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माइक्रो इकोनॉमिक्स कर्व्स की समीक्षा

What's up everyone, welcome back to the channel आज का वीडियो बहुत special होने वाला है क्योंकि इस वीडियो में हम revise करने वाले हैं सभी micro eco के curves मतलब मुझे पता है बहुत सारे students परिशान होते हैं कि सर कौन-कौन से curves हैं तो क्योंना एक ऐसा वीडियो जिसको देखें exam से पहले और सारे curves हमारे revise हो जाएं बट before that I want कि आप copy pen लेके आओ ताकि आप साथ-साथ बनाओ और check कर पाओ कि आपको चीज़े याद आ रही हैं या नहीं आ रही हैं और सारे कर्व्स मैं आपको रिवाइस करा दूँगा इसी पर्टिकलर वीडियो के अंदर वन शॉट चलिए लेट्स बिगेर अब बिफोर स्टार्टिंग इस वीडियो आप लोगों को एक काम करना है छोटा सा वो क्या करना है इस वीडियो को लाइक कर देना है ताकि वो देखें और कुछ हेल्प हो पाए शुरू करते हैं हम लोग चाप्टर वन के साथ इंट्रोडक्शन और इंट्रोडक्शन प्रशंस में आपके पास एक ही कर दो आता है जो आना चाहिए वह है पीपीसी ठीक है वह टेस्ट पीपीसी सार्ट प्रोडक्शन पॉसिबिलिटी कर किस तरीके का बनता है कब हमारे पास बनता है इस तरीके का ठीक है इस तरीके का बन जाता है इसको हम कॉनकेव शेव कर बोलते हैं और यह क्यों होता है कॉनकेव शेव होता है होता है यहां पर हमने गुड वायली लिया होता है एक्स ओरिजन माय एक्स यह हमारा पीपीसी होता है ठीक है सर क्या पीपीसी कॉनवेक्स भी हो सकता है कॉनवेक्स इस तरह की का होता है कॉनवेक्स का होता है जब डिमनेशन अगर आपका जो अ मार्जिनल अपॉर्शनिटी कॉस्ट है वह डिमनेशिंग आ जाए तो यह आपको पता होना चाहिए ठीक है ओके सर क्या पीपी से स्ट्रेट लाइन भी हो सकता है अगर एमोसी आपका कॉन्स्टेंट आ जाए तो पीपीसी ऐसा बन जाएगा अगर एमोसी क्या आ जाए कॉन्स्टेंट आ जाए तो पीपीसी आपका स्ट्रेट लाइन बन जाएगा तो दिस आओ चाप्टर वन में आपको पीपीसी के बारे में चीजें पता होनी चाहिए और रेसर कंजूमर इक्लीप में इतने सारे कर्व से यह इस Consumers equilibrium में आपके पास काफी सारे curves हैं So starting with total utility and marginal utility तो total utility और marginal utility की जब हम बात करेंगे तो always remember कि total utility का curve को जिस तरीके से बनेगा इसको हम tu बोलते हैं जहाँ पे ये maximum होगा mu वहाँ पे zero होगा याद रखना जहाँ पे ये maximum होगा mu वहाँ पे zero होगा और marginal utility आपका इस तरीके से यहाँ से चल जाएगा negative हो जाएगा सबसे पहले tu और mu का ऐसा curve बनता है ठीक है फिर law of DMU जब आप law of DMU में अगर curve बनाने को आ जाए तो सिर्फ आप सिर्फ और सिर्फ क्या दिखाने वाले हो सिर्फ और सिर्फ MU की बात करने वाले हो law of DMU में ठीक है only MU का curve indifference curve most important इसको मैं South Indian सवाल बोलता हूँ इसके बिना paper नहीं बनता indifference curve आपको आना ही चाहिए सारे indifference curve कैसा होता है इंडिफरेंस कर बिटाजी इस तरीके का होता है इसको हम इंडिफरेंस कर बोलते हैं कैसी शेप होती है इंडिफरेंस कर की हमेशा कॉनवेक्स होता है यह कॉनवेक्स क्यों होता है सब बिकुल आफ डेमिनेशिंग कर दो में एम आएएस डिमिशिंग एम आएएस की वजह से हमारे