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अर्थव्यवस्था के प्रकार और परिभाषा

तो एकनॉमी क्या है? हाँ, बार बार ये टर्म आप सुनते हैं एकॉनमी, डेवलप्ट एकॉनमी, पूर एकॉनमी, मिक्स्ड एकॉनमी आता है वर्ड ये बार बार? तो चलो Hello and Jai Hind students, welcome once again to your own channel, Sir Tarun Rupani और आज Type of Economies में, ISC Class 11 में हम जानेंगे Type of Economies सबसे पहले ये Economy क्या है, क्या इसका meaning है तो Economic Activity तो आप जानते ही हैं, अन्य Activity which leads to ये Change in Transactions leading to Money buying, selling, production, distribution ये सब हो गया economic transactions तो जो economic transaction within the framework take place करे within an organization take place करे का नाम रखा गया economy अब वो organization आपका village हो सकता है आपका state हो सकता है, country हो सकते है और even world हो सकता है मतलब जिनके बीच में क्या हो रहा हो goods का production, goods का distribution exchange और फिर production तो ये सारी activities जहां economic transactions take place कर रहे हैं उसे कहते है economy चलि बुकिश definition अब देखते हैं तो economy क्या है the broad institutional framework keyword या रखिएगा एक framework है आप setup भी लिख सकते हैं एक setup है within which economic interactions take place जिनके बीच में economic interactions होता है अब वो production है, distribution है, exchange है ये सारे क्या है? economic interactions है, economic activities है जहां भी, जिस भी setup के अंदर ऐसा होगा वो पूरा क्या कहलाएगा? economic कहलाएगा so, in a country तो ये पूरी एक क्या है? economy एक country के अंदर भी पाई जा सकती है it is the set of interrelated production and consumption activities that help in deciding how scarce resources are allocated यह एकानोमी ही तै करती है कि देश के scarce resources कहां use होंगे production or consumption of कौन कौन से activities में use होंगे एक example दूँ चलिए example है कि एक गाउ है अब गाउ में कोई किसान होगा, तो कोई कॉबलर होगा, तो कोई मैसन होगा, थारत मकान जमीन बनाने वाला होगा, तो सबने अलग-अलग काम चला रखा है, और सबके पास क्या है, अलग-अलग goods and services देने के लिए है, बदले में वो क्या करता है, दूसरे goods and services ले ले सा है, तो यह सारा interaction within the village हो रहा है, तो आप इसको village economy कह सकते हैं, समझ में आ गया हो, चली आगे बढ़ते हैं, types of economies, तो economies को दो ब्राउट, अधिक व्राध एडिंग में डिवाइड किया गया है पहला है ऑन दी बेसिस ऑफ स्टेज ऑफ डेवलपमेंट अथार्थ वह एक्नॉमिक वह एक्वाइन हो चुकी है कि भी हो रही है तो इसलिए डेवलप्ड एक्वाइन मी नाम से पता चल रहा है अमेरिका जपान डेवलप्ड इकोनोमी और डेवलपिंग जो ऑन दी पार्थ ऑफ डेवलपमेंट है इंडिया चाइनर अब और क्या बेसिस है डिवाइड करने का टाइप आफ एकॉनोमीज को? ओन दी बेसिस आफ नेचर आफ एकनोमिक सिस्टम उस देश में कौन सा एकनोमिक सिस्टम फॉलो हो रहा है? तीन एकनोमिक सिस्टम आप जानते हैं कैपिलिजम Socialism, Mixed Economy Capitalism का एक्जांपल America, Japan, Great Britain जिसको हम UK भी बोलते हैं और Socialism का एक्जांपल Russia, Cuba और Mixed Economy में तो इंडिया है तो यह है क्या type of economies, अब United Nations ने भी क्या किया, world को classify किया, world के economic systems को divide किया, उनका classification भी देखते हैं। तो UN classification, सबसे पहले the World Bank has classified the countries on the basis of gross national income, that is GNI per capita. और कब निकाला है? 2012 में. 2012 में ये value, ये data निकाली गई, जिसमें World Bank ने countries के gross national income per capita, per capita कैसे आएगी? National income divided by the total population. उससे आ जाएगा GNI तो GNI पर कैबिटा से डिसाइड किया कि तीन कैटेगरीज ऑफ कंट्रीज पाए जाते हैं सबसे पहले लो इंकम कंट्रीज लो इंकम कंट्रीज ऐसी countries जहाँ पर gross national income per capita of US dollar 1035 या उससे less होगी मतलब जहाँ पर per capita income बहुत कम है 1035 इसका number रखा गया है या ये या इससे less example आप जानते ही हैं और बंगलादेश फिर आता है middle income में middle income countries कौन सी हैं जहां पर US dollar 1035 हो चुका है तो 1035 से उपर इसका मतलब जहां पर gross national per capita income कितनी होगी 1036 से लेकर 12615 dollar याद रखेगा सब चीज़ डॉलर में measure है और हमारा देश इंडिया ये category में आता है middle वाले इनक आता है बट अगर आप पूछेंगे exactly sir 2012 में कितना था तो वो था 1530 डॉलर जो कि बहुत ज़्यादा बड़ा नंबर नहीं है इससे हम नियर द यस लोवर के पास हैं गड़म अब आता है इससे ज़्यादा डेवलप्ट देश कौन से हैं तो नाम हो जाएगा हाई इंकम कंट्रीज जहाँ पर यूएस डॉलर 12,616 डॉलर से ज़्यादा इंकम ह आइए स्क्रीन पर आपको दिखाते हैं डेवलब्ड और डेवलपिंग में क्या अंतर है? चली पहले आपको दिखाते हैं डेवलब्ड एकॉनमी यह इमेज में आप देख रहोंगे उची उची बिल्डिंगे हैं और इसी का दूसरा इमेज भी देखे चौड़ी सडके हैं चारो तरफ लाइटे जल रही हैं और खुबसूरत नजारा है ऐसा लग रहा है कि इसी बॉलिविड फिल्म का सीन है आईए अब आपको दिखाते हैं picture of developing या underdeveloped economy ये रहा image को ध्यान से देखे चारो तरफ चोटी चोटी जोपडियां दिखाई दे रही हैं जुग्गियां दिखाई दे रही हैं और दूसरा image फिर से देखे आपको दिखाई दे रहा होगा कि क्या poor facility of infrastructure है even लोगों के पास चोटे चोटे मकान है चोटा चोटा रास्ता है, सडके कितनी नेरो है तो ये दोनों चले इमेज से ये तस्वीरे बोलती हैं और इमेज से ही क्लियर हो गया है कि डेवलप्ट कौन है और डेवलपिंग कौन है आप जब फिल्म देखते होंगे तो हल्लीवर्ड की सीन्स जब आप देखते होंगे किसी Indian Locality का या किसी एक गाउ का सीन देखते हैं तो आपको शायद इतना अच्छा महसूस नहीं होता है तो आइए पहचानते हैं क्या difference है underdeveloped में जिसको हम developing भी कहते हैं और developed economic system में तो आपके साथ discuss करते जाओंगा और साथ साथ में main points ही सिर्फ लिखूंगा characteristics of developing or underdeveloped economy याद रखें कि इंडिया भी इस category में आ रहा है या से गया हमारा देश भारत है वो इस category में आता है अभी हम developed नहीं हुए हैं अभी हम developing की category में है तो यहाँ पर क्या है low per capita income है आप जानते ही हैं यहाँ पर low standard of living है यह standard of living क्या होता है standard of living is consumption, yes, यह decide करता है कि आप कितने ज़्यादा goods consume करते हैं, तो जितना ज़्यादा आप goods and services consume करते हैं, आपका standard of living उतना high होता है, तो हमारे देश में क्या है लोगों का standard of living क्या है अभी भी, बहुत कम है और क्या है, ऐसे देशों में widespread poverty होती है, और क्या खास बात होती है, large income inequalities, अथा difference between rich and poor, बहुत ज़्यादा होता है, अमीर, बहुत अमीर है, और गरीब बहुत गरीब है तो इनिकॉलिटी से या तो लगजरीज बहुत जादा बिकेंगी और या तो नेस्टीज ही बिकेने लगेंगी और क्या खास बात है एग्रिकल्चर यहाँ पे सबसे में सोर्स अप इंप्लॉयमेंट और इंकम है हाई ग्रोथ रेट आफ पपुलेशन है पपुलेशन एक्स्टेंसिवली हाई है तेजी से इंक्रीज भी कर रही है और समस्या क्या है लोगों की सेविंग्स कम है हाना क्योंकि इंकम कम है और एक्सपेंडिचर ज्यादा है इसलिए सेविंग कम है जब आपके पास सेविंग नहीं होगी तब आप capital नहीं form कर पाओगे, आथार नहीं पूझी नहीं बना पाओगे, ताकि आप reinvest कर सको और और income generate कर सको, और क्या समस्या है, high level of unemployment, बेरोजगारी, unemployment, that means the number of people who are willing to work, able to work, but are not getting work, जादा है हमारे