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Heat and Temperature: Understanding the Basics

तो हिट को कैसे आप डिफाइन करोगे या कैसे याद रखोगे तो हिट इस डी फॉर्म ऑफ एनर्जी ठीक है हिट एनर्जी है जैसे की आपकी सनलाइट जो है वो एक एनर्जी है या फिर आप इस समझ सकते हो की जो हमारी सुनने की एनर्जी है जो हमारी देखने की एनर्जी है ठीक है ये सभी एनर्जी इस कहलानी है जिनको आप सिर्फ महसूस कर सकते हो ठीक है इस तरीके से आपकी जो हिट है वो भी एक ऐसी एनर्जी है जिसको आप सिर्फ फूल कर सकते हो ठीक है जैसे जब आप कुछ खाना खाता हो ओके तो उसके बाद आपको एनर्जी फूल होने ग जाति है आप क्या उसको देख सकते हो नहीं ना ही ऊ करके देख सकते हो सिर्फ आप उसको महसूस कर सकते हो तो हिट भी इस तरीके का फॉर्म ऑफ एनर्जी है जिसके करण आप वोमित को महसूस करते हो ठीक है वाम तो मतलब आपको थोड़ा सा गर्माहट फूल होती है तो हिट इस डी फॉर्म ऑफ एनर्जी दिउ तू विच वे कैन फूल बम तो अब ये वेट जो है जो गर्माहट है ये आप कहां-कहां फूल करते हैं सबसे पहले इस तरह यह सोचिए पहले तो जब हम सनलाइट में होते हैं तो हमें यह गर्माहट महसूस होती है या फिर जैसे कहानी कैंफायर जल रहा है तो थोड़ी सी दूर पर अगर है तो भी आपको गर्माहट फूल होती है रूम में अगर हीटर ऑन कर दिया जाए तो आपको गर्माहट फूल होगी ठीक है और तो और जब आप गैस के पास होते हो किचन में तो स्टॉप जल जल रहा होता है तो उसके पास में आपको थोड़ी बहुत गर्माहट फूल होती है तो ये जो पुरी बंद है इसको हम क्या कहते हैं इसे हम कहते हैं हीटर एनर्जी ठीक है अब कई लोग कंफ्यूज होते हैं हिट में और टेंपरेचर में और वो ये सोचते हैं की दोनों ही एक चीज है तो आपको ये याद रखना है जैसा की मैंने आपको चैप्टर में भी समझाया था की हिट और टेंपरेचर दोनों एक दूसरे से रिलेटेड तो है लेकिन एक जैसे नहीं है हिट इस डी फॉर्म ऑफ एनर्जी और टेंपरेचर मेजरमेंट है वो एनर्जी का ठीक है जैसे की मैं कितनी लंबी हूं इसका मेजरमेंट लेने के लिए मुझे टेप की जरूर पड़ेगी इस तरीके से जो हिट है वह क्या है एनर्जी है जिसको मेजर करने के लिए हम टेंपरेचर शब्द का उसे करते हैं ठीक है टेंपरेचर क्या होता है ये तो हम आगे डिस्कस करेंगे ही तो हिट समझ में आया तो हिट एक तरीके की एनर्जी है जिसके वजह से हमें गर्माहट फूल होती है या वांट महसूस होती है ठीक है हिट एनर्जी डेट इस ट्रांसफर फ्रॉम वन बॉडी तू अंदर आज डी रिजल्ट ऑफ एन डिफरेंस इन टेंपरेचर ठीक है अब पहले पॉइंट तो आप याद रखेंगे अब दूसरा पॉइंट क्या कहना छह रही हूं मैं इसको जरा समझिए पहले पॉइंट याद रहेगा ना की हिट इस डी फॉर्म ऑफ एनर्जी दें क्या बोल रहे हैं की हिट एनर्जी डेट इस ट्रांसफर फ्रॉम वन