हेलो गुड इवनिंग गुड मॉर्निंग सॉरी गुड मॉर्निंग कैसे आप सभी आई होप जब एकदम बढ़िया होंगे और आज से हम शुरुआत करते हैं अपने बी पी ए जी 172k ठीक है तो इस वीडियो के अंदर हम दो यूनिट खत्म करने वाले हैं ठीक है फर्स्ट यूनिट और सेकंड यूनिक फर्स्ट हमारी ग्लोबलाइजेशन क्या होता है और सेकंड यूनिट है गवर्नेंस गवर्नेंस क्या है ठीक है तो बड़े टॉपिक नहीं है छोटे-छोटे इस टॉपिक है जल्दी खत्म हो जाएंगे तो इस यूनिट को स्टार्ट करने से पहले आपको पता होना चाहिए ग्लोबलाइजेशन होता क्या है ठीक है जी ग्लोबलाइजेशन क्या होता है ग्लोबलाइजेशन होता है की किसी ऑब्जेक्ट को कोई आइडिया कोई परसों या कुछ भी चीज ठीक है आइडिया परसों ऑब्जेक्ट उसका मूव होना एक जगह से उसका कहानी और जाना ठीक है फ्लो होना इतिहास ऑब्जेक्ट कैपिटल प्रोडक्ट इस कॉल्ड एन ग्लोबलाइजेशन ठीक है जैसे की हम चीन के साथ और रसिया के साथ इंपोर्ट एक्सपोर्ट करते हैं ना तो वो एक तरह से क्या है ग्लोबलाइजेशन ठीक है तो ग्लोबलाइजेशन का क्या रोल है की इसके अंदर स्टेट के अंदर गवर्नमेंट में मार्केट में सिविल सोसाइटी में यही सब हम पढ़ने वाले हैं तो स्टार्ट करते हैं अपने इस चैप्टर को जहां पे इंट्रोडक्शन में बोला गया है की जो कॉन्सेप्ट है ग्लोबलाइजेशन का इसका कोई एक प्रोस्पेक्टिव नहीं है ठीक है की हम इसको एक प्रोस्पेक्टिव से नहीं पढ़ सकते मल्टी डाइमेंशन है मतलब इसका जो इंपैक्ट है ना वो हर एक चीज पर पड़ता है वो आपके कलर पर भी पढ़ना है ग्लोबलाइजेशन का इंपैक्ट आपके समाज पर भी पढ़ना है आपकी मार्केट पर भी पड़ता है आपकी गवर्नमेंट के ऊपर भी पड़ता है तो इसको हम एक डाइमेंशन से कैसे पढ़ सकते हैं है ना एक प्रोस्पेक्टिव से कैसे पढ़ सकते हैं जो इसका इंपैक्ट अलग-अलग उससे पढ़ रहा है ये कैसे तो एक ओम इस चीज को देखते हैं किसको ग्लोबलाइजेशन को की ग्लोबलाइजेशन क्या करता है जो ट्रेड बैरियर्स होते हैं जो एक कंट्री अपने बॉर्डर्स को बैरियर लगा के रखती है की ना तो हम किसी को कुछ देने वाले ना हम किसी से कुछ लेने वाले मतलब की नम किसी से इंपोर्ट करेंगे ना हम एक्सपोर्ट करेंगे ठीक है जी तो इस चीज को खत्म करता है कौन ग्लोबलाइजेशन वो उसकी बाउंड्रीज को खोलना है की तुम को इंपोर्ट भी करना है और एक्सपोर्ट भी करना है ठीक है पहले जैसे इंडिया था या चीन था वो पहले किसी के साथ ना इंपोर्ट करते थे ना एक्सपोर्ट करते थे हम सिर्फ इंडिपेंडेंस बन्ना चाहते थे हम चाहते थे की हम दूसरे देश के ऊपर निर्भर ना रहे ठीक है हम अपने आप को खुद ऊपर लेक जाए ठीक है इसलिए अब हमारे यहां पर ही हर एक चीज को मैन्युफैक्चरर करते थे और फिर उसको बेकार करते थे बाहर जान ही नहीं देते थे और ना ही आने देते थे ठीक है जी ऐसे ही क्वेश्चन आई एन का हाल था लेकिन जब ग्लोबलाइजेशन आया तो हमने अपनी बाउंड्रीज को खोल जो ट्रेड बैरियर्स थे उनको खोल ये प्रमोट करता है फोर्जिंग डायरेक्ट फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्ट मतलब की आप सीधे दूसरी कंट्री में जाकर इन्वेस्ट कर सकते हो ठीक है सी जो मल्टी कंपनी होती है जो मल्टीनेशनल कंपनी होती है मतलब जो एमएनसी होती है जैसे यहां पर भी बहुत साड़ी कंपनी है ठीक है तो वो सभी क्या होती है आपके यहां पर इंटर होती है ग्लोबलाइजेशन की वजह से अगर आप इंडिया के अंदर देखोगे तो कितनी बड़ी-बड़ी कंपनी है जो बाहर की है वो इंडिया की नहीं है वो किस वजह से है ग्लोबलाइजेशन की वजह से ठीक है तो इकोनॉमिक्स का कहना है ये हुआ ए गया समझ में इसके बाद ग्लोबलाइजेशन क्या करता है ग्लोबलाइजेशन एक ऐसा प्रोसेस है जहां पर कोई भी इन्वेंट कोई भी भजन कोई एक्टिविटी अगर वो पूरे वर्ल्ड के अंदर कहानी भी ली जा रही है ठीक है कोई भी एक एक्शन कोई भी डिसीजन अगर कहानी भी लेक लिया जा रहा है किसी भी पार्ट के अंदर वर्ल्ड के अंदर किसी भी पार्ट में लेकिन जो उसका इंपैक्ट होगा जो उसका रिजल्ट होगा वो पूरे वर्ल्ड पर पढ़ने वाला है पर एग्जांपल अब रसिया और यूक्रेन का वो चल रहा है चल रहा है या नहीं चल रहा अब उन दोनों के बीच में आपसी लड़ाई चल रही है लेकिन जो उसका इंपैक्ट है वो तो पूरे वर्ल्ड को फेस करना पद रहा है करना पद रहा है या नहीं करना पद रहा क्योंकि अब रसिया के साथ जो दूसरी कंट्री है जो उसके ऊपर डिपेंड थी अब उसे ट्रेड नहीं कर शक्ति इतना ठीक है वेस्टर्न कंट्रीज देख लो कल को लेकर नेचुरल रिसोर्स के रिसोर्सेस को लेकर कितना कुछ फेस कर रही है ठीक है तो उसका इंपैक्ट वर्ल्ड पर पड़ता है ओके जी आगे चलते हैं तो अब एक बार ग्लोबलाइजेशन को हम समझ लेते हैं ठीक से ठीक है अलग-अलग जो फिलॉस्फर है या फिर जो ऑर्गेनाइजेशन है उनका क्या कहना है ग्लोबलाइजेशन को लेकर तो ग्लोबलाइजेशन 21 सेंचुरी में एक दम से पापुलेशन हुआ था ठीक है वाइडऐली पॉपुलर हुआ था ठीक है जी ग्लोबलाइजेशन जो इस टर्म को एसोसिएट किया जाता है किसी इकोनामिक कलर सोशल पॉलीटिकल चेंज है ठीक है टेक्नोलॉजी चेंज है ठीक है जो की आपकी नेशनल बाउंड्रीज होती है इनको रिड्यूस करता है की आप ऐसा ना करो ट्रेड बैरियर्स लगा के रखो ठीक है अब दूसरे देश में जाके अपनी बाउंड्री से भी जा के क्या कर सकते हो कोई एक्शन ले सकते हो ठीक है वहां पर इंपोर्ट कर सकते हो एक्सपोर्ट कर सकते हो अपना जो गुड्स है उसको मूवमेंट कर सकते हो ठीक है अपने गुड्स को वहां पर पहुंच सकते हो अब जो मैकडोनलाइजेशन है ये किसकी वजह से है अब देखो आपको देखोगे इंडिया के अंदर हर 50 किमी पर क्या मिलेगा मैकडॉनल्स का वो मिलेगा होटल अब ऐसा तो है नहीं की अमेरिका वाले कैसे यहां पर इंडिया के अंदर वो सोशल सर्विस करने के लिए वो अपना खुद को प्रॉफिट कमाने के लिए आई ना तो वहां का पिज़्ज़ा यहां पर ए रहा है ठीक है इसे ग्लोबलाइजेशन की वजह से हमने पढ़ा है ना ग्लोबलाइजेशन क्या होता है कुछ भी चीज को दो से देश में पहुंचाना वो सिंपल सा ग्लोबलाइजेशन होता है तो मैकडोनलाइजेशन जो पूरे वर्ल्ड में फैला हुआ है वो भी क्या है वो भी ग्लोबलाइजेशन की वजह से ठीक है जो कंज्यूमर्स होते हैं जैसे की हम लोग हम अपने जो टेस्ट होता है उसको क्या करते हैं मिक्स करते हैं ठीक है क्या करते हैं मिक्स करते हैं की उस का जो पिज़्ज़ा है उसको लिया उसके बाद इंडिया की कुछ सोच वगैरा ली ठीक है फिर उसके बाद इटालियन पिज़्ज़ा में से कुछ लिया और उनको मिक्स करके एक नया पीस है बना दिया फिर इसका कुछ और रख दिया ठीक है तो हम क्या करते हैं हर एक जगह