क्रोमोसोम्स और सेल डिविजन का परिचय
चैनल का परिचय
- यह चैनल विशेष रूप से कक्षा 9 के एसएससी बोर्ड के छात्रों के लिए है।
- आज का विषय है "स्ट्रक्चर ऑफ क्रोमोसोम्स"।
क्रोमोसोम्स का परिचय
- क्रोमो सोम्स: सेल के न्यूक्लियस के अंदर पाए जाते हैं।
- क्रोमेटिन: फ्रेंड लाइक स्ट्रक्चर जो सेल डिविजन के दौरान कंडेंस होकर क्रोमोसोम्स में बदल जाते हैं।
सेल का संरचना
- सेल मेंब्रेन: एनिमल सेल में बाहरी परत।
- न्यूक्लियस: सेल का केंद्रीय भाग।
- क्रोमेटिन: न्यूक्लियस के अंदर उपस्थित पदार्थ।
क्रोमोसोम्स का महत्व
- डीएनए: क्रोमोसोम्स के अंदर पाया जाता है, और प्रोटीन के साथ मिलकर जीन का निर्माण करता है।
- जीन का कार्य: माता-पिता के जीन को संतानों तक पहुंच ाने में मददगार।
सेल साइकिल
- इंटरफेस: जब सेल डिवाइड नहीं कर रही होती है।
- माइटोसिस: सेल डिविजन का प्रकार जिसमें सेल्स की संख्या दोगुनी होती है।
- मियोसिस: रिप्रोडक्टिव सेल डिविजन जिसमें क्रोमोसोम्स की संख्या घटकर आधी हो जाती है।
माइटोसिस की प्रक्रिया
- प्रोफेसर: क्रोमोसोम्स कंडेंस होते हैं और सेंट्रोसोम्स विभाजित होते हैं।
- मेटाफेस: क्रोमोसोम्स इक्वेटोरियल प्लेट पर आते हैं।
- एनाफेस: सिस्टर क्रोमेटिड्स विभाजित होते हैं।
- टेलोफेस: दो नए न्यूक्लियस का निर्माण होता है।
मियोसिस की विशेषताएँ
- क्रॉसिंग ओवर: जीन का एक्सचेंज होता है, जिससे जेनेटिक विविधता आती है।
- क्रोमोसोम्स की मिक्सिंग: मैटरनल और पाटरनल क्रोमोसोम्स का मिश्रण।
सेल डिविजन का महत्व
- बॉडी ग्रोथ और रिपेयर: माइटोसिस के माध्यम से सेल्स की वृद्धि और रिपेयर संभव है।
- जीन परिवर्तन और विविधता: मियोसिस के माध्यम से।
नोट्स का समापन
- सेल डिविजन जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो ग्रोथ और रिप्रोडक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- चैनल का उद्देश्य शिक्षा को सरल और सुलभ बनाना है।
नोट: छात्रों को अपने डिस्ट्रेक्शन से बचकर पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।