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Lecture Notes on Hindi Grammar

नमस्कार प्यारे साथियों मैं प्रमोद सरंग आपका बहुत-बहुत स्वागत करता हूं आपके अपने परिवार सचिन अकेडमी पर श प्रभात शुभ मध्यान गुड आफ्टरनून राधे राधे राम राम सभी के लिए सभी लोगों का बहुत-बहुत स्वागत है सभी प्यारे साथी जल्दी से जुड़ेंगे क्लास शुरू हो चुकी है सभी का हृदय से स्वागत है एक बार सूचित करेंगे कि आप लोग मुझे अच्छे से देखो और सुन पा रहे हैं सभी का नमस्कार प्रणाम स्वीकार है और एक बार जल्दी से वीडियो को फटाफट से लाइक और शेयर करेंगे तो दोस्तों चलते हैं यहां पर आगे तो सबसे पहले मैं आपको बता देता हूं बीएससी 4.2 का जो बैच है अभी जिन साथियों ने जवाइन नहीं किया है सचिन अकेडमी से वह जवाइन कर लीजिएगा क्योंकि यहां पर आपको फुल और बेहतरीन कंटेंट आपको मिलने वाला है सबसे जबरदस्त कंटेंट आपको यही मिलेगा ठीक है तो जो साथी अभी नहीं जुड़े हैं और जुड़ने के इच्छुक है कि आपको एक बेहतर तैयारी मिल सके तो आप यहां पर जुड़ सकते हैं तो सचिन अकेडमी ऑफिशियल एप्लीकेशन डाउनलोड करेंगे और यह आपका डिस्काउंट जो है 00 का डिस्काउंट चल रहा है फिलहाल ठीक है तो आप इसको परचेस कर सकते हैं ठीक है तो यहां पर आपके छ से आठ 9 से 10 दोनों भी मिल सकते हैं अलग-अलग लेना चाहे तो अलग-अलग भी उपलब्ध है ठीक है चलिए और इसके अलावा बिहार के लिए आईएनएम की बुक बहुत महत्त्वपूर्ण होती है आपके लिए बिहार जीके और जो आपका इंटरनेशनल मूवमेंट्स वगैरह जो होते हैं सब इसके अंदर मिल जाएगा ठीक है चलिए यह किस प्रकार जो है किसके प्रकार है ह्रस्व होता है एक दीर्घ होता है एक प्लुत होता है ये किसके प्रकार होते हैं मतलब यह क्या है यह आपका संधि है व्यंजन है या स्वर है यह स्वर के प्रकार है संधि के प्रकार है या व्यंजन के प्रकार है ठीक है जी दोस्तों बहुत-बहुत स्वागत है सभी का चलिए बताइएगा फटाफट से लाइक शेयर करते रहना वीडियो को ठीक है देखो रस्व स्वर दीर्घ स्वर और प्लुत स्वर हस्व व्यंजन दीर्घ प्लुत व्यंजन नहीं होता है ह्रस्व संधि दीर्घ संधि दीर्घ संधि तो होती है ह्रस्व नहीं होती है ना प्लुत संधि होती है तो ये दोनों तो नहीं होंगे बिल्कुल भी ठीक है तो ये स्वर के अंतर्गत गिना जाएगा दोस्तों ठीक है इसमें ये स्वर होते हैं तीन प्रकार के ठीक है हृस स्वर में कौन-कौन से आते हैं अ इ उ और ऋ ठीक है दीर्घ स्वर में कौन-कौन से हैं आ ई उ ए ई ओ औ ठीक है यह दीर्घ स्वर के अंतर्गत आते हैं सात ही हो गए चार हो ग टोटल 11 होते हैं ठीक है पल स्वर कौन-कौन से होते हैं दोस्तों जिसमें आपका जो जैसे राम ओम यानी कि जब हम किसी के नाम का दीर्घकालीन उच्चारण करते हैं तो दोस्तों हम जब किसी स्वर को लंबे समय तक उच्चारित करते हैं फिर ठीक है जैसे राम ओम जैसे आपके घर में माता-पिता आपके नाम को पुकारते हैं ठीक है तो इस तरह से कहते हैं ठीक है और ये दोस्तों मात्रा के आधार पर होते हैं दोस्तों ठीक है मात्रा के आधार पर ठीक है रस्व मात्रा दीर्घ मात्रा और प्लुत यानी कि उनके उच्चारण में लगे समय ठीक है मात्रा किसको कहते हैं उच्चारण में लगा समय ठीक है उच्चारण में लगा समय तालव्य ध्वनि कौन सी है दोस्तों इसमें तालव्य ध्वनि पूछी गई है च छ ज झ ट ढ या एक से अधिक या कोई नहीं बताइए चलिए बताइए लव ध्वनि कौन सी है देखो होता क्या है कि तालव्य देखो कंठ होता है तालव्य मूर्धा ठीक है दंत और ओट कं तालव्य मर्दन दंत ओट ये पांच स्थान होते हैं ठीक है तो क वर्ग पूरा यहीं से बोलेगा ठीक है च वर्ग पूरा यहीं से बोलेगा ठीक है ट वर्ग यहां से बोलेगा त वर्ग यहां से बोलेगा और प वर्ग यहां से बोलेगा पूरा ठीक है तोब देखिए तालव्य में कौन से आते हैं च आता है छ आता है ज आता है झ आता है इ आता है देख लीजिए च छ ज झ ये चारों ही आ रहे हैं मतलब यह भी आ रहा है यह भी आ रहा है तो एक से अधिक हो जाएगा उत्तर ठीक है डी उत्तर लगाएंगे ना फिर आप एक से अधिक हो जाएगा ठीक है ना चलिए संयुक्त स्वर कौन से होते हैं दोस्तों ए ई आ ई उ ओ ओ दोस्तों उत्पत्ति के आधार पर ठीक है उत्पत्ति के आधार पर स् दो प्रकार के होते हैं दोस्तों एक मूल स्वर होते हैं एक संधि स्वर होते हैं ठीक है मूल स्वर और संधि स्वर दो प्रकार के हो गए तो मूल स्वर में आपके वही आ जो हस स्वर में गिने जाते हैं अ इ उ और ऋ ठीक है यहां पर संधि स्वर जो होते हैं वह भी दो प्रकार के होते हैं दोस्तों एक तो हो जाता है आपका दीर्घ स्वर एक होता है संयुक्त स्वर ठीक है तो संयुक्त स्वर वो होते हैं संधि स्वर इसम दीर्घ स्वर कौन-कौन से आ जाएंगे आ ई ठीक है य आ जाएंगे दीर्घ स्वर में और उ आ जाएगा ठीक है संयुक्त स्वर में दोस्तों ए ई ओ औ ये चारों के चारों आपके संयुक्त स्वर होते हैं क्योंकि संयुक्त स्वर की एक पहचान होती है कि वो दो अलग-अलग स्वरों से मिलकर बनते हैं ठीक है दो अलग-अलग स्वरों से मिलकर बनेंगे आपके संयुक्त स्वर ठीक है तो जिसमें जैसे जैसे इसकी बात करें तो दोस्तों अ जमा ई से मिलकर बनेगा इसकी बात करें अ जमा ए से बनेगा इसकी बात करें दोस्तों ये अ जमा उ से मिलकर बनेगा इसकी बात करें तो अ जमा ओ से मिलकर बनेगा तो अलग-अलग स्वरों से मिलकर बने हैं संयुक्त स्वर हो गए तो इसमें यह भी आ रहा है ठीक है इसमें से नहीं आ रहा ये आ रहा है लेकिन यह नहीं है तो इसका उत्तर हम ए ही लगाएंगे ठीक है ए आई ये चारों ध्यान रखना ये चारों संयुक्त स्वर होते हैं उत्पत्ति के आधार पर यह दीर्घ स्वर हो जाएंगे और यह मूल स्वर हो जाएंगे ठीक है क्लियर हुआ पॉइंट चलिए प्रत्येक वर्ग का प्रथम एवं द्वितीय वर्ण किस प्रकार के हैं अगर प्रत्येक वर्ग का जगर प्रत्येक वर्ग की बात करें तो दोस्तों कंठ क ख ग घ अंग हो गया च छ ज झ य ट ठ ड ढ ण त थ त ध न प फ ब भ म ये पांच वर्ग होते हैं पांचों में पांच पांच ही वर्ण होते हैं ठीक है अब यहां पर दोस्तों यह पूछा गया है कि इन पांचों का प्रत्येक वर्ग का प्रथम और प्रथम और द्वितीय वर्ण कौन से होते हैं दोस्तों प्रथम और द्वितीय वर्ण अगर हम अघोष सघोष नाद यहां पर अघोष सघोष ही विकल्प में है तो अल्प्राण महाप्राण का तो कोई लॉजिक ही नहीं बनता इसमें ठीक है तो यह जो दोनों होते हैं य होते हैं दोस्तों आपके अघोष ठीक है यह होते हैं अघोष और यह तीनों होते हैं सघोष ठीक है क्या होते हैं यह सघोष होते हैं यह सघोष हो जाएंगे अघोष का मतलब है वाइब्रेशन होता है गले में यहां पर कंपन होता है जब उनका उच्चारण करते हैं जैसे फ भ म बोल के देखिए ठीक है सॉरी अ ब भ म तो ब भ म में वाइब्रेशन ज्यादा होगा प फ में बहुत कम होता है वो बहुत कम जो होता है वो अ का होता है स्वर का होता है इनका वाइब्रेशन होता ही नहीं है कंपन नहीं होगा तो कंपन नहीं होगा तो आघोष और कंपन या वाइब्रेशन होगा तो सघोष या घोष बोल सकते हैं इसको सघोष या केवल घोष भी बोल सकते हैं ठीक है तो जो पहले और दूसरे होते हैं वो अघोष होते हैं ठीक है पहले दूसरे अघोष और दूसरे तीसरे चौथे पांचवे सघोष या घोष कह सकते हैं सॉरी हा हा तो उत्तर यही आया कि पूछा कि पहला और दूसरा क्या होता है वो अघोष होते हैं ठीक है पहला और दूसरा अघोष तीसरे चौथे पांच में सघोष या घोष कैसा कहेंगे उनको ख और घ ठीक है दोस्तों ख और घ ध्वनि किस प्रकार की होती है नाद है अल्पप्राण है या महाप्राण है तो य अल्प प्राण महाप्राण की बात जाती है यहां पर यह पूछा गया है कि ख और घ क्या होते हैं ठीक है यहां पर पूछा गया है ख ठीक है यह ख और घ पूछा गया मतलब इन दोनों में समानता क्या है तो यह जो होते हैं अघोष सघोष को छोड़कर विकल्प में देखें तो यहां पर अल्प प्राण और महाप्राण आया है ठीक है तो हम यह देखेंगे कि जो पहला तीसरा और पांचवा होता है ठीक है कौन से दोस्तों पहला तीसरा और पांचवा ये होते हैं अल्प प्राण ठीक है ये अल्पप्राण होते हैं और जो आप देखेंगे गौर करेंगे यदि तो दूसरा और चौथा जो होता है यह होते हैं महाप्राण ठीक है महाप्राण यानी कि इनके उच्चारण में दूसरे और चौथे के उच्चारण में महाप्राण में दूसरे और चौथे के उच्चारण में मुख से हवा ज्यादा निकलेगी बोलेंगे ख घ बोल के देखिए ख और घ तो सीधी सी आवाज है हवा ज्यादा निकल रही है तो यह महाप्राण कहलाते हैं और जो पहला तीसरा पांचवा है क ग अंग क ग अंग हाथ मुंह पर हाथ लगा के देख आप अब बिल्कुल भी हवा नहीं निकलेगी तो जब हवा नहीं निकलेगी तो अल्प प्राण ज्यादा हवा निकलेगी हवा निकलेगी तो महाप्राण सीधी सी बात है प्राण का मतलब हवा वायु या श्वास और महा का मतलब ज्यादा तो जब जिस व्यंजन के उच्चारण में मुख से अधिक हवा निकले तो वो महाप्राण हो गया जिनके उच्चारण में मुख से कम हवा निकले वो अल्प प्राण हो गया सीधी सी बात है इसको अगर हम प्रैक्टिकली तौर पर भी समझे चीज को ठीक है तो दूसरा और चौथा पूछा तो ये महाप्राण हो जाएंगे ठीक है दूसरा चौथा ही तो पूछ रहा है दूसरा चौथा ख और घ पूछ रहा है तो दूसरा चौथा हर एक वर्ग का दूसरा और चौथा ठीक है यह महाप्राण होते हैं हर एक वर्ग का एक तीन एक तीन और पांच ठीक है ये अल्पप्राण होते हैं एक तीन और पाच अल्पप्राण होते हैं याद रखना ठीक है क्लियर है पॉइंट चलिए दोस्तों आगे बढ़ते हैं अगला प्रश्न कहता है कि निम्नलिखित में से गलत संधि बताइए थोड़े प्रश्न मैं इस बार थोड़े अलग लेकर आया हूं थोड़े टफ लेवल का ताकि आपको जो है परीक्षा में बिल्कुल भी कठिनाई का सामना ना करना पड़े ठीक है मधु जमा आलय मधवाल अति जमा उष्ण अति उष्ण गुरु जमा औदार्य गुरु धार्य पितृ जमा आदेश तो पित्र आदेश इसमें गलत संधि कौन सी है बताइए हम इनको जो है हल करके देख लेते हैं है ना संधि आती होंगी तो और नहीं भी आती तो थोड़ा सा उस पर ध्यान रखना होगा कि संधि जो है हमारी मूल रूप से तीन प्रकार की होती है स्वर व्यंजन और विसर्ग संधि ठीक है तो स्वर संधि पांच प्रकार की होती है दीर्घ गुण वृद्धि यण और अयादि पांच प्रकार की संधि हो जाएगी अपनी दोस्तों यहां पर हम इनको जोड़कर देखेंगे पहले मधु जमा आलय जब उ का मेल असमान स्वर से होता है तो उ का बन जाएगा व ठीक है और व में जुड़ जाएगा आ जो अगला व्यंजन है फिर ल पीछे पूरा का पूरा और फिर यहां पर मध बन जाएगा ठीक है ये आपकी यण संधि है ठीक है इसमें कौन सी है आपकी यण संधि है उ का व बन जाता है इ का य बन जाता है ऋ का र बन जाता है तो उ जो है इसका व बन गया है और यहां पर क्या बचा म आधा ध ठीक है उसके में व में आ जुड़ जाएगा तो वाल ठीक है मधवाल तो क्या ये सही है मधु जमाल ब मधवाल ये तो ठीक है भाई ठीक है इसके बाद बात करें दोस्तों अति जमा उष्ण तो दोस्तों यहां पर अति जमा उष्ण है उष्म है तो यहां पर छोटी की मात्रा है यहां पर उ है ठीक है तो छोटी ई की मात्रा मतलब या ई के बाद कोई असमान स्वर आए तो य बन जाता है उसका ठीक है इसके बाद में हम उष्म जोड़ देंगे और आगे क्या बचा है हमारे पास अत ठीक है अत बचा हुआ है तो त में य तो मिलेगा नहीं य में उ मिल जाएगा तो य ठीक है और श उष्म और यहां क्या लिखेंगे अति उष्म यह भी ठीक लग रहा है भाई साहब है ना उसके बाद बात करें गुरु जमा औदार्य ठीक है गुरु जमा औदार्य और देखो यह भी ना आपकी यण संधि है ठीक है इ का य बन जाएगा यण संधि है य ठीक है ओके रिपोर्ट है इसमें भी गुरु जमा धार तो उ छोटा है यहां पर औ जोड़ेंगे तो यहां पर उ का क्या बनेगा व बन जाएगा जैसे कि हमने उ का व यहां बनाया है यह नियम होता है यदि छोटे उ बड़े उ के साथ में कोई असमान स्वर आ जाए तो उ उ का व हो जाता है छोटी या बड़ी ई के सामने कोई असमान स्वर आ जाए तो उसका य हो जाता है असमान का मतलब उसके जैसा नहीं होना चाहिए कोई और भी कोई और हो ठीक है धार्य लिखेंगे यहां पर और यहां पर गुरु ठीक है क्योंकि उ हमने निकाल चुका है आधा बचा है व व में औ जोड़ेंगे तो वौ ठीक है धार्य और यहां क्या बचा है हमारे पास ग उ और र जो है यहां पर रेफ बन जाएगा देखिए ग उ यहां पर दो मात्राएं होनी चाहिए इसकी औ की दो मात्राएं और यहां पर रेफ है यहां पर तो एक ही मात्रा है तो फिर यही तो हुआ ना गलत ये गलत हो गया भाई बाकी पितृ जमा आदेश इसको करके देख लेते हैं हम लोग ठीक है पितृ जमा आदेश यह भी यण संधि है यहां से री लिया हमने यहां से आ लिया तो ऋ का बन जाएगा र ठीक है ऋ का जब र बन जाएगा इसमें हम जोड़ेंगे आदेश ठीक है और उससे पहले हम जोड़ेंगे पित ठीक है र में आ जोड़ा तो रा देश ठीक है और आगे क्या बने जोड़ेंगे पी और आधा त जबकि ऐसे लिखा नहीं जाता आधा त में र जोड़ते हैं तो त्रा बन जाता है ठीक है त्रा देश ठीक है या पिा देश तो हमारा ये भी सही है पितृ जमा आदेश बराबर पित्र आदेश ये भी ठीक है ये भी ठीक है ये भी ठीक है ये ठीक नहीं था तो उत्तर यही है यही पूछा गया कि गलत संधि कौन सी है इसके अंदर ठीक है क्लियर है पॉइंट लाइक शेयर तो कर ही रहे हो बिल्कुल भी 150 ग्राम भी ठीक है चलिए इनमें से किस शब्द का संधि विच्छेद सही नहीं है फिर वही तरह का प्रश्न है वयोवृद्ध में वय जमा वृद्ध ये अब पिछली बार पूछा गया था कि संधि कौन सी गलत है यहां पर पूछा है विच्छेद कौन सा गलत है तो वयो जमा वृद्ध अंत तो गत्वा अंततः जमा गत्वा पुनर क्ति यानी कि पुनः जमा उक्ति निरीक्षण नि जमा इक्षण तो इनमें कौन सा गलत हो जाएगा साहित्य का क्लास देखेंगे अगर आवश्यकता पड़ी तो देखो वयो जमा वृद्ध बराबर वय वृद्ध बिल्कुल ठीक है क्योंकि वि अ और विसर्ग का नियम होता है संधि व्यंजन संधि ये विसर्ग संधि है ठीक है विसर्ग संधि ठीक है ये विसर्ग संधि है अ और विसर्ग का ओ हो जाता है ठीक है तो वय जमा वृद्ध बराबर वयो विद्र ठीक है अंततोगत्वा बराबर अंततः गत्वा ठीक है तो यहां भी अ और विसर्ग का ओ हो जाएगा त में अ है और यहां पर ओ है तो इसका हो जाएगा और गत्वा इस तरह से पुनर पुनर उक्ति यानी कि पुनः जमा उक्ति तो यहां पर विसर्ग का र हो जाता है ठीक है पुनः जमा उक्ति बराबर पुनरुक्ति जैसे कि आशीष जमा वाद बराबर आशीर्वाद ये वाली भी ठीक है ठीक है ये सभी में विसर्ग संधि है लेकिन नि जमा इक्षण तो यहां पर निरीक्षण होना चाहिए तो यहां पर बड़ी की मात्रा होनी चाहिए एक तो निरीक्षण ठीक है यहां पर छोटी की छोटी ई लगाई हुई है जबकि होनी चाहिए यहां पर देखेंगे आप खुद ही बड़ी की मात्रा है तो ही और विसर्ग के स्थान पर र आएगा इन दोनों के अंदर ये नियम विसर्ग का र होना वाला नियम है ठीक है तो विसर्ग के स्थान पर र इसमें भी आएगा और र में बड़ी की मात्रा जुड़नी चाहिए जबक जब यहां पर छोटी की मात्रा लिखी हुई है अगर इन दोनों के हिसाब से संधि को बनाएंगे तो कैसा शब्द बनेगा निरीक्षण क्या बनेगा निरीक्षण बनेगा जबकि लिखा हुआ ही ठीक है इस हिसाब से लेकिन यह लिखा क्या हुआ ई क्ण तो बड़ी की मात्रा आनी चाहिए ई क्ण ठीक है इस तरह से नि जमा इक्षण तो विसर्ग का र होना इन दोनों में और विसर्ग का ओ होना इन दोनों वाले नियम में काम करेगा ठीक है चलिए तो नहीं जमा इक्षण होना चाहिए ठीक है जी क्लियर पॉइंट डी उत्तर आ जाएगा आगे बढ़ते हैं दोस्तों शासन का संधि विग्रह क्या होगा ष जमा शासन दुश जमा शासन दु जमा शासन या एक से अधिक या कोई नहीं बताइए इनमें से कोई नहीं इनमें से एक से अधिक ऐसे कर लीजिए एक से अधिक ठीक है तो दोस्तों बताइए फटाफट से विसर्ग का यहां पर श हुआ है ठीक है यहां इस विसर्ग का यह जो श आया है यह विसर्ग के स्थान पर आया है ठीक है ये जो श आया है यह विसर्ग के स्थान पर आया ठीक है तो क्या होना चाहिए दु जमा शासन ठीक है तो दु जमा शासन बराबर दुशासन ठीक है विसर्ग का श होना विसर्ग का अलग-अलग नियम होते हैं विसर्ग का कहीं पर स होगा कहीं पर स होगा और कहीं पर स हो जाएगा श श स ठीक है श श स श श स इस तरह से विसर्ग के अलग-अलग तरह से परिवर्तन होते हैं विसर्ग संधि है ठीक है कौन सी है दोस्तों विसर्ग संधि समझे चलिए नीचे दिए गए उदाहरणों के साथ संधि का नाम किस विकल्प में अशुद्ध है मान के चलिए दिगंबर में व्यंजन संधि महर महाराव में दीर्घ संधि सदैव में वृद्धि संधि वन उत्सव में दीर्घ संधि तो इनमें से एक संधि जिस शब्द में हुई है उसके सामने उसका नाम गलत लिखा हुआ है ठीक है बताइए दोस्तों जल्दी से फटाफट से लाइक शेयर करते रहना चलिए दोस्तों यहां पर इसका विग्रह करेंगे तो दिक जमा अंबर ठीक है दिक जमा अंबर आधा क है तो यह व्यंजन संधि है सीधी सी बात है ठीक है महा जमा अर्णव अर्णव का मतलब होता है समुद्र महासागर या कह सकते हैं तो यहां आ है और यहां अ है तो ये दोनों का मिलकर दीर्घ हो जाएगा तो ये भी दीर्घ संधि है बिल्कुल ठीक बात है इसकी ठीक है सदैव का कैसे बनेगा सदैव कैसा होता है सदा जमा ऐव ठीक है ठीक है सदा जमा ऐव होता है तो आ और ए मिलकर ई बन जाते हैं ठीक है ये आपकी वृद्धि संधि होनी चाहिए तो वृद्धि संधि लिखा हुआ है चलो ठीक है वन उत्सव में वन जमा उत्सव वन जमा उत्सव तो अ उ मिलाकर दोनों बन जाएंगे ओ ठीक है तो ये होती है आपकी गुण संधि ठीक है गुण संधि का पहचान क्या दोस्तों गुण संधि की एक चोटी वाली चाची और एक चोटी वाली चुड़ैल होती है गुण संधि की पहचान जबकि लिखा क्या हुआ है दोस्तों इसके