जैसे चीजों को लेकर उनके टेस्ट को कंज्यूम मिक्स करते हैं ठीक है और ये कोऑपरेटिव पावर को इंक्रीज करता है और पावर्टी को खत्म करता है जो लिबरल इतिहास है उनको बढ़ता है आई होप आपको समझ ए गया होगा ठीक है ग्लोबलाइजेशन के ऊपर हेलेना का क्या कहना है हेलेन ने बोला है की ग्लोबलाइजेशन एक ऐसा प्रोसेस है जो की टाइम तू टाइम बढ़ता जा रहा है क्यों टेक्नोलॉजी की वजह से अगर मुझे बताओ अगर मैं बात करूं तो कम्युनिकेशन की ठीक है अगर कल को रसिया या फिर क्रीम के बीच में कोई भी एक्शन होता है ठीक है कुछ भी बात छिड़ती है तो वो एकदम से हमको पता चल जाएगी कल ही आप डा हिंदू का न्यूज़ पेपर खोलो और न्यूज़ में ए जाएगी ठीक है वो आपको न्यूज़ पता चल जाएगी लेकिन पहले था नहीं आज टेक्नोलॉजी की वजह से हमको बहुत जल्दी कम्युनिकेट कर पाते हैं ठीक है इनफॉरमेशन एकदम से पूछा पाते अगर कहानी भी कोई एक्शन लिया जा रहा है कहानी भी कोई डिसीजन लिया जा रहा है उसका इन पूरे वर्ल्ड पर पड़ता है वो भी पुरी हाय स्पीड कनेक्टिविटी के साथ ठीक है तो इसलिए हाल ही मैंने क्या बोला है ग्लोबल विलेज बोला इस चीज को क्या बोला है ग्लोबल विलेज की जो पूरा वर्ल्ड है वो पूरा गांव बन गया है ठीक है जिसका इंपैक्ट बहुत जल्दी पढ़ना है ठीक है जी मतलब सॉरी कहानी भी कोई भी एक्शन लिया जाता है उसका इंपैक्ट पूरे वर्ल्ड पर पड़ता है ए गया समझ में या जी आगे चलते हैं तो आगे हम देखते हैं यूरोपियन कमिश्नर का यूरोपियन कमीशन का क्या कहना है ग्लोबलाइजेशन को लेकर वो उनकी जो ग्लोबलाइजेशन है ना ये क्या करता है इंटर डिपेंडेंसी बढ़ता है अब इंटरडिपेंडेंसीज कैसे बढ़ते हैं और वो भी मार्केट और प्रिडिक्शन के बीच में अलग-अलग कंट्रीज अब देखो जी कैसे क्या बोल रहा है इसने और क्यों बोला देखो इसमें इसलिए बोला की इंटरनेट से इसलिए बढ़ता है अगर आज हम अगर आज इंडिया दूसरी कंट्री के साथ इंपॉर्टेंट नहीं करता और ना ही एक्सपोर्ट करता तो हम क्या करते हम अपने आप इंटरडिपेंडेंस बनाते हैं की हम दूसरे देश के ऊपर निर्भर ही नहीं है हम ना किसी को कुछ दर ना किसी को ले रहे हम हमारे यहां पर मैन्युफैक्चरर कर रहे हैं और अपने यहां पर ये सानो को बेकरार है ठीक है तो हम इंटरडिपेंडेंट होते हैं अपने खुद के ऊपर लेकिन अब हम दूसरी कंट्री के ऊपर डिपेंड हो गए हैं कैसे हो गए चीन जिससे हमारी एक नहीं बंटी लेकिन हम उसे कितना ट्रेड करते हैं क्यों क्योंकि हम उसके ऊपर डिपेंड है काफी रो मैटेरियल्स के ऊपर इंडियन कितना डिपेंड है ठीक है तो ये जो क्यों है ये ग्लोबलाइजेशन की वजह से है ये इंटर डिपेंडेंसी को बढ़ता है दो से देश के ऊपर ठीक है जी ए गया समझ में और कैपिटल का फ्लो करता है जो कैपिटल है जो प्रोडक्ट है उसको पूरे देश में पहुंचना है ठीक है जैसे एप्पल का फोन है वो आपको इंडिया के अंदर भी मिलेगा उस के अंदर भी मिलेगा ब्रिटेन के अंदर भी मिलेगा ठीक है तो इनको फैलता है टेक्नोलॉजी को भी ठीक है आई होप आपको ये समझ में ए गया हो गया क्या होता है ग्लोबलाइजेशन कोई दिक्कत नहीं हनी चाहिए अब ग्लोबलाइजेशन जो ये कॉन्सेप्ट है ये आया कहां से है एकदम से उड़ के आया था क्या नहीं मतलब ये ग्रोथ कैसे होती है तो नायर बोलते की चलो मैं तुमको पीरियड बता डन की कब से ये इमर्ज किया था वैसे इसका कोई मतलब फिक्स पीरियड है ऐसा कुछ किसी को नहीं पता अपनी अपनी धारणाएं दे रहे हैं या अपने अपने हाजप्शन के बेसिस पर बता रहे हैं तो नियम जी बोलते हैं की देखो क्या की जब ब्रिटेन ने या फिर यूरोपियन कंट्रीज ने स्टार्ट किया था ना दो से देश को कॉलर नहीं बनाना ठीक है दूसरे देश के ऊपर अपना कब्ज करना तो तब से ही क्या हुआ ये ग्लोबलाइजेशन फैला है अब आप बोलोगे यूरोपियन कंट्री नहीं दूसरे देश के ऊपर अपना रूल किया तो उससे ग्लोबलाइजेशन कैसे फैला तो ग्लोबलाइजेशन क्या होता है पहले मुझे ये बताओ इतिहास का फ्लो होना कैपिटल वो कोई ह्यूमन बीइंग भी हो सकता है अब जब ब्रिटेन की जो ब्रिटेन की कंपनी थी जब वो दूसरे देश में गई तो अपने आइडिया भी तो लेकर गई है ना तो वो इंडिया के अंदर आए थे यूरोप वाले ब्रिटेन वाले जब इंडिया में आए थे तो अपने इतिहास भी लेकर आए थे आई थिंक ये आए थे तो वो क्या कर रहे हैं वो एक तरीके से ग्लोबलाइजेशन ही तो हुआ ठीक है अब उसके बाद रोबोट से हम बोलना है अरे वेदर को ना पांच स्टेज बताता हूं की ऐसे ये कहां से इसकी शुरुआत हुई थी ग्लोबलाइजेशन ओके सर ये एकदम से फैला है लेकिन कौन बताते हैं रॉबर्ट्स ऑन बोलते हैं की से है की मैं बताता हूं क्या है तो बताते हैं की 47 40 से लेक और 75 तक क्या होता है की इसके बी रखा जाता है ठीक है किसका नेम रखा जाता है ठीक है नेम नहीं होता है एक ईट रखते हैं घर बनाने से पहले तो वही है की इसका बी रखा जाता है का 40 से लेक और 75 के बीच में अब उसे टाइम पर क्या हाल था पूरे देश का तो उसे टाइम पर नेशनलिज्म मतलब यूरोप के अंदर नेशनलिज्म की जो आ इतिहास थे वो उभर रहे थे ठीक है वो मांग कर रहे थे की अब जो एक क्रिश्चियन डोमिनेट करता है ना जो चर्च डोमिनेट करता है इसको खत्म करो हमको चाहिए इक्वलिटी हमको चाहिए डेमोक्रेसी ठीक है लोगों के अंदर फीलींगस उठ रही थी उसे टाइम पर वो मांग कर रही थी नेशनलिज्म के तो उसे टाइम पर इसका बी रखा गया था ठीक है अब आप बोलोगे देखो यहां पर इस चीज की मांग उठाती है ठीक है नेशनलिज्म की तो जो नेशनलिज्म के आइडिया थे ना वो दूसरी कंट्री में भी फेल रहे थे वो ये आइडिया फैला तो ग्लोबलाइजेशन भी फैला ठीक है अब उसके बाद 1917 से 9 सॉरी 750 से लेक 1875 तक इसका सेकंड फेस बोला जाता है सेकंड फेस मतलब यहां से इसकी स्टार्टिंग होती है ठीक है अब जो बी है ना वो पेड़ थोड़ा सा बाहर निकाल के ए गया है ठीक है अब वो बढ़ाना स्टार्ट करता है ठीक है यहां पर अब जो हमारा यूरोप का वो नेशन स्टेट बन गया था क्रिएशन हो जाता है किसका यूरोप के अंदर नेशन स्टेट का ठीक है फिर उसके बाद 1875 से लेक 1925 तक जिसको थर्ड फैज बोला जाता है थर्ड फेस के टाइम पर वो टेक ऑफ कर लेट है एकदम से अपनी उसे पर ए जाता है मतलब भाग नहीं लगता है दो उड़ने लगता है की अब तो मेरे को फैलना ही फैलना है आगे बढ़ाना ही बढ़ाना है किसका ग्लोबलाइजेशन को तो इसका थर्ड फेस थर्ड फेस में क्या हो रहा था थर्ड फेस में था फर्स्ट वर्ल्ड वार जो की हमारा 1980 1914 में स्टार्ट हुआ था 1980 में खत्म हुआ था ठीक है अब इससे ग्लोबलाइजेशन कैसे लोग एक से दूसरी कंट्री