Mind Map Series शिरू हो चुकी है, Chemistry का पहला lecture, Some basic concepts of Chemistry, या फिर इसको Mole Concept या Stoichiometry जिस नाम से जानना चाहें जान सकते हैं, कोई भी Chemical Reaction जो है, वो किस हिसाब से चल रही है, Product कितना बन रहा है, तो इस तरह की जो analysis है जो, जो कि actually इस chapter का purpose है, वो कराई जाती है, जिसको stoichiometry कहा जाता, तो ये सारे concentration terms हैं, जिनको हमें revise करना है, जिनको हमें देखना है, इनको अच्छी तरह से देखकर, आप आसानी से ये काम कर सकते हैं, जहां तक सवाल है, इस mind आपके, फाइदा उठाने की तो फाइदा सिर्फ यह है कि आपको definitions का idea लग गया, आपको यह समझ में आ गया कि क्या-क्या topics हैं इसके अंदर, अब आप चाहें तो हर topic पर 5-5-10-10 सवालों की practice करके इस chapter को मजबूत करते हैं. Hello बच्चों क्या हाल हैं सब लोगों के mind map series शिरू हो चुकी है, chemistry का पहला lecture, some basic concepts of chemistry या फिर इसको mole concept या stoichiometry जिस नाम से जानना चाहें जान सकते हैं, और एक important chapter है, छोटा chapter है और इसका इस्तमाल जो है मैं देखता हूँ आगे physical chemistry में. हर जगा देखने को मिलता तो फिर इस चाप्टर के बारे में अगर छोटी बाते हम एक बार रिवाइस कर लें तो मुझे लगता है कि आगे के चाप्टर में भी मुझे काफी हेल्प मिल जाती तो अगर मैं इस चाप्टर की बात करूं तो जो हमें इस चाप्टर में द अगर मैं उनके बारे में थोड़ा सा बात करूँ तो मुझे समझ में आता है कि overall देखा जाए, तो इस पूरे chapter में कुल मिला के चार पांच बाते हैं, जो हमें एक level पर सीखनी चाहिए, हाला कि उसका revision बार आगे के chapters में होता चला जाता है, और बच्चों का ये आगे इतनी बार आती हैं कि वो धीरे करके इस चाप्टर को मजबूत बना देती हैं तो मेरे इसाब से अगर मैं इस चाप्टर को थोड़ा सा समराइस करूँ तो मेरे इसाब से इस चाप्टर में मुझे कुछ चार पांच छे बाते नजर आती हैं जो हमें सीखनी है जिसमें सबसे पहले लॉग अब इस पर बहुत जादा सवालात देखने को नहीं मिलते बट फिर भी एक basic laws हैं जो बनाए गए हैं जब atoms आपस में मिलकर molecules या compounds बनाते हैं तो ऐसे में उस time पर कुछ वो laws follow करते हैं तो अगर मैं उन laws की बात करूँ या किसी chemical reaction की अगर बात करूँ तो वो chemical reaction कुछ certain laws follow करती ह तो अगर मैं उसके बारे में बात करूँ तो ये पहले आपको टॉपिक निकल के आता है जो chemical combinations related दूसरी बात अगर करें तो दूसरी बात फिर वही निकल के आती है जो इस chapter का main portion आता है and that is mole calculations और mole concept यानि की मोल्स कैसे calculate किये जाएंगे अगर मोल्स given हो तो weight कैसे calculate किया जाएगा weight given हो तो moles कैसे calculate किये जाएंगे यानि ये जो inter conversions हैं mass से mole, mole से molecules, molecules से atom वगेरा तो ये जो inter conversion है ये इस chapter का सबसे important हिस्सा जिसको मैं Y map के नाम से जानता हूँ तो यानि दूसरी एक बात जो important निकल क वो Y-Map होती है और इस Y-Map को सीखने के बाद ही हमारी पहली category के सवाल जो JEE हमसे पूछता है वो complete होते हैं, that is इस sample में कितने molecules हैं, इस sample में कितने ions हैं, इस sample में कितने atoms हैं, कितने protons हैं, कितने nucleons हैं, कितने electrons हैं और अच्छा सवाल कितने valence electrons हैं, तो इस तरह की बातें जो है तीसरी जो information निकल के आती है, वो किसी भी sample को देख कर उस sample में पढ़े हुए individual atoms की percentages कितनी निकल के आ रही है, individual atoms का weight क्या निकल के आ रहा है, कुछ इस तरह की बाते, कि अगर आपको sample या molecule के बारे में idea है, तो आप उस molecule के पढ़े individual atoms के percentages calculate कर सकते हैं, और अगर आपको sample की weight व� इसी चीज को उल्टा भी discuss किया जाता है, that is, अगर percentages किसी molecule के अंदर atoms की given हो, तो आप उस molecule का empirical formula और उसके बाद molecular formula calculate कर सकते हैं, तो यह topic जो है, वो इस percentage calculations के अंदर include किया जाता है.
चौथा एक छोटा topic है, जिसको कराने का सिर्फ purpose इतना है, कि हम concentration terms में उस चीज का इस्तमाल बहुत करते हैं, that is, density term. तो हम density का use... चाहे वो absolute density हो, चाहे वो relative densities हो, हम densities का कहीं न कहीं use इस chapter में देखते हैं, तो ये भी एक basic concepts of chemistry का हिस्सा है, कि आपको पता होना चाहिए कि density किसी चीज की solution की या फिर किसी substance की कैसे calculate की जाती है, और density को specifically अगर relative term दिया जाए, तो वो mainly किस-किस तरह से बोली जाती, तो मुझे इस बारे में भी थोड़ा सा idea होना चाहिए, उसके बाद इस chapter का जो purpose है, वो हमारे सामने आता है, and that is stoichiometry.
कोई भी chemical reaction जो है वो किस हिसाब से चल रही है, product कितना बन रहा है, कौन सा reactant बच जा रहा है, कौन सा reactant कम लिया गया है वगेरा वगेरा, तो इस तरह की जो analysis है जो कि actually इस chapter का purpose है, वो कराई जाती है जिसको stoichiometry कहा जाता है, और उसके बाद last में concentration terms को discuss किया जाता है, जो इस chapter म तो मुझे कुल में राके लगता है कि अगर main points की बात करें तो ये mind map जिसको आप कहते हैं ये आपके सामने mind map बनाया गया एक mind map है जो बिल्कुल clear होना चाहिए मॉल concept का mind map कुछ इस type का होना चाहिए यानि किसी भी बच्चे को अगर रात में सोते उठा के ही पूछा जा फिर इसके बाद mole-mole की calculation आती है, proton, neutron, electron निकलवा लेते हैं, percentage calculations आ जाती हैं, density-density के बारे में बात करके, इस torsionometry चालू होती है, और उसके बाद concentration term से यह chapter खतम हो जाता है, तो उसको यह चीज़ एकदम साफ-साफ समझ में आनी चाहिए, clear है? तो चलिए एक-एक करके फटा-फट शुरू क तुम सब जानते हो क्योंकि ये एक mind map series है तो हम बहुत जादा expect ये नहीं कर सकते कि इसमें कुछ detailed analysis की जाएं या फिर सवालात की practice की जाएं ये सारी चीजें तो तुम्हें करनी ही हैं आप समझ रहे हैं ये तो सिर्फ ये बताने के लिए कि इस chapter में ये चीजें हैं जिनको एक बार अच्छी तरह से पढ़के जाओगे और उसके उपर 10-20-30 सवालों की practice करके जाओगे तो फिर इस chapter में आने वाला कोई सवाल आप छोड़ के नहीं आएंगे तो एक mind map series जो purpose है इस series का वो ये है कि बच्चे की दिमाग में ये clear कर दिया जाए, कि इस chapter में ये चीजे हैं, इनको इस तरह से पहा जाए, और फिर इन पर आने वाले सावालों की practice कर ली जाए, तो मेरे ख्याल से अच्छा score किया जा सकता है. तो सबसे पहले अगर मैं laws of chemical combinations की बात करूँ, तो सबसे पहला law सारी दुनिया जानती है, sir this is conservation of mass सदियों से चला आ रहा है, हर बार तमाम जगहों पर ये conservation of mass लगाय जाता है, और इसमें कोई doubt नहीं है, कि किसी भी physical और chemical changes के लिए एक चीज confirm है, total mass of reactants is equal to total mass of products और ये सारी दुनिया जानती है कि जब भी कोई reaction होती है तो reactants का जो mass होता है वो products के mass के बराबर होता है वो provided कि सारा का सारा reactant product में convert हो जाए इस चीज़ का भी ध्यान रखना कभी इस तरह का कोई statement मिल जाए कि किसी भी reaction में reactant का mass product के mass के बराबर होता है reactant का mass product के mass के बराबर तब होगा जब आप सारे reactant को convert कर दे product में नहीं ऐसा तो नहीं है, अब समझो इस बात को क्या कहना चाह रहा हूँ मैं, अगर कोई रियाक्शन हो रही है और आप से कहा जाए कि इस प्रोडक्ट का जो टोटल मास बना है, वो मास हमेशा रियाक्टेंट के मास के बराबर होगा, तो ये तो तभी कह सकते हैं जब सारा रि तो अगर सारा reactant product में convert हो रहा है, हाँ ये ज़रूर है, अगर आप conservation of mass की बात करें, तो conservation of mass तो यहाँ पर भी है, क्योंकि जो product का mass बनेगा, plus जो reactant बच गया, अगर आप उसको इसके साथ जोड़ दे, तो फिर वो total mass जो आपने शुरूप करें, में लिया था वो उसके बराबर होगा मास हमेशा कंजर्ब रहेगा साथ इसमें कोई डॉक नहीं हाँ ये कोई ये कहे कि मेरे पास 20 ग्राम थे और प्रोड़क भी 20 ग्राम ही बनेगा तो मैं उससे यही कहूँगा भाई देखे असाए अगर ये रियाक्शन कम् प्रोडक्टे के मास के बराबर होगा ये conservation बिलकुल सही है and this is mass conservation moles conservation का कोई rule नहीं होता कि reactant के पास अगर 2 mole है तो product के भी 2 ही mole बनेंगे ऐसा कुछ नहीं है अगर reactant के 2 mole है तो product के 20 mole बन सकते हैं इसमें कोई doubt नहीं है बट उन 20 mole का जो mass होगा वो ultimately इन 2 moles के मास के बराबर होग इसमें एकाद बातों को ध्यान रखना पड़ता है कि सर जो nuclear reactions होती हैं जिसमें mass energy में convert हो सकता है E is equal to MC square की वजह से तो वहाँ पर शायद ये mass conservation की बाते करना ठीक नहीं लगता लेकिन आप फिर वही वाली बात आती है हमें इन सब बातों से इसलिए कोई मतलब नहीं है क्योंक बराबर देखने को मिलेगा और जो नहीं है जहां पर वो है जहां पर भी ये nuclear reactions है जहां पर mass energy में convert हो सकता है तो अगर ये mass energy में convert हो रहा है समझने बात को अगर ये mass energy में convert हो रहा है तो ऐसे में mass का कुछ हिस्सा तो energy में convert हो जाएगा तो हो सकता है mass conservation आपको देखने को न मिल जब भी कोई compound बनता है, तो ऐसे में जो भी elements आपस में combine हो रहे हैं, उनका mass ratio हमेशा fix रहता है, उनका mass ratio हमेशा fix होता है, आप चाहें तो इसको इस तरह से interpret कर सकते हैं, a chemical compound is always found to be made up of the same elements combined together in the same fixed proportion, यानि वो compound कहां से बना मुझे इससे मतलब नहीं. अगर वो compound आपके सामने है, तो उसके अंदर जो भी elements का involvement है, उनका एक fixed mass ratio होगा, एक fixed percentage ratio होगा, वो change नहीं होगा, आप इसको चाहें तो ऐसा भी कर सकते है, percentage of elements in a compound by mass percentage of element in a compound by mass remains same even if the source of the compound is different.
यानि आप कहां से आ रहे हैं मुझे इससे फरक नहीं पाता. यानि अगर पानी चाहे वो नल का पानी हो, चाहे वो समुद्र का पानी हो, इफिट इस H2O, इन दाट केस, H और O का जो percentage ratio है, या H और O का जो mass का percentage है, या H और O का जो mass ratio है, वो हमेशा fix रहें. इससे कोई लेना देना नहीं है कि वो बना कहां से है यानि कहने का मतलब यह हुआ कि अगर माल लीजिए आपसे कहा जा रहा है कि भाई मेरे पास ये H2O है तो ये H2O चाहे कहीं से भी आपको देखने को मिले चाहे वो किसी भी chemical reaction में बन रहा हो चाहे वो कैसा भी कहीं से भी को 1 is to 8 होगा तो irrespective of the source the mass ratio of H on O remains fixed and that is definite proportion law जब भी कोई particular molecule बनता है तो atoms हमेशा एक definite proportion में ही आपस में combine होते हैं, and this is definite proportion law. इससे फरक नहीं परता, कि वो जो molecule बना है, वो किस reaction में बना.
