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파트너십 회사 के विघटन के महत्वपूर्ण बिंदु

What's up everyone, welcome back to the channel तो as per our plan मैंने आपको बताया था कि किस तरीके से क्या क्या तैयार करना है अकाउंट्स में हमें debentures करना था मैंने आपको one shot में basics दे दिये थे important questions भी मैं आपको कराने वाला हूँ debentures के बहुत जल्दी पर अभी आज क्योंकि आपने financial management और markets मैंने दिया वाए I hope आप plan के अनुसार पढ़ रहे होगे पर हम लोग शुरू करने जा रहे हैं dissolution जो कि हमें साथ साथ तैयार करना है तो dissolution में बहुत सारे concepts नहीं है कुछ topics हैं, important हैं और मैं आपको बहुत अच्छे तरीके से समझा दूँगा आइए शुरू करते हैं dissolution को और कोशिश करेंगे इसको बड़े प्यार से और बहुत सुन्दरता के साथ समझने की चलिए let's begin चलो भाई, हेडिंग दालो मेरे साथ साथ डिजोलूशन अब जब भी हम dissolution की बात करते हैं, तो dissolution में दो concept हैं, जो आपको ध्यान से देखने हैं. dissolution हमारे पास सबसे पहले होता है dissolution of partnership, और दूसरा होता है dissolution of partnership firm. dissolution of partnership और दूसरा होता है dissolution of partnership firm ठीक है अब हमारे chapter का क्या नाम है हमारे chapter का नाम है dissolution of partnership firm सर ये partnership क्या है फिर देखो जब भी आपको concept दिखेगा dissolution of partnership तो वहाँ पे समझ जाना कि dissolution of partnership का मतलब है कि agreement खतम हो रहा है partnership खतम हो रही है firm खतम नहीं है ही हो रही है अगर कोई लड़ाई जगड़ा हो जाता है कोई terms conditions पर agree नहीं कर पाते partner या कोई और problem आ जाती है तो वहां पर partnership खतम हो जाती है और नया agreement बनता है नए terms के साथ चीजें फिर continue हो जाती है तो उसको हम लोग क्या बोलते हैं dissolution of partnership, but जब मैं बात करूँ dissolution of partnership firm की, इसका मतलब यह है कि agreement तो खतम हुआ ही हुआ, उसके साथ साथ firm भी गई, firm भी खतम हो गई, सर जब firm खतम हो जाती है तो इस case में हमें क्या क्या करना पड़ता है, कौन कौन से concept हैं, जो हमें ध्यान से सीखने हैं तो देखो जब भी dissolution of partnership firm होगा ना तो सबसे पहले mind में आना चाहिए कि सर liability का क्या करा जाएगा उसकी बहुत साइड liability होंगी तो हमें क्या करना है, सभी liability liabilities को pay off करना है liabilities को क्या करा जाएगा pay off करा जाएगा वही अगर firm है तो firm के creditor भी होंगे firm के loans भी होंगे firm के कोई bank overdrafts भी होंगे firm के कोई bill payables भी होंगे तो अब जब firm ही बंद हो गई तो वो सब चुकाने है तो आपको क्या करना होगा उनका payments करना होगा उसके बाद sir assets का क्या होगा भाई assets बिकेंगे assets to be sold off assets अगर बिकेंगे तो ही तो हमारे पास पैसा आएगा, पैसा आएगा तो हम पे करेंगे, all the assets are to be sold off, हम उन सभी assets को बेचेंगे, जब assets बेचेंगे तो पैसा आने वाला है, सर अब assets में दो प्रकार के assets होते हैं, जितने भी assets हैं, वो दो हैं एक है हमारे पास tangible और एक है हमारे पास intangible अब इसमें यह जो topic है यह new है मतलब यह मेरी पुरानी videos में अलग है और CVSC ने इस बार topic को change कराए तो tangible asset के case में क्या करना है, tangible asset always to be sold, always to be sold, always to be sold का मतलब यह है, कि यह तो question बोलेगा, कि मेरी कोई जमीन पड़ी थी, यह land इतने की भी की, तो हम उतने की बेचेंगे, in case the question is silent, suppose question silent हुआ, तो हम उसको zero मान ले कर आ, नहीं, हम उसको zero नहीं मानेंगे, हम उसको book value पे sale out करके आए तो या तो question बताएगा, कि suppose goodwill है, goodwill इतने का भी का, अगर question silent हुआ, तो फिर हम उस goodwill की value zero मान लेंगे, यहाँ पे इस chapter में goodwill को भी बेचते हैं, क्योंकि firm बंद हो रही है, तो goodwill भी केगी न, यहाँ पे goodwill write off करने वाला कोई system नहीं है, यहाँ पे goodwill भी एक normal asset के तरह sale off कर जाती है, तो liability का payment करना है, assets को बेचना है, है ठीक है उसके इलावा balance sheet में क्या होता है sir उसके इलावा balance sheet में आपके बाद reserves होते है ना जितने भी reserves हैं वो सब distribute होंगे सारे के सारे reserves क्या हो जाएंगे distribute