हेलो लर्नर्स तो वापस स्वागत है आपका समग्र बैच में एंड दिस इज चैप्टर नंबर 24 हम लोग पढ़ाई कर रहे हैं स्पेक्ट्रम की एंड दिस इज मॉडर्न इंडिया की सीरीज राइट तो पोस्ट वॉर नेशनल सिनेरियो काफी दूर आ गए हम लोग आजादी के पास पहुंच रहे हैं और लास्ट वीडियो में हमने बात करी थी कुट इंडिया वूमन की राइट उसी के आगे कहानी और आगे बढ़ाते हैं देखते हैं कि हां हमें किस तरह आजादी मिलेगी बट उसके पहले इस चैप्टर में थोड़ा थमें समझेंगे कि हां वॉर के बाद क्या सीन बन रहा है तो मैं अभिषेक श्रीवास्तव एम कोर फैकल्टी पीडब्ल्यू ओनली आईस मैं आपको हिस्ट्री और कल्चर पढ़ाता हूं बाकी आप मेरे बारे में ऐसे पढ़ लीजिए खैर बात शुरू करते हैं स दिस इज पोस्ट वर नेशनल सिनेरियो इसमें इसमें कुछ जो है टॉपिक्स है कुछ आठ टॉपिक्स है शुरू करेंगे नेशनल अप सर्जेस दो तरह की चल रही है यहां पे वहां से बात शुरू करेंगे और फिर कनेक्ट करेंगे आगे कहा तो नाउ तो अगेन तो पिछली कहानी एक बार जोड़ते हैं तो हम लोग ने अब तक देखा कि वर्ल्ड वॉर हो रही थी सो 1939 से 1945 हम लोगों ने वर्ल्ड वॉर देखा वर्ल्ड वॉर टू और वर्ल्ड वॉर टू के दौरान हमने एक रास्ता अख्तियार किया था गांधी जी वाला गांधी जी का रास्ता है ना कि हां जो है अंग्रेजों के खिलाफ बहुत ज्यादा नहीं जाना और ना ना करते करते करते फाइनली हमने 1942 क्विट इंडिया मूवमेंट किया राट हमने देखा अंग्रेजों को भी जता दिया कि हा अंग्रेज भारत छोड़ा क्या ही बचा है ना तोय पूरा हमने जो देखा य छ साल गांधी जी के साथ देख उसके साथ साथ हमने एक और रास्ता अख्तियार किया था सुभाष चंद्र जी का सुभाष चंद्र बोस एक रास्ता हमने देखा उनके साथ उनकी इंडियन नेशनल आर्मी हमने यह रास्ता भी देखा कि हा यह रास्ता भी काफी जो है काफी यू कैन से हिम्मत वाला रास्ता था राइट है ना और जो है इसका इसका डायरेक्ट इंपैक्ट अब हमें नजर आएगा राइट है ना इस समय हमें जो है डायरेक्ट इंपैक्ट थोड़ा नहीं दिखता क्योंकि हमने हम जानते हैं कि हा 1945 में अगस्त तक आते आते आई हैड टू सरेंडर बट अब हमें इसका इंपैक्ट नजर आएगा ना हमने बा सवाल भी छोड़ा था पिछले पिछले जो है पिछले वीडियो में हा आ सोल्जर का आगे क्या होगा सवाल अब देखेंगे कि क्या होता ना फम हेयर अब यहां से जो स्टोरी है अब स्टोरी हमें दो पार्ट में दिखेगी एक पार्ट हमें दिखाई देगा आगे की जो कहानी है टि 1947 1947 एक कहानी है जो है अबाउट नेगो नेगोशिएशन यहां जो मेन पॉलिटिकल पार्टीज है ब्रिटिश इंडियन नेशनल कांग्रेस और मुस्लिम लीग नाउ इंडियन नेशनल कांग्रेस बिलीव जवाहरलाल नेहरू एवरीबॉडी बिलीव्स कि यहां अब जो है हमने जो मूवमेंट करना था हमने कर दिया है अब इसमें देश मात्र भी संदेह नहीं है कि अंग्रेजों को भारत छोड़ ही देना चाहिए और वो छोड़ भी देंगे अब इसमें आगे कोई डिस्कशन करने का इसमें इसमें आगे कोई रिवोल्ट करने का मत मतलब नहीं है राइट य हम यहां से कोई एक और दोबारा क्विट इंडिया मूवमेंट जैसा कुछ करें समथिंग अब इसकी जरूरत नहीं है क्योंकि अंग्रेज अब इस लेवल पे आ गए हैं कि हां वो भारत छोड़ना ही पड़ेगा कुछ इसमें बचा नहीं तो टेक्निकली दे आर स्ट्रिक्ट बिलीवर ऑफ नेगोशिएशन और इसका मतलब कोई और मूवमेंट वगैरह करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है एज पर कांग्रेस सेम मुस्लिम लीग का भी यही मानना है कि हां नेगोशिएट करते हैं पार्टीशन हो जाए एंड इसी नेगोशिएशन का रिजल्ट है कि 1947 में विल गेट फ्रीडम बट अनफॉर्चूनेटली वी विल आल्सो गेट पार्टीशन ये एक पार्ट ऑफ द गेम है इसी नेगोशिएशन के तहत हमने देखा था कि 1945 में ऑलरेडी हम लोग ने डिस्कस किया था वेवल प्लान लास्ट वीडियो वेवल प्लान जो कि अगेन फेलियर रहा लेकिन हा उसम मुस्लिम लीग ने अपनी वैल्यू जता दी थी कि हा हम हम भी इंपॉर्टेंट है तो वेवल प्लान तो वेवल की वो गलती भी थी कि य ठीक से नेगोशिएट नहीं किया था बट एनीवे द पॉइंट इ कि य एक ट्रेंड चलेगा ने सशन का साथ ही साथ एक दूसरा ट्रेंड चलेगा स्ट्रगल का अभी अभी युद्ध खत्म नहीं हुआ है मेरे दोस्त राइट अभी स्ट्रगल बाकी है अ लॉट ऑफ स्मॉल स्मॉल स्ट्रगल्स है ना छोटी-छोटी जो है इधर-उधर की लड़ाइया अभी बाकी है जैसे कि जैसे कि अभी हम बात करेंगे आईए की हम बात करेंगे रिन म्यूटन की हम आगे देखेंगे तेभागा तेलंगाना में किसानों की लड़ाई है डावन कोर में है तो अभी ये छोटे-छोटे मुद्दे अभी बाकी हैं छोटी-छोटी जंग अभी जितनी बाकी है राइट तो ये साइड में चलेंगी मोस्टली लेड बाय कम्युनिस्ट मोस्टली जो है इसमें लीड करेंगे कांग्रेस लीड नहीं करेगी कम्युनिस्ट जनरली इसमें लीड करेंग इन मोस्ट ऑफ देम मोस्ट ऑफ देम जो है कांग्रेस थोड़ा सा नहीं लीड करेगी क्योंकि कांग्रेस कहीं ना कहीं बिलीव कर रही है कि हमको जो है नेगोशिएशन की तरफ जाना है तो ये दो ट्रेंड है दो ट्रेंड को हम धीरे-धीरे समझेंगे राइट पहले हम बात करते हैं जो है यू नो क्या हुआ 1945 के बाद तो अभी फिलहाल हम बात कर रहे हैं कि हां देर आर टू स्टैंड्स ऑफ नेशनल सब सर्जेस राइट दो तरफ एक तरफ नेगोशिएशन की बात हो रही है एक तरफ अभी भी जो है छोटी-छोटी लड़ाइयां बाकी है जिसमें किसान है प जो है आपके किसान हैं वर्कर्स हैं और स्टेट वगैरह के पीपल ट्रैवन कोर हैदराबाद इन सब इन सब जो है जगहों पे छोटी लड़ाइयां अभी बाकी है राइट नाउ अगला मुद्दा उठता है कि जो सरकार है राइट ये जो सरकार आप देख रहे हो इसको अचानक ऐसा क्या सूझा कि इसे इसे फ्रीडम दिखने लग गया राइट इसे समझ में आ गया कि भाई आजादी देनी होगी ऐसा क्या हुआ आइए इस बात को डिस्कस करते हैं नाउ तो चेंज इन गवर्नमेंट एटीट्यूड वेवल प्लान में कमिंग बैक इसको थोड़ा सा आगे जाते हैं तो जून 1945 जून 1945 में वेवल प्लान के लिए वेवल ने सारे ही कांग्रेस लीडर्स को रिलीज कर दिया था तो कांग्रेस लीडर्स को रिलीज किया तभी तो बात हो पाएगी कांग्रेस लीडर्स रिलीज कर दिए और कांग्रेस को इलीगल घोषित कर रखा था वो भी बात वापस ली कि नहीं लीगल है अब कांग्रेस के लीडर सारे रिलीज हो गए नाउ कांग्रेस लीडर्स जब सारे रिलीज हुए थे तो वो एक्सपेक्ट कर रहे थे कि भाई क्विट इंडिया मूवमेंट हुए हुए 3 साल हो चुके हैं राइट क्विट इंडिया मूवमेंट काफी काफी टायरिंग मूवमेंट रही होगी है ना क्योंकि क्योंकि टेंपो काफी हाई था इतना वायलेंस हुआ है सरकार ने इतना वायलेंस किया है राइट गोलियां चला हैं ए एयरप्लेन से गोलियां चलाई है जो है लाठी चार्ज हुआ है जेल में डाला है कितना कुछ हुआ है तो दे वर एक्सपेक्टिंग कि जनता एकदम थकी हुई होगी फिर से टेंपो बिल्ड करना होगा पता नहीं क्या करना होगा मोबिलाइज करना होगा बट सरप्राइजिंगली जब वो बाहर निकले तो जनता एकदम खिलखिला रही थी जनता वाज लाइक वेरी वेरी एनर्जेटिक कि हां बताओ क्या करना है नेक्स्ट क्या करना है राइट वेरी रे वेरी मच रेडी राइट तो दिस इज दिस इज लाइक वेरी सरप्राइजिंग फॉर द कांग्रेस लीडर्स कि हां हम लोग यहां से और जो है आगे टेंपो बिल्ड कर सकते हैं ऐसा कोई रिवोल्ट नहीं करना है राइट रिवोल्ट करने की जरूरत नहीं है कोई ऐसा मूवमेंट करने की जरूरत नहीं है बट स्टिल दिस टेंपो हैज टू बी यूटिलाइज दिस टेंपो इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट है ना क्योंकि पॉलिटिकल नेगोशिएशन के लिए जरूरी है कि लोग आपके साथ हो अगर नेगोशिएट भी करना है कांग्रेस को तो ये लोगों का सपोर्ट बहुत-बहुत जरूरी है राइट तो दिस पार्ट इज कि हां दे वर सरप्राइज कि यहां जो है जनता अपने साथ में है दूसरी तरफ वेवल हमने देखा कि हां वेवल वेवल का प्लान काम किया था वेवल का प्लान तो काम नहीं किया था बट उसके साथ-साथ यहीं पर कहानी बदल भी रही है नाउ इफ वी मेक दिस टाइमलाइन हमने जून में 1945 1945 चल रहा है 1945 के जून में हमने देखा था भाई वेवल प्लान आया था जिससे कुछ हुआ इससे कुछ हुआ तो नहीं कांग्रेस रिलीज वगर हो गई है व उतना हुआ है ना जुलाई 194 45 जुलाई जुलाई में एक बड़ा बदलाव आया कि हां कांग्रेस सॉरी ब्रिटेन में सरकार बदल गई नाउ हमारे ब्रिटिश के प्राइम मिनिस्टर हैं क्लेमेंट टेटली और हमारे सेक्रेटरी ऑफ स्टेट है पथिक लॉरेंस तो अब हवाएं बदल रही है सॉरी तो हवाएं बदल रही है अब अब विंसन चर्चे अब साइडलाइन हो चुके हैं कंजरवेटिव गवर्नमेंट अब पावर में नहीं है और लेबर पार्टी पवर में आ चुकी कमेंटरी पवर में आ चुके है राइट अब यहां से हमारी उम्मीदें भी जग गई है क्यों क्योंकि ये हमारे ये हमारे पक्ष में है राइट हमें सपोर्ट करते हैं तो हमें उम्मीद है कि यहां से कुछ होगा जो हमारी उम्मीद ठीक भी है है ना हमारी उम्मीद सच साबित भी होगी खैर तो आते ही हम देखेंगे कि अगस्त 1945 में दे हैव डिक्लेयर्ड कि हां भा चलो इलेक्शन कराते हैं 10 साल हो चुके अगस्त 1945 दे विल से कि हां सबसे पहले हम लोग इंडिया में कराएंगे इलेक्शंस सेंटर के इलेक्शंस प्लस प्रोविंसेस के इलेक्शंस दोनों ही कराएंगे एक तो यह बात इन्होंने कही दूसरी बात इन् उन्होने कही कि सितंबर में अगले महीने इन्होंने कहा कि इतना तो कराएंगे ही साथ में संविधान कां सटट असेंबली यह भी यह भी जो है हमें कन्वीन करनी है संविधान भी बनाना है हम लोग खुश हो गए हमने कहा भाई वाह क्या बात है बहुत बढ़िया राइट हमने पूछा कैसे कर रहे हो ये तो उन्होने कहा कि एक बार क्रिप्स ऑफर आया था कुछ जो उस समय सक्सेसफुल तो नहीं हुआ था बट वी आर फॉलोइंग दैट ऑफर ओली तो क्रिप्स ऑफर के तहत हम लोग कांस्टीट्यूएंट असेंबली भी बनाएंगे प्लस प्लस जो है इलेक्शन भी होगा सेंटर और प्रोविंसेस का राइट तो यह माहौल हमको तुरंत देखने को मिला सरकार बदलते ही है ना तेजी आई एकदम से तेजी आई नाब सवाल उठता है कि जो इतनी तेजी आ रही है क्यों आ रही एक तो सरकार बदल गई यस वेरी गुड बट फिर भी फिर भी अगर समझो नॉट ओनली गवर्नमेंट बट बट यू रिलाइज कि अब जो वर्ल्ड वॉर टू के बाद की दुनिया और वर्ल्ड वॉर टू के जो पहले की दुनिया थी दोनों में जमीन आसमान का अंतर वर्ल्ड वॉर टू के बाद की दुनिया में अब यूएसए और यूएसएसआर यही दो पावरफुल पहले यूरोप पावरफुल हुआ करता था ब्रिटिश जो है ग्लोबल पावर हुआ करते थे लेकिन अब ब्रिटेन में वो पावर नहीं रही अब यूएसए और यूएसएसआर अमेरिका और रशिया यह पावर में है और दोनों ही हमारे हिताशी हैं दोनों ही चाहते हैं कि यहां जो है इंडिया को आजाद कर दिया जाए पहले हमने एफडीआर की बात करी थी फ जो है फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट तो वो चाहते थे कि हां भाई इंडिया से नेगोशिएट करो इंडिया का सपोर्ट लेके आओ प्लस रशिया हमारे फेवर में है तो दोनों ही कंट्रीज चाहती हैं कि हां भाई जो है हमें इंडिया इंडिया से जो है आप जो है नेगोशिएट करिए और जो भी वो डिमांड कर रहे हैं वो आप सॉल्व करिए सिमिलरली लेबर गवर्नमेंट की हमने बात करी ये भी हमारे फेवर में प्लस यूरोप की फिलॉसफी भी काफी बदल चुकी है वहां भी सोशलिस्ट रेडिकल गवर्नमेंट अब तक क्या था कि पूरा कैपिट व्यू था कि किस तरह से कॉलोनी बनेंगी ग्रो करेंगे एटस लेकिन अब वो व्यू काफी हद तक साइडलाइन हो रहा है एंड यह भी हमारे क्या है फेवर में इसके साथ-साथ जैसा कि हमने कहा कि अब ब्रिटिश उतना पावरफुल नहीं रहा अब आप देखोगे तो ब्रिटिश उल्टा हमारे कब्जे में कर्जे में राइट है ना कुछ नहीं तो तो हमारा 1.2 बिलियन पाउंड का उसके ऊपर कर्जा बनता है प्लस हमारे साथ-साथ यूएस का कर्जा भी है तो यूएस की एक लैंड लीज पॉलिसी थी लैंड लीज एग्रीमेंट लैंड लीज एग्रीमेंट इस एग्रीमेंट के तहत यूएस ने ये वादा किया था कि वर्ल्ड वॉर के दौरान हम आपको मदद प्रोवाइड करेंगे राइट है ना लेंड करेंगे लीस करेंगे है ना जो पैसा आपको चाहिए सब दे देंगे खाना पीना वॉर एम्युनिशन एवरीथिंग वी विल प्रोवाइड है ना फंड्स एंड एवरीथिंग विल प्रोवाइड तो ये जो ये जो उधारी थी यूएस की अब हो गया कि युद्ध खत्म हो गया साहब अब आपको उधारी चुकानी है तो अब वो यूएस के कर्जे में भी है हमारे कर्जे में भी है तो अब उसमें इतनी क्षमता नहीं है कि हां व हमें कॉलोनी बना के रख सके राइट है ना उसे वो कर्जा चुकाते चुकाते 2006 हो जाएगा यूएस का कर्जा चुकाते चुकाते खैर तो नाउ तो नाउ दिस इज नॉट अ स्ट्रांग पावर जो हमारे खिलाफ या फिर हमको कॉलोनी बना सके राइट दिस इज वन थिंग अनदर थिंग इज दुनिया में भी बाकी जगह अभी आप देखोगे साउथ ईस्ट एशिया वगैरह में दे वर ट्राइज कॉलोनी है फ्रेंच और डच की कॉलोनी हैं इनको जो है रिप्लांट किया जाए सपोर्ट किया जाए बट ये हो नहीं पा रहा है राइट देयर इज एंटी इंपिरियलिस्ट वेव एवरी वेयर कोई नहीं चाहता कि कोई विदेशी हमारे ऊपर रूल करे और हम भी ऐसा नहीं चाहते हमारे भी सोल्जर यहां गए हुए हैं हम भी नहीं चाहते कि इस तरह का कुछ हो हम चाहते हैं हमारे सोल्जर वापस करो राइट ये हो गया बाहर की बातें है ना बाहर इंडिया के क्या चल रहा है इंटरनली अगर देखो इंटरनली अब जो है सरकार के जो ऑफिसर्स हैं अब उनके अंदर क्या है खौफ बैठ गया है अब उनको लग रहा है कि हां जो ऑफिशल्स वगैरह हैं इनको लग रहा है कि अगर सरकार अभी अभी इलेक्शंस होने वाले राइट चलो थोड़ी देर के लिए मान लो ब्रिटिश नहीं जाते है ना और इलेक्शन के बाद कांग्रेस की मिनिस्ट्री बन जाती है क्योंकि प्रोविंशियल ऑटोनॉमी है कांग्रेस की मिनिस्ट्री बन जाएगी कांग्रेस की मिनिस्ट्री बन जाएगी जब मिनिस्टर जो है कांग्रेस कांग्रेसमन होगा तो हो सकता है ये मेरे ऊपर इंक्वायरी बिठा दे है ना ये जो ऑफिसर है ऑफिसर को लगेगा मेरे ऊपर इंक्वायरी बिठा देगा कि हां भाई जो है 1942 के दौरान तुमने ये क्यों किया तुमने ये एक्शन क्यों किया तुमने लाठी चार्ज क्यों कराया तुमने बंद क्यों कराया दुनिया भर की बातें हो सकती है प्लस प्लस 1942 वाले क्विट इंडिया मूवमेंट में देखा था इन ऑफिसर्स ने कि हां जनता कुछ भी कर रही थी जनता जो है टेलीग्राफ तोड़ दे रही थी ट्रैक ले जा रही थी बिल्डिंग खत्म कर दी थी पैरेलल गवर्नमेंट बना दी थी कुछ भी हो रहा था कहीं-कहीं जगह बहुत सारा वायलेंस भी हुआ था है ना लोग मारे भी गए थे तो टेक्निकली अब जो है ऑफिसर्स के अंदर भय का माहौल है उनको लग रहा है कि अब सरकार कांग्रेस के पास में आते ही कांग्रेस के जो है हाथ में पावर आते ही कुछ भी हो सकता है एंड दे आर नॉट एट ऑल सेफ तो कहने का मतलब कि जिस बेस के ऊपर है ना ये सिविलियन गवर्नमेंट या फिर आर्मी के ऊपर तो सिविलियन गवर्नमेंट स्पेशली जिसके ऊपर सरकार खड़ी थी अब ये सिविलियन गवर्नमेंट कहीं ना कहीं डगमगा रही है अभी ऑफिसर जो है और ब्रिटिश को सपोर्ट नहीं कर पाएंगे अब वो भी डरे हुए हैं कि अगर हम कांग्रेस के साथ नहीं है तो पता नहीं हमारा क्या होगा सिमिलरली इलेक्शन वगैरह होंगे तो अभी कांग्रेस की पावर यहां पे प्रू भी हो जानी है एंड ट इ इटेल कि हां अब जो है आप एक्सपेक्ट करिए यहां जो ब्रिटिश जो है सरकार है अब वो पूरी तरह से मन बना लेगी कि हमें यहां से जाना है हर तरीके से जाना नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट की फिर य हुआ कैसे तो इलेक्शन कैंपेन की बात करते हैं तो अगस्त में हमने डिसाइड किया कि इलेक्शन होने वाले हैं अगस्त में एक और इवेंट इसी के साथ हुआ अगस्त में हमें याद आया इसके साथ साथ अगस्त में ही आईन ने सरेंडर कर दिया अब जब आईए ने सरेंडर किया तो ब्रिटिश सरकार कहीं ना कहीं यह सोच रही है कि जो आईए सोल्जर्स हैं यह तो देशद्रोही है ऐसा ब्रिटिश को लग रहा है है ना ब्रिटिशर्स को क्या लग रहा है कि हम दिखाएंगे कि ये देशद्रोही है यह हमारे इंडियन आर्मी का हिस्सा रहा करते थे और फिर इन्होंने इंडियन नेशनल आर्मी या जो है जापानी जापानी को जवाइन कर लिया और ये उल्टा हमारे ऊपर अटैक करने आ रहे थे तो इस तरीके से हम ये ट्रिजन दिखाएंगे ये देश द दिखाएंगे और लोग हमारे साथ हो जाएंगे लोग इनके खिलाफ हो जाएंगे ऐसा अंग्रेजों ने अपने मन में सोचा एंड फॉर दिस दे दे बेसिकली डिसाइडेड कि हम इनका ओपन ट्रायल करेंगे राइट है ना उसके लिए इन्होंने एक स्लॉट एक जो है ग्रुप निकाला कि तीन लोगों का तीन लोगों का हम ओपन ट्रायल करेंगे एट रेडफोर्ट एंड दिस इज सपोज टू हैपन इन नवंबर नवंबर 1945 ध्यान रखिएगा 1945 चल रहा है नवंबर 1945 में हम लोग इस तरीके की कुछ गतिविधि करेंगे कि हां जब हम ऐसा करेंगे तो जनता कहेगी वाह ब्रिटिश वाह बहुत सही किया ये लोग सब गद्दार थे इनके साथ ऐसा करना चाहिए था ऐसा अंग्रेजों को लगा राइट नाउ अब जब हम ऐसा सोच रहे हैं उसी समय ओके उसी समय उसी समय इलेक्शन की बात जब उठी चुकी है तो कांग्रेस भी ये डिसाइड कर रही है कि हमको हमको आगे क्या करना है राइट तो कांग्रेस की कैंपेनिंग का डिसीजन हो रहा है कि हां भाई अब जो है इंडियंस को मोबिलाइज किया जाए राइट है ना कि 1942 के बाद इट इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट कि हम जो है आगे की बात कहे और कहीं ना कहीं उनको दिख रहा है कि 1942 के जो 19 आयने के जो सोल्जर हैं ये हमारे देशभक्त हैं तो हम इन्हें सपोर्ट करेंगे राइट तो यहां पे उल्टा हो रहा है कि एक तरफ सरकार दिखाना चाहती है कि वो देशद्रोही है और दूसरी तरफ हमें पता है कि वो देशद्रोही नहीं वो तो हमारे अपने हमारे देशभक्त है राइट है ना तो व्हाई नॉट स नाउ तो इट इज इट इज मोर लाइक कि हां जो है यहां पे यहां पे कांग्रेस कांग्रेस कह रही है कि जो लोग भी 1942 के क्विट इंडिया मूवमेंट के दौरान या इस दूर पूरे इस पिछले 3 साल के दौरान जो भी शहीद हुए हैं उनको ग्लोरिफाई करेंगे जो भी ऑफिशल्स वगैरह हैं ऑफिशल्स को कंडेम करेंगे उनके खिलाफ चार्जेस गाएंगे जिसने भी गलती करी थी पीछे ऑफिसर्स की हम बात कर रहे थे राइट है ना और ये ये मोबिलाइजेशन चालू हो गया ये स्पीस वगैरह ह हर तरफ दिए जाने लगे राइट अब इसी इसी में जो है सितंबर सितंबर समवेत समवेद हैव डिसाइडेड कि हां हम आईने आईने की जो सोल्जर्स है सपोर्ट करेंगे राइट तो सरकार ने क्या डिसाइड कर दिया सरकार ने डिसाइड किया कि हम आईने के जो प्रिजनर ऑफ वर्स हैं इनको कुछ 7000 लोग यहां पे हैं राइट है ना 7000 लोग डिटेन किए गए हैं विदाउट ट्रायल एंड नाउ पहला ट्रायल रेड फोर्ट पे दिल्ली में नवंबर 1945 अब इत्तेफाक है या जानबूझ के किया गया जो तीन लोग चुने गए वापस आओ तो जो रेड फोर्ट पे तीन लोग जिनका जिनका ट्रायल होना है आप देखोगे कि उसमें एक हिंदू है प्रेम कुमार सैगल एक मुस्लिम है शाहनवाज खान और एक सिख है गुरबक्स डिलर तो टेक्निकली तीनों ही कम्युनिटीज यहां पे तीनों ही कम्युनिटीज यहां पर रिप्रेजेंट हो रही हैं और ये इस तरीके का जो है यू नो ओपन ट्रायल होने वाला है साथ ही साथ साथ ही साथ हमारी हम लोग ये भी नहीं चाहते कि हां जो इंडोनेशिया वगैरह में फ्रेंच और डच की कॉलोनी को रीस्टैब्लिश करने के लिए हमारे सोल्जर्स भेजे गए अभी बीच हम बात कर रहे थे वो भी वो भी जो है यू नो कॉल ऑफ होने चाहिए हम इसके भी खिलाफ राइट सो नाउ नाउ इट इज लाइक कि हां ऑल दीज थिंग्स विल टुगेदर हम इसपे मोमेंटम बिल्ड करेंगे तो तो कांग्रेस का सेशन हुआ 1945 बॉम्बे तो कांग्रेस का 1945 का बम्बे सेशन कांग्रेस सेशन एट बम्बे यही सितंबर में दूसरी तरफ पैरेलली कांग्रेस सेशन एट बम्बे जिसमें डिसाइड हुआ कि हम इन तीनों को सपोर्ट करेंगे राइट है कांग्रेस सेशन में यह डिसीजन हो गया तो टेक्निकली नाउ वी हैव द एजेंडा कांग्रेस है द एजेंडा कि हमको यहां पर क्या करना है आइए चलते आगे तो या तो कांग्रेस का सेशन तो कांग्रेस अभी वॉर के बाद पहला सेशन हो रहा है 1945 में और यहां पर डिसाइड हुआ कि हम आईने कॉस को सपोर्ट करेंगे अब हम लोग जो है जो भी मिट जो भी जुडिशल जो भी लीगल हेल्प हो सकती है हम पूरी लीगल हेल्प प्रोवाइड करेंगे आईने के सोल्जर्स को राइट तो जवाहरलाल नेहरू है असफ अली है कि जो है आपके भूलाबाई देसाई है दे ऑल विल बी लाइक कि हम जो है रिप्रेजेंट करेंगे कोर्ट में प्लस आईने की रिलीफ और इंक्वायरी कमिटी बिठाई गई राइट है ना कि हां हम लोग जो है इसमें जो भी मदद हो सकती है जगह-जगह जो भी कैंपेन हो सकती हम करेंगे प्लस फंड कलेक्शन वगैरह यहां पर जुगाड़ा गया यहां फंड कलेक्शन होगा राइटो नाउ टेक्निकली कांग्रेस इ इन कि हां हम जो है इसको पूरी तरह से हम जो है सपोर्ट करने वाले हैं आईने सोल्जर्स को नाउ अब डिसाइड हुआ कि पा से 11 नवंबर पा से 11 नवंबर हम लोग क्या बनाएंगे 5 टू 11 हम लोग मनाएंगे आईन वीक और 12 तारीख को मनाया जाए आयनट डे और इस तरीके से कैंपेनिंग चालू हो गई नाउ सितंबर में डिसाइड हो चुका धीरे-धीरे अभ ये कैंपेन बिल्ड हो रहा है राइट टेंपो बिल्ड हो रहा है है ना सो नाउ इफ यू सी तो ये अब डिसाइड हो चुका है पूरे इंडिया भर में बात हो रही है कि हां भी जो है यू नो हमें इसके ऊपर हमें इसके ऊपर काम करना है हमें इसकी इसके लिए आवाज उठानी है एटस एट्स हम ये वीक बनाएंगे हम ये डे बनाएंगे ये सारा डिस्कशन जो है हर एजीटेशन हर जगह चालू हो चुका है यू विल फाइंड कि खाली खाली जो है ऐसा नहीं है कि हां ये जो कैंपेन हो रहा है ये सिर्फ शहरों में हो रहा है बड़ी जगह पे हो रहा है वो तो हो ही रहा है दिल्ली बॉम्बे कलका मद्रास यूपी एक्सेट्रा बट कई छोटी-छोटी जगहों पे भी कुर्ग है बलूचिस्तान है राइट है ना असम है यू विल फाइंड कि हां दिस दिस होल आइडिया हैज परकलेटेड राइट जनता जाग उठी है जनता चल पड़ी है हर कोई फंड में कंट्रीब्यूट कर रहा है कोई रिक्षेडीएजी िकल ग्रुप से कह रहे हैं कि सारे प्रिजनर्स को आजाद करो हम इनके साथ हैं तो टेक्निकली अच्छा खासा ऑल इंडिया सपोर्ट मिल रहा है कंट्रीब्यूशन आ रहा है आईए फंड पे स्टूडेंट्स से सबसे पहले क्लास छोड़ दी क्या हम क्लास नहीं करेंगे राइट है ना कि हां क्लास छोड़ दो किसान कॉन्फ्रेंसेस ऑल इंडिया वुमन कॉन्फ्रेंस एवरीथिंग इज अलाइन टेक्निकली एवरीथिंग इज गोइंग अगेंस्ट ब्रिटेन राइट है