सामने दीर्घ संधि तो यही तो गलत हुआ ना बाकी तीनों तो सही लिखे हुए हैं नियम काम कर रहे हैं सभी में वन उत्सव में गुण संधि आती है जबकि दीर्घ संधि लिखी हुई है इसमें ठीक है आप सीधा से पहचान लिए ओ की मात्रा है कहीं पर या ए की मात्रा है तो व गुण संधि होती है ठीक है क्लियर है पॉइंट चलिए आगे बढ़े निम्नलिखित में से कौन सा संधि विच्छेद सही है मधवा तो मधु जमा अरी महाविद्यालय महा जमा विद्या जमा आलय व्याकुल व्या जमा कुल महर्षि महा जमा अर्षि बताइए देखिए हम नीचे से लेकर चलते हैं यहां से ये तो होगा ही नहीं तो महा जमा अर्षि कोई शब्द नहीं होता ऋषि शब्द होता है ठीक है क्या होता है ऋषि शब्द में तो आ के सामने हमने ऋ मिलाया तो दोनों का मिलकर अर हो जाता है ठीक ठीक गुण संधि के अनुसार दोनों का अर् में हो जाता है और इसमें पीछे जोड़ेंगे शी आगे जोड़ेंगे म ठीक है तो ह में आ जोड़ेंगे तो मह र में कुछ नहीं जोड़ेंगे रेफ बन जाएगा इसके ऊपर ठीक है तो कैसे लिखेंगे महर्षि यह गुण संधि हो जाएगी ठीक है गुण संधि ठीक है यह भी ठीक है मतलब यह गलत है ठीक नहीं मतलब य इसमें यह शब्द नहीं होना चाहिए त तोय गलत हुई व्याकुल में व जमा आकुल शब्द होता है ठीक है व जमा आकुल शब्द होता है क्योंकि ई का हमने आ मिलाया ई के सामने तो ई का य बन जाएगा ठीक है य में आ जोड़ेंगे तो या और आगे क्या है आधा व तो व्या कोल इस तरह से बनेगा ये आपकी यण संधि है जिसमें आपका व्या नहीं होता है व जमा आकुल शब्द होते हैं तो ये भी गलत हो जाएगा आपका ये भी गलत हो जाएगा महाविद्यालय की अगर विच्छेद करेंगे तो केवल महा जमा विद्यालय करेंगे ठीक है क्या करेंगे विद्यालय करेंगे संधि विच्छेद अगर इसका सही रूप में करा जाएगा महा जमा विद्या जमा आलय अलग-अलग नहीं करेंगे संधि कभी इस तरह से नहीं होती कभी सीधा डायरेक्ट पूछा जाता है या तो महाविद्यालय की संधि विच्छेद करेंगे तो महा जमा विद्यालय या फिर विद्यालय की संधि पूछेंगे विद्या जमा आलय तीन ऐसे नहीं पूछता है क्योंकि ये फिर गलत माना जाएगा इसमें सही कौन सा है मधुरी ठीक है तो मधु जमा अरी ठीक है तो यहां से उ लिया यहां से अ लिया तो उ का बन जाता है व ठीक है व में जोड़ेंगे पूरा पिछले का पिछला वाला शब्द और आगे जोड़ेंगे मध ध क्यों जोड़ेंगे आधा आधा हैय हलंत है क्योंकि उ हमने निकाल लिया ठीक है तो व में अ जोड़ेंगे तो व ऋ पूरा हो जाएगा और आगे क्या है म और आधा ध तो मधवा ठीक है यह भी आपकी यण संधि हो जाएगी क्या दोस्तों यह भी आपकी यण संधि के अंतर्गत आता है तो यह वाला ठीक है बिल्कुल ठीक है इसका मतलब यह ठीक हो गया यह ठीक है बाकी तीनों गलत हो जाएंगे ठीक क्लियर हुआ महाशय संधि विच्छेद करना है हमें स्वर संधि दीर्घ स्वर संधि यण स् संधि उपरि में से एक से अधिक या कोई नहीं बताइए हां जी तो महाशय शब्द में कौन सी संधि हो जाएगी दोस्तों देखो महा जमा आश्य अगर इसकी हम इसका संधि विच्छेद कर द तो दोनों तरफ आ आ रहा है अगर दोनों तरफ आ आ रहा है एक जैसा होता है ठीक है दोनों तरफ समान स्वर होते हैं दोनों तरफ समान स्वर हैं ठीक है इसमें ठीक है समान स्वर या कह सकते हैं सजातीय स्वर ठीक है सजातीय स्वर भी कह सकते हैं इसको समान स्वर भी कह सकते हैं सजातीय स्वर जब दोनों तरफ एक जैसे स्वर होते हैं और उनका दीर्घ हो जाए ठीक है तो दीर्घ जब हो जाए दीर्घ का मतलब यह हो जाए या यह हो जाए या यह हो जाए तो उसको हम दीर्घ स्वर संधि कहते हैं ठीक है उसको हम दीर्घ स्वर संधि कहते हैं तो यहां पर कौन सी संधि हो जाएगी दोस्तों दीर्घ स्वर संधि ओके रिपोर्ट है क्लियर है पॉइंट चलिए शाबाश परिवार संज्ञा कौन सा प्रकार है व्यक्तिवाचक संज्ञा भाववाचक संज्ञा समूहवाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा इनमें से कोई नहीं परिवार बताइए फटाफट से हां जी [संगीत] हां जी तो परिवार शब्द है दोस्तों परिवार क्या होता है परिवार लोगों का समूह होता है घर के सदस्यों का समूह को हम परिवार कहते हैं तो समूह ही आपकी संज्ञा के रूप में गिनी जाती है मतलब परिवार जो है समूहवाचक संज्ञा में कौन-कौन से आते हैं सेना आती है ठीक है पुलिस आती है ठीक है झुंड आता है गुच्छा आता है ठीक है ढेर आता है ठीक है गट्ठर आता है और और क्या कर सकते हैं अ कक्षा आती है ठीक है पुस्तकालय यह सब जो है समूह होते हैं ठीक है बाकी अपनी संज्ञा जाति व्यक्ति भाव और द्रव्यवाचक भी होती है ठीक है ना चलिए बचपन संज्ञा का कौन सा प्रकार है जातिवाचक समूहवाचक भाववाचक या व्यक्तिवाचक बचपन वो लौटा दो मुझको बचपन वो कागज की कस्ती व बारिश का पानी तो बचपन क्या है जी स्वागत है सभी का एक बार लाइक शेयर करेंगे बचपन संज्ञा कौन सी है दोस्तों तो बचपन एक प्रकार का भाव होता है ठीक है बचपन जवानी ठीक है बुढ़ापा ठीक है हरियाली ठीक है और बीमारी मिठास यह सब भाववाचक संज्ञा होती है दोस्तों यानी कि इनके अंदर कोई ना कोई भाव छिपा होता है क्या होता है इनके अंदर कोई ना कोई भाव छिपा होता है ठीक है साहित्य की बता दिया जाएगा जब आपको ठीक है अगर आवश्यकता हो तो आप सचिन सर को बताइएगा वह कराएंगे गंगा गंगा संज्ञा का कौन सा प्रकार है दोस्तों भाव है व्यक्ति है जात है समूह तो देखो गंगा शब्द जो है एक नदी का नाम है ठीक है किसी भी वस्तु व्यक्ति स्थान के नाम को संज्ञा कहते हैं लेकिन उसमें भी संज्ञा जो सबसे पहले व्यक्तिवाचक संज्ञा होती है किसी एक पर्टिकुलर वस्तु का नाम किसी एक व्यक्ति का नाम कि किसी एक स्थान का नाम किसी एक पुस्तक का नाम उसे हम क्या कहेंगे दोस्तों व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं जैसे नदी का नाम संज्ञा हो जाएगा शहर का नाम संज्ञा आपके गांव का गांव का नाम संज्ञा आपके शहर का नाम संज्ञा आपके राज्य का नाम संज्ञा आपके देश का नाम संज्ञा आपके परि आपके मोहल्ले का नाम संज्ञा आपका नाम संज्ञा नदी का नाम पहाड़ का नाम देश का नाम गांव का नाम शहर का नाम पर्वत का नाम यह नाम जो होते हैं ये संज्ञा होते हैं ठीक है व्यक्तिवाचक संज्ञा मतलब किसी एक विशेष बात के लिए जैसे कि खिलाड़ी का नाम जैसे विराट कोहली भगवत गीता कुरान बाइबल ठीक है गुरु ग्रंथ साहब ये जो ग्रंथों के नाम होते हैं किसी पहाड़ी का नाम होता है काली पहाड़ी का नाम पर्वत का नाम ये व्यक्तिवाचक संज्ञा के अंतर्गत आते हैं ठीक है चलिए निम्नलिखित में से कौन सा शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा नहीं है समारू गजवार डोंगर या दलहा अय शब्द ही समझ में नहीं आएंगे पहली बात तो थोड़ा सा अजीव शब्द ल परीक्षा में आपके बीपीएससी नहीं बीपीएससी में नहीं पूछा था लेकिन इस तरह का क्वेश्चन आया हुआ है ठीक है बताइए देखो समारू मतलब यह आपका सुमेरू से हम कह सकते ठीक है सुमेरू सुमेरू क्या है एक पर्वत का नाम है ठीक है पर्वत का नाम यह क्या है आपका यह आपका व्यक्तिवाचक है ठीक है व्यक्तिवाचक गजमा गजमा जो है गज के जैसा मतलब यह पहाड़ी जो है हाथी के जैसे नजर आती है दूर से हाथी की आकृति के जैसी नजर आती है तो गजर यह भी एक पहाड़ी का नाम है ठीक है पहाड़ी का नाम है ये ठीक है ठीक है और जो दलहा होता है दोस्तों दलहा जानते हैं आप अगर आपके य इसको दलहा बोलते हैं हमारे यहां इसको बोलते हैं थला थला या थाला अब ये धुनि की तरफ मत आ जा ना थला थला छत्तीसगढ़ का प्रश्न है हां सही पकड़े हो यह छत्तीसगढ़ का प्रश्न है छत्तीसगढ़ के क्या किसम पूछा गया था ये सर छत्तीसगढ़ के कहीं पूछा गया था तो मतलब आपके झारखंड से जुड़ा हुआ है तो ये भी थाला थमलाइज जातिवाचक संज्ञा में आ जाएगा यह वाला प्रश्न ठीक है ओके रिपोर्ट है चलिए कौन सा पुरुषवाचक सर्वनाम नहीं है पुरुषवाचक सर्वनाम कौन सा नहीं है कौन वह हम तुम पुरुषवाचक सर्वनाम बीपीएससी 4.0 के लिए क्लास लेनी है तो आप सचिन अकेडमी एप्लीकेशन जवाइन कर लीजिएगा डाउनलोड करेंगे पहले वहीं से आपको आपको वहां पर अ पेड कोर्स जब ओपन करेंगे तो पेड कोर्स में आपको सचिन अकेडमी ऑफिशियल एप्लीकेशन पर आपको कोर्स नजर आएगा तो वहां पर आप जो है जाकर पेमेंट करके आप कोर्स परचेस कर सकते हैं ठीक है तो वह अन्य पुरुष में आ जाएगा ठीक है है लेकिन पुरुषवाचक में ही हम उत्तम में आ जाएगा उत्तम पुरुष में तुम मध्यम पुरुष में आ जाएगा लेकिन कौन जो है यह प्रश्नवाचक में आ जाएगा ठीक है प्रश्नवाचक सर्वनाम प्रश्नवाचक स नाम में ठीक है मैंने इस समस्या का समाधान खुद ही निकाल लिया है ठीक है इस समस्या का समाधान खुद ही निकाल लिया है वाक्य में खुद ही जो है क्या है खुद ही जो पद दिया हुआ है वह वाला ठीक है तो वह किस प्रकार का सर्वनाम बता रहा है पुरुषवाचक है निजवाचक निश्चयवाचक है निजवाचक है सांकेतिक है ठीक है हा जी बताइए खुद निकाल लिया है यह मैं काम खुद कर लेता मैं यह काम स्वयं कर लेता हूं मैं यह काम अपने आप कर लेता हूं मैं यह काम स्वतः कर लेता हूं वह अपने आप चला जाएगा वह खुद चला जाएगा यह जो मैंने जो उदाहरण दिए हैं सभी जो है निजवाचक सर्वनाम के ही उदाहरण होते हैं जब कर्ता वाक्य के अंदर जो करता होता है वह काम को स्वयं करता है किसी दूसरे से ना कराकर इसको हम निजवाचक सर्वनाम कहते हैं निज का मतलब होता है अपनापन ठीक है अपने आप से जुड़ा हुआ जो होता है चलिए इनमें से मध्यम वाचक सर्वनाम का उदाहरण कौन सा है मध्यम पुरुष देखो देख सर्वनाम होते दोस्तों छह प्रकार के ठीक है सर्वनाम होते हैं छह प्रकार के ठीक है पुरुषवाचक होता है ठीक है निजवाचक निश्चयवाचक अनिश्चयवाचक ठीक है प्रश्नवाचक और संबंधवाचक अब जो पुरुषवाचक सर्वनाम होता है इसके भी तीन भेद होते हैं दोस्तों इसके तीन भेद कौन-कौन से होते हैं उत्तम पुरुष मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष ठीक है यह तीन प्रकार का पुरुषवाचक सर्वनाम होता है तो इसमें उत्तम पुरुष में कौन कौन सा आता है मैं हम हमारा हमारी हमारे म जो है मध्य में तू तुम तुम्हारा तुम्हारी तुम्हारे अन्य में ये व यह वह ठीक है निजवाचक में क्या होता है खुद स्वतः स्वयं निश्चयवाचक में यह और वह आता है वस्तु के लिए नि अनिश्चयवाचक में कोई कुछ आएगा प्रश्नवाचक में कौन क्या आएगा संबंधवाचक में जो आएगा सो आएगा और इनसे बनने वाले जो शब्द आते हैं ठीक है ठीक जो सो जिसका जैसा ऐसा वैसा इस तरह से ठीक है चलिए तो दोस्तों यहां पर मैं जो है उत्तम पुरुष में आ जाएगा वह अन्य पुरुष में आ जाएगा ू जो है मध्यम पुरुष के अंदर आ जाएगा ू से तुम भी बन सकता है तुम्हारा बन सकता है ठीक है तुम्हारी ठीक है तुम्हारे आदि शब्द बनेंगे ठीक है बिल्कुल और इसी उत्तम पुरुष को हम वक्ता बोलते हैं क्या बोलते हैं दोस्तों इसी उत्तम पुरुष को वक्ता बोलते हैं बोलने वाला मध्यम पुरुष को श्रोता बोलते हैं सुनने वाला ठीक है किसी को बुलाओ वाक्य में किसी जो शब्द है किसी यह संयुक्त सर्वनाम है सार्वनामिक विशेषण है अनिश्चयवाचक सर्वनाम है या योगिक सार्वनामिक विशेषण है जी बताइए फटाफट से लाइक शेयर करते रहना दोस्तों वीडियो को किसी को बुलाओ अब किसी को बुलाना तो है लेकिन यह नहीं पता किसको बुलाना है निश्चित नहीं है कि उसको ही बुलाना है किसी को बुला दो लेकिन बुला दो कना घर में कोई है हां अरे बुला देना किसी को किसको बुलाए किसी को भी बुला दो घर में से बुला दो लेकिन तो दोस्तों यह आपका क्या होगा आपका अनिश्चयवाचक सर्वनाम में आ जाएगा ठीक है किसमें अनिश्चयवाचक सर्वनाम में जैसे कि मैंने अभी थोड़ी देर पहले आपको बताया था अनिश्चयवाचक में कोई और कुछ ठीक है और किसी को भी हो सकता है ठीक है किसी से कहना मत किससे नहीं कहना से मत कहना मतलब निश्चित नहीं है कि किससे नहीं कहना लेकिन कहना नहीं है बस य ध्यान रखना जिस क्रिया के से सूचित होने वाला व्यापार करता ठीक है व्यापार जो है करता करें और उसका फल कर्ता पर ही पड़े तो इसमें क्रिया उसे क्रिया का क्या कौन सी क्रिया कहते हैं अकर्मक क्रिया सकर्मक क्रिया व्युत्पन्न क्रिया या समिश्रा जिस क्रिया से सूचित होने वाला व्यापार करता करे और उसका फल भी कर्ता पर ही पड़े करने वाला भी करता हो और फल भी करता परही पड़े ठीक है तो उसका कौन सी क्रिया बो बोली जाएगी उसको कौन सी क्रिया कहेंगे देखो जब काम करता कर काम करने वाला काम कर रहा है और उसका फल भी काम करने वाले पर ही पड़े किसी दूसरी वस्तु पर ना पड़े तो उसे हम अकर्मक क्रिया कहेंगे क्योंकि व उसका फल सीधा कर्ता पर पड़ रहा है जब फल जब कर्म पर पड़े ठीक है जब फल कर्म पर पड़ेगा तब सकर्मक क्रिया होगी ठीक है तब कौन सी क्रिया होगी दोस्तों सकर्मक ठीक है तब सकर्मक होगी जब काम कर फल जो है कर्म पर पड़े लेकिन का फल कर्ता पर ही पड़ रहा है जब फल भी कर्ता पर ही पड़ रहा है तो कर्म तो है ही नहीं ना वाक्य में इसको ऐसे समझिए आप जैसे मान के चलिए [संगीत] अ आपने पानी ऊपर उछाला ठीक है और आपके आसपास कोई नहीं है तो पानी किसके ऊपर गिरेगा आपके ऊपर ही तो गिरेगा काम आपने किया फल भी आप पर ही पड़ रहा है जब कोई आसपास है ही नहीं तो उसमें फल भी तो कर्ता पर ही पड़ेगा ना करने वाले पर तो इसको हम अकर्मक क्रिया कहेंगे जब काम मैंने पानी ऊपर उछाला और मोहन पर गिर गया तो मैंने काम किया किसी दूसरे पर फल पड़ गया उसी को सकर्म कहेंगे क्योंकि कर्म जो है दूसरे पर हुआ कर्म उसके साथ में है कम कर्म जो है दूसरा है ना कोई ना कोई साथ में तो जब कोई दूसरा है तो उसी को कर्म कहा जाएगा ठीक है ठीक है कर्म कारक लेकिन मैं करता हूं मैं नहीं करने वाला है और मैंने ऊपर पानी गरा और मेरे ऊपर य आ पड़ा तो वो किसी दूसरे पर ना जाकर मुझ पर ही पड़ा तो कोई जब कोई है ही नहीं तभी तो मुझ पर आकर पड़ा है ना तो जब कोई कोई दूसरा नहीं है कोई दूसरे का मतलब हो गया कर्म नहीं है कोई साथ में तो जब कर्म नहीं होगा तो अकर्मक क्रिया होगी ना जब कर्म साथ में होगा तो सकर्मक क्रिया होगी ऐसे मान के चलिए इसको ऐसे कहेंगे कि मैं हिंदी पढ़ा रहा हूं अब कोई सामने है ही नहीं देखने वाला तो मैं किसको हिंदी पढ़ाऊंगा बताइए आप मैं खुद को हिंदी पढ़ा रहा हूं ऐसे तो फिर ऐसे तो मैं को हिंदी पढ़ाऊंगा ना ठीक है चलिए निम्नलिखित में नाम धातु क्रिया नाम धातु क्रिया का प्रयोग किस विकल्प में है मोर नाच रहा है म नौकरानी से बर्तन धुलवा है मैं कपड़े धोकर नीचे खेलने गया उसने मेरी सारी संपत्ति हथिया ली देखो नाम धातु जो क्रिया होती है वह संज्ञा से बनती है सर्वनाम से बनती है और विशेषण से बनती है ठीक है इनसे य नाम धातु क्रिया बनती है संज्ञा से सर्वनाम से और विशेषण से क्या बनती है नाम धातु क्रिया जैसे पहले इनकी ब सब की बात कर लेते हैं जैसे मोर नाच रहा है ठीक है यह आपकी एक तरीके से अकर्मक क्रिया है नौकरानी से बर्तन धुलवा तो प्रेरणार्थक क्रिया हुई ठीक है मैं कपड़े धोकर खेलने गया तो कपड़े धोकर यह पूर्वकालिक क्रिया हुई पूर्वकालिक और जो हथिया ली ठीक है हथियाना जैसे हाथ संज्ञा हो गई हाथ हाथ से हथियाना शर्म से शर्माना लाज से लजाना लाठी से लठिना साठ से सठिया सर्वनाम से अपना से अपनाना विशेषण से ठीक है य लालच से तो हाथ से अतिया नहीं य आपकी जो है नाम धातु क्रिया होती है ऐसी ठीक है जो मैंने अभी आपको उदाहरण दिए विकारी शब्द के प्रकार होते हैं सात छ चार या पाच विकारी शब्द ठीक है विकारी वह होते हैं जिनमें विकार उत्पन्न हो विकार का मतलब होता है दोस्तों बदलाव परिवर्तन या इसे हम चेंज कह सकते हैं और यह बदलाव परिवर्तन और चेंज जो होता है यह आपका लिंग वचन कारक के आधार पर होता है ठीक है लिंग वचन और कारक के आधार पर तो यह कैसे होता है जैसे मान के चलिए लड़का शब्द है लड़का एक एकवचन पुल्लिंग में आता है अब हमने इसको कर दिया लड़की इसका जेंडर चेंज कर दिया हमने हमने कर दिया लड़के जा रहे हैं खेल रहे हैं तो बहुवचन हो गया कारक में लड़के का लड़के की लड़के के मां की लड़के का भाई का लड़के के बुआ की होता ना शादी में एक पैराम एक साड़ी एक एक सूट एक सलवार नहीं एक साथी होते हैं तो लिंग वचन कारक के आधार पर जब शब्द बदल जाते हैं तो उसे हम विकारी शब्द कहते हैं इसमें संज्ञा आती है इसमें सर्वनाम आता है इसमें क्रिया आती है और इसमें विशेषण आता है ठीक है यह चार ही प्रकार के शब्दों के मतलब इनके जितने भी उदाहरण होंगे वह विकारी शब्द कहलाएंगे ठीक है यह चार प्रकार के होते हैं संज्ञा कोई भी संज्ञा कोई भी सर्वनाम को भी कोई भी क्रिया कोई भी विशेषण आपके विकारी शब्द में आते हैं ठीक है चारु चंद की चंचल किरणें अनुप्रास अलंकार है बहुत सीधा सा क्वेश्चन है कोई भी बता देगा पंडित जी हवन कराकर कथा क रहित है तो कराकर कह र ना पंडित जी हवन कराकर कथा कह रहे हैं तो कराकर में नाम धातु क्रिया है मुख्य क्रिया संयुक्त क्रिया है प पूर्वकालिक क्रिया है जी बताइए नाम धातु तो मैंने अभी बताया मुख्य क्रिया मुख्य क्रिया भी है लेकिन मुख्य क्रिया ना कह करर हम इसको कुछ और क्रिया कहेंगे संयुक्त क्रिया भी नहीं है इसमें पूर्वकालिक क्रिया है क्योंकि देखो यहां पर आया ना पूजा हवन कराकर तो पहले उन्होंने हवन कराया फिर उसमें वह कथा कह रहे हैं तो जो क्रिया पहले