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धर्म का महत्व और व्यक्तिगत विकास

झाल झालू वीरवार पॉजिटिव व्यक्ति ने कि जापान 400ग्र लूप और नुकसान नमों शरीर व नवीन धीर व हुआ पौन इंच गुनगुने नया पूजा आसन ललित धुंधता हुं हुं हुं हुं हुं हुं हुं हुं हुं ॐ मोसिद्धि त्यौहार ॐ हुं हुं [संगीत] [हंसी] हुआ था वो एंव ना यूं सकून कुंअर साहब उद्दीन ध नयम पूरा कुंभपर्व वर्णन मोह लस्सन ईंधन दुनिया आईटी मीन ठाट यू भावना चीनी हम बना हुआ पवना लुट कैसी हवा से वैकुंठ है कि अस्सलाम वालेकुम रहमतुल्लाह व बराकातहू को मोहम्मद को वन सलियाणा रसूल करें अब भादू मोहम्मद टॉपिक हमारा के बारे में है कि इस पर ले सकते हैं और क्या करें इसके बारे में में अलग-अलग सब्सक्राइब हैं कि इस मिला है रॉक मारने वहीं वर्ल्ड फर्स्ट उबल यूनिवर्सल वर्ष एक्टिव वस्त्र न कसम है खजूर की और 10 राशियों की और जूस की और ताकि और रात कि जब के बल चलने लगे यह लाने 10 राशियों की जो कसम खाई तो अक्सर मोफर सरीन कहते हैं कि यह दिल हज की दर्शाते हैं है और यह जो 10 दिन हम सब के पास आने वाले हैं बहुत हिम्मती दिन है कि जैसे रमज़ान की आखिरी 10 राशियों के अहमियत है तो दिनों के परिवार से यह 10 दिन अहम है इंशाह अल्लाह हम इसमें देखेंगे कि इन दिनों में इंसान कौन से अमल करें और कैसे इनसे फायदा उठाया और इसकी क्या अहमियत है इसके बारे में नबी सल्लल्लाहो सल्लम के प्रभावित हिस्से ही बुखारी में आपने फरमाया के अश्लील धजा में किए गए नेक अमल न को सबसे ज्यादा महबूब त्यौहार फिर सभी लिए इतना नहीं सिवाय उस जेहाद के जिसमें इंसान शहीद की हो जाए सही बुखारी के लिए बेहतर इन दिनों में नियुक्तियां करने से इंसान के इसमें इधर से बुलंद होते हैं कि जिस पर जितने इधर से जिहाद में जाने से भी नहीं ही सब्सक्राइब नहीं अपने आपको बड़ा सकता है और वह थैंक्स के जो खुद भी वहां शहीद हो जाए उसका घोड़ा उसकी हर चीज जो है वहां काम में अजेय कुछ भी बाकी ना बच्चे ऐसा सशक्त हजार पांच सकता है तो हमें बहुत ज्यादा इन दिनों की खबर करनी है ऐसा नहीं होंगे इसमें रमजान आया और आकर चला गया तो यह दिन भी आए और आकर चले जाए इसलिए हमें वक्त से पहले इसका अंदाजा लगाना है कि हम इस दिन में क्या कर सकते हैं कैसे यह होगा इसके बारे में जो काम हम कर सकते हैं दिनों में जो नबी सल्लल्लाहू सल्लम की रिवायत से और पुराने भाग के अंदाज से समझ में आता है तो पहली चीज है दूसरे रखना इन 10 दिनों में कसरत से रोजा रखने की बात पाई जाती है दूसरा अमल इन दिनों में जो होगा वह कुर्बानी का होता ख्याति चावल इसमें तक विराट को पढ़ने का है और फिर हज तो हमें इसे पुरस्कार इसी तरह सरकार खरा उतरना तहज्जूद क्योंकि ज़िंदगी का जज्बा बढ़ जाता है तो फिर इन कामों का जब भी बढ़ जाएगा तो यह जो है हम एक-एक करके देखेंगे कि हम इन दिनों को कैसे सब्सक्राइब कर लें