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इवोल्यूशन और उसके सिद्धांत

हेलो एविवन वेलकम टू आयूट्यूब चैनल दिक्षा लर्निंग लाब और मैं हूं आपकी फॉरेंसिक एडिकेटर दिक्षा शर्मा आज की क्लास में हम बढ़ रहे हैं इवेलूशन एंड इट्स मेकानिजम यह बायोलोजी का आपका टॉपिक है और यह जो बायोलोजी का आपका टॉपिक है आपके एनेफेस्यू एनेफेटी पी जी मतलब पोस्ट ग्राजुएशन एक्जामिनेशन के पॉइं PGK Forensic Science Toxicology and Biotechnology तो ये जो तीन courses है Forensic Science Toxicology and Biotechnology इन तुनों ही courses का जो syllabus है exactly same है और आपको क्या पढ़ना है Basics आपको पढ़नी है Physics आपको पढ़नी है Chemistry आपको पढ़नी है Biology and Basics of Forensic Science ये चार subject पढ़ने है कितने कितने questions आएंगे आपके exam में आपके exam में 25 each questions आएंगे मतलब 25 questions आएंगे physics से 25 questions आएंगे biology से 25 questions आएंगे chemistry से और 25 questions आएंगे general forensic science से तो मैंने topic already discuss कर लिये थे कि कौन-कौन से topics आपको बढ़ने हैं MSC forensic science, MSC toxicology biotechnology, NFSU NF80 2024 के लिए so आज का जो ये lecture है हम इसमे biology का topic cover कर रहे है that is first topic evolution and its mechanism ठीक है तो मैंने डिटेल में डिसकस किया हुआ है कि कौन-कौन से टॉपिक पढ़ने अगर आप कंफ्यूज हो रहे हैं NFSU, NFAT 2024 के लिए तो वो जो वीडियो की लिंक है आपको आई बटन पर क्लिक करने के बाद मिल जाएगी तो वो वीडियो आप देख सकते हो ठीक है तो आज की लेक्चर में हम कम्प्लीट करेंगे Evolution and its Mechanism अगर आप NFSU, NFAT एक्जामिनेशन की जो प्रेपरेशन है हमारे साथ करना चाहते हैं तो आप हमारा कोर्ट जॉइंग कर सकते हैं जो कि आपको हमारे अप्लिकेशन प आपको description में मिल जाएगी, और course का जो link है, वो भी आपको description में मिल जाएगा, जिसमें आपका सारा का सारा NFSU, NFAD syllabus, video lectures के तरू complete होगा, और every Tuesday हम application पे live भी रहेंगे, हमारे PDF notes अगर आप follow करेंगे, तो आपको कोई भी book, कोई भी MCQ book follow करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि हम topic wise MCQ provide कर रहे हैं, और mock paper provide कर रहे हैं, mock paper में यह 25-25-25, total 100 questions आएंगे, और हमारा जो mock paper है, बिल्कुल computer based test की तरह होता है, तो आपका timer साथ-साथ में चलता रहेगा जितनी negative marking NFS, UNFAT करेगा उतनी ही negative marking आपको test में भी मिलेगी जिससे आपकी आदित हो जाएगी कि आपको unnecessarily extra questions all नहीं करने क्योंकि minus marking भी है तो आपको इसका धियान में रखना है यह हमारे test से आपको habit हो जाएगी तो do join our classes, links are in the description अगर आप हमसे contact करना चाहते हैं तो whatsapp support number आपको description में मिल जाएगा वो से आप हमें contact भी कर सकते हैं so let's start today's lecture सबसे पहले समझेंगे what is evolution? So evolution एक ऐसा word है, कहीं न कहीं आप सब ही familiar हैं इस word से कि evolution होता