समाप्त हुई है जो क्रिया पहले समाप्त हुई है उसी को हम पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं ठीक है जो क्रिया पहले समाप्त होती है ठीक है निम्नलिखित में से सकर्मक क्रिया का प्रयोग कौ जो है किया सिपाही युद्ध में लड़ता है सिपाही चोर को पकड़ता है सिपाही तेज दौड़ता है सिपाही बहुत कम सोता है तो सकर्मक क्रिया कौन सी है इसमें बताइए सकर्मक क्रिया देख सिपाही युद्ध में लड़ता है लड़ता है युद्ध में तो स्थान वाचक क्रिया विशेषण है क्रिया अकर्मक है ठीक है क्रिया अकर्मक है ठीक है सिपाही बहुत कम सोता है सोता भी अकर्मक ही होती है ठीक है बहुत कम यह भी आपका रीतिवाचक क्रिया विशेषण है ठीक है यह स्थान वाचक क्रिया विशेषण है ना कि कर्म है ये ठीक है सिपाही तेज दौड़ता है ये भी रीतिवाचक क्रिया विशेषण है ये भी अकर्मक है ठीक है जैसे चिड़िया आकाश में उड़ती है तो आकाश जो है स्थान वाचक क्रिया विशेषण है कुछ लोग इसका यह भ्रम कर लेते कि यह कर्म है जबक कर्म ये नहीं है अगर कहे कि मोहन पतंग उड़ा रहा है तो यह सकर्मक क्रिया है किको उड़ा रहा है क्या उड़ा रहा है पतंग उड़ा रहा है पक्षी उड़ रहे हैं तो अकर्मक क्रिया होगी तो दोस्तों सिपाही चोर को पकड़ता है ठीक है तो किसको पकड़ रहा है सिपाही चोर को तो यहां पर कर्म है चोर ठीक है यहां पर चोर कर्म है तो तभी तो सकर्मक क्रिया बनेगी जब वाक्य के अंदर कर्म होना चाहिए वाक्य के अंदर जब कर्म ही नहीं है तो सकर्मक क्रिया कैसे बनेगी ठीक है ठीक है जी अच्छा यह संयुक्त क्रिया नहीं है पूर्वकालिक क्रिया है हां व गलत आंसर नहीं मैंने इसका बताया तो सही था यह गलत टिक गलत लग गया है हां बिल्कुल सही आपने याद दिलाया यह पूर्वकालिक क्रिया मैंने बताई थी और जबक मैंने इस क्रॉस का न भी लगाया हुआ है लगाया ना क्रॉस का निशान यह व बाय मिस्टेक से मिस्टेक हो गई है पूर्वकालिक क्रिया ठीक है चलिए अगला प्रश्न दोस्तों निम्नलिखित में से कौन सा उत्तम पुरुष वाची शब्द नहीं है उत्तम पुरुष वाची शब्द तुम हमको मुझ मुझ में तुम हमको मुझ में उत्तम पुरुष वाची बेटा पिछली बार छह नंबर से बेशक रह गए इस बार नहीं रहोगे चिंता मत करो मेहनत से पढ़ लो ईमानदारी से बहुत कम दिन बचे हैं आपके पास आसान आसान हो जाएगा पेपर अगर आप जितनी ज्यादा मेहनत करोगे अभी प्रैक्टिस करो अच्छे से अच्छे बढ़िया तरीके से ठीक है तो उत्तम पुरुष में तुम जो है यह मध्यम पुरुष में होता है ठीक है मध्यम पुरुष में हमने मुझ में तो कौन सा नहीं है तो यह आपका जो यही है ना यह मध्यम पुरुष का है यह दोनों स बाकी उत्तम पुरुष में ठीक है यह दोनों उत्तम पुरुष में है और तुम जो है यह मध्यम पुरुष में ठीक है भाववाचक संज्ञा कौन सी है मित्रता पीला अच्छा भाववाचक संज्ञा पूछी गई है यहां पर हां हा जी सही पकड़ो आपने सही समझा मित्रता पीला पीला जो है एक प्रकार का विशेषण है ठीक है पीला कपड़ा पीला घर पीला रुमाल यह विशेषण है ठीक है अच्छा भी एक प्रकार का विशेषण है तो यहां संज्ञा तो कोई और है ही नहीं मित्रता ही खुद में एक संज्ञा है और वो भी भाववाचक तो इस तरह के भी प्रश्न पूछता है बीपीएससी पूछ रहा है कि भाववाचक संज्ञा कौन सी है जबकि इसके अलावा कोई संज्ञा ही नहीं है विकल्प में इसके अलावा तो कोई संज्ञा ही नहीं है है ना इस तरह के प्रश्न आते हैं बीपीएससी में बस आपको थोड़ा सा होपलेस नहीं होना है कंसंट्रेशन बनाए रखना है क्लास के अंदर पेपर के अंदर आपका बहुत अच्छा पेपर होगा निम्नलिखित में से कौन सा प्रश्नवाचक सर्वनाम नहीं है किससे किनसे किसी ने किसी से प्रश्नवाचक सर्वनाम कौन सा नहीं है तुम किनके घर जा रहे हो प्रश्न तुम किससे प्यार करते हो प्रश्नवाचक किसी से तुम कहना मत यह अनिश्चयवाचक है क्या है निश्चयवाचक य इस तरह के प्रश्न आ मैंने नौकर से खाना बनवाया वाक्य में कौन सी क्रिया है सकर्मक प्रेरणार्थक या अकर्मक नौकर से खाना बनवाया हां जी मैंने नौकर से खाना बनवाया तो किसी से कोई काम करवाया जाता है जब करता काम को खुद ना करके दूसरी के प्रेरणा से करे या किसी से दूसरे से कहल तो उसको हम क्या कहेंगे प्रेरणार्थक कहते हैं क्या कहते दोस्तों इसी को प्रेरणार्थक क्रिया कहा जाता है प्रेरणार्थक का मतलब होता है जब करने वाला खुद का करके किसी दूसरे से करवाए जैसे पिताजी ने नौकर से गाड़ी साफ कराई या आपने धी से पानी मंगवाया इस तरह के जो शब्द होते हैं क्रिया होती है कौन कोई काम किसी दूसरे से जब करवाए तो प्रेरणार्थक क्रिया होती है उसको व्यापार में करोड़ों का घाटा हो गया वाक्य में किस प्रकार की वि किस प्रकार का विशेषण है करोड़ों का यह संख्या बोधक है परिमाण बोधक है अनिश्चय बोधक है अनिश्चय परिमाण बोधक ठीक है तो करोड़ों का घाटा हो गया कितने करोड़ का हो गया भाई यह तो नहीं पता हमें है ना कितने करोड़ों का हुआ है यह कहीं लिखा हुआ है तो आप यह मत कहना इस में संख्या बोधक है क्योंकि हमें पता नहीं है कि कितना घाटा हुआ है इसे संख्या बोधक या संख्यावाचक बिल्कुल भी नहीं कहेंगे हालांकि यह परिमाण बोधक भी है लेकिन निश्चित नहीं हो रहा कि कितना परिमाण बोधक है कितना घाटा हुआ है कितनी संख्या में हुआ है या कितना मात्रा में हुआ है वैसे जब इस तरह का घाटा होता है तो मात्रा में होता है करोड़ों लाखों लाखों लोग तो परि मात्रा बता रहे हैं अनिश्चित अनिश्चित बोधक है अब ये परिमाण में ले ले चाहे इसको संख्या में ले ले है अनिश्चित है ना कि करोड़ों लोग लाखों लोगों का अब लाख कितने लाख है यह नहीं कह सकते हजार लोग सैकड़ों लोग तो यह अनिश्चित में आता है लेकिन कितना है यह नहीं पता होता है ठीक है निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण को पहचानकर सही विकल्प को अपने उत्तर पत्रक में चिन्हित कीजिए ठीक है तो मैंने प्रतियोगिता दूसरा स्थान पाया यहां पर पूछा गया कि विशेषण को पहचानना तो प्रतियोगिता में दूसरा स्थान विशेषण इसमें मैंने प्रतियोगिता या दूसरा प्रिया जी क्वेश्चन मैंने उत्तर सही बताया था लेकिन व गलत लग गया था उस ठीक है चलिए देखिए मैंने प्रतियोगिता में दूसरा स्थान पाया तो दोस्तों दूसरा जो शब्द है यह आपका विशेषण है ठीक हैरा क्या है आपका विशेषण है ठीक है यह संख्यावाचक है संख्यावाचक विशेषण ठीक है कक पहला संख्या दूसरी संख्या बाहर कोई व्यक्ति घंटी बजा रहा है तो यहां पर वाहर है कोई है घंटी मतलब पूछ विशेषण ही रहा है इसमें इसमें भी विशेषण पूछ रहा है कि इसके अंदर बाहर कोई घंटी बाहर कोई और घंटी इन तीनों शब्दों में विशेषण कौन सा है ये पूछा गया है ठीक है बताइए बाहर कोई घंटी तो क्या हो जाएगा दोस्तों इसमें देखो बाहर जो है स्थान वाचक क्रिया विशेषण है विशेषण नहीं है घंटी एक संज्ञा है ठीक है और कोई जो है व्यक्ति के आगे है तो भा ये सर्वनाम हुआ ठीक है सर्वनाम होता है कोई अनिश्चयवाचक सर्वनाम लेकिन यह संज्ञा के पहले आ रहा है तो जब संज्ञा के पहले सर्वनाम आता है तो क्या होता है संज्ञा के चलो भाई ठीक है भाई मैं क्या कह रहा था कि जो कोई सर्वनाम संज्ञा के आगे लगे तो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं क्या कहते हैं सार्वनामिक विशेषण कहते हैं उसे ठीक है उसे सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है ठीक है तो यह है तो विशेषण ही ना विशेषण का भेद है यह भी एक प्रकार का विशेषण हुआ ना चलिए अगला है निम्नलिखित विकल्पों में विशेषण वही पूछना है इसमें भी विशेषण पूछा गया यह विद्यालय मेरा है यह विद्यालय मेरा इनमें से कौन सा विशेषण है बताइए हां जी बिल्कुल बहुत बढ़िया शाबाश यह विद्यालय मेरा है तो यहां पर विशेषण कौन सा माना जाएगा दोस्तों जी बताइए फटाफट से यह भी सीधी सी बात है इसके सामने सर्वनाम आया है तो इसको भी सार्वनामिक विशेषण कहेंगे यह ठीक है यह जो है यह भी आपका सार्वनामिक विशेषण ही हो जाएगा यहां भी विशेषण पूछा है कि मोहन चार किलो बर्फी तुल रहा है इसमें विशेषण कौन सा है मोहन च लो या बर्फी जब आपका बीपीएससी में एग्जाम हो जाएगा पास हो जाएंगे आप चार तब भी तब तब भी आप आप भी तो चा किलो बर्फी तुल वाए ना लवांगे नहीं तुल वाए 4 किलो तुल वाए 5 किलो कितनी बर्फी तुल वाए आप लोग बताइए जल्दी से जैसे अरे हां रिजल्ट आ गया है हम पास हो गए हैं हमारा बीपीएससी में नंबर आ गया है कि कहां हो हम बफी तो लवा रहे हैं बर्फी की दुकान पे क्या अच्छा कितने किलो दो-तीन किलो तो लवाई लो भाई साहब तो 4 किलो ठीक है 4 किलो यहां आ जाएगा ये 4 किलो ही आपका विशेषण ठीक है ये परिमाणवाचक है ठीक है परिमाणवाचक ज परिमाणवाचक का मतलब होता है कहीं पर माप तोल होती है ठीक है माप तोल की बात आए तो परिमाणवाचक गिनती की बात आए तो संख्यावाचक गुण की बात आए तो गुणवाचक और सर्वनाम की बात आए तो सार्वनामिक विशेषण इस तरह के विशेषण होते हैं ठीक है दिल्ली में ऊंची इमारतें हैं इसमें कौन सा विशेषण है भाई साहब इस वाक्य के अंदर दिल्ली है इमारत या ऊंची बताइए 10 किलो लवा होगे बिट्टू कुमार सरिता यादव जी 20 किलो 20 किलो चुप्पी मत खा जाना अपने आप ही 186 किलो आकाश कुमार पूरे बिहार खिलाओगे 186 किलो ऊंची में ऊंची में नहीं दिल्ली में ऊंची मारते हैं तो ऊंची है बिल्डिंग लिफ्ट तेरी बंद है ऊंची ऊंची क्या होता है दोस्तों यह आपका एक गुण है ठीक है जो आकार आकृति रंग रूप आकार चेष्टा यह सब आपके गुण के अंतर्गत आते ईमानदारी बेईमानी सब गुणवाचक विशेषण ठीक है रात को अचानक वर्षा होने लगी तो यहां पर क्रिया विशेषण कौन सा भेद है ठीक है जसे य पूछा ना रात को अचानक वर्षा होने तो अचानक जो शब्ध है यह क्रिया विशेषण है लेकिन कौन सा क्रिया विशेषण है रीत परिमाण रीति स्थान या कालवाचक देखो जो है आपके रीति क्रिया विशेषण होते हैं चार प्रकार के होते हैं परिमाणवाचक रीतिवाचक स्थान वाचक कालवाचक जब आपसे पूछे कि कितनी कितनी क्रिया हो रही है तो परिमाणवाचक जब पूछे क्रिया कैसे हो रही कैसे हुई हो रही है होगी रीतिवाचक क्रिया कहां हो रही है या हुई या होगी तो स्थान वाचक क्रिया पूछे कब हुई या कब हो रही है कब होगी तो कालवाचक बहुत सिंपल सा फंडा है इसका बहुत सारल सा तरीका क्रिया को क्रिया की विशेष क्रिया विशेषण को पहचानने का रात को अचानक अब अचानक में क्या है डनली मतलब वर्षा कैसे होने लगी अचानक होने लगी ठीक है अचानक जो है आपका य रीतिवाचक में आएगा ठीक है अचानक वर्षा होने लगी ठीक है यह रीतिवाचक में आ जाएगा क्लियर दोस्तों रीतिवाचक में क्यों आएगा क्योंकि यहां पर अचानक को मैंने सर्कल किया है आप उसी को ध्यान में रखिएगा हालांकि रात को शब्द लिखा हुआ है लेकिन अचानक होने लगी यहां यह पूछा गया है ठीक है तो मैंने सर्कल पहले कर दिया था जिससे कि आप परेशान ना हो और एग्जाम में भी यही पूछा गया था ठीक है क्रिया विशेषण कितने भेद होते हैं दोस्तों तीन चार दो 6 जैसा कि मैंने अभी आपको बताया सर जी सलो खाटू श्याम चल रहे हैं आज आप अरे भाई मेरी क्लास लगा दी वरना मैं सुबह की क्लास होती तो मैं चलता अब तुम निकल गया अब क्या करूं जी बिल्कुल अब कोई बात नहीं तुम दोनों ही चले जाओ पति-पत्नी तुम दोनों ही फिर हम कभी देख लेंगे हमरे लिए दुआ मांग लेना जाके के हमारे भैया को भी एक पत्नी दिलवा दे खाटू बाबा हम भी फिर जाएंगे क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं दोस्तों चार होते हैं ठीक है क्या होते हैं चार ठीक है चलिए बस नसीब में नहीं था भाई हमारी किस्मत इतनी अच्छी नहीं है वरना य क्लास सुबह 9 बजे थी क्लास अब 2 बजे हो गई है किस्मत ही अच्छी नहीं है इस समय टू शाम जाने के लिए चले जाओ तुम दो कोई बात नहीं ठीक है तो क्रिया विशेषण दोस्तों यह चार प्रकार के होते हैं परिमाणवाचक रीतिवाचक स्थान वाचक और कालवाचक ठीक है ये चार प्रकार के होते हैं धावक तेज गति से दौड़ते हैं वाक्य में तेज गति किस प्रकार का क्रिया विशेषण है तेज गति ठीक है बिल्कुल पेपर एक के लिए भी है पेपर दो के लिए जहां भी जैसी भी हिंदी आती है उसके लिए सबके लिए क्लास है य ठीक है तो बताइए रीतिवाचक है स्थान वाचक है परिमाणवाचक है कालवाचक है सबसे पहले दुआ मांगना कि भाई मुसीबतों को हर ले बस तब देखा जाएगा य मुसीबत बहुत बुरी होती है काल चक्र बहुत विपरीत होता है कभी-कभी तेज गति से दौड़ते हैं वाक्य में तेज गति किस प्रकार की क्रिया विशेषण है तो पूछ रहा कैसे देखो अब इसमें प्रश्न करिए कहां दौड़ रहा है नहीं है कहां दौड़ रहा है नहीं कब दौड़ रहा है नहीं और कितना दौड़ रहा नहीं तेज ग कैसे दौड़ रहा है कैसे दौड़ रहा है तेज गति से य कैसे दौड़ रहा है धीम गति से यह कैसे मतलब आपका रीति के लिए पूछ रहा है ना रीतिवाचक क्रिया विशेषण ठीक है रीतिवाचक क्रिया विशेषण ठीक है ओके रिपोर्ट चलिए श के लिए सुवर मिला है इस वाक्य में जो सु किस प्रकार का विशेषण है सार्वनामिक है गुणवाचक है परिमाणवाचक है संख्यावाचक है देखो यहां पर कोई गिनती नहीं पूछी है तो यह संख्यावाचक नहीं है यहां पर कोई माप तोल नहीं बताया जा रहा है तो परिमाणवाचक नहीं है यहां पर कोई सर्वनाम का प्रयोग नहीं हुआ तो सार्वनामिक नहीं है यहां पर सु मतलब होता है अच्छा ठीक है और अच्छा क्या होता है गुण होता है का अच्छा क्या होता है एक प्रकार का गुण होता है इसी को गुणवाचक विशेषण कहते हैं क्लियर है आई बात समझ में बिल्कुल सही कहा भाई वह साल भर अनुपस्थित रहा है रहा इस वाक्य में किस प्रकार की क्रिया विशेषण का प्रयोग हुआ है साल भर अनुपस्थित रहा तो किस प्रकार के क्रिया विशेषण है कालवाचक परिमाणवाचक रीतिवाचक या स्थान वाचक कुछ बातें हैं जो नहीं बताई जाती है वह साल भर अनुपस्थित रहा तो साल भर क्या है यह समय के लिए हो रहा है मात्रा के लिए है ठीक है यहां पर समय पूछेगा आपके लिए यहां पर मात्रा पूछेगा ठीक है यह प्रकार पूछेगा किस तरह से हुई है और यहां पर जगह पूछेगा यानी कि स्थान पूछेगा तो जब स्थान की बात हो रही रही है तो स्थान वाचक मतलब जगह स्थान तो वहा है ही ठीक है प्रकार पूछेगा तो रीति मात्रा पूछेगा तो परिमाण समय पूछेगा तो कालवाचक ठीक है तो कब कैसे कितना रहा बताइए फटाफट से तो साल भर क्या है दोस्तों एक समय का क्राइटेरिया हो गया समय की समय की मात्रा हुई एक प्रकार से समय हुआ मतलब हम समय ही कहेंगे कि कितना वो कितना समय तक कैसे कितना यहां पर रहा ठीक है कब तक क अनुपस्थित रहा पूछा जाएगा कब समय में कालवाचक में यही तो पूछा जाता है कब कभी तो पूछा गया कब अनुपस्थित रा तो साल भर तक क्यों नहीं आया था स्कूल वाह वाह कितना सुंदर दृश्य है रेखांकित शब्द है इसमें कौन सा अव्य है हर्ष बोधक है शोक बोधक है संबोधन बोधक है या तिरस्कार बोधक है तो यह भी एक प्रकार के विषम आदि बोधक कई प्रकार के होते हैं जैसे हम किसी को किसी का तिरस्कार कर द चल छी छी छी दूर हट हट हट हट हट हट हट हट छी छी छी छी छी तिरस्कार हो गया ना ी दूर दूर हट हट संबोधन अरे अरे सुनो भाई अरे भाई जरा सुनते हो हेलो एक्सक्यूज मी यह संबोधन है और अगर हम शोक का करें शोक में ओ अच्छा अरे बहुत बुरा हुआ हर्ष बोधक में अरे वाह अच्छा वाह वाह वाह वाह क्या बात है बहुत अच्छे शाबाश शानदार जबरदस्त रे इस तरह के जो शब्द होते हैं यह आपके हर्ष बोधक होते हैं यानी कि प्रसन्नता को सूचित करते हैं निम्नलिखित में ध्यानपूर्वक शब्द कैसा है दोस्तों यह निपात अव्यय है समुच्चय बोधक अव्यय है संबंध बोधक अव्यय है क्रिया विशेषण अव्यय है बताइए क्रिया विशेषण के चार प्रकार होते हैं मैंने अभी थोड़ी देर पहले भी बताया था आपको कई बारे बता चुका हूं ठीक है क्रिया विशेषण चार प्रकार के होते हैं तो निपात अव्यय है समुच्चय बोधक अव्यय है संबंध बोधक है तो समुच्चय बोधक और संबंध बोधक तो है ही नहीं क्रिया विशेषण अव्यय है या निपात अव्यय देखो ध्यानपूर्वक सुनना तो जब ध्यानपूर्वक की बात आती है दोस्तों तो यह एक प्रकार का क्रिया विशेषण में आ जाता है ठीक है कि कैसे सुनना है कैसे सुनू कैसे सुनना है कैसे सुन रहे हो तो ध्यानपूर्वक सुन रहे हो कैसे ठीक है टीचर की बात को ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए तो यह रीतिवाचक क्रिया विशेषण बताया जा रहा है ठीक है क्या बताया जा रहा है रीतिवाचक क्रिया विशेषण ठीक है इसका उत्तर हालांकि निपात था निपात में जबक निपात में यह नहीं होता है वहां पर नहीं होता है तो तक ठीक तो यहां पर कैसे रीतिवाचक क्रिया विशेषण बनेगा इसका उत्तर ठीक है रीतिवाचक क्रिया विशेषण अव्यय ध्यान पूर्वक सुनना बिना ध्यान से सुनना लापरवाही से सुनना यह रीतिवाचक है ठीक है निपात नहीं होगा इसमें ठीक है निपात हालांकि उत्तर दिया हुआ है जो कि गलत है मैं आपको गलत नहीं बताऊंगा ठीक है निपात में नहीं तो ठीक केवल इस तरह से आते हैं ही भी यह ध्यानपूर्वक का मतलब होता है ध्यानपूर्वक सुनना ध्यानपूर्वक पढ़ना तो कैसे पढ़ रहे हो ध्यानपूर्वक पढ़ रहे हो तो क्रिया की विशेषता तो बता रहा है ना रीतिवाचक रीतिवाचक ठीक है निपात में दबाव होता है बिल्कुल सही कहा आपने कौन सा शब्द अव्यय नहीं है जूता आज भीतर अव्य का मतलब होता है जो