पानी चाहे इस reaction में बने, चाहे इस reaction में बने. अगर वो पानी है, तो पानी के अंदर H और O का mass ratio 1 is 2.8 होगा, इसमें कोई doubt नहीं, and this is definite proportion law. तो वो जो हाँ गर्बा हो सकती अगर उनके बारे में बात करें तो पहली गर्बा तो यही है कि the law is not applicable if an element exists in different isotopes बिल्कुल logical लगता है कि अगर कोई element अलग लग isotopes के form में exist करता है तो ऐसे में mass ratios बदल भी सकते हैं जैसे अगर मैं simple example से समझूं तो बहुत साफ समझ में आता है कि अगर आप CO2 बनाना चाहते हैं तो CO2 में carbon 12 वाला अगर आपने लिया तो carbon और oxygen का जो weight ratio है वो 12 is to 32 आएगा बिल्कुल सही है और अगर यही carbon 14 isotope वाला है तो ऐसे में carbon और oxygen का जो weight ratio आएगा वो 14 is to 32 आएगा, सर इस बार ये weight ratio carbon और oxygen का same नहीं, क्यों? क्योंकि carbon दो isotopes के form में exist कर रही है, जिसमें वो CO2 भी बना सकती है, carbon 12 के साथ, और वो CO2 बना सकती है carbon 14 isotope के साथ, और ऐसे में mass ratios बदल सकते हैं. तो ठीक है सर ये तो लॉजिकल है सर इसमें आप exception या limitation मत बोलिये बग फिर भी लॉजिकल है कि अगर कोई element एक से जादा isotopes के form में exist कर रहा है तो दिक्कत आ सकती है बिकोज उसके isotopes के masses अलग होते हैं जिसकी वज़े से जिस element के साथ वो combine कर रहा है उसके साथ उसका mass ratio बदल सकता है तो जैसे oxygen के साथ जब carbon combine कर रहा है तो ऐसे में CO2 ऐसे भी बन सकती है, CO2 14 वाली भी बन सकती है, और अगर CO2 14 वाली है तो ratio 14, 32 आएगा, और अगर CO2 carbon 12 वाली है तो ratio 12, 32 आएगा.
दूसरा ये भी कहा जाता है जो non-stoichiometric compounds होते हैं उनके अंदर भी ये definite proportional law fix नहीं होता क्योंकि उनके अंदर भी elements आपस में जब combine होते हैं तो एक range रख सकते हैं, यानि ऐसे में भी mass का ratio जो है वो हमेशा constant रहें, ये ज़रूरी नहीं. तो इसका अलग यह हुआ यह दो main limitations मानी जा सकती हैं लेकिन इन limitations से जादा अच्छा एक और statement भी है वो क्या है इन statement से जादा अच्छा जो हमारा statement बनता है वो एक और बनता है और वो यह है कि इस statement जिसके बारे में आप बात कर रहे हैं इस statement का reverse true नहीं और यह important लगता है मुझ कुछ लोग आपस में मिलकर कोई compound या molecule बना रहे हैं, तो उस molecule के अंदर जो भी atom से उनका mass ratio fix होना चाहिए, वो एक आज exception को छोड़ दीजे, उसकी बात नहीं करना है, लेकिन sir, अगर मैं उल्टा बोलूं, कि अगर किसी molecule को आपने देखा, और उसमें आपने carbon की और oxygen की percentage निक जैसे example के तौर पे बात करें तो बहुत सीधी सी बात है माल लीजिया ऐसी ले लेता हूँ कि ethanol अगर आपने सुना हो C2H5OH this is ethanol इस ethanol में sir ethanol को आप कहीं से भी बनाईए मुझे इससे फरक नहीं पाता इसके अंदर carbon की percentage hydrogen की percentage और oxygen की percentage sir वो हमेशा fix रहेगी the masses of carbon hydrogen oxygen they remains always fix तो अगर म is 2, hydrogen 6 है, तो it will be 6, and oxygen 1 है, तो it will be 16, sir, the mass ratio will be 24, 6 is to 16, sir, ठीक है, sir, कोई बुराई नहीं, यानि ethanol कहीं से भी आए, the mass ratio remains constant, ठीक, ये तो हमारा law है, sir, लेकिन इसका inverse true नहीं होता हमेशा, यानि अगर मैं ये कहूं कि किसी molecule के अंदर carbon, hydrogen, oxygen का mass ratio 24, 6 और 16 है, तो इसका मतलब है, व यानि किसी fixed compound के अंदर atoms का mass ratio fix होता, this is definite proportional law, लेकिन अगर atoms का mass ratio fix है, तो वो compound हमेशा एक जैसा हो, ये ज़रूरी नहीं, मैं example से समझाता हूँ, आपको पता होगा, C2H5OH को जैसा आप देख रहे हैं, उसी तरह से एक और molecule भी हो सकता है, जिसको CH3OCS3 कहते हैं, अगर आप समझ इथेनॉल, और भी एग्जाम्पिल हो सकते हैं, और कोई भी आईसोमर का यह एग्जाम्पिल लिया जा सकता है, और इसका इथेनॉल, मिथोक्सी मिथेन, आप इसको मिथोक्सी मिथेन बोल सकते हैं, डाई मिथाईल इथर बोल सकते हैं, दोनों लोग एक जैसे हैं, इसके अंदर भी आप देखें, तो दो कार्बन है, तो कार्बन का मास रेशो हाइड्रोजन के साथ 6 इस्टू, और 16, सर ये दोनों mass ratio same आ रहे हैं, लेकिन they are not same, क्या मतलब हुआ, सर inverse is not true यानि एक molecule को अगर आपने fix कर दिया, तो उसके अंदर atoms का mass ratio हमेशा fix रहे हैं, ठीक लेकिन अगर atoms का mass ratio fix है तो वो molecule भी fix हो जाएगा, ये ज़रूरी definite या constant proportional law में कुछ एकार limitations तो है ही, जैसे non-stoichiometric compounds हो गए, या फिर isotopes जिन atoms के exist करते हैं उनसे बने जो compounds हो गए वहाँ पर हो सकता है mass ratio तो they are limitations, they are exceptional cases, but normal situation ये है कि अगर आप किसी भी fixed molecule को ले आते तो उस molecule के अंदर जो भी atoms present है उनके mass ratios हमेशा fixed रहते हैं, बिल्कुल सही है सर, उन लोगों को exception, limitations को छोड़ देते हैं, ये हमेशा सही reverse inverse is not true inverse मतलब inverse is not always true inverse क्या है inverse यह है कि अगर mass ratios carbon hydrogen oxygen के fix कर दिये जैसे अगर मैं आपसे कहूं कि carbon hydrogen oxygen का mass ratio 24 6 और 16 इसका मतलब वो पक्का ethanol है यह गलत यह उल्टा गलत है साथ क्यों क्योंकि वो ethanol किलावा वो ऐसा कोई भी आदमी हो सकता है जो इसी molecular formula का आदमी हो जिसको आप isomer ब तो इस बात का सब लोग ध्यान रखेंगे, next आता है हमारा multiple proportion law, multiple proportion law भी बहुत simple सा law है, जिसमें वो ये कहता है कि अगर कोई दो लोग मिलकर दो या दो से जादा compounds बनाते हो, तो उसमें किसी भी एक element के अगर mass को fix कर दिया जाए, तो दूसरे elements जो उस fix mass के साथ जुड़ने वा यानि when two elements combine with each other to form two or more chemical compounds, then different amounts of one element which react with the definite amount of second element will be in the proportion of simple whole number. So I said sir, show me this thing with a little more clarity, so if I want to explain this thing with a little more clarity, then I can explain it with clarity, and what will come out, like suppose you have कोई भी एक example ले लेते हैं, carbon के बारे में हमें पता है कि carbon oxygen के साथ जोड़कर carbon monoxide भी बना सकता है, और carbon oxygen के साथ जोड़कर carbon dioxide भी बना सकता है, ठीक है, अच्छा, तो अगर मालिजे carbon monoxide बनता है, तो carbon और oxygen का जो mass ratio है, वो है 12 is to 16, ठीक है ये और CO2 के अंदर कार्बन है 12 is to 32 बिल्कुल सही तो अब ये लॉ ये कहता है कि किसी भी एक element के fixed mass के साथ जुड़ने वाले किसी भी एक element के कोई भी एक element ले लेते हैं मालिज ये कार्बन ले लेते हैं तो कार्बन का एक fixed mass ले लेते हैं 12 दोनों जगा कार्बन 12 है तो ये कहते हैं कि carbon के fixed mass के साथ जुड़ने वाले oxygen के जो दो masses हैं उनके बीच में जो ratio है वो एक simple whole number ratio होगा तो साफ समझ में आता है यहाँ पर oxygen के बीच का जो ratio है carbon के fixed mass के साथ जुड़ने वाले oxygen के masses का जो ratio है वो 16 is to 32 है that is a simple whole number ratio बहुत simple लाइफ मैं और एक example से समझा लेता nitrogen oxygen के साथ जोड़कर suppose NO बनाता है और nitrogen oxygen के साथ जोड़कर लिए NO2 बनाता है जैसा भी आप बोलना चाहें मालीज़े ये तीन ही एग्जाम्पिल ले लेता है तो ये nitrogen oxygen के साथ जोड़कर तमाब तरह के compounds बना सकता है सर इस अगेन multiple proportion law कैसे सर अगर आप जहां से देखें तो यहाँ पर nitrogen का जो mass है वो है 28 यहाँ पर nitrogen 28 है और oxygen 16 यहाँ पर nitrogen 14 है oxygen 16 है यहाँ पर भी nitrogen 14 है oxygen 32 है बिल्कुल सही अब आप क्या करेंगे सर किसी भी एक element के mass को fix कर दीजे और उसके बाद उस fix mass के साथ जोड़ने वाले जो दूसरे element के masses का ratio है वो एक simple whole number ratio आना चाहिए तो जैसे आप यहाँ पर माली जिन nitrogen को fix कर देते हैं तो सर यहाँ पर 28 है बाकी दोनों जगहों पर nitrogen 14 है त यानि nitrogen के mass को अगर आपने 14 की जगा 8 किया, मतलब 28 की जगा 14 किया, तो ऐसे में sir this will be 16 की जगा 8, अब आप ये बताईए fixed mass कौन सा हुआ, sir ये 14 ग्राम है, ये भी 14 है, इसका मतलब ये हुआ जो fixed mass के, इस 14 के साथ जुड़ने वाले oxygen के masses हैं, वो क्या है, 8, 16 and इस टू इस टू फो एंड इस दिस ए सिंपल होल नंबर रेशू तो यह मल्टिपल प्रपोर्शन एक इंपोर्टेंट लॉ है जिसमें आप और वो देखकर ही पता चल जाता है जब आपको यह लगे कि जिन लोगों को लिया गया है वो लोग हमारे एक ही दो ही लोग कि ये multiple proportion law से ही link हो रहा है, जैसे एक example के तौर पर अगर समझना चाहें, तो समझ भी सकते हैं, जैसे आप अगर ध्यान से देखें, पूछा जाए, which of the following follows law of multiple proportion, तो साफ समझ में आता है, पहले वाले में H और O है, दूसरे वाले में H और S है, ये तो दो लोग अलग लग हैं, SO2 और SO3 ये ठीक लगता है, क्यों?