क्या है? हम बहुत कई सालों से, बहुत सालों से, कई billion years से evolve हो रहे हैं, तब जाके अपी जिस condition में हम उस condition में आ पाए हैं सब को ये story पता है, हमने junior classes में, हमने school में पढ़ी थी कि जब बहुत साल पहले, million, billion years पहले जो हमारा earth house में life थी ही नहीं कैसे-कैसे इनवार्मेंट चेंज हुआ कैसे माइनोएसिड बने कैसे स्मॉल मॉलेक्यूल सबसे पहले बायो मॉलेक्यूल बने बायो मॉलेक्यूल से धीरे-धीरे अर्थ का इनवार्मेंट ऐसा हुआ कि लाइफ यहां पर सस्टेन कर सके ना यह सबको चोरी पता होगी ठीक है तो उससे तो आगे बढ़ते उतने पीछे जाने की आपको अब हम यहीं पर focus करते हैं कि evolution एक ऐसी process है जो बहुत जादा time लेती है, लंबा time लेती है, ऐसा नहीं कि 10 सल में, 20 सल में, 30 सल में, 100 सल, 200 सल, 500 सलों में evolution हो गया, नई species evolve हो गई, ऐसा कुछ भी नहीं होता, एक लंबा process है, और अगर हम define करें evolution को तो किस तरीके से कर सकते हैं, evolution, it is a theory in biology that says that various type of plants, animals and other living things, थिंग तो आपने छोटे बच्चे जब थे तब से आपने पढ़ लिया कि वह टाइट नॉल लिविंग थिंग्स एंड वह आज लिविंग थिंग्स हमें पता है कि लिविंग थिंग्स क्या होते हैं लिविंग थिंग्स ग्रो करते हैं रिप्रोड्यूस करते हैं वह उनके अंदर होता है कि सारी चीजें आपने 11 के फर्स्ट चैप्टर में पढ़ी होगी है ना लिविंग और गैनेजम वो चाहे प्लांच हो, आनिमल हो या अदर लिविंग उर्गैनिसम्स हो, उनका जो ओरिजिन है, सेम ओरिजिन है, जो इविलूशन की थिवरी है, वो यह मानती है, कि सबका एक ही ओरिजिन है, हम एक ही प्लेस से एक ही लिविंग उर्गैनिसम्स से ओरिजिनेट हुए, चाहे एक बहुत beautiful सा example है जब कभी भी कोई new life generate होती है जब आपने पढ़ा होगा junior classes में या अगर नहीं पढ़ा होगा नहीं आते हैं तो मैं बता देती हूँ कि कोई भी life जब originate होती है सबसे पहले एक cell होता है आपको ये पता है right कि इसमें क्या होता है एक सेल होती है स्पर्म सेल होती है जब यह फोर्टलाइज करती है तो जाइगोट बनता है जाइगोट फिर दीरे-दीरे सेल डिविजियन करके डिफरेंशिएट होता जाता है और सबसे पहले कुछ लेयर्स बनती है और बनने से पहले हमारे डिफरेंट सिस्टम्स बनने से पहले तीन लेयर होती है ना कौन-कौन सी लेयर होती है मैं आपको याद दिला देती हूं सबसे इनर वाली लेकर कम कहते हैं एंडोडर्म बाहर वाली को कहते हैं एक्टोडर्म और मिडल वाली रहती है उसे हम कहते हैं मीजोडर्म यह तीन layers होती हैं, जो cell division करती जाती है, origin तो same है, दिरे क्या हो रहा है, cell divide हो रही है, और differentiate हो रही है, जब differentiate हो रही है, तो इनके अपने-अपने काम इनको मिल रहे हैं, और दिरे-दिरे ये different organs बनाती है, तो इसी तरीके से evolution की थियोरी भी काम करती है, कहीं न कहीं, जो ओरिजन है लिविंग उर्गानिजम का वो सेम है दीरे-दीरे सेल डिविजन होती गई अब यह सोचो कि सबसे पहले जब लाइफ आई होगी और में तो वह यूनी सेल्यूलर होगी ना फिर दीरे-दीरे सेल डिविजन होता गया डिफरेंशेट होते गए एविलूशन हुआ और जितनी स्पीशीज अभी आज के टाइम पर प्रेजेंट है और उसमें वह सारी बनी तो यह कहती है एविलूशन की