Good morning, Namaste, Assalamualaikum, दोस्तो हाजिरू में आपके साबने DevOps का Lecture No. 4 लेकिन जिसमें आज हम स्टार्ट करने वाले हैं Linux बिल्कुल basic से बिल्कुल zero से हम Linux को start करेंगे और अगले 2-3 lecture में Linux का master बना दूँगा आपको उसके बाद कोई बद्धा आपसे Linux में कहीं से भी सवाल पूछे, आप बड़े इजीली उसका जवाब दे सकते हैं. बेहत दिल्चस्प लेक्चर होने वाले हैं, आप बस स्टार्टिंग से इसको देखें, और दो तीन दफा आप इसको देखें, और आप देखेंगे कि आपका confidence और Linux सब कुछ आपको समझ आ जाएगा ठीक है तो Linux की बात start करते हैं ज़्यादा time खराब नहीं करते हैं तो Linux की starting कहां से हुई देखिये Linux की starting हुई थी 1964 में Bell Laboratory ने एक project start किया हुँ Bell Laboratories ने एक project start किया था New Jersey के अंदर New Jersey के अंदर उन्होंने एक project start किया और उनका purpose क्या था? उनका purpose था एक ऐसा operating system बनाना जो यूजर हो जो एक साथ कई यूजर उस पर काम कर सके मल्टी यूजर मल्टी टास्क टाइप का ओपरेटिंग सिस्टम बनाना चाहते थे जो ने इस प्रोजेक्ट को विड्रॉआ कर लिया, बंद कर दिया कि यार ये हमसे नहीं हो पा रहा, उसी प्रोजेक्ट के अंदर, उसी प्रोजेक्ट के अंदर डैनिस रिची और कैन थोमसन, ये दो बंदे थे, पाँच बंदे थे वैसे ये टोटल पर ये दो बंदे थे, ज full form भी बताऊंगा तो 1969 में Bell Laboratory ने इसको withdraw कर लिया और उसके बाद 1969 में Dennis Ritchie जिनका नाम आपने काफी सुना होगा जो लोग IT background से है C language इनों ने लिखी थी ठीक है तो इनों ने ही इसको भी बनाया था Ken Thompson इन दोनों लोगों ने मिलकर इस पर काम करना शायदा था शुरू किया इसी project पर जो इनका project रुक गया था इस पर नए सिरे से काम शुरू किया इन्होंने का यार हमें ये operating system बनाना है हम लोग research करना चाते हैं space से related और ये सब और हमें इसके लिए इस OS की ज़वत पड़ेगी इस operating system की ज़वत प यह नाम था यह बाद ने यह बन गया आपने देखा होगा जनरीलोग एक्स लगा रहते हैं सी एस की जगह तो यूनिक्स इसका नाम था और इसकी फुल फर्म थी यूनिप्लेक तो इन्होंने Unix नाम का एक OS बनाया और ये जो Unix था ये free था, free for all, यानि इसका जो source code इन्होंने रखा वो भी free रखा कि कोई भी देख स फ्री रखी थी कि यार ये सब के काब आने चाहिए जैसे हमारा परपस है टेकनिकल गुफ्तगूगा कि हम चाहते हैं यार ये education को लोग पर पस्ताह कि यार हम इसको फ्री कर देते हैं अब इन्होंने इसको साहब फ्री कर दिया फ्री मतलब कोड सब को बता दिया अब उसके बाद 1975 में इसका एक version आया था जिसको बोलते हैं Unix वर्जन 6 यह बड़ा पॉपुलर हुआ फाइनली इसमें अडवांसमेंट होते रहे और यह बड़ा पॉपुलर हुआ लोगों ने इसको इस्तेमाल भी किया और तभी 1975 के आफ़पास कई सारी कंपनियां आपको पता यह कंपनिय यूनिक्स से जो वर्जन बने वो वर्जन क्या थे? IBM ने अपना वर्जन बना दिया AIX नाम से 1975-1980 के दर्वयान की यह बात है Sun System ने अपना बना दिया Sun Solaris के नाम से even apple ने अपना बना दिया mac os के नाम से hp ने अपना बना दिया ux के नाम से इन्होंने अपने unix के version बना दिये इन्हें आप flower of unix कह सकते हैं flower of unix तो पहले unix आया था unix से यह इन्होंने अपने खुद के operating system बनाए, जिनने हम flower of Unix कह सकते हैं, और उसके बाद, यहाँ आप देखेंगे, इनी में एक version आया बाद में, Linux हाला कि Linux की कहानी थोड़ी अलग है पर Linux को माना जाता है कि वह Unix से ही निकला है तो Unix उनिक्स को उसका पेरेंट माना जाता है और लाइनेक्स को उसका हिस्सा माना जाता है तो हम ये मान लेते हैं कि इसी फ्लैवर आफ उनिक्स में लाइनेक्स भी है ये जो student था, इसी के नाम से Linux बना है, S अटाके X लगा दिया है, ठीक है, Linus Torvald नाम का जो student था, 1991 में इस बंदे को अपना एक काम करना थ अपने प्रोजेक्ट पर काम करना था अब उस प्रोजेक्ट के लिए इस ने इस यूनिक्स को पता किया कि मैं यूनिक्स पर काम तो इसने देखा कि हर कंपनी अपना बना रही है ये वाला code जो था ये ��ब पुराना हो चुका था और इसके नए version सारे महंगे थे हर कंपनी अपना दे रही है पेड़ वर्जन दे रही है यानि फ्री उसको मिला ही नहीं बेचारे को उसने अपने सर्च के लिए जो चाहिए