Hello दोस्तों, Gate Smashers में आपका स्वागत हैं आज की इस वीडियो में हम डिस्क्रिस करने जा रहे हैं Von Neumann's Architecture या इसको हम बोलते है Stored Memory Architecture या Stored Memory Program इसका मतलब क्या है Stored Memory का कि जहाँ पे हम दो चीज़ें Memory के अंदर रखते हैं एक तो Data और दूसरा Program या जिसको हम बोल सकते है Set of Instructions Data मतलब जैसे हम Program के अंदर लिखते हैं C Program में Int A is equal to 10 बी इस इकॉल टू ट्वेंटी सी इकॉल टू ए प्लस बी मतलब जो भी हमारे वेरियेबल्स है काइंड आफ वेरियेबल्स जो हम वहां पर डिफाइन कर रहे हैं या कॉन्सटेंट डिफाइन कर रहे हैं यह जो सारा का सारा डेटा है यह हम कहां पर स्टोर करेंगे मेमोरी के अंदर कौन सी मेमोरी मेन मेमोरी जो है वह हम यूज करते हैं और दूसरा ह प्रोग्रम, प्रोग्रम मतलब set of instructions, instructions क्या होती है कि काम को कैसे करवाना है, बहुत सारे different type of instructions, set जो है हमारे पास available है, like अगर आपने सुना होगा mbi, move command है, हमारे पास a double d add है, sub है, branch statement है, यह सारी जो commands हैं, लगलक processor की लगलक commands हैं, इन सारी commands को और इस data को कहां पे रखना है, ए अलग लग addresses पे रख सकते हो कुछ addresses जो है वहाँ पे आप instructions को रख सकते हो कुछ addresses जो है वहाँ पे आप रख सकते हो data को इसके जो opposite Harvard architecture था जो वो नुमन्स के opposite था वो कहता था कि instruction set जो है वो हम अलग memory में रखेंगे और जो data है वो हम अलग memory में रखेंगे लेकिन यहाँ पे हम same memory के अंदर जो है और अगर आप ध्यान से देखो आज के टाइम पे हम जितने भी architecture यूज़ कर रहे हैं उनमें हम maximum क्या कर रहे हैं, main memory के अंदर ही हम data और program को रखते हैं, दूसरा हमारे पास आता है यहाँ पे component, मतलब यह von Neumann's diagram, जो है von Neumann architecture, यह basically यह भी बताता है कि कौन-कौन से components है, basic computer architecture के, जो help करते हैं data को process करने में, मतलब input को output को convert करने में, input को output में convert करने में, कौन-कौन से components है, तो एक तो हो गया main memory, जहाँ पे हम दो चीज़ों को रख रहे हैं, data और, इंस्ट्रक्शन को उसके बाद आता है हमारा सीप्यू सीप्यू सेंटर प्रोसेसिंग यूनिट और यही से जो है मेन काम हमारा स्टार्ट होता है इसके अंदर अलग-अलग जो है हमारे पास कंपोनेंट्स है पहला है आर्थमेटिक एंड लॉजिकल यूनिट मतलब एल्यू एल्यू का बेसिकली परपस क्या है एल्यू के अंदर बहुत सारे सर्किट्स जो है वह अवेलेबल है डिजिटल है लग-लग सरकेट पर तेरे एडर है हमारे पास सब्टेक्टर है जिनकी हेल्प से हम क्या करते हैं एडिशन और subtraction, multiplication, division, and operation, or operation, exhort, and, or हमारे पास like shift operation, बहुत सारे जो operations हम use करते हैं, arithmetic operation, या फिर logical operation, इनको हम... perform करते हैं किसके थ्रू एल्यू के अंदर और एल्यू में ना अलग-अलग सर्केट सवेलेबल है जो हेल्प करते हैं इन सारे ऑपरेशन को परफॉर्म करने में देख हमारे पास आता है रिजिस्टर रिजिस्टर जो है वह बेसिकली क्या है अब तक जो फास्टेस्ट मेमोरी जो अवेलेबल है हमारे पास वह है रिजिस्टर यह टेंप्रेरी डाटा जो अवेलेबल टेंप्रेरी डाटा को स्टोर करते हैं और साइज जो है वह बहुत ही स्मॉल है स्मॉलेस्ट साइज जो है वह memory को हम क्या बोलते है registers और temporary लिए है वो data को store कर रहे है size कितना हो सकता है basically let's say 8 bit का मतलब 1 byte हो गया 16 bits का तो ये जो basically हमारे पास है sequence of bits होती है sequence of bits को ही हम क्या बोलते है registers यह आप कह सकते हो कि sequence of flip flops क्योंकि flip flops भी जो है वो 1 bit को store करने के काम आते है तो multiple flip flops को आप combine कर दोगे वो क्या बन जाएगे, register, लेकिन यहाँ पे जो important point है, वो यह है, कि register क्यों use कर रहे है, जब हमारे पास already main memory available है, तो memory जब है, तो register का क्या फायदा है, और register को CPU की chip के उपर ही क्यों embed किया हुआ है, उसका reason है speed, speed मतलब, जो भी operation हम perform कर रहे हैं, let's say a is equal to 10, b is equal to 20, c is equal to a plus b, अब कहाँ पे perform होगा? ALU के अंदर तो जो ALU है इसकी speed है बहुत ज़्यादा fast और जो main memory है, although main memory भी fast है, लेकिन compatible to ALU बहुत ही slow है अब होगा क्या speed अगर mismatch करेगी तो एक बंदा काम कर रहा है जल्दी से और एक धीरे काम कर रहा है तो obviously एक के उपर burden आएगा तो उस burden को कम करने के लिए क्या किया?
