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1857 की भारतीय विद्रोह का विश्लेषण
May 24, 2025
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1857 की भारतीय विद्रोह (प्रथम स्वतंत्रता संग्राम) पर व्याख्यान
परिचय
1857 की विद्रोह को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है।
ब्रिटिश शासकों की विस्तारवादी नीतियों का प्रतिकार।
विविध वर्गों में ब्रिटिश के प्रति असंतोष।
पृष्ठभूमि
1853 में बॉम्बे से ठाणे के बीच पहली ट्रेन।
ब्रिटिश व्यापारिक नीति के परिणामस्वरूप आर्थिक और सामाजिक असंतोष।
प्रमुख कारण
राजनीतिक कारण
विस्तार की नीति
: अधिकतम क्षेत्रों पर नियंत्रण की कोशिश।
बैटल ऑफ प्लासी (1757)
: ब्रिटिश सत्ता का महत्वपूर्ण मोड़।
सब्सिडियरी एलाइंस
: भारतीय शासकों को ब्रिटिश प्रणाली में बाध्य करना।
लैप्स का सिद्धांत
: बिना ब्रिटिश सहमति के गोद लिए उत्तराधिकारी का राज्य पर अधिकार नहीं।
अवध का सम्मिलन
: नवाब वाजिद अली शाह को पद से हटाना।
सामाजिक और धार्मिक कारण
रेलवे और टेलीग्राफ
: भारतीय जाति व्यवस्था में हस्तक्षेप माना गया।
धार्मिक अक्षमता अधिनियम (1850)
: हिंदू धर्म छोड़ने पर भी संपत्ति अधिकार।
मिशनरी गतिविधियाँ और नस्लीय भेदभाव
।
आर्थिक कारण
द्रेन ऑफ वेल्थ
: भारत से ब्रिटेन को आर्थिक संसाधनों का स्थानांतरण।
हस्तशिल्प का पतन
: ब्रिटिश तैयार माल से प्रतिस्पर्धा।
कृषि और फसल प्रणाली में बदलाव
।
सैन्य कारण
इनफील्ड राइफल का परिचय
: कारतूस में गाय और सूअर की चर्बी की अफवाह से असंतोष।
मंगल पांडे का विद्रोह
: बैरकपुर में अंग्रेज अधिकारियों पर गोलीबारी।
परिणाम
ईस्ट इंडिया कंपनी का अंत
: ब्रिटिश क्राउन का सीधा शासन।
रानी विक्टोरिया की उद्घोषणा
: भारतीय सामाजिक-धार्मिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप।
राष्ट्रीयता का उदय
: रानी लक्ष्मीबाई, मंगल पांडे जैसे नायकों का योगदान।
ब्रिटिश नीतियों में बदलाव
: सैनिक संरचना और सामाजिक नीतियों में समायोजन।
अध्ययन विधि
वीडियो और नोट्स से अध्ययन करने की सलाह।
मॉर्निंग स्टार की पुस्तक का उपयोग।
समापन
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