस चीज को explain करने के लिए आइंस्टाइन ने जो है ये photon की help ली आइंस्टाइन ने कहा कि जैसे आपने एक bulb जो है जलाया या कहीं से light आ रही है तो basically वहाँ से photons आ रहे हैं क्या रहे है photons photons क्या होते है photons energy के packet होते है photons energy के packet होते है जैसे आपने होली के time पे water balloons होते है पानी के कुबार है एक पानी के कुबार आया और जब ये फूटेगा तो जिस पे पड़ेगा वो गीला हो जाएगा इसी प्रकार से एक फोटोन आएगा जहां पर ये फोटोन फूट जाएगा वहीं पर एनर्जी ये दे देगा और उसे एनर्जी को पाकर के एलेक्ट्रोन जो है ये बाहर निकल जाता है तो फोटोन जो होता है ये लाइट के पार्टिकल नेचर को रीप लेकिन क्योंकि इसको particle कहा गया है तो हम इसके moving mass का कुछ formula भी आपको अभी बताएंगे ठीक है चले तो photon की बात कर रही जाए तो photon क्या होता है कि जब भी radiation किसी भी matter से interact करती है तो radiation जो है ये ऐसे behave करती है जैसे मानो ये particle से बनी हो ठीक है और इन particles को हम क्या बोलते है photons बोलत यह एनरजी कितनी होती है E is equal to H new E क्या होता है एनरजी H क्या है Plank's constant Plank ऐसे व्यक्ति हैं जिनोंने फोटोन की discovery की या ऐसे बोलें कि जिनोंने फोटोन का concept दिया ठीक है तो उनके ही नाम पर यह Plank's constant रखा गया जिसको हम H से represent करते हैं और इसकी value होती है 6.63.34 जूल सेकेंड क्लियर है तो new क्या है new है जो है आपकी frequency आफ रेडिएशन जो भी फोटोन आ रहा है उसकी फ्रीक्वेंसी कही जा रही है न्यू तो अगर आपसे कहा जाए फोटोन क्या है तो फोटोन बेसिकली एनर्जी का पैकेट है ये एनर्जी पैकेट जब किसी सरफेस से आ करके टकराता है और अगर ये ट क्या सभी photon से electron बाहर निकल सकता है?
नहीं, सिर्फ उन photon से electron बाहर निकल सकता है, जिनकी energy work function या उससे जादा होगी, question बनता है, कि do all photons emit electron? answer is no, only those photons can emit electron, which have energy equal to or greater than work function, बहुत important point बोला है, आप इसको note कर लेना है, तो हर photon, photon के पास energy that is E is equal to, है अब इसी फोटोन की अगर हम प्रॉपर्टी बढ़ लेते हैं तो फोटोन जो है इसकी एनर्जी इज इक्कुल टू एच न्यू है फोटोन के पास किसी प्रकार का कोई चार्ज नहीं होता यह न्यूट्रल है इसलिए इनको ना तो एलेक्ट्रिक फील्ड और ना ही एलेक्ट्रिक फील्ड डिफलेक्ट कर पाती है फोटोन का रेस्ट मास्ट जो है यह जीरो होता है मतलब फोटोन बेसिकली रेस्ट में पाए ही नहीं जाते फोटोन का रेस्ट मास्ट जीरो होता है मतलब फोटोन कभी भी रुका हुआ नहीं पाए जाएंगे आपको उसको अगर रुका हुआ होगा तो उसके पास कोई मास नहीं होगा ठीक है चलिए देख दो जरा अगर हम बात करें स्पीड की तो फोटोन की स्पीड बाई लाइट की स्पीड के बराबर ही होती है वैक्यूब में जो किये 300 पार 8 मीटर पर सेकेंड ठीक है जब भी कोलीजन होता है अब एनर्जी आधी इनके पास है अब हो सकता है कि ये चार से दस फोटोन फूट जाएं तो यहाँ पर एनर्जी आधी इनके पास आधी तो एनर्जी तो कंसर्व है लेकिन जैसे एक हजार फोटोन आई थे अब यहाँ पर कुछ फूट गए तो एक हजार बेसे अब एक हजा अब इसी photon का इस्तमाल करके Einstein ने अपनी famous photoelectric equation दी, है ना, और उसके लिए photoelectric effect को explain करने के लिए Einstein को मिला Nobel Prize, Einstein को क्या मिला, Nobel Prize मिल गया भाईया, चलिए, तो अभी आपको इस समझाते हैं, कि basically Einstein की photoelectric equation क्या कहती है, और इसकी क्या कहानी है, देखो, basically इसके अंदर आपको बहुत simple आइनस्टाइन फोटो एलेक्टरी एक्वेशन आइनस्टाइन ने ये कहा जैसे मान के चलो आइनस्टाइन ने बहुत सिंबल सी बात कही कि जैसे कोई भी मैं आपको ये बता रहा मान के चलो कि बई एक फोटोन है, क्या है? एक फोटोन, एक फोटोन के पास let's say energy है 10 electron volt, कितनी energy है? 10 electron, ठीक है? यहाँ पर ये फोटोन आकर के electron से टक्राया, अब electron को बाहर निकलने के लिए जो energy चाहिए, वो कितनी है?
2 electron volt, है न? तो 10 electron volt total energy आई, जिसमें से 2 electron तो यह बाहर निकल गया, work function, आप बताओ कि कितनी kinetic energy इसके पास होगी, कितनी kinetic energy होगी, तो बहुत 10 में से 2 तो बाहर निकलने की फीस होगी, work function, बचा कितना, तो 10-2 is equal to 8 electron volt से यह इसकी दोर लगाई जाएगी, 8 electron volt जो होगी, यह इसकी kinetic energy होगी, तो basically आइनस्टाइन की photoelectric जो equation होती है, वो हमें यह बताएगी कि किसी भी फोटोन की काइनेटिक एनर्जी कितनी होने वाली है अगर टोटल एनर्जी और वर्क फंक्शन की वैल्यू हमारे पास है तो है ना इसी चीज को तो मतलब कैसे निकाली जाएगी काइनेटिक एनर्जी का क्या फॉर्मूला बनेगा वोला प्लांग की quantum theory के अनुसार जो light है या radiation है ये bundle of energy packet of energy से बनी हुई है और इन packet इन bundle को photon कहते है हर photon के पास जो energy है that is E is equal to H nu H क्या है? प्लांग constant और nu है radiation की frequency clear है? आगे की बात Einstein के हिसाब से कही गई वोला according to Einstein Einstein ने ये कहा कि photon की जो energy है photon की जो energy है वो दो पार्ट में खर्च होती है जैसे 10 एलेक्ट्रोन वोल्टो से दो काम करे गए पहला काम इसको बाहर निकाला गया दूसरा काम इस एलेक्ट्रोन को दोड़ाया गया तो आगे कहा गया according to Einstein Einstein के हिसाब से जो फोटोन की energy है that is utilized in two parts दो तरीके से हम उसको utilize करते हैं one part एक part जो है ये work function provide कराता है अदर part दूसरा पार्ट जो होता है, ये kinetic energy प्रोवाइड कराता है, समझ गए, तो photon की जो भी energy है, उससे दो काम होते हैं, पहला काम electron को बाहर निकालना, और दूसरा काम उस electron