था हर कंपनी ने अपने टैग लगा के बेचने शुरू कर दिये मार्किट में फ्री कुछ नहीं रहा सब कुछ पेड़ हो गय कि यार ये चीज गलत है मैं सीखना चाहता हूँ और मैं नहीं सीख पा रहा क्योंकि ये free नहीं है और इनके दिल में भी फिर यही ख्याल आया कि मैं अगर बनाऊंगा तो मैं free दूंगा लोगों को ताकि वो इसका इस्तमाल कर सकें और इस चीज को use कर सकें तो ऐसा लोग कहते हैं, बहुत सारी जगा लोग ये कहते हैं कि Linux जो है वो Unix से ही बना है, या बहुत जगा ये भी सुनने को मिलेगा, Linux is a clone of Unix, clone है, clone मतलब हुगा हुँ है, उसी से बनाया गया है, बट ये reality नहीं है, Linux स्टार्टिंग से स्टार्ट किया गया उसका कोड बिल्कुल जीरो से लिखा था लाइनस ने लाइनस चोरवाल ने बिल्कुल स्टार्टिंग से उसने इसका कोड लिखना स्टार्ट किया था बेसिक से बिल्कुल मुझे बड़े पसंद है और बड़े बढ़िया पढ़ाते हैं ये तो Andrew Tannenbaum इनकी किताब भी आपने पढ़ी होगी कंप्यूटर नेटवर्क के नाम से आती है, Pearson Publication की, बड़े अच्छे राइटर है, इनोंने एक operating system बनाया था, प्रोफैसर है, बड़े न बच्चों को पढ़ाने के लिए, यही फर्क है हमारे मुल्क में और औरों के मुल्कों में कि यहां बच्चों को practical knowledge देने के लिए master या professor कहना है बेटा तुम ऐसी चीज बना के दिखाओ अरे भाई तुम तो पहले उनको एक basic बुनियादी बात करके दिखाओ बना के दिखाओ तब वो उसको समझते हुए कुछ आगे का बनाएंगे लेकिन यहाँ पर ऐसा नहीं होता यहाँ प Linus ने इसी operating system को पढ़ा, इसको अपनी बुनियात बनाया और अपना operating system ready किया, मैं अभी operating system term जरूर इस्तमाल कर रहा हूँ, but Linux is actually not an operating system, it is इसने एक अपना operating system बनाया और जिसका नाम इनोंने दिया Linux ठीक है इनोंने यह बनाया और यह इनोंने free रख दिया यह बड़ा popular भी हुआ इस्तेमाल कर सकता है अब इसी लाइनेस से यह जो लाइनेस इन्होंने बनाया 1991 में मेरे ख्याले इन्होंने बनाया था अब इसके बारे में जरा कुछ बात करते हैं तो इन्होंने यह बनाया यह बड़ा पापुलर हो गया उसी तो इस विशेष ने एक बार नियुक्त और चीजों में होता है ऐसी उस जमाने में आया जब ये बड़ी IBM, Apple जैसी company है जब softwares पे अपनी पकड़ बना के बैठी थी और लोग नहीं सीख पा रहे थे उस टेम एक movement चला free software movement और उसी movement में एक movement था जिसे GNU कहा जाता है GNU वही movement का नाम है ठीक है GNU एक movement है जिसमें हम बहुत सारे software हमने free कर दिये कि भाई अपने developers ने software बनाए कि ठीक है हमें बड़ी कंपनियों को सॉफ्टवेयर खाइदने की ज़वत नहीं है हम आपको सॉफ्टवेयर प्रवाइड कराएंगे तो इन्होंने ये software बनाए Linux जो है वो actually में एक kernel है क्या है kernel लाइनेक्स एक कर्नल है ठीक है देखिए कर्नल और ओपरेटिंग सिस्टम दो चीजे होती है हालांकि मैं इसकी बुनियाद में बात आप बहुत सारे software, एक operating system जो है, वो kernel और software के मिलके बनता है, इतनी बात आप याद रखें, एक operating system, kernel और software, कई सारे software होते हैं, package होते हैं, उनको मिलकर बनाया जाता है, तो kernel तो Linux हो गया, GNU के software हो गया, इन दोनों को मिलकर जो बनाया गया, उसे हमने कहा OS यानि Operating System कोई भी Operating System जैसे आप अपने Laptop में जो Window इस्तेमाल करते हैं वो क्या है?
वो Operating System है ऐसे ही Linux GNU को हम Operating System कहते हैं Linux खाली अपने आप में नहीं है लेकिन यह इतना popular हो गया कि आज की date में हम Linux को अगर operating system बोलें तो गलत नहीं है ठीक है जैसे आप बजार में जाते हैं और कपड़े दोने के लिए आप कहते हैं भाईया surf दे दो तो surf actual में term तो detergent होनी चाहिए कपड़े दोने की चीज को detergent कहत और वो ठीक भी है वो गलत नहीं है but actual में Linux plus GNU is operating system Linux अपने आपने kernel है अब kernel क्या होता है kernel operating system का एक हिस्सा है पूरा operating system नहीं है ठीक है ना तो kernel के साथ कुछ चीज़े जोड़ दोगे कुछ software जोड़ दोगे हाँ तब वो operating system बन जाएगा तो अब यहाँ पर मैं आपको दिखाता हूँ यह सब आप लिखते रहना साइड बाई साइड ठीक है तो आप वीडियो को पॉस्ट