अपने लिए सबसे पहले अगर हम इन दिनों के रोगियों की बात देखें तो उसके लिए क्या हुक्म है तो लकी नबी सल्लल्लाहू सल्लम ने फ़रमाया के यह कम से लेकर नोजल हद तक के जोरों से हैं ज्यादा वक्त तक बल्कि आप समझें कि वह एक साल के गुनाहों को माफ करते हैं और जो नॉलेज करो है यह 2 साल के गुनाहों का कफ़्फ़ारा है एक गुजरा वक्त साल और एक आने वाला साल यह अपने अलार्म बंद देखो इतना ज्यादा पाठ करना चाहता गुनाहों से और उसको ने किया उस पर इतना करीब करना चाहता है कि जब इंसान वाकई अलग-थलग लेस फॉर लेस होता है तो फिर अलग-अलग उसके साथ मामला अच्छे अच्छा करते हैं अधिक में तरह जुड़ा तन्हा से मां मिलने या में अफसरों इन अल्लाह ही मिलाया में अश्लील शब्द तरह के नजदीक अशरफ-उल-हक जब स्कूल कोई दिन नहीं 16 पूछा कि लकीर वर्म क्या यह सब्सक्राइब करना तो आपने फ़रमाया यह चैनल सब्सक्राइब मिट्टी में कालू हो गया वह सब्सक्राइब नियुक्त किए जाने और सब्सक्राइब आपने फरमाया अल्लाह ताला के सब्सक्राइब नहीं किए जाने वाले अमल करना तो कोई संघ के लिए इन दिनों में सब्सक्राइब लल्ला लल्ला ला इलाहा इलल्लाह फकीर व्यक्ति को सब्सक्राइब करना है कि युद्ध में ला इलाहा इल झाल अल्लाह हू अकबर और अल्लाह कर देकर ज़्यादा से ज़्यादा करो इनमें से एक दिन का रोजगार एक साल के रोजे के बराबर और इसमें किए जाने वाले अमन का सवा 100 गुना तक है वह रावण ने भी इसी तरह की एक बार फिर मोदी ने बाजार में नकल-नकल में कोई अश्लील हजार में किए जाने वाले संदिग्धों में से एक के बराबर और क्रश करके तय करने के दिन है अगर किसी ने सब्सक्राइब करें सब्सक्राइब लेकिन इस महीने का सबसे पहली चीज जो इस महीने के लिए जो चांद देखने से ही शुरू हो पहले होगी वह क्या है कि इंसान अगर अपने नाखून और रखने फालतू बाल जो पिंपल के हैं उनको अगर पहले से काट लें और फिर सुलझा लिया जाए तो उसके बाद ना काटे नाखून सबस्क्राइब नाउ बाल कटवाए यह लकीर वसल्लम ने फरमाया सही मुस्लिम की रिवायत है जिसने चांद देख लिया और वह करने का इरादा रखता है तो इसे और उन्हें तराशने नहीं चाहिए नियुक्तियों पर तो नहीं लेकिन इसका बहुत है अब देखिए जितने मर्जी जिन लोगों को बढ़ाने का मौका मिल रहा है इस तरह कि इससे क्या होगा कि जब स्कोर कर लें अब स्कूल कि अजान नमाज के बाद बिगाड़ सकते हैं और अगर कुर्बानी उसी दिन कर रहे हैं तो कुर्बानी के बाद चाट लें तो भी यह चीज जरूरत है बहुत सारी बहनों के लिए इस विशेष घटना बन जाती है जब उनको ईद की तैयारी के लिए एक दिन पहले जाकर फेशियल प्लगिंग आइब्रोज इस पर कुछ करवाना पड़ता है घ्र अलार्म को तैयार कर रहा है उसके रुख मोड़ को मानिए अगर आप चांद देखने से पहले अपने तमाम कामों से पार हो चुका है तो बस इतना मुश्किल नहीं होता और की नमाज के बाद चलें फर्क पड़ता है लेकिन सब्सक्राइब हो फिर मैं उसको करो कि मुझे बकरी का दूध पीता हूं और उसके गुजारा करता हूं क्या करूं तो आपने फ़रमाया नहीं करो और लेकिन अब अपने बालों और दो वालों और तेरे नाल इश्क बालों को साफ कर डालो तुम्हें पूरी कुर्बानी का स्वभाव बन जाए यानी वास्तविक एक नाखून के बदले के कुर्बानी का जनक अभी स्नान काटेंगे आप पास हाथों के और पाएंगे तो कहां तक जाएगा यह मुद्दा उठेगा थी जिसमें यह हुक्म दिया गया इसी तरह आप देखिए कि इस पर दूसरा काम हमें फिर क्या करना है कि चांद दिखते ही दफन नहीं है अल्लाह हम अगला हुआ लेना बिलम निवल धीमान व सलामती व सलाम रविवार भोगल अलावा इशांत को कर देता है हमारे लिए अमन और लेमन वाला सलामती और सलाम वाला मेरा और तेरा रंग अल्लाह है इन फिर इंसान को मुखातिब करता है कि इस तरीके से यह हम कि युनूस सब्सक्राइब जाती है कि अल्लाह तआला नॉलेज को आसमान में दुनिया वालों को जमीन पर पोखर आ सकता है कि मेरे बंधुओं को देखो पर दूर दराज से परागंदा सर और दुबारा आलू जहां पर आए हैं मेरी राह मत की उम्मीद करते हैं और इन्होंने मेरे अज़ाब को देखा नहीं वृद्धि के बावजूद देखा नहीं फिर पर लगे इन आरोपों से बचने की जॉइंट करते हैं और इस अवधि तारीख को अलग-अलग दोस्त पर बहुत से लोगों को आजाद करते थे शैतान उस दिन आपको पता है कि आप मिक्सर में खाक डालता हुआ भागता है कि आज तो मेरी सारी में सजाया हो गई जो मैंने लोगों को रखा था इस नाते से केवल न के साथ शेयर करें या ना करें और आज लगने माफ कर दिया जाना चाहिए के दिन अलग-अलग बहुत से लोगों को subscribe our Channel subscribe अपने कंधों पर पोखर करता है अब तक सब्सक्राइब करके दिखाते हैं कि देखो है इन आंवलों मालूम था लम्हों में वह जानता हूं जो तुम नहीं जानते चल न कहते हैं मेरे बंधुओं को देखो मेरे पास पर गंधासुर वह बार दूध आए हैं मैं तुमको गवाह बनाता हूं कि मैंने तक माफ कर दिया कहते हैं अल्ला मेघ दे इन सब कुछ भी कर दिया यह चीज वहां पहुंचकर अपने को सबस्क्राइब जरूर पड़ता है और तुम्हारे को करता हूं मगर हर उम्र के लोगों के गुनाहों को माफ करता हूं को पूरा करता हूं और में भी अलग-अलग लोगों की फरमाइश की सिफारिश को कबूल करते हैं कि युद्ध और उसकी पहाड़ों पर चढ़ को देख कर परेशान होते हैं कि चलाते हैं चीन के तो हरी मिर्च ली गई प्रबंधों की मृत्यु हो गई जब अल्लाह ने हुक्म दिया शैतान तो नहीं जोश के साथ मामला हो सब्सक्राइब करें सब्सक्राइब कर देता सब्सक्राइब की दोनों की नियुक्त हो जाती है उसको जरूर सब्सक्राइब करें अल्लाह के रसूल की शाम को अपनी उम्र के लिए व्रत की फरमाइश की तरफ से जवाब मिला कि तमाम मामलों को अगर साले को पूरा करने वालों को माफ नहीं करूंगा जब तक सबस्क्राइब नहीं किया अगस्त चाहिए स्नो इन को जन्नत में जगह दे सकता इस शाम को भी आपके द्वारा मंजूर नहीं हुई गुफाओं में फिर सुबह से कोहरा या तो आप की दुआ कबूल हो गई और सब्सक्राइब करने की दुआ की काबिलियत पर आप