को दोड़ाना, बाहर निकालना मतलब work function प्रोवाइड कराना, दोड़ाना मतलब kinetic energy प्रोवाइड कराना, त इससे कितने काम हो रहे हैं बताओ सरा एक तो kinetic energy प्रोवाइड कर रहे हैं दूसरा work function प्रोवाइड कराने है यानि कि total energy is equal to kinetic energy plus work function kinetic energy plus work function ठीक है दो काम हो रहे हैं न अच्छा सर ये max क्यों लिखा है हम ये मान रहे हैं कि इसमें किसी प्रकार का heat loss वगरा नहीं हुआ होगा तो जो भी energy है वो पूरी kinetic energy प्रोवाइड कराएगी ठीक है तो maximum kinetic energy हमें इस case में मिलेगी तो total energy से kinetic energy और work function दोनों हमें मिल जाते हैं, अच्छा, photon के पास कितनी energy होती है, तो हमने कहा हर photon के पास energy है, E is equal to h nu, ठीक, kinetic energy plus work function, अच्छा देखो, अगर, अगर frequency जो है, ये nu आती है, अगर nu frequency आई, radiation की, photon की, अगर nu frequency receive हुई, तो उससे हमें kinetic energy मिल रही है, और work function मिल रहा है, जरा सो� threshold frequency के बराबर आई होती, सिर्फ threshold frequency के बराबर आई होती, तो ऐसे case में क्या होता, ऐसे case में, बोलो बोलो, ऐसे case में क्या होता, ऐसे case में, सिर्फ work function ही हमें मिलता, देखो, देखो सुनो, threshold frequency का काम क्या होता है, बस electron को बाहर निकालना, तो अगर, है के नहीं, तो threshold frequency ही अगर मिलेगी, तो उससे kinetic energy नहीं मिलेगी, बस electron बाहर जा पाएगा, समझे, तो क्या कहा गया, कि यदि frequency, यदि frequency new not है, देखो, if incident frequency is equal to threshold frequency, यदि आने वाली frequency threshold frequency के बराबर है, तो kinetic energy क्या हो जाएगी, zero, बाई, मिनिमा फ्रीक्वेंसी मिल रही तो सिर्फ और सिर्फ एलेक्ट्रोन बाहर निकल पाएगा, दोड़ाने की गैरेंटी नहीं है, एलेक्ट्रोन को काइनेटिक एनर्जी किस से मिलती है, जो भी एक्स्ट्रा एनर्जी होती है, वो काइनेटिक एनर्जी हमें प्रोवाइड कराती है, ठीक है, तो क्या कहा गया, तो E is equal to H nu 0 लिख दिया, अब अगर H nu 0 हमें energy मिल रही है, तो ऐसे case में kinetic energy तो 0 हो गई, तो सिर्फ क्या बचा, work function, तो मैं इसको ऐसे भी बोल सकता हूँ, कि work function की value को क्या लिख सकता हूँ, H nu 0, तो इसी value को उठागे, equation 1 में put कर देता हूँ, ठीक वर्प फंक्शन के जगह ह न्यू नॉट लिख दिया, ह न्यू मेंसे ह न्यू नॉट घटा दिया, तो यहाँ पे only K E max बचा है, maximum kinetic energy, तो K E max is equal to H, common आ गया, देखो सरा, common आ गया, H, new minus new not, ठीक है, तो K E max, kinetic energy को half mb square लिखते हैं, तो लिख दिया, ह, new minus new not, ठीक है, तो यह हमारे पास हो गई, यह देखो, kinetic energy और यह frequency, तो basically यह हमें kinetic energy और frequency के बीच में relation दे रही है, इसी को हम बोलते हैं the famous Einstein's photoelectric equation अगर new को मैं क्या लिखता हूँ c by lambda तो new को क्या लिखा c by lambda new not को c by lambda not c आ गया common तो यही equation wavelength के term में कुछ इस तरीके से पूछी जाती है या लिख दिया जाता है ठीक है तो उम्मीद करता हूँ यह Einstein's famous photoelectric equation आपको समझ में आई होगी एक brief आपको इसका दे देता हूँ हमने कुछ भी नहीं किया हमने सिर्फ इतना काम किया है कि हमने कहा जो photon की energy है ये दो part में consume होती है पहला part आपको kinetic energy provide कराएगा दूसरा part आपको work function provide कराएगा ठीक है अब आगे कहा जा रहा है कि अगर मैं आपसे ये कहतूं कि के को मैं h new लिख सकता हूँ k plus w work function अगर कहा जा रहा है कि यदि frequency सिर्फ new not आपने अगर frequency जो है ये new not के बराबर है threshold frequency के बराबर है तो threshold frequency जब receive होती है तो उस समय एलेक्ट्रोन को काइनेटिक एनर्जी नहीं मिलती, तो अगर मैं new की जगह new not रख दूँगा, तो मुझे k की जगह 0 पूट करना पड़ेगा, तो h new not रख दिया, तो k की जगह 0, तो इसका मतलब सिर्फ work function आ गया, अब ये w की value h new not बैट रही है, h new is equal to k plus, w की जगह h new not रख दिया, तो यहां से k की value h new minus new not निकल के आ जाती है, k is equal to, h तो common आई गया, कि केवला हाफ एमबी मैक्स स्क्वायर अगर मैं इसी को न्यू को लिख देता हूं सी बाय लैमडा तो भाई यह फाइनल मेरे पास यह क्वेश्चन बन जाती हो उम्मीद करूंगा आप तो समझ में आ गया होगा एकदम बेसिक सी बात है एकदम बेसिक सी बात है समझ में आ गया होगी आपको टिक है अब जैसे एक क्वेश्चन इसमें काफी पूछा जाता है वह क्वेश्चन जो है आपको अभी समझना है ठीक जैसे इस क्वेश्चन में आपसे कह दिया जाता है यह एग्जाम में पूछा भी तो आपको मैं बताना चाहूँगा और भाई इससे पहले भी मैंने आपको बताया था कि अभी अमारा latest जो है sample paper आ चुका है डुकार्ड का तो अगर आप और जदा questions practice करना चाते हो तो आप हमारी book को ले सकते हो वीडियो को description में link दी जा रही है तो वहाँ से भी आप भर के questions practice कर सकते हो ठीक है बच्चो चले तो question जैसे आपको ये मिल जाए आपको question मिल जाए कि if वार्क फंक्शन, चलो ऐसे बोल दिया जाए, इफ फ्रीक्वेंसी आफ रेडियेशन इस डबल्ड, यदि फ्रीक्वेंसी को डबल कर दिया जाए, फ्रीक्वेंसी आफ रेडियेशन इस डबल्ड, यदि फ्रीक्वेंसी को क्या कर दिया जाए, डबल कर दिया जाए, तो वाट का इनेटिक एनर्जी अगर आपसे एक क्वेश्चन के फॉर्म में पूछ लिया गया कि देखो अगर फ्रीक्वेंसी को डबल कर दिया जाए तो काइनेटिक एनर्जी को क्या हो जाएगा एलेक्ट्रोन की काइनेटिक एनर्जी ऑफ एलेक्ट्रोन ऐसा क्वेश्चन जब पूछा जाए तो ऐसे क्वेश्चन को किस तरीके सॉल्व किया जाता है अब आपको ऑप्शन मिल गया ऑप्शन तो option आपको