पास जो इंडिफरेंस कर वह हमेशा कॉनवेक्स आता है ठीक है सारी इंडिफरेंस मैप क्या है इंडिफरेंस मैप बच्चो फैमिली ऑफ इंडिफरेंस इंडिफरेंस करो दोते हैं तो उसमें हमेशा आईसी वन आईसी टू आईसी थ्री इस तरीके से आप एक से ज्यादा इंडिफरेंस कर दिखा सकते हो एक से ज्यादा इंडिफरेंस करो तो वह इंडिफरेंस मैप हो जाता है सब बजेट लाइन क्या होती है budget line आपको जब दिखानी हो तो budget line में आपको सीधा इस तरीके से straight line बना देनी है जो x और y दोनों axis को touch करे यह हमारी budget line हो जाती है consumer equilibrium यह हमारे पास consumer equilibrium है यह ordinal utility वाला होता है ordinal यूटिलिटी और ऑर्डिनल यूटिलिटी में बच्चों क्या करना होता है दो चीजें देखनी होती हैं कौन सी दो चीजें देखनी होती हैं एक तो बजट लाइन और एक इंडिफरेंस मैप ठीक है तो बजट लाइन और इंडिफरेंस मैप किस तरीके से बनाओगे कि सबसे पहले तो एक बजेट लाइन बना देना ठीक है यह आपकी एबी बजेट लाइन हो गई इसके बाद एक इंडिफरेंस मैं बना देना यह आपका आईसी वन दूसरा जो आईसी है ना वह बिल्कुल टच करके चलना तो यह दूसरा इसी है वह कुछ इस तरीके स इसके बाद एक तीसरा बना देना जिसको हम बोलते हैं इसी थ्री यह होता है हमारे पास कंजूमर्स एक्विलेब्रम यूजिंग और डिनल एप्रोच और यह भी एक्जाम के लिए मोस्ट इंपोर्टेंट है साउधान इंडिया सवाल पक्का पेपर में आ रहा होगा तो इसको ध्यान से करना ठीक है यह आपको ध्यान से करना होता है इसके बाद सर हमारे पास आ जाता है demand demand में कौन-कौन से curves हैं demand curve, movement shift और elasticity of demand तो demand curve के कि अगर बच्चों में बात करूँ तो demand कर भी हमारे पास downward sloping होता है, मतलब एक good की value बढ़ रही होगी तो दूसरे की कम हो रही होगी, इसको आपको touch करने की जुरत नहीं है, इस तरीके से बन जाता है, ठीक है, इधर हम लोग price ले लेते हैं, इधर हम quantity ले लेते हैं, देने की वजह से कर्व चेंज हो रहा हो तो उसमें मूवमेंट देखने को मिलती है देखो फॉर एक्सांपल आपका जो पॉइंट है वह यहां पॉइंट एसे पॉइंट बी की तरफ जा रहा है ऐसे जा रहा है ठीक है ऊपर की तरफ जा रहा है है ओके इसको हम बोलते हैं कॉन्ट्रैक्शन इसको क्या बोलते हैं कॉन्ट्रैक्शन और अगर आपके पास पॉइंट आ रहा है ऊपर से नीचे की तरफ यहां से एसे अ बी, इदर आ रहा है, तो इसको हम बोलते हैं expansion, ये सब मैंने पढ़ाए वे हैं, कोई problem आ रहा हो तो वीडियो चेक कर लेना आ जाएगी आपको, ठीक है, ये movement में होता है, shift कब होता है, due to change in other factors, यहाँ पे price change हो रहा होता है, but जब shift करता है न, तो shift में price constant रहता है, तो एक curve यह, यह पूरा का पूरा curve इदर आ जाएगा, right में shift हो जाएगा, यह D, यह D1, ठीक है, इसको हम बोलते है increase, और अगर पूरा का पूरा curve इ लेफ्ट में आ जाए, मतलब यहा� I hope आपको बहुत अच्छे से revision हो रहा होगा, सारी चीज़े recall आप कर पा रहे होगे elasticity of demand में बच्चो हमने 5 तरीके के curves पढ़े हैं ठीक है, 5 तरीके curves कौन से होते हैं, एक तो होता है ऐसा सीधा इसको हम क्या बोलते हैं, ED0 देखो यहाँ से शुरू कर लेना, 0 