सब्सक्राइब नहीं करते को हमेशा मुस्कुराता रखे यदि आपको आपने फरमाया कि युवाओं की काबिलियत के बारे में जान लिया तो करता है पर मिट्टी डालने लगे और सब्सक्राइब करें अब स्कूल इन दिनों की सरकार ने ढंग से उसके लिए इस्तेमाल करना सब्सक्राइब नॉलेज के लिए नियुक्त कर रखे कि हर रोज भी रख सकते हैं अलग-अलग भी रख सकते हैं दो इकट्ठे भी रख लें लेकिन उक्त कम उतरना मिक्स करें तो इस पर विशाल आकार इंसान के गुण जो है माफ होंगे फिर इसी तरह आप देखिए कि इसके अंदर यह जो और काम करने के वह तकदीर आपके है अल्लाह हू अकबर कहना और सहाबा इकराम जो थे वह बाजारों में निकल जाते थे इनका इन दिनों में तक विरात कहने के लिए और अल्लाह के नाम को बुलंद किया करते थे कि आज हमारे घरों में देखिए अगर शैतानी आवाज उठती हैं और हमारे बच्चे हर वक्त कि और हंगामा देखने हैं तो अब इस्तेमाल कर सकते हैं उधर में पड़े बच्चों को पढ़ाने के लिए ऑनलाइन चाहिए तो हम इन दिनों में अल्लाह बड़ा और साथ तो इसका मतलब इसका को सबस्क्राइब में होना चाहिए आज तक विराट सुनते हैं एक बार ताकि हमें अंदाज वह किन लक्षणों की श्रेणी क्या होती है कि इसके बाद एक और अमल जो इस महीने के साथ कि हर घर के अंदर उसका जिक्र होने लगता है वह कुर्बानी है जैसा कि हमने हजरत इब्राहिम अली सलाम की इस सीरीज में देखा कि अल्लाह तआला ने एक बूढ़े बाप को हुक्म दिया कि अपने मासूम अखरोट से बुढ़ापे की लागत बेटे पर उसकी गर्दन पर रख दो कि तो यह की बात है का पुतला भी करता था ऐसी कुछ भी नहीं लेकिन अल्लाह तआला ने बंधुओं को जब अपने अधीन के कामों के लिए चिंता है तो फिर होता विलादत नहीं करते बल्कि असलम तो ले रखे यह लमीनी कि आप उस दिन और उस मंजर को अपने बहन में भी अगर लाइन ना तो इंसान की लोग मिल जाती है कि किस तरह से बच्चे की गर्दन पर छुरी रखी होगी क्या सोचा होगा का यह दूसरा कहां से आता है याद रखिए कि यह चालक नहीं होता कुर्बानी करना एक व्यक्ति इस फैसला नहीं यह तो पूरी जिंदगी के मुजाहरे का नाम है कि हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की पूरी जिंदगी देखें तो तालिबानियों का मैच हुआ कि जब इंसान अल्लाह ताला के लिए छोटी-छोटी कुर्बानियां दीं लेता है ना तो फिर बड़ी चीज कर बांध करता मुश्किल नहीं अगर हम अपनी पसंद-नापसंद अलग के लिए कुर्बान ना कर सके थे में अपना वक्त अपना माल अपनी चीजें बचा बचा कर रखें तो कहां हम अपने बच्चों को प्रभावित करेंगे आज हमें अगर बच्चों को दीन के नाम पर डिपोजिट करने के लिए बात सिर्फ कर दी जाए इसमें जान नहीं जाती सिर्फ कुछ स्टेटस तूने अभी कम होने लगता है तो लोग उस पर भी परेशान हो जाते हैं कि का मुस्तकबिल क्या होगा अब यह बच्चा कुरान सिखेड़ा आप अल्लाह के दिन के लिए रहेगा और हम समझते हैं कि हमने इसके ऊपर शुरू किया लेकिन हकीकत यह है कि जितना इंसान को जिससे प्यार होता है उतना ही फिर उस