इस तरीके से दिया गया, आपको पहला दे दिया गया, यह kinetic energy भी double हो जाएगी, ठीक है, b कह दिया गया half हो जाएगी, कह दिया गया कि भाई more than double होगी, more than double, तुक्का लगाओ जरा, लगाईये न सर, तुक्का लगाईये न, हाँ अच्छा, इसके बाद यह कह दिया भाई constant, no change, ठीक है, लगाओ जरा तुक्का, तो इसका answer क्या होगा, यह चलो आप अभी समझ जाओगे, बहुत simple चीज़ बात है काइनेटिक एनेट्जी प्लस डबलू ठीक है E को लिख सकता हूँ H न्यू और ये हो जाएगा K प्लस डबलू ठीक है चलो अब ध्यान से देखो जरा कि अगर फ्रीक्वेंसी न्यू है तो ये एक्वेशन मन रही है और फ्रीक्वेंसी 2 न्यू डबल हो जाए तो एक्वेशन क्या बनेगी दब देखो जब फ्रीक्वेंसी K1 मान लेता हूँ और वर्फ फंक्शन तो kinetic energy कुछ और हो जाए, K2 लिख दिया, यह होगा second equation, अगर मैं दोने equation को divide कर दो, तो यहाँ पे मेरे पास क्या equation बचेगी, देखना, अगर मैं equation 2 को 1 से divide कर दो, ठीक, तो equation 2 को 1 से divide करूँगा, तो उपर बचेगा 2, देखो न, 2H new is equal to K2 plus W upon K1 plus W, यहाँ पे H new, तो यहाँ पर क्या बचेगा, इससे W तो W मत वड़ा देना, बहुत खतरनाक हो तुम लोग, मैं डर लगता है तुमसे, चलो, यहाँ पर देखें जरा, यह cross multiply 2 का दोनों से हो जाएगा, K2 और यह plus W, तो यहाँ पर क्या बचेगा, 2K1 plus 2W minus W is equal to K2, तो K2 is equal to बच जाएगा 2K काइनेटिक एनर्जी काइने� चले समझ गए तो इसका answer क्या हो जाएगा इसका answer हो जाएगा more than double क्या हो जाएगा more than double चेक चले तो ये हमारा answer हो गया चलो अब जैसे मान के चलो कि अगर मैं आपसे आपको ये homework दे दू तो इसका answer आप बताने कोईश करना अगर मैं आपसे कह दू कि if frequency of radiation is made half इसका answer आप मु half कर दिया गया तो इसका answer क्या होगा ये answer जो है आपको मुझे comment section बताना है ये इसका जो जवाब है मैं comment section में wait करूँगा और अगर आप बताएंगे तो बाई मुझे लगेगा कि सच में आप थोड़ी सी जो है sincerity के साथ पढ़ रहे हो और मेरा पढ़ाना आपके लिए worthy हो पार कमेंट करेंगे ठीक है चलो तो यही पूछा है कि यदि फ्रीक्वेंस ही हाफ हो गई तो आप यह बताइए कि काइनेटिक एनर्जी एलेक्ट्रोन की कितनी हो जाएगी नई वाली ठीक है यह करने के बाद अब आपको यहाँ पर कुछ ग्राफ अब काफी इंपोर्टेंट ग् कि आपको किन-किन चीजों के किन-किन क्वांटिटीज के लिए ग्राफ ड्रॉप करना ठीक है तो जैसे मानकर चलो कि अगर आपको यहां पर ग्राफ ड्रॉप करना है लेट से दिस इस काइनेटिक एनर्जी ठीक और यह हो गई फ्रीक्वेंसी ठीक है तो अगर आपको काइने लेकिन अगर प्रॉपर आपको सुखाओ पूरा ग्राफ किस तरीके से यहाँ पर ड्रॉप किए जाएगा इसमें वर्क फंक्शन वगरा सारी चीजें होंगे ठीक है तो आप इसको कैसे ड्रॉप कर सकेंगे हाँ देखें तो आप समझते हैं कि कायनेटिक एनर्जी क्या होती ह यह होते हैं ना kinetic energy कितनी मिलेगे total energy इसे work function घटा दिया तो बच्ची हुई हमेशा kinetic energy होगी तो आप यहाँ पर k is equal to यहाँ पर देखो सरा energy को क्या लेखता हूँ h new minus work function ऐसे लेखता हूँ अच्छा तो यहाँ पर आप यह देखो कि k जो है k kinetic energy यह कौन सी axis में लिखी हुई है y axis में ठीक है कि kinetic energy y axis में अगर मैं straight line की equation की बात करूँ y is equal to mx plus c ऐसी होती है तो आप अगर ध्यान से देखेंगे तो आप यह पाएंगे कि बई frequency x axis में लिखी है और kinetic energy y axis में तो हमने kinetic energy को y axis से compare किया और frequency को हमने x axis से compare किया ठीक है तो आप यहाँ पर देखो कि जो m है m क्या बता रहा है m को किस से compare करोगे edge से तो अगर मैं बात करूँ कि बई slope इस graph का slope तो slope जो होगा इस graph का that will be equal to h मतलब आपको अगर kinetic energy versus frequency graph का slope पूछा जाए कि क्या बताएगा तो आप कहेंगे planks constant की value बताएगा आपसे एक number में question पूछा जाए सकता है बोला slope of graph kinetic energy versus frequency represents क्या बोलोगे planks constant लिख लेना द्यान से लिख लेना चले तो planks constant अच्छा, यहाँ पर C की value क्या है, C की जगह क्या लिखा है, minus W, C क्या होता है, C को हम बोलते है intercept, ठीक है, तो C की जगह क्या लिखा है, minus W, तो अगर मैं यहाँ पर, तो यह हमारी straight line की equation है, तो अगर मैं यहाँ पर इसको draw करूँगा, तो मैं जानता हूँ कि जब तक threshold frequency नह और ये intercept क्या बता रहा है, minus W, C की जगह क्या लेका, minus W, तो ये graph हमारा हो गया, और इस graph का जो slope होता है, ये क्या represent कर रहा है, H represent कर रहा है, क्या represent कर रहा है, H, clear है, मतलब Planck's constant, clear, आपने बना लिया, अब जैसे मान के चलो, इसको अच्छे से जो note करना, और important लगा लेना, exam point of view बस इसमें कुछ condition बदलती जाए, पिछली slide को हमने as it is रखा है, ठीक है, देखिए जरा, अब इस बार kinetic energy ना हो, इस बार क्या हो, इस बार यहाँ पर जो है, stopping potential लिखा है, क्या लिखा है, stopping potential, जिसको हम और क्या बोलते है, stopping potential को हम बोलते है, कट ऑफ पोटेंशन वर्सेस फ्रीक्वेंसी यह ग्राफ अगर मुझे मिल गया ठीक है तो मैं तो यही समझता हूं कि भाई काइनेटिक एनर्जी का फॉर्मूला होता है काइनेटिक एनर्जी का फॉर्मूला यह होता है टोटल एनर्जी से वर्प फंक्शन घटा दो अब वाय एक्स पर क्या लिखा है स्टॉपिंग पोटेंशन या पोटेंशन डिफरेंस तो काइनेटिक एनर्जी को मिल क्या लेकर सकते हैं इन टू भी समझो ना हम हर बार जो है काइनेटिक एनर्जी बेसिकली वर्क होती है ठीक है वर्क एनर्जी थोड़ा हम ठीक तो वर्क का फॉर्मूला पोटेंशल डिफरेंस इंटू चार्ज अब चार्ज क्योंकि एलेक्ट्रोन पे तो वी इंटू ये ई या ई इंटू वी लिख सकता हूँ इस इक्वल टू में क्या है एनर्जी को ह न्यू लिख