हो जाएंगे partners में इसके अंदर कोई दो तीन ratios नहीं होती एक ही ratio होती है उसी में सब कुछ होने वाला है तो सारे क्योंकि firm बंद हो रही है तो partner reserve क्या करेगा घर लेके जाएगा सभी reserves distribute हो जाएगे partners capital account में उसके इलावा sir capital जो होती है capital का क्या करेंगे जब firm बंद हो रही है तो capital का क्या होगा partners घर लेके जाएगे तो capital का हम क्या करते हैं settlement कर देते हैं, sir कोई accumulated profit या loss है, reserves के साथ साथ ही, कोई accumulated profit और loss, P&L का balance है या कुछ है, उसका क्या करना है, वो भी घर पे जाने वाला है, वो पैसा भी घर जाने वाला है, जाएगा, उसका भी distribution होगा, सर, EPF का थोड़ा सा चक्कर रहता है, employees provident fund, employees provident fund या provident fund इसका क्या करना है, देखो ये जो वो funds है, जो employees के लिए बनाए जाते हैं, अब जब firm ही बंद हो गई, तो employees को पैसा दो उनका, वो जाएंगे, तो EPF को क्या करना है, EPF is also to be paid, similarly, अगर सर कोई bank overdraft हुआ, क्या bank overdraft को हम क्या करेंगे, bank overdraft is also to be paid, जब firm बंद हो रही है तो bank overdraft का क्या करना है, pay होगा या नहीं होगा, उसके बाद इतना सारा काम कराने के लिए कुछ खर्चे आते हैं, जैसे asset कितने का बिकना है, liability कितने में settle करनी है, यह सारा हिसाब किताब बनाने में बहुत सारे cost आते हैं, तो उनको हम क्या बोलते हैं, उनको हम बोलते हैं dissolution expenses, dissolution और realization expenses, उनको realization or dissolution expenses बोलते हैं, तो इनका भी आपको payment करना होता है, यह सब आप pay करते हो, तो basically जब भी कोई firm dissolve होगी, तो उसमें इतना सारा काम होगा, तो sir यह सारा काम होगा कहाँ पे, इसका screenshot ले लो, यह सारा काम कहाँ पे होने वाला है, यह सारा काम करने के लिए हम एक account बनाते तो आप जो चीज सबसे पहले सीखने वाले हो इस particular chapter में वो है realization account, ठीक है, most important, तुमने ये सीख लिया तुमारा काम हो गया maximum, realization के बाद हमें जो दूसरी चीज बनानी है, वो क्या है हमारे पास partner के capital account, partners capital account, capital account वैसे ही बनते हैं जैसे आप PSR में बनाते हो, जैसे आप admission में बनाते हो, जैसे आप retirement में बनाते हो, बिल्कुल सेम तरीके से, Partners Capital Account बनते हैं तीसरा क्या होता है सर? तीसरा होता है Partner का Loan Account Partners Loan Account अगर firm ने कोई loan लिया है या loan दिया है किसी partner को तो partner का loan एक अलग से loan account में लिखा जाएगा चौथी चीज जो आपको आनी चाहिए इस chapter में वो है Bank Account सर ये Bank Account क्यों है? तो हमारे बास क्या है लास्ट में बस settlement settlement कौन करेगा bank करेगा सब bank account चूगा पैसे का लेन देन तो चार चीज़ें यहाँ पे आपको सीखनी है realization account partners capital account partners loan account and bank account ठीक है अगर यह बात समझ में इतना detail हो गया आओ सर अब हमें जल्दी से realization account सिखा दो कि realization account कैसे बनता है और क्यों बनता है क्या purpose है इसका इसका नाम realization account realization ही क्यों है, बहुत सारी चीज़े आती है न, mind में, तो क्या हो गया, तुम्हारी problems, और हमारे solutions, यही तो combination है, जो words में full लाने में मदद करेगा, आओ जी, realization account के बारे में थोड़ी बातचीत करते हैं realization account सबसे पहले एक nominal nature का account है nominal nature का account मतलब debit में सभी expenses, losses, credit में सभी incomes and gains दूसरी बात जब भी firm dissolve होती है तो हर चीज realize होती है होती है, realize का मतलब cash में convert होती है, अगर कोई liabilities है, payment होगा cash में उसका, cash या bank, कोई asset है, बिकेगा वो पैसा आएगा हमारे पास, partner लेके जाएगा तो partner से गाट लेंगे, तो ये सब करने के लिए एक account तो चाहिए न, कहाँ पे लिखोगे, settlement को उसके लिए जो account बनता है उसको realization account बोलते हैं ठीक है अगर asset बेचना है तो पहले इसमें asset होना चाहिए liability का payment करना है तो पहले इसमें liability होनी चाहिए तो वो कहां से आएंगे उसको हम balance sheet में से brought down कर लेंगे तो हम क्या करने वाले हैं आप assume करो कि हमारा एक balance sheet होता है हमारा