काम को करना आसान समझ कर तो असल मैं यह हजरत इब्राहिम अली सलाम की सुन्नत को साझा करना है कि उन्होंने रहती दुनियां तक लोगों के लिए मिसाल बन आधी कि अल्लाह तआला तुमसे जो मांगोगे वह देना पड़ेगा अलग इधर से सिलना से सवाल किया गया था कि यह कुर्बानी क्या है यह कुर्बानियां क्यों करते हैं के साथ ने फ़रमाया की सुन्नत अधिक उन्हें अब्राहिम तुम्हारे बाप इब्राहिम अली सलाम की यह सुंदरता है तरह जुड़ा हर साल करोड़ों जानवर कुर्बान होते हैं में लाखों हाजी जो है वह सर ज़मीने मक्का में कुर्बानियां करते हैं लेकिन इसकी रूहानियत को बरकरार रखना है कुर्बानी क्यों की जाती है फसल नहीं फर्ज सुन्नत हम सुन्नत है अजहर बहुत है लेकिन इसको एक बोझ समझते हुए उस चीज जरूरत नहीं होगी अगर हम कुर्बानी को करना चाहते हैं तो उसके लिए बेहतरीन कुर्बानियां लेनी चाहिए आप ने फरमाया कि मोटे जानवर कुर्बान करो कल कि आप मत कर दिन पुलिस फरार पर यह तुम्हारी सवारियां होंगी क्वेश्चन आता है कि आमद के दिन जिस सवारियां तो ली जाएंगी इनका गौत्र इनका गोबर इनकी हटी खाल हर चीज मिलेगी और फिर तुम्हारे नाम है वालों में जाएगी बालों को पानी करते हुए भी बड़े कंजूसी का इजहार करते हैं हम पर तो कर से हमें फर्स्ट नहीं तेरी पहले कर्ज ले लेते दुनिया भी डिश आपके लिए और फिर करवाने की बात कही तो कहते हैं क्या हम भरकर पानी परिसर क्योंकि हम तो कर सकता है ना बजाय आतंकवाद दोनों तरफ यौन सरकार की बातें तो करते हैं वह हम तो करने वाले हैं फिर हम पर कुर्बानी नहीं है तो फिर से काट लेना शुरू कर दें इंसान दूसरों से क्योंकि दे नहीं सकता तो फिर इसको लेना तो पड़ेगा तो याद रखिए कि मोहब्बत के साथ है और उसने ही जो करेगा उसको जरूर मिलेगा अलग नस्ल हम तो कभी सफेद हिसाब हुई नहीं इसके बावजूद अब तक सौ करवा दिया करते थे करेक्ट करवानी अपने हाथ से कि बाकी हज़रत अली रज़ियल्लाहु अन्हु से पेट में और वह साल में तो ऊंट कटवा थे तब यह हादसा कुर्बानी मोहब्बत से करनी है और उसके लिए भी यह एक्स्ट्रा जानवर खरीदा जाए उसमें कोई ना हो अपना हो लेकिन जहां इस वक्त हम जो बात करें वह जिसकी करें तुम किसी को बोल होती है पसंद देखने कि अल्लाह तआला ने सूरत मालदा में एक बाद बयान की थी और वह क्या थी हां बेल का बिल का किस्सा है आदम अलैहिस्सलाम के दो प्लेटें अल्लाह तआला उनके किस्से को बयान करने का मुसल्लम को हुक्म देते हैं वक्त वाले ही नंबर बने आर द बेल अधिकारी ने आदम के दो बेटों का किस्सा ठीक ठीक सुना दो क्या पता इस स्काई रॉक और 52 अन्य को मिला परिवार व मुताबिक इन दोनों ने अंबानी की की कुर्बानी कबूल हो गई और दूसरे की ललक तो जन्नत कि मैं तुझे कबूल ना दूसरे के क्यों रिफ़िल अल्लाह अल्लाह कबूल करता नियुक्त किया है तुरमली जिंदगी में तनख्वाह नहीं अल्लाह का खौफ नहीं हलाल और हराम का फर्क नहीं कुर्बानी कैसे क़ुबूल हो दुनिया