बॉडी तू अंदर ठीक है आज डी रिजल्ट ऑफ एन डिफरेंस इन टेंपरेचर इसका क्या मतलब है हिट एनर्जी जो है वो एक बॉडी से दूसरी बॉडी में ट्रांसफर होती है क्लियर कोई भी एनर्जी हो वो एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर होते ही है तो ऑब्वियस सी बात है तो हिट एनर्जी को स्पेशल स्पेशली हम क्यों समझ रहे हैं तो हिट एनर्जी तभी ट्रांसफर होती है जब दो बॉडीज का जो टेंपरेचर है उसमें डिफरेंस हो ये क्या है तो चलिए इस चीज को समझ लेते हैं तो हिट ट्रांसफर कब होगी एक बॉडी से दूसरी बॉडी पे तो मां लीजिए की मैंने एक गम पाटिल रखा हुआ है ठीक है और उसके पास एक ठंडी स्पून मैंने रख दी ठीक है अब अगर आपने उससे बिल्कुल सटा करके बिल्कुल उसकी सरफेस से इस तरह से बिल्कुल उसको जॉइन करके रखा हुआ है तो थोड़ी डर बाद आप क्या देखोगे की जो स्पून है वो भी गम होना शुरू हो जाति है तो इसका मतलब क्या हो रहा है वहां पे यहां पे हो रही है हिट एनर्जी ट्रांसफर ठीक है अब मां लीजिए की दो इस तरह से बाइकर्स हैं एक में पानी भारत हुआ है और एक और भी करें जिसमें भी पानी भारत हुआ है ठीक है अब यहां पर टेंपरेचर ज्यादा है ए का टेंपरेचर ज्यादा है एस कंपेयर तू बी ठीक है तो यहां पे अगर इन दोनों को जॉइन करके रख दिया जाए तो ये जो हिट है वो इस पर तब तक ट्रांसफर होती जाएगी जब तक की दोनों की हिट बराबर ना हो जाए या फिर दोनों का टेंपरेचर बराबर ना हो तब तक यह हिट इसमें ट्रांसफर होती रहेगी तो हिट जो है वो एक बॉडी से दूसरी बॉडी में ट्रांसफर होती है जब तक की उनके बीच में टेंपरेचर डिफरेंस हो ठीक है जैसे की आप ग्लास का दूध लेते हैं तो ग्लास के दूध का टेंपरेचर ज्यादा होता है जब आप गम दूध लेते हैं अब आपने उसमें रख दी स्पून अगर आप स्पून को इसमें दाल करके रख डॉग तो थोड़े टाइम बाद आप क्या महसूस करते हो की इस फोन भी गम हो चुकी है तो ये हिट कब तक ट्रांसफर होती रहेगी जब तक की ग्लास क्या ग्लास के अंदर जो लिक्विड है उसका टेंपरेचर और जो आपके स्पून का टेंपरेचर है वो बराबर ना हो जाए तो हिट जो है वो एक बॉडी से दूसरी बॉडी तक ट्रांसफर करती है जब तक की दोनों बॉडीज के बीच में टेंपरेचर डिफरेंस हो या आप ऐसा भी का सकते हो की हाय टेंपरेचर से लो टेंपरेचर पर हिट ट्रांसफर करती है ठीक है हिट एनर्जी जो है ट्रांसफर करती है ये क्यों ट्रांसफर होती है ताकि दोनों ही बॉडी का टेंपरेचर बराबर हो जाए अब अगर मैं यह बोलूं की जब ए और बी का टेंपरेचर बिल्कुल बराबर हो जाएगा तो इन दोनों के बीच में फिर कोई भी ट्रांसफर नहीं होगा मतलब हिट का एक बार ट्रांसफर कब तक होता है जब तक होता है जब तक की दोनों बॉडीज का टेंपरेचर बिल्कुल एग्जैक्ट बराबर ना हो जाए ठीक है तो ये हिट का