📚

प्राचीन भारत के अध्ययन के स्रोत

Jul 13, 2024

प्राचीन भारत के अध्ययन के स्रोत

विषय - ऐतिहासिक निर्माण और स्रोतों की प्रकृति

  1. मुख्य पुस्तकें: आर एस शर्मा जी की बुक 'अंडसिएंट इंडिया'

    • प्राचीन भारत का अध्ययन
    • एनसीईआरटी भी रेफर कर सकते हैं
  2. महत्वपूर्ण सवाल: कॉइन और इन्स्क्रिप्शन का महत्व

    • यूपीएससी सवाल (
    • गुप्त काल पे) - इतिहास और समाज का अध्ययन कैसे हुआ?

विभिन्न स्रोतों का महत्व

  1. मटेरियल स्रोत (पुरातत्व संबंधी) Source)

    • खुदाई (आर्टिफैक्ट्स): पॉटरी, बेंगल्स, घर, हड्डियाँ, कब्रें
    • दो भाग: जहाँ राइटिंग मिलती है (इतिहास), और जहाँ नहीं: प्री-हिस्ट्री (लिथिक एजेज)
    • सिंधु घाटी सभ्यता और प्रोटो-इतिहास
    • आर्कियोलॉजिकल साक्ष्य विश्वसनीय, वास्तविक
    • कार्बन डेटिंग: सी14 का उपयोग
    • पॉलिन एनालिसिस: पौधों और जन्तुओं की डोमेस्टिकेशन
    • मेटल केमिकल एनालिसिस
    • जलवायु, मृदा, जीवविज्ञान का महत्व
  2. न्यूमैटिक्स (सिक्का विज्ञान)

    • सिक्कों की एतिहासिक साक्ष्य
    • मेटल (कॉपर, सिल्वर, गोल्ड)
    • जीर्ण प्रकार सिक्के: पण, मौर्य सिक्के
    • यूनिट सिस्टम, गिल्ड मिंटिंग सिस्टम
    • राजा-महाराजाओं के सिक्के: सम्राट गुप्त
    • समाज, अर्थव्यवस्था, प्रशासन और तकनीक की जानकारी
  3. शिलालेख (इन्स्क्रिप्शंस)

    • राजा के आदेश, सोसाइटी, धर्म, शासन, दान, और जमीन की जानकारी
    • प्रमुख इन्स्क्रिप्शंस: अशोक का शिलालेख, प्रयाग प्रशस्ति
    • अपग्राफी और पालेअग्राफी
    • स्टोन इंसक्रिप्शन, कॉपर प्लेट्स, ब्रिक, दीवारें: पिलर इन्स्क्रिप्शंस
    • ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी

साहित्यिक स्रोत (लिटरेरी सोर्सेस)

  1. वैदिक साहित्य

    • ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
    • ब्राह्मण, अरण्यक, उपनिषद
    • वेदांग: शिक्षा, कल्प, व्याकरण (पाणिनि की अष्टाध्यायी, पतंजलि की महाभाष्य)
    • श्रोता सूत्र, गृह सूत्र, शुल्व सूत्र
  2. बुद्धिस्ट और जैन साहित्य

    • बौद्ध ग्रंथ: त्रिपिटक (विनय पिटक, सुत्त पिटक, अभिधम्म पिटक)
    • जातक कथाएँ
    • जैन ग्रंथ: अंग, उपांग, कालिक सूत्र, कल्पसूत्र
  3. सेक्युलर साहित्य

    • धर्मसूत्र, स्मृति, अर्थशास्त्र
    • संगम साहित्य: तमिलनाडु के कवि सम्मेलनों का संग्रह
    • गुप्त कालीन साहित्य: कालिदास की कृतियाँ
  4. फॉरेन अकाउंट्स

    • यूनानी और रोमन लेखकों के वर्णन
    • मेगस्थनीज, फाह्यान, ह्वेनसांग
    • विदेशी यात्रियों के अकाउंट्स, भारत पर दृष्टिकोण

ऐतिहासिक समझ

  1. टाइमलाइन पर संदर्भ

    • विक्रम संवत, शक संवत
  2. पूराण

    • एनसाइक्लोपीडिया: वंशावली, त्रेता, द्वापर, कलयुग
  3. जैन और बुद्ध हिस्ट्री

    • प्रकृत, पाली भाषा में लेखन

निष्कर्ष:

  • ऐतिहासिक जानकारी को संशोधित किया जाता है
  • विभिन्न स्रोतों का मिश्रण आवश्यक है
  • आर्कियोलॉजी, बायोलॉजी, पत्र, सिक्का, शिलालेख का संयुक्त अध्ययन

एक मजबूत ऐतिहासिक समझ बनाने के लिए सभी स्रोतों का समावेश आवश्यक है।