ना कि ब्रिटिश कौन होते हैं इसमें डिसाइड करने वाले ब्रिटेन ब्रिटेन रिलाइज कि यहां पॉलिटिकल सिग्निफिकेंट ऑफ द आयन इशू की गलती हो गई भाई ये हमने क्या ही मुद्दा उठा दिया ये तो चुपचाप दबाया जा सकता था मुद्दा ये मुद्दा नहीं उठाना चाहिए था उनको भी गलती का एहसास हो चुका है क्योंकि दिस होल थिंग वेंट अगेंस्ट द ब्रिटिशर्स ओनली राइट सो नाउ सो दिस वाज अ ह्यूज मिस्टेक टेक्निकली सॉरी यहां पे इसको ओपन करना इसका ओपन ट्राई टेक्निकली अपने ही पैर पे कुल्हाड़ी मारने वाली बात हो गई थी अब यहां पे हम देखेंगे कि तीन बड़ी अप सर्जेस या कि नवंबर दिसंबर जनवरी फरवरी में हम देखेंगे कि तीन बड़े इवेंट हो रहे हैं राइट आइए मार्क करते हैं तीन बड़े इवेंट्स को एक हम देखेंगे कि हां 21 नवंबर 1945 वन इज 21 नवंबर दिस इज़ वन सेकंड हम देखेंगे सेकंड है 11 फरवरी 1946 1946 स्टार्ट हो गया है तो 11 फरवरी 11 फरवरी दिस इज 1946 और यहीं फरवरी में अगला इवेंट हमको दिखाई देगा 18 फरवरी को 1946 बाय द वे मैं ऐसे मार्क करता हूं दिस इज मोर फॉर जब आप पहली बार टाइमलाइन बना रहे हैं पहली बार जो है लिख रहे हैं तो दिस इज़ हेल्पफुल ऐसा नहीं रटना है कि 21 नवंबर 11 नवंबर 18 न नंबर ऐसा रटने का नहीं है राइट लेकिन लेकिन अभी जब हम नोट्स बना रहे हैं तब ऐसा कर लेने का ताकि ताकि आपको आगे जाके रिवीजन बहुत इजली हो जाए इतना इतना रिलिजियसली हमें डेट्स नहीं याद करनी होती जब मैं जो बनाता हूं कि अगस्त है समथिंग दिस इज मोर लाइक स्टोरी टेलिंग दिस इज मोर लाइक की जब भी आप रिवाइज करोगे तो स्टोरी फॉर्मेट में सब कुछ एकदम से दिखने लगेगा और बहुत जल्दी आप इसे रिवाइज कर पाओगे एकदम से दिमाग में आ जाएगा अच्छा यही तो था पन्ना पलटा बस धीरे से याद आ गया सब कुछ याद आ गया तो दैट विल स्टार्ट टू हैपन राइट है ना बट उस के लिए बहुत साफ-साफ देखना है एटलीस्ट आप पढ़ पाओ इतना कम से कम आपको करना होगा राइट है ना सेम थिंग्स आई डू यहां आप देखोगे तो हां ये सब जो है मेरी कॉपीज में ऑलरेडी है मेरे अपने नोट्स जो मैंने अपने बनाए हैं ये सारी टाइमलाइंस एजिस्ट करती हैं और जब भी नो क्लास से नहीं होते एक बार पलट लेता हूं देखता हूं अच्छा हां फिर ऐसे ऐसे हुआ था याद आ जाती कि हां ये सब हो रहा था है ना हो सकता है एक आद कुछ निटी ग्रेटी कुछ जो है यू नो कोई हो सकता है फैक्चर पॉइंट ऊपर नीचे हो जाए बट एग्जामिनेशन पॉइंट ऑफ व्यू से यू विल बी लाइक वेरी वेरी यू कैन से अ यू नो इन कंफर्ट अगर आप इसको बना लेते हो राइट टाइमलाइन सुपर हेल्पफुल मैं बार-बार बोलता रहता हूं दज आर सुपर हेल्पफुल राइट अगर आप ये बना रहे हो तो आपके नोट्स बहुत इजी कर देंगे आपके लिए लाइफ आपकी बहुत जल्दी-जल्दी रिवाइज होने लगेगा खाली बनाने के टाइम पेन होता है राइट अगर क्लास के दौरान बनाते रहो तो वो पेन भी नहीं होगा आराम से कहानी चलती रहेगी नाउ तो ये तीन इवेंट्स है 21 नंबर 11 फरवरी 1946 और 18 फरवरी 1946 आइए देखते हैं इन इवेंट्स को देखते हैं सो तो दो तो देखो कोलकाता में ही है राइट और एक बॉम्बे में है रटना है रटना नहीं है है ना देख बता बता हूं मैं क्या है तो एक इवेंट है यही आईए ट्रायल जो हो रहे हैं इसको लेकर इसको लेकर एक इवेंट हो रहा है 21 नवंबर को दूसरा दूसरा एक कैप्टन राशिद अली राइट अगेन आईन ऑफिसर इन्होंने डिमांड करी थी कि मेरी जो लड़ाई है वो मुस्लिम लीग लड़ेगी तो इनकी स्पेशल डिमांड थी कि मेरा मुझे जो रिप्रेजेंट करेगी मुस्लिम लीग रिप्रेजेंट करेगी और इस रिप्रेजेंटेशन के बाद व अपना केस हार जाते हैं और यहां पर यहां पर उन्हें 7 साल की सजा हो जाती है और इसीलिए कलका में एकदम से बवाल हो जाता है तीसरा ऋण म्यूटन है रॉयल इंडिया नेवी की रेटिंग अभी इसके बारे में बात करते हैं सुनाओ तो आइए बात करते हैं तीनों की बातें करते हैं कि तीनों में क्या-क्या हुआ राइट है ना शुरू से शुरू करते हैं कि जो है 21 नवंबर 1946 अब हुआ क्या 21 नवंबर 1946 कि जो है हम देखेंगे कि यही आईन सर्ज के दौरान राइट आईन सर्ज के दौरान जनता पूरी जाग उठी है और सबसे ज्यादा कलका की जनता सबसे ज्यादा बंगाल की जनता बंगाल की जनता सबसे ज्यादा एक्टिव है सवाल उठता है क्यों कमेंट सेक्शन में बताओ पहले राइट है ना कि क्यों कलका ही है ना तीन में से दो इवेंट जो है वो कलका के हैं बताइए भाई कमेंट क्यों क्यों कलक राइट है ना चलिए उम्मीद है बता दिया होगा आपने सो सो कलक इसलिए बिकॉज आईए इज सुभाष चंद्र बोस राइट है ना बंगाली है कोलक से हैं तो उनकी जो उनकी जो फैन फॉलोइंग है वो फॉरवर्ड ब्लॉक वगैरह उनके सारे फॉरवर्ड ब्लॉक के फॉलोअर्स एवरी बडी इज इन कलक राइट दीवानगी है सुभाष चंद्र बोस की ही इ अ हीरो ऑफ कोलका राइट तो टेक्निकली टेक्निकली बनता है भाई कि हां जो है अगर वैसे ही इज अ ही इज अ नेशनल हीरो नो डाउट अबाउट दैट लेकिन लेकिन स्टिल है ना एक लोकल कल्ट जो होता है वो अलग ही होता है तो हां तो जो है वो फॉलोइंग है और उसी लिए कलक में सबसे ज्यादा इंपैक्ट देखने को मिलेगा हमें इस दौरान तो खैर तो नवंबर 21 1945 हम देखेंगे कि हां ये जो स्टूडेंट्स हैं राइट स्टूडेंट्स स्टूडेंट्स इन स्टूडेंट्स वगैरह ने सबने क्या निकाला है एक रैली निकाली और इस रैली में इनके हाथों में जो झंडे हैं उन झंडे में आप कांग्रेस का झंडा भी पाएंगे मुस्लिम लीग का झंडा भी पाएंगे सोशलिस्ट जो है कम्युनिस्ट पार्टीज का भी झंडा पाएंगे सारे ही झंडे आपको यहां पे मिलेंगे राइट और ये सारे लोग कहां पहुंचे डलहौजी स्क्वायर सरकार सरकार के सामने पहुंच गए सरकार ने क्या करा लाठी चार्ज करी क ना जाएंगे कहीं नहीं जाएंगे कुछ हो जाए राइट तो है ना तो ये मारने की कोशिश करी लाठी चार्ज की कोशिश करी और उल्टा इन लोगों ने उन लोगों ने जो है जो है उल्टा लड़ाई कर ली थोड़ा पत्थर पत्थर फेंके राइट है ना ईट वो जो है फट्टे फट्टे फेंकने चालू कर दिया यहां पे और यहां पे जो है पुलिस ने फायरिंग करी दो लोगों की जान भी चली तो दिस वाज वन अब सर्च दिस इज नवंबर 21 1945 है ना ये ये किससे प्रभावित है जो हमने आईए वक वगैरह किए हैं आईने ट्रायल चल रहा है उससे प्रभावित नाउ नेक्स्ट मैंने आपको बताया कि हां जो है मुस्लिम लीग मुस्लिम लीग स्टूडेंट्स है क्यों भाई है ना नेक्स्ट बात करते हैं तो ये हमने बात करी 21 नवंबर कलका कलका अगेन 11 नवंबर फिर से कल कटा क्योंकि मैंने आपको बताया कि 11 नवंबर वापस आओ या 11 नवंबर राशिद अली तो राशिद अली जी को 7 साल की जेल सुना दी गई है ना और मुस्लिम लीग इसमें लीड कर रही थी मुस्लिम लीग उनको रिप्रेजेंट कर रही थी तो 11 11 फरवरी तो 11 फरवरी को हम देखेंगे कि फिर से स्टूडेंट्स है बट इस बार इस बार मुस्लिम लीग डोमिनेट करेगी तो मुस्लिम लीग रिलेटेड स्टूडेंट्स राइट है ना एंड एंड जो है कांग्रेस और कम्युनिस्ट स्टूडेंट्स वगैरह भी हैं जॉइन करेंगे बट मेनली इट इज मुस्लिम लीग डोमिनेटेड स्टूडेंट्स एंड एंड जो है ये सेक्शन 144 लगा हुआ है जिसके तहत उन्हें ग्रुपिंग वगैरह नहीं करनी है एंड ऑल बट दे विल लाइक कि दे विल डिफाई उसके खिलाफ जो भी होना चाहिए अरेस्ट करना चाहो अरेस्ट कर लो लाठी चार्ज करना चाहो लाटी चार्ज कर लो जो करना है कर लो बट बट देयर विल बी देयर विल बी अ मूवमेंट तो स्टूडेंट्स एंड सब लोग बाहर आ चुके हैं राइट कुछ भी करना है सरकार को राइट यू आर फ्री टू डू बट कोई फर्क नहीं पड़ता अब यहीं पे एक तीसरा इवेंट इससे इंस्पायर होता है व्हि इज अगेन फरवरी 18 बट इस बार बॉम्बे में हो रहा राइट तो तीसरा वाला इवेंट जो है तीसरा इवेंट है बॉम्बे में दिस इज नथिंग बट रिन म्यूट रॉयल इंडियन नेवी की म्यूटन तो ये जो इंडियन नेशनल आर्मी थी य टेक्निकली इंडियन नेशनल आर्मी ब्रिटिश सोल्जर्स हुआ करते थे तो ब्रिटिश सोल्जर्स कहीं ना कहीं इंस्पायर कर रहा है ऐसे सोल्जर्स जो अभी भी नेवी में है या फिर अभी भी फोर्सेस का पार्ट है रेन म्यूट आइए समझते हैं क्या है रेन मटनी तो नेवल रेटिंग्स तो क्या होता है कि जो नेवी है राइट नेवी नेवी कहीं ना कहीं आईन ट्रायल वगैरह से प्रभावित हो गई है और नेवी में नेवी में जो है रेटिंग्स होती है लेट मी टेल यू रेटिंग्स ब्रिटिश की अब ब्रिटिश के अंदर एक रॉयल इंडियन एयरफोर्स है है ना और रॉयल इंडियन नेवी भी है रॉयल इंडियन नेवी रॉयल इंडियन नेवी नेवी में दो ग्रुप होते हैं एक होते ऑफिसर ग्रुप और दूसरा होता है क्रू च इ कॉल्ड एस रेटिंग रेटिंग्स इ मोर लाइक हेल्पिंग स्टाफ क्रू ऑफिसर जो होते हैं दे आर मोर लाइक कैप्टन चीफ मेट फर्स्ट ऑफिसर सेकंड ऑफिसर थर्ड ऑफिसर रेटिंग जो होते हैं वो हेल्पर्स होते हैं जो ऑयलर्स होते हैं या फिर जो है अ यू नो डेक पे जो हेल्प करते हैं एक्सेट्रा तो दिस इज बेसिकली द हेल्पिंग स्टाफ राइट रेटिंग्स तो रेटिंग्स तो रेटिंग जो है रेटिंग का जो ट्रीटमेंट है नेवी में दैट इज नॉट एट ऑल गुड राइट है ना उनको उनको फूड का इशू है प्रमोशंस का इशू है राइट फूड अच्छा नहीं मिलता है प्रमोशन अच्छा नहीं होता है वेजेस वगैरह का इशू है तो देयर आर मल्टीपल इशू लेट अस लेट अस गेट बैक टू द इशू तो नाउ तो हुआ क्या कि क्योंकि क्योंकि उनका ट्रीटमेंट बहुत अच्छा नहीं है एंड दैट इज द रीजन कि जो आपकी नेवी है वो स्ट्राइक कर देगी कहां पे बम्बे में शिप का नाम है एच एमआईएस तलवार तो एचएम आईएस तलवार के जो रेटिंग्स है वो यहां पे स्ट्राइक कर रही हैं वो कह रही है कि हां हमें रेशल डिस्क्रिमिनेशन फेस करना पड़ रहा है हमें बराबर वेजेस बराबर सैलरी नहीं मिलती हमें खाना भी सही नहीं मिलता ये जो सुपीरियर ऑफिसर्स हैं हमारे साथ बहुत ही रेसियल बिहेवियर करते हैं राइट प्लस प्लस कुट इंडिया के दौरान हम हम हम काफी रेटिंग्स को अरेस्ट भी कर दिया गया था जैसा कि मैंने कहा कि हां ये इंस्पिरेशन आया है आईए ट्रायल से तो दिस इज फ्रॉम दी आईए ट्रायल्स प्लस जो इंडोनेशिया वगैरह में आपने ट्रूप्स भेजे हैं उनको भी वापस बुलाइए ये भी गलत हो रहा है तो यू फाइंड कि नाउ नाउ वी हैव अ रिबेलियस रेटिंग और ये सारे झंडे फहरा देंगे कहेंगे हां भाई जो है चाहे वो कांग्रेस का झंडा हो चाहे वो कम्युनिस्ट पार्टी का झंडा हो चाहे मुस्लिम लीग का झंडा हो बिकॉज हम हम सबके ही साथ है राइट है ना हम सारी पॉलिटिकल पार्टीज के साथ है और हम इस तरह की स्ट्राइक कर रहे हैं नाउ नाउ नाउ दिस विल अफेक्ट बम्बे क्योंकि बॉम्बे में हुआ है बॉम्बे में शिप जो है लगा हुआ है तो बॉम्बे में हुआ है और अभ बॉम्बे में जो है जगह-जगह जा रहे हैं यूरोपियन पुलिसमैन वगैरह को थ्रेट जो क्रिएट कर रहे हैं राइट है ना और लोग भी इनको सपोर्ट कर रहे हैं वर्कर्स भी इनको सपोर्ट कर रहे हैं राइट तो यल फाइंड कि हां लोग इनके लिए खाना वाना लेकर आ रहे हैं शॉपकीपर्स वगैरह कह रहे हैं कि हां भाई बताओ कि चाहिए हेल्प कर सकते हैं समथिंग है ना तो दे आर गेटिंग अ गुड सपोर्ट फ्रॉम दी बॉम्बे गवर्नमेंट बम्बे पीपल राइट सो दिस इज फर्स्ट पार्ट फर्स्ट पार्ट वी विल सी कि यहां ये तीन बड़े इवेंट हो रहे हैं एंड देन जब ये लोग रिवोल्ट करते हैं जैसे हमने पहले देखा कि हां स्टूडेंट्स जो है आपकी पहली इवेंट में देखा हमने कि स्टूडेंट्स ने कहानी शुरू करी दूसरे इवेंट में भी हमने देखा कि स्टूडेंट्स ने कहानी शुरू करी बट कहानी यहीं पे खत्म नहीं होती तीसरे में हमने देखा कि यहां जो है जो रेटिंग्स है आपकी एचएम आईएस तलवार की तलवार जहाज का नाम है तो जहाज जहाज की जो रेटिंग्स उन्होंने स्ट्राइक किया तो कहानी यहीं पर खत्म नहीं हुई है वी विल सी कि हां ये आगे स्प्रेड होता है अब शहर जॉइन करता है राइट कि पहले पहले आप देखोगे कि हां कुछ लोगों ने शुरुआत करी फिर शहर जॉइन करेगा एंड एंड नाउ दे विल बी टॉकिंग अबाउट द सेम थिंग दे विल बी टॉकिंग अबाउट द सेम आइडियाज राइट तो टेक्निकली बिकॉज ऑफ दिस बिकॉज ऑफ दीज रिवर्ट्स एंड ऑल बॉम्बे और कलकट टेक्निकली पैरालाइज हो गए राइट बम्बे और कलक बिल्कुल बर्बाद से हो गए इस समय सरकार कुछ नहीं कर सकती हर जगह मीटिंग्स हो रही हैं प्रोसेशंस हो रहे हैं स्ट्राइक्स हो रही हैं हड़ताल हो रहे हैं यूरोपिय के ऊपर अटैक हो रहे हैं पुलिस स्टेशंस जो है तोड़े जा रहे हैं शॉप्स ट्राम डिपोज रेलवे स्टेशन बैंक हर जगह आप देखेंगे कि हां अब जनता एक्टिव हो चुकी है नाउ नाउ क्या क्या यह अंग्रेजों के लिए सीधा-सीधा चैलेंज है क्या अंग्रेजों को फिर से बता दिया गया है कि हां अब आप और राज्य नहीं कर पाएंगे अगर आपसे बॉम्बे कलकाता नहीं समझ रहा है तो यू कैन अंडरस्टैंड कि इट इज़ नॉट गोइंग टू बी इजी राइट है ना कि हां ठीक है चलो थोड़ी देर के लिए आप इसको पुलिस बुला के आर्मी बुला के कंट्रोल कर लोगे लेकिन कहां तक कंट्रोल करते रहोगे यह दो-तीन महीने में तीन-चार बार हो हो गया है राइट है ना तो समझ रहे हो कि हां ये अब आपके कंट्रोल के बाहर हो चुका है स्टेज थ्री यू विल सी कि हां इट इज नॉट लिमिटेड टू दिस दिस पर्टिकुलर सिटी खाली कलक बम्बे की कहानी नहीं रह गई यू विल फाइंड कि बाकी इंडिया में भी देयर इज सिंपैथी देयर इज सॉलिड टी राइट और ध्यान से देखो नाउ देयर आर सिंपैथेटिक स्ट्राइक्स इन द मिलिट्री एस्टेब्लिशमेंट कि जब रॉयल इंडियन नेवी की रेटिंग स्ट्राइक कर रही है तो बाकी के मिलिट्री इस्टैब्लिशमेंट स्ट्राइक कर रहे हैं राइट है ना कराची में मद्रास में विशाखापट्टनम कलकाता दिल्ली कोचन एटस एट राइट रॉयल इंडियन एयरफोर्स बगल वाला दूसरी वाली विंग राइट बम्बे पुना कोलकाता जैसोर यह लोग स्ट्राइक कर रहे हैं तो ना आपके सिविलियन ऑफिसर आपके साथ रह गए हैं ना आपकी आर्मी ना आपकी एयरफोर्स ना ही आपके नेवी कुछ भी आपके साथ बचा नहीं है साहब तो टेक्निकली यहां से रूल कर पाना राज्य कर पाना इज नेक्स्ट टू इंपॉसिबल राइट सो नाउ दिस इज मोर लाइक अ दीज थ्री इवेंट्स आर आई ओपनर कि कहीं कोई हल्का सा डाउट रह गया हो कि इंडिया पे अभी भी राज कर लोगे तो यू मस्ट अंडरस्टैंड कि हां अब ये नहीं हो सकता है राइट दिस इज क्लियर इंडिकेशन दिस इज जो है क्लेरिटी टू एवरीबॉडी कि अब यहां से अंग्रेज राज्य तो नहीं कर सकते फिलहाल पटेल और जिन्ना जी को बुलाया जाएगा तो सरदार पटेल जी आएंगे जिन्ना आएंगे और दे विल बी द वन हु विल हु विल नेगोशिएट हु विल पुश दी पुश दी अ जो है नेगोशिएट विद दी जो रॉयल इंडियान नेवी रेटिंग्स है कि हां भाई आप सरेंडर कर दीजिए हम आपका मुद्दा उठाएंगे राइट है ना नेशनल है जो पार्टीज है वो वो ध्यान रखेंगे आपका कि आपके ऊपर कुछ ना हो और और आप इसको कॉल ऑफ कर दीजिए तो वो इसको कॉल ऑफ करवाएंगे नाउ नाउ द पॉइंट इज इसके बाद कि हां ये जो तीन इवेंट हमने देखे राइट है ना रॉयल इंडिया नेवी का इंपैक्ट वगैरह हमने देखा हमने देखा कि जो जो है अ आई एनए का जो ट्रायल था वो कुछ किसी और डायरेक्शन में निकल गया आप सोच रहे थे कि हां जो है आप उन्हें देशद्रोही साबित करेंगे देश ने उनको देशभक्त मान लिया है ना और थे भी मान के लिया जो है थे भाई देशभक्त देश के लिए इतना बड़ा बलिदान दिया उन्होंने राइट है ना तो देन देन वी अंडरस्टैंड कि अब जो है कहानी पूरी तरह से पलट रही है स नाउ तो इवेलुएशन ऑफ द पोटेंशियल एंड इंपैक्ट ऑफ द थ्री अपसर जस कि अगर इनको थोड़ा सा हम देखें कि ये तीन अप्सर जस हमें क्या दिखाते हैं तो ये कहीं ना कहीं बहुत सारी चीजें इंडिकेट कर र है लेट अस ट्राई अंडरस्टैंडिंग दैट नॉट वेरी वेरी इंपोर्टेंट बट स्टिल जो है हमें हेल्प करेगा मेंस में ऑर्डर देगा हमें सोचने के लिए तो ये क्या कह रहा है कि नाउ नाउ जो है जो मासेज है वो हमको काफी फीयरलेस दिख रहा अब उसको कोई फर्क नहीं पड़ता जेल में डाल दोगे सेक्शन 144 लगा दोगे क्लासेस बंद करा दोगे क्या ही करा दोगे राइट है ना कोई फर्क नहीं पड़ता तो मासस हमें दिख रहा है कि अब ये पूरी तरह से ख्याल जो है आजाद हो चुका है राइट अब सरकार की किसी बात का कि तुम गोली मार दोगे क्या होगा कोई ज्यादा फर्क पड़ता नहीं प्लस अनदर थिंग व्हिच वी हैव ऑलरेडी डिस्कस कि आर्म्ड फोर्सेस हिल चुकी राइट है ना कि अब एक सिविलियंस की बात नहीं रह गई अब हमको दिख रहा है कि अब आर्म्ड फोर्सेस चाहे आपकी रॉयल इंडियन नेवी हो चाहे आपका रॉयल इंडियन एयरफोर्स हो राइट चाहे आपके अपने सिविलियन ऑफिसर्स हो हर कोई हिल चुका है और यहां से किसी भी तरह से राज्य करना इज नेक्स्ट टू इंपॉसिबल राइट है ना देन देन जो है अ या तो दीज अफ सर्जेस प्रोमेड द ब्रिटिश टू एक्सटेंड सम कंसेशन और इसके बाद इसके बाद मजबूर होकर थक हार कर वी विल फाइंड अ लॉट ऑफ कंसेशंस कमिंग फ्रॉम दीज फ्रॉम द ब्रिटिशर्स जैसे कि जो आईने मेंबर्स जो हैं आपके राइट उन्होंने डिसाइड किया कि ऐसे आईए मेंबर्स जिन्होंने आईए सोल्जर्स जिन्होंने कुछ ऐसा बहुत गलत कुछ नहीं कर दिया है कि किसी का मर्डर कर दिया हो राइट है ना किसी के साथ ब्रूटल ट्रीटमेंट किया हो अगर ऐसा कुछ नहीं है तो देन देन जो है उनको उनको क्या किया जाए उनको छोड़ दिया जाए राइट है ना है ना उनको छोड़ दिया जाएगा अगर अगर कुछ ऐसा ब्रूटल कुछ गलत कर रखा है क्रिमिनल जैसा कुछ जो है अगर कर रखा है इवन ओनली ओनली एंड ओनली देन उनके खिलाफ कुछ जो है केस होगा देन जो इंप्रिजनमेंट सेंटेंस था पहले बैच के खिलाफ जो हम बात कर रहे थे जो है वो तीन लोग जिनको रेड रेड फोर्ड पे लेके गए थे राइट वो पूरा का पूरा एक्विट्टल यू सी कि हां यह बहुत बड़ी जीत हमें दिसंबर में ही हाथ रख गई दिसंबर 1946 में जब सरकार बैकफुट प आ गई और बोला कि हां अनटिल एंड अनलेस कोई मर्डर या ब्रूटल ट्रीटमेंट हो आपके ऊपर कोई ट्रायल नहीं होग सेकंड सेकंड जो है इंप्रिजनमेंट सेंटेंसेस जो थे जो आपके पहले बैच पर थे वो रिमिड कर दिए गए हैं उनको छोड़ दिया गया है प्लस प्लस इंडो चाइना और इंडोनेशिया से आपके जो सोल्जर्स थे बाय फरवरी 1947 को भी विड्रॉ कर लिया गया भरोसा नहीं रहा कुछ भी हो सकता राइट प्लस प्लस एक बहुत बड़ा डिसीजन इन्होंने कहा कि अब एक पार्लियामेंट्री डेलिगेशन आएगा इंडिया की तरफ है ना ऐसा कहा और फिर फाइनली फाइनली कैबिनेट मिशन भेजने की बात कर दी बाय जनवरी 1946 तो अगेन अगर वापस इसे मैं टाइमलाइन पे लाऊ थोड़ा ध्यान से देखो बाय जनवरी 1946 दे हैव डिसाइडेड कि यहां जो है हम कैबिनेट मिशन भेज देंगे राइट है ना तो नवंबर 1946 में ही ड्यूरिंग आई रिवोल्ट एंड ल उन्होंने डिसाइड कर लिया था कि पार्लियामेंट्री डेलिगेशन आएगा और और जनवरी 1946 में ही यहीं पर यहीं पर हमने सुन लिया था जनवरी 1946 कैबिनेट मिशन भेजा जाएगा राइट ये बात यहीं पर उड़ गई थी एंड इन फैक्ट इनफैक्ट मार्च 1946 में कैबिनेट मिशन आ भी जाएगा मार्च में अभी हम बात करेंगे कैबिनेट मिशन की बट बाय मार्च 1946 वी विल हैव कैबिनेट मिशन तो ये जो विंटर्स है जो दो-तीन महीने का जो खेल है ये अंग्रेजों को और ज्यादा बैकफुट प ले आए वो भी अब जल्दी-जल्दी कर रहे हैं कि हां बताओ क्या करना है क्या करना है क्या करना है राइट अब यहां से एक सवाल और उठता है कि क्या यह जो सॉलिड हमको देखने को मिली है कि कलक में जो मुस्लिम स्टूडेंट्स हैं वो लोग भी रैली कर रहे हैं जो हिंदू स्टूडेंट्स हैं वो लोग भी रैली कर रहे हैं सारे सारे झंडे मिलजुल के जो है यू नो सारे लोग एक साथ फहरा रहे हैं क्या क्या इससे हम यह साबित कर सकते हैं कि आगे पार्टीशन ना हो बंटवारा ना हो जो कम्यून डेडलॉक है जो कम्युनिटीज के बीच में जो है थोड़ा सा दर जो है दरारें आ चुकी हैं नफरत आ चुकी है राइट और यहां से पार्टीशन की तरफ हम बढ़ने वाले हैं क्या ये कहीं ना कहीं एक रास्ता खोल रहा है कि हम इस कमल डायलॉग को सॉल्व कर सके राइट क्या ये पॉसिबिलिटी है राइट है ना लेट्स अंडरस्टैंड दिस पाट सो नाउ तो ी रिलाइज कि हां देखो ये उतना भी जो है यू नो डीप रूटेड नहीं है है ना समझो इस बात को कि उतना डीप रूटेड नहीं है यू विल फाइंड कि हां ये जो ये जो हुआ अभी जो दो तीन महीने में हुआ ये काफी वायलेंट कॉन्फ्लेट है और वायलेंट कॉन्फ्लेट में हर कोई इवॉल्व नहीं हो सकता सिर्फ और सिर्फ मिलिटेंट सेक्शन ही इवॉल्व होते हैं तो क्या पूरी जनता जुड़ी हुई है इसके साथ साथ नहीं ये ये रिप्रेजेंटेटिव पूरी जनता का नहीं है राइट प्लस कुछ अर्बन सेंटर्स में हो रहा है थोड़े टाइम के लिए ही हो रहा है है ना तो ऐसा भी नहीं है कि हां आप कह सकते हो कि टियर टू टियर थ्री स्ट जो है सेंटर्स और प्लस किसान और एवरी बडी इज इवॉल्वड ये भी कहना मुश्किल है प्लस ऑर्गेनाइजेशनल ज्यादा दिख रहा है जैसे सेकंड वाले में हम देख रहे थे कि हां जो मूवमेंट था वो मेनली मुस्लिम लीग ड्रिवन था राइट है ना कि हां जो है उसके बाद जैसे इसमें रेटिंग वाले में भी हम देखेंगे कि जो मुस्लिम लीग है तो मुस्लिम्स अगर है तो मुस्लिम रेटिंग्स है तो मुस्लिम लीग के पास जा रहे हैं बाकी लोग कांग्रेस और सोशलिस्ट के पास जा रहे हैं यानी कि इस तरह का डिवीजन ऑलरेडी है राइट अभी भी हम ये नहीं कह सकते कि हां पूरी तरह सब कुछ सही हो चुका है और कोई जो है यू नो कम्युलस यहां प बिल्कुल भी नहीं राइट प्लस प्लस अभी भी अभी भी ब्रिटिश पावर में है अभी भी उनके पास आर्मी है और वो लोग इंटैक्ट है अभी भी जो है पॉसिबल है कि वो इसको सबको रोक फॉर एग्जांपल ये जो जो है बम्बे में जो हुआ बम्बे में जो अप सर्ज हुआ तुरंत ही मराठा बटा बटालियन को बुलाया गया और मराठा बटालियन ने तुरंत जो है इसको कंट्रोल किया था सो तोब यहां से कांग्रेस की स्ट्रेटेजी पे सवाल उठते हैं सोशलिस्ट कहते हैं कि कांग्रेस जानबूझ के पीछे हट रहा है सोशलिस्ट कहते हैं कि कांग्रेस ने जो है आपकी अ यू नो जो रेटिंग्स है रेटिंग्स वाले मामले में क्यों कांग्रेस ने उसको सपोर्ट नहीं किया कांग्रेस का खुला सपोर्ट नहीं है ओपन सपोर्ट नहीं है जो है रेटिंग्स के लिए या ऐसा कह लो कि सपोर्ट नहीं है रेटिंग्स के लिए राइट सवाल है क्यों नाउ ये कहते हैं