अविकारी होते हैं ठीक है अव्य कौन से होते हैं दोस्तों अविकारी को ही अव्य कहते हैं ठीक है अब अविकारी मतलब वो होते हैं जैसे लिंग वचन कारक के आधार पर विकारी शब्द में परिवर्तन हो जाता है लेकिन जो अविकारी होते हैं वह लिंग वचन कारक के आधार पर उनमें बदलाव नहीं होता है ना जैसे अविकारी में कौन-कौन से होते हैं एक तो क्रिया विशेषण होता है ठीक है जो शब्द हुबहू वही रहते हैं जैसे होते हैं क्रिया विशेषण होता है संबंध बोधक ठीक है विषम आदि बोधक ठीक है य चार होते हैं संबंध बोधक समुच्चय बोधक समुच्चय रह गया ठीक है समुच्चय बोधक ठीक है जी तो यहां पर आज भीतर ये जूता एक संज्ञा है ठीक है जबकि संज्ञा जो होती है व विकारी होती है ठीक है संज्ञा जो होती है वो विकारी होती है ठीक है विकारी का मतलब उम विकार बदलाव या परिवर्तन हो जाता है ठीक है क्या होती है विकारी बाकी य अविकारी है अविकारी मतलब अव्य अ जमा समझिए ध्यान से अ जमा व्य से बना है अ जमा य व्य का मतलब होता है नष्ट या खर्च और यहां पर अ उपसर्ग लगा है जो नष्ट या खर्च ना हो उसे हम अविकारी कहेंगे ठीक है जी मरुभूमि कहीं धान उगता है वाक्य में कौन सा क्रिया विशेषण है समय रीति या स्थान तो यहां पर हम इसको आपको साइन लगा देते हैं मतलब चिन्ह लगा देते हैं मरुभूमि जो शब्द है यह प्रकार का क्रिया विशेषण है लेकिन है कौन क्रिया विशेषण यह बताइए आप मुझे ठीक है नहीं भैया जूता बूता नहीं मारना किसी में सभी प्यारे बच्चे हैं अपने विद्यार्थी है सब लोग ठीक है नाता मारने की आवश्यकता क्यों है बताइए सब लोग फटाफट से ठीक है तो तो यहां पर मरुभूमि में कहीं धान उता है तो मरुभूमि क्या दोस्तो आपका आपका स्थान वाचक हो जाएगा ठीक है मरुभूमि में कहीं धान उता एक प्रकार का भाव व्यक्त किया गया है संज इस वाक्य के अंदर लेकिन स्थान के लिए बोध हो रहा है मरुभूमि जो है एक प्रकार का स्थान है ठीक है जैसे चिड़िया आकाश में उड़ रही है चिड़िया छत पर बैठी है चिड़िया ताजमहल पर बैठी है चिड़िया लाल किले पर बैठी है तो यह भी तो स्थान वाचक हुआ ना क्या हुआ स्थान वाचक क्रिया विशेषण खेत में दौड़ रहा हूं लड़का मैदान में दौड़ रहा है यह स्थान वाचक हो जाएंगे मरुभूमि में पक्षी बैठा है यह भी स्थान वाचक होगा वह आई तो आई हो तो मेरी चिट्ठी उसे दे देना वह आई हो तो मेरी चिट्ठी उसे दे देना यह वाक्य का काल पूछा गया दोस्तों काल के बारे में है संदिग्ध वर्तमान संभाव्य वर्तमान तात्कालिक वर्तमान या सामान्य वर्तमान ठीक है तो वर्तमान काल दोस्तों हम जब बात करेंगे तो सामान्य वर्तमान क्या आता है कि मैं खाता हूं जाता हूं ठीक है मैं खाता हूं यह सामान्य वर्तमान में ठीक है तात्कालिक वर्तमान में कौन सा होता है य जो तत्काल में वर्तमान चल रहा होता है ठीक है जैसे कि वह या मैं मैंने खाया है मैंने खाया है इसको हम तात्कालिक वर्तमान कहेंगे यहां पर वह आई हो तो मेरी चिट्ठी संदिग्ध है या संभाव्य है ठीक है सही चल रहा है ना बढ़िया बहुत बढ़िया शाबाश ठीक है क्योंकि हमें जो है यहां पर हमें क्लियर नहीं है कि वह आई है या नहीं आई है ठीक है हां बहुत बढ़िया ठीक है तो यहां पर संभावना तो है कि भाई वह शायद आई हो मतलब शायद आई हो तो भाई उसको दे देना संभावना है मतलब उसकी संभावना है कि वह आई होगी तो व संभावना है कि वह आई हो तो मेरी चिट्ठी उसे दे देना ठीक है जी ठीक है जी चलिए आगे निम्नलिखित वाक्यों में से अपूर्ण भूतकाल कौन सा है अपूर्ण भूतकाल को पहचानिए रामू खाना खा रहा था खाना बना चुकी है मुझे बाहर जाना है हम घूमने जाएंगे तो अपूर्ण भूतकाल कौन सा है अच्छा भाई ठीक है चलिए अपूर्ण भूतकाल का वाक्य रामू खाना खा रहा था ठीक है मां खाना बना चुकी है यह पूर्ण भूत पूर्ण वर्तमान है ठीक है पूर्ण वर्तमान है चुका है चुकी है मुझे बाहर जाना है ठीक है यह आपका सामान्य वर्तमान है या इसको इच्छा वाचक हम कहेंगे ठीक है इच्छा वाचक वाक्य हम घूमने जाएंगे यह सामान्य भविष्य में आ जाएगा जब बात करते हैं रामू खाना खा रहा था तो यह भूतकाल में अधूरा रह गया था इसी को अपूर्ण भूतकाल कहेंगे यह भूतकाल में अधूरा रह गया था ठीक है वर्तमान काल का उदाहरण बताइए उसने पढ़ा था वह पुस्तक पढ़ेगा वह जाता है वह खेल रहा था तो खेल रहा था अपूर्ण वर्त अपूर्ण भूत हो जाएगा यह ठीक है वह जाता है सामान्य वर्तमान सामान्य वर्तमान में आ जाएगा ठीक है वह पुस्तक पढ़ेगा सामान्य भविष्य सामान्य भविष्य में आ जाएगा ठीक है और उसने पढ़ा था अच्छा निम्न से वर्तमान पूछ रहा है तो यही है यह उसने पढ़ा था दोस्तों यह क्या है यह सामान्य भूत सामान्य भूत में आ जाएगा तो पूछा क्या है वर्तमान काल पूछा है देख लीजिए इसका यही आ जाएगा सीधा सा सी उत्तर ठीक है ना उत्तर आ रहा है चलिए बहुत बढ़िया यही पूछा अगला प्रश्न है कि मां सोती है भूतकाल में बदल दो इसे मां सोती है ये जो है सामान्य वर्तमान में है ठीक है सामान्य वर्तमान मां सोती है मां सोएगी मां सोती थी मां सोने वाली है मां सो रही है इसको हमें किसम बदलना है दोस्तों भूतकाल में मां सो रही है अपूर्ण वर्तमान ठीक है यह अपूर्ण वर्तमान में है मां सोने वाली है सामान्य भविष्य में यह सामान्य भविष्य में मां सोती थी यह भूतकाल में ठीक है सामान्य भूत में ही है मां सोएगी यह भी आपका भविष्य में ठीक है होने वाली है संभाव्य भविष्य में आ जाएगा ठीक है य आपका भूत में तो भूतकाल क्या पूछा क्या है भूतकाल में बदलना है तो इसका बी उ जाएगा मां सोती थी ठीक है जी बी उत्तर आ रहा है ना सभी का शाबाश बहुत बढ़िया इसी तरह से चलिए आगे बढ़ते हैं भविष्य काल में बदलिए दोस्तों बच्ची रो रही थी ये अपूर्ण भूत है ठीक है कैसा है अपूर्ण भूत अपूर्ण भूत है कि बच्ची रो रही थी इसको हमें किसम बदलना है भविष्य काल में बदलना है इसको बच्ची रोती थी बच्ची रोती है बच्ची रो रही है बच्ची रो रही होगी अरे भाई ठीक है बविता जी ठीक है ठीक है चलो भाई ऐसे ही पढ़ लो आज भविष्य काल में बदलना है कि बच्ची रो रही थी बच्ची रोती थी बच्ची रोती है रोती थी यह आपका भूतकाल में है बच्ची रोती है वर्तमान में है बच्ची रो रही है यह भी साम अपूर्ण वर्तमान में है बच्ची रो रही होगी यह भविष्य काल में पूछा क्या है भविष्य काल पूछा ना हां ठीक है रो रही होगी संभाव्य भविष्य में ठीक है इस तरह से यहां पर पुल्लिंग शब्द है यहां पर स्त्रीलिंग शब्द है साहब पिता हाथी सांप इधर सापन हथनी माता मेम तो इनका हमें जो है मिला के और कोड बनाना है स्कूट बनाना है ठीक है तो कैसे बनाएंगे जरा बताइए फटाफट से दिमाग लगाइए दौड़ आइए तब तक हम पानी पी लेते हैं घूट तो साहब का क्या हो जाएगा मैम पिता का माता हाथी का हथनी सांप का सापन तो बस बन गया चक्र सा तो साहब एक का आ जाएगा चार एक का चार इसी में आ रहा और किसी में ना आया इसका उत्तर बिल्कुल ए हो जाएगा ठीक है ठीक है बी का तीन हो जाएगा सी का दो हो जाएगा और डी का एक हो जाएगा बस हो गया ठीक है पुल्लिंग शब्द कौन सा है दोस्तों इसमें रचना प्रार्थना पत्र आज्ञा पुल्लिंग शब्द बताइए बताइए फटाफट से पुल्लिंग शब्द बताना है इसमें रचना स्त्रीलिंग में आएगा प्रार्थना भी स्त्रीलिंग आएगा आज्ञा भी स्त्रीलिंग में आएगा लेकिन पत्र आपका पुल्लिंग में आएगा क्या पत्र को हम पुल्लिंग में रखेंगे पुल्लिंग शब्द कौन सा है अवस्था नगर सेना शिक्षा शिक्षा स्त्री में आएगा सेना स्त्री में आएगा अवस्था भी स्त्री में आएगा सॉरी स्त्रीलिंग ठीक है नगर में जो है पुल्लिंग शब्द हो जाएगा नगर कहां है आपका वह नगर था बनारस नगर पटना नगर कहां पर है पटना नगर बहुत अच्छा है बनारस नगर बहुत अच्छा इस तरह से ठीक है निम्नलिखित में से कौन सा शब्द स्त्रीलिंग है पीपल पीतल देवनागरी हिमालय चीन स्त्रीलिंग कौन सा है बताइए फटाफट देखो हिमालय पुल्लिंग में आ जाएगा पीतल पुल्लिंग में आ जाएगा ठीक है तीन देश के लिए बोला गया वह भी पुल्लिंग में आ जाएगा देवनागरी लिपि होती है यह क्या है लिपि है और यह स्त्रीलिंग में आ जाएगी ठीक है लिखने के तरीके को लिपि कहा जाता है बेटा साहित्य के आज नहीं होंगे साहित्य के किसी दिन और दिन करवाए जाएंगे बता दिया जाएगा आपको लिंग बदलना है दोस्तों माता का पुल्लिंग करना है हमें माता का पिता पीता पिता या पीथा क्या होगा दोस्तों माता का पिता हो जाएगा पुल्लिंग ठीक है नदी का जल ठंडा है इसको सामान्य बहुवचन में बद लना है नदी का जल ठंडा है इसका सामान्य बहुवचन बताइए नदी का जल ठंडा है सभी नदी का जल ठंडा है नदियों का जल ठंडा है नदियों का जल ठंडा है चलिए तो नदी का जल ठंडा है बहुवचन तो इसमें है नहीं सभी नदी का जल ठंडा है नहीं बहुवचन नहीं है नदियों का जल ठंडा है नदियों यह शब्द ही गलत लिखा हुआ है नदियों का जल ठंडा है ठीक है बहुवचन में बने ठीक है बहुवचन पूछा है तो नदी का नदियों कर देंगे जल ठंडा है कर देंगे घटा शब्द का बहुवचन रूप कौन सा है घटाया घटाए घटाओ या घटाए जैसे बादल हो रहे हैं तो घटा इनको बोलते हैं तो घटा का क्या बनेगा घटाए ठीक है तो घटाओ हमें नहीं लगाना है कहीं भी ध्यान रखना अगर वाक्य से हट के इस तरह के शब्द पूछे जाएं बहुवचन आपका इस तरह का होगा ठीक है जैसे औरतें गाए घटाए ठीक है कवि का सही बहुवचन बताइए कवि वृंद कविगण कवि जन या कवि वर्ग जैसे मुनि वृंद होता है ठीक है मुनि वृंद ठीक है और छात्र वर्ग होता है छात्र वर्ग ठीक है और भक्त गण होता है और और किसमें होता है दोस्तों और लेखक गण होता है ठीक है लेखक गण होता है तो यहां पर जो है ना कवि जन ठीक है इस तरह से भक्त गण लेखक गण कवि गण नहीं होता है कवि वृंद नहीं होता है कवि वर्ग नहीं होता है कवि जन होता है ठीक है क्या होता है कवि जन ठीक है ओके रिपोर्ट चलिए समझ में आया मुनि वृंद लेखक गण भक्त गण छात्र वर्ग लेकिन कवि जन आएगा कवियों के साथ में जन आएगा के लिए किस प्रकार का कारक है संप्रदान कारक है अपादान है कर्म है या संबंध कारक है के लिए बताइए के लिए दोस्तों जैसे कि मोहन सोहन के लिए साइकिल लाया गीता सीता के लिए साड़ी लाई है नाव वैभव उषा के लिए चॉकलेट लाया विकास दिनेश के लिए कलम लाया यह के लिए मतलब संप्रदान कारक में आएगा ना इसका मतलब होता है सम जमा प्रधान ठीक है सम जमा प्रधान यानी कि किसी दूसरे को प्रदान करना कुछ चीज देना उसे हम संप्रदान कारक कह ठीक है लड़के ने कुत्ते को मारा तो लड़के ने कुत्ते को मारा इसमें कारक कौन सा है कण और संप्रदा अपादान है संबंध और कर्ण है अधिकरण और कर्ण है बताइए ठीक है लड़की ने कुत्ते हां जी तो लड़के ने कुत्ते को मारा तो देखो यहां पर जब कोई काम करने वाला होता तो लड़के ने तो यह कर्ता कारक है ठीक है कर्ता कारक हो गया व यह कर्म कारक हो गया जबकि इनमें से कोई सा भी करता ना कर्म कोई सा भी है ही नहीं इसमें बिल्कुल सभी का सही उत्तर आना चाहिए ई यानी कि उपरि क्त में से कोई नहीं ठीक है बात समझ में आई पेड़ से पत्ते गिरते हैं तो यह बहुत सरल प्रश्न है मतलब अलग होने का भाव होता है ठीक है अलग होने का भाव अलग होने अलग होने के भाव को हम क्या कहते हैं है ना चलिए तो अलग होने के भाव को हम दोस्तों क्या कहते हैं अपादान कारक कहते हैं क्या कहते हैं अपादान कारक ठीक है संज्ञा अथवा सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध वाक्य के किसी दूसरे शब्द के साथ प्रकाशित होता है ठीक है उसे क्या कहा जाता है क्रिया विशेषण संबंध सूचक कारक या इनमें से एक से अधिक या कोई नहीं बताइए तो दोस्तों ध्यान रखिएगा कि जब हम संज्ञा या सर्वनाम का जिस रूप से उसका संबंध वाक्य के किसी दूसरे शब्द के साथ प्रकाशित करते हैं तो वह जो बात बताता है दूसरे वक्त शब्द के साथ में वह कारक होता है ठीक है जैसे राम ने रामू को कलम दी तो राम ने रामू को इस से राम ने रावण को लंका में तीर से मारा ने को से में य सब कारक होते हैं ठीक है जो कि संज्ञा सर्वनाम का संबंध दूसरे वाक्य के दूसरे शब्दों से बताते हैं ठीक है ना शीतोषण में कौन सा समास है शीत जमा उष्ण अगर इसका मैं विग्रह करूं त जमा उष्ण बनेगा ठीक है अगर मैंने संधि करी तो अगर मैंने संधि करी है तो इसका शीत जमा उष्ण हो गया अलग-अलग शब्द तो इसमें समास कौन सा बनेगा दोस्तों अनीता देवी कारक यह कौन सा नीता देवी कारक होता भैया अव्यय भाव तत्पुरुष कर्म धार्य दोस्तों जब दोनों तरफ आपका कर्मधारय द्वंद नहीं है एक बताओ ना कौन सा लोग अव्यय भाव बता रहे हैं मतलब किस हिसाब से अव भाव बता रहे हो मुझे यह तो बता दो लो लो मैंने काट दिया अब बताओ उसका अ भाव कैसे बताओगे एक तरफ शीत है और एक तरफ उष्ण है ीत का मतलब ठंडा ठीक है उष्ण का मतलब गर्म अब एक तरफ ठंडा है एक तरफ गर्म है तो कौन सा समास हो जाएगा इसमें बता दो आप मुझे बताइए आप तत्पुरुष भी कैसे हो जाएगा बताइए तत्पुरुष कैसे है किस हिसाब से तत्पुरुष है ये ीत के लिए उष्ण ीत को उष्ण शीत से उष्ण शीत शीत का उष्ण कोई बन र बन शीत के लिए उ बन रहा कुछ तत्पुरुष समास कहां से बनेगा वाला यह दोनों तरफ एक ठंडा है गर्म है ठंडा और गर्म के लिए पूछ रहा है यह द्वंद समास में होगा ठीक हैतो द्वंद समास में आता है ठीक है समास में आई बात समझ में बिल्कुल बुक में द्वंद लिखा होगा क्योंकि है ही द्वंद ठीक है जी चलिए दंद समास में दोनों पद प्रधान सॉरी कौन सा पद प्रधान होता है मुंह से निकल गया मुझे नहीं पता कौन सा पद प्रधान होता है य आप बताओ दोनों होते हैं अन्य होता है या कोई दूसरा होता है समा द्वंद समास में कौन से पद प्रधान होते हैं बताइए प पर प्रैक्टिस चल रही है शनिवार को चलती है तो दोस्तों में दोनों पदों की प्रधानता होती है ठीक है समास के अंदर दोनों पदों की प्रधानता होती है मतलब उसमें जैसे माता-पिता दिन रात शीतोषण ठीक है कच्चा पक्का कच्चा ठीक है इस तरह से दिन रात इस तरह के समास को हम द समास क किस युग्म में अशुद्धि है मतलब त्रुटि है शुद्धि है तत्स में द्विगु समास प्रतिवर्ष में कर्मधारय समास दाल रोटी में द्वंद समास आजन्म में अव्यय भाव समास तो गलती किस वाले जोड़े में है बताइएगा तत्स प्रतिवर्ष दाल रोटी आजन्म कंदमूल में द्वंद भाई साहब देखिए अजन्म अव भाव ठीक है जन्म भर ठीक है दाल और रोटी द्वंद समास ठीक है प्रतिवर्ष ठीक है देखि सत सही 700 ठीक है 700 मतलब एक तरीके से 700 का संग्रह य द्विगु समास में आएगा प्रतिवर्ष जो है यह कर्मधारय समास नहीं होता प्रतिवर्ष जो है आपका अव्यय होता है ठीक है अव्यय भाव प्रतिवर्ष अव्य भाव समास होता है की कर्म धारा समा ठीक है चलिए यथा शक्ति का सही विग्रह क्या होगा जैसी शक्ति शक्ति के अनुसार यथा जो शक्ति जितनी शक्ति यथाशक्ति में वैसे अव्यय भाव समास है ठीक है अव्यय भाव समास है यथाशक्ति में लेकिन विग्रह क्या होगा यह पूछा गया है यथाशक्ति में विग्रह क्या होना चाहिए तो जैसी शक्ति शक्ति के अनुसार यथा जो शक्ति जितनी शक्ति यथा का मतलब होता है अनुसार यानी कि यथा क्रम क्रम के अनुसार यथा तथ्य जो जैसे तथ्य हैं उनके अनुसार तो शक्ति के अनुसार को हम यथा शक्ति के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं निम्नलिखित में कौन सा समास नाम सही है अष्टाध्याई में द्वंद समास यथा मति में कर्मधारय समास सज्जन में अव्यय भाव समास शरणागत में तत्पुरुष तो कौन से समास में सही है यानी कि यहां पर एक सही है बाकी तीन गलत है यहां पर ठीक है देखिए अष्ट जमा अध्याय तो आठ अध्याय तो द्विगु आना चाहिए सीधी सी बात है जबकि द्वंद दिया हुआ है ठीक है यथा जमा मति यानी कि मति बुद्धि के अनुसार और अभी हमने यथा के बारे में कही थी इसमें कौन सा होना चाहिए आपका अव्य भाव या क्या है कर्म धार्य फिर आएगा सज्जन तत् है जो जन यानी कि कर्म धार आना चाहिए क्या आना चाहिए कर्म धार आना चाहिए दिया हुआ है क्या अव्यय भाव फिर आपका शरणागत यानी शरण में आया हुआ यानी कि तत्पुरुष समास ब ठीक है तत्पुरुष समास उत्तर आ रहा है सही श्री कृष्ण के सुन वचन अर्जुन शोभ में जलने लगे सब शोक अपना भूलकर करतल युगल मलने लगे संसार देखे अब हमारे शत्रु रण में मृत पड़े करते हुए यह घोषणा वे हो गए उठकर खड़े ठीक है जैसे ही कृष्ण जी ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और कहा कि तुम्हारे अभिमन्यु को भी तो इन लोगों ने ऐसे ही मारा था तो क्या तुम उसको भूल गए तो श्री कृष्ण के सुन वचन अर्जुन क्रोध में जलने लगे या क्षोभ में जलने लगे तब शील अपना भूलकर करतल युग मनले लगे संसार देखे अब हमारे शत्रु ण में मृत पड़े करते हुए यह घोषणा वे हो गए उठकर खड़े के हां मैं अब देख लूंगा मैं अब किसी को नहीं छोडूंगा तो ये कौन सा इसमें रस आया हुआ है दोस्तो बताइए रद्र है वीर है भयानक है विवत से है बताइए देखो कभी-कभी क्या होता है कि पैरा जो पंक्ति दी हुई है उस पंक्ति में एक हिंट दिया होता है हिंट हिंट दिया हुआ होता है और उसी हिंट से आप उसका उत्तर निकाल सकते हो यदि आपको वो नहीं भी पता है तो देखिए यहां पर क्या लिख रहा है सब शील अपना भूलकर सॉरी श्री कृष्ण के सुन वचन अर्जुन क्रोध में जलने लगे तो क्रोध किसका स्थाई भाव है रद्र रस