हेलो बच्चों क्या हाल चाल मस्त एकदम तो आज से शुरू कर रहे हैं क्लास 12थ की ऑर्गेनिक केमिस्ट्री एक्साइटेड है क्लास 12थ ऑर्गेनिक का पहला चैप्टर कौन सा है हेलो एल्केन एंड हेलो एरिन सो हेलो बच्चों लेटस स्टार्ट हेलो एल्केन एंड हेलो एरिन क्लास 12थ ऑर्गेनिक्स शुरू करने से पहले कुछ इंपॉर्टेंट बातें आपको बता दें सबसे पहली बात यह कि क्लास 12थ की ऑर्गेनिक बहुत लेंथी है और इसमें बहुत सारे रिएक्शंस है बहुत सारे रिएक्शन तो अगर आपको ऑर्गेनिक अपनी अच्छी करनी है तो नोट्स बहुत प्रॉपर बनाना रिवीजन बहुत बार करना बार-बार रिएक्शन को रिवाइज करो लिख लिख के रिवाइज करो और खूब ढेर सारे क्वेश्चन अपनी बुक से प्रैक्टिस करना तभी ऑर्गेनिक अच्छी होगी रिवीजन लिख लिख के रिवीजन क्वेश्चन प्रैक्टिस जहां हम बोले रिएक्शन ये इंपॉर्टेंट है उस बॉक्स बना लिया अच्छे से उसको पढ़ लिया जहां-जहां नेम रिएक्शन आए उनके लिए एक डिफरेंट कॉपी बना लो उस कॉपी में सारे नेम रिएक्शन है शुरू से अंत तक लास्ट में आपको नेम रिएक्शन रिवाइज करना हो कॉपी से देख लिया उसमें 11थ के नेम रिएक्शन भी डाल दो 12थ के भी डाल दो ठीक है ये चीज हम कोचिंग में भी कराते थे बड़ी सक्सेसफुल होती है दूसरी इंपॉर्टेंट बात यह है कि क्लास 12थ की ऑर्गेनिक में बहुत से रिएक्शन क्लास 11थ के आने वाले हैं तो जहां-जहां पे क्लास 11थ का रिएक्शन आएगा वहां वहां प हम ऊपर ऊपर से आपको रिएक्शन बताएंगे थोड़ा बहुत मैकेन भी बताएंगे थोड़े बहुत सवाल भी करा देंगे बट उतना इन डेप्थ नहीं जाएंगे भाई फायदा क्या हुआ फिर से वो 50 मिनट एक घंटे का वीडियो बन जाए अब इसमें कई बच्चे कहेंगे सर हमने तो 11थ का पढ़ा नहीं हमारा क्या होगा तो हम काम चलाओ तो आपको बता देंगे वो रिएक्शन और जिनको इन डेप्थ देखना होगा हम वीडियो बता देंगे कि इस वीडियो में जाके देख लो पूरा भाई डिटेल में समझ लो पूरा मैकेनिज्म हां पर जहां कोई नया रिएक्शन आएगा एकदम ब्रांड न्यू रिएक्शन क्लास 12थ का फ्रेश उसका तो पूरा पोस्टमार्टम करेंगे आईटी लेवल तक ठीक है पूरा पोस्टमार्टम एकदम डिटेल जाके ठीक है तो ऐसी कई बातें ऑर्गेनिक पढ़ाते पढ़ाते हम आपसे करते रहेंगे तो शुरू करते हैं आज का यह लेक्चर आज तो इंट्रोडक्टरी लेक्चर है बताएंगे आपको हेलो एल्केन क्या होते हैं हेलो एनस क्या होते हैं और प्रिपरेशन ऑफ हेलो एल्केन के दो मेथड पढ़ेंगे अच्छा मेरा यह चैप्टर पढ़ाने का तरीका यह होगा कि पहले हम हैलो एल्केन यानी एल्काइन हैलाइड पूरा कंप्लीट करेंगे फिर ए हैलो एरिन यानी अराइल हैलाइड पे जाएंगे सो यस माय नेम इज अलक पांडे एंड दिस इज योर ब्यूटीफुल सा चैनल फिजिक्स वा कॉपी और पेन निकाल ले नोट्स बनाना स्टार्ट करें और चूहे को मार के खाना बंद करें अब जो बच्चे नोट्स नहीं बनाना चाहते वह हमारी वेबसाइट www.physicscatalyst.com हेलो एल्केन एंड हेलो एरिस ठीक है तो हम हेलो एल्केन पढ़ने वाले हैं पहले पूरा ठीक है उसके बाद हेलो एनस में आएंगे तो आज तो इंट्रोडक्शन आप देख लो कि क्या होते हैं हेलो एल्केन बच्चों एल्केन में से हाइड्रोजन का एटम निकाल दो और हैलोजन का एटम डाल दो बन जाएगा हैलो एल्केन ठीक है वेर एक्स स्टैंड्स फॉर फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन ठीक है हैलोजन एक हैलोजन डालो दो हैलोजन डालो तीन हैलोजन डालो है ना उतने ही हाइड्रोजन बाहर निकाल दो अब क्लासिफिकेशन देखो जैसे सबसे पहले है मोनो हेलो एल्केन मतलब ऐसा हेलो एल्केन जिसमें एक ही हैलोजन हो मोनो मोनो नहीं मोनो ठीक है जैसे मान लो ये लिखा है r ch2 एक आ समझते हैं ना अल्का ग्रुप मिथाइल ग्रुप इथाइल ग्रुप प्रोपाल ch3 लिखा है c25 लिखा है इथाइल c37 लिखा है प्रोपाल या मान लो ऐसा कुछ लिखा हो r सी आ एक या ऐसा लिखा हो r स आ आ एक् एक् समझ रहे हो हैलोजन ध्यान से देखो यह हमारा कैसा मोनो हैलो एल्केन है डिग्री क्योंकि हैलोजन जिस कार्बन से जुड़ा है वो एक ही कार्बन से जुड़ा है तो इसको आप बोल दोगे प्राइमरी ये कैसा हो गया 2 डिग्री तो इसको आप बोल दोगे सेकेंडरी ये कैसा हो गया 3 डिग्री इसको आप बोल दोगे टर्श अच्छा मोनो हैलो एल्केन को हम एल्काइन हैलाइड भी बोलते हैं और यही पढ़ना है आपको आपके सिलेबस में भर भर के यही है एल्काइन का एटम हो कभी-कभी दो दो तीन तीन आ जाएंगे बट ज्यादातर क्वेश्चन आपके मोनो हैलो एल्केन प ही हमें डील करने है अल्काइनेस हैलाइड टर्श एल्काइन इनकी क्या प्रॉपर्टी है कौन से रिएक्शन करते हैं कैसे प्रिपेयर होते हैं वगैरह वगैरह इसके बाद आप देख लो डाई हैलो एल्केन ठीक है क्लासिफिकेशन बता रहे हैं अब डाई का मतलब समझ गए हो जिसमें दो हैलोजन के एटम हो ये दो तरह का होता है एक होता है जमिन एक होता है विसिनल सुन रखा होगा आपने भाई जेमिन का मतलब क्या है कि एक ही कार्बन पे दो हैलोजन के एटम लगे हैं इसको बोलते हैं जेमिन जैसे मान लो यहां लिखा है ch2 r और यहां लिखा है एक h लगा है जेमिल एक ही कार्बन पर दो हैलोजन एटम और विसिनल का मतलब क्या है विसिनल का मतलब कि बगल बगल कार्बन पे हैलोजन एटम लगाओ है ना पड़ोस पड़ोस में बगल बगल में हैलोजन लगाओ तो विनल एक ही पे लगाओ दो हैलोजन एटम तो जमल ये हो गए हमारे डाई हैलो एल्केन ये मोनो ये सबसे ज्यादा आपको देखना है इनका जनरल फार्मूला अगर आप चाहो तो लिख सकते हो cnh2n + 1x है ना एल्केन में से एक हाइड्रोजन