Overview
यह व्याख्यान कक्षा 12 मनोविज्ञान के "सेल्फ और पर्सनैलिटी" अध्याय का विस्तृत सार प्रस्तुत करता है, जिसमें आत्म अवधारणा, पर्सनालिटी के सिद्धांत, तथा मूल्यांकन विधियां शामिल हैं।
सेल्फ (आत्म) और उसकी पहचान
- सेल्फ, किसी व्यक्ति के विचार, अनुभव और भावनाओं का कुल योग है।
- सेल्फ का विकास बचपन के अनुभव, पारिवारिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक संपर्कों से होता है।
- व्यक्तिगत पहचान (personal identity) आपको समूह से अलग बनाती है, जबकि सामाजिक पहचान (social identity) आपको समूह से जोड़ती है।
- सेल्फ में व्यक्तित्व (पर्सनल सेल्फ) और सामाजिक सेल्फ दोनों पक्ष होते हैं।
- सेल्फ में आत्म-संयम (self-regulation) और आत्म-नियंत्रण (self-control) महत्वपूर्ण हैं।
आत्म अवधारणा, आत्म-सम्मान और आत्म-प्रभाविता
- सेल्फ-कॉन्सेप्ट – व्यक्ति का अपने प्रति दृष्टिकोण।
- सेल्फ-एस्टीम – स्वयं के मूल्यांकन का भाव।
- सेल्फ-एफ़िकैसी – कठिन कार्य करने की अपनी योग्यता में विश्वास।
- उच्च आत्म-सम्मान शैक्षणिक और सामाजिक प्रदर्शन को बढ़ाता है।
पर्सनालिटी (व्यक्तित्व) की समझ
- पर्सनालिटी – व्यक्ति की विशिष्ट और अपेक्षाकृत स्थिर गुणों का समूह है।
- इसमें जैविक (बायोलॉजिकल), मनोवैज्ञानिक और सामाजिक तत्व होते हैं।
- टेंपरामेंट – जन्मजात जैविक प्रवृत्तियाँ।
- ट्रेट – स्थायी व्यवहारिक लक्षण।
- पर्सनालिटी में परिवर्तन सीमित होते हैं लेकिन संदर्भ के अनुसार कुछ बदलाव संभव हैं।
व्यक्तित्व के सिद्धांत
- टाइप थ्योरी – व्यक्तित्व को सामान्य प्रकारों में बाँटती है (जैसे, हिपोक्रेटिस के चार प्रकार, आयुर्वेद के त्रिदोष)।
- ट्रेट थ्योरी – विशिष्ट व स्थायी गुणों पर केंद्रित (एल्पोर्ट, केटेल, ईसेनक की थ्योरी)।
- मनोविश्लेषणात्मक थ्योरी (फ्रॉयड) – इड, ईगो, सुपerego; अवचेतन मन; मनो-यौन विकास की अवस्थाएँ।
- व्यवहारवादी (behaviorist) – व्यवहार पर बाहरी वातावरण का प्रभाव।
- सांस्कृतिक – संस्कृति और पर्यावरण व्यक्ति को गढ़ते हैं।
- मानववादी – व्यक्तित्व का विकास स्व-वास्तविकीकरण (self-actualization) व स्वतंत्र चुनाव पर निर्भर है (मस्लो, रोजर्स)।
पर्सनालिटी मूल्यांकन विधियाँ
- आत्म-रिपोर्ट प्रश्नावली (Self-report inventories) जैसे MMPI, 16PF।
- प्रोजेक्टिव तकनीकें – रोर्सच ाच इंकब्लॉट, TAT, चित्र-आक्रोश परीक्षण, वाक्य पूर्णता टेस्ट।
- व्यवहार निरीक्षण, साक्षात्कार, सिचुएशन टेस्ट, रेटिंग स्केल्स आदि।
Key Terms & Definitions
- सेल्फ — अपने विचारों, अनुभवों, और भावनाओं की समग्रता।
- सेल्फ-कॉन्सेप्ट — स्वयं के बारे में धारणा।
- सेल्फ-एस्टीम — स्वयं के प्रति मूल्य-निर्णय।
- सेल्फ-एफ़िकैसी — स्वयं की क्षमता में विश्वास।
- ट्रेट — स्थायी व्यवहारिक गुण।
- टेंपरामेंट — जैविक आधार पर प्रतिक्रियाएं।
- इड/ईगो/सुपर ईगो — फ्रॉयड के अनुसार मन के तीन घटक।
- प्रोजेक्टिव टेस्ट — अप्रत्यक्ष मूल्यांकन तकनीकें।
- सेल्फ-रेगुलेशन — अपने व्यवहार को नियंत्रित करना।
Action Items / Next Steps
- एनसीईआरटी के प्रश्न हल करें।
- मुख्य परिभाषाएँ व प्रमुख सिद्धांत याद करें।
- प्रोजेक्टिव तथा सेल्फ-रिपोर्ट परीक्षणों के उदाहरण समझें।
- नोट्स में बताए गए प्रमुख बिंदुओं को NCERT में अंडरलाइन करें।