देश में, ये problem है हमारे देश में, आप देखेंगे चाहे पान की दुकानों में इधर उधर काफी सारे यंग लड़के लड़किया समय अपना फाल्तू बिता रहे हैं क्यों क्योंकि पढ़लिक तो लिया है पर जॉब नहीं है अनिम्प्रॉइमेंट बहुत हाई है और क्या होता है डेवलिपिंग कंट्री एकनॉमिकी पहचान वहाँ पर इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत कम है ना काफी है इन एडिक्वेट है अभी भी बि� अभी भी सडके, yes में जाम लग रहा है, narrow है अभी बहुत improvement की, infrastructure की सुधारने की गुझाईश है use of traditional method करते हैं production में या labor intensive और outdated method का इस्तमाल करते हैं हम लोग production में और क्या पहचान है? poor quality of human capital है अथारत यहाँ पर जो लोग पढ़ लिख लिये हैं intelligence है, skill है, talent है यह क्या है? according to the industry नहीं है according to the market के साथ से नहीं है और क्या समस्या है low level of literacy है अभी भी literacy 100% हमारे देश में नहीं हो पाई है और sanitation की conditions अभी भी खराब है हलाकि मोदी जी के आने के बाद कुछ improvement हुआ है sanitation conditions में घर घर washrooms बन गए हैं but still a lot has to be done और क्या खास बात है यहां के yes in developing देशों में major export किसका हो रहा है primary goods का हो रहा है Primary goods मतलब nature से जुड़े goods जादा हम export करते हैं और industrial goods, service sector goods बहुत import करते हैं तो ये तो हो गया characteristics of developing economy आथार्थ इंडिया का हम example इसमें समझ सकते हैं आईए अब अमेरिका की बात करते हैं कहीं तो लिखा नहीं है sir आईए इसी से बनाते हैं तो high per capita income होगा यहाँ पर हाई standard of living होगा पावर्टी होगी येस ऐसा मत सुचे अमेरिका में पावर्टी नहीं है डेवलप्ट देशों में पावर्टी है बट लो इंसिडेंस आफ पावर्टी है पावर्टी बहुत कम है ठीक है लो इंसिडेंस आफ पावर्टी है और क्या बात है लार्ज इनकम इनिकॉलिटीज थी यहाँ पर यहाँ पर ऐसा मत नहीं सुचे कि इनकम इनिकॉलिटीज नहीं होगी इनकम इनिकॉलिटीज है पर लो इनकम इनिकॉलिटीज है अथार्थ द गैब इटून द रिच एंड पूर क्या है कम है नतीजा क्या होगा और पॉइंट देखते हैं, agriculture यहाँ का main source है, यहाँ का like America, Japan, Germany में, वहाँ पर industry or service sector क्या है, major sector of employment और income है, वहाँ पर growth rate of population है, population भी क्या है लो है यह वहां पर population तब स्टैगनेंट से हो गई है और क्या खास बात है हाई सॉरी हाई सेविंग्स एंड कैपिकल फॉरमेशन है क्योंकि लोगों की पास इनकम हाई है नतीजा लोगों की सेविंग हाई है और और ये savings आगे जाके capital बन जाती है, थाट investments हो जाती है, जो further good and services produce करने में country को मदद करती है, और क्या खास बात है, developed economy की, यहाँ पर unemployment है, ऐसा नहीं है कि बेरोजगारी इमान नहीं है, but level of unemployment क्या है, कम है, और infrastructure, no doubt in it, world class infrastructure उनके पास, adequate infrastructure है, most modern infrastructure है, चाहे, चाहिए फॉस्पिटल्स हो चाहिए पावर सप्लाई हो ये तो उनका लाजवाब है और क्या टेक्निक कौन सी यूज़ करते हैं प्रोडक्शन में क्या कहते हो अमेरिका चापान कौन सी टेक्निक यूज़ कर रहा है मोस्ट मॉडर्न टेक्निक यूज़ कर रहा है कैपिटल इंटेंसिव टेक्निक यूज़ कर रहा है क्योंकि वैसे भी वहाँ पर पॉपलेशन कम है और सबसे बड़ी चीज़ वो अपने रिसोर्सेस का बेस् तो वहाँ पर high quality of human capital है अथारत वहाँ पर लोगों की वो लोग खुद क्या है human capital है human capital is the ability of person to have education, skill, intelligence, talent and health जब ये सारे qualities होंगी तो वो वेक्ति human capital होगा उस देश में जहाँ पर human capital high level की होगी obvious बात है वहाँ पर देश developed होगा तो वहाँ पर वहाँ के लोग ही human capital हैं, इसलिए वहाँ पे development बहुत high है और क्या खास बात है, वहाँ पे जो major exports है, developed देशों का वो industrial products में हैं, और service sector में हैं economic systems, yes, world को अगर divide किया जाए तो तीन major world में क्या है economic systems हैं capitalism, socialism, और mixed economy अब ये economic system क्या है, पहला तो ये शब्द यही है, तो system क्या है, एक setup है, एक framework है। जहाँ पर economic activities take place कर रही हैं और ये economic activities decide कर रही हैं कि कैसे economic resources का best use होगा ताकि human wants satisfy हो जाएं आइए इसी को अब फ़ोड़ा bookish definition से समझते हैं तो it is the sum total of the devices and the institutions through which economic choices are made and scarce resources are used for the purpose of satisfying human wants देखिए ultimate goal क्या है human wants का satisfy होना और इसके लिए क्या use करना पड़ेगा जो आपके आसपास productive resources हैं इनको goods and services में convert करना होगा जो हमारी want को satisfy करते हैं तो यह कौन decide करेगा yes यही वो economic system decide करेगा कि कौन से goods and services produce होंगे जो हमारी economy में मौझूद resources है land है, labour है, mines है, industries है, factories है agriculture fields है, इन में क्या बनेगा कितना बनेगा, ये कौन decide करेगा system decide करेगा तो पहला system capitalism टाइप आफ इकनॉमिक सिस्टम में सबसे पहले कैपिलिजन तो इन दिस इकनॉमिक सिस्टम सारे प्रोडक्टिव रिसोर्सेज दी प्रोडक्टिव रिसोर्सेज आर ओन्ड बाई प्राइविट इंडिवीजुअल्स वो यूज दिस रिसोर्सेज टो अर्न प्राफ़िट और इन विच द स्टेट इंटरवेंशन अथार गवर्मेंट का इंटरवेंशन इस मिनिमम तो द इकनॉमिक एक्टिविटीज आर मोस्ली अन्प्लेंट और अनकोडिनेटेड अथार्थ एक्नॉमिक एक्टिविटीज के लिए प्लान करने के लिए कोई प्लानिंग अथॉरिटी नहीं है, कोई एजेंसी नहीं है सेंटरल, जो क्या करती हो पूरे देश के लिए डिसाइड करेगी कि कितने रिसोर्सेज एग्रिकल्चर में आएंग free enterprise economy समझ गया है ना हम से free enterprise economy market economy fire economy और इसका example है USA, UK, France, Germany हाँ, आपने फिल्मों में, हॉलिवर्ड सीन्स में, येस, अमेरिका, फ्रांस, इन शहरों के येस, ब्यूटिफुल लोकेशन्स में देखा होगा, क्या खूबसूरत हाई राइजे बिल्डिंग होती है, और सडके होती है, तो क्या गजब की चौड़ी-चौड़ी सडके होती क्योंकि वहाँ development का level बहुत high है development का level high क्यों है क्योंकि वहाँ सारे individuals free to do free to produce free to organize any form of business है अब वो अपने profit को main motive रखते हुए अपना कारुबार कर रहे है ऐसी economy का नाम रखा गया है capitalism याद रखेगा मैं और आप इंडिया में रह रहे हैं और इंडिया में कैपिलिजम नहीं है यहाँ पर है Mixed Economy तो कुछ features जिनसे capitalism economy के बारे में पता चलता है capitalism में सबसे बहला और सबसे बड़ा feature है private property इसका मतलब है कि individuals क्या कर सकते हैं private property own कर सकते हैं land, building, mines, factory, farms सब क्या कर सकते हैं individual own कर सकते हैं और अपने काम के लिए, अपने profit के लिए उसका use भी कर सकते हैं और क्या इस feature इस economy में? right of inheritance तो property own करना तो ठीक बात है property खरीदना, बेचना, transfer करना तो ठीक बात है but inheritance करना inheritance? हाँ, इसका मतलब है कि आपके बाद आपकी property आपके आने वाले वारिस को मिल जाएगी yes, आपके आने वाले ये वारिस को मिल जाएगी उसका नाम है inheritance they will inherit the properties owned by you तो ये तो इंडिया में भी होता है और क्या है freedom of enterprise and occupation यहाँ पर individuals को आजादी है वो कोई भी business कोई भी risk taking activities कर सकते हैं और even