निकल गया एक हैलोजन आ गया एल्केन क्या होता है cnh2n प् 2 एल्केन एक हाइड्रोजन निकल गया एक हैलोजन आ गया मोनो प्राइमरी सेकेंडरी या फिर डाई में बताया जमिन और वेनल ठीक है इस तरह से ट्राई भी हो सकता है टेट्रा भी हो सकता है है ना ट्राई थोड़ा सा फेमस है जरा ट्राई देख लो कैसा होगा ट्राई हैलो एल्केन ट्राई हैलो एल्केन ये क्या हो जाएगा जिसमें तीन हैलोजन के एटम हो है ना जैसे मान लो इसका सबसे फेमस इसको ऐसे लिख लो आप ch3 इसको हैलो फॉर्म भी बोला जाता है वेरी इंपोर्टेंट कार्बन के पास एक हाइड्रोजन है और तीन हैलोजन है हेलो फॉर्म जैसे इसमें आपने ये सुन रखा होगा स आ3 आयोडो फॉर्म बड़ा फेमस है आडो फॉर्म टेस्ट chbr3 ब्रोमोफॉर्म बोल दो chcl3 ये तो सुना ही क्लोरोफॉर्म सुंघा के सर आपको ले जाकर लूट लेंगे बहुत केमिस्ट्री पढ़ाते हो है ना तो ये हो गए हमारे हेलो फॉर्म तो हेलो फॉर्म टेस्ट हमें देखना होगा शायद इसी चैप्टर में देखें या हो सकता हो अल्कोहल एल्डिहाइड कीटोन में देखेंगे अच्छा और क्या हो जाएगा और हमारे पास हो जाएगा टेट्रा हेलो एल्केन ये भी फेमस है आप सुन चुके हो टेट्रा हैलो एल्केन कहां सुना है अरे ये सुना होगा cx4 टाइप नहीं देख ये देखा होगा ccl4 कार्बन टेट्रा क्लोराइड इधर से बीर लगा दो कार्बन टेट्रा ब्रोमाइड हो जाएगा ठीक है ठीक है तो हमने बताया ना सबसे ज्यादा आपको मोनो हैलोन में डील करना है सबसे ज्यादा हो सकता हो इसके थोड़े बहुत रिएक्शन दिखा और इसका थोड़ा सा इंपॉर्टेंस होगा आपके सिलेबस में क्लियर है नोट कर ले छाप लिया मिटा रहे मिटा र ओके और क्या हो सकता है और देखो यह हो सकता है एलाइक हैलाइड एलाइक बच्चों क्या होता है जब डबल बंड के बगल वाले कार्बन की बात हो रही है तो एलाइक बोलते जैसे मान लो ch2 डबल बॉन्ड सी सी2 एक्स ऐसा लिखा है डबल बंड के बगल वाले कार्बन से हैलोजन लगा है तो एलाइक हैलाइड बन गया जैसे मान लो ये लिखा है ये एलाइक हैलाइड डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे हैलोजन लगा है जैसे मान लो ये लिखा है डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे हैलोजन का एटम लगा है एलाइक इस तरह से होती है विनाइलिक हैलाइड विनाइलिक हैलाइड विनाइल कार्बन डबल बॉन्ड वाले कार्बन को विनाइल कार्बन बोलते हैं जैसे मान लो ऐसा होता ch2 डबल ब ब सी एक् जहां पर डबल बंड है वहीं पर हैलोजन लगा है तो उसको हम विनाइलिक हैलाइड बोल देंगे है जैसे इस वाले केस में यही पर हैलोजन लगा होता तो यह बन जाता हमारा विनाइलिक हैलाइड अच्छा इसी तरह से होता है बेंजाइलिक हैलाइड ठीक है बेंजाइलिक हैलाइड इसमें क्या होगा इसमें क्या होगा इसमें बेंजीन रिंग से जुड़ हुए कार्बन पर हैलोजन लगा हो एक तरह का एलाइक हैलाइड है बट बेंजाइलिक बोलते बेंजीन की रिंग भी है एलाइक है डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पर हैलोजन पर बेंजीन की रिंग होना जरूरी है इसको हम बेंजाइलिक हैलाइड बोलते हैं जैसे मान लो ऐसा हो कुछ कचक कचक कचक यहां मान लो लगा है ch3 यहां लिखा है ch2cl यह भी बेंजाइलिक हैलाइड कहलाएगा ठीक है टोन का स्ट्रक्चर है बेसिकली और उस पर साथ में मिथाइल क्लोराइड लगा दिया है क्लोरो मिथेन हमारा क्लोरो मिथाइल हमारा सब्सीट्यूएंट हो गया समझ रहे हैं तो ये बेंजाइलिक हो गया एलाइक याद रहेगा डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे हैलोजन विनाइलिक डबल बॉन्ड वाले कार्बन पे हैलोजन बेंजाइलिक बेंजीन रिंग से जुड़े कार्बन पे हैलोजन क्लियर है क्लियर है अब इसमें भी 1 डिग्री 2 डिग्री हो सकता है बेंजाइलिक हैलाइड में देखो एक ये केस बना सकते हैं दिखाई पड़ रहा है छोटा लिखते हैं थोड़ा मान लो ऐसा लिखा है c स3 स3 सी ऐसा भी हो सकता है है ना न डिग्री कार्बन हो गया तो टर्श बेंजाइलिक हैलाइड बेंजाइलिक का मतलब समझ ग बेंजीन ंग से जुड़े कार्बन पर हैलोजन फिर आता है लोरीन क्या होते हैं हेलो अलग क्लास है हेलो क्या होते मि छाप छपना तो सब बेसिक इंट्रोडक्शन हेलो ए हेलो ए ठीक है इसको आप अराइल हैलाइड बोलते हैं राइल मतलब होता है बेंजीन अब बेंजीन से अगर डायरेक्टली हैलोजन जुड़ा हो तभी उसको आप अराइल हैलाइड या लोवेन बोलोगे देख इन दोनों में डिफरेंस देख लो बेंजाइलिक में मतलब बेंजाइलिक कार्बन होना चाहिए बेंजीन से जुड़ा कार्बन बेंजाइलिक अराइल में सीधा बेंजीन की रिंग से हैलोजन गया ठीक है यह हो गया मान लो ऐसे दिया है ठीक है ऑर्थो ऑर्थो पे लग गया है ना डाई हैलो प्रोडक्ट हो गया ऐसा हो पैरा पोजीशन पे एक दूसरे के रिस्पेक्ट प कुछ भी हो सकता है मतलब बेंजीन रिंग से डायरेक्टली हैलोजन जुड़ा हो उसके सिवा जो भी हो उससे मतलब नहीं जैसे मान लो यहां ch3 भी लग गया टोली का स्ट्रक्चर है और बेंजीन से डायरेक्टली हैलोजन जब जुड़ा होगा तभी उसको अराइल हैलाइड या हैलो एरिस बोलोगे अगर एक लग के बना होगा तो वो बेंजाइलिक हैलाइड बनेगा ठीक है ठीक है यह हमारा हेलो एल्केन के अंदर आता है सिर्फ वो लोरीन से बाकी जितना पढ़ाया सब लो एल्केन के अंदर क्लियर है बाकी जितना पढ़ाया सब लो एल्केन के अंदर पढ़ लेंगे आप सिर्फ ये अलग से पढ़ना है जिसमें बेंजीन रिंग से डायरेक्टली हैलोजन लगाओ इनकी प्रॉपर्टी इंटाली डिफरेंट होगी एस कंपेयर टू अदर ग्रुप जो आपने पढ़े मोनो हैलो अल्केन डा ट्रा हैलो एल्केन टेट्रा हैलो एल्केन