क्योंकि सर S और O के मिलने से SO2 भी बन सकता है, SO2 के मिलने से SO3 भी बन सकता है, तो ये भी Multiple Proportion Law फॉलो करेगा, इसी तरह से सर N2O5 और N2NO2 ये भी ठीक लगता है, और इसी तरह से H2 और H2O2 ये भी ठीक ल� दो लोगों को जोड़कर दो या दो से ज़ादा molecules नहीं बना रहे हैं, clear है, चलिए दूसरी बात कर लेते हैं, अगर आप limitations की बात करते हैं, तो limitations भी as such बहुत normal ही बोल सकते हैं, कि सर इस law में कई बार carbon के जो compounds हैं उनके साथ दिक्कत होती है, because carbon के अंदर ये tendency है, कि वो आपस म तो ऐसे में फिर दिक्कत आती है जैसे अगर माल लीजिए मैं CH4 ले लूँ, C2H6 ले लूँ या C3H8 ले लूँ, तो CH4 में कार्बन का मास 12 है, हाइड्रोजन 4 है, ये 24 है, ये 36, अब अगर मैं कार्बन के मास को फिक्स कर दूँ तीनों जगहों पर, तो ये 12 हो जाएगा, ये तो carbon oxygen hydrogen जो है वो 6 से आधा 3 हो जाएगा और अगर आप यहां से 36 को 12 करते हैं तो hydrogen भी 8 से 1 थर्ड होकर 2.67 हो जाएगा तो अगर आप ध्यान से देखें तो इस 12 के साथ जुड़ने वाले यह हमारे 12 fix हो गए यह 12 के साथ जुड़ने वाले जो hydrogen के masses हैं वो यहीं और यह जो hydrogen के जो आपस में single bond, double bond या triple bond बनाने की होती है जिसकी वजह से आपको यहाँ पर multiple proportion में दिक्कत दिखाई देती है तो इस चीज़ का थोड़ा सा ध्यान देना पड़ेगा next law भी बनाये गया है and that is reciprocal proportion law हाला कि कुछ जगहों पर यह लिखा जाता है कि यह हमसे syllabus में हमारे नहीं है लेकिन फिर भी बहुत simple सा law है और इसमें भी यही बात बोली जाती है कि अगर statement दिया जाए तो बड़ा एक technical सा statement है the ratio of the masses of the two elements a and B separately with a fixed mass of the third element C is the same or some simple multiple of the ratio of masses in which A and B combine directly with each other यानि A और B जब C के साथ जोड़ते हैं यानि A C के साथ जोड़ा और B भी C के साथ जोड़ा तो ऐसे में C के साथ C का एक fixed mass अगर कर दिया जाए तो A और B का एक ratio निकल किया था ये ratio वही होता है या almost उसका multiple होता है जब A और B आपस में खुद जोडते हों यानि कहने का मतलब यह हुआ कि एक simple example से इस बात को समझते हैं यह C है C के साथ H जोड़ कर suppose C के साथ H जोड़ कर आप CH4 बना सकते हैं चलिए ठीक C और O के साथ जोड़कर माल लीजिये आप CO2 बना सकते हैं, चलिए यह भी ठीक, H और O के साथ जोड़कर माल लीजिये H2O बन सकता है, तो यह reciprocal proportion कहता क्या है, कि carbon के mass को अगर fix कर दू, जैसे अगर आप यहाँ पर देखें, तो CH4 में carbon हो गया हमारा, CH4 की अगर बात करें, तो कि कार्बन का एक फिक्स मास के साथ जुड़ने वाले हाइड्रोजन और ओक्सीजन के जो मास रेशो है वो 4 is to 32 है चलिए बहुत बढ़िया और 4 is to 32 is 1 is to 8 चलिए सही है बिल्कुल सही है अब वो ये लॉ ये कहता है कि अगर ये H और O आपस में जुड़ते बह यहाँ पर तो molecule में H और O का जो mass ratio आता, वो या तो यही आता, या इसी का कोई multiple आता, तो मैंने कहा भाई check कर लेते हैं, H और O जुड़ने से H2O बन सकता है, और अगर H2O बनता है, तो H2O के अंदर, अगर आप H और O का ratio निकालना चाहते हैं, तो H2O के अंदर, H हो गया 2, oxygen हो गया 16, and that is 1 is यानि वो ये कहना चाह रहा है कि अगर HRO आपस में जुड़ते तो जो mass ratio निकल के आता वो या तो वही निकल के आता जो एक fixed carbon के साथ जुड़े हुए HRO का mass ratio है या फिर उसी का कोई multiple निकल के आता है and that is reciprocal proportional law. तो मुझे ये simple सा law लगता है आला कि as such कुछ बहुत जादा technical नहीं है तो इस बात को थोड़ा सा समझने की कोशिश कर सकते हो कि अगर आप नाल लीजे तीन elements लेके आते हैं जिनमें दो एलिमेंट्स आपस में जोड़कर एक मॉलिक्यूल बना रहे हैं दो एलिमेंट्स जोड़कर आपस में दूसरा मॉलिक्यूल बना रहे हैं तो उसमें एक एलिमेंट के फिक्स मास को अगर हम कर दें तो उन दोनों लोगों के मासेस का जो रेशो है वो वही निकल के आता है फिक्स कार्बन के साथ जुड़ा यह आपस में जुड़ने वाला रेशो नहीं है यह फिक्स 12 ग्राम के साथ जुड़ने वाले हाइड्रोजन और ओक्सीजन का मास रेशो है अगर यह हाइड्रोजन औक्सीजन आपस में खुद जूते तो जो मास रेशो आता वो या तो यही आता और इसका वाला रेशो है जिसको गैलूसैक्स लॉ गैसिस वॉल्यूम कहा जाता है बहुत सीधा सा लॉ बनाया गया है या बनती है, प्रोडूस होती है तो वो ये हरकत करती है simple ratio by volume provide ये किया गया है कि वो reaction एक balance chemical reaction हो साथ ही साथ वो एक सारी gases एक same temperature और pressure पर हो यानि when gases combine or are produced in a chemical reaction they do so in a simple ratio by volume provided सारी gases एक simple same temperature pressure conditions पर हो यानि कहने का मतलब यह हुआ कि अगर महली जे इसका एक example के तौर पर समझूं तो example बहुत सीधा सा लिया जा सकता है कि अगर महली जे H2 और Cl2 आपस में मिलती हैं और यह HCl बनाती हैं. Important point क्या है important यह किसा सबसे पहली बात तो reaction balance होनी चाहिए यह balanced equation होनी चाहिए और दूसरी बात सारे लोग same temperature pressure पर होने चाहिए same temperature pressure condition. यह दोनों बातों का ध्यान रखना है, तो ऐसे में अगर आप ध्यान से देखें, तो reaction यह कहती है कि balance equation यहां भी 1 है, और यह आपका 2, ठीक, तो अब यह law यह कहता है कि H2 और CL2 मिलने से जब 2 HCl gas बनता, यह सारे gas हो गया न, जब 2 HCl gas बनता, तो ऐसे में H2 और CL2 के मिलने से जो 2 HCl गास बन रही है, इस लॉक एकॉर्डिंगली ये हरकत एक सिंपल वॉल्यूम रेशो में हो रही है, सिंपल रेशो बाई वॉल्यूम, जैसे की 1 ML H2, 1 ML CL2 के साथ जुड़कर 2 ML HCl बना. बिल्कुल सीधा एकदम लेकिन ये कब होगा जब एक balance equation को आप observe कर रहे हो और सारी gases same temperature pressure condition पर हो इसी तरह से आप इसको बोल सकते हैं कि one volume of hydrogen वो one volume of chlorine के साथ जुड़कर two volume of HCl form करते हैं this is simple गैलूसाक्स लॉफ गैसेस वॉल्यूम, बहुत आसान सा लॉफ है, कि जो चीज़े आप मोल्स में ओब्जर्व कर रहे हैं, वो चीज़े आप वॉल्यूम में भी ओब्जर्व कर रहे हैं, और ये बहुत सीधा सा लॉफ है, लेकिन ये सिर्फ तभी आप लिखे बिल होगा, वाई मैप की बात करें ये सेकिन कैटेगरी निकल के आएगी जिसमें एक तो ठीक है पहला केस तो बहुत आसान सा केस था जिसमें आपने ये डिसकस किया कि हमारे पास जो लॉज है वो लॉज क्या है दूसरा अगर आप वाई मैप की बात करें वाई मैप क्या कहना चाहता है वाई मैप ये कह रहा है कि देखे भाई ऐसा है कि मोल्स को आप किसी भी चीज में कनवर्ट कर सकते हैं और किसी भी चीज से आप मोल्स कनवर तो ये जो interconversion है, इसको Y में आपका नाम दिया गया है, तो सब लोग पहले तो इस बात को समझें, कि अगर मैं moles से numbers निकालना चाता हूँ, number of entities निकालना चाता हूँ, तो moles से numbers निकालने के लिए आपको Avagadro numbers से multiply करना पड़ता है, और number से वापस moles तक आने के लिए आपको Avagad Similarly, अगर आप मोल से किसी भी गास का STP पर volume निकालना चाहते हैं, 0 degree 180 प्रेशर पर, तो आप 22.4 लिटर से multiply करते हैं, और volume अगर आपको STP पर दिया जाएं, और आपको moles calculate करने हो गास के, तो आप 22.4 लिटर से divide करते हैं, अगर 1 bar प्रेशर हो, तो यही 22.4, 22.7 लिया जाता है, यानि सब लोग ये समझना चाहा रहे हैं कि भाई साहब ये सब बहुत जादा important है कोई भी conversion यहां से यहां आना है यहां से यहां जाना है ये conversion तभी कर पाएंगे जब ये Y-map हूँ में बसा ले आपको ये Y-map को हूँ में बसाना पड़ेगा एक ची ठीक है, तो जैसे अगर मैं इसके उपर एक छोटी सी एग्जाम्पिल से इस बात को करूँ, और मैं जादा सवाल वाल नहीं करना चाहा, लेकिन फिर भी एक छोटे से एग्जाम्पिल से बात करूँ, कि भाई 100 ग्राम का कैलिशियम कार्बिनेट का साम्पिल है, आप से प� simple analysis, तो ये काम करना बड़ा आसान है, इसमें कुछ खास काम नहीं करना है, 100 ग्राम का अगर आपको sample calcium carbonate का दिया गया है, तो इसके अंदर कितने calcium carbonate के moles होंगे, सबसे पहले ये निकाल लेना चाहिए, यानि ये हुआ कि आपको sample का weight given है, और आपको सबसे पहले sample के weight से analysis करनी ह तो जैसे अगर आप 100 ग्राम सैंपल की बात करें तो हम सब जानते हैं, सबसे पहले आप moles calculate करेंगे और moles हो जाएंगे given mass divided by molar mass और हमें पता है calcium carbonate का molar mass 100, यानि कि आपका जो moles आ रहे हैं वो 1 आ रहे हैं.
1 mole का मतलब हो गया कि अगर आप number of entities निकालना चाते हैं तो 1 na, that is na से multiply करेंगे तो आपके पास na entities आ जाएंगी और na entities का मतलब है कैल्शियम कार्बोनेट के मॉलिक्यूल्स यानि एक चीज तो क्लियर हो गई कि अगर आपको नंबर आप मॉलिक्यूल्स कैलकुलेट करने हैं तो आपने सबसे पहले मोल्स निकाले और मोल्स को अवागाड्रो नंबर से मल्टिप्लाई कर दिया और अवागाड्रो नंबर से म आते हैं तो आपको उस मॉलिक्यूल की एटॉमिसिटी से मल्टिप्लाइड करना पाता है मल्टिप्लाइड बाय एटॉमिसिटी मतलब एक मॉलिक्यूल में कितने आटम्स एक्जिस्ट कर रहे हैं तो अगर आप ध्यान से देखें तो कैल्शिय So the atomicity of calcium carbonate is 5. तो अगर आप molecules से atoms निकालना चाते हैं, तो molecules के number को atomicity से multiply कर दीजे. तो अगर आप atoms देख रहे हैं, तो कितने आ जाएंगे? Molecules आपके पास कितने थे? Na. और atomicity कितनी है?
5. So that means atoms total कितने आ जाएंगे? 5N. यानि मेरे पास जो total atoms निकल कि आएंगे, वो 5N हैं.
उसके बाद आपके protons, neutrons, electrons, nucleons जो भी आप calculate करना चाहें वो calculate कर सकते हैं क्योंकि आपको ये पता चल गया है कि आपके पास total molecules कितने हैं और आपके पास total atoms कितने हैं तो अब तो बहा clear है कि अगर आपको ये पता चल जाए कि एक calcium carbonate में कितने protons हैं कितने nucleons हैं कितने neutrons हैं सब क� एक आटम से, मॉलिक्यूल से ये पूछ लूँगा कि तेरे पास कितने नूक्लियोंस हैं, कितने प्रोटाउन्स हैं, कितने एलेक्ट्राउन्स हैं वगैरा वगैरा, तो आप एक कैल्शियम कार्बिनेट से जाके चुपचाप पूछ लीजिये कि तुम्हारे पास कितने प्रो प्रोटाउन्स होते हैं क्योंकि एक ऑक्सीजन पर 8 प्रोटाउन्स है तो तीन ऑक्सीजन पर 24 प्रोटाउन्स होंगे तो अगर आप इन सब को जोड़ें तो ये कुल मिला के 50 प्रोटाउन्स निकल के आते हैं इसी तरह से अगर आप न्यूट्रॉन्स कैलकुलेट करें तो 20 तो अगर आप ध्यान से देखें तो proton कितने है टोटल एक calcium carbonate में 50 और आपके पास calcium carbonate की कितने molecules हैं सर मेरे पास calcium carbonate के Na molecules हैं तो इसका मतलब यह हुआ एक के अंदर अगर 50 protons हैं तो Na के अंदर कितने होंगे सर multiply कर दीजे तो इसका मतलब अगर आप total protons निकालना चाहते हैं तो व एक के अंदर कितने है 50 और molecules कितने है एने इसी तरह से अगर आप electrons निकालना चाहते हैं तो एक के अंदर 50 और molecules कितने हैं? एने. आप सारा calculation कर सकते हैं बहुत आसान तरीके से, यानि best तरीका क्या है इस तरह के सवालों को करने का, जो कि first category के सवाले जो ही पूछता है, वो क्या है? सर आप सबसे पहले number of entities calculate कर लीजे, जो sample जिसने बनाया है, सबसे पहले modes calculate कर लीजे, और modes को by gadro number से multiply करके entities निकाल लीजे, अब आप total calcium carbonate के molecules एने, कि तुम्हारे पास कितने proton, neutron, electrons हैं और उसके बाद number of calcium, carbonate से multiply करके total protons, total neutrons और total electrons आप calculate कर सकते हैं। अगर वो कहता है कि total nucleons कितने हैं तो आप इन दोनों को आपस में जोड सकते हैं क्योंकि nucleons का मतलब है protons and neutrons तो इसका मतलब है if you need to calculate total nucleons the answer will be 50na plus 50na and that is 100na, clear हैं। तो ये बहुत सीधी सी बात है जिसको हमें बार दोहराना पड़ता है बार इस तरह के सवाल आपके सामने देखने को मिलते हैं तो हमें इस नेक्स बात भी बड़े आसान है सर, average atomic weight के बारे में भी छोड़ा सा सवाल पूछे जाते हैं, what is average atomic weight, सारी दुनिया जानती है सर, average atomic weight एक बहुत simple सा concept है, जिसमें आप उन atoms की बात करना है, जिनके एक से जादा isotopes exist करते हैं, तो अगर एक से जादा isotopes exist करने वाले किसी atom का atomic weight न वो environment में कितने percent