में कोई इंसान भी हमारी बीवी चीज कबूल नहीं करता अगर हम उस पर नाराज हो जो हमारे से ताल्लुकात सुदूर हो तो लत रखे से कबूल करेगा सुरह अज आईएस पेंटेड स्माइल अपरमार्स है नहीं यह नहीं लहू लहू हव्वला दिमाघ अल्लाह को न तो खून पहुंचता तो सब मिट्टी में चला जाता है और ना गुस्सा तो तुम आ जाते हो तब तक सबस्क्राइब कि अल्लाह के नाम पर अपने जिंदगी के अंदर तक लाना चाहते हो तो यहां तक की जिंदगी जिंदगी किसको मिलता घ्र घ्र किसी को खाना बनाकर भेज दो लें और किसी के हाथ कुछ पकाकर भेजते हैं वह कबूल नहीं करता कि उनको पहले मुझसे बात करें जब मेरी बात नहीं जब मेरी इज्जत नहीं तो मैंने खाने को क्या करना है और इसके बाद से दोस्तों तो आप उसको दाल भी बना कर भेजते हैं तो वह खुशी से फोल्ड करता है कि इसका फर्क है ताल्लुक रखता है प्रमाणित करने से पहले अल्लाह के साथ अपने ताल्लुक को देखना नाराज तो नहीं है झूठा बता नहीं है मेरे किसी काम पर नाखुशी तो नहीं है बात लोग यह भी एक घर जाना समझ कर या एक तरफ वाले समझ गए जबकि देकर समस्या के चलो छूट गए कुर्बानी दे देंगे बड़े-बड़े बकरे से भाग कर देंगे लोगों में भी नाम हो जाएगा तो वह लोगों में तो हो जाएगा अल्लाह को क्या पंचायत का यह जो दुनिया में उसके लिए किया होगा तो लहजा कुर्बानी करनी है घर में एक घर में से अगर एक बंदा भी सालों के लिए कर दे तो भी ठीक है हर एक अलग अलग पहले तो भी ठीक है लोग पूछते ही मसला क्या म्यूट न करें दोनों को मार दिया उन पर है कि सवाल पैदा होते हैं जब पानी के रूप में वो कहते हैं देखें अब आप किसी शादी में जाता है अब पूरी फैमिली इनवाइटेड है बालों करता पड़ेगी सारे घर वालों की तरफ से दर्द को पार हो गया ना खाना पूरी हो गई लेकिन बात जब आप महसूस करते हैं कि ताल्लुक इतना करीब है कि आपके बच्चे जहन के बच्चों को देते हैं आप उनको देखते हैं इन्हें अलग-अलग टिप्स करके अ पढ़ सकते हैं तो यह आलू की बात जो जितना का यूज करना पड़ेगा उसके लिए इतना ही आसानी से बन जाती है तो ठीक है बहुत अच्छी बातें करते हैं यह मेरी तरफ से मेरी तरफ से यह बच्चों के लिए बहुत ही सब्सक्राइब करें और अगर आप कहते हैं कि यह मेरी तरफ से घृणा की तरफ सब्सक्राइब बच्चों की तरफ से की तरफ से एक दूसरे की उन्होंने कि आप ठीक है आपने चार बकरे करने अब सारी करें लेकिन एक बकरे पर क्या सोचेगी कि हम सब घर वालों की तरफ से शहर बीवी-बच्चे तब फिर दूसरा करें फिर कहेंगे यह सब घर वालों की तरफ से तो इस तरह डूबे क्या होगा कि हर 144 कुर्बानियों का सिर मिल जाएगा समझ रहें यदि सब को बढ़ाने के तरीके क्या है कि इंसान अलग-अलग करने की वजह से नियुक्त किया है मेघनाद करना चाहें तो इसमें कोई हर्ज नहीं है लेकिन बाहरहाल सब्सक्राइब करें सब्सक्राइब करें तो उस बकरे को मौका मिले तो करना चाहिए और उस वक्त मंदिर रखेंगे वह वहां पर और उसके सामने और को निभाने की