में माइग्रेट हो रहे थे अब क्या हो रहा है अब वहां पर लड़ाई हो रही है तो लोग थोड़ी नहीं की हमको लड़ने के लिए जानना है हमको जितना है हमको हरण है आम पीपल क्या करेंगे तो माइग्रेट होएंगे ना तो वो स्ट्राइक पर माइग्रेशन हो रहा है तब जो लोग माइग्रेट करेंगे तो अपने आइडिया को भी लेकर जाएंगे ठीक है तो ग्लोबलाइजेशन एकदम से बढ़ाने लगा ठीक है थर्ड फेस में फोर फेस बोला जाता है हाई में जो स्ट्रगल चल रहा था की इसका हाथ में बनेगा फर्स्ट पार्ट खत्म और खत्म अब स्टार्ट होता है कोल्ड वार आई होप आपको कोल्ड वार के बड़े में थोड़ा बहुत जानकारी होगा अगर नहीं है तो भाई क्लास 12th का कोल्ड व चैप्टर पढ़ लो जो की फर्स्ट चैप्टर है ठीक है लेकिन मैं मोटा मोटा सा बता देती हूं देखो क्या होता है की 1945 से लेक 1991 तक हमारा कोल्ड वार चला था इसके अंदर क्या होता है इनको सुपर पावर थी एक उस और यूएसएसआर यू एस एस आई क्या था यहां पहले बार सुना है उसतम क्या था रसिया प्लस 15 कंट्री से हमारा यूएसएसआर बना था और उस जो आज भी प्रेजेंट है ठीक है जो काफी कंट्री है उससे बना हुआ है ठीक है तो ये दोनों ग्रुपऑन के बीच में तास चल रही थी की कौन सबसे ऊपर है उस की आईडियोलॉजी की प्राइवेट जिसमें वो बोलना था की गवर्नमेंट का रोल कम होना चाहिए दूसरी तरफ यूएसएसआर बोलना था नहीं सिर्फ रोल होगा किसका गवर्नर का ये प्राइवेट सेक्टर कुछ नहीं होगा ठीक है अब इन दोनों के बीच में इस आईडियोलॉजी के लिए बर हो रहा था की कौन सी ऊपर है ठीक है तो ये जो बोर्ड चल रहा था इस टाइम पर फोर्थ से भी बोला जाता है जहां पर यूनाइटेड नेशन को फॉर्मेशन होता है ठीक है और जो थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज थी वो इमर्ज होती है थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज कैसे हैं देखो पूरा वर्ल्ड तीसरा कौन था जो अभी-अभी इंडिपेंडेंस होकर आई थी ठीक है जैसे इंडिया वो ब्रिटेन की ब्रिटेन से जो ब्रिटिश लोग थे हमारे ऊपर जो रूल करके गए थे हम उसे इंडिपेंडेंस हुए थे ठीक है तो उनसे आजादी के बाद हम ना ही उस साल के पार्ट बने ना ही वैसे के ठीक है तो हम थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज में आए ठीक है तो इस टाइम पर ये फॉर्म हो रहा था तो उसे टाइम पर फोर्थ फेस बोला जाता है किसका ग्लोबलाइजेशन का ठीक है जी उसके बाद फिफ्थ फैज जो है 1969 से लेक 1969 हां जी बोला है 1969 से लेक 1992 तक ठीक है जहां पर हमारा वर्ल्ड वार होता है खत्म बेड खलास ठीक है और एकदम से बढ़ता है क्या ग्लोबलाइजेशन टेक्नोलॉजी एकदम हाय पेपर स्पेस एक्सप्लोरेशन बढ़ता है टेक्नोलॉजी एकदम बाढ़ जाति है एनवायरनमेंट जैसी प्रॉब्लम्स सामने आई है ग्लोबल मास मीडिया आई है जो की पूरे ग्लोब की न्यूज़ देती है ठीक है तो ये सभी होने के करण हमारी जो फिफ्थ फैब है वो आज भी चल रही है ठीक है और चलती रहेगी और वो बढ़नी जा रही है ठीक है तो इसको बोला जाता है जिससे वो पद रहा है ठीक है तो आई होप आपको समझ में आया होगा डेट याद नहीं है तो एक बार फिर से पढ़ लेना ठीक है तो इसकी जीनियस बोला जाता है की इसको ग्लोबलाइजेशन क्योंकि वहां से शुरुआत हुई है ठीक है और जो इसमें ये फोर्थ फेस है ना 1925 से लेक 1969 तक इसमें लीग ऑफ नेशन मत लिखे आना ठीक है जो इसमें लिखा हुआ है ना फॉर्मेशन ऑफ लीग ऑफ नेशन लीग ऑफ नेशन 1999 के अंदर बना था सॉरी 1999 हां 1990 के अंदर फॉर्म हुआ था तो इसमें तो टाइमलाइन आपको 1925 से लेक 1969 दे राखी है ठीक है तो लीग ऑक्सीडेशन नहीं यर यूनाइटेड नेशन लिख करना ठीक है क्योंकि ये 1945 के अंदर बना था ठीक है आगे चलते हैं एडीशनली भी कुछ पढ़ लेते हैं देखो इकोनॉमिकली पॉलीटिकल डेवलपमेंट होता है कम 1980 के बाद क्यों जी इस टाइम पर ग्लोबलाइजेशन बाढ़ रहा था जो उस आता है वो खत्म हो जाता है अभी वो लोग पहले बार तो यू है सर सुना वही इतनी जल्दी खत्म भी हो गया यार आज थोड़ी नहीं है उस के साथ रसिया आपने सुना होगा लेकिन उस हर तो नहीं सुना होगा तो 1992 के अंदर क्या हो जाता है एकदम कलाप हो जाता है खत्म हो जाता है जो उसकी आईडियोलॉजी थी ना गवर्नमेंट का रोल होना चाहिए पूरा कंट्रोल गवर्नमेंट राखी होगी तो वो भी खत्म हो जाता है स्ट्रेट सोशलिज्म एकदम से ब्रेक डॉ हो जाता है ठीक है अब प्राइवेट जो की हमारा उस की आईडियोलॉजी की प्राइवेट सेक्टर के हाथ में सब कुछ होना चाहिए वो एकदम बढ़ाने लगता है ठीक है पुरी कंट्री की इसको अपने लगती है आगे है हमारा ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट का क्या कहना है ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट बोलना है की ग्लोबलाइजेशन ठीक है जहां पर ग्रोथ होती है न्यू मार्केट की जैसे एमएनसी आई है मंच इस कंपनी आई है वोट इंगोट ठीक है j7 g7 g10 g20 ठीक है ये जैसी जो ऑर्गेनाइजेशन बढ़नी है तो हमारा ग्लोबलाइजेशन भी पड़ता है अब g7 जितनी भी कंट्री होगी वो 7 जितने भी देश हैं हमारे वो क्या करेंगे वापस में अपने ग्रुप बनाएंगे जहां पर वो आपस में ट्रेड करेंगे हम ट्रेड करेंगे तो साफ सीधी बात देख लो बढ़ेगा ठीक है तो वही है इनका कहना तो आगे चलते हैं कुछ प्रोस्पेक्टिव पढ़ लेते हैं की क्या प्रोस्पेक्टिव है तो इकोनॉमिक्स प्रोस्पेक्टिव में बोला जाता है की की की की की की की की जो ग्लोबलाइजेशन है वो न्यू केपीटलाइज्म को बढ़ता है ठीक है टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन इन सबको पड़ता है ठीक है जो पहले इतना कम्युनिकेट नहीं कर पाते थे लेकिन आज आप देख सकते हो टेक्नोलॉजी की वजह से ही हमारा ग्लोबलाइजेशन बढ़ता जा रहा है ठीक है जी और जो यूएसएसआर की जो आईडियोलॉजी थी सोशलिज्म कम्युनिस्ट कंट्री वो सब फेलियर हो गया था ठीक है और कैपल्लीज हम बिल्कुल पिंक लेवल पर था ठीक है और यही है हमारा इसके अंदर सिस्टम जो की इन्फ्लुएंस करता है ठीक है ट्रांसपेरेंट टीवी बात करता है कैपिटल क्लास को आगे लेकर जाता है ठीक है तो यही हमारा इसमें और बोला जाता है की पूरे वर्ल्ड की जो मार्केट है ना वो उसको इंटीग्रेटेड करने के बाद करता है की सबको एक साथ लेकर आना है मिलन है ठीक है तो ये इकोनामिक प्रस्ताव हो गया हमारा इसके अंदर सोशल कलर प्लस एक्टिव की बात करते हैं तो वही है हमारी तीन यहां पर क्लोज करके नाम दिए हुए हैं जेंस ट्रबल सुन और वाटर इन तीनों का यही कहना है की कैसे आज के टाइम पर क्या है की पहले इतना टाइम लगता था किसी भी चीज को