एक हमारा वैलेंशीट को जिस तरीके से दिखता है, इधर सभी आसिट्स होते हैं, इधर सभी लाइबलिटीज प्लस कापिटल होते हैं, ऐसा ही होता है? होता है नहीं होता है, अब capital का तो अपना घर है, ये capital तो capital account में जाएगा, क्योंकि हम साथ साथ capital account भी बनाते हैं, तो capital तो जाएगा capital account में, ये जो assets हैं, इन assets को आप either इस side brought down करोगे realization में, ठीक है, realization में debit side में आप assets को brought down करोगे, तो आप यहाँ पर लिखोगे to balance brought down, यहाँ पे आप balance लिख लोगे, यह balance किस चीज़ का होगा, यह सबी assets का होगा, all the assets, सबी assets यहाँ पे आने वाले हैं, और इन assets के लिए एक दो चीज़े important pointers हैं, जो आपको ध्यान से लिखनी है, सबसे पहला pointer, including goodwill, अभी तक जब आपको यहाँ goodwill मिलता था, तो उस goodwill को आप write off कर देते थे, यहाँ ऐसा नहीं करना, goodwill को भी बेचेंगे, लोग फर्म बंद हो रही है, फैसा कमाना है अब तो, तो goodwill को भी हम बेचेंगे, ठीक है, दूसरी चीज, debtor to be brought down at gross value gross value का मतलब होता है before provision before provision जैसे कई बार यहाँ पर लिखा होता है ना balance sheet में balance sheet में ऐसा लिखा होता है कि debtor 1,10,000 minus provision 10,000 तो debtor 1,00,000 ऐसा लिखा होता है न, तो आपको जो यहाँ पे debtor brought down करना है, वो इस value पे करना है, एक लाग देस अजार पे, provision से पहली वाली value पे, यह याद रखना है, provision इतर आएगा liability में, ठीक है, यह कुछ चोटी बाते हैं, जो आपको याद रखनी है, right, तो क्या क्या आ गया, सबी assets गए debtors brought down होंगे gross value पे उसके इलावा एक बात का याद रखना अगर कोई P&L है कोई advertisement यानि कोई fictitious asset है तो उसको write off करना है वो यहाँ पे नहीं आएगा यहाँ पे वो assets आने वाले हैं जिनका पैसा मिलना है जो बिकेंगे ठीक है अब इधर आती है सारी liabilities by balance brought down यहाँ पे किस हम basically balance brought down नहीं लिखते हैं, हम लोग लिखते हैं by creditor, by BP, by bank loan, वो सब इतर आ जाते हैं, ठीक है, सबी liabilities यहाँ पर आ जाएगी, इसके अंदर कुछ चोटी-चोटी चीज़ें हैं, जिसका ध्यान रखना है, वो क्या है, including, provision for doubtful debts provision for doubtful debts इतर आएगा number 2 including EPF employees provident fund number 3 including bank overdraft, bank overdraft इजर आएगा, number 4 वो IFR के उपर है IFR के बारे में हम अभी नीचे बात करने वाले हैं, ठीक है, IFR क्या होता है उन सब के बारे में बात करेंगे, तो ये हमारा first step होता है, जब भी हम realization account बनाते हैं तो यह हमारा first step होता है अब sir अगर जिनकी journal entry करने को आ जाए तो साथ साथ journal entry भी सिखा दो आजो आपको साथ साथ journal भी सिखा देता हूँ क्योंकि यह एक ऐसी चीज है जो आप साथ साथ कर लोगे तो बहुत ही अच्छा है realization के debit में सारे assets आ गए या नहीं आ गए realization के debit में सभी assets आ गए तो first entry का बनती है हमारे पास realization account debit क्योंकि realization account debit to assets, सबी assets आ जाएंगे, ये पहली entry, जिसकी आप narration लिख दोगे, for transfer of assets to realization account, आ गए, realization के credit में सबी liabilities आ गई, credit में सबी liabilities आ गई, तो entry बन जाएगी, to realization, देखो realization को मैं credit कर रहा हूँ, और क्या आया है यहाँ पे सभी liabilities तो हम लोग बोलेंगे liabilities account debit to realization account यह हो गई हमारी सभी liabilities perfect हो गया यह काम done हो गया आपने सब भी assets देख लिया, आपने सब भी liabilities देख लिया अब क्या होता है, अब हमारा second step of the question शुरू हो रहा है first step हो गया, इतना काम easy होता है बैलेंशीट से देख के उतारना है बस यह हो गया एक बार, अब तुम्हें क्या करना है यहां से हमारा दूज़ दूसरा पार्ट शुरू, यह जो assets हैं, यह जो हमने सभी assets लिखे हैं, यह बिकेंगे, बिकेंगे तो पैसा आएगा, all the incomes and gains are credited, credit side में बिकेंगे, अब यह जो assets हैं, यह जितने भी assets हैं, सब इधर बिकेंगे, तो अगर asset normally बिका, यह लिखा है, assets realized इतना, assets are sold at इतना, cash realized from assets इतना, तो हम यहाँ पे क्या लिखते हैं, simply by bank, by bank account, यह क्या