कोशिश करनी है कि बीते दिन के लिए कुर्बानियां कि हम कहां से शुरू करें कुर्बानी बकरे से गाय या भैंस कि नहीं अपनी साथ अधीन हम सब से कुछ कर पानी मांगता है और वह क्या है अपनी साथ मुझे लगेगा अपना वक्त मेरे साथ लगा दो अपना माल मेरे रास्ते में लगा दो तो मेरे बन जाओ मुश्किल अधिकतर अल्लाह वाला गंगा मुश्किल लगता है हमें देखकर लोगों को रोजगार दिया जाए मुश्किल लगता है अपना हुलिया थोड़ा सा बिगड़ जाता है तेरा ज्यादा खूबसूरत नहीं रहता थोड़ा लगता है अब देखिए छुट्टी छोटे कामों से करवानी शुरू होती है जरूरत से कमाल तक बंधक पहुंचकर दवा छोटी-छोटी चीजों को कुर्बान करने लगे हम यह जितना मर्जी सुबह-शाम कैसा रहेगा इन्हीं बचत व अश्लील अलसी प्रथम भारतीय गवर्नर ने अपना चेहरा सब्सक्राइब कर दिया जिसमें आसमानों और ज़मीन को पैदा किया में सब्सक्राइब इतना सुनने और सुनाने के मेरी जिंदगी में यार कि खुदा रोको रही हूं हजरत इब्राहिम अली सलाम की जिंदगी को देखें तो सुधारों की लगती है ना हम क्या है सब रोजेदार जिस करो थम मोस्ट क्रम पर जीते हैं हम खानदानों के रुख पर देते हम दोस्तों क्रुक पर है अल्लाह की बचाता है कह दो कि इन उस अलार्म क्लॉक बंद सुखी व मक्खियां वह माओवादी लैला हीर अप्रैल में मेरी नमाज मेरी कुर्बानी मेरा जीना मेरा मरना अलार्म बुलावे के लिए मिर्च के साथ किसी को नहीं था और मुझे इसी हो गया पहला मुसलमान जिंदगी में ना तो सड़क तक यकीन करें आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो आप की कोशिश होती है तो आपको कोई चीज मेरी तरफ से विश करती हूं कि दुनिया में एक बहुत बड़ा सुनने हैं और अल्लाह तआला के साथ हमारे मामले कमजोर होने लगता है घ्र में कुछ करना चाहती हंसकर तरीका केयर कि आपको रोवेला ही की जरूरत है कि यह कुर्बानियां जो हर स्थान हम करते हैं क्या उसने मुझे अल्लाह का पूर्व दिया सब और सिद्ध मुझे महसूस हुआ था कि कुर्बानी करके महिला के करीब हो गई बहुत कम इसलिए यह नियत नहीं सिखाई नहीं बड़ा नहीं कि उक्त पानी है कि बच्चों को तो ऐसे दूर रखा जाता इन चीजों से जिस तरह ज्योत इलाही ही नजरिया है जैसे इंसान को इबादत अल्लाह तआला की तरफ माइल करती है नियुक्त होंगे रहने में जो मजा है वो किसी और में नहीं सब्सक्राइब बटन अधिक हो जाता छोड़ दो छोड़ दो छोड़ दो छोड़ दिया बेटे को चेहरा में छोड़ दो छोड़ दिया कि आपने महसूस किया कि सारी कुर्बानियां अलग-अलग हमसे मांगेगी और उन्होंने क्यों दे दी क्योंकि हम लाते हो गए थे हजरत हुसैन अलैहिस्सलाम है जंगल में से हराम मैं रात को ले जाकर कहा यह हाथ में क्या कहां जाता है क्या करते हो कहां पड़े फाइलें बकरियों के पत्ते भी झाल है दोस्तों यह अधिकतम समय अमेज़न अलग अलग अलग हो गए थे तो प्रिंस चढ़ता हुआ था इसको पकड़ लो यह कहानी के कहने पर वाली चीजें जो हमारी नजर में बड़ी-बड़ी जानते हैं कि अगर अल्लाह छोड़ना