एलिक हैलाइड विनाइलिक हैलाइड बेंजाइलिक हैलाइड इन सब को तो आप एक साथ पढ़ सकते हो पर ये डिफरेंट क्लियर है मिटा रहे ओके सो लेटस स्टार्ट विथ मोनो हैलो एल्केन जो कि हमें पढ़ना है इन डिटेल प्रिपरेशन ऑफ अल्का हैलाइड हेडिंग लगाएंगे प्रिपरेशन ऑफ अल्का हैलाइड प्रिपरेशन ऑफ एल्काइन हैलाइड आपको ये पढ़ना है प्रिपरेशन ऑफ एल्काइन ऑफ एल्काइन हैलाइड तो बहुत से मेथड है सबसे पहला मेथड है फ्रॉम एल्केन अब सोचो एल्केन से कैसे अल्का हैलाइड बनाएंगे डायरेक्ट हैलोजन करा देते हैं एल्केन का क्या करा दे डायरेक्ट हैलोजन यह रिएक्शन हमारा क्लास 11 पढ़ा हुआ है एल्केन का हैलोजन बड़ा फेमस था यार ये तो याद है ch4 प्स cl2 इन द प्रेजेंस ऑफ h h बोले तो फोटोन फोटोन बोले तो सनलाइट सनलाइट के प्रेजेंस में कौन सा रिएक्शन होगा इसका फ्री रेडिकल मैकेनिज्म क्या होगा यहां से एक हाइड्रोजन बाहर चला जाएगा एक क्लोरीन अंदर आ जाएगा क्या बनेगा बन गया अल्का हैलाइड ch3cl है इसका नाम हो गया क्लोरो मिथेन या मिथाइल क्लोराइड कॉमन नेम देख लो तो मिथाइल क्लोराइड अदर वाइज क्लोरो मिथेन या क्लोरो मिथेन य सब मान के चल रहे कि बेसिक नेम आपको आती है आईयूपीएसी हल्की फुलकी सब तो सभी को आती है बट य रिएक्शन लब में हम प्रेफर नहीं करते हैं डायरेक्ट हेलो जनेशन है ना नॉट प्रेफर्ड इन लब सोचो क्यों पढ़ाया आपने सोचो क्योंकि यहां पे मिक्स्ड प्रोडक्ट ऑब्टेंड होते हैं सिर्फ यही एक प्रोडक्ट नहीं बनता यहां बहुत से प्रोडक्ट बन जाते हैं याद है क्या होगा एक्चुअल में एक्चुअल में ch4 + cl2 इन द प्रेजेंस ऑफ सनलाइट एक हाइड्रोजन जाएगा एक क्लोरीन अंदर आएगा ch3cl + डोजन स के साथ फिर बाहर hc2 cl2 डाई हैलो एल्केन बन गया फिर क्या होगा यहां पे भी कहानी रुकेगी नहीं ये फिर से क्लोरीन से रिएक्ट कर लेगा इन द प्रेजेंस ऑफ सनलाइट एक क्लोरीन अंदर एक हाइड्रोजन बाहर hclo3 क्लोरोफॉर्म आ गया ट्राई हैलो एल्केन फिर क्या होगा ये फिर से एक क्लोरीन पकड़ लेगा इन द प्रेजेंस ऑफ सनलाइट एक क्लोरीन अंदर एक हाइड्रोजन बाहर एक क्लोरीन बाहर एक हाइड्रोजन बाहर क्लोरीन अंदर चला गया ccl4 कार्बन टेट्राक्लोराइड तो यहां पे आपको कौन-कौन सा प्रोडक्ट बन रहा है एक तो ये मिल रहा है क्लोरो मिथेन एक ये मिल रहा है डाई क्लोरो मिथेन एक ये मिल गया ट्राई क्लोरो मिथेन और एक मिल गया टेट्राक्लोरो मिथेन तो मिक्स प्रोडक्ट ऑब्टेंड हो रहे हैं हमारा पर्पस फुलफिल नहीं हुआ एल्काइन हैलाइड पाने का दैट्ची ना करें तब ये अच्छा मेथड है अब रोकने के लिए यार हमको एक बड़ा यहां पे सेटअप चाहिए तो ये सेटअप हमको लैब में नहीं मिल सकता इंडस्ट्रीज में हो सकता है पैसा खर्चा होगा हां तो इंडस्ट्रियल लेवल पे इट इज अ गुड मेथड नॉट प्रेफर्ड इन लैब बट प्रेफर्ड इन इंडस्ट्रियल मेथड इंडस्ट्रियल मेथड को हम मैन्युफैक्चरिंग मेथड भी कहते हैं मैन्युफैक्चर भी बोल सकते हो ठीक तो मिथाइल क्लोराइड या क्लोरो मिथेन को मैन्युफैक्चर मैनर मतलब लार्ज स्केल में बनाना है छोटा छोटा है थोड़ा बहुत नहीं लार्ज स्केल लार्ज स्केल में बनाना हो तब आप ये मेथड यूज कर सकते हो एल्केन के डायरेक्ट हैलोजन को लब में आप ये मेथड यूज नहीं करोगे बिकॉज ऑफ मिक्सड प्रोडक्ट च आर ऑब्टेंड कोई इसका मैकेनिज्म पूछे तो आपको मैं याद दिला दूं इसका मैकेनिज्म था फ्री रेडिकल मैकेनिज्म फ्री रेडिकल मैकेनिज्म डिटेल में देखना है तोय पर आपको बस टाइप करना होगा हैलोजन ऑफ एल्केन फ्री रेडिकल मैकेनिज्म टाक से मिल जाएगा वीडियो मस्त पूरा डिटेल में नोट करले ठीक है सो दिस द फर्स्ट मेथड ऑफ प्रिपरेशन ऑफ अल्का हैलाइड बट दिस इ नॉट प्रेफर्ड इन लब लद इट प्रप इन इंडस्ट्री बिकॉज इंडस्ट्री व कैन स्टॉप द रिएक्शन एट द फर्स्ट स्टेप ठीक है जरा इस एक क्वेश्चन देख लो मिटा मि मि मिटा ओ इस जरा एक सवाल देखो ठीक है जैसे मान लो हम दे दिया प्रोपेन ch3 ch2 ch3 और हमसे बोला cl2 इन द प्रेजेंस ऑफ h अब बताइए क्या प्रोडक्ट बनेगा ch3 सी स स3 मान लेते इंडस्ट्री में हो रहा है ठीक है कंट्रोल्ड है टेंशन ना ले कंट्रोल है यहां मान लो हम लिख देते हैं न इक्विवेलेंट cl2 cl2 का एक ही इक्विवेलेंट एक ही बार रिएक्शन होगा ठीक है तो तो ये बनेगा या ये बनेगा क्वेश्चन ये या दोनों बनेंगे अग दोनों बनेंगे तो कौन मेजर कौन माइनर है ना कौन असली कौन नकली तो पता करना पड़ेगा एक ही इक्विवेलेंट है तो रिएक्शन आगे नहीं गया है ना डाई हैलो एल्कीन एल्केन नहीं बना दूसरी बार सब्सीट्यूशन नहीं हुआ अब बात है कि ये प्रोडक्ट मेजर होगा कि ये मेजर होगा तो ध्यान से देखो ये 2 डिग्री है और ये ध्यान से देखो 1 डिग्री है है ना क्लोरीन जिस कार्बन से लगाया वो 2 डिग्री क्लोरीन जिस कार्बन से लगा डिग फी रेडिकल में आपको स्टेबिलिटी याद हो फी रेडिकल की स्टेबिलिटी थी 3 डिग्री ग्र 2 डिग्री ग्रेटर 1 डिग्री फी रेडिकल की और कार्बो कटाय दोनों की स्टेबिलिटी यही है 3 डिग्री गरन 2 डिग्री ग 1 डिग्री तो डेफिनेटली जो ज्यादा स्टेबल फी रेडिकल बनेगा वो ज्यादा स्टेबल प्रोडक्ट बनाएगा सो दिस विल बिकम द मेजर एंड दिस विल बिकम द माइनर ठीक है तो फिर रेडिकल मैकेनिज्म में अगर आपको डिसाइड करना हो कौन मेजर कौन माइनर 3° ग्र दन 2° न 1° एक्सपेरिमेंटली देखा गया ये बात सच भी है ये 55 पर बना ये 45 पर बना सवाल उठता है सर ये 45 पर क्यों बन