करके लिख सकते हैं और लाइक अभी कर दें वीडियो को ठीक है एंड का इंतजार ना करें चले अच्छी बात है तो अब ये Linux आ गया देखे Unix से Linux आया अब Linux से फिर बहुत सारे वर्जन्स अलग-अलग कंपनी ने बनाए ठीक है कुछ free है कुछ paid है वैसे Linux देखा जाए तो free है Linux का सबसे बड़ा benefit क्या है सबसे बड़ा benefit ही है open to all, open source code इसका जो पूरा operating system का source code है सबके लिए accessible है, पूरी दुनिया के लिए, इंटरनेट पर मिल जाएगा, यानि अगर आप अपना खुद का operating system बनाना चाहूँ, तो बना सकते हो, क्योंकि code आपके पास available है, थोड़ा बहुत changes कर दो और बना दो, और यही किया बहुत सारी companies ने, इनोंने इस code को उठाया और अपना एक operating system बना दिया जिसे red hat enterprise Linux कहा गया और ये सबसे popular है market में red hat के नाम से आपको पता ही है इसके certifications भी होते हैं तो red hat ने क्या गिया इसी को उठाया कुछ चीज़े अपनी जोड़ी और अपना सामान बना के बेगा बेचना शुरू कर दिया अब जैसे यह कुछ ऐसा है जैसे आप बाजार में जाएं और आप बाजार में कहें कि साहब मुझे जो है आप वह दे दो मौसमी का जूस दे दो तो अब मौसमी का जूस जो है टैकिंग वाला वह आप बना तो हर भी मौसमी सी है ना अब कोई Real Juice के नाम से बेच रहा है कोई Tropicana के नाम से बेच रहा है कोई Pepsi के नाम से बेच रहा है Pepsi कंपनी के जो अपने परड़क्ट साते हैं तो अलग-अलग कंपनीों ने कोई Baba Ramdev के नाम के अपने परड़क्ट बेच रहा है कोई किसी और नाम से बेच रहा है बेच रहा है ना fresh के नाम से बेच रहा है तो अब है तो सब बना हुआ मौसमी से तो यह मेरी मौसमी है Linux और यह वह कंपनिया है जो उसका जूस बना-बना के आपको सर्व कर रही है ठीक है तो रेड हैट एक हो गया इसके इलावा जो बड़ा है वो है Fedora, Fedora भी काफी popular है, इसके बाद है Debian, यह एक आप कहलें यह एक company है एक तरीके से, आप इसको ऐसे कहलें, हाला कि proper company कहना भी ठीक नहीं होगा सबको, यह जैसे यह तो company है Redhead, बट यह group है, Fedora एक group है, ग्रूप है लोगों का ग्रूप है कुछ-कुछ ऑग्नाइजेशन का तो उस तरीके से है बट ठीक है हम इसे कंपनी मान लेते हैं जूस बनाने वाली कंपनी तो यह रेडफैट हो गया फैडरा हो गया डेबियन हो गया अब उसके बाद अदर्स आते हैं अदर्स में फिर वो सारे free operating system आ जाते हैं जो आप इस्तेमाल करते हैं जिसमें कौन-कौन से आते हैं Ubuntu बड़ा famous है Ubuntu के बाद आप देखेंगे आपका क्या नाम है उसका centOS centOS या centOS भी कहते हैं यह बड़ा पॉपुलर है ठीक है और भी आते हैं Amazon का अपना आता है Amazon Linux तो यह और भी बहुत तरीके के आते हैं और यह इली में से किसी में से है इन्ही के किसी पीडी में से है आप ऐसा कह लें इन्ही से निकले हुए पर यह फ्री वर्जन है जो फ्रीली अवेलेबल है क्योंक पार्चेज ले system इनका भी free है ठीक है तो अब Linux के कई सारी companies हैं जिनमें Ubuntu, CentOS ये बड़े popular हैं, popular होने के reason क्या है जैसे आप बात करें CentOS की तो ये सबसे fast माना जाता है, सबसे fast है, जितने भी generations हैं, जितने भी type के हमारे Linux operating system आते हैं, उनमें ये सबसे fast है Ubuntu की बात करेंगे तो Ubuntu के बारे में कहा जाता है कि दुनिया में third most used operating system है ये दुनिया में तीसरे नंबर पर इस्तमाल किया जाने वाला operating system से popular operating system है Ubuntu का मतलब क्या होता है यह एक African ने बनाया था और इसका मतलब होता है Teamwork तो यह बड़ा popular है Ubuntu यह एक African ने बनाया था यह जो है Community Enterprise Operating System, Santa West की full form है Community Enterprise तो यह कुछ गुरूप ने मिलके बनाया था और इसको भी नोने free रखा ठीक है अच्छा एक जो लोग non-technical हैं उनके लिए बता दूँ operating system में दो चीज़े होती हैं दो तरीके से आप operating system इस्तेमाल कर सकते हो या तो command line interface के थूँ, जिसे CLI कहा जाता है, command line interface, ठीक है, मैं लिख भी देता हूँ, चुकी हो सकता है आपको मेरी आवाज नहीं समझ आती, कई बार अगर वो चीज हमने नहीं सुनी हुई, तो मैं नहीं चाहता कि किसी भी एक चीज यूजर इंटरफेस तो ऑपरेटिंग सिस्टम दो तरीके का हो