exist करता है मुझे उसकी percentage पता होनी चाहिए साती सात उस isotope का atomic mass पता होना चाहिए आप इस formula को use करके आसानी से average atomic weight calculate कर सकते हैं यानि तरीका क्या होगा weighted average निकालने का किसी भी एक isotope की percentage environment में जो होती है वो सवाल वाला बताएगा into उसका atomic mass प्लस दूसरे की percentage into उसका atomic mass, प्लस तीसरे की percentage into उसका atomic mass, जितरे भी isotopes हैं, divided by 100, आप इस तरह के इस formula को use करके, आसानी से average atomic weight calculate कर सकते हैं, सवाल में percentage abundances आपको दी जाएंगी, आपको average atomic weight calculate करना पड़ेगा, जैसे example के तौर पर अगर मैं बात करूँ, तो जैसे chlorine है, chlorine का 35 वाला जो isotope है, वो 75% पाया जाता है, और chlorine का जो 37 वाला isotope है वो 25% पाया जाता, तो मैंने कहा फिर तो ठीक है, chlorine का अगर आप weighted average लेना चाहें तो बहुत आसानी से calculate कर सकते हैं, average atomic weight अगर आप निकालना चाहते हैं, तो this will be percentage of first isotope that is 75 into atomic weight of first isotope that is 35, plus percentage of second isotope that is 25 into the atomic weight of second isotope that is 37. divided by अगर मैं 100 से इसको divide कर दू तो मैं average atomic weight calculate कर सकता हूँ ये almost 35.5U के बराबर आता है यानि the average atomic weight of chlorine is 35.5 बच्चों को हर बार यही doubt होता है सर ये point में कैसे आ रहा है point में इसलिए आते हैं क्योंकि जब आप weighted average calculate करते हैं तो वो कुछ भी आ सकता है average is कुछ भी, अब जैसे suppose किसी class पे 50 बच्चे हैं, और मैं आपसे कहो इस class का average weight क्या है, तो माल लिए average weight निकल के आता है 39.67, जबकि 39.67 किसी का भी weight नहीं है, यह possible है, यानि 35.5, ना इस chlorine का weight है, ना उस chlorine का weight है, लेकिन this is average, तो यह average 30.555555 निकल के आ रहा है, और obviously यह average उस element, उस यानि जो जादा पाया जाता है 75% उसी के पास average निकल के आएगा तो average की जो value आ रही है that is 35.5 which is closer to 35 आप मेरी बात समझ रहे हैं और ये logical भी है sir जिस चीज का existence जादा है जो भी आप average जैसे इस class में 40 kg के जादा लोग हैं और 50 kg के कम लोग हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि class का तो बढ़ाल तो average atomic weight निकालने का बड़ा आसान सा तरीका बनाया गया है similarly अगर आप average molecular weight की बात करते हैं तो ये भी बहुत आसान है molecular weight average निकालने के लिए molecules का total weight divided by total number of moles करने पढ़ेंगे और total molecules का weight निकालने के लिए total sample का weight निकालने के लिए आप n1 m1 plus n2 m2 plus n3 m3 so on divided by n1 plus आफ फस्ट गैस जो भी सांपल या आप एंड टू इज दा मोल्स ऑफ सेकंड सो ऑन इसी तरह से अगर आप एम वन की बात करें एम वन इज दा मॉलेकिलर वेट ऑफ फस्ट एम टू इज दा मॉलेकिलर वेट ऑफ सेकंड सो ऑन तो इसका अलग यह हुआ कि अगर आपको sample में moles प्रोवाइड कर दिये जाएं different substances के और आपको उनका molecular weight पता हो तो आप उस average mixture का जो average या mean molar mass है वो calculate कर सकते हैं और molar mass निकालने का एकी तरीका है total weight को total moles से divide कर दिए यानि कि जैसे अगर माल लीजिए मैं आपसे कहूँ, और इसको आप ऐसे भी समझ सकते हैं, कि आप अगर मैं इस N1 प्लस N2 प्लस N3 से डिवाइड करता हूँ, तो इस विल भी N1 अपन N1 प्लस N2 प्लस N3 इंटू M1, प्लस N2 अपन N1 प्लस N2 प्लस N3 इंटू M2, समझ दे, म यानि आप इस formula को एक और simple formula में convert कर सकते हैं and that is summation of xi mi जिसमें i की जो value है वो 1 से लेके जितने भी substances present हैं वहाँ तक चलेगी where x is the molar fraction of a component same है अगर आप n1 upon n1 plus n2 plus n3 करते हैं तो that is मेरे mole upon हमारे mole, that is mole fraction, तो आप mole fraction भी अगर समाल में दे रखे हो, तो भी आप इस formula का use कर सकते हैं, जैसे example के तोर पर अगर बात करूँ, तो माल लिजे एक container ले लिया जाए, माल लिजे एक container ले लेते और इस container में आपने दो इस gas ले लेते हैं, मालिज़े एक दो mole helium के डाल दिये और तीन mole मालिज़े आपने nitrogen के डाल दिये, ऐसे ले लेते हैं, अब वो मुझसे कह रहा है कि average weight क्या है इस container का, तो अगर आप इसका average weight निकालना चाहते हैं या mean molar mass निकालना चाहते हैं, average molecular weight निकाल into molar mass of second gas, that is 28, upon total moles, और total moles कितने है, 2 plus 3, तो अब आप इसको solve कर सकते हैं, ये 2 into 4, 8 हो जाएगा, और 28 into 3, ये आपका 84 हो जाएगा, तो that is 8 plus 84, 92 divided by 5, so the molar mass जो भी निकल के आएगा, वो आएगा, अब 1, और कितना जाएगा, 18. कितना आ रहा है वो तो जो मोलर मास है एक बाद चेक कर लेना है भाई आप यह वाला मल्टिप्लिकेशन से 24284 अच्छी का तो आप बुल मिलाकर अगर देखा जाए तो हमारा जो मोलर मास निकल कर आएगा वह 18.4 निकल कर आएगा यानि इस गैसियस मिक्षर का जो मीन मोलर मास है वो 18.4 देखने को बिलेगा, यानि सबसे पहले कुछ-कुछ चीज़ें एक बार wind up करते हैं, कुछ-कुछ चीज़ें सबसे पहले laws के बारे में सोड़ा सा discussion किया, उसके बाद फिर moles calculate कैसे किये गया है, उसके लिए एक Y map है जो सब लोगों को ध्यान रखना है, उसके बाद उन फिर average atomic weight पर सवाल बनाया जा सकता है, फिर average molecular weight पर सवाल बनाया जा सकता है, जो की बहुत simple है, जो की यहां से आसानी से calculate किया जा सकता है, तो जब कभी भी किसी gaseous mixture का आपको average या mean molar mass निकालना हो, तो आप n1, m1, n2, m2, n3, m3 अपन n1, n2, n3 करके यह काम कर सकते हैं, next point आता है, जो एकी important है, that is percentage composition, यह भी बहुत आसान सी बात है, percentage composition का मतलब हुआ, अगर आप, आपको किसी molecule की information दे रखी हो तो आप उस molecule में पड़े individual atoms की percentage calculate कर सकते हैं तो ये बहुत ही हसान सा तरीका है कि अगर आप individual atoms की percentage निकालना चाहते हैं तो आप उस individual atom का mass divided by total mass into 100 करके percentage calculate कर सकते हैं तो ये तो बहुत ही simple सा है और सारी दुनिया इस बात को जानती है कि अगर माल ल तो बहुत आसान है अगर आप percentage of hydrogen निकालना चाते हैं तो क्या बोलना चाहिए weight of hydrogen divided by total weight in 200 यही तो एक तरीका है और यह percentage निकालने का तो बहुत पुराना सदियो पुराना तरीका है और weight of hydrogen कैसे निकल के आएगा सर अगर मैं इस molecule के one mole मानता हूँ तो hydrogen के two moles होंगे और के 2 moles का जो weight होगा, वो 2 gram होगा, यानि weight of hydrogen कितना आ गया, 2 upon total weight, molecular weight 98 into 100, यानि अगर आप hydrogen की percentage निकालना चाते हैं, तो hydrogen के weight को total weight, यानि total molecular weight से divide करके, आप hydrogen की percentage calculate कर सकते हैं, इसी तरह से अगर आप percentage of sulfur निकालना चाते हैं, तो फिर weight of sulfur divided by total weight, जो की molecular weight होगा, into 100 कर सकते हैं, तो weight of sulfur कितना जाएगा, sir, 32, एक ही sulfur है, 32 divided by 98, into 100, आप sulfur की भी percentage calculate कर सकते हैं, और इसी तरह से, अगर आप percentage of oxygen निकालना चाहते हैं, तो, weight of oxygen, divided by total weight, into 100 कर सकते हैं, और oxygen का weight कितना होगा, sir, 4 oxygen है, तो यह हो जाएगा, 64, divided by 98 into 100, यह आपका oxygen का percentage आजाएगा, यानि आप आसानी से यह percentages calculate कर सकते हैं, अगर आप इन तीनो percentages को जोड़ें, तो यह कुल मिला के 100% आजाएगा, this is 100%, और वो वैसे भी दिखाई दे रहा है, जब आप इन तीनों को आपस में जोड़ेंगे, तो मुझे लगता 98 common आजाएगा, और 32 plus 2, 34, 34 plus 64, 98, 98, 98 कर जाएगा, सिफ 100 बचेगा, and that is 100%. यानि कहने का मतलब यह हुआ, सर यह एक simple सा तरीका है, अगर molecule की शकल पता है, तो आप individual atoms की percentage calculate कर सकते हैं, percentage निकालने में इतनी परिशानी नहीं है, उसका weight upon molecular weight into 100 कर दीजे, क्या इस सवाल में मैंने तुम्हें ये बताया कि मेरे पास H2SO4 का weight कितना है, नहीं, क्योंकि percentage इसका sample के weight से कोई फरक नहीं पड़ता, अगर sample जादा है, तो फिर उसके अंदर individual atoms के weight भी जादा होंगे, मालिजिया H2SO4 आपने कम लिया, तो hydrogen का weight भी कम होगा, sulfur भी कम होगा, oxygen तो hydrogen का weight upon total weight in 200 करके जो hydrogen की percentage निकल के आएगी, वो तब भी वही आएगी जब आप H2SO4 जादा लें, अगर आपने जादा H2SO4 लिया, तो उसमें H जादा होगा, sulfur भी जादा होगा, oxygen भी जादा होगा, यानि जादा weight of hydrogen upon जादा weight of sample into 100 वो वही निकल के आएगा जो अब निकल के आ रहा है यानि percentages का sample के weight से कोई फर्क नहीं परता यानि जो मैं बोल रहा हूँ वो ये बोल रहा हूँ कि जो important बात समझ में आती है वो ये है कि अगर माल लिजा आपने ये H2SO4 का sample लिया this is H2SO4 और इसी तरह से आपने ये H2SO4 का sample लिया this is H2SO4 तो एक चीज़ clear है कि सर यहाँ पर वो यह है यहाँ पर जो hydrogen है और यहाँ पर जो hydrogen है वो जादा है sir, this is hydrogen इसी तरह से सर यहाँ पर जो हमारा sulfur है वो कम है यहाँ पर जो हमारा sulfur है वो जादा है बिल्कुल सही है सर इसी तरह से अगर आप कहें यहाँ पर oxygen सर यहाँ पर जो oxygen है वो कम है और यहाँ पर जो oxygen है वो जादा है यानि मैं यह बताना चाह रहा हूँ कि अ फरक क्या है यह H है तो साफ समझ में आता है कि दोनों साम्पल्स में individual atoms के weights अलग लग हैं, इसमें कोई शक नहीं है कि H का जो weight है वो A के अंदर वो कम है। H का जो weight है वो B के अंदर, इसमें भी कोई शक नहीं है, sulfur का जो weight है वो A के अंदर, वो कम है, sulfur का weight जो B के अंदर है, इसमें भी कोई शक नहीं है, oxygen का weight जो A के अंदर है, वो oxygen का weight जो B के अंदर है, उससे कम है, इसमें बिल्कुल कोई doubt नहीं, लेकिन जो चीज common है वो क्या है, इसी तरह से percentage of oxygen A के अंदर is equal to percentage of oxygen B के अंदर, यानि percentage remains constant और यही तो law है, जो अभी तुमने पढ़ा था, यही तो definite proportion law है, कि सर जब भी कभी किसी fixed molecule की बात की जाती है, तो उस molecule के अंदर पढ़े हुए individual atoms का weight ratio, वो हमेशा fixed रहता है सर, irrespective वो कहा से बना, irrespective वो कितना बना, if it is S2S4, the percentage of H, S and O, it remains, आप समझ रहे हैं तो यानि percentage इस calculation में मुझे इससे फरक नहीं पड़ता कि H2SO4 का weight कितना है हाँ, ये जरूर है कि अगर आपसे ये कहा जाए कि आपने ये कहा कि sulfur यहाँ जादा है और यहाँ कम, यही बात हुई, तो अगर आपसे ये पूछा जाए कि sulfur यहाँ कितना है, तो फिर मुझे इस sample का weight पता होना चाहिए, आप मेरी बात समझ रहे हैं, sample का weight बताओगे तभी त मुझे मेरे साथ बकवास मत कर ये सैंपल कम हो या जादा हो परसेंटेज तो फिक्सी होगी तो इसलिए जब मुझे सलफर की परसेंटेज निकालनी होगी तो मैं बहुत आखानी से सलफर की परसेंटेज सलफर का वेट 32 माना 32 by 98 into 100 आ गई कि अक्चुली सलफर का वेट यहां कितना है मेरे हिसाब से जो ज़्यादा important information है वो ये है कि आप sample को देखकर उस sample में पड़े हुए individual atoms की information निकालना जानते हूँ, तो मैं यहाँ पर एक चीज जो कि मुझे important लगती है, मैं इस पर थोड़ा सा time निकालता हूँ और इस पर time देता हूँ कि अगर आपको sample का weight given हो या sample की information given ह ठीक तो अब जैसे यही है एस्टूसोफोर इसी है एस्टूसोफोर की बात करते हैं माल लीजिए मेरे पास है एस्टूसोफोर है यह और इस एस्टूसोफोर का जो वेट है माल लीजिए हमें दे रखा है नाई कुछ भी ले लेते हैं तो हम सिंपली रखते हैं ताकि सपोस 49 और वो आ जाएंगे 49 divided by molar mass of H2SO4, that is 98. So, कितने मोल आ जाएंगे?