Registers Registers क्या करते हैं? डेटा को टेंप्रेरली, मतलब जो intermediate results है, जो output है, input है, उनको intermediate और temporarily store करने के काम आते हैं, बहुत सारे लग-लग registers का name आपने सुना होगा, although इसको हम आगे जाके पूरा... डिटेल में डिस्क्रस करेंगे, लेकिन जैसे प्रोग्राम काउंटर, next instruction जो execute करनी है, उसकी जो address है, वो कौन store करता है, प्रोग्राम काउंटर, ये भी एक register है, उसके लावा हमारे पास आता है, accumulator, जो intermediate results हैं, उनको store करने की काम आता है, input register है, output register है, memory addressable है, तो ये जो सारे registers हैं, ये help करते हैं कहीं ना कहीं, processing को थोड़ा fast करने के लिए, और, ALU की और main memory के बीच में एक तरह से intermediate की तरह काम कर रहे हैं then हमारे पास आता है control unit control unit again बहुत important यहाँ पे factor है control unit का control unit के अंदर हमारे पास आती हैं दो चीज़े एक तो है timing signal और दूसरा हमारे पास आता है यहाँ पे control signals Timing signal basically क्या है? Timing, मतलब कौन सी instruction पहले execute होगी, कौन उसके बाद होगी, मतलब let's say हमारे पास program के अंदर there are 10 instructions, अब कौन सी instructions को पहले execute करना है, किसको बाद होगी?
बाद में एग्जिक्यूट करना है यह बेसिकली बहुत ही इंपोर्टेंट फैक्टर हो सकता है कि अगर आप लेट्स इजेसे कार्ड लाते हैं अब कार्ड में हमें पता है कि इंस्ट्रक्शन क्या है पहले हम क्लच जो है वह प्रेस करते हैं फिर हम गेर डालते हैं फ दिरे दिरे छोड़ते हैं मतलब यह जो एक सीक्वेंस ऑफ इंस्ट्रक्शन है सीक्वेंस ऑफ जो इस टेप्स है इनको ऊपर-नीचे नहीं करना अगर इनको ऊपर-नीचे करोगे तो आउटपुट जो है वह अलग हो सकती है तो इस काम को करने के लिए हमें कुछ ना कुछ action जो है वो perform होता है then हमारे पास आता है control signal control signals का basically funda है कि जो इतने सारे register हैं हमारे पास input register, output register PC है, accumulator है बहुत सारे register हैं इनको हम read भी कर सकते हैं, इनके अंदर हम कुछ write भी कर रहे हैं, इन सारों को कैसे control करना है, ऐसा नहों कि आप data को access कर रहे हो और रेजिस्टर कहीं और busy है, मतलब किसी और काम को execute कर रहे हैं, इन सारे read write operations को perform करने के लिए, रेजिस्टर के अंदर हम use करते हैं, control signals को, control signal आपके, mind की तरह है, जैसे हमारा जो arms है, हमारी legs है, उनको कैसे move करवाना है, कैसे instruction उनको देनी है, यह जो instruction कौन दे रहा है, हमारा mind दे रहा है, तो यहाँ पे जो control signals है, control signal इनको control करते हैं, कि कैसे आपको registers को read करना है, access करना है, किसको पहले करना है, किसको बाद में, तो यह control unit यहाँ वो प्ले कर रहा है इस वो नियुक्त आर्किटेक्शन वैसे तो बहुत ही बेसिक आर्किटेक्शन 1945 के टाइम पर दिया हुआ है लेकिन अगर आप यहां पर में जो पॉइंट है ना वो यही है कि डेटा जो है कैसे प्रोसेस होता है हमारे पास जो मेन मेमोरी के अंदर हम डाटा को रखते हैं वहां से हम डाटा को कॉल करते हैं सीपियो के अंदर और सीपियो में रिजिस्टर्स को प्रोसेस करते हैं मतलब एल्यू जो है उनको प्रोसेस करके हैं आउटपुट को दुबारा मेन मेमोरी में देता है और मेन मेमोरी से वह नेक्स्ट जहां पर यूजर को मोनीटर पर भी हेल्प करता है आपको पता लगे एजे कंप्यूटर साइज पीपल कि यह काम होता कैसे कंप्यूटर के अंदर तो यह उसको भी यहाँ पर शो कर रहा है तो यह सारे main components है उसके बाद हमारे पास input-output system मतलब हमारे पास peripheral devices input devices है keyboard monitors और output devices है हमारे पास monitor तो यह जो सारे devices हैं वो हमारे next level पे आते हैं तो basically हमारे पास यह जो main architecture है वो यही बताता है कि इन components को इन components का फाइदा क्या है अब हम इन components को कैसे attach कर सकते हैं attach करने का मतलब है कि नेटवर्क टोपोलोजी, जैसे हम नेटवर्क में पढ़ते हैं, मैश टोपोलोजी है, बस टोपोलोजी है, स्टार टोपोलोजी, वो हेल्प करती है अलग-अलग components को, क्योंकि main memory भी है हमारे पास, registers भी है, control unit है, मतलब ये पूरा CPU है, इनको हमने कैसे connect करना है, हम इनको connect करते हैं, देर डिफरेंट टाइप्स और बसेस मतलब एड्रेस बस है हमारे पास डेटा बस है अलग लिए टाइप की बसीज हैं और इनका काम कैसे है यह कंपोनेंट्स है और उन कंपोनेंट्स का फायदा क्या है वह कैसे परफॉर्म करते हैं सो इस इजॉल बॉट दाउ Von Neumann's Architecture Thank you