से शुरू कर लेना, straight line ED 0, ठीक है, इदर की तरफ सीधा, तो यह ED infinite, इन दोनों के बीच में अगर है, तो यह ED 1, यहाँ पे क्या होता है, ED less than, बहुत law of variable proportions की बात करेंगे, तो law of variable proportions के लिए आपके पास, किस तरीके से आपको curve बनाने हैं, लॉग वेरियोग्री प्रोशन में याद रखना टीपी और एमपी का कर्व बनता है यानि टोटल प्रड़क्ट और मार्जिनल प्रड़क्ट का तो जो टोटल प्रड़क्ट का कर्व होता है वो आपका कुछ इस तरीके का होता है टीपी जहां पे टीपी हाईयेस्ट होगा वहाँ पे एमपी जीरो होगा ठीक है वहाँ से MP भी value change कर रहा हूँ, वाला जो MP है, वो आपका इस तरीके से जाएगा, तो यह MP हो गया, ठीक है, और वो आपका PP हो गया, तो याद रखना कि यहाँ पर देखो, MP गिरने लगेगा, तो इसका भी curvature जो है न, वो change हो जाता है, और यह maximum तो यह 0 हो जाएगा, ये TP और MP के आपको curves बना के आने हैं ये बिल्कुल भी गलत मत करके आना और राइट फिर TP MP की relationship होती है तो ये ही same curve TP MP की relationship में हम लोग बना के दिखाते हैं ओके AP MP की बात करें तो AP MP का curve थोड़ा सा change जाता है AP MP का curve कैसा होता है हमारे पास कि यह तो आपने बना दिया एंटी ठीक है एपी जो होता है वह इस तरीके से यह एपी यह आपका अवरेज प्रोडक्ट बन जाता है माइज़न प्रोडक्ट बन जाता है सही है और यह आपका था आईएस होता है यह इसको इसके आईएस पर यह टीपी एमपी का कर्व में दिखाना होता है डन चलो ना लेट्स मूव टू कॉस्ट कॉस्ट में बच्चे पहले टोटल कॉस्ट टोटल कॉस्ट की अगर हम बात करें तो आपके पास यह होता है टोटल फिक्स कॉस्ट total variable cost की बात करें तो वो यहां से चल जाता है, this is total variable cost, और total cost की बात करें तो वो zero से नहीं शुरू होता, वो थोड़ा यहां से शुरू होता है, इसको हम total cost बोलते हैं, यह जो दोनों curves हैं, यह inverse S shape, शेप दें और टोटल फिक्स कॉस्ट एक वॉइजन टल स्ट्रेट लाइन पैरल टू एक्स है ठीक है तो आप अगर इनका जो रिलेशनशिप कमबाइंड आता है वह कैसा बनेगा यह आपका टोटल फिक्स कॉस्ट इस टोटल वेरियबल कॉस्ट और इसके हो रहा है अब आप रिज की तरफ चलते हैं अ average fixed cost कैसा होता है sir? average fixed cost होता है rectangular hyperbola जैसा indifference का होता था न वैसा यह है average fixed cost ठीक है? average variable cost कैसा होता है? average variable cost होता है थोड़ा सा एक U shaped curve average variable cost हमारा लगबा कुछ इस तरीके का होता है इसको हम average variable cost बोलते हैं बस यह याद रखना कि यह इदर से नीचे रहेगा इस तरीके से आता है इसको हम average cost बोलते हैं अगर ये तीनों का relationship आए screenshot लेके चल रहा हूँ न तीनों का relationship आजाए सर अगर तो सबसे पहले क्या करना सबसे पहले आप बना लेना average variable cost ठीक है उसके बाद आप बनाना यह हो गया, average fixed cost, यह हो गया, average variable cost, इसके बाद बनाना average cost, ठीक है, बस याद रखना, इसका जो center है, minimum point वो पहले आएगा, इसका minimum point बाद में आएगा, याद रखना, और इन दोनों का gap कम होता