Half. जैसे ही आपको sample के मोल पता चले, तो अब आप individual atoms के moles calculate कर लीजे, उन individual atoms के atomicity से multiply करके, ज़राँ समझना, बहुत important step है, moles of hydrogen, वो कितने होंगे? वो होंगे, moles of H2SO4, जो भी आपने निकाले, into, अटॉमिसिटी आफ हाइड्रोजन जरा करके बताईए, hydrogen के modes, H2SO4 के modes कितने निकाले, half, और hydrogen के atomicity कितनी है, sir, जितने hydrogen atom है, कितने hydrogen atom है, two, so you have one mole hydrogen atom, clear, अगर आप hydrogen के moles निकालना चाहते हैं, तो कितने निकलाए, one, और one mole hydrogen का weight कैसे निकलेगा, sir, weight of hydrogen is equal to one into molar mass of hydrogen, that is one, and the weight will be one gram, यानि इस, 49 ग्राम के सामपल में 1 ग्राम हाइट्रोजन, अच्छा एक oxygen कितने आएंगे sir moles तो आपने पहले ही निकाले थे H2SO4 के half और oxygen के atomicity 4 है यानि 2 mole oxygen atoms clear यानि oxygen के 2 mole है sir atomicity 4 कैसे ये देखे 4 clear है अगर आपको mole पता चल जाए तो अब आप weight निकाल सकते हैं weight of oxygen atom कितने आ जाएंगे भाई y map से sir 2 mole आए और एक oxygen के एक mole का weight 16 gram तो ये आ गया आपका 32 gram यानि अगर आप से पूछा जाए कि 49 ग्राम H2SO4 में हाइड्रोजन का वेट क्या है, तो वो 1 ग्राम है, ओक्सीजन का वेट कितना है, 32 ग्राम, तो आपको सांपल के अंदर, अगर individual atoms के weights निकालने के लिए कहे जाए, percentage के लिए तो कोई मतलब ही नहीं है, percentage तो आप किसी भी सा upon molar mass of H2SO4 that is 98 into 100, ख़ताब, उससे मुझे बता भी नहीं है कि sample क्या दे रखा, हाँ, अगर आपसे individual atoms का weight पूछा जा रहा है, तो obviously sample का weight से हमें मतलब है, क्योंकि sample का weight जादा है, तो उसमें hydrogen का weight जादा है, अगर sample का weight कम है, तो उसमें hydrogen का weight कम है, तो वो weights कैसे निकाले जाते है और जैसे आपको sample के मोल पता चले, तो उसमें individual atoms के moles निकालने के लिए individual atoms की atomicity से multiply कर देते हैं, तो आपने sample के mole निकाले half, और hydrogen के atomicity है 2, तो आपने multiply करके hydrogen के mole निकाल लिए, फिर mass आ गया, ऐसी oxygen के mole निकाल लिए, oxygen का mass आ गया, आपको जिसका भी weight निकाल ला है, सबसे पहले यह एक important है बात है जिस पर सवाल बनते हैं तो यह जो तुम काम कर रहो यह काम क्या है कि आपको sample दिया जा रहा था और आप उस sample को देख कर individual atoms की percentages calculate कर रहे थे इसी का उल्टा भी एक सवाल है वो क्या है अगर मैं individual atoms की percentages दे देता तो आप sample की शकल मुझे दिखा देते हैं यान पिरिकल फॉर्मला क्या है तो ये काम भी किया जा सकता है और ये भी एक कैटेगरी है जिस पर सवाल पूछे जाते हैं और जो नेक्स कैटेगरी है वो हमारी इसी कैटेगरी के उपर बेस है जैसे एका सवाल की बात करें जो अभी हमने किया था एक औरगनिक कमपाउंड है उस और हमसे पूछा जा रहा है, minimum molecular weight क्या है, तुम नहीं देख रहा है, यह बिल्कुल just वही है, जो अभी आपने किया था, same, minimum molecular weight आपको calculate करना है, and what is minimum molecular weight, minimum molecular weight का मतलब है, at least, वन सलफर आटम, एक सलफर तो कम से कम होगा ही होगा, आधात होई ना सलफर होता, तो एक सलफर तो होगा, that will be minimum molecular weight, तो अब वो कह कहा रहा है, कि अगर मैं उस minimum molecular weight की value को m माल लूँ, तो उस m का 8% जो है, वो सलफर, m का 8% सलफर, और आप ये कह रहे हैं कि सलफर एक ही होगा क्योंकि मिनमम मॉलिकलर वेट निकालना है तो एक सलफर का वेट कितना होता है 32 तो आपने इसको 32 से equate कर दिया यानि मॉलिकलर वेट का 8% जो है वो एक सलफर का वेट होगा तो इससे M की जब आप वैल्यू निकालेंगे तो वो 400 तो अगर 2 sulfur atom है तो M का 8% वो 2 sulfur का weight हो जाएगा that is 64 तब answer आपका 800 आजाएगा so on तो जब minimum molecular weight पूछता है तो आप एक atom मान कर उसे एक atom के weight से equate कर दीजे और अगर आपसे पूछा जा रहा है कि भाई मुझे उस molecule का molecular weight बताईए जिसमें 2 sulfur है 3 sulfur है तो जो भी sulfur की percentage दे रखी है उसको आप M की वो percentage किस से equate कर दीजे जितने भी sulfur दे रखे हैं उसके weight से समझ में आ रहा है, जैसे यही सवाल ऐसे करते हैं, जिसमें शायद मेरे पास हो इस तरह का कोई सवाल, अगर नहीं भी है तो तुम अपने एसाब से बना भी सकते हो, जैसे यही जो सवाल है, इस सवाल में अगर मैं यह पूछूं कि the minimum molecular weight की जगा, अगर change कर दें, मालिज़े minimum तू सलफर आटम्स इन ए मॉलिक्यूल इस मॉलिक्यूल में माल लीजिए दो सलफर आटम्स तो अगर इस मॉलिक्यूल में दो सलफर आटम्स है तो यही सवाल आप कैसे किया जाएगा लेट दा मॉलिक्यूल वेट इज एम और एम का एट परसेंट वो हमारे सलफर का वेट ह हमारा sulfur का weight है, अब sulfur कितने है, सर वो तो 2 है, तो अगर sulfur 2 है तो weight कितना होगा, 64, अब आप इसको 64 से equate करेंगे, और आपका answer 800 आएगा, मेरी बास सब लोग समझ रहे हैं, तो यानि सवाल दो तरह के हैं, एक, minimum molecular weight को लेकर, minimum molecular weight का मतलब है, से कम एक sulfur तो लेना पड़ेगा, और जब आपको sulfur के atoms ही given हो, तो आप 2-3 जो भी हैं, उस sulfur के weight से, कोई के साथ equate करके, आप m की value calculate कर सकते हैं, clear है, अच्छा, अब दूसरी category की बात करते हैं, दूसरी category क्या है, सर, percentage अगर मैं आपको दे दू, तो आप empirical या molecular formula कैसे निकालेंगे, जस्ट उल्टा, formula दिया था, आपने individual atoms की percentage निकाली, अब आपको individual atoms की percentage दे रखी हैं, और आपको formula निकालना है, तो सबसे पहले, आप empirical formula calculate करते हैं, और उसके बाद molecular formula निकालते हैं, So what is empirical formula? Empirical formula तो सर वो एक simplest formula है, simplest whole number ratio, यानि एक ऐसा formula जो उन atoms का एक simple ratio provide करता, उस compound के अंदर जो atoms present हैं, उनका एक simple ratio provide करता, जैसे अगर मैं glucose की बात करो, या benzene की बात करो, suppose C6H6 ये benzene, ये molecular formula है लेकिन अगर आप empirical formula की बात करते हैं तो वो इस carbon और hydrogen का एक simple ratio provide कर रहा है this is molecular formula ये हमारा molecular formula है and this is empirical formula ये मेरा empirical formula है यानि empirical formula एक ऐसा formula है जो उस molecule के अंदर जो atoms involved हैं उनका आपस में एक simple ratio provide कर देता है तो जैसे benzene benzene में carbon और hydrogen अगर carbon hydrogen का एक simple ratio देखूं benzene के अंदर, तो वो 1 is to 1 निकल के आता है, so this is empirical, लेकिन actual benzene तो C6S6 है, तो इसका मतलब यह हुआ, empirical formula को किसी एक integer से multiply करके, आप molecular formula में convert कर सकते हैं, तो जैसे यहाँ पर भी अगर मैं ध्यान से देखूं, तो आपने किस से multiply किया इसको, 6 है, C6S6, तो वो जो 6 number है, आप molecular formula के weight को, empirical formula के weight से divide कर देते हैं, अगर आप देखें, तो इस C6H6 का जो weight है, that is molecular formula weight, वो 78, और अगर आप CH का weight निकालते हैं, तो C और H का weight आता है 13, clear है, यानि अगर empirical formula के weight की बात करें, तो वो 13 है, और molecular formula के weight की बात करें, तो वो 17 है, तो जो N की value निकल के आती है, वो 78 divided by 13 से निकल के आई, और 78 divided by 13 जब आप तो n की value क्या निकल के आएगी, 6, तो empirical formula को निकाल कर, आप 6 से multiply करके molecular formula तक पहुँच सकते हैं, यानि मुझे क्या चीज पता होनी चाहिए, सबसे पहले empirical formula निकालना आना चाहिए, percentages को देखकर, और उसके बाद ये n की value निकालनी आनी चाहिए, और n की value निकालने का तरीका क्या है, जैसे empirical formula पता चला, आपने molecular formula के weight को empirical formula के weight से divide करके, अगर मैं एक example ले लेते हैं, जैसे मालीज़े ये, इसको अगर आप ध्यान से देखते हैं, तो आपने क्या किया इसके अंदर, सर इसके अंदर आपको carbon और hydrogen और oxygen की percentages दे रखी हैं, ठीक है, तो अगर carbon, hydrogen, oxygen की percentages दे रखी हैं, तो तरीका क्या होगा, जब भी कभी individual atoms की percentage given हो, त यानि आपको carbon के atoms पता चल गया 4.35, फिर ये 13 आ गया, ये 2.2 आ गया, ठीक, अब आप क्या करेंगे, अब आप एक simple atomic, simple ratio, atoms का एक simple ratio निकालेंगे, वो ratio निकालने का तरीका क्या है, इन तीनों में जो सबसे चोटा number, उसको इन तीनों से divide कर देंगे, relative ratio निकालने के लिए, तो 13 divided by 2.2, यह 5.9 आ गया, और 2.2 divided by 2.2, that is 1, यानि यह जो ratio निकल के आ रहा है, यह ratio हमारा एक simple ratio आ गया, अगर यह एक whole number ratio आ रहा है तो ठीक है, नहीं तो इसको whole number ratio में convert कर देंगे, तो this is simple 2 is to almost 6 is to 1, so the ratio is 2, 6 and 1, यानि आपको यह समझ में आ गया कि carbon, hydrogen और oxygen का जो ratio है, वो 2, 6 और 1 आ रहा है, carbon hydrogen oxygen का, जो simple atomic ratio है, वो 261, तो यहां से तो यह पता चल गया कि आपका जो empirical formula है, वो क्या है, C2H6O, यह मेरा empirical formula है, यह empirical formula है, clear है, C2H6O, लेकिन सर आपको अगर molecular formula निकालना है तो क्या करना पड़ेगा, molecular formula निकालना है तो आपको integer वाली value निकालनी पड़ेगी, तो वो निकाल के देखते हैं, n is equal to molecular formula का weight, जो कि सवाल में हमें already 92 दे रखा है, और empirical formula का weight तो तुम निकाल सकते हो, 2 carbon है, 24, और oxygen 16, that is 40, and this is 46, यानि empirical formula तो अगर आप इस empirical formula को molecular formula में convert करना चाते हैं, तो क्या करेंगे, सर इसको अगर आप molecular formula में convert करना चाते हैं, तो n की value से multiply करेंगे, तो the molecular formula is C4H12O2, यानि molecular formula आप क्या-क्या बन जाएगा, C4H12O2, this will be the molecular formula. तो ये बड़ा आसान सा case है, बड़ा आसान से सवाल बनते हैं, आपको individual percentage पता होती है, आप फ़ौरन एक चार्ड बना कर ये काम कर सकते हैं, और इसमें इतना time नहीं लगता, आपको जो भी percentage दे रखा है, आप उस percentage को use करके, उस element के atomic weight से divide करके एक number निकाल लाते हैं, और उस atoms के जो number निकल के आए हैं उनमें जो सबसे चोटा number है ताकि आपको एक simple ratio पता चल जाए वो simple ratio निकालने के लिए इन तीनों में जो सबसे चोटा number उसको सब लोगों से divide करकर इनका एक simple ratio निकाल लाते हैं और वो simple ratio अगर whole number में है तो ठीक है नहीं तो उसको whole number में convert करके आ� पॉर्बले के weight से divide कर दो, खताब, समझ में आया, तो ये भी एक category बनती है, जो हमें revise करनी चाहिए, जो हमें पढ़नी चाहिए, next जो case बनता है, वो बनता है density का, density का case क्या है, sir, density का case भी बड़ा आसान है, जिसमें ये कहा जाता है कि density को दो तरह से define किया गया है, जिसमें एक density है हमारी, absolute density, एक density है absolute density, सारे बच्चे इस बात को बहुत पहले से पढ़ते चले आ रहे हैं, absolute density is mass upon volume, mass divided by volume.