है, असेड्स यह यह हमें तो पैसे से मतलब है तो बंटी अगर घर लेकर जाएगा तो यहाँ पर बैंक ना लिखकर बंटी का नाम लिख देंगे कि बंटी का जब भी final settlement करेंगे ना तो उसमें से bed का पैसा काट लेंगे कि भाई देख तेरे 50,000 देने थे 20,000 का bed था ये 30 ले जा ठीक है तो हम यहाँ पर क्या करने वाले हैं by partners capital account और partners capital account कब आता है if asset is taken over by partner if asset is taken over by a partner अगर एक partner asset ले जाता है तो यहाँ पे यह situation बन जाती है, partner's capital account, if asset is taken over by a partner, done, sorted, तो यहाँ पे दो ही चीज़े होती हैं, या तो, assets normally बिकेगा, किसी को बाहर वाले को बेचा जाएगा, या फिर कोई partner ले जाएगा, ठीक है, इसकी entry बता दो sir, अब देखो, पहले वाले step की मैंने white से कर दी, अगर asset normally बिका, realization के credit में आया, bank account debit, Bank Account Debit to Realization और वैसे भी तुम देखो जब बैंक में पैसा आता है तो Asset है Debit होगा ना बैंक Bank Account Debit to Realization Realization के Credit में आ गया आ गया नहीं आ गया और अगर कोई Partner ले गया यहाँ पे आप नॉमली लिख सकते हो Being Assets Sold और अगर कोई Partner ले गया तो उसका नाम लिख दो बैंक की जगा Partners Capital Account Debit to realization partners capital account debit to realization ये इदर आगे बात समझ आई है नहीं आई बहुत simple है जितने भी assets से वो हम बेच रहे है किसी individual को बेचे outsider को बेचे तो bank का नाम आएगा partner लेकर तो partner का नाम आजाएगा done है अब क्या करना है sir next step assets का काम हो गया liabilities का payment करना है liabilities का payment करना है sir liabilities का payment debit से होगा yes debit all expenses and losses तो अगर simply आपने pay करा तो लिखेंगे to bank account भाई हमने कोई भी liability pay करी तो bank से पैसा कटेगा ये क्या है liabilities paid और सर अगर वो liability किसी partner ने pay कर दी, ऐसा कब होता है? यूज़ुली ऐसा होता है कि partner ने अपनी जेब से pay कर दी, तो firm उसको बाद में पैसा दे देगी, फर्म बोलेगी ठीक है आपने दे दिया ना हमारे से पैसा ले लेना, तब क्या होने वाला है? तब हम लिखेंगे to partner's capital amount, ये क्या है? अब अगर liability जाता है, Paid by a partner आता है ना हमें समझने बड़ा आसानी से Clear है जी Liability अगर firm ने pay करी है तो To bank किसी partner ने pay करी है तो Partner का नाम लिख दो Sir इनकी journal entry बजा दो आईए जी अब देखो अगर firm ने pay करी है तो Realization के debit में pay करी ना तो entry बनेगी Realization account debit to bank, यहाँ पर narration क्या बन जाएगी, being liability paid, और अगर किसी partner ने pay कर दी, तो भी realization के debit सही होगी, realization account debit, to partner's capital account, Partners Capital Account Credit इसलिए हो रहा है क्योंकि उसको बाद में Compensate करा जाता है तो उसके Credit में आ जाता है ठीक है? Sorted देखो General Entries भी आपकी साथ साथ चल रही है और Realization Account तो चली रहा है साथ साथ This is the best way to study dissolution नमबर कटी नहीं सकते इसी तरीके से पढ़ना होता है dissolution, हम लोग इसको वैसे ही complicate करते हैं, जबकि यह बहुत simple सा chapter है, ठीक है जी, यह भी हो गया सर, अब क्या करना है, इसके बाद हमारे पास क्या adjustment आ सकती है, इसके बाद बिटा हमारे पास एक तो छोटी-छोटी adjustment आ सकती है, आ सकती है जैसे कई बार realization के expenses होते हैं या किसी partner को हमने commission दी होती है ये सारा काम करवाने के लिए तो अगर partner को कोई commission दी गई है in case suppose किसी partner को कोई commission दी गई है तो उसका entry हमारे पास तीसरा होता है इसको हम लिखते हैं to partner's capital account if any Commission is paid to partner. अगर कोई कमिशन है जो पार्टनर को दी गई है तो इसको हम लिख देते हैं टू पार्टनर्स कैपिटल अकाउंट और अगर कोई रिलाइजेशन एक्सपेंसेस है सिंपली रिलाइजेशन एक्सपेंसेस जो आए हैं वह भी डेविट से ही पेविट उसको लिखेंगे टू बैंक अकाउंट जो फर्म ने पे करें इसको हम क्या बोलते हैं फॉर रिलाइजेशन एक्सपेंसेस ठीक है अब इनकी journal entry देख लो बहुत simple अगर partner को commission दी तो realization account debit to partner's capital account partner's capital account और अगर realization account debit to partner's capital account