गया ये तो स्टेबल नहीं है रीजन बड़ा साफ है कि 1 डिग्री के हाइड्रोजन बहु ढेर सारे हैं क्लोरीन को यहां पे लगने की कितने मौके मिल रहे हैं दो मौके दो ही हाइड्रोजन है जो हट जाएंगे तो क्लोरीन आ सकता है दो में से कोई एक पर साइड में लगने के मौके ज्यादा है यहां तीन हाइड्रोजन यहां तीन छ लद अनस्टेबल है बट मौके तो ज्यादा मिल रहे हैं छह तरह से हाइड्रोजन निकल सकता है छह तरह से क्लोरीन आ सकता है रास्ते ज्यादा है इसलिए वो भी 45 पर बन रहा है ठीक है तो इसी के जब बढ़िया सवाल आ जाते हैं जैसे मान लो एक बढ़िया सवाल इसका दिखाए ch3 स स3 ch2 ch3 मान लो ये सवाल दे देता हूं मैं पूछता cl2 ओ h च इज द मेजर प्रोडक्ट अब यहां देखो कितने कितने तरह के कार्बन है डिग्री डिग्री दिस दो तरफ से कार्बन डिग्री य तीन तरफ कार्बन डिग्री अब इसम मेजर प्रोडक्ट क्या होगा अगर आपसे कोई पूछे भाई ध्यान से देखो इस स्ट्रक्चर में यह न डिग्री कार्बन य डिग्री कार्बन य डिग्री कार्बन यह वाला डिग्री और यला डिग्री इसमें आपसे मेजर पूछे बना जरा मेजर प्रोडक्ट इसका क्लोरीन प्रेजेंस ऑफव इट मान के चलना ठीक रिएक्शन एक ही बार हो रहा है कंट्रोल तो मेजर प्रोडक्ट क्या बन के आएगा जहां तक है मेजर प्रोडक्ट ये बन के आएगा ch3ch ch3 और क्या है ch2 ch3cl ये क्यों बनाया रीजन बड़ा साफ था कि कैसा है 3 डिग्री एंड 3 डिग्री फी डिकल इज मोस्ट स्टेबल ठीक है ऐसा हमने सोचा बट असल में ऐसा हुआ नहीं इस रिएक्शन का ये मेजर नहीं निकला इस रिएक्शन का जो मेजर प्रोडक्ट है वो 1 डिग्री ही निकला ch2cl स ch3 ch2 ch3 जरूरी नहीं इस साइड वाले 1 डिग्री पे अटैक कराओ यहां अटैक करा लो यहां सब एक ही जैसे हैं कहीं भी अटैक करा सकते थे अब बोलोगे सर ये मेजर क्यों बना क्योंकि चांसेस ज्यादा थे 3 3 6 3 9 तो सर कैसे पता चलेगा कब चांसेस ज्यादा कब चांसेस कम है तो इसीलिए आपको जाना पड़ेगा क्लास 11 का वीडियो ढूंढना पड़ेगा सिलेक्टिविटी एंड रिएक्टिविटी वहां मैंने रेशियो बताया है कि किस रेशियो में 1 डिग्री 2 डिग्री 3 डिग्री बनता है पूरा कैलकुलेशन का तरीका है इसका नंबर ऑफ हाइड्रोजन कितने हैं उसको जोड़ के फार्मूला आएगा जिससे डिसाइड होगा ठीक है अब लद दिस इज नॉट इंपॉर्टेंट फॉर योर बोर्ड एग्जामिनेशन बट डेफिनेटली कंपटीशन के लिए इंपॉर्टेंट हो जाता है या लाइक याद रखना इसमें क्या हुआ है 3 डिगी के हाइड्रोजन बहुत ज्यादा है 3 3 6 3 1 डिग्री के 3 3 6 3 9 हो गए और 3° का सिर्फ एक ही है लद ये सबसे स्टेबल है पर चांस तो एक ही है ना एक ही तरीका है कि एक हाइड्रोजन निकले क्लोरीन है तो ये मेजर ना बनके ये बन जाता है इस बार माइनर एंड दिस बिकम मेजर क्या 2 डिग्री वाला नहीं बनेगा वो भी बनेगा बट वो भी माइनर होगा मेजर ये बनेगा है ना यहां से भी हो सकता तो तीन में से कोई एक हाइड्रोजन निकले क्लोरीन आए तीन में से कोई एक तीन में से कोई एक नौ तरीके हैं और ये होने का एक तरीका ये होने का दो तरीका तो दोनों का पता है मिला के एक फार्मूला बनता है सिलेक्टिविटी एंड रिएक्टिविटी देख सकते हैं अदर वाइज ये वाला केस याद रखो ठीक है बोर्ड के लिए यहां तक आप समझ लो आगे बढ़े अच्छा तो ये तो हुई क्लोरिनेशन की बात हमने बताया फ्री रेडिकल से बनता है लैब में प्रेफर नहीं होता इंडस्ट्री में प्रेफर होता है क्योंकि वहां पे आप रोक सकते हो स्टेबिलिटी 3 डिग ग 2 डिग्री ग 1 डिग्री जब तक कोई स्पेशल केस ना आ जाए स्पेशल केस के लिए मैंने बताया अगर वीडियो देखना हो देख लो अब जैसे मान लो इसी में ब्रोम की बात आ जाए तो कोई टेंशन नहीं ना ब्रोम प्रोसीड्स इन सेम वे एस क्लोरिनेशन तो जो क्लोरिनेशन में पढ़ा वही ब्रोम में हा इसकी सिलेक्टिविटी रिएक्टिविटी की कहानी अलग है उसके लिए वीडियो देखना पड़ेगा फिर बात आती है डोनेशन आने भी ऐसे ही होता है जैसे हमने क्लोरिनेशन किया ch4 प्स आ2 इन द प्रेजेंस ऑफ सनलाइट बन गया ch3 प् एक आयोडीन अंदर गया एक बाहर आया एक अंदर प्रॉब्लम क्या है कि यह जो पर्टिकुलर रिएक्शन है दिस रिवर्सिबल रिएक्शन य रिएक्शन कैसा है रिवर्सिबल है अब य रिवर्सिबल क्यों हो गया क्योंकि जोई बना है दिस री स्ट्रंग रिसिंग एजेंट तो ये क्या करेगा सर रिड्यूस एजेंट क्या करेगा ये अल्का आयोडाइड को मिथाइल आयोडाइड को आयोडो मिथेन को रिड्यूस करके वापस एल्केन बना देता है इसका यहां से यहां देखो तो रिडक्शन हो रहा है और य ऑक्सीडेशन है तो ए इसको वापस रिड्यूस करके य बना देता है याई प्रॉब्लम क्रिएट करता है स्ट्रंग रिड्यूस एेंट तो हम क्या करते इस रिएक्शन को आगे ले जाने के लिए फॉर बेटर ल्ड ऑफ [संगीत] अल्काइनेस सच एज़ hno3 कंसंट्रेटेड और hio3 कंसंट्रेटेड यह सब स्ट्रांग ऑक्सीडेंट हम इस्तेमाल करते हैं ऑक्सीडेंट क्या करेंगे जो बन रहा है उसको ऑक्ड कर देंगे चलो हटो है ना हम रिड्यूस कर देंगे अल्का डाइड को अरे चलो हटो आके इसको हटा देंगे जैसे मान लो h3 यूज किया आपने h3 यह पकड़ के h को रिड्यूस करके आयोडीन और वाटर निकाल देगा इसको ऑक्सी करके री सॉरी मतलब यह सोचा था इसको रिड्यूस करेंगे पर सामने से ऑक्सीडेंट आके इसको पकड़ के रिएक्शन करा लिया आपने क्लियर है चाहो तो बैलेंस कर लो य प तीन य प तीन 3 आ2 सिस हाइड्रोजन ठीक सो आयोडीनेशन इ रिवर्सिबल बिकॉज ऑफ द फॉर्मेशन ऑफ स्ट्रंग रिड्यूस एजेंट हाइड्रोजन आयोडाइड सो टू रिमूव दिस