का ठीक है रद रस का स्थाई भाव है वीरता का भाव वो पहले था लेकिन यहां पर उनको गुस्सा आ गया जब उनको उनके बेटे की बात सुना दी कि बेटे को तुम्हारे बेटे को इतनी कम उम्र के बेटे को तु मारा था तो तुम उनको छोड़ दोगे भला तो इनको गुस्सा आया फिर आचार्यों के अनुसार संचारी भावों की कुल संख्या कितनी होती है संचारी भाव क्या होते हैं जो हमारे मन में कवि कभ आते हैं और आकर संचरण करके चले जाते हैं यानी कि कभी थोड़े समय के लिए आते हैं और फिर वह चले जाते हैं मतलब हम उनके क्या करते हैं व हमारे कुछ भावों के साथ आते हैं और फिर कुछ भावों के देखकर फिर वो चले जाते हैं मतलब थोड़े समय के लिए आए और फिर वह चले गए आए और चले गए जैसे हमारे जीवन में कुछ लोग होते हैं कुछ समय के लिए आते हैं और फिर हमें वह दुखी करके चले जाते हैं तो ऐसे ही य स्थाई कुछ संचारी भाव होते हैं संचारी भावों को हम व्यभिचारी भाव कहते हैं क्या कहते हैं व्यभिचारी भा भाव ठीक है व्यभिचारी भाव भी कहते हैं इनकी संख्या कुल कितनी मानी गई है दोस्तों 33 मानी गई है ठीक है इनकी संख्या 33 मानी गई है तो यह व्यभिचारी किसने कहा है इनको भरत मुनि ने कहा है ठीक है भरत मुनि जो रस संप्रदाय के प्रवर्तक है उनको भरत मुनि ने इनकी संख्या 33 मानी है और बाकी सभी ने भी 33 मानी है ठीक है और कवि देव थे रीतिकाल को उन्होंने छल नामक 34 वा संचारी भाव भी माना था छल तो वो यहां पर नहीं है फिलहाल के लिए 33 माने गए हैं संख्या में भी 33 दिया हुआ है 34 है ही नहीं चलिए आगे बढ़ते हैं किलकत कान घुट रवनी आवत मनि में कनक नंद के आंगन बिंब पकव धावत कबहु निरखी हरि आपहु छा करो कर सो पकन चाहत किल कति हसत राज दवे अ दतिया पुन पुनि तिही अवगाहना पर देखिए कि किलकत कान घुट रवनी आवत कानाजी किलकारी लगा रहे हैं और घुटनों के बल चल रहे हैं मनि में कनक नंद के आंगन मतलब कनक एक तो सोना होता है और मणि से युक्त तो जो सोना जो मणि से युक्त होता है ठीक है सोना जो मणि से युक्त है ठीक है अब सोना तो है ही फिर वोह मणि से युक्त भी है कृष्ण जी की के आंगन में नंद के आंगन बिंब पकड़ वे धावत यानी कि शीशे का जो दर्पण है उसकी दर्पण को पकड़ ने के लिए भाग रहा है ठीक है बात समझ में आई ठीक है जी तो कबहु निरखी हरि आपु छा को तो कभी तो कृष्ण जी हरि कबहु कभी तो निरखी हरि आपु छा को मतलब अपनी परछाई को ही जो है कर मतलब हाथ से पकड़ना चाह रहे हैं छोटे बच्चे क्या करते हैं अपनी अपनी परछाई को अपने हाथ से पकड़ना चाहेंगे ना ठीक है किलकी हसत राज द्वे दतिया जब वो हंसते हैं तो जो उनके जो छोटे-छोटे दो दांत है वो किलकारी में दिखाई देते हैं ठीक है पुनि पुनि ती अवगा वत वो जो है बार-बार जो है तुलसी अब इसी को गाना चाहते सॉरी सूरदास ठीक है ये सूरदास जी की पंक्ति है तो वात्सल्य रस शांत रस श्रृंगार या वीर रस ठीक है इसको हम किसम रखेंगे सभी का उत्तर मुझे लगभग शायद आ गया है वात्सल्य रस कहते हैं इसको ठीक है वात्सल्य रस विभाव कितने किसे कहते हैं विभाव देखो अलंक रस के चार अंग होते हैं दोस्तों ठीक है रस के कितने अंग होते हैं दोस्तों चार अंग होते हैं ठीक है रस के चार अंग अंग होते हैं स्थाई भाव विभाव अनुभाव और संचारी भाव ठीक है चार होते हैं ठीक है अब देखिए यहां पर स्थाई भाव जो होते हैं हमारे मन में हमेशा स्थाई रहते हैं और हमारा माहौल या सहारा पाकर वह जागृत होते हैं ठीक है उसको हम स्थाई भाव कहते हैं विभाव वो होते हैं जो हमारे भावों को जागृत करने में सहायता करते हैं तो यह दो प्रकार के होते हैं आलंबन और उद्दीपन ठीक है उद्दीपन आलंबन के दो वेद होते हैं आश्रया आलंबन और विषय आलंबन ठीक है मतलब आश्रया आलंबन वो होता है जिसके मन में भाव जगते हैं जैसे कोई फिल्म का हीरो होता है नायक होता है ठीक है और विषय मतलब जिसको देखकर जिसके लिए जिसके प्रति भाव जगते हैं जिसे किसी का वियोग श्रृंगार रस है ठीक है जिसका कोई ठीक है वियोग श्रृंगार रस है किसी के मन में किसी को देखकर दुख दर्द होता है जैसे मान के चलिए कोई किसी से प्रेम करता है और थोड़ा सा मनमुटाव हो रहा है तो क्या होता है तो किसी के मन में भाव जगा तो किसको देखकर जगा उसके प्रेमी या प्रेमिका को देखकर भाव जगा तो जिसके मन में भाव जगा है उसको हम आश्रय आलंबन कहते हैं जिसके लिए भाव जगता है उसको विष अलंबन कहते हैं जिसके प्रति जिसको देखकर और उद्दीपन विभाव जो होता है उसको कहते हैं जो उस भाव को ते तीव्र कर दे और तेज कर दे जैसे कि कोई एक सैड सॉन्ग पीछे चल रहा हो ठीक है या कोई एक पुरानी चीज उसको दिखाई दे गई हो पुरानी कोई गिफ्ट किसी ने किसी को दिया हो तो ऐसी चीज को देखकर हमारे मन में उसके प्रति और दर्द पैदा होता है और दर्द ज्यादा तेज होता है ठीक है इसी को हम क्या कहते हैं उद्दीपन विभाव कहते हैं ठीक है बात समझ में आया अनु भाव क्या होते हैं जब हमारे जैसे हमें किसी को देखकर रोना आ गया तो वही आपका एक अनुभाव होता है जो भाव के अनुकरण करता है इसको अनुभाव कहते हैं ठीक है संचारी भाव मैंने आपको बता ही दिए थे 33 होते हैं बहुत छोटे-छोटे होते हैं जैसे निद्रा होती है जवाई होती है इस तरह के स्थाई भाव आपको बता पता ही है जैसे कि श्रृंगार का रति स्थाई भाव होता है या रतिया प्रेम रद्र का क्रोध का रौद्र होता है वीर का उत्साह होता है विवस का जो कुपस घृणा होता है हास्य का हास होता है भयानक का भय होता है ठीक है इस तरह से सभी रसों के अपने अपने स्थाई भाव होते हैं तो नौ होते हैं ठीक है नौ रस और नौ ही आपके स्थाई भाव होते हैं ठीक है ध्यान रखना क्लियर है पॉइंट दोस्तों विभाव होते हैं स्थाई भाव के उद्बोधन जिसमें रस उत्पन्न हो जिसको रस उत्पन्न हो जिसको रस उत्पन्न हो उपर्युक्त में से एक से अधिक या कोई नहीं नहीं भाई साहब स्थाई भावों के उद्बोधन कि उद्बोधन उत्पन्न करने वाले ठीक है उत्पन्न करने वाले कारक को हम क्या कहते हैं दोस्तों विभाव कहते हैं ठीक है हां इच्छा जागृत हो जिसके मन में इच्छा जागृत हो या भाव जागृत होता है किसी के लिए भी भाव जागृत हो उसे हम विभाव कहते हैं ठीक है पेंगल के छंद किस रंग रस में लिखे गए हैं तो दोस्तों ये पूछा गया था आपके क्वेश्चन ये पहले भी पिछले वाला भी ये सब क्वेश्चन पूछे गए हैं यहां पर ये आपके ये दोनों ऑप्शन मिलेंगे वो सारे क्वेश्चन आपके प्रीवियस ईयर क्वेश्चन है जो ये दोनों ऑप्शन मिलेंगे ठीक है और जिनमें ये दोनों ऑप्शन नहीं केवल यह वाला ऑप्शन है वो मैंने कुछ नए क्वेश्चन भी रखे हैं दोनों तरह के मिक्स क्वेश्चन आपके लिए रखे गए हैं जिससे कि आपको बिल्कुल भी कोई दिक्कत ना हो ठीक है जाने दीजिए छोड़ प्राकृत पैलम जो रचना है दोस्तों सारंगधर की है ठीक है विद्याधर ठीक है जज्ज जज्ज [संगीत] बब्बर यह लेखक है मतलब इन सभी की रचनाओं का संग्रह प्राकृत पैलम में मिलता है और यह वीरगाथा काल की रचना ठीक है वीरगाथा काल यानी कि आदि काल की रचना है किसकी दोस्तों यह आपके आदि काल की रचना है इसको वीरगाथा काल कहा जाएगा क्योंकि ये वीर रस इसके अंदर भरा पड़ा है क्या है वीर रस भरा पड़ा है ठीक है इसमें वीर रस की रचना है ठीक है अरे छोड़िए आप वीर रस की रचना है और वीर रस की ही जो इनके जो सारंगधर हैं विद्याधर हैं जज्ज है बब्बर है इन्होंने अपनी रचनाओं के जो अपने जो पद लिखे हैं उन सभी पदों का संग्रह प्राकृत पैलम के अंदर दिया है जो आदि काल की रचना है जिसको आचार्य शुक्ल ने वीरगाथा काल कहा है ठीक है वीर रस की रचना है छंदों की गणना किससे की जाती है दोस्तों शब्द और वर्ण से धातु और स्वर से वर्ण और मात्रा से किससे की जाती है बताइए फटाफट से चलिए बताइए फटाफट से हां जी अच्छा पेड ब अच्छे हैं बहुत-बहुत स्वागत है आपका तो छंदों की गटना दोस्तों शब्द से नहीं की जाती है वर्ण से की जाती है धातु से नहीं की जाती स्वर से नहीं की जाती क्योंकि स्वर वर्ण में आता है वर्ण से की जाती है और मात्रा से की जाती है ठीक है इसी आधार पर इसके दो भेद हो जाते हैं वर्णिक छंद ठीक है वर्णिक छंद और मात्रिक छंद ठीक है मात्रिक छंद और बीपीएससी ने ही दो प्रकार के छंद माने हैं वर्णिक और मात्रिक ठीक है नेट एग्जाम के लिए भाई अभी कोई कोई प्लान नहीं है कुंडली किन छंदों से मिलकर बना है रोला उल्लाला सोरठा रोला दोहा उल्लाला दोहा और रोला ठीक है जो आपका यह आपका जो छंद होता है दोस्तों कुंडलिया यह संयुक्त छंद होता है ठीक है संयुक्त विषम मात्रिक छंद ठीक है विषम मात्रिक छंद होता है ठीक है है मात्रिक छंद ही इसके अंदर मात्राओं की ही गणना की जाएगी ठीक है इसके अंदर मात्राओं की गणना की जाएगी इसको विषम मात्रिक छंद कहेंगे संयुक्त क्यों होता है क्योंकि दो छंदों से मिलकर बना है और इसकी ट्रिक क्या है कुंड दोरो कुंड दो रो कुंड दो रो का मतलब क्या हुआ दो रो का मतलब होता है दोहा जमा रोला से मिलकर इसमें पहली पंक्ति दोहे की और फिर बाद की पंक्ति रोला की होती है ठीक है ठीक है चलिए निम्नलिखित निम्न पंक्तियों में कौन सा छंद है रावण रथी विरत रघुवीरा देख विभीषण भय अधीरा अधिक प्रीति मन भा संदेह बंदी चरण कह सहित सनेहा बताइए रो दो रो दो नहीं दो रो चलिए बताइए फटाफट से ठीक है तो देखो मात्राए गिनते हैं इनकी ठीक है इनकी मात्राएं तो यहां पर दोती च पा 6 सा 8 9 10 11 12 13 14 15 16 मात्राए दोती च पा 6 सा 89 10 11 12 13 14 15 16 तो 16 16 मात्राए आ गई ठीक है अब मात्रा गिनते कैसे हैं जरा मैं आपको बता देता हूं यहीं पर थोड़ा सा ठीक है जिससे कि आपको अगर कोई छंद आए तो आप जो है आगे गलती ना कर पाओ ठीक है ओके रिपोर्ट है चलिए आगे बढ़ते हैं तो इसमें हम क्या करेंगे दोस्तों जैसे हम जो है लघु मात्रा गिनते हैं ठीक है लघु मात्रा ठीक है लघु मात्रा जब गिनते हैं तो उसकी होती है एक यह निशान ठीक है एक सीधा डंडा ठीक है सीधी रेखा जैसे हमने कुछ लघु मात्रा गिनी है सीधी रेखा मैंने गिनी है ना वो लघु मात्रा होती है तो उसी को हम क्या कहते हैं दोस्तों लघु मात्रा तो इसमें कैसी होती है जब तब हरस स्वर होते हैं ठीक है हरस स्वर सभी हरस स्वर जो है इसके आ जाएंगे लघु मात्रा में ठीक है चलो इसमें हरस स्वर के साथ में और क्या आता है जैसे हृस स्वर में कौन सी यह मात्रा यह मात्रा और यह मात्रा और यह मात्रा ठीक है चंद्र बिंदु इसमें आ जाएगा और इसमें संयुक्त स्वर आ जाएगा ठीक है संयुक्त स्वर आ जाएगा इसमें अंदर ठीक है और जो दीर्घ मात्रा होती है ठीक है दीर्घ मात्रा यानी कि गुरु मात्रा इसको हम कहते हैं ठीक है इसको हम क्या कहेंगे गुरु मात्रा कहेंगे क्या कहेंगे लघु और यह गुरु मात्रा ठीक है इसको गुरु मात्रा कहेंगे तो गुरु मात्रा में चिन्ह कैसा होता है ऐसा होता है एस टाइप में जिसको हम एस कहते हैं ठीक है तो इसमें सब दीर्घ स्वर आएंगे ठीक है दीर्घ स्वर इसमें आ जाएंगे इसमें आपका अनुस्वार भी आ जाएगा ठीक है और संयुक्त स्वर से पहले वाला ठीक है पहले वाला व्यंजन इसमें आ जाएगा ठीक है बाकी सब इसमें आ जाते हैं ठीक है अब आपको समझ में आया कि जैसे मैंने यहां पर देखा आपने बड़ा बड़ा आ है बड़े की मात्रा दो छोटा आ है छोटा हुआ तो एक एक लगाया अ इसमें एक लगाया बड़ी की मात्रा तो दो लगाया ठीक है तो इसको हम इस तरह से ना जो है गिन लेते हैं इसको हम चौपाई कहते हैं ठीक है ठीक है आई बात समझ में चलो आगे बढ़ते हैं वर्णिक छंद का उदाहरण कौन सा है ठीक है तो मैं इसकी एक आपको ट्रिक बता देता हूं वर्णिक छंद कौन-कौन से होते हैं आप ध्यान रखिएगा कि यह वर्णिक छंद जो है आप एक बार इसको समझ लीजिएगा इस पंक्ति को रट लीजिएगा ठीक है तो इस पंक्ति को जब आप रट लेंगे एक तरीके से तो आपको वर्णिक छंदों को जो है अनुभव कराएगी आपका ठीक है वर्णिक छंदों का क्या कराएगी वर्ण छंदों को बता देगी जैसे कि मैं एक ट्रिक बता बनाई है मैंने बनिया इंद्र ने बनिया इंद्र ने बनिया इंद्र ने मंदा माल सबको कब बेचा ठीक है बनिया इंद्र ने मंदा माल सबको कब बेचा यह इसमें वर्णिक छंद है दोस्तों ठीक है बनिया का जो तत्सम होता है वो वणिक होता है ठीक है क्या होता है वणिक और वणिक से हम बनाएंगे वर्णिक छंद ठीक है बनाएंगे वणिक छंद कौन-कौन से दोस्तों इंद्र से आएगा इंद्रवज्रा ठीक है इंद्रवज्रा छंद मंदा क्रांता ठीक है मंदा क्रांता छंद ठीक है मालिनी ठीक है मालिनी ठीक है सबसे सवैया कब से कवित ठीक है सबसे सबको सबको लिख दिया मैंने ठीक है सबको होना चाहिए था सबको तो यहां पर सब सब से बन जाएगा सवैया कब से कवित ठीक है और बेचा को हम ऐसे ही कर लेंगे लगे तो यहां पर दोस्तों हमारा कौन सा आया है सवैया दोहा सोठा बर्वे तो दोस्तों यहां पर सवैया आया था ना हमारा यहां से तो ैया ही आपका वर्णिक छंद होता है ठीक है सहा सोठा और बरवे और मैं ट्रिक बता देता हूं आपको साथ में जिससे कि मात्रिक छंद भी आपको याद रहेंगे ठीक है मात्रा गिनने की ट्रिक बेटा मैंने यह बताई आपको इन चीजों को ध्यान रखना अगर छोटी मात्रा गिन है तो हरस स्वर गिनने है उसमें चंद्र बिंदी और संयुक्त व्यंजन होगा वह छोटी मात्रा में होगा अगर संयुक्त व्यंजन में बड़ी मात्रा है तो बड़ी मात्रा में आएगा ठीक है और जो गुरु मात्रा है जिसमें दो मात्रा लगेंगी ठीक हैय दो मात्रा और ये एक मात्रा ठीक है दीर्घ स्वर सारे आ जाएंगे दीर्घ स्वर आ उ ए ई ओ ठीक है इस तरह से चंद्र अनुस्वार जो होगा व दो मात्रा में संयुक्त व्यंजन से संयुक्त व्यंजन से पहले ठीक है संयुक्त व्यंजन से जो पहले वाला व्यंजन है वह भी दो में गिना जाएगा ठीक है तो अब देखिए यहां पर मैं आपको देखूं इंद्रवज्रा में मात्रा नहीं होती है यह इंद्रवज्रा छंद नहीं है वर्णिक छंद है तो मात्रा कहां से आ जाएंगी इसमें वर्ण गिने जाते हैं इसमें बता रहा हूं फिर भी ठीक है एक है ट्रिक मेरे पास असम में दो बार उल्लू ठीक है उल्लू देखे असम में 200 बार उल्लू देखे इसकी ट्रिक को हम कैसे डिकोड करेंगे असम मतलब होता है अर्ध समम ठीक है क्या दोस्तों अर्ध सम ठीक है अर्ध समम मात्रिक अर्ध समम मात्रिक ठीक है दो से दोहा बार से बरवे उल्लू से उल्लाला उल्लाला ठीक है इसको छोड़ देंगे तो अर्ध सम मात्रिक छंद में कौन-कौन से आते हैं दोहा हो गया बरवे उल्लाला ठीक है दोहा बरवे उल्लाला ये अर्ध सम मात्रिक छंद होते हैं ठीक है फिर बात आती है दोस्तों एक ट्रिक और है विष नहीं हरि की समा रोई च हरि की समा अगली अगले प बताता हूं हरि की समा लिख लेना आप लोग जब इनको लिख लेंगे एक बार दो बार रट लेंगे समझ लेंगे तो आपको यह ट्रिक याद रहेगी और आपका एक प्रश्न बिल्कुल नंबर सीधा रहेगा हरी की समा हरी की समा रोई चो ठीक है रोई चो ब्रज के अंदर ब्रज भाषा के अंदर जैसे आपके भोजपुरी के अंदर क्यों को क्या बोला जाता है कुछ बोला जाता है ना क्यों को क्यों नहीं बोला जाता होगा आपके काहे या कुछ का करत इस तरह से तो यहां भज ब्रज के अंदर क्यों को च बोला जाता है क्यों को च क करेगा क्यों तू क्या करेगा च तू क्या करेगा इस तरह से तो हरि की समा रोही च तो हरि से हरि गीतिका ठीक है हरि गीतिका और फिर इसके अंदर गीतिका दो अलग-अलग छंद होते हैं गीतिका हरि गीतिका समा से सम मात्रिक ठीक है सम मात्रिक छंद और रो से रोला और चौ से चौपाई यह छंद जो होते हैं सम मात्रिक छंद होते हैं ठीक है हरि की समा रोचो ठीक है और इधर आ गया असम में दो बार उल्लू और एक होता है आपका विष कुंड में छप ठीक है विष कुंड में छप विष कुंड में छप तो विष का मतलब हो गया विषम मात्रिक छंद ठीक है विषम मात्रिक छंद कुंड से कुंडलिया आ जाएगा ठीक है कुंडलिया और छप से छपे हो जाएगा ठीक है यह आपके विषम मात्रिक छंद होते हैं इन ट्रिक को याद कर लेना एक नंबर पक्का हो जाएगा आपका ठीक है तो इस तरह से आपका एक प्रश्न पूछा भी गया है यहां पर ठीक है इस तरह का चलिए अगला प्रश्न दोस्तों करेंगे कि गणों की संख्या कितनी होती है ठीक है गणों की संख्या वाला भी मैं ट्रिक आपको बताऊंगा बहुत बढ़िया से तो ये आपको गण याद रह जाएंगे इनमें दो छंद के अंदर दो तीन चीज याद कर लो बहुत आसान हो जाएगा हां जी बीपीएससी तो पढ़ा रहा हूं लेकिन एग्जाम में यह व्याकरण आती है तो हर एक एग्जाम में आती है डीट पसबी में आती है यूपी टीजीटी में आती है यूपी पुलिस में आती है ट पलस भी जनरल पेपर में आती है यह तो व्याकरण हिंदी व्याकरण तो सब जगह आती है बताओ हिंदी व्याकरण कहां काम नहीं आएगी हिंदी व्याकरण तो सब जगह काम आती है ना आपके तो दोस्तो गणों की संख्या बात करते हैं दोस्तों य माता राज भान सलगा य माता राज भान सलगा यह जो ट्रिक है दोस्तों यह इसका सूत्र होता है गणों का ठीक है तो य से हम तीन कदम आगे ब बढ़ेंगे तो य से य माता ठीक है तो उसको य गण कहेंगे ठीक है बाद में बताएंगे य म से म गण ठीक है म गण त से त गण ठीक है र से र गण र ठीक है र से रग ज से ज गण भ से भ गण ठीक है न से न गण स से स गण ठीक है तो एक दोती चा पा 6 सा सात आठ तो आठ गण हो गए हमारे कितने हो गए आठ गण इसी के आधार पर अगर मात्रा भी इसमें पूछने लगे तो बहुत आसान है ठीक है मात्रा कैसे हम आसानी से समझेंगे दोस्तों ध्यान रखना कि जिस भी शब्द की