कि देखो ऐसा हो सकता था कि कांग्रेस जो है वो पूरी तरह से नेगोशिएशन मोड में है और यहां पर रेटिंग्स वाली जो रिवोल्ट है वो आउट ऑफ हैंड जा सकती थी आउट ऑफ कंट्रोल जा सकती थी जो कहीं ना कहीं नेगोशिएशन को इंपैक्ट करता राइट प्लस ये एक एग्जांपल सेट कर देता फोर्सेस के लिए कि हां जरूरत पढ़ने पे स्ट्राइक किया जा सकता है और आजाद भारत में भी हमें फोर्सेस चाहिए वो डिसिप्लिन की जरूरत है एंड दैट इज द रीजन कि हां कांग्रेस खुल के बाहर नहीं आ सकती थी कांग्रेस ये नहीं कह सकती थी कि हम इस तरह के बिहेवियर को सपोर्ट कर सकते हैं राइट बट कहीं ना कहीं सोशलिस्ट का यह जो मानना है राइट इसको काउंटर भी किया जा सकता है इस बात पे कि ये जो भी कुछ हो रहा है वह कहीं ना कहीं कांग्रेस के करे हुए जो है पिछले जो मूवमेंट्स है उसी का उसी का इंपैक्ट है राइट है ना कि हां आप इसको कांग्रेस को कांग्रेस को पूरी तरह यहां नहीं निकाल सकते कि नहीं कांग्रेस का इसका कोई लेना देना ही नहीं है ये हो जो रहा है उसके पीछे कहीं ना कहीं कांग्रेस का जो पॉलिटिकल बिल्डअप है वही जिम्मेदार है और इसीलिए इस तरह से कहना कि हां कांग्रेस को सपोर्ट नहीं करती या करती है दिस इज लाइक यूनिलैटरल ऐसा कुछ हम ऑफिशियल नहीं कह सकते ओके खैर तो सो जो है अ या तो हमने बात करी कि हां कांग्रेस डिड नॉट ऑफिशियल सपोर्ट दीज अप सर्जेस अगेन वही हमने रीजन समझा कि हां एक तो नेगोशिएशन की बात हो सकती है दूसरा टैक्टिक्स और टाइमिंग कांग्रेस के अकॉर्डिंग ली नहीं है तो गांधी जी का मानना है गांधी जी कहते हैं इस पे कि म्यूटन जो है ये बैडल एडवाइज्ड है राइट दिस इज बैडल एडवाइज्ड अगर अगर जो है उन्होंने अगर म्यूटन इंडिया के फ्रीडम के लिए किया है तो भी वो गलत ही है एंड इफ दे हैड एनी ग्रीवांसेज उनको पहले लीडर्स वगैरह से बात करनी चाहिए दिस इज नॉट द वे गांधी जी के हिसाब से दे शुड नॉट हैव डन इन दिस वे चलिए तो खैर तो हमने हमने बात करी तीन अप सर्जेस की तो हमने देखा कि हां ये तीन चार महीने काफी काफी जो है जो है हीटेड है राइट काफी हीटेड माहौल सा क्रिएट हो चुका है र नाउ अब इसी दौरान हमने देखा कि इलेक्शंस भी हो रहे हैं नाउ तो इलेक्शंस विल हैपन और इलेक्शंस जो है आपके या तो विंटर में इलेक्शन भी हो रहे हैं और फरवरी तक आते आते व विल हैव इलेक्शन का रिजल्ट राइट सो वी विल हैव इलेक्शन रिजल्ट ए वेल बाय फेब वी हैव इलेक्शन रिजल्ट तो आइए समझते हैं कि हा किसने कैसा परफॉम फम किया इन इलेक्शंस में सो तो फरवरी में इलेक्शन के रिजल्ट्स आए एंड देन वी रियलाइफ काफी ज्यादा स्टेट्स पे कांग्रेस का वर्चस्व है आप देखो तो पूरी ही इंडिया पे सारे ही स्टेट्स में बीट यूपी बिहार सेंट्रल प्रोविंसेस बॉम्बे मद्रास राइट या फिर या फिर इवन नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस या फिर आसाम हर जगह ही कांग्रेस की क्या है मेजॉरिटी है कांग्रेस ने जीता है सिर्फ तीन जगह छोड़ के पंजाब सिंध और और बंगाल पंजाब सिंध और बंगाल को छोड़ के एवरी वेयर कांग्रेस इज इन मेजॉरिटी तो कांग्रेस ने कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल करी है इन इलेक्शंस में कहीं ना कहीं कांग्रेस यह प्रूव कर ले गई है कि हां भाई जो है वो एक ऑल इंडिया पार्टी है यस तो 91 पर ऑफ द नॉन मुस्लिम वोट्स राइट कांग्रेस को मिल गए अगर आप सेंटर की सेंटर के इलेक्शन की अगर आप बात करें तो 102 में से 57 सीट कांग्रेस ने कैप्चर कर ली च इज यूज राइट है ना सेंट्रल इलेक्शन में भी जो है अच्छा खासा वर्चस्व है प्लस प्रोविंशियल में हमने ऑलरेडी देखा कि हर जगह कांग्रेस की क्या है मेजॉरिटी है खाली बंगाल सिंध और पंजाब को छोड़ के हर जगह कांग्रेस मेजॉरिटी में नाउ मुस्लिम लीग मुस्लिम लीग मुस्लिम लीग को अगर आप देखो तो 1937 वाला जो इलेक्शन हम लोगों ने पहले बात करी थी जहां पर मुस्लिम लीग ने बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं किया था अब उससे हम बहुत दूर आ चुके हैं मुस्लिम लीग ने पिछले 10 सालों में कहानी बदल दी मुस्लिम लीग अब जो है कायदे से मुस्लिम्स को रिप्रेजेंट कर रही है या फिर मुस्लिम्स का अच्छा खासा समर्थन यहां पे आ चुका है 86 पर वोट मुस्लिम्स के मुस्लिम लीग ने जीत लिए प्लस 30 रिजर्व सीट्स जो मुस्लिम्स के लिए थी इन सेंट्रल असेंबली वो भी उन्होंने जीत ली है और बंगाल और सिंध में एक्चुअली जो मेजॉरिटी है वो मुस्लिम लीग की है राइट सो नाउ नाउ दे हैव इस्टैब्लिशमेंट नहीं था बट नाउ दे हैव अ लॉट ऑफ सपोर्ट अ लॉट मोबिलाइजेशन खाली पंजाब में यूनियनिस्ट कांग्रेस और अकाली मिलके अपना एक कोलिशन बना देंगे राइट सरकार बना देंगे बट बंगाल और बंगाल और जो है आपके सिंध में मुस्लिम लीग की क्या है मेजॉरिटी नाउ इतना कम्यून जो है यू नो रिजल्ट जो आया है है ना हम जो जो थोड़ा सा इस तरफ को जो है इंक्लाइंड रिजल्ट देख रहे हैं इसका रीजन क्या है अगर हम समझने की कोशिश करें तो इसका रीजन देखो एक तो कहीं ना कहीं सेपरेट इलेक्टो रेट है राइट है ना कि हां देर आर डेडिकेटेड सीट्स जिनकी से हमको ऐसा रिजल्ट दिख रहा है दूसरा फ्रेंचाइजी भी ऐसा कोई ऑल इंडिया फ्रेंचाइजी यूनिवर्सल फ्रेंचाइजी नहीं है तो इस रिजल्ट को हम ये नहीं कह सकते कि दिस रिजल्ट इज 100% ट्रू रिजल्ट यही इंडिया का मैंडेट है समथिंग यह कहना थोड़ा सा मुश्किल है राइट है ना अगर आप सेंटर पे देखो तो सेंटर पर मात्र मात्र जो है यू नो लेस देन % ऑफ द पॉपुलेशन हैव वोटेड और प्रोविंसेस में जो है लेस देन 10 पर ऑफ द पॉपुलेशन है वोटेड तो टे ककली इट इज नॉट द राइट मैंडेट इससे ये जज कर लेना कि हां जो है यू नो कुछ कम्यून जो है इंक्लिनेशन ही हो चुका था इट इज टफ टू से दैट राइट इट इज टफ टू से दैट बट या अभी जो भी फिलहाल जो है एक्सेप्टेड है जो भी रूल्स ऑफ द गेम है उसके हिसाब से ये रिजल्ट यहां पे आए तो फाइनली हम बात कर रहे हैं मार्च में 1946 कैबिनेट मिशन आ चुका है कैबिनेट मिशन का चर्चा करते हैं नाउ एज एक्सपेक्टेड एटरी गवर्नमेंट ने जैसा कि अनाउंस किया था फरवरी में कि हां जो है हम एक मिशन भेजेंगे 1946 में नाउ एक और दोबारा टाइमलाइन बनाते हैं नाउ कैबिनेट मिशन 1946 1946 तोब 1946 की ही बात करेंगे 1946 की फरवरी में हमने देखा कि हां भाई एक जो है एक इसके पहले हम देख रहे हैं टर्मल इसके पहले हम देख रहे हैं एजीटेशंस उसकी बात करी हमने ऑलरेडी और इसे आप कह लो कि 1945 46 का जो विंटर था प्लस हमने यहीं पे बात करी इलेक्शन रिजल्ट्स की इलेक्शन रिजल्ट्स भी आ चुके हैं और हमको पता है कि भाई कांग्रेस ने काफी अच्छा परफॉर्म भी किया है प्लस प्लस हम बात कर रहे हैं कि 1946 में ही कैबिनेट मिशन अब पूरी तरह से बात हो रही है कि यहां भेजा जाएगा नाउ वी आर वी आर एक्सपेक्टिंग कैबिनेट मिशन एंड दिस कैबिनेट मिशन विल अराइव इन मार्च 1946 मार्च 1946 वी हैव कैबिनेट मिशन इन इंडिया नाउ अभी जो कैबिनेट मिशन भेजा गया है यह इस पर्पस से भेजा गया है कि हां थोड़ा ऐसे लोगों को भेजो जो जो कि जो कि पावरफुल लोग हो दमदार लोग हो है ना कि ऐसा नहीं किसी को ऐसा भेज दो कि फिर सोचे कि रुको पूछ के आते हैं है ना कि ब्रिटेन से पूछ के आएंगे फिर बताएंगे उसके बाद कुछ होगा नहीं इस बार जो भेजा गया है फरवरी में डिसाइड हो गया था एंड फाइनली वीी हैव अ वेरी हाई पावर्ड मिशन तीन लोगों को भेजा है ज्यादा लोग भी नहीं ज्यादा लोग भी क्या होता है ज्यादा ज्ञान देने लगे जाते हैं तो ज्यादा लोग नहीं होने चाहिए तीन लोगों को भेजा गया खाली एक पहले के स्टफ्ड क्रिप्स क्रिप्स मिशन वाले ये समय बोर्ड ऑफ ट्रेड के मेंबर है बट इससे फर्क नहीं पड़ता ट्रेड वेट के हैं हमें फर्क पड़ता है कि स्टफ्ड क्रिप्स पहले आ चुके थे ये दोबारा भेज दिए गए राइट कि पिछली बार काम अधूरा रह गया था जा पूरा करके आओ दूसरा हमारे सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जो है पथिक लॉरेंस स्वयं प्रकट हुए हैं स्वयं आ गए हैं तो पथिक लॉरेंस और स्टफ्ड क्रिप्स राइट प्लस एवी एलेग्जेंडर है ना तो ये तीन लोग यहां पे भेजे गए हैं कि भाई जाइए सॉल्यूशन निकालिए कि इंडिया का आगे क्या करना है जो नेगोशिएशन हम लोग कर रहे हैं इसमें क्या प्लान होना चाहिए दिस इज समथिंग वी नीड ओवर हियर तो एटरी गवर्नमेंट से जैसा एक्सपेक्टेड है वैसा जो है वैसा ये मूव कर रहे हैं फटाफट फटाफट चीजें हो रही है तुरंत जो है क्या एड मिशन भेज दिया गया नाउ नाउ द पॉइंट इज कि व्हाई ब्रिटिश विड्रॉल सीम इमिनेंट नाउ जैसा हमने समझा अब तक कि क्यों क्यों जो है यू नो पहले हम बात कर रहे थे कि ब्रिटिश अब जाएंगे ही जाएंगे ऐसा हमने माहौल अभी पीछे डिस्कस किया है लेकिन अब अगर समझो इंटरनल अगर समझो इंडिया में अगर देखो कि इंडिया में इतना इमिनेंट क्यों हो रहा है अब विड्रॉल होगा ही होगा जैसे मैंने पीछे डिस्कस किया उसी में थोड़ी सी बातें और ऐड करते हैं कि अब होके ही रहेगा तो पहली बात तो देखो कहीं ना कहीं हमने प्रूव कर दिया है हमने क्विट इंडिया मूवमेंट उसके पहले के मूवमेंट हमारी जो नेशनल थॉट प्रोसेस है नेशनलिस्ट मूवमेंट ने कहीं ना कहीं अपनी बात रख दी है कि नाउ इट इज लाइक कि इसके आगे और कोई चारा नहीं है राइट द सक्सेस ऑफ नेशनलिस्ट फोर्सेस इन द स्ट्रगल फॉर द हेजम वाज फेयरली एविडेंस बाय द एंड ऑफ द वॉर नेशनलिज्म हैड पेनिट्रेटेड नाउ देयर इज नो डाउट थोड़ा सा भी संदेह नहीं है कि कोई भी जनता ऐसी है जो अभी मूव ना हुई हो प्लस प्लस अनदर थिंग व्हिच इज हैपनिंग इज कि जो ब्यूरोक्रेसी थी जो लॉयलिस्ट सेक्शन था जैसे हम पीछे बात कर रहे थे कि ऑफिसर्स वगैरह हो गए आर्मी हो गई नाउ दे आर नॉट एट ऑल अलाइड या फिर उनको कहीं ना कहीं खौफ है कि अब जो है ब्रिटिश का डोमिनेशन नहीं चल सकता इंडियन सिविल सर्विसेस की अगर हम बात करें वेरी इंपॉर्टेंट पॉइंट इंडियन सिविल सर्विसेस की अगर हम बात करें तो बहुत टाइम से क्या हो रहा है कि इंडियंस की भर्ती हो रही है तो कहीं ना कहीं इस समय तक आते-आते ब्रिटिशर्स और इंडियंस हमारी सिविल सर्विसेस में बराबर ही हैं राइट जितने आईएस ऑफिसर या जितने सिविल सर्वेंट ब्रिटिशर्स हैं ऑलमोस्ट उतने ही सिविल सर्वेंट क्या हैं इंडियन है तो हमने कहीं ना कहीं पैरि रीच कर ली है राइट है ना कि इंडियन 1939 तक आते-आते ब्रिटिश इंडियन पैरि कहीं ना कहीं रीच हो गई है और नाउ आई एम सॉरी नाउ जिस तरह की सिचुएशन क्रिएट हो रही है अब अब जो है जो जो ऑफिसर्स हैं उनमें भी कहीं ना कहीं शक है डर है कि अब बात कुछ हो नहीं सकती प्लस अब क्रिप्स ऑफर के बाद और कुछ फ्रीडम के अलावा कुछ और देने को बचा भी नहीं है क्रिप्स ऑफर में ऑलरेडी सब कुछ ऑफर कर ही दिया गया था अब फ्रीडम के पीछे जाना बैकफुट प जाने का कोई मतलब नहीं है तो कहीं से भी कोई और ऑप्शन नहीं कि हम कुछ और यहां पे डिस्कस कर सकते हैं इनफैक्ट इनफैक्ट अगर अब आप रुके राइट है ना अब अगर आपने जो है यू नो पुश करने की कोशिश करी अगर फिर से मान लो खुदाना खस्ता कोई और मूवमेंट हो गया कुड इंडिया मूवमेंट जैसा कोई और मूवमेंट हो गया एक नॉन वायलेंट मूवमेंट हो गया उसको रोकने के लिए अगर हमने फोर्सेस जलगा दी तो कहीं ना कहीं ब्रिटिशर्स का जो एकदम रियल चेहरा वो सामने आ जाएगा और और फिर वो बात और जो है बिगड़ जाएगी राइट नाउ अगेन अगेन जो कांग्रेस की मिनिस्ट्री वगैरह आ गई थी कांग्रेस की मिनिस्ट्री ऑलरेडी मोराल बूस्ट कर चुकी हैं ऑलरेडी अपना वर्थ प्रूव कर चुकी है है एंड देयर इज नो पॉइंट कि अब इसके अलावा कुछ और डिस्कशन हुआ हो हो सके मासस ऑलरेडी इन मिनिस्ट्री से मूव हो चुकी है इलेक्शन में भी कांग्रेस ने प्रूव कर दिया है कि हां भाई जो है हम ही जीते हैं एंड इट इज लाइक देयर इज नो पॉइंट डिस्कसिंग कि इसके अलावा और क्या ऑफर किया जाए प्लस प्लस आईए प्रिजनर्स की डिमांड हमने देखी ऑलरेडी देखा है ना हमने पीछे देखा कि हां भाई क्या इंपैक्ट हुआ आईए प्रिजनर्स को लेके हर कोई मांग रहा है कि हां उनको छोड़ दिया जाए जो है लीसी की डिमांड हो रही है नॉट ओनली नॉट ओनली इन दी सिविलियन पार्ट बट इवन इवन आर्म फोर्सेस राइट और आर्म्ड फोर्सेस जिस हिसाब से मूव होती दिखाई दे रही है चाहे वो रॉयल इंडियन नेवी हो चाहे आपकी एयरफोर्स हो अब जो है आपके दोनों पिलर सिविलियन पिलर और आर्मी पिलर मतलब फोर्सेस पिलर दोनों ही पिलर जा चुके हैं जब आपके दोनों पिलर जा चुके हैं तो आप कैसे ही और राज्य कर सकते हैं पॉसिबिलिटी ही क्या है राइट सो नाउ इफ वी गो फॉर ऑल आउट रिप्रेशन ऑफ अ मास मूवमेंट राइट देन देन जो है आपको पूरा पूरा ऑफिशियल रूल लगाना पड़ेगा पूरा एकदम जो है उतर जाना पड़ेगा फोर्स के ऊपर पर और इतनी फर्स आपके पास है भी नहीं कहने का मतलब कि अगर अब इंडिया को कंट्रोल में रखना है तो दिस कैन ओनली एंड ओनली हैपन बाय फोर्स राइट सिर्फ जोर जबरदस्ती द्वारा हो सकता है और जोर जबरदस्ती की औकात अब ब्रिटिशर्स की यहां पे रह नहीं गई है राइट दे विल बी लाइक यहां अब इतना तो हमसे ना हो पाएगा कि हम जबरदस्ती आर्मी आर्मी लगा के हर किसी को कंट्रोल करने की कोशिश करें राइट सो नाउ इट इज लाइक कि हां अगर किसी मास मूमेंट को रोकना है अगर किसी को कंट्रोल करना है और आगे को अच्छे रिलेशनशिप भी मेंटेन करने हैं अगर इंडो ब्रिटिश रिलेशनशिप अगर हमें अच्छे चाहिए आगे के लिए फ्यूचर के लिए तो इट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि आज अच्छे रिश्तों पे अच्छे मोड़ पे इस जो है इस जो है इस पूरी चीज को छोड़ के निकल दिया जाए राइट है ना अगर आज हमने बिगाड़ा तो उसके बाद कभी इंडो ब्रिटिश रिलेशनशिप कभी भी बेटर नहीं हो पाएंगे देखो ब्रिटेन कहीं ना कहीं ये भी चाहता है कि जितनी उसकी कॉलोनी थी इवन आजाद होने के बाद भी ब्रिटेन के साथ ही रहे राइट ब्रिटेन को सपोर्ट करते रहे काइंड ऑफ अ कॉमनवेल्थ है ना कि ब्रिटिश की जो कॉमनवेल्थ है एक कॉमनवेल्थ ग्रुप हम बना ले जिससे जिससे जो है यू नो ये सारे देश हमारे साथ अलाइन रहेंगे तो जो भी पावर जो भी यू नो ग्लोबल जिओ पॉलिटिकल पावर उनकी हो सकती है एजमनी हो सकती है वो थोड़ा बहुत क्रिएट हो सके तो कहीं ना कहीं ब्रिटिश ये भी चाहता है कि फ्यूचर इंडो ब्रिटिश रिलेशनशिप भी अच्छा मेंटेन रहना चाहिए जिसकी गारंटी सिर्फ और सिर्फ एक अच्छे ट्रांसफर ऑफ पावर पे डिपेंड करती है राइट सो नाउ तो जो है यहां पे अगर हम व्यूज देखें है ना एज पर स्पेक्ट्रम हम व्यूज देखें तो नाउ वी हैव सम व्यूज कि यहां ब्रिटिश कैबिनेट जो है यहां पे कोशिश करेगी उनके पास ट्रंप कार्ड नेगोशिएशन में एक ही है कि यहां कांग्रेस और मुस्लिम लीग की बन नहीं रही है उसी को इधर-उधर यूज कर सकते हैं दिस इज वन व्यू जो हम देखेंगे अभी आगे के नेगोशिएशन में ये बात हमें नजर भी आएगी दूसरा लॉर्ड वेवल भी इस बात को पूरी तरह से मान रहे हैं हमारे वाइस रॉय वाइस रॉय इस बात को पूरी तरह से मान रहे हैं कि आवर टाइम इन इंडिया इज लिमिटेड एंड आवर पावर टू कंट्रोल इवेंट्स ऑलमोस्ट गॉन हमारे पास कोई ऐसी पावर नहीं है हमारा समय लिमिटेड है वी हैव ओनली प्रेस्टीज एंड प्रीवियस मोमेंटम है ना सिर्फ अपनी पुरानी लिगसी के चक्कर में हम लोग अभी रुके हुए हैं और ये भी जाने वाला है जल्दी अगर हम नहीं निकले तो फिर दिक्कत हो जाएगी राइट है ना तो दिस इज दिस इज एक्सेप्टेंस फ्रॉम द वाइस रॉय हिमसेल्फ राइट है ना कि हां हमें यहां से चले जाना चाहिए जल्दी निकल जाना चाहिए तो खैर तो नाउ कांग्रेस मिशन कैबिनेट मिशन नाउ कैबिनेट मिशन से कांग्रेस की एक सीधी साधी सी डिमांड है राइट है ना कि कैबिनेट मिशन आ रहा है और यहां पे कांग्रेस की एक सीधी साधी सी डिमांड है कि पावर ट्रांसफर करिए किसी एक सेंटर को समझिए इस बात को राइट है ना कि कांग्रेस की डिमांड क्या है कि ऐसा दो-तीन सेंटर दो-तीन देश आपको क्रिएट नहीं करने हैं किसी एक सेंटर को ही पावर देनी है यानी एक इंडिया आपको आजाद करना है प्लस जहां तक बात रही माइनॉरिटी की राइट जैसे कि यहां पे बात हो रही है मुस्लिम लीग की टेक्निकली कि माइनॉरिटी तो एक ऐसा फ्रेमवर्क आप बनाइए जो कि माइनॉरिटी को जो है अलाइन कर सके हमारे साथ मिला सके अब उसके लिए अगर अगर जो है कहीं ऑटोनॉमी देनी पड़े मुस्लिम मेजॉरिटी एरिया को तो ठीक है कुछ सेल्फ डिटरमिनेशन के लिए अपने हकों की कोई बात कहनी पड़े तो वो भी ठीक है या फिर इंडियन यूनियन से अगर वो सीड करना चाहते हैं अलग होना चाहते हैं तो ऐसा भी पॉसिबल तो है बट ओनली आफ्टर द ब्रिटिश लीग जब ब्रिटिश जाएंगे तो उसके बाद की बात है पहले की बात नहीं तो कहीं ना कहीं हम ऐसा सोच रहे हैं कि हां एक बार ब्रिटिशर्स निकल जाए यूनाइटेड इंडिया छोड़ के निकल जाएं और उसके बाद हम इसको देख लेंगे ये जो पार्टीशन वाली प्रॉब्लम है जो डिमांड है सशन की राइट है ना अलग होने की इस डिमांड को भी हम लोग कहीं ना कहीं बाद में हैंडल कर ले जाएंगे इस तरह की शायद सोच है कांग्रेस की तो कांग्रेस यहां कहीं से भी पार्टीशन के फेवर में नहीं दिख रहा है राइट कांग्रेस यहां से अभी पुश करना चाहता है कि नहीं एक सेंटर आपको आजाद करके जाना है सिर्फ एक देश होना चाहिए दूसरी तरफ दूसरी तरफ जो है जो हमारे एटली साहब है प्राइम मिनिस्टर एटली जो है उनका उनका अगर हम व्यू देखें तो यहां वो भी इस पॉइंट ऑफ इस पॉइंट पे 1946 में क्या चाह रहे हैं यूनाइटेड और फ्रेंडली इंडिया अभी हमने बात करी कि यहां जो कॉमनवेल्थ है ब्रिटेन और ब्रिटेन के नीचे जितनी उसकी कॉलोनी थी दिस विल फॉर्म अ कॉमनवेल्थ उससे क्या होगा जिओ पॉलिटिक्स में ये लोग स्ट्रांग रहेंगे मिलके कोई बात रख पाएंगे फायदा होगा राइट है ना दूसरी बात ये कह रहे कि अगर हमने डिवाइड कर दिया इंडिया को तो डिफेंस अच्छा नहीं होगा तो हमारा कॉमनवेल्थ ही वीक हो जाएगा तो कहीं ना कहीं एटली भी यही चाहते हैं कि अगर इंडिया आजाद हो रहा है तो थोड़ा यूनाइटेड इंडिया रहे स्ट्रांग इंडिया रहे हमारे फेवर में रहेगा हमारी हमारी जो है पार्टी में रहेगा हमें सपोर्ट करेगा जिओ पॉलिटिक्स में तो हमारे लिए मदद रहेगी तो कहीं ना कहीं इट इज रिफ्लेक्टेड कि हां दे वांट व्हाट दे वांट यूनाइटेड इंडिया यूनाइटेड इंडिया के फेवर में तो नाउ तो 15 मार्च 1966 कम टली कहते हैं कि दो माइंडफुल ऑफ द राइट्स ऑफ द माइनॉरिटी कि हां माइनॉरिटी के राइट्स इंपॉर्टेंट है माना है लेकिन माइनॉरिटी कहीं भी मेजॉरिटी पे या पूरे नेशनल इंटरेस्ट पे देश के सवाल पे जो है रोक नहीं लगा सकती तो कहीं ना कहीं कहीं ना कहीं यह कह रहे हैं कि जो अभी वेवल प्लान में हुआ था शिमला कॉन्फ्रेंस में हुआ था कि ब बिकॉज ऑफ मुस्लिम लीग बिकॉज ऑफ जिन्ना का डेडलॉक हम लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए थे वो दोबारा नहीं होगा दोबारा कभी अब माइनॉरिटी वीटो नहीं कर सकती पूरे देश के सवाल पे या मेजॉरिटी के सवाल पे ये ये पॉइंट यहां पे रखा कमेंडेटरी ने तो नाउ वी व्हाट वी अंडरस्टैंड फ्रॉम हियर इज कि कैबिनेट मिशन को एक क्लियर कट आईडिया दिया गया है कि हमको क्या चाहिए हमको यूनाइटेड इंडिया चाहिए हमें पार्टीशन नहीं चाहिए राइट तो यहां पे अभी 1946 में पार्टीशन का डिस्कशन एज सच नहीं है हम कहीं ना कहीं मान रहे हैं कि कैबिनेट मिशन जो हमें प्लान देगा उसम पार्टीशन की बात नहीं होगी नाउ फाइनली मार्च में तो मार्च में जो है मार्च 24 1946 फाइनली कैबिनेट मिशन इंडिया पहुंचा राइट है ना एकदम स्वागत हुआ इनका कि भाई आइए बात करते हैं डिस्कशन करते हैं या तो सो तो मार्च 1946 नाउ कैबिनेट मिशन जो है इंडिया आ चुका है राइट है ना इट इज एट इंडिया नाउ और मीटिंग मीटिंग सबसे मिलना जुलना चालू हो गया तो सबसे मिलने जुलने के बाद सबसे मिलने जुलने के बाद जो है जो डिस्कशंस हो रहे हैं सबसे वो हो रहा है कि भाई सरकार बना दें एक तुरंत एक सरकार बना दें इंटरम गवर्नमेंट अभी क्या अभी राइट अभी के अभी एक सरकार बना दी जाए इंटरम गवर्नमेंट बना दी जाए तो एक तो इस पे डिस्कशन हो रहा है दूसरा नया संविधान कैसा बनेगा यू नो आजादी के लिए वो कैसा होगा इस पे डिस्कशन हो रहा है तो दो बातों पे डिस्कशन हो रहा है एक अभी की सरकार और दूसरा संविधान कैसे बनेगा बट सबसे मिलने के बाद उनको रिलाइज हुआ कि ऐसा कोई एग्रीड एग्रीड प्लान तो हम ना दे पाएंगे राइट कांग्रेस और मुस्लिम लीग सबको एक साथ ला पाना इट इज इंपॉसिबल एंड देन इट वास रिलाइज कि हां चलो हम अपना ही प्लान दे देते हैं तो बाय मे 1946 तो मार्च में आए थे और बाय मे 1946 दे हैड देयर ओन प्लान तो इन्होंने अपना प्लान टेबल कर दिया कि भाई देखो यह है हमारा प्लान हम लोग यह करने वाले यही मीनवाइल एक वेवल का एक और प्लान आया है जो हम लोग बाद में डिस्कस करेंगे इसी पॉइंट पे वेवल का प्लान है व्हिच इज़ ब्रेक डाउन प्लान है ना ब्रेक डाउन ब्रेक डाउस कुछ तो है ही समझेंगे इसको क्या कहना चाहते हैं यह बट बिफोर दैट लेट्स अंडरस्टैंड कि कैबिनेट मिशन का प्लान क्या है राइट इन्होंने क्या टेबल किया क्या इन्होंने प्रस्तुत किया फाइनली जो है एज अ कैबिनेट मिशन प्लान देखो पहली बात इन्होंने सीरे से मना कर दिया कि हां कोई भी पाकिस्तान या कोई भी पार्टीशन नहीं होगा फर्स्ट थिंग इज़ कि यहां पार्टीशन नहीं है पहली बात इन्होंने कह दी कि एक साइड में लिख लो कि देयर इज नथिंग लाइक पाकिस्तान सबने पूछा भाई इतनी क्लेरिटी आपको जीवन में क्यों आ गई राइट है ना पाकिस्तान आपने सीधे ही ना कह दिया कि नहीं होगा तो ना तो उन्होंने कहा कि देखो पाकिस्तान अगर बनाया गया तो उसमें प्रॉब्लम यह है कि भाई जो है इट इज नॉट ओनली अबाउट लेट्स अंडरस्टैंड इट इज इट इज आल्सो अबाउट कि हां यहां पर आप जो कह रहे हैं मुस्लिम मेजॉरिटी एरिया जो है वहां पे दूसरी दूसरी कम्युनिटी भी तो है फॉर एग्जांपल यहां पे हिंदू है फॉर एग्जांपल यहां पे सिख है इनका क्या राइट है