और अगर simply realization expenses के entry है तो realization account debit, सब ये expenses के इस चीज़ के होते हैं, ये ही सब value लगवाना, debtor से पैसा निकलवाना, वोट सारे इस तरीके खर्चे होते हैं, ये सब इसमें आते हैं, तो realization account debit to bank account, for realization expenses, आप simply इसको ऐसे लिख सकते हो, है ठीक है जी परफेक्ट है तो आप जल्दी से इसका स्क्रीनशॉट ले लो फटाबट से इसका स्क्रीनशॉट ले लो इस तरीके से हमारे पास चीजें तैयार हो जाती हैं ओके तो यह हमारे पास टोटल जो अकाउंट बन गया वह दो-तीन निकलेगा प्रॉफिट या लॉस के लिए आपको बस इस साइड का टोटल करना है क्रेडिट साइड का ओ इस तरह का टोटल करो, उसमें से ये सब माइनस कर दो डेबिट वाली चीज़े, डेबिट वाली चीज़े माइनस करोगे तो बैलेंस अगर डेबिट में आया तो उसको हम क्या लिखेंगे, टू प्रॉफिट, प्रॉफिट आ गया और ये डिस्ट्रिब्यूट हो जाएगा A, credit में अगर आया balance तो उसको हम बोल देंगे by loss, यह भी transferred to A, B, C, इन में distribute हो जाएगा simple, एक ही ratio होती है, तो profit या loss के लिए क्या entry बनी है हमारे पास? आइए सर नाइन्थ अगर profit हुआ तो realization के debit में आ रहा है आप शुरू से जानते हो P&L में भी profit debit में trading में भी profit debit में revaluation में भी profit debit में profit अमेशा debit में यहाँ आता है पूरे जीवन भर तो आकाउंट बनाओ कि debit में ही profit आएगा तो क्या entry बनती है realization account debit realization टू पार्टनर्स कापिटल अकाउंट रियलाइजेशन अकाउंट डेबिट टू पार्टनर्स कापिटल अकाउंट एंड इन केस इफेक्टेज लॉस पार्टनर्स कापिटल अकाउंट डेबिट टू रियलाइजेशन ये हमारे पास कि ट्रेड में आ जाता है पार्टनर्स कैपिटल अपने बिट टू रियलाइजेशन ठीक है जी फॉर्टेड है तो गाइस इस तरीके से हमारे पास पूरा रियलाइजेशन अकाउंट बना जाता है एक जगह करने की कोशिश करता हूं पूरा रियलाइजेशन अकाउंट ऐसे बनता है और रियलाइजेशन अकाउंट का यह format होता है, I hope this format will help you in understanding the concept और इसकी मदद से आप काफी अच्छा कर सकते हो sort हो गया अब before doing questions हमारे पास कुछ चोटे चोटे चोटे चोटे topics और आते हैं जो आपको इस chapter में आने चाहिए उनकी बात करते हैं और आपके basics पूरे हो जाएंगे फिर हम questions की तरफ move कर पाएंगे तो यह sort है अब हम क्या heading डालने वाले हैं अब हम heading डालने वाले हैं सबसे पहले Treatment of Workman Compensation Reserve इस particular chapter में workman compensation reserve का क्या treatment होता है? Workman compensation reserve आप जानते हो, एक ऐसा reserve होता है जो firm बनाती है workers को compensate करने के लिए. इसलिए इसका नाम है workman compensation reserve. तो अगर मेरे workers को पैसों की जुरत है, वो strike पे जा रहे हैं या वो पैसा मांग रहे हैं, तो firm एक लम से कहां से लाएगी पैसा? तो workers को compensate करने के लिए जो पैसा जोड के रखती है firm, उसको हम workman compensation reserve बोलते हैं. अब हुआ क्या sir? अब तो firm dissolve हो रही है. फर्म बंद हो रही है, तो अब क्या होगा उस reserve का? तो देखो क्या होता है इस case में, हमारे पास, usually जब हम reserves के entry करते हैं, जब कोई भी reserve होता है, जब हम उसको distribute करते हैं, तो वो सिदा partners capital में जाता है, वो realization में नहीं जाता, यानि जो usually reserves के entry होती है, वो होती है reserves account debit, to Partners Capital Account हमारे पास सीधी सीधी यह entry होती है और यह सभी chapters में चलती है Change in PSR से लेके पूरी partnership में यही entry होती है Reserves Account Debit to Partners Capital Account और अगर कोई accumulated loss होता है कोई loss है या assets में आपको कोई इस तरीके की चीज दिखाई दे रही है negative balance दिखाई दे रहा है P&L का तो वहाँ क्या entry होती है वहाँ entry होती है Partners Capital Account Debit Partners Capital Account Debit तो पीएंडल का डेबिट बैलेंस ना टू एडविटीजमेंट सस्पेंस या अगर कुछ भी फिक्टीशियस एसेड के नाम से लिखा हुआ देफर्ड रिवेनियों एक्सपेंडिचर के नाम से लिखा हो तो ऐसा वह रिलाइजेशन अगर मैंने जाता है तो अब डब्लूस यार एक स्पेशल रिजर्व है वर्कमेंट कंपन्सेश reserve है, तो इसका क्या treatment होता है, कैसे होता है, वो हम अब समझने वाले हैं, तो जब मैं WCR की बात करूँगा, WCR में आपको देखना है कितने cases बनते हैं, for example, assume कर लो कि A और B दो partner हैं, जो equal partners है, one ratio one