हाइड्रोजन आयोडाइड वी यूज स्ट्रंग ऑक्सिडाइजिंग एजेंट सच कं क3 एंड फ्लोरिनेशन डज नॉट टेक प्लेस लाइक दिस क्योंकि फ्लोरिनेशन बहुत ज्यादा एक्सप्लोसिव हो जाता है ना बम फड़ सकता है तो बम नहीं फोड़ना है तो फ्लोरिनेशन नहीं करते एल्काइन फ्लोराइड बनाने के एकदम डिफरेंट मेथड होंगे लास्ट में आप पढ़ोगे प्रिपरेशन ऑफ एल्काइन अलग से आपको मिलेगा हैलाइड एक्सचेंज मेथड होता है एल्काइन फ्लोराइड बनाने का कहीं कोई मेथड नहीं मिलेगा फ्लोरो एल्केन बनाने का कहीं कोई मेथड नहीं मिलेगा लास्ट में आपको मिलेगा हैलाइड एक्सचेंज मेथड वहां पे सॉट्स रिएक्शन वगैरह आप पढ़ोगे ठीक है तो इंपॉर्टेंट हो जाएगा वो अभी क्लियर है तो पहला तरीका है हेलो एल्केन या एल्काइन हैलाइड बनाने का कि एल्केन का हैलोजन कर दो फ्री रेडिकल मैकेनिज्म से क्लोरिनेशन करना हो क्लोरिनेशन ब्रोम करना हो ब्रोम आयोडीनेशन करना आयोडीनेशन आयोडीनेशन में थोड़ा ध्यान रखना कि ए निकल रहा है स्ट्रंग रिड्यूस उसको हटाने के लिए क्या लगा दो साथ में h3 तो आप क्या करोगे एरो के ऊपर क्या लिख देना कंसंट्रेटेड h3 क्लियर है मिटा द बहुत बढ़िया चलते हैं सेकंड मेथड के ऊपर और उसके पहले हम आपको बोल दें अब जिन लोग को इसका मैकेनिज्म पढ़ना है वो तुरंत जाएं क्लास 11थ पे youtube0 एंड रिएक्टिविटी इन हैलोजन ऑफ़ एल्केन फिजिक्स वाला डिटेल में अदर वाइज वापस आगे बढ़ते हैं सेकंड जो मेथड है बच्चों वो है फ्रॉम एल्कीन अब आप समझ गए ऐसे ही हम थोड़ा बहुत बताएंगे और थोड़ा बहुत अगर मैकेनिज्म डिटेल में चाहिए तो ऐसे बता देंगे वीडियो फ्रॉम एल्कीन अब जैसे हमारे पास एल्कीन है r स डबल बॉन्ड ch2 आपको चाहिए एल्काइन लगाना है तो आप कोई हैलोजन एसिड यूज कर लो h काम खत्म h एक लगाया डबल बंड खुल जाएगा डबल बंड खुल जाएगा एडिशन रिएक्शन हो जाएगा एक तरफ जुड़ेगा हैलोजन एक तरफ जुड़ेगा हाइड्रोजन किस तरफ कौन जुड़ेगा यह हमको कौन बता गया है मार्कोनिक ऑ र य तो आपने चा चाट के पढ़ लिया था क्लास बढ़िया ऑफ रूल क्या बोलता है ये बोलता है कि इन दोनों में से हाइड्रोजन उस कार्बन पर जाएगा डबल बॉन्ड के उस कार्बन प जाएगा जहां पे हाइड्रोजन ऑलरेडी ज्यादा है यानी हाइड्रोजन इस पे आएगा और हैलोजन इस मार्कोनिक ऑफस कि h एक्स टाइप के रिएजेंट का जब एडिशन करोगे अनसिमिट्रिकल एल्कीन में तो हाइड्रोजन डबल बॉन्ड के उस कार्बन को चुनता है जिसपे ऑलरेडी हाइड्रोजन ज्यादा है फॉर एग्जांपल ch3 स डबल बॉन्ड स ् hc3 chcl3 हाइड्रोजन ने चुल लिया इसको क्लोरीन चला गया इस पे हाइड्रोजन डबल बॉन्ड के उस कार्बन पे जहां पे ऑलरेडी हाइड्रोजन ज्यादा है कौन सा रूल है मार्कोनिक ऑफस रूल मार्कोनिक ऑफस रूल तो यार जनरली तो मार्कोनिक ऑफस रूल लग जाता है बट ये एक्चुअल मैकेनिज्म नहीं होता मैंने क्लास 11 में कई बार चीज बताई कि दिस इज नॉट द एक्चुअल मैकेनिज्म ये तो एक शॉर्टकट है ऐसे हो गया जैसे मान लो आपसे क्वेश्चन पूछे यह भी सही आएगा टेंशन मत लो हमने कहा मान लो h बीर लिखा है h स ए ब हमने कहा बताओ भाई क्या एडिशन होगा तो डबल बॉन्ड खुल गया अब डबल बंड के उस कार्बन पर हाइड्रोजन जाएगा जहां पर हाइड्रोजन ज्यादा है ध्यान से देखो यहां पर कार्बन लगा होगा एक दोती च चारों वैलेंसी सेटिस्फाइड है यहां पर एक कार्बन लगा होगा एक दोती यहां प एक हाइड्रोजन होगा इस तो एक भी हाइड्रोजन नहीं ना इधर क्या लगाया ch3 ग्रुप लगाया इधर ch2 लगा है इधर स लगाया चार ले तो हाइड्रोजन इन दोनों में से इस कार्बन को पकड़ लेगा यहां हाइड्रोजन लग जाएगा और यहां लग जाएगा ब क्या लगाया आपने मार्कोनिक ऑफ तो हल्के फुलके केस में मार्कोनिक ऑफ रूल वर्क कर जाएगा बट अभी कोई बढ़िया क्वेश्चन आ जाएगा तो फिर आपको एक्चुअल मैकेनिज्म आना चाहिए एक्चुअल मैकेनिज्म इसका है इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन क्या है इलेक्ट्रोफिलिक ए चलिए थोड़ा सा आपको बताने की कोशिश करते हैं इसको कुछ क्वेश्चन भी दो करा देते हैं पहले छाप बोर्ड में बेसिक अगर क्वेश्चन आते तो बन जाएंगे बोर्ड लेवल में शिफ्टिंग के सवाल भी आ जाते हैं तो उसको हम देखते जरा इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन इतना छाप जितने लोग क्लास 11 से केमिस्ट्री पढ़ के आए ऑर्गेनिक उनको बड़ा मजा आ रहा होगा कितनी हलवा हवा चीज लग रही मि इसको मिटा र ओ तो ये जो मार्कोनिक ऑफ रूल है क्या रूल है मार्कोनिक ऑफ रूल में क्या है कि इसमें से हाइड्रोजन उस कार्बन पे भेजो जहां पे हाइड्रोजन ज्यादा है तो ये आया कैसे रूल है ना तो रूल तो शॉर्टकट है एक्चुअल जो मैकेनिज्म है दैट इज इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन एल्कीन बहुत देते हैं इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन तो क्या होगा जैसे इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन के स्टेप्स देखते जाते हैं मान लो हम यहां पे ले लेते हैं r स डबल बॉन्ड ch2 मान लो हमने ये ले लिया फर्स्ट स्टेप में क्या होगा कि हमारा h+ अटैक करेगा h स में से [हंसी] है ना आजा आजा मैं तेरे को पकड़ लू तो पाई ब टूटने के दो तरीके या तो इधर टूटे या तो इधर टूटे किधर टूटे तक आप य चीज मैचर हो चुके हो जानते हो आप क्या जानते हो कि पाई बंड इधर टूटेगा इधर टूटेगा यहां पर जाएगा नेगेटिव चार्ज और h प् आके य पर जुड़ जाएगा ऐसा क्यों