ना तो आप ऐसे कैसे जो है यू नो अलग कर सकते हैं कि हां बंगाल इधर हो जाएगा पंजाब उधर हो जाएगा दिस दिस इज नॉट मेकिंग सेंस तो कह रहे हैं कि हां नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट साइड 38 पर इन द नॉर्थ वेस्ट एंड 48 पर डाटा इज नॉट इंपॉर्टेंट खाली पॉइंट ध्यान रखो कि हां नॉर्थ ईस्ट उसमें नॉन मुस्लिम पॉपुलेशन है तो आप कैसे आप कैसे कह सकते हैं कि हां ये ये एक सेपरेट जो है एरिया क्रिएट हो जाए या सेपरेट प्रोविंस या सेपरेट जो है कंट्री क्रिएट हो जाए तो पाकिस्तान तो देखो नहीं हो सकता दूसरा अगर कम्युलस डिटरमिनेशन की आप बात करते हैं तो दूसरी कम्युनिटी का भी तो सेल्फ डिटरमिनेशन है अगर लेट्स से एक कम्युनिटी का सेल्फ डिटरमिनेशन मांगता है कि पार्टिजन हो तो दूसरी कम्युनिटी का क्या करना वो को पार्टीशन का हिस्सा बनेगी अगेन डज नॉट मेक सेंस प्लस इससे क्या होगा कि हां अगर हमने पार्टीशन कर दिया तो ऐसा रियल में क्योंकि कम्युनिटीज इतना घुली हुई है आपस में इस तरीके से ये लोग सब रह रहे हैं कि हां जो रीजनल टाइज है वो पूरी तरीके से डिस्टर्ब हो जाएंगे राइट है ना तो हर तरह की प्रॉब्लम आएगी इससे इकोनॉमिक प्रॉब्लम आएगी एडमिनिस्ट्रेटिव प्रॉब्लम आएगी रीजनल टाइ जो प्यार मोहब्बत है हार्मनी है इस पे इफेक्ट पड़ जाएगा और कल को कल को आप कैसे कहेंगे कि हां ये आर्मी पाकिस्तान की है और ये आर्मी इंडिया की है कैसे बांटेंगे आर्म्ड फोर्सेस को तो किसी भी तरीके से और आल्सो आल्सो ये जो दोनों देश अगर हम अलग कर दे तो ये आपस में कम्युनिकेट कैसे करेंगे तो कहीं भी कहीं से भी जो है यू नो सही नहीं लग रहा प्रैक्टिकल नहीं लग रहा फीजिबल नहीं लग रहा और हम यह ऐसा देश जो है यू नो जो डिमांड हो रही है मुस्लिम लीग की कि हमें पाकिस्तान अलग चाहिए ऐसा हम कुछ भी क्रिएट नहीं कर पाएंगे तो इन्होंने पहले ही अपनी इनेबिलिटी बता दी कि हां देखो पाकिस्तान तो नहीं होगा हम खुश हुए हमने कहा बहुत अच्छी बात राइट है ना कि हां कम से कम इन्होंने कहा कि हां पाकिस्तान नहीं होगा राइट हैना कि इट डज नॉट मेक सेंस कि अगर आप देखिए तो बंगाल में बंगाल में मुस्लिम परसेंटेज जो है वो 54 पर है यानी इसके अलावा बाकी लोग भी हैं प्लस सिमिलरली पंजाब में देखिए पंजाब में इट इज ओनली 57 पर तो इट इज नॉट एट ऑल मेकिंग सेंस राइट है ना दिस इज ओनली फॉर रेफरेंस बट यस तो नाउ दे विल गिव देयर ओन प्लान कि हां हमारा एक अपना प्लान है हम क्या करेंगे पूरे इंडिया के जो प्रोविंसेस है उनको तीन पार्ट में बांटेंगे राइट लेट मी शो यू हाउ ी को आगे लेके चलते हैं तो नाउ कि एक ग्रुप होगा व्हिच विल बी वहि विल बी योर ए ग्रुप ए ग्रुप में क्या होगा ए ग्रुप ए ग्रुप में जो बीच वाले प्रोविंसेस है राइट टेक्निकली हिंदू मेजॉरिटी प्रोविंसेस वो सारे किस ग्रुप में आ जाएंगे ए ग्रुप में आ जाएंगे जिसमें है मद्रास बॉम्बे सेंट्रल प्रोविंस यूनाइटेड प्रोविंस एटस एटस यानी कि यहां पर जो प्रोविंस है बीच में वो सारे ए प्रिंसली स्टेट इंक्लूड नहीं कर रहे राइट सिर्फ और सिर्फ प्रोविंसेस राइट सिमिलरली सिमिलरली जो आपके जो है इस साइड नॉर्थ वेस्ट साइड में जो प्रोविंसेस हैं फॉर एग्जांपल पंजाब हो गया नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस हो गया और सिंध हो गया तो दीज आर मुस्लिम मेजॉरिटी प्रोविंसेस तो दे विल बी कॉल्ड एज दिस इज बी एंड सिमिलरली एक ग्रुप और बनाएंगे यहां पे व्हिच इज सी सी का मतलब हो गया बंगाल एंड असम तो मुस्लिम मेजॉरिटी एक मुस्लिम मेजॉरिटी सी एक मुस्लिम मेजॉरिटी बी और बाकी जो है दिस इज दिस इज टेक्निकली योर दिस इज टेक्निकली योर ए ग्रुप जिसमें ब्लू वाला पार्ट इंक्लूडेड नहीं है ब्लू वाले पार्ट क्या है प्रिंसली स्टेट सिर्फ और सिर्फ प्रोविंसेस की बात हो रही है जहां पर जहां पर अंग्रेजों का डायरेक्ट रूल तो कह रहे ऐसे तीन तरी तीन तरीके के क्या बना दे हम तीन ऐसी ग्रुपिंग बना दे ग्रुप राइट है ना हा यहां पर यहां पर हमने कहा जैसे फॉर एग्जांपल य इसमें बंगाल और असम बंगाल एंड असम सिमिलरली यहां पर य पर हम कह रहे हैं कि पंजाब है और एन डब्ल्यूएफपी है सिंध है एटस एट तो इस तरीके से ग्रुपिंग कर देंगे दिस इ द फर्स्ट पार्ट देन उसके बाद क्या करेंगे उसके बाद हम थ्री टियर एग्जीक्यूटिव और लेजिस्लेटर का जुगाड़ करेंगे थ्री टियर मतलब मतलब मतलब यह हुआ कि एक जो लेजिसलेच्योर जो आपका प्रोविंस लेवल पर एक आपका एग्जीक्यूटिव होगा और लेजिस्लेटर होगा फिर जो सारे प्रोविंस मिलकर ग्रुप बनाएंगे इस लेवल पर आपका एक एग्जीक्यूटिव होगा एक लेजिस्लेटर होगा और फिर जो तीनों ग्रुप मिलकर ए प्स बी प्स सी यह जो यूनियन क्रिएट होगा इस लेवल पर भी एक एग्जीक्यूटिव और लेजिस्लेटर होगा यानी यानी कहने का मतलब ऐसा मान लो कि हां एक प्रोविंस का अपना चीफ मिनिस्टर राइट और पार्लियामेंट राइट और गवर्नर और कैबिनेट ऐसा कुछ होगा सिमिलरली ग्रुप लेवल पे है ना तो पंजाब का होगा एन डब्ल्यूएफपी का होगा सिंध का होगा इस तरह से ग्रुप लेवल पे भी ये लोग सेलेक्ट करेंगे ग्रुप लेवल पे भी कोई हेड होगा एग्जीक्यूटिव हेड होगा है ना एक ग्रुप का हेड होगा एक एग्जीक्यूशन के लिए होगा मे बी मिनिस्ट्री होगी और मे बी यहां पर भी कोई पार्लियामेंट हो पॉसिबल और सिमिलरली यूनियन लेवल प भी कि कोई प्रेसिडेंट होगा कोई प्राइम मिनिस्टर होगा उसकी कैबिनेट होगी और प्रेसिडेंट की पार्लियामेंट होगी तो एग्जीक्यूटिव और लेजिस्लेटर तीन लेवल पर तीनों लेवल पर एजिस्ट करेंगे ऐसा इन्होंने सोचा राइट एक बात देन देन आगे बढ़ते हैं देन ये बात कह रहे हैं अगली बात समझते हैं कह रहे कन सटट असेंबली बनाएंगे हम इसी में से है ये र ओवरल सेटिंग हो गई फिर हम क्या करेंगे कंटेंट असेंबली बनाएंगे कंसीट असेंबली कां सटट असेंबली में जो है सारे लोग होंगे तो कांट असेंबली टोटल 389 मेंबर्स की कंसीट असेंबली होगी 389 जिसमें प्रोविंसेस से आएंगे टोटल 292 फिर जो चीफ कमिश्नर प्रोविंसेस है वहां से आएंगे चार यानी टोटल 296 मान लो और 93 जो है वो प्रिंसली स्टेट से आएंगे तो यानी कि कहने का मतलब कि इन्हीं में से यही जो सारे प्रोविंसेस है इन्हीं प्रोविंसेस में से हम लेकर आएंगे 292 प् 4 प्लस 93 जो है वह कहां से आएंगे 93 प्रिंसली स्टेट क्योंकि प्रिंस स्टेट रह गना वो य पर नहीं है नाउ दिस इ टोटल 389 मेंबर्स 389 मेंबर्स इससे बनेगी सॉरी इससे कं सटट असेंबली बनेगी राइट यह वाले जो होंगे यह असेंबली भेजी और यह जो होंगे यह प्रिंसेस नॉमिनेट करेंगे अच्छा आईडिया नहीं बिल्कुल भी अच्छा आईडिया नहीं प्रिंसेस क्यों नॉमिनेट करेंगे राइट लोगों को भेजना चाहिए डज नॉट साउंड लाइक अ गुड आईडिया जैसे की प्रिंस स्टेट जैसे हैदराबाद ट्रैवन कोर बड़ ये सारे लोग अपने नॉमिनेट करेंगे और हमारे बाकी सारे प्रोविंसेस से ए बी सी से ये 200 जो है 296 लोग और आ जाएंगे तो टोटल 389 मेंबर्स की कंसीट असेंबली बनेगी अब ये जो कंसीट एंट असेंबली बनेगी इसमें हर कोई अब जैसे मान लो इस प्रोविंस में से जो लोग सेलेक्ट हुए हैं है ना तो ये लोग ये लोग डिस्कस करेंगे सारे कि प्रोविंस लेवल पे संविधान कैसा होगा या रूल्स पावर कैसे होंगे रूल्स एंड रेगुलेशंस यहां पे या कांस्टीट्यूएंट प्रोविजंस जो है वो यहां पर डिस्कस कर लो फिर सारे ग्रुप के लोग मिलकर फॉर एग्जांपल इसे पीछे देखते हैं या तो एक क्या होगा कि पंजाब पंजाब के रूल्स एंड रेगुलेशन बनेंगे फिर यह सारे लोग मिलकर बैठेंगे और बी लेवल प सारे प्रोविजंस बनाएंगे राइट और सिमिलरली फिर सारे लोग मिलकर बैठेंगे और यूनियन लेवल पर प्रोविजंस बनाएंगे प्रोविजन कह लो संविधान कह लो राइट है ना कि यूनियन का संविधान अलग बी के जो है पूरे पूरे ग्रुप के जो है रूल्स एंड रेगुलेशन अलग और पंजाब के रूल्स एंड रेगुलेशन अलग सॉरी अलग-अलग बैठ के हर ग्रुप अलग-अलग बैठ के इस तरह के तो प्रोविंसेस के लिए ग्रुप के लिए और फिर जो है साथ में बैठ के यूनियन के लिए इस तरह के सारे रूल्स एंड रेगुलेशन या संविधान के जो भी प्रोविजन क्लॉज बनाने हैं वह सारे यहां पर बना देंगे राइट अभी जो कॉमन सेंटर हमने क्रिएट किया है दिस कॉमन सेंटर विल टेक केयर ऑफ इंपोर्टेंट थि थिंग्स फॉर एग्जांपल डिफेंस देन कम्युनिकेशन एंड एक्सटर्नल अफेयर्स तो इंपॉर्टेंट चीजें जो है वो सेंटर हम एक साथ देख रहे हैं राइट सेंटर प हम उसे एक साथ देख रहेेंगे अदर देन दिस अदर देन दिस जो है अगर कोई कम्यून क्वेश्चन है तो कम्यून क्वेश्चन का जवाब जो है आपका सेंट्रल लेजिसलेच्योर द्वारा सॉल्व किया जाता अगर कोई सवाल है कि किस कम्युनिटी का क्या होना चाहिए समथिंग तो कम्युलस पार्लियामेंट में सिंपल मेजॉरिटी द्वारा सॉल्व करा जाएगा कहने का मतलब कि अगर कोई अगर कोई लेट्स से कोई आगे जाकर भी कोई ऐसा सवाल उठता है कि क्या होना चाहिए तो पार्लियामेंट आपस में मिलके रूल रेगुलेशन बना सकती कोई दिक्कत की बात इसमें नहीं है प्लस प्रोविंशियल प्रोविंसेस जो है फॉर एग्जांपल पंजाब पंजाब इ सपोज टू हैव प्रोविंशियल ऑटो नमी तो पंजाब अपने प्रोविंस में अपने हिसाब से रूल कर सकता है ऑटोनॉमी भी है प्लस रेडल पावर भी उसी के पास है की कोई बात रह गई है तो रेडल पावर भी उसी के पास है तो प्रोविंसेस टेक्निकली पावरफुल है क्या उनके पास ऑटोनॉमी भी है और और रेडल पावर्स भी है राइट ना अब एक बात रह रही है प्रिंसली स्टेट की जिसको हमने संविधान में मिलाया था फर एपल जैसे की हैदराबाद प्रिंसली स्टेट की अगर हम बात करें प्रिंसली स्टेट प्रिंसली स्टेट्स प्रिंसली स्टेटस यहां पर जो है फ्री है कि अगर वह जो है या तो उनकी जो पैरामाउंटसी है प्रिंसली स्टेट के ऊपर अंग्रेजों का जो हक है इनके ऊपर पैरामाउंट सी वो टेक्निकली खत्म हो गई राट पैरामाउंट सी इज ओवर नाउ दे आर फ्री टू एंटर इनटू एन एग्रीमेंट विद द सक्सेसर गवर्नमेंट और द ब्रिटिश गवर्नमेंट तो ये इन इन इन जो है गवर्नमेंट के साथ न्यू गवर्नमेंट के साथ कोई एग्रीमेंट कर सकते हैं तो प्रिंस स्टेट अगेन ये प्रॉब्लम सॉर्टेड से तो नहीं लग रही लेकिन हां प्रिंस स्टेट कम से कम यू नो ए बीसी या यूनियन गवर्नमेंट के साथ कोई इंटरेक्शन कर सकता है स्पेशली यूनियन गवर्नमेंट के साथ कोई डीलिंग कर सकता है कि हम किस तरह ऑपरेट करेंगे आप क्या करोगे हमारे साथ समथिंग है ना ये डिस्कशन आप लोग आपस में कर लीजिएगा तो प्रिंसली स्टेट भी एक लूज एंड सा लग रहा है यस प्रिंसली स्टेट भी एक लूज एंड साल प्लस एक और बात इसमें कही गई आफ्टर जनरल इलेक्शन राइट आफ्टर जनरल इलेक्शन अगर अगर एन डब्ल्यूएफपी या कोई भी प्रोविंस अगर ग्रुप से बाहर निकलना चाहता है तो एक बार इलेक्शन हो जाए एन डब्ल्यूएफपी राइट आफ्टर जनरल इलेक्शन इट कैन लीव दिस ग्रुपिंग राइट ग्रुप ही लीव कर सकता है प्लस प्लस अगर अगर जो है 10 साल हो जाए आफ्टर 10 इयर्स वो यूनियन के साथ भी बाहर निकल सकता है यूनियन के साथ अपना रिलेशन डिस्कस कर सकता है यह प्रॉब्लमैटिक स्टेटमेंट है राइट है ना कि हां जो एलएसपी है वो ग्रुप से बाहर निकल सकता है और 10 साल बाद अ वो यूनियन से अपना रिलेशन भी डिस्कस कर सकता है राइट है ना कि हां क्या करना है मैं संविधान में मुझे सही चीज़ें दी गई है नहीं सही चीज़ें दी गई हैं समथिंग कुछ उसे ज़्यादा पावर चाहिए छोड़ना है कुछ भी ऐसा है अगेन अल देर देयर आर अ लॉट ऑफ़ क्वेश्चंस व्हिच व्हिच कैबिनेट मिशन हैज नॉट आंसर्ड राइट है ना कैबिनेट मिशन भी डला आता रहा कि नहीं हां ऐसे भी हो सकता है वैसे भी हो सकता है राइट है ना तो बहुत सारे सवालों में कैबिनेट मिशन ने बहुत ज्यादा क्लरिती दी नहीं तो जिसमें यह लूज़ एंड है प्रिंसली स्टेट का क्या होगा राइट है ना यूनियन के साथ डील करना है क्या डील करना है भाई किधर रहना है जाना है आज इंडिया में रहना नहीं रहना समथिंग तो इस तरह से बहुत क्लेरिटी नहीं है सिमिलरली ग्रुपिंग के ऊपर भी बहुत डाउट है राइट है ना ग्रुपिंग के ऊपर भी बहुत डाउट है बाद में क्लेरिटी दी वाला स्टेट ये क्लेरिटी बाद में आई कि यहां जो है जनरल इलेक्शन के बाद आप ग्रुप छोड़ सकते हो और 10 साल बाद जो है यूनियन के साथ अपना रिलेशन भी डिस्कस कर सकते हो दीज आर लूज एंड दीज आर प्रॉब्लमैटिक स्टेटमेंट्स तो यू सी अभी भी ये पूरी तरह सॉल्व हो नहीं रहा है राइट बट फिर भी फिर भी नेगोशिएशन ऑन है डिस्कशन ऑन है तो ये सारे प्रोविजंस ये सारे पॉइंट्स इन्होंने यहां पे पेश किए नाउ तो हमने ये सारा डिस्कशन किया राइट प्लस एक डिस्कशन हुआ कि भाई इंटरम गवर्नमेंट मीन वाइल जो है हमको बनानी है राइट है ना तो मीन वाइल इंटरम गवर्नमेंट वास टू बी फॉर्म फ्रॉम दी कांस्टीट्यूएंट असेंबली इसी कांस्टीट्यूएंट असेंबली में से क्या बन जाएगी एक इंटरम गवर्नमेंट बन जाएगी ऐसा करके यहां पे डिस्कशन हुआ नाउ हर किसी का अपना पॉइंट ऑफ व्यू है जैसे कि जैसे कि कांग्रेस का इंटरप्रिटेशन समझते हैं मैंने कहा ना कि यहां बहुत क्लेरिटी नहीं है तो इंटरप्रिटेशन की बात होती है इंटरप्रिटेशन क्यों क्योंकि क्लेरिटी नहीं है तो हर कोई अपने हिसाब से इंटरप्रेट कर रहा है कि शायद ये कहना चाहते हैं शायद वो कहना चाहते हैं राइट तो कांग्रेस का इंटरप्रिटेशन आप देखिए तो कह रहे हैं कि हां देखो एक तो एक तो बात हमें अच्छी लगी कि पाकिस्तान सिरे से मना कर दिया जो कि बात ठीक भी है राइट है ना कि हां जो है यह पाकिस्तान मना हो गया और सिरे से मना हो गया क्योंकि ग्रुपिंग जो है वो ऑप्शनल है ऐसा कांग्रेस को लगा कि ग्रुपिंग ऑप्शनल है जो कि ऑप्शनल नहीं है राइट है ना ये एक बात छोटी सी क्लेरिफाई करी उन्होंने कि ग्रुपिंग ऑप्शनल नहीं है कंपलसरी है ग्रुप में तो रहना पड़ेगा राइट ग्रुप ए बी सी जो बने हैं में जिसको जहां डाला गया है वो वहीं रहेगा राइट है ना उसके बाद जनरल इलेक्शन के बाद एटस एटस जो होगा बाद का होगा बट अभी कंपलसरी है यस अभी कंपलसरी दूसरा कांस्टीट्यूएंट असेंबली जो है एक कांस्टीट्यूएंट असेंबली होगी ऐसा इन्होंने सोचा है ना ये भी ठीक था प्लस लीग का कोई वोटो नहीं वीटो नहीं है लीग डोमिनेट नहीं कर रहे यह भी बात कांग्रेस को अच्छी लगी तो कांग्रेस थोड़ा पॉजिटिव साइड पे है उसे लग रहा है कि नहीं ठीक ही हो रहा है ठीक ही प्लान है है ना मे 1946 में प्लान आया है ठीक लग रहा है पाकिस्तान भी नहीं है लीग का का वीटो भी नहीं है एक कंसीट असेंबली बन रही है क्या बात है सही है है ना कोई दिक्कत नहीं सॉरी दूसरी तरफ मुस्लिम लीग को क्या लग रहा है देखो दोनों दोनों को अपनी अपनी जगह जो है कुछ कुछ दिखाई दे रहा है मुस्लिम लीग को क्या दिख रहा है मुस्लिम लीग को दिख रहा है कि भाई यह जो ग्रुपिंग है ना राइट है ना ये जो ग्रुपिंग है कंपलसरी ग्रुपिंग है तो इस कंपलसरी ग्रुपिंग में कहीं ना कहीं पाकिस्तान निहित है अब ये ये पॉइंट ये भी दिखाता है कि जिन्ना को शायद पाकिस्तान आजाद चाहिए नहीं था राइट है ना कि यहां पे ही इज ओके विद दिस कि यहां जो है पाकिस्तान जो कंपलसरी ग्रुपिंग में हो गया तो हम लोगों को प्रोविंशियल ऑटोनॉमी वगैरह मिल जाएगी बात बन जाएगी तो ठीक है चलो ये भी चलेगा गुड थम्स अप राइट तो यहां पे यहां पे ज मुस्लिम लीग काफी हद तक अलाइन दिख रही है कुछ ऑब्जेक्शन जो कांग्रेस के हैं और मुस्लिम लीग के हैं जरा वो समझते हैं एक ऑब्जेक्शन कि हां कांग्रेस क्या देख रही है कांग्रेस देख रही है कि ये जो दो राज्य हैं एक एन डब्ल्यूएफपी और दूसरा असम यह दोनों ही राज्य जो है वह कांग्रेस के स्ट्रांग होल्ड है कांग्रेस जीती है वहां पे तो वो चाहती है कांग्रेस क्या चाहती है कि यह इलेक्शन का वेट क्यों करना है यह फॉर्मेलिटी क्यों भाई अगर जनरल इलेक्शन का वेट करने के बाद हमें ग्रुप छोड़ना ही है तो अभी छोड़ने दे दो ना राइट है ना कि क्यों ही हम जो है वेट करेंगे इलेक्शन होगा उसके बाद हम ग्रुप छोड़ेंगे अभी अभी छोड़ने दे दो अभी छोड़ देगा तो हां क्या होगा जो भी कांस्टिट्यूशन बनना सही बन जाएगा फिर वो छोड़ने के बाद फिर डिस्कस करोगे क्या प्रॉब्लम है क्या नहीं है क्या होना चाहिए फिर जो है टू एंड फ्रो होगा तो इट इज बेटर कि अभी ग्रुप मत जॉइन करने दो उनको राइट है ना ये ग्रुपिंग से अभी बाहर कर दो एक एक कांग्रेस का ऑब्जेक्शन या कांग्रेस की डिमांड ये है दूसरा ये कह रहे हैं कि कंपलसरी ग्रुपिंग कंटक्ट द ऑफ्ट रिपीटेड इंसिस्टेंस ऑन प्रोविंशियल ऑटोनॉमी कि आप कंपलसरी ग्रुपिंग क्यों कह रहे हो अभी जाने दो भाई है ना कंपल्सरी ग्रुपिंग मत कहो अगर प्रोविंशियल ऑटोनॉमी है अगर आप कह रहे हो कि प्रोविंस की ऑटोनॉमी तो जवाइन करने दो जहां जवाइन करना है जॉइन करने दो राइट है ना ऐसा कंपलसरी क्योंकि ए ही जवाइन करना है बी ही करना है सी ही करना है ये नहीं होना चाहिए तो अगर प्रोविंशियल ऑटोनॉमी है तो दे शुड बी अलाउड कि हां अगर एन डब्ल्यूएफपी निकलना चाहे इसको ए को जवाइन करना चाहे तो हां वो कर सकता है ऐसा ऐसा जो है नेहरू को नेहरू जवाहरलाल नेहरू एंड एवरी बडी थॉट कांग्रेस थॉट कि यहां ऐसा होना चाहिए प्लस एक और जो बड़ी प्रॉब्लम है कि ये बताओ प्रिंसली स्टेट जो है प्रिंसली स्टेट इनका कं असेंबली में नॉमिनेटेड मेंबर क्यों आ रहा है यहां के जो लोग हैं प्रिंसली स्टेट के जो पीपल हैं उनका राइट डिटरमिनेशन राइट किधर है है ना राइट टू सेल्फ डिटरमिनेशन उनका किधर है तो ये तीसरा एक अच्छा ऑब्जेक्शन है कांग्रेस का राइट तो कांग्रेस के फिर से समझो तीन ऑब्जेक्शन एक एक वो कह रहे हैं कि हां जो है ये जनरल इलेक्शन का क्यों ही वेट करना है अभी अलग होने दो दूसरा कंपलसरी ग्रुपिंग मत रखो इट शुड नॉट बी कंपलसरी अगर कोई निकलना चाहे तो निकलने दो क्योंकि प्रोविंशियल ऑटोनॉमी है और तीसरा तीसरा जो है तीसरा जो है कि हां इलेक्टेड मेंबर्स आने चाहिए आपके प्रिंसली स्टेट से तीनों ही वाजिब जो है इनके सवाल है यहां पे राइट कांग्रेस ने अपना पॉइंट रखा सिमिलरली सिमिलरली लीग लीग का क्या मानना है लीग का मानना है कि कंपलसरी ही होनी चाहिए जो कि कंपलसरी ही है तो ये क्या सोच रहे हैं कि बी और सी अगर कंपलसरी ग्रुपिंग बन जाए और हम बी और सी को बाद में स्ट्रांग कर लेंगे और बाद में भी अलग हुआ जा सकता है राइट तो अगर पाकिस्तान चाहिए तो मे भी नहीं दिस कैन बी द फर्स्ट स्टेप कि हमको बी और सी हमको कुछ अलग से मिल जाए अगर अगर लेट्स से ऑटोनॉमी से ही हम खुश है तो कोई बात नहीं अच्छी बात है कि ऑटोनॉमी मिल गई राइट है ना बी और सी में हम लोग मुस्लिम मेजॉरिटी प्रोविंस में रहेंगे अच्छी बात है वो भी ठीक है और अगर इसी को स्ट्रांग करके कल को आजाद होना है तो कल को आजाद भी हो सकते हैं तो जो है कल को दूसरा देश भी क्रिएट कर सकते हैं तो ये भी पॉसिबिलिटी है तो कहीं ना कहीं लीग ऑलवेज वांटेड की कंपलसरी ग्रुपिंग होनी चाहिए नाउ नाउ तो अब लीग को क्या लग रहा है कि कांग्रेस की दो चार ऑब्जेक्शन है है ना तो कहीं ना कहीं कांग्रेस रिजेक्ट कर देगा इस पूरे प्लान को अगर कांग्रेस ने रिजेक्ट कर दिया प्लान को मतलब मतलब हमें सरकार बनाने का मौका मिलेगा ऐसा लीग को यहां पर उम्मीद है ना ऐसे में ऐसे में जो है बाय बाय जुलाई या बाय जून तु हां तो म में प्लान आ गया है तो अगले ही महीने जून की जून की 6 तारीख को मुस्लिम लीग ने कह दिया कबूल है छह को मुस्लिम लीग ने कह दिया कि हां वी एक्सेप्ट और फिर 24 तारीख तक कांग्रेस ने भी कह दिया कि हां वी एक्सेप्ट तो देयर इज इनिशियल एक्सेप्टेंस ऑफ दी प्लान राइट कि देयर इज इनिशियल एक्सेप्ट नाउ देर इज सम कैविट लेकिन जो है क्यों ही इतना टीग्रिडी में जाना है राइट सो नाउ तो अब हम देखें तो हां 6 तारीख 24 तारीख तो फिलहाल जून में दोनों का एक्सेप्टेंस आ चुका है सरी दोनों का एक्सेप्टेंस आ चुका है एंड नाउ आफ्टर दिस आफ्टर दिस या तो जुलाई 1946 जैसे ही एक्सेप्टेंस वगर आया तो जुलाई में हुआ कि अब जो है कांट असेंबली बनाई जाए तो इलेक्शन होने लग गए कांट असेंबली का राइट है ना कि प्रोविंशियल असेंबली से क्या हुआ कंट असली बनने लगी तो जुलाई 1946 वी हैव वी हैव कंसीट असेंबली यहां भी बनाई जाए कंटेंट असेंबली बनाई है या तो जुलाई में संविधान ये कंसीट असेंबली बन गई नाउ नाउ आफ्टर दिस आफ्टर दिस कंटेंट असेंबली थिंग 10 जुलाई को नेहरू जी जी का एक स्टेटमेंट आया नेहरू जी ने कहा एक मिनट रुको रुको रुको डाउट है भै हमारा राइट ये कह रहे हैं कि देखो हम जो एग्री कर रहे हैं इस प्लान पे हम एक ही चीज पे एग्री कर रहे हैं कि कांस्टीट्यूएंट असेंबली हमको लग रहा है कि पूरी तरह से आजाद है अपना डिसीजन ले सकती है तो हम लोग कांस्टीट्यूएंट असेंबली जवाइन करने के लिए एग्री कर रहे हैं राइट है ना कि कांस्टीट्यूएंट असेंबली सोवन है तो हां हम उसको जवाइन कर लेंगे है ना कि लेकिन लेकिन बाकी चीजों पे स्पेशली ग्रुपिंग वगैरह पे अभी हमें डाउट है राइट है ना ये कह रहे हैं कि जहां तक हम मान रहे हैं कोई ग्रुपिंग जैसा कुछ होगा नहीं क्योंकि नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस और असम दोनों ही हमारे साथ हैं और वो बी और सी जॉइन नहीं करेंगे तो ग्रुप जैसा कुछ क्रिएट ही नहीं होगा या ग्रुप क्रिएट होना ही नहीं चाहिए तो नेहरू जी ने ऐसा स्टेटमेंट दे दिया 10 जुलाई को नाउ दिस स्टेटमेंट ट्रिगर्ड मुस्लिम लीग मुस्लिम लीग को क्या लगा मुस्लिम लीग ने कहा कि जुलाई 29 1946 लीग ने भी कहा कि हम फिर विड्रॉ ही कर लेते हैं अगर आप इस बात को पूरी तरह से मान ही नहीं रहे अगर आप कैबिनेट मिशन के साथ पूरी तरह से हैं ही नहीं नहीं तो जुलाई 29 1946 इन लीग ने विड्रॉ कर दिया और बोला कि अब हम डायरेक्ट एक्शन करेंगे आफ्टर दिस जुलाई में ही हमने देखा कि मीनवाइल नेहरू स्टेटमेंट और बाय 29th डेट अगेन इज नॉट इंपॉर्टेंट लीग ने मुस्लिम लीग ने विड्रॉ कर दिया और अब मुस्लिम लीग ने कहा कि अब हमारे पास और कोई चारा