बराबर बराबर partners है, और इन्होंने WCR बनाया वा था 90,000 रुपीज का 90,000 रुपे का एक workman compensation reserve इन्होंने बनाया वा था suppose first case आता है यहाँ से, suppose case one आता है कि claim जो है वो zero है कोई claim नहीं है या कोई information ही नहीं है अगर information नहीं है तब भी हम claim zero मानते हैं claim zero है, worker कुछ कुछ मांगी नहीं रहा है उस केस में सर क्या होगा अगर क्लेम जीरो है वर्कर कुछ मांगी नहीं रहा है तो उस सिनारियों में हम लोग कंसिडर करते हैं कि WCR to be distributed simply हम इसको distribute कर देंगे तो एंट्री बनेगी WCR debit व्यादा बेट टू ए एंड टू वी टू एस कापिटल थे तू बीज कापिटल नब्बे हजार रुपए रेशो एक है फर्टीफाइव 45 सिंपली डिस्ट्रिब्यूट है इस तरीके से हमारे बाद सिंपली एंट्री बनती है के टू पर चलते हैं कि टेस्ट टू क्लेम इस इक्वल टू 30,000 अ Suppose इस बार worker ने claim मांग लिया 30,000 रुपे का, अब सोचो, worker ने अगर claim मांग लिया 30,000 रुपे का, firm की liability हो गई, worker को देने है 30,000, liability हो गई तो normal liability कहाँ पे आती है, revaluation में कौन सी side पे आती है, आपको बता ना reverse, अगर ये balance sheet है, suppose imagine करो ये balance sheet है, तो इदर liability होता है, इदर asset होता है, तो क्या होने वाला है यह जो claim है यह liability की तरह brought down होगा फिर इसका payment होगा जैसे हम बोलेंगे workman compensation reserve को कम करो और इसमें से 30,000 रूपे realization में डालो तो WCR debit to realization account 30,000 जितना claim है यह याद रखना जितना claim है यह brought down करो फिर इसका payment करो पेमेंट कहां से होता है liability का debit से firm बंद हो रहा है तो realization account debit टू बैंक पेमेंट हो गया थटी थटी अब कितना बच गया 90 में से थटी पे हो गया तो आपके बच गया सिक्सटी उस सिक्सटी का क्या करना है वह डिस्ट्रिब्यूट हो जाएगा वह डिस्ट्रिब्यूट हो जाएगा इंटरी बनेगी वे लुट टो ए टो बी 60,000 एक ही ratio होता है chapter में 30-30 ये घर ले जाएंगे कोई problem ही नहीं है आप चाहो तो ये और ये ये दो entry combine कर सकते हो WCR debit 90 to realization 30 to AB 30-30 ऐसा बन सकता है ये entry ये अलग से करनी पड़ेगी अलग करोगे तो भी चलेगा अच्छा जी done case 2 done चलता हूँ मैं case 3 पे केस थ्री है क्लेम आ गया पूरा 90 क्लेम ही 90 आ गया रिजर्व जितना था उतना ही क्लेम है 90 का ही रिजर्व था 90 का ही क्लेम है अब हम क्या कर सकते हैं अब सोचो 90,000 रुपे मेरे पास रिजर्व में थे और वरकर ने मेरे से 90 मांग लिये पाटनर तो क्या लेके जाएगा घर को जाएगी नहीं 90 बनाये थे 90 का रिजर्व हो गया यहाँ पे हम क्या करने वाले हैं, इसको simply liability की तरह पहले तो brought down करेंगे, WCR debit, यह WCR को please full forms use करना, workman compensation reserve debit to realization, realization पूरा 90,000, 90,000 इसको तो इदर लेओ, और फिर जब pay करोगे, तो realization account debit to bank, इस लोग सो नाइनटी नाइनटी ए थे इस सिंपली पहले आप रिलाइजेशन में ब्रॉड डाउन कर लो और फिर रिलाइजेशन से ही आप इसका पेमेंट कर दो नाइनटी नाइनटी दिस डन अब क्या करना है सर केस नंबर चार पर चलते हैं सर यहां पर पार्टनर्स के लिए कुछ नहीं आए भाई बचा कहां नाइनटी का रिजर्व तो 90 क्लेम हो गया अब मैं बोलता हूं कि लेट्स अपोस्ट जो क्लेम है वह क्लेम आ गया 120 अ वर्कर ने 120 मांग लिया, आपके बार रिजर्व में सिर्फ 90 है, बचावा उपर का कौन देगा, पार्टनर ही देगा, तो पार्टनर यहाँ पर आपको कुछ अलग से कोई नए अकाउंट खोलने की जरूरत नहीं है, या कोई रिवाल्यूएशन की जरूरत नहीं है, यहाँ To realization, ये case सबसे important है, इसको South Indian सवाल लिखना और इसके अच्छे से practice करना. To realization, आपके पास 90 था, आप 90 लेवाओ. Does you see our debit to realization, 90-90, ठीक है? उसके बाद, अब जब आप pay करोगे, तो आप 90 नहीं pay करोगे, payment करना है 120, worker मांग रहा है 120, तो आप pay करोगे 120. Realization debit. टू ए नहीं टू बैंक 120 120 सर यह तो गड़बड़ हो गई हमें थोड़ा कम समझ में आया देखो बेटा जब आप रियलाइजेशन अकाउंट बनाओगे ना जब आप realization account बनाओगे, तो पहले आप इधर 90 brought down करोगे, by WCR, यह 90 आगया, है न, अब जब pay करोगे, तो इधर से pay करोगे, तो यहाँ पर लिखोगे, 2 bank, 1, 20, और भी बहुत सारे items होगी, जो इधर होगी, लेकिन जब अगर मैं सिर्फ इसको देखूँ, तो last मे जाएगा नहीं चले जाएगा और एक एयर बीट में जाने का मतलब है कि आपने