सेकंड पॉइंट याद रखेंगे की हिट एनर्जी ट्रांसफर फ्रॉम वन बॉडी तू अंदर तिल आ तिल दें डिफरेंस इस मेंटेन बिटवीन डेम या आप अपने शब्दों में कुछ भी लिख सकते हैं की हिट एनर्जी एक बॉडी से दूसरे बॉडी तक तब तक ट्रांसफर होती है जब तक की उनके दोनों के बीच के टेंपरेचर डिफरेंस कम ना हो जाए या यह भी बोल सकते हो आप की जब तक की उनके बीच का जो डिफरेंस है ठीक है वो बना राहत है तब तक जो हिट है वो एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर होती रहेगी ठीक है आईएफ तू बॉडीज एड डिफरेंट टेंपरेचर आर ब्लॉक डी टुगेदर एनर्जी ट्रांसपोर्ट जैसा की नेक्स्ट पॉइंट में हमने लिखा ही है की अगर दो बॉडी अलग-अलग टेंपरेचर की है तो उन दोनों के बीच में फ्लिपकार्ट ट्रांसफर होता रहेगा तो वो हॉट एनर्जी से कोल्ड एनर्जी की तरफ ही जाएगी जैसा मैंने आपको पुराने कुछ चैप्टर में जब हिट एनर्जी को समझ रहे थे वहां मैंने एक एग्जांपल से समझाया था इस पॉइंट को आप वैसे भी समझ सकते हैं मां लीजिए की एक बड़ा पानी का टैंक है ठीक है जिसमें पानी यहां तक भारत हुआ है ये मैं समझा रही हूं की कैसे हिट फ्लो होता है हॉट बॉडी से बॉडी पर मतलब हॉट टेंपरेचर से थोड़े से लो टेंपरेचर पर हाय से लो अब यह एक और टैंक है जो की थोड़ा सा हाफ फील्ड है अब ये यहां पर अगर मैं बीच में पाइप को कनेक्ट कर डन ठीक है ये ज्यादा भारत हुआ टैंक है और ये कम भारत हुआ टैंक है अब ये पाइप क्या करेगा ये पाइप जो है इस पानी का फ्लो तब तक बनाता रहेगा जब तक की दोनों का लेवल से ना हो जाए ऐसा ही होता है ना अगर दो टैंक रखें हुए हैं जिसमें एक में ज्यादा पानी है मैंने बीच में पाइप लगा दिया तो पाइप कब तक पानी बहता रहेगा जब तक की दोनों का लेवल बराबर ना हो जाए तो इस तरीके से ये जो हिट एनर्जी है वो तब तक बाटी रहती है जब तक की दोनों ही बॉडीज का टेंपरेचर जो है वो बराबर नहीं हो जाए यहां पर आप पानी के फ्लो को हिट ट्रांसफर समझ सकते हो और जो बच्चा भारत हुआ पानी है उसको आप समझ सकते हो क्वांटिटी ऑफ टेंपरेचर ठीक है दोनों का टेंपरेचर अगर बराबर रहेगा तो फिर हिट एनर्जी फ्लो नहीं करेगी ठीक है अब जरूरी नहीं की ऑब्जेक्ट का शॉप और साइज बराबर हो हिट एनर्जी को शॉप साइज से मतलब नहीं होता ठीक है हिट एनर्जी का मतलब क्या होता है की भाई एक जगह से उसको दूसरी जगह तब तक बहते रहना है जब तक की उसका टेंपरेचर भी बिल्कुल एग्जैक्ट से ना हो जाए क्लियर हो गया चलिए तो भाई इस पूरे चैप्टर में आपको यही चीज पढ़नी है की पहले चीज तो हिट क्या होती है तो हिट अपन समझ गए की फॉर्म ऑफ एनर्जी ये हिट एक एनर्जी है जिसको हम फूल कर सकते हैं कैसे फूल करते हैं जब हमें गर्माहट या वांट महसूस होती है इसका मतलब वहां