रहेगा, but they never intersect each other, ठीक है, है यह हो जाता है लास्ट में सर मार्जनल कॉस्ट हमारा थोड़ा तो यू शेप है बस थोड़ा सा इस तरीके पर शेप शॉट आफ होता बट यू शेप यह हम मार्जनल कॉस्ट तेंग कॉस्ट में तो यह सारे फॉर्मुलास सॉरी, curves आपके cost में use होने वाले हैं, इसके बाद sir हमारे पास आता है revenue, revenue में बच्चे perfect competition में AR, MR, TR, MR, और imperfect में AR, MR, TR, MR, ठीक है, तो perfect competition में जब आप AR, MR बनाते हो, तो straight line बनता है, यही AR होता है, यही MR होता है, ठीक है, और जब आप TR, MR बनाते हो, तो total revenue ऐसे निकल जाता है उपर की तरफ और marginal revenue आपको पता ही है ये MR होता है TRMR, ARMR ऐसे बनता है perfect competition में imperfect में क्या होता है? imperfect में sir इस तरीके से ये AR होता है ये MR होता है सही है? AR, MR इस तरीके से होते हैं और TRMR कैसा होता है? टी आर एम आर का कर्व किस तरीके का होता है? टी आर एम आर हमारे पास होता है इसमें तो आप सीधा टी आर बना दे नो इस तरीके से बस यह जहाँ पे हाई एस्ट होगा इसके नीचे हम एम आर बनाएंगे ठीक है? यह जहाँ पे हाई एस्ट होगा वहाँ पे एम आर इस तरीके से तो दिस इस टी आर एंड इस एम आर एर एम आर ऐसा बनेगा और ऊपर आपने ARMR, TRMR देखी लिया, ठीक है, अब आता है guys, हमारे पास producers equilibrium, producers equilibrium में एक छोटा सा part आपके syllabus में है, बस MCMR approach, इसमें हमारे पास guys, perfect competition के अगर मैं बात करूँ, है तो यह तो हो गया आपका एमर एयर एमर पढ़कर आए थे ना उसके बाद जो एमसी है वह आपको पता है इस तरीके से निकलता है यह एमसी है तो आपको यहां पर दो पॉइंट ऑफ प्रोड्यूसर इक्विलीब्रम दिखते हैं आपको बताना होता है कि यह है या यह है तो यह आपके बाद हम से हमारे अप्रोच में प्रोड्यूसर एक्विलिब्रम परफेक्ट कंपेटीशन इंपरफेक्ट कि अगर हम बात करें इंपरफेक्ट में आसान होता है यूजवेली इंपरफेक्ट में क्योंकि यह एमआर होता है ना तरफ जाता हुआ और जो MC है वो यह है तो इसमें यही होता है usually producer sequence तो MCMR अगर perfect competition में आएगा तो इस तरीके का imperfect में आएगा तो इस तरीके का इसके बाद guys we have supply का curve movement और shift तो वो ही बात है supply का curve कैसा होता है supply का curve हमारे पास स्लोपिंग होता था अब इसमें भी जो मूवमेंट है वह ड्यूट चेंज इन प्राइस होगा यानि for example यह है और movement हो रहा है यह a से b इसको हम बोलते हैं expansion ठीक है और अगर movement आ रहा है नीचे की तरफ तो ऐसे ही है बट पॉइंट ऐसे आ रहे हैं एसे भी ऐसा इसको हम कॉन्ट्रैक्शन बोलते हैं और इंग्रीज में क्या होता है शिफ्ट में इसे ड्यूट चेंज इन अदर फैक्टर्स अ कि यह क्या होता है सर इसके अंदर जो है ना कर वह पूरा-पूरा मूव कर जाता है मतलब यह सप्लाई कर वह पूरा-पूरा राइट में आ गया इधर आ गया यह और यह एसफान तो इसको मिनट रिस बोलते हैं ठीक है और अगर यह उल्टा हो जाए अगर यह ऐसे से ऐसे इधर आ जाए लेफ्ट में आ जाए अ है तो इसको हम डिग्रीज बोलते हैं तो इंग्रीज और डिग्रीज आपको प्रेड़ी पता होने चाहिए ठीक है जी पर फैक्ट हो गया है तो दिस