पहचाने में मतलब कोई भी एक बात को अगर हम पहुंचने थे की उसको शिव में कोई भी इंसान है वो जाके बैठ रहा है अगर वो उस से निकाला है तो 15 दिन बाद जा के पहुंचेगी फिर बोलेगा की हमारे बीच में उसे कंट्री के साथ लड़ाई चल रही है लेकिन आज है एक कल करो एक मैसेज करो सीधे पहुंच जाता है ठीक है मतलब इरेवेलेंट टाइम नहीं लगता है अवेयरनेस फैलती जा रही है लोगों के अंदर ठीक है किस वजह से टेक्नोलॉजी की वजह से ग्लोबलाइजेशन की वजह से ठीक है तो यही इनका कहना था ग्लोबलाइजेशन जिसके कलर फैक्ट भी होते हैं जैसे की कलर फैक्टर क्या होते हैं देखो क्या है की आज क्या हो रहा है आज का टाइम कलर फैक्ट देखेंगे तो जो वेस्टर्नाइजेशन है है ना जो वेस्टर्नाइजेशन आजकल के सभी लोग वाश में कलर से कितना होते इन्फ्लुएंस है ठीक है सब चाहते हैं की हम भी वो चीज जो पहने कुर्ता वगैरा सब बोलते जा रहे हैं ठीक है तो ये क्या है ये कलर इंपैक्टली दो है ग्लोबलाइजेशन का ठीक है जहां पर वेस्टर्नाइजेशन को आगे लेकर जा रहे हैं ठीक है वेस्टर्न को भी तो आगे लेक जा रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है की सिर्फ उन्हें जींस टॉप को आगे बड़ा रहा है हमारा कलर भी तो आगे पढ़ रहा है अगर आप दूसरी देश में जाकर देखोगे तो वहां पर खड़ी कुर्ता ठीक है उसके नीचे ब्लू जींस पहने जाति है तो उस की ब्लू जींस और इंडिया का खाद्य पुर्ता दोनों को क्या कर जाता है मिक्स करके एक न्यू कलर बनाया जाता है जहां पर हम कॉरपोरेट करते हैं चीजों को मिक्स करते हैं ठीक है तो ये हमारा कौनसा प्रोस्टेट वो सोशल कलर ग्लोबलाइजेशन पढ़ लो कैसे हुआ था ये इंपॉर्टेंट था ठीक है अब ग्लोबलाइजेशन का स्टेट से क्या है देखो अब क्या हो रहा है की ग्लोबलाइजेशन हो रहा है ना तो धीरे-धीरे धीरे-धीरे जो क्या है जो बड़ी-बड़ी कंपनी है वो आगे सेटअप हो रही है ठीक है जो रोल है की इसका प्राइवेट सेक्टर का वह बाढ़ रहा है क्या हो रहा है प्राइवेट सेक्टर का जो रोल है वो बाढ़ रहा है जो गवर्नमेंट का रोल है वो धीरे-धीरे खत्म हो रहा है गवर्नमेंट जो पहले वेलफेयर के लिए कम कर दी थी ठीक है अब वो सिर्फ लो और ऑर्डर तक ही सीमित र चुकी है ठीक है अब वो लोगों क्यों नहीं देती क्योंकि उनके ऊपर प्रेशर है की इसका एजेंसीज का जो बड़ी-बड़ी कंपनी है उनका ठीक है तो प्राइवेट सेक्टर का रोल ज्यादा बाढ़ गया स्टेट का रोल कम हो गया है ठीक है यही एक इसका इनका ग्लोबलाइजेशन का जो इंटरनल एंट्री फंड है वोट वर्ल्ड बैंक यूनाइटेड नेशन एजेंसी इन सभी का रोल बढ़ता जा रहा है प्राइवेट कॉरपोरेशन हो रहा है ठीक है तो यही इसमें बोला जा रहा है ठीक है ग्लोबलाइजेशन यही है जहां पर स्ट्रेट का रोल कम होता है मार्केट का बढ़ता है ठीक है लेकिन एक स्टेट वो स्टेट होती है मतलब एक परफेक्ट स्टेट वो होती है जो की हर एक चीज को बैलेंस करके चलें ठीक है वो क्या करें देखो क्या होता है की स्टेट इंटरमीडिएट स्टेट ग्लोबलाइजेशन में कब इंटरव्यू करती है या तो वो क्या बनाएगी मार्केट के अंदर बिल्कुल ही जो प्राइवेट सेक्टर उसको बोलेगी तुमको कोई मतलब नहीं है सारे रूल्स और रेगुलेशन मैं बनाऊंगी ठीक है क्या बनाऊंगी मैं बनाऊंगी कौन बोलेगी गवर्नमेंट बोलेंगे दूसरा क्या है तब तक यह है की गवर्नमेंट ये बोल रही है की जो तुमको करना है ठीक है सिर्फ वो गाइड करेगी वहां पर ठीक है ना वो ज्यादा इंटरव्यू कर रही है ना वो उनके लिए कुछ ज्यादा फर्क कर रही है ठीक है थर्ड हो गया पहले पूरे रूल्स और रेगुलेशन बना रही है पूरा इंटरव्यू पूरा हाथ किसके हाथ में मार्केट किसके हाथ में गवर्नमेंट दूसरा रूल्स और रेगुलेशन बनाएगी तो ये सब बिल्कुल तंगी नहीं लड़ाई की तो जो हर एक चीज को बैलेंस करके चलेगी ना की मार्केट को भी कुछ देना है मार्केट को भी थोड़ा बहुत आगे बढ़ाना है फ्री कंपटीशन रखना है ठीक है और अपने लिए भी वेलफेयर के लिए कम करना है तो वही जो सच चीजों को बैलेंस करके चलेगी वही एक स्ट्रांग स्टेट होगी ठीक है और ऐसा नहीं है की स्टेट का कम ही रूल हो रहा है स्टेट ज्यादा कम नहीं कर का रही है किसकी वजह से ग्लोबलाइजेशन की वजह से स्टेट के ऊपर कुछ पॉजिटिव इंपैक्ट भी पड़ा है पॉजिटिव इंपैक्ट कैसे पढ़ाया देखो ग्लोबलाइजेशन है क्योंकि वजह से टेक्नोलॉजी अब टेक्नोलॉजी बड़ी है तो जो स्टेट है ना वो क्या कर का रही है लोगों की बटन को जान का रही है ठीक है की वजह से ठीक है आप पता गवर्नमेंट को क्या पता लोगो को क्या चाहिए लेकिन आज अगर वो फोन को खेल खोलें तो उनको पता चल जाएगा बिहार में लोग क्या चाहते हैं ठीक है तो वो सीधे कनेक्ट हो पाती है लोगों से किसकी वजह से अब आधार कार्ड ठीक है जहां पर जो गवर्नमेंट है वो इजीली लोगों की इनफॉरमेशन को जान पाती है ठीक है लोगों को क्या चाहिए ठीक है तो ये क्या करती है एक कॉर्पोरेट बना के रख के सिटिजन और स्टेट में ऐसा कोई नेगेटिव रोल ही नहीं है किसका ग्लोबलाइजेशन का तो इसका पॉजिटिव भी है और नेगेटिव भी है आई होप आपको ये समझ में आया होगा इसके बाद चलते हैं ग्लोबलाइजेशन और डी मार्केट देखो ग्लोबलाइजेशन इन डी मार्केट इसका कुछ ज्यादा वो नहीं है वही से बात है की जो बड़ी-बड़ी कंपनी हैं उनका रोल बाढ़ गया है जो मार्केट है जो गवर्नमेंट है उसका जो रोल है वो मार्केट में कम हो गया है ठीक है अब बड़ी-बड़ी कंपनी हर एक चीज को अपने हाथ में रख दिया ठीक है हर एक चीज को हाथ में रखती है ठीक है इसके कुछ पॉजिटिव इफेक्ट भी और कुछ नेगेटिव भी है पॉजिटिव कैसे है पॉजिटिव ये है की देखो अगर जब बड़ी-बड़ी कंपनी आएगी तो साथ ही बात है वो जब भी लेकर आएगी ठीक है कंपनी इंडिया के सेटअप हो रही है तो भाई लोगों क्या मिलेगा रोजगार मिलेगा तो एक अच्छा हुआ ना एंप्लॉयमेंट ठीक है दूसरा बोला जाता है की एन लोगों के पास चॉइस होगी ठीक है जहां पर अगर इंडिया की कोई कंपनी है वो ये कपड़ा बना रही है ठीक है पर ये देखते हैं तो आपके पास क्या होगा सिर्फ चॉइस कम होगी ठीक है ये ₹100 की वो शर्ट दे रही है तो आपको खरीदने ही पड़ेगी लेकिन जब बहुत साड़ी मार्केट आई है तो हमारे पास चॉइस भी पड़ती है की हम ये खरीद सकते हैं वो खरीद सकते हैं इतने पैसे में इस चीज को खरीद सकते हैं अगर महंगा दे रहा है तो उसको कम खरीद सकते हैं ठीक है तो ये क्या हुआ पॉजिटिव एक्सेप्ट हुआ ठीक है लोगों की इनकम भी बढ़नी है ठीक है अब बड़ी-बड़ी कंपनी बाहर से ए रही है तो सिंपल सी बात है इनकम भी अच्छी होगी ठीक है लेकिन इसका