हुआ कि अगर पाई बंड को इस तरफ लेके आते तो इस प्लस आता अरे पाई बंड मतलब क्या है दो इलेक्ट्रॉन है च इलेक्ट्रॉन को इर ला तो इस प्लस आ तो बेटर हुआ डिग्री कार्बोन बना अभी इलेक्ट्रॉन को इधर मूव करा देते तो यहां पे प्लस आता तो कैसा बनता 1 डिग्री कार्बो कटान लेस स्टेबल है ना दिस इज द स्लोएस्ट स्टेप एंड हेंस दिस इज द रेड डिटरमाइंड स्टेप केमिकल काइनेटिक्स ने बताया था जो स्लोएस्ट स्टेप होती है वही रेड डिटरमाइंड होता है और इसका इंटरमीडिएट क्या है इसका इंटर मीडिएट है कार्बो कटाय सो दिस इज इंपोर्टेंट मार्कोनिक ऑफ रूल तो ऊपर से एक छोटी सी कहानी है एक्चुअल में यह कहानी है अंदर कि कार्बो कटाय बन रहा है और कार्बो कटान की स्टेबिलिटी अगर आपको याद हो तो 3 डिग्री ग्रेटर 2 डिग्री ग्रेटर डिग्री ठीक है कार्बो कटान फॉम हो रहा अगर यही पाई ब इधर घुमाते h प् भाई ये पाई बंड दो इलेक्ट्रॉन गए य माइनस आया h प् जुड़ गया ch3 ये यहां घुमाते तो यहां प्लस आता डिग्री कार्बो कटान लेस स्टेबल तो ये बनेगा अगर रिअरेंजमेंट का चांस है तो रिअरेंजमेंट भी करना री अरेंजमेंट में अकर और जहां रिअरेंजमेंट हो गया वहां मार्कोनिक ऑफ रूल फेल हो गया रि अरेंजमेंट याद है आपको h माइ शिफ्ट मिथाइल शिफ्ट फिनाइल शिफ्ट पढ़ा है हाइड्राइड मिथाइल फिनाइल शिफ्ट नेक्स्ट स्टेप में क्या होगा ये जो बन गया r स प् ch3 ये जो चीज बनी है अब इस नेक्स्ट स्टेप पे स माइन या एक लिख लेते हैं x माइनस अटैक करेगा जाके इस कार्बन से जुड़ जाएगा r सी ch3 ऐसा हो क्लियर कोई पूछे स्टीरियो केमिस्ट्री वगैरह क्या होगी सिन एडिशन एंटी एडिशन याय दोनों हो सकते हैं कार्बो कटान बन गया ना कार्बो कटान प्लेनर स्पीशी होता है ये कैसा दिखेगा देखने में ऐसा होगा सी से लगा है ch3 सी से लगा है h सी से लगा है आ यह तीनों एक ही प्लेन में होंगे ऐसे और यह इसकी दो वैलेंसी तो इनकमिंग हैलोजन ऊपर से भी अटैच हो सकता है नीचे से भी तो सिन प्रोडक्ट भी बन सकता है और ई भी हो सकता है क्लियर है ये सब बातें याद रखना है इंटरमीडिएट कार्बो कटाय है स्टेबिलिटी 3 डिग्री 2 डिग 1 डिग्री बनेगी रिअरेंजमेंट हो सकता है अगर होने के चांस होंगे बट पता है ये मैकेनिज्म फॉलो करने के बाद मार्कोनिक ऑफ एडिशन हुआ जरा ध्यान से यहां से वहां तक देखो यहां से सीधा वहां तक देखो h एक का एडिशन हुआ हाइड्रोजन कहां पे लगा जहां पे हाइड्रोजन ज्यादा है हैलोजन कहां लगा जहां पे हाइड्रोजन कम है तो हम बोलते हैं मार्कोनिक ऑफ रूल एक्चुअल में अंदर कार्बो कटान मैकेनिज्म तो कहोगे सर क्यों बताया क् करा रहे उसमें ये चीज समझ में आएगी नोट कर ले अगर नोट करना हो तो छाप लिया अब इसको बहुत डिटेल में देखना है तो कुछ नहीं करना है कि क्यों बता रहे है मैकेनिज्म जरा ध्यान से देखो ch3 ch3 h स डबल बॉन्ड ch2 इसमें एडिशन करो hb3 ch3 स ch3 और यहां लगा दोगे हैलोजन कौन सा है ब यस डबल बंड के उस कार्बन पर हाइड्रोजन लग गया जिसन जदा मा से बट यह रंग हो जाता है य इसलिए मैंने कहा मार्कोफ रूल न लवेज करेक्ट मैकेज लवे करेक्ट अब देखो मैकेनिज्म से क्या होगा इ गो फम मेनिम स3 सी स3 सी डबल ब सी2 पहले स्टेप में कौन आया h प आया h प अटैक करेगा पाई इलेक्ट्रॉन को मूव करना पड़ेगा कौन सा कार्बो कटान बनाओगे यहां प्लस बनाओगे यहां यह 1° यह 2° तो यहीं बनाओगे तो इलेक्ट्रॉन को इधर घुमाओ आ रहा है ऐसा समझ सब ऊपर जा रहा बाउंसर है 11 छोड़ के बैठे कुछ नहीं समझ में आ रहा अरे यार यह h+ आएगा तो इन्हीं दोनों में कहीं जाएगा ना तो पाई बॉन्ड को इधर घुमाया ताकि प्लस चार्ज इस पे आए इस पे प्लस चार्ज स्टेबल होगा तो बनेगा ch3 c h ch3ch + ch3 बोलो समझ में अरे h प् जाके इस जुड़ गया ये इलेन माइनस माइनस प्लस जुड़ क्लियर माइनस आएगा नहीं इस मोमेंट सबना लिख नहीं सकते माइनस का मतलब तो कार्बोन बनता नहीं इलेक्ट्रॉन आया खटा से प् जड़ गया अब देखो य कार्बो कटान बन गया बहुत बढ़िया कार्बो केयन सर इसको मैं खाएगा सस डाल के कैसा कार्बोन है डिग्री डिग्री है कि नहीं दोनों तरफ कार्बन लगे डिग क्या चांस है इससे स्टेबल कार्बो कटान बनाने का हां सर अगर किसी तरह से इस कार्बन पॉजिटिव चार्ज आ जाए वाह वाह मजा आ जाए भाई यला कार्बन देखो 3 डिग्री है तरह से पॉजिटिव चार्ज इस पर मूव कर जाए ऐसा कोई चमत्कार हो किय पॉजिटिव चार्ज यहां आ जाए डिग्री म ऐसा चमत्कार होता है इसी को बोलते हैं रिअरेंजमेंट तो य पर रिअरेंजमेंट होगा यही चीज मार्कोनिक ऑफ रूल नहीं बता सकता रिअरेंजमेंट में क्या होता है कि आपको यह प्लस चार्ज 2 डिग्री से कहां लाना चाहते हो डिग्र है ना तो प्लस चार्ज देगा तो यह भी तो कुछ देगा तो यह हाइड्रोजन से कहेगा तुम निकलो यहां से और हाइड्रोजन से कहेगा इलेक्ट्रॉन लेके जाओ तो हाइड्रोजन h इलेक्ट्रॉन लेके प्रोटॉन नहीं है यह यह हाइड्राइड है जैसे क्लोराइड ब्रोमाइड आयोडाइड होता है हाइड्राइड है इसको बोलते हैं हाइड्राइड शिफ्ट तो h शिफ्ट हुआ हाइड्रोजन यहां से इलेक्ट्रॉन h लेकर यहां जाके चिपक गया तो देखो क्या बनेगा ch3 c ch3 ch2 ch3 बोलो एग्री कर रहे हो यहां से हाइड्रोजन क्या किया है इलेक्ट्रॉन लेकर इसके इलेक्ट्रॉन है खींच के h माइ चल रहे हैं हम h माइ लेके जाके यहां चिपक गया जब चिपके का तो प्लस माइनस खत्म ch2 और क्योंकि इसके इलेक्ट्रॉन खींच के गया तो इसके ऊपर