सकता है दो तरीके मतलब उसके देखने के या काम करने के तरीके command line का मतलब है वहाँ पे सिर्फ command चलेगी काली सी screen दिखेगी laptop के उपर और उस काली सी screen के उपर यह आपको जो है आज कमांड चलानी पड़ेंगे काली से याद आया यहां पर एक और लिनेक्स होता है काली लिनेक्स आपको पता है मुझे hacker hacking के लिए इसी Linux का इस्तेमाल करते हैं इसमें कुछ ऐसे tools added हैं जो hacking में बड़ी मदद करते हैं तो काली Linux होता है अच्छा तो मैं आपको बता रहा था कि operating system दो तरीके से इस्तेमाल या access किया जा सकता है CLI के थूरू या GUI के थूरू आपने window में जाके command prompt देखा होगा CMD command prompt तो वो जो command prompt है वो क्या है command line interface फोल्डर बनाना चाहते हैं, आप कोई फाइल डाउनलोड करना चाहते हैं, कमांड देनी पड़ेगी, दूसरा होता है ग्राफिकल, ग्राफिकल मतलब आपको फोल्डर नजर आ रहे हैं, आप गए, स्क्रीन पर राइट क्लिक किया, वहाँ पे न्यू फोल्डर का उप्षण बस क्लिक करते जाओ, है ना, तो विंडो क्या है, विंडो का पापुलर क्या है, विंडो का ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पापुलर है, विंडो इसलिए ज़्यादा इजी वानी जाती है, दुनिया में सबसे ज़्यादा विंडो अगर लोग इस्तमाल करते हैं, अ� CLI का मतलब जहां कमांड टाइप करनी पड़ती है Linux के अंदर भी दोनों चीज़े होती है कुछ Linux हैं जिसमें आपको graphical भी मिलेगा पर इसका graphical popular नहीं है इसका CLI popular है ठीक है जैसे window का GUI popular है वही लोगों को पसंद आता है ऐसे Linux इस्तमाल किया जाता है अपने CLI के लिए इसका ये बहुत अच्छा है बहुत easy है user friendly है और बहुत easy way में नहीं है तो यह operating system में दो चीजें होती है तो Linux का क्या बढ़िया है CLI बढ़िया है GUI होता है यह अगर कोई आपसे पूछे कि क्या Linux में GUI नहीं होता है सब में नहीं आता जैसे हम Linux की बात करेंगे यहां हमें GUI नहीं देखने को मिलेगा वैसे होता है पर आप Ubuntu में CentOS, Cent कहते हैं तो आप वहाँ command के थूबी काम कर सकते हैं तो OS की यह दो चीज़े हो गई अब मैं आपको कुछ और बातें बता देता हूँ अब जरा Linux के अगर point की बात करें तो यह बात मैं clear कर चुका हूँ कि Linux एक kernel होता है operating system नहीं होता फिर भी अगर आप इसे Linux is a operating system कहते हैं तो बना है ये बात आप जरा याद रखेगा यह ऐसा नहीं है Unix से बनाए, यह बात सही है कि कुछ commands यानि सेम तरीके से चलते हैं, बट इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो Unix से बनाये गया है, मैंने आपको बता दिया, MyNix जो है, उस तरीके से उसने अपने इसाप से बनाया तो आप कुछ चीजें similarity हो जाती है अब यार आप मोस्मी का जूस बना रहे हो दूसरा बंदा मो same होने वाला है, है ना, at the end मोस्मी को दबना है, ठीक है, तो यही बात यहाँ पर है कि आप जब कुछ काम कर रहे हैं तो वो कुछ code same हो सकते हैं, कोई tension नहीं है, अब Linux distribution, हाँ, देखें एक चीज़ और, Linux के जो operating system आते हैं ना, यहाँ जो companies हैं जिनकी मैंने नाम लिया था अभी Fedora है, Red Hat है, या फिर Debian है, ये family है actually, इनके अपने बहुत सारे distributions आते हैं, distribution मतलब different तरीके के Linux versions आते हैं, जिनने distribution कहते हैं, Linux distribution. distribution कुछ नहीं है kind of operating system को distribution यहाँ पर बोला जाता है actually Linux में और window में तरम्स का फरग है तो यहाँ पर distribution उसे कहते हैं आप ऐसा समझें तो जैसे window 7 है window 8 है window 10 है तो वो क्या है window के distribution है ऐसे Linux के distributions आते हैं ठीक है अलग-अलग versions आते हैं यह आप समझें तो Linux distribution is the Linux kernel and a collection of software तो distribution and a collection of software तो मैं यह आपको बता चुका हूँ कि Linux operating system क्या होता है Linux plus GNU GNU मतलब software collection of software तो यहाँ पे आप लिख भी सकते हैं Linux OS क्या होता है यह combination होता है line x kernel का और plus GNU यानि software का, तो उसे मिला के जो बनाओगे उसे Linux OS कह लो, या फिर Linux Distribution कह लो, एक ही