कुछ नेगेटिव है नेगेटिव ये है की जो कंपनी ए रही है ना वो बड़ी-बड़ी होती है ठीक है अब जो छोटी जो कंपनी है वो उनका कॉम्पिटेटिव नहीं कर पाती है ठीक है तो उनके बीच में कंपटीशन से क्या होता है इनिक्वालिटी फैलती है की कोई तो कंपनी बिल्कुल ठीक लेवल पर कोई जो बेचारे रोजगार है उसका कम होता जा रहा है ठीक है उसकी टेक्नोलॉजी जाता है ठीक है जो बाहर से आई है लेकिन जो हमारे यहां की जो कंपनी है वो थोड़ी सी डेवलपिंग ले लो या अंदर डेवलप ले लो ठीक है तो आपस में कंपटीशन नहीं हो पता है जिसकी वजह से इनिक्वालिटी होती है ठीक है जी तो मार्केट यहां पे सेल्फ इंटरेस्ट के साथ कम करती है फिर रिकंपशन होना चाहिए गवर्नमेंट कोई रूल्स हो रेगुलेशन ना बनाएं गवर्नमेंट बिल्कुल ही टांग ना ए रहा है सिंपल सा खाने का मतलब ये है जो प्राइवेट है को बढ़ता है की प्राइवेट सेक्टर बड़े कैपलिसन बड़े ठीक है तो यही है इसके अंदर ठीक है ग्लोबलाइजेशन का सिविल सोसाइटी से क्या कहना है देखो सिविल सोसाइटी ठीक है सिविल सोसाइटी होता क्या है अपन तो मैं यहां आपको ये बताती हूं सिर्फ सोसाइटी एक नॉन गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन होती है मतलब जहां पर गवर्नमेंट के ऑफिसर्स नहीं होते ठीक है नॉन गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन जैसे गो हो गया वो पार्ट वन सोसाइटी का अब ये क्या करते हैं ये कुछ एनवायरनमेंट इश्यूज को लेक आते हैं सोशल इश्यूज को लेक आते हैं जैसे की वो विमेंस के कुछ हिट में बात करेंगे ठीक है अब जैसे डोमेस्टिक वायलेंस हो गया अब ऐसा तो है नहीं सिर्फ वो इंडिया में कर रही है ठीक है वो पूरे वर्ल्ड लेवल पर कर रही है तो उसका इंपैक्ट सिविल सोसाइटी कांटेक्ट पढ़ा ही नहीं पढ़ा ग्लोबलाइजेशन पढ़ा है ना ठीक है तो जो सिविल सोसाइटी है वो किस चीजों की बात करती है वो एनवायरनमेंट ह्यूमन राइट्स की बात करती है सोशल इश्यूज की बात करती है ठीक है तो यही होती है हमारी सिविल सोसाइटी और जैसे की बढ़नी जा रही है अब ग्लोबलाइजेशन होगा तो इन आइडिया तो ये भी बढ़ेंगे पूरे वर्ल्ड लेवल पर ठीक है तो सिविल सोसाइटी एक कनेक्टिव सोशल ऑर्गेनाइजेशन होता है जहां पर इंपॉर्टेंट कॉल्स के लिए बड़े में बात की जाति है ठीक है और ये जो सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशन है ये नेटवर्क ग्रुप होता है ठीक है जहां पर लोकल भी और फाइनेंशियल प्राइवेट आपको हर एक चीजें मिलेगी सोशल सर्विस वाले मिलेंगे डेवलपमेंट वाले भी मिलेंगे ठीक है चैरिटी टेबल भी मिलेंगे ठीक है ये सभी मिलकर अपना एक गुरु बनाते हैं जिसको हम बोलते हैं सिविल सोसाइटी ठीक है तुम लोगों के लिए बात करते हैं किसके लिए सोशल मूवमेंट करती है सिर्फ इस ग्रुप करती है फैमिली के बड़े में बात करती है ठीक है और रिलिजियस आर्कटिक इन सभी कलर ऑर्गेनाइजेशन हो शक्ति है ठीक है ये ऊपर डायमंड नहीं बताया है की कौन-कौन सी कैटिगरी होती है सिमिलर सोसाइटी की आप पढ़ लेना इतना हाई-फाई नहीं है इकोनॉमिक्स ऑर्गेनाइजेशन हो सकता है कलर ऑर्गेनाइजेशन होता है इनफॉर्मल या फिर एजुकेशन ऑर्गेनाइजेशन हो सकता है क्या सिविल सोसाइटी ठीक है आई होप आपको ग्लोबलाइजेशन समझ में आया होगा कुछ नहीं बस एक बार ग्लोबलाइजेशन पढ़ना है इसका जीनियस कैसे हुआ था एक बार सिविल सोसाइटी स्टेट वाला वो देख लेना ठीक है और कुछ इतना इंपॉर्टेंट नहीं है इस चैप्टर में ठीक है तो ज्यादा टेंशन नहीं लेने का ठीक है आई होप आपको चैप्टर समझ में आएगा और कोई भी दिक्कत है ठीक है तो आप कमेंट क्षेत्र में पूछ सकते हो लेकिन अगर आपको इसकी लैंग्वेज थोड़ी कंप्लीमेंट ग रही है तो मैंने टेलीग्राम पर इसके कौन सी है वो गली बाबा की मुख डाली हुई है उसकी पुरी पीएफ दाल दी हुई है वहां से आप पढ़ सकते हो ठीक है तो थोड़ा सा आइडिया ग जाएगा चीजों के बड़े में ठीक है वहां पर आपके पास लाइन होगी लिखने के लिए ठीक है तो वहां से आप उसको डाउनलोड करके पढ़ सकते हो ठीक है आगे चलते हैं नेक्स्ट चैप्टर पे जिसका नाम है गवर्नर तो गवर्नर क्या होता है गवर्नेंस हमारी गवर्नमेंट वही होती है डायरेक्टली थोड़ा सा मैं बताऊं ना गवर्नमेंट ही गवर्नेंस होती है लेकिन जो पहले गवर्नर सीधा वो वेलफेयर के लिए कम करती थी अब जो गवर्नेंस है वो कॉर्पोरेट कर रही है प्राइवेट सेक्टर के साथ मिल रही है प्राइवेट कंपनी के साथ क्या कर रही है ऑपरेट कर रही है सिविल सोसाइटी के साथ कॉरपोरेट कर रही है मार्केट के साथ तो उसको गवर्नेंस बोलते हैं ठीक है वेलफेयर के लिए कम करती थी उसको गवर्नमेंट बोलते हैं जो आजकल कॉरपोरेट कर रही है उसको गवर्नेंस बोलते हैं ठीक है तो इसी को हम पढ़ने हैं गवर्नेंस क्या है गवर्नेंस का क्या-क्या है कहना ठीक है जी कोऑपरेटिव स्टेट की वेलफेयर स्टेट से कैसे ट्रांसफॉर्म हुआ है कोऑपरेटिव स्टेट में वही हमारा गवर्नमेंट से क्या हो गया है गवर्नेंस हो गया है ठीक है जी ठीक है जहां पर आपके देश के लिए कोई भी डिसीजन लिया जा रहा है ठीक है अब उसे डिसीजन को लिया इसका मतलब नहीं उसका अचार डालना है ठीक है उसे डिसीजन को कोई भी अगर हमारे देश में कोई भी कानून बन रहा है ना उसे कानून को इंप्लीमेंट भी करना है ठीक है तो वही गवर्नर होता है जल्दी से बताओ लोकसभा राज्यसभा में पार्लियामेंट में जाकर वो कानून ही तो बना दिए देश के लिए डिसीजन ही तो लेती है और फिर उसको इंप्लीमेंट भी करती है तो सिंपल सी मतलब वही तो गवर्नमेंट हुआ वही तो गवर्नेंस हुआ ठीक है जो की थोड़ी सी चेंज आने ग गया ये कुछ जो चेंज हैं उनको एक्सेप्ट करने लगी है जैसे की ग्लोबलाइजेशन बना है अब ग्लोबलाइजेशन की वजह से जो बड़ी-बड़ी कंपनी है वो ए गई है ठीक है अब उनके साथ उसने क्या करते हैं कोलैबोरेट करना स्टार्ट कर दिया जिससे अब जो जैसा कॉन्सेप्ट आया है जी ठीक है जी 1917 में पहले बार स्टार्ट हुआ था मतलब पहले बार लिया हुआ था ठीक है आगे चलते हैं आगे चलते हैं गवर्नेंस को एक बार अच्छे से पढ़ लेते गांव मिंस यहां पे इंट्रोड्यूस कराया जाता है की इसको प्राइवेट सेक्टर को सिविल सोसाइटी को लोकल गवर्नमेंट को मतलब गवर्नमेंट क्या कर रही है यहां पर हर एक सेक्टर से हर एक सेक्टर से हर एक ऑर्गेनाइजेशन से कोलैबोरेट करनी है ठीक है ये कैसा प्रोसेस होता है जहां पर डायरेक्ट इंवॉल्वमेंट होता है किसका अब तक जो भी पब्लिक में डोमेन करता हुआ था वो प्राइवेट सेक्टर हो सकता है वो आपकी मार्केट हो शक्ति है वो कोई अंशु हो