नहीं है नाउ वी विल गो फॉर डायरेक्ट एक्शन डायरेक्ट एक्शन मतलब मतलब हम लोगों के हाथ में पावर दे देंगे अब लोग राइट्स करें कम्यून राइट्स करें तोड़ फाड़ करें खून खराबा करें जो करना है लोगों को करें तो नाउ दे हैव गन फॉर डायरेक्ट एक्शन नाउ अगेन अगेन टिल नाउ राइट सो नाउ वी आर हेयर मुस्लिम लीग तो मुस्लिम लीग ने मोहम्मद अली जिन्ना ने नारा दे दिया कि हां अब हम यहां से डायरेक्ट एक्शन के लिए ओपन है जुलाई 29 1946 दिस जो है थिंग कि अगस्त 16 डेट डिसाइड हुई अगस्त 16 से हम क्या करेंगे डायरेक्ट एक्शन करेंगे नाउ दिस इज अगत 16 अगत 16 इज द स्टार्ट ऑफ डायरेक्ट एक्शन डायरेक्ट एक्शन देखो अगेन जो है मोहम्मद अली जिन्ना अब तक माने जाते थे कि वो हमेशा कांस्टीट्यूशनल मेथड पर विश्वास रखते हैं राइट है ना उन्हें ग्रेट ऑर्गेनाइजर कहा जाता है कायदे आजम कहा जाता है कि वो कभी जो है नॉन क ल मेथड एजीटेशन मिलिटेंसी गांधियन मेथड इन सब चीजों के साथ बहुत ज्यादा कभी थे नहीं तो ही वाज ऑलवेज लाइक कि हां पॉलिटिक्स करना है पॉलिटिक्स करके लोगों को आउट मनवर करना है और जीतना है तो अब तक इट वाज ऑल अबाउट टैक्टिक्स इट वाज ऑल अबाउट नेगोशिएशन बट पहली बार पहली बार जिन्ना जो है जिन्ना ने कहा कि अब हम क्या करने वाले हैं अब हम राइट्स करने वाले हैं डायरेक्ट एक्शन राइट डायरेक्ट एक्शन ऑफकोर्स ऐसा कह नहीं रहे कि हम राइट्स करने वाले वो कह रहे अब हम डायरेक्ट एक्शन करेंगे सीधे जो है एक्शन करेंगे एंड दिस हैड लेड टू दिस हैड लेड टू टू योर कम्युलस व्हिच इज डायरेक्ट एक्शन बात करते हैं डायरेक्ट एक्शन की बट इसके पहले एक वेवल ब्रेकडाउन प्लान की छोटी सी और बात कर लेते हैं कि मीनवाइल है ना जब ये सब साथ में हुआ उसके पहले वेवल ने एक ब्रेकडाउन प्लान दिया है ना बड़ा मजे मजेदार प्लान है वेवल का तो वेवल का ब्रेकडाउन प्लान तो वेवल का ब्रेकडाउन प्लान आप देखोगे तो इट इज अबाउट है ना तो ये भी मे 1946 में वही में उधर कैबिनेट मिशन प्लान टेबल हो रहा है इधर इनका भी एक आईडिया आया तो उन्होंने ऐसे ही एक आईडिया रखा कि मेरे पास बहुत अच्छा आईडिया बहुत बढ़िया है लोग उनका मत सुनाओ क सुन लो है ना बहुत इंपोर्टेंट है सुन लो बहुत अच्छा बहुत अच्छा सा आईडिया है तो उन्होंने कहा कि ये हम किसको रोके किसको समझाए इससे अच्छा इससे अच्छा एक आईडिया है कि हम ऐसा कर ले कि अगर हम विथड्रावल ऑफ द ब्रिटिश आर्मी एंड ऑफिशल्स टू टू द मुस्लिम प्रोविंसेस ऑफ नॉर्थ वेस्ट एंड नॉर्थ ईस्ट क्या मतलब हुआ इसका यह कह रहे हैं कि अगर हम अगर हम जो है अगर हम लोग इस एरिया में ब्रिटिशर्स चले जाए और बाकी का जो इंडिया है इंडिया यह कांग्रेस के सुपुर्द कर दे राइट कांग्रेस के सुपुर्द कर दे कांग्रेस अपना निपटे क्या करना है राइट कौन सा रूल लाना है प्रिंस स्टेट का क्या करना है कॉन सटट असेंबली कैसे बनेगी उनको करने दो राइट है ना हमको हमको हमको कहां जाने दो कि हां ये थोड़ा डिसाइडेड है कि दीज आर मुस्लिम मुस्लिम मेजॉरिटी प्रोविंसेस एट दैट पॉइंट ऑफ टाइम तो इट इट मेक्स सेंस कि हां ब्रिटिशर्स हम सारे लोग कूल टाइप यहां चले जाएं है ना कि यहां पे कोई ऐसा ओस है नहीं तो फिर जो है हम लोग बच जाएंगे और उसके बाद हम लोग धीरे-धीरे उनको पावर ट्रांसफर करके निकल जाएंगे ऐसा ऐसा वाहियात सा इन्होंने प्लान दिया राइट दिस इज दिस इज कॉल्ड एज ब्रेकडाउन नाम ही क्या है ब्रेकडाउन कि हां अब हमसे कुछ नहीं हो रहा है ना ब्रेक डाउन हो चुका है हमसे कुछ समझ नहीं रहा है ऐसा होता ब्रेक डाउन होने पे गाड़ी ब्रेक डाउन हो गई है अब कुछ नहीं हो रहा छोड़ के भागो तो ये छोड़ के भागने वाली बात कर रहे राइट तो नाउ तो ऑफकोर्स कैबिनेट मिशन प्लान ही जो है सुपर सड करेगा वे प्लान तो कोई सुनेगा भी नहीं लेकिन द पॉइंट इ कि कहीं ना कहीं ये दिखाता है कि अंग्रेज भी यह बात समझ चुके कि अगर अब कोई रिबेलियस ने अब कोई अगर रिबेल कर दिया तो वह हैंडल नहीं कर पाएंगे प्लस ये कहीं ना कहीं कहीं ना कहीं जो है चाहते हैं कि कुछ पार्ट हमारे पास अभी भी रह जाए जैसे आयरलैंड में नॉर्दर्न आयरलैंड अंग्रेजों के पास रह गया कुछ वैसा ही अभी भी चाहते हैं कि हमारे पास अभी भी रह जाए सॉरी दिस इज वेवल ब्रेकडाउन प्लान नाउ अभी बात करते हैं कि जो डायरेक्ट एक्शन की बात रखी गई है ना तो दिस इज कॉल्ड एज कम्युलस राइट है ना कम्युलस होलोकास्ट जैसे बहुत सारे लोगों को मारा गया तो कम्युलस है तो नाउ तो जैसा कि जैसा कि जिन्ना ने कहा था कि 16 अगस्त 1946 वी आर गोइंग फॉर द ब्रेकडाउन प्लान अब हुआ क्या कि मुस्लिम लीग की गवर्नमेंट है आपकी कोलक में राइट है ना जो है कोलक में या बंगाल में मुस्लिम लीग की सोहरा बादी करके मिनिस्टर थे राइट उनकी उनकी सरकार थी और उन्होंने कहा कि हां जोय हम हम हाथ खड़े कर दे रहे हैं हम लॉ एंड ऑर्डर कुछ नहीं करेंगे जिसको जो करना है करो तो बी फाइन कि नाउ पीपल विल बी ऑन रोड्स एंड देयर विल बी अ ह्यूज ह्यूज कम्युलस पेश जहां पे जो है यू नो उस समय एक कम्युनिटी डोमिनेट कर रही है तो वी विल फाइंड वी विल फाइंड कि हां देर इज देयर इज अ लॉट ऑफ कम्युलस स्पेशली कलका बम्बे नोवा खाली है बंग में राइट बिहार में गढ़मुक्तेश्वर यूपी राइट सो नाउ नाउ देर विल बी कम्युनल वायलेंस एंड इनिशियली इनिशियली इट विल बी स्टार्टेड बाय जो है क्योंकि मुस्लिम लीग ने कहा है तो इनिशियली मुस्लिम लीग जो मुस्लिम स्टार्ट करेंगे राइट स्पेशली नखली एंड ऑल बट लेटर ऑन लेटर ऑन बिहार में इट विल बी फ्रॉम द द अदर कम्युनिटी फ्रॉम द हिंदू कम्युनिटी तो दिस विल लीड टू लीड टू अ लॉट ऑफ कम्यून वायलेंस एंड डेथ गढ़मुक्तेश्वर में ही कुछ जो है 5000 लोगों की डेथ हो गई तो अब अब जो है कहानी पलट चुकी है अब अब जो है अब यह पूरी तरह से हाथ से निकल रही है वैसी सिचुएशन आ चुकी है सरकार भी पैनिक कर रही है क्या वैसे में क्या करें भाई कुछ नहीं कर सकते राइट है ना कुछ कंट्रोल ही नहीं रह रहा है सो नाउ इट इज लाइक कि अब गवर्नमेंट की प्रायोरिटी एकदम से वेवल पैनिक मोड में आ गए वेवल क्या करें क्या करें है ना वो पहले ही ब्रेकडाउन मोड में थे राइट उनको लग रहा था ब्रेकडाउन हो ही चुका है अभी पहले ही मई में ही ऐसी बातें कर रहे थे ये अगस्त आ चुका है सो नाउ तो नाउ व्हाट वी विल सी कि वेवल वेवल विल बी लाइक कि हां किसी तरह एक इंटरम गवर्नमेंट बना दी जाए तो शायद कुछ सॉल्व हो सके तो वेवल भागे तुरंत किसके पास जो है कांग्रेस के पास और उनसे बोला कि तुरंत एक सरकार बना दो साहब राइट सो नाउ सो नाउ जो है दे आर आस्किंग कांग्रेस कि आप जो है इंटरम सरकार बना लीजिए अगर लीग नहीं भी जवाइन करती तुरंत की सरकार इंटरम गवर्नमेंट तो कोई बात नहीं बट तुरंत एक इंडियन गवर्नमेंट अभी चाहिए वरना ब्रेकडाउन हो रहा है राइट सो इंटरम गवर्नमेंट ही इज आस्किंग एंड नाउ नाउ जो है जो अब तक जो लीग की डिमांड थी कि हमारा होना जरूरी है हम चाहेंगे तभी कुछ होगा समथिंग यह सारी बातें दरकिनार करते हुए नाउ इट इइ की तुरंत एक सरकार बनाई जाए कांग्रेस ने भी सोचा कि भाई क्योंकि सिचुएशन थोड़ा लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन हो रहा है और इसको हैंडल करना है इट इ वेरी वेरी इंपोर्टेंट कि यहां एक सरकार बना दी जाए सितंबर से 1946 नेहरू जी वास स्न इनस न जो है इन इंटरम गवर्नमेंट राइट तो 2 सितंबर 1946 2 सितंबर 1946 सितंबर 1946 वी हैव फॉर्मेशन ऑफ इंटरम गवर्नमेंट लेड बाय जवाहरलाल नेहरू नाउ वी हैव फॉर्मेशन ऑफ इंटरम गवर्नमेंट की हां भाई सिचुएशन को किसी तरह कंट्रोल किया जाए ओके देन देन अब इसके बाद वेवल जब एक बार यह प्रॉब्लम सॉल्व हो गई जो है यू नो इंटरम गवर्नमेंट बन गई बट यू मस्ट आल्सो अंडरस्टैंड कि ऐसा नहीं है कि हां वाइस राय का यहां पर रोल चेंज हो गया उसका रोल बदल गया है वो एकदम से सब कुछ जवाहरलाल नेहरू जी के हवाले कर देगा कहेगा अपना देश संभालो ऐसा कुछ नहीं हो रहा अभी भी वो पूरी तरह से कंट्रोल कर रहा है अ लॉट ऑफ प्लेसेस फॉर एग्जांपल मिनिस्टर्स बोलते हैं कि जो आयने प्रिजनर्स है उनको आजाद कर दिया जाए तो कहता है नहीं नहीं करेंगे वीटो कर दिया उसने तो यू स्टिल फाइंड कि हां यू नो ऐसा नहीं है कि हां सब कुछ दे दिया है बट एटलीस्ट एटलीस्ट जो है एक टेंपरेरी गवर्मेंट एड एंटरिंग गवर्नमेंट सेंटर पर बना दी गई अगेन यह वादा भी क्या था खोकरा ही था इसके बाद विल ने पूरी कोशिश करी कि मुस्लिम लीग से जो है बातें करके मुस्लिम लीग को भी सरकार का हिस्सा बना दिया जाए तो बहुत जल्द अगले ही महीने अक्टूबर 26 तक मुस्लिम लीग ने भी इंटरम गवर्नमेंट जवाइन कर ली तो बाय अक्टूबर 26 बाय अक्टूबर अक्टूबर वी हैव मुस्लिम लीग इन दी इंटरम गवर्नमेंट राइट मुस्लिम लीग भी यहां पे जॉइन कर चुकी है नाउ मुस्लिम लीग तो लीग लीग जो है यू नो लीग जवाइन भी कर ली और ऐसा भी कुछ आश्वासन नहीं दिया कोई वादा नहीं किया ऐसा होता है ना कि जैसे वेवल अगर उनको बोल रहा था ऑफर कर रहा था कि तुम भी इंटरम गवर्नमेंट जवाइन करना तो कम से कम यह कह देता कि हां आप डायरेक्ट एक्शन वगैरह नहीं करेंगे आप जो है रायट्स की जिम्मेदारी लेंगे राइट है ना ये सारी चीजें आप ब्लॉक करेंगे ऐसा कुछ उससे वादा लेना चाहिए था ऐसा कोई वादा उसने यहां पर नहीं किया राइट लद कैबिनेट मिशन प्लान मुस्लिम लीग रिजेक्ट कर चुका है स्टिल उसको उसको जो है बेवल ने एंट्री दे दी मुस्लिम लीग को यहां पे एंट्री दे दी राइट नाउ नाउ इसके अलावा अगर आप देखो तो डिस्पाइना नसम एंड एडब्ल्यू एफपी टू अ पोजीशन टू अ हेल्पलेस माइनॉरिटी तो नाउ यू विल सी कि मुस्लिम लीग विल इंश्योर कि जो है ऐसा ना हो कि हां कल को कल को जो है एन डब्ल्यूएफपी और असम यहां से निकल जाए राइट है ना और जो है कहीं से भी उनकी जो ग्रुपिंग है कंपलसरी ग्रुपिंग है वो जो है कमजोर पड़ जाए तो वो नहीं चाहते हैं है ना जो कि कांग्रेस का मेन मेन पॉइंट था कि हां असम और एन डब्ल्यूएफपी हमको निकालना है ऐसा ऐसा भी कुछ एग्री नहीं कर रहे मुस्लिम लीग कि हां इसको अलाउ करेंगे खैर नाउ इफ यू सी कि हां कौन क्या बना है ये एक एमसीक्यू बन सकता है राइट है ना पॉसिबिलिटी इस तरह के एमसीक्यू आने कीी किसने कौन सा पोर्टफोलियो हैंडल किया है तो जवाहरलाल नेहरू मेन है वाइस प्रेसिडेंट है एग्जीक्यूटिव काउंसिल के इसके साथ-साथ एक्सटर्नल अफेयर्स और कॉमनवेल्थ रिलेशनशिप उनके पास है राइट प्लस वल्लभ भाई पटेल है जिनके पास होम है इंफॉर्मेशन ब्रॉडकास्टिंग प्लस बलदेव सिंह जिनके पास फेंस इसके अलावा सी राजा गोपालाचार्य जी के पास एजुकेशन है राजेंद्र प्रसाद जी के पास एग्रीकल्चर और फूड सारे रटने नहीं है लेकिन हा देखे रहो कहीं प आए तो टिक मार सको सिमिलरली जगजीवन राम इज लेबर एंड असफ अली इज रेलवे ना फ्रॉम द मुस्लिम लीग साइड यू सी लियाकत अली खान लियाकत अली खान फाइनेंस संभाल रहे हैं बाकी सारे देखने की जरूरत नहीं है एक और ध्यान रखिए आप जोगेंद्र नाथ मंडल दिस इज आल्सो मुस्लिम लीग हालाकि मुस्लिम नहीं है बट हा लॉ संभाल रहे जोगेंद्रनाथ मंडल नाउ ये जो ये जो मुस्लिम लीग की जो एंट्री है मुस्लिम लीग कहीं ना कहीं यह जो बैक डोर से एंट्री करके आई है उसका पर्पस यही है कि हां एंट्रम गवर्नमेंट को सरकार को हमें फंक्शन नहीं करने देना है राइट है ना ऐसा इंश्योर करो कि हां ये लोग काम ही ना कर पाए ये जो भी जो भी जो है नेगोशिएशन हो रहा है जो भी कैबिनेट मिशन का प्लान है वो चीज एग्जीक्यूट होने ही नहीं देना है फॉर एग्जांपल कांस्टीट्यूएंट असेंबली की पहली मीटिंग हुई 9 दिसंबर 1946 ये लोग एब्सेंट गए ही नहीं राइट है ना तो जो है ये क्या कोशिश कर रहे हैं कि कुछ भी फंक्शन मत होने दो प्लस जो है फाइनली फर्क क्या पड़ा कि हां ऑब्जेक्टिव रेजोल्यूशन जो है उस समय पास हुआ और वहीं तक वहीं तक ही डिस्कशन रह पाया उसके आगे कोई और बात नहीं हो पाई तो पहली मीटिंग जब हुई तो नेहरू जी गए नेहरू जी ने बताया कि हां हम जो संविधान बनाने वाले हैं ब्रॉड आउटलाइन क्या होने वाली है अगर हम सोवन है तो कैसा होगा रिपब्लिक होगा तो कैसा होगा समथिंग इस तरह की एक ब्रॉड आउटलाइन जो है उन्होंने रखी राइट संविधान बनाने के लिए नाउ तो ही ही स्टेट्स कि यहां जो है कल को हम जो इंडिपेंडेंट सोवन रिपब्लिक बनाने वाले हैं उसमें ऑटोनोमस यूनिट्स वगैरा भी है प्लस माइनॉरिटी सेफगार्ड भी होंगे राइट सोशल और पॉलिटिकल इकोनॉमिक डेमोक्रेसी भी होगी ऐसा करके हम लोगों को कुछ सोचना है ऐसा करके एक संविधान बनाना है तो ब्रॉड गाइडलाइन उन्होंने यहां पर प्रोवाइड करी वही क्या बना ऑब्जेक्टिव रेजोल्यूशन बना ड्राफ्टेड बाय जवाहरलाल नेहरू नाउ प्लस इसके अलावा कैबिनेट की कोई मीटिंग हो तो सारे लोग गायब राइट प् प्लस कोई अपॉइंटमेंट है तो उस परे सवाल पूछ रहे हैं कि हां ये अपॉइंटमेंट कैसे किया यह काम कैसे किया कोई भी डिसीजन है तो उस परे सवाल पूछ रहे हैं कि हां ऐसा कैसे हो रहा है प्लस अभी बताया था कि लियाकत अली खान फाइनेंस मिनिस्टर है अब फाइनेंस मिनिस्टर को क्या है बजट अप्रूव करना पड़ता है जगह-जगह पैसा देना पड़ता है अभी हर जगह से गायब है राइट है ना ये अप्रूवल नहीं दे रहे तो इस इस चक्कर में सारा काम रुका हुआ है तो टेक्निकली क्या है टेक्निकली ये लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस को भी एहसास हो जाए कि लीग के साथ सरकार नहीं बन सकती राइट हम आप आपको को किसी भी तरह से काम नहीं करने देंगे हमको जो चाहिए वो चाहिए राइट है ना तो इस तरह का जो है यू कैन से इंसिस्टेंस है इस तरह से जो है एहसास दिलाया जा रहा है कि हमको यही चीजें चाहिए ही चाहिए हमको हमको पार्टीशन ही चाहिए हमको पाकिस्तान ही चाहिए तो ये यहां पे कहीं ना कहीं एहसास हो गया है ओके तो कांग्रेस डिमांड करती है कि ब्रिटिश गेट द लीग टू चेंज इट्स एटीट्यूड है ना कि हां भाई जो है वेवल को समझाते हैं कि हां इनको बोलिए कि हां भा जो है यू नो इस तरह से काम नहीं चलेगा या फिर जो है क्विट कर दे निकाल दो इनको किसी तरीके से से बट ऐसा कुछ हो नहीं रहा है इनफैक्ट इनफैक्ट धमकी भी दी गई फरवरी तक आते-आते नौ कांग्रेस मेंबर्स ने कहा कि हम रिजाइन कर देंगे राइट अगर जो है ये लोग नहीं निकले बट उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता इनफैक्ट जो है आगे जाके आगे जाके लीग भी डिमांड कर रही है कि यहां कॉन्स्टिट्यूशन असेंबली ही विड्रॉ कर लो राइट डिजॉल्ड्रिंग में नहीं जा ना है रटना नहीं है बट यस तो व्हाट वी आर अंडरस्टैंडिंग ओवर हियर इज कि हां सिचुएशन काफी खराब है एंटरिंग गवर्नमेंट ऑपरेट ठीक से नहीं कर पा रही है लीग और कांग्रेस में बन नहीं रही है इंटरनली बहुत सारे बहुत सारे जो है नुआंसेस है बहुत सारे पॉइंट्स पे दोनों लोग लोगों की सहमति नहीं तो हम लोग फिलहाल पहुंच गए 1946 के अगस्त तक या फिर ऐसा कह लो कि अक्टूबर तक पहुंच गए हैं राइट 1946 के ऑलमोस्ट एंड तक हम पहुंच गए हैं और अब यहां से हमारी जो है एक साल की लगभग कहानी बाकी है नाउ बिफोर वी गो अहेड नेक्स्ट चैप्टर में फ्रीडम और पार्टीशन की बात करेंगे बट बिफोर वी गो अहेड वी विल टॉक अबाउट कि ये जो कम्युनलिज्म हम देख रहे हैं राइट है ना कि ये जो जो है यू नो दोनों कम्युनिटीज के बीच में जो क्लैशेस हो रहे हैं राइट है ना लेट्स टॉक अबाउट कि ये शुरुआत कहां से हुई और उसका स्प्रेड कैसे हुआ सो कम्युनिज्म सो देखो जो है मैं स्टार्ट तो कर रहा हूं इस डिस्कशन हम करेंगे तो बट ट्राई अंडरस्टैंडिंग कि दिस इज अ वेरी सेंसिटिव टॉपिक एंड डिस्क्लेमर इज ऑन इसमें मैं कोई अपना पर्सनल ओपिनियन आपको नहीं देना चाह रहा हूं एंड इट इज मोर लाइक कि जो इतिहास है है ना जैसा हुआ है जैसा गठित हुआ है हम लोग उस तरह का डिस्कशन कर रहे हैं राइट सो टेक इट टेक इट जो है विद विद जो है यू नो अ लॉट ऑफ मैच्योरिटी एंड ट्राई अंडरस्टैंडिंग कि हां इसमें कोई ऐसी ऑफेंड होने वाला नहीं है दिस इज समथिंग वेयर वी नीड टू लर्न राइट वी ऑल वी वी ऑल वी नीड टू लर्न जो है इस इस टॉपिक से आल्सो आई वांट यू टू रीड अपॉन योरसेल्फ एज वेल हालांकि पढ़ाऊंगा बट स्टिल स्टिल आई वुड लाइक कि हां एक बार इस जो है टॉपिक की रीडिंग आप खुद भी करेंगे खैर तो चलिए बात शुरू करते हैं कम्युनलिज्म पहले समझते हैं कि है क्या ये कम्युनलिज्म क्या है है ना डिस्क्लेमर इज ऑन देयर इज नो पर्सनल जो है यू कैन से ओपिनियन इन दिस एंड आल्सो आल्सो यू नो अगर मैं गलती से भी किसी को हर्ट कर करता हूं तो मैं पहले से ही माफी मांग रहा हूं और जो है ऐसा कोई ऐसा कोई यहां पे इरादा नहीं है तो खैर तो पहले समझते हैं कम्युनिज्म है क्या नाउ कम्युनलिज्म दिस इज हैपनिंग मोर इन द मॉडर्न सिनेरियो ऐसा नहीं है आज नहीं है आज भी आप देखेंगे कि हां ये इस तरह की फीलिंग जो है जो कम्युनिटी रिलेटेड फीलिंग्लेस एजेंडा पॉलिटिसाइजेशन ये सारी चीजें हम आज भी देख रहे हैं हमारी सोसाइटी में नॉट ओनली इन आवर सोसाइटी बट इन द अदर सोसाइटीज एज वेल राइट है तो सेम जो चीज है वो यहां पे भी हमको देखने को मिलेगी नाउ तो मोर एक्युरेटली कहते हैं इसको कि हां दिस इज व्हाट कि किसी सेक्ट किसी चीज को लेके किसी आइडेंटिटी को लेके दिस इज सेक्टेजर ट्राई अंडरस्टैंडिंग कि मान लेते हैं कि हां एक कम्युनिटी है राइट है ना कि हां एक मान लेते हैं कि हां कोई देश है लेट्स से कोई देश है लेट्स से यूटोपिया है ना देश का नानाम है यूटोपिया बट बट यहां पे यहां पे कुछ लोग रहते हैं फॉर एग्जांपल दे दे आर मोर लाइक दे बिलीव कि हां जो है हम लोग वीडियो गेम खेलेंगे हम लोग जो है लेट्स से लेट्स से काउंटर स्ट्राइक खेलेंगे काउंटर स्ट्राइक और ये बाकी जो लोग यहां पे रह रहे हैं अब उनके साथ डिफरेंस क्या है डिफरेंस ये हो गया कि दिस बिकम यू नो दे वांट दे वांट या फिर धीरे-धीरे इसको एस्टेब्लिश करते करते क्या हो गया कि ये इसको अपनी आइडेंटिटी मानने लग गए कि दिस इज आवर आइडेंटिटी और इस आइडेंटिटी को लेके वो इतना ज्यादा इमोशनल हो गए राइट उनको ऐसा लगने लगा कि हां वी आर सेपरेट एंड देन देन ग्रैजुअली तो एक तो था कि हां इट वाज ओनली अबाउट आइडेंटिटी कि हां हम जो है काउंटर स्ट्राइक खेलते एक वीडियो गेम है हम लोग खेलते बट धीरे-धीरे इस तरह से एक दूसरा ग्रुप बनने लग गया व्हिच इज नॉन काउंटर स्ट्राइक नाउ दिस इज ए कम्युनिटी एंड देयर इज बी कम्युनिटी राइट लेट्स से बी एंड ए ए एंड बी कम्युनिटी हु हु इनिशियली इनिशियली फॉर देम इट वाज लाइक कि हां हम काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं तो हमें जो जीवन में चाहिए वो थोड़ा सा डिफरेंट है राइट हमें जो हम हमारी जो प्रायोरिटी हैं जो रिक्वायरमेंट है लाइफ की मे बी सेकुलर मे बी पॉलिटिकल मे बी इकोनॉमिक जॉब वगैरह जो भी हमारी रिक्वायरमेंट है हमारा थ प्रोसेस है कि हम लोग काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं तो हमारा थोड़ा सा ओरिएंटेशन डिफरेंट है हम कुछ और जीवन में जाते हैं राइट सिमिलरली ए जो है ए वाली कम्युनिटी जो है सोच र कि नहीं हम काउंटर स्ट्राइक नहीं खोलते और हम लोग जो है जीवन में कुछ और चाहते हैं बट फिर भी ये दोनों लोग साथ में रह रहे हैं कोई दिक्कत की बात नहीं है साथ में एजिस्ट कर सकते हैं दिस फॉर्म ऑफ यू नो आइडेंटिटी एक्सपे जो है यू कैन से एक्सप्रेशन जिसमें ऐसा कोई क्लैश नहीं है दिस इज फर्स्ट फेज जिसमें दो कम्युनिटी साथ में को एजिस्ट कर रही हैं और दोनों कम्युनिटी एक दूसरे को एक दूसरे को जो है अ यू नो अप्रिशिएट भी कह सकते हो या फिर कह सकते हो कि हां इट इज ओके इ इट इज ओके विद देम एंड ओवरऑल हार्मनी राइट देयर इज स्टिल हार्मोनी ओवर हियर साथ में को एग्जिट मेंस पॉसिबल है तो दिस इनिशियल फॉर्म दिस इज वेरी मॉडरेट काइंड ऑफ कम्युनलिज्म दिस कैन बी कॉल्ड एज कम्युलस इज्म कि हां देश के टर्म्स में कि हां जो है यू नो हमारे जो रिकॉग्निशन है हम इस पर्टिकुलर देश को बिलोंग करते हैं बट पर्टिकुलर जो है कम्युनिटी को भी बिलोंग करते हैं तो देश को भी बिलोंग करते हैं पर्टिकुलर कम्युनिटी को भी बिलंग करते हैं हार्मोनी में रह सकते हैं तो दिस इनिशियल फॉर्मेट कैन बी कॉल्ड एज दिस इज कम्युलस ज्म कम्युनल नेशनलिज्म नाउ नाउ अब धीरे-धीरे यही यही जो यू नो फीचर है यही जो थॉट प्रोसेस है आइडेंटिटी है ये और ज्यादा परकलेट होने लग जाए और जो है लेट्स से इसमें और जो है पॉलिटिकली और जो है यू नो पॉलिटिसाइजेशन होने लग जाए कोई कोई इसमें लीडर आ जाए और समझाए कि नहीं नहीं हम लोग तो काउंट ऑफ स्ट्राइक खेलते हैं हम तो कुछ अलग ही वर्जन है हम तो कुछ अलग ही लोग हैं यहां पे यहां पे दूसरा एक लीडर आ जाए दो चार लीडर इधर भी आ जाए जो कि कहे कि नहीं नहीं हम लोग तो काउंटर स्ट्राइक नहीं खेलते हम तो कुछ और ही हैं राइट हमें हमें जो है वायलेंस नहीं पसंद है है ना कुछ भी इसमें जोड़ने लग जाओ कि हमको वायलेंस पसंद नहीं है काउंटर स्ट्राइक हम लोग नहीं खेलते हम लोग तो नॉन वायलेंट रोग हैं ये लोग काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं तो ये लोग तो वायलेंट लोग हैं राइट इस तरह से आप उसमें क्या करें चीजें एट्रिल करने लग जाए और ग्रैजुअली ग्रैजुअली ये रिलाइज करने लगे कि हम दोनों के इंटरेस्ट जो है अलग-अलग है डिफरेंट इंटरेस्ट है बट फिर भी फिर भी जो है नेगोशिएशन वगैरह पॉसिबल है साथ में हम को एजिस्ट कर सकते हैं तो डिफरेंट इंटरेस्ट है डिफरेंट इंटरेस्ट है बट फिर भी को एजिस्ट कर सकते हैं कोई ऐसी दिक्कत की बात नहीं नेगोशिएशन पॉसिबल है दिस इज कॉल्ड एज लिबरल फॉर्म ऑफ कम्युनलिज्म अभी इसको अप्लाई करके भी देखेंगे बट दिस इज सेकंड फॉर्म व्हिच इज लिबरल फॉर्म ऑफ कम्युनिज्म तो आप स्पेक्ट्रम में देखेंगे तो वहां यही डिस्कशन दे रखा है कि एक है कम्यून नेशनलिज्म व्हिच इज द फर्स्ट