उनसे पैसा काट लिया फॉर्ट है तो मजा तो आपको यहां पर अलग से कुछ नहीं करना पड़ता आपको बस सिंपली क्या करना है ब्रॉट पर फॉर्ट करो और पे कर दो आपको नहीं है, done, एक case और होता है इसके अंदर, last case, आप सबसे पहले, यह आगे आपका second, third, fourth case, इसका screenshot ले सकते हो, यह आपका first case है, इसका screenshot ले सकते हो, यह क्या हो गया, अब हमारे बाद आता है case number 5, case number 5 होता है, if there is, नो डव्यूसी आर एंड क्लेम इज इक्वल टू फिफटी थाउजन्ड अगर रिजर्व हो ही ना और क्लेम हो दस जार 20,000 50,000 का फिर क्या करेंगे अगर डव्यूसी आर हो ही ना सिर्फ क्लेम हो सिर्फ क्लेम हो तो आप सिंपली क्या करोगे रियलाइजेशन अकाउंट डेबिट टू बैंक सिंपली आप पे करते होगे रियलाइजेशन अकाउंट डेबिट टू बैंक और पूरा 50-50 जारूपए आप पे करते हैं पूरा 50,000 आप पे करते हैं ठीक है एक चीज और याद रखना बेटाजी इस पूरे चैप्टर लाइबिलिटी का पेमेंट एक एसिट दे के हो गया, यह ऐसा लिखा होगा कि हमने बिल पेबल की जगा फर्नीचर दे दिया उसको, बिल पेबल हमने फर्नीचर के साथ सेटल कर दिया, तो कभी भी लाइबिलिटी की जगा एसिट से सेटलमेंट हुआ हो, यानि कैप्टर, cash ना देके, asset दे दिया गया हो, एक liability की जगा, asset चला गया, तो उस scenario में, आपको याद रखना है, कि वहाँ पे, आप कोई भी entry pass नहीं करोगे, liability के बदले में, अगर asset गया है, तो there will be no entry, कोई भी entry pass, नहीं होगी वहाँ पर, ठीक है, इसका screenshot ले लो, और, क्या होने वाला है, इफ एनी असेट इस गिवन फॉर सेटलमेंट ओफ एनी लाइबिलिटी देर विल बी नो एंट्री अगर कोई भी asset दिया गया है किसी liability के बदले में, तो हम वहाँ पे कोई भी entry pass नहीं करेंगे. If any asset is given for settlement of any liability, there will be no entry. Okay? Done, sir. अब आपको समझना है treatment of IFR. Investment Fluctuation Reserve. The treatment of IFR. फाइड एडिट इन्वेस्टमेंट फ्लक्ट्रेशन रिसर्व सर इन्वेस्टमेंट फ्लक्ट्रेशन रिजर्व का ट्रीटमेंट होता है इसके विटाजी दो केसिस है जो आपको समझने हैं इफ इन्वेस्टमेंट इज नॉट गिवन इन एसेट्स इफ investment is given in assets अगर investment नहीं दिया है assets में अगर investment दिया है assets में तो अगर investment नहीं दिया है assets में if investment is not given in assets assets में investment है ही नहीं तो आप क्या करोगे simply distribute कर दो simply distribute आई एफ आई इन्वेस्टमेंट फ्लेक्ट्रीशन रिजर्व को सिंपली डिस्ट्रिब्यूट कर दोगे जैसे कोई भी रिजर्व डिस्ट्रिब्यूट हो जाता है तो हम लिखेंगे आई एफ आई डेबिट टू एज कापिटल टू बीज कापिटल ठीक है और अगर इन्वेस्टमेंट पर है एसेट्स में यानि एसेट्स में इन्वेस्टमेंट दिया है तो आप क्या करोगे इसको ब्रॉट डाउन करोगे ब्रॉट डाउन आईएफर इंटू रियलाइजेशन आप एक नॉर्मल लाइबलिटी की तरह इसको ब्रॉट डाउन कर दोगे इसका पेमेंट पेमेंट कुछ नहीं होगा सिर्फ ये ब्रॉट डाउन हो जाएगा आई एफ आई डेबिट टू रिवाइजेशन बस अल्टिमेटली जाएगा यह भी पार्टनर्स का बिल्ली ही लेकिन वह प्रॉफिट के साथ जाएगा यह है अगर इन्वेस्ट्पेंट नहीं है तो सिंपली पहले ही बार दो इन्वेस्ट्पेंट है तो रिवाइजेशन में expenses third and the last topic जो आपको समझना है उसके बाद realization में या पूरे chapter में ही dissolution में मेरे बाद आपको समझाने के लिए कुछ नहीं है फिर हम questions करेंगे और questions के साथ साथ ये chapter का सब हो जाएगा, concept कोई नहीं बचेगा, सारे concepts one shot मैंने आज की वीडियो मैं आपको समझा दिये, मज़ेदार, ठेक है, realization expenses मैं आपको समझना है, सबसे पहले खर्चा है किसका, उसको हम बोलते हैं, bond by, अगर खर्चा born by firm है, तो क्या होगा? खर्चा born by partner है, तो क्या होगा? born by का मतलब खर्चा है किसका? if the kharcha is born by partner or the kharcha is born by firm खर्चा born by firm है, अब pay किसने करा है? paid by, firm ने करा है या partner ने करा है? कई बार ऐसा होता है न, खर्चा किसी का, पे किसी ने कर दिया, तो अगर firm का खर्चा है बच्चे, और firm नहीं पे करा है, born by भी firm है, paid by भी firm है, firm का खर्चा firm ही पे कर रही है, तो simple है, firm का खर्चा realization के debit में आएगा, all the expenses are debited, firm ने पे करा, तो firm के bank से पैसा कट गया, bank account credit हो जाएगा, तो क्या entry बनती है, entry बनेगी realization account debit to bank account. लेकिन अगर firm का खर्चा partner ने pay कर दिया तो firm का खर्चा आएगा तो realization के