occupation की भी छूट है आप किसी भी काम में जिसमें आप expert है जिसमें आपके पास education है knowledge है talent है आप उसका occupation चूज कर सकते हैं और क्या खास बात है Freedom of choice for consumers Capitalist economies में consumers को king कहा गया है King या sovereign क्यों? क्योंकि consumer has the freedom to decide क्या, what to buy, when to buy, how much to buy consumers के पास wide variety of goods को खरीदने की खुली अजादी है मतलब वहाँ पे government या producers force नहीं करते है consumers को क्या खरीदना है कितने में खरीदना है तो इसलिए वहाँ पर consumer क्या है king है और सारे producers consumer को ही यस ध्यान में रखकर अपने goods and services को produce करते है last point एक और feature पढ़ता हूँ price mechanism प्रतिश्चान प्राइज मेकनिजम के बारे में कहा गया है कि ये एक automatic system है वहाँ पर yes, capitalist countries में जहाँ पर प्राइज मेकनिजम अथार्थ price of the goods and services are automatically decided by the market forces of demand and supply मतलब ऐसी economies में producers जो price रखते हैं वो consumers को अथारत उनकी demand को ध्यान में रखके करते हैं अथारत जिस point पर demand of the community and supply of a community interact कर जाते हैं यस वहाँ पर क्या होता है equilibrium price हो जाता है और उसी price पर product या goods and services market में बेचे जाते हैं पर ये single producers मिलके decide नहीं कर रहे हैं या consumer बलकि interaction of all the market forces of demand and supply कर रही है तो ये एक बहुत important और सबसे बड़ा factor है market economy का capitalism का आईए कुछ merits कुछ अच्छाईया मैंने कोशिश किया है कि मैं बहुत डिटेल में बहुत लंबे में इसको explain ना करूँ और बहुत ज्यादा points ना लिखूं ने तो फिर आप क्या हो जाओगे सारे points को merge कर जाओगे, mix कर जाओगे यह according to the marks मैं कोशिश कर रहा हूँ जैसे merits normally 3-4 points के आते हैं पर मैंने क्या किया है 6 points को explain कर दिया that is more than enough तो spirit of enterprise तो काम करने का enterprise करने का risk उठाने का यहाँ पर बहुत जोश है लोगों में बहुत क्या यहाँ के लोगों को producers को करने का बहुत उतावले हैं यहाँ पर नया और better और नया करने के लिए क्यों क्यों यहाँ पर risk लेने की इतना जुनून है producers के पास जानते हैं आईए पहला point यही है spirit of enterprise the basic desire तो अन प्रॉफिट क्योंकि यहां पर पैसा कमाने की कोई लिमिट नहीं है आप जितना चाहे पैसा कमाएं यस आपको कोई रोकेट होगेगा नहीं तो इस प्रॉफिट कमाने की भावना से लालसा से प्रोडूसर्स आर इंडियोस टू मेक इंप्रूवमेंट्स और इसके लि दूसरा point, yes, वीडियो के yes बिगन में मैंने पूछा था, कि सारी नई technologies, नई mobile phones, नई television sets, यह सब अमेरिका, जपान, इन सब देशों से ही क्यों आता है, यही question था मेरा आप से, तो उसका जवाब यहाँ पे मिल जाएगा, यह रहा वो point. incentive for technological progress अथारत नई technology better, latest, modern technology को लाने का इनके अंदर incentive होता है incentive मतलब ये उसको पाने के लिए उसको लाने के लिए प्रयास रहते हैं आपने Elon Musk का नाम definitely सुना होगा जो electric car बनाई जिन्होंने और अभी तो SpaceX नाम का एक आज स्पेस क्राफ्ट बना दिया है जिससे वह क्या कर रहे हैं लोगों को टूर पर ले जा रहे हैं स्पेस पर शायद आपको इसके बारे में जानकारी हो हां एलन मस्क अमेरिका के नागरिक हैं जो इस समय शायद वन अब दी रिचेस्ट अमेरिकन और वर्ल्ड के सिटिजन उन्होंने दुनिया का पहला एक सेटलाइज बेस्ट क्या किया है नेटवर्क शुरू किया है नाम है स्टार लिंक का दुनिया के किसी भी कोने में है समुन की गहराई में है ज्रेगिस्तान में डेजर्ट्स में है वहाँ पर भी आपका मोबाइल का नेटवर्क काम करेगा अ� इस नई चीजों को improvement करने का जुनून जोश कहां से आ रहा है आईए इसको जानते हैं incentive for technological progress वहाँ के लोगों के अंदर incentive है किस चीज़ का बढ़ावा है और better, और नया और इससे भी better करना है yes, किसलिए है? क्योंकि वहाँ पे competition जादा है वहाँ पर नए और बेटर चीजों को लाने का competition बहुत जाता है क्योंकि बहुत सारे producers हैं तो to face the intense competition, producers invent and innovate producers क्या करते रहते हैं? लगातार research and development में पैसा खर्चा करते हैं नए और better product लाते हैं और अपने ही products को लगातार improve करते रहते हैं आप अपने mobile phone को yes अभी आपको जो आपके हाथ में मबाईल फोन है जिस पे आप ये वीडियो भी देख रहे हैं शायद आपको पुराना लग रहा होगा हाँ कु हो सकता है आपने कुछ इस time पहली लिया हो पर फिर भी आपको आज बूर लग रहा हो क्यों because नए और better mobile आ चुका है market में तो ऐसा ही हो रहा है नए और नए features के साथ नए mobiles, नए laptops, नए television sets, नए गाड़ियां आती जा रहे market में because of yes नए और better technology की वज़े से यहाँ producers कुछ नया करते रहते हैं yes improvement करते रहते हैं क्योंकि यह ने competition में बने रहे हैं नेक्स्ट थर्ड पॉइंट है एफीशेंट यूज आफ रिसोर्सेस रिसोर्सेस लेंड लेबर कैपिटल एंटरप्राइस याद आया तो अगर हम इन रिसोर्सेस का यस अपने फैक्टरी में अपने आउटपुट में सही यूज नहीं करेंगे वेस्टेज करेंगे तो आप तो अगर market में बने रहना है, तो मुझे yes, better and best use of my resources लेना है, so क्या reason है, pressure to maximize the use of resources, मुझे अपने resources का best, highest output लेना है, ताकि मैं cost को reduce कर सकूँ, और मैं अधिक सदिक profit कमा सकूँ, इसके लिए वहाँ producers wastage नहीं करते हैं, economy के लिए बहुत पाइदा है, next point है, न्यू कंजूमर गुड्स तो यहां पर फ्लड ऑफ गुड्स है वाइड वराइटी ऑफ गुड्स यहां पर उपलब्ध हैं आप गुड्स की कल्पना करिए और वो गुड्स शायद यहां पर आपको मिल जाएगा हां यहां पर क्या करते हैं प्रोडूसर्स और प्रोफिट कमाने के लिए और कम्टिशन को सर्वाइव करने के लिए प्रोडूसर्स नए वराइटीज ऑफ द प्रोडॉक्ट को बनाते रहते हैं यस जो वराइटीज जो नए इनोवेशन्स हो रहे हैं उनसे जो नया प्रोड� प्रोडक्ट आ रहा है वह हर तरह के यस हर तरह के कंजूमर्स को नीड को ध्यान में रखे बनाया गया है नेक्स्ट है फिल्ट पॉइंट है फ्लेक्सिबिलिटी एंड एडेप्टिबिलिटी यस यहां के प्रोडूसर्स कि क्लिक मॉडर्न और बेटर चीजों को एडेप्ट करते हैं फ्लेक्सिबल है अथार्थ रिजिड नहीं है जो भी नया गवर्नमेंट रूल से लेशन साया अडॉप्टेशन का नया मैथड आया उन्होंने रोका नहीं अपने आपको बल्कि क्विक्ट क्लिक क्या कर दिया अटॉप्ट कर दिया क्योंकि जानते हैं कि अगर अडेप्ट नहीं करेंगे चेंज नहीं करेंगे तो मार्केट में टिक नहीं पाएंगे और शायद वेनिश भी हो जाएंगे जैसे कि आपको पता होगा हमारे देश में क्या हुआ जब foreign company आई, yes, जैसे आप car का example लेता हूँ आपको, जब विदेशी गाडियां आ गई देश में बनने लगी, Maruti, जो की Indian company नहीं थी, Suzuki, जो की Indian company नहीं थी, yes, Japanese company Suzuki, वो car बनाने इंडिया में जब आ गई, Maruti के साथ मिल करके, और Hyundai आ गई, Korea की company, उसी तरह से Ford आ गई, America की, तो अमेजडर जो की बिरला नाम की ये कंपनी है, हिंदुस्तान मोटर्स, बिरला ग्रूप वालों की ये कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स, उसने क्या किया, अपने आप में बढ़लाव नहीं किया, नए टेकनोलोजिकल चेंजेज नहीं लाए, सुधार नहीं किया, कार को कॉंपेक वैनिश हो गई, कंपनी बंद हो गई, तो वहाँ पर ऐसा नहीं है, वहाँ पर flexibility है, adaptability है, बतार चीज़ें समय के साथ से परिवर्थित हो रही हैं, producers अपने काम को, अपने working style को, सब को yes, सब को change कर लेते हैं, तो adaptability है, अगर गवर्मेंट के कोई नए गाइडलाइन्स हैं, उसके असाप से भी अपना आपको तुरंद वहाँ पर गवर्मेंट के इंडस्ट्रीज बदल लेती हैं. लास्ट