बात है, Distribution मतलब यहाँ पे आप OS लेके चलें, हमें सिर्फ बुनियादी बाते समझनी है, ठीक है, हमें confused नहीं होना, बहुत high level बाते करके, ठीक है, वो university के professors का काम है, ठीक है तो हमारा काम नहीं है हमारा काम है काम को आसान करना university वाले बहुत अच्छे से करना जानते हैं ठीक है इसलिए हिंदुस्तान की आधी university जो है even private universities का तो इतना बुरा हाल है कि मैं क्या बताऊंगा मैं तो यही सलाह दूंगा कि बड़े एड है तो आपने करनी है MIT से करें, बहुत अच्छे Government Colleges available हैं, Punjab Engineering College available है, जितना सरकारी College है हमारे पढ़िया है डेली टेक्निकल यूनिवर्सिटी है लेकिन जो प्राइवेट यूनिवर्सिटी जाना किसी का भी नाम ले लो आप बरबाद है बरबाद जिसे कहते हैं तो वहां से करना ही मता और जिन्होंने करी है वो खुद ही जानते हैं वहां पे क्या होता है ठीक है तो मैं सरकारी कॉलेज और में कमी होती थी और वहां पर भी पढ़ाई ऐसी को मेरी बहुत अच्छी नहीं थी मैं सरकारी कॉलेज से जरूर हूं लेकिन बड़ा छोटा था रीजिनल कॉलेज था मेरे शहर का तो मिनजीनेरिंग कॉलेज और हमने उस जमाने में लाइक करी थी और लेकिन यह था कि हां एक पढ़ना आ गया था और सेल्फ स्टेडी करने का तरीका जो होता है वह हमें पता लोगों के यहां पर तो हम लोग वह लेकर जाते थे और हम उसे रात में हम खाना खाकर यूनिवर्सिटी में जाते थे घंटा दो घंटा चार घंटे पढ़ते थे तकरीबन रात के दो तीन बजे हम वहीं सो जाते थे फिर सुबह उठते थे तब हम अपने रूम जाते थे ब्रेकफास्ट करने फ्रेश होने और बाकी कामों के लिए फिर हम वापिस आ जाते थे फिर हम दिन बर पढ़ते थे फिर वहाँ पर एक चाय की दुकान होती थी तो वहाँ जब हमारे सारे यार दोस्त दिन बर में वो भी हमारे से मिलते थे तो हम जाते थे हमारे चा जब आप एक यूनिवर्सिटी के अंदर पढ़ने का और कॉलेज में पढ़ने का यही एक डिफरेंस है। जब आप कैम्पस में पढ़ते हैं, तो वहाँ सारे रिसोर्सिज अवेलेबल होते हैं। विलेबल होते हैं सेंट्रल लाइब्रेरी भी आपके पास होती है आपके पास इवन जिमनेजियम भी होता है आपके पास ऑडिटोरियम पहले जब भी अमारा मन करता था पीने का तो नहीं बड़े-बड़े सफर्टिव डॉटर doctor होते थे, तो वो भी घर जमाने थे, चलो छोड़ो यार मैं पढ़ा दू नहीं तो तुम कहोगे चले छोड़े sorry तो Linux kernel plus GNU तो ये इन दोनों को मिलागा आगे क्या बनता है? Operating System बनता है तो ये कुछ बुनियादी बाते थी जो अभी तक हमने डिस्कस करी अब बात आती है आखिर Linux, Linux क्यों नहीं हर कमपनी Windows इस्तेमाल करती window हमें चलाना भी आता है और window जो है है इतने सारे जगह पर चल रहा है हर घर में विंडो ही मिलेगा हर किसी के लैपटॉप में फिर यह कंपनी लिनेक्स क्यों चलाती है एक स कर पाएंगे अब यह सवाल आपके दिमाग में आता हुआ कि आखिर कंपनी लिनेक्स क्यों प्रेफर करती हैं या हर जगह लिनेक्स की रिक्वायरमेंट क्यों है हर कंपनी यह क्यों कहती है लिनेक्स आनी चाहिए वह विंडो पर काम क्यों नहीं करते इसका reason मैं आपको बतातूं, देखें window जो है न, window का जो code है, जो window ने अपना code बनाया उस operating system को बनाने के लिए वो code उनी के पास है, उन्होंने operating system, फिर उनको कौन खरीदेगा, Microsoft का operating system कौन खरीदेगा, तो Microsoft operating system है उसका code जो है वो किसी के साथ share नहीं किया गया वो Microsoft के पास ही है अब अगर आपको Microsoft की window चलानी है तो आपको Microsoft से ही उसका license लेना पड़ेगा तब आप चला सकते हैं वो बात अलग है आप कहेंगे मैं तो इंटरनेट से download कर ली crack करके चला ली ओ मेरे भाई घर पे ठीक है घर पे तुम चला रहे हो company में चलाओगे न अभी आ जाएंगे वो जो compliance और regulatory वाले होते हैं आप pirated कोई भी software company के अंदर नहीं नहीं चला सकते यह अलाउड नहीं है और विंडोस को ट्रेस कर लेता है मेरे खुद के सामने का केस है कि वह ट्रेस हो गया था हमारे कुछ बंदे पायर ट्रेस विंडो चला रहे तो बंदे आ गए थे कंपनी से और उन्होंने कहा था कि इतने operating system आपके यहाँ pirated चल रहे हैं कहते हैं आप license चलाओ इनको मना कर दो यह ना चलाएं आप MS office आप window का कोई भी product आप pirated नहीं चला सकते हैं company के अंदर और license कितने का होता है एक operating system दस अजार रुबे