फिर ठीक है अब एविलूशन का सबसे बड़ा एग्जांपल क्या है कि हमारे और थे में दो मिलियन से इसके अलावा ऐसी भी कई सारी species है जिनको अभी तक हमने खोजा भी नहीं, identify भी नहीं करा है और उनकी naming भी नहीं करी है, तो सोचो कितने सारे organism, living organism specifically चाहे वो plants हो, animals हो, microorganisms हो, अभी भी present है जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं, ठीक है, वो भी क्या हो रही है, evolve हो रही है, evolution का बहुत ज्यादा हेटरोजीनिस है हेटरोजीनिस का मतलब डिफरेंट टाइप्स तो इनके शेप्स डिफरेंट है इनका साइज डिफरेंट है इनका वेयोफ लाइफ डिफरेंट है ना से इनका वेयोफ लाइफ बहुत ही ज्यादा डिफरेंट है साइज भी टेंपरेचर में रहते हैं कई सारे ऐसे भी है जो बॉयलिंग पॉइंट को भी सस्टेन कर जाते हैं कई सारे फंगी ऐसे हैं जो कि अंता प्राक्टिका में रहते हैं जहां पर लाइक बहुत ज्यादा मुश्किल है लेकिन फिर भी वैसे इनवार्मेंट पर वह लाइक सस्टेन कर रहे हैं है ना कई सारे ऐसे भी हैं जो हाइपोथर्मल वेंड्स पर रहते हैं कई सारे ऑर्गेनिजम ऐसे जो हाइपोथर्मल वेंड्स पर रहते हैं कई सारे ऐसे वह भी है जो कि हाइपोथर्मल वेंड्स पर रहते हैं डार्क ओशियन जो ने कभी अपनी लाइफ में लाइट तक नहीं देखिए ऐसी ऑर्गेनिजम ऐसे ऑर्गेनिजम के बारे में हमें अभी तक पता भी नहीं है है ओके तो यह बहुत ज्यादा डाइवर्स है इसी वजह से हमने सबसे पहले जब हम इलेवन पर आए थे तो हमने पढ़ा था डाइवर्सिटी लिविंग ऑर्गेनिसम की इतनी बुरी तरीके से डाइवर्स है हमारा पूरा का पूरा वर्ल्ड और यह कहीं इवेलूशन का पार्ट है इवॉल हो होकर हम इतने ज्यादा डिफरेंशिएट हुए हैं अब इवेलूशन का क्या रूल है इसमें हम दीरे-दीरे आपको समझ में आ जाएगा ना ओके तो यह मैंने डिस्कस कर लिया अब अ यह देखो हम किस तरह से ह्यूमन भी वॉल्व हुए आपने कभी न कभी यह चीज तो सुनी हुई होगी कि हम बंदरों से यह वॉल्व हमारे पूर्वज क्या है बंदर है बच्चपन में भी थे जब कभी कोई बच्चा श्याता नहीं करता तो हम तो यह सच भी है हमारे पास इविडेंस भी हमारे पास बाय लॉजिकल इविडेंस है जो यह इंडिकेट करते हैं कि हम कहीं न कहीं इवॉल हुए हैं एप लाइक स्ट्रॉक्चर से क्योंकि हमारे बोन से हैं अ एक उनके बोजे से बहुत ज्यादा सिमिलारिटी है बहुत ज्यादा डीएने में सिमिलारिटी है बहुत ऐसा छोटा सा चंक है दिए ने का जिसमें हम डिफरेंट है उसकी वजह से ही पूरी स्पीशीजी चेंज हो गई है फैना एप्स में और समझ में आ गया आपको पता था कि वेलूशन है क्या बेसिकली जो इवेलूशन है वह आपने डिफाइन वे में पढ़ लिया था अब हमें पढ़ना है थिवरी जो फिल्म जब थिवरी जो फिल्म पर फोकस करते हो तो मेजर चार इंपोर्टेंट थिवरी है जिसके बारे में पढ़ना जरूरी है सबसे पहले है लेमार्किजम इसे लेमार्किजम के नाम से भी हम जानते हैं या थिवरी जो इन हेरिटेंस ऑफ एक्वायर्ड कैरेक्टर्स के नाम से भी जानते हैं यह ना तो अपने फर्स्ट एम बिंग बायोलॉजी नेमिंट्स जो मेजर स्टूडेंट है एनफेस्ट के लिए वह बायो के सेक्शन से यह आते हैं लेकिन बायो के अपने स्ट्रीन से यह आते हैं सो I know कहीं ने कहीं bio students they love the subject यह जब पहली बार आपने Lamarckism पढ़ी होगी या पहली बार आपने यह थिवरी पढ़ी होगी तो बहुत fascinating लगा होगा at least मुझे तो लगा था मुझे बड़ा पसंद था यह जो evolution