पॉइंट, छटवा पॉइंट, आटुमेटिक वर्किंग, मतलब वहाँ पर गवर्मेंट, Government कोई Central Planning Authority नहीं बनाती है अथार्थ Government कोई Planned Way में System नहीं तयार करती है कि क्या बनाना है, कितना बनाना है, कैसे बनाना है अथार्थ What to Produce, How to Produce, For Whom to Produce बनाने के लिए Government ने कोई Planning Authority नहीं बना रखी है तो कैसे Decide होता है? येस, वहाँ पे ये सब काम Price Mechanism की वज़े से अपने आप हो जाता है तो Price Mechanism याद कलाती है यस प्रोडूसर्स को कि तुम क्या बनाओ, कितना बनाओ, किसके लिए बनाओ सब चीज के पीछे एक ही मोटिव है कन्जिमर सेटिस्फैक्शन और अर्निंग प्रॉफिट कन्जिमर को सेटिस्फाई करो, जो चाता है बना के दो और पैसे कमाओ बस इस उद्देश से सारे प्रोडूसर्स गुड्स बनाते हैं automatic working तो price mechanism helps the producer to decide what to produce how to produce and for whom to produce तो automatic है वहाँ पे सारा काम ही है government बीच में interfere नहीं करते government का intervention लगबग ना के बराबर है तो merits तो बहुत सारे हो गए capitalism के, America के, Japan के, Germany के, but अब demerits की बात करते हैं, इनमें कुछ कम्या भी इन systems में, आईए इनकी भी बात करते हैं, सबसे बड़ा और demerits है inequalities of income and wealth in economies में क्योंकि producers को free to produce whatever they want और production करने का main मकसद क्या है बस पैसा तो वहाँ पर सिर्फ high पैसा high पैसा profit, profit, जब मनशा क्या होगी, सिर्फ पैसा कमाने की होगी, तो वहाँ पर क्या हो जाएगा, inequalities तो होंगी होंगी, अमीर, और अमीर हो जाएगे, और गरीब, गरीब होता जाएगा, हाँ, सच में वहाँ गरीबी है हाँ, आप ये जान लिजेगा, तो वहाँ पर क्या है, private property है, law of inheritance है, rich के पास अधिक से अधिक properties हैं, अधिक से अधिक assets हैं, और नतीजा वो और अमीर होता चला जा रहा है, so there is concentration of productive resources in the hands of the few तो कुछ ही है समाज के लोग जिनके पास सारे major resources है problem number 2 class struggle अब जब society में दो class के लोग होंगे rich class और poor class haves and haves not मतलब जिनके पास सब कुछ है और जिनके पास कुछ नहीं है तो जगडा तो होगा ही होगा society में strikes होंगे, lockouts होंगे आपने शायद देखा भी होगा American streets पे जब लोग निकल आते हैं blacks and whites के बीच में कितने जगड़े होते हैं तो yes ये भी एक बहुत बड़ा problem है वहाँ का क्या है? due to large disparities income की disparities बहुत ज़्यादा है वहाँ पर and society is divided into haves and haves not so there is strike, lockout, etc. these are the ways of the popular struggle there अब तीसरा बुराई वहाँ पर डीमेरिट इकनॉमिक इन स्टेबिलिटी तो अमेरिका जपान जर्मनी इन देशों में क्या होता है एक सेंट्रल प्लैनिंग अथॉरिटी नहीं है गवर्मेंट कंट्रोल नहीं करती है प्लैनिंग डिपार्टमेंट को कि कौन बनाएगा कितना बनाएगा बस क्या करना है पैसा पैसा पैसा तो वहाँ पर कोई कोडिनेशन नहीं है प्रोडक्टिव रिसोर्सेस को किस तरीके से देश के हित में लगाया जाए देश की इंटरेस्ट में लगाया जाए नतीजा तो आप जानते हैं क्या होगा इन इस stability होगी या तो over production हो जाएगा या तो under production हो जाएगा देश कभी boom पे चला जाएगा कभी depression पे चला जाएगा कभी एकदम महंगा ही आ जाएगी कभी deflation भी आ जाएगा तो वहाँ पर economy क्या है stable नहीं है yes तो there is possibility of over production or under production there is possibility of boom, depressions there is possibility of inflation and deflation so क्यों ऐसा है because of absence of the central planning agency और क्या बुराई है बुराई है इसमें misallocation of resources resources का efficient use तो करते हैं ये तो merit था है कि नहीं है कि वो resources को waste नहीं करते हैं बहुत ही अच्छे से resource का best usage ले लेते हैं पर problem क्या है देश के resources सिर्फ luxuries को बनाने में लग गए हैं वहाँ पर nesties आपको असानी से नहीं मिलेगा अथार्थ अगर वहाँ पर आप रोटी खाना चाहते हैं हाँ अगर आप केफसी का बर्गर खाना चाहते हैं हाँ चिकन और इस अब खाना चाहते हैं तो तो नहीं मिल जाएगा वहाँ पर समझ गया ना? पर आप रोटी खाना चाहते हैं नहीं मिलेगा आपको नेस्टीज नहीं मिल रही हैं ल के लिए comforts के लिए सारे producers दोड़ पड़े हैं ऐसा क्यों? क्यों वो nesties नहीं बना रहे हैं, luxuries के समान बना रहे हैं? क्योंकि वहाँ पे ज़्यादा कमाई है वहाँ latest phones मिल जाएंगे, latest gadgets मिल जाएंगे but yes, nesties नहीं मिलेंगे ठीक है न? तो productive resources are used in the production of luxury and comforts luxury and comforts को बनाने में ही सारे producers लगे वहें क्योंकि वहाँ कमाई जादा है so nesties नहीं बनाते हैं वहाँ पर nesties मतलब होता है जो जरुवत की चीज़े हैं हमारी day to day उस पे ज़्यादा काम नहीं करते हैं and producers earn more in luxuries, reason तो बता दिया है ना ऐसा मापर? आईए fifth डिमेरिट, waste of the capitalist productions capitalism में wastage भी बहुत होता है हाँ, वहाँ पे सबसे बड़ा wastage क्या है कि जब कोई नई technology आ रही है कोई नए invention हो रहा है तो पुरानी टेक्नोलॉजी बरबात हो गई है क्योंकि अब प्रोडूसर्स नई और बेटर चीजों को अडॉक्ट करेंगे तो पुराईन टेक्नोलॉजी वेस्ट हो जाएगी ये वहाँ पर बहुत बड़ा चलेंज है और तो और जब नए गुड़स आ जाते हैं तो कंजूमर्स लोग status symbol की वजह से, नए और better goods को लेना पसंद करते हैं, जो नए technique से बनाए गए हैं, again क्या हो रहा है, wastage of resources हो रहा है, हाँ, वहाँ पर बड़ा common है, कि लोगों को अपनी car पसंद नहीं आ रही है, तो करते क्या है, पता है कि नहीं है, car को जा करके, बाहर एक खुला place है, टेंशन मत करिये मेरे काम है, बस आप अपने घर से बाहर निकालिये, जा डस्बेन है उसके पास लागे छुपा सोड़ दिये, सुबह आपका सुफा मासे गायम मिलेगा आपको, एक गाड़ी आएगी, स्क्रैप वाली गाड़ी आएगी, उसको कोचल के ले जाएगी सरा, उ� क्योंकि मैंने कहा status symbol की बात है और वो better और नए प्रोड़र्स को लिना पसंद करते हैं और production capsties अक्सर कहा जाती हैं वहाँ पर unutilized या underutilized रह जाती हैं क्योंकि producers anticipate में क्या करते हैं अपनी capsties को अपने production करने की शम्ता को बनाय रखते हैं और सबसे बड़ा मुझे लगता है demerit क्या है वहाँ पर neglect of social welfare सब सिर्फ किसके पीछे भाग रहे हैं पैसे के पीछे भाग रहे हैं हाँ हर producer सिर्फ क्या दिखना चाहता है profit motive के लिए काम करना चाहता है social welfare हो रहा है नहीं हो रहा है this is none of their business तो ये वहाँ का एक बहुत बड़ा problem है समाज की भलाई के लिए वो कोई काम नहीं करते हैं तो goal of the producer is to earn profit so वेलफेयर वहाँ पे क्या हो जाता है social welfare वहाँ पे एक बहुत बड़ी समस्या है वहाँ पे लोग बहुत जादा professional लोग है yes हाँ मतलब वहाँ पर जैसे कहते हैं ना culture का values का yes इंसानियत नाम की कोई चीज नहीं है और मतलब जैसे कहते हैं relations के लिए values के लिए जैसे हम लोग Indians में काम करते हैं चलिए डिगिन करते हैं सोशिलिजम एक ऐसा economic system जहा�� पर quality है तो an economic system in which means of production are owned by entire society और प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्रवाद प्र नहीं है और उसको operate कौन करता है उसको चलाता कौन है उसको चलाता है देश का central planning authority जो plan करता है बताता है कि resources कहां लगाए जाएंगे किस काम में लगाए जाएंगे और सारे economic decisions ये central planning authority लेती है और यही yes यही कारण है वहाँ पर wastage of resources नहीं होते है best and most efficient use of resources होते हैं एक ऐसी