दिया माइनस वर्क और ई को मैंने भेज दिया दोनों अपॉन में तो ह बाई न्यू मतलब ह बाई ई और ये W by E ऐसे हो गया तो अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आप पाएंगे कि ये Y axis पे क्या लिखा है stopping potential का V तो मैंने इसको Y axis से compare किया अच्छा है Y is equal to MX X axis पे क्या लिखा है frequency तुन्यों को मैंने ये बोला minus या Y MX plus C straight line की equation होती है तो अगर मैं यहाँ पर ये देखो कि बाई ये बता दो कि इस ग्राफ का slope क्या बता रहा है तो क्या बोलोगे ये slope जो है h by e, बई m की जगे पे कौन रखा है, h by e, तो इस graph का slope क्या बता रहा है, h by e, ठीक है, h by e बता रहा है, ठीक, और C, intercept क्या बता रहा है, ये बता रहा है मुझे minus w by e, तो अगर मैं यहाँ पर जो है draw करूँगा कुछ इस प्रकार से, तो इस graph का E, ठीक है, और यह हो गया हमारे पास threshold frequency, clear, चलो, उमीद करता हूँ, यह आपको समझ बाया होगा, और आप इसको बहुत ध्यान से बताएंगे, कि बही stopping potential versus frequency का जो graph है, उसका slope क्या represent करता है, तो उसका slope H by E represent करेगा, कैसे निकाला, वो हमने आपको इस तरीके से बता दिया, ठी इस तरीके से ये ग्राफ पूछ जाते हैं, काफी important है, ठीक है, अब एक आद प्वेशन आपसे जरूर कभी ऐसे पूछ लिया जाएगा, कि भाई ये बताईए कि यदि हमारे पास कोई radiation, मतलब कोई photon आ रहा है, जिसकी कुछ frequency है, चलो ऐसे आपको दे दिया, आपसे जो लाइट है वेवलेंथ 5000 इंग्स्ट्रॉम इंसीडेंट आन मेटल सरफेज है विन वर्क फंक्शन 2.6 एलेक्ट्रोन वोल्ट फॉलोस्टॉप विल इट बी एबल टो एमिट एलेक्ट्रोन फ्रॉम मेटल सर्फेस क्या कहा गया आपसे कहा गया कि भाई एक फोटोन है लाइट का जिसकी वेवलेंथ जो है आपको 5000 एक्स्ट्रम बताई गई ठीक है यह आता है और एक मेटल सरफेस पर टकराता है कुछ इस प्रकार से ठीक है इस मेटल सरफेस का जो वर्क फंक्शन है यह कितना 2.6 एलेक्ट्रोन बोल तो कह रहा है कि यह फोटोन से क्या एलेक्ट्रोन बाहर निकल पाएगा तो अंसर तो हमें क्या करना है किस photon की energy find out करनी है यदि यह 2.6 electron volt से ज़्यादा निकली तो हम बोलेंगे yes it is able to emit electron अगर इससे कम निकल किया है तो हम बोलेंगे बाई यह electron जो है emit नहीं कर पाएगा ठीक है इस type equation जो है पूछ ले जाते हैं तो अभी क्या कहा गया बई E is equal to H new होता है ठीक E is equal to H, H की value तो पता है ठीक है new frequency नहीं थी तो new की जगह C by lambda लिखते हैं तो E is equal to, H की जगह 6.63, 10 to the power minus 34, और यहाँ पे C की value 3, 10 to the power 8, अब वों में, लेम्डा की value 5, ये 5000 एंग्स्टरम को convert करेंगे न, तो देखो सरा, 5000 एंग्स्टरम का मिला 10 to the power minus 10 होता है, पूरा अटा के 10 to the power minus 7 लिख सकते हो आप, 3, और ये बचके 10 to the power minus 7, 10 to the power minus 7 कटेगा, 10 to the power minus का 27, और 10 to the power minus का 27 कटेगा, तो यह बचेगा यहाँ पे 10-का 19 तो E is equal to 6.63 upon 5 into 10 to the power minus का 19 ठीक है अब 6.63 अब यह किस में चल रहा है जूल में चल रहा है 6.63 को अगर मैं डिवाइड कर दू 5 तो 1.326 आ रहा है तो 1.326 मैंने कुछ गडबड कर दी होगी 1.326 into 10 to the power minus का 19 जूल मुझे तो electron volt में निकालूँगा तब ही समझ में आएगा, तो E is equal to, अब joule को electron volt में convert करने के लिए, हमने आपको already बताया था, अगर electron volt लिखा होता, तो 1.6 x minus 19 का end लूग करते हैं, लेकिन यहाँ पर joule लिखा है, तो joule लिखा है तो क्या करूँगा, यहाँ पर joule को electron volt में convert करने के लिए, 1.6 x minus 19 का divide करूँगा, यह electron volt में convert हो गया, वन से भी छोटा आंसर निकल के आएगा, इससे तो ये उड़ गया, ये तो आपका वन से भी छोटा आंसर निकल के आ रहा है, 1.326 का डिवाइड अगर मैं 1.6 से कर दूँगा, तो 0.82 आ रहा है, मतलब बहुत ही ज़्यादा छोटा आ रहा है, तो 0.82 एलेक्ट्रोन वोल्ट, इसका work function केतना है 2.6 electron volt इसका मतलब है ये emit नहीं कर पाएगा तो no it won't be able to एमिट एलेक्ट्रोन ये एलेक्ट्रोन एमिट नहीं कर पाएगा ठीक है क्योंकि इसके एनर्जी कम है वर्प फंक्शन से लेर है अच्छा दियान रखना तो आप ये देखो कि ये जो है 5000 एक्स्ट्रोम विजिबल लाइट की वो होती है वेवलेंथ तो विजिबल लाइट की एनर्जी कितनी कम है और जबकि सीजियम का वर्प फंक्शन ने देखा ना तो विजिबल लाइट हर केस में पॉसिबल नहीं होगा कि वो एनर्जी जो है तो इस तरीके से एनरजी पर बेस्ट वी एक्वेशन आ सकता है, चोटा मोटा, तो आप इसको टैकल कर पाएंगे, चली आगे बढ़ जाते हैं, और अब ये matter wave यानि D.Brogli एक्वेशन पर पहुँचेंगे, आगे बढ़ते हैं, देखे बढ़, अभी तक हमने जो है, radiation का dual nature प और डी ब्रॉगली ने ये कहा कि भाई जिस प्रकार से नेचर में रेडियेशन के दो फॉर्म हैं, डबल रोल हैं, दो रूप हैं, एक तो वेव और दूसरा पार्टिकल, इसी प्रकार से किसी भी matter के भी, यानि कि matter के भी डबल रोल possible हैं, एक है वेव और दूसरा है पार्टि तो अभी ये इसके पास एक तो particle form है जो हमें दिख रहा है और दूसरा इसके साथ एक wave भी जरूर होगी जो हमें दिख नहीं रही है हाला कि इस बात के पीछे उनका कोई logic नहीं था बस एक logic था क्या logic कि जैसे nature में हर चीज symmetry में पाई जाती है जैसे radiation के double role है wave और particle इसी प्रकार से matter के भी double role होंगे wave और particle form है न तो बस यही चीज उन्होंने अपनी hypothesis में बताई hypothesis मतलब जिस चीज का कोई evidence ना हो बस आप किसी चीज को basis मान करके आप उसको अपने मन से imagine करते हुए बता दे कोई भी थिवरी है ना उसको मूलते है hypothesis तो D.Brogli की hypothesis क्या थी D.Brogli की hypothesis यह थी कि बही कोई भी particle जो है कोई भी matter जो है उसके साथ हमेशा एक wave connected रहती है और वही wave को हम matter wave या de Broglie wave कहते हैं जैसे कि उन्होंने कहा कि बई आपके पास ये pen है तो अगर आप इस pen को फेक रहे हैं तो इस pen के साथ हमेशा एक wave साथ में travel कर रही है और इसी wave को हम बोल रहे है matter wave या de Broglie wave क्या बोल रहे है matter wave या de Broglie wave बोला nature में symmetry है जैसे हम current से magnetic field बना सकते थे तो हमने आगे जाकर कि ये पता किया कि magnetic field से भी current बन जाता है change in magnetic flux causes induced DMF यह पढ़ा है कि नहीं पढ़ा तो उसने बस यही बात बोली कि जैसे radiation के double role है wave और particle वैसे ही matter के भी double role होंगे particle nature तो दिखी रहा है इसके साथ एक wave भी connect है और उसी wave को हमने deep wrong लिया matter wave का इस चीज़ को बाद में division और germer नाम के दो scientist ने अपने experiment में verify भी किया कि भाई जैसे diffraction में pattern दिख रहा था वेव नेचर में वैसा ही एलेक्ट्रोन के लिए भी एक ग्राफ बनाया गया, एक्सपेरिमेंट किया गया, तो वहाँ पर वेव नेचर जो है एलेक्ट्रोन के पास है, वो चीज़ भी प्रूप की गयी, लेकिन वो हमारे अभी सिलेबस में नहीं है, तो इसका जो कॉंसेप्� पार्टिकल विद ईज मूविंग मैटर कोई भी पार्टिकल कोई भी मैटर जो मूव कर रहा है चल रहा है दोड़ रहा है उसके साथ हमेशा एक वेव कनेक्ट होगी है और इस वेव कॉम मैटर वेव या फिर डीब रोगली ने डिसकवर की थी इसलिए हमने इसको डीब रोग ये plank constant है, m जो है, जो भी body move कर रही है, जो भी particle, जो भी matter move कर रहा है, उसका mass है, और v जो है, उस body की velocity है, ठीक है, तो अगर मुझे d-brogli wave की wavelength निकालनी हो, तो हम इस formula से lambda is equal to h upon mv से निकालेंगे, ठीक है, ये जो matter wave है, इसकी कुछ properties हैं, कुछ properties क्या बताई गई, कि भाई matter wave matter wave पे किसी प्रकार का कोई charge नहीं होता, तो इस पे electric field और magnetic field कोई असर नहीं होता, matter wave जो है, हमेशा moving body के साथ ही connected होती है, rest body के साथ matter wave connect नहीं होगी, क्यों, अब आगे किसके क्या reasons हैं, कि एक एकजांपल से वो आपको सभी चीज़ समझाते हैं, तो इसका मतलब यह हो गया, तो इस पत्सर के साथ भी wave connect होगी, हम उसको matter wave बोलेंगे, क्या reason है कि हम उसको daily life में कभी देख नहीं पाते हैं तो वही reason आपको यहाँ पर बताया गया है question क्या लिखा गया why matter wave is not noticeable in daily life or in macroscopic world macroscopic world मतलब जिसको हम अपनी आखों से देख पा रहे हैं थोड़ा सा बड़े size के object जहाँ पर हैं ठीक है तो कहा जा रहा है कि matter wave को हम daily life में notice क्यों नहीं कर सकते क्या कारण है तो देखो lambda आपने अभी क्या पढ़ा के matter wave की wavelength का क्या formula है, lambda is equal to h upon mb, h upon mb, तो अगर मैं यहाँ पर देखूं, macroscopic world में जो object है, daily life में जो object, इसे pan है, चोटा पत्थर है, कंकड है, है न, यह जो object है, यह comparatively, जो subatomic particle, जैसे कि electron, proton, neutron, इनकी तुलना में, इनकी comparison बहुत बड़े है, तो जो wavelength जो है, ये mass के inversely proportional है कैसे है देखो इस formula से wavelength mass के कैसे inversely proportional तो अगर mass बहुत जादा हुआ तो wavelength बहुत चोटी होगी बहुत कम होगी तो अगर कहा जा रहा है कि daily life में जिन mass के साथ हम deal करते हैं जिन object के साथ हम deal करते हैं इनका size बड़ा है इनका mass जादा है है ना तो mass जादा है तो इनकी जो wavelength होगी ये कैसी होगी negligible होगी और अगर wavelength negligible होई तो ये wave हमें क्या है वेव नजर ही नहीं आईगी, ये तो हमें एक straight line नजर आईगी, क्योंकि wavelength अगर बहुत छुटी, तो हमें wave थोड़ी नजर आईगी, फिर तो हमें एक straight line नजर आईगी, तो इसलिए हमें daily life में बड़े masses के कारण ये जो deep broccoli wave या matter wave notice नहीं होती, clear है, ध्यान ढखना है इसको, क् एलेक्ट्रोन, प्रोटोन, लाइट की वेवलेंथ वगराए कमपरजन में, तो इसलिए यह हमें जो है वेवलेंथ बहुत चोटी पाई जाती है, और हमें नोटिस नहीं होती, ठीक है, अब इसका स्क्रीन चोट ले लेना, और ऐसे कि ऐसे एग्जाम में चाप आना है, ठीक, कि wavelength जो है velocity के inversely proportional है अगर body rest में है तो velocity 0 हो जाएगी और अगर velocity 0 हो गई 1 upon 0 क्या होता है infinity तो इसका अर्थ यह हो गया कि जो wavelength जो निकल के आएगी that will be infinite length वाली है ना तो wavelength का अर्थ क्या है यह crest है तो अब दूसरा crest कहा होगा दूसरा crest होगा infinite distance पे यानि कि यह फिर से एक straight line की तरह बन गई wave के लिए तो crest trough क्रेस्ट रफ ऐसे बनना चाहिए ना तो बहुत ज़्यादा पास में और ना ही बहुत ज़्यादा दूर तब ही तो बही ऐसा वेव बनेगी तो इनफाइनाइट दूरी पर क्रेस्ट है इसका अर्थ का स्ट्रेट लाइनी है है ना तो हम कह सकते हैं रेस्ट बॉडी के साथ अब इसी चीज को हमें डिराइब भी करना होता है है ना काफी इंपोर्टेंट है कि बही अगर हमारे पास कोई भी object है तो या कोई भी body है तो उसके साथ जो associate matter wave है उसकी wavelength कितनी होगी सर हमने अभी तो का lambda is equal to h upon mv कहा के नहीं का हाँ सर अब इसको derive कैसे करते हैं वो आप चीज समझिए तो देखो बहुत simple सी बात है इसको photon देखो photon जो है basically हम इसको light का एक particle मान के चलते हैं particle nature है photon का ठीक है इसलिए आप कोई particle बिना mask के तो exist कर नहीं सकता इसलिए कहा जाता है कि फोटोन को हमने पार्टिकल माना है तो हम कह देते हैं कि उसका कुछ मास है और हाला कि वो जो मास