प्लस चार्ज आ गया क्या बात है 3 डिग्री कार्बो कटान बन गया विच इज मोर स्टेबल तो जब भी अगल-बगल या नहीं कि बहुत दूर दूर चले जा रहे हैं है ना दूसरे गांव अगल-बगल जब भी आपको चांस दिख रहा है शिफ्टिंग करने का अब यहां हाइड्रोजन नहीं होता तो मिथाइल होता तो मिथाइल शिफ्ट कर देते ch3 माइ ले जाके इसके ऊपर लगा देते फिनाइल होता फिनाइल शिफ्ट हो जाता तो इसका भी वीडियो है रिअरेंजमेंट ऑफ कार्बो कटाय फिजिक्स वाला य पर सर्च करो सब तो पढ़ाया हुआ है यहां से आगे पढ़ते हैं अब नेक्स्ट स्टेप में यहां प अपना हैलोजन कौन है ब तो ब माइनस आया अटैक करने वो जगह है स्टेबल कार्बो कटान बन चुका है ch3 सी स3 सी2 स3 ब दिस इज द एक्चुअल प्रोडक्ट देखो मार्कोनिक ऑफ रूल गलत प्रोडक्ट बता रहा है सरासर गलत प्रोड बता रहा है वो यहां से सेकंड नंबर पे हैलोजन लगा रहा है जबकि इधर से सेकंड नंबर पे लग रहा है हैलोजन डिफरेंट कार्बन पे लगा दिया दिस इज द करेक्ट आंसर तो दैट इज द डिफरेंस बिटवीन मार्कोनिक ऑफ रूल गोइंग रंग एंड मैकेनिज्म ऑलवेज गोइंग करेक्ट व्हाट इज द मैकेनिज्म कुछ नहीं h+ को अटैक कराओ गुर इलेक्ट्रॉन इन दोनों में से चूज कर लो कहां स्टेबल कार्बो कटान है इधर मूव कराते तो यहां प्लस आता 1 डिग्री इधर मूव करा यहां यहां इलेक्ट्रॉन आ h प् जुड़ गया 2 डिग्री बना हमने कहा बगल में चांसेस है क्या हां 3 डिग्री तो यहां से h माइन निकाल के h नहीं होता तो मिथाइल माइनस निकाल के चिपका देते जो भी है निकाल के माइनस करके इलेक्ट्रॉन खींच के चिपका दो यहां प्लस आ जाएगा तभी करना जब ज्यादा स्टेबल बन रहा हो य नहीं हमेशा मजा आ रहा है इसको घुमाने में घुमाते रहेंगे ऐसे नहीं ठीक है तोय शिफ्टिंग का केस करा दिया मिट दे इसको छापना छाप ले छाप लिया मिट दे मिट दे मिट दे ओके पॉज करके कॉपी कर लिया करिए ठीक है अच्छा अब इसी में एक एक्सेप्शनल केस आता है एक्सेप्शनल केस क्या आता है परोसा इड इफेक्ट याद है इसी में एक इफेक्ट आता है पोक्स इड इफेक्ट इसको हम बोलते हैं खराश इफेक्ट खराश इफेक्ट या जिसको हम बोलते हैं एंटाई मार्कोनिक ऑफस रूल जहां पे मार्कोनिक ऑफ रूल फॉलो नहीं होता अब ये क्या है मान लो यही सेम कहानी थी r स डबल बॉन्ड स सिर्फ और सिर्फ एबीआर के केस में ऑब्जर्व होगा सिर्फ और सिर्फ एबीआर के केस में ऑब्जर्व होगा तीसरी बार सिर्फ और सिर्फ एबीआर के केस में ऑब्जर्व होगा य ऊपर कोई पोक्स इड लिखा हो जनरली इ लोग बेंजोल पोक्ड देते हैं c6 ए5 सी लटवा o2 ऐसे बेंजोल परइ देखो य परइ ऑक्सीजन ऑक्सीजन के बंड को हम बोलते हैं परइ बेंजोल ग्रुप बेंजोल पर साइड य ज्यादातर लगाते कोई भी पर साइड लिखा हो सकता है ऑक्सीजन ऑक्सीजन का सिंगल बंड परइ ब खर तो परइ इफेक्ट क्या होता है कि मार्कोनिक ऑफ रूल फॉलो नहीं होता एंटी मार्कोनिक ऑफ रूल मतलब मार्कोनिक रूल में जो होना था उसके विपरीत काम होगा यानी स3 हाइड्रोजन डबल बंड के उस कार्बन पर चला जाएगा हाइड्रोजन डबल बंड के उस कार्बन पर चला जाएगा जिस पर हाइड्रोजन कम है यहां लग गया हाइड्रोजन और यहां लग जाएगा हैलोजन खास बात यह है ओनली फॉर एआर अगर h स के साथ पर ऑक्साइड लिखा है तो आपने कुछ सोचना नहीं है आपको मार्कोनिक ऑफ रूल लगाना है बात समझ में आ रही है जैसे मान लो स3 सी डबल बंड स2 मान लो इसका रिएक्शन लिख दिया ब इन द प्रेजेंस ऑफ c65 co2 और मान लो ये रिएक्शन लिख दिया h स c65 होटवा o2 तो यहां पर पक्ड इफेक्ट दिखेगा यानी ch3 स2 सी2 ब हाइड्रोजन डबल बंड के उस कार्बन प जहां प हाइड्रोजन कम है क्या लगा एंटाई मार्कोनिक बट यहां कुछ नहीं बीर को छोड़ के कहीं पर भी आपको पोक्ड इफेक्ट खराश इफेक्ट ऑब्जर्व नहीं यहां सिंपल इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन हो जाएगा मस्ती में एकदम सोचो भी मत बढ़िया इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन मार्कोनिक ल तो ये नहीं कि पेक्सा देख के ही पागल हो गया परइ दिखा ये एंटी लगाना नहीं पेक्सा भी दिखे साथ में एब भी दिखे बोलोगे ऐसा क्यों होता है बिकॉज दिस रिएक्शन प्रोसीड्स थ्रू फ्री रेडिकल मैकेनिज्म फ्री रेडिकल मैकेनिज्म यह भी ड़ा हुआ है आप कुछ नहीं टाइप करना है परोसा इड इफेक्ट या खराश इफेक्ट या एंटी मार्कोनिक ऑफस रूल फिजिक्स वाला आपको यह वीडियो पूरा मिल जाएगा इन डिटेल सब पढ़ाया हुआ है कुछ छोड़ा नहीं है क्लियर है अभी बता दिया काम चलाओ कि एब और प्रोक्साइट दिखे तो मार्कोनिक ऑफ रूल लगा के एंटाई मार्को यहां पर शिफ्टिंग नहीं होगी याद रखना नो शिफ्टिंग देखो जो शिफ्टिंग का मैकेनिज्म है सिर्फ और सिर्फ कार्बो कटान में चलता है फी रेडिकल वगैरह में शिफ्टिंग वगैरह नहीं होती जरा क्वेश्चन करा देते देखते हैं आपको आया कि नहीं मिटा र पॉज करके नोट कर ले मिटा रहे ओके देखो एक क्वेश्चन दे देते हैं देखते आप कर पा रहे हैं कि नहीं चलिए सारे प्रोडक्ट बनाइए इसमें इसमें इसमें इसमें पॉज करके आराम से करिए चारों केस का प्रोडक्ट बनाइए अलग-अलग क्याक बन रहा है हो गया पॉज करके पॉज करके कर लिया ओके चलिए यहां पे आते हैं h स है तो कोई टेंशन नहीं मार्कोनिक ऑफ रूल लगना है सिंपल डबल बॉन्ड खत्म हो जाएगा एडिशन रिएक्शन डबल बॉन्ड के उस कार्बन पे चलो उस कार्बन पे चलो है ना जहां पे हाइड्रोजन ज्यादा है यहां पे हाइड्रोजन ज्यादा है तो यहीं प हाइड्रोजन लग जाएगा यहां स