आओ हमारे पास सप्लाई के कर्व डिजाइन करें जाते हैं ठीक है परफेक्ट है तो रिलाश टीवर सप्लाई भी बता दो इलास्टी सिटी तो इलास्टी सिटी ऑफ सप्लाई में हमारे पास जो कर दें अ इस बार ऐसा, ऐसा और ऐसा इस बार उपर की तरफ चलेंगे ठीक है? तो यह होता है हमारे पास Elasticity of Supply 0 यह है Elasticity of Supply Infinite यह है elasticity of supply 1, ठीक है, उसके बाद यहाँ पे जो elasticity of supply होता है, यह less than 1 होता है, यहाँ पे जो elasticity of supply होता है, greater than 1 होता है, तो यह होते हैं हमारे पास elasticity of supply curve, 0, less than 1, greater than 1, और infinite, ठीक है, done, चलिए जी, है हमारे पास मार्केट में पर फैक्ट कंपेटीशन का डिमाइंड कर बनाना होता है तो परफेक्ट कंपेटीशन का हम जब डिमाइंड कर बनाएंगे बच्चों तो वहां पर आपको दो कर्व बनाने होंगे डिमाइंड कर सप्लाई कर जहां पर इंटरसेक्� आपके सामने आपको प्राइस लेना है और यहीं से आपको एक डॉटेड लाइन लेकर जानी है और यह का आपको परफेक्ट कंपेटीशन का बना देना है ठीक है पर फिर कंपेटीशन का इस तरीके को बन जाता है यह मोस्ट इंपोर्टेंट है एक्सेस डिमांड, एक्सेस सप्लाई, प्राइस सेविंग, प्राइस फ्लॉर, इनके बिना बेपर नहीं बनता, तो बहुत अच्छे से करके जाना, एक्सेस डिमांड से पहले मार्केट एक्विलिब्रियम पता होना चाहिए, तो अगर मार्केट एक्विलिब्रियम आ जाए, तो यह आपका supply कम हो गया और आपका demand बढ़ गया तो यह वाला जो पूरा area है इसी को हम excess demand बोलते हैं और यहाँ पे 2 arrow इस तरीके से उपर की तरफ लगा के आना यह आपका excess demand का curve होता है ठीक है excess supply का curve इससे just reverse पूरा area है इससे just reverse डिमांड सप्लाई एक्विलिब्रियम प्राइस एक्विलिब्रियम क्वांटिटी एक्सेस सप्लाई में का होता है सप्लाई ग्रेटर डिमांड होता है सप्लाई ज्यादा होता है तो आपको प्राइस बढ़ाना है यहां ले जाना पीवा अब यहां से क्या होगा आपके पास यह लेगा क्यों वन अ कि यह जाएगा क्यों तू यह वाला जो पूरा रिजन है इसको हम एक्सेस सप्लाई बोलते हैं और इस बार यह से नीचे की तरफ होता है यह सप्लाई का होता है मैंने सभी का उस पूरे डिटेल में चाप्टर्स में पढ़ाएं इनकेशन कोई कंक्यूजन है तो टाप्टर में जाकर चेक कर लेना ठीक है बच्चों प्राइस सीलिंग प्राइस फ्लोर में क्या होता है प्राइस सीलिंग प्राइस फ्लोर के भी सेम काउस बनते हैं ठीक है प्राइस सीलिंग हम लोग इसको बोलते हैं मैक्सिमम प्राइस सीलिंग को तो मैक्सिमम प् प्राइस चार्ज कर सकता है बायर से तो उसका कर यही वाला बनता है से मतलब कि जो प्राइस सीलिंग है प्राइस सीलिंग का भी यह वाला का बनता है और जो प्राइस फ्लोर है प्राइस फ्लोर का भी यह वाला कर बनता है तो यहां पर सेम होने वाले हैं प्राइस सीलिंग और प्राइस फ्लोर उसके बाद देर मल्टिपल कर्व सिंग्रस चाप्टर जिसका तो आपके सारे कर्व माइक्रो के हो जाएं कंप्लीट और बस टॉटेड है यही सारी चीजें हमारे पास होती है माइक्रो में पूरा का पूरा माइक्रो का मैंने आपको रिविजन कराया मुझे उम्मीद है आपको कर दो काफी कंफ्यूशन कर पाएं मैं मिलता हूं आपको next videos में till then अच्छे से पढ़ते रहो all the very best keep growing and keep glowing