का आता है समझ रहे हैं, MS Office की अलग कीमत होती है, 4-5,000 रुपए, ये तो मैं छोटी-छोटी बात बता रहा हूँ, सर्वर Operating System उनका खरीदोगे, Windows Server 2012, 2016, उनकी कीमत अलग है, तो आपको उसका license लेना पड़ता और वो भी कुछ सालों के लिए आता है, lifetime नहीं आता तो अब यार ये बड़ा खर्चा है कि हमें हर साल के लिए उनसे license खरीदना है अब एक company जिसे 1000 server लगाने है, उसको पहले तो विंडो के license की कीमत देनी पड़ेगी और दूसरी बात वो license की कीमत इतनी जादा हो जाती है और दूसरा हम उसमें changes कर नहीं सकते window ने जैसे जैसा बना के दिया हमें वैसा ही चलाना है हमारे पास ऑप्शन नहीं है यानि विंडो जैसा कोई और ऑपरेटिंग सिस्टम मैं चाहता हूं तो मार्केट में अवेलेबल ही नहीं है सिर्फ विंडो ही है माइक्रोसॉफ्ट का ही प्रडक्ट है जबकि लिनेक्स में बहुत सार ही है या इस तरह के कामों के लिए है जहाँ पे tracing करनी है, penetration करनी है लेकिन window में ऐसा कुछ नहीं है window का अपना ही एक product आता है बस सीधा साधा सा वो ही बिकता है market में इसी वज़े से पहली बात Linux के options बहुत ज़ादा है इसलिए हम Linux को prefer करते हैं दूसरी बात Linux free है window के case में कीमत देनी पड़ती है सबसे बड़ा reason यही है सब company का Linux को इस्तमाल करना क्योंकि यह free है इसलिए उन्हें कोई tension नहीं रहती के कोई licensing fees नहीं देनी है ये सबसे बड़ा reason है company में सबसे ज़्यादा Linux इस्तेमाल होता है विंडो इस्तेमाल नहीं होता उसका सबसे बड़ा reason है Linux is free समझ में आ रही है बात आप इसके paid version ले सकते हो it depends on you जैसे red hat का enterprise version आप ले सकते हो पर वो भी बहुत कम कीमत का आता है तो ऐसे कई सारे benefits हैं जिसकी वज़े से market में Linux जादा popular है और हर company में अगर आपको किसी भी company में काम करना है तो Linux की knowledge होना बहुत ज़्यादा है जरूरी हो जाता है ठीक है तो कोई दिक्कत नहीं है तीन lecture देख लो master हो जाओगे आप ठीक है तो अब पहली चीज क्या benefit है आप features कह लें या advantages कह लें एकी बात है अगर interview में कोई आप से पूछ लें, अलागी basic बातें हैं तो कोई पूछेगा नहीं, but आपको मालूम होनी चाहिए, advantages क्या होती है, open source, open source मतलब जो इसका code है, वो सब के लिए available है, कोई भी उस code को access कर सकता है, अपना खुद का operating system बनाना चाहे, उस code में change करके तो बना सकता है, इन सब companies ने यही करा, red और Debian ने, Fedora ने, इन सब ने यही करा है, CentOS, Ubuntu, इन्होंने, उस main code को change कर करके, अपने हिसाब से modify करके बनाया है, किसी ने उसमें GUI भी add कर दिया, है न, तो आप, जो उसका code है, source का मतलब, open source का मतलब है, code की बात कर रहा हूँ, और कोड जिस कोड में वो लिखा गया operating system वो free है ठीक है even आपको एक चीज और बता दू जो android है android वो linux पे ही लिखा गया linux पे उसका background जो है android का वो linux है linux kernel है उसका kernel जो है वो Linux ही है ठीक ह अच्छा, दूसरा secure बहुत है, अच्छा ये बात आपने बड़ी सुनी होगी कि Linux बड़ा secure है और window के मामले में, window जल्दी hack हो जाता है, hackers दो तिल reason है पहला window में जब virus आता है तो वो पूरे system में फैलता चला जाता है पूरे system के folders में drive में फैलता चला जाता है पूरे window को corrupt कर दे Linux के अंदर ऐसा नहीं है, Linux का जो वाइरस है, अगर Linux को कोई अटेक करता भी है, पहली बात तो इस पर वाइरस का अटेक होता नहीं है जनरली, ठीक है, इतना इजी नहीं है, वो भी मैं बताओंगा बड़ी basic सी बात है क्यों नहीं है, बट अगर कोई अटेक करता भी है, तो Linux क corrupted file download कर ली उसमें वो virus था तो वो virus उसी में रहेगा वो फैलेगा नहीं जबकि window के case में वो virus पूरे system को corrupt करने लगता है और खराब करने लगता है ये एक बुनियादी reason है इसलिए कहते है Linux में ज़ादा secure है अब window में अगर आपको वो virus हटाना है तो आप antivirus डालते हैं अलग से company का पैसा बच रहा है Linux में उन्हें virus अगर antivirus की जरूरती नहीं है