है उसको हम फॉर्मूले के टम्स में बताते हैं ठीक है M is equal to H nu by C square rest मास जो फोटोन का होता है वो जीरो होता है फोटोन पार्टिकल की तरह हम उसको ट्रीट कर रहे हैं और पार्टिकल बिना मास के हो नहीं सकता इसलिए हम यह मान लेते हैं कि फोटोन के पास भी कुछ मास होगा ठीक है चलिए देखो जरा सुनो तो consider हमने माना कि कोई photon जो किसी surface पर आकर गे स्ट्राइक करता है या photon जो आगे चल रहा होता है उसकी जो energy जो कितनी होती है E is equal to H नहीं होती है ठीक है अच्छा आगे बहुत important बात कही गई कि let's say जो photon है उसका mass अगर मैं M मन लूँ और वो C speed of light से travel कर रहा है आगे ठीक है तो Einstein की जो mass energy relation कहती है वो यह कहती है कि यह जो photon जब energy के form में convert होगा तो इससे हम इतनी energy ले सकते हैं E is equal to MC square बाई मैंने batch में भी बताया था आज फिर से बता रहा हूँ कि जैसे E is equal to MC square यह ऐसी equation है Einstein की जो हमें बताती है कि यदि आप किसी mass को पूरी तरीके से energy में convert करना जाते हैं तो आपको कितनी energy मिलेगी जैसे कि atom bomb में अगर मैं आपसे कह दूँ कि एक ग्रेम uranium है और अगर वो पूरा एक ग्रैम यूरेनियम अगर एनरजी के फॉर्म में कनवर्ड होगा तो मैं क्या करूँगा कि ये मेरे पास मास है तो E is equal to MC square से मैं निकाल सकता हूँ कि कितनी एनरजी हमें मिलने वाली है तो E is equal to मास कितना 10 to the power minus 3 kg C square अगर C की वैल्यू 3 into the C मतलब speed of light की वैल्यू तो अगर मैं इसको solve करूँगा तो ये मेरे पास कुछ तरह निकल गयेगा 9 x 10 to the power 13 joule इसका आर्थ ही हो गया कि अगर मैं 1 ग्रैम यूरेनियम को कनवर्ट करता हूँ तो इतनी एनर्जी जो है मुझे मिलेगी और यह किसने बात बताई यह आइंस्टाइन ने हमें जो E is equal to Mg square वाली equation है वो हमें बताते हैं कुछ मास है अगर वो collide किया जो एनर्जी मिलेगी वो हम इस equation E is equal to Mg square से बता सकते हैं अब इन दोने equations की ये क्या है बई, E is equal to MC square, और E is equal, दोनों E की value न, energy की, दोनों को आमने सामने put कर दिया, ठीक है, ध्यान से देखो, MC square, अब ये C का square है, C square, तो C square को मैं दो बार ऐसे लिख सकता हूँ, C into C, लिख सकता हूँ, MC, mass into, C क्या है, speed of light, तो mass into speed है, mass into velocity क्या होता है, momentum, तो ये लिख C की जगह C, H new, new को क्या लिख सकता हूँ, C by lambda, तो C से C कट गया, तो lambda is equal to क्या बचा, H upon P, ठीक, P क्या है, momentum of photon, ठीक, momentum को क्या लिख सकता हूँ, M into C, ठीक है, mass into velocity, mass into speed, अच्छा, अगर photon है, तो भी photon तो भी speed of light से travel करेगा, तो only MC लिख सकता हूँ, लेकिन कोई normal body है, त वो तो normal velocity से travel करेगी, तो उसके लिए हम क्या लिखेंगे, lambda is equal to h upon mv, और यही जो है, यह हमारे पास final formula बन गया, wavelength of matter wave का, clear है, उम्मीद करूँगा यह आपको समझ माया होगा, आप इसका screenshot ले सकते हैं, और काफी important है exam point of view से भी, चलो, कि कोई भी body है, कोई भी body है, अब उस body में, आपको जब मोशन में आईगी तो उसके साथ कुछ ऑब्येस्टी बात है कि भाई वेवलेंथ कनेक्ट होगी फॉर्मूला बेस क्वेश्चन आते हैं ग्राफ बहुत ज़्यादा पूछे जाते हैं तो वही मेरा फोकस है आज की इस क्लास में ठीक है तो अब कहा जा रहा है कि जो proven है जिसके बारे में हम बहुत सारी बाते जानते हैं वो है तो electron के साथ कितनी wavelength associate होगी उसका क्या formula होगा वो हम अभी derive करने वाले हैं ठीक है चलिए तो सबसे पहले तो अभी आपको question मिलेगा कि let's say आपने क्या किया कि एक आपके पास tube है उस tube के अंदर आपने यहाँ पर एक electrodes लगा दी ठीक है यह आपने को जिस परकार से battery लगा दी ठीक तो अब यह negative हो गई और यह positive electrode हो गई, अब यहाँ पे कोई electron है, तो अब यह electron क्या करेगा, यहाँ से repel होके, यहाँ भागेगा, हमने भी, अब देखो जितनी ज़्यादा बहमकार, ज़्यादा volt की battery होगी, उतना ज़्यादा यह electron ताकत से भागेगा, तो यह electron जो है, तो इस electron के पास क्या आ जाएगी, kinetic energy, kinetic energy आ गई, motion में आ गया, तो बही कोई भी particle, कोई electron अगर motion में होगा, बई, moving body के साथ matter wave connect होती है न, तो उस ये electron जब motion में आएगा, इसके पास कुछ kinetic energy आएगी, तो इसके साथ कितनी wavelength associate होगी matter wave की, वो हमें यहाँ पर बताना है, ठीक है, तो ये बहुत simple सा जो एक derivation है, जिसमें आपको बहुत simple सी बात याद रखनी है, कि हमने मान लिया कि एक electron क अब बैटरी को धक्का देने में आगे पुष्ट करने में बैटरी के दौरा कितना वर्क किया गया? W is equal to E into V. आपको अभी में तो बताया था कि Q into V यह potential work का फॉर्मूला होता है.
तो वो हमने लिखा क्योंकि चार्ज एलेक्ट्रोन पर है तो इसलिए हमने E लिख दिया. Work Energy Theorem कहती है कि काइनेटिक एनर्जी को वर्क को आप आमने सामने पुट कर सकते हो. अब half था तो 2 इस side पहुँच गया तो 2EV बचा अब यहाँ पे देखो MV square और यह 2EV लिखा है हमने क्या किया M का into दोनों side कर दिया यहाँ भी और यहाँ भी तो यह बन गया M square V square और यह बन गया 2MEV अब M square V square को मैं MV का whole square लिख सकता हूँ अब यह 2MEV है अब यहाँ से square अटेगा तो यहाँ क्या पहुँच जाएगा square root square अटेगा तो यहाँ क्या पहुँच जाएगा square root पहुँच जाएगा तो MB is equal to क्या बन गया?