मात्रा पूछ रहा है यानी कि जिसकी भी मात्रा पूछ रहा है उससे तीन स्टेप आगे बढ़ जाओ बस आपको यह याद रहना चाहिए सूत्र य माता राज भान सलगा य माता राज भान सलगा य माता राज भान सलगा इस तरह से इसको बार-बार याद कर तो हर कदम जैसे पूछे कि त गण में कितनी मात्राए होती है त गण में कितनी मात्रा होती है तो त से आगे तीन बढ़ जाओ तो एक दो तीन तो ता दो मात्राए होती है मात्रा गिनना मैंने बता दिया रा और ज में एक है तो दो दो दो एक तो इस तरह से पूछेगा प्रश्न आपसे ठीक है पूछेगा कि भगड़ में कितनी मात्राए होती है तो भान स तो भा में दो न में एक स में एक ठीक है तो भा में दो न में एक स में एक तो दो एक एक इस तरह से पूछता है ठीक है तो गण कितने बताए टोटल हमने आठ गण बताए थे प्रश्न यही है ना तो आठ गण होते हैं हमारे चलिए आगे बढ़ते हैं दोस्तों बांधा था का वि बांधा था विधु को किसने इन काली जंजीरों से मणि वाले फण हों का मुख क्यों भरा हुआ है हीरों से ठीक है बांधा था विधु को किसने विधु का मतलब होता है चंद्रमा म वाले फण हों का मुख क्यों भरा हुआ है हीरों से मणि वाले सांप फियों का मतलब होता है सांप जो मणिधारी सांप है उनका मुख हीरे से किसने भर दिया है बिल्कुल पीआरटी के लिए भी उपयोगी है हिंदी तो सब जगह हिंदी व्याकरण तो सब जगह आता है ना भाई आप ऐसे क्यों पूछ रहे तो अब बांधा था विदु को किसने इन काली जंजीरों से मणि वाले फियों का मुख क्यों भरा हुआ है हीरों से आप सोच रहे कि चंद्रमा को किसने जंजीरों से बांध दिया चंद्रमा को किसने जंजीरों से बांध दिया और मणि वाले फण हों का हीरों मुख हीरों से किसने भर दिया है तो यहां पर एक सामान्य सी बात है कि जिस किसी महिला ने अपने बालों में वह फैशन चला था ना यह वाला बालों में मोती पिरो पिरो के जो पहनते थे जिनके छोटे बाल होते हैं उनको तो यह फैशन नहीं हो पाएगा जिनके बड़े बाल होते हैं वो मोती पहनकर इसमें एक फैशन चला था बीच में तो वो बिल्कुल बात को बहुत ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर कह दिया गया है बात को ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर कह दिया गया इसी को अतिशयोक्ति अलंकार कहते हैं ठीक है इसी को क्या कहते हैं दोस्तों अतिशयोक्ति यानी कि किसी बात को बढ़ा चढ़ा कर कहना उसी को अति शोक्ति अलंकार कहा जाता है कलन में केलीन में कछार में कुंजन में क्यारी में कलित कलीन किलकत है इस वाक इस काव्य पंक्ति में कौन सा अलंकार है दोस्तों यहां पूछा गया है कलन में केलिन में कछार में कुंजन में रन में कलित कलीन किलकत है देखो यहां पर एक पंक्ति इन सभी पंक्तियों में बहुत सरल सा उदाहरण हो जाएगा दोस्तों अब देखिए क क क क क क क और क एक दो तीन चर पा छ सात आठ बार क की आवृत्ति हुई है ठीक है आठ बार क वर्ण की आवृत्ति होती तो दोस्तों जब किसी एक व्यंजन वर्ण की बार-बार आवृति होती है ठीक है क्या दोस्तों जैसे कि कलन में कछार में क्या रिन में किलकत है ठीक है तो व्यंजन वर्ण की बार-बार आवृति ठीक है व्यंजन वर्ण की बार-बार आवृत्ति को ठीक है जब आपके व्यंजन वर्ण की बार-बार आवृत्ति होती है तो वहां अनुप्रास अलंकार होता है क्या होता है अनुप्रास अलंकार ठीक है मैंने यहां बताया था अति शोक्ति ठीक है अति शोक्ति का मतलब क्या होता है जब किसी वस्तु या व्यक्ति का वर्णन हम लोक सीमा से बढ़कर करते हैं ठीक है व्यक्ति या वस्तु का वर्णन लोक सीमा से बढ़कर करते हैं ठीक है वहां पर अति शोक्ति अलंकार होता है ठीक है चलिए वक्रोक्ति वाद के प्रतिपादक कौन है ये आपके बीपीएससी में पूछा गया है वक्र क्ति वाद के प्रवर्तक तो हमारे हिंदी हमारे हमारे काव्य शास्त्र में हे संप्रदाय हैं ठीक है रस संप्रदाय है अलंकार है ठीक है और रीति है नी है और वक्रोक्ति है वक्रोक्ति है और औचित्य है तो ये छह संप्रदाय हैं हमारे काव्यशास्त्र में ठीक है हमारे काव्यशास्त्र में छह संप्रदाय हैं और इन्हीं छह संप्रदायों के आचार्य भी अलग-अलग हैं तो इन्हीं को यहां पर प्रश्न पूछा गया है ठीक है जैसे कि रस संप्रदाय के प्रवर्तक हैं भरत मुनि ठीक है भरत मुनि अलंकार के भाम है रीति के वामन है हनि के आनंद वर्धन है वक्रोक्ति के कुंतक है औचित्य के क्षेमेंद्र है यह इन संप्रदायों के अलग-अलग प्रवर्तक हैं दोस्तो ठीक है इन संप्रदायों के अलग-अलग प्रवर्तक हैं ठीक है तो अब देख लीजिए वक्रोक्ति के कौन है दोस्तों कुंतक आचार्य हैं ठीक है यह काव्यशास्त्र के संप्रदाय हैं ठीक है किसके पूछा गया यह वाला प्रश्न ठीक है काव्य शास्त्र के संप्रदाय ठीक है और कितने संप्रदाय दोस्तों छह संप्रदाय हैं ठीक है आगे बढ़ते हैं काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्मों को अलंकार कहते हैं तो यहां पर जो धर्म शब्द आया है ठीक है धर्मों को तो इस धर्म शब्द का अर्थ क्या है कि काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्मों को अलंकार कहते हैं मजहब है धर्म का मतलब वहां पर गुण है या सत कर्म है या कर्तव्य है बताइए फटाफट से हां जी तो काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्म तो काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्मों को हम क्या कहेंगे काव्यशास्त्र का भेद नहीं होता काव्यशास्त्र एक तो हिंदी भारतीय काव्यशास्त्र होता है एक पाश्चात्य काव्यशास्त्र भारतीय मतलब भारत का काव्य शास्त्र पाश्चात्य मतलब अंग्रेजों का काव्यशास्त्र मतलब पश्चिमी यूरोप का काव्यशास्त्र तो धर्मों का मतलब है यहां पर गुण ठीक है धर्म का मतलब यहां पर हो जाएगा गुण हो जाएगा ठीक है ठीक है जी चलिए आगे बढ़ते हैं उपमा अलंकार का निम्नलिखित में से कौन सा अंग है ठीक है उपमा अलंकार के कौन-कौन से अंग होते हैं जैसे उपमा अलंकार क्या होता है दोस्तों ठीक है उपमेय पर उपमान का आरोप लगाया जाता है ठीक है या उपमेय पर उपमेय उपमान का आरोप केवल आरोप भेद रहित आरोप नहीं केवल आरोप या फिर उपम की उपमान से ना की जाती है यानी कि समान गुणों के आधार पर ठीक है जैसे मुख चंद्र सा सुंदर है ना मुख चंद्र सा सुंदर है एक हमने उदाहरण लिया मान के चलिए मुख चंद्र सा सुंदर है मुख चंद्र सा सुंदर है तो जो मुख है दोस्तों वह हमारा उपमेय है क्या है उपमेय है चंद्रमा जैसा है जिससे तुलना की जाती है मतलब जिसकी तुलना की जाए जिसकी तुलना की जाए वह उपमेय होगा जिससे तुलना की जाए वह उपमान होता है उ उपमान होता है सा वाचक शब्द होता है वाचक शब्द सुंदर है यह गुण या धर्म होता है ठीक है गुण या धर्म जो सुंदर जो विशेषता होती है उ हम गुण या धर्म बोलते ठीक है तो यहां पर उपम भी है उपमान भी है साधारण धर्म है यानी कि एक से अधिक इसके अंदर है जो उपमान के उमा अलंकार के जो है अंग होते हैं य उपमा अलंकार के अंग माने जाते हैं ठीक है क्या माने जाएंगे उपमा अलंकार के अंग माने जाएंगे यह ध्यान रखना ठीक है अंग माने जाएंगे चलिए निम्नलिखित में कर्मवाच्य का उदाहरण बताइए कर्मवाच्य वाच्य तीन प्रकार के होते हैं कर्त्री वाच्य कर्मवाच्य भाववाच्य तो दोस्तों यहां पर देखेंगे वाच्य कितने प्रकार के होते हैं दोस्तों ठीक है जो कर्ता के आधार पर हो तो उसे कत्र वाच्य कहेंगे ठीक है जिसमें कर्म प्रधान हो उसमें उसे हम कर्मवाच्य कहेंगे और जिसमें भाव या स्वयं क्रिया प्रधान हो उसे हम भाववाच्य कहेंगे क्या कहेंगे उसे हम भाववाच्य कहेंगे ठीक है अरे पढ़ाई पर ध्यान दो ठीक है तो पत्र लिखा जाता है राम पुस्तक पढ़ता है पीता पत्र लिखती है मुझसे बैठा नहीं जाता है तो जहां पर आपके भाव को व्यक्त किया जाए तो वह तो भाववाच्य हो जाएगा ठीक है क्या हो जाएगा भाववाच्य जहां पर किसी के भाव को व्यक्त किया जाए सीता पत्र लिखती है तो कौन लिखती है इसके अनुसार ही सब कुछ है वाक्य के अंदर कर्ता के अनुसार जब कुछ होता है तो कर्त्री वाच्य कहते हैं क्या कहते हैं कर्त्री वाच्य ठीक है य रिपोर्ट है हा 80 नंबर वाला है राम पुस्तक पढ़ता है राम पुस्तक कैसे पढ़ पड़ता है यह भी आपका राम के हिसाब से पड़ता है तो यह आपका यह भी कर्त्री वाच्य हो जाएगा क्या हो जाएगा कर्तृवाच्य ठीक है पत्र लिखा जाता है तो पत्र यहां पर क्या है कर्म है अगर वाक्य कर्म के अनुसार आया है तो उसी को हम कर्मवाच्य कहेंगे क्या कहेंगे उसी को हम कर्मवाच्य कहेंगे ठीक है ठीक है जी चलिए तो जब कर्ता जैसे रेल चलाई जाती है साइकिल चलाई जाती है पत्र पढ़ा जाता है पत्र लिखा जाता है और क्या बोल सकते हैं उसको जैसे कहते हैं ना वह कर्मवाच्य होते हैं जैसे कि किताब पढ़ी जाती है पुस्तक पढ़ी जाती है है ना फन चलाया जाता है गिलास टूट गया और भावाच में कि मुझसे हंसा नहीं जाता मुझसे चला नहीं जाता मुझसे रोया नहीं जाता मुझसे खाया मुझसे दौड़ा नहीं जाता मुझसे मुस्कुराया नहीं जाता तो यह आपके भाववाच्य हो जाएंगे ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं इसस वाक्य में कर्म वाच्य का प्रयोग नहीं हुआ है कर्म वाच्य का प्रयोग किस वाक्य के अंदर नहीं हुआ है चोर पकड़ा गया वह बहुत देर से पढ़ रहा है खेतों की जुताई की जा चुकी है विद्यार्थियों द्वारा श्रमदान किया गया है तो किस वाक्य के अंदर कर्मवाच्य जी अवश्य क्रिकेट खेला जाता है यह भी कर्मवाच्य है ठीक है चलिए ठीक है नहीं क्वेश्चन और ज्यादा है हां जी पीआरटी के लिए भी है चलिए कर्मवाच्य का प्रयोग नहीं हुआ है तो यहां पर चोर पकड़ा गया यह भी कर्मवाच्य में है ठीक है और विद्यार्थियों द्वारा श्रमदान किया गया यह भी कर्मवाच्य में है खेतों की जुताई की जा चुकी है यह भी कर्मवाच्य में है लेकिन अगर बात करें कि वह बहुत देर से पढ़ रहा है या वह लाइब्रेरी में सुबह से पढ़ रही है या वह मेरी क्लास बहुत देर से देख रही है या वह मुझे देखकर हंस रही है तो यह क्या है दोस्तों यह कर्त्री वाच्य के अंदर है किसम दोस्तों यह कर्त्री वाच्य ठीक है यह कर्तरी वाच्य के अंतर्गत आ जाएगा कैसे में आ जाएगा कर्तरी वाच्य कर्तरी वाच्य में जो कर्ता प्रधान होता है क्या होता है कर्ता प्रधान होता है कर्ता के अनुसार ही वाक्य बनाया जाता है ठीक है वह बहुत देर से पढ़ रहा है पढ़ रही है हंस रहा है हंस रही है इस तरह से ठीक है किस विद्या किस विकल्प में भाववाच्य है दोस्तों किस विकल्प में भाववाच्य है ठीक है जैसे यह पढ़ रहा था तो बहुत देर से पढ़ रहा है पढ़ रही है ऐसे ही प्रकार यह क्या है ठीक है तो विकल्प में भाववाच्य वह पुस्तक पढ़ी पढ़ी गई थी मोहन से उठा नहीं गया तीन लुटेरे पकड़े गए अशोक ने खाना खाया भाई साहब मुझे नहीं पता तो अशोक ने खाना खाया यह आपका कर्त्री वाच्य हो जाएगा ठीक है लो तीन लुटेरे पकड़े गए यह आपका कर्मवाच्य हो जाएगा ठीक है कर्मवाच्य यह पुस्तक पढ़ी गई थी यह भी आपका कर्मवाच्य हो जाएगा यहां पर करने वाले का पता नहीं चल रहा कि यह काम किसने किया था जब करने वाले का ही पता नहीं चल रहा तो किसने काम किया तो वह कर्म की प्रधानता है कर्ता की प्रधानता है ही नहीं मोहन से बैठा नहीं गया तो यह आपका भाववाच्य है कैसा है भाववाच्य ठीक है जी मैराथन क्लास की पीडीएफ आपको एप्लीकेशन प मिलेगी फ्री में ठीक है इनमें से कर्मवाच्य किस वाक्य के अंदर है राम बचपन में नानी के नानी से कहानियां सुनता था गर्मियों में लोग नदी किनारे नहाने जाते हैं पहले लोग सिनेमा हॉल में फिल्में देखने जाते थे रामायण सीरियल का निर्माण रामानंद सागर द्वारा किया गया था सीताराम चरित अति पा ऐसे ही है बस कुछ किया कुछ नहीं किया क्या फर्क पड़ता है तो राम बचपन में नानी से कहानियां सुनता था तो यह राम करता था ना तो यह कर्तरी वाच्य हुआ ठीक है गर्मियों में लोग नदी किनारे नहाने जाते हैं यह भी आपका कर्तरी वाच्य हुआ पहले लोग सिनेमा हॉल में फिल्म देखने जाते थे यह भी आपका कर्तरी वाच्य रामायण सीरियल का निर्माण रामानंद सागर द्वारा किया गया था तो यहां पर कौन सा भाव हो जाएगा कर्मवाच्य में हो जाएगा ठीक है ठीक है जी चलिए आकर्षक धातुओं से बनने वाला सॉरी माफ करना और अकर्मक धातुओं से बनने वाला और सदैव एकवचन पुल्लिंग में ठीक है एकवचन पुल्लिंग में और अन्य पुरुष की क्रिया वाला वाच्य कौन सा होता है यह देखो एक पहचान है कि अकर्मक क्रिया उसमें होगी हमेशा ही एक पहचान और मैं बता देता हूं दोस्तों यह तीन वाच्य होते हैं इसमें ना आपकी कर्तरी वाच्य में अकर्मक और सकर्मक दोनों क्रियाएं आ जाएंगी अकर्मक और सकर्मक दोनों क्रियाए इसमें आ जाएंगी कर्मवाच्य में केवल सकर्मक आएगी क्योंकि क क्रिया के साथ कर्म होगा तभी तो कर्मवाच्य बनेगा ठीक है भाववाच्य में केवल अकर्मक आएगी ठीक है केवल अकर्मक क्रिया आएगी यह सबसे बड़ी पहचान है इसकी सबसे बड़ी पहचान है इसमें अकर्मक सकर्मक दोनों इसमें सकर्मक और इसमें केवल अकर्मक क्रिया आएगी ठीक है ना दोस्तों तो बताइए दोस्तों अकर्मक क्रिया के साथ धातुओं से बनने वाला और सदैव एकवचन में रहेगा ठीक है सदैव एकवचन में पुल्लिंग में अन्य पुरुष में रहेगा तो वो वाला वाच्य कौन सा होता है जैसे उससे रोया नहीं जाता उससे बोला नहीं जाता पत्नियां हमेशा भाव में बेलन लेकर रहती हैं तैयार पति को पति को लटिया के लिए व कौन सा होता है दोस्तों भाववाच्य क्या होगा भाववाच्य होगा ठीक है चलिए निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य संयुक्त वाक्य का उदाहरण है संयुक्त वाक्य पूछा गया दोस्तों बगीचे में सुंदर फूल खिले हैं बगीचे में सुंदर फूल खिले हैं और यह वही बच्चा है जो कल गिर गया था शम हुई और गाय घर लौट आई जो परिश्रम करेगा उसे सफलता मिलेगी ठीक है तो दोस्तों संयुक्त वाक्य यानी कि रचना के आधार पर तीन वाक्य होते हैं तीन प्रकार के ठीक है रचना के आधार पहला होगा सर वाक्य दूसरा मिश्रित वाक्य तीसरा संयुक्त ठीक है ठीक है जी चलिए तो बगीचे में सुंदर फूल खिल ले हैं सरल वाक्य वह यह वही लड़का है जो गिर गया था यह मिश्रित वाक्य ठीक है बिल्कुल भाई साहब नौकरी जरूर लगेगी ईश्वर से प्रार्थना करता हूं आप सभी के लिए जो विद्यार्थी मेहनत कर रहे हैं सबका काम होगा इस बार सिलेक्शन हो जाएगा ठीक है शम हुई और और जब शब्द आ जाए तो और तथा एवं या अथवा इस तरह के जब शब्द आते हैं वह आपके कौन से वाक्य में आते हैं वह संयुक्त वाक्य में आ जाते हैं कैसे वो संयुक्त वाक्य में जो परिश्रम करेगा उसे तो ये शर्त के ऊपर भी ये मिश्रित वाक्य है ये भी आपका मिश्रित वाक्य है कौन सा वाक्य मिश्रित वाक्य है ठीक है कौन सा वाक्य मिश्र या मिश्रित वाक्य है ठीक है भई अपना आराम करो अगर बोरिंग लग रही है क्लास तो क्या कर सकते नाच के तो दिखा दूंगा नहीं मैं आपको मैंने सुना है कि आपके देश में अच्छा राजतंत्र प्रबंध है वह उड़ती हुई चिड़िया पहचानता है उसमें ना न पत्ते हैं पत्ते थे ना फूल थे यज्ञ दत्त देवदत्त को व्याकरण पढ़ाता है तो यह तो सरल वाक्य हो गया उसमें ना पत्ते थे ना फूल थे यह आपका संयुक्त वाक्य हो जाएगा वह उड़ती हुई चिड़िया पहचानता है है यह भी आपका सरल वाक्य हो जाएगा ठीक है ना अब हां भैया मलूक नहीं लग रहा सही कह रहा है कह रहे हैं आप मैंने सुना है आपके देश में अच्छा राज प्रबंध है मलूक नहीं लग रहा मेरी फेर एंड लवली खत्म हो गई इसलिए मलूक नहीं लग रहा हूंगा नाना चलिए निम्नलिखित में कौन सी लक्षणा की विशेषता होती है दोस्तों लक्षणा दोस्तों शब्द शक्ति होती है मैं आपको शब्द शक्तियों के बारे में बताता हूं शब्द शक्ति शब्द शक्ति का मतलब होता है शब्द की शक्ति शब्द की शक्ति इसी को शब्द शक्ति और यह तीन प्रकार की होती है दोस्तों ठीक है अभिधा लक्षणा और व्यंजना अविधा लक्षणा व्यंजना यह शब्द शक्ति होती है ठीक है तो इसमें क्या होता है जब कोई बात को हम सीधे तरीके से कहते हैं तो वहां पर अविधा शब्द शक्ति होती है जैसे जैसे मोहन खाना खा रहा है तो अविधा शब्द शक्ति होगी ठीक है लक्षणा शब् शक्ति कैसी होती है जैसे मेरा बेटा तो बिल्कुल शेर है मतलब शेर जैसे जबड़े शेर जैसा पंजे तो शेर जैसे बाल तो है नहीं उसके क कि मेरा बेटा तो शेर है जैसे मैं कहूं सचिन अकेडमी के चीते अपने दम पर हैं जीते तो सचिन अकेडमी के चीते सचिन अकेडमी में ने कोई चिड़ियाघर थोड़ी ना खुल रखा है कि शेर पाल रखे हैं मतलब शेरों जैसी जोश आपके अंदर ठीक है तो वो हो जाएगा लक्षणा मतलब किसी भी चीज का लक्षण देकर जब हम किसी चीज को प्रस्तुत करते हैं तो णा शब् शक्ति होती है व्यंजना शब् शक्ति और ज्यादा गहराई से होती है ठीक है कि जैसे हम कहे कि अ सूरज पश्च आज तो सूरज पश्चिम से निकल रहा है या तुम ज्यादा मलूक हो तुम बहुत पवैया हो ऐसे हम किसी को व्यंग करके तानी नहीं मारते हम वहां पर हम व्यंजना शब्द शक्ति का प्रयोग करते हैं ठीक है जैसे कि जैसे कोई छोटा सा है छोटा सा बच्चा है मैं उतारूं छत से ऊपर हां तुम बहुत लंबे हो तो व्यंग किया ना उस पर क्योंकि वो लंबा है ही नहीं बात समझ में आ रही है जैसे जैसे कि कोई कमजोर सा इंसान है और कोई बड़े से भारी से सामान को उठाने लगे मम्मी जी मैं उठवा हां रहने दो पहलवान बस रहने दो म मुठ उठा उठा लिया हो तो वो पहलवान थोड़ी है पहलवान के बिल्कुल विपरीत है वो