सकता है वो वही सिविल सोसाइटी हो शक्ति है ठीक है वो कोई लोकल गवर्नमेंट भी हो शक्ति है तो गवर्नेंस में क्या होता है इन सभी को इंक्लूड किया जाता है ठीक है इन सभी को इंवॉल्व किया जाता है ठीक है तो वही हमारा गवर्नर है ठीक है गवर्नेंस जहां पर कुछ एक्टिविटी कारी जाति है जैसे की कम्युनिटी लोकल गवर्नमेंट बॉडीज बनाई जाति है बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन बनाई जाति है ब्रांचेस होती है लेजिसलेटिव ऐसी युटुब है नहीं हमारी गवर्नमेंट का पार्ट है या नहीं है ना तो यही तो कॉमनसेंस है यार ठीक है जो की इंश्योर लोगों की जो डेली बेसिक नीड्स होती है उनको पुरी करती है ठीक है उनको इंश्योर करती है तो यही तो हमारी गवर्नमेंट हुई ठीक है अब देखो जी क्या है आगे बोला गया है गवर्नेंस का मतलब है जो की मेंटेन करें की इसको लो और ऑर्डर को ठीक है जो गवर्नमेंट से थोड़ी बढ़कर कम करें ठीक है जो कॉन्सेप्ट है इसका गवर्नर है इसका ये थोड़ा बड़ा है की इससे गवर्नमेंट से गवर्नमेंट सिर्फ क्या करती थी वो वेलफेयर तक कम करती थी लेकिन जो गवर्नेंस है ना वो लोगों के साथ कोलैबोरेट कर रही है उसका जो कॉन्सेप्ट है वो ज्यादा बड़ा है ठीक है जी ज्यादा बाढ़ रहा है क्योंकि पार्टिसिपेशन सिस्टम है जहां पर लोगों के बिहाफ पर गवर्नमेंट क्या करती है लोगों को गवन करती है उनके लिए कम करती है कुछ बेस्ट करती है ठीक है लोगों की प्रॉब्लम को सॉल्व करती है ठीक है जो कॉन्सेप्ट है गवर्नेंस का इसके अंदर यह 80 सेंचुरी से बहुत ज्यादा इंर्पोटेंस बाढ़ गई है 19 सेंचुरी में अर्ली 19 सेंचुरी में जो पावर थी वो किसके हाथ में ए गई थी मल्टीनाथ मल्टीलेटरल जो एजेंसी थी ठीक है डेवलपिंग कंट्री जहां पर अब पॉलीटिकल इकोनामिक रिफॉर्म्स ए रहे हैं तो यही जो एजेंसी है यही तो कर रही है सब ठीक है तो गवर्नेंस के अंदर क्या है जब हम बड़ी-बड़ी ऑर्गेनाइजेशन का पार्ट बनते हैं ठीक है तो मंच सेटअप की जाति है जहां पर गवर्नमेंट कोलैबोरेट करती है वहीं हमारी गवर्नमेंट है उसको ठीक है तो वर्ल्ड बैंक का क्या कहना है गवर्नेंस के ऊपर वर्ल्ड बैंक का कहना है की गवर्नर कोई ना कोई फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट तो जरूर होगी गवर्नेंस में बोला है कोई ना कोई फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट तो आपके वहां पर होगी हमारे यहां पर कौन सी जल्दी से बताओ पार्लियामेंट्री फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट तो वही तो गवर्नमेंट है यहां पर हम मैं आपको बताऊं गवर्नमेंट के बड़े में ही पढ़ रहे हैं जो आज की गवर्नमेंट है उसके बड़े में पढ़ रहे हो इस को गवर्नेंस बोलते हैं यार ठीक है तो क्या बोल रहे हैं वर्ल्ड बैंक के लिए बोला है की जो गवर्नेंस है इसके अंदर तीन सेप्ट होते हैं ठीक है पहले तो उसे कंट्री के अंदर कोई ना कोई फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट होगी पार्लियामेंट्री हो शक्ति है प्रेसिडेंट भी हो सकते हैं मिलिट्री हो सकते हैं कोई भी ठीक है अब जो वो अथॉरिटी होगी वो क्या करेगी वो मैनेज करेगी कंट्री के जो इकोनॉमिक्स और जो सोशल रिफॉर्म्स है उनको ठीक है हमारे यहां पर जो इकोनामिक रिसोर्सेस जंगल है जो रिवर है इन सबको मैनेज करती है नहीं करती गवर्नमेंट करती है ठीक है तीसरा जो गवर्नमेंट है वह कुछ पॉलिसीज लेकर आएगी अब जो पॉलिसी है उसको इंप्लीमेंट भी करावेगी ठीक है तो ये गवर्नेंस हुआ ठीक है तो वर्ल्ड बैंक का ये कहना था किसको लेकर गवर्नर को लेकर ठीक है ऊपर का इतना ध्यान नहीं रखना जो अभी ऊपर पड़ा था गवर्नेंस के बड़े में बस एक लाइन याद रखना हैं जो मैंने स्टार्टिंग में बताई थी ठीक है लेकिन फिर उसके बाद वर्ल्ड बैंक ने क्या बोला उसके बाद अगर ऑर्गेनाइजेशन भी पढ़ेंगे अभी हम जिन्होंने क्या बोला गवर्नमेंट को लेकर वो पढ़ लेना ठीक है उसके बाद हम चलते हैं ओसीडी ऑर्गेनाइजेशन इकोनामिक कोऑपरेशन डेवलपमेंट इसका क्या कहना है गवर्नेंस को लगा इसलिए कॉन्सेप्ट है ना गवर्नेंस का ही दिनो करता है पॉलीटिकल अरथूरिटी ठीक है सोसाइटी के अंदर जो कंट्रोल कर लिया ठीक है जो कंट्रोल कर रही है किसके सोसाइटी के रिलेशन को ठीक है और जो अंग जो सोशल रिसोर्सेस है और जो इकोनॉमिक्स रिसोर्सेस डेवलपमेंट करनी है तो वो क्या है वो गवर्नेंस का कॉन्सेप्ट है सिंपल बोला है जो पब्लिक अथॉरिटी का उसे कर रही है कंट्रोल कर रही है किसके अंदर सोसाइटी के अंदर ठीक है हमारे यहां पर रोज और रेगुलेशन लोगों के ऊपर जो कंट्रोल करती है कौन करती है गवर्नमेंट पॉलीटिकल अथॉरिटी कौन है गवर्नमेंट रिसोर्स आलो इकोनॉमिक्स रिसोर्सेस को कौन मैनेज कर दिया डेवलप कर्म कर दिया गवर्नमेंट तो यही तो इसी का कहना है गवर्नमेंट क्या है ठीक है पहले तो बोलती है लेजिसलेशन होना चाहिए मतलब जो गवर्नमेंट डॉ बना रही है वो लीगल होना चाहिए ठीक है वो गवर्नेंस गवर्मेंट किट ये कंपोनेंट होते हैं ठीक है पहले तो लो बनाएगी वो भी लीगल अकाउंटेबल रहेगी लोगों के प्रति ठीक है कंपीटीटर्स रहेगी जो पार्टनर गवर्नमेंट के अंदर कॉम्पिटेटिव रहेगा पॉलिसी बनाने के लिए पॉलिसी बनाएगी लोगों के लिए और रिस्पेक्ट करेगी की इसका ह्यूमन राइट्स का और रूल ऑफ लो ऊपर चलेंगे मतलब अपना खुद का कानून नहीं बनाया जो गवर्नर है उसके अंदर ऐसा नहीं है गवर्नमेंट खुद पर कानून बनाएगी पहले से कॉन्स्टिट्यूशन बना हुआ होना चाहिए जिसके जिसको लेकर गवर्नमेंट कम करेगी ठीक है अब हमारी यहां पर जब कोई भी गवर्नमेंट आई है जैसे की बीजेपी गवर्नमेंट है अब जो कॉन्स्टिट्यूशन ह्यूमन राइट की क्या करेगी रिस्पेक्टिव करेंगे तो यही औसत आई का कहना है ठीक है जी ए गया समझ में उसने क्या बोला उसने तीन वो एक्सेप्ट बताएं कौन-कौन से हैं ठीक है इसमें कंपोनेंट बताएं इन कर कंपोनेंट को याद कर लेना कुछ नहीं है सिंपल सा वही हमारा पॉलीटिकल सिस्टम है ठीक है यू और डीपी यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम इसका क्या व्यू है गवर्नेंस को लेकर ये बोलती है की ये एक्सरसाइज करती है और इकोनॉमिकली पॉलीटिकल एडमिनिस्ट्रेटिव अथॉरिटी जो की हमारे जो नेशन है ठीक है जो हमारी कंट्री है उसके अफेयर्स को चलती है मैंने उसे करती है तो वही क्या है वही गवर्न्ड है लेकिन इसके अंदर क्या होता है ये गुड गवर्नेंस होती है इसके जो करैक्टेरिस्टिक्स होते हैं ना किसके गवर्नेंस के वो गुड गवर्नेंस की तरह होता है गुड गवर्नेंस क्या