फेज जहां पे जहां पे एक कम्युनिटी ये फील करती है कि हमारे जो सेकुलर इंटरेस्ट है तो क्योंकि हम किसी पर्टिकुलर कम्युनिटी को बिलोंग करते हैं और यह आइडेंटिटी कुछ भी हो सकती है ये आइडेंटिटी काउंटर स्ट्राइक हो सकता है ये आइडेंटिटी हो सकता है कि भाई मैं एवेंजर्स को पसंद करता हूं मैं थॉर का फैन हूं ये आइडेंटिटी ये भी हो सकता है कि हां जो है हम पर्टिकुलर भगवान में मानते हैं रिलीजन को मानते हैं ये आइडेंटिटी ऐसी भी हो सकती है कि हम पर्टिकुलर कास्ट को बिलोंग करते हैं पर्टिकुलर रिलीजन को बिलोंग करते हैं पर्टिकुलर रीजन को बिलोंग करते हैं राइट पर्टिकुलर लैंग्वेज बोलते हैं इस बेसिस पे ये आइडेंटिटी क्रिएट हो सकती है इज नॉट ओनली एंड ओनली बेस्ड ऑन रिलीजन राइट है ना कि कुछ भी हो सकता है ये किसी भी बेसिस पे हो सकता है जो आज भी आप देखें तो ऐसे छोटे-मोटे ग्रुप जो है क्रिएट होते रहते हैं और इसमें एजेंडा क्या होता है जनरली आप एजेंडा देखते हैं कि हां कोई लीडर है जो आज आज अपनी फैन फॉलोइंग क्रिएट करना चाहता है जो लोगों को मोबिलाइज करना चाहता है वो इस तरह की आइडेंटिटी और कई बार सूडो आइडेंटिटी कई बार ये रियल आइडेंटिटी होती भी नहीं है राइट है ना उससे कोई बहुत फर्क नहीं पड़ रहा होता अगर हम समझे तो भाषा भाषा कई बार ऐसा भी कहा जा सकता है कि भाषा इज ओनली फॉर द मीडियम ऑफ एक्सचेंज राइट है ना कि मात्र क्या है एक एक्सचेंज का मीडियम है सिर्फ जो है अपनी बात एक दूसरे एक दूसरे से दूसरे तक पहुंचाने की बात है बट किसी के लिए भाषा बहुत इंपॉर्टेंट हो सकती है किसी के लिए भाषा आइडेंटिटी हो सकती है किसी के लिए भाषा जो है यू नो उनका उनका जो है अस्तित्व हो सकती है पॉसिबल है तो नाउ हाउ यू पर्सीव थिंग्स इसपे बहुत सारी चीजें डिपेंड कर जाती है नाउ अब इसमें थर्ड फॉर्म आ जाता है कि हां यही जो ये जो आइडेंटिटी है जो पॉलिटिसाइजेशन है जो मोबिलाइजेशन है लोगों को जो इंसाइट किया जा रहा है वो बढ़ते बढ़ते इस लेवल प आ जाए कि ए और बी कम्युनिटी कहने लगे कि हमारे इंटरेस्ट अलग भी है राइट यही कम्युनिटी ऐसा कहने लग जाए थर्ड स्टेज में दिस इज थर्ड स्टेज जिसमें होने लगे कि इंटरेस्ट डिफरेंट भी है अगर आप काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं तो आपको आपका पॉलिटिकल इंटरेस्ट कुछ और है आपका इकोनॉमिक इंटरेस्ट कुछ और है और ये इंटरेस्ट कैशिंग भी है कहने का मतलब अब हमको एजिस्ट नहीं कर सकते दिस इ दिस इज व्ट दिस इ एक्सट्रीम फॉर्म दिस इज थर्ड फॉर्म चच इज एक्सम एकीम नेशनलिज्म जिसमें ऐसा लगने लगे कि अब हम साथ में ना रह पाएंगे या तो इस देश में काउंटर स्ट्राइक खेलने वाले बचेंगे या तो इस देश में काउंटर स्ट्राइक ना खेलने वाले बचेंगे राइट है ना इस लेवल पे आ जाए तो ये तीसरा फॉर्मेट है व्हिच इज एक्सट्रीम फॉर्म ऑफ नेशनलिज्म सॉरी एक्सट्रीम फॉर्म ऑफ कम्युनलिज्म नॉट नेशनलिज्म कम्युनलिज्म कि किसी कम्युनिटी को किसी कम्युनिटी को लेके जो है आप इतना सीरियस हो जाए जिसमें जिसमें वो जो रिलीजियस ग्रुप एथनिक ग्रुप या पर्टिकुलर आइडेंटिटी है वो कहीं ना कहीं सोसाइटी से ज्यादा इंपॉर्टेंट आपको लगने लग जाए उस पर्टिकुलर ग्रुप को ऐसा लगने लगे कि हां हम जो है सोसाइटी से ओवरऑल सोसाइटी का हम पूरा हिस्सा नहीं है और जो है हम इसमें जो है थोड़ा सा अलग है डिफरेंट है नाउ अगेन एक और छोटी सी बात मैं इसमें ऐड करना चाहूंगा कि इट इज नॉट ऑलवेज इट इज नॉट ऑलवेज जैसे लोग पिन पॉइंट करने की कोशिश करेंगे कि गलती किसकी है इसमें राइट है ना क्योंकि ये तो सबसे बड़ा काम है कि हां गलती निकाली जाए इसमें गलती किसकी है इसमें पहले आपको सुनने में लगेगा कि गलती है काउंटर स्ट्राइक खेलने वालों की कि जो लोग काउंटर स्ट्राइक खेल रहे थे इन्होंने अपने आप के अपने आप में जो है ये घमंड क्रिएट किया उन्होंने अपने आप अंदर ये आइडेंटिटी क्रिएट करी कि हां हम काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं राइट है ना हम डिफरेंट है और ये पूरा पूरा फसाद पैदा हुआ लेकिन लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि पूरा ब्लेम जो है आप काउंटर स्ट्राइक खेलने वालों प डाल सके है ना कि हां इसमें इस पार्ट इस पूरे खेल में दो लोग इवॉल्व काउंटर स्ट्राइक खेलने वाले और काउंटर स्ट्राइक ना खेलने वाले काउंटर स्ट्राइक ना खेलने वाले भी आप देखेंगे कि दे आर आल्सो रिस्पांसिबल कि हां उन्होंने शायद शायद ऐसा हुआ हो कि उन्होंने इस ग्रुप को एलियन फील कराया ऐसा फील कराया हो कि हां ये जो काउंटर स्ट्राइक लोग खेलते हैं ये कुछ डिफरेंट है ये आम आदमी नहीं है इसको आम आदमी की तरह ट्रीट मत करो इसको एलियन की तरह ट्रीट करो राइट है ना तो पॉसिबल है तो ऐसा भी हो सकता है कि जिम्मेदारी किसी एक के ऊपर ना हो जिम्मेदारी दोनों की हो हो सकता है जिम्मेदारी किसी बड़े वाले की हो या छोटे वाले की हो कुछ भी पॉसिबिलिटी है तो इतना ब्रेम गेम इतना आसान नहीं है कि हां हम ये कह दें कि हां इनकी गलती है इसकी वजह से ऐसा हुआ इट इज मोर और लेस कि हां ये जो रिस्पांसिबिलिटी है हम सबके कंधों पे है है ना एज अ सोसाइटी एज अ सोसाइटी वी आल्सो नीड टू इंश्योर कि कोई एलियन फील ना करें कोई ये ना फील करें कि हम इस सोसाइटी का हिस्सा नहीं है हम कुछ अलग हैं राइट हमारे साथ बर्ताव जो हो रहा है वो कुछ अलग वाला बर्ताव हो रहा है तो सोसाइटी एज अ होल भी जिम्मेदार है कि हां वो जो है किसी को अलग ना होने दे फॉर एग्जांपल एशियंट इंडिया में हम देखते हैं कि अनटचेबल्स वगैरह के साथ कि अनटचेबल्स को जो है साइडलाइन किया गया उनके साथ जो है डिस्क्रिमिनेशन हुआ तो जब आप डिस्क्रिमिनेट करेंगे किसी के साथ तो वो अपने आप एलियन होने लगेंगे वो अपने आप जो है यू नो सोसाइटी से बाहर निकलने लग जाएंगे और जब सोसाइटी से बाहर निकलेंगे तब हम बात करते हैं एशियंट इंडिया में कि हां देयर वर अल्टरनेट फिलॉसफी बुद्धिज्म जैनिज्म इन सब का जो है उस समय जन्म हुआ खैर कमिंग बैक तो मॉडर्न मॉडर्न सेंस में क्या है ये कुछ ज्यादा होने लग जाता है रीजन कि देयर आर सेवरल आइडेंटिटी जिनको एनकैश कराया जा रहा है देयर आर सेवरल आइडेंटिटी जिनके लीडर्स उसको पुश करने की कोशिश कर रहे हैं फॉर एग्जांपल अगर कोई लीडर है जिसका पूरी जिसकी पूरा एजेंडा इसी बात पे चलता है कि हम काउंटर स्ट्राइक खेलते हैं क्या वो कभी जिंदगी में काउंटर स्ट्राइक बंद होने देगा राइट क्या वो कभी चाहेगा कि सब लोग काउंटर स्ट्राइक खेलना चालू कर दे नहीं वो कभी नहीं चाहेगा क्यों क्योंकि उसकी दुकान इसी चीज के ऊपर बेस्ड है कि यहां जो है जब तक ये काउंटर स्ट्राइक खेलेंगे और कुछ ही लोग खेलेंगे तब तक तब तक उसकी लीडरशिप बरकरार है है ना तब तक उसकी ऑर्गेनाइजेशन लीडरशिप ये सारी चीजें एजिस्ट करती है अगर ये चला गया अगर अगर ये सारे लोग काट काउंटर स्ट्राइक खेलने लगे और सारे एक जैसे हो गए राइट देन ये लीडरशिप भी चली जाएगी तो काहे का एजेंडा है ना तो क्यों ही क्यों ही फिर जो है वो पॉलि फिक्स कर पाएगा र एनीवे एनीवे तो कुछ बातें जो है शायद आप समझ गए होंगे है ना जो है इस इस एग्जांपल के माध्यम से मैंने कुछ बातें आपको बताने की कोशिश करी है राइट चलिए खैर बढ़ते हैं आगे बढ़ते हैं और समझते हैं कि हां इंडिया में क्या हो रहा था सो सो तो अगेन अगेन दिस इज नॉट यूनिक जो है कि हां इंडिया में ये पहली बार जो कम्युनलिज्म हम देख रहे हैं दो कम्युनिटीज आपस में भिड़ रही है दिस इज नॉट यूनिक दिस इज वेरी वेरी कॉमन दिस इज वेरी वेरी बेसिक ऐसे भते एग्जांपल जो है वर्ल्ड हिस्ट्री इंडियन हिस्ट्री में एजिस्ट करते हैं राइट जैसे कि जैसे कि इवन फ फासिज्म फसिस्म अभी हम देखते हैं हिटलर जो है हिटलर क्या कह रहा है है ना कि यहां जो जूज है इनकी जिम्मेदारी है है ना इनको मारो इनको इन्होंने सब कुछ जो है जो है सब कुछ क्या है कैप्चर कर लिया है सारी सारी जो है पावर कैप्चर कर ली है तो वी नीड टू टेक इट फ्रॉम ज्यूस सारी रिस्पांसिबिलिटीज ज्यूस पर डाल देते हैं तो कुछ कुछ ऐसा ही जो है हर जगह हमको देखने को मिलता है तो दिस इज नथिंग यूनिक एंड एंड इट इज मोर मोर प्रिवेंट मोर प्रिवेंट इन द मॉडर्न फेनोमेना स्पेशली इन द कॉलोनियल फेनोमेना कि यहां जब हम कॉलोनियल जो पॉलिटिक्स की हम बात करेंगे अंग्रेजों की बात करेंगे इसमें यह और ज्यादा प्रॉमिनेंट हो जाएगा बिकॉज़ हर किसी का इसमें वेस्टेड इंटरेस्ट है हर किसी का मतलब अंग्रेजों का स्पेशली इसमें वेस्टेड इंटरेस्ट है राइट है ना और कहीं ना कहीं यह जो है एक पार्ट है उनके डिवाइड एंड रूल पॉलिसी का तो खैर तो खैर जो है आइए समझते हैं हम जो है इन इन बातों को तो एक और बात बिफोर वी या चलिए तो खैर तो जो है जैसे लेफ्ट लेफ्ट व्यू इसी कम्युनलिज्म पे क्या कहता है कि लेफ्ट व्यू टॉक्स अबाउट कि जो है यू नो कि इट इज मोर मोर लाइक की जो राइजिंग मिडिल क्लासेस है ये जिम्मेदारी देता है मिडिल क्लास का कि मिडिल क्लासेस जो है मिडिल क्लासेस टेक्निकली ऐसी इमेजिनरी कम्युलस क्रिएट करती हैं जिसकी वजह से जिसकी वजह से ये क्या होता है ये सारे लोग अलग होने लगते हैं और ये कम्युनिज्म की भावना आती है ऐसा लेफ्ट कहते हैं राइट साइड व्यू है है ना सुन लिया हमने लेफ्ट भी क्या कहते हैं नाउ नाउ लेट्स टॉक अबाउट कम्युनलिज्म एंड कॉलोनियलिज्म राइट इस मुद्दे पे आते हैं कि हां ये ब्रिटिश के साथ ये जो कम्युनलिज्म हो रहा है अंग्रेजों के समय में जो कम्युनिज्म हो रहा है इस पे थोड़ा सा समझने की कोशिश करते हैं बट बिफोर दैट एक छोटा सा पॉइंट समझो कि कई लोग समझते हैं कि अगर मैं रिलीजियस हूं राइट या फिर कोई रिलीजियस है तो कम्युलस नहीं है रिलीजियोसिटी और कम्युनलिज्म का कोई लेना देना नहीं आप रिलीजियस हो सकते हैं बट स्टिल आप प्यार मोहब्बत से रह सकते हैं साथ में रह सकते हैं दूसरे धर्म की इज्जत कर सकते हैं राइट है ना तो रिलीजस होने से कोई कम्युलस तब होता है जब आपको ऐसा लगता है कि आप ही का रिलीजन जो है वो बेस्ट है और बाकी सारे रिलीजन बेकार है और मतलब सारे रिलीजन उतने अच्छे नहीं है और आपको ऐसा लगने लगता है कि जो आपका जो पॉलिटिकल इंटरेस्ट है सोशल इंटरेस्ट है इकोनॉमिक इंटरेस्ट है वो आपका डिफरेंट है है ना इनफैक्ट सेकुलर इंटरेस्ट जो सारे हैं वो डिफरेंट है और जो है दूसरी कम्युनिटी के डिफरेंट है जैसे हम पीछे बात कर रहे थे तो जब यह भावना आने लगती है तो क्या होता है कम कम्युनलिज्म होने लगता है बट रिलीजन का यूसेज कम्युनलिज्म में बहुत सॉलिड है स्पेशली अगर जनता जागरूक नहीं है जनता एजुकेटेड नहीं है इनलाइटेड नहीं है तब उसको गुमराह करना बहुत आसान हो जाता है उसको दिखा दिया जाने लगता है कि जिसका धर्म जो है वो खतरे में है धर्म रक्षकों की जरूरत है राइट हर धर्म में ऐसा नहीं कि यहां किसी पर्टिकुलर धर्म की बात कर रहा हूं हर धर्म में जो है ऐसा होता है कि हां बिकॉज ऑफ बिकॉज ऑफ यू नो कि आपको पूरी कहानी नहीं पता है आपको जो है यू नो पूरी पिक्चर कंप्लीट पिक्चर नहीं दिख रही है तो जो पॉलिटिकल एजेंडा होंगे या फिर जो है जो प्रोपो गंडा होंगे वो इस रिलीजियोसिटी या रिलीजन का मिसयूज करेंगे और आपको ऐसा समझा देंगे कि हां आपका जो रिलीजन है वह बहुत खतरे में है और आपको आप ही को उसे रक्षा करना होगा और उसके लिए क्या कर देंगे आपको कम्युलस इन इट सेल्फ इज नॉट कम्युनिज्म बट हां रिलीजन को यूज किया जाता है एज अ प्रोपेगेंडा फॉर कम्युनिज्म यस दिस दिस इज समथिंग व्हिच इज वेरी वेरी कॉमन जो हमें यहां भी देखने को मिलेगा तो खैर तो बात करते हैं यहां कम्युनलिज्म और कॉलोनियलिज्म तो वी मस्ट अंडरस्टैंड कि ये जो इंडिया में जो अभी हम कम्युनलिज्म की बात कर रहे हैं ये एक्चुअली तीन लोगों के बीच में अगेन डिस्क्लेमर इज ऑन आई होप मुझे बार-बार बोलने की जरूरत नहीं है यहां पे ब्रिटिश भी है भाई एक हिंदू कम्युनिटी और एक मुस्लिम कम्युनिटी मुस्लिम कम्युनिटी राइट एंड ब्रिटिशर्स ब्रिटिशर्स जो कि डिवाइड एंड रूल में विश्वास रखते हैं उनको भाई अपना गेम खेलना है उनको लॉन्ग टर्म जो है इंडिया में रहना है तो फॉर फॉर देम इट इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट कि जिसके थ्रू भी सोसाइटी में उनको यू नो बेस मिल जाए राइट जो भी सोसाइटी में उनको अच्छा सपोर्ट वगैरह प्रोवाइड कर दे वही उसके क्या हो जाएंगे वो उसके मुरीद हो जाएंगे उसको सपोर्ट करने लग जाएंगे तो टेक्निकली यू विल सी कि हियर इट इज नॉट अबाउट हिंदू एंड मुस्लिम्स इट इज आल्सो अबाउट कि ब्रिटिशर्स क्या रोल प्ले कर रहा है है ना कि हां ब्रिटिशर्स इसमें गेम में क्या खेल रहे हैं दिस दिस इज समथिंग व्हिच इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट नाउ ट्राई अंडरस्टैंडिंग कि हां जो है ये जो गेम शुरू होगा ये 1870s पास शुरू होगा 187 अब पॉइंट है कि क्या 187 के पहले हम लोग नहीं रहते थे राइट सब लोग साथ में रह रहे थे बट हम कम्युनिज्म का डिस्कशन उसके पहले नहीं कर रहे क्यों क्योंकि ऐसा कुछ है नहीं हमने 1857 की लड़ाई साथ में लड़ी हुई है 1857 की लड़ाई में जो राजा है वो बहादुर शाह जफर है और और हर कोई मान रहा है कि भारत का बादशाह कौन है बहादुर शाह जफर है और जो है और इस इस मुहिम में इस वोट में इस क्रांति में सारे लोग साथ हैं तो 1857 में व्हाट वी सी इज हिंदू मुस्लिम यूनिटी यानी कि हिंदू और मुस्लिम दोनों ही बहुत ही सोसाइटी के इंपॉर्टेंट फैब्रिक हुआ करते थे इंपॉर्टेंट थ्रेड हुआ करते थे और इसके पहले हम ऐसा कोई डिस्कशन नहीं देख रहे कि यहां कोई ऐसा विवाद है राइट बट विवाद शुरू हो रहा है 1850 के बाद या 1870s को सपोर्ट करेंगे इस बात को जब समझेंगे तब हमें समझ में आएगा कि हां ये किस तरीके से डेवलपमेंट हो रहा है नाउ बिफोर बिफोर वी टॉक अबाउट दैट लेट्स टॉक अबाउट कि रीजन फॉर द ग्रोथ ऑफ कम्युनलिज्म है ना थोड़ा किताब के हिसाब से चलते हैं थोड़ा सा आसानी रहेगी है ना और फिर जो है टाइमलाइन देखेंगे कि हां ये धीरे-धीरे आगे कैसे बढ़ा तो नाउ तो सोशो इकोनॉमिक रीजन तो पहला रीजन जो है वो क्या है सोसाइटी और इकॉनमी इस तरह की है जो कि कम्युनलिज्म को सपोर्ट कर सकती है या फिर ऐसा ब्रीडिंग ग्राउंड है ऐसा क्रिएट हो सकता है कि हमारे अंदर इस तरह की भावना आ जाए राइट सोश इकोनॉमिक रीजंस नाउ नाउ इफ यू अंडरस्टैंड तो इकोनॉमी और सोसाइटी टेक्निकली अगर आप देखो है ना इसमें एक बहुत अच्छी बात कही गई है कि अगर आप ध्यान से देखिए तो हिंदू और मुस्लिम्स इंडिया में इंडिया में यहां भी हिंदू मुस्लिम्स रह रहे हैं यहां भी हिंदू मुस्लिम्स रह रहे हैं है ना तो बंगाल बंगाल साइड में भी हिंदू मुस्लिम्स है एंड पंजाब साइड में भी हिंदू एंड मुस्लिम्स रह रहे नाउ यू विल फाइंड कि यहां पे जो जो हिंदू और मुस्लिम्स हैं ये दोनों एक तरीके का कल्चर है राइट है ना एक तरह की भाषा एक तरह का खाना एक तरह की लैंग्वेज एक तरह की जो है भाषा और एक तरह का रहन सहन जो है पहनने पहनने का तरीका सब कुछ एक जैसा है ना तो दे हैव अ लॉट ऑफ थिंग्स इन कॉमन सिमिलरली बंगाल में जो हिंदू और मुस्लिम्स रह रहे हैं दे विल हैव अ लॉट ऑफ थिंग्स इन कॉमन इन्हें मछली पसंद होगी इन्हें शायद चिकन पसंद होगा मुस्लिम्स को राइट है ना तो नाउ यू विल रिलाइज कि हां यहां पे यहां पे हिंदू मुस्लिम्स दे हैव अ लॉट ऑफ थिंग्स इन कॉमन हेयर दे हैव अ लॉट ऑफ थिंग्स इन कॉमन बट वही वही अगर आप रिलाइज करो क्या मुस्लिम्स ऑफ पंजाब एंड मुस्लिम्स ऑफ बंगाल क्या इनम सिमिलरिटी होगी नहीं ये नहीं होगा राइट यू विल फाइंड कि ओनली कॉमन थ्रेट बिटवीन देम इज इज रिलीजन अदर वाइज अदर वाइज सोसाइटी वाइज इकॉनमी वाइज ये दोनों साथ में सेम सिनेरियो फेस कर रहे हैं इकॉनमी भी या पॉलिटी भी पॉलिटी भी छोड़ो सोसाइटी में सारा कल्चर एक जैसा है और इधर भी एक जैसा है तो रिलीजन एक्चुअली कोई रियल थ्रेड है कि हां इनको यूनाइट करें नहीं ऐसा कोई रियल थ्रेड जो है है नहीं इसे बनाना पड़ेगा क्रिएट करना पड़ेगा तो राइट तो हमें समझ में आ रहा है कि हां जो है इट इज मोर लाइक कि हां जो सोसाइटी रह रही थी ये बहुत ही इंटरम रह रही थी और ऐसा कुछ रियल डिफरेंस जो है एजिस्ट करता नहीं था बट बट हुआ क्या कि हिंदूजा चालू हुआ हिंदू में रिफॉर्म चालू हुआ अब मैं 100 100% बुक फॉलो नहीं करूंगा ध्यान से समझो इस बात को हिंदुओ में रिफॉर्म जो चालू हुआ हम जो बात करते हैं इनिशियल रिफॉर्मर्स तो इनिशियल रिफॉर्मर्स हम बात करते हैं कि 1815 से ही आ चुके थे राजा राम मोहन रॉय राइट राजा राम मोहन रॉय राजा राम मोहन रॉय के साथ और भी जमीदार हैं और भी जो है यू कैन से जो है एलीट लोग हैं जो कि जो कि एजुकेशन उन्होंने पा ली और जब उन्होंने एजुकेशन ली तो नाउ फ्रॉम हेयर दिस सोशल रिफॉर्म हैज डेवलप्ड और एजुकेशन एजुकेशन कहीं ना कहीं इंग्लिश एजुकेशन विल बी एक्सेप्टेड बाय द हिंदू या प्लस प्लस दूसरी तरफ हम देखें तो दूसरी तरफ हमें दिखाई देगा कि मुस्लिम्स मुस्लिम्स में 1830 के दौर में 20 के दौर में देर व देर वर वहाबी वहाबी मूवमेंट हम लोग बात कर रहे थे फियाज की तो वहाबी फियाज एटस एटस एंड दे वर दे वर अगेंस्ट अगेंस्ट ब्रिटिश एंड दैट इज द रीजन कि हां इंग्लिश एजुकेशन क्या इंग्लिश एजुकेशन उन्होंने एक्सेप्ट करी इन्होंने एक्सेप्ट नहीं करी तो मोर और लेस इंग्लिश एजुकेशन वाज नॉट एक्सेप्टेड एट दिस साइड बट इंग्लिश एजुकेशन वाज एक्सेप्टेड एट दिस साइड बिकॉज़ रिफॉर्मर्स जो थे वो पहले आ गए और वहां जो रिफॉर्मर्स रिफॉर्म्स मूवमेंट्स हैं दे आर मोर लाइक रिलीजियस रिफॉर्म मूवमेंट्स एंड फॉर देम फॉर देम अंग्रेज ही दुश्मन है तो अंग्रेजी भी दुश्मन है तो दैट इज द रीजन कि एजुकेशन भी नहीं चाहिए नाउ देन व्हाट हैपेंड नेक्स्ट कि बिकॉज़ ऑफ दिस बिकॉज ऑफ दिस एजुकेशन देर इ राइज ऑफ मिडल क्लास ओवर यर राइज ऑफ मिडल क्लास राइज ऑफ मिडिल क्लास राइ ऑफ मिडिल क्लास जो हो रही है तो अब क्या हो रहा है कि हा एक आपका एलीट ग्रुप है इसको हटा रहा मैं हम बात कर रहे हैं हम बात कर रहे हैं 1815 से अभी जो एलीट ग्रुप है एक एलीट ग्रुप है और बीच में बीच में और एक मान लीजिए कि पुअर है और बीच में क्या आ चुकी है मिडिल क्लास दिस इज मिडिल क्लास इंटेलिजेंसिया इंटेलिजेंट क्लास एक बीच में आ चुकी है जो कि डॉक्टर है लॉयर है राइट है ना जो है जो है टीचर है है ना तो ये ये सारी जो जॉब्स है धीरे-धीरे कहां ऑक्यूपाइड ऑक्यूपाइड ऑफ दिस राइज ऑफ एजुकेटेड मिडिल क्लास एंड दिस मिडिल क्लास एजुकेटेड मिडिल क्लास विल अगेन गो फॉर व्हाट दिस विल अगेन गो फॉर मोर रिफॉर्म मोर रिफॉर्म मोर एजुकेशन मोर एजुकेशन मोर पीपल आर गेटिंग इन टू एजुकेशन राइट मोर मोर पीपल आर गेटिंग इनटू रिफॉर्म और धीरे-धीरे क्या है कि इधर जो है ग्रोथ आ रही है एंड दैट इज द रीजन इनिशियल फेज में दिस इज वेरी वेरी ओबवियस कि ब्रिटिशर्स भी जो है किसको सपोर्ट करेंगे ब्रिटिशर्स विल सपोर्ट हिंदूजा है अंग्रेजों का और पूरा पूरा रुझान होगा किस तरफ हिंदुओं की तरफ होगा हिंदू कम्युनिटी को सपोर्ट करेंगे रीजन कि यहां पे क्लियर कट है व मूवमेंट लाइक वहाबी मूवमेंट्स लाइक फरियादी ऑल दीज ऑल दीज आर वर्सेस ब्रिटिशर्स प्लस प्लस और भी सवाल बनता है यहां पे कि अंग्रेजों ने अंग्रेजों ने जो है यू नो इंग्लिश लेकर आ गए हैं जबकि पहले जो ऑफिशियल लैंग्वेज हुआ करती थी वो हुआ करती थी अरेबिक एंड पर्शियन तो ऑफिशियल लैंग्वेज टेक्निकली पर्शियन थी अरेबिक लैंग्वेज भी रिकॉग्नाइज थी बट अब अब अरेबिक और पर्शियन का करियर नहीं रहा क्या ये भी ये भी जो है एक झटका लगेगा यस कि वो जो नॉलेज जिसमें उनको महारत हासिल थी पर्शियन वगैरह अब वो ऑफिशियल लैंग्वेजेस नहीं रही प्लस आल्सो अंडरस्टैंड कि अंग्रेजों का कहीं ना कहीं एप्रिस एक और भी एप्रिन एक और भी है फॉर एग्जांपल 1857 के रिवोल्ट में एक तो अब तक मुगल्स का राज्य था और 1857 के रिवोल्ट में बहादुर शाह जफर वास चोजन एज द फेस तो कहीं ना कहीं एक अप्र हेशन है कि हां हम इनको सपोर्ट बिल्कुल भी नहीं कर सकते हैं दिस इज नॉट एट ऑल अ पॉसिबिलिटी इसी को मैं अगर टाइमलाइन प लूं हम बात कर रहे हैं कि 1800 1815 1815 से अगर हमने रिफॉर्म शुरू करी हिंदू सोसाइटी में अब हिंदू सोसाइटी में रिफॉर्म जो है 1857 तक आते जाते 1857 तक आते आते हमें दिखेगा दिस रिफॉर्म दिस इनिशियल सोशल रिफॉर्म ऐसा पढ़ हुआ है सोशल रिफॉर्म देख बहुत सारी बात हमने पीछे पढ़ी हुई है हम क्या है हम आज है उसे समप कर रहे राट किस तरीके से ग्रो दिस रिफॉर्म इन हिंदू सोसाइटी एक्चुअली एक्चुअली ल्स लेड टू पॉलिटिकल अवेक तो कहीं 1850 के आसपास हम देख रहे धीरे धीरे पॉलिटिकल अवेक भी हो रही ऐसा पढ़ था हमने पॉलिटिकल अवेक ग्रोथ ऑफ नेशनलिज्म और यही यही हमने बात करी थी कि 1885 तक आते आते 1885 तक आते आते इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना भी हो गई आईएनसी इंडियन नेशनल कांग्रेस राइट तो अब तक अब तक 1857 1880 तक जो रुझान है 1880 तक जो रुझान है राइट टिल 1880 ल 1880 य फाइंड यहां जो है 1880 ये बात ठीक है 187 कह लो कि यहां टल 187 ये सारी बातें ठीक है नाउ 187 के बाद राइट नाउ लेट्स टॉक अबाउट दिस आफ्टर 187 कहानी बदलती है 18700 तक आते आते 187 तक आते आते यहां पर खत्म हो गया राइट तोब वाहबिज म भी नहीं रहा सो नाउ इट वाज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि अगर ये वाली सोसाइटी जाग उठी है अगर ये हिंदू सोसाइटी अगर जाग उठी है और और जो है यू नो अब नेशनलिज्म या फिर अपनी डिमांड्स की बात कर रही है तो अगर इनको अगर इस टाइड को रोकना है अगर इनको कंट्रोल करना है तो अपीस करना पड़ेगा दूसरे सेगमेंट को राइट है ना अपीस करना पड़ेगा मुस्लिम सेगमेंट को अब इसी समय मु सेगमेंट इसी समय जो है हम देखें तो 187 के दौर