इस तरह से उसको व्यंजना शब् शक्ति कहते हैं यहां पर क्या कहा गया है कि लक्षणा की विशेषता व्यज व्यंजना व्यज मुख्या या रूढ़ का प्रयोग करती है तो लक्षणा में रूढ़ का प्रयोग होता है रूढ़ लक्षणा की एक विशेषता होती ठीक है मुख्या अविधा बताती है ठीक है अविधा मुख्या बता देगी और यह यह व्यंग शब्द है क्या है व्यंग्य य व्यंग शब्द है जब किसी पर व्यंग किया जाए तो इसमें यह जो बताएगी व्यंजना बताएगी क्या बताएगी व्यंजना शब्द शक्ति ठीक है चलिए उसने कहा कि मैं कल आऊंगी पर आई नहीं आज तक गाना देखा है ना फिरकी वाली तू कल फिर आना नहीं फिर जाना अपनी जवान से फिर की वाली तू कल फिर आना तो उसने कहा कि मैं कल आऊंगी इस वाले वाक्य में यह सरल वाक्य है संयुक्त है या मिश्र वाक्य है बताइए अब देखो यह फिरकी वाली किसको देख रही है ध्यान से देख लो किसी को आपकी तरफ तो नहीं देख रही है तो उसने कहा कि मैं कल आ इस वाक्य को किस रूप में हम रख सकते हैं रचना के आधार पर ठीक है चलिए बताते हैं आगे ठीक है तो दोस्तों यहां पर उसने कहा कि जब कोई वाक्य शर्त पर आधारित रहे ठीक है एक वाक्य पूरा रहे और एक वाक्य अधूरा रहे एक वाक्य पूरा एक वाक्य अधूरा और दोनों वाक्य एक दूसरे पर डिपेंड रहते हैं तो उसे हम मिश्र या मिश्रित वाक्य कहते हैं क्या कहेंगे उसको मिश्र वाक्य कहेंगे क्या कहेंगे मिश्र वाक ठीक है जी तुम जाओ और अपने पिताजी से कहना तुम जाओ और अपने पिताजी से कहना कि क्या की जब नौकरी लग जाएगी तभी तो कह पाओगे बिना नौकरी के नहीं कह पाओगे ना मार और पड़ेगी बिना नौकरी के कहोगे मैं समझ रहे हूं ना मैं क्या कहना चाह रहा हूं सरल वाक्य है संयुक्त वाक्य है मिश्र वाक्य है या कौन सा वाक्य है तुम जाओ और अपने पिताजी से कहना मेरी तरफ कौन देख रहा है मेरी तरफ कोई नहीं तो भाई तुम जाओ और अपने पिताजी से कहना जब यहां पर और शब्द लग गया तो वो सीधा सरल आपका संयुक्त वाक्य की तरफ आएगा ठीक है तुम जाओ और अपने पिताजी से कहना ठीक है तो किसकी तरफ नहीं तरफ नहीं मतलब कौन सा वाक्य बनेगा संयुक्त वाक्य ठीक है अगला प्रश्न है अ किस भाषा का ठीक है शब्द किस भाषा का है तो किस भाषा का शब्द है जैसे बेगम शब्द है तो ये बेगम शब्द किस भाषा का यह पूछा गया है ठीक है नहीं भाई साहब ऐसे नहीं अरबी फारसी और पुर्तगाली बताइए अरबी फारसी पुर्तगाली हम और भी तो देखेंगे उसके साथ में हम ये भी तो देखेंगे कि और लगाया नहीं चलिए बताइए ठीक है अरबी फारसी पुर्तगाली बताइए फटाफट से किस भाषा का शब्द है हा तो क्या उत्तर आ रहा आपका बी और ए बी और ए नहीं यह इनमें से किसी का नहीं है यह ना आपका इनमें से कोई नहीं है यह तुर्की भाषा का शब्द है बेगम ठीक है किसका तुर्की भाषा का शब्द है ठीक है किस भाषा का शब्द है यह तुर्की भाषा का शब्द है बेगम ठीक है बेगम तुर्की भाषा का शब्द ठीक है और तुर्की भाषा के और शब्द लिख लेते हैं हम यहां पर जैसे कुली कालीन कैची ठीक है टप यह तुर्की भाषा के उर्दू उर्दू तुर्की भाषा के शब्द है ठीक है ओके रिपोर्ट है अगला है सिनेमा किस भाषा का शब्द है सिनेमा पुर्तगाली फारसी या अंग्रेजी सिनेमा किस भाषा का शब्द है बताइए तुर्की बेगम बहुत बढ़िया तुर्की बेगम तो सिनेमा जो है आपका लाश लफंगा उर्दू कालीन कुली बावरची य सब पुर्तगाली शब्द होते सरी तुर्की शब्द माफ करना तो जो सिनेमा जो है दोस्तों अंग्रेजी भाषा का शब्द है सिनेमा ठीक है लाइट रेल और बहुत सारे शब्द होते हैं जो आपके अंग्रेजी के सामान्य रूप में हिंदी में प्रयोग किए जाते हैं यहां पर भी अर्दली शब्द है दोस्तों एक अर्दली ठीक है अरबी का है फारसी का है पुर्तगाली का अर्दली और अर्दली किससे बना है वह भी मैं बताऊंगा पहले आप अपना उत्तर बताइए अर्दली जो होता है अर्दली का मतलब होता है जो किसी यात्री या किसी अधिकारी के सेवा में एक व्यक्ति परमानेट लगाया जाता है सेवा करने के लिए तो उसे हम कहते हैं अर्गली ठीक है तो अर्दली जो है दोस्तों आपका ऑर्डरली ठीक है इसको मैं देवनागरी में लिखूंगा ऑर्डरली ऑर्डरली शब्द से बना है अंग्रेजी के ऑर्डरली से और यह अंग्रेजी ही भाषा का शब्द है ठीक है किसका है अंग्रेजी भाषा अर्दली जो है अंग्रेजी भाषा का शब्द ठीक है आगे चलते हैं तोलिया किस भाषा का शब्द है तलिया देश देसी भाषा का है पुर्तगाली फारसी लिया बताइए बिल्कुल बिल्कुल लि बताइए किस भाषा का शब्द है हां जी तो लिया आपका पुर्तगाली भाषा का शब्द है इसमें पुर्तगाली में इसके अलावा आलपिन आता है ठीक है अलमारी आता है बाल्टी आती है ठीक है और कमीज आती है ठीक है इसके अलावा हम चाबी फीता चाबी पीता कमला यह शब्द पुर्तगाली के हैं ठीक है ध्यान रखना आप लोग रखेंगे ना ध्यान रिक्शा किस भाषा का शब्द है रिक्शा मेरा रिक्शा है जापानी मेरा रिक्शा है जापानी उस गाने को ध्यान रखो ठीक है रिक्षा ठीक है रिक्षा आपका जापानी शब्द हो जाएगा है ना और एक बम नाम का शब्द जो बम क्या होते हैं ना और क्या होती है जैसे तांगे की जो बम होती है जानते हैं ना तांगे की बम एक सुनामी शब्द भी जापानी होता है सुनामी इसमें टी साइलेंट रहता अंग्रेजी में अगर लिखते हैं तो चलकी का जो है यहां पर तत्सम तद्भव पहचाना ठीक है तत्सम शब्दों के लिए ठीक है चलकी का चूल्हा चौकी या चोंच देखा है अने गांव में सबने देखा होगा किने नहीं देखा हो सबने देखा है तो चच का जो तत्सम होता है वो तो है चं क्या होता चं चौकी का होता है चतु पाद का चतुपालु होता है ठीक है चलकी का चूहा होता है अगला प्रश्न है सूची सतु सलाई या सुई सूची का तद्भव क्या पूछा सलाई का तत्सम होता है सलाका ठीक है सलाका तु का सक्तु सतु सूची का क्या होता है दोस्तों सुई सुई य दिख रही है सुई आपको हर तरह की सुई है अच्छा का का कांटा काठ या लकड़ी या एक से अधिक या कोई नहीं काष्ट है ना हिंदी का शब्द का तत्सम इसका तव बताना है कास्ट है अंग्रेजी का शब्द है कास्टम यानी कि जातिवाद या कास्ट मतलब जाति वो यह कास्ट नहीं है यहां काष्ट य हिंदी का तत्सम शब्द है ठीक है ही करू बसई और ना पढ़ाऊंगा कांटा का होता है दोस्तो कंटक कंटक होता है कांटे का काठ और फिर लकड़ी काठ भी होता है दोस्तों लकड़ी भी होता है यानी कि एक से अधिक इसमें आ जाएगा आपका ठीक है काठ और लकड़ी दोनों होते हैं ठीक है काठ और लकड़ी दोनों होते हैं काष्ट का स्वर्ण का तत्सम क्या होगा दोस्तों तद्भव स्वर्ण का तत्सम यह तत्सम है और इसका तद्भव बताइए स्वर्णकार सोना या सुनार तो स्वर्णकार का जो तत्सम होता है यह स्वर्णकार तत्सम है और इसका तद्भव सुना सुनार हो गया ठीक है बताइए ठीक है तो स्वर्ण का क्या होता है दोस्तों सोना होता है का सोना होता है आगे बात करें कि स्वाधीन में धीन है यहां पर उपसर्ग प्रत्यय पूछा गया तो पहले पूछा गया जाएगा प्रत्यय ठीक है तो स्वाधीन में धीन प्रत्यय न प्रत्यय अधीन प्र प्रत्यय ठीक है स्वाधीन जमा स्वाधीन पूरा लिखेंगे धीन मतलब होता है स् जमा अधीन के अधीन अपने अधीन किसके अधीन अपने अधीन को हम स्वाधीन कहते हैं दोस्तों ठीक है तो यहां पर जो बाद वाला शब्द है वह अधीन है इसमें स्व उपसर्ग है ठीक है प्रत्यय नहीं है यह अधीन मूल शब्द है वैसे य फालतू का क्वेश्चन बनाया यह प्रत्यय है ही नहीं यह शब्द होता है मूल ठीक है अगला प्रश्न है कि भुलो वल में कौन सा प्रत्यय है भलो बल जनी लीवर देखा है भूला देख ना भूला तो इसमें ल है अवल है या ल है लवल में शतक पूरा हो गया तो तालियां बजा दीजिए एक बार बताइए भुलो वल है ना लवल तो भूला से भला से बना है भूला में हमने जोड़ा ओवल लवल भूला देखिए जॉनी लीवर की फिल्म भला कौन सी है वो धमाल धमाल ही है ना डबल धमाल फिर से नहीं अरे वो उसम सारे लोग जो धमाल होती है फिर से धमाल डबल धमाल जो भी बढ़िया बढ़िया में कौन सा प्रत्यय लगा हुआ है या या या या इया बढ़ से बढ़िया इस तरह से क ना बहुत बढ़िया नजर आ रहे हो भैया बहुत ही बढ़िया नजर आ रहे हो आप है ना ऐसे करके बहुत ही बढ़िया तो या या या पढ़ या तो छोटी की मात्रा लगी हुई है दोस्तों यहां पर तो बड़ी की मात्रा या आ का तो कोई मतलब ही नहीं बनता तो यहां पर बी आ जाएगा बड़ी भया ठीक है झगड़ालू में प्रत्यय डालू डलू या लू या आलू जैसे कितनी किसी की पत्नी बहुत झगड़ालू होती है बात बात पर झगड़ा करके रूठ जाती है मनी नहीं कर बात करने को बात बात पर झगड़ा लो बात-बात पर लड़ना ऐसी पत्नियां बहुत खतरनाक होती हैं भाई साहब झगड़ालू पत्नियां तो उसमें झगड़ालू में कौन सा प्रत्यय लगा हुआ है बेचारा पति कितना सीधा सा चुपचाप बैठा है मेरी तरह मैंने क्या किया है पत्नी चढ़ चढ़ के आ रही है हां तुमको आलू खिला दूंगी आज तो क्या है दोस्तों इसमें आलू है क्या है आलू जब तक रहेगा समोसे में आलू बस आगे समझ आगे मनौती में जैसे मनौती मांगती है ना आपकी माता जी कि मेरा बच्चा या मेरी बच्ची बस इस बार सिलेक्शन हो जाए सरकारी नौकरी लग जाए तो उसको मनौती में मान से बनाए किससे मान से ती या ती या ती कौन सा प्रत्यय जुड़ा हुआ दोस्तों तोहार मेहरारू भी ऐसी है समझाओ मेहरारू को चलिए भाई साहब इसमें कौन सा होगा दोस्तों देखो यहां पर दो मात्राए हैं और यहां पर बड़ी की मात्रा है तो यहां पर छोटी की मात्रा से तो कोई मतलब नहीं है मान से मनौती ठीक है क्या बनेगा मान से मनौती बन जाएगा और सहकारी जैसे सहकारी संस्थाएं होती हैं तो सहकारी में उपसर्ग पूछा गया है ठीक है सहकारी में उपसर्ग है स सह या कारी इसमें तो नहीं पूछा गया स इसमें उपसर्ग पूछा गया जो कि शब्द के आगे जोड़ा जाता है उपसर्ग शब्द के आगे जोड़ा जाता है ठीक है हां जी बिल्कुल ठीक है तो सह सह जमा कारी ठीक है सह का मतलब होता है सहायक सहायक से कार्य करना तो सह जमा कारी तो सह उपसर्ग इसके अंदर जुड़ा हुआ है ठीक है जी आगे बढ़ते दोस्तों दुर्जन राणा जी राणा जी माफ करना गलती मार से हो गई ठाकुर दुर्जन सिंह ठाकुर तो गयो ठीक है नहीं नहीं नहीं लू नहीं होगा यह गलत है बेटा यह पेपर में गलत मत कर जाना झगड़ालू में लई लगा दो कभी झगड़ा में आलू लगाएगा झगड़ालू तब बनेगा ठीक है बहुत बड़ा गलत हो जाएगा फिर आपका उत्तर चलिए दुर्जन का पर्यायवाची पूछा गया है यहां पर ठीक है पर्यायवाची जो नहीं है दुर्जन का पर्यायवाची इनमें से कौन सा नहीं है दुर्जन का ट पर्यायवाची नहीं है कपटी नहीं है या कंजूस नहीं है बताइए देखो दुर्जन का पर्यायवाची ठ भी होता है कपटी भी होता है लेकिन कंजूस नहीं होता ठीक है कंजूस एक अलग शब्द है ठीक है तो यहां पर आपका यह सी उत्तर हो जाएगा पूछा है कि पर्यायवाची नहीं है ठीक है तो ट होता है कपटी होता है लेकिन कंजूस नहीं होता है ठीक है ना इस तरह से ध्यान रखिएगा अब देखो यहां पर देह का पर्यायवाची कौन सा नहीं होता है देह का काया शरीर तन काया शरीर और तन तो कौन सा पर्यायवाची इनमें से शरीर का या सॉरी देह का पर्यायवाची नहीं है है ना दोस्तों देह का पर्यायवाची काया भी है शरीर भी है तन भी है तो प्रश् क्या पूछा है कि पर्यायवाची नहीं है ऐसे पूछा है ना तो उसी हिसाब से हम उसका उत्तर बताना है ठीक है तो इनमें से कोई भी ऐसा शब्द नहीं है जो कि आपके इसका देह का पर्यायवाची नहीं है सार पर्यायवाची है इसका मतलब डी उत्तर हो जाएगा इसका ठीक है सॉरी ई ई उत्तर लगाएंगे इनमें से कोई नहीं है यानी कि पर्यायवाची नहीं है यह बात ध्यान रखनी है आपको प्रश्न पूछता है कभी-कभी आपका क्वेश्चन गलत हो जाएगा ऐसे कि पर्यायवाची शब्द जो नहीं है तो इनमें से कोई नहीं है है ना य सारी पर्यायवाची है स्त्री का पर्यायवाची इन में से कौन सा नहीं है ऐसी मेहरारू चाहल चालवा तोहार ऐसी मेहरारू चालवा का तो तोहार को नौकरी करनी पड़ेगी नौकरी लेनी पड़ेगी तो पर्यायवाची इन में से स्त्री का कौन सा नहीं है वनिता कांता सविता तो स्त्री का पर वाची इनमें से कौन सा नहीं है हिंदी साहित्य का बेटा हिंदी साहित्य की मैराथन के लिए मैं भी कुछ नहीं कह सकता इस बारे में सचिन सरही बताएंगे ठीक है चलिए बताइए दोस्तों यहां पर वनिता भी स्त्री का पर्यायवाची है कांता भी पर्यायवाची है लेकिन सविता जो है एक नाम है ठीक है सविता इसका पर्यायवाची नहीं है ठीक है ना ओके रिपोर्ट चलिए बिजली का पर्यायवाची इसमें से कौन सा नहीं है विद्युत आभा चंचला इसमें कौन सा विद्युत का यानी कि बिजली का पर्यायवाची नहीं है पूछ लीजिएगा इससे क्या पूछ लीजिएगा चलिए ठीक है तो दोस्तों पर्यायवाची शब्द जो नहीं है दोस्तों विद्युत आभा चंचला दोस्तों चंचला भी है विद्युत भी है न आभा नहीं है आभा का मतलब होता है दोस्तों चमक क्या होता है आभा का मतलब होता है चमक ठीक है तो यह बी उत्तर इसका हो जाएगा क्योंकि बिजली का जो पर्यायवाची है वह विद्युत और चंचला दोनों होता है लेकिन आभा नहीं होता है ठीक है क्या नहीं होता है आभा नहीं होता है ठीक है ध्यान रखेंगे दोस्तों ओके रिपोर्ट अगला प्रश्न है कि लक्ष्मी का पर्यायवाची कौन सा नहीं है मां लक्ष्मी जी का पर्यायवाची इसमें से कौन सा नहीं है उमा रमा कमला उमा रमा कमला ठीक है उमा रमा कमला कौन सा शब्द लक्ष्मी का पर्यायवाची नहीं है दोस्तों कमला भी है रमा भी है लेकिन उमा लक्ष्मी जी का पर्यायवाची ना होकर पार्वती माता का पर्यायवाची है ठीक है ओके रिपोर्ट ए मास्टर जी आप सुनते क्या यार तुम ए मास्टर जी देख रहे हो कैसे कैसे बोल रहे बच्चे खग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है बहग विज और खगी बताइए खग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है बताइए फटाफट से खग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है बिजली विद्युत दामनी ठीक है क्या बर्दाश्त नहीं हो रहा भैया तो देखो यहां पर खग का एक पर्यायवाची विहग तो होता है खग का एक पर्यायवाची विहग तो होता है ठीक है खगी जो है यह मादा पक्षी की बात की जा रही ठीक है मादा पक्षी की बात की जा रही है खगी और विज भी दोस्तो कहीं ना कहीं किसका पक्षी का ही पर्यायवाची होता है लेकिन यहां पर उत्तर थोड़ा अटपटा दिया हुआ था लेकिन मैंने इसका निष्कर्ष यह निकाला है कि इसका उत्तर हम जो है एक से अधिक रखेंगे यानी कि डी उत्तर रखेंगे इसका एक से अधिक ठीक है जिसमें आपका यह भी हो जाएगा और यह भी हो जाएगा क्योंकि उत्तर में विहग सही है ठीक है ओके रिपोर्ट है चलिए आगे बढ़ते हैं गणेश जी का पर्यायवाची कौन सा नहीं है एकदंत नंदी या नंदन गणेश जी का कौन सा नहीं है ओके रिपोर्ट है बताइए फटाफट से गणेश जी का दोस्तों गणेश जी का एक दंत है ठीक है और गजानन है लंबोदर है वक्रतुंड है मैं लिख देता हूं ठीक है गजानन वक्रतुंड ठीक है पार्वती नंदन ठीक है और एक और मैं बोल रहा था अभी महाकाय गज बदन ठीक है और तो दोस्तों नंदी का जो नंदी जो शिवजी के बैल को कहा जाता है नंदन का मतलब होता है पुत्र यह दोनों ही नहीं है ठीक है उपर्युक्त में से एक से अधिक जो शब्द हैं यह गणेश जी के पर्यायवाची शब्द नहीं है ठीक है जी याद रखेंगे आप लोग इस चीज को काग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है फिस फिस काग या पिसन बताइए काग का कोय का ठीक है बताइए कौन सा नहीं है प्रश्न कितने हैं ऐसे कैसे बता दूं भाई मैं ऐसे नहीं बताऊंगा ठीक है देखो काग का पर्यायवाची पिशु होता है काग का पर्यायवाची काग काग का काग भी होता है लेकिन आपका फिस फिस कारक का पर्यायवाची कोए का पर्यायवाची नहीं होता है फिस फिस ठीक है रिपोर्ट है आगे बढ़ते हैं ठग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है ठीक है यह ठग है पीछे छिपा हुआ है यह इस ब्राह्मण को ठगने वाला है अभी तो चाल साज खौफ या त्रास तो ठग का पर्यायवाची कौन सा नहीं है खौफ अलग चीज होती है डर को खौफ कहते हैं त्रास मतलब दुख को कहते हैं ठीक है लेकिन जालसाज जो होता है दोस्तो व आपका इसका पर्यायवाची है ठीक है तो यहां पर एक से ज्यादा हो गए ना तो दो हो जाएंगे ठीक है एक से अधिक ठीक है उपत में से एक से अधिक जो है ठग के पर्यायवाची यहां पर नहीं है तो इसलिए इसको डी लगाएंगे ठीक है तो पर्यायवाची कौन से शब्द नहीं है यह और यह नहीं है तो मतलब एक से अधिक हो जाएंगे देह का पपू र या प कौन सा पर्यायवाची नहीं है ठीक है तो देह का पर्यायवाची इन में से कौन सा नहीं है वपु शीर या प तो प का मतलब दोस्तों यहां पर पानी होता है या दूध भी कह सकते हैं फिर भी दूध को कहा जाता है और वपु देह को कहा जाता है ठीक है तो यहां पर एक से अधिक जो है वह देह के पर्यायवाची नहीं है एक से अधिक शब्द ठीक है अरे का बोलत हो यार तो हर बात समझ में नहीं आवत है हां जी अगला प्रश्न है कि इनमें से रेखांकित शब्द के लिए देखो यहां पर रेखांकित शब्द है एक एक अब इसका ना अर्थ की दृष्टि से हमें अर्थ बताना है तो आकाश में काले बादल हैं तो बादल का मेघ अब्र या वारिधि तो कौन सा इसका पर्यायवाची है ठीक है अर्थ है हां बिल्कुल बिल्कुल वाची तो बादल का इनमें से कौन सा पर्यायवाची है तो बादल का पर्यायवाची मेघ भी होता है अब्र भी होता है वारिधि भी होता है यानी कि ये चारों इसके मतलब ये तीनों विकल्प हो जाएंगे यानी कि एक से अधिक ठीक है ओके रिपोर्ट आगे किसान बहुत मेहनत