तो एक चीज़ तो वैसे समझना आती है, कि absolute density की अपनी एक unit होती है, जिसमें mass की भी unit आती है और volume की भी unit आती है, इसमें कोई doubt नहीं. तो absolute density जब भी किसी भी चीज़ की निकालनी हो तो आप क्या करते हैं, mass by volume. लेकिन अगर आप दूसरी density की बात करें तो दूसरी density आती है relative density तो अगर आप relative density की बात करना चाहते हैं तो relative density को तीन करहों से define किया गया है आप जरा समझेगा और हम इसमें बिल्कुल detail में नहीं जा रहे हैं बिल्कुल सीधी सी जो formula आपको याद रखने हैं अगर आप relative density की और specific gravity हमेशा किस से define की गई है specific gravity is equal to density of substance divided by density of water at 4 degree centigrade यह आपकी specific gravity और मज़ेगी बात क्या है कि water की जो density होती है 4 degree centigrade पर यह 1 gram पर ml होती है या 1 gram पर cc होती है इसका मतलब यह हुआ आप किसी भी चीज को divide किसे कर रहे हैं सर 1 से और किसी भी चीज को 1 से divide करने से तो कुछ होता ही नहीं है हाँ एक चीज का फरक पड़ता है सर उपर absolute density के बराबर ही होता है, जिससे माल लिजिए मैं आपसे कहूँ, किसी solution के absolute density 2.4 g per ml, बताईए उसकी specific gravity कितनी होगी, तो आप 2.4 g per ml को 1 g per ml से divide करेंगे, तो 1 से divide करने से 2.4 पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन gram per पर ML, ग्राम पर ML cancel हो जाएगा, तो that means, specific gravity and absolute density, this is density, absolute density, ये दोनों numerically same होते हैं, सिर्फ फर्क है इनमें unit का, absolute density के पास unit होती है, और specific gravity के पास unit नहीं होती, बस इतना फर्क, clear है, तो इसका मतलब यह वह सर यह तो बड़ा आसान सा case बनता है, कि आप specific gravity बहुत simple way में दे सकते है गैस वन विद रेस्पेक्ट टू गैस टू तो अगर गैस वन की सेकंड गैस के रेस्पेक्ट में डिलेटिव डेंसिटी निकालनी हो तो बिलकुल दिमाग नहीं लगाएंगे M1 अपन M2 कर देंगे और यहाँ पर इस बात को अभी जरूर मेंशन करेंगे अंडर सिमिलर कंडी क्योंकि इस चाप्टर में इस टॉपिक का ही इस्तमाल किया जाएगा, आगे की किसी चाप्टर में हम इस बारे में थोड़ा सा और डिटेल में डिसकस कर सकते हैं, बट अगर relative density calculate करनी है gas 1 with respect to gas 2, तो it will be molar mass of gas 1 divided by molar mass of gas 2, और इसी तरह से तीसरी relative density आती है vapor density, and this is equal to molar mass divided by 2, तो म तीनों relative densities का idea होना चाहिए कि जब कभी भी vapor density calculate करनी हो तो molar mass को 2 से divide करके निकाल लीजे जब कभी भी किसी एक gas की density दूसरे के respect में निकाल नहीं हो under similar conditions तो molecular weights को आपस में divide कर दीजे और जब कभी specific gravity निकाल नहीं हो तो जो भी absolute density है उस में से unit हटा दीजे आपको must specific gravity मिल जाएगी और इसका use क्या है इसका use यह है कि sir हम आगे के concentration terms के अंदर कभी solutions की densities दे देते हैं और कभी उनकी specific gravity दे देते हैं तो बच्चा सोचता यार एक बार specific gravity दी है पता नहीं है क्या होता है specific gravity भी तो density का ही एक form है अगर आप मुझे specific gravity दे दें तो मुझे density पता चल गई बई unit हटा दोगे तो specific gravity आ गई specific gravity में unit लगा दोगे तो density आ जाएगी, तो जैसे माल लिजे मैं आपसे कहूँ नमक का solution है, उसकी specific gravity 1.1 है, तो that means आपने नमक के solution की density दे रखी है 1.1 gram per ml मुझे सिर्फ इतना पता है density और specific gravity में सिर्फ unit का अंता है, बस unit एक में unit है और एक में unit नहीं clear?
तो ये बहुत simple तरीके से next जो portion इसका important बनता है and that will be stoichiometer ये तो obvious है, बहुत सीधा सा case बनना ही है, stoichiometry का मतलब है किसी भी reaction की quantitative analysis, आप किसी reaction की जब quantitative analysis करते हैं, quantitative analysis मतलब कितना product बनेगा, कितना reactant बच गया, ये जो quantity है, quantity मतलब कितना, उतना, ये सब जो terms हैं, जिस सवाल में इस तरह के कोई terms आते हैं, सवाल पूछे जाते हैं, आप समझ लीजे कि आपको reaction की quantitative analysis करती हैं, और किसी भी reaction की अगर आप quantitative analysis करना चाते हैं, तो आपको चार steps हमेशा follow करने पड़ते हैं, तो उन चार steps के अगर मैं बात करूँ, तो सबसे पहला step निकल यह सबसे पहला step निकल के आता है, याद है तुम लोगों को सब लोग समस्ते हो, और दूसरा, balance, आप जैसे यह reaction लिखेंगे, balance that reaction, आपका next step होगा, balance that reaction, फिर आप तीसरा step follow करते है, read that reaction, और अभी तक कहीं पर भी सवाल नहीं आया बई, कि आप question को कब पढ़ेंगे, question को यानि बड़ी... हैरानी की बात यह है कि जिस सवाल को आप सॉल्व करने जा रहे हैं उस सवाल को आप सबसे आखिर में पढ़ेंगे यानि और यह मैं तुम्हें बताऊं बहुत सिंपल सा तरीका मैंने खुद भी यह बात सोच रखी है आप भले ही तुम्हें देखने में थोड़ा सा डिटेल अब ये बच्चों के लिए मुसीबत है, मुसीबत क्या है, सर रियाक्शन कैसे लिखेंगे, हमें तो रियाक्शन नहीं आती, तो यार सवाल ऐसा पूछा जाएगा, जो सिंपल होगा, जिसकी रियाक्शन मुझे आती होगी, या फिर वो रियाक्शन सवाल में दे देगा, अ� ही है मैं दूसरा step है आप reaction लिखते उसको balance कर लिजेगा इसमें भी कोई कलाकारी नहीं है सर simple unitary मैथ जो आपका hit and trial method होता है यहां दो लगा दो यहां चार लगा दो सर balance करने का यही तरीका नहीं यहां फाइव कर दो तो वहीं simple हमारा जो इटेंड ट्राइल मेथड है उससे reaction को balance कर देंगे और उसके बाद मैं ये कहूँगा सवाल वाले से हाँ बई अब बताओ तुम क्या लेके आए हो क्या है तुम्हारा सवाल यानि आप समझ रहे हैं सवाल तो सबसे आखिर में देखा जाएगा सबसे पहले ये तीन काम करने पड़ेंगे उस सवाल में जो reaction है सबसे पहले वो लिख कुछ भी ले लेते हैं, simple सा एक example लेता है, what quantity, हम समझ गया सर, ये quantitative analysis है, कितना बनेगा, कितना बचेगा, कितना घटेगा, वगेरा, साथ दिखाई देता है, सर, this is a reaction of heating of calcium carbonate, अब तुम बताओ, calcium carbonate की heating की reaction है, तो क्या वो सवाल में तुम्हें देगा, नहीं, सर, य कि कितने ग्राम, क्या ग्राम, कुछ नहीं, मैंने सबसे पहले calcium carbonate की heating का reaction लिख दिया, सबसे पहले calcium carbonate की heating की reaction लिख दिया, अब तुम मुझे जल्दी से सोच के बताओ, क्या ये पहला step complete हो गया, so this is step 1. बिल्कुल सही, second step क्या था, sir second step है इसको balance करेंगे, तो चलिए sir balance करते हैं, sir ये balance equation है, ये हमारी second step भी complete हो गया, sir this is already a balance equation, अगर ये balance न होती, तो sir मैं इसको balance करके step 2 complete कर लेता हूँ, this is step 2, now comes step 3, तो ये step 3 सब लोग ध्यान से सुन लें, ये step 3 क्या है, ये step 3 ये कहता है, एक मो हीट करने से एक मोल सी ए ओ बनाता है प्लस एक मोल सी ओ टू बनाता है यह रीडिंग है सर इस रियाक्शन की रीडिंग क्या है वन मोल आफ कैल्शम कार्बनेट गिव्स वन मोल आफ कैल्शम ऑक्साइड यही रियाक्शन कहती अब मैं सवाल वाले से कहूंगा तू बता तू कि या फिर अगर आप इसके moles convert करें, तो यह आजाएगा 56,000 divided by 56, that is 1000 moles, तो आप समझना, क्योंकि calcium oxide का जो molar mass है, वो तुम निकाल सकते हो, 56 होता, ठीक है, तो आपको जो 56 kg calcium oxide दिया है, आपने सबसे बहुत उसको moles में convert करके, 56,000 moles बना लिया, ठीक, अब आपकी reaction क्या कह रही थी, बनाना चाहते हैं तो आपको 1 मोल कैल्शम ओक्सार्बोनेट लाना पड़ेगा 1 मोल कैल्शम ओक्साइड बनाने के लिए 1 मोल कैल्शम कार्बोनेट चाहिए तो 1000 मोल कैल्शम ओक्साइड बनाने के लिए 1000 मोल कैल्शम कार्बोनेट चाहिए खतम हो गया सवाल फोर्थ स्टेप में सवाल क्या कहता है फोर्थ स्टेप में सवाल कहता है कि 1000 मोल कैल्शम ओक्साइड बनाना है एक मोल बनाना है तो एक मोल कैल्शियम कार्बोनेट लाना पड़ेगा अगर वन थाउजन मोल बनाना है तो 1000 मोल लाना पड़ेगा, यानि 1000 मोल कैल्शियम कार्बिनेट आपको चाहिए, यह आपका आंसर है, अब आप आंसर देखते हैं, तो सारे आंसर ग्राम में दे रखें, यानि वेट में दे रखें, तो मोल्स को वेट में कैसे कनवर्ट करते हैं, सर मोल्स को वेट में, यहाँ अगर आप इसको ध्यान से देखें, तो यह आपका 100 किलो यांजर आजाएगा, यानि 100 केजी आपको calcium carbonate लाना पड़ेगा, ताकि 56 केजी calcium oxide बन सकें, तो मैंने कोई method यूज़ नहीं कर रहा हूँ, मैं सिर्फ तुम्हें बताना चाहरा हूँ, किसी भी reaction की quantitative analysis करने के लिए, आ� आप उसको read करेंगे और उसके बाद analysis start करेंगे इस पूरे खेल में सिर्फ एक बात का ध्यान रखेंगे कि ऐसा हो सकता है कि जब कभी किसी reaction में एक से ज़ादा reactants का involvement हो तो ऐसा possible है कि आपके सामने वहाँ पर limiting reagent का concept आ जाए यानि कहने का मतलब यह हुआ कि जब एक से ज़ादा reactants का involvement होता तो ऐसे में limiting reagent मेरे सामने आ सकता आप खुश सोचिए, A और B की reaction हो रही है, ठीक? A और B आपस में टक्कर मार कर product बना रहे हैं.
A आ गया, B आ गया, product बन गया. फिर थोड़ा सा A और आ गया, थोड़ा सा B और आ गया, फिर product बन गया. फिर थोड़ा सा A आ गया, फिर थोड़ा सा B आ गया, product बन गया. सर product तब तक बनेगा जब तक B था B के खतम होने के बाद product का बनना बंद हो जाएगा इसका मतलब यह हुआ product की analysis कौन करेगा सर product की analysis B करेगा क्योंकि जब तक वो है तब तक product है उसके खतम होते ही product का बनना बंद हो जाएगा यानि limiting reagent ही वो आदमी होता है जो किसी भी chemical reaction की quantitative analysis में role play करता आप समझने बात को कि जो भी reaction आपने दी है उस reaction में जो reaction अटेंट है उसमें लिमिटिंग रिएजेंट कौन सा क्योंकि जब तक वह है तब तक प्रोडक्ट है उसके खत्म होते ही रिएक्शन स्टॉप और अगर रिएक्शन स्टॉप हो गई तो अब कुछ नहीं हो रहा यानी जो होना था प्रोफेक्शन करनी आनी चाहिए तरीका क्या है माल लीजिए और बी मिलकर सी बना रहा है यह रिएक्शन हो गया तेरा अब क्या करूँगा मैं, सर इसको balance कर लूँगा, माल लीजिये मैंने इसको balance कर लिया, यहां 2 आ गया, यहां 3 आ गया, माल लीजिये यहां 4 आ गया, सर यह balance हो गई, ठीक, अब आप क्या करेंगे, सर अब मैं इस ये देखता हूँ कि A और B को पहा कैसे जाएगा, तो reaction को कैसे reaction के बाद balance कर लिया, balance करने के बाद इसको पढ़ लिया, पढ़ा कैसे, A के 2, B के 3 के साथ जोड़कर C के 4 बना रहा है, पढ़ लिया, अब सबाल वाला यह कह रहा है कि भाई मुझे तो A के 5 मोल मिले हैं, जो मिले आप ले आए, A के 5 मोल मिले, और मुझे C के 8 मोल मिले हैं, मैं बैलेंस कर ली, पढ़ ली, पढ़ने के बाद जब आप चौथा स्टेप फॉलो करेंगे, सवाल को जब आप देखेंगे, तो आपको सबसे पहले यह काम करना पढ़ेगा, कि प्रोड़क्ट जो बनेगा, वो डिसाइड करेगा, इन दोनों में से जो लिमिट पर लिया गया है इस्टॉशियोमेट्रिक कोफीशेंट यह है मेरे इस्टॉशियोमेट्रिक कोफीशेंट तू और थ्री और फूर यह इनको हम क्या बोलते हैं इस्टॉशियोमेट्रिक कोफीशेंट तो जो भी मोल आपको बाजार में एबी सीडी के मिले आप एक मोल लेकर आइए और उसके इ यह ratio हमारा A के लिए हो गया, ठीक, अब मैं यही ratio B के लिए निकालता हूँ, most बाजार में B के कितने मिले 8, और उसका stoichiometric coefficient क्या है?