में यहीं पर हमको दिखते हैं सर सैयद अहमद खान सयद अहमद खान नाउ इट लाक इट वेरी वेरी इंपोर्टेंट अंग्रेजों को भी समझ में आ रहा है कि अब यह पॉलिसी में पूरा क्या करना पड़ेगा बदलाव इनफैक्ट एक किताब भी है च इ च इ इंडियन मुसलमान तो 187 में एक बुक भी आ रही है च इ कॉल्ड एस इंडियन मुसलमान एंड दिस बुक इज रिटन बाय डब्लू डब्लू हंटर अब ये किताब क्या कहती है ये किताब कहती है कि जो है अगर अंग्रेजों को लॉन्ग टर्म रूल करना है इन इंडिया इन दैट केस दे शुड बी सपोर्टिंग मुस्लिम्स इन इंडिया राइट यानी एकदम से य डिवाइड एंड रूल वाला जो जो है आईडिया है अब उनको कहेगा फ्लिप कर जाओ राइट अब तक अगर आप सपोर्ट कर रहे थे जो है लेट्स से हिंदुओं को अब क्या है कि अब धीरे-धीरे पॉलिटिकल अवेक निंग आ रही है कांग्रेस की स्थापना आ रही है स्थापना हो रही है तोब आप स्विच कर जाइए आप स्विच कर जाइए किस तरफ आप स्विच कर जाइए मुस्लिमस की तरफ तो एकदम से यू टर्न होगा एंड नाउ देर विल बी नाउ देर विल बी शिफ्ट टुवर्ड्स नाउ दे शिफ्ट टुवर्ड मुस्लिम स्पेशली ना दे अपीज द लीडर राइट है ना हा सयद अहमद खान को अपने खेमे में लेंगे हा दिस विल बी सपोर्टेड बाय इनिशियल फेज में सयद अहमद खान नाउ सैयद अहमद खान इज अ सोशल रिफॉर्मर ही इज अ वेरी वेरी पॉजिटिव पर्सन ऐसा मैं यहां पे उनको रिडिक्यूल या फिर जो है हम वो नहीं कर रहे हमने पहले ही पढ़ा उनके बारे में तो बिफोर 1880 ही इज अ वेरी वेरी सेकुलर पर्सन और हमें हमें बिल्कुल भी जो है ऐसा कुछ नहीं लग रहा कि यहां वो किसी एक पर्टिकुलर सेक्ट को सपोर्ट करेंगे राइट बट बट सैयद अहमद खान आल्सो रिलाइजेस हैना अब यहां पे रिलाइजेशन देखो कि अंग्रेजों को फायदा किस बात का मिल रहा है अंग्रेजों को फायदा इस बात का मिल रहा है कि यहां पे क्योंकि सोसाइटी पहले पढ़ चुकी है जग चुकी है तो सारा जो जॉब है सारा एंप्लॉयमेंट जो भी अपॉर्चुनिटी है चाहे वो प्राइवेट सेक्टर में है गवर्नमेंट सेक्टर्स में है राइट सारी अपॉर्चुनिटी या मोस्ट ऑफ द अपॉर्चुनिटी आर बीइंग हैंडल्ड ओवर हियर आर बीइंग यूज्ड ओवर हैर अब क्योंकि यहां पे एजुकेशन ही अभी उतना जो है नहीं प्रॉमिनेंट हुआ है एंड दैट इज द रीजन कि यहां पे क्या जॉब अपॉर्चुनिटी है नहीं क्या ये लोग जॉब कर पाएंगे क्या ये लोग जो है कोई एग्जाम क्वालीफाई कर सकते हैं या फिर जो है किसी गवर्नमेंट जॉब में या प्राइवेट जॉब को यूज कर सक जो है में रिक्रूट हो सकते हैं नहीं ये चीज नहीं हो रही अब अंग्रेजों को भी ये फायदा दिख रहा है कि हां जो है यह बहुत अच्छा मुद्दा है अगर अगर सैयद अहमद खान के द्वारा या फिर ओवरऑल हम ये दिखाएं कि हम आपके हिताशी हैं हम चाहते हैं कि आपको रिजर्वेशन मिले हम चाहते हैं कि आपको सीटें मिले राइट हम आपको सपोर्ट प्रोवाइड करेंगे पैटन ज प्रोवाइड करेंगे आपके स्कूल कॉलेजेस को फंड देंगे अगर हम ये सारी चीजें आपको हम दे दे तो क्या आप हमारा साथ देंगे राइट है ना तो नाउ अगेन अगेन क्योंकि ये चीजें बहुत सटल है और ऐसा लग रहा है कि ये अंग्रेज हमारे तशी ही है मुस्लिम्स को भी लगेगा सैयद अहमद खान को भी लगेगा कि हां ये हमारे हिताशी हैं अगर एजुकेशन सपोर्ट मिल रहा है तो व्हाई नॉट राइट एंड एंड इस तरीके से इस तरीके से हम देखेंगे इस तरीके से हम देखेंगे यहां सयद अहमद खान सयद अहमद खान विल जो है विल विल स्टार्ट हिज इनिशिएटिव एट अलीगढ़ तो यही 1880 का दौर है इनफैक्ट सैयद अहमद खान ये भी कहेंगे कि हां मुस्लिम्स आर नॉट रेडी फॉर एनी टाइप ऑफ पॉलिटिक्स मुस्लिम्स को अभी किस चीज पर ध्यान देना चाहिए एजुकेशन पर ध्यान देना चाहिए राइट है ना तो यहां पर मोहम्मद एंगलो ओरिएंटल कॉलेज की स्थापना हुई एम एओ जो एंगलो भी है और ओरिएंटल ओरिएंटल मतलब हमारा अपना धर्म राइट और एंगलो भी है मोहम्मद एंगलो और यहां पे यहां पे जो है साइंस भी पढ़ाई जाएगी और यहां पर यहां पर रिलीजियस टीचिंग्स भी दी जाएंगे ये दोनों ही चीजें यहां पे जो है केटर करी जाएंगी सो नाउ स दिस इज हाउ दिस इज हाउ यहां पर हमको पहले थोड़ा सा एक इनिशियल बदलाव जो है हमको देखने को मिल रहा है जो कि जो कि कहीं ना कहीं सोसाइटी की वजह से बिकॉज सोसाइटी में जो है जॉब वगैरह एजिस्ट नहीं करती हम पीछे देख रहे थे हां तो सोसाइटी में जॉब वगैरह अभी एजिस्ट नहीं कर रही एजुकेशन एजुकेशन का जो है इशू है एंड इसी बात का फायदा उठा के एक इनिशियल स्ट्रोक आपको कम्युनलिज्म में मिलेगा राइट तो हमने बात करी यहां रिजर्वेशन एंड कम्युनिज्म कि हां ये किस तरीके से जो है किस तरीके से जो है शुरुआत होती है बात की नाउ जैसे जवाहरलाल नेहरू भी कहते हैं जवाल नेहरू देखिए कितना सही पॉइंट इन्होंने उठाया कि कहते हैं कि हां यह जो भी हुआ है जो कम्युनलिज्म जो हुआ है कहीं ना कहीं वो इसलिए हुआ है कि मुस्लिम्स में मिडिल क्लास का डेवलपमेंट नहीं हो पाया राइट जो मिडिल क्लास का डेवलपमेंट हम हिंदू साइड देख रहे हैं मिडिल क्लास यह वाला जो डेवलपमेंट है यह मिडिल क्लास कहीं ना कहीं यहां पर मिसिंग है अब समझिए राइट य पर मिडिल क्लास नहीं यहां पे जो एजुकेशन एजुकेशन इनिशियली हुई भी वो किनकी हुई जमीदारों की हुई राइट है ना जो रिच लोग थे मुस्लिम से भी जो रिच लोग थे एलीट लोग थे उनको एजुकेशन मिली और जब उनको एजुकेशन मिली तो उन्होंने सब कुछ अपने फायदे के लिए उठाया राइट है ना कि यहां कम्युनिटी आगे ग्रो नहीं हुई सब लोगों को ऐसे फायदा नहीं हुआ मुस्लिम एंड ल मतलब लैंडलॉर्ड्स एंड ऑल दे विल बी लाइक कि हां हमारा ही यू नो फायदा होना चाहिए हमारा ही जो है बढ़ोतरी होनी चाहिए तो वो आगे परकलेट हुआ सोसाइटी में आगे परकलेट नहीं हुआ नाउ या सोस मिडिल क्लास वा एन इशू बांग तिलक भी कहते कि हा जो है यू नो जो है तिलक जी कहते हैं कि एलियन जो है एलियन इंटरेस्ट के ऊपर होता है अगर आपका देश के इंटरेस्ट के साथ इंटरेस्ट है तो आप कोई भी हो आपकी स्किन कुछ भी हो धर्म कुछ भी हो आप क्या है भारतीय है राइट है ना आप जो है इंडियन है आप एलियन नहीं लेकिन अगर आपका इंटरेस्ट देश के साथ अलाइन नहीं है तो टेक्निकली तब आप जो है क्या है एलियन ऐसा तिलक जी ने कहा है तो खैर हमने इस के साथ समझा इसी के साथ हमने ब्रिटिश पॉलिसी ऑफ डिवाइड एंड रूल समझाया मैंने आपको राइट और 187 के आसपास ये क्या हुआ है ना ये पूरी बात मैंने आपको समझाई कि हां ये किस तरीके से हुआ था नाउ अब इसमें एक और मुद्दा जो 18 1880 और फिर 2 जो है 1900 तक आते-आते हमको प्रॉमिनेंट होता हुआ नजर आता है वो है कम्युनलिज्म इन हिस्ट्री राइटिंग राइट कम्युनलिज्म इन हिस्ट्री राइटिंग तो हिस्ट्री राइटिंग में हम देखेंगे हम ऑब्जर्व करेंगे और स्पेशली ये ब्रिटिश हिस्टोरियन से बात चालू होती है और उसके बाद कई सारे इंडियन हिस्टोरियंस भी इस बात को जो है कॉपी करते हैं ऐसा हमने पीछे भी पढ़ा है पहला दूसरा चैप्टर इनिशियल चैप्टर जो था जहां पे हम हिस्ट योग्राफी की बात कर रहे थे वहां भी हम लोगों ने डिस्कशन किया था तो नाउ तो कम्युनिज्म जो जो है गांधी जी कहते हैं कि हां हिस्ट्री बुक में ना बहुत डिस्टोर्टेड हिस्ट्री पढ़ाई जा रही है स्पेशली जब वेस्टर्न उस समय उस समय तो वेस्टर्न राइटर्स रहे होंगे ज्यादा तो कह रहे हैं कि हां जो टेक्स्ट बुक में जो है डिस्टोर्टेड हिस्ट्री पढ़ाई जा रही है ये भी एक बहुत बड़ा इशू है फॉर एग्जांपल दिखाया जा रहा है कि जो एशियंट इंडिया है एशियंट इंडिया इज द हिस्ट्री ऑफ द हिंदू एंड देन जो मिडिवल इंडिया है दैट इज द हिस्ट्री ऑफ द ऑफ द मुस्लिम्स और उसमें भी उसमें भी जो है मुस्लिम्स को किस तरह से पोट्रे किया जा रहा है कि दे आर द इवेडर्स और उसके अंडर हिंदू सोसाइटी क्या हो गई डिक्लाइन हो गई इस तरीके से जो है पोट्रे किया जा रहा है राइटिंग्स में सेम चीज कॉपी करी बहुत सारे इंडियन हिस्टोरियंस ने भी उन्होंने ये नहीं य नहीं दर्शाया कि हां जब जो है यू नो अगर डेली सल्तनत आई या फिर जो है आपके अफगान से आए या फिर लेट्स से जो है मुगल्स आए तो उसके बीच में सोसाइटी में डेवलपमेंट क्या हुआ पॉजिटिव कंट्रीब्यूशन वगैरह की कहीं कहीं पे कोई बात नहीं हुई आल्सो आल्सो यह भी बात समझिए कि जो है दिल्ली सल्तनत हो गया या मुगल हो गए या फिर अफगान हो गए हु हैव कम टू इंडिया इनिशियली आ द इनवेडर्स यस बट दे हैव नॉट ड्रेंड द वेल्थ आउट ऑफ इंडिया अब इस तरीके से बहुत सारे लोग आए और इंडिया में आके बस गए राइट है ना अब चाहे आप कु शंस को देख लीजिए बैक्ट्रिया को देख लीजिए राइट शकास को देख लीजिए है ना ये सारे जो इवेडर्स आए थे दे दे हैव नॉट लूटेड इंडिया सिमिलरली मुगल्स एंड जो है आपके दिल्ली सल्तनत दे हैव नॉट लूटेड इंडिया क्योंकि लूट तब बोलते हैं जब आप यहां का पैसा लूट कर कहीं और लेके चले जाए राइट है ना कि हां अपने देश लेके चले जाए अपने घर लेके चले जाए बट यहां से तो कोई वापस नहीं गया है तो टेक्निकली दिस वाज नॉट दिस वाज नॉट लूट एंड प्लंडर दिस कैन बी कॉल्ड इनवेजन कि यहां इनिशियल इनवेजन हुआ है बट दिस इज नॉट लूट एंड प्लंडर दिस वाज नॉट लूट कि यहां लूट के अपने कहीं घर चले गए कोई ड्रेन ऑफ वेल्थ नहीं हुआ है अंग्रेजों के टाइम में ड्रेन ऑफ वेल्थ हो रहा है ड्रेन हुआ है गजनी के टाइम में राइट है ना कि गजनी जो था वो था वो वो आपका था लूटने वाला है ना कि लुटे रहा था कि पैसा लेके अपने यहां लेके जा रहा था हां तो वो इशू था लेकिन नॉट डेल्ली सल्तनत नॉट जो है यूर अफगान और नॉट जो है मंगोल्स ये लोग सारे यहीं रहे हैं यहां जो भी पैसा इकोनॉमी डेवलपमेंट हुआ है वो यहीं हुआ है सारा पैसा यहीं रहा है कहीं बाहर कुछ नहीं गया राइट तो दैट वे दैट वे जो है उसको प्रोजेक्ट नहीं किया गया सोसाइटी में जो पॉजिटिव डेवलपमेंट हुए टेक्निकल डेवलपमेंट हुए उन सब की बात नहीं करी गई कल्चरल जो अपग्रेडेशन हुआ या एनरिचमेंट हुआ बिकॉज़ ऑफ दी जो है यू नो आउटसाइडर्स ये सारा डिस्कशन नहीं हुआ तो जो हिस्ट्री राइटिंग का जो स्टाइल है उसमें जो कम्युनलिज्म आ गया राइट है ना कि उसी में क्या डाल दिया गया उसमें जो है हिस्ट्री राइटिंग में जो है रिलीजन एक इंपॉर्टेंट एंगल हो गया आज भी बहुत सारे जो है जो हिस्ट्री पढ़ रहे हैं वो उसी तरीके से पढ़ रहे हैं राइट है ना कि ये जो है ये वाला कल्चर है और ये वाला डिफरेंट कल्चर है और यहीं तक पीक था इसके बाद जो है पीक नहीं था बट अगेन बिकॉज हम लोग पढ़ रहे हैं एशियंट इंडिया भी हम लोगों ने अभी पढ़ी थी तो यू रिलाइज कि एश इंडिया में जो डिक्लाइन चालू हुआ है वो गुप्ता एराम चालू हुआ है है ना तो गुप्ता एरा गुप्ता एरा गुप्ता एरा के बाद जो अर्ली मेडिएबल का पीरियड है उसमें लाम नहीं आया है उसमें कोई फॉरेन इनवेजन नहीं हुआ है इट इज आवर ओन जो है डायनेस्टीज एंड ऑल जहां पे डिक्लाइन हमको देखने को मिला है या जो मिडिवल में जो जो है स्टैगनेंसी हमको देखने को मिली है जो फ्यूड जम का स्टार्ट हमको देखने को मिला है हम 600 से 1000 के बीच में ऐसा देखते हैं इट इज नॉट लाइक कि हां उस समय कोई इनवेजन हो रहा है या कोई आउटसाइडर आया उसकी वजह से ऐसा हुआ नहीं राइट उसके पहले ही ऐसा हो रहा था है ना कि 600 से 1000 के बीच में हमें दिख रहा है कि कोई बड़ी एंपायर एजिस्ट नहीं करती कोई पैन इंडिया एंपायर एजिस्ट ही नहीं करती और छोटी-छोटी डायनेस्टी जो है क्रिएट हो रही है तो दिस स्टार्टेड फ्रॉम गुप्ता और कहीं ना कहीं इसका बड़ा रीजन क्या था हम लोगों ने पढ़ा था इसका बड़ा रीजन था कि यहां जो है रोमन एंपायर के साथ जो हमारा ट्रेड होता था वो डिक्लाइन हुआ जिससे काफी इंपैक्ट हमको आगे देखने को मिला खैर एनीवे सो फिलहाल तो जो है कम कम्युनलिज्म इन हिस्ट्री राइटिंग क्या ये भी इसके पीछे इंपॉर्टेंट है क्या ये कहीं ना कहीं लोगों को मोबिलाइज करेगा यस है ना ये भी मोबिलाइज करेगा प्लस जो है ये जो सोशल रिफॉर्म मूवमेंट्स हैं जो हम अभी पीछे बात कर रहे थे सोशल रिफॉर्म मूवमेंट से भी क्या है कि हां काफी हद तक हम देखेंगे कि देयर इज रिलीजस टिंच कि बहुत सारी सोशल रिलीजस रिफॉर्म मूवमेंट्स रिलीजस रिफॉर्म मूवमेंट्स है राइट रिलीजन के ऊपर बेस्ड है जैसे अभी हम नाम ले रहे थे वहाबी का फरियादी का ये सब क्या है ये ये रिफॉर्म मूवमेंट्स कहीं ना कहीं जो है एक पर्टिकुलर ग्रुप को टारगेट करती है और वो उस आइडेंटिटी को क्या है थोड़ा सा जो है एनहांस कर देता है उस आइडेंटिटी को एमप्लीफाई कर देता है सेम गोज विद हिंदुइज्म है ना कि हां जो है वहां पे हम देखते हैं धर्म महामंडल एंड ऑल या फिर जो है ब्रह्म समाज मूमेंट भी जो है ब्रह्म समाज मूवमेंट अगेन अगेन आई एम नॉट क्रिटिसाइजिंग द मूवमेंट बट इट इज मेंट फॉर अ पर्टिकुलर रिलीजन राइट आर्य समाज मूवमेंट मेंट फॉर अ पर्टिकुलर रिलीजन राइट है ना तो देन देन इट इज़ लाइक कि हां इट इज़ एनहांसिंग इज इट इज़ एमफसा इंग अ पर्टिकुलर रिलीजन नॉट इन अ नेगेटिव जो है वे बट स्टिल कहीं ना कहीं आइडेंटिटी वो बूस्ट हो रही है कहीं ज्यादा बूस्ट हो रही है जो कि सोसाइटी में लॉन्ग टर्म में क्या होता है जो है यू नो रिलाइजेशन कुछ और हो जाता है लॉन्ग टर्म र नाउ अनदर थिंग व्हिच हैपेंड इज़ पॉलिटिकल अवेक निंग के साइट कहानी में वापस आते हैं तो इसी को आगे देके चलते हैं कहानी को यह जो पॉलिटिकल डेवलपमेंट हो रहा है लेट अस टॉक अबाउट दिस तो इनिशियल जो पॉलिटिशियन थे राइट इनिशियल पॉलिटिशन जहां हम लोग बात कर रहे थे कि हमने बात करी थी कि टिल 1905 वी हैड वी हैड वी हैड मॉडरेट राइट है ना मॉडरेट थे 1905 से 1919 हमने कहा था कि क्या ट्रेंड एक्साइट हो रहा है टिल 1990 वी हैव एक्सट्रीमिस्ट या फिर मिलिटेंट तो इनिशियल फेज में देखें जब जब कांग्रेस बनी है राइट कांग्रेस की बात कर रहे तो इनिशियल फेज में जो बातें हैं वो काफी लिबरल बात है राइट है ना कि सबको लेके चलने वाली बात है आइए देखते हैं जैसे कि जैसे कि या इनिशियल फेज में जैसे दादा भाई नौरोजी 18864 में डिस्कशन होता है 188 के सेशन में डिस्कशन होता है कि हां हम कोई ऐसा इशू नहीं उठाएंगे जो मुस्लिम्स को अपोज्ड है राइट जो मुस्लिम्स को फेवर फेवर मुस्लिम्स को पसंद नहीं है एट दिस पॉइंट देयर आर फ्यू मुस्लिम्स हु आर पार्ट ऑफ कांग्रेस एज वेल जैसे बद तायब जी तो नाउ तो नाउ ट व्ट हैपेंड की इनिशियल फेज में आपके आपके मॉडरेट के फेज में देर वाज देर वाज अंडरस्टैंडिंग देर वाज अंडरस्टैंडिंग कि हां जो है हम लोग हम लोग इस तरह का जो है यू कैन से लिबरल अप्रोच रखेंगे सबको लेके चलेंगे बट देन ड्यूरिंग द फेज ऑफ मिलिटेंट्स जैसे कि बाल गंगाधर तिर नाउ मेथड्स ऑफ मिलिटेंट जब हम देखते हैं तो कहीं ना कहीं दीज मेथड्स दस पॉलिटिकल मेथड्स व्हिच आर सपोज टू बी सेकुलर वो सेकुलर है नहीं है ना फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल जो है बाल गंगाधर तिलक जी ने शुरू किया गणपति फेस्टिवल राइट है ना शिवाजी महाराज का फेस्टिवल शुरू किया तो कहीं ना कहीं ये क्या है कि ये पर्टिकुलर कम्युनिटी को टारगेट कर रहे हैं व्हिच इज गुड फॉर मोबिलाइजेशन कि हां वो चाहते हैं कि हां वो एक बहुत सारे लोगों को मोबिलाइज कर सके कि हां एक लेट से एक जो है गणपति फेस्टिवल होगा या शिवाजी महाराज का फेस्टिवल होगा और उसमें सारे लोग आएंगे और उनको पॉलिटिकली मोबिलाइज कर देंगे गुड आइडिया बट इस प िकल मोबिलाइजेशन में उनका जो टारगेट क्राउड है यह पर्टिकुलर कम्युनिटी है यह हर कोई नहीं है यह बात यह बात जो है हमें लॉन्ग टर्म में नुकसान करेगी यहां पे अच्छा लग रहा है यहां पे सही है कि हां इसी बहाने अवेयरनेस फैल रही है लोग जान रहे हैं बट लॉन्ग टर्म में यही बात क्या नुकसान कर जाएगी क्योंकि दिस इज नॉट टारगेटिंग एवरीवन दिस इज नॉट सेकुलर अप्रोच सिमिलरली अरविंदो घोष अरविंदो घोष क्या कह रहे हैं अरविंदो घोष कह रहे हैं आर एनाज की बात कर रहे हैं कि वी नीड आर एनाइड वर्ड राइट है ना कि स्वदेशी मूवमेंट में कह रहे हैं कि गंगा में डुबकी लगाएंगे है ना दिस इज दिस इज ऑल दिस इज ऑल रिचुअल्स व्हिच आर फॉलो बाय हिंदू कम्युनिटी नॉट द मुस्लिम कम्युनिटी तो अब इससे क्या हो रहा है कि हां आप क्या कर रहे हैं आप लिनेट कर रहे हैं आप किसी पर्टिकुलर पर्टिकुलर जो है कम्युनिटी को ही कह रहे हैं कि आप इसका हिस्सा बनेंगे जबकि स्वदेशी मूवमेंट जो हम बात कर रहे हैं दिस इज 1905 तो जब हम स्वदेशी मूवमेंट की बात करते हैं तो स्वदेशी मूवमेंट वाज मोर लाइक कि हां बंगाल का विभाजन नहीं होगा हिंदू मुस्लिम दोनों साथ में रहेंगे राइट हमारे हम लोगों को अलग कोई नहीं कर सकता ऐसा करके हमने समझा था पढ़ा था तो यहां पे जो मेथड होना चाहिए था वो भी यही होना चाहिए बट ऐसा नहीं है है ना डिफरेंट है सिमली सिमिलरली लखनऊ पैक्ट अगर हमने देखा खिलाफत देखा उसम भी क्या है रिलीजस एंगल हमको दिखाई देता है अभी फिर आगे देखें नाउ अब इसके साथ साथ अब यही यही पर वापस टाइमलाइन प आ तो दिस इ वन ट्रेंड वी आर ऑब्जर्विंग अब इसी इसी स्वदेशी मूवमेंट के दौरान जब हम देख रहे हैं कि हां जो है जो स्वदेशी मूवमेंट के दौरान अंग्रेज क्या कोशिश कर रहे थे लेटस टेक दिस फॉरवर्ड स्वदेशी मूवमेंट के दौरान अंग्रेज कोशिश कर रहे थे ब्रिटिशर्स कि हां हम पार्टीशन करेंगे पार्टीशन करेंगे और अपीस कर दे जाएंगे किसको मुस्लिम क्राउड को अपीस करने जाएंगे कहां के मुस्लिम्स ऑफ ईस्टर्न बंगाल यह करके उन्होंने कोशिश करी अब इसी का रिजल्ट ये था कि फिर एक जो है 1906 में ही 1906 में हम देखेंगे कि यहां आगा खान एक डेपुटेशन को लीड करेंगे एंड दिस विल लीड टू द फॉर्मेशन ऑफ मुस्लिम लीग तो 1906 में हम देखेंगे कि बिकॉज़ ऑफ ऑल दिस बिकॉज ऑफ दिस मोबिलाइजेशन और य डिवाइड एंड रूल आईडिया 1906 में 1906 में मुस्लिम लीग का गठन [संगीत] होगा मुस्लिम लीग का गठन होगा और फिर इसी इसी इसी चीज को और पुख्ता करने के लिए क्योंकि यहां पे जो डिमांड है मुस्लिम लीग की वो ये डिमांड है कि सर हम आपको हमें खाली आप कम्युनिटी की तरह ट्रीट मत करिए हमारे नंबर के बेसिस पर ट्रीट मत करिए एज अ कम्युनिटी हमारी इंपॉर्टेंस समझिए राइट और इंपॉर्टेंस के हिसाब से हमको सीटें जो है राइट है ना कि पार्लियामेंट में या फिर जो है जॉब्स में हमारी सीट्स अकॉर्डिंग रिजर्व होनी चाहिए एंड देन केम द आइडिया ऑफ सेपरेट इलेक्टोरेट्स तो हमने देखा था कि 1909 में 1909 वी हैड दिस आइडिया ऑफ सेपरेट इलेक्टोरेट्स कि हां मुस्लिम्स की सीट से अलग होंगी सेपरेट नाउ नाउ नाउ वी सी इन 1909 इट सेल्फ 1909 इट सेल्फ आफ्टर दिस आफ्टर दिस थिंग या आफ्टर दिस वी विल फाइंड कि हां पहली बार पंजाब हिंदू सभा 1909 में शुरू होती है 1909 यूएन मुखर्जी और लालचंद तो यहां से उद्भव होता है हिंदू महासभा का तो पहले पहले जो हिंदू महासभा का फॉर्मेशन है दिस इ पंजाब हिंदू महासभा पंजाब पंजाब हिंदू महासभा राइट इसका गठन हो रहा है यूएन यूएन मुखर्जी और लालचंद है ना ये दो नाम हम ध्यान रखेंगे इसको आगे दे चलते थोड़ा यूएन मुखर्जी और लालचन या तो कहने का मतलब यह है कि जब एक कम्युनिटी एक कम्युनिटी मोबिलाइज हो रही है मुस्लिम लीग जो है हमने देखा कि हा अलीगढ़ मुस्लिम यव भी बन चुकी है अ जो है अ देन देन आपकी आपका जो है ये अ मुस्लिम लीग का गठन हो चुका है सेपरेट इलेक्टरेट आ चुका है तो कहीं ना कहीं अब दूसरी कम्युनिटी भी क्या होगी मोबिलाइज होने लगेगी दूसरी कम्युनिटी भी अपनी ऐसी ऑर्गेनाइजेशंस क्रिएट करना स्टार्ट करेगी और हिंदू बॉडीज हिंदू ऑर्गेनाइजेशंस भी हमको यहां से दिखना चालू हो जाएंगी तो वी फाइंड वी फाइंड कि यहां 1909 में ही वी हैव वी हैव दिस स्टार्टिंग कि हां पंजाब पंजाब हिंदू महासभा का गठन हो रहा है राइट है ना ये कहीं ना कहीं नहीं चाहते कि कांग्रेस कांग्रेस जो है एक सारे नेशन या फिर मल्टीपल कम्युनिटी यूनिटी डाइवर्सिटी के कांसेप्ट पे आगे बढ़े वोह चाहते हैं कि हिंदू शुड साइड विद द कॉलोनियल गवर्नमेंट इन देयर फाइट अगेंस्ट मुस्लिम्स कि हां हमें भी हमें भी अंग्रेजों का साथ लेना चाहिए अंग्रेजों की मदद लेनी चाहिए और तब कहीं जाके हम हिंदू आइडेंटिटी एस्टेब्लिश कर सकते हैं या फिर हिंदुओं के इंटरेस्ट में काम कर सकते हैं अगेन जो है जस्ट अंडरस्टैंड कि हां ऐसे-ऐसे बातें आगे बढ़ी नाउ नाउ तो यहां पे यहां पे हम देखेंगे कि फाइनली ऑल इंडिया हिंदू महासभा तो महासभा जो है यू नो फॉर्मलाइज होने में प्रॉपर बॉडी बनने में दिस विल टेक सम टाइम तो धीरे धीरे धीरे धीरे फाइनली देर विल बी फॉर्मेशन ऑफ एंड देर आर सम अदर हिंदू महासभा ए वेल बट फाइनली एक ऑल इंडिया हिंदू महासभा का गटन हम देखेंगे और यह हमको दिखाई देगा बाय 19 तो बाय 1915 लेट म मेक न्यू टाइमलाइन हम बात कर रहे हैं 1906 मुस्लिम लीग का गठन हम बात कर रहे हैं 1909 एक तरफ आ चुका है सेपरेट इलेक्टोरेट्स तोब क्या है कि काउंटर बॉडी भी क्रिएट हो रही है या फिर एक दूसरी दूसरी कम्युनिटी की जो बॉडी है वो भी क्रिएट हो रही है कि हां हम अब हम हिंदू इंटरेस्ट में बात करेंगे राइट है ना तो दिस दिस मोबिलाइजेशन इज हैपनिंग प्लस आरएसएस आप देखेंगे तो 1925 तक आते आते आरएसएस भी आपको दिखाई देगा बाय 1925 देर इज फॉर्मेशन ऑफ 1925 देयर इज फॉर्मेशन ऑफ आरएसएस आरएसएस और ऑल इंडिया ऑल इंडिया हिंदू महासभा राइट सो नाउ देर इज देयर इज यू कैन से अ काउंटर बॉडी या फिर चैलेंजिंग बॉडी सामने आरएसएस भी आ चुकी है बाय 1925 दिस इज राष्ट्र स्वयं सेवक संघ यह दोनों ही बॉडीज हिंदू इंटरेस्ट में आगे बढ़ेंगे तो नाउ तो नाउ तो अब तक हमने बात करी हम टाइमलाइन की ही बात कर रहे हैं तो ये बातें हमने डिस्कस कर ली हम जहां पे स्टोरी पे हैं वहां पे चलते हैं तो इसको आगे देखके चलते हैं तो हम लोगों ने ऑलरेडी डिस्कस कर लिया है सैयद अहमद खान एंड ऑल या हमने डिस्कस किया 1906 मुस्लिम लीग का फॉर्मेशन कि हां अगा खान अगा खान एक डेपुटेशन लेकर गए