होते हैं ये भी मैं आपको आगे समझाऊंगी पार्टिसिपेशन होता है लोग बहुत पार्टिसिपेट करते हैं ठीक है ऐसा नहीं है की लोगों के ऊपर कोई दबाव होता है रूल ऑफ डॉ के अकॉर्डिंग चलते हैं गवर्नमेंट अपने खुद के कानून नहीं बनती जो पहले से कॉन्स्टिट्यूशन में जो रूल है उसके अकॉर्डिंग चलती है ट्रांसपेरेंसी होती है रिस्पांस होता है इक्विटी मतलब इक्वलिटी होती है सोसाइटी के अंदर इफेक्टिवली भी कम करती है ठीक है पुरी इफेक्टिवली कम करती है अकाउंटेबल रहती है ठीक है मतलब जो अच्छी सरकार होती है जो लोगों को रिस्पांस भी कर रही है ठीक है लोगों के प्रतीक जवाब देखिए कम करती है वो हमारी गवर्नेंस है किसने बोला यू डीपी जितने भी इसमें जो शब्द उसे करें ना पार्टिसिपेशन गुड गवर्नेंस रूल ऑफ फ्लो ट्रांसपेरेंसी रिस्पांस कंसिस्ट ठीक है ये सारे शब्द आपको लिख के आने हैं ठीक है जी तो यही एक कॉन्सेप्ट है गवर्नमेंट का अगर आज आप भी अपनी सरकार को देखोगे तो वही तो है रूल ऑफ डॉ अकादमी चल रही है पार्टिसिपेशन है ये सब है ठीक है आगे चलते हैं यूएनएस सॉरी यूनेस्को ठीक है एक-एक शब्द पढ़ रही है यूएनएस यूनेस्को यूनाइटेड नेशन एजुकेशन साइंटिफिक कलर ऑर्गेनाइजेशन किसने बोला है की जो इसने डिफाइन कर है गवर्नेंस को ऐसा की एक प्रोसेस होता है जो ऑक्सीडेशंस के लिए कम कर दिया मतलब जो लोगों की नीड्स है जो लोगों की इंटरेस्ट है पॉजिटिवली कम करेगी वहां पर डेवलपमेंट करेगी किसका सोसाइटी का मतलब पॉजिटिवली डेवलपमेंट करेगी सोशल रिवेन्यू डेवलपमेंट करेगी पुरी सोसाइटी के लिए ठीक है और आम गुड के लिए गवर्मेंट का मतलब है की गवर्नर से भी ज्यादा ठीक है मतलब गवर्नर का मतलब है गवर्नमेंट से भी ज्यादा वेलफेयर के लिए कम करती है लेकिन यहां पर डेवलपमेंट ले के कम करेंगे सोसाइटी के लिए ठीक है जी तो ये हुआ किसका कहना यूनेस्को का कहना ठीक है आगे चलते हैं अब हम कुछ कॉन्टेक्स्ट में भी देख लेते हैं गवर्नेंस क्या है गवर्नेंस को बोला जाता है मिनिमम लिस्ट स्टेट मतलब की गवर्नेंस एक ऐसा कॉन्सेप्ट है जहां पर जो हमारी गवर्नमेंट है वो कम अपना रोल प्ले करते हैं मतलब जो उसका रोल है वो कम होगा मिनिमम होगा ठीक है क्या होगा मिनिमम होगा क्योंकि जो प्राइवेट सेक्टर प्राइवेटाइजेशन की वजह से जो आ बड़ी-बड़ी कंपनी है उसका रोल बाढ़ जाएगा जो सिविल सर्विस है उनका साइज कम हो जाएगा प्राइवेटाइजेशन बाढ़ जाएगा ठीक है जी ए गया समझ में ए गया चलते हैं गवर्नर से एक्यूप्रतिव गवर्नेंस होती है कॉरपोरेटिव गवर्नेंस मैंने आपको बताया था मार्केट के साथ बड़ी-बड़ी कंपनी के साथ गोस के साथ क्या करेगी ठीक है तो वही है ओवरऑल डायरेक्शन देने किसको एक जो रोल होगा गवर्नेंस का कोऑपरेटिव गवर्नेंस के अंदर वो क्या होगा सिर्फ कंसर्ट करना यह बिजली इसको चलाना ही नहीं होगा ओवरऑल डायरेक्शन देना होगा ठीक है जो एग्जीक्यूटिव के एक्शन है जो हमारी एग्जीक्यूटिव होती है ना जो हमारे सिविल सर्विस होते हैं इनके एक्शन को कंट्रोल करना होगा और अकाउंट टेबल टी इंश्योर करना होगा लोगों को जवाब दे ही बन्ना होगा तो ये हुई क्या कोऑपरेटिव गवर्नमेंट है ए गया समझ में ए गया चलते हैं गवर्नेंस एन न्यू पब्लिक मैनेजमेंट न्यू पब्लिक मैनेजमेंट ये हमारा क्या है की यहां पर गवर्नमेंट कुछ नए चेंज लेक आएंगे क्या लेक आएगी नए-नए चेंज को नए-नए इतिहास को एक्सेप्ट करेंगे ठीक है यहां पर कंपटीशन रही है जो स्टेट का जो अप्रोच होगा ना वो क्या होगा कंपटीशन की हम मार्केट के अंदर क्या करेंगे कंपटीशन रखेंगे फ्री कंपटीशन जो भी कंबटेंट कर सकता है करो भाई ठीक है यहां पर तीन प्राइम गोल होते हैं जो गवर्नमेंट है उसके तीन प्राइम गोल होंगे पहले तो एफिशिएंसी इकोनामिक और इफेक्टिवली कम करना ठीक है तो ये किसका कहना था ये था ये ऐसा पब्लिक मैनेजमेंट की तरह देखा जाता है ठीक है आगे चलते हैं आगे क्या बोला जाता है वही कंपटीशन रहेगा ठीक है और दी सेंट्रलाइज अथॉरिटी होगी हर एक सेक्टर को आगे लेकर जय जाएगा गवर्नर इसे गुड गवर्नेंस गवर्नेंस को ये सब गुड गवर्नेंस क्यों बोला जाता है गुड गवर्नेंस जो यह टर्म है यह उसे कारी थी किसने वर्ल्ड बैंक ने कब 1992 के अंदर ठीक है इन्होंने बोला था गुड गवर्नेंस ये इसलिए है क्योंकि ये जो सस्टेनिंग एनवायरनमेंट मतलब एनवायरनमेंट को सस्टेन करके रखेगी डेवलपमेंट करेगी हर एक सेक्टर में ठीक है और इकोनॉमिक्स पॉलिसी बना के रखेगी ठीक है जो एक गुड गवर्नेंस है ये एक फॉर्मल गवर्नमेंट होगी मतलब फॉर्मल गवर्नमेंट से भी बाहर होगी ठीक है और आगे क्या बोला जाता है और इसके कुछ बेसिक फीचर्स होंगे किसके गुड गवर्नेंस के पहले तो वॉइस ऑफ अकाउंटेबिलिटी मतलब की लोगों की बटन को सुना जाएगा जो लोग चाहते हैं उसको करेगी और वो जो करेगी जो वो कम बना करेगी गवर्नमेंट उसके लिए वो जवाब दे ही रहेगी इफेक्टिवली कम करेगी कौन गवर्नमेंट ठीक है क्वालिटी ऑफ रेगुलेटरी फ्रेमवर्क रहेगा मतलब जो कम कर रही है ना वो अच्छा करें ठीक है रूल ऑफ डॉ के अकॉर्डिंग चलिए लोगों की प्रॉपर्टीज को प्रोटेस्ट करें ठीक है उनको अधिकार देश चीज का इंटर डिपेंडेंट हनी चाहिए एक और ज्यूडिशरी के जो हमारे मिश्री है उसके ऊपर किसी का दबाव नहीं होना चाहिए और जो सोसाइटी के अंदर करप्शन होता है उसको खत्म करेगी ठीक है तो ये कॉन्सेप्ट है की इसका गुड गवर्नेंस का ये सभी फीचर है किसके गुड गवर्नेंस के आगे चलते हैं गुड गवर्नेंस के हमको बोला जाता है की जो गुड गवर्नेंस है ना वो क्या है की वो उसके सुमेरीज करें तो सिंपल एक शब्द में उसको सुम्मराइज किया जाता है स्मार्ट स्मार्ट मतलब सिंपल मोरल अकाउंटेबल रिस्पांस और ट्रांसपेरेंट तो यही हमारी क्या होगी गुड गवर्नेंस होगी जो सिंपल सी गवर्नमेंट होगी मोरल वालुज को ज्यादा सपोर्ट करेगी अकाउंटेबल जवाब दे ही रहेगी लोगों को रिस्पांस करेगी और ट्रांसपेरेंसी के साथ कम करेगी ठीक है आई होप आपको ये चैप्टर समझ में ए रहा होगा अगर नहीं ए रहा है तो यार स्लिप के ऊपर से मत जान दो पकड़ लो ठीक है और बार-बार पढ़ो कुछ नहीं है बहुत इजी है यार ठीक है ऐसी चीजों को भी क्यों पढ़ाई पॉलीटिकल साइंस के बच्चे हो अगर भी तुम इसे घबरा रहे हो गवर्न ने सोशल साड्रिक सिस्टम सोशल साइड ट्रिक सिस्टम क्या होता है देखो सोशल साइकाइट्रिक सिस्टम मतलब की इसके अंदर जो गवर्नमेंट है ना वो क्या कर रही है वो इसके अंदर एक एक्टर नहीं होता मतलब सिर्फ गवर्नमेंट ही पूरे सोसाइटी के अंदर रोल प्ले