3, अब यह जो दो number निकल के आ रहे हैं, एक 5 by 2 और एक 8 by 3, इन में से जो छोटा number है, वही हमारा limiting, अब 5 by 2 के बारे में तो सब लोग जानते हैं, this is 2.5, और जब आप 8 by 3 की बात करेंगे, तो यह आजाएगा 2. कितना आजाएगा? 6, 7, पता नहीं सही करना है कि नहीं, हाँ 2.67, और इन दोरों में छोटा नंबर कौन सा है सार? 2.5, इसका मतलब यह हुआ, इसमें कोई शक नहीं है कि जो मेरा A है, वो मेरा limiting reagent है, तो आपने A के उपर चुपचाप लगा दिया limiting reagent, A मेरा limiting reagent, और अगर A limiting reagent है, तो ऐसे में आप जो भी बी से पूछेंगे वो क्या सोच के आंसर बताएगा कि अगर मैं खतम हो गया होता अरे आप तो खतम ही नहीं हुए तो आप आंसर क्या बता रहे हैं आप से कोई मतलब नहीं है आंसर डिसाइड करेगा हमारा लिमिटिंग रेजेंट और लिमिटिंग रेजेंट है अगर मेरे 2 मोल होते तो मैं C के 4 मोल बनाता, याद है रियाक्शन को पढ़ने का तरीका, लेकिन बाजार में तो मेरे 5 मोल मिल गए, तो मैंने कहा अगर 2 मोल से 4 मोल बनते हैं, तो Unitary Method के हिसाब से 1 मोल से 4 बटा 2 मोल बनेंगे, बिल्कुल सही है, और क्योंकि बाजार में आपको 5 मोल मिले, तो 5 मोल A से 5 दुनी 10, 10 मोल C के तैयार होंगे, विल बी योर आंसर, ये आपका आंसर होगा, समझे बात को, बताओ समझे मेरी बात को, यानि यूनिट्री मेथड बहुत सीधा सा मेथड है, जो यहां यूज़ होगा, लेकिन वो यूनिट्री मेथड किसके ओपर अपलाई कर रहा है, सर वो लिमिटिंग रिजेंट के ओपर दिए होंगे 5 मोल, 4 मोल, 3 मोल, या फिर उनके weights के form में दिये, किसी भी form में दिये जाएं, मुझे इससे मतलब नहीं, moles आप मुझे किसी भी form में दे दीजे, वो moles मैं निकालूँगा, उन moles को stoichiometric coefficient से divide करके, मैं limiting reagent calculate कर लूँगा, और एक बार मुझे limiting reagent मिल जाएगा, तो जो तो जो बच गया वो कितना बचा ये कौन बताएगा सर जो कितना बचा वो भी limiting reagent बताएगा क्यों क्योंकि जब तक limiting reagent है तब तक B को खाया जा रहा है B हमारा खर्च हो रहा है जैसे limiting reagent खतम हुआ B का खर्च होना बंद हो जाएगा इसका मतलब ये हुआ B कितना खर्च हु� इसका मतलब यह हुआ जो second analysis होती है, किसी भी chemical reaction के अंदर वो क्या है, वो है कितना excess reagent बचा, तो चलो ये तो हमारा product की analysis थी, ये जो पहला वाला analysis किया आपने, वो product की analysis है, this is analysis of product, बिल्कुल साहिब, अगर आप analysis of excess reagent करना चाहते हैं, analysis of एक्सिस रिएजेंट करना चाहते हैं तो आप क्या करेंगे यह तो प्रोडक्ट की अनालिसिस थी अगर आप एक्सिस रिएजेंट की अनालिसिस करना चाहते हैं तो कैसे करेंगे सर करेगा कौन करेगा वही लिमिटिंग रिएजेंट बिल्कुल वही क्या बोलेगा अगर मेरे अगर मेरे 2 मोल होते हैं, तो मैं B के 3 मोल consume कर लेता हूँ, अगर मेरा 1 मोल होता, तो मैं 3 by 2 मोल consume कर लेता हूँ, बिल्कुल सही है, 3 by 2 B consume हो जाएगा, लेकिन बाजार में मेरे तो 5 मोल थे, तो अगर मेरे 5 मोल थे, तो मैं कितना B consume करूँगा, सर मैं करूँगा 5 into 3 by 2, that is 7.5 म consume कर लूँगा कब जब तक मैं हूँ तब तक 7.5 मोल तुम्हारे खा जाऊँगा ऐसी कितने तो फिर तुम्हारे बचेंगे कितने अरे 8 लिये थे 7.5 वो खा गया तो बचे कितने यानि B left B हमारा कौन है access reagent तो B left कितना होगा जितना B लिया गया minus जितना खा गया A and that is 0.5 मोल एक्सिस रियेजेंट, समझे बात को?
यानि आपको इस तरह के सवालों में दो तरह की अनालिसिस पूछी जा सकती हैं, एक कितना प्रोड़क्ट बना और दूसरा कितना एक्सिस रियेजेंट बच गया, और ये काम करने का बड़ा आसान सा तरीका है, आप ये काम करने के लिए, जो भी सवाल में दिये गए, चाहे डारेक्ट दिये जाएं, चाहे इंडारेक्ट दिये जाएं, आप मोल्स निकाल के लाइए, और उसको उसके Stoichiometric Coefficient ती आणि 2 से डिवाइड कर दीजे, इसी तरह से इसके साथ करिए, जो नंबर सबसे चोटा है, इन दोरों को डिवाइड ये भी बहुत सीधा सा है इसमें कोई calculation नहीं कुछ नहीं करना है percentage yield का सवाल क्या है सर percentage yield का मतलब है product जितना बनना चाहिए था उतना नहीं बना तो जितना बना मुझे क्या पता सर कितना बना वो तो सवाल वाला बताएगा ना तो इस सवाल में जो अभी आपने सवाल किया था इस सवाल में यार सी के ना पाँच मोली बने कि मैंने कि कैसी बेकार की बातें कर रहा हूं तो दस बनने चाहिए बाइब सब कुछ फॉलो करने के बाद चीज इतने बनने चाहिए सब्सक्राइब और आपके पांच यह नॉट परसेंट अफिशेंट इल्ड इज नॉट पर सेंट जितना बनना चाहिए उतना नहीं बना तो फिर इल्ड कितनी है सर जितना बना वह बता रहे थे पांच जितना बनना चाहिए असलियत में दस तो सर yield कितनी हुई जितना बना divided by जितना बनना चाहिए into 100 यानि कहने का मतलब यह हुआ जितना बनना चाहिए वो तो मैं इन method से निकालना जानता हूँ जितना बनेगा वो आपको सवाल वाला बता देगा तो इसका मतलब जब कभी भी किसी reaction की yield निकालनी हो तो actually जो हमने यहा और जो एथिरिटिकल इल्ड है मतलब जो असलियत में होना चाहिए था यानि जितना बनना चाहिए था इंटू हंडर्ड यानि जितना बना, divided by जितना बनना चाहिए था, इन 200 कर देंगे, तो आपको उस reaction की percentage yield मिल जाएगा, तो यानि इसमें भी कुछ कलाकारी नहीं है, आप अपने एसाब से सब कुछ सही-सही करके answer निकालिएगा, that is theoretical, जो आना चाहिए, तो आप ऐसे ख़ड़ाक से formula लगाकर, उस reaction की percentage yield calculate कर लीजेगा, clear है, चलिए next point पर आते हैं, और next point है हमारी concentration terms. कि कंसेंट्रेशन टर्म्स क्या कहती सर कंसेंट्रेशन टर्म्स को अगर आप ध्यान से देखें तो किसी भी विशेष की अगर कंसेंट्रेशन को डिफ अब solutions की concentration terms को define करने के लिए जो भी concentration terms बनाए गए हैं उन में से हमारे हिसाब से वो 4-5 concentration terms हैं जिनके बारे में मुझे idea होना चाहिए तो अगर मैं उन 4-5 concentration terms के बारे में बात करूँ जो कि आपको सही से पढ़ने भी चाहिए सही से revise भी करने चाहिए उसको करने से पहले एक important ब कोई भी amount ले लो यानि अगर माल लीजिए मैं आपसे कहूँ कि मेरे पास ये एक solution है ये एक solution और इस solution के अंदर माल लीजिए ये पानी पड़ा एक solvent पड़ा हुआ है और इसके अंदर माल लीजिए आपने कोई भी solution को dissolve कर रखा है माल लीजिए ये आपने solution dissolve कर रखा है तो मैं आपसे ये कहना चाह रहा हूँ कि इस बात का आप जरूर ध्यान रखियेगा कि अगर आप solution बोल रहें solution word यूज़ कर रहें तो एक चीज बिल्कुल clear है solution homogeneous nature का है और इस homogeneous का मतलब यह है कि अगर आप इस solution में से कितना भी solution बाहर निकाल लें, एक चीज फिक्स है सर, अगर आप इस solution में से यह जो बड़ी सी bottle है, बड़ा सा tanky है, इस tanky में से जितना भी solution बाहर निकाल लें, एक चीज common है, इन सब लोगों के स विल वी सेम ये चीज अच्छी यानि होमोजीनियस नेचर का मतलब सिर्फ इतना है सर अगर आप इसमें से छोटा सा सलूशन निकालेंगे तो सॉल्वेंट भी कम आएगा सलूट भी कम आएगा जादा सलूशन निकालेंगे तो सॉल्वेंट भी जादा आएगा सलूशन और स� निकालते हैं तो इसकी जो molarity आएगी वही इसकी molarity आएगी और वही इसकी भी molarity होगी यानि आप solutions के amount को कम जादा करके उनकी concentration terms को change नहीं कर सकते हैं सब लोग सबसे पहले इस बात को समझे और ये important बात मेरी बात समझ रहे हैं हाँ ये ज़रूर है कि solutions क बात समझ रहे हैं जैसे इस जगा पर पानी थोड़ा कम है चीनी भी कम है सलूट भी कम है यहाँ पानी भी जादा चीनी भी जादा है यहाँ पानी और कम है चीनी और कम है सर पानी कम चीनी कम पानी जादा चीनी जादा है लेकिन जब आप कंसंट्रेशन की बात क अब जो concentration in solutions को define करती है, उनमें पहली जो concentration term बनाई गई है, वो है molarity, और सारे बच्चे इस बात को जानते हैं, molarity को define कैसे किया जाता है, that is number of moles of solute, number of moles of solute dissolved in 1000 ml or 1 liter solution. यानि एक लीटर solution में जितने भी solute के moles बड़े हुए, वही आपकी molarity है, तो इसका मतलब यह हुआ, अगर मैं इसका formula भी लिखना चाहूँ, तो कैसे लिख सकता हूँ, molarity, जिसको capital M से define करते हैं, this is equal to moles of solute divided by volume of solution, volume of solution.