ठीक है antivirus free है वहाँ पर जरूरती नहीं है अगर वहाँ virus है तो क्या करना पड़ेगा Linux के case में virus आ रहा है तो जिस file में virus है या corrupted है उसे delete कर दो उसके इलावा दूसरी file वहाँ पर अपनी copy paste कर लो window के case में ऐसा नहीं है window के case में antivirus से भी अगर virus नहीं निकला तो last option बसता है आपको window दुबारा install करनी पड़ेगी पर क्या company में ये possible है कि मैं एक बार मेरा जो काम चल रहा है उसको मैं uninstall करके दुबारा install करूँ, possible ही नहीं है, ऐसा कभी नहीं होता, इसी लिए भी हम Linux इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि वहाँ पे ऐसा कोई issue नहीं है, virus अगर किसी file में है, तो उसे delete कर दो, virus गया, ठीक है, तो यह पहला reason है, यह secure है, अच्छा दूसरा reason, कहते हैं कि Linux पे hacker attack असान है, क्योंकि Linux के अंदर command इतनी सारी है, कि Linux को समझने के लिए hacker के भी तोते उड़ जाते हैं, तो इसी लिए hacker Linux को नहीं चूते, क्योंकि Linux को hack करना उनके लिए भी टेड़ी खीर है, ऐसा नहीं है, hack नहीं हो सकता, करते हैं, पर बहुत कम, 5% Linux होता है, 95% वो window पे attack करते है बड़ेंगी उनके लिए भी मुश्किल टास्क हो जाता है तो वह लिनेक्स को जनरली नहीं छेड़ते ठीक है वह हमेशा विंडो पर टैक करते क्योंकि विंडो पर टैक करना ज्यादा इजी है ठीक है तो यह पहली बटो यह कुछ चीजें है की वज़े से Linux को secure मानते हैं तीसरा simplified update for all installed software यहाँ पे update करना software को update करना बड़ा easy है एक command होती है yum update और उसके बाद software का नाम लिख दो suppose आपने java का तो जावा लिख दो, आपको chef का update करना है, chef लिख दो, update chef कर दो, तो वहाँ पे खाली आपने yam update chef करना है, update हो जाएगा, आपको कुछ करना है नहीं, एक simple सी command है, update chef, update कर देगा वो, तो यहाँ पे commands बहुत easy है, अभी तक हमें मुश्किल है, देखिए, मेरा हमेशा से यह मानन आपके लिए एक ऐसी दुनिया है जिसमें हमने एंटर नहीं किया लेकिन आज के बाद Linux आपके लिए हलवा होगा ठीक है आपके लिए वैसे ही होगा जैसे मेरे बाकी लेक्चर्स होते हैं बस खाने हैं बस आपको जूस है ना जूस पीना है बस ठीक है तो आप बस मेरे एक फ एक किलो का है, दो किलो का है, पांच किलो का है, कितना, lightweight कितना है, ठीक है, मैं भी lightweight हूँ, लगता है क्या, नहीं, overweight हो गया हूँ मैं आजकल, चले, अच्छी बात है, किसने comment भी किया था एक बार, सरा मोटे हो गया है यार, दो साल के अंदर, चले, तो lightweight का मतलब क्या है, lightweight का मत जो फ्री हो बाकी 4GB operating system यूज़ कर रहा है, Android खा रहा है और बाकी की apps खा रही हैं, तो ऐसे यहाँ पे lightweight होने का मतलब है कि यह RAM consumption इसका बहुत कम है, पढ़ चुके है उनके लिए भी यह नई चीज में बता रहा हूं आप कभी नोटिस करिएगा जब आप Linux को इंस्टॉल करते हैं Linux Machine Launch करते हैं EC2 Instance, तब जो हमें by default storage मिलती है, वो 8 GB मिलती है, जबकि window के case में हमें 30 GB मिलती है, यह reason कभी आपने notice किया कि क्यों वहाँ पे कम मिलती है और वहाँ ज़ादा मिलती है reason यही है window को ज़ादा जगा चाहिए ठीक है दोनों आदमी हैं लेकिन एक मोटा आदमी है उसे दो कुर्सियां चाहिए बस में बैठने के लिए काम दोनों कर सकते हैं ऐसे ही operating system है दोनों का काम same है एक कम जगा गेटता है तो Linux जो है वो lightweight है इसलिए ये जादा beneficial है इसका benefit ये भी है कि आप ये समझें कि अगर अगर आपके पास 1 GB RAM है Linux machine के अंदर, वो equivalent है आपके 50 GB RAM के बराबर, window में, window की 50 GB RAM के बराबर है, क्योंकि यह इतना lightweight है, कि performance इसका बहुत अच्छा है, तो इस case में अगर यहां 50 GB आप इसको दे दोगे, तो यह super computer की तरह काम करेगा, super तो नहीं, मेरा पतलब बहुत सारे user इस इतना लाइटवेट है कि इसका 1 जीबी विंडो के 50 जीबी के बराबर परफॉर्मेंस देता है तो लाइटवेट होने का मतलब है कि इसका जो फुटप्रिंट बोलते हैं टेकनिकल टाम होती है फुटप्रिंट footprint मतलब कि उसकी जो जगह घेरने की