के बारे में हम पढ़ते थे I was very happy to study that सबसे जब वो जिराफ वाला जो example था मुझे ऐसा लगता था कि ओ वाओ लेकिन Lamarck ने ऐसा सोचा भी इस वेरी लेकिन fascinating की फो ऐसा सोच भी सकते थे कि उन्होंने जिराफ को देखा फिर उन्होंने horses के species को देखा और उन्होंने कहीं सोचा की भाई उन्होंने अपनी गर्दन जादा use करी तो उनकी गर्दन लंबी हो गई make sense right like मुझे तो sense create कर रहा था when I was in school so सबसे पहला जो थिवरी है वह मार्किजम है जो इंपोर्टेंट हमें पढ़ना है तो फिर आई डार्विन में मुझे बहुत ज्यादा फैसिनेट करते थे प्रति उनकी जो थिंकिंग है उन्होंने जो काम करा था उन्हें जो थिवरी दी थी वह भी मुझे ऑफ नाचरल सेलेक्शन के नाम से भी जाते हैं ठीक है तो यह थोड़ म्यूटेशन थिवरी ऑफ डीवरीज और तो एक scientist थे, Hugo Drew Rees, उन्होंने mutation की theory दी थी, and fourth theory थी, neo-darwinism या modern concept, या जिसको हम synthetic theory of evolution के नाम से भी जानते हैं, तो यह चार theories आपको पढ़नी है, related to this topic, जो बहुत ज़ादा important है, and मैं आपको जितना पढ़ा रही हूँ, उतना ही आपको पढ़ना है, Lamarckism की बात करें, Lamarck जी की, आप देख के उनको identify कर सकते हो, लेमार किन का नाम था इस वजह से इन्होंने जो भी थिवरी दी थी इसको हम लेमार किजम के नाम से जानते हैं या फिर थिवरी ऑफ इनहेरिटेंस ऑफ एक्वाइड कैरेक्टरिस्टिक्स अब एक्वाइड कैरेक्टरिस्टिक्स पहले हम इन वर्ड पर फोकस कर लेते हैं सो एक्वायर्ड कैरेक्टर्स क्या होते हैं यह आपको बाय बर्थ नहीं मिले होते हैं यह आप एक्वायर्ड करते हो सीखते हो ठीक है या फिर इनवार्मेंट की वजह से सीखना इस नॉट पर पर्फेक्ट वर्ड बट आप इनवार्मेंट की वजह से या फिर डिफरेंट सिच अब न्यूटरलिस्ट है ठीक है फ्रांस से थे जी तो इनका पूरा नाम था जेन बैप्टिस्ट डी लेमार्क ठीक है और 1809 इनका टाइम लाइन है यह आपको ध्यान में रखना है और उन्होंने एक बहुत ही फेमस बुक पब्लिश करी थी जिसका नाम था फिलोसिफिक जू लॉजिक अंडर लाइन कर लो इंपोर्टेंट है इन्होंने एक बुक पब्लिश करी थी एक बुक लिखी थी एंड उस बुक के तुम ही इन्होंने आपने थॉट शेयर करेंगे सेम चीज हम अभी भी करते हैं अगर आप रिसर्च कर रहे हो बहुत सारे स्टूडेंट्स है जो मास्टर्स में जाकर रिसर्च के लाइन में जाएंगे या फिर आप मास्टर्स में कई सारी उनिवर्सिटीज ऐसी है जो कि मास्टर्स आपको छोटी रिसर्च करने बोलते हैं या फिर आप रिसर्च पेपर लिखते जो न्यू इन्वेंशन्स कर रहे हैं जो नए इन्वेंशन्स हो चुके हैं उनके बारे में रीड करते हैं एंड वह क्या करते हैं अपना वर्क पब्लिश करते हैं अभी भी जो नई चीजें हैं न्यू इन्वेंशन्स हैं वो पेपर पब्लिश करके साइंटिफिक पेपर बन अभी भी ऐसे होता है, अगर मैंने कोई नई चीज़ ओब्जर्व करी है, आज के दिन पे, तो मैं क्या करूँगी, मैं ओब्जर्व करूँगी, अपनी ओब्जर्वेशन को क्या करूँगी, नोड़ डाउं करूँगी, और मैं वो पब्लिश करने की कोशिश करूँगी, या इंडिवीजिबल्स है वह इस थिवरी को चेक करेंगे और साइंटिफिक थिवरी की सबसे अच्छी बात यह होती है कि अगर वह सेम चीज अगर साइंटिफिक है तो वह अगर सौ जिन्हें भी सेम के सेम प्रैक्टिस करेंगे तो उनका रिजल्ट सेम ठीक है तो मैंने बहुत सारी बातें कर ली ना फिलोसिफिक जूर लोजिक