root 2 MEB हम जानते हैं वेवलेंथ ऑफ मेटर वेव क्या होता है चाहिए एलेक्ट्रोन और प्रोटोन हो कुछ भी हो लेमडा एगॉल टू एच अपॉन एमवी तो एमवी की वैल्यू क्या है रूट टू एमवी उठाके पोड कर दी तो ये निकलके आ गई ये एक्सप्रेशन हो गया क इकी जगह क्यों लिख देते हैं बस हमारा काम बन जाता ठीक है जैसे मान के चलो कि अगर आपको यह फॉर्मुला तो बन गया तो एच अपन रूट टू एम क्यों वी लिख सकता हूं ठीक है अब मान के चलो अगर एलेक्ट्रोन की बात में कर रहा हूं तो एल और V potential difference अगर जब मैं इसको solve करता हूँ तो 12.27 अपन root V angstrom ये रिकल के आ जाता है ठीक है 12.27 अपन root V angstrom अगर आपसे कह दे कि 50 volt से हमने accelerate करा है तो V की देखा है बस 50 put कर देना और solve करके जो है आपको direct wavelength जो है किसी भी particle मतलब electron की मिल जाएगी ठीक है चलिए तो कोई भी particle है तो उसके लिए formula root 2 MQV ये बन गया ठीक यहां से मुझे एक बात समझ में आती है, आप इसको जो है प्रॉपर तरीके से, आप इसका स्क्रीन शॉट ले लो, स्क्रीन शॉट ले लो इसका, ठीक है, आप इसका स्क्रीन शॉट ले लो, अब जो है मैं आपको नई बात यहां पर बताता हूँ, कि अभी जो आप देख प Q into capital V, capital V जो है ये potential difference है, तिक है, तो अगर मैं आपसे यहाँ पर ये कहूँ, अगर मैं आपसे यहाँ पर ये कहता हूँ, कि भाई, lambda और root V के लिए मुझे graph बनाना है, तो कैसे बनाओंगा, तो देखो, दो तरीके से graph बनता है, यदि मैं आपसे कह दू, यदि मैं आपसे ये क तो ऐसा नहीं कि कुछ भी जो है सिर्फ time पूरा करना है आप लोग समझते हो कि हमेशा आपको वो पढ़ाता हूँ जो exam के लिए बहुत important है ना तो कोई बाते अगर प्यार से धीरे से भी कह रहा हूँ तो उसको जोर से समझना और जो तरीके से उसको अच्छे से note करना बहुत चोटा भी मतलब में बड़ा भी है तो अगर मैं lambda और root v की बात करूँ तो ये तो दोनों inversely proportional है तो उनका graph को जैसा बनेगा hyperbolic shape में लेकिन अगर same graph आपको बनाना है किस के लिए same graph आपको बनाना है देखो lambda ऊपर root v नीचे ऊपर नीचे inverse relation है तो inverse के लिए graph ऐसा ही बनेगा lambda is inversely proportional to root v अगर graph वी ये one upon root v के लिए होता तो अब आप ये देखो कि one upon root v ये lambda लेमडा root b के inversely proportional है लेकिन 1 upon root b के क्या है directly proportional तो अगर 1 upon root b के लिए ग्राफ होगा तो ये ग्राफ को जिस प्रकार से बनेगा ठीक है अब same ग्राफ के अंदर तो समझ गए कि लेमडा जब root b के टर्म में लिखेंगे तो ग्राफ ऐसा लेमडा 1 upon root b के टर्म में देखो 1 upon root b को आ समझ गए ना, चलिए, द्यान रखना है इस बात को, अच्छा, अब आपसे कह दिया जाए, के बाई, स्लोप किसका जाता है, आपसे पूछ लिया जाता है, आपसे अच्छे, आपको, चलो, एक question बताता हूँ, या उससे बहले आपको ये proper basic समझा देता हूँ, जैसे कि, lambda is equal to h upon root 2 m e v लिखा है, ठीक, और आपको graph यहाँ पर बना दिया, lambda, और 1 upon root v ये लिखा है ठीक है और अब आप भी सोचो कि इसका ग्राफ कैसा बन रहा है आपने का सर straight line बन रहा है ठीक है तो इस ग्राफ का slope क्या represent कर रहा है आप वो देखो तो भाई हमें पता है कि y axis में क्या लिखा है lambda y is equal to mx plus c का यहाँ पे कोई काम दिख नहीं रहा है मु� इसको ऐसे लिख सकता हूँ, root 2 m e, और यहाँ क्या है, where upon root v, लिख सकता हूँ, हाँ, लिख सकते हो सर, अब देखो, तो ये क्या है, lambda किसकी जगह पे, y-axis में, एक्स में कौन है वन अपन रूट वी इसलिए तो मैंने अलग करा तो आप ये देखो एम की जगह पे क्या लिख रहे हो तो स्लोप इस लैमडा और वन बाई रूट वी ग्राफ का स्लोप क्या रिपरेजेंट कर रहा है एच अपन रूट टू एम ई ये ठीक है या अगर यहाँ क्या लिखूंगा, Q, अब जैसे एक सवाल, तो अब आप भी समझो, कि अगर दोनों particle पे charge same है, for same charge, अगर मैं यहाँ पे ऐसे बोलू, for same charge, तो तु बताओ थरा, इस graph का slope क्या represent कर रहा है, h upon root 2 mq, कर रहा है represent, ठीक है, अब जैसे मान के चलो, कि अगर आप for same charge, तो जो slope जो होगा, ये 1 upon, अब देखना, m तो, h तो constant है, अगर charge 2 object पे same हुआ, ठीक है, 2 तो constant होता ही है, तो जो slope होगा, ये root m की inversely proportional होगा, तो अगर mass जादा होगा, तो slope क्या होगा, कम होगा, ठीक है, उल्टा बोल दू, कि slope अगर कम है, तो आप बोलेंगे कि आहाँ इसका जैसे आपको question एक question मिल जाता है तो आपको proper जो है feel आ जाएगी और दिया जा रहा है कि बहुत दो line है ठीक है मतलब ये lambda लिखा है और यहां लिखा है 1 by root b अब क्या पूछा जा रहा है कि two lines a and b graph represent deep rogli wavelength as a function of 1 by root v v is accelerating potential for two particles दो particles हैं having same charge दोनों पे charge जो है ये same है ठीक है तो which of to represent particle of smaller mass अगर आपने नहीं पढ़ा तो सोचते रह जाओगे आँ करते रह जाओगे लेकिन answer नहीं आएगा ठीक है तो basically आपको पता है कि lambda is equal to h upon root 2 mq v होता है ठीक है अब कह रहा है कि बही सब कुछ v जो है potential difference दोनों को same potential difference से जो है accelerate कराया गया तो दोनों पर चार same है तो lambda is universally proportional to root m मतलब mass जादा तो mass जादा तो wavelength कम, ठीक है, और हमने ये भी तो पढ़ा कि बई slope जो है, क्या पूछ रहा है कि smaller mass कौन सा है, smaller mass, तो बहुत सिंपल सी बात है, smaller mass कौन सा होगा, तो जिसकी wavelength जादा, उसका mass छोटा, ठीक है, कि wavelength किसकी ज़्यादा है तो आप देखेंगे particular value पर जो wavelength है ये b की ज़्यादा है ना और इसकी कम है ठीक तो अच्छा वो भी तो अभी तो हमने ये भी तो पढ़ा था कि अगर mass ज़्यादा तो slope कम ठीक है तो इसका अर्थ ये हो गया इसका अर्थ ये हो ग तो हमने यह तो पढ़ा था कि भाई जो स्लोप है यह कितना है चार्च तो कॉमन