हिट एनर्जी है क्लियर हिट के जो मेजरमेंट होता है वो हम करते हैं टेंपरेचर से कितना टेंपरेचर है उसे समझ में ए जाएगा की हिट की क्वांटिटी क्या है ठीक है अब इसके बाद हम आपको बताएंगे की हिट जो है वो ट्रांसफर कैसे होते हैं अब ये तो हम समझ गए हॉट ऑब्जेक्ट से कोल्ड ऑब्जेक्ट की तरफ हिट ट्रांसफर होती है मतलब ग्राम जगह से ठंडी जगह पर लेकिन अब इसके ट्रांसफर होने के आपके जो तीनों स्टेटस हैं स्टेटस के बाद करें तो लिक्विड सॉलिड और गैस इन तीनों में जो हिट ट्रांसफर है वो थोड़ा अलग तरीके से होता है जिसको हम कंजक्शन कन्वैक्शन और रेडिएशन कहते हैं तो ये चीज क्या है इसके बड़े में हम आगे डिस्कस करेंगे अब हम ए जाते हैं किसके ऊपर टेंपरेचर के ऊपर जैसे मैंने कहा की अगर आपको ये पता करना है की किसी चीज में कितना हिट है ठीक है या आपको ये पता करना है की हॉटनेस कितनी है और कोल्डनेस कितनी है तो फिर हम उसे करते हैं टेंपरेचर का तो चलिए नेक्स्ट है आपका जो टॉपिक आपको इस सब चैप्टर का पढ़ना है वह है टेंपरेचर तो टेंपरेचर क्या बॉडी किसी भी बॉडी का ये मेजरमेंट करना की वो कितनी गम है या कितनी ठंडी है वो कहलाता है टेंपरेचर ठीक है अमेजन मिनट ऑफ हॉटेस्ट और कोल्डनेस ऑफ ऑब्जेक्ट डेट कैन बी रिलेट अपन इस नॉन एस टेंपरेचर ठीक है किसी भी बॉडी की का ये पता करना की भाई वो कितनी ज्यादा गम है या कितनी ज्यादा ठंडी है ठीक है हम जैसे ऊ करके बता सकते हैं की हां कोई चीज गम है या कोई ठंडा है या ये बता सकते हैं की बहुत गम है या बहुत ठंडी है लेकिन एग्जैक्ट हमें क्या पता करना होता है क्वांटिटी तो वो एग्जैक्ट क्वांटिटी क्या कहलानी है टेंपरेचर कहलानी है अब इस टेंपरेचर को भी मेजर करने के लिए फिर हम थर्मोमीटर का उसे करते हैं तो वो हम आगे पढ़ेंगे क्योंकि हमें एग्जैक्ट वैल्यू चाहिए है ठीक है तो टेंपरेचर चलिए वो क्वांटिटी हो गई जैसे लेंथ अपनी क्वांटिटी है आपकी लंबाई को मेजरमेंट करने के लिए इस तरीके से यहां पर जैसे सेंटीमीटर का उसे कर सकते हैं इस तरीके से यहां पर हम टेंपरेचर का उसे करेंगे टेंपरेचर को अगर किस मेजर करते हैं जैसे लेंथ को मेजर करने के लिए मैंने बताया सेंटीमीटर और मी का उसे करते हैं इस तरीके से टेंपरेचर को मेजर करने के लिए किस चीज का उसे किया जाता है तो सबसे पहले हम वो डिस्कस कर लेंगे ठीक है सो आईटी कैन बी मेजरड यूजिंग डी थ्री डिफरेंट यूनिट्स अब ये जो टेंपरेचर है जनरली आपने किसमे सुना होगा डिग्री सेल्सियस में ठीक है टेंपरेचर की यूनिट फारेनहाइट और केल्विन भी होती है लेकिन हम इंडिया में जनरली डिग्रीस सेल्सियस का ही उसे करते हैं आईटी इस डिनोटेड आईटी इस डिनोटेड एस डिग्री सेल्सियस इसको कैसे रिप्रेजेंट किया जाता है ये