करते हैं तो किसान का पर्यायवाची खेती जीवी रपति किनरा धप तो इनमें से कौन सा किसान का पर्यायवाची या किसान का अर्थ है किसान का मतलब क्या हो गया अर्थ की दृष्टि से ठीक है उपयुक्त जो है चुनकर हमें लगाना है दोस्तों यहां पर किनरा पति जो होता है वह होता है कुबेर जी के लिए कुबेर कुबेर जी होते हैं कुबेर देवता रपति इंद्र के लिए बोला जाता है ठीक है लेकिन खेती जीवी किसान को ही बोला जाता है खेती जीवी केवल किसान को बोला जाता है ठीक है अगला प्रश्न है स्त्री जीवन बड़ा कठिन है स्त्री जीवन बड़ा कठिन है तो स्त्री के लिए हम मीन कहेंगे शारदा कहेंगे या कांता कहेंगे मीन तो दोस्तों मछली का होता है शारदा मां सरस्वती जी के लिए ठीक है कांता यानी कि स्त्री यानी कि पत्नी के लिए कहा जाएगा ठीक है ओके रिपोर्ट हां ठीक है वाची सूर्यकोटि भी होता ठीक है जी समझ गए चंद्रमा राशि रात्रि में की शोभा बढ़ाता है तो चंद्रमा का पर्यायवाची अली सुधांशु या प्रभाकर प्रभा मतलब होता है चांदनी या रोशनी करने वाला या शभ करने वाला तो प्रभाकर जो होता है व सूर्य का होता है अंशुमाली यानी कि एक तरीके से यह भी सूर्य का पर्यायवाची है ठीक है और सुधांशु यह चंद्रमा का पर्यायवाची है ठीक है सुधांशु ओके रिपोर्ट चलिए आगे बढ़े जल ही जीवन है तो जल का समीर है ललित है इला है बताइए जल का पर्यायवाची जल का अर्थ कौन सा है तो ललित का मतलब होता है दोस्तों एक तरीके से सुंदर ठीक है या हम कोमल कह सकते हैं ललित को हम क्या कह सकते हैं कोमल या सुंदर कह सकते हैं कमीर किसके लिए बोला जाता है वायु के लिए इला धरती के लिए यानी कि पृथ्वी के लिए बोला जाएगा इनमें से कोई सा भी नहीं है भाई साहब ई उत्तर लगा दो इसका फटाफट से है ना इस तरह से ठीक है जी चलिए अगला प्रश्न है कि अज का अनेक अर्थी ठीक है अज का अनेक अर्थ दिए गए हैं तो सही ठीक है सही अर्थ जो नहीं है जो सही अर्थ नहीं है व आज का बकरा शिव या ब्रह्मा तो कौन सा शब्द जो है अज के लिए प्रयोग नहीं होता है अनेकार्थी शब्द जानते हैं नासे कनक होता है सारंग होता है ठीक है आज किसके लिए इनम से प्रयोग नहीं किया जाता तो आज जो है ब्रह्मा जी के लिए भी किया जाता है शिवजी के लिए भी और बकरा के लिए भी ठीक है यहां पर कोई नहीं आ जाएगा ठीक है आज कोई नहीं ठीक है ओके रिपोर्ट तो यहां पर अर्थ के लिए धन कारण या अक्षर कौन सा ऐसा शब्द है जो धन के लिए प्रयोग में नहीं आता है सॉरी अर्थ के लिए प्रयोग में नहीं आता है तो अर्थ जो है हम धन को भी कहते हैं ठीक है ठीक है अर्थ का मतलब कारण भी होता है अक्षर नहीं होता है केवल ठीक है अर्थ का मतलब केवल उत्तर नहीं हो अक्षर सॉरी ठीक है हरि विष्णु के लिए नहीं कहते हैं या मेंढक या महावीर के लिए हरि किस शब्द के लिए प्रयोग नहीं होता है हरि हरि अनंत हरि कथा अनंता ठीक है हरि अनंत हरि कथा अनंता कबहु सब तो हरि विष्णु के लिए भी कहा जाता है मेनक के लिए भी कहा जाता है लेकिन महावीर के लिए हम हरि शब्द का प्रयोग कर ठीक है उत्तर शब्द जो है उत्तर दिशा के लिए उल्टा या हल किसके लिए प्रयोग नहीं किया जाता उत्तर शब्द ठीक है यह ध्यान रखना उत्तर पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण दिशाएं होती हैं और पूर्व और दक्षिण के बीच की दिशा आग्ने पूर्व और उत्तर के बीच की दिशा ईशान उत्तर और पश्चिम के दिश वायव्य और पश्चिम और दक्षिण के बीच की दशा नैऋत्य कहलाती इनको भी याद कर लेना हो सकता पूछ ले आपसे ब सुनी बताइए उत्तर दिशा का इनमें से कौन सा अर्थ नहीं होगा ठीक है तो उत्तर दिशा उल्ट हल उत्तर दीजिए हल दीजिए लेकिन उत्तर का उल्टा शब्द नहीं होता है है ना जलज का कमल नक्षत्र या जाला जलज का इनमें से कौन सा अर्थ नहीं है बताइ जलज जलज के लिए भाई साहब कमल तो कहते ही है हम ठीक है जलज के लिए कमल तो कहा ही जाता है तो इसमें ना तो नक्षत्र होगा और ना ही जाला होगा तो एक से अधिक ऐसे शब्द है जो कि जलज के लिए प्रयोग नहीं होते हैं आगे बढ़ते हैं इच्छा का विलोम शब्द बताना है इच्छा आशा अनिच्छा तो आशा का तो निराशा होता है विलोम आशा इच्छा का विलोम क्या होता है अन इच्छा अन उपसर्ग लगा दो इसमें अन जमा इ क्या होगा ठीक है जी इस तरह से और उन्मूलन का क्या होगा उन्मूलन का मतलब समझते हैं ना एक तरीके से नष्ट करना नष्ट कर दिया हो जैसे किसी को बर्बाद कर दिया हो तहस नहस को उन्मूलन कहते हैं उन्नयन का विलोम अवनयन हो जाता है और अवमूल्यन का अधि मूल्य और उन्मूलन का हो जाएगा रोपण ठीक है अगला है कर कश का विलोम पूछा है मधुर कोमल या कठोर एक कोवा है एक कोयल है एक की आवाज कर्कश है एक की आवाज कैसी होगी तो मधुर कोमल कठोर तो कोमल का तो कठोर हो जाएगा और कर्कश का कम मधुर हो ठीक है कर्कश का क्या हो जाएगा मधुर चलिए जंगम का विलोम क्या होगा दोस्तों जंगम का वन होगा स्थावर होगा या जंगल होगा ठीक है देखो जंगम का मतलब होता है अस्थाई अस्थाई जो चल संपत्ति होती है ठीक है चल और ठीक है स्थावर मतलब होता है स्थाई ठीक है भा जो अचल होता है अचल जो चल नहीं सकती है तो अचल और चल ठीक है जो मीनार बिल्डिंग पहाड़ वगैरह होते हैं वो आपके स्थावर होते हैं जो चल फिर सकते हैं उनको जंगम कहते हैं ठीक है शासक का विलोम बताइए जैसे शासक में बाहुबली शासक है पृथ्वीराज चौहान शासक थे तो उसका विलोम क्या हो जाएगा दोस्तों शासित पोषक या सत्ताधारी तो दोस्तों पोषक का तो प पोषित हो जाएगा विलोम पोषित जिसको पोषण किया जा रहा है वह पोषित होगा पोषक जो पोषण कर रहा है सत्ताधारी का मतलब विलोम हो जाएगा सत्ता हीन सत्ता हीन और शासक का हो जाएगा शासित जिसके ऊपर शासन किया जा रहा है वो तो शासित हो गया जो शासन कर रहा है वो शासक हो गया ठीक है अमरेंद्र बाहुबली तरह से ठीक है अब है दोस्तों अनाधिकार ठीक है यह बना है शब्द अन जमा अधिकार से ठीक है अन जमा अधिकार से इसको शुद्ध रूप में लिखना है दोस्तों ठीक है शुद्ध रूप में लिखा है अशुद्ध शब्द है उसका हमें शुद्ध रूप छांटना है अब ठीक है अब हमें देखना है शुद्ध कौन सा है शुद्ध वर्तनी तो अनाधिकार शब्द जो है अन जमा अधिकार से बना है तो इसमें अनु उपसर्ग लगा है न में जब अ जोड़ेंगे तो न ये बनेगा फिर धि का तो क्या बना अनाधिकार बन गया अब देखिए कहां पर है अनाधिकार ए में ही है ठीक है ठीक है जी चलिए फिर आता है दोस्तों पर लौकिक परलोक पर जमा लोक जमा इक शब्द से बना है तो इसमें इ जब जोड़ता है हम उसको बोलेंगे पार लौकिक ठीक है पारलौकिक ठीक है तो पार परा है यहां पर पारलौकिक परा लौकिक तो पारलौकिक ठीक है ओके चलिए अगला है दोस्तों चांद का शुद्ध चांद चांद चांद हां जी पारलौकिक तो सॉरी चांद का शुद्ध वर्तनी कौन सी हो जाएगी चांद ठीक है चांद सी महबूबा होगी कब ऐसा मैंने हा तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैंने सौंदर्य ता को शुद्ध रूप में लिखना है सौंदर्य तो सौंदर्य ऐसी मेहरारू चाहते हैं आप लोग आपको पढ़ना पड़ेगा नौकरी लगानी कुछ कहेंगी महिलाएं कि सर हम तो पहले से मेहरारू हैं या हम महिलाए हैं तो हम क्या करेंगे हम चाहते हैं तो आप ऐसी मेहरारू बन तो सकती हैं अच्छी सी सुंदर सी मलूक सी जो लड़े ना पति से कभी हैं तो बताइए सौंदर्य सौंदर्य शब्द है सौंदर सुंदर्य नहीं यह भी गलत है यह भी गलत है सौंदर्य यह वाला शब्द सही है ठीक है इसमें सौंदर्य सौंदर्य साबुन निर्मा आता था ना एक ऐड सौंदर्य चलिए प्रसाद जो है देखि माता रानी का प्रसाद है खाटू श्याम जी का प्रसाद है जैसे कहीं आप जाएंगे मंदिर में तो प्रसाद मिलता है उसको क्या बोलते हैं शुद्ध रूप में प्रसाद क्या बोलेंगे प्रसाद बोलेंगे तो प्रसाद होता है प्रसाद होता है प्रसाद होता है क्या होता है ठीक है ऐसी होती नहीं है विशाल गुप्ता जी मुझे लग रहा है प्रताड़ित हो शायद पत्नी से मेहरारू से प्रताड़ित हो आप इसलिए कहते हैं ऐसे होती नहीं है ऐसे तो कुवारे रह लो तो ठीक है मु बनाते हैं मैंने तो आपकी तरफ मुंह नहीं बनाया मैडम जी मुझे पता नहीं था आप मुझे देख रही है अब नहीं बनाऊंगा मुंह ठीक है जी गलती हो गई मुझे नहीं पता था कि आप क्लास देख रही हैं चलो अब पता चल गया कि आप क्लास देख रही है अब मुंह नहीं बनाऊंगा प्रसाद ठीक है सन्यासी शब्द को शुद्ध रूप में लिखना है तो कैसे लिखेंगे दोस्तों आज मैम से लड़ाई हुई है क्या जो बार-बार लड़ाई झगड़े की बात कर रहे हैं मैम से लड़ाई क्यों होगी क्यों होगी मैम से लड़ाई या कोई सामने वाला खुद लड़ाकू हो बताओ आप सन्यासी या सन्यासी या सन्यासी ऐसे मत बोलो पता पता नहीं कौन क्लास कैसे देख रहा हो पता नहीं कब कौन क्या कैसे क्लास देख रहा हो ऐसे नहीं बोलना चाहिए किसी भाई सन्यासी सन्यासी सन्यासी सन्यासी तो दोस्तों सन्यासी ठीक है यह शुद्ध रूप शब्द है इसका ठीक है क्या बोलेंगे सन्यासी ओके रिपोर्ट आई बात समझ में चलिए तया जिय क्या शब्द है तया जय तो तया जय का याज ग त्याग या त्याज्य शुद्ध रूप क्या होगा इसका जय का चलो बताइए फटाफट से सही कहा मेरे भाई बेटा एप्लीकेशन पर दो दिन से इसलिए क्लास नहीं हो रही क्योंकि लास चल रही है सीटेट की चली थी अब आज बी बीपीएससी की है इसलिए नहीं चल पा रही है एप्लीकेशन तो यहां पर आपका त्याज्य शब्द आएगा क्या आएगा त्याज्य सुदृढ़ तो सुदृढ़ शब्द जो है सुदृढ़ में दृढ़ है ढ है ठ है कौन सा होगा बताइए अभी कमेंट की थी किसी ने वो हाथ निकल कर चली गई हां हा एप्लीकेशन पर भाई मैं बताया तो सुजीत कुमार जी ट पर क्लास चल रही थी बहुत महत्वपूर्ण क्लास थी इसलिए नहीं हुई थी अच्छा बहुत अच्छी बात है बिल्कुल सही है आप बेस्ट बीवी है और ऐसा होना भी चाहिए बेस्ट बनना चाहिए ऐसा नहीं कि हर टाइम लड़ते रहो लड़ते रहो लड़ते रहो मुंह फिला के बैठ जाओ बैठ जाओ ऐसे बेचारा पति कब तक मनाए आदमी खुद इरिटेट हो जाता है बाहर भीतर के काम करता हुआ चलिए तो सुदृढ़ का हम क्या कहेंगे सुदृढ़ कहेंगे ठीक है शुद्ध रूप क्या होगा सु जमा दृढ़ ठीक है इसको कैसे लिखेंगे सही से देख लीजिए कैसे लिखा हुआ है जमा दृढ़ ठीक है द में नीचे ऋ है और यहां पर ढ है सुदृढ़ इस तरह से होगा शुद्ध ठीक है चलिए आगे बढ़े जोत सना जोत सना का अर्थ होता है चांदनी ठीक है चांदनी इसका अर्थ होता है इसका शुद्ध रूप क्या होगा बताइए ठीक है बताइए साहित्य का क्लास भाई मैं नहीं कह सकता अभी आगे देखा जाएगा अगर साहित्य की क्लास होगी ले लूंगा मैनेजमेंट की तरफ से वो आएगा निर्देश चलिए बताइए दोस्तों तो आधा ज होता है जो आधा त स न जोसना ठीक है तो इस तरह से कौन सा है जोना एक ही है ए ठीक है ओके रिपोर्ट आगे बढ़ते हैं हमने जो कहे थे वही सत्य है वाक्य को शुद्ध करना है ठीक है हमने जो कहे थे वही सत्य है इस वाक्य को शुद्ध करना है कराइए हमने कहे थे वही सत्य है हमने जो कहे रहे वही सत्य है हमने जो कहा था वही सत्य है बताइए हां जी तो हमने जो कहे थे गलत हमने जो कहे रहे हमने जो कहा व था वही सत्य है हमने जो कहा था वही सत्य है आपका पत्र धन्यवाद सहित मिला आपका पत्र धन्यवाद सहित मिला इस वाक्य को शुद्ध करके दिखाओ भाई जल्दी से ठीक है ठीक है आपका पत्र धन्यवाद के साथ मिला नहीं धन्यवाद के साथ आपका पत्र मिला आपका पत्र मिला धन्यवाद यह वाला वाक्य कहीं ना कहीं सही माना जाए ठीक है आपका पत्र मिला धन्यवाद ठीक है ओके रिपोर्ट है कृपया करके कार्यक्रम में पधारें कृपया करके कार्यक्रम में पधारे होता है ना सम्मान के लिए पहनाई जाती है आइए स्वागत है श्रीमान जी कृपया कार्यक्रम में पधारें कृपा कर कार्यक्रम में पधारे कार्यक्रम में पधारे या एक से अधिक बता क्या सही हो जाएगा कार्यक्रम में पधारे कृपया अगर शब्द लगा दें तो कोई बुरा थोड़ी है कृपया कार्यक्रम में पधारे कृपया कार्यक्रम में पधारे नाश्ता मंगा लीजिए क्यों मजाक कर रहे मेरे साथ या एक टाइम खाना खा खा के क्लास पढ़ क्लास ले रहे हैं यार मजाक कर रहे हो मुझसे बे फजूल बात मत करो पति पत्नी एक दूसरे से लड़ रही है यह इसकी बात इसके धा हो रही है तो मुझसे फिजूल बात मत करो मुझसे बेफिजूल में बात मत करो बेफिजूल में मुझसे बात मत करो बताइए क्या अर्थ हो जाएगा इसका सही मतलब वाक्य पूछा जाएगा हा जी फिजूल का मतलब होता है फालतू में ठीक है फालतू बात मत करो बे फिजूल में तो बे फिजूल नहीं कहेंगे फजूल का मतलब फालतू तो बिना फालतू बिना फालतू य दोनों शब्द भी गलत हो जाएंगे तो कहा गया कि मुझसे फिजूल बात मत करो यानी कि फालतू की बात मत करो मुझसे फालतू बोलने की जरूरत नहीं है ऐसे कहते ना पति पत्नी फालतू बोलने की जरूरत नहीं है मुझसे लड़ना जरूरी है बिहारी ने गागर में सागर भर दिया है इसका सही वाक्य क्या बनेगा बिहारी गागर में सागर भर दिया है दिए हैं बिहारी ने गागर में सागर भर भरा है बिहारी ने गागर में सागर भर दिए रहे तो भर दिए रहे तो गलत हो जाएगा ठीक है बिहारी गागर में बिहारी यहां पर ने होना चाहिए था है ना पता नहीं भगवान को क्या बिगड़ने तेरी जैसी खड़ूस भी अरे भाई साहब बिहारी ने गागर में सागर भरा है ठीक है बिहारी ने गागर में सागर भरा है इस तरह से वाक्य सही बन जाए परीक्षाएं सन्निकट हैं परीक्षाएं सन्निकट हैं परीक्षाएं दूर हैं परीक्षाएं पास है परीक्षाएं भविष्य में है मतलब यहां पर हमें ना बोलचाल की भाषा का प्रयोग करना होगा परीक्षाएं दूर है परीक्षा पास है परीक्षाएं भविष्य में है बोलचाल की भाषा का प्रयोग करना होगा वाक्य को सही करने के तो परीक्षाएं सन्निकट का मतलब तो दूर नहीं होता है भविष्य हम सामान्य बोलचाल की भाषा में भविष्य शब्द का प्रयोग नहीं करते हैं हम क्या करते हैं परीक्षाएं पास है परीक्षाएं पास है यानी कि नजदीक हैं ठीक है ना पर साथ में सरिता में में बाढ़ आ जाती है इस वाक्य को बोलचाल की भाषा में बनाना है बरसात में सरिता में बाढ़ आ जाती है आप कह टी मंगवा लीजिए नाश्ता मंगवा लीजिए भाग के नहीं देके जा सकते हो खुद ही आप लोग में से कोई मंगवा लीजिए यहां कोई जमेटो वाले बैठे इन मंगवा लीजिए आप ही दे जाओ खुद में से कोई चाय नाश्ता बरसात में नदियों में बाढ आ जाती है बरसात में पहाड़ों में पर भी बाढ आ जाती है बरसात पहाड़ों की तो बात हो ही नहीं रही पूरी सृष्टि की भी बात नहीं हो रही यहां पर बरसात में नदियों में बाढ़ आ जाती है बात खत्म यहीं से सीधा वाक्य इसका अगला प्रश्न मैं आपसे नितांत अपरिचित हूं मैं आपसे नितांत अपरिचित हूं तो मैं आपसे बिल्कुल अपरिचित हूं मैं आपसे एकदम अपरिचित हूं मैं आपसे सर्व तथा अपरिचित हूं केवल व्याकरण की क्लास है आज ठीक है चलिए मैं आपसे बिल्कुल अपरिचित हूं यह बात भी ठीक है मैं आपसे एकदम अपरिचित हूं यह भी ठीक बात है मैं आपसे सर्वथा अपरिचित हूं यह भी ठीक बात है तो अगर यह नहीं भी होगा तो तो भी ये दोनों होंगे तो डी उत्तर तो हो ही जाएगा ना कम से कम डी उत्तर ठीक है चलिए झूठे को मत भेजो इ भेज रहे हो झूठे को ऐ तो मैं भी ढेल लगा दूं आपके भेज के दिखा रहे हो दूरदर्शन की अनेक श्रृंखलाएं प्रसिद्ध है ट ऐसे ट्यून बजती थी ना पहले जब दूरदर्शन चलता था इस वक्त की ताजा खबरें तो दूरदर्शन के अनेक नाटक प्रसिद्ध है दूरदर्शन के अनेक में प्रसिद्ध है दूरदर्शन के अनेक धारावाहिक प्रसिद्ध हैं बताइए हम विद्यार्थी कसम शही क्या कह रहे हो बाटा बटा वा तोहार मैडम जी हमने जैसन मेहरारू हुई की कुछ ठीक है हमार चाहे ब्या ना हुआ हो तो कहा हम कहते तुमसे बताओ अरे भैया बहुस बस भगवान बिल्कुल दोस्तों दूरदर्शन के अनेक नाटक नहीं श्रृंखलाएं के मतलब है धारावाहिक श्रंखला का मतलब होता है दोस्तों धारावाहिक के लिए श्रंखला कहा जाता है दूरदर्शन के अनेक धारावाहिक प्रसिद्ध हैं ठीक है चलिए अगला प्रश्न है कि वे अभी नव धनाढ्य हुए हैं ठीक है व गाना सुना है ना तुम्हारी दौलत बता रही है तुम्हारी क्या था वो तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है तो वे अभी नव धनाढ्य हुए नए नए पैसे वाले हुए हैं तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नहीं नहीं तो दोस्तों यह क्या हो जाएगा वह अभी धनी हुए हैं वह अभी नए अमीर हुए हैं वह अभी नौ नौ दौलत मंद हुए हैं दौलत मंद वह अभी नए अमीर हुए हैं सीधा सा है वह भी नए अमीर हुए हैं ठीक है आपसे मिलना होगा तो भाई साहब सचिन अकेडमी का एड्रेस ही दिया जाएगा आपको हम आपको कहां मिलने के बोलिए वह शनिवार के दिन चला गया अच्छा चलता हूं दुआओं में याद रख वह चला गया शनिवार के दिन वह शनिवार को चला गया वह चला गया शनिवार को नहीं वह चला गया शनिवार के दिन वह चला गया शनिवार को वह शनिवार को चला गया वाक्य को ऐसे सरल बनाएंगे ठीक है और आज की क्लास भाई साब करता हूं यही समाप्त ठीक है ठीक है मिलते हैं फिर किसी और क्लास में आज के लिए 50 क्वेश्चन बहुत है ठीक है हर टॉपिक पर मैंने क्वेश्चन कराए हैं हर एक टॉपिक पर कोई टॉपिक मैंने नहीं मिलते हैं दोस्तों ब्रेक के बाद किसी और क्लास में तब तक के लिए जय हिंद वंदे मातरम धन्यवाद क्लास कैसी लगी अच्छी लगी खराब लगी हो कमेंट में जरूर बताएंगे ठीक है आज थोड़ी ऊर्जा के साथ नहीं पढ़ाया है उसके लिए मैं मा प्रार्थी हूं ठीक है बहुत-बहुत धन्यवाद