economy जो America यस जपान, जर्मिनी फ्रांस से ठीक उलट है यस ठीक against opposite है उससे और वो है रशिया में, चाइना में क्यूबा में और वेटनाम में तो आज हम जाननेंगे सोशलिजम के features के बारे में अब अब characteristics या features of socialism तो socialistic ownership of productive resources अथारत सारे productive resources की owner कौन है? society है खेत हैं पर आपके नहीं है फैक्ट्रिया हैं पर आपकी नहीं है industry अगस्त्रिया हैं पर आपकी नहीं हैं तो किसकी हैं? येस, सबकी हैं पूरी सोसाइटी की हैं उसका कोई एक ओनर नहीं है, इसलिए रिसोर्सिस कौन ओन कर रहा है सोसाइटी ओन कर रही है क्योंकि वहाँ इंडिवीजुअल को प्रापर्टी ओन करना अलाउड नहीं है और क्या खास बात है? Economic Planning होती है, वहाँ पर Central Planning Authority है, जो पूरे तेश के Resources के लिए Plan बनाती है, वो ये Plan बनाती है कि Resources कैसे Effectively और Most Efficiently हम यूज़ करें। और क्या खास बात है? Social Welfare is the Motivating Force, वहाँ का Main Motivation क्या है? समाज की कैसे हम welfare करें इसका मतलब profit motive जो capitalist economies में होता है America, Japan, Germany में होता है उसको ignore कर दिया गया होता है बलकि welfare of the masses और क्या features है economic equalities अथारत economically all are equal there is no rich, no poor मतलब society classless है मतलब न rich है, न poor है तो नदीजा क्या होगा कोई conflict नहीं होगी सब equal है सबको बराबर मौका मिलता है job करने का, earn करने का और इसी लिए क्या है कोई ना industrialist है ना तो कोई worker class है बलकि सब बराबर है next आता है class less society देखें इसी point से मिलता है नजर आएगा economic inequalities और class less society again क्योंकि economy में ना industrialist है, ना workers है मतलब न रिच है, न पूर है, न हैव्स है, न हैव्स नॉट है नतीजा, क्लास बराबर सो क्लास, लेस सोसाइटी अथार, कोई डिफरेंस नहीं है अमीरी गरीबी का ऐसी सोसाइटी में conflict नहीं होगे न है की नहीं? सो next point, elimination of competition और क्या नहीं होगा? competition between producers नहीं होगा क्योंकि यहाँ पर सिर्फ एक producer है और वो है government सारे productive resources का production decide करने वाली authority है वो है central planning authority तो वो decide करेगी नतीजा क्या हो जाएगा monopoly government के हाथ में है society के हाथ में है इसलिए कोई wastage of resources नहीं होगा कोई advertisement करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि जो भी product बनना है वो देश के need के according बनना है है न बढ़िया चीज तो elimination of competition no cut throat competition झाल तो ये तो हो गए features, अब समझते हैं merits of socialism, तो social setup जहाँ पर क्या है, society को सर्वपरी कहता है, मतलब वहाँ पर अगर आप सोचेंगे कि आप के पास कोई industry होगी, आप के पास कोई बड़ी जमीन जादाद होगी, आप किसी बड़े खेतों के या किसी बड़े industry के मालिक बन पाएं मतलब वहाँ पर अगर आप किसी खेत में काम कर रहे हैं तो आपका उसमें हिस्सा जरूर है पर आप उसके मालिक नहीं है आप अपनी आने वाली जनरेशन्स को उस खेतों को उस इंडस्ट्रीज को उस फैक्टरीयों को जिसमें आप काम कर रहे हैं को दान या दान या दान गिफ्ट नहीं कर सकते हैं क्योंकि वह आपका है आप उसको ओन नहीं करते हैं बट तो सब बराबर है यह जरूर हो सकता है कि कोई मैनेजर की पोस्ट में हो सकता है और कोई गार्ड भी पोस्ट में हो सकता है अकॉरिंग टू दी स्किल मैनेजर हो डिरेक्टर यह हो सकता है और एक आदमी क्या हो सकता है चपरासी हो सकता है गार्ड हो सकता है इतना इंटेलिजेंस हो सकता है बट मालिक और नौकर नहीं है ऐसा नहीं होता है इसे कॉन वेज में, समझ रहे हैं न, तो चलिए, मेरिट्स आफ सोशलिजम के बारे में पढ़ते हैं, बेटर अलोकेशन आफ रिसोर्सेस, यहाँ पर प्रोडक्टिव रिसोर्सेस का अच्छा यूज होता है, सही अलोकेशन होता है, क्यों हो पाता है सही, planning authority के दिमाग में कैसे हम maximum social welfare कर सकें, तो social welfare क्योंकि वहाँ का main goal है, और वहाँ पर presence of planning authority है, government है जो क्या करती है, हर एक resources का plan करती है, government decide करती है कि किस खेतों में क्या उगेगा, किस factory में क्या बनेगा, yes, हर एक चीज का comprehensive plan है, नतीजा wastage of resources नहीं होगा, better, and most optimum use of resources होगा, point number 2 fuller utilization of resources अभी बोला कि better allocation of resources, अथार resource कहां लगने चाहिए, किस काम लगने चाहिए allocate वहां हो रहा है, पर अब दूसरी point भी है, इसी से मिलता हुआ कि resources पूरे use होंगे, बरबाद नहीं होंगे, खराब नहीं होंगे, yes. तो, fuller utilization of resources. क्यों? क्योंकि resources पूरी तरह से इस्तमाल होते हैं, उनका plan जैसा बना है, उस plan के according उन resource को इस्तमाल किया जा रहा है. Got it? इसलिए, full utilization of resources. Next है, elimination of economic instability. ऐसी society में, stability ही रहेगी हाँ वहाँ पर न ओवर production होगा न under production होगा वहाँ पर न inflation आएगा न deflation होगा वहाँ न boom आएगा न recession आएगा क्यों नहीं आएगा रशिया में, चाइना में, क्यों नहीं हो पाता है? अगेन, क्योंकि सब चीज़ pre-planned है, exact planning के according ही क्या हो रहा है, goods बन रहा है, इसलिए ना over production है, ना under production है, तो business cycles जो आती हैं, yes, capitalist countries में, ऐसे देशों में नहीं आती हैं, तो वहाँ पर क्या है, economy smoothly flow करती है, instability वहाँ पर, नहीं होती है, so economic decisions are taken after detailed survey and research by the planning authority देखा, वहाँ हर एक चीज़ का बहुत detail बहुत गहराई से अध्धन किया गया होता है कहाँ पे किस resources को use करेंगे किस काम आ सकता है, welfare आ सकता है उस काम में resource को लगाते हैं, इसलिए क्या हो रहा है, yes economy में instability देखा, so no over production, no under production, no boom, no recession, no inflation, no deflation, clear? Fourth point, equitable distribution of income, ये तो आप पॉइंट जानते हैं, ती इस society में इनिक्वालिटी आफ इनकम नहीं होने वाली है, क्यों नहीं होती है, यह भी आप जानते हैं, क्योंकि आप प्राइवेट प्रापर्टी ओन नहीं कर सकते हैं, और जो आप कमा रहे हैं, वही आपका है, कोई ऐसी इनकम जो आपको आपके दादा परदादा से मिलने वाली है, कि आपके आने वाली generations को आप अपने assets को, अपनी land, building, machinery, equipments को transfer कर सकते हैं यह right यहाँ पर नहीं है इसलिए आप जो करेंगे वो अपने लिए करेंगे आप जो कमाएंगे अपने लिए कमाएंगे आने वाली generations के लिए कुछ छोड़ के नहीं जा सकते हैं तो society में क्या होगा सब बराबर हैं क्योंकि सबको equal मौका मिलेगा काम करने का depend करेगा क्या काम मिलेगा आपको आपके skill, आपके intelligence, आपके expertise पर आप जिस के साथ से जिस caliber के होंगे उस caliber का काम आपको center planning authority देगी सब बराबर हैं, yes कोई बहुत अमीर, कोई बहुत गरीब वहाँ पर नहीं होगा नेक्स्ट, elimination of class struggle, जब class ही नहीं है, अथार्थ, न हैव्स है, न हैव्स नौट है, न है रिच है, न पूवर है, न इंडस्ट्रिस्ट है, न वरकर है, जब class ही नहीं है, तो struggle कैसा होगा, conflict कैसा होगा, वैसे capitalist देशों में यह problem बहुत रहती है, वहाँ पर क्या होता है, रिच और पूवर के बीच में class struggle, strike के रूप में, lockouts के रूप में, fires के रूप में, mob attack के रूप में, यह सब बड़ा होता है, यहाँ पर ऐसा कुछ होगा ही नहीं, क्योंकि सब बराबर है. ठीक है, so classless society, so no employer-employee conflict, किसे जगा कोई conflict नहीं होगा, last point, sixth merit, provision of social security यहाँ पर