शमता है footprint जैसे यह समझे आपकी आप बस में मैंने बताया ने तो ऐसे ही operating system है यह lightweight होने का मतलब है यह है तो operating system ही लेंगे लिए स्पेस छोड़ देता बाकी एप्लीकेशन रन करने के लिए ज्यादा स्मूथ एक्सपीरियंस मिलेगा क्योंकि उनको ज्यादा रेम मिल रही है इस्तेमाल करने के लिए मल्टी यूजर मल्टी टास्क इसका क्या मतलब है मल्टी यूजर मल्टी इसका मतलब है कि आप एक Linux machine को एक सर्वर से multiple users को access करा सकते हैं यानि आपने एक यहाँ पे suppose करें Linux का CPU लगा दिया आपका main CPU है ये तो इसको multiple user यूज कर सकते हैं और उनकी अपनी-अपनी स्क्रीन होगी वह अपना-अपना काम करेंगे और उनका जो सीपीएव होगा वह शेयर होगा ठीक है वह शेयर सीपीएव होगा शेयर स्टोरेज होगी इवन जो उनकी मेन हार्ड डिस्क होगी वह भी यहां पर कॉमन और ये सारे इसमें काम कर रहे होंगे, जो save करेंगे, यहां save होगा, जो CPU है, वो यहां से इस्तेमाल कर रहे हैं, जो RAM है, वो यहां से ले रहे हैं, ठीक है, तो multiple user एक साथ काम कर सकते हैं, इसलिए company के अंदर 50 बंदे एक साथ, एक ही server से अपना काम कर सकते हैं, और किसी की performance में फरक नहीं आएगा, किसी का भी system slow नहीं होगा, और सबसे बड़ी बात window में भी यह चीज possible है, पर window में limitation होती है कि इतने ही user काम कर सकते हैं, Linux के अंदर कोई limitation नहीं है, आप n number of users connect कर सकते हैं, multiple users, एक साथ एक ही machine से 50 बंदे, इसको आप ऐसे समझें कि मेरा एक laptop है, मैं अपने laptop पे अकेड़ा काम कर रहा हूँ, ऐसा कभी possible नहीं है कि मेरे laptop को दो बंदे चला रहे हैं, मैं भी चला रहा हूँ, और एक बंदे को और मेरे ही laptop की screen दिख रही है, पर वो अपनी मरजी से screen को change कर सकता है, मेरी screen मैं चला रहा हूँ, और फोल्डर खोल के बैठे हैं मेरे लैपटॉप को और वो उस पे काम कर रहा है, ऐसा possible नहीं है, अगर ऐसा possible हो जाए तो उसे क्या कहते हैं, multi user, ठीक है, कि multi user काम कर रहे हैं, एक ही machine के resources को इस्तेमाल कर रहे हैं, मेरे लैपटॉप का CPU वो भी इस्तेमाल कर रहा है, मेरे लै� ठीक है उस machine से ही उनको RAM मिलती है उस machine से ही उनकी Linux launch होती है start होती है कुछ भी काम करेंगे तो वो उस CPU में जो उनका अलग से रखा हुआ है वहाँ पे save हो जाएगा तो उसे कहते है multiple user multitask जो last benefit है वो है multiple distribution यानि distribution मतलब क्या operating system आप समझने के लिए है तो तो यहाँ पे option बहुत जाता है, window के case में एक ही है, window, Microsoft, उसके एलावा कोई और बंदा नहीं है, कोई company नहीं है, जो window जैसा operating system बनाती हो. लेकिन Linux के केस में बहुत option available है आप Red Hat के multiple options यूज़ कर सकते हैं Debian एक family है इसके अंदर फिर बहुत सारे versions आते हैं उनको आप इस्तेमाल कर सकते हैं Fedora के versions इस्तेमाल कर सकते हैं Ubuntu, Kali Linux, yaa fair, CentOS या और भी बहुत सारे versions हैं इतने सारे, जो भी आपको नमक डाल दिया इस बन्दे ने चांट मसाला डाल दिया, तो सबने अपने अलग फ्लैवर बना के आपको सर्व किया है, आपको जो अच्छा लगे आपको इस्तमाल करो, तो अप्शन्स मार्किट में बहुत सारे अवेलेबल है, तो ये ओवरल कहानी है ये फरथ अबाजशा की एक गजल है और उसके कुछ अशार हैं जो मैं सुनाना चाता हूँ आपको कि तूने देखा है कभी एक नजर शा कितने चुपचाप से लगते हैं शजर शाम के बाद मैंने ऐसे ही गुना तेरी जुदाई में किये मैंने ऐसे ही गुना तेरी जुदाई में किये जैसे धूफा तु है सूरज तुझे मालूम कहा रात का दुख तु किसी रोज मेरे घर में उतर शाम के बाद लोट आए न किसी रोज वो आवारा मिजाज लोट आए न वो किसी रोज आवारा मिजाज तु है सूरज तुझे मालूम कहा रात का दुख खोले रखते हैं इसी आस में दर शाम के बाद चलिए तो I hope lecture आपको पसंद आया होगा ये series आपको बहुत अच्छी लग रही होगी या छोटा सा support जरूर आप हमें करें आप like भी करते हैं comment भी करते हैं मुझे मालूम है बट अपने फेज़बुक और लिंगडिन पर भी इस वीडियो को जरूर शेयर करें क्योंकि हमें जितना जादा सपोर्ट मिलेगा उतनी जल्दी हमारी वीडियो आप तक आएंगी ख्याल रखे अपना और दुआओं में याद रखे