है एच भी कॉंस्टेंट है तो यह तो स्लोप जो है क्या हो रहा है स्लोप हो रहा है यह स्लोप डिपेंडेंट है किसके वन बाय रूट एम के ठीक है तो इसका अर्थ यह है कि स स्लोप B का जादा है तो यहाँ ऐसे लिखूंगा कि स्लोप B का जादा है और स्लोप A का कम है तो इसका आर्थ ही यह हो गया कि स्लोप B का जादा है तो मास B का कम है और मास A का जादा है तो इस प्रकार से आप से कहा गया कि स्मॉलर मास किसका है तो याद रखिए कि स्मॉलर मास जो है B का स्मॉलर मास है बी का मास स्मॉलर है ना स्लोप से हमें यह बात पता पड़ जाती है ठीक है चलो आगे बढ़ेंगे, अब जैसे मान के चलो, कि आपको एक question मिलता है, काफी important question है, अब इस question में भी आपसे कहा जा रहा है, कि ये graph आपने बनाया, lambda versus 1 by root b, पूछा गया question है, previous year में, तो क्या कहा गया, कि दो line है, ठीक है, यहाँ पे ये दोनो line जो है, ये represent a, b, lambda versus 1 by root b, graph बनाया और 1H3 के लिए बनाया है, 1H2 डिउटेरियम है, डिउटरोन जिसको हम कह रहे हैं, और यह हमारा ट्रिटियम है, ठीक है, तो आपको समझना है, कि भाई, आपको बताना है कि what does slope of line represent, तो भाई इनका जो slope है, वो क्या represent कर रहा है, तो slope तो हमने, हमें पता है कि slope represent कर रहा है इसक इडेंटिफाई द लाइन विच करस्पॉंड्स टू दीज न्यूक्लियाई मतलब इन न्यूक्लियाई को कौन-कौन सी लाइन रिपरेजेंट कर रही है किस न्यूक्लियाई को कौन सी लाइन रिपरेजेंट कर रही है यह बताना है तो देखो यहां पर आप एक चीज समझ ल ठीक है भाई इसका आर्थ क्या होता है कि ऊपर वाले में से नीचे वाला घटा दो को तो number of neutron मिलता है तो neutron तो charge decide करता नहीं है हाँ लेकिन ये बात है कि इसके अंदर total कितने particle दो particle एक proton एक neutron इसके अंदर दो proton और एक sorry एक proton और दो neutron ऐसा है अच्छा तो अभी हमें ये अब आपसे कहा जाना है कौन सा न्यूक्लाई क���सको रिपरेजेंट कर रहा है तो हमें तो यह बात पता है कि स्लोप अगर जादा है तो मास कम होगा ठीक है तो अब आप यह देख लो स्लोप किसका जादा है स्लोप बी का जादा है बी का स्लोप जादा है तो बी का मास कम होगा और बी का मास कम है तो कम मास वाला कौन है 1H2 जादा मास वाला कौन है 1H3 तो A रिपरेजेंट कर रहा है 1H3 को और B रिपरेजेंट कर रहा है 1H2 को इस तरीके से आप decide कर लेते हो सर अगर कोई ऐसा question आए जिसमें value से सारी के सारी अलग ना हो ऐसा question आपको मिल गया मतलब chart same ना हो तब आप इसको किस तरीके से tackle करेंगे इसमें इस type के numericals हैं वो पूछ ले जाते हैं आप से कहा जा रहा है the ratio between D Broglie wavelength associated with proton देखो क्या लिखा है the ratio between D Broglie wavelength associated with proton accelerated through potential difference of 512 volt and alpha particle accelerated through potential difference of x volt is found to be 1 इसका आर्थ ये हुआ के जो wavelength ratio of wavelength associated with proton and alpha particle कह रहा है कि अगर आप एक proton और एक alpha particle की d-brogli wavelength का ratio निकालें, जबकि जिसमें proton को 512 volt से accelerate करा गया हो, और alpha particle को x volt से accelerate करा गया हो, तो इनका जो ratio निकल के आता है, वो 1 निकल के आता है, तो आपको x की value निकालनी है, तो 1 अगर ये निकल के आया, तो lambda p is equal to lambda alpha, मतलब दोनों की wavelength जो है, ये सेमें, तो आपको x की value निकालनी है, तो lambda का formula h upon root 2, root 2m, q into v होता है, ठीक है, यहाँ पर भी h upon root 2m, q into v होता है, ठीक है, अब आप यहाँ पर देखिए, कि यह mass of proton है, यह charge of proton है, यहाँ पर यह potential difference of proton है, जिसको potential difference apply किया गया proton के लिए, यह अलफा पार्टिकल है यह चार जॉन अलफा पार्टिकल है ठीक है अच्छा यहां पर देखेंगे जरा तो हम यह पाएंगे कि एच से एच कट जाएगा ठीक है दोनों साइड स्क्वारिंग करेंगे तो रूट से देखो क्रॉस मिल्टिप्ला कर दूं यह लो तो यह कुछ मास आप प्रोटोन चार्ज ऑन प्रोटोन और ये मेरे पास वी की वैल्यू 512 है दोनों साइट अगर स्क्वायर कर दूँगा तो ये स्क्वायर से हट जाएगा तो 2 मास आप प्रोटोन चार्ज ऑन प्रोटोन ठीक है अच्छा अलफा है अगर मैं ऐसे बोलूं चलो अलफा चार्ज ऑन अलफा इस इक्वल्टो और ये कितना है एक्स स्क्वायर कर दे दोनों साइट स्क्वायर उठ जाएगा ये 2 ये M मास आप प्रोटोन चार्ज ऑन प्रोटोन और ये 512 बोल्ट अब आप ध्यान से देखेंगे तो बहुत सारी ये 2 से तो 2 कट रहा है टिक अलफा पार्टिकल का जो मास है ये प्रोटोन के मास के 4 गुना है अलफा पार्टिकल का जो चार्ज है ये इसके 2 गुना है प्रोटोन के चार्ज के हम स्टार्टिंग से पढ़ रहे हैं ना MP इंट� यह चैनल हो रहा है चार दूनी आठ अच्छा एक्स भी तो लिखा था यहां पर तो एक्स इज इक्वल टू फाइवन्डेड टूअल बाइ एट कितने वोल्ट आ रहा है यही आंसर हो जाएगा एक सेकंड लगेगा मतलब दो पांच सेकं मैं आपका wait कर रहा हूँ, यह आपका homework है, आपके comment को मैं देखूँगा, heart दूँगा, पसंद करूँगा, like करूँगा, लेकिन आपको comment करके जाना है, इस तरीके question आपके exam में जो है, पूछे जाते हैं, उमीद करूँगा, यह आपको समझ में आया होगा, ठीक है, तो यहां तक जो हमने पढ़ा, यह हमारा dual nature of matter and dedication यह खतम हो जाता है, complete हो जाता है, बढ़िया तरीके से, और मैं आपको यहां पर बताना चाहूँगा, कि अगर आप और जादा, प्रेशन की प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो आप हमारे प्रथम बैच के अंदर भी एनरोल हो सकते हैं साथ ही साथ आपको बुक्स की भी रिक्वायरमेंट होगी तो मैं आपको फिर से बताना चाहता हूँ छोटा सा रेमाइंडर कि भाई ये हमारी एक वेश्चन बैंक के ए� तो जरूर से आप इसको अभी जा करके पर्चूस करें ठीक है तो दोस्तों मिलते हैं आपसे अगले वीडियो में यूट्यूब पर फ्री कॉंटेंट आपके लिए लगातार आ रहा है और आता रहेग