आपको डिग्री दिखेगी और यहां पे सेल्सियस का साइन दिखेगा ठीक है और रीड एक डिग्री सेल्सियस और सेल्सियस इसको डिग्री सेल्सियस या सेल्सियस नॉर्मली भी कहते हैं ओके पर इंस्टेंट 20 डिग्री सेल्सियस बिल बी रीड स 20°c जैसे यहां पे 20 ये लिखा हुआ है तो उसको आप रीड कैसे करोगे 20 डिग्री सेल्सियस ठीक है इसी तरीके से दूसरी यूनिट होती है जिसके मदद से आप टेंपरेचर को मेजर कर सकते हो फारेनहाइट तो इसमें भी हम क्या लगाते हैं डिग्री फारेनहाइट तो आईटी इस डिनोटेड आगे डिग्री फारेनहाइट ये क्या होता है डिग्री और ये एफ क्या रिप्रेजेंट करता है फारेनहाइट को क्लियर सो और रीड आगे डिग्री फॉरेनहैड़ोस को कैसे रीड करोगे डिग्री फारेनहाइट अगर कहानी पर लिखा हुआ है 25 और ये सिंबल लगा हुआ है तो आप इसे कैसे रीड करोगे आप इसे रीड करोगे 25 डिग्री साइनाइड ठीक है अब केल्विन जो है उसमें हम डिग्री शब्द का उसे नहीं करते क्योंकि ये एब्सलूट वैल्यू होती है ठीक है सो इसीलिए केल्विन अगर के लिखा हुआ है तो हम उसमें डिग्री शब्द नहीं उसे करेंगे और के का मतलब क्या होगा केल्विन आईटी इस डिनोटेड स के पर इंस्टेंस 100 के बिल बी रीड एस 100 केल्विन इसको कैसे पढ़ोगे आप 100 केल्विन तो भाई देखा आपने टेंपरेचर को मेजर करने के लिए जैसे अपने लेंथ को मिरर करने के लिए हम मी किलोमीटर सेंटीमीटर इन सबका उसे करते हैं मी का उसे करते हैं इसी तरीके से टेंपरेचर को मेजर करने के लिए हम डिग्री सेल्सियस और हाइट या केल्विन उसे करते हैं इंडिया में जो टेंपरेचर है वो डिग्री सेल्सियस में उसे किया जाता है ठीक है चलो तो ये कहानी तो हमें समझ में ए गई की भाई जो अगर हमें यह पता करना है की किसी बॉडी के अंदर कितना हिट डेवलप हो रहा है तो हम उसको बोलते हैं टेंपरेचर मेजरमेंट ऑफ हॉटनेस या कोल्डनेस को हम कहते हैं टेंपरेचर और टेंपरेचर को जी यूनिट से मेजर किया जाता है वो है डिग्री सेल्सियस या फिर ये दोनों ठीक है अब बड़ी आई है की अगर मुझे टेंपरेचर मेजर करना है तो टेंपरेचर मेजर कैसे करोगे जैसे आपने छूकर के किसी चीज को देखा तो आप समझ जाओगे की हां ये चीज थोड़ी सी गम है लेकिन अगर मैं बोलूं की कितनी गम है उसका कितना टेंपरेचर है तो क्या आप बता पाओगे नहीं बता पाओगे आप बस ये बता सकते हो दो-तीन चीजों में डिफरेंस की हां ये थोड़ी गम है ये थोड़ी सी सिर्फ कम गम है ये सबसे ज्यादा गम है लेकिन हम एग्जिट वैल्यू नहीं बता सकते तो फिर टेंपरेचर को किस मेजर किया जाता है तो इसके लिए हम उसे करते हैं डिवाइस जिसको बोला जाता है थर्मोमीटर थर्मोमीटर के आप बहुत बार उसे किया होंगे भगवान करें ज्यादा उसे करने की जरूर ना पड़े क्योंकि थर्मोमीटर का भी उसे करते हैं आप जब आपको फीवर आता है ठीक है