debit में ही कोई भी खर्चा हो pay हो या ना हो आना तो debit में ही है 2. firm अगर pay करती तो bank से पैसा करता 2 bank आता partner ने pay करा तो 2 partners capital account अगर partner ने pay कर दिया, तो हम लिख देते हैं two partners capital account, समझे? अगर खर्चा partner का है, born by partner, pay कौन कर रहा है? खर्चा तो partner का है, pay किसने करा? तो फर्म ने पे कर दिया खर्चा पाटनर का है और पे कर दिया फर्म ने सर फर्म ने पे कर दिया तो फर्म का बैंक बैलेंस कम हो गया तो क्रेडिट तो टू बैंक हो जाएगा क्योंकि फर्म का बैंक बैलेंस कम हो गया न खर्चा पाटनर का था तो पाटनर से काट लेंगे हम कापिटल में पाटनर कापिटल डेबिट यह हो जाएगा, Partners, Capital Account, Debit to Bank Account. Correct है? और अगर Partner का खर्चा, Partner नहीं Pay करा, सर, खर्चा भी Partner का था, Pay भी Partner नहीं करा, Expenses are borne by Partner and also paid by Partner. था भी Partner का, Pay भी Partner नहीं करा, अब क्या करेंगे? इस case में कोई entry नहीं होगी. भाई, firm को क्या लेना है? पाइक्टर का कोई personal खर्चा होगा, उसने खुद Pay कर दिया, ये चार्ट अगर तुमने समझ लिया, तो समझो तुमारा काम हो गया, परफेक्ट हो जाओगे इकदम इस काम में, मज़ा आ जाएगा तुम इस चीज में, तो ये है गाईज हमारे पास, वो चार्ट, जिसकी मदद से, आप सारा का सारा कॉंसेप्ट समझ सकते हो, के यहाँ पे cover हो जाते हैं, all the basics under one shot, I hope आप लोग को dissolution के सभी basics समझ आए होंगे आज की इस class में, एक class हम और रख लेंगे, जिसमें मैं आपको थोड़ी सी और चीज़ें बता दूँगा, general entries में मैं आपको साथ साथ लिखवा दी, इसकी ये हो जाएंगी expenses की, IFR की ये entries हो जाएंगी, इसके एलावा हमारे पास WCR की ये entries हो जाएंगी, last में हमारे पास final settlement की entries होती है, for final settlement, बिल्कुल लास्ट में हम final settlement करते हैं, sir final settlement क्या होता है, final settlement होता है कि जब भाई firm बंद हो गई, तो आप capital account बनाते हो, है न, capital account में क्या होता है, लास्ट में firm बंद हो रही है, तो पैसा या partner लेके जाता है या लेके आता है, सर लाता क्यों है कई बार liability ज़्यादा होती है तो घर से पैसा लाना पड़ता है assets ज़्यादा होंगे तो पैसा घर जाएगा तो यहाँ पे क्या होगा यहाँ पे simply final settlement के लिए अगर आपके बाद पैसा ज़्यादा है अगर partner का balance बचा सर पता कैसे चलता है देखो suppose यह capital account है A B A B यहाँ पे हम इनके opening balances लिखते हैं, as always, by balance brought down, यह आ गया opening balance, ठीक है, फिर अगर कुछ reserves थे तो वो आ गया इनके, reserves, कोई इसका fictitious asset था, या कोई ऐसी चीज़ थी जो write off होनी थी, वो write off होने वाली चीज़ इदर आ गयी, to, for example, fictitious assets थे, advertisement suspense वगेरा थे, वो आ गया है, अब क्या हुआ realization का profit भी आ गया, by realization ये profit आ गया, अब क्या करते हो simply, ए बोलेगा भाई एक तो मेरा capital का पैसा, मेरा reserve का पैसा, और जो assets बेच के पैसा आ ये, इसमें से ये सब मेरे खर्चे वर्चे minus करो, जो बचा मुझे pay करो, तो यहाँ पर क्या लिखा जाएगा, to bank, अब balance क्यों क्योंकि firm बंद हो रही है तो balance कैसा जब firm ही बंद हो गई फिर कैसा balance तो A का payment हुआ या नहीं हुआ तेको यहां से to bank हुआ ना तो इस A के payment के लिए यहां पर हम entry करते हैं partners capital account debit A debit हुआ ना यहां पर partners capital account debit to bank ऐसे ही यहाँ पर बी का भी हो जाता है, यही सब, यह प्लस करके, यह माइनस करो, यह बैलेंस आएगा, बैलेंस को बैलेंस ना लिखके, बैंक लिखोगे, हो गया, कई बार ऐसा होगा कि realization का loss आजाएगा, तो realization इधर ना आके, इधर आजाएगा, इस साइड आजाएगा, to realization, टू पाइटनर्स कैपिटल अकाउंट बैंक अकाउंट डेबिट टू पाइटनर्स कैपिटल अकाउंट वह इधर आ जाएगा सॉर्टेड परफेक्ट हो गया, तो इस तरीके से dissolution में सभी entries होती है, इस तरीके से dissolution में सारी चीज़े होती है, और इस तरीके से dissolution का काम होता है, I hope आप लोगों को dissolution के सभी basics one shot clear हुए होंगे, अगली class में आपको questions कराता हूँ और dissolution की समाप्ती करते हैं, thank you so much for watching everyone, I hope आप बहुत अच्छे से पढ़ रहे हो, इसी तरीके से मन लगा के पढ़ते रहो, और बस for the words में, thank you so much.