नहीं करती इसके अंदर बहुत सारे ग्रुप आते हैं बहुत सारे एक्टर्स आते हैं ठीक है वो कौन-कौन से एक्टर हैं वो है हमारे इसमें जो गवर्नमेंट है जो सोशल साइट पर एक जो अप्रोच है इसके अंदर जो गवर्नमेंट है वो इंटरएक्टिव मतलब इंटरेक्ट करती है किसके साथ सोशल और पॉलीटिकल फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट से ठीक है मतलब सोशली उन पॉलिटिकल जो फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट होती है उनके साथ इंटरेक्ट करके फिर हमारी कौन सी गवर्नमेंट बंटी है सोशल फैब्रिक सिस्टम बंता है ठीक है जो की क्या करेंगे कुछ पॉलिसी बनाकर लिखेंगे मल्टी मतलब मल्टी एक्टर होंगे ठीक है हर एक पॉलीटिकल एडमिनिस्ट्रेटिव एक्टर क्या रहेगा इंटर डिपेंडेंट रहेंगे वो अपने गोल्ड को शेर करेंगे ठीक है पब्लिक और प्राइवेट जितने भी चैप्टर वो आपस में आकर कोलैबोरेट करेंगे ठीक है मल्टी पॉइंट ऑफ डी न्यू फॉर्म ऑफ एक्शन इंटरवेंशन और कंट्रोल्स ठीक है ये सब कम करेंगे आगे चलते है गवर्नेंस इस सेल्फ ऑर्गेनाइजेशन नेटवर्क गवर्नेंस क्या एक सेल्फ ऑर्गेनाइजेशन नेटवर्क है मतलब गवर्नमेंट क्या करती है जो दूसरे नेट क है मतलब जो दूसरे नेटवर्क मतलब की जो हमारी मार्केट है जो कंपनी है उनके साथ क्या कर रही है एक ऑर्गेनाइजेशन बना रही है है ना जो प्राइवेट सेक्टर है जो वॉलंटरी एजेंसी है उनके साथ गवर्नमेंट क्या करिए कंबाइन हो रही है ठीक है तो ये कांबिनेशन होता है किसका प्राइवेट सेक्टर का गवर्नमेंट का वॉलंटरी एजेंसी का ठीक है तो ये हुआ सेल्फ ऑर्गेनाइजेशन का ठीक है जो नेटवर्क है उसको व्हाइट स्प्रेड करती है कौन गवर्नमेंट ठीक है तो मतलब मार्केट के साथ उन्होंने कोलैबोरेट कराई इन सब जो नेटवर्क बनाए हुए इन सबको क्या करेगी गवर्नमेंट आगे बढ़ाएगी और जो इन्होंने जो ये लेक आया है ना ये हालांकि में नहीं होगा जो कोलैबोरेट करेगी ना गवर्नमेंट नेटवर्क से तो ये मॉडल होगा ये हरार की भी नहीं होगा की सबसे ऊपर स्टेट रहेगी फिर उसके बाद मार्केट रहेगी फिर जो नेटवर्क बनाया है वो टूट जाएगा ठीक है तो यहां पर हरार की नहीं होगी जब हम गवर्नमेंट कोलैबोरेट कर रही है तो उसमें हरार की नहीं होगी क्या होगी होरिजेंटल लिकेज होगा तीनों एक्टर को इक्वली सपोर्ट किया जाएगा स्टेट मार्केट और सर्विस सोसाइटी ठीक है और वो अपने जो नेटवर्क है उनको व्हाइट स्प्रेड करेगी ठीक है और प्राइवेट सेक्टर मैनेजमेंट होगा ठीक है अब पब्लिक भी प्राइवेट मैनेजमेंट में ठीक है तो इसके बाद क्या है इसके बाद है की कुछ हमारे करैक्टेरिस्टिक्स बताई जाते हैं गवर्नेंस के यह गवर्नेंस को अगर हम सुम्मराइज करें क्या होते हैं ठीक है अब तक हमने देखा की वो गुड गवर्नेंस गवर्नेंस होती है सोशल साइबेरिक सिस्टम गवर्नेंस होता है गवर्नेंस एक औषधि ने क्या गवर्नर है उसके बाद क्या पढ़ा था सो नेटवर्क सोशल नेटवर्क ऑर्गेनाइजेशन नेटवर्क होती है ठीक है मैंने मेरे लिए स्टेट होती है ठीक है ये सब हमने पढ़ा गवर्नेंस यह होती है वो होती है मोती होती है लेकिन अगर हम समारीज करेगा उन्हें क्या होता है तो बोला जाता है इंटरडिपेंडेंट से बिटवीन ऑर्गेनाइजेशन मतलब की जो एक दूसरे के ऊपर डिपेंड होते हैं ठीक है वो आपकी गवर्नमेंट भी हो शक्ति है वो नॉन एक्टर भी हो सकते हैं मतलब जो सरकार के अंदर कम नहीं करते जो मार्केट है अगर आप लोग देखोगे जो हमारी सरकार है वो क्या करती है जो बड़ी-बड़ी कंपनी है जो अंबानी है वो कौन सा सरकारी हुआ है है ना तो बड़े-बड़े कंपनी के वो को वगैरा होते हैं उनके साथ गवर्नमेंट क्या करती है कोलैबोरेट करती है तो इसमें क्या हो गई गवर्नमेंट डिपेंड होगी उनके ऊपर ठीक है तो इंटर डिपेंडेंसी होती है ऑर्गेनाइजेशन के बीच में तो आपके नॉन स्टेट एक्टर्स हो सकते हैं पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर हो सकते हैं ठीक है जी उसके बाद कनेक्ट कंटिन्यू इंटरेस्टिंग बिटवीन नेटवर्क मेंबर हमेशा आपस में इंटरेक्शन रहेगा ठीक है क्या रहेगा इंटरेक्शन रहेगा जो बड़ी-बड़ी कंपनी है और जो हमारी सरकार है वो क्या रखेगी आपस में इंटरेक्शन रखेगी नेगोशिएट करेगी इसको परपज से इसको ठीक है शेर करने में ठीक है जी ठीक है जी और एक्सचेंज करेंगे किसको रिसोर्स को ठीक है ये एक गेम लाइक इंटरेक्शन होता है किसकी तरफ गेम लाइक जिसका जो जड़ है वो ट्रस्ट के ऊपर होता है ठीक है अब इन्होंने आपस में कोलैबोरेट कर है इन्होंने आपस में क्या कर है कोलैबोरेट करें लेकिन जब तक ट्रस्ट नहीं रहेगा तो वो कोलैबोरेट क्या चलेगा ठीक है तो ट्रस्ट होना बहुत जरूरी है ठीक है बस तो हमारा यही है पूरे चैप्टर के अंदर जो नेटवर्क रहेंगे अकाउंटेबल नहीं रहेंगे स्टेट को मतलब अगर कल को कोई मार्केट कुछ कर रही है तो जाकर सरकार को नहीं बताएगी की हमने क्यों कराए क्यों नहीं कराया ठीक है तो हमारा ये चैप्टर यही पे खत्म होता है आई होप आपको समझ में आया होगा ज्यादा कुछ नहीं है बस सिंपल सा एक बार पढ़ना है क्या पढ़ना है पहले आपको पढ़ना है ग्लोबलाइजेशन क्या होता है अच्छे से मैंने पटाया है ग्लोबलाइजेशन क्या होता है ठीक है उसके बाद जीनियस पढ़ लेना ग्लोबलाइजेशन का क्या इंपैक्ट है स्टेट और सिविल सोसाइटी बेस्ट उसमें से यही कर टॉपिक आपको पढ़ने हैं और दें जो ये टॉपिक और दें जो इसके बाद ये जो यूनिट है कौन सी सिविल सोसाइटी गवर्नेंस वाली इसमें से गवर्नेंस पढ़ना है क्या है इसके कॉन्टैक्ट्स पढ़ने ठीक है अभी जो हमने पढ़ा मिनी मिलिटिया स्टेट है वो है वो है ठीक है वर्ल्ड बैंक ने क्या बोला है यूनेस्को ने क्या बोला वोट ने क्या बोला है ये सब देख लेना है ठीक है फॉर्म ऑफ गवर्नेंस देख लेना है बेस्ट बस ज्यादा कुछ नहीं करना है गली बाबा के बुक मैंने टेलीग्राम पर उसकी पीएफ डाली है वहां से पढ़ लेना थोड़ा सा आइडिया ग जाएगा ठीक है आई होप आपको ये चैप्टर समझ में आया होगा अगर कोई भी दिक्कत है तो आप टेलीग्राम पर मेरे से पूछ सकते हो या फिर आप मेरे को कमेंट सेशन में पूछ सकते हो ठीक है तो मिलते हैं नेक्स्ट लेक्चर के अंदर जहां पर हम थर्ड यूनिट को करेंगे और फोर्थ यूनिट को करेंगे एक साथ तो बहुत जल्दी हम खत्म कर लेंगे सिलेबस को भी जहां पर उसके बाद हम पी के और इंपॉर्टेंट क्वेश्चन करेंगे ठीक है वैसे तो मैं इंपॉर्टेंट टॉपिक आपको बता रही हूं कौन-कौन से हैं साथ के साथ लेकिन अगर फिर भी जरूर पड़ेगी तो वो भी मैं आपको कर दूंगी ठीक है तो सो बाय टेक केयर जो डी वेरी बेस्ट