इन्होंने एक बुक प्रप्लिश करा था जिन्होंने इसमें अपनी थियोरीज और ऑब्जर्वेशन्स को कोट किया ना इस थियोरी इस बेज़्ज ऑन दे कंपरेजन बेट्वीन दी कंटेंपरेडी और जो अभी हमारे पास species present है उनको observe करा, इन दोलों को observe करने के बाद इन्होंने कुछ theory release करी जिसे हम कहते हैं Lamarckism जब सबसे ज़ादा famous इनका वो जो giraffe neck वाला experiment था वो था observation था ठीक है so now giraffe experiment is not important तो हम वो discuss नहीं करेंगे, सभी वच्चों को ठीक है, now this theory is based on the inheritance of acquired characteristics which are defined as the changes या फिर variation ठीक है, now डेविलप्ट इन द बॉडी ऑफ ऑर फ्रॉम नॉर्मल कैरेक्टर्स ठीक है अब मैं वापस जिराफ वाला एग्जांपल आती हूं तो लेमार्ट ने क्या कहा था इन्होंने बोला था कि कोई भी ऐसा ऑर्गन जो बहुत ज्यादा यूज करते हैं या फिर हमें किसी ऑर्गन को यूज करने उनकी नेक छोटी हुआ करती थी, लंबी नहीं थी, पर धीरी क्या हुआ, उनके नेक के लेवल के जो पौधे थे वो ख़तम हो गए, और उनको उपर के प्लांट्स को खाना पड़ता था, तो वो अपनी नेक को क्या करते थे, उचा करते थे, इस वज़य से उनकी जो न लेकिन ऑब्जरवेशन बट वह इंपोर्टेंट थी इस वजह से मुझे पड़ते हैं तो इनका कहना यह था कि एक्वाइड कैरेक्टर्स जो कि बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट होते हैं वह क्या करते हैं चेंजेस क्रिएट करते हैं नॉर्मल एक्टर से तब इन रिस्पोंस टू थे चेंजेस अभी जो चेंजेस हो रहे हैं यह क्या है इनवार्मेंटल के इनवार्मेंटल सिचुएशन के बेस्ट है ना या फिर उनकी फंक्शनिंग पर कि कितना यूज और उस और उनका कितना डिस्यूज हो रहा है एक्सटेंट हो जाएगा अगर हम वह ऑर्गन ज्यादा यूज करेंगे तो दिधरे करके चाहिए चेंज हो जाएगा जो भी रिक्वायर्ड चेंजेस उसमें होने चाहिए ठीक है दस दल मार्क स्ट्रेस्ट ऑन एडाप्टेशन आफ द मीन ऑफ इवेल्यूशनरी अब कुछ इंपोर्टेंट पॉइंट से रिलेटेड टू लेमार्किजम वह हम रीड कर लेते हैं जो कि हमने अलग भी डिस्कस करें इसमें इंक्रीज हो जाएगा प्रोडक्शन आफ न्यू ऑर्गन इज रिजल्ट फ्रॉम अन्यू नीड जो नया नौर बटन डेवल नया ऑर्गन डेवलप कर रहे हैं वह हमारे न्यू नीड्स के बेसिस पर जितनी ज्यादा हमें नीड होगी जो भी नीड हमें होगी उसमें हम क्या करेंगे हमारे बॉडी में चेंज करके उस नीड को फुल्फिल करेंगे ना उस ऑर्गन को बार-बार यूज करने से वह ज्यादा डेवेलप हो जाता है वायर नॉट यूजिंग देट ऑर्गन रिजल्ट इंटू डीग्रेटेशन या डिसेंटेग्रेशन या उसका जो यूज है नहीं कि नेक्स्ट वी है अक्वाइड कैरेक्टर्स या जो मॉडिफिकेशन हम कर रहे हैं जिसकी जरूरत हमें है डेविलप्ड पाइडी इंडिवीजुअल्स ड्यूरिंग देर ओन लाइफटेम इनका कहना है कि वह सारे लोगों की खुद की एक पाइडीए चेंजें करते थे पास ऑन करते थे और इसी तरीके से लंबे समय के बाद नई स्पीशीज बन जाती है यह मानना था नेमार्ट का अब पीजी दूसरे ट्वीटी फॉर फॉरेंजिक साइंस टॉक्सिकोलोजी एंड बायो टेक्नोलॉजी अगर आप इंट्रेस्टेड हैं मारी क्लासेस जॉइंट करने के लिए डिस्क्रिप्शन में आपको आपका लिंक मिल जाएगा कोर्स का लिंक मिल जाएगा विशिंग यो और देश थैंक यू एवरीवन वर वाचिंग इस वीडियो अगर आप हमारे चैनल पर पहली बार आएं सब डोंट फरगेट टो सब्सक्राइब चैनल एंड शेयर इस वीडियो विद यॉर फ्