पड़ेगा और सब्सक्राइब को पकड़ना पड़ेगा इन थे आपके हुकम हमें सांप और बिच्छुओं से ज्यादा डालते हैं हम नमाज भी पढ़ लेते हैं हम हज करके आ जाते हैं हमारा मतदान केंद्रों से भी रखते हैं हम भाग्य में तो पी नमाज भी पढ़ते हैं लेकिन जो कमी है वह क्या है कि हम रखते नहीं होते हैं अ चाहता हो जाएंगे कि रखे हुए जो कैसे पता चलता है कि बंदर बोला हो गया उसका ताल्लुक बन जाता है ऐसे यह आगे में किसी का पोर्शन है तो फिर उसके बाद आपका आना जाना शुरू हो जाता है लेनदेन शुरू हो जाता है फिर एक दिल्ली सब्सक्राइब होता है और कुछ लोगों के साथ कुछ छोड़ जाते हैं अब हम चलते हैं उन लोगों को सबस्क्राइब करना न भूलें इन कंधों पर सल्लल्लाहो ताला खुल ही नहीं रहा सीरियल हमराज धुंध लोहारी टूटी-फूटी कोशिशों को कबूल परमानंद दे सुनो तो के मुताबिक काम करने की तौफीक दे यह तो छोटा सा ने कोर्स किया या इसको कबूल करले ज़रा हम विभाग ही तेरे सामने हाजिर होने वाला बना दे या अल्लाह तेरी दावत को सुनकर लग गई करने वाला करते हैं यह जो पिलाने वाला ना करना यह मेहरूम लोगों में सिद्ध करना पहले हमें फॉलो मिलना करना कि जिनके लिए तो फैसला देंगे यह मैंने तुम्हें नहीं बुलाना मैंने तुम्हें नहीं चलना यह लिख नहीं देंगे लिए हमें चलने लाहूरी अंदर अगर भिक्षु पिछला दिया था उसको जाहिर करते हुए अल्लाह इससे पहले कि मनुस्मृति के अंदर तक जाए शहर को लोगों तक पहुंचाने के लिए उपयुक्त है या लाभ वक्त नहीं तो वक्त निर्भर करते थे यह अलार्मस रुपया दूसरी है तो उनको कम करते हैं यह लगकर माल नहीं आते जालौर स्माल मैं तो भर कर दे दे तेरे रास्ते में लगती है उसमें शुरू हो जाती है कि हमारे नुस्खे अक्षर से बचाना शैतानों की सबसे वजह अल्लाह इस मामले में अवैध रूप से मशविरा करने वाला बना पहला हम इस मामले में किसी और से मुस्कुराना करें हम करें कि न करें इसलिए कि जो दूध हमारे हक में देख सक जानता है वह दूसरे व्यक्ति पर वह लोग जख्म 3 से दूर है वह हमें कहां आने देंगे यह लार हमारे हाल पर हम करते हुए खतरों को माफ करते हैं जो अभी बात इस पूरी गुफ़्तगू में सुन्नत के खिलाफ हो गई यह लोग मेरा मुझे माफ कर दो प्याला भर उत्पादों में रहमत है सलमान या अल्लाह तुम्हारे मां-बाप ने हमेशा करना हमारे शागिर्द मेरा मत करना जो लोग हमारे साथ इस काम में दिन-रात मेहनत करते हैं कि मैं तो उनके मन में भी हमको से परेशान परेशानियां दूर करते हैं बच्चों की आंखों में डूब [संगीत] जाने कब हम एक ऐसी बुक सुनील बड़े पीस पहले अलग बैग कहीं ना कहीं लेकिन जाना पड़ेगा प्योर इससे पहले कि हमें तेरे दर में हाजिर होने वालों से करते सूखा निर्विकारं बिल्कुल धीमा ऐसी फोन अस्सलामु अलैकुम अस्सलाम वालेकुम अल्लाह रब्बुल आलमीन सब नाटक बल मिल नाइन उसका अंत समय अली व तू भले ही नाइन नखन तत्व ब्रह्म व सल्लल्लाहो ताला फ्री फल की ही व्यवस्था भी स्माइल