यहां कोई शिफ्टिंग वगैरह होगी नहीं परेशान मत हो क्योंकि इलेक्ट्रॉन यहां पे आएंगे प्लस चार्ज यहां पे आएगा बोलो इमेजिन कर पा रहे हो क्या होगा इलेक्ट्रॉन यहां शिफ्ट होंगे प्लस चार्ज यहां अपने आप ये 3 डिग्री है इसके बगल में 2 डिग्री बगल में 2 डिग्री है कि नहीं भाई य सबसे स्टेबल कार्बो कटान बन सकता था जिसका बीच में इंटरमीडिएट होगा जरा उसको देखो इलेक्ट्रॉन यहां शिफ्ट हुए यहां पर हाइड्रोजन जुड़ा और यह कार्बो कटान 3 डिग्री है मोस्ट स्टेबल है तो कोई शिफ्टिंग टिंग का टेंशन नहीं एचबीआर प आ नीचे कुछ नहीं लिखा है तो मार्को ये भी नहीं एी देखते ही जब तक परइ ना लिखा हो तब तक सिंपल इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन इलेक्ट्रोफिलिक इलेक्ट्रोफिलिक वही इलेक्ट्रॉन य य प्लस आया हाइड्रोजन य जड़ गया ने स्प में य फिर h के साथ पर साइड इफेक्ट ब्जर्व नहीं होता सिंपल मार्कोनिक ऑफ एडिशन इलेक्ट्रोफिलिक एडिशन यहां पर इलेक्ट्रॉन घूमे h प् जाके अटैक मारा य प्लस आया फ य के जुड़ गया सिर्फ इस केस में आपको परइ इफेक्ट या एंटाई मार्कोनिक ऑफ रूल लगाएंगे अब डबल बॉन्ड के उस कार्बन पर हाइड्रोजन जाएगा जहां पर हाइड्रोजन कम यानी यहां पर हाइड्रोजन आ जाएगा और यहां पर आपका हैलोजन क्लियर तो यह था एल्कीन से एल्काइन बनाने का तरीका एल्कीन से एल्काइन हैलाइड बनाने का तरीका क्लियर मिट दे इसको बहुत बढ़िया इसमें एक पर्टिकुलर टाइप का एडिशन और होता है जिसको हम बोलते हैं एलाइक एडिशन एलेलिक एडिशन क्या है जैसे मान लो हमको लिख के दिया है अ क्वेश्चन ले लेते हैं ch3ch डबल बॉन्ड ch2 और एरो के ऊपर मान लो लिख दिया कोई हैलोजन एक्सट और साथ में लगा दिया कई चीज हो सकती है मान लो लगा दी कंडीशन कंडीशन बताते क्या क्या हो सक है बता एक्स भी हटा दो कुछ पर्टिकुलर मान लो यहां पर रिएजेंट तो एलाइक एडिशन क्या है कि एलाइल कार्बन प एडिशन होगा एला सब्सीट्यूशन लाक सब्सीट्यूशन तो एलाइक सब्सीट्यूशन क्या है कि एलाइल कार्बन पे सब्सीट्यूशन होगा वेरी इंपोर्टेंट यानी यहां इसको डबल बंड को कोई नहीं छड़ेगा यहां कुछ रिएजेंट लगा दिया और जो हैलोजन का एटम है वो यहां पे आ जाएगा डबल बॉन्ड एज इट इज रहा अटैक कहां हुआ अलाल कार्बन आई एम वेरी सॉरी अलाइक सब्सीट्यूशन है ये ठीक है इस पे भी पूरा वीडियो किया है र्च करोगे अलिक सब्सीट्यूशन फिजिक्स वाला फिर 4050 मिनट का एक वीडियो मिल जाएगा पूरा अब देखो रिएजेंट क्या-क्या है पहला रिएजेंट है हैलोजन एट हाई टेंपरेचर है ना करीब 400 से 500 डिग्री सेल्सियस पे कोई हैलोजन लिखा हो आपके पास क्लोरीन फलो ब्रोमीन ठीक है दूसरा क्या है क्लोरीन ब्रोमीन दूसरा क्या है अपना दूसरा अपना वेरी इंपॉर्टेंट एनबीएस एन ब्रोमो सक्सी माइड एनबी यह सिर्फ और सिर्फ एलाइक सब्सीट्यूशन ऑफ ब्रोमीन देगा एन ब्रोमो सक्सी माइड एनबीएस तीसरा है हमारा ए2 स2 यह सिर्फ एलाइक सब्सीट्यूशन ऑफ क्लोरीन अगर यह कोई रिएजेंट दिख जाए साथ में हैलोजन लगा हुआ दिख जाए तो हैलोजन को लाकर कहां चिपका दो डबल बंड के बग वाले कार्बन सब्सीट्यूशन रिएक्शन होगा कौन सा सब्सीट्यूशन रिएक्शन डेफिनेटली फी रेडिकल से भी प्रोसीड करेगा नोट कर लिया बहुत बढ़िया जैसे मान लो य लिख के दे दे स3 सी डबल बंड ch2 मान लो दिया स एट 450 डिग्री सेल्सियस या आपको लेके दे दिया so2 cl2 तो बोथ केसेस में कोई एडिशन रिएक्शन नहीं होगा ऐसा नहीं कि डबल बॉन्ड खुल गया एक स इस पे एक स इस पे कुछ नहीं डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे सब्स्टिटूशन हो जाएगा डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन इसमें भी डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे सब्सीट्यूशन हो जाएगा मान लो यहीं पे ये लिख दिया br2 एट 500 डिग्री सेल्सियस या एन बी एस इन द प्रेजेंस ऑफ सनलाइट और हीट ठीक एबीएस में कंडीशन होती है सनलाइट या हीट तो इस टाइम ब्रोमीन का एलाइक सब्सीट्यूशन ch2 बी सी डबल बंड सी2 सी2 बी सी डबल बंड स क्लियर है इन डेप्थ इसका भी बहुत मैकेनिज्म देखना है तो पर टाइप कर ना है एलाइक सब्सीट्यूशन फिजिक्स वाला ठीक है ठीक है नोट कर लिया अच्छा तो आज हमने प्रिपरेशन के बेसिकली तीन मेथड पढ़े दो ही मानो एलिक सब्सीट्यूशन अपना इतना इंपोर्टेंस नहीं लेगा दो ही मेथड आपने पढ़े एक एल्केन से डायरेक्ट हैलोजन करने का आपने देखा फिडिक मैकेनिज्म वगैरह फिर आपने एल्कीन से देखा एडिशन रिएक्शन जिसमें हमने बताया इलेक्ट्रोफिलिक भी हो सकता है फिरि डिकल भी अगर पोक्स इड नहीं लगा है तो इलेक्ट्रोफिलिक मार्कोनिक ऑफ रूल फॉलो कर दो उसमें कार्बो कटान का मैकेनिज्म भी समझाया और अगर पॉक्सी इड लगा है तब फिर एंडटाइम मार्कोनिक ऑफ रूल जहां पे फी रेडिकल है वहां कोई रिअरेंजमेंट नहीं है तो टेंशन नहीं लेना है लास्ट में हमने एलेलिक सब्सीट्यूशन बताया कि डबल बॉन्ड के बगल वाले कार्बन पे कब सब्सीट्यूशन होता है अगर हैलोजन हाई टेंपरेचर पे हो एबीएस हो या so2 cl2 तो आज का लेक्चर यहीं पे रोकेंगे नेक्स्ट लेक्चर में हम प्रिपरेशन ऑफ एल्काइन हैलाइड अल्कोहल से पढ़ेंगे एंड ब्रांड न्यू रिएक्शन उसमें क्लास 12थ के क्योंकि अल्कोहल के रिएक्शन आपने 11थ में नहीं पढ़े तो वहां इन डेप्थ मैकेनिज्म भी उनकी पढ़ाएंगे तो तब तक आप पुरानी चीजें रिवाइज करें पढ़ाई करते रहे ऑल द वेरी बेस्ट