समाजिक सुरक्षा के लिए social security के लिए government खुद क्या करती है yes बहुत प्रयासरत रहती है government housing के लिए education के लिए health के लिए old age pension के लिए इन सब के लिए government खुदी क्या करती है provisions बना करती है so आपको क्या करना है yes आपको सिर्फ इमानदरी से मैनत करनी है बस आपका भविष्ट तो टेंशन नहीं लेना है आपको, क्योंकि वहाँ पर क्या है, गौर्मेंट है, सो सोशल सिक्योरिटीज, गौर्मेंट या स्टेट, जब भी स्टेट है तो मतलब गौर्मेंट हो, स्टेट टेक दी वेरियस सिक्योरिटी मेजर्स सच एस हाउजिंग, येस येस कंसेप्ट फ्लियर हो गया है तो लाइक का बटन प्रेस करो और हाँ चैनल सब्सक्राइब नहीं किया है क्योंकि मैं देख रहा हूँ बहुत सारे बच्चे मेरे चैनल को देख जरूर रहे हैं पटो सब्सक्राइब नहीं कर रहे हैं अर चैनल सब्सक्राइब तो करो तेरा क्या जा रहा है यस डू सब्सक्राइब मैं चैनल की अब नोट सब्सक्राइब रहे हैं और प्लीज प्लीज प्लीज अपने क्लासमेट्स फ्रेंड्स को जो आपकी तरह यस अपने सारे सब्जेक्स एक्नॉमिक्स अकाउंट्स कॉमर्स इवन इंग्लिश भी पढ़ना चाहते हैं और आई एस सी यस आई एस सी बोर्ड के हैं तो उनके लिए कोल डन पहुचती है मैंने फ्री में एक बैच बना रखा है रॉक स्टार ये एक डेडिकेटेड ग्रूप है सिर्फ और सिर्फ और सिर्फ आपके लिए जिसमें सारे notes, video lessons हर पल उपलब्ध हैं सिर्फ करना क्या है इसका description में link दिया हुआ है जाए इस rockstar group को join करें अपने classmates को भी बताएं कि now is the time that yes together we can rock the exams तो इसलिए मैंने नाम रखा है yes rockstars तो yes अभी lesson खतम नहीं हुआ है टॉपिक यह बाकी है अभी इसमें demerits भी हम करने जा रहे हैं चलो end करते हैं demerit के बाद दिमेरिट्स आफ सोशलिजम देला दिमेरिट डिफिकल्टीज इनवाल्ड इन दी रेशनल अलोकेशन आफ रिसोर्सेस तो बार बार कहा गया कि रशिया, चाइना, क्यूबा इन देशों में रिसोर्सेस का बेटर उटलिजेशन होता है रिसोर्सेस का फुलर उटलिजेशन होता है पर अब जो कह रहे हैं उसको ध्यान से सुनना है कि रिसोर्सेस का अलोकेशन कैसे करें ये बड़ा मुश्किल काम है क्यों? क्योंकि land है, farms है, labor है, पर उनका price वहाँ पे नहीं है, क्यों price नहीं है, क्योंकि वहाँ competition नहीं है, तो इसलिए वहाँ पर चीजों का सही use हो रहा है, यह कैसे पता चलेगा, जब किसी का market का real value नहीं मालूम है, क्योंकि market में कोई competition नहीं है, वहाँ पे buyer और sellers का force नहीं है, free market economy नहीं है, जो resources use हो रहे हैं वो सिर्फ और सिर्फ planning authority के उपर भरोसे use हो रहे हैं वही decide कर रही है तो ये problem है वहाँ बहुत बड़ा क्या कि resources का right allocation सही allocation हो रहा है कि नहीं हो रहा है so no proper basis of cost calculation ये calculation नहीं हो पा रहा है कि particular resource का cost क्या है labor का cost क्या है land का cost क्या है capital का cost क्या है इसका वहाँ पे कोई market ह जैसे यहाँ पे तो आपको मालू में लेबर मार्केट है, जहाँ पे आप जा करके बायर और सेलर्स की तरह लेबर को बाय और सेल कर सकते हैं, कैपिटल मार्केट है, जहाँ पे मनी अरेंज कर सकते हैं, वहाँ पे ऐसा कोई मार्केट ही नहीं है, तो इसलिए किसी चीज का कॉ कि resource कहां लगाएं, जैसे for example अब हमारे देश इंडिया की बात करिए, अगर आपके पास गाउं में land है, और बहुत सारी जमीन है, जो की cheap और easily available है, तब आप क्या करना पसंद करेंगे, yes, देखेंगे की field में उपजाओ करने के लिए शक्ती है, फ़डिलिटी है, तो आप खेती करेंगे, और उस crop की खेती करेंगे, जिसकी उजाओ शक्ती है, न कि government decide करेगी की आपके खेतों में क्या होगा. जो ज़वर्वत था लोगों की उसके साब से गौर्वमेंट क्या करेगी आपके खेतों में येस क्योंकि खेतों तो आपके होंगे नहीं रशिया में तो ऐसा नहीं है कि आपके पास खेते हैं सारे रिसोर्सेस किसके हैं गौर्वमेंट के हैं तो वो डिसाइ� नेक्स्ट है लॉस अफ एफिशियन्सी, यहाँ पर वर्कर्स में काम करने के परती एफिशियन्सी नहीं है, कारे कुशलता नहीं है, कॉस्ट बचाने का नहीं सोचते हैं, क्यों? क्यों? क्योंकि उन्हें मालूम है, एफिशियन्ट और इनएफिशियन्ट सबको बराबर पैसा मिलना है, सब नौकर हैं, कोई मालिक नहीं है, मैं अगर काम कर रहा हूँ फिल्ड में चा इंडस्ट्री में, मैं भी नौकर, तुम भी नौकर सब बराबर तो ज़्यादा मेहनत करके क्या फाइदा होगा तंखा भी उतनी मिलनी है सेलरी भी वही मिलना है इसलिए तो वहाँ पे incentive to work hard नहीं है वहाँ innovate करना invention करना कोई नहीं चाहेगा क्या करेंगे क्योंकि मेरा तो कुछ होना नहीं है जो भी होना है सब सरकार का होना है तो क्यों मेहनत करें है की नहीं है और क्या है economic activities are controlled by the government officials government के officials है bureaucrats है वो सारे देश की economic activities को control करते हैं industries को farms को डिल्ल्स को वह कंट्रोल करते हैं वहां पर होता है रेट टेक्टिज़म वहां पर होता है डिलेइन डिसिजन्स वहां होता है करप्शन वहां होता है नेपोटिजम नेपोटिजम हां भाई बतीजाबाद यह सब वह प्रॉब्लम रहेगी क्योंकि जहां गॉर्वर्मेंट होगा वहां पर यह प्रॉब्लम्स रहेगी रहेगी और गॉर्� लिमेरिट लॉस आफ इन्सेंटिव अगेन इन्सेंटिव मतलब होता है कुछ पाने कुछ करने की चाखत मैं कुछ नया बड़ा अच्छा बिजनस करूँ प्राफिट कमा हूँ ये इन्सेंटिव तो वहाँ ही नहीं इस मनो दिशा से, इस लालसा से, इस चाहत से वालो को हम ही नहीं कर रहे हैं क्योंकि मुझे मालूम है मैं कुछ भी करूँगा, प्रापटी तो वो नहीं कर पाऊँगा नया अपना प्रोडक्शन सेंटर नहीं खोल पाऊँगा क्योंकि सारी resources की मालिक society है तो वहाँ पर private property नहीं है freedom of business नहीं है enterprise नहीं है मैं अपने मरची का business नहीं कर सकता मैं अपनी मरची का occupation नहीं कर सकता वहाँ पर ठीक है ना so कोई competition भी नहीं है इसलिए वहाँ पर incentive भी नहीं है ठीक है ना वह काम करने की तमन्ना चाहद जो वह जोश spirit जो होती है जो कहते है freedom of enterprise जो होती है चौथा डिवेरिट, loss of consumer sovereignty, वहाँ पर consumer king नहीं है, क्यों? क्योंकि वहाँ wide variety of goods नहीं produce होते हैं, सिर्फ उतना ही goods बनता है, जो society की need होती है, और वो भी goods कौन decide करता है बनेगा? Central planning authority, तो consumers are not the king, they do not have the choices of production of goods, because it is controlled by the planning authority. तो आपको वहाँ बहुत choice नहीं मिलेगे, अगर आप वहाँ जाएंगे, आप सोचेंगे कि आपको wide variety of goods मिल जाएगा, नहीं, नहीं, यहाँ तो आप mobile खोजने जाते हैं, तो 100 तरह के mobile मिल जाते हैं, 100 company आधेर सारा mobile आपके पास दुकान में रखा होता है, कौन सा चाहिए, य देखा तो वहाँ choices नहीं है consumers के पास loss of freedom बहुत बड़ी problem मुझे लगता है यहाँ पर वहाँ पर सबसे बड़ी problem क्या है रशिया, चाइना इन सब देशों में वहाँ पर government के पास सारा power है आपको बोलने का अधिकार नहीं है आपको शिकायत करने का अधिकार नहीं है आपको freedom of speech expression, freedom to express your anger आप नहीं कर सकते हैं यहाँ तक कि आपके पास civil और political rights नहीं है आपकी जो government है वो authoritarian government है, सारा power उसके पास है, कुछ भी आपके control में नहीं है, जादा आप कुछ करेंगे, तो आपको jail, आपको finish, पालू में वहाँ पर, चाइना में, रश्या में आपकी बारे में सुनवाई नहीं होती है, पुतिन का नाम सुना है ना आपने, रश्या president का नाम, yes, पूरा power पूरे देश को अपनी मुठी पर दबा कर रखा था तो यहाँ पर ऐसा होना ही होना है जैसा आजकल चाइना में हो रह चाना के president कैसे चाना को गलत दिशा में ले जा रहे हैं, तो no freedom of occupation, वहाँ पे आपके पास choice नहीं है, कि आप क्या काम करेंगे, आपको decide नहीं करना है, कि आप क्या काम करेंगे, बलकि central planning authority बताएगी, कि आप क्या काम करेंगे, और no freedom of