इन लीटर्स वॉल्यूम ऑफ सेल्यूशन इन लीटर्स यह इसमें अच्छी बात क्या अभी जैसे तुमसे कहा था कि यह जो रियाटेंट है इनके मोल्स आपको डारेक्ट वे में या इनडारेक्ट वे में कैसी भी दे सकता जैसे माली जी अभी हम एक इस example में हमने क्या किया था, A के mole मैंने 5 ले लिए, ठीक, सर ये 5 mole कैसे दिये गए थे, अरे भाई, direct दे रखे थे 5 mole, एक तरीका, दूसरा, सर A का weight दे रखा था, अगर A का weight दे रखा है तो भी moles निकलाईंगे, सर अगर A कोई gas है, तो उसका STP पर volume दे सकता है, सर उससे भी moles आज अगर solution फेज में तुम्हें दिये जाएं, वो कैसे दिये जाते हैं, वो बताना चाहता हूँ, यानि यही A के 5 मोल, अगर यह A का solution होता, तो A के 5 मोल देने का, जो दूसरा तरीका है, वो यह concentration terms है, और वो जो concentration terms जिसके बारे में बात कर रहे हैं, वो यह है, कि अगर मैं molarity of salute अगर आप चाहते हैं जो reaction में participate कर रहा है अगर आप उसके modes चाहते हैं तो आप molarity को जो भी उस solution की molarity है आप उसको volume से multiply कर दीजे volume of solution in liters यानि आपके पास जो दो एक formula हैं वो ये दो बातें बहुत important है यह बहुत important है, यानि molarity निकालने के लिए एक तो moles of solute divided by volume of solution करना होगा, दूसरा moles of solute निकालना चाहते हैं तो cross multiply कर दीजिए, molarity अगर आपको दे रखी है और volume आपको दे रखा है solution का, तो दोनों को multiply करके आपको mole मिल जाएंगे, या गए वही 5 मोल इसी तरह से बी के बारे में information मिल जाएगी मुलारिटी और वॉल्यूम की उसको multiply करके उसके मोल आ जाएगे दोनों के मोल पता चल गए अब आप फ़ड़ाक से कोड़े में जाके limiting region निकालिए जैसे आप ता करते थे करते रहे हैं कितना ये बनेगा कितना वो बनेगा ये analysis कैसे की जाती है सेम analysis है बिलकुल सेम फर्स सिर्फ इतना है मोल देने का एक नया तरीका है मुलारिटी और volume of the solution, तो molarity और volume को multiply करके आपको salute के मोल मिल जाएंगे, और जैसे आप पहले सवाल क्या करते थे वैसे आप भी सवाल करते नहीं हैं, कुछ नया पर है नहीं clear है, दूसरी बात क्या है सर दूसरी बात यह है कि जो हमारी molarity है वो molarity temperature dependent molarity is temperature dependent जो temperature dependent है, sir, molarity इसलिए temperature dependent है, क्योंकि इसके अंदर volume का term है, और क्योंकि volume temperature से link होता है, so molarity is also temperature dependent, वो सारे concentration terms जिसमें volume का involvement है, they all are temperature dependent concentration. concentration terms, so this is temperature dependent concentration terms, चौती जो सबसे ज़्यादा important बात है, उसके बारे में भी अगर मैं बात करूँ, देखो ये चारों बाते हो गई, सबसे पहले तो इसकी definition हो गई, फिर आपने molarity का formula लिख दिया, फिर आपने जो है moles of solute को निकाल लिया, फिर आपने चौती बात ये कर लिया, औ उस मुलारिटी का एक solution define कैसे करते हैं मैं उसके बारे में बात कर रहा हूँ तो सब लोग इस बात को ध्यान देंगे कि अगर माल लीजे मुझसे कहा जाए कि मेरे पास एक solution है ऐसी example के तौर पर ले लेते हैं one point 1.3 molar NaCl solution, मेरे पास 1.3 molar NaCl solution, तो इसका ये मतलब है, जरा समझिए का बहुत important है, इसका ये मतलब है, 1.3 moles of NaCl dissolved in 1000 ml, solution, इसका ये मतलब, और इसको लिखते ही सोचिए कितना फायदा हो गया, क्या फायदा हो गया, सर एक तो आपको ये पता चल गया कि salute के moles कितने हैं, ये देख रहे हैं याद, these are the moles of salute, एक तो ये पता चल गया, और दूसरा आपको ये पता चल गया कि आपने solution का volume कितना ले कुछ समझ रहो, यानि आपको तो उसने नहीं बताया था कि आपका नमक का solution कितना volume है या उसके अंदर नमक कितना, उसने तो सिरीविय बोला था बाई मेरे पास एक नमक का solution है 1.3 molar, आपने अपना एक solution define किया, कि बाई देखिया अगर 1.3 molar solution मैं बनाता हूँ, तो कैसे बनाऊ 1000 ml ले लीजेगा और जब कभी आपको नमक के moles की ज़रूरत पड़े तो आप 1.3 moles ले लीजेगा आप इसको use कर सकते हैं आपने आगे आने वाले सवालो मेरी बास सब लोग समझ रहे हैं तो मैं यह बताना चाह रहा हूँ कि यह एक important information है जब कभी भी किसी solution की molarity को आप define करते हैं तो यह एक line अंग्रेजी की मुझे लिखनी आनी चाहिए and this is 1.3 moles of NaCl dissolved in 1 liter solution यह बहुत यह एक लाइन अंग्रेजी की यह इंपोर्टेंट है यह एक लाइन अंग्रेजी की क्योंकि इससे आपको आपकी सारी प्रॉब्लम सॉल्व जाती है आप देखिए आपको सॉफ्ट और सलूट के मोल पता चल जाते हैं और आपको सलूशन का वॉल्यूम पता चल जाता मुलालिटी को डिफाइन कैसे करेंगे तो इसको भी आशे डिफाइन किया जा सकता है नंबर ऑफ मोल्स ऑफ सलूट number of moles of solute dissolved in 1000 g solvent, बिल्कुल याद रखना पड़ेगा, अगर आप formula जानना चाहते हैं, तो molality का formula भी निकाल सकते हैं, जिसको small m से define किया जाता है, molality is equal to moles of solute divided by weight of solvent in kg, यह हमारा formula होगी, इसी तरह से अच्छी बात क्या है, यह temperature independent है, this is temperature independent, क्यों, क्योंकि इसमें तो mass का term है, इसमें तो सारा मास कर टाम है और मास का temperature से कोई लिया ना देना है नहीं, this is temperature independent, और अच्छी बात क्या है, अगर आपको molality given हो तो आप define कैसे करते हैं, वही एक line अंग्रेजी की, तो माल लीजिए मेरे पास, ऐसी बोल लेता हूँ, 1.23 molal urea solution, माल लीजिए यह दे रहा है अब आप इसको कैसे define करेंगे, तो सब लोग समझो इस बात को, इसको define करने का तरीका है, क्या तुम्हें इस solution का, molality अगर मैं दे दूँ ऐसे करके आपको एक solution दिखाया, 1.2 molal solution है मेरा पास, तो क्या आपको पता है कितना urea है, नहीं, सर आप, लेकिन एक solution define तो कर सकते हैं, समझो, इससे पाइदा क्या हो गया, पाइदा यह हो गया, कि आपको एक तो यूरिया का मोल पता चल गया, that is moles of solute पता चल गया, moles of solute पता चल गया, और दूसरा आपको solvent का weight पता चल गया, weight of solvent, यह मेरा solution है जिसको मैंने define किया है अगर आपका solution 1.23 molar है urea solution तो मैं इसको define करता हूँ 1.23 moles आपके urea होंगे और solvent जो है वो 1000 gram या 1 kilo होगा sir this is my solution मेरा जो solution है sir वो solution और जो आप ले के आए solution जो आपने छुपा के रखा है उस solution का amount अलग हो सकता है but concentration terms are same रहेंगे तो आप मैं अपने solution के इस data को use करके कुछ और calculate करके दिखा दूँगा वो जो answer निकल के आएगा वो answer आपके छुपे हुए solution के लिए भी applicable होगा क्यों क्योंकि सर जब एकी टंकी से निकल के आते हैं तो सारे concentration term similar होते हैं इस बात का फाइदा उठाय जाता है इस तरह से ये एक line अंग्रेजी की लिख कर एक line अंग्रेजी की समझ रहा है तो यह हमारी मोलालिटी की डेफिनेशन हो गई सिमिलरली इसी तरह से सारे बच्चे जानते हैं अब मोल फ्राक्शन सर इसमें तो कुछ होता ही नहीं है अब मोल फ्राक्शन अगर आप सलूट का लेना चाहते हैं किसी सलूशन में तो मोल्स आफ सल तो आप नीचे solute के moles को solvent के respect में neglect भी कर सकते हैं, ठीक, और इसी तरह से अगर आप moles fraction of solvent लिए ला चाहते हैं, तो आप इसको moles of solvent divided by total moles, that is moles of solute, plus moles of solvent से भी निकाल सकते हैं, और हम जानते हैं, अगर binary solution है, यानि दो components उसके अंदर हैं, तो moles of solute plus, sorry, mole fraction of solute, plus mole fraction of solvent is equal to 1, इन दोनों को जोड़ने से, sir, total mole fraction 1 ही निकल के आएगा, तो ये सवाल इस पर भी पूछे जा सकते हैं, substances के moles दे रखे हैं, solute के दे रखे हैं, solvent के दे रखे हैं, और आपसे mole fractions पूछे जा रहे हैं, ये भी किया जा सकता है, समझ में आ रहा है बात, next जो point निकल के आता है, वो क्या है, next point निकल के आता है, percentage calculations का, ये भी अच्छा है, sir, ये नई terminology है, concentration terms को define करने की, percentage weight by weight, क्या बताया गया था, क्या होता है percentage weight by weight? Sir, अगर आप किसी भी solution का weight by weight percentage निकालना चाहते हैं, तो this is equal to percentage W by W is equal to, कैसे define करेंगे? Weight of solution in gram divided by weight of solution in gram into 100. सर ये तो आपका formula है सर, जब कभी भी आपको किसी भी solution का percentage weight by weight निकाला हो, तो salute के weight को total weight से divide करके, आप 100 से multiply कर दिजेगा, सर लेकिन इससे भी ज़ादा important क्या है, कि अगर मैं आपको किसी solution का छुपा कर percentage weight by weight दे दू, तो आप उस solution को कैसे define करेंगे, वो एक line अंग्रेजी की एक्वस यूरिया सलूशन है इसको आप कैसे डिफाइन करेंगे तो मैंने कहा भी बड़ा आसान है मैं इसको अभी आप डिफाइन करता हूं बहुत आसानी से इस बात को डिफाइन कर सकते हैं कैसे डिफाइन करेंगे सर जरा समझिये का इस डेफिनेशन से दस ग्राम यूरिय जैसे ही आपने ये एक लाइन लिखे आपको देखी कितना फायदा हो गया एक तो सलूट के मोल्स पता चल गया सॉरी वेट पता चल गया वेट आफ सलूट पता चल गया और दूसरा आपको वेट आफ सलूशन पता चल गया अब सोचो अगर वेट आफ सलूशन भी पता है वे weight आपने निकाल लिया solvent का molality के formula में put करके molality निकाल लाएंगे sir लेकिन वो molality तो आपके solution की है जो आपने define किया है अरे वही तो तुम्हारी भी होगी जो तुम छुपा के लाए हो क्यों क्योंकि एक ही tanki से निकल के आने वालों के सारे अगर मेरे solution की morality x है तो तुम्हारी भी x होगी जो तुम लेके आये थे क्योंकि तुम भी 10% weight by weight हो और मैं भी 10% weight by weight हूँ जो मेरी morality आएगी वही तुम्हारी morality आएगी बात समझ रहो बात को तो इस तरह से आप इसको define कर सकते हैं और विलकुल इसी तरह से आप percentage weight by volume को define कर सकते divided by volume of solution in ml into 100, यह आपका percentage weight by volume है, इसमें भी कुछ कलाकारी नहीं, बहुत आसानी से यह चीज डिफाइन की जा सकती है, और इसमें भी अगर आप अपनी अंग्रेजी की एक line लिखना चाह रहा है, तो बहुत आसानी से लिख सकते है, माल लिजिये ऐसी बोलता हूँ मैं, 9% weight by volume, सल्यूशन माली जाए तो यह आप इसको कैसे डिफाइन करेंगे सर इफिट इज नाइन परसेंट तो मैं अपना सल्यूशन डिफाइन करता हूं नौ ग्राम ग्लूकोज इन नीचे क्या है वॉल्यूम इन हंड्रेड एम एल सल्यूशन वह सच यह एक लाइन अंग्रेजी की मज़ा आ गया क्यों क्योंकि सर यह जो आपने डिफाइन कर से मुझे क्या फायदा हुआ मुझे एक तो ग्लुकोस का वेट पता चल गया इससे मुझे मोल मिल जाएंगे वेट ऑफ सलूट लिख देता हूं वेट ऑफ सलूट पता चल गया तो वेट पता चल गया तो मोल्स भी सर आप इतना अगर मुझे दे दे, तो मैं आपको इस solution की molarity निकाल के दिखा सकता हूँ, सोचो solution का कुछ पता ही नहीं है, सिर्फ क्या बताये गया, 9% weight by volume glucose है, बताओ molarity क्या है, क्या चाहिए होता है molarity के लिए, सर molarity के लिए moles of solute चाहिए, आ तो गए, यहां से weight से moles of solute च निकाल लोगे, खून में बस आये सायर, निकाल लाएगा, और यहाँ से वॉल्यूम आ गया, सर, मॉलारिटी में यही दो चीजे तो चाहिए, सर, फॉर्मले पर पूट करके, मॉलारिटी निकाल लेंगे, लेकिन वो मॉलारिटी तो तुम्हारे सलूशन की होगी ना, तो म इसी तरह से जो हमारा next concentration term है वो percentage volume by volume है ये rare concentration term है ये वहाँ use किया जाता है जहाँ पर salute भी liquid हो आप समझ नहीं तो this volume by volume अगर आप इसको define करना चाहते हैं तो कैसे define करेंगे volume of salute जो की liquid होगा in ml divided by volume of solution in ml into 100 सर यह आपका percentage volume by volume आएगा यहाँ पर भी वही वाली बात आती है सर बहुत आसानी से अगर आपको solution का volume दे रखा हो salute का volume दे रखा हो तो आप percentage volume by volume calculate कर सकते हैं next जो concentration term आती है वो parts per million यह concentration terms तब use की जाती है जब salute बहुत कम हो आप समझ रहे हैं पानी के अंदर oxygen का concentration निकालो तो सर वो oxygen इतनी कम होती है gas का dissolution इतना कम होता है कि आप molarity और weight by weight के terms में define नहीं करते एक नया concentration टरेशन टर्म बनाये गया है जिसको parts per million या parts per billion के नाम से जाना जाता है वो कैसे सर salute का mass upon total mass into 10 की power 6 आप समझ रहे हैं तो ये वहाँ पर है जहाँ salute बहुत कम है तो दिखाई दे उसके लिए 10 की power 6 से multiply कर देते हैं ताकि एक value निकल किया है जो एक significant value हो तो जब कभी भी salute बहुत कम होगा मैं parts per million और parts per billion का इस्तमाल करूँगा salute का weight upon total weight into 10 की power 6 अगर 100 से multiply करता तो percentage आ जाती जो की बहुत क्रम आती, तो मैंने 10 की power 6 से multiply करके, percentage की जगा उसको क्या बोल दिया, ppn, इसी तरह से अगर 10 की power 9 से multiply कर दूँगा, तो वो ppb बन जाएगी, that is parts per billion तो ये सारे concentration terms हैं जिनको हमें revise करना है, जिनको हमें देखना है इनको अच्छी तरह से देखकर ये एक simple topic है जिसपर सवाल आगे भी हाँ, जहां तक सवाल है, इस mind-wap के फायदा उठाने की, तो फायदा सिर्फ यह है कि आपको definitions का idea लग गया, आपको यह समझ में आ गया कि क्या-क्या topics हैं इसके अंदर, अब आप चाहें, तो हर topic पर 5-5-10-10 सवालों की practice करके इस chapter को मजबूत कर सकते हैं, ठीक है, तो चलिए