थे एक बार वापस रिवाइज करते हैं तो अगा खान डेपुटेशन लेकर गए थे वाइस रॉय लॉर्ड मिंटो के पास और इन्होंने इन्होंने डिमांड रखी थी कि हमारा हमें सेपरेट रिकॉग्निशन मिलना चाहिए राइट एंड तब कहीं जाके सेपरेट इलेक्टोरेट्स मिला था तब कहीं जाके ऑल इंडिया मुस्लिम लीग 1906 में गठन हुआ है और इसके फाउंडर हैं अ खान नवाब सलीम उल्ला ऑफ डाका नवाब मोहसेन मिल्क एटस एटस नाउ तो दिस इज ऑल इंडिया मुस्लिम लीग 1906 फिर हमने बात करें कि 1909 में सेपरेट इलेक्टोरेट्स भी आए प्लस पंजाब हिंदू महासभा ये हमने डिस्कशन किया 1915 में हमने समझा कि पहला सेशन ऑल इंडिया हिंदू महासभा का भी हो गया है प्लस हम बात कर रहे हैं 1912 से 24 नाउ यह जो फेज है 12 से 24 का जो फेज है या फिर 1909 के बाद का जो फेज है यहां पर मोहम्मद अली जिन्ना है और जिन्ना इनिशियल फेज में इज अ वेरी वेरी सेकुलर पर्सन ही बिलीव्स इन हिंदू मुस्लिम यूनिटी ही इज नॉट अलाइन विद दी सेपरेट इलेक्टरेट आइडिया उनको बिल्कुल भी सही नहीं लग रहा क्या सेपरेट इलेक्टरेट हमको नहीं समझ में आ रहा सही आईडिया नहीं है ये ऐसा नहीं होना चाहिए तो ही इज नॉट एट ऑल अलाइन विद सेपरेट इलेक्टरेट आइडिया वो कहीं ना कहीं चाहते हैं कि कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों मिल जाए और हम लोग साथ में ऑपरेट करें राइट तो इनिशियल ये जो ये 12 से 24 का जो फेज है ये फेज ऐसा है कि हां देयर इज देयर इज लीग के जो यंग मेंबर्स है दे आर आल्सो अलाइन विद द कांग्रेस के मेंबर्स इस फेज में नाउ इसी मुहिम के तहत है ना बिकॉज ऑफ मोहम्मद अली जिन्ना का इनिशिएटिव ी फाइंड कि हा फाइनली 1916 में हम लोग ने बात करी थी लखनऊ पैक्ट की 1916 तो 1916 वी फाइंड वी हैव लखनऊ पैक्ट लखनऊ पैक्ट लखनऊ मर्जर हमें को याद आएगी मर्जर क्या था कि एक्सट्रीमिस्ट और मॉडरेट्स दोनों वापस मिल गए थे राइट है ना लखनऊ पैक्ट क्या है लखनऊ पैक्ट बोले तो मुस्लिम लीग और कांग्रेस दोनों ने हाथ मिला लिया है दोनों ने यहां पे हाथ मिला लिया तो मुस्लिम लीग और कांग्रेस दोनों यूनाइट हो चुके साथ हो चुके हैं मुस्लिम लीग ने कांग्रेस की डिमांड एक्सेप्ट कर ली है कि हां हम लोग जो है होम रूल की डिमांड करेंगे स्वराज की डिमांड करेंगे राइट ऐसा ऐसा करके हम डिमांड करेंगे सिमिलरली कांग्रेस ने मुस्लिम लीग का सेपरेट इलेक्टोरेट्स पट कर लिया है ये बात हम लोग उस समय भी क्रिटिसाइज रहे कहीं ना कहीं यह कम्युनलिज्म की तरफ और बढ़ा हुआ है नाउ अगेन जस्ट फॉर द सेक ऑफ अंडरस्टैंडिंग इसके पहले का जो फेज है दिस कैन बी कॉल्ड एस दिस कैन बी कॉल्ड एस य 187 से अब तक का जो दौर है दिस कैन बी कॉल्ड एस योर कम्यून नेशनलिज्म कम्यून नेशनलिज्म और अब जो फेज शुरू हो रहा है जहां पर इस तरह का नेगोशिएशन वगैरा हो रहा है दिस इज द न्यू फेज ऑफ लिबरल कमम कि ठीक है हम मान रहे कि हम दोनों अलग अलग है अलग-अलग कम्युनिटीज है बट हम साथ में रह सकते हैं अगर हम थोड़ा सा नेगोशिएशन कर सके तो तोय फ्रॉम हेयर वी आर स्टार्टिंग लिबरल कम्युनलिज्म हां मुस्लिम ली और कांग्रेस दोनों एक दूसरे के साथ नेगोशिएट कर रहे हैं साथ में आ गए नाउ दिस है स्टार्टेड ना आफ्टर दिस 1916 ना 1920 और 22 हम देखेंगे 1920 और 22 में देखते हैं हम खिलाफत मूमेंट रोल टक्ट और खिलाफत मूमेंट ना 1920 और 1922 1920 1922 1920 से 22 ये जो जोन है दिस इ नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट या फिर खिलाफ मट खिलाफत मट नाउ खिलाफत में हमने समझा था कि खिलाफत में मुद्दा यह है कि जो कैलिफ है राइट है ना कि हां वर्ल्ड वॉर वन में जो है टर्की हार गया है और कैलिफ की पोजीशन जो है अब साइडलाइन करी जा रही है मार्जिनलाइज करी जा रही है कैलिफ का जो हक है जो अरब टेरिटरीज वगैरह पे हक है जो रिलीजियस पोजीशन रिलीजियस सेंटर्स प उनका हक है वो उनसे छीना जा रहा है तो इसके बेसिस पर इसके बेसिस पर जो मुस्लिम कम्युनिटी है है ना स्पेशली स्पेशली और सुन्नी कम्युनिटी इज इज इज समथिंग इज सबब हु इज अलाइन टू गांधी जी तो गांधी जी ने यहां पे मौका देखा था कि मुस्लिम कम्युनिटी को भी नेशनल स्ट्रीम में लाया जा सकता है इस मुद्दे के ऊपर बट ये बात कितनी सही है कितनी गलत है कहना बहुत मुश्किल है दिस इज अ वेरी डिबेटेबल टॉपिक क्योंकि क्योंकि ना ही खलीफा हमारी हिस्ट्री का पार्ट था राइट प्लस ये रिलीजियस मुद्दा था इसका पॉलिटिक्स से कोई लेना देना नहीं है प्लस ये आपके स्वराज वगैरह से कहीं रिलेटेड है नहीं तो इसके ऊपर गांधी जी ने ऐसा स्टेप क्यों उठाया कि आपने कहा कि हां जो है हम खिलाफत का मुद्दा उठाएंगे और और और जो है इसके ऊपर इसके ऊपर अंग्रेजों से आवाज इसके ऊपर अंग्रेजों से हम लड़ाई लड़ेंगे है ना तो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट इस खिलाफत मुद्दे पे है ना इंपॉर्टेंट मु मुद्दा हो गया खिलाफत खिलाफत का मुद्दा बट इससे फायदा ये हुआ कि कम से कम मुस्लिम कम्युनिटी जो है अंग्रेजों से नफरत जो थी उनकी जो एंटी इंपीरियल आइडिया था जो एंटी इंपीरियल सोच थी वो कहीं ना कहीं डेवलप हुई है बिकॉज ऑफ बिकॉज ऑफ दिस खिलाफत मूवमेंट बिकॉज ऑफ दिस नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट राइट है ना अगेन वी कैन वी कैन गो बोथ साइड कि यहां जो है गलत था सही था जो भी बात है बट एटलीस्ट इतना जो है जरूर यहां पर फायदा हुआ कि जो मुस्लिम कम्युनिटी थी वो भी जाग उठी और वर्सेस ब्रिटिशर्स की जो फीलिंग थी वो भी यहां पर आ गई हमने समझा कि हां जो है 19202 रोलेट मूवमेंट और खिलाफत कोऑपरेशन ये हमने समझा जिसमें मुस्लिम्स ने भी बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया तो अब ये पूरा देश खिलाफत मूवमेंट में कम से कम साथ में हो गया था गांधी जी का पहला बड़ा मूवमेंट था नॉन कोऑपरेशन बट 1920 में हमने देखा कि हां यहीं से कम्युनल राइट वगर चालू हो र है तो 1920 का जो दौर है 1920 के दौर में आप देखिए तो फ्रॉम हेयर वी आर रिलाइजिंग की देयर इज कम्यून राइड्स अब ये जो कम्युलस थी या जो कम्युनल ट्रेड है अब यह हमको सरफेस होती हुई दिखाई देगी यहां पे यहां पर हम देखेंगे कि हां एक तो हमने बात करी आरएसएस का फॉर्मेशन भी हो गया है यहां पर हम देखेंगे कि एक तरफ एक तरफ जो है जो मुस्लिम कम्युनिटीज है वो तबलीग और तंजीम की बात कर रही है तबलीग एंड तंजीम तंजीम राइट तबलीग एंड तंजीम तबलीग बोले तो प्रोटाइन मतलब कन्वर्जन राइट और दूसरी तरफ दूसरी तरफ तंजीम मूवमेंट्स तंजीम मूवमेंट इ अगेन रिलेटेड टू जो है योर या सिमिलर टू जो है प्रोटाइन गेटिंग द एट वर्ड बट यस तो तबलीग और तंजीम सिमिलरली सिमिलरली तंजीम इज मोर लाइक अगेन सॉरी तंजीम इज मोर लाइक हां वी आर टुगेदर इट इज मोर लाइक यूनिटी प्लस दूसरी तरफ हम देखेंगे कि शुद्धि और संगठन तो आर्य समाज जो है दे आर दे आर दे आर डडूइंग दिस मूवमेंट शुद्धि एंड संगठन वर्सेस वर्सेस शुद्धि एंड संगठन संगठन शुद्धि इज अगेन री कन्वर्जन कि कोई अगर जो है हिंदु जम छोड़ के किसी दूसरे धर्म में कन्वर्ट हो गया है तो उसे जो है वापस री कन्वर्ट कर दिया जाए एंड संगठन इ कि हां वी विल फॉर्म अ संघ वी विल फॉर्म अ यूनियन तो अगेन तो कम्युलस जो है 1920 के दौर में ये अब काफी बढ़ती हुई नजर आ रही है नाउ इसको आगे देके चलते हैं नाउ उसके बाद हमने देखा था कि 1927 में साइमन कमीशन आया और साइमन कमीशन जब आया तब अगेन मुस्लिम लीग और कांग्रेस डिसाइड करने लगे कि हम लोग एक नेहरू रिपोर्ट बनाएंगे एक एग्रीड ड्राफ्ट जो है हम सामने रखेंगे किस तरह से हमको इंडिया का संविधान चाहिए या फिर इंडिया की फ्रीडम के बाद ऐसा कुछ होना चाहिए राइट तो नेहरू रिपोर्ट का डिस्कशन हुआ 1928 की नेहरू रिपोर्ट बट बट वी आल्सो अंडरस्टैंड कि यहां पे कुछ पॉइंट्स थे जो अगेन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग या फिर मोहम्मद अली जिन्ना के जो है यू नो के एक दूसरे को खिलाफ कर गए तो 1928 की नेहरू रिपोर्ट 1928 नेहरू रिपोर्ट जिसमें कुछ अमेंडमेंट्स जिन्ना ने प्रपोज किया था जो एक्सेप्ट नहीं किया गया एंड दैट दैट पुश जिन्ना उन्होंने अपने 14 पॉइंट प्रोग्राम लॉन्च कर दिया कि हां मेरा कोई अपना 14 पॉइंट प्रोग्राम है अब मैं अलाइड नहीं हूं तो टेक्निकली ये हमने बात भी करी थी कि यहां से वापसी अब जो है जिन्ना की काइंड ऑफ इंपॉसिबल है यहां पे अगर हमने जिन्ना को जो है अमेट कर लिया होता जिन्ना को जो है यू नो बात कर ली होती कि हां क्या चाहिए कुछ ऐसा नेगोशिएशन अगर हो गया होता सॉल्व क्योंकि हमें याद आया कि जिन्ना ने पहले खुद ही डेल्ली प्रपोजल दिया था कि हां यह सारी चीज हमको दे दो तो हम कर लेंगे राइट लेकिन यहां पे ये नेगोशिएशन पॉसिबल हो नहीं पाया और यहां से जिन्ना चले गए और जिन्ना ने अपना खुद का प्रोग्राम लॉन्च किया व्हिच इज 14 पॉइंट प्रोग्राम नाउ आफ्टर दिस तो यहां पे यहां पे हमें गलतियां कई सारी गलतियां दिखती है एक तो मुस्लिम लीग को बराबरी पे कभी इतना नेगोशिएशन देना नहीं चाहिए था राइट एकदम से क्या कर दिया हमने उसको एक नेशनल पार्टी बना दिया कांग्रेस ने उसको अपने बराबरी का दर्जा दे दिया क्योंकि उसके साथ नेगोशिएट कर रहे थे प्लस प्लस कहीं ना कहीं पॉलिटिक्स में जो रिलीजियस एंगल आ रहा है इससे जो सेकुलर और नेशनलिस्ट मुस्लिम्स थे जैसे कि मौलाना आजाद जैसे अब्दुल गफार खान राइट है ना जैसे कि जो है हसरत महानी ऑल दीज लीडर्स हु र हु आर सेकुलर मुस्लिम्स कहीं ना कहीं वो वो अंडर माइन हो गया व्हिच वाज नॉट एट ऑल अ गुड आइडिया राइट ये नहीं होना चाहिए था राइट देन देन जो है अगेन अगर आप एक कम्युनिटी को कंसेशंस की बात करेंगे तो बाकी कम्युनिटी भी डिमांड करेंगे कि भाई हमको हमको क्यों नहीं राइट है ना जो है मेक सेंस तो यहां पे ये भी गलती है कि आपने एक कम्युनिटी को इतना अपीज करने की कोशिश कर दी कि बाकी कम्युनिटी भी एलियने होने लगेंगी और इस तरह की डिमांड हर जगह से आने लग जाएगी नाउ इट इज लाइक कि अब हाथ बात बात हाथ से निकल चुकी है और यहां से कम्युनिज्म को कंट्रोल कर पाना राइट इस फीलिंग को इस ट्रेड को कहीं ना कहीं कंट्रोल कर पाना काइंड ऑफ मुश्किल है ये लॉन्ग ड्रॉन प्रोसेस है भई एक दिन में किसी की गलती नहीं है है ना कि आप ये कह आज इनकी गलती है नहीं है ना य लॉन्ग ड्रॉन प्रोसेस है ये धीरे धीरे धीरे एक गलतियों के बाद कई गल ग नाउ हम देखेंगे 1930 से 34 जब हम बात कर रहे हैं सिविल डिसब मूवमेंट की तो सिविल डिसब मूवमेंट में हमारा गांधी जीी का अगला बड़ा मूवमेंट 19 32 34 सिविल डिसब मूवमेंट ए एस एक्सपेक्टेड जो मुस्लिम्स का काउंट है जो मुस्लिम का सपोर्ट है वो क्या है बहुत ही कम इनफैक्ट 1930 में ही 1930 में ही एक सेशन हुआ है व्हिच इज अलाहाबाद सेशन तो 1930 का अलाहाबाद सेशन अलाहाबाद सेशन ऑफ मुस्लिम लीग राइट अलाबाद सेशन ऑफ मुस्लिम लीग अलाबाद सेशन ऑफ मुस्लिम लीग इस समय लीड किया मोहम्मद इकबाल ने मोहम्मद इकबाल अच्छा बाय द वे इस समय राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस भी हो रही थी आरटीसी सीडीएम है और साथ में राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस है तीन राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस टेक्निकली हमने जो है पहली वाली में नहीं गए तीसरी वाली में नहीं गए लेकिन मुस्लिम लीग तीनों में ही गई नाउ तो जिन्ना गए हुए थे अ ब्रिटेन एंड दैट इज द रीजन मोहम्मद इकबाल इसको लीड करते हैं अलाबाद सेशन में और पहली बार यहां पर बात करते हैं सेपरेट मुस्लिम स्टेट की तो यहां से अब क्या है अब यह फीलिंग थोड़ी सी आने लगी हालांकि ये इंग्लिश में स्पीच दे रहे हैं ज्यादा लोगों ने सुना नहीं तो कोई बात नहीं राइट सब लोग मोहम्मद इकबाल इ अ इ अ इज अ पोएट और इनका जो है सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा ये जो गाना है मोहम्मद इकबाल का है राइट है इसके अलावा इनके बहुत सारे जो है ऐसे सोंग्स है तो लोग लोग लोग कह रहे थे सब तो ठीक है है ना ये कोई गाना सुना दो आप कोई शायरी सुना दो तो लोगों ने बहुत ध्यान नहीं दिया बहुत तवज्जो यहां पर दी नहीं बट बट यही राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस के दौरान 1933 में एक कैंब्रिज के स्टूडेंट है रहमत अली रहमत अली 33 में रहमत अली इज द वन जिन्होंने कॉइन किया दिस वर्ड पाकिस्तान च इ टेक्निकली पंजाब देन देन पंजाब अफगान प्रोविंसेस देन कश्मीर देन बलूचिस्तान का स्थान राइट स भी एस का सिंध तो एस का सिंध तो पाकिस्ता पंजाब अफगान अफगान प्रोविंसेस कश्मीर सिंध एंड बलूचिस्तान का ता तो टेक्निकली ये सिर्फ और सिर्फ किस बात कर किस बारे में बात कर रहे हैं ये बात कर रहे हैं इस साइड में इधर की बात कर रहे हैं यहां यहां पे यहां पर उनको पाकिस्तान दिख रहा था और ये ये जो पंपलेट है ये जो आईडिया है ये इन्होंने राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस में पहुंचाया हालाकि इससे कुछ अभी हुआ नहीं लेकिन एक आइडिया आ चुका एक बात उठ चुकी है कि हां हमको इस तरीके का कुछ जो है चाहिए 1933 में रहमत अली का ये आईडिया है कि हमको क्या चाहिए पाकिस्तान देन मीनवाइल 1932 में हमने बात करी कम्युनल अवार्ड की और जो सारी जो 14 पॉइंट्स थे मान लिए गए जिन्ना के यहीं पर हमने बात करी थी 32 में कम्युनल अवार्ड ल दस 14 पॉइंट्स वर एग्रीड इन द कम्युनल अवार्ड हमें याद आया कि हां एक पुना पैक्ट हुआ था गांधी जी और बी आर अंबेडकर जी के बीच में कमल वल्ड 32 या तो व पॉइंट सो नाउ वी आर वी आर ऑब्जर्विंग की अब जो है चीजें काफी काफी हाथ से निकलती जा रही है काफी बात बढ़ती जा रही है नाउ आफ्टर 1937 तो ये तो 32 तक की बात हो गई 1935 का एक्ट आ गया 1937 का क्या हुआ इलेक्शन नाउ दिस इज अ बिग मोमेंट 1937 के इलेक्शन में मुस्लिम लीग ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया मुस्लिम लीग ने बहुत ही घटिया परफॉर्म किया राइट एंड यहां पे यहां पर मुस्लिम लीग ने कोशिश करी कि यूपी में बॉम्बे में हमको थोड़ा सा एंट्री मिल जाए एक साथ में सरकार रकार बना लेते हैं लेकिन कांग्रेस ने यहां पर बिल्कुल उसको किनारे कर दिया तो 1937 में एकदम से जिन्ना की आंखें खुली उनको रिलाइज हुआ कि खाली नाम मुस्लिम लीग रख लेने से कोई मुस्लिम लीग बन नहीं जाता इट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि हम लोगों को यहां पे मोबिलाइज करें और यहां से अब बात पूरी तरह से बिगड़ जाएगी दिस इज 1937 इलेक्शंस तो 1937 इलेक्शन जब हम बात कर रहे थे कि कांग्रेस की मिनिस्ट्री बन रही है तब कहीं ना कहीं कहीं ना कहीं जो है जिन्ना उस समय उस समय बुरा मान गए थे जिन्ना ये डिसाइड कर गए थे कि अब हम मोबिलाइज करेंगे अब हम मुस्लिम्स को भड़का जाएंगे अब मुस्लिम्स को अपनी साइड मिलाएंगे राइट तो यहां से यहां से उनकी कैंपेनिंग चालू होती है और टेक्निकली फ्रॉम हेयर टेक्निकली फ्रॉम हेयर जो है स्टार्टस योर नेक्स्ट फॉर्म ऑफ कम्युनलिज्म च इ च इ एक्सट्रीम कमम अब इसके बाद हम एक्सट्रीम फॉर्मेट में चले गए एक्सट्रीम कम्युनलिज्म की बात करेंगे अब जिन्ना की यहां से वापसी नहीं राट जिना ने य से ठान लिया है जिन्ना ने ठान लिया है कि मैं मोबिलाइज करूंगा और लोगों को भड़काऊ तो वी सी 1940 में लाहौर में 1940 के लाहौर सेशन में 1940 1940 लाहौर सेशन जब हम लोग बात कर रहे थे वर्ल्ड वॉर चल रहा था लाहौर सेशन जब हम लोग बात कर रहे थे कि हां जो है अंग्रेजों के साथ क्या किया जाए डिलेमा में थे डाउट में थे ये सारा डिस्कशन चल रहा था उस समय 194 के लाहौर सेशन में पहली बार इन्होंने बात रखी पाकिस्तान रेजोल्यूशन की टू नेशन थ्योरी [संगीत] की पाकिस्तान रेजोल्यूशन राइट है ना प्लस प्लस जो है दूसरा 43 में 1943 का कराची सेशन 1943 कराची सेशन कराची ज हम लोग क्विट इंडिया मूवमेंट वगैरह कर रहे थे उस समय कराची सेशन में उन्होंने कहा कि हां क्विट तो करो बट डिवाइड एंड क्विट राइट डिवाइड एंड क्विट नाउ तो अ इफ यू सी नाउ कि अब यहां से जो है कहानी पूरी तरह से बिगड़ चुकी है कहानी पूरी तरह से हाथ से निकल चुकी है एंड नाउ वी आर इनटू इनटू एक्सट्रीम कम्युनलिज्म नाउ गांधी जी कहते हैं कि जो क्वेश्चन है मेजॉरिटी का क्या होगा माइनॉरिटी का क्या होगा ये अंग्रेजों का क्रिएट किया हुआ है अंग्रेज जाएंगे तो ये सवाल जो है खत्म हो जाएगा बट हालांकि दिस इज वेरी ऑप्टिमिस्ट मिस्टिक है ना दिस इज टू ऑप्टिमिस्टिक टू बी ट्रू और ऐसा होगा नहीं राइट ये बात जो है खत्म होगी नहीं यह बात अब बहुत दूर तक जा रही है सिमिलरली सिमिलरली मोहम्मद अली मोहम्मद अली मौलाना मोहम्मद अली भी कहते हैं कि हां हम डिवाइड करते हैं वो लोग वो लोग रूल करते हैं प्लस अगा खान ने भी अगा खान ने भी ऐसी बात कही कि इंडिपेंडेंट सोवन नेशन ऑफ पाकिस्तान वाज बोर्न इन द मुस्लिम यूनिवर्सिटी ऑफ अलीगढ़ तो टेक्निकली इस समय इस समय क्या है कि हां हर किसी को अब पाकिस्तान दिखाई दे रहा है कि होगा या तो 37 से 39 ये पूरा जो दौर बीता जिन्ना का दिस इज ऑल लाइक कि हां हम लोग हम लोग अब मोबिलाइज करेंगे तो स्पेशली ये जो सेपरेट देश क्रिएट करने के नाम पे इन्होंने मोबिलाइजेशन चालू कर दिया हमने बात करी पाकिस्तान रेजोल्यूशन की कि हां जो भी मुस्लिम मेजॉरिटी प्रोविंसेस हैं आपके दोनों तरफ नॉर्थ ईस्ट साइड नॉर्थ वेस्ट साइड दोनों ही तरफ जो मुस्लिम मेजॉरिटी प्रोविंसेस हैं उनकी ग्रुपिंग होनी चाहिए राइट उनकी ग्रुपिंग होनी चाहिए एंड दीज यूनिट्स शैल बी ऑटोनोमस एंड सोवन है ना ऑटोनॉमस होने चाहिए आजाद होने चाहिए अब देखो अजीब सी बात कह दी या तो ऑटोनॉमी मांग लो या सोनि मांग लो दोनों क्या होता है राइट ऑटोनॉमी अगर तुम आजाद हो तो ऑटोनॉमस भी हो जो करना चाहो जीवन में करो बट ये पता नहीं कंफ्यूज हैर ऑटोनॉमी और सोटी हमको सब कुछ चाहिए प्लस एडिक्ट सेफगार्ड चाहिए मुस्लिम्स के लिए इन ल अदर एरियाज जहां पर वो माइनॉरिटी में है तो टेक्निकली यहां तक मोबिलाइजेशन पूरी तरह फैल चुका है 1940 में आप देखेंगे कि हां यहां पर जो जिन्ना है ही हैज इमर्ज एज अ कायदे आजम राइट ही है इमर्ज ए ग्रेट ऑर्गेनाइजर कि वो बिना किसी लड़ाई झगड़े के धीरे-धीरे पॉलिटिक्स खेलते खेलते सबको आउट मनवर कर जाएंगे राइट है ना क्या वो यहां क्या डिमांड कर रहे हैं डिमांड यह कर रहे हैं कि कांग्रेस यह मान ले कि वह हिंदू ऑर्गेनाइजेशन और हम क्या है हम जो है मुस्लिम लीग क्या है मुस्लिम लीग जो है मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन है इस बात पर व एग्री कर जाए तो टेक्निकली अब यहां पर कोई नेगोशिएशन हो ही नहीं सकता राइट कि वो ये डिसाइड करना चाहते हैं कि हम मुस्लिम्स को रिप्रेजेंट करते हैं और आप हिंदू को रिप्रेजेंट करते हैं यह बात अगर आप क्लीयरली मान लीजिए तो फिर जो है बात आगे कुछ हो सकती है तो नाउ ड्यूरिंग सेकंड वर्ल्ड वॉर हमने समझा कि हां जितना भी नेगोशिएशन था जो भी चीजें हमने ट्राई करी चाहे वो चाहे वो क्रिप्स ऑफर हो हम लोग बात कर रहे थे कैबिनेट मिशन की हम बात कर रहे थे इंटरम गवर्नमेंट बनाई थी अभी थोड़ी देर पहले हम डिस्कशन कर रहे थे राइट इंटरम गवर्नमेंट उसमें भी जो है उसमें भी कोशिश कर रहे हैं कि हां पूरी तरह से जो है उसको बर्बाद कर दिया जाए फिर फिर मीटिंग्स वगैरह में नहीं जा रहे हैं फिर जो है ऑब्जेक्टिव ल की मीटिंग में नहीं आए तो कांस्टीट्यूएंट असेंबली की मीटिंग से भी नहीं जा रहे हैं फाइनेंस मिनिस्ट्री को भी डे डेडलॉक कर दिया है तो टेक्निकली दे विल ट्राई एवरीथिंग अंडर द सन एंड इंश्योर कि हां उनको क्या मिले तो 1947 में दे विल टेक पाकिस्तान पार्टीशन राइट अब इसमें पॉइंट्स आप और ऐड कर सकते हो 46 47 के तो दिस इज हाउ दिस इज हाउ वी वर डिवाइडेड तो दिस वाज स्प्रेड एंड कम बर्थ एंड स्प्रेड ऑफ कम्युनलिज्म इन इंडिया राइट आई होप यू गॉट दिस पॉइंट नाउ नाउ चलिए थोड़ा सा पी वाई क्यूज देखते हैं अगेन जैसा कि मैंने पहले भी कहा था कि यू नीड टू बी अ लॉट मैच्योर टू हो टू ग्रास्पर राइट और मैं चाहूंगा कि आप एक बार खुद भी पढ़े और इन बातों को समझे ओके फिर भी कुछ जो है अगर आप कहना चाहते हैं कुछ बताना चाहते हैं फील फ्री टू राइट इन द कमेंट सेक्शन बट बी वेरी यू कैन से सेंसिटिव वाइल राइटिंग एनीथिंग इन द कमेंट सेक्शन चलिए तो इन द कॉन्टेक्स्ट ऑफ कॉलोनियल इंडिया शाहनवाज खान प्रेम कुमार सैगल और गुरु भक्ष गिलन आर रिमेंबर्ड एज बताना है पहला सवाल दिस वाज द फर्स्ट क्वेश्चन सेकंड क्वेश्चन है कि विद रिफरेंस टू द कैबिनेट मिशन चच ऑ द फॉलोइंग स्टेटमेंट आर करेक्ट दिस इ सेकंड क्वेश्चन जवाब दीजिए कमेंट सेक्शन में 2015 का सवाल है प्लस मे से भी सवाल आ चुका है सॉरी एस द रोल ऑफ ब्रिटिश इंपीरियल पावर इन कॉम्प्लिकेटिंग द प्रोसेस ऑफ ट्रांसफर ऑफ प्रोसेस ऑफ ट्रांसफर ऑफ पावर ड्यूरिंग द 1940 अब ये एक चैप्टर और पढ़ लेंगे तो इसका पूरा जवाब आ जाएगा फिलहाल ये आप आंसर कर सकते हैं कम्युनलिज्म अराइज आइर ड्यू टू पावर स्ट्रगल और ट डेविएशन आर्गू बाय गिविंग सूटेबल इलस्ट्रेशन आई होप यू हैव गट इनफ एग्जांपल्स आप आराम से इस तरह के किसी भी सवाल को जो है अटेम्प्ट कर सकते हैं इन व्हाट वेज ड द नेवल मटनी प्रूव टू बी द लास्ट नेल इन द कॉफिन ऑफ ब्रिटिश कॉलोनियल एस्पिरेशन इन इंडिया राइट ये तीन सवाल पहले तीन सवाल जो है आपको लिखने की कोशिश करनी है डू लेट मी नो इन द ब्रेनस्टॉर्मिंग वाला हेडिंग वाला कितना आपने जो ब्रेनस्टॉर्म किया क्या हेडिंग्स बन रही है इन द क्वेश्चंस राइट आप अपने कमेंट सेक्शन में बताइए तो आई होप आपकी तैयारी वगैरह अच्छी चल रही है बाकी मिलते हैं इन द नेक्स्ट वीडियो बात करेंगे अगले तो अगला तो आजादी है राइट अगले चैप्टर बात करेंगे आजादी तो मिलते हैं बाकी पढ़ते रहिए बा बाय टेक केयर एंड गुड डे