choice, consumer के पास choice नहीं है, no civil, no political freedom, आपको न civil rights नहीं लगता है बहुत अच्छी जगह हो� आपसे मैं जानना चाहूँगा, आप ऐसे देश में रहना पसंद करोगे, जहांपे आप बोल भी नहीं सकते, अपनी बात भी नहीं रख सकते गौर्मेंट के आगे, वरना आपको मार के डंडे जेन में बंद कर दे जाएगा, गौर्मेंट के पास पूरे डिक्टेटर वाले, freedom of enterprise है अथार जो भी business चाहें वो कर सकते हैं और तो और अपने बोलने के आजाती है express करने के आजाती है even government के खिलाफ तक हम बोल सकते हैं अगर हमें को लगता है उनके कोई actions गलत है तो है की नहीं है वहाँ ऐसा नहीं कर पाओगे बेटा चलो प्रति पावर पता दिया वहां पर पावर किसके हाथ में है चाहिए वह इकनॉमी हो चाहिए देश के पैसे हो और चाहिए तो पॉलिटिकल पावर हो वहां पर क्या है कुछ ही लोगों के पास पावर है अब चाहिए मैं मालूम है कॉम्यूनिस्ट गॉवर्मेंट है सारा पा� तो कुछी ब्यूरोक्रेट्स क्या करते हैं पूरे देश पे गवर्न कर रहे होते हैं तो गवर्मेंट है एबसिलूट अथॉरिटी सारे रिसोर्सेस की सब चीज की पावर एक गवर्मेंट के पा प्रेस ऑल एक्नॉमिक एक्टिविटीज सब कौन डिसाइड करेगी सब गॉर्नमेंट कंट्रोल में रहेगा सब गॉर्नमेंट डिसाइड करेगी एक्जांपल मैंने पहले ही दे दिया स्टेलिन रॉशिया येस स्टेलिन रॉशिया का डिक्टेटर था जो तीन साल तक रॉश It includes best features of both and excludes the demerits बुराईयों को निकाला गया है और अच्छाईयों को ले लिया गया है आईए समझते हैं इस economy के, yes हमारी Indian economy के features Co-existence of private and public sector अथार्थ private sector भी है, public sector भी है अब private sector वो काम करती है जहाँ पर investment कम है, जहाँ पर risk कम है जहां गैस्टेशन period short है, अथार्थ production करने का period क्या है? short है, जैसे retail business, agriculture करना, हाँ trading करना, ये सब private के हाथ में है, पर यहाँ पर public sector भी है, तो public sector किसके पास है? obvious बात है, government के पास है, तो ऐसा काम, ऐसी industries जहां बहुत heavy investment चाहिए, जहां long gas station period है, जिसका main मक्सद है welfare करना, yes, ऐसी economies, ऐसी industries, जैसे basic industries, iron and steel industry, power supply, yes, ऐसी industries जहाँ पे investment बहुत ज़्यादा लगने वाला है, और जिसका return slow आने वाला है, वो काम government अपने पर लेती है, public sector के पर लेती है, तो यहाँ पर दोनों ही sector क्या कर रहे हैं, coexist कर रहे हैं, और क्या है, coexistence of capitalist and socialist feature तो हमने capitalist के भी कुछ features अपनी economy में include कर रखे हैं और socialist के भी features include कर रखे हैं कुछ example देता हूँ capitalist के features हैं जैसे price mechanism तो yes price mechanism हमारे आभी है मतलब market forces of demand and supply decide करेंगी prices और क्या है जैसे capitalist में private individuals को resource own करने की private property own करने की येस राइट आफ इनहेरिटेंस करने की अजाधी है हमारे अभी है तो ये फीचर्स तो हमारे अभी है और कैपलिस के कुछ फीचर्स अब यहाँ पर पब्लिक सेक्टर एग्जिस्ट करता है गवर्मेंट क्या करती है चीजों को रेगुलेट भी करती है जो एसेंशल गुड् बिजली, yes, power supply है, इसका prices government regulate करती है, it is under the government control, तो दोनों हैं, coexist कर रहे हैं, यहाँ हमारे economy में, socialist भी features हैं, और capitalist के भी features हैं, एकनॉमिक प्लैनिंग एकनॉमिक प्लैनिंग करना हमारे देश में एक प्लैनिंग के लिए अलग अथॉरिटी है एक अलग बॉडी है जो देश की एकनॉमिक प्लैनिंग करती है देश के रिसोर्सेस कहां अलोकेट होंगे ये प्लैनिंग करती है और ये प्लैनिंग अथॉरिटी का नाम करेंटली है नीती आयो पहले इसका नाम था प्लैनिंग कमिशन पट 12th FIGURE PLAN के बनने के बाद इसका नाम चेंज हो गया है अफ़र दे मोधी कोवर्मेंट और नाम हो गया है नीती आयो क्या करती है? अगेन, long term plans बनाती है, देश के economic resources को कहा यूज़ करना है, ये planning, जो की socialist का feature था, ये हमारे देश में भी है, बड़ याद रखेगा, ये एक dominant, yes, dominant feature नहीं है, है हाँ है जरूर next है regulation and control of the private sector तो हमारे देश में private sector काम कर रहा है आपने जो mobile लिया है आपने जो furniture लिया है आपने जो फैन लिया है हाँ आपने जो घड़ी लिया है ये सब प्राइविट सेक्टर बना रहा है सरकार इन सब कामों में इंटरस्टेड नहीं है क्योंकि ये पब्लिक वेलफेर की चीज़े नहीं है तो अगर ऐसे काम जो गवर्मेंट ये सब प्राइविट को करने के नुमती दे देती है उन कामों पे सरकार क्या करती है कंट्रोल रखती है लाइसेंस के दुवारा कंट्रोल रख सकती है बजट बना के उन पे कंट्रोल कर सकती है टेक्स्ट लगा कर के उनको कंट्रोल कर सकती है मुनोपूली पुलीस का लॉ बना करके प्राइवेट सेक्टर को गवर्नमेंट कंट्रोल में रखती है। इसका मतलब है गवर्नमेंट ने प्राइवेट सेक्टर को लूटने के लिए धन बटोरने के लिए आजाद नहीं छोड़ रखा है। गवर्नमेंट एक मिक्स एकॉनमी में सोशल वे का काम नहीं छोड़ती है क्योंकि प्राइवेट तो प्राफिट के तो आखिर welfare करेगा कौन? जो well-being of the poorest section of the society है उनका कौन करेगा? Yes, free education, free health facilities, free sanitation facilities, government यह आपको मालूं ही होगा यह दे रही है, provide कर रही है, ऐसे बहुत सारे government hospitals हैं, जहाँ पर लोगों का free लाज हो रहा है, सरकारी school है, जहाँ पर बच्चों को free पढ़ाये जा रहा है, free midday meal दिज तो सरकार social welfare का भी क्या कर रही है यहाँ पर काम कर रही है next है price mechanism यहाँ पर price mechanism yes price mechanism क्या होता है एक तरीका जिससे prices अपने आप डिसाइड हो जाती है यस दिए मार्केट फोर्सेस ऑफ डिमांड एंड सप्लाई टोगेजर डिसाइड सीखिए प्राइस मार्केट में प्रोडक्ट किस दाम में बिकेगा यह गवर्मेंट गॉर्वर्मेंट क्या करती है यूजुअली इंटरफेयर नहीं करती है जब तक कि वह एसेंशल आइटम न हो बाकी सारे प्रोडक्ट्स के लिए क्या है यस प्राइस मेकनिजम चलता है प्रोडूसर्स क्या करते हैं अपनी आपने जो मोबाइल खरिदा है, आपके पास जो लैप्टॉप है, इसका डिसाइड किया मोदी जी ने किया है क्या? नहीं, नहीं, नहीं, मोदी जी ने डिसाइड नहीं किया, कैसे डिसाइड हुआ? येस, जो प्रोडूसर था आपके मोबाइल का, जैसे MI का फोन अगर आप यूज़ कर रहे हैं, या सेमसंग यूज़ कर रहे हैं, जो भी यूज़ कर रहे हैं, तो वो प्रो� इसी features के phone किस डामों में मिल रहे हैं और उसी के according वो price रखता है market की demand और supply को yes ध्यान में रख करके वो price रखता है तो यो price mechanism yes ये बहुत important feature है हमारी economy का बट मैंने कहा कुछ चीजों को छोड़ दिये Essential items में price mechanism नहीं apply होता है Essential items मैंन��� बता दिया घर में जो LPG supply आ रही है Gas supply आ रही है Petrol के prices हैं Even कुछ Essential food grains हैं Yes, wheat rises के prices भी सरकार क्या control लगती है राशन की shops है न गौर्मेट के पास उन से सरकार क्या करती है इन पे control कर लेती है आईए अभी तक तो हमने जाना मिक्स्ट एकॉनोमी क्या होती है, मिक्स्ट एकॉनोमी के फीचर्स क्या होते हैं, और अब जानेंगे, चलिए आगे बेगे करते हैं, मेरिट्स आफ दी, यस हमारी एकॉनोमी का, मिक्स्ट एकॉनोमी का क्या मेरिट्स है, सबसे पहला है, प्रॉपर अलोकेशन आफ रिसोर्से और उनका best और optimum use हो रहा है, देश के welfare के लिए use हो रहा है, हमारी economy में एक और अच्छी चीज़ है, कि हमारी economy stable है, stable इसलिए है, कि अगर economy में बहुत lows आते हैं, अथा depressions आते हैं, तो सरकार क्या करती है, इनको control कर लेती है, monetary policies लगा के control कर सकती है, yes, production functions चला कर के control कर सकती है, मत बूम बिजनस साइकल्स से क्या है कि इस काफी अत्तक कंट्रोल में