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DSA परिचय और बेसिक्स

Jul 22, 2025

Overview

यह लेक्चर DSA (डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिद्म) की सीरीज का परिचय देता है, जिसमें फंडामेंटल कॉन्सेप्ट्स, प्रैक्टिस प्रश्न और बेसिक लॉजिक बिल्डिंग पर फोकस किया गया है। इसमें flowchart और pseudo code की मदद से समस्याओं को हल करने के तरीके भी समझाए गए हैं।

DSA सीरीज की आवश्यकता

  • अधिकांश DSA कोर्सेज केवल pseudo code तक सीमित रहते हैं।
  • इस सीरीज में हर टॉपिक को विस्तार से और स्पष्ट रूप से पढ़ाया जाएगा।
  • वीडियो का एकमात्र उद्देश्य गुणवत्ता पूर्ण DSA कंटेंट छात्रों तक पहुँचाना है।
  • पर्याप्त अभ्यास प्रश्न दिए जाएंगे, समय की बर्बादी नहीं होगी।
  • DSA टेक्निकल इंटरव्यू व प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स के लिए ज़रूरी है।

प्रोग्रामिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग की प्रक्रिया

  • समस्या को समझना और इनपुट/आउटपुट की पहचान करना पहला कदम है।
  • समस्या का समाधान कागज-कलम पर निकालना चाहिए।
  • समाधान को अंत में कोड में बदलना होता है।
  • मुख्य फोकस: लॉजिक बिल्डिंग, flowchart, और pseudocode पर।

Flowchart के बेसिक्स

  • Flowchart समाधान का डायग्राम होता है जिसमें स्टेप्स दर्शाए जाते हैं।
  • Start/End के लिए ओवल, Input/Output के लिए पैरालेलोग्राम, Process के लिए रेक्टेंगल और Decision के लिए डायमंड ब्लॉक का उपयोग।
  • Arrow फ्लो को दिखाती हैं।

Pseudocode के बेसिक्स

  • Pseudocode समाधान का सामान्य लॉजिक इंग्लिश जैसी भाषा में लिखना है।
  • सभी डेवलपर्स आसानी से समझ सकते हैं।
  • Pseudocode के कोई फिक्स्ड रूल्स नहीं होते, केवल स्टेप्स साफ-साफ लिखनी चाहिए।

Flowchart और Pseudocode के उदाहरण

  • दो नंबर का sum, square का area, दो नंबर का minimum, odd-even जांच, 1 से n तक का sum, प्राइम नंबर जांचना—इन सभी समस्याओं के flowcharts और pseudocode समझाए गए।
  • Decision block का उपयोग if-else (या is-else) लिखने के लिए किया जाता है।
  • loops/while का प्रयोग बार-बार होने वाले स्टेप्स के लिए किया जाता है।

पर्सनल नोट्स और प्रैक्टिस के सुझाव

  • शुरुआती टॉपिक्स जैसे flowchart, pseudocode, variables, data types, operators, conditionals, functions में सिर्फ रफ नोटबुक इस्तेमाल करें।
  • असली नोट्स binary number system या pointers से बनाने शुरू करें।

कोडिंग सेटअप

  • Visual Studio Code को इंस्टॉल करें (code.visualstudio.com/download)।
  • सिस्टम के अनुसार C++ कंपाइलर इंस्टॉल करें (Windows/Mac/Linux के लिए अलग-अलग प्रक्रिया)।
  • कोड लिखने के लिए digital notebook (VS Code) ही इस्तेमाल करें, ब्राउज़र टूल्स से बचें।
  • Install करते समय कोई error आए तो गूगल पर सर्च करें, हार न मानें।

प्रैक्टिस व कंसिस्टेंसी टिप्स

  • हर लेक्चर पूरा करने के बाद "Lecture X Complete" कमेंट करें।
  • ट्विटर पर अपनी लर्निंग शेयर करें (learning in public)।

Key Terms & Definitions

  • Flowchart — समाधान को दर्शाने वाला डायग्राम जिसमें अलग-अलग ब्लॉक्स और एरोज़ होते हैं।
  • Pseudocode — इंग्लिश जैसी भाषा में समाधान की स्टेप्स लिखना।
  • Decision Block — डायमंड शेप जिसमें शर्तें (if/else) चेक होती हैं।
  • Loop/While — एक ही ब्लॉक में बार-बार रिपीट होने वाले स्टेप्स।
  • Modulo (%) — दो संख्याओं को भाग देकर शेषफल (remainder) निकालने का ऑपरेटर।
  • Prime Number — जो केवल 1 और खुद से ही विभाजित होता है।
  • Initialization — वेरिएबल को शुरुआती मान देना।
  • Compiler — कोड को मशीन लैंग्वेज में बदलने वाला प्रोग्राम।

Action Items / Next Steps

  • Visual Studio Code और C++ कंपाइलर अपने सिस्टम पर इंस्टॉल करें।
  • होमवर्क:
    • Simple Interest का flowchart और pseudo code बनाएं।
    • Maximum of two numbers, factorial, और age-based driving license problem के flowcharts/ pseudocodes बनाएं।
    • Prime number logics का dry run करें (विशेषकर n=8 के लिए)।