है तो इकनॉमिक क्या है? स्टेबिलिटी रहती है बहुत ज़्यादा ओवर प्रोडक्शन या बहुत ज़्यादा अंडर प्रोडक्शन यहाँ पर नहीं हो पाता है सरकार क्या कर रही होती है? प्लैंट बना करके रिसोर्स पिस्टेस पे कंट्रोल रखती है तो जो कैपिलिजम के अडवांटेजेज हैं कि फ्रीडम ओफ एंटरप्राइस वहाँ पर प्रोडूसर्स जो चाहे वहाँ पर कंजूमर किंग है और ऐसा हमारे देश में भी तो market system की, capitalist system की सारी अच्छाईया हमारे देश में आ रही है rapid economic development होगा ऐसा क्यों? क्योंकि private sector as well as public sector co-exist करता है private sector retail trade को, agriculture को, trading को संभाल लेता है तो public sector क्या करता है? देश की base of industrialization को improve करता है देश में infrastructure start करता है, तैयार करता है क्या होता है देश का economic development fast होता है yes क्योंकि दोनों यह sector मिल करके क्या करते हैं देश की तरकी को देश की industrialization को आगे ले जाते हैं इसलिए rapid economic development होता है missed economy में और क्या खास बात है fifth feature परते है check on concentration of economic power यहाँ पर कोई economic super power अथार्थ super rich नहीं बन पाता है आप कहेंगे sir अमारे देश मे आदानीज हैं, बिरलाज हैं ताटाज हैं तो येस गवर्मेंट के पास पावर्स है इनके इनके बिजनस को इनके अम्पायर को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने मोनोपोलीज एंड रिसिक्टिव ट्रेड प्रैक्टिसेज नामका MRTP नामका एक्ट बनाओ बना रखा है सरकार लाइसेंस दे करके भी इनको काबू कर सकती है इनको लाइसेंस हो सकता है न इश्यू करें किसी बिजनेस के लिए सरकार बजट बना करके सरकार टेक्स बना करके और बहुत सारे लीजर एक्टर के भी क्या कर सकती है इन इनको कंट्रोल कर सकती है तो ultimate power किसके पास है government के पास है तो सरकार concentration of power rich को super rich नहीं बनने देगी और poor को एकदम poor नहीं देगी क्योंकि उनके welfare के लिए सरकार काम करती रहती है और last but not the least economic and political freedom yes thanks to have been born in India येस क्यों क्यों शुक्र गुजा रहे हैं हम लोग भगवान के कि हम लोग इंडिया में पैदा हुए हैं क्योंकि यहाँ पर हमारे पास एकनॉमिक राइट है अथार्थ फ्रीडम टू डू वाटेवर यू वांट आप जो बिजनस करना चाते हैं जो एंटरप्राइस करना चा assemble peacefully है है ना, तो आपके पास economic and political दोनो freedom है so thank you that we are in the missed economic system, yes socialist में power नहीं है आपके पास याद रखेगा socialist economy में कहीं आपने सरकार के खिलाब जिन्दा बाद मुर्दा बाद किया, तो आपको पड़ेंगे लाठिया वहाँ पे superpower है वहाँ गौर्वर्मेंट क्या करती है? अथौर्थरिटेरियन हो जाती है, थाट डिक्टेटर हो जाती है हमारे देश में ऐसा नहीं हो सकता, मोधी जी ऐसा कभी नहीं कर सकते हैं आइए डी मेरिट्स के बारे में बात करते हैं डी मेरिट्स आफ दी मिस्डिकोन्मी हमारे देश की इकनॉमिक सिस्टम की क्या सिर्फ अच्छाई आई है है ना ऐसा तो नहीं होगा कुछ कम्या भी है आए समझते हैं अभी तक लाइक नहीं किया है और यस यहां तक देख रहे हैं तो आपको समझ में आ रहा है समझ में आ गया है तो एक लाइक तो सर तरुन के लिए बनता है और यस चैनल सब्सक्राइब नहीं किया है यस मैं देख रहा हूँ कि बहुत सारे सुडेंट्स मेरे चैनल को देख र They are not subscribing. क्यों भाई? 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Yes, इसी उम्मीद के साथ कि आप नसर खुद जुड़ेंगे, बलकि अपने classmates, friends को भी क्या करेंगे, इन video link को share करें, ताकि उनको ये notes easily मिल सके, और अगर आप चाहते हैं कि आपको सारी latest information, notes, videos timely मिल जाएं, तो क्या करना है? येस, रॉक स्टार के साथ जुड़िये, रॉक स्टार एक dedicated group है, जो सिर्फ ISC commerce student के लिए, येस, सिर्फ ISC commerce, आप के लिए बना ये group है, ये सारे बच्चों के लिए group नहीं है, ISC commerce बच्चों के लिए, जो ये, येस, economics, commerce, accountancy, English, Hindi, येस, आपके सारे major subjects मैं इस group में cover करता हूँ, और सारे वीडियो, नोट्स, इंफोर्मेशन इसमें रहती है तो अगर जॉइन नहीं किया है तो डू जॉइन इट डिस्क्रिप्शन में उसका लिंक दिया हुआ है चल डी मेरिट्स की डिस्कस कर रहा था आप से हाँ, conflict between the private and public sector अब आप जानते हैं सरकार भी business कर रही है और हम भी business कर रहे हैं अब BSNL भी है तो Vodafone, Jio, Airtel भी है BSNL सरकार का है, मालूँ है न, public sector है तो अब तो competition होना ही होना है हाँ न, तो private और public sector के बीच में resources की लड़ाई है ठीक है न, दोनों चाहेंगे कि हम ज़्यादा ज़्यादा resources use करें जानते हैं ये प्रॉब्लम रहेगी और short lived nature ऐसा believe किया गया है history में कि कोई भी economy mixed economy लंबे समय तक नहीं रह सकती है ऐसा क्यों ये जरूर होगा कि private sector और public sector दोनों एक साथ है यहाँ पर तो हो सकता है कि private sector इतना ज़्यादा major role play करने लगे कि वो public sector को दिरे दिरे क्या करे खतम कर जाएंगे शायद आपको पता हो इंडिया में काफी अथ्या कैसा हो रहा है गौर्वर्मेंट धीरे धीरे अपने बिजनेसेस बंद कर रही है अपने कारोबार प्राइवेट सेट्रो को बेच रही है और हम धीरे धीरे धीरे धीरे यह नेम वन प्राइवेट यह ट्रेन जानते हैं यह आपको बताना है उस प्राइवेट ट्रेन का नाम चलो तो धीरे देर हम क्या बढ़ रहे हैं? कैपिलिजम की तरफ बढ़ रहे हैं हाँ तो उल्टा भी हो सकता है इसका तो मैंने बताया न ये शॉर्ट लिफ्ट नेचर की है एकॉनोमी, मिक्स्ट एकॉनोमी अब उल्टा भी हो सकता है कि अगर गवर्वर्मेंट सेक्टर, पब्लिक सेक्टर ज्यादा पावरफुल होता जाए और प्राइवेट सेक्टर को धीरे देरे कम करते जाएं नेक्स्ट है, inefficient operation, operations efficient नहीं है, हमारे काम अच्छे नहीं है, wastages बहुत है, क्यों wastages हैं, क्योंकि ज़्यादातर क्या हो रहा है, resource जो बट रहे हैं, उनमें क्या हो रहा है, equalization नहीं है. Government के पास resources जो हैं उनका सही utilization नहीं हो रहा है और बहुत जगह तो क्या हो रहा है confusion है chaos है कि resources किस तरीके से use किये जाए नेक्स्ट है पूर परफॉर्मेंस अब दी पब्लिक सेक्टर ये बहुत बड़ा चेलेंज है मारे आप येस इंडिया की बहुत बड़ी प्रॉब्लम है सरकारी कंपनिया सरकारी दफ्तार आप चले जाएगे आपको उसका पूर परफॉर्मेंस मिल जाएगा जानते हैं बीसन क्यों private companies, these private aeroplanes, yes, East-West Airlines, Indigo Airlines, क्यों अत्नी चल रही हैं, successful हो गई हैं? कभी सोचा हैं आपने? Yes. क्योंकि public sector का performance low है, public sector में corruption है, public sector में inefficiency, उपर था ना inefficient operation है, wastage of resources बहुत जादा है, लतीजा public sector survive नहीं कर पा रही है, क्योंकि यहाँ पर corruption, nepotism, यहाँ इन वज़ें से public sector चल नहीं पा रहा है. बहुत प्राश्पशा नहीं है कोई decision making होता ही नहीं है वहाँ पर और last but not the least excessive regulations too much control अक्सर private sector को control करने के लिए सरकार क्या कर रही है बहुत सारे नियम बहुत सारे rules, regulations बना रही है, license बनवा रही है, control के बहुत सारे acts बना रही है, जिसकी वज़े से private sector को grow करने में दिक्कत आ रही है, yes, नतीजा क्या हो रहा है, देश की economy की growth rate क्या हो जा रही है, कम हो जा रही है. तो ग्रेट देश की अगर ग्रोथ बढ़ानी है तो आपको excessive regulations, excessive controls over the private sector को क्या करना पड़ेगा, relax करना पड़ेगा, ease out करना पड़ेगा ताकि private sector असानी से अपने yes काम को और कर